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Dainik Bhaskar बंगाल गवर्नर के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप:ममता सरकार को नोटिस; सुप्रीम कोर्ट राज्यपालों को आपराधिक मुकदमे से मिली छूट की जांच को तैयार

सुप्रीम कोर्ट संविधान के अनुच्छेद 361 की रूपरेखा की जांच करने के लिए तैयार हो गया है। संविधान का यह प्रावधान राज्यों के राज्यपालों और राष्ट्रपति को किसी भी तरह के आपराधिक मुकदमे से पूरी तरह की छूट देता है। यह मामला बंगाल गवर्नर सीवी आनंद बोस के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप से जुड़ा है। गवर्नर पर राजभवन की महिला संविदा कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। लेकिन संवैधानिक प्रावधान के चलते उन पर कोई केस दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद महिला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई, जिसमें राज्यपाल को छूट देने वाले संविधान के अनुच्छेद 361 की न्यायिक जांच की मांग की है और विशेष दिशा-निर्देश देने की मांग की है। शुक्रवार 19 जुलाई को CJI डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस मामले में अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी से मदद मांगी है। साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार को भी नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट का निर्देश- केंद्र को भी पार्टी बनाएं सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल राजभवन की महिला कर्मचारी से कहा है कि वह अपनी याचिका में केंद्र को भी पार्टी बनाए। महिला ने अपनी याचिका में पश्चिम बंगाल पुलिस से मामले की जांच करने और पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा देने के साथ-साथ उसकी प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के लिए सरकार से मुआवजा दिलाने की भी मांग की है। क्या हैं संविधान के अनुच्छेद 361 के प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 361 के मुताबिक किसी राज्यपाल के पद पर रहते हुए उसके खिलाफ कोर्ट में कोई आपराधिक कार्यवाही नहीं की जा सकती। राष्ट्रपति या राज्यपाल अपने पद पर रहते हुए अपनी शक्तियों के प्रयोग के लिए किसी भी कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी नहीं होते। राष्ट्रपति और राज्यपालों के खिलाफ कोई भी सिविल कार्यवाही 2 महीने की पूर्व सूचना के बाद ही शुरू की जा सकती है। आर्टिकल 361 (3) के तहत राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान उनके खिलाफ गिरफ्तारी या जेल भेजने की कार्रवाई नहीं हो सकती है। ऐसे किसी आरोपों के बाद राज्यपाल के त्यागपत्र या कार्यकाल समाप्त होने के बाद उस मामले में राज्यपाल के खिलाफ नए सिरे से आपराधिक मामला दर्ज हो सकता है। अनुच्छेद-361 (3) के दूसरे प्रावधानों के तहत राज्यपाल बनने के पहले अगर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हुआ है तो आगे उनके पद पर रहने तक इस तरह के मामलों पर भी रोक लग जाती है। गवर्नर पर लगा छेड़छाड़ का आरोप वे मौ

Dainik Bhaskar पोरबंदर में 14 इंच बारिश से बाढ़ के हालात:शहर के कई इलाके हुए जलमग्न, 3 ट्रेनें रद्द; 2 रि-शेड्यूल और 3 शॉर्ट टर्मिनेट की गईं

गुजरात के पोरबंदर, जूनागढ़ सहित कई जगहों पर लगातार दूसरे दिन भी मूसलाधार बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। वहीं, पोरबंदर शहर में बुधवार 12 बजे से आज सुबह 10 बजे तक 14 इंच बारिश ने तबाही मचा दी है। निचले इलाकों के घरों और दुकानों में पानी भर गया है। रेलवे ट्रैक डूब जाने के चलते तीन ट्रेनें पूरी तरह से रद्द कर दी गई हैं, जबकि 2 ट्रेनें रि-शेड्यूल और 3 शॉर्ट टर्मिनेट की गईं हैं। पोरबंदर के कई इलाके हुए जलमग्न पोरबंदर के एमजी रोड, छाया चौकी रोड, सुदामा चौक समेत कई इलाकों में हालात ज्यादा खराब हैं। यहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां डूब गई हैं। खापट इलाके में रवि पार्क सोसायटी में भी घुटनों तक पानी भर गया। इस तरह शहर में कई जगह चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। राणावाव में भी 9 इंच बारिश पोरबंदर के अलावा अन्य क्षेत्रों की बात करें तो पिछले चौबीस घंटों में राणावाव में 9 इंच, कुतियाणा में 6 इंच, भरवाड़ा में 4 इंच बारिश दर्ज की गई है। वाड़ी इलाके में बाढ़ में फंसे करीब 18 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। पोरबंदर जिले की वर्तु नदी उफान पर है, जिससे कई गांवों में धान के खेत जलमग्न हो गए हैं। बरदा पाठक में भी 8 इंच बारिश से हर ओर पानी ही पानी है। कई इलाके पानी में डूब गए हैं और खेत जलमग्न हो गए हैं। इसी तरह राणावाव शहर और ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। घेड तालुका में ओजत और मधुवंती नदियों में भी बाढ़ आ गई है। तीन ट्रेनें आज पूरी तरह से रद्द की गईं ट्रेन संख्या 09550/09549 पोरबंदर-भांवाद-पोरबंदर ट्रेन संख्या 09565/09568 पोरबंदर-भावनगर-पोरबंदर ट्रेन नंबर 09516/09515 पोरबंदर-कनालूस-पोरबंदर रि-शेड्यूल ट्रेनें ट्रेन नंबर 12949 पोरबंदर-संतरागाछी सुपरफास्ट ट्रेन 19/07/2024 को अपने निर्धारित समय सुबह 9:10 बजे के बजाय दोपहर 3:10 बजे यानी 6 घंटे देरी से रवाना होगी। ट्रेन नंबर 19119 गांधीनगर कैपिटल-वेरावल एक्सप्रेस 19/07/2024 को अपने निर्धारित समय 10:30 बजे के बजाय 11:30 बजे गांधीनगर कैपिटल स्टेशन से रवाना करेगी। शॉर्ट टर्मिनेट/शॉर्ट ओरिजिनेट/आंशिक रूप से रद्द ट्रेनें ट्रेन संख्या 19571 राजकोट-पोरबंदर एक्सप्रेस 19/07/2024 को जेतलसर स्टेशन पर समाप्त होगी। इस प्रकार यह ट्रेन जेतलसर-पोरबंदर के बीच आंशिक र

Dainik Bhaskar काशी विश्वनाथ की फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं को ठगा:रुद्राभिषेक की ऑनलाइन बुकिंग कराते, पंडितजी का नंबर देकर पैसा मंगवाया

वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर की फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से ठगी हुई है। दर्शन, आरती और रुद्राभिषेक के नाम पर श्रद्धालुओं से 10 लाख रुपए तक ठग लिए हैं। इसका खुलासा तब हुआ, जब श्रद्धालुओं ने मंदिर से संपर्क किया। मामला सामने आने के बाद काशी न्यास के सीईओ ने DGP से शिकायत की। पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट को जांच के लिए लगाया है। पुलिस के मुताबिक, सावन में देश-विदेश से भक्त दर्शन के लिए काशी विश्वनाथ पहुंचते हैं। साइबर अपराधियों ने काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर बुकिंग शुरू कर दी। इसमें दर्शन, पूजन, रुद्राभिषेक समेत आरती की बुकिंग की गई। अभी मंदिर की ओरिजिनल वेबसाइट साइट पर अभी सावन के चलते सभी तरह की बुकिंग बंद है। ठगों ने फर्जी वेबसाइट को इतने तरीके से बनाया कि श्रद्धालुओं को पता ही नहीं चलता है। वेबसाइट पर आने वालों पर सीधे संपर्क का ऑप्शन दिया है। फर्जी वेबसाइट पर श्रद्धालु के लॉगिन करने के बाद उसका नंबर लेकर सीधे खाते में रुपए ले लिए। साइबर अपराधी लिंक पर आते ही नया एप भी अपलोड करवा रहे हैं। वेबसाइट पर पंडित से संपर्क के लिए लिखी बात इसके अलावा फर्जी वेबसाइट पर क्लिक करते ही होम पेज खुलकर आएगा। यहां पूजा बुकिंग पर क्लिक करते ही लोकल पंडित जी से संपर्क करने के लिए लिखा। साथ ही 2 मोबाइल नंबर 091-09335471019/ 09198302474 भी दिए गए हैं। ठग पंडित जी के नंबर से ही ऑनलाइन पैसा भी मंगवाते थे। मंदिर CEO ने DGP से शिकायत की मंदिर CEO विश्वभूषण मिश्रा ने DGP प्रशांत कुमार और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को लेटर लिखा है। इसमें मंदिर की फर्जी वेबसाइट को डिलीट कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर दर्शन के अलावा काशी आगमन पर होटल, नाव, पर्यटन, ट्रैवल, फ्लाइट और लोकल टैक्सी की भी बुकिंग की जा रही है। पहले ही क्लिक में नंबर लेकर एजेंट ऑफलाइन भी पूरी जानकारी दे रहे हैं। 3 महीने पहले मंदिर के फेसबुक पेज हैक कर लिया था 3 महीने पहले मंदिर के फेसबुक पेज को हैकर्स ने हैक कर लिया था। हैकर्स ने पेज का पासवर्ड भी बदल दिया था और स्टोरी में अश्लील पोस्ट अपलोड कर दी थी। हालांकि, IT टीम ने 1 घंटे में पोस्ट को डिलीट कर और पेज को रिकवर कर लिया था। 2023 में मंदिर से 58 करोड़ इनकम हुई श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने 3 महीने पहले इनकम का डे

Dainik Bhaskar चिनाब ब्रिज पर 15 अगस्त को पहली ट्रेन चलेगी:यह दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज, 8 तीव्रता के भूकंप को झेल सकता है

जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में बने दुनिया के सबसे ऊंचे स्टील आर्च ब्रिज पर स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को पहली ट्रेन चलेगी। संगलदान से रियासी के बीच चलने वाली यह ट्रेन सर्विस उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इस ब्रिज पर 20 जून को ट्रेन का ट्रायल रन हुआ था। इससे पहले 16 जून को ब्रिज पर इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल हुआ था। यह ब्रिज पेरिस के एफिल टावर से 29 मीटर ऊंचा है। एफिल टॉवर की ऊंचाई 330 मीटर है, जबकि 1.3 किमी लंबे इस ब्रिज को चिनाब नदी पर 359 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। यह ब्रिज 40 किलो तक विस्फोटक और रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता तक के भूकंप को झेल सकता है। पाकिस्तानी सीमा से इसका एरियल डिस्टेंस महज 65 किमी है। इस ब्रिज के शुरू होने से कश्मीर घाटी हर मौसम में ट्रेन के जरिए भारत के दूसरे हिस्सों से जुड़ जाएगी। USBRL प्रोजेक्ट 1997 से शुरू हुआ था। इसके तहत 272 किमी की रेल लाइन बिछाई जानी थी। अब तक अलग-अलग फेज में 209 किमी लाइन बिछाई जा चुकी है। इस साल के अंत तक रियासी को कटरा से जोड़ने वाली आखिरी 17 किमी लाइन बिछाई जाएगी, जिसके बाद जम्मू के रियासी से कश्मीर के बारामूला तक पैसेंजर ट्रैवल कर सकेंगे। 20 साल में बनकर तैयार हुआ ब्रिज आजादी के 76 साल पूरे होने के बाद भी कश्मीर घाटी बर्फबारी के सीजन में देश के दूसरे हिस्सों से कट जाती थी। 22 फरवरी 2024 तक कश्मीर घाटी तक सिर्फ नेशनल हाईवे- 44 के जरिए जाया जा सकता था। बर्फबारी होने पर कश्मीर घाटी जाने वाला ये रास्ता भी बंद हो जाता था। इसके अलावा कश्मीर जाने के लिए जम्मू-तवी तक ही ट्रेन जाती थी, जहां से करीब 350 किलोमीटर लोगों को सड़क मार्ग से जाना पड़ता था। जवाहर टनल होते हुए गुजरने वाले इस रास्ते से लोगों को जम्मू-तवी से घाटी जाने के लिए 8 से 10 घंटे का समय लग जाता था। 2003 में भारत सरकार ने सभी मौसम में कश्मीर घाटी को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ने के लिए चिनाब ब्रिज बनाने का फैसला लिया। इसी साल सरकार ने चिनाब ब्रिज परियोजना पर मुहर भी लगा दी। 2009 तक इस ब्रिज को बनकर तैयार होना था। हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया। अब करीब 2 दशक के बाद चिनाब नदी पर बना ये ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। यह ब्रिज 40 किलो तक विस्फोटक और रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता तक का भूकंप भी झेल सकता है। इस ब्रिज को अगले 120 साल

Dainik Bhaskar माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी, दुनियाभर में कई सेवाएं प्रभावित:फ्लाइट बुकिंग और चेक-इन नहीं हो पा रहा, बैंकिंग और टीवी टेलिकास्ट पर भी असर

माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में शुक्रवार को तकनीकी खराबी आ गई। इसकी वजह से दुनियाभर में एयरलाइंस, टीवी टेलिकास्ट, बैंकिंग और कई कार्पोरेट कंपनियों के कामकाज पर असर पड़ा है। भारत समेत दुनियाभर में एयरपोर्ट पर चेक इन और टिकट बुकिंग में दिक्कत आ रही है इससे फ्लाइट्स या तो लेट हैं या कैंसिल की जा रही हैं। भारत में, चार एयरलाइन- इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बताया कि उनकी बुकिंग, चेक-इन और फ्लाइट अपडेट सर्विस इस तकनीकी समस्या से प्रभावित हुई है। एयरपोर्ट पर लोग सर्विसेज नहीं मिलने से परेशान हो रहे हैं। हैदराबाद और बेंगलुरु में ज्यादातर कॉर्पोरेट कंपनीज में वायरस अटैक की बात कही जा रही है। सिस्टम ब्लू स्क्रीन में आने के बाद रीस्टार्ट हो रहे हैं। हैदराबाद में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को अगले 2 घंटे तक सिस्टम ऑफ करने को कहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा- समस्या का पता लगा लिया है माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, "हमें समस्या की जानकारी है और हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है। हमने इसके कारण का पता लगा लिया है।'' बुकिंग, चेक-इन सहित अन्य ऑनलाइन सर्विसेज प्रभावित ब्रिटेन में स्काई न्यूज का प्रसारण बंद माइक्रोसॉफ्ट की तकनीकी समस्या के कारण ब्रिटेन में स्काई न्यूज चैनल का प्रसारण बंद हो गया है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन का कहना है कि चैनल आज सुबह से लाइव प्रसारण नहीं कर सका। ऑस्ट्रेलिया की टेलीकॉम कंपनी टेल्स्ट्रा ग्रुप प्रभावित ऑस्ट्रेलिया की टेलीकॉम कंपनी टेल्स्ट्रा ग्रुप ने बताया उसे भी व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने कहा, माइक्रोसॉफ्ट की तकनीकी दिक्कत से हमारे कुछ सिस्टम प्रभावित हैं। यह समस्या हमारे कुछ ग्राहकों के लिए कुछ रुकावट पैदा कर रही है और हम आपके धैर्य के लिए धन्यवाद देते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर का एक सेट है जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं। ये खबर लगातार अपडेट हो रही है...

Dainik Bhaskar चार धाम के नाम पर दूसरे मंदिर-ट्रस्ट नहीं बनेंगे:उत्तराखंड सरकार का फैसला; दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने का शंकराचार्य ने विरोध किया था

देश में चार धाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के नाम से दूसरा मंदिर या ट्रस्ट नहीं बनेगा। मंदिरों से मिलता-जुलता नाम रखने पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा। उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 18 जुलाई को हुई कैबिनेट मीटिंग में इस पर कानून बनाने का फैसला किया गया है। दरअसल, 10 जुलाई को दिल्ली के बुराड़ी में ‘श्री केदारनाथ धाम’ नाम से मंदिर का शिलान्यास हुआ था। इसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए थे। 15 जुलाई को मुंबई में गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद और प्रमुख संतों ने इसका विरोध किया था। लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बन रही है कैबिनेट मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री के सचिव शैलेश बगौली ने कहा- हमारी जानकारी में आया है कि उत्तराखंड के चार धाम (केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) के साथ कई अन्य प्रमुख मंदिरों के नाम का इस्तेमाल करके दूसरे मंदिर और ट्रस्ट बनाए जा रहे हैं। इससे लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बन रही है। साथ ही स्थानीय परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंच रही है। स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश का माहौल बन रहा है। ऐसे में सरकार ने इसको लेकर कड़े प्रावधान लाने का प्रस्ताव पास किया है। जल्द ही इसको लेकर कानून लागू किया जाएगा। दिल्ली में श्री केदारनाथ धाम नाम से मंदिर बनाने का विवाद हुआ था दिल्ली के बुराड़ी स्थित हिरनकी में 10 जुलाई को ‘श्री केदारनाथ धाम’ नाम से मंदिर का शिलान्यास हुआ। कार्यक्रम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी भी थे। हालांकि मंदिर के शिलान्यास के बाद केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित, संतो और स्थानीय लोग ने विरोध किया। सीएम बोले- बाबा केदारनाथ का एक ही स्थान उत्तराखंड विवाद बढ़ता देख उत्तराखंड के CM धामी ने कहा- कुछ लोग कभी धार्मिक, कभी क्षेत्रीय और जातीय भावनाएं भड़काने का प्रयास कर रह रहे हैं। उनके इरादे सफल नहीं होने देंगे। केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का स्थान एक ही है। दूसरे स्थान पर कोई धाम नहीं हो सकता। प्रतीकात्मक रूप से मंदिर अनेक स्थानों पर बने हैं। लेकिन ज्योतिर्लिंग का मूल स्थान उत्तराखंड में ही है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद बोले- जनता को भ्रम में न डालें स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दिल्ली में ‘केदारनाथ मंदिर’ जैसा मंदिर बनाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- भगवान के ह

Dainik Bhaskar असम में मुस्लिम मैरिज के लिए लाया जाएगा नया एक्ट:सीएम बोले- शादी के नियमों में समानता आएगी, बाल विवाह पर रोक लगेगी

असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने गुरुवार (18 जुलाई) को बताया कि मंत्रिमंडल ने मुस्लिम मैरिज एक्ट 1935 को रद्द करते हुए नए कानून बनाने को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि नए कानून से शादी और तलाक के नियमों में समानता आएगी। साथ ही बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर भी रोक लगेगी। नए कानून के बिल पर संसद के मानसून सत्र में चर्चा की जाएगी। विधानसभा के मानसून सत्र में होगी बिल पर चर्चा सीएम सरमा ने गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमने बाल विवाह के खिलाफ अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने जा रहे हैं। जो बेटियों और बहनों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा। मौजूदा एक्ट लड़कियों को 18 और लड़कों को 21 साल की उम्र से पहले शादी करने की अनुमति देता है।मंत्रिमंडल को निर्देश दिए गए हैं कि असम में मुस्लिम मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए एक कानून लाया जाए। जिस पर विधानसभा के अगले सत्र में विचार किया जाएगा। विपक्ष ने फैसले को बताया मुस्लिम भेदभावपूर्ण इससे पहले इसी साल फरवरी में असम सरकार के मंत्रिमंडल ने असम मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्स रजिस्ट्रेशन एक्ट एंड रूल्स ऑफ 1935 को रद्द करने पर सहमति व्यक्त की थी। इसे असम रिपीलिंग बिल 2024 के माध्यम से हटाया जाएगा। हालांकि विपक्षी दलों ने इस फैसले की पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कानून चुनावी साल में वोटरों का धुव्रीकरण करने के लिए लाया गया है। यह मुसलमानों के साथ भेदभाव करने वाला है। मुस्लिम मैरिज एक्ट रद्द होने से क्या बदलाव होंगे मुस्लिम मैरिज एक्ट 1935 के रद्द होने के बाद मुस्लिम विवाह या तलाक का रजिस्ट्रेशन स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के माध्यम से हो सकेगा। इसके अलावा 1935 से विवाह की उम्र में मिलने वाली छूट भी खत्म कर दी जाएगाी। मुस्लिम विवाह और तलाक का रजिस्ट्रेशन डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर और डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार द्वारा किया जाएगा। इससे पहले जो काजी डिवोर्स रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत काम कर रहे थे, उन्हें हटा दिया जाएगा और इसके बदले उन सभी को एकमुश्त दो-दो लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। यूनिफॉर्म सिविल कोड की तरफ बढ़ रही असम सरकार फरवरी 2023 में जब असम सरकार ने मुस्लिम मैरिज एक्ट को रद्द करने वाली बात कही थी। तब राज्यमंत्री मल्लाबरुआ ने कहा की मुख्यमंत्री ने हम समान नागरिक संहिता क

Dainik Bhaskar न्यूज इन ब्रीफ@11 AM:UP में कांवड़ मार्ग की दुकानों पर मालिक का नाम जरूरी; NEET केस में छात्रा हिरासत में; ट्रम्प बोले- भगवान ने बचाया

नमस्कार, आइए जानते हैं आज सुबह 11 बजे तक की देश-दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. CM योगी का आदेश: यूपी में कांवड़ियों के रास्ते पर दुकानदारों को अपने नाम लिखने होंगे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली हर दुकानों पर अब नेमप्लेट लगाना अनिवार्य होगा। सीएम योगी ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। उन्होंने कहा- पूरे प्रदेश में नेमप्लेट पर दुकानों के मालिक के नाम और उनकी पहचान लिखनी होगी, जिससे कांवड़ियों में कंफ्यूजन न हो। उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। करीब 4 करोड़ कांवड़िए हर साल जल लेकर हरिद्वार जाते हैं। पढ़ें पूरी खबर... 2. UP में बाढ़, काशी में गंगा के 30 घाट डूबे; मुंबई में 10 घंटे में 101 मिलीमीटर बारिश उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगभग 1 हफ्ते से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर गोरखपुर में है। यहां राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अब तक 55 से ज्यादा गांव डूब चुके हैं। वाराणसी में गंगा में 30 घाट डूब चुके हैं। NDRF, SDRF और PAC की टीम 100 नावें लगाकर राहत-बचाव के काम में जुटी हैं। उधर मुंबई में गुरुवार को 10 घंटे में (सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक) 101 मिमी बारिश दर्ज की गई। पढ़ें पूरी खबर... 3. हमले के 5 दिन बाद ट्रम्प बोले- मुझे भगवान ने बचाया: कहा- अवैध प्रवासी आपको खा जाएंगे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 13 जुलाई को खुद पर हुए जानलेवा हमले के 124 घंटे बाद आज पहली बार भाषण दिया। ट्रम्प ने कहा, मैं दोबारा कभी उस बारे में बात नहीं कर पाऊंगा। मैं आज आप लोगों के बीच हूं क्योंकि उस दिन भगवान मेरे साथ थे। ट्रम्प ने अवैध प्रवासी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा- वे सिर्फ साउथ अमेरिका नहीं चारों तरफ से आ रहे हैं। अमेरिका में घुसपैठ कर रहे हैं। वे आपको खा जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर... 4. NEET पेपर लीक में रांची रिम्स की स्टूडेंट हिरासत में, पटना एम्स के 4 छात्र भी हो चुके हैं अरेस्ट NEET UG पेपर लीक मामले में CBI ने रिम्स की एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट को हिरासत में लिया है। वह गर्ल्स हॉस्टल 3 में रहती है। इससे पहले बुधवार को CBI ने पटना एम्स के चार स्टूडेंट को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार छात्रों में सीवान के चंदन सिंह, पटना के कुमार शानू, धनबाद के राहुल आनंद और अररिया के करण जैन हैं। वहीं गुरुवार को कोर्ट ने इन छात

Dainik Bhaskar CG-तेलंगाना बॉर्डर पर मुठभेड़...1 नक्सली के मारे जाने की खबर:पड़ोसी राज्य की ग्रेहाउंड फोर्स छत्तीसगढ़ के जंगलों में घुसी; माओवादियों को घेरा

छत्तीसगढ़-तेलंगाना राज्य की सीमा पर शुक्रवार सुबह तेलंगाना ग्रेहाउंड फोर्स की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। बताया जा रहा है कि बीजापुर जिले के इल्मीडी के जंगल में घुसी ग्रेहाउंड फोर्स ने नक्सलियों की एक बड़ी टीम को घेर रखा है। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एक माओवादी मारा गया है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की सूचना है। हालांकि इसकी ऑफिशियल पुष्टि नहीं हुई है। खबर में अपडेट जारी है... छत्तीसगढ़ में 24-घंटे में 2 IED ब्लास्ट, 2 जवान शहीद, 6 घायल दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर पिछले 24 घंटे में 2 अलग-अलग जगह IED ब्लास्ट हुए। जिसकी चपेट में आने से 2 जवान शहीद हो गए, वहीं 6 जवान घायल हैं। घायलों में 2 DRG के जवान हैं, बाकी STF के हैं। इधर, दंतेवाड़ा पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने 1 महिला माओवादी को मार गिराया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि इन तीनों जिलों के बॉर्डर पर नक्सलियों के दरभा डिवीजन, पश्चिम बस्तर डिवीजन और मिलिट्री नंबर 2 के नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर तीनों जिलों से DRG, STF, बस्तर फाइटर और CRPF के जवानों को 16 जुलाई को सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar CM योगी का कांवड़ यात्रा पर आदेश:यात्रा मार्ग की दुकानों पर मालिक अपना नाम लिखें, हलाल सर्टिफिकेशन प्रोडक्ट बेचे तो कार्रवाई होगी

यूपी में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली हर दुकानों पर अब नेमप्लेट लगाना अनिवार्य होगा। सीएम योगी ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। सीएम ने कहा- पूरे प्रदेश में नेमप्लेट पर दुकानों के मालिक के नाम और उनकी पहचान लिखनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर कार्रवाई होगी। यूपी में 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। 4 करोड़ कांवड़िए हर साल जल लेकर हरिद्वार जाते हैं। 3 दिन पहले मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ रास्ते की दुकानों में मालिक का नाम लिखवाने का आदेश दिया था। इस पर विपक्ष ने यूपी सरकार पर हमला बोला था। AIMIM अध्यक्ष ओवैसी ने मुजफ्फरनगर पुलिस की तुलना हिटलर से की है। सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा- जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा? ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं। अब जानिए, मुजफ्फरनगर पुलिस को ये आदेश क्यों देना पड़ा था बघरा के योग साधना केंद्र के संस्थापक स्वामी यशवीर आश्रम महाराज ने चेतावनी दी थी कि कांवड़ रास्ते पर पड़ने वाले मुस्लिम होटल संचालक अपना नाम नहीं लिखेंगे तो आंदोलन छेड़ देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों ने हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर होटल खोले हैं। इससे श्रद्धालु भ्रमित हो जाते हैं। पुलिस जांच में ऐसे 8 होटल मिले, जो मुसलमानों के थे, लेकिन होटलों के नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर रखे गए थे। इसके बाद SSP अभिषेक सिंह ने अपील की कि अपने होटल का नाम बदल लें और वहां काम करने वालों के नाम बोर्ड पर लिखवा दें। अब पढ़िए किसने क्या कहा... कुछ अति उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने X पर लिखा- कुछ अति उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली। अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं। आस्था का सम्मान होना ही चाहिए, पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए। जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात, रैदास पूत सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात। ऐसे आदेश शांतिपूर्ण वातावरण बिगाड़ते हैं- अखिलेश अखिलेश यादव ने X पर लिखा- कोर्ट को इस मामले पर खुद एक्शन लेना चाहिए। ऐसे आदेश की जांच कराई जाए। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं। जर्मनी में इसका नाम जुडेनबॉयकॉट था-ओवैसी असदुद्दीन ओवैसी ने X पर लिखा- अब हर खाने वाली दुकान

Dainik Bhaskar जम्मू में जैश-लश्कर नेटवर्क 20 साल बाद फिर एक्टिव:गलवान हिंसा के कारण सेना को लद्दाख शिफ्ट किया, इसके बाद आतंकी जम्मू में सक्रिय हुए

जम्मू-कश्मीर के जम्मू रीजन में जैश और लश्कर के आतंकी नेटवर्क एक बार फिर से एक्टिव नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान फंडेड जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे इन लोकल नेटवर्क को सेना ने दो दशक पहले डिएक्टिवेट कर दिया था। जानकारों का मानना है कि गलवान हिंसा के बाद सेना को लद्दाख शिफ्ट करने के बाद आतंकियों को पैर जमाने का मौका मिला है। साथ ही सेना को नए आतंकियों में पाक आर्मी के जवानों के शामिल होने के सबूत भी मिले हैं। 370 हटने के बाद जम्मू में आतंकी घटनाएं बढ़ीं जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया कि आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान आर्मी और ISI ने जम्मू को टारगेट करना शुरू कर दिया है। उन्होंने दो साल में इस नेटवर्क को सक्रिय किया। इन्हीं की मदद से आतंकियों ने 2020 में पुंछ और राजौरी में सेना पर बड़े हमले किए। फिर ऊधमपुर, रियासी, डोडा और कठुआ को निशाने पर लिया। वहीं सेना से रिटायर्ड जनरल दीपेंद्र सिंह हुड्डा बताते हैं कि 2020 तक जम्मू रीजन में काफी सुरक्षा बल तैनात था। लेकिन गलवान एपिसोड के बाद चीन गतिरोध का जवाब देने के लिए यहां से सेना को हटाकर लद्दाख शिफ्ट कर दिया गया। इस शिफ्टिंग का फायदा उठाते हुए आतंकियों ने अपने नेटवर्क को कश्मीर से जम्मू की तरफ शिफ्ट किया। यहां इनका पुराना लोकल नेटवर्क पहले से मौजूद था जिसे एक्टिव करना था। जम्मू के 9 जिलों में लोकल नेटवर्क की एक्टिविटी तेज 20 साल पहले जब इन नेटवर्क पर शिकंजा कसा गया था तब ये आंतकियों का समान पहुंचाने का काम करते थे। अब ये संगठन उन्हें खाने-पीने की चीजों से लेकर हथियार, गोला बारूद तक पहुंचा रहे हैं। दरअसल,पिछले दिनों 25 संदिग्धों को पकड़ा गया था। उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने नेटवर्क के एक्टिव होने की बात कबूली थी। जम्मू के 10 में से 9 जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, जम्मू और रामबन में नेटवर्क की एक्टिविटी तेज बताई जा रही है। फंड के साथ जवानों को भी भेज रही पाकिस्तानी सेना जम्मू में कश्मीर के मुकाबले पॉपुलेशन डेंसिटी कम है। पहाड़ी इलाकों के चलते रोड कनेक्टिवटी भी सीमित है। इसलिए आतंकियों तक पहुंचने में समय लग रहा है। वहीं सेना के सूत्रों की माने तो रियासी में हुए आतंकी हमले के बाद जिन लोगों को पकड़ा गया था। उनके पास से जो हथियार और सैटेलाइट फोन मिले थे। जो इस बात का सबूत ह

Dainik Bhaskar भागवत बोले- इंसान सुपरमैन फिर भगवान बनना चाहता है:लेकिन उन्हें लगातार काम करना चाहिए, विकास का कोई अंत नहीं है

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- प्रगति का कोई अंत नहीं है। इंसान पहले सुपरमैन, फिर देवता और उसके बाद भगवान बनना चाहता है। लेकिन अभी यह नहीं समझना चाहिए कि बस अब हो गया। उन्हें लगातार काम करते रहना चाहिए। क्योंकि विकास का कोई अंत नहीं है। भागवत ने गुरुवार (18 जुलाई) को झारखंड के गुमला में विकास भारती बिशुनपुर के ग्राम-स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में ये बातें कहीं। भागवत बोले- भारत में विविधता लेकिन मन एक समान उन्होंने कहा कि ​पूरे विश्व में भारत ही ऐसा देश है, जहां हर तरह की संस्कृति, खान-पान, रीति-रिवाज और धर्म है। लेकिन इस देश के लोगों का मन एक ही प्रकार का है। प्रकृति और प्रवृत्ति के आधार पर ही हमारा विकास होगा। पहली नजर में देखा जाए तो आदिवासी विकास से पीछे है। उनके पास सुविधाओं का अभाव है। जबकि शहरों में लोगों को हर सुविधा प्राप्त है। वहीं दूसरी नजर से देखें तो आदिवासी वनों में अपनी परंपरा और रीति-रिवाज के साथ रहते हैं, लेकिन शहर के लोगों से सावधानी रखनी पड़ती है। भागवत ने गांवों के समग्र विकास के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने का कोई अंत नहीं है। जहां तक विकास लेकर जाएंगे, उसके आगे भी इसकी जरूरत दिखेगी। ऐसे में मनुष्य को सेवा के क्षेत्र में अति मानव बनना चाहिए और निरंतर विकास करना चाहिए। देश के भविष्य को लेकर चिंता नहीं भागवत ने कहा, वो देश के भविष्य को लेकर कभी चिंतित नहीं रहे, क्योंकि कई लोग मिलकर बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं, जिसके बेहतरीन नतीजे भी सामने आएंगे। आगे उन्होंने कहा कि भारत के लोगों का अपना स्वभाव है। कई लोग बिना किसी नाम या प्रसिद्धि की इच्छा के देश के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। कोविड में दुनिया ने देखा भारत का खुशहाली का रोडमैप भागवत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद पूरी दुनिया को पता चला कि भारत के पास शांति और खुशहाली का रोडमैप है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से समाज के कल्याण के लिए लगातार प्रयास करने का अनुरोध किया। ये खबरें भी पढ़ें... RSS चीफ भागवत बोले- काम करें, अहंकार न पालें:चुनाव में मुकाबला जरूरी, लेकिन झूठ पर आधारित न हो; संसद में विपक्ष को विरोधी न मानें RSS चीफ मोहन भागवत सोमवार 10 जून को नागपुर में संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन में शामिल हुए। यहां भागवत ने चुनाव, राजनीति और राजनीतिक दलों के रवैये पर बात

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:चिली में 7.3 तीव्रता का भूकंप, 21 दिन में यहां दूसरी बार कांपी जमीन, जानमाल का नुकसान नहीं

चिली के एंटोफगास्टा में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया। यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि भूकंप का केंद्र जमीन के 128 किलोमीटर नीचे था। अब तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। इससे पहले 29 जून को भूकंप आया था। तब इसकी तीव्रता 5.2 थी।

Dainik Bhaskar NEET पेपर लीक में रांची रिम्स की स्टूडेंट हिरासत में:CBI की टीम कर रही पूछताछ, पटना एम्स के 4 छात्र भी हो चुके हैं अरेस्ट

NEET UG पेपर लीक मामले में सीबीआई ने रिम्स की एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट सुरभि को हिरासत में लिया है। वो गर्ल्स हॉस्टल 3 में रहती है। सीबीआई की टीम ने गुरुवार को सुरभि को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो नहीं आई। इसके बाद सीबीआई की टीम रिम्स पहुंची और उसे अपने साथ ले गई। रिम्स के एक डॉक्टर के मुताबिक पेपर लीक की बात सामने आने के बाद से ही सुरभि सहमी से रहती है। वो अपने साथियों से भी ज्यादा बात नहीं करती थी। इससे पहले बुधवार को भी सीबीआई ने पटना एम्स के चार स्टूडेंट को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार छात्रों में सीवान के चंदन सिंह, पटना के कुमार शानू, धनबाद के राहुल आनंद और अररिया के करण जैन हैं। वहीं गुरुवार को कोर्ट ने इन छात्रों के अलावा 1 बिचौलिए सुरेंद्र को रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया। गिरफ्तार सुरेंद्र परीक्षा माफिया और एम्स के छात्रों के बीच मिडिल मैन है। सुरेंद्र के संपर्क में ही ये चाराें छात्र थे। जब सीबीआई पूछताछ करने लगी ताे शुरु में चाराें ने बरगलाया। लेकिन जब सीबीआई ने वैज्ञानिक साक्ष्य दिखाकर पूछताछ शुरू की ताे सबने जुर्म कबूल कर लिया। इन चारों छात्रों का निलंबन तय माना जा रहा है। एम्स निदेशक डॉ. जीके पाल ने बताया कि शुक्रवार काे इस मामले काे लेकर प्रशासकीय बैठक हाेने वाली है। इंटरनल जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। रॉकी की गिरफ्तारी के बाद एक्शन में CBI NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को रॉकी उर्फ राकेश को बिहार से गिरफ्तार किया था। CBI के सूत्रों के मुताबिक, रॉकी ने ही NEET का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सुबह रॉकी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड पर CBI को सौंप दिया। रॉकी की गिरफ्तारी के बाद से CBI ने एक्शन का दायरा बढ़ा दिया है। मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचने में जुटी सीबीआई बिहार में पेपर लीक का मुख्य सरगना संजीव मुखिया है। यह नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला है। मामला सामने आने के बाद से ही यह फरार है। माना जा रहा है कि गिरफ्तार रॉकी फरार संजीव मुखिया का बेहद खास है। संजीव अबतक सीबीआई की पहुंच से दूर है। सीबीआई की टीम लगातार संजीव के ठिकाने तक पहुंचने में जुटी है। इसे भी पढ़िए NEET पेपर लीक- पटना AIIMS के 4 स्टूडेंट गिरफ्तार:कोर्ट न

Dainik Bhaskar ट्रेन हादसा, ट्रैक के पास भरा था पानी:पटरी 4 फीट खिसक गई, फोरेंसिक टीम ने लोहा-मिट्‌टी के सैंपल लिए; डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे की 3 वजहें

यूपी के गोंडा में गुरुवार दोपहर 2.37 बजे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई, 25 घायल हैं। हादसे की वजह जानने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (CRS) रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। रेलवे जांच टीमों को ट्रैक अपनी मौजूदा स्थिति से करीब 4 फीट खिसका हुआ मिला है। ट्रैक के पास पानी भरा हुआ था। इसकी वजह से ट्रैक कमजोर होने की आशंका है। यही वजह है कि फोरेंसिक टीम ने पटरी के लोहा और मिट्‌टी का सैंपल लिया है। रेलवे अधिकारियों को घटनास्थल के हालात देखने के बाद हादसे की 3 वजह समझ आ रही है... वजह 1. बारिश के पानी ने ट्रैक कमजोर किया अभी तक की जांच में रेलवे ट्रैक में दिक्कत होने की बात सामने आई है। क्योंकि, हादसे के स्पॉट के आस-पास गड्ढे हैं, वहां बारिश का पानी भरा हुआ था। ये पानी रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया है। ऐसे में आशंका है कि पानी की वजह से रेलवे ट्रैक कमजोर हो गया होगा। जब तेज रफ्तार ट्रेन पटरी पर दौड़ी होगी तो पटरी अपनी जगह से खिसक गई होगी, इससे हादसा होने की आशंका है। रेल पटरी अपनी जगह से 4 फीट खिसकी हुई मिली है। ऐसे में इस बात की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है कि पटरी में खामियों की वजह से ही ट्रेन डिरेल हुई होगी। हादसे के बाद इस मामले की जांच करने पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी जो एविडेंस कलेक्ट किए हैं, उनमें हादसे वाली जगह की मिट्टी और रेल की पटरी का लोहा है। रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य यातायात श्री प्रकाश ने बताया- मानसून में कई बार ट्रैक के नीचे की जमीन धंस जाती है। इससे हादसे की आशंका बढ़ जाती है। हालांकि, इस पूरे मामले पर पूर्वोत्तर रेलवे ने हाई लेवल की जांच टीम गठित की है। वजह 2. एक दिन पहले ट्रैक की मरम्मत हुई, धीमी रफ्तार पर चल रही थीं ट्रेनें जिस जगह पर यह हादसा हुआ, वहां एक दिन पहले ट्रैक के मरम्मत का काम हुआ था। यात्री ट्रेनों को 15-20 किमी प्रति घंटा की धीमी रफ्तार (कॉशन) पर चलाया गया। इसके अगले दिन उसी जगह पर ट्रेन हादसा हो गया। रेलवे के दस्तावेज के मुताबिक, गोंडा-मनकापुर सेक्शन पर ट्रैक ठीक करने के लिए 17 जुलाई, 2024 को सतर्कता आदेश जारी किया गया था। इसके तहत ही ट्रेनों को धीमी रफ्तार से वहां से गुजारा गया। इसी सेक्शन पर 27 अगस्त, 2023 और 10 जून, 2022 को सतर्कता आदेश जारी करके ट्रेनों को 15 किमी प्रति घंटे की प्रत