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Dainik Bhaskar केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ I.N.I.D.A. का प्रदर्शन आज:संजय सिंह बोले- 10 पार्टियां शामिल होंगी; AAP बोली- केजरीवाल की हत्या की साजिश रची जा रही

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में I.N.D.I.A. गठबंधन आज विरोध प्रदर्शन करेगा। जंतर-मंतर में यह प्रोटेस्ट दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। इसकी जानकारी AAP सांसद संजय सिंह ने दी है। उन्होंने कहा कि आंदोलन का मकसद न्याय की मांग करना और केजरीवाल के नेतृत्व का समर्थन करना है। आम आदमी पार्टी BJP पर केजरीवाल की हत्या करने की साजिश रचने का आरोप लगा रही है। पार्टी उनकी मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा कर रही है कि तीन जून से सात जुलाई के बीच उनका शुगर लेवल 34 बार गिरा है। AAP सांसद संदीप पाठक ने 26 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अरविंद केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल 50 हो गया है। पाठक ने कहा- उनकी हालत चिंताजनक है। वह चुने हुए सीएम हैं, उन पर कई लोगों का भरोसा टिका हुआ है। ऐसे व्यक्ति को जेल में नहीं रखा जाना चाहिए। ये पार्टी होंगी शामिल संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, सीपीआइ, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शरदचंद्र पवार (एनसीपी-एसपी), शिव सेना (यूबीटी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन जैसे दल भी रैली में आ रहे हैं। हालांकि, संजय सिंह ने कहा कि जंतर-मंतर पर रैली में शामिल होने वाले नेताओं के नाम मंगलवार को पता चल जाएंगे। बीजेपी केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश कर रही है- आतिशी 25 जुलाई को दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया। आतिशी ने ये भी कहा जब भाजपा को केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने की संभावना के बारे में पता चला तो उन्होंने मुख्यमंत्री को CBI से गिरफ्तार करवा दिया। यह जानते हुए कि केजरीवाल को पिछले 30 वर्षों से डायबिटीज है। हिरासत में उनका वजन 8.5 किलोग्राम तक कम हो गया है। उनका शुगर लेवल 34 बार गिर चुका है। आतिशी ने बताया कि केजरीवाल की मेडिकल रिपोर्ट केंद्र और एलजी के साथ साझा की गई थी। इसमें बताया गया था कि केजरीवाल की शुगर क्रिटिकल लेवल तक गिर गई है। केजरीवाल की जमानत पर फैसला सुरक्षित दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने CM अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 8 अगस्त तक बढ़ा दी थी। वहीं, ED के मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी उन्हें 31 जुलाई तक हिरासत म

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:चक्र व्यूह और पद्म व्यूह क्या हैं और कैसे होते हैं?

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का भाषण महाभारत क़ालीन चक्रव्यूह और पद्म व्यूह पर केंद्रित रहा। हालाँकि वर्तमान राजनीति से इसका कितना संबंध है, यह तो समझ नहीं आता लेकिन राजनीति चाहे किसी भी दल की हो, एक चक्रव्यूह की तरह ही होती है। सही है यहाँ एक- दूसरे को मात देने या पटकनी देने के लिए व्यूह रचनाएँ की जाती होंगी, लेकिन अभिमन्यु की तरह किसी को जान से मारने की साज़िश नहीं की जा सकती। राहुल गांधी ने जो तुलनाएँ की, वे निश्चित रूप से अतिरेक या अतिशयोक्ति कही जा सकती हैं। जहां तक चक्रव्यूह और पद्म व्यूह का सवाल है, कई लेखकों ने इन दोनों को एक ही बताकर भ्रम पैदा किया है। महाभारत क़ालीन संजय जब महाराज धृतराष्ट्र को वृतांत सुनाते हैं, उसके अनुसार गुरू द्रोण ने चक्रव्यूह की रचना युद्ध के तेरहवें दिन की थी और पद्म व्यूह की रचना पंद्रहवें दिन। राहुल गांधी ने दोनों युद्ध रचनाओं को एक ही तरह की बताया जबकि ये दोनों अलग- अलग थीं। पद्म व्यूह में एक गाड़ी या रथ का आकार होता है। बीच में एक कमल का आकार होता है। कमल के बीचोंबीच एक सुई के आकार की रचना की जाती है। लेकिन कमल के फूल में तो कोई सुई नहीं होती। इसलिए कमल के फ़ूल को युद्ध से, बल्कि मारक युद्ध से जोड़ना कितना जायज़ है, कहा नहीं जा सकता। नेता प्रतिपक्ष ने महाभारतकालीन इन व्यूहों का सहारा लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधना चाहा है। … और फिर वो बजट पूर्व हलवा परम्परा में वित्तमंत्री के साथ खड़े लोगों को जाति आधारित संरचना बताना तो कहीं से भी तार्किक नहीं लगता। इस सेरेमनी में तो उस वक्त मंत्रालय के जो सीनियर अफ़सर होते हैं, वे ही मौजूद रहते हैं। इसमें जातिवाद कहाँ से आया, यह बात समझ से परे है। यही वजह है कि हलवा परम्परा की जब राहुल गांधी अपनी तरह से विवेचना कर रहे थे, तब वित्त मंत्री ने माथा पकड़ लिया था। ठीक है, आप देश में जातिवादी जनगणना के पक्षधर हैं, लेकिन इसके लिए परम्पराओं का इस तरह विश्लेषण करना ठीक नहीं है। बढ़ई का उदाहरण देकर राहुल ने कहा - जो टेबल वो बनाता है उसके शो रूम में तो वह घुस भी नहीं सकता लेकिन ये हालात तो उस बढ़ई की कांग्रेस राज में भी थी। फिर आज ये हालात बताकर वे क्या कहना चाहते हैं?

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने पहली लोक अदालत लगाई, 6 दिन चलेगी:CJI ने तलाक केस का जिक्र कर कहा- खुशी तब मिलती है, जब मामले का निपटारा हो जाए

देश में सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75वें साल के उपलक्ष्य में सुप्रीम कोर्ट में लोक अदालत का आयोजन किया गया है। सोमवार (29 जुलाई) को लोक अदालत के पहले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अध्यक्षता की। इसका आयोजन 29 जुलाई से 3 अगस्त तक किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील बार मेंबर कपिल सिब्बल ने सीजेआई के साथ बेंच शेयर की। लोक अदालत में जस्टिस जेबी पारदीवाला, जस्टिस मनोज मिश्रा और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन नायर भी मौजूद रहे। कपिल सिब्बल ने कहा कि पहली बार मैं बार की तरफ नहीं बल्कि बेंच की तरफ बैठा हूं। यह सौभाग्य की बात है कि उन्हें इस तरह जजों के साथ बेंच शेयर करने का मौका मिला है। लोक अदालत स्थापित करने का कदम सुप्रीम कोर्ट का एक बड़ा कदम है। कपल ने फैसला किया वे साथ रहेंगे CJI ने लोक अदालत में आए एक मामले का जिक्र करते हुए कहा- मुझे एक मामला याद है जिसमें पति ने पटियाला हाउस कोर्ट में तलाक का केस फाइल किया था। उसकी उसकी पत्नी ने भरण-पोषण की मांग और बच्चों की कस्टडी के लिए भी आवेदन किया था। वे दोनों प्री-लोक अदालत में एक साथ आए थे। दोनों से बात की गई। इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वे साथ रहेंगे। जब वे दोनों लोक अदालत के आए तो मैंने उनसे बात की। दोनों ने कहा कि उन्होंने खुशी-खुशी साथ रहने का फैसला किया है। पत्नी ने कहा कि मुझे भरण-पोषण नहीं चाहिए, हम बहुत खुशी से साथ रह रहे हैं। हम न्याय करने के अपने प्रयासों में एकजुट CJI ने कहा कि लोक अदालत का उद्देश्य छोटे-छोटे मामलों का निपटारा करना है। लोक अदालत पैनल में बार सदस्यों की उपस्थिति ने पूरे समाज को सही संदेश दिया है। हम न्याय करने के अपने प्रयासों में एकजुट हैं। इनमें खासकर से छोटे मामलों में शामिल लोगों के लिए एकजुट हैं। भविष्य में सुप्रीम कोर्ट में लोक अदालत संस्थागत हो जाएगी।

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र के जंगल में पेड़ से बंधी मिली अमेरिकी महिला:तमिलनाडु में 10 साल से रह रही थी, पुलिस को शक पति बांधकर भाग गया

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में सोमवार (29 जुलाई) को अमेरिकी महिला (50) लोहे की जंजीर से बंधी मिली। उसके पास तमिलनाडु के पते का आधार कार्ड और अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी भी मिली। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम को एक चरवाहे ने महिला के रोने की आवाज सुनी। जंगल में ढूंढने पर उसने महिला को पेड़ से बंधा पाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि महिला का नाम ललिता काई है। शक है कि उसके पति ने ही उसे मुंबई से करीब 450 किमी. दूर सिंधुदुर्ग के जंगल में बांधकर छोड़ दिया। अधिकारियों के मुताबिक, महिला को मानसिक रूप से बीमार है। वह अमेरिका की रहने वाली है, लेकिन पिछले 10 साल से तमिलनाडु में अपने पति के साथ रह रही थी। उसका वीजा भी खत्म हो चुका है। जंजीर से बंधी मिली अमेरिकी महिला की 4 तस्वीरें... परिजनों की तलाश में पुलिस तमिलनाडु रवाना पुलिस ने बताया कि हम उसकी नागरिकता का पता लगाने के लिए सभी दस्तावेजों का वैरिफिकेशन कर रहे हैं। इसके लिए फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस से भी संपर्क किया गया है। उसके परिजनों की तलाश और जांच के लिए पुलिस की टीमें तमिलनाडु और गोवा सहित कुछ अन्य जगहों पर भेजी गई हैं। सिंधुदुर्ग के एसपी सौरभ अग्रवाल ने कहा कि हम महिला के पास से बरामद सभी डॉक्यूमेंट्स की जांच कर रहे हैं। उनके वैरिफिकेशन और महिला के बयान के बाद ही हम किसी नतीजे पर पहुंच पाएंगे। हालांकि, महिला बयान देने की स्थिति में नहीं है। वो काफी कमजोर है। उसने कई दिनों से कुछ नहीं खाया है। अभी यह पता नहीं चला है कि वह पेड़ से कब से बंधी थी। 2 अस्पताल बदलकर गोवा मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती महिला को पहले पास ही सावंतवाड़ी में और फिर सिंधुदुर्ग के ओरोस अस्पताल ले जाया गया। वहां उसकी मानसिक और स्वास्थ्य स्थिति को देखकर उसे गोवा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि महिला खतरे से बाहर है। वह मानसिक समस्याओं से जूझ रही है। उसके पास से मेडिकल प्रिस्क्रिप्श्न्स (दवाई का पर्चा) भी मिले हैं।

Dainik Bhaskar 100 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम:सिंगरौली में पिता के साथ खेत गई थी, आज उसका जन्मदिन भी; रेस्क्यू जारी

मध्यप्रदेश के सिंगरौली में 3 साल की मासूम 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। वह पिता के साथ खेत पर गई थी। पिता काम में व्यस्त हो गए। बच्ची खेलते-खेलते खुले बोरवेल में जा गिरी। बच्ची का नाम सौम्या पिता पिंटू साहू है। आज उसका जन्मदिन भी है। हादसा बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव में सोमवार शाम 4 बजे हुआ। बच्ची के पिता ने पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंची जिला प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। 3 जेसीबी मशीनों से हो रही पैरेलल खुदाई रेस्क्यू टीम ने तीन जेसीबी मशीनों की मदद से बोरवेल के पैरेलल खुदाई का काम शुरू कर दिया है। मौके पर जिला कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला और एसपी निवेदिता गुप्ता भी मौजूद हैं। एसपी गुप्ता ने बताया कि बच्ची का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। हादसे से जुड़ी तस्वीरें खबर लगातार अपडेट की जा रही है...

Dainik Bhaskar धड़ से 60KM दूर कैसे पहुंचा बच्चे का सिर:ट्रेन से कटकर बॉडी खंडवा में गिरी; सिर इंजन में महाराष्ट्र तक फंसा रहा

खंडवा के डोंगरगांव में रेलवे ट्रैक पर 2 साल के मासूम का कटा हुआ धड़ मिला। उसका सिर 60 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के बाघोड़ा रेलवे स्टेशन पर मिला। आखिर बच्चा रेलवे ट्रैक पर कैसे पहुंचा और उसका सिर इतनी दूर कैसे मिला? इन सवालों को लेकर भास्कर रिपोर्टर घटनास्थल पर पहुंचा। मासूम के परिवार और रेलवे कर्मचारियों से बात की। आइए आपको सिलसिलेवार बताते हैं... सबसे पहले उस मासूस की तस्वीर जिसके साथ ये घटना हुई... अब देखिए हादसा कैसे हुआ... 26 जुलाई की सुबह 10 बजे घर पर हंसी-खुशी का माहौल था। राम की मां खाना बना रही थी। पिता खेत पर गए थे। राम घर पर खेल रहा था। इसी दौरान उसके दादा-दादी खंडवा जाने के लिए घर से निकले। दादा-दादी जिस रास्ते से गए, वहां से रेलवे लाइन क्रॉस करनी पड़ती है। थोड़ी देर बाद राम भी उसी रास्ते पर दादा-दादी के पीछे चल पड़ा। बच्चे की मां और दादा-दादी इस बात से बेखबर थे। राम दादा-दादी का पीछा करते हुए घर से करीब 25 फीट दूर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया, तभी एक ट्रेन आई और उसके ऊपर से गुजर गई। ट्रेन से मासूम का सिर, धड़ से अलग हो गया। धड़ घटनास्थल पर गिरा और सिर ट्रेन में फंसकर चला गया। परिजन काे धड़ मिला तो वे सिर की तलाश करते रहे। ट्रेन में फंसकर गया राम का सिर 60 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के बाघोड़ा रेलवे स्टेशन के पास गिरा। ये सिर आरपीएफ की टीम को ट्रैक पर सर्चिंग के दौरान मिला। शव मिलने से सिर मिलने तक का घटनाक्रम विस्तार से जान लीजिए... रेलकर्मी को ट्रैक के किनारे मिला शव राम के पिता कालूराम बारेला का कहना है, 'खेत से मवेशी चराकर घर लौटे तो राम कहीं दिखाई नहीं दिया। पत्नी से पूछा कि वह कहां है। उसे भी कुछ पता नहीं था, तभी हम दोनों उसे ढूंढने निकल गए। घर के सामने वाले रास्ते से रेलवे ट्रैक तक गए, लेकिन वो नहीं मिला। फिर मां मोहल्ले में तलाशती रही और पिता खेत की ओर तलाशने निकल गए। करीब एक घंटे बाद एक रेलकर्मी को ट्रैक किनारे बच्चे का शव दिखाई दिया, लेकिन ये सिर्फ धड़ था। गैंगमैन ने इसकी सूचना रेलवे अफसर को दी। हमने भी बोरगांव चौकी पुलिस काे फोन किया। पुलिस अधिकारी मौके पर आए। चार-पांच किलोमीटर तक सिर को ढूंढा, लेकिन नहीं मिला। इतने में एक रेलकर्मी ने आशंका जताई कि अक्सर बॉडी के टुकड़े रेल के इंजन में फंस जाते हैं। हो सकता है कि आगे कहीं गिरा होगा।' भुसावल कंट्रोल रूम को सूचना

Dainik Bhaskar अब सिर्फ नीले-पीले रंग के होंगे निशान साहिब:श्री अकाल तख्त से आदेश जारी; गुरुद्वारों में केसरी रंग का भी होता था प्रयोग

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के तहत आते हर गुरुद्वारा साहिब में अब केसरी रंग की जगह सुरमई (नेवी ब्लू) या बसंती (पीले) रंग का निशान साहिब ही फहराया जाएगा। ये आदेश श्री अकाल तख्त की ओर से जारी किए गए हैं। आदेश के बाद SGPC ने सभी गुरुद्वारों को ये इसे लागू करने के लिए कह दिया है। श्री अकाल तख्त साहिब पर 15 जुलाई को हुई पांच तख्तों के जत्थेदारों की बैठक में ये निर्णय लिया गया था। निर्णय के बाद आदेशों को लागू करने के लिए अब इसे लेकर सर्कुलर जारी कर दिया गया है। पांच सिंह साहिबानों की बैठक में निशान साहिब के पोशाक के रंग की दुविधा को दूर करने के लिए फैसला लिया गया। आदेश में कहा गया है कि अब हर गुरुद्वारा साहिब पर निशान साहिब का रंग सुरमई या फिर बसंती होगा। जिसे लागू करने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को आदेश जारी किए गए हैं। SGPC ने जारी किया सर्कुलर श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से दिए गए आदेशों के बाद अब SGPC ने एक सर्कुलर जारी किया है। धर्म प्रचार समिति की ओर से जारी परिपत्र में सिख प्रचारकों को सिख राहत मर्यादा के बारे में संगत और गुरुद्वारा प्रबंधनों के बीच जागरूकता पैदा करने के आदेश हैं। जानकारी के मुताबिक, SGPC प्रबंधित गुरुद्वारों में मूल रंग बहाल करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। भगवा रंग का भी होता था निशान साहिब वर्तमान में, निशान साहिब ज्यादातर केसरी (भगवा) रंग में देखा जाता है। अधिकांश गुरुद्वारों में भी केसरी रंग का निशान साहिब होता है वहीं निहंग समूहों और उनकी छावनियों द्वारा प्रबंधित गुरुद्वारों में यह सुरमई रंग में होता है। जुड़वां निशान साहिब झंडे, जो मिरी पीरी के प्रतीक हैं वहां भी केसरी रंग के निशान साहिब फहराए जाते रहे हैं।

Dainik Bhaskar राजस्थान में राशन वालों को 450 रुपए में मिलेगा सिलेंडर:सीएम ने कहा-विधायकों के वेतन-भत्ते हर साल बढ़ेंगे; चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती शुरू होगी

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को विधानसभा में घोषणा की है कि अब राशन का गेहूं लेने वाले परिवारों को भी 450 रुपए में सिलेंडर दिया जाएगा। इसके साथ ही विधायकों-पूर्व विधायकों के वेतन-भत्ते और पेंशन हर साल अपने आप बढ़ेंगे। 10 जुलाई को पेश हुआ राजस्थान का बजट आज विधानसभा में पास हो गया। चतुर्थ श्रेणी की भर्ती का इंतजार कर रहे लाेगों को बड़ी राहत देते हुए सीएम ने घोषणा की है कि लंबे समय से अटकी हुई यह भर्ती सरकार नए नियमों के साथ फिर से शुरू करेगी। वहीं, 40 फीसदी अंक लाने वाले अभ्यर्थी भी सरकारी सेवाओं के लिए होने वाला कॉमन एंट्रेंस टेस्ट दे सकेंगे। प्रदेश में 70 से 75 साल के बुर्जुगों को पेंशन में 5 प्रतिशत अधिक भत्ता दिया जाएगा। सीएम ने कहा- सिलेंडर के लिए हम दायरा बढ़ा रहे हैं अब राशन का गेहूं पाने वाले परिवारों को भी 450 रुपए में सिलेंडर मिलेगा। सीएम ने कहा- हम 450 रुपए में गैस सिलेंडर पाने वालों का दायरा बढ़ा रहे हैं। पहले उज्जवला योजना और बीपीएल परिवारों को ही 450 रुपए में सिलेंडर मिलता था। अब राशन का गेहूं लेने वाले परिवारों तक इस योजना को पहुंचाएंगे। विधायकों का वेतन बढ़ाने के लिए बिल नहीं लाना पड़ेगा मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि विधायकों और पूर्व विधायकों के वेतन-भत्ते और पेंशन हर साल अपने आप बढ़ जाएंगे। इन्हें बढ़ाने के लिए अब हर बार बिल नहीं लाना होगा। विधायकों के लिए विधानसभा के सामने बने फ्लेट्स पर रूफ टॉप सोलर प्लांट भी लगाया जाएगा। सीएम बोले- जूली का कॉम्पिटिशन डोटासराजी से है भजनलाल शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि आपका कॉम्पिटिशन रोहित बोहरा से नहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासराजी से है। पीएम मोदी पर योजना का नाम रखने को लेकर जूली की आपत्ति को लेकर उन्होंने कहा कि एक परिवार के नाम पर कितनी योजनाओं के नाम रखोगे। राष्ट्रपति या वसुंधरा राजे के नाम पर हो ERCP का नाम इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ईआरसीपी का नाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से रखने का प्रस्ताव सदन में रखा। जूली ने कहा कि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मांग की थी कि ईआरसीपी का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा जाए, लेकिन ईआरसीपी का अधिकतर क्षेत्र आदिवासी और दलित लोगों का है। जूली ने कहा कि ईआरसीपी का नाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से होना चाहिए। वहीं द

Dainik Bhaskar असली NCP मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:कोर्ट ने अजीत पवार गुट से जवाब मांगा, कहा- पहले उद्धव गुट की याचिका पर सुनवाई करेंगे

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (29 जुलाई) को अजीत पवार और उनके गुट के 40 विधायकों से जवाब तलब किया है। शरद पवार गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर के अजीत पवार गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) घोषित करने के खिलाफ दायर की थी। इसी मामले में कोर्ट ने जवाब मांगा है। मामले की सुनवाई कर रही मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पादरीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच कर रही थी। शरद गुट की मांग जल्द सुनवाई शुरू हो शरद गुट की ओर से पेश वरिष्ठ एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने विधानसभा का कार्यकाल कम बचे होने का तर्क देते हुए जल्द सुनवाई की मांग रखी। दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल सही साल नवंबर में खत्म हो रहा है। इस पर बेंच ने कहा कि उद्धव ठाकरे गुट की ओर से दायर इसी तरह की याचिका पर सुनवाई के बाद शरद गुट की इस याचिका पर सुनवाई करेगी। बता दें, उद्धव ठाकरे गुट ने भी इसी तरह की एक याचिका दायर कर रखी है। यह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट को असली शिवसेना घोषित करने के खिलाफ है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हम नोटिस जारी करेंगे। अंत में सभी आपत्तियों पर सुनवाई की जाएगी। इसमें अन्य रिस्पॉन्डेंट्स भी को दस्ती (नोटिस देने का एक तरीका) देने की स्वतंत्रता है। चुनाव आयोग ने भी माना अजीत गुट ही असली NCP चुनाव आयोग ने भी 6 फरवरी को अजित पवार गुट को ही असली NCP माना था। साथ ही आयोग ने शरद पवार को नए राजनीतिक दल के लिए 7 फरवरी की शाम 4 बजे तक तीन नाम देने को कहा था। चुनाव आयोग ने 6 महीने तक चली 10 सुनवाई के बाद यह फैसला दिया था। आयोग ने कहा कि विधायकों की संख्या के बहुमत ने अजित गुट को NCP का नाम और चुनाव चिह्न हासिल करने में मदद की। इसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नर्वेकर ने 15 फरवरी को अजीत पवार के गुट को असली NCP की मान्यता दी थी। उन्होंने अजीत गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग भी खारिज कर दी थी। स्पीकर ने कहा था कि संविधान की दसवीं अनुसूची में दल-बदल विरोधी कानून का उपयोग आंतरिक असंतोष को दबाने के लिए नहीं किया जा सकता। जब जुलाई 2023 में NCP विभाजित हुई थी तब अजीत पवार गुट के पास 53 में से 41 विधायकों का "भारी विधायी बहुमत" था। अजित ने 5 जुलाई को कहा था- अब मैं NCP चीफ अजित पवार 2 जुलाई 2023 को NCP के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे स

Dainik Bhaskar योगी के आने से पहले निकले दोनों डिप्टी सीएम:2 मिनट का अंतर रहा; केशव बोले- सरकार नहीं, पार्टी चुनाव जीतती है

भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक लखनऊ में हो रही है। इसमें सीएम योगी, भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कैबिनेट मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सबसे आखिर में सीएम योगी पहुंचे। लेकिन, उनके आने से सिर्फ 2 मिनट पहले दोनों डिप्टी सीएम बैठक से निकल गए। इससे पहले बैठक में जैसे ही केशव मौर्य बैठक में पहुंचे नारेबाजी होने लगी। केशव ने अपने संबोधन में कहा- सरकार के बल पर चुनाव नहीं जीता जाता, पार्टी ही जीतती है। वहीं, बैठक में सीएम योगी ने कहा- ओबीसी समाज में हनुमान जी की ताकत है। अपनी ताकत को जगाएंगे तो याद रखिएगा, रावण की लंका को दहन करने में देर नहीं लगेगी। योगी बोले- पिछली सरकारों ने कांवड़ यात्रा रोकने का काम किया बैठक में सीएम योगी ने कहा- इस समय पश्चिमी यूपी में कांवड़ यात्रा चल रही है। यह केवल कांवड़ यात्रा नहीं है, शिव भक्तों का मंगल कार्य भर नहीं है। इसके साथ रोजगार भी जुड़ा है। हस्तशिल्पियों से लेकर गांव के दुकानदारों तक का रोजगार चल रहा है। लेकिन, पिछली सरकारों ने कांवड़ यात्रा रोकने का काम किया। वन जिला वन प्रोडक्ट की योजना आज आपके सामने है। कांग्रेस ने देश और प्रदेश में 60 साल तक शासन किया। समाजवादी पार्टी की चार बार प्रदेश में सरकार रही, लेकिन उन्होंने क्या किया? सपा सरकार का 2015 और 16 का समय याद करिए, जब यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन का परिणाम आता है। 86 एसडीएम की भर्ती होती है। इसमें से 56 एक जाति विशेष की भर्ती हो जाती है। पिछले 7 साल में हमने 6.50 लाख सरकारी भर्ती की। इसमें 60% ओबीसी समाज की भर्ती की। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- सपा सरकार में मुसलमान को हर तरह की छूट थी इससे पहले बैठक को संबोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- सपा सरकार में मुसलमान को हर तरह की छूट थी। अगर वह यादव को भी पीट दे, तो कोई बात नहीं। सपा सरकार में DIG को सिपाही समझते थे। हमारी सरकार में सिपाही को DIG समझा जाता है। इससे पहले बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- हम लोग एक विचारधारा और संकल्प को लेकर आम जनता के बीच हैं। गरीब कल्याण, लोक कल्याण और देश की सुरक्षा-अखंडता का संकल्प लेकर चल रहे हैं। भूपेंद्र चौधरी ने कहा- देश की परंपरा, आस्था और विरासत किस प्रक

Dainik Bhaskar अफजाल अंसारी की सजा रद्द:सांसदी बरकरार रहेगी, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजीपुर कोर्ट का फैसला पलटा

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी की सजा रद्द कर दी है। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में दर्ज गैंगस्टर एक्ट में गाजीपुर MP/MLA कोर्ट ने अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई थी। इससे अफजाल की सांसदी चली गई थी। अफजाल ने सुप्रीम कोर्ट में निचली अदालत के फैसले को चैलेंज किया था। सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगाते हुए अंसारी को पहले हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी। अब हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलट दिया है। बीते गुरुवार को हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था। अफजाल ने कोर्ट से सजा को रद्द करने की मांग की थी, जबकि कृष्णानंद के बेटे पीयूष राय और सरकार ने सजा बढ़ाने की अपील की थी। हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच ने यह फैसला सुनाया है। भाजपा विधायक की हत्या के बाद लगा था गैंगस्टर एक्ट 2005 में तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद अफजाल पर गैंगस्टर एक्ट लगा था। गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट ने 29 अप्रैल, 2023 को अफजाल को गैंगस्टर एक्ट के मामले में दोषी करार दिया। 4 साल की जेल और एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। इस मामले में उनके छोटे भाई मुख्तार अंसारी को भी 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद अफजाल को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। अफजाल ने हाईकोर्ट में आपराधिक अपील दायर की थी। हाईकोर्ट से मिली थी जमानत 24 जुलाई, 2023 को हाईकोर्ट ने अफजाल को जमानत दे दी थी, लेकिन मामले में उनकी सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। अफजाल को जेल से रिहा कर दिया गया, लेकिन उनकी संसद सदस्यता बहाल नहीं हुई। वह भविष्य में चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य हो गए, क्योंकि उन्हें दी गई सजा दो साल से अधिक थी। सुप्रीम कोर्ट से बहाल हुई थी सदस्यता बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगा दी, जिसकी वजह से उनकी सदस्यता बहाल हो गई और वह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भी योग्य हो गए। हालांकि, शर्त रखी गई थी कि जब तक फैसला नहीं हो जाता, संसद की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकते। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को सुनवाई में तेजी लाने और 30 जून तक मामले का फैसला करने का निर्देश दिया था। अफजाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट पर उतरे और गाजीपुर सीट से जीत दर्ज की।

Dainik Bhaskar सावन के दूसरे सोमवार बैद्यनाथ धाम में 8KM लंबी लाइन:उज्जैन में महाकाल की सवारी में पहली बार पुलिस बैंड, काशी में भक्तों के लिए बिछाया रेड कार्पेट

आज सावन के दूसरे सोमवार पर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड के ज्योतिर्लिंगों में और छत्तीसगढ़ के शिव मंदिरों में लाखों भक्तों शिव जी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। आज शाम उज्जैन में महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। इस साल सवारी में पहली बार पुलिस बैंड भी शामिल होगा। काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों के लिए रेड कारपेट बिछाया गया है। बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों की 8 किमी लंबी लाइन लगी हुई है। रायपुर के हाटकेश्वरनाथ में आज से वायुमंत्रा ऐप के जरिए ऑडियो के रूप में भक्तों की भावनाएं पहुंचने लगी हैं। भक्त कहीं से भी भगवान का जयकारा, मंत्र या अपनी प्रार्थना मैसेज से भेज रहे हैं। झुंझुनूं के लोहार्गल धाम में सूर्यकुंड है। हर सोमवार को बड़ी संख्या में जल भरने यहां कांवड़िए आते हैं। यहां पुलिस ने कांवडियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उज्जैन में 2 लाख भक्तों ने किए महाकाल के दर्शन सावन के पहले सोमवार को उज्जैन में करीब 5 लाख भक्तों ने महाकाल के दर्शन किए थे। आज भी ऐसी ही संभावना है। दोपहर 1 बजे तक करीब 2 लाख भक्त दर्शन कर चुके हैं। रात 10.30 बजे तक मंदिर भक्तों के लिए खुला रहेगा।शाम 4 बजे सावन की दूसरी सवारी निकाली जाएगी। पहली बार भोपाल पीएचक्यू से 350 जवानों का विशेष पुलिस बैंड शामिल होगा। पूरी खबर पढ़ें... काशी में भक्तों के लिए बिछाया रेड कारपेट वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है। यहां भक्तों के लिए 5 किलोमीटर में रेड कार्पेट बिछाया गया है। वाराणसी में अभी तक 1 करोड़ रुपए के फूल बिक चुके हैं। अयोध्या, मुजफ्फरनगर, बागपत और प्रयागराज शिवालयों में भक्तों की भीड़ लगी हुई है। पूरी खबर पढ़ें... देवघर के बाबा बैद्यनाथधाम में 8KM लंबी लाइन देवघर में कांवरियों की भीड़ है। कतार नंदन पहाड़ रिंग रोड तक पहुंच गई है। मंदिर से इसकी दूरी लगभग 8 किलोमीटर है। रविवार की रात से ही तकरीबन दो लाख कांवरिया लाइन में लग चुके थे। आज ढाई लाख से अधिक भक्त कामनालिंग बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करेंगे। देवघर मंदिर सुबह 04:02 बजे खुला और जल चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई। हर-हर महादेव और बोल-बम से पूरा इलाका गूंज रहा है। पूरी खबर पढ़ें... रायपुर के हटकेश्वरनाथ में वॉइस मैसेज से भी लग रहे जयकारे रायपुर के हटकेश्वरनाथ में आज से ऑडियो के रूप में भक्तों की भावनाएं पहुंचने लगी है। इस पहल

Dainik Bhaskar पुल गिरने पर नीतीश सरकार को SC का नोटिस:बिहार और केंद्र सरकार से जवाब मांगा; याचिका में स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग

सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में लगातार पुल गिरने के मामले में दाखिल याचिका पर सोमवार (29 जुलाई) को सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार और केंद्र सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। ऑडिट करने के लिए भी राज्य सरकार को कहा गया है। इसमें बन रहे पुलों को भी रखा जाएगा। जनहित याचिका 4 जुलाई को दायर की गई थी। इसमें में राज्य में मौजूद और हाल के वर्षों में बने सरकारी पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश देने की गुहार लगाई गई है। बिहार में बरसात शुरू होते ही 17 दिनों में छोटे-बड़े 11 पुल गिरे थे। याचिका में पिछले दो साल में 12 पुल गिरने का हवाला दिया था। याचिका में कहा गया है कि पिछले दो सालों में दो बड़े पुलों और छोटे-मझौले कई पुलों के बनने के दौरान या बनने के फौरन बाद गिरने, ढहने और बहने की घटनाएं सामने आई हैं। याचिका में बिहार बाढ़ प्रभावित राज्य याचिका में कहा गया है कि बिहार बाढ़ प्रभावित राज्य है। यहां 68,800 वर्ग किलोमीटर यानी 73.6 फीसदी जमीन बाढ़ की चपेट में आता है। सुप्रीम कोर्ट से बिहार के छोटे-बड़े सभी पुलों के गिरने की घटना की जांच कराने की मांग की गई है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट की ओर से सुनवाई की कोई तारीख सामने नहीं आई है। लेकिन, माना जा रहा है कि जल्द ही जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा। 18 जून से 28 जून तक गिरे 5 पुल विजुअल में देखिए 1. अररिया, 18 जून 2. सीवान, 22 जून 3. मोतिहारी, 23 जून 4. किशनगंज, 27 जून 5. मधुबनी, 28 जून

Dainik Bhaskar हेमंत की जमानत पर रोक वाली याचिका SC से खारिज:ED ने बेल का किया था विरोध; 28 जून को बाहर आए थे सीएम

सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमानत पर रोक की याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट के इस फैसले के बाद झारखंड सीएम को बड़ी राहत मिली है। ED ने अपनी याचिका में झारखंड हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सीएम हेमंत सोरेन की जमानत रद्द किए जाने की मांग की थी। याचिका को जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच में सुनवाई के लिए लिस्टेड किया गया था। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ED की इस मांग को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। 28 जून को हेमंत सोरेन को मिली है जमानत झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस आर मुखोपाध्याय की अदालत ने 28 जून को हेमंत सोरेन को जमानत दी है। वे उसी शाम जेल से बाहर आए थे। सीएम हेमंत सोरेन को जमानत देते हुए हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था ED ने हेमंत सोरेन पर जमीन पर कब्जा करने का जो आरोप लगाया है, उससे संबंधित एक भी दस्तावेज अभी तक ED कोर्ट में पेश नहीं कर सकी है। कोर्ट का कहना था कि ED ने इस मामले में जिन लोगों के बयान लिए हैं, उससे भी साबित नहीं हो पा रहा है कि वह जमीन हेमंत सोरेन से जुड़ी है। दो शर्तों के साथ हेमंत को मिली है जमानत PMLA एक्ट के सेक्शन 45 के तहत जमानत की 2 शर्तें क्या है सीएम हेमंत सोरेन पर आरोप दरअसल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर 31 करोड़ रुपए से अधिक की 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल करने का आरोप है। हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद से वह रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल में थे। ED की ओर से कोर्ट में दाखिल 191 पन्नों की चार्जशीट में हेमंत सोरेन, राजकुमार पाहन, हिलारियास कच्छप, भानु प्रताप प्रसाद और बिनोद सिंह को आरोपी बनाया है। उस जमीन के टुकड़े को भी ED ने 30 मार्च को कुर्क कर लिया है, जिसकी कीमत 31.07 करोड़ रुपए से अधिक है। जांच एजेंसी को 2022 में रांची के मोरहाबादी में रक्षा मंत्रालय की 4.55 एकड़ जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच करते समय उपरोक्त भूमि घोटाले के बारे में भनक लगी थी। चार जुलाई को 13वें सीएम के रूप में ली शपथ 150 दिनों से अधिक समय तक जेल में गुजारने के बाद 28 जून को वे बाहर आए। इसके बाद उन्होंने चार जुलाई को 13वें सीएम के रूप में शपथ ली

Dainik Bhaskar मुंबई हिट एंड रन केस; 7 दिन में 2 मौतें:BMW से टक्कर से घायल हुए युवक की मौत; कार ने ऑटो रिक्शा को घसीटा

मुंबई में बीते सात दिनों में हिट एंड रन के अलग-अलग मामलों में 2 लोगों की मौत हो गई। एक मामले में BMW कार की टक्कर से घायल युवक ने शनिवार को 7 दिन के इलाज के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। युवक की पहचान विनोद लाड के रूप में की गई। घटना 20 जुलाई की है। जब बाइक सवार विनोद को एक लग्जरी कार ने टक्कर मार दी थी। घटना के बाद कार का ड्राइवर फरार हो गया था। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने युवक को अस्पताल भेजा। आरोपी ड्राइवर की पहचान किरण इंदुलकर के रूप में हुई है। उसे गिरफ्तार कर कार बरामद कर ली गई है। दूसरा मामला नवी मुंबई का है। जहां रविवार (28 जुलाई) को एक तेज रफ्तार कार ने रिक्शा ड्राइवर को कुचल दिया। रविवार को इलाज के दौरान उसकी की मौत हो गई। मुंबई के डीसी पंकज दहाणे ने बताया कि 28 जुलाई (रविवार) हादसे का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें तेज रफ्तार एसयूवी टक्कर के बाद ऑटो रिक्शा को काफी दूर घसीटती नजर आ रही है। घटना के बाद कार ड्राइवर वाहन समेत मौके से फरार हो गया। शिवसेना नेता के बेटे ने महिला को डेढ़ किमी तक घसीटा इससे पहले 7 जुलाई एक तेज रफ्तार BMW ने स्कूटी सवार कपल को टक्कर मारी थी। घटना के बाद कार ड्राइवर ने भागने की कोशिश में महिला को कुचल दिया और डेड बॉडी को डेढ़ किमी तक घसीटा। हादसे में महिला की मौत हो गई तथा उसके पति की गंभीर चोटें आईं। आरोपी कार चालक की पहचान शिवसेना नेता राजेश शाह के बेटे मिहिर शाह के रुप में की गई। जो हादसे के वक्त शराब पार्टी कर लौट रहा था। एक्सीडेंट के बाद मिहिर ने सबसे पहले अपने पिता को फोन किया। उन्होंने ही उसे भागने के लिए कहा था। घटना के 60 घंटे बाद 9 जुलाई को मिहिर शाह को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूरी खबर पढ़ें... पुणे में नाबालिग ने दो इंजीनियरों को कुचला था पुणे में एक नाबालिग आरोपी ने 18-19 मई की रात पुणे के कल्याणी नगर इलाके में IT सेक्टर में काम करने वाले बाइक सवार युवक-युवती को टक्कर मारी थी, जिससे दोनों की मौत हो गई थी। घटना के समय आरोपी नशे में था। वह 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पोर्श स्पोर्ट्स कार चला रहा था। मामला पुलिस तक पहुंचा और महज 14 घंटे के अंदर ही नाबालिग को जमानत मिल गई। जमानत के लिए निचली अदालत ने एक्सीडेंट पर निबंध लिखने और ट्रैफिक पुलिस के साथ 15 दिन काम करने जैसी शर्तें रखीं। लेकिन हंगामे क