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Dainik Bhaskar राउत बोले-एक तरफ UCC, दूसरी तरफ बच्चे बढ़ाओ:कांग्रेस सांसद बोलीं- हम खरगोश नहीं, जो बार-बार बच्चे पैदा करे; भागवत ने कहा था-3 बच्चे पैदा करें

RSS चीफ मोहन भागवत के 3 बच्चे पैदा करने की सलाह पर शिवसेना UBT से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा- एक तरफ भाजपा यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात करती है। दूसरी तरफ बच्चे बढ़ाने की बात करती है। उधर, कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने भी भागवत के बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- क्या हम खरगोश हैं, जो बार-बार बच्चे पैदा करे। जो ऐसा कह रहे हैं, वे खुद कितने बच्चों को पाल सकते हैं? उनका क्या अनुभव है? हम सब जानते हैं। दरअसल, भागवत ने 1 दिसंबर को नागपुर में कठाले कुल सम्मेलन में कहा था- जनसंख्या वृद्धि दर 2.1% से नीचे नहीं होनी चाहिए। इसके लिए 2 की बजाय 3 बच्चे पैदा करें। अगर किसी समाज की जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे चली जाती है, तो वह समाज अपने आप नष्ट हो जाएगा। राउत बोले- भागवत बुजुर्ग आदमी हैं संजय राउत ने कहा कि मोहन भगवत को देश के पापुलेशन के बारें में बहुत चिंता है। भागवत और कितनी पापुलेशन बढ़ाना चाहते हैं ? भागवत को ज्यादा बच्चे पैदा करने की सलाह भाजपा के लोगों को देनी चाहिए। हमारा देश खतरे में है। क्या सरकार नौकरी दे रही है। किसानों का दाम दे रही है? पढ़ाई दे रही है, सब फ्री में है क्या? कांग्रेस सांसद बोलीं- बेरोजगार पुरुष शादी नहीं कर पा रहे हैं रेणुका चौधरी ने कहा कि देश में बेरोजगार पुरुष शादी नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि कोई भी अपनी बेटी की शादी ऐसे शख्स से नहीं करना चाहता जो बेरोजगार हो। उनके पास रोजगार नहीं है। वे अपने परिवार का पालन-पोषण कैसे करेंगे? पैसा नहीं है। बुजुर्ग माता-पिता अब भी अपने बच्चों का ध्यान रख रहे हैं और वे कह रहे हैं कि और बच्चे पैदा करो। अगर कोई बीमार हो जाता है और अस्पताल में भर्ती होता है तो इलाज के खर्च बहुत अधिक होते हैं। ओवैसी बोले- ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को 1500 रुपए देंगे क्या AIMIM चीफ असदउद्दीन ओवैसी ने 1 दिसंबर को कहा था- मैं मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि वह अधिक बच्चे पैदा करने वालों को क्या देंगे? क्या वह अधिक बच्चे पैदा करने वालों के बैंक खातों में 1500 रुपये देंगे? क्या वह इसके लिए कोई योजना लाएंगे?... जब मोहन भागवत अपने किसी करीबी को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्हें इसके लिए कोई योजना लानी चाहिए। पहले भी कई बार भागवत जनसंख्या पर बयान दे चुके हैं अक्टूबर 2021: जनसंख्या दर में अंतर के कारण मुस्लिम आबादी ब

Dainik Bhaskar तमिलनाडु CM बोले- तूफान फेंगल से 12 मौतें हुईं:PM को लिखा- 2 करोड़ लोग प्रभावित, तत्काल ₹2 हजार करोड़ का फंड रिलीज करें

बंगाल की खाड़ी से उठे फेंगल तूफान के असर के चलते तमिलनाडु में 12 मौतें हुईं। यह बात मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को लिखे लेटर में बताई। उन्होंने लिखा- हमारी पूरी कोशिश के बावजूद सब कुछ तहस-नहस हो गया। CM ने कहा- 69 लाख परिवारों के 1.5 करोड़ लोग तूफान से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। विल्लुपुरम, तिरुवन्नामलाई और कल्लाकुरिची में एक ही दिन में पूरे सीजन (50 सेमी से ज्यादा) के बराबर बारिश हुई, जिससे बाढ़ आ गई। 2,416 झोपड़ियां, 721 घर, 963 मवेशियों की मौत, 2 लाख हेक्टेयर जमीन बर्बाद, 9,000 KM की सड़कें, 1,936 स्कूल तबाह हो चुके हैं। टैम्पररी तौर पर सबकुछ ठीक करने के लिए 2,475 करोड़ की आवश्यकता होगी। NDRF फंड के जरिए तत्काल 2 हजार करोड़ रुपए की मदद करें। दरअसल, फेंगल तूफान 30 नवंबर शाम 7:30 बजे पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया था। कमजोर होने के बाद तूफान 2 दिसंबर को केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पहुंचा। इन राज्यों में भी लगातार तेज बारिश हो रही है। स्टालिन की PM को चिट्ठी, 3 पॉइंट तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में लैंडस्लाइड, 5 मौतें, 2 लापता तमिलनाडु में तिरुवन्नामलाई में पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ। NDRF के मुताबिक, लगभग 40 टन वजनी चट्टान पहाड़ से लुढ़ककर वीयूसी नगर की सड़क पर बने घरों पर गिरी जिससे 2 घर जमींदोज हो गए। मलबे में दबने से 5 लोगों की मौत हो गई। 2 लोग अब भी लापता हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजकुमार, मीना, गौतम, इनिया, राम्या, विनोदिनी और महा की मलबे में दबने की आशंका थी। इनमें से किन 5 के शव मिले हैं, यह बताया नहीं गया है। NDRF हाईड्रोलिक लिफ्ट से चट्टान हटाने की कोशिश कर रही है। पूरी खबर पढ़ें... लैंड स्लाइड से जुड़ी तस्वीरें... कृष्णागिरी में बसें-कारें बह गईं... पुडुचेरी में टूटा बारिश का 20 साल पुराना रिकॉर्ड तूफान फेंगल 1 दिसंबर को तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया था, लेकिन इसके असर से हुई मूसलाधार बारिश से पुड्‌डुचेरी में 24 घंटे में 49 सेमी बारिश हुई। यह 20 साल की सबसे अधिक बारिश है। शहरी इलाकों में पानी भरने से सेना को भी बुलाया गया। सेना ने 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एक हजार लोगों को राहत शिविरों में भी पहुंचाया गया है। सऊदी अरब ने 'फेंगल' तूफान नाम दिया इस तूफान क

Dainik Bhaskar श्रीनगर में एनकाउंटर, 2 आतंकियों के छिपे होने की आशंका:22 दिन पहले भी यहां मुठभेड़ हुई थी, तब आतंकी जंगल की ओर भाग गए थे

सेंट्रल कश्मीर के श्रीनगर में 22 दिन बाद सोमवार रात को फिर से एनकाउंटर शुरू हुआ, जो देर रात तक भी जारी रहा। श्रीनगर के हरवान जंगल में सुरक्षाबलों की सर्च पार्टी पर पहले आतंकियों ने गोली चलाई। जैसे ही जवान संदिग्ध जगह के करीब पहुंचे, उन पर आतंकियों की ओर से भारी गोलीबारी होने लगी। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। सेना ने बताया कि 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। एनकाउंटर शुरू होने के बाद हेडक्वार्टर से और जवानों को हरवान के जंगल में चल रहे एनकाउंटर के लिए बुलाया गया। 22 दिन पहले भी इसी जंगल में मुठभेड़ हुई थी, तब आतंकी भागने में कामयाब हुई थे। कई घंटों की गोलीबारी के बाद एनकाउंटर तब बंद कर दिया गया था। 10 नवंबर के एनकाउंटर में भी 2-3 आंतिकयों की छिपे होने की आशंका था।

Dainik Bhaskar त्रिपुरा में बांग्लादेशी असिस्टेंट हाई कमीशन में घुसपैठ:भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया अफसोसजनक, सुरक्षा बढ़ाई गई

भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को त्रिपुरा के अगरतला में बांग्लादेश के असिस्टेंट हाई कमीशन के परिसर में हुई घुसपैठ की निंदा की। मंत्रालय ने कहा- "आज अगरतला में बांग्लादेश असिस्टेंट हाई कमीशन के परिसर में घुसपैठ की घटना बहुत ही अफसोसजनक है। किसी भी हालात में डिप्लोमैटिक और कांसुलर प्रॉपर्टी को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। बयान में आगे कहा गया- सरकार दिल्ली स्थित बांग्लादेश हाई कमीशन और देश भर में अन्य बांग्लादेशी डिप्टी और असिस्टेंट हाई कमीशन की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए कार्रवाई कर रही है। चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के विरोध में थी रैली समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक , सोमवार को त्रिपुरा में बांग्लादेशी मिशन के आसपास कई लोगों ने चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के विरोध में रैली निकाली थी। जहां 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों अगरतला स्थित बांग्लादेशी असिस्टेंट हाई कमीशन के परिसर में घुस गए। हिंदुओं पर हो रहे हमले और चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी ने दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ा दी है। कल चिन्मय प्रभु की जमानत को लेकर बांग्लादेश में सुनवाई है। वहीं, दूसरी तरफ कोलकाता इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने बांग्लादेश में अब तक 4 इस्कॉन सदस्यों की गिरफ्तारी का दावा किया है। भारत ने अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने को कहा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेशी सरकार से सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाने को कहा था। बांग्लादेश ने इसके जवाब में कहा था कि ये बेहद दुख की बात है कि चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को कुछ लोगों ने गलत तरीके से पेश किया है। ------------------------------------------------- बांग्लादेश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... बांग्लादेश में 54 इस्कॉन सदस्यों को भारत जाने से रोका:कहा- स्पेशल परमिशन नहीं है, धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे बांग्लादेश की इमिग्रेशन पुलिस ने वैध पासपोर्ट और वीजा के साथ भारत जा रहे इस्कॉन के 54 सदस्यों को बॉर्डर पर रोक दिया था। ये लोग एक धार्मिक समारोह में भाग लेने भारत जा रहे थे। इसे लेकर इमिग्रेशन पुलिस का कहना था कि उनके पास भले ही वैध पासपोर्ट और वीजा थे, लेकिन गवर्नमेंट की स्पेशल परमिशन नहीं थी। यहां पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar ममता बोलीं- बांग्लादेश में यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग फोर्स तैनात हो:पीएम मोदी हस्तक्षेप करें; हमने बांग्लादेशियों के साथ हमेशा अच्छा व्यव्हार किया

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग फोर्स (शांति सेना) तैनात करने की मांग की। उन्होंने पीएम मोदी से बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए इस संबंध में व्यक्तिगत हस्तक्षेप की भी मांग की। बंगाल विधानसभा में सोमवार को बनर्जी ने कहा- बांग्लादेश में हमारे परिवार हैं, करीबी लोग, प्रॉपर्टियां हैं। भारत सरकार इस पर जो भी रुख अपनाएगी, हम मांनेगें। लेकिन हम दुनिया में कहीं भी धार्मिक आधार पर अत्याचार की निंदा करते हैं। केंद्र सरकार और पीएम मोदी से हस्तक्षेप की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस्कॉन की कोलकाता यूनिट के प्रमुख से बात की है। अगर बांग्लादेश में भारतीयों पर हमला किया जाता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम अपने लोगों को वापस ला सकते हैं। भारत सरकार इस मामले को यूनाइटेड नेशंस में उठा सकती है। जिससे बांग्लादेश में पीसकीपिंग फोर्स भेजी जा सके। दरअसल, 25 नवंबर को चटगांव इस्कॉन के जुड़े चिन्मय प्रभु को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन चिटगांव कोर्ट में पेशी के दौरान हंगामे में एक वकील की मौत हुई। इसके बाद से बांग्लादेश में इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग जारी है। इधर, चिन्मय प्रभु को रिहा करने की मांग पर उनके समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में डॉक्टर का बांग्लादेशी मरीजों को मैसेज- पहले तिरंगे को सलाम करें सिलीगुड़ी में डॉक्टर शेखर बंदोपाध्याय ने अपने प्राइवेट क्लिनिक में तिरंगा लगाया है। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि मुझे यह देखकर दुख हुआ कि बांग्लादेश में हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हो रहा है। डॉक्टर ने झंडे के साथ मैसेज में लिखा- भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी मां की तरह है। कृपया चैंबर में एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम करें। खासकर बांग्लादेशी मरीज, अगर वे सलाम नहीं करते हैं, तो उन्हें अंदर आने नहीं दिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें... बांग्लादेश हिंसा और इस्कॉन विवाद... 5 अगस्त: बांग्लादेश में आरक्षण मुद्दे पर देश में विरोध प्रदर्शन हुआ था। 5 अगस्त को PM शेख हसीना ने देश छोड़ दिया था। इसके बाद बड़े पैमाने पर हिंदुओं के साथ हिंसक घटनाएं जारी थीं। बांग्लादेशी हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए सनातन जागरण मंच का गठन हुआ। चिटगांव इस्कॉन से जुड़े च

Dainik Bhaskar दुनिया के सबसे खतरनाक मिशन पर एक इंडियन:-40° तापमान में 2,700 किलोमीटर का सफर; 200kg वजन के साथ अकेले अंटार्कटिका नापेंगे अक्षय नानावटी

अंटार्कटिका में माइनस 40 डिग्री का तापमान, चारों ओर सैकड़ों किलोमीटर तक जमी बर्फ और बर्फीली हवाएं। इनके बीच 200 किलोग्राम की स्लेज (बर्फ पर खिंची जाने वाली गाड़ी) को खींचता अकेला शख्स। ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि एक इंसान की हिम्मत और चुनौतियों को अपनाने के जज्बे की मिसाल है। यह मिसाल कायम की है 40 साल के इंडो-अमेरिकन एक्स-मरीन ऑफिसर अक्षय अजय नानावटी ने। अक्षय इन दिनों ऐसी दुर्गम यात्रा पर निकले हैं, जिसके बारे में सोचने से ही रूह कांप जाती है। अक्षय ने 8 नवंबर को अंटार्कटिका में 110 दिन की 'द ग्रेट सोल क्रॉसिंग' नाम की एक ऐसी यात्रा शुरू की है, जिसे उन्हें अकेले ही पूरा करना है। इस कोस्ट-टू-कोस्ट स्की अभियान मे अक्षय 400 पाउंड (181 किलोग्राम) का वजन खींचते हुए 1,700 मील (2735.8 किलोमीटर) की दूरी तय करेंगे। अगर वे सफल हो जाते हैं, तो वे पृथ्वी पर सबसे ठंडे, सबसे शुष्क, सबसे तूफानी और सबसे निर्जन महाद्वीप को बिना किसी सहायता के अकेले पूरा करने वाले पहले इंसान बन जाएंगे। चार साल कड़ी ट्रेनिंग करके यात्रा के लिए तैयार हुए पेशे से आंत्रपेन्योर, स्पीकर और राइटर अक्षय का यह साहसिक अभियान चार साल की कड़ी ट्रेनिंग का नतीजा है। इसमें उन्होंने न केवल शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दिया गया है, बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को इस चुनौती के लिए तैयार किया है। ये यात्रा किसी भी तरह से आसान नहीं रहने वाली है। अक्षय के पोलर मेंटर, लार्स एबेसन का कहना है, “यह अभियान एक बेहद कठिन और अनूठा फिजिकल वर्क है, जिसे अब तक किसी ने भी अकेले नहीं किया है। इसका सबसे चुनौतीपूर्ण पहलू यह है कि यह मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से अत्यधिक दबाव डालता है।" 10 दिन तक अकेले कमरे में बंद रह की ट्रेनिंग अंटार्कटिका के एक्सट्रीम वेदर के अलावा, अक्षय को एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इस अभियान के दौरान लगभग चार महीने तक वे पूरी तरह से अकेले रहेंगे। दरअसल, अंटार्कटिका के एक कोने को छोड़कर, जहां पेंगुइन हैं, बाकी हिस्से में कोई जीवन नहीं है। इस एक्सपिडीशन की ट्रेनिंग उनके लिए आसान नहीं रही। बर्फ में ट्रेनिंग के दौरान अंटार्कटिका में एक्सल हेइबर्ग ग्लेशियर पर चढ़ते समय नानावटी को अपनी दो अंगुलियों के सिरे ठंड के कारण खोने पड़े। इसके अलावा एक्सट्रीम कंडीशन में शांत रहने के लिए के लिए उन्हें हार्ड ट्रेनिंग से गुजरन

Dainik Bhaskar 'बर्गर किंग' नाम के इस्तेमाल पर कोर्ट की रोक:पुणे के रेस्टोरेंट के खिलाफ फास्ट फूड कंपनी ने दी थी याचिका, 2011 से चल रहा मामला

बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को अंतरिम आदेश में पुणे के एक रेस्टोरेंट को 'बर्गर किंग' नाम का इस्तेमाल करने से रोक दिया। यह आदेश तब तक लागू रहेगा जब तक कि अमेरिका बेस्ड फर्म बर्गर किंग की ट्रेडमार्क उल्लंघन याचिका पर सुनवाई पूरी नहीं हो जाती। जस्टिस ए.एस. चंदुरकर और राजेश पाटिल की बेंच ने कहा कि बर्गर किंग कॉर्पोरेशन की अपील पर सुनवाई जरूरी है। कोर्ट ने दोनों पार्टिज (बर्गर किंग और रेस्टोरेंट) को आदेश दिया कि वे अपील के निपटारे तक पिछले 10 सालों के ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड और टैक्स डॉक्यूमेंट पेश करने की तैयारी करें। बर्गर किंग के ट्रेडमार्क को लेकर पुणे के रेस्टोरेंट का मामला पहली बार 2011 में कोर्ट में पहुंचा था। पुणे के एक रेस्टोरेंट ने बर्गर किंग नाम का इस्तेमाल किया था, जिसे कंपनी ने अपनी ट्रेडमार्क का उल्लंघन बताते हुए कोर्ट में चुनौती दी थी। कंपनी ने अगस्त में दायर की थी याचिका कंपनी ने इसी साल अगस्त में हाईकोर्ट में एक अपील दायर की थी, जिसमें पुणे की एक कोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। इसी महीने पुणे की कोर्ट ने रेस्टोरेंट के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन के आरोप वाले मुकदमे को खारिज कर दिया था। बर्गर किंग कॉर्पोरेशन ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर पुणे के रेस्टोरेंट ओनर्स- अनहिता ईरानी और शापूर ईरानी से 'बर्गर किंग' नाम कोर्ट का फैसला आने तक इस्तेमाल ना करने की अपील की थी। अगस्त में शुरू हुई थी मामले की सुनवाई अगस्त में हाईकोर्ट ने कंपनी की ओर से फाइल अपील की सुनवाई शुरू की थी। तब हाईकोर्ट ने पुणे कोर्ट के 2012 के अंतरिम आदेश को एक्सटेंड कर दिया था जिसमें रेस्टोरेंट को 'बर्गर किंग' नाम का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई थी। फास्ट-फूड कंपनी ने अपील में कहा कि पुणे के इस रेस्टोरेंट के समान नाम (बर्गर किंग) के चलते उसके रेवेन्यू सहित उसके नाम और रेप्युटेशन को नुकसान हो रहा है। 2011 में खारिज हो गई थी बर्गर किंग की याचिका इससे पहले 2011 में पुणे की कोर्ट ने बर्गर किंग की ओर से फाइल याचिका को खारिज कर दिया था। तब कोर्ट ने कहा था कि पुणे का यह स्टोर 1992 से ऑपरेट हो रहा है। जबकि इसके 22 साल बाद अमेरिकी कंपनी ने भारत में अपना पहला स्टोर शुरू किया था। बर्गर किंग के वकील ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया बर्गर किंग के वकील हिरेन कामोद ने पुणे कोर्ट के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला- जमानत मिलते ही आप मंत्री बन गए:कोर्ट देखेगी तमिलनाडु मिनिस्टर सेंथिल बालाजी की जमानत से गवाह दबाव में तो नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तमिलनाडु सरकार में मंत्री सेंथिल बालाजी को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा- ये जानकर हैरानी हुई कि सेंथिल बालाजी को कैश-फॉर-जॉब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जमानत मिलने के तुरंत बाद तमिलनाडु सरकार में मंत्री बना दिया गया। जस्टिस अभय एस ओका और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने कहा- हम जमानत देते हैं और अगले दिन आप जाकर मंत्री बन जाते हैं। ऐसे में सोचा जा सकता है कि सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर के तौर पर आपके पद के कारण गवाह दबाव में होंगे। यह क्या हो रहा है? दरअसल, सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उसने 26 सितंबर को सेंथिल बालाजी को जमानत दी थी। याचिका में कोर्ट से फैसला वापस लेने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि सेंथिल के मंत्री बनने से गवाह दबाव में होंगे। बेंच ने फैसला वापस लेने से इनकार किया, लेकिन कहा कि वो जांच के दायरे को इस तक सीमित रखेगी कि क्या गवाह दबाव में थे। बेंच ने बालाजी के वकील से इस संबंध में निर्देश पाने का कहा है। मामले में अगली सुनवाई 13 दिसंबर के बाद होगी। 26 सितंबर को जमानत मिली थी, 28 को मंत्री बने साल 2011-16 के दौरान AIADMK शासन में बालाजी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर थे। सेंथिल का नाम नौकरी के बदले नकदी रिश्वत लेने के घोटाले में सामने आया था। इसके बाद वे दिसंबर 2018 में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) में शामिल हुए थे। मई 2021 में DMK तमिलनाडु की सत्ता में आई। सेंथिल को ऊर्जा मंत्री बनाया गया था। 14 जून 2024 को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया। 29 जून को उन्हें मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किया गया था। करीब तीन महीने बाद 26 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ सेंथिल को जमानत दी थी। इसके दो दिन बाद ही 28 सितंबर को सेंथिल की फिर से तमिलनाडु सरकार में मंत्री के तौर पर वापसी हुई थी। वर्तमान में वे ऊर्जा, एक्साइज और उत्पाद मंत्रालय संभाल रहे हैं। गिरफ्तारी पर फूट-फूट कर रोए थे सेंथिल बालाजी मनी लॉन्ड्रिंग केस में तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को 14 जून को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अरेस्ट किया था। एक दिन पहले ED सुबह-सुबह उनके घर पहुंची थी। उनसे 24 घंटे पूछताछ की गई थी। ED की कार्रवाई और पूछताछ के दौरान सेंथिल ने सीने में दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए चे

Dainik Bhaskar शाम 4 बजे फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखेंगे PM मोदी:गोधरा कांड पर बनी फिल्म; घटना के समय गुजरात के CM थे मोदी

PM नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखेंगे। वे संसद भवन के बालयोगी ऑडियोटोरियम में यह फिल्म देखेंगे। विक्रांत मैसी स्टारर द साबरमती रिपोर्ट 15 नवंबर को रिलीज हुई थी। यह फिल्म 2002 गोधरा कांड और उसके बाद हुए गुजरात दंगों पर आधारित है। जिस समय यह घटना हुई, उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के CM थे। मोदी पर भी आरोप लगे कि उन्होंने दंगों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। हालांकि बाद में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई। इससे पहले PM मोदी ने सोशल मीडिया पर फिल्म की सराहना की थी। उन्होंने लिखा था- यह अच्छी बात है कि सच सामने आ रहा है, वो भी इस तरह से कि आम जनता भी इसे देख सके। झूठी धारणा सिर्फ कुछ वक्त कायम रह सकती है, हालांकि तथ्य सामने आता ही है। यूपी और एमपी के सीएम ने फिल्म देखी, अपने प्रदेश में टैक्स फ्री भी किया बीते दिनों यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल के साथ फिल्म देखी थी। फिल्म देखने के तुरंत बाद उन्होंने यूपी में इसे टैक्स फ्री कर दिया था। इसके अलावा मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी 20 नंवबर को द साबरमती रिपोर्ट देखी। उन्होंने फिल्म की स्टारकास्ट की तारीफ भी की। मध्य प्रदेश में भी फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया था। विवादों में रही फिल्म, लीड एक्टर विक्रांत मैसी को धमकियां मिलीं द साबरमती रिपोर्ट को लेकर काफी विवाद हुए। फिल्म के लीड एक्टर विक्रांत मैसी को धमकियां मिली थीं। यहां तक कि उनके 9 महीने के बच्चे के बारे में भी अनाप शनाप बोला गया। इस बात का खुलासा खुद विक्रांत मैसी ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में किया था। विक्रांत ने कहा कि गोधरा कांड की आग में कइयों ने रोटियां सेंकी हैं, लेकिन जो मारे गए, वे सिर्फ आंकड़े बनकर रह गए। इसी बीच विक्रांत मैसी ने आज एक फैसला करके सबको चौंका दिया है। उन्होंने फिल्मों से ब्रेक लेने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि 2025 में वे आखिरी बार ऑडियंस से मिलेंगे, जब तक कि समय अनुकूल नहीं हो जाता। विक्रांत के इस फैसले से उनके फैंस के साथ-साथ इंडस्ट्री के लोग भी हैरान हैं। फिल्म को लेकर विवाद क्यों? दरअसल, मेकर्स और एक्टर्स की दलील है कि उन्होंने गोधरा कांड की असल सच्चाई फिल्म के जरिए दिखाने की कोशिश की है। उनका कहना है कि गुजरात दंगों पर तो खूब बातें होती हैं, लेकिन उसके पहले हुए गोधरा कांड पर चुप्पी स

Dainik Bhaskar अहमदाबाद में हुए भीषण हादसे का सीसीटीवी:हवा में उछलकर कार दूसरी ओर से आ रही एक्टिवा से टकराई, दो युवकों की मौत

अहमदाबाद के नरोदा देहगाम रोड पर रविवार रात को नशे में धुत्त कार ड्राइवर की लापरवाही से दो युवकों की जान चली गई। कार इतनी स्पीड में थी कि डिवाइडर से टकराने के हवा में उछलकर करीब 25 मीटर दूर दूसरी ओर से आ रहा एक्टिवा से जा टकराई। हादसे में घायल दोनों युवकों की मौके पर मौत हो गई। हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। नशे की हालत में था कार चालक स्थानीय लोगों ने कार चालक गोपाल पटेल को कार से बाहर निकालकर पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों ने बताया कि कार चालक नशे की हालत में था। वह ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था। पुलिस ने आरोपी का मेडिकल टेस्ट करवाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे में जान गंवाने वाले दोनों युवकों की पहचान अमित राठौड़ (26 वर्ष) और विशाल राठौड़ (27 वर्ष) के रूप में हुई है। ऑटो रिक्शा को ओवरटेक कर रहा था ड्राइवर: एसपी अहमदाबाद ग्रामीण डीएसपी ओम प्रकाश जाट ने बताया कि ड्राइवर शराब के नशे में था। चालक नशे की हालत में ही कार लेकर पास के गांव से अहमदाबाद आ रहा था। इसी दौरान नरोडा इलाके की ओर से आ रहे एक ऑटो रिक्शा को ओवरटेक करने की कोशिश में कार डिवाइडर पर चढ़ गई और उछलकर दूसरी तरफ की सड़क पर पहुंच गई। सामने से एक्टिवा पर सवार दो युवकों आ रहे था, जो कार की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है।

Dainik Bhaskar नौसेना प्रमुख बोले- 26 राफेल, 3 पनडुब्बियों की डील जल्द:अगले साल तक हर महीने 1 जहाज नौसेना में शामिल होगा, 62 जहाज का निर्माण जारी

नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को बताया कि फ्रांस के साथ नेवी वैरिएंट वाले 26 राफेल-M विमानों की डील अंतिम स्तर पर पहुंच गई है। साथ ही 3 स्कॉर्पीन सबमरीन की डील पर भी बातचीत अंतिम चरण में है। अगले महीने डील पक्की होने की संभावना है। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि आने वाले 10 सालों में भारतीय नौसेना में 96 जहाज और पनडुब्बियां शामिल की जाएंगी। 62 जहाज और एक पनडुब्बी निर्माणाधीन हैं और अगले साल तक हर महीने एक जहाज नौसेना में शामिल किया जाएगा। पिछले साल जुलाई में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से राफेल-M जेट विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी, जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर तैनाती के लिए किया जाएगा। पाकिस्तान का नौसैनिक बेड़ा 50 शिप का हो जाएगा। इस पर एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को देखकर आश्चर्य होता है कि उन्हें जहाज और पनडुब्बियां कैसे मिल रही हैं। भारत पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है। स्वदेशी न्यूक्लियर पॉवर्ड सबमरीन 2036 तक तैनात होगी नेवी चीफ ने बताया कि भारत में बनी पहली न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन (SSNs) 2036-37 तक कमिशन हो जाएगी। इसके निर्माण के लिए 2 महीने पहले ही सरकार से मंजूरी मिली थी। पहली सबमरीन के कमीशन होने के दो साल के अंदर दूसरी सबमरीन को भी कमिशन कर दिया जाएगा। भारतीय नेवी ऐसी 6 सबमरीन बनाएगी। नेवी न्यूक्लियर सबमरीन की जरूरत क्यों न्यूक्लियर पावर्ड स्ट्राइक सबमरीन लंबे समय तक पानी के अंदर रह सकती है। इसके अलावा भारत के पास डीजल इलेक्ट्रिक और डीजल समबरीन हैं। डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन को दिन में कम से कम एक बार बैटरी चार्च करने के लिए पानी की सतह पर लाना पड़ता है। इस दौरान सबमरीन पर अटैक का डर रहता है। एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन से लैस डीजल सबमरीन लंबे समय तक पानी के अंदर रह सकती हैं, लेकिन इन सबमरीन को जहाज पर मौजूद हथियारों के साथ-साथ गति से भी समझौता करना पड़ता है। इसलिए नेवी ने न्यूक्लियर पावर्ड स्ट्राइक सबमरीन की मांग रखी। 4 दिसंबर को नेवी डे सेलिब्रेशन, राष्ट्रपति शामिल होंगी ओडिशा के पुरी में 4 दिसंबर को होने वाले नेवी डे सेलिब्रेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में भारतीय नौसे

Dainik Bhaskar गमझा बांधकर UPSC पढ़ाने वाले ओझा सर AAP में शामिल:दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं, बीजेपी-कांग्रेस से मांग चुके लोकसभा टिकट

सिर पर गमझा बांधकर UPSC की पढ़ाई कराने वाले ओझा सर ने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। पार्टी के नेशनल कन्‍वेनर अरविंद केजरीवाल और सीनियर पार्टी लीडर मनीष सिसोदिया ने उन्‍हें पार्टी में शामिल किया। AAP के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं ओझा सर इस मौके पर ओझा सर ने कहा कि शिक्षा वो दूध है, जो पियेगा वो दहाड़ेगा। वो पिछले 22 सालों से छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं। उनके सोशल मीडिया फॉलोअर्स की गिनती लाखों में है। अब फरवरी 2025 में होने जा रहे दिल्‍ली असेंबली इलेक्‍शंस में ओझा सर AAP के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। पहले बीजेपी, फिर कांग्रेस से मांग चुके हैं टिकट अगस्‍त 2024 में एक न्‍यूज चैनल को दिए इंटरव्‍यू में अवध ओझा ने बताया था कि वो पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्‍होंने पार्टी से प्रयागराज सीट का टिकट मांगा था, मगर मिला नहीं। पार्टी ने उन्‍हें कैसरगंज से लड़ने के लिए कहा, मगर उन्‍हें प्रयागराज से लड़ना था। उन्‍होंने बताया कि अपनी मां के मना करने पर वो कैसरगंज से चुनाव नहीं लड़े। इसके बाद उन्‍होंने कांग्रेस से अमेठी सीट पर लड़ने के लिए टिकट मांगा। शुरुआत में पार्टी इसके लिए तैयार थी, मगर बाद में किशोरीलाल शर्मा को इस सीट से टिकट मिल गया। जमीन बेचकर UPSC की तैयारी की, मेन्‍स में फेल हुए अवध ओझा 3 जुलाई 1984 को यूपी के गोंडा में पैदा हुए। उनके पिता श्रीमाता प्रसाद ओझा पोस्‍ट मास्‍टर थे। उनके पास 10 एकड़ जमीन थी। पिता ने अपनी पत्‍नी को पढ़ाई कराने के लिए 5 एकड़ जमीन बेच दी। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे वकील बनीं। दूसरी बार अपने बेटे की पढ़ाई के लिए श्रीमाता प्रसाद ओझा ने बाकी 5 एकड़ जमीन भी बेच दी। अवध UPSC की तैयारी में जुट गए। एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा था, 'मैं जहां से आता हूं, वहां या तो आपको IAS ऑफिसर बनना होगा, या फिर अपराधी।' उन्‍होंने प्रीलिम्‍स क्लियर किया मगर मेन्‍स में फेल हो गए। इसके बाद उन्‍होंने जेब खर्च चलाने के लिए इलाहाबाद में एक कोचिंग में इतिहास पढ़ाना शुरू कर द‍िया। इस दौरान उन्‍होंने BA इन हिस्‍ट्री, MA इन हिंदी लिट्रेचर, LLB, MPhil और PhD इन हिंदी लिट्रेचर की डिग्रियां हासिल कीं। साल 2005 में नई दिल्‍ली में Chanakya IAS और Vajiram Ravi कोचिंग सेंटर्स में पढ़ाना शुरू किया। साल 2019 में IQRA IAS के नाम से अपना कोचिंग इं

Dainik Bhaskar पोलिंग स्टेशन पर वोटर्स की संख्या बढ़ाने के खिलाफ याचिका:सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से जवाब मांगा; अभी एक पोलिंग स्टेशन पर 1500 मतदाता

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1200 से 1500 करने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ जनहित याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने चुनाव आयोग से 3 हफ्ते में जवाब मांगा है। CJI संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने चुनाव आयोग के वकील मनिंदर सिंह से इस फैसले के पीछे के तर्क को स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। अगली सुनवाई जनवरी 2025 में होगी। अगली सुनवाई से पहले याचिकाकर्ता को भी हलफनामे की एक कॉपी देने का निर्देश दिया। जस्टिस कुमार ने यह भी पूछा, "एक पोलिंग स्टेशन में कई पोलिंग बूथ हो सकते हैं, तो क्या यह नीति सिंगल पोलिंग बूथ पर भी लागू होगी?" इंदु प्रकाश सिंह की ओर से दायर याचिका में अगस्त 2024 में चुनाव आयोग की तरफ से जारी 2 फैसलों को चुनौती दी गई है। इसमें देश के हर पोलिंग सेंटर में मतदाताओं की संख्या बढ़ाने की बात कही गई है। याचिका में सिंह ने तर्क दिया गया है कि हर पोलिंग स्टेशन में मतदाताओं की संख्या बढ़ाने का निर्णय मनमाना था और किसी भी डेटा पर आधारित नहीं था। याचिका में किए गए दावे 2016 में चुनाव आयोग ने बढ़ाई थी पोलिंग सेंटर पर संख्या 2016 में चुनाव आयोग ने निर्देश दिया था कि एक पोलिंग सेंटर पर वोटर की संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में 1200 और शहरी क्षेत्रों में 1400 तक सीमित होनी चाहिए। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि हर पोलिंग सेंटर पर भविष्य में वोटर्स की संख्या में समय-समय पर कमी भी करनी चाहिए।

Dainik Bhaskar बाल तस्करी मामले में डॉक्टर समेत तीनों आरोपी रिमांड पर:पाटण में एक बच्ची को नदी किनारे दफनाया था, खुदाई में पुलिस को नमक ही मिला

गुजरात के पाटण में फर्जी डॉक्टर ने एक परिवार को अनाथ बच्ची गोद दिलाकर 1.20 लाख की धोखाधड़ी की थी। इस मामले में फर्जी डॉक्टर समेत तीनों आरोपी फिलहाल रिमांड पर हैं। आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूला है कि वे एक और नवजात बच्ची को बेचने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी। आरोपियों ने बच्ची को दादर से कामलपुर जाने वाले पुल के नीचे दफना दिया था। रविवार को एसओजी के साथ एफएसएल टीम आरोपियों के साथ मौके पर पहुंची और दिनभर खोजबीन की। हालांकि पुलिस को खुदाई के दौरान सिर्फ नमक ही मिला, इसलिए पुलिस की टीम वापस लौट गई। अब यह पूरा मामला समझिए... 1.20 लाख रुपए में बेचा गया था बच्चा पाटण जिले के राधनपुर के कोरडा गांव के फर्जी डॉ. सुरेश ठाकोर ने अप्रैल महीने में एक नवजात बच्ची पाटण के निःसंतान दंपती को 1.20 लाख रुपए में बेचा था। हालांकि, यह बच्ची बीमार रहता थी और एक महीने में ही उसके सिर में गांठ भी हो गई थी। इसके चलते दंपती ने डॉक्टर को बच्ची लौटा दी थी। इसके बाद फर्जी डॉक्टर ने कुश अस्पताल की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता शिल्पा ठाकोर के साथ मिलकर बच्चे को मई में डीसा के बाहरी इलाके में छोड़ दिया था। खुलासा हुआ है कि यह नवजात बच्चा रूप सिंह ठाकोर ने थरानी संस्कार अस्पताल में काम करने के दौरान दिया था, इसलिए पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल यह बच्चा पालनपुर के एक अनाथालय में जीवित और स्वस्थ स्थिति में है। इस तरह हुआ बाल तस्करी का खुलासा दंपती ने बच्चा वापस करने के बाद फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर से अपने रुपए वापस मांगने शुरु कर दिए। सुरेश ने शुरुआत में आनाकानी की और इसमें से 30 हजार रुपए ही वापस किए। इसके बाद दंपती ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी और इस तरह बाल तस्करी के इस मामले का खुलासा हुआ। जांच में एक और बच्ची के बारे में पता चला पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी सुरेश ठाकोर एक और नवजात बच्ची (2 से तीन दिन की) को बेचने वाला था। यह बच्ची दो अन्य आरोपी नरेश रबारी और धीरेन ठाकोर लाए थे। आरोपी नवजात बच्ची कहां से लाए थे, इसकी पूछताछ चल रही है। हालांकि, इस बच्ची को बेचा जाता, उससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद तीनों आरोपियों ने उसका शव बनास नदी ब्रिज के नीचे दफना दिया था। पुलिस इस बच्ची की तलाश कर रही है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस की ट

Dainik Bhaskar दिल्ली में प्रदूषण पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:कोर्ट ने 2 दिसंबर तक GRAP-4 लागू रखने का आदेश दिया था; बढ़ेगा या हटेगा, आज फैसला

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। 28 नवंबर को पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली में सभी GRAP-IV उपाय 2 दिसंबर तक लागू रहेंगे। हालांकि स्कूलों के लिए बनाए गए नियमों में छूट दी जा सकती है। जस्टिस अभय ओक और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने कहा था- कोर्ट कमिश्नर की रिपोर्ट से पता चलता है कि अधिकारी प्रतिबंधों का पालन करवाने में फेल रहे हैं। इसमें गंभीर चूक करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तेजी से होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को भी निर्देश दिया था कि वह अपने अधिकारियों को निर्देश दे कि वे किसानों को सैटेलाइट डिटेक्शन से बचने के लिए शाम 4 बजे के बाद पराली जलाने की सलाह न दें। पिछली सुनवाई और कोर्ट के बयान... AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हवा के प्रदूषण स्तर की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटा गया है। हर स्तर के लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ग्रेप के स्टेज प्रदूषण से जुड़ी सुप्रीम कोर्ट की ये खबर भी पढ़ें... पूर्व CJI ने वायु प्रदूषण के चलते मॉर्निंग वॉक बंद की; कहा था- खराब हवा में सांस लेने डॉक्टर ने मना किया पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते उन्होंने मॉर्निंग वॉक पर जाना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके डॉक्टर ने उन्हें सुबह की सैर पर जाने को मना किया है, क्योंकि खराब हवा के चलते सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। पढ़ें पूरी खबर...

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