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Dainik Bhaskar डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर डाउन हो रहा:4 जनवरी को महापंचायत बुलाई, किसानों के नाम संदेश जारी करेंगे, मरणव्रत का आज 37वां दिन
फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन पिछले साल फरवरी से चल रहा है। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज (बुधवार) 37वें दिन में प्रवेश कर गया है। अब खनौरी बॉर्डर संघर्ष का केंद्र बिंदु बन गया है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। हालांकि आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल की हालत बेहद गंभीर है। अब 4 जनवरी को खनौरी मोर्चे पर किसानों की ओर से महापंचायत की जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को लगता है कि जिस किसान समुदाय की उन्होंने 44 साल तक सेवा की है। वह महापंचायत के दौरान उन सभी से मिलना चाहते हैं। इस दौरान डल्लेवाल लोगों के नाम संदेश जारी करेंगे। रात को डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर गिर गया था किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर देर रात 76/44 तक गिर गया था। जो बेहद चिंताजनक है। उनकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। इसलिए वे 4 जनवरी को खनौरी किसान मोर्चे पर सभी किसानों को एक महत्वपूर्ण संदेश देना चाहते हैं। मोर्चे पर पटवारी और नहर यूनियन ने भी पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। नए साल की बधाई संदेश न भेजें किसानों का कहना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बहुत गंभीर है। इसलिए कोई भी हमें नए साल की बधाई संदेश न भेजे। यह समय खुशी का नहीं बल्कि बड़ी चुनौतियों का सामना करने का है। सभी साथी 4 जनवरी को सुबह 10 बजे खनौरी किसान मोर्चा पर अवश्य पहुंचें। साथ ही इस आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग करें। किसान बातचीत के लिए तैयार इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दल्लेवाल की सेहत को लेकर सुनवाई हुई थी। इस दौरान पंजाब सरकार की ओर से बताया गया कि डल्लेवाल और किसानों से बातचीत चल रही है। अगर केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करती है तो डल्लेवाल अपना आमरण अनशन खत्म करने पर विचार कर सकते हैं। वहीं कोर्ट ने पंजाब को डल्लेवाल को मनाने के लिए तीन दिन का और समय दिया है। अब मामले की सुनवाई 2 जनवरी को होगी।
Dainik Bhaskar 10 दिन से बोरवेल में फंसी चेतना किस हाल में?:पहले देसी जुगाड़ में उलझे, फिर मशीनों से खुदाई में फेल; कब बाहर आएगी मासूम, इस पर सब चुप
कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी चेतना (3) कब बाहर आएगी अब इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। रेस्क्यू टीमों और अधिकारियों के डेली नए दावों से परिवार-ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। करीब 10 दिन से बोरवेल में फंसी चेतना की कंडीशन को लेकर भी सब चुप है। देसी जुगाड़ में समय बर्बाद करने के बाद रेस्क्यू टीमें मशीनों से खुदाई में भी भटक गईं हैं। अब सवाल ये है कि जिस सुरंग को 170 फीट नीचे जवान 4 दिन से खोद रहे थे उसकी दिशा कैसे गलत हो गई। बोरवेल को लोकेट करने वाले जीपीआर मशीन पहले क्यों नहीं मंगवाई गई? इन सबके बीच मंगलवार से एनडीआर की टीमें फिर से सुरंग के रास्ते में आई एक चट्टान को ड्रिल कर रही हैं। दरअसल, किरतपुरा के बड़ियाली की ढाणी की चेतना 23 दिसंबर को खेलते हुए बोरवेल में गिर गई थी। इसके बाद से वह करीब 120 फीट की गहराई में फंसी है। बीते आठ दिन से कैमरे में उसकी कोई मूवमेंट भी नजर नहीं आ रही है। अब देखिए रेस्क्यू से जुड़े PHOTOS... ................... बोरवेल हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- चेतना का रेस्क्यू, टीमों ने गलत दिशा में खोदी सुरंग: कलेक्टर बोलीं- बोरवेल ट्रेस नहीं हो रहा, 170 फीट गहराई में 4 दिन से काट रहे थे पत्थर