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Dainik Bhaskar दिल्ली के प्रदूषण बढ़ने से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान बदला:स्टेज 3 लगने पर 5वीं और स्टेज 4 लागू होने पर 12वीं तक स्कूल ऑनलाइन लगेंगे

दिल्ली में पिछले 20 दिन से हवा में लगातार रहे बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान में बदलाव किए गए हैं। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के मुताबिक अब दिल्ली-NCR में GRAP-3 लागू होने पर 5वीं तक की सभी क्लासेस को ऑनलाइन करना अनिवार्य होगा। वहीं, दूसरी तरफ अगर GRAP-4 लागू होता है तो 12वीं तक की सभी क्लासेस फिजिकल न होकर ऑनलाइन मोड में लगाई जाएंगी। पहले स्कूलों से जुड़ा यह फैसला लेने का अधिकार राज्य सरकारों के पास था, लेकिन अब इसे नियम बना दिया गया है। राजधानी में बुधवार को लगातार 5वें दिन AQI 400 के पार रिकॉर्ड किया गया। AQI के मुताबिक यह प्रदूषण की ‘गंभीर’ कैटेगरी है। दिल्ली में प्रदूषण की 2 तस्वीरें... GRAP में ये दो बड़े बदलाव भी हुए 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के 50% सरकारी कर्मचारी घर से काम करेंगे। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जजों को डिजिटल सुनवाई का ऑप्शन दिया है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) संजीव खन्ना ने कहा कि जहां भी संभव हो सके, कोर्ट वहां डिजिटल तरीके से सुनवाई करें। वकील वर्चुअल पैरवी कर सकते हैं। दरअसल, कपिल सिब्बल समेत सुप्रीम कोर्ट के कई वकीलों ने यह मांग की थी। कोर्ट ने अपने स्टाफ के लिए मास्क पहनना भी अनिवार्य कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से पूछा था- GRAP 4 लागू करने में देरी क्यों हुई पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने GRAP-3 और GRAP-4 लागू करने में देरी के लिए आयोग और सरकार को फटकार लगाई थी। साथ ही कहा था कि अगले आदेश तक पूरे एनसीआर में स्कूलों को बंद रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट ने सीएक्यूएम को सख्ती बरतने का निर्देश दिया था और कहा था प्रतिबंध लागू करने का काम स्थानीय अधिकारियों पर नहीं छोड़ा जाएगा। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हवा के प्रदूषण स्तर की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटा गया है। हर स्तर के लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ग्रेप के स्टेज

Dainik Bhaskar हरियाणा के 10 HPS को कैडर ईयर का आवंटन नहीं:खट्टर सरकार में प्रमोट किए थे, RTI में खुलासा- इनका प्रस्ताव ही नहीं भेजा

हरियाणा के 10 हरियाणा पुलिस सेवा (HPS) अधिकारियों को 40 महीने बाद भी कैडर ईयर का आवंटन नहीं हो पाया है, जबकि वे IPS प्रमोट हो चुके हैं। इनमें से 4 IPS ऑफिसर जिलों में एसपी पद पर तैनात हैं। इसका खुलासा केंद्रीय गृह मंत्रालय से RTI (सूचना का अधिकार) में मांगे गए सवाल के जवाब में हुआ है। इसमें जानकारी दी गई है कि हरियाणा सरकार की ओर से प्रपोजल नहीं भेजे जाने के कारण यह मामला लंबित पड़ा हुआ है। इन 10 HPS अफसरों का प्रमोशन जुलाई 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के कार्यकाल में किया गया था। इन अफसरों को कैडर ईयर का इंतजार हरियाणा पुलिस सेवा के जिन 10 अफसरों को कैडर ईयर का इंतजार है, इनमें IPS अधिकारी दीपक सहारण, कमलदीप गोयल, विजय प्रताप, सुरेंद्र सिंह भौरिया, भूपिंदर सिंह, सुमित कुमार, विनोद कुमार, राजेश कालिया, राज कुमार और राजीव देसवाल के नाम शामिल हैं। इन अफसरों की भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में पदोन्नति के तौर पर नियुक्ति की गई थी, हालांकि आज 40 महीने का समय बीत जाने के बाद भी इन सभी अधिकारियों को IPS बैच वर्ष आवंटित नहीं किया गया है। ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा 1. पहले नहीं मिल पाई सूचना पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट और प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार ने 24 जुलाई 2024 को केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक RTI याचिका दायर की थी। इस सूचना के जरिए उन्होंने ये जानकारी मांगी थी कि इसमें देरी क्यों हो रही है। मंत्रालय की ओर से इसके जवाब में लिखा गया, मांगी गई सूचना प्रश्न के तौर रूप में है। इस कारण सूचना का अधिकार कानून, 2005 की धारा 2 (एफ) के अंतर्गत वह सूचना की परिभाषा में नहीं आती है। 2. दूसरी बार मिली सफलता हेमंत की ओर से गत 1 अगस्त को इसी विषय पर एक और RTI केंद्रीय गृह मंत्रालय में दायर की गई, जिसमें उन्होंने हरियाणा के 10 आईपीएस के बैच वर्ष आबंटन में तीन साल से देरी होने की सूचना मांगने के बजाय केवल आईपीएस अधिकारियों के सीधे-सीधे बैच वर्ष के संबंध में सूचना मांगी। 14 अगस्त 2024 को गृह मंत्रालय में तैनात डायरेक्टर (पुलिस) और CPIO सुषमा चौहान ने इसका जवाब दिया। जवाब में बताया गया IPS (प्रमोशन से नियुक्ति) रेगुलेशन, 1955 के अनुसार पदोन्नत IPS अधिकारियों को बैच वर्ष आवंटन सम्बन्धित प्रदेश सरकार से प्रपोजल मिलने पर होता है। जब भी प्रदेश सरकार द्वारा प्र

Dainik Bhaskar हिमाचल का कांग्रेसी MLA, जो IPS अफसर भिड़ा, वही ट्रांसफर:पत्नी का चालान काटने पर पहले ASP बदले जा चुके, अब इल्मा से टकराव

हिमाचल में सोलन की दून विधानसभा से कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी और SP इल्मा अफरोज का टकराव सुर्खियों में है। टकराव के बाद से इल्मा अफरोज छुट्‌टी पर हैं। उनसे पहले विधायक की पत्नी का अवैध माइनिंग का चालान काटने पर IPS अधिकारी गौरव सिंह अंजाम भुगत चुके हैं। वह भी उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं। साल 2016 में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सरकार थी। उस दौरान उन्होंने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा था। जिसके बाद विधायक रामकुमार चौधरी ने तुरंत वीरभद्र सिंह से मुलाकात की थी और एक सप्ताह के भीतर ही ASP गौरव सिंह का तबादला करवा दिया था। इस बार भी ठीक ऐसा ही हुआ। इल्मा अफरोज ने अगस्त माह में पहले विधायक की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा और फिर गोलीकांड मामले में विधायक के करीबी स्क्रैप कारोबारी का भी पर्दाफाश किया। जिसने खुद पर साजिश के तहत फायरिंग करवाई थी, ताकि पुलिस सिक्योरिटी ली जा सके। इस बात का खुलासा इल्मा अफरोज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था। जिसके बाद से एसपी पर दबाव बना। इसके बाद उन्होंने रातों-रात छुट्टी लेकर बद्दी स्थित अपने सरकारी आवास से सामान समेटा और मां के साथ रवाना हो गईं। जानकारी के मुताबिक इल्मा अफरोज 21 नवंबर तक छुट्टी पर थी, लेकिन अब एक सप्ताह और छुट्‌टी ले ली है। अब वह 28 नवंबर तक छुट्टी पर हैं। हालांकि बद्दी SP का अस्थाई कार्यभार HPS विनोद धीमान को दिया गया है। विधायक से टकराव की 2 वजहें... 1. पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इल्मा ने 7 जनवरी 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अवैध खनन के आरोप में विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काट दिए। इससे विधायक नाराज हो गए। उन्होंने एसपी पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। 2. 15 अगस्त के कार्यक्रम में नहीं पहुंची SP इसके बाद 15 अगस्त के कार्यक्रम में SP इल्मा अफरोज नहीं पहुंची थीं। इससे भी विधायक खासे नाराज हुए। इसके बाद जब प्रदेश के उद्योग मंत्री SP ऑफिस का दौरा करने गए तो विधायक उनके साथ नहीं गए। स्क्रैप डीलर का कांग्रेसी कनेक्शन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्दी में एक फायरिंग

Dainik Bhaskar पंजाब में 4 सीटों पर 63% वोटिंग:गिद्दड़बाहा में सबसे ज्यादा 81% मतदान, कांग्रेस और AAP वर्करों में हुई झड़प

पंजाब में 4 विधानसभा सीटों बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा पर उपचुनाव के लिए बुधवार (20 नवंबर) को मतदान हुआ। अब नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। बुधवार शाम 6 बजे तक चारों सीटों पर 63 फीसदी मतदान हुआ है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि शाम 6 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 81 फीसदी मतदान गिद्दड़बाहा में हुआ। डेरा बाबा नानक में 63 फीसदी, बरनाला में 54 फीसदी और चब्बेवाल में 53 फीसदी मतदान हुआ है। इन आंकड़ों में बदलाव संभव है। डेरा बाबा नानक में कांग्रेस और AAP समर्थकों में वोटिंग को लेकर झड़प हो गई। उन्हें शांत कराने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने आरोप लगाया है कि पंजाब की AAP सरकार गुंडागर्दी कर रही है। गैंगस्टर के भाई और कैंडिडेट में कहासुनी बुधवार दोपहर को गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के भाई और कांग्रेस उम्मीदवार जतिंदर कौर के बेटे के बीच कहासुनी हो गई। गिद्दड़बाहा से कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग और आप उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों गुरुद्वारे में आमने-सामने आ गए। दोनों ने सत श्री अकाल कहकर एक-दूसरे को बधाई दी। पार्टी को अपना दुश्मन नहीं मानते वहीं, भाजपा उम्मीदवार व पूर्व विधायक मनप्रीत बादल ने कहा कि वह किसी भी पार्टी को अपना दुश्मन नहीं मानते हैं। क्योंकि अगर यह लोग चुनावी मैदान में नहीं होते तो कोई और होता।इसके साथ डेरा बाबा नानक में दूल्हा 7 फेरे लेने से पहले वोटिंग करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचा। वहीं वोटिंग के बीच पूर्व मंत्री और अकाली दल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल जोशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे में पार्टी की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए। अकाली दल के उपाध्यक्ष अनिल जोशी ने इस्तीफा दिया वोटिंग के दिन शिरोमणि अकाली दल (SAD) के उपाध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने इस्तीफा दे दिया। जोशी ने इस्तीफे में पार्टी की मौजूदा नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ को भेजा है। पूरी खबर पढ़ें... पंजाब उपचुनाव से जुड़ी तस्वीरें... .................... पंजाब उपचुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- पंजाब में AAP को ट्रेंड के फायदे की उम्मीद:6 उपचुनावों में 10 में से 8 सीट सत्ताधारी जीते; कांग्रे

Dainik Bhaskar दामिनी का सुसाइड से पहले आखिरी ऑडियो:विधायक पुत्र से कहा था-तुझसे शादी नहीं करूंगी, पुष्पराज की मंगेतर को धमकी-शादी करके दिखा

आलीराजपुर के दामिनी ठाकुर सुसाइड केस में पुलिस ने कांग्रेस विधायक सेना पटेल के बेटे पुष्पराज पटेल को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। दामिनी के सुसाइड से पहले उसके और पुष्पराज के बीच हुई बातचीत की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग दैनिक भास्कर को मिली है। इस बातचीत में पुष्पराज दामिनी और उसके मंगेतर ध्रुविल दोनों को धमका रहा है। पुष्पराज दामिनी से कह रहा है, ‘तुझसे शादी तो मैं ही करूंगा।’ दरअसल, आरोप है कि पुष्पराज की लगातार धमकियों से परेशान होकर ही दामिनी ने 13 सितंबर को सुसाइड किया। सुसाइड वाले दिन पुष्पराज उससे मिलने घर आने वाला था। पुष्पराज की गिरफ्तारी के बाद भास्कर ने दामिनी के मंगेतर ध्रुविल सिंह से बात की तो उसने कहा- दामिनी ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उसका मर्डर हुआ है। वहीं, पुष्पराज की मां और जोबट से विधायक सेना पटेल ने कहा- इसका जवाब कोर्ट में देंगे। पुष्पराज दो दिन की पुलिस रिमांड पर है। किस तरह से पुष्पराज दामिनी और ध्रुविल को धमकी दे रहा था, पढ़िए रिपोर्ट… अब जानिए, किस तरह से दामिनी और ध्रुविल को धमकी देता था पुष्पराज पहली रिकॉर्डिंग: तू मुझे फोन मत करना ये रिकॉर्डिंग दामिनी और पुष्पराज के बीच हुई बातचीत की है। दरअसल, पुष्पराज की लगातार मिल रही धमकियों की वजह से दामिनी ने उसके कॉल रिकॉर्ड करना शुरू कर दिए थे। ये कॉल रिकॉर्डिंग दामिनी ने अपने मंगेतर ध्रुविल को भेजी थी। इसमें दामिनी पुष्पराज से कह रही है- अब तू मुझे फोन मत करना। मैं तुझसे बात नहीं करना चाहती। दूसरी ओर से पुष्पराज कह रहा है- मेरी मां (कांग्रेस विधायक) तुझसे बात करने घर आ रही है। पुष्पराज: हैलो..कल कब आ रहे हो? दामिनी: देख पुष्पराज मुझे तुझसे एक बात बोलनी है। पुष्पराज: मेरी बात सुनो। मेरी मम्मी आ रही है तुमसे बात करने। कल कब आ रही है, इतना बता? दामिनी: तुमने अपनी बात बोल ली। अब मैं अच्छे से एक बात बोलूं। पुष्पराज : अब बताओ कल कब आओगी? दामिनी: जब मेरा भाई लेने आएगा, तब मैं आऊंगी। अब वो इतना फ्री तो है नहीं। पुष्पराज: ठीक है। दामिनी: और.. हां अब फोन मत करना। पुष्पराज : क्या..? दामिनी : अब फोन मत करना...। दूसरी रिकॉर्डिंग: तू शादी करके दिखा दूसरी रिकॉर्डिंग ध्रुविल और पुष्पराज के बीच हुई बातचीत की है। इस दौरान ध्रुविल के साथ दामिनी भी थी क्योंकि बीच-बीच में दामिनी की आवाज भी आ रही है। पुष्पराज की आवा

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव- 65.11% वोटिंग, पिछली बार से 4% ज्यादा:झारखंड के दूसरे फेज में 68.45% मतदान; यूपी के विधानसभा उपचुनावों में हिंसा

महाराष्ट्र की सभी 288 और झारखंड की 38 विधानसभा सीटों समेत 4 राज्यों की 15 विधानसभा और नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव की बुधवार को वोटिंग हुई। महाराष्ट्र में 65.11% वोटिंग हुई। यह पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले करीब 4% ज्यादा है। 2019 के चुनाव में यहां 61.4% वोटिंग हुई थी। झारखंड में दूसरे फेज में 68.45% वोट डाले गए। पहले फेज में यहां 66.65% वोटिंग हुई। 2019 के चुनाव में झारखंड में 67.04% वोटिंग हुई थी। यूपी में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान हिंसा हुई। मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। बाद में ककरौली थाने के इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने भीड़ को खदेड़ने के लिए वहां मौजूद महिलाओं पर रिवॉल्वर तान दी और कहा- यहां से चली जाओ, नहीं तो गोली मार दूंगा। AAP-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, अकाली दल उपाध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी पंजाब के डेरा बाबा नानक में कांग्रेस और AAP समर्थकों में वोटिंग को लेकर झड़प हो गई। उन्हें शांत कराने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने आरोप लगाया है कि पंजाब की AAP सरकार गुंडागर्दी कर रही है। इसके साथ यहां दूल्हा 7 फेरे लेने से पहले वोटिंग करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचा। वहीं वोटिंग के बीच पूर्व मंत्री और अकाली दल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल जोशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे में पार्टी की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए। पूरी खबर पढ़ें... यूपी के करहल में वोटिंग के बीच दलित युवती की हत्या उत्तर प्रदेश में करहल, मीरापुर,, ककरौली, सीसामऊ सीट, मुजफ्फरनगर में पुलिस से झड़पें हुईं। करहल में वोटिंग के बीच दलित युवती की हत्या कर दी गई। पिता ने आरोप लगाया कि सपा को वोट देने से मना करने पर युवक ने बेटी को मार डाला। चुनाव आयोग ने सपा की शिकायत पर 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि इन्होंने मतदाताओं के वोटर आईडी चेक किए और बूथ पर नहीं जाने दिया। कानपुर में 2, मुरादाबाद में 3 और मुजफ्फरनगर में 2 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए। कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने कहा- मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रशासन लोगों को डरा रहा है। चमनगंज इलाके में पुलिस और RAF ने लोगों को दौड़ाया। पूरी खबर पढ़ें... झारखंड में JMM विधायक और भाजपा सम

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:एग्जिट पोल- महाराष्ट्र-झारखंड में BJP गठबंधन की सरकार; CBSE 10वीं-12वीं की डेटशीट जारी; जयपुर-देहरादून फ्लाइट का इंजन हवा में फेल

नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव से जुड़ी रही। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल्स ने अपने-अपने अनुमान जारी किए। एक खबर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की रही, जिसने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान किया। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. महाराष्ट्र के 6 एग्जिट पोल में BJP गठबंधन की सरकार, झारखंड के 4 एग्जिट पोल में भी BJP को बहुमत महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। लेकिन इससे पहले महाराष्ट्र के लिए 11 एग्जिट पोल आए। 6 में BJP गठबंधन यानी महायुति की सरकार, जबकि 4 में कांग्रेस गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी को बहुमत का अनुमान है। झारखंड के लिए 8 एग्जिट पोल आए। 4 में BJP गठबंधन, जबकि 2 में इंडिया ब्लॉक को बहुमत के आसार जताए गए हैं। बाकी 2 एग्जिट पोल्स ने हंग असेंबली के आसार जताए हैं। नतीजे 23 नवंबर को: झारखंड की 81 सीटों पर 2 फेज में वोटिंग हुई। पहले फेज में 13 नवंबर को 43 और दूसरे फेज में 20 नवंबर को 38 सीटों पर वोटिंग हुई। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर सिंगल फेज में 20 नवंबर को ही वोटिंग हुई। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. महाराष्ट्र में 65% और झारखंड में 68% वोटिंग, बीड में निर्दलीय कैंडिडेट की मौत महाराष्ट्र की 288 सीटों पर 65.11%, जबकि झारखंड में दूसरे फेज की 38 सीटों पर 68.45% वोटिंग हुई। वोटिंग के दौरान महाराष्ट्र की बीड सीट से निर्दलीय प्रत्याशी बाला साहब शिंदे की बूथ पर हार्टअटैक से मौत हो गई। वहीं झारखंड में BJP ने गांडेय विधानसभा में दो बूथ के पोलिंग एजेंटों पर JMM के पक्ष में वोटिंग कराने का आरोप लगाया। इस सीट से CM हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मैदान में हैं। UP में उपचुनाव के दौरान हिंसा: बुधवार को 4 राज्यों की 15 विधानसभा और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी हुआ। यूपी के मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर वोटिंग के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। ककरौली थाने के इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने भीड़ को खदेड़ने के लिए वहां मौजूद महिलाओं पर रिवॉल्वर तान दी और कहा, 'यहां से चली जाओ, नहीं तो गोली मार दूंगा।' समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश ने इंस्पेक्टर का वीडियो शेयर करते हुए उन्हें सस्पेंड

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:महाराष्ट्र-झारखंड में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए, एग्जिट पोल की पोल 23 नवंबर को खुलेगी

महाराष्ट्र और झारखण्ड में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए। परम्परा के अनुसार एग्जिट पोल भी आ गए। इनकी पोल 23 नवम्बर को खुलेगी। महाराष्ट्र के एग्जिट पोल में महायुती की सरकार की संभावना बताई गई है। झारखंड में भी भाजपा की जीत बताई जा रही है। हो सकता है एग्जिट पोल ही सही निकलें लेकिन पिछले दो चुनावों के एग्जिट पोल देखने के बाद इन पर भरोसा नहीं होता। दरअसल, ये जिस तरह सर्वे करते हैं, उस तरीक़े से सही अंदाज़ा लगाना बड़ा मुश्किल काम है। कोई भी व्यक्ति जब पोलिंग बूथ से वोट देकर निकलता है तो वह किसी को भी यह नहीं बताता कि उसने किसे वोट दिया। फिर इन एग्जिट पोल वाले सर्वेयर कहां से और किस तरह सत्य की खोज कर लेते हैं, समझ में नहीं आता। खैर, वोटिंग परसेंटेज पर जाएँ तो झारखंड और महाराष्ट्र दोनों जगह इसमें बढ़ोतरी हुई है। वैसे वोट परसेंटेज बढ़ने का सीधा मतलब समझा जाता है कि इससे भाजपा या उसके गठबंधन को फ़ायदा होता है। फ़ायदा इसलिए कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों का जो परम्परागत वोटर है, वह तो हमेशा वोट करता ही है। भाजपा का वोटर पूरा का पूरा घर से वोट देने नहीं निकलता। वो जब निकलता है तो वोट परसेंटेज बढ़ जाता है। वही वोट आख़िर निर्णायक भी साबित होता है। वोट परसेंटेज बढ़ाने का यह काम भाजपा के लिए आरएसएस करता है। उसके वालंटियर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को घर से निकालकर वोट देने के लिए प्रेरित करते हैं। यही उनकी स्ट्रेटेजी रहती है। ये सारे वोट भाजपा के पक्ष में जाते हैं, ऐसा माना जाता है। हालाँकि महाराष्ट्र के बारे में यह गणित भी एकदम सही बैठने वाला नहीं है। यहाँ छह बड़ी पार्टियाँ मैदान में हैं। जिन तीन-तीन के समूह में ये बंटी हुई हैं, उनमें आपस में भी विचारों का मिलना टेढ़ी खीर है। महायुती में देखा जाए तो अजित दादा की पार्टी के विचार भाजपा और शिंदे सेना से नहीं मिलते। महाअघाडी में देखें तो कांग्रेस और पवार से उद्धव सेना के विचार नहीं मिलते। कुल मिलाकर ये मजबूरी के साथी बने हुए हैं। चुनाव संपन्न होने के बाद चुनाव परिणाम और उसके बाद सरकार का गठन महत्वपूर्ण है। महाराष्ट्र में बहुमत जिसे भी मिले, मुख्यमंत्री चुनना बहुत पेचीदा मामला रहेगा। महायुती में हालाँकि फ़ैसला ऊपर से ही होना है लेकिन एक बार मुख्यमंत्री रह चुके एकनाथ शिंदे क्या भाजपा का मुख्यमंत्री बर्दाश्त कर पाएँगे, यह सबसे बड़ा स

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:नागपुर में वोटिंग के बाद EVM ले जा रही कार पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हमला; पुलिस बोली- मशीन वोटिंग में इस्तेमाल नहीं हुई

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार शाम मतदान के बाद नागपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को स्ट्रॉन्ग रूम में ले जा रही कार में तोड़फोड़ की। घटना सेंट्रल नागपुर निर्वाचन क्षेत्र के किला इलाके में हुई, जब मतदान अधिकारी बूथ संख्या 268 से EVM को कार में रखकर स्ट्रॉन्ग रूम में ले जा रहे थे। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि EVM को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इस EVM का वोटिंग में इस्तेमाल नहीं किया गया था। यह स्टैंडबाय पर रखी गई थी। आज की बाकी बड़ी खबरें... मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हरियाणा के बाद गुजरात में भी टैक्स फ्री हुई साबरमती रिपोर्ट गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में 'द साबरमती रिपोर्ट' को टैक्स फ्री घोषित कर दिया है। बुधवार को फिल्म देखने के बाद उन्होंने फिल्म की सराहना की। साथ ही कहा कि फिल्म ने घटना की सच्चाई को उजागर किया है। इसके पहले मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हरियाणा भी साबरमती रिपोर्ट को टैक्स फ्री कर चुके हैं। 15 नवंबर को रिलीज हुई फिल्म में विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना ने काम किया है। क्राइम-थ्रिलर फिल्म 2002 में हुए गोधरा कांड पर आधारित है। इसमें 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस की S6 बोगी में हुई आगजनी और उसमें मारे गए 59 कारसेवकों की सच्चाई को उजागर करने की कोशिश की गई है। महाराष्ट्र में पुलिस ने ट्रक से जब्त की 10 हजार किलो से ज्यादा चांदी महाराष्ट्र में 288 सीटों पर मतदान के दिन धुले में एक ट्रक से 10,080 किलो चांदी जब्त की गई। नासिक के विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले ने कहा कि सुबह करीब 6 बजे रूटीन चेकअप के दौरान थलनेर पुलिस थाने की सीमा में नागपुर की ओर जा रहे ट्रक से यह जब्ती की गई। पुलिस ने चुनाव व्यय पर्यवेक्षकों और आयकर विभाग को सूचित कर दिया है। पुलिस का कहना है कि प्राइमाफेसी लगता है कि चांदी किसी बैंक की है। वैरिफिकेशन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने ओडिशार के पुरी पहुंचे सिंगर सोनू निगम सोनू निगम ने ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर में पूजा-अर्चना की और कहा कि उन्होंने भगवान जगन्नाथ के कई गीत गाए हैं और मंदिर में जाना उनके लिए एक शानदार अनुभव रहा। उन्होंने कहा, "मैंने भगवान जगन्नाथ के बहुत सारे भजन गाए हैं। मैं पहले भी दो बार जगन

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र-11 में से 6 एग्जिट पोल में भाजपा गठबंधन सरकार:झारखंड के 8 एग्जिट पोल में से 4 में भाजपा को बहुमत

महाराष्ट्र की 288 और झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग बुधवार को पूरी हो गई। नतीजे तो 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल्स। महाराष्ट्र में 11 एग्जिट पोल में से 6 में भाजपा गठबंधन यानी महायुति की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 4 एग्जिट पोल्स में कांग्रेस गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी को बहुमत मिलने की बात कही गई है। एक में हंग एसेंबली है। झारखंड में 8 एग्जिट पोल आए। इनमें से 4 में भाजपा गठबंधन, जबकि 2 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 2 एग्जिट पोल्स ने हंग असेंबली के आसार जताए हैं। नीचे टेबल में देखें एग्जिट पोल जारी करने वाली एजेंसियां और उनके द्वारा जारी आंकड़े महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान 15 अक्टूबर को हुआ था। झारखंड की 81 सीटों पर 2 फेज में वोटिंग हुई। पहले फेज में 13 नवंबर को 43 और दूसरे फेज में 20 नवंबर को 38 सीटों पर वोटिंग हुई। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर सिंगल फेज में 20 नवंबर को ही वोटिंग हुई। चुनाव से पहले दो ओपिनियन पोल आए थे एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में फर्क ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल चुनावी सर्वे हैं। ओपिनियन पोल को चुनाव से पहले किया जाता है। इसके नतीजे भी चुनाव से पहले जारी होते हैं। इसमें सभी लोगों को शामिल किया जाता है। मतलब जरूरी नहीं कि सर्वे के सवालों का जवाब देने वाला मतदाता ही हो। इस सर्वे में अलग-अलग मुद्दों के आधार पर जनता के मूड का अनुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल चुनाव के दौरान किया जाता है। इसके नतीजे सभी फेज के मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाते हैं। एग्जिट पोल एजेंसियों के अधिकारी वोटिंग के दिन मतदान केंद्रों पर मौजूद होते हैं। वे मतदान करने के बाद वोटर्स से चुनाव से जुड़े सवाल पूछते हैं। वोटर्स के जवाब के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाती है। रिपोर्ट का आकलन किया जाता है, जिससे पता चले कि वोटर्स का रुझान किस तरफ ज्यादा है। इसके बाद नतीजों का अनुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल को लेकर भास्कर कार्टूनिस्ट संदीप पाल के 2 कार्टून... महाराष्ट्र का सियासी समीकरण महाराष्ट्र में पिछले 3 विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल... 2019 में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना (अविभाजित) गठबंधन को बहुमत मिला। 2014 के मुकाबले गठबंधन की सीटें और वोट शेयर दोनों गिरा था। गठबंधन को 161 सीटें मिली थीं

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट का फैसला पलटा:कहा- तलाक केस पेंडिंग रहने तक महिला को शादी के बाद मिलने वालीं सुविधाओं का हक

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तलाक की याचिका लंबित रहने के दौरान पत्नी उसी तरह की सुविधाएं पाने की हकदार है, जो उसे शादी के बाद ससुराल में मिलती हैं। अदालत ने तलाक के एक मामले केरल हाईकोर्ट के फैसले को पलटते हुए पत्नी को राहत दी और उसके पति को भरण-पोषण के लिए 80 हजार की जगह 1.75 लाख रुपए महीना देने का आदेश दिया। दरअसल, केरल हाईकोर्ट ने 1 दिसंबर 2022 को पति को 80 हजार रुपए महीना भरण-पोषण देने का आदेश दिया था। इसके बाद महिला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। अब जानिए ये मामला क्या है महिला की शादी 2008 में डॉक्टर (कार्डियोलॉजिस्ट) से हुई थी। पति को पहली शादी से एक बेटा था। महिला से उसे कोई संतान नहीं थी। शादी के कुछ सालों बाद दोनों के बीच अनबन होने लगी। दोनों अलग रहने लगे। 2019 में पति ने चेन्नई की फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी लगाई। सुनवाई के दौरान महिला ने 2.50 लाख रुपए महीने भरण पोषण और 2 लाख रुपए केस खर्च की मांग की थी। फैमिली कोर्ट ने पति को पत्नी को भरण-पोषण के लिए 1.75 लाख रुपए महीना देने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले को पति ने मद्रास हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने पलटा हाईकोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट में 19 नवंबर को इस मामले की सुनवाई हुई। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पी बी वराले की बेंच ने मद्रास हाईकोर्ट का 14 जून 2022 का फैसला बदला। पति को 80 हजार रुपए महीने की जगह 1.75 लाख रुपए भरण-पोषण देने का निर्देश दिया। बेंच ने कहा- हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए पति की इनकम से जुड़े पहलुओं को नजरअंदाज किया, जिस पर फैमिली कोर्ट ने विचार किया था। फैमिली कोर्ट ने पति की कंडीशन, लाइफ स्टैंडर्ड, इनकम सोर्स, प्रॉपर्टी, जिम्मेदारियों की तुलना की थी, जिसमें इसमें पाया था कि पत्नी को पति से मिले विशेष अधिकारों से दूर नहीं किया जा सकता। बेंच ने कहा कि रिकॉर्ड में है कि महिला अब काम नहीं कर रही है, क्योंकि उसने शादी के बाद नौकरी छोड़ दी थी। महिला अपने वैवाहिक घर (ससुराल) में तय लाइफ स्टाइल की आदी थी। इसलिए तलाक याचिका के पेंडिंग रहने के दौरान वो उसी लाइफ स्टाइल की हकदार है। फेमस कार्डियोलॉजिस्ट है पति, उसके पास कई प्रॉपर्टियां बेंच ने कहा- डॉक्यूमेंट्स बताते हैं कि पति केरल में फेमस कार्डियोलॉजिस्ट है। वो अपने पिता का एकमात्र कानूनी उत्तराधिकारी भी है। उसके माता

Dainik Bhaskar CBSE ने 10वीं-12वीं की डेटशीट जारी की:परीक्षाएं 15 फरवरी से 4 अप्रैल तक होंगी, 44 लाख स्टूडेंट्स बैठेंगे; पहली बार 86 दिन पहले शेड्यूल

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बुधवार देर रात 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया। परीक्षाएं 15 फरवरी से होंगी। 10वीं की परीक्षा 18 मार्च तक और 12वीं की परीक्षा 4 अप्रैल तक चलेंगी। पहली बार परीक्षा से 86 दिन पहले डेटशीट जारी की गई है। इसकी वजह है कि इस बार स्कूलों ने समय से LOC यानी लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स भरा है। इस सेशन में 44 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा देंगे। परीक्षा सुबह 10:30 बजे शुरू होगी। 10वीं का पहला एग्जाम अंग्रेजी का 10वीं क्लास के लिए पहला एग्जाम अंग्रेजी का होगा। साइंस का एग्जाम 20 फरवरी को होगा जिसमें सिर्फ एक दिन की छुट्टी दी गई है। वहीं सोशल साइंस का एग्जाम 25 परवरी को होगा। 10वीं के स्टूडेंट्स के लिए आखिरी एग्जाम 18 मार्च को कम्प्यूटर एप्लिकेशन्स, IT या AI का होगा। 12वीं का पहला एग्जाम आंत्रप्रेन्योरशिप 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए 15 फरवरी को आंत्रप्रेन्योरशिप का एग्जाम है। फिजिक्स का एग्जाम 21 फरवरी को होगा और 27 फरवरी को केमिस्ट्री की एग्जाम होगा। 11 मार्च को इंग्लिश का एग्जाम होगा और 15 मार्च को हिंदी की परीक्षा होगी। 4 अप्रैल को आखिरी एग्जाम साइकोलॉजी का होगा। डेटशीट जल्दी जारी होने से स्टूडेंट्स को कई तरह के फायदे होंगे…. एग्जाम कंट्रोलर डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया, 'डेटशीट में दो सब्‍जेक्‍ट्स के बीच पर्याप्त गैप दिया गया है। कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम्स की तारीखों को ध्यान में रखा गया है। एंट्रेंस एग्जाम्स से काफी पहले परीक्षाएं पूरी करने का प्रयास किया गया है। इससे स्‍टूडेंट्स को बोर्ड और एंट्रेंस एग्जाम्स के लिए बेहतर टाइम मैनेजमेंट में मदद मिलेगी। 40 हजार से ज्यादा सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन्स को ध्यान में रखते हुए डेटशीट तैयार की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी स्‍टूडेंट द्वारा चुने गए 2 सब्‍जेक्‍ट्स की परीक्षाएं एक ही डेट पर न हों।' पूरी डेटशीट डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें

Dainik Bhaskar CBSE 10वीं-12वीं एग्जाम का टाइम टेबल घोषित:15 फरवरी से होंगे शुरू, 44 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा का टाइम टेबल घोषित कर दिया है। परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होगी। इसमें करीब 44 लाख स्टूडेंट्स शामिल होंगे। परीक्षा सुबह 10:30 बजे शुरू होगी। पहली बार डेट शीट परीक्षा शुरू होने से करीब 86 दिन पहले जारी की गई है। साथ ही परीक्षा-2024 की डेट शीट जारी करने की तिथि से तुलना करें तो एग्जाम-2025 के लिए डेट शीट 23 दिन पहले जारी की गई है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज के अनुसार- डेट शीट के मुताबिक दो विषयों के बीच पर्याप्त अंतराल दिया गया है। कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं की तिथि को ध्यान में रखा गया है। प्रवेश परीक्षाओं से काफी पहले परीक्षाएं पूरी करने का प्रयास किया गया है। इससे विद्यार्थियों को बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं के लिए बेहतर समय प्रबंधन में मदद मिलेगी। मूल्यांकन के दौरान सभी विषयों के शिक्षक एक साथ और अधिक समय तक स्कूल से दूर नहीं रहेंगे। 40 हजार से अधिक विषय संयोजनों को ध्यान में रखते हुए डेट शीट तैयार की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक वि‌द्यार्थी द्वारा प्रस्तावित दो विषयों की परीक्षाएं एक ही तिथि पर न हों।

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट का फैसला पलटा:कहा- तलाक केस पेंडिंग रहने तक महिला को शादी के बाद मिलने वालीं सुविधाओं का हक

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को केरल के तलाक के एक मामले की सुनवाई की। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पी बी वराले की बेंच ने कहा- तलाक याचिका के पेंडिंग रहने के दौरान भी महिला को शादी के बाद मिलने वाली सभी सुविधाओं का हक है। बेंच ने केरल हाईकोर्ट के 1 दिसंबर 2022 के फैसले को रद्द किया और फैमिली कोर्ट का फैसला बहाल किया, जिसमें महिला को उसके डॉक्टर पति से हर महीने 1 लाख 75 हजार रुपए का अंतरिम भरण-पोषण देने के निर्देश थे। हाईकोर्ट ने फैमिली कोर्ट के आदेश को रद्द करते हुए 80 हजार रुपए महीना भरण-पोषण देने का आदेश दिया था। दरअसल, महिला की शादी 2008 में हुई थी। शादी के कुछ सालों बाद वो अपने डॉक्टर पति (कार्डियोलॉजिस्ट) से अलग रही है। साल 2019 में पति ने तलाक का आवेदन दिया था। महिला ने चेन्नई की फैमिली कोर्ट में 2.50 लाख रुपए महीने भरण पोषण और 2 लाख रुपए मुकदमेबाजी के खर्च की मांग की थी। बेंच ने अपने आदेश में क्या कहा... जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पी बी वराले की बेंच ने कहा- हाईकोर्ट ने डॉक्टर पति की इनकम से जुड़े कुछ पहलुओं को नजरअंदाज किया, जिस पर फैमिली कोर्ट ने विचार किया था। इसके अलावा ये भी रिकॉर्ड में है कि अपीलकर्ता (महिला) काम नहीं कर रही है क्योंकि उसने शादी के बाद नौकरी छोड़ दी थी। बेंच ने कहा- महिला अपने वैवाहिक घर (ससुराल) में तय लाइफ स्टाइल की आदी थी। इसलिए तलाक याचिका के पेंडिंग रहने के दौरान वो उसी लाइफ स्टाइल की हकदार है, जिसकी वो अपनी ससुराल में हकदार होती। फैमिली कोर्ट ने डॉक्टर पति की स्थिति, उसका लाइफ स्टैंडर्ड, इनकम सोर्स, प्रॉपर्टी, उसकी जिम्मेदारियों की तुलना की। इसमें पाया कि पत्नी को पति के दिए विशेषाधिकारों से दूर नहीं किया जा सकता है। बेंच ने कहा- प्रतिवादी पति को फैमिली कोर्ट के 14 जून 2022 के आदेश के मुताबिक अंतरिम भरण-पोषण के तौर पर 1.75 लाख रुपए प्रति माह देने का निर्देश दिया जाता है। बेंच बोली- फेमस कार्डियोलॉजिस्ट है पति, उसे पास कई प्रॉपर्टियां बेंच ने कहा- दस्तावेज बताते है कि पति कार्डियोलॉजी का फेसम स्पेशलिस्ट है। वो अपने पिता का एकमात्र कानूनी उत्तराधिकारी हैं। उसके पिता का निधन हो चुका है। मां भी गुजर चुकी हैं। ऐसे में पति के पास कई महंगी प्रॉपर्टियां हैं। उसके पास स्कूल भी है, हालांकि वो घाटे में चल रहा है। केरल के एक अस्पताल से 2017 में प

Dainik Bhaskar एग्जिट पोल कुछ देर में:चुनाव से पहले 2 ओपिनियन पोल- महाराष्ट्र के एक सर्वे में महायुति, दूसरे में MVA को बहुमत; झारखंड में भी यही अनुमान

महाराष्ट्र की 288 और झारखंड में दूसरे फेज की 38 विधानसभा सीटों पर बुधवार को वोटिंग खत्म हो गई। झारखंड में 13 नवंबर को पहले फेज में 42 सीटों पर वोटिंग हुई थी। राज्य में 81 सीटें हैं। दोनों राज्यों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। नतीजों से पहले कुछ देर में दोनों राज्यों के एग्जिट पोल आएंगे। यानी चुनाव से पहले सर्वे एजेंसियों का अनुमान बताएगा कहां किसकी सरकार बन सकती है। एग्जिट पोल से पहले दोनों राज्यों के दो ओपिनियन पोल आए थे। महाराष्ट्र में IANS-मैट्रिज के ओपिनियन पोल में महायुति- भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और NCP अजित पवार गुट को 145-165 सीटें मिलने का अनुमान है। हालांकि लोक पोल के सर्वे में MVA यानी कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और NCP (शरद पवार) को 151-162 सीटें दी गई हैं। झारखंड में IANS-मैट्रिज के ओपिनियन पोल में NDA-भाजपा, आजसू, जदयू और लोजपा (R) को 45-50 सीटें दी हैं। वहीं, लोक पोल ने INDIA गठबंधन- JMM, कांग्रेस, राजद और CPI(ML) को 41-44 सीटें दी हैं। यानी गठबंधन दोबारा सरकार बना सकता है। ग्राफिक में दोनों ओपिनियन पोल... एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में फर्क ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल चुनावी सर्वे हैं। ओपिनियन पोल को चुनाव से पहले किया जाता है। इसके नतीजे भी चुनाव से पहले जारी होते हैं। इसमें सभी लोगों को शामिल किया जाता है। मतलब जरूरी नहीं कि सर्वे के सवालों का जवाब देने वाला मतदाता ही हो। इस सर्वे में अलग-अलग मुद्दों के आधार पर जनता के मूड का अनुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल चुनाव के दौरान किया जाता है। इसके नतीजे सभी फेज के मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाते हैं। एग्जिट पोल एजेंसियों के अधिकारी वोटिंग के दिन मतदान केंद्रों पर मौजूद होते हैं। वे मतदान करने के बाद वोटर्स से चुनाव से जुड़े सवाल पूछते हैं। वोटर्स के जवाब के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाती है। रिपोर्ट का आकलन किया जाता है, जिससे पता चले कि वोटर्स का रुझान किस तरफ ज्यादा है। इसके बाद नतीजों का अनुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल को लेकर भास्कर कार्टूनिस्ट संदीप पाल के 2 कार्टून... महाराष्ट्र का सियासी समीकरण महाराष्ट्र में पिछले 3 विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल... 2019 में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना (अविभाजित) गठबंधन को बहुमत मिला। 2014 के मुकाबले गठबंधन की सीटें और वोट शेयर दोनों गिरा था। गठबंधन को 161 सीटें मिली थी

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