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Dainik Bhaskar ​​​​​​​संजय राउत बोले-मुंबई हमारी ताकत, BMC चुनाव अकेले लड़ेंगे:कहा- MVA पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा; कांग्रेस-सपा बोलीं- हम भी तैयार

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने शनिवार को पुणे में कहा कि उनकी पार्टी मुंबई महानगर पालिका (BMC) चुनाव अकेले लड़ेगी। इससे महाविकास अघाड़ी (MVA) पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राउत ने कहा, 'कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि महानगर पालिका चुनाव अकेले लड़ा जाए।' राउत के बयान को लेकर MVA के सहयोगी दल सपा और कांग्रेस ने भी कहा कि वे अकेले चुनाव लड़ने को तैयार हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा- लोकल बॉडी चुनाव गठबंधन में हम पहले भी अकेले लड़े हैं। इस मामले में बैठकर चर्चा करेंगे। वहीं, महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अबू आजमी भी BMC चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। आजमी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी नफरत फैलाने वालों के साथ नहीं रह सकती और BMC चुनाव में अकेले लड़कर अपनी ताकत दिखाएगी। उन्होंने शिवसेना (UBT) को भाजपा की 'बी टीम' बताया था। राउत बोले- मराठियों के लिए चुनाव लड़ेगी उद्धव सेना राउत ने कहा कि MVA गठबंधन के सहयोगी दलों ने एक साथ चुनाव लड़ने पर कोई निर्णय नहीं लिया है। अभी तक कोई भी नगर निगम चुनाव गठबंधन में नहीं लड़ा गया है। जब कांग्रेस-NCP और शिवसेना-भाजपा के बीच गठबंधन था तब भी चुनाव अकेले लड़े गए थे। उन्होंने कहा कि ये अलग तरह के चुनाव हैं, इससे स्थानीय कैडर मजबूत होता है। इसका इस्तेमाल लोकसभा-विधानसभा चुनावों में किया जाना चाहिए। जिस तरह से मराठी लोगों पर हमले हो रहे हैं, सब देख रहे हैं। मराठियों के लिए हमारी शिवसेना अकेले लड़ेगी। शिंदे बोले- उद्धव ठाकरे के पास अकेले चुनाव लड़ने के अलावा कोई चारा नहीं वहीं, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव की शिवसेना ने हिंदुत्व छोड़ दिया है। लोकसभा में जो कुछ भी उन्हें सफलता मिली वो सिर्फ कांग्रेस और NCP के कारण मिली। अकेले चुनाव लड़ने के अलावा उद्धव ठाकरे के पास कोई चारा नहीं है। लेकिन क्या वो इतनी हिम्मत दिखा पाएंगे क्या? यह सबसे बड़ा सवाल है। BMC का बजट 8 राज्यों से ज्यादा मुंबई महानगर पालिका चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति में बेहद अहम हैं, क्योंकि यह देश की सबसे अमीर नगरपालिका है। साल 2024-25 में BMC ने 59,954.75 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। यह देश के 8 राज्यों के वार्षिक बजट से भी ज्यादा था। सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, त्र

Dainik Bhaskar शाह बोले- नॉर्थ-ईस्ट में अब उग्रवाद खत्म:10 साल में 9 हजार उग्रवादियों का सरेंडर; केंद्र ने रेलवे-सड़क पर ₹1.22 लाख करोड़ खर्च किए

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि नॉर्थ-ईस्ट में अब उग्रवाद खत्म हो गया है, इसलिए लोगों को जल्दी न्याय दिलाने के लिए पुलिस का दृष्टिकोण बदलने का वक्त आ गया है। हमें FIR दर्ज होने से 3 साल के अंदर न्याय दिलाने की जरूरत है। शाह त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में नॉर्थ-ईस्ट काउंसिल (NEC) के 72वें प्लेंट्री सेशन (पूर्ण अधिवेशन) में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल में 20 शांति समझौतों पर साइन करके नॉर्थ-ईस्ट में शांति लाई है। इस दौरान 9 हजार उग्रवादियों ने हथियार डाले हैं। केंद्र ने नॉर्थ-ईस्ट में रेलवे पर 81,000 करोड़ रुपए और सड़क नेटवर्क पर 41,000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इस अवसर पर नॉर्थ-ईस्ट डेवलपमेंट मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ नॉर्थ-ईस्ट के सभी आठ राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे। 2008 के बाद यह दूसरी बार है जब अगरतला में यह प्लेंट्री सेशन हो रहा है। NEC नॉर्थ-ईस्ट के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी है। इसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं। अमित शाह इसके अधिवेशन में शामिल होने के लिए शुक्रवार को ही त्रिपुरा पहुंच गए थे।

Dainik Bhaskar 'सत्याग्रह नहीं, हथियार देखकर भागे अंग्रेज':बिहार के राज्यपाल बोले- समय आ गया सही इतिहास लिखा जाए, RJD बोली- गांधी के विचार खत्म करना चाहती है भाजपा

बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा है कि 'ब्रिटिश शासकों ने सत्याग्रह के कारण नहीं, बल्कि भारतीयों के हाथों में हथियार देख कर भारत छोड़ा था। उन्हें एहसास हो गया था कि भारत के लोग आजादी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।' शुक्रवार को गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बयान दिया है। राज्यपाल आर्लेकर में कहा कि 'ब्रिटिशर्स ने एक कहानी गढ़ने की कोशिश की, लेकिन सच्चाई यह है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम हथियारों के बिना नहीं लड़ा गया। अंग्रेज सत्याग्रह के कारण भारत नहीं छोड़कर गए।' सही इतिहास को सामने आना चाहिए राज्यपाल ने कहा कि अब समय आ गया है, बिना किसी से डरे इतिहास के बारे में सही परिप्रेक्ष्य सामने लाया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद ने एक कहानी गढ़ी थी कि आप गुलाम बनने के लिए पैदा हुए हैं। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भी इसका समर्थन किया था। राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आनंदिता सिंह द्वारा लिखित पुस्तक "भारत के उत्तर पूर्व में स्वतंत्रता संग्राम का संक्षिप्त इतिहास (1498 से 1947)" पर यह टिप्पणी की। गोवा का भी सच सामने आए गोवा के रहने वाले आर्लेकर ने कहा, 'गोवा की खोज क्या है? अगर हम इसे सामने लाने की कोशिश करते हैं तो गोवा में कुछ लोग परेशान हो जाते हैं। उन्हें दर्द होता है। क्या हमें यह नहीं बताना चाहिए कि आपकी जड़ें क्या हैं? उन्होंने कहा कि हमें किसी से डरे बिना अपनी बात कहनी होगी। बीजेपी ने किया राज्यपाल के बयान का समर्थन पहले भी गांधी पर एक और उपराज्यपाल सवाल उठा चुके हैं दो साल पहले मध्यप्रदेश के ग्वालियर की ITM यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गांधी जी डिग्री पर सवाल उठाया था। उन्होंने एक पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा था-गांधीजी सिर्फ हाई स्कूल डिप्लोमा किए थे। अब यहां बैठे लोग मुझसे सवाल करेंगे तो मैं यह बात पूरे तथ्यों के साथ कह रहा हूं, इसका आधार है मेरे पास। गांधी जी ने किया था सत्याग्रह आंदोलन भारत को आजादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन चलाया था। अहिंसा के माध्यम से वह अंग्रेजों का विरोध करते थे। गांधी जी के 3 मुख्य सत्याग्रह चंपारण सत्याग्रहः 1917 में बिहार के चंपारण से गांधी जी ने भारत का पहला सत्याग्रह शुरू किया था। इस आंदोलन में गांधीजी ने किसा

Dainik Bhaskar दानपेटी में गिरा आईफोन, मंदिर ने अपनी संपत्ति बताई:युवक ने फोन मांगा तो मंदिर प्रशासन बोला- अब यह भगवान की, सिम कार्ड और डेटा ले लो

तमिल फिल्म 'पालयथम्मन' में एक महिला गलती से अपने बच्चे को मंदिर की 'हुंडी' (दान पेटी) में गिरा देती है और बच्चा 'मंदिर की संपत्ति' बन जाता है। ऐसी ही घटना चेन्नई के पास थिरुपुरुर के अरुलमिगु कंदस्वामी मंदिर में हुई है। दरअसल, विनयागपुरम के रहने वाले एक भक्त दिनेश का आईफोन गलती से मंदिर की दान पेटी में गिर गया। आईफोन वापस मांगने के लिए उन्होंने मंदिर प्रशासन से संपर्क किया। हालांकि, उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। मंदिर के अधिकारियों ने दिनेश से कहा कि हुंडी में मिली कोई भी चीज भगवान की होती है। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने उन्हें सिम कार्ड देने और फोन से डेटा डाउनलोड करने की पेशकश की। मंदिर की तीन तस्वीरें... दिनेश बोले- दान के लिए पैसा निकाल रहा था, फोन ही गिर गया दिनेश एक महीने पहले परिवार के साथ मंदिर गए थे। पूजा के बाद वे दान पेटी में पैसे डालने गए थे। जब वह अपनी शर्ट की जेब से नोट निकाल रहे थे, तो उनका आईफोन गलती से दान पेटी में गिर गया। चूंकि दान पेटी ऊंचाई पर रखी हुई थी, इसलिए वह फोन नहीं निकाल पाए। घबराए हुए दिनेश ने मंदिर के अधिकारियों से संपर्क किया। दो महीने में एक बार खुलती है दान पेटी मामला नवंबर का है, लेकिन दिनेश शुक्रवार, यानी 20 दिसंबर को अपना आईफोन लेने मंदिर पहुंचे थे। दरअसल, मंदिर के नियम के मुताबिक दान पेटी दो महीने में एक बार खोली जाती है। दिनेश ने मंदिर प्रशासन से अपने फोन गिरने की शिकायत दर्ज कराई। उन्हें दिसंबर में आने को कहा गया। मंदिर प्रशासन बोला- चढ़ावे के बाद इरादा तो नहीं बदला, स्पष्ट नहीं मंदिर प्रशासन के एक अधिकारी कुमारवेल ने कहा कि दिनेश का आईफोन दान पेटी में गिरा था, उन्होंने चढ़ाया था या चढ़ावे के बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया। यह स्पष्ट नहीं है। दान पेटी में मिली किसी भी चीज को मंदिर और देवता का मानने की परंपरा का पालन किया जाएगा। इसलिए फोन मंदिर प्रशासन के पास ही रहेगा।

Dainik Bhaskar केजरीवाल ने शुरू की अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना:दलित बच्चों की विदेश में पढ़ाई का खर्चा उठाएगी सरकार, कहा- शाह और भाजपा को जवाब है योजना

आम आदमी पार्टी के कन्वेनर अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डॉ. अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना का ऐलान किया। केजरीवाल ने कहा कि दलित परिवार के बच्चे की विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई और आने-जाने का खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दलित समाज का कोई बच्चा पैसे की कमी की वजह से उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित ना रह जाए। डॉ. अंबेडकर स्कॉलरशिप का ऐलान करता हूं। दलित का कोई बच्चा दुनिया की किसी टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ना चहता है तो वह सिर्फ उस यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले ले, पढ़ाई का खर्चा और आने-जाने का सारा खर्चा दिल्ली सरकार वहन करेगी।" उन्होंने कहा, "अंबेडकर ने विदेशों में पढ़ाई कर डबल पीएचडी की है। आजाद भारत में किसी बच्चे को फॉरेन यूनिवर्सिटी में पढ़ने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सरकारी अफसरों के ऊपर भी यह योजना लागू होगी। भाजपा और अमित शाह ने जो अंबेडकर का मजाक उड़ाया उसका जवाब हम इस योजना से दे रहे हैं।" दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। अगले दो महीने में चुनाव हो सकते हैं। पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 70 में से 62 सीटें जीती थीं। 26 दिन में 5 ऐलान 18 दिसंबर: 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का मुफ्त इलाज केजरीवाल ने 12 दिसंबर को घोषणा की कि 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का मुफ्त इलाज होगा। केजरीवाल ने साफ किया कि ये इलाज सभी बुजुर्गों के लिए मुफ्त होगा, चाहे वो किसी भी कैटेगरी में आते हों। इसे उन्होंने संजीवनी योजना बताया। 12 दिसंबर: महिलाओं के लिए 1000 रुपए प्रति माह केजरीवाल ने 12 दिसंबर को महिलाओं को हर महीने ₹1000 रुपए देने का ऐलान किया। इसे महिला सम्मान योजना नाम दिया गया है। 18 साल की उम्र पूरी करने वाली हर महिला इस स्कीम के दायरे में आएगी। केजरीवाल ने यह भी कहा कि चुनाव बाद महिलाओं को हर महीने मिलने वाली रकम को बढ़ाकर ₹2100 कर दिया जाएगा। 10 दिसंबर: ऑटो चालकों के लिए 4 ऐलान किए थे केजरीवाल ने 10 दिसंबर को ऑटो चालकों के लिए 4 ऐलान किए थे। उन्होंने कहा था कि ऑटो चालक की बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। होली-दिवाली पर वर्दी बनवाने के लिए ढाई-ढाई हजार रुपए दिए जाएंगे। 10 लाख रुपए का लाइफ इंश्योरेंस और 5 लाख का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस भी कराया जाएगा। साथ ह

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 2 नक्सलियों का सरेंडर:8 लाख रुपए का इनाम था, परिवार के दबाव में हथियार डाले

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में शनिवार को दो नक्सलियों ने सीआरपीएफ और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इन दोनों पर 8 लाख रुपए का इनाम था। बताया जा रहा है कि इन्होंने परिवार के दबाव में सरेंडर किया है। पुलिस के मुताबिक 55 साल के रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह और 25 साल के रमेश कुंजाम उर्फ गोविंद ने सरेंडर किया है। रामसु महाराष्ट्र के गढ़चिरौली का, जबकि रमेश छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। रामसु पांच मर्डर कर चुका रामसु दुर्गु ने 1992 में नक्सली संगठन टिपागढ़ एलओएस को जॉइन किया था। इसके बाद उसने 2010 में कुतुल और नेलनार एलओएस जॉइन की थी, जहां उसने एरिया कमेटी सदस्य के रूप में काम किया। रामसु के खिलाफ करीब 12 मामले दर्ज हैं जिनमें छह मुठभेड़, पांच मर्डर और एक डकैती का मामला है। पुलिस ने इस पर 6 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। रमेश ने 2019 में जॉइन किया था संगठन दूसरे नक्सली रमेश कुंजाम ने 2019 में मिलिशिया संगठन जॉइन किया था। 2020 में वह चेतना नाट्य मंच यानी सीएनएम का सदस्य बना और नक्सली गतिविधियों का हिस्सा बन गया। 2021 में उसने कुतुल एलओएस के सदस्य के तौर पर काम शुरू किया। कुंजाम पर पुलिस ने 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। परिवार के दबाव में सरेंडर किया जानकारी के मुताबिक दोनों नक्सलियों पर सरेंडर के लिए परिवार ने दबाव बनाया था। साथ ही गढ़चिरौली पुलिस की नक्सलियों पर लगातार बढ़ती कार्रवाई भी सरेंडर करने की बड़ी वजह है। आत्मसमर्पण के बाद दोनों नक्सलियों को पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार से घोषित इनाम के रूप में 4.5 लाख रुपए मिलेंगे। 2022 के बाद से 33 नक्सलियों का सरेंडर नक्सली विरोधी अभियान में तेजी लाने और नक्सलियों से सरेंडर कराने के लिए पिछले कुछ समय से सरकार पुनर्वास नीति चला रही है। ऐसे में यदि कोई नक्सली सम्मानजनक जीवन जीने के लिए पुलिस या सीआरपीएफ के सामने सरेंडर करता है तो उसे अपना आगे का जीवन सही तरह से जीने के लिए एक निश्चित रकम दी जाती है। सरकार के इस अभियान के बाद महाराष्ट्र में 2022 से अब तक कुल 33 कट्टर नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिनमें से 20 सरेंडर साल 2024 में भी ही हुए हैं। गढ़चिरौली एसपी नीलोत्पल ने कहा है लोकतंत्र के रास्ते से सरेंडर करने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के इच्छुक लोगों को सभी आवश्यक मदद दी जाएगी। महाराष्ट्र में अब सिर्

Dainik Bhaskar दिल्ली शराब घोटाला- केजरीवाल के खिलाफ केस चलेगा:LG ने ED को मंजूरी दी; AAP बोली- अंबेडकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शराब नीति घोटाले में केस चलाने की अनुमति ED को मिल गई है। ANI के सूत्रों के मुताबिक, एलजी वीके सक्सेना ने शनिवार को अनुमति दे दी है। ED ने 5 दिसंबर को एलजी से केस चलाने के लिए अनुमति मांगते हुए कहा था- शराब घोटाले की जांच में पता चहा है कि शराब नीति को लागू करने के दौरान भ्रष्टाचार हुआ है। दरअसल, शराब घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 6 नवंबर को फैसला सुनाते हुए कहा था कि पब्लिक सर्वेंट पर सरकार की अनुमति के बिना मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA)की धाराओं के तहत केस नहीं चलाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पब्लिक सर्वेंट के खिलाफ ED द्वारा दायर चार्जशीट के लिए अनुमति की जरूरत नहीं होती थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ED द्वारा पब्लिक सर्वेंट के खिलाफ दायर चार्जशीट पर अनुमति जरूरी नहीं होती थी। यह CBI और राज्य पुलिस जैसी अन्य जांच एजेंसियों के लिए अनिवार्य था। इधर, केजरीवाल के खिलाफ केस चलाने की अनुमति को लेकर मनीष सिसोदिया ने कहा- ED मंजूरी की कॉपी क्यों नहीं दिखा रही है। बाबा साहब के अपमान के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इन्हें जुमलेबाजी बंद करनी चाहिए। शराब नीति केस- केजरीवाल 156 दिन जेल में बिता चुके केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया।

Dainik Bhaskar दिल्ली MCD का आदेश- स्कूल बांग्लादेशी छात्रों की पहचान करें:बांग्लादेशी अप्रवासियों के बर्थ सर्टिफिकेट न बनाए, उनके अवैध निर्माण को गिराया जाए

दिल्ली में नगर निगम (MCD) के उपायुक्त ने अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे को लेकर स्कूलों को नोटिस भेजा है। MCD ने 18 दिसंबर को स्कूल मैनेजमेंट को निर्देश दिए कि बांग्लादेशी छात्रों की पहचान करें। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे अप्रवासियों के बर्थ सर्टिफिकेट भी नहीं बनाए जाएं। MCD ने कहा कि अगर बांग्लादेशी अप्रवासियों ने अवैध निर्माण बना लिए हैं तो उन्हें गिराया जाए। MCD ने 31 दिसंबर तक कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने को कहा है। MCD के 3 निर्देश 1. वेरिफिकेशन अभियान चलाएं दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे को लेकर एमसीडी ने शनिवार को भी बैठक की है। एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर बीपी भारद्वाज ने कहा कि शिक्षा विभाग को अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें नगर निगम के स्कूलों में एडमिशन लेने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि बांग्लादेशी छात्रों की पहचान करने के लिए वेरिफिकेशन अभियान चलाना चाहिए। 2. पहले जारी बर्थ सर्टिफिकेट की जांच करें एमसीडी ने स्वास्थ्य विभाग को भेजे नोटिस में अवैध बांग्लादेशियों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाने के आदेश दिए हैं। भारद्वाज ने कहा कि जिन बांग्लादेशियों के जन्म प्रमाण पत्र पहले जारी हो चुके हैं उनकी पहचान के लिए भी वेरिफिकेशन अभियान चलाया जाए। सभी जोनल स्वास्थ्य अधिकारियों को आदेश दिए गए कि वे नए आवेदनों की गंभीरता से जांच करें और तब ही स्वीकार करें। पुराने रिकॉर्ड के सत्यापन के लिए भी शिकायत के आधार पर सत्यापन किया जाए। यदि पुलिस या फिर कोई अन्य एजेंसी किसी व्यक्ति की जानकारी देती है कि उसने गलत कागजों के आधार पर जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया है तो उसे रद्द किया जाए। 3. अतिक्रमण हटाने के आदेश एमसीडी उपायुक्त ने आदेश में कहा कि अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाए। यह आदेश एमसीडी के सभी क्षेत्रों के लिए है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को 31 दिसंबर 2024 तक इस बारे में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। भाजपा बोली- AAP ने घुसपैठियों का नाम वोटर लिस्ट में डलवाया दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या समुदाय बड़ा मुद्दा बना हुआ है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को व

Dainik Bhaskar डल्लेवाल का आमरण अनशन 26वें दिन जारी:पटियाला में शंभू खनौरी मोर्चे को लेकर SKM की मीटिंग; पंधेर बोले-हमारा संघर्ष अलग

पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज (21 दिसंबर) को एसकेएम (गैर राजनीतिक) और एसकेएम के बीच पटियाला में मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उम्मीद है कि इस मीटिंग में दोनों दल आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला ले सकते हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- जिस मोर्चे की लड़ाई हम लड़ रहे हैं, वह अलग है। हालांकि उन्होंने साफ किया है कि फिलहाल वह SKM में शामिल नहीं हो सकते हैं। संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज 26वें दिन में प्रवेश कर गया। डल्लेवाल की सेहत नाजुक, हर छह घंटे बाद जांच दूसरी तरफ खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत 26वें दिन जारी है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। अब वे किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रख रही है। हर छह घंटे में उनकी सेहत का चैकअप किया जा रहा है। दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से खनौरी में धरना स्थल से कुछ ही दूरी पर चार कमरों का एक अस्पताल बना दिया गया है। एंबुलेंस भी तैनात कर दी है, ताकि अगर कोई विपरीत स्थिति बनती है तो आसानी से निपटा जा सके। सुप्रीम कोर्ट में 3 दिन चली सुनवाई इससे पहले लगातार तीन दिन डल्लेवाल की सेहत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चली है। जहां पर पंजाब की तरफ से डल्लेवाल की सेहत को लेकर सारी मेडिकल रिपोर्ट सौंपी गई हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने अब पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि जब भी डल्लेवाल को मेडिकल की मदद की जरूरत पड़े तो उन्हें जरूरी सहायता मुहैया करवाई जाए। मामले की अगली मीटिंग दो जनवरी को तय की गई है। हालांकि अदालत ने सभी पक्षों को साफ किया है अगर इससे पहले उन्हें अदालत से संपर्क करने की कोई आवश्यकता उत्पन्न होती है, तो सभी पक्षों को संपर्क कर सकते है। घायल किसानों से अस्पताल में जाकर मिले इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आज सुबह जसविंदर सिंह लोगोंवाल, तेजवीर सिंह पंजोखरा साहिब व सीनियर नेताओं ने अस्पताल जाकर किसान नेता करनैल सिंह से मुलाकात की है। वह आठ दिसंबर को उस समय घायल हो गए थे। जब दिल्ली कूच के समय हरियाणा पुलिस द्वारा छोडे़ गए आंसू गैस के गोलों की वजह से घायल हो गए थे।

Dainik Bhaskar मुंबई नाव हादसा- बचावकर्मी ने बताया हाल:बोट डूब रही थी, पैरेंट्स बच्चे समुद्र में फेंकने वाले थे, ताकि हम रेस्क्यू कर लें

मुंबई में 18 दिसंबर को नेवी की स्पीडबोट गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा जा रही पैसेंजर बोट से टकराई थी। इससे पैसेंजर बोट डूब गई थी। इसमें सवार 113 लोगों में 98 को बचा लिया गया। 14 लोगों की मौत हो गई। एक बच्चा अभी भी लापता है। हादसा इतना भयावह था कि इसमें सवार कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों को समुद्र में फेंकना चाह रहे थे। उन्हें रेस्क्यू करने पहुंचे CISF कॉन्स्टेबल ने शनिवार को बताया कि पैरेंट्स डर के मारे अपने ही बच्चों को पानी में उतारना चाहते थे। उन्हें लग रहा था कि बोट धीरे-धीरे डूब रही है, पानी में फेंकने से शायद बच्चे जिंदा बच जाए। उन्हें लगा बच्चों को बचाने के लिए मदद जल्द ही पहुंच सकती है, लेकिन तेजी से डूबते जा रही बोट पर वे जिंदा नहीं बचेंगे। हालांकि, हमने जल्दी ही उन्हें बचा लिया। CISF कॉन्स्टेबल के अलावा एक कार्गो शिप पायलट ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में बताया। उन्होंने कहा- मैंने बोट की कैपेसिटी 12 लोग थे, लेकिन यह बहुत बड़ा एक्सीडेंट था। महिलाएं, बच्चे चिल्ला रहे थे। मैंने कुल 56 लोगों को रेस्क्यू किया। पायलट ने कहा- सबलोग बोट में चढ़ना चाहते थे। मुझे समुद्र के ब्योंट फोर्स का अनुभव है। मैंने अपने लंबे अनुभव पर भरोसा करते हुए 56 लोगों को बोट में चढ़ाया और उन्हें किनारे तक पहुंचाया। इन 56 लोगों में से एक बच्चा जिंदा नहीं बच सका। हमें CPR देकर उसे बचाने की कोशिश की थी। तीसरे दिन भी रेस्क्यू जारी.... 5 पॉइंट्स में पूरा मामला चश्मदीदों के 3 बयान, कहा- नेवी की बोट स्टंट कर रही थी नौसेना ने 11 बोट, 4 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट लगी। 4 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मृतकों के परिवार को PM ₹2 लाख और CM ₹5 लाख देंगे PM मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। वहीं, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता देगी। उन्होंने ने

Dainik Bhaskar उद्योगपति सोरोस से मुलाकात पर थरूर-हरदीप पुरी आमने-सामने:थरूर बोले- पुरी के घर पर मुलाकात हुई, केंद्रीय मंत्री बोले- मेहमानों की लिस्ट आपने दी थी

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने जॉर्ज सोरोस मामले को लेकर शशि थरूर को जवाब दिया है। थरूर ने 15 दिसंबर को कहा था कि मैं सोरोस हरदीप पुरी के अमेरिका के घर में मिला था। इसका जवाब देते हुए हरदीप पुरी ने शुक्रवार को कहा- मैं उस वक्त एंबेस्डर था। शशि थरूर UPA सरकार में विदेश राज्य मंत्री थे। मुझे डिनर कार्यक्रम में मेहमानों की लिस्ट थरूर ने ही दी थी। दरअसल, 8 दिसंबर को भाजपा ने गांधी परिवार पर अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस के फाउंडेशन से फंड लेने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि भारत विरोधी सोरोस और कांग्रेस मिलकर भारत की इकोनॉमी तबाह करना चाहते हैं। इसके बाद X पर सांसद शशि थरूर का 2009 का पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने लिखा था- पूराने मित्र सोरोस से मुलाकात हुई। वे एक निवेशक ही नहीं, बल्कि विश्व के चिंतित एक नागरिक भी हैं। थरूर ने अपनी इसी पोस्ट का जवाब देते हुए 15 दिसंबर को कहा- ये मुलाकात हरदीप पुरी के घर हुई थी। वे सिर्फ सोशल सेंस में मेरे दोस्त थे। मैंने उनसे एक रुपए भी नहीं लिया। इस पोस्ट के बाद मैं एक बार और उनसे मिला था। यह मुलाकात हरदीप पुरी के घर डिनर पार्टी में हुई थी। थरूर की सफाई 3 पॉइंट में थरूर की सफाई पर हरदीप पुरी जवाब, 4 पॉइंट्स... 12 दिन पहले भाजपा ने आरोप लगाया, कहा- सोरोस और कांग्रेस भारत विरोधी भाजपा ने 8 दिसंबर को कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐसे संगठन से जुड़ी हैं, जो कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करता है। भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि इस संगठन को जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की तरफ से फंडिंग मिलती है। इस संगठन का नाम फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पेसिफिक (FDL-AP) है। सोनिया इसकी सह-अध्यक्ष (CO) हैं। जॉर्ज सोरोस प्रधानमंत्री मोदी को लोकतंत्र विरोधी बता चुके हैं जॉर्ज सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था। जॉर्ज पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने का एजेंडा चलाने का आरोप है। सोरोस की संस्था ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशन’ ने 1999 में पहली बार भारत में एंट्री की। 2014 में इसने भारत में दवा, न्याय व्यवस्था को बेहतर बनाने और विकलांग लोगों को मदद करने वाली संस्थाओं को फंड देना शुरू किया। 2016 में भारत सरकार ने देश में इस संस्था के जरिए ह

Dainik Bhaskar पूर्व CJI चंद्रचूड़ बोले-जस्टिस शेखर का विरोध किया था:जस्टिस गोगोई को लेटर भी लिखा था, नेपोटिज्म-रिश्तेदारी से नियुक्ति नहीं होनी चाहिए

पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने विवादों में चल रहे इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव को लेकर बड़ा खुलासा किया है। चंद्रचूड़ ने कहा कि वह शुरू से जस्टिस शेखर यादव को इलाहाबाद हाईकोर्ट का जज नियुक्ति करने के विरोध में थे। उन्होंने कहा कि नियुक्ति नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) और रिश्तेदारी के आधार पर नहीं होनी चाहिए। जस्टिस यादव ने एक कार्यक्रम में कहा था कि कठमुल्ला देश के लिए घातक है। चंद्रचूड़ ने कहा- मैंने इसके लिए तत्कालीन सीजेआई जस्टिस रंजन गोगोई को पत्र भी लिखा था। इसमें शेखर यादव के साथ कई अन्य नामों का भी विरोध किया था। जस्टिस यादव के विरोध का कारण नेपोटिज्म, रिश्तेदारी और अन्य संबंधी होना था। उन्होंने कहा कि किसी जज का रिश्तेदार होना ही कोई योग्यता नहीं है, नियुक्ति योग्यता के आधार पर होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस रिश्तेदार के प्रभाव से उनकी नियुक्ति हुई है। पूर्व सीजेआई ने कहा- सिटिंग जज को हमेशा सावधान रहना चाहिए कि वह न्यायालय के अंदर और बाहर क्या बोल रहा है। एक जज के बयान से ऐसा नहीं होना चाहिए कि जिससे लोग न्यायपालिका को पक्षपाती मानने लगें। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव ने 8 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में कथित रूप से मुस्लिम समुदाय को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था- मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हिंदुस्तान है…और देश हिंदुस्तान में रहने वाले बहुसंख्यकों के अनुसार चलेगा। धार्मिक सभा में धर्मांतरण को नहीं रोका गया तो भारत की बहुसंख्यक आबादी अल्पसंख्यक हो जाएगी। इस बयान पर काफी विवाद हुआ था। विपक्षी राजनीतिक दलों ने जस्टिस यादव के खिलाफ महाभियोग की मांग की थी। इसी मामले में उन्हें मंगलवार 17 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम के सामने भी पेश होना पड़ा था। कॉलेजियम ने उन्हें सलाह दी और कहा कि वे अपने संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखें और सार्वजनिक भाषण देते समय सावधानी बरतें। जस्टिस शेखर यादव कौन हैं जस्टिस शेखर कुमार यादव ने 1988 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लॉ में ग्रेजुएशन किया। 8 सितंबर 1990 को अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया। वे जौनपुर में वीबीएस पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के स्थायी अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने दिसंबर 2019 में अतिरिक्त न्यायाधीश और फिर मार्च 2021 में स्थायी

Dainik Bhaskar महाकाल अन्न क्षेत्र में हादसा, महिला कर्मचारी की मौत:सब्जी काटने की मशीन में दुपट्‌टा फंसने से दम घुटा; 7 साल से आउटसोर्स कर्मचारी थी

उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के अन्न क्षेत्र में एक हादसे में महिला कर्मचारी की मौत हो गई। महिला यहां आलू-प्याज छीलने वाली मशीन पर काम कर रही थी। इसी दौरान मशीन में दुपट्‌टा फंसने से उसके गले में फंदा कस गया। महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसा शनिवार सुबह करीब 6 बजे हुआ। महिला की पहचान रजनी खत्री (30) के रूप में हुई है। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत मशीन बंद की। रजनी के गले से फंदा निकालकर उसे अवंतिका अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही तहसीलदार रुपाली जैन और एसडीएम एलएन गर्ग जिला अस्पताल की मर्चुरी पहुंचे। महाकाल थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अन्न क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए जा रहे हैं। घटना के चलते आज महाकाल मंदिर अन्न क्षेत्र को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। परिवार को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता एसडीएम गर्ग ने बताया कि रजनी खत्री बीते 7 साल से महाकाल मंदिर में बतौर आउटसोर्स कर्मचारी काम कर रही थी। बीते एक वर्ष से उसकी ड्यूटी अन्न क्षेत्र में खाना बनाने और परोसने में लगी थी। हाल ही में लगी हाईटेक मशीन में वह रोजाना की तरह सुबह आलू-प्याज छीलने का काम कर ही रही थी। एसडीएम ने रजनी के परिवार को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है।

Dainik Bhaskar MP के देवास में सिलेंडर ब्लास्ट, 4 की मौत:नीचे डेयरी में भड़की आग; ऊपर सो रहे पति-पत्नी और 2 बच्चों की जान गई

देवास में शनिवार तड़के एक घर में आग लग गई। दूसरी मंजिल पर सो रहे पति-पत्नी और दो बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नीचे डेयरी में गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होने के कारण आग लगी है। पहली मंजिल पर डेयरी प्रोडक्ट्स रखे थे, जिससे आग बेकाबू हाे गई। घटना नयापुरा क्षेत्र की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि घर में रखे गैस सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ था। करीब तीन फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड कर्मचारी दूसरी मंजिल पर सो रहे परिवार के रेस्क्यू में जुट गई, लेकिन ऊपर जाने का रास्ता सकरा होने से टीम रेस्क्यू नहीं कर पाई। एक ही परिवार के चार लोगाें की मौत हादसे में दिनेश कारपेंटर (35), उनकी पत्नी गायत्री कारपेंटर (30), बेटी इशिका (10) और बेटे चिराग (7) की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी पुनीत गेहलोद मौके पर पहुंचे। आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए एफएसएल टीम जांच करेगी। सिंगल रास्ता होने से रेस्क्यू में आई दिक्कत नगर निगम दमकल विभाग के अभिनव चंदेल ने बताया कि सुबह 4:48 बजे नयापुरा क्षेत्र में आर्यन मिल्क कॉर्नर पर एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट होने की सूचना मिली थी। मौके पर हमारी तीन फायर बिग्रेड पहुंची। रेस्क्यू कर एक पुरुष, एक महिला और दो बच्चों का शव निकाला। सिंगल रास्ता होने से इसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रास्ते पर मलबा पड़ा होने से आग बुझाने और रेस्क्यू कार्य में दिक्कत हुई। मिल्क कॉर्नर में ब्लास्ट हुआ एलपीजी सिलेंडर वहां मिला है। मौके पर अन्य एलपीजी सिलेंडर भी रखे थे। पहली मंजिल पर भी डेरी प्रोडक्ट भी रखे हुए थे। खबर लगातार अपडेट की जा रही है।

Dainik Bhaskar महिला बोली-रातभर पीटा, निर्वस्त्र कर आंगन में पटका:ससुरालवालों ने शरीर पर लाल मिर्च लगाई, दागा; 80 किलोमीटर दूर मरने के लिए फेंक दिया

ससुरालवाले मुझे रातभर हाथ-पैर और डंडों से पीटते रहे। मैं छोड़ देने की गुहार लगाती रही। वे नहीं माने, मैं बेहोश हो गई। सुबह होश आया तो दोबारा पीटना शुरू कर दिया। मेरे कपड़े उतारकर आंगन में फेंक दिया। पति के सामने ही ससुर ने प्राइवेट पार्ट में मिर्ची भर दी। सास ने लोहे के पलटे को गर्म करके जगह-जगह दाग दिया। मैं फिर बेहोश हो गई। दोपहर में होश आया तो ससुर और पति ने मुझे बाइक पर बैठाकर 80 किलोमीटर दूर बांध के पास मरने के लिए फेंक दिया। मेरे बच्चों को अपने पास रख लिया। आपबीती सुनाते-सुनाते पीड़िता रोने लगी। मामला राजगढ़ जिले के करनवास में 13 दिसंबर का है। पीड़िता अब भी डरी हुई है। वह पुलिस से एक ही गुहार लगा रही है कि उसके बच्चे उसे दे दिए जाएं। पुलिस ने सास, ससुर, पति, जेठानी सहित रोहित रूहेला के खिलाफ नामजद FIR की है। जमीन पर गिराया, छेड़छाड़ करने लगा पीड़िता ने कहा, '13 दिसंबर की रात मैं अपने घर में बैठकर लिखा-पढ़ी का काम कर रही थी। इसी दौरान पास ही रहने वाला रोहित रूहेला आया और भाप की मशीन मांगने लगा। मैंने कहा- मैं लाती हूं और मशीन लेने कमरे के अंदर चली गई। इसी दौरान रोहित भी पीछे-पीछे कमरे में घुस आया। उसने धक्का देकर मुझे जमीन पर गिरा दिया। लाइट बंद कर दी और मुंह दबाकर छेड़छाड़ करने लगा। अचानक हुए हमले से मैं घबरा गई। तभी मेरी जेठानी वहां आ गई। उसने दरवाजा खटखटाया तो आरोपी घबरा गया और भागने लगा। जेठानी ने लाइट चालू की तो रोहित को भागते देखा।' मुझे ही दोषी ठहराया, चरित्रहीन कहा पीड़िता के मुताबिक, जेठानी ने उसे चरित्रहीन कहते हुए अपने दोनों बेटों के साथ मिलकर जमकर पिटाई की। इसके बाद सास-ससुर को फोन कर घर बुला लिया। आते ही उन्होंने भी पीटना शुरू कर दिया। रातभर उसे बेरहमी से मारा गया, जिस कारण वह बेहोश हो गई। उसे कमरे में बंद कर दिया। गर्म लोहे के पलटे से जगह-जगह दागा पीड़िता ने बताया कि अगले दिन 14 दिसंबर को सुबह जब उसका पति घर लौटा तो ससुराल वालों ने उसके कान भरे। पति ने कुछ पूछे बिना मुझे थप्पड़ मारे। कहा- तूने परिवार की इज्जत मिट्टी में मिला दी है। इसके बाद सबने मुझे निर्वस्त्र किया और आंगन में लाकर पटक दिया। महिला का आरोप है कि ससुर ने प्राइवेट पार्ट में लाल मिर्च पाउडर डाल दिया। सास और जेठानी ने गर्म लोहे का पलटा लाकर उसको जांघ और प्राइवेट पार्ट पर दागा। पीड़िता ने कहा- मै

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