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Dainik Bhaskar संसद धक्का-मुक्की केस की जांच क्राइम ब्रांच करेगी:राहुल गांधी के खिलाफ 6 धाराओं में FIR हुई थी; एक दिन पहले 2 भाजपा सांसद घायल हुए थे

दिल्ली पुलिस ने संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। एक दिन पहले भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। दरअसल, गुरुवार सुबह संसद परिसर में INDIA ब्लॉक और भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के सांसद आमने-सामने आ गए और धक्का-मुक्की शुरू हुई। इसमें ओडिशा के बालासोर से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हुए थे। सारंगी ने आरोप लगाया था कि राहुल ने एक सांसद को धक्का दिया, जो आकर उनके ऊपर गिरे। सारंगी जब मीडिया के सामने आए, तब उनके सिर से खून निकल रहा था। सारंगी के अलावा फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को भी चोट आई थी। दोनों को RML हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट ने कहा था दोनों नेताओं के सिर में चोट लगी है। उन्हें ICU रखा गया है। प्रताप सारंगी को काफी ब्लीडिंग रही थी। उनका घाव भी गहरा था, इसलिए टांके लगाने पड़े। घटना के बाद भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी थी। हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की थी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खड़गे से बदसलूकी किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। 8 तस्वीरों में पूरा घटनाक्रम 1. संसद परिसर में कहा-सुनी फिर धक्का-मुक्की संसद में गुरुवार सुबह I.N.D.I.A. ब्लॉक और भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। I.N.D.I.A. ब्लॉक अंबेडकर पर शाह के बयान की निंदा और उनके इस्तीफे की मांग कर रहा था। भाजपा सांसद भी अंबेडकर पर कांग्रेस की बयानबाजी का विरोध कर रहा था। इसी दौरान दोनों पक्षों के सांसद आमने-सामने आ गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद ही धक्का-मुक्की शुरू हुई। 2. प्रताप चंद्र सारंगी ने राहुल पर आरोप लगाया भाजपा और कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद प्रताप चंद्र सारंगी मीडिया के सामने आए। उनके सिर पर रूमाल रखा था और खून निकल रहा था। इसके बाद सारंगी ने राहुल पर धक्का देने का आरोप लगाया। 3. चोटिल सारंगी को देखने पहुंचे राहुल गांधी कांग्रेस सासंद राहुल गांधी भी अपने साथियों के साथ चोटिल प्रताप चंद्र सारंगी को देखने पहुंचे। हालांकि, उन्होंने सारंगी से क्या बातचीत की यह अभी सामने नही

Dainik Bhaskar पिकनिक स्पॉट पर युवक-युवती को निर्वस्त्र किया, वीडियो बनाया:रीवा में बदमाश बोले-मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेंगे; पीटकर रुपए छीने

रीवा में पिकनिक स्पॉट पूर्वा वाटरफॉल में एक अमानवीय हरकत सामने आई है। युवक-युवती को एकांत में देखकर चार बदमाश वहां पहुंच गए। उन्होंने रुपए की डिमांड कर युवती से हरकत की कोशिश की। उनके पास रखे रुपए छीन लिए। इसके बाद और पैसों की डिमांड की। पैसे नहीं देने पर दोनों को निर्वस्त्र कर दिया और वीडियो बनाया। बदमाशों ने कहा कि तुम लोगों को दुनिया में मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेंगे। युवक-युवती बदमाशों से उन्हें छोड़ने की गुहार लगाते रहे। लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। आरोपियों ने दोनों को पीटा और वीडियो वायरल कर दिया। घटना 5-6 दिन पुरानी बताई जा रही है। हालांकि पीड़ितों ने अभी तक मामले में शिकायत दर्ज नहीं कराई हैं। पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया है। पीड़िता बोली- मैं गिड़गिड़ाती रही, मुझे नग्न कर दिया पीड़िता ने बताया कि मैं अपने दोस्त के साथ पूर्वा वाटरफॉल घूमने गई थी। हम दोनों एकांत में बैठकर कुछ बातें कर रहे थे। इसी दौरान पीछे से चार बदमाश आ पहुंचे। उन्होंने हमारे साथ बदतमीजी शुरू कर दी। फिर हमें कपड़े उतारने के लिए फोर्स किया। चट्टान के पीछे ले जाकर जबरन हमारे कपड़े उतरवाए। वे लगातार वीडियो बना रहे थे। मैंने उनसे कहा कि मैं आप सबके पांव पकड़ती हूं। मेरा वीडियो मत बनाओ, लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। लगातार अभद्रता करते रहे। मारपीट करने के साथ ही लगातार जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। मैंने उनसे कहा कि आपको जो चाहिए वह ले लीजिए। लेकिन मुझे छोड़ दीजिए, पर उन्हें हमारे ऊपर बिल्कुल भी तरस नहीं आया। वीडियो भी बनाया और वायरल भी किया। युवक बोला-अश्लील वीडियो बनाकर पैसे मांगे पीड़ित युवक ने बताया कि आरोपियों ने मेरी दोस्त और मेरा अश्लील वीडियो बनाया। हमने उनके पैर पकड़ लिए। लेकिन उन्हें बिल्कुल भी रहम नहीं आया। वे बार-बार कह रहे थे कि पैसे निकालो, पैसे निकालो। मैंने कहा कि पैसे ले लो पर हमें छोड़ दो। लेकिन उन्होंने हमारी एक नहीं सुनी। हम दोनों को नग्न कर वीडियो बनाया। शर्मिंदगी की वजह से हम दोनों अपना मुंह छिपाते रहे। 5 हजार रुपए दे दिए फिर भी नहीं माने पीड़ित युवक ने कहा कि वे लगातार पैसे की डिमांड करते रहे। हमारे पास लगभग 5 हजार रुपए थे। वह पैसे हमने उन्हें दे दिए। लेकिन बदमाशों को हम पर रहम नहीं आया। वे कहने लगे कि और पैसे लेकर आओ। नहीं तो तुम्हें पूरी दुनिया में बदनाम कर देंगे।

Dainik Bhaskar कांग्रेस बोली- सरकार एक देश,एक चुनाव बिल कैसे पास कराएगी?:बिल पेश करते समय संसद में 272 सांसद भी नहीं थे, 362 कहां से लाओगे

कांग्रेस ने एक देश,एक चुनाव विधेयक को लेकर शुक्रवार को कहा कि भाजपा इस बिल को कैसे पास कराएगी? क्योंकि संविधान संशोधन के लिए उसके पास सदन में दो तिहाई बहुमत (362 सांसद) नहीं हैं। बिल भले ही जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) के पास भेजा गया, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध करती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने PTI से बातचीत में कहा, 'केंद्र सरकार बिल पेश करते समय 272 सांसद भी नहीं जुटा पाई थी। संविधान संशोधन के लिए उन्हें दो-तिहाई बहुमत कैसे मिलेगा। ये बिल संविधान की मूल संरचना, संघीय व्यवस्था और लोकतंत्र विरोधी है। हम एक देश,एक चुनाव बिल का विरोध करेंगे।' दरअसल, शुक्रवार को राज्यसभा में इस बिल से जुड़े 12 सदस्यों को नामित करने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया। सभापति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से राज्यसभा के सदस्यों को समिति में मनोनीत करने के लिए प्रस्ताव पेश करने को कहा था। इसके बाद संसद की संयुक्त समिति को दोनों विधेयकों की सिफारिश करने वाला प्रस्ताव पारित किया गया। फिर बिल को 39 सदस्यीय जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) के पास भेजने का फैसला किया गया, जिसमें लोकसभा से 27 और राज्यसभा से 12 सांसद होंगे। NDA के पास 292 सीटें, 362 का आंकड़ा जरूरी लोकसभा की 543 सीटों में एनडीए के पास अभी 292 सीटें हैं। दो तिहाई बहुमत के लिए 362 का आंकड़ा जरूरी है। वहीं, राज्यसभा की 245 सीटों में एनडीए के पास अभी 112 सीटें हैं, वहीं 6 मनोनीत सांसदों का भी उसे समर्थन है। जबकि विपक्ष के पास 85 सीटें हैं। दो तिहाई बहुमत के लिए 164 सीटें जरूरी हैं। एक देश-एक चुनाव बिल संसद में पेश हुआ केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल ने 17 दिसंबर को लोकसभा में एक देश-एक चुनाव बिल पेश किया था। विपक्षी सांसदों ने इसका विरोध किया। इसके बाद बिल पेश करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कराई गई। कुछ सांसदों की आपत्ति के बाद वोट संशोधित करने के लिए पर्ची से दोबारा मतदान हुआ। एक देश-एक चुनाव क्या है... भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं। एक देश-एक चुनाव का मतलब लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने से है। यानी मतदाता लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए एक ही दिन, एक ही समय वोट डालेंगे। आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 औ

Dainik Bhaskar शिवेसना यूबीटी नेता संजय राउत के बंगले की रेकी:कर्मचारी बोले- बाइक सवार दो युवकों ने बंगले के फोटो खीचें; पुलिस जांच में जुटी

महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव) के नेता और राज्य सभा सांसद संजय राउत के बंगले की रेकी किए जाने का दावा किया गया है। बंगले पर तैनात कर्मचारियों ने शुक्रवार को भांडुप पुलिस थाने में शिकायत की। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह 9 बजे संजय के बंगले (मैत्री) पर बाइक सवार दो लोग पहुंचे। दोनों ने बंगले के कुछ फोटो खींचे, कुछ देर वहां रुके और चले गए। बंगले की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों और अन्य लोगों ने बाइक सवारों देखा तो इसकी जानकारी संजय के भाई सुनील राउत को दी। वे इलाके के विधायक हैं। जानकारी मिलने पर पुलिस को बंगले पर पहुंची। वहां लगे सीसीटीवी में बाइक सवार नजर आए हैं। पुलिस ने कहा- मामले की जांच शुरू की गई है। फिलहाल केस दर्ज नहीं कराया गया है। पुलिस ने कहा कि जांच में कुछ गंभीर पाया जाता है तो केस दर्ज किया जाएगा। संजय राउत उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के सीनियर लीडर हैं। 2022 में । वे पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता भी हैं। कभी मुंबई के टॉप क्राइम रिपोर्टर थे संजय राउत राजनीति में आने से पहले संजय राउत क्राइम रिपोर्टर हुआ करते थे। लोकप्रभा पत्रिका से करियर की शुरुआत करने वाले संजय राउत को अंडरवर्ल्ड रिपोर्टिंग का एक्सपर्ट माना जाता था। दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अंडरवर्ल्ड पर लिखी उनकी रिपोर्ट्स की मुंबई में खूब चर्चा हुआ करती थी। राउत के लिए कहा जाता है कि वे क्राइम रिपोर्टर होने के बावजूद कभी पुलिस चौकी नहीं गए और न ही कभी किसी खबर को लेकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। क्राइम रिपोर्टिंग करने वाले राउत की खबरों का सूत्रधार हुआ करता था दाऊद। चर्चा यह भी है कि दाऊद इब्राहिम कई बार संजय राउत को खबरें देने के लिए एक्सप्रेस टॉवर आया करता था। दोनों यहां की कैंटीन में बैठकर बातचीत किया करते थे। यह बात 1993 ब्लास्ट में दाऊद का नाम आने से कई साल पहले की है। 16 जनवरी 2020 को पुणे में एक कार्यक्रम में संजय राउत ने खुद यह कबूला था कि दाऊद से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा था, 'दाऊद इब्राहिम को मैंने देखा था, उससे बात भी की है। एक बार तो मैंने उसे फटकार भी लगाई थी।' बालासाहेब ने कराई थी राजनीति में एंट्री रिपोर्टिंग की दुनिया में राउत का नाम बड़ा होता गया और वे बालासाहेब ठाकरे की नजरों में आए थे। इसके बाद उनका मातोश्री पर आना-जाना बढ़ा था। बालासाहेब ठाकरे ने 29 साल के राउत को शिवसेना

Dainik Bhaskar PM मोदी क्रिसमस सेलिब्रेशन में शामिल हुए:केंद्रीय राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन के घर कार्यक्रम हुआ; मोदी ने तस्वीरें शेयर कीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में केंद्रीय राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन के घर क्रिसमस सेलिब्रेशन में शामिल होने पहुंचे। वहां कुरियन ने और उनके परिवार ने PM का स्वागत किया। कार्यक्रम में PM ने मोमबत्ती जला सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सहभागिता कर क्रिश्चियन समाज के प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने आयोजन से जुड़ी तस्वीरें अपने एक्स अकाउंट पर शेयर कीं और लिखा- केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन जी के निवास पर क्रिसमस समारोह में शामिल हुआ। ईसाई समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों से भी बातचीत की। कार्यक्रम की तीन तस्वीरें... PM हाल ही में कुछ अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल हुए थे, दो तस्वीरें 11 नवंबर: उत्तराखंड के लोक पर्व इगास यानी बूढ़ी दिवाली पर्व में हिस्सा लिया 11 नवंबर को PM मोदी पौड़ी सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के दिल्ली आवास पर पहुंच उत्तराखंड के लोक पर्व इगास यानी बूढ़ी दिवाली पर्व में हिस्सा लिया था। इस दौरान कई भाजपा के नेताओं के साथ बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री, रामदेव बाबा जैसी प्रमुख हस्तियां भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पढ़ें पूरी खबर... 11 सितंबर: डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणेश पूजन में शामिल हुए थे इससे पहले PM मोदी 11 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणेश पूजन में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री मराठी पोशाक पहने हुए थे। उन्होंने मराठी टोपी भी पहन रखी थी। मोदी ने X पर इसकी तस्वीरें शेयर कीं। CJI के घर PM के जाने पर विपक्ष के नेताओं ने सवाल उठाया था। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस:पोते की कस्टडी पाने के लिए अतुल की मां ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई

एआई इंजीनियर अतुम सुभाष की मां अंजू मोदी ने अपने 4 साल के पोते की कस्टडी के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने कोर्ट में हेबियस कॉर्पस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका लगाई है। इसमें दावा किया गया है कि बेटे सुभाष की पत्नी निकिता और ससुराल पक्ष के गिरफ्तार लोग पोते के बारे में नहीं बता रहे हैं। वर्तमान में पोता कहां है इसकी जानकारी हमें नहीं है। वहीं, निकिता ने बेंगलुरु पुलिस की पूछताछ में बताया कि बेटा चाचा सुशील सिंघानिया की कस्टडी में है। फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में उसका नाम रजिस्टर्ड है। इधर सुशील ने बच्चे के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही है। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस एन कोटेश्वर सिंह की बेंच ने याचिका पर संज्ञान लिया। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक की सरकारों को नोटिस जारी कर बच्चे की स्थिति का जानकारी देने का कहा है। मामले में अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी। 9 दिसंबर को AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगुलरु में अपने फ्लैट में सुसाइड नोट और वीडियो बनाकर जान दे दी थी। इसके बाद अतुल के परिवार ने पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार पर अतुल को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए थे। 17 दिसंबर को अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा था- मैं अपने भारत के न्याय प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। हमारी न्याय प्रणाली बहुत अच्छी है, लेकिन उसका दुरुपयोग भी हो रहा है। मैं तो उस पोते का दादा हूं, जिसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। जिसका चेहरा मैंने आज तक कभी सामने से नहीं देखा। मुझे डर है कि अगर वह आपराधिक किस्म के लोगों के साथ रहेगा तो कहीं वह भी अपराधी ना कहलाए। अतुल की मां अंजू मोदी ने कहा- मैं हर चीज को सह लेती थी, लेकिन अब मेरी बस यही इच्छा है कि मैं अपने पोते को अपने सामने देखूं। मेरा पोता, मेरा दूसरा अतुल सुभाष होगा। मैं अपने पोते के सहारे जी लूंगी। मेरे पोते को कोई दिलवा दो। अभी तक व्योम का कोई पता नहीं चल पाया है। वह कहां है, किसके साथ है। पुलिस भी उसकी लगातार छानबीन कर रही है। निकिता, उसकी मां और भाई गिरफ्तार हरियाणा के गुरुग्राम से 15 दिसंबर को निकिता सिंघानिया को गिरफ्तार किया गया था। उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद तीनों को बेंगलुरु की एक अदालत में पेश किया गया

Dainik Bhaskar जया बच्चन बोलीं- सारंगी-राजपूत नाटक कर रहे:संसद की सीढ़ी पर मोटे-मोटे लोग खड़े थे, एक गिरा तो दूसरे को लगेगा ही; इन्हें अवॉर्ड मिलना चाहिए

सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, 'सारंगी जी एक्टिंग कर रहे हैं। हम सब सदन के अंदर जा रहे थे और वे हमें अंदर नहीं जाने दे रहे थे। राजपूत जी, सारंगी जी और नागालैंड की महिला जैसी एक्टिंग मैंने अपने कैरियर में इनसे बेहतरीन एक्टिंग नहीं देखी। इन सभी को अवॉर्ड मिलना चाहिए।' 19 दिसंबर को संसद में अंबेडकर विवाद पर पक्ष-विपक्ष के प्रदर्शन चल रहा था। धक्का-मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए। सारंगी ने कहा था कि राहुल गांधी ने फर्रुखाबाद सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया और वे सारंगी के ऊपर गिर पड़े। घटना के बाद दोनों को राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी थी। हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की है। इन धाराओं में चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना, धक्का देना-डराना धमकाना शामिल है। घायल भाजपा सांसदों की हालत में सुधार, लेकिन अभी ICU में राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल ने शुक्रवार को जारी बुलेटिन में कहा कि संसद परिसर में हुई झड़प में घायल दो भाजपा सांसदों की हालत में अब काफी सुधार है और वे आईसीयू में निगरानी में हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने शुक्रवार को बताया, उनकी हालत में अब काफी सुधार है और उनका रक्तचाप भी नियंत्रण में है। मुकेश राजपूत को अभी भी थोड़ा चक्कर आ रहा है और सिर में भारीपन है। सारंगी को दिल की पुरानी बीमारी है। उनके दिल में पहले से ही स्टेंट लगा हुआ है। उन्हें कब वार्ड में शिफ्ट करना है, इस पर फैसला उनका इलाज कर रहे डॉक्टर करेंगे। डॉ. शुक्ला के अनुसार, जब सारंगी को लाया गया तो उनके शरीर से बहुत ज़्यादा खून बह रहा था। उन्होंने कहा, उनके माथे पर गहरा घाव था और उसे टांका लगाना पड़ा। राजपूत के सिर में भी चोट लगी थी, जिसके तुरंत बाद वह बेहोश हो गए। हालांकि, सांसद को जब अस्पताल लाया गया तो वह होश में थे। उनका रक्तचाप भी बढ़ गया था।

Dainik Bhaskar SC बोला-गुजारा भत्ते के नाम पर संपत्ति बराबर बांटना गलत:कानून महिलाओं के कल्याण के लिए, इसका मकसद पति से जबरन वसूली नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि गुजारा भत्ता किसी महिला की आर्थिक स्थिति पुरुष (पति) की तरह समान बनाने के लिए नहीं, बल्कि बेहतर जीवन स्तर देने के लिए है। शीर्ष कोर्ट ने ये भी कहा- महिलाओं को इस बात के प्रति सावधान रहना चाहिए कि कानून उनके कल्याण के लिए बनाए गए हैं। इनका इस्तेमाल पतियों को सजा देने, धमकाने, उन पर हावी होने या उनसे जबरन वसूली करने का साधन नहीं होना चाहिए। जस्टिस बी वी नागरत्ना और जस्टिस पंकज मिथल की बेंच ने ये टिप्पणी ऐसे समय में की है, जब देश में AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस को लेकर गुस्सा है। अतुल सुभाष ने सुसाइड करने से पहले राष्ट्रपति के नाम एक वीडियो संदेश और पत्र जारी किया था, जिसमें उन्होंने महिलाओं के हित लिए बनाए गए कानूनों के गलत इस्तेमाल पर सवाल उठाए थे। पत्नी ने कोर्ट में दावा किया था- पति के पास 5 हजार करोड़ की संपत्ति दरअसल सुप्रीम कोर्ट में एक दंपति ने तलाक के लिए अर्जी लगाई थी। जानकारी में सामने आया कि दोनों की शादी साल 2021 हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए। महिला ने अपने 80 साल के ससुर पर दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध का मामला भी दर्ज कराया था। व्यक्ति अमेरिका का नागरिक था और वहां आईटी कंसल्टेंसी का व्यवसाय करता था। इस मामले में पत्नी ने कोर्ट में दावा किया था कि उसके पति का 5 हजार करोड़ रुपए बिजनेस है। साथ ही अमेरिका और भारत में कई प्रॉपर्टीज हैं। महिला ने कोर्ट में ये भी बताया कि पति ने अपनी पहली पत्नी से अलग होते समय 500 करोड़ की प्रॉपर्टी और वर्जीनिया में घर दिया था। SC ने तलाक को मंजूरी दी सुप्रीम कोर्ट ने दोनों का तलाक इस आधार पर मंजूर किया कि दोनों के रिश्ते को अब सुधारा नहीं जा सकता। अपने फैसले में कोर्ट ने कहा पति फुल एंड फाइनल सैटलमेंट करे और पत्नी को एक महीने के भीतर 12 करोड़ रुपए दे। कोर्ट ने कहा- हमें दूसरे पक्ष को भरण-पोषण या गुजारा भत्ता के नाम पर संपत्ति के बराबर बांटे जाने के तरीके पर आपत्ति है। अक्सर देखा जाता है कि भरण-पोषण या गुजारा भत्ता के लिए अपने आवेदन में पार्टियां अपने जीवन साथी की संपत्ति, स्थिति और आय को उजागर करती हैं। फिर अपने पार्टनर से आधी संपत्ति चाहती हैं। कोर्ट ने ये सवाल भी किया कि अलग होने के बाद अगर पति कंगाल हो गया तो क्या पत्नी पूर्व पति को अपनी संपत्ति में से बराबरी का

Dainik Bhaskar ​​​​​​​आंध्र में महिला को पार्सल में मिली डेडबॉडी:शव के साथ मिले नोट में लिखा था- ₹1.30 करोड़ दो, वरना अंजाम ऐसा ही होगा

आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले में एक महिला को एक पार्सल मिला, जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति का शव था। शव के साथ एक लेटर भी रखा हुआ था। इसमें लिखा था- ₹1.30 करोड़ दो वरना अंजाम ऐसा ही होगा। वेस्ट गोदावरी पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उंडी मंडल के येंदागंडी गांव में रहने वाली महिला नागा तुलसी के गुरुवार रात को एक पार्सल आया। डिलीवरी बॉय के जाने के बाद महिला ने पार्सल खोला, जिसमें अज्ञात शख्स के शव के साथ एक नोट लिखा हुआ था। महिला ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि पार्सल में मिला शव 45 साल के पुरुष का है। उसकी मौत 4-5 दिन पहले हुई है। शख्स की हत्या की गई है या यह नैचुरल डेथ है, इसकी जांच की जा रही है। पार्सल देने वाले ने कहा- बॉक्स में लाइट-पंखे हैं पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों पहले महिला अपना घर बनाने के लिए क्षत्रिय सेवा समिति नाम के एक संगठन से वित्तीय सहायता मांगी थी। सेवा समिति ने महिला को कुछ दिनों पहले टाइल्स भेजी थीं। महिला ने निर्माण में आगे की मदद के लिए क्षत्रिय सेवा समिति से फिर से अनुरोध किया था। इस पर समिति ने महिला को वॉट्सऐप कर कहा था कि लाइट, पंखे और स्विच जैसी चीजें भेजी जाएगी। गुरुवार रात को आए पार्सल में महिला को लगा की इसमें लाइट पंखे ही होंगे। इसलिए उन्होंने पार्सल स्वीकार कर लिया। पुलिस पार्सल पहुंचाने वाले व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने कहा कि पूछताछ के लिए क्षत्रिय सेवा समिति से जुड़े लोगों को भी पुलिस स्टेशन बुलाया गया है। जांच के बाद ही पूरी जानकारी दी जाएगी। ------------------------------ आंध्र प्रदेश में क्राइम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... YSRCP नेता की बीच सड़क पर हत्या, दोनों हाथ काटे; गर्दन पर भी घाव, आरोपी TDP का नेता आंध्र प्रदेश में 17 जुलाई की रात YSR कांग्रेस के नेता की दोनों हाथ काटकर बीच सड़क पर हत्या कर दी गई। आरोपी की पहचान TDP के लोकल नेता के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा जहां उसकी मौत हो गई। पूरी खबर पढ़ें... आंध्र में तीसरी की छात्रा से गैंगरेप, फिर हत्या, आरोपी उसी के स्कूल के छठी-7वीं के छात्र आंध्र प्रदेश के नांदयाल जिले में तीसरी क्लास में पढ़ने वाली बच्ची से गैंग

Dainik Bhaskar मेरठ में पं. प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़:महिलाएं-बुजुर्ग दबे, एक लाख लोग पहुंचे थे; बाउंसर्स रोककर एंट्री कराने लगे तो भीड़ बेकाबू हुई

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में शुक्रवार दोपहर भगदड़ मच गई है। कई महिलाएं और बुजुर्ग दब गए। आज कथा का छठा और कल आखिरी दिन है। दोपहर 1 बजे से कथा शुरू हो चुकी थी। करीब 1 लाख लोग पहुंचे थे। कथा शुरू होने पर लोग जल्दबाजी में अंदर जा रहे थे। बाउंसर्स ने भीड़ अचानक बढ़ने पर लोगों को रोक-रोक कर एंट्री करानी शुरू कर दी फिर भगदड़ मच गई। शताब्दी नगर में चल रही इस कथा में रोज करीब डेढ़ लाख लोग आ रहे हैं। कथा के दौरान कई VVIP भी मेरठ पहुंच रहे हैं। एंट्री को लेकर बाउंसर्स से झगड़ा कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे। तभी एंट्री को लेकर झगड़ा हो गया। एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ आगे बढ़ने के लिए धक्का देती रही। इसी बीच 15-20 महिलाएं एक-एक कर गिर गईं। एक दिन में दो बार भगदड़ मची बताया जा रहा है कि कथा के दौरान शुक्रवार को 2 बार भगदड़ मची। सबसे पहले सुबह 9.30 बजे भगदड़ मची थी। इस दौरान लोग VIP पास के लिए जुटे थे, लेकिन यह शांत हो गई। इसके बाद दोपहर 1 बजे फिर भगदड़ मच गई। भगदड़ के बाद की 3 तस्वीरें... कथा स्थल पर 1000 पुलिसकर्मी, ड्रोन से निगरानी भारी वाहनों को डायवर्ट भी किया गया एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया- शिव महापुराण कथा में श्रद्धालुओें की भीड़ के चलते ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक डायवर्जन किया गया है। जुलाई में हाथरस में सत्संग में मची थी भगदड़, 123 की मौत हुई 2 जुलाई को हाथरस के सिकंद्राराऊ में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई थी। भगदड़ के बाद 123 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। मामले में मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर और 10 अन्य लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 11 आरोपियों के खिलाफ 3200 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसमें कथा वाचक भोले बाबा का नाम नहीं था।

Dainik Bhaskar ​​​​​​​सुप्रीम कोर्ट बोला-गड़बड़ी के बावजूद कैंडिडेट को बाहर नहीं किया:बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले पर कहा- दाल में कुछ काला है या सबकुछ काला है

बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने बंगाल सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि जब राज्य सरकार को सिलेक्शन में गड़बड़ी का पता चल चुका था, तो शिक्षकों की अतिरिक्त पद पर नियुक्ति क्यों की गई। CJI संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने बंगाल सरकार से पूछा- अतिरिक्त पद बनाने का उद्देश्य क्या था। गड़बड़ी का पता लगने के बावजूद आपने दागी उम्मीदवारों को बाहर क्यों नहीं किया। दाल में कुछ काला है या सब कुछ काला है। दरअसल, 2016 में पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग में शिक्षकों की भर्ती में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 22 अप्रैल को राज्य सरकार और सहायता प्राप्त स्कूलों में 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति रद्द कर दी थी। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं लगाई गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने 29 अप्रैल को हटाए गए शिक्षकों के खिलाफ CBI जांच से रोक लगा दी थी। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले की अगली सुनवाई जनवरी में होगी। कोर्ट रूम लाइव... कलकत्ता हाईकोर्ट के खिलाफ लगी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान बंगाल सरकार का पक्ष वकील राकेश द्ववेदी ने रखा। SSC की ओर से वकील जयदीप गुप्ता ने दलीलें दीं। क्या हैं बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला? पश्चिम बंगाल सरकार ने 2016 में स्टेट लेवल सेलेक्शन टेस्ट-2016 (SLCT) के जरिए सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ भर्ती किया था। तब 24,640 रिक्त पदों के लिए 23 लाख से अधिक लोगों ने भर्ती परीक्षा दी थी। इस भर्ती में 5 से 15 लाख रुपए तक की घूस लेने का आरोप है। मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट को कई शिकायतें मिली थीं। भर्ती में अनियमितताओं के मामले में CBI ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी और SSC के कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया था। अर्पिता पेशे से मॉडल थीं। अर्पिता के घर से 49 करोड़ कैश और करोड़ों की ज्वेलरी मिली थी ED ने 22 जुलाई, 2022 को पार्थ चटर्जी के ठिकानों समेत 14 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान घोटाले में बंगाल की एक मॉडल अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी जानकारी भी सामने आई। छापेमारी के दौरान अर्पिता मुखर्जी की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले थे। इसके बाद ED ने अर्पिता के घर पर छापा मारा। अर्पिता के फ्लैट से करीब 21 कर

Dainik Bhaskar भाजपा सांसद ने प्रियंका गांधी को 1984 लिखा बैग दिया:इस पर खून के धब्बों की तस्वीर; प्रियंका फिलिस्तीन, बांग्लादेश लिखा बैग संसद ला चुकीं

ओडिशा के भुवनेश्वर से सांसद अपराजिता सारंगी ने शुक्रवार को प्रियंका गांधी को एक बैग दिया है। इस बैग पर 1984 और खून के छीटों की तस्वीर बनी है। इस बैग पर बने 1984 और खून के छीटों को सिख दंगों से जोड़ा गया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लेकर रख लिया है। दरअसल, 19 दिसंबर को सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच धक्का-मुक्की हुई थी। जिसमें ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए थे। प्रदर्शन कर रहे सांसद मुकेश राजपूत को राहुल गांधी का धक्का लगा और वे सारंगी पर गिर पड़े थे। इसी के विरोध में शुक्रवार को BJP के सांसदों ने एक बार फिर संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इसी दौरान अपराजिता वह बैग लेकर प्रियंका को देने पहुंची थीं। प्रियंका की बैग पॉलिटिक्स प्रियंका गांधी वायनाड से सांसद बनकर पहली बार लोकसभा पहुंची हैं। संसद के शीतकालीन सत्र में वे अपने बैग्स को लेकर चर्चा में रहीं। अब तक प्रियंका मोदी-अडाणी भाई-भाई, फिलिस्तीन और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के समर्थन से जुड़े बैग लिए नजर आ चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया पर प्रियंका के बैग को लेकर एक कविता पोस्ट की थी और कहा था- आपके पैस बैग ही बैग हैं। आपको इतने बैग की जरूरत क्यों है इन बैग में क्या है। संसद में प्रियंका के बैग की तस्वीर सुर्खियों में रही कसावु साड़ी और पहली स्पीच पहले दिन 'कसावु' साड़ी पहनकर संसद पहुंची थीं प्रियंका, संविधान की कॉपी लेकर शपथ ली वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने 29 नवंबर को लोकसभा में शपथ ली थी। प्रियंका केरल की प्रसिद्ध 'कसावु' साड़ी पहनकर पहुंची थीं। संसद में राहुल और सोनिया के साथ प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे। शपथ के बाद प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का आशीर्वाद लिया। प्रियंका जब संसद पहुंचीं, तो कांग्रेस नेताओं ने बाहर ही उनका स्वागत किया। सदन में एंट्री से पहले भाई राहुल ने उन्हें रोका और कहा- "स्टॉप, स्टॉप, स्टॉप... लेट मी ऑलसो टेक योर फोटो... (रुको, रुको, रुको... मुझे भी तुम्हारी फोटो लेने दो...)" पढ़ें पूरी खबर... प्रियंका की पहली स्पीच, राजनाथ सिंह से पूछा- नेहरू को छोड़िए, आपने क्या किया संविधान पर चर्चा के पहले दिन लोकसभा में प्रियंका गांधी ने पहली स्पीच दी। प्रियंका ने 31 मिनट सत्ता पक्ष की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब दिया। प्रियंका ने कहा- रक्षा मंत

Dainik Bhaskar हरियाणा के पूर्व CM ओपी चौटाला का निधन:दिल का दौरा पड़ा, 89 साल की उम्र में गुरुग्राम में ली अंतिम सांस

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का निधन हो गया है। वे 89 साल के थे। शुक्रवार को वे गुरुग्राम में अपने घर पर थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा। जिसके बाद साढ़े 11 बजे उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लाया गया। करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। चौटाला 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। आज शुक्रवार (20 दिसंबर) शाम तक उनका पार्थिव शरीर सिरसा स्थित उनके पैतृक गांव चौटाला लाया जाएगा। जहां उसे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व उपप्रधानमंत्री के बेटे, जेल में रहकर 10वीं-12वीं की ओपी चौटाला पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 5 संतानों में सबसे बड़े थे। उनका जन्म 1 जनवरी, 1935 को हुआ। शुरुआती शिक्षा के बाद ही चौटाला ने पढ़ाई छोड़ दी थी। 2013 में शिक्षक भर्ती घोटाले के दौरान जब चौटाला तिहाड़ जेल में बंद थे तब उन्होंने 82 साल की उम्र में पहले दसवीं और फिर बारहवीं की परीक्षा पास की। पहला चुनाव हार गए थे चौटाला, उपचुनाव में जीते ओमप्रकाश चौटाला की चुनावी राजनीति की शुरुआत 1968 में शुरू हुई। उन्होंने पहला चुनाव देवीलाल की परंपरागत सीट ऐलनाबाद से लड़ा। उनके मुकाबले पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह की विशाल हरियाणा पार्टी से लालचंद खोड़ ने चुनाव लड़ा। इस चुनाव में चौटला हार गए। हालांकि हार के बाद भी चौटाला शांत नहीं बैठे। उन्होंने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया और हाईकोर्ट पहुंच गए। एक साल चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने लालचंद की सदस्यता रद्द कर दी। 1970 में उपचुनाव हुए तो चौटाला ने जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने। पिता केंद्र सरकार में गए तो चौटाला को मुख्यमंत्री बना दिया साल 1987 के विधानसभा चुनाव में लोकदल को 90 सीटों में से 60 पर जीत मिली। ओपी चौटाला के पिता देवीलाल दूसरी बार CM बने। दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में केंद्र में जनता दल की सरकार बन गई। जिसमें वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने। देवीलाल भी इस सरकार का हिस्सा बने और उन्हें उपप्रधानमंत्री बनाया गया। अगले दिन दिल्ली में लोकदल के विधायकों की बैठक हुई। जिसमें ओपी चौटाला को सीएम के लिए चुन लिया गया। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं....

Dainik Bhaskar हिमाचल में टूरिस्ट को मिलेगी वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी:एशियन डेवलपमेंट बैंक देगा 1378 करोड़ रुपए; वाटर-स्पोर्ट्स-आइस-स्केटिंग और रोलर-स्केटिंग की सुविधाएं विकसित होगी

हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बुनियादी सुविधाएं जुटाई जाएगी। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) जल्द हिमाचल को 1378 करोड़ रुपए देने जा रहा है। इसे लेकर गुरुवार को हिमाचल सरकार, ABD और डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर भारत सरकार के बीच MOU साइन हो गया है। इसकी पुष्टि प्रिंसिपल सेक्रेटरी पर्यटन देवेश कुमार ने दी। MOU साइन होने के बाद जल्द विभिन्न प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। ADB द्वारा फंडिड प्रोजेक्ट के तहत पांच जिले कुल्लू, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और शिमला के पर्यटन स्थल विकसित किए जाएंगे। मंडी और हमीरपुर जिला में हेरिटेज इमारतों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। खासकर छोटी काशी मंडी में ऐसी हेरिटेज इमारतें हैं, जिन्हें देखने के लिए देशभर से टूरिस्ट पहुंचते हैं। पर्यटन स्थलों पर ये काम होंगे इस प्रोजेक्ट के तहत पर्यटन स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं, हेरिटेज इमारतों का संरक्षण और जीर्णोद्धार, पर्यटन स्थलों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी, साहसिक गतिविधियां, वाटर स्पोर्ट्स, टूरिस्ट प्लेस का सौंदर्यीकरण, वेलनेस सेंटर, पर्यटकों के मनोरंजन को सुविधाएं, आइस स्केटिंग, रोलर स्केटिंग रिंक, वेलनेस सेंटर, वाटर-पार्क कॉम्प्लेक्स और बाइकिंग ट्रेल्स विकसित किए जाएंगे। नग्गर कैसल का किया जाएगा जीर्णोद्धार कुल्लू में मशहूर नग्गर कैसल का जीर्णोद्धार, सार्वजनिक स्थलों और आधुनिक पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण होगा। वहीं कांगड़ा में एक सम्मेलन केंद्र व दूसरी ढांचागत सुविधाएं विकसित की जाएगी। कांगड़ा को सुक्खू सरकार टूरिज्म कैपिटल बनाने के दावे कर रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत कांगड़ा के पर्यटन स्थलों को विकसित और पर्यटन स्थलों पर इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से पर्यटन स्थलों के विकास के साथ साथ रोजगार के नए अ‌वसर मिलेंगे। ADB ने बीते 3 अक्टूबर को ही 162 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण को मंजूरी दे दी थी। MOU होने के बाद धरातल पर काम शुरू हो जाएगा।

Dainik Bhaskar लाइव वीडियो में देखें जयपुर टैंकर ब्लास्ट हादसा:अजमेर हाईवे पर 1 किलोमीटर तक आग; कपड़े उतारकर लोगों ने बचाई जान

जयपुर में शुक्रवार सुबह अब तक का सबसे भीषण सड़क हादसा हुआ। एलपीजी से भरे टैंकर से उठी आग एक किलोमीटर तक दिखाई दी। हादसे का एरियल व्यू देखने से ऐसा लग रहा था कि युद्ध के मैदान से आग के गोले निकल रहे हों। हादसा इतना भयावह था कि आग की चपेट में आए लोगों के अंडर गारमेंट्स तक जल गए। ऐसे में लोगों ने अपने कपड़े उतारकर जान बचाई। इस हादसे के दैनिक भास्कर ऐप के पास कुछ लाइव वीडियो हैं, जिससे घटना की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऊपर तस्वीर पर टैप कर देखें EXCLUSIVE-VIDEO हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. जयपुर में LPG टैंकर फटने से 7 लोग जिंदा जले:40 गाड़ियों में आग लगी, 35 लोग झुलसे; 200 मीटर का एरिया आग का गोला बना जयपुर में शुक्रवार सुबह अजमेर हाईवे पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने एलपीजी गैस से भरे टैंकर में धमाका हो गया। हादसे में 7 लोग जिंदा जल गए और 35 लोग झुलसे हैं। (यहां पढ़ें पूरी खबर) 2. टैंकर ब्लास्ट इतना भयावह कि उड़ते पक्षी जल गए हवा में तेजी से फैली गैस ने हादसे को भयावह कर दिया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वे धमाका सुनकर बाहर निकले तो लोग इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोगों जलते हुए कपड़ों को उतारने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एक परिजन मोहन लाल ने बताया कि मदद करने के दौरान भी कई लोग गैस के कारण बेहोश हो गए। (पढ़ें पूरी खबर)

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