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Dainik Bhaskar दिल्ली में 60 साल से ऊपर सभी बुजुर्गों का मुफ्त:चुनाव से पहले केजरीवाल की तीसरी बड़ी घोषणा, महिलाओं-ऑटोवालों के लिए ऐलान कर चुके

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना का ऐलान किया। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने घोषणा की कि 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों का मुफ्त इलाज होगा। केजरीवाल ने साफ किया कि ये इलाज सभी बुजुर्गों के लिए मुफ्त होगा, चाहे वो किसी भी कैटेगिरी में आते हों। इससे पहले केजरीवाल बुजुर्गों के लिए 2500 रुपए पेंशन, ऑटोवालों के लिए 5 लाख तक का बीमा और महिलाओं के लिए 1000 रुपए महीने की घोषणा कर चुके हैं। दिल्ली 70 विधानसभा सीटों पर अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं। 12 दिसंबर: महिलाओं के लिए 1000 रुपए प्रति माह केजरीवाल ने 12 दिसंबर को महिलाओं को हर महीने ₹1000 रुपए देने का ऐलान किया। इसे महिला सम्मान योजना नाम दिया गया है। 18 साल की उम्र पूरी करने वाली हर महिला इस स्कीम के दायरे में आएगी। केजरीवाल ने कहा कि योजना के लिए 12 दिसंबर से ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा कि चुनाव बाद महिलाओं को हर महीने मिलने वाली रकम को बढ़ाकर ₹2100 कर दिया जाएगा। 10 दिसंबर: ऑटो चालकों के लिए 4 ऐलान किए थे केजरीवाल ने 10 दिसंबर ऑटो चालक की बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। 2. होली-दिवाली पर वर्दी बनवाने के लिए ढाई-ढाई हजार रुपए देंगे। 3. 10 लाख रुपए का लाइफ इंश्योरेंस, 5 लाख का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कराया जाएगा। 4. ऑटो चालकों के बच्चों की कोचिंग का पैसा दिया जाएगा। 21 नवंबर: 5 लाख लोगों को हर महीने ₹2500 तक पेंशन का ऐलान केजरीवाल ने 21 नवंबर को बुजुर्गों की पेंशन स्कीम को दोबारा शुरू करने का ऐलान किया। स्कीम में 80 हजार नए बुजुर्गों को और जोड़ा गया है। पहले 4.50 लोगों को इस स्कीम का फायदा मिलता था। अब पांच लाख से ज्यादा बुजुर्ग इस स्कीम के दायरे में आएंगे। 60 से 69 साल तक के बुजुर्गों को हर महीने 2000 रुपए दिए जाएंगे। वहीं 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को 2500 रुपए महीना मिलेगा। स्कीम का ऐलान करते हुए दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने कहा, बुजुर्गों के आशीर्वाद से वह जेल से बाहर आए थे। यह स्कीम उनको शुक्रिया अदा करने के लिए है। दिल्ली में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी AAP ------------------------------------------ अरविंद केजरीवाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... AAP की शिकायत-भाजपा ने वोटर लिस्ट से नाम हटवाए:इनमें दलित-पिछड़े

Dainik Bhaskar ख्याति हॉस्पिटल स्कैंडल की जांच फर्जी आयुष्मान कार्ड तक पहंची:जालसाज सरकारी वेबसाइट में हेरफेर कर महज 15 मिनट में कार्ड तैयार कर देते थे

अहमदाबाद के चर्चित ख्याति हॉस्पिटल स्कैंडल में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने के घोटाले का भी पर्दाफाश हुआ है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि जालसाज सरकारी वेबसाइट में हेरफेर कर महज 15 मिनट में लोगों के फर्जी आयुष्मान कार्ड बना देते थे। इस मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को अरेस्ट किया है। 1 से 2 हजार रुपए में तैयार कर देते थे कार्ड जालसाज उन लोगों को निशाना बनाते थे, जिनके पास कार्ड बनवाने का ज्यादा समय नहीं होता था। या फिर ऐसे लोग, जिनके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं होते थे या उनसे आयुष्यमान कार्ड के मानदंडों पूरे नहीं होते थे। जालसाजों इन लोगों के फर्जी आयुष्यमान कार्ड बनाने के लिए सरकारी वेबसाइट की मास्टर आईडी का उपयोग करते थे। क्राइम ब्रांच के पुलिस आयुक्त का कार्ड बनाकर दिखाया जब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ तो अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को भी यकीन नहीं हुआ। इसकी पुख्ता जानकारी इकट्ठा करने के लिए जांच टीम ने अपने सामने बिठाकर उनसे कार्ड बनाकर दिखाने को कहा। इस पर महज 15 मिनट में ही जालसाजों ने क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त शरद सिंगल का फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर दिखा दिया। जांच में यह भी पता चला है कि यह पूरा घोटाला देशव्यापी है और इसमें यूपी, बिहार और गुजरात समेत अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हैं। इस तरह तैयार किए जा रहे हैं आयुष्मान कार्ड सबसे पहले पीएमजेएवाई कार्ड के मापदंड के अंतर्गत आने वाले लोगों का डेटा आउटसोर्सिंग वेबसाइट पर अपडेट किया जाता है। जालसाजों के पास छह से सात मास्टर आईडी थे। मास्टर आईडी की मदद से वे वेबसाइट के सोर्स कोड को एडिट करते थे और एक्सेस हासिल करते थे। जिन लोगों के पास पहले से ही कार्ड था, उनके पारिवारिक विवरण में बिना कोई दस्तावेज अपलोड किए नया नाम जोड़ देते थे। जो लोग पात्र थे, उनकी जानकारी के बिना वेबसाइट में सब कुछ अपडेट कर उन्हें फैमिली आईडी दे देते थे। आधार कार्ड की डिटेल परिवार की आईडी से मेल खाने के बाद मात्र 15 से 20 मिनट में आयुष्मान कार्ड एनएफएस पोर्टल पर उपलब्ध करा देते थे। गौरतलब है कि यह पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने आयुष्मान कार्ड संस्था को इस वेबसाइट के बारे में जानकारी देकर वेबसाइट को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है। आरोपी हर महीने 40 से 50 हजार रुपये कमाते थे अहमदाबाद

Dainik Bhaskar BJP गडकरी-सिंधिया समेत 20 सांसदों को नोटिस भेजेगी:सदन में एक देश-एक चुनाव बिल की वोटिंग में मौजूद नहीं थे, पार्टी पूछेगी कारण

भारतीय जनता पार्टी (BJP) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और गिरिराज सिंह समेत 20 सांसदों को नोटिस भेज सकती है। BJP कथित तौर पर अपने उन सांसदों को नोटिस भेजेगी जो मंगलवार को 'एक देश, एक चुनाव' (ONOE) बिल पेश होने के दौरान लोकसभा में मौजूद नहीं थे। बीजेपी ने तीन लाइन का व्हिप जारी कर पार्टी के सभी सांसदों को बिल पेश होने के दौरान लोकसभा में मौजूद रहने के निर्देश दिए थे। इसकी अवहेलना करने पर सांसदों को नोटिस भेजकर कारण पूछा जाएगा। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इन सभी सांसदों ने पार्टी को अपनी अनुपस्थिति के बारे में पहले से सूचित किया था या नहीं। ये सांसद गैरहाजिर थे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नितिन गडकरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीआर पाटिल, शांतनु ठाकुर, जगदंबिका पाल, बीवाई राघवेंद्र, विजय बघेल, उदयराजे भोंसले, जगन्नाथ सरकार, जयंत कुमार रॉय, वी सोमन्ना, चिंतामणि महाराज समेत कुल 20 सांसद सदन में मौजूद नहीं थे। एक देश एक चुनाव बिल लोकसभा में पेश हुआ लोकसभा में मंगलवार, यानी 17 दिसंबर को एक देश, एक चुनाव के लिए 129वां संविधान (संशोधन) बिल पेश किया गया। बिल के लिए पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कराई गई। कुछ सांसदों की आपत्ति के बाद वोट संशोधित करने के लिए फिर पर्ची से मतदान हुआ। बिल को पेश करने के पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 मत पड़े। अमित शाह ने सदन में कहा कि बिल जब कैबिनेट में आया था, तब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इसे संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेजना चाहिए। कानून मंत्री ऐसा प्रस्ताव कर सकते हैं। ​​​पूरी खबर यहां पढ़ें... विपक्ष के बिना एक देश, एक चुनाव बिल पास नहीं हो सकता एक देश, एक चुनाव पर बनी रामनाथ कोविंद समिति को 47 राजनीतिक दलों ने अपनी राय दी थी। इनमें 32 दलों ने समर्थन किया था और 15 दलों ने इसका विरोध किया था। विरोध करने वाले दलों के पास 205 लोकसभा सांसद हैं। यानी बिना I.N.D.I.A. गठबंधन के समर्थन के बिना संविधान संशोधन बिल पास होना मुश्किल है। ---------------------------- ये खबरें भी पढ़ें... 1. अंबेडकर को लेकर संसद में हंगामा:कांग्रेस ने जय भीम के नारे लगाए लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में बुधवार को शीतकालीन सत्र के 18वें दिन अंबेडकर के अपमान को लेकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सदन में जय भीम के नारे लगाए। कांग्र

Dainik Bhaskar राहुल बोले- मनुस्मृति मानने वालों को अंबेडकर से तकलीफ:शाह ने कहा था- कांग्रेस अंबेडकर की जगह भगवान का नाम लेती तो स्वर्ग मिल जाता

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा- अभी एक फैशन हो गया है। अम्बेडकर, अम्बेडकर... इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। अमित शाह के इस बयान को कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान बताया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने X पर पोस्ट में कहा- मनुस्मृति को मानने वालों को अंबेडकर से तकलीफ बेशक होगी ही। वहीं, जयराम रमेश ने बुधवार को कहा- शाह ने संसद में बाबा साहेब का अंबेडकर का अपमान किया। PM मोदी भी अंबेडकर का अपमान करते रहते हैं। उनके लिए झूठ ही सर्वोपरि है। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और RSS तिरंगे के खिलाफ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति को लागू करना चाहते थे। आंबेडकर ने ये नहीं होने दिया, इसलिए उनके प्रति इतनी घृणा है। वे दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक और गरीबों के मसीहा हैं और हमेशा रहेंगे।

Dainik Bhaskar चंडीगढ़ IAS की बेटी से छेड़छाड़ मामले की सुनवाई:गवाहों के पेश होने का आज आखिरी मौका, 5 महीने जेल में रहा BJP सांसद का बेटा

हरियाणा भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला के हाई प्रोफाइल मामले की सुनवाई आज चंडीगढ़ एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (ACJM) कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ने इस मामले से जुड़े चंडीगढ़ पुलिस के गवाहों को पिछली सुनवाई में चेतावनी देते हुए पेश होने का आखिरी मौका दिया था। इससे पहले 24 अक्टूबर को हुई सुनवाई में मामले से जुड़े पुलिस कर्मियों को गवाही के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे पेश नहीं हो सके थे। इस मामले के गवाह इंस्पेक्टर ओम प्रकाश और रिटायर्ड इंस्पेक्टर सतनाम सिंह को अदालत ने तलब किया है। इनके अलावा दो और पुलिस कर्मियों की गवाही होनी थी, जो हो चुकी है। अदालत ने मामले से जुड़े तथ्यों की जांच के लिए सेक्टर 26 थाने के मुंशी को भी बुलाया है। तत्कालीन मुंशी को केस की संपत्ति के साथ पेश होने के आदेश दिए हैं, ताकि बचाव पक्ष उनसे जिरह कर सके। अदालत ने इस मामले से जुड़े सभी गवाहों को जिरह के आदेश देते हुए कहा है कि यह उनका आखिरी मौका है। 5 महीनें बाद कोर्ट से मिली थी जमानत चंडीगढ़ में आईएएस की बेटी वर्णिका कुंडू का पीछा करने के मामले में हरियाणा बीजेपी सांसद सुभाष बराला के बेटे आरोपी विकास बराला को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। वर्णिका कुंडू का पीछा करने के मामले में पांच महीने से विकास जेल में बंद था। नवंबर 2017 में निचली अदालत की ओर से चार बार जमानत याचिका खारिज करने बाद विकास बराला के वकील ने नियमित जमानत के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था। जिसके बाद आज विकास को जमानत मिल पाई थी। यहां सिलसिलेवार पढ़िए केस से जुड़ी पूरी कहानी 1. 2017 का है मामला 4 अगस्त 2017 की आधी रात को चंडीगढ़ में हरियाणा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके एक अन्य साथी ने आईएएस अफसर वीएस कुंडू की बेटी वर्णिका के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की थी। वर्णिका ने बताया था कि, 'जब मैं रात 12:15 बजे सेक्टर-8 मार्केट से कार में घर के लिए निकली थी। फोन पर फ्रेंड से बात कर रही थी कि तभी सेक्टर-7 के पास पता चला कि एक टाटा सफारी गाड़ी मेरा पीछा कर रही है। मैंने रास्ता बदलने की कोशिश की, तो आरोपियों ने गाड़ी से रास्ता रोककर मुझे सेक्टर-26 की ओर चलने पर मजबूर कर दिया। 2. गाड़ी भगाकर बचाई जान अगले मोड पर दोबारा मुड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फिर रास्ता ब्लॉक

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर के कठुआ में रिटार्यर DSP के घर में आग:2 बच्चों समेत 6 लोगों की दम घुटने से मौत, 4 घायल अस्पताल में भर्ती

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में मंगलवार देर रात रिटायर्ड DSP के घर में आग लग गई। इससे 2 बच्चों समेत 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 4 लोग घायल है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिटायर्ड DSP ने मकान किराए पर दिया था। इसमें 10 लोग रह रहे थे। मंगलवार रात करीब 12 बजे मकान के एक कमरे में लैंप के जरिए आग लगी, जो तेजी से घर के दूसरे कमरों में भी फैल गई। पुलिस ने बताया कि दम घुटने और धुएं के कारण जिन 6 लोगों की मौत हुई उनकी पहचान अवतार कृष्ण (81), गंगा भगत(17), दानिश भगत(15), बरखा रैना (25), तकाश रैना(3) और अदविक रैना (4) के रूप में हुई है। वहीं, स्वर्णा (61), नीतू देवी(40), अरुण कुमार (69) और केवल कृष्ण का कठुआ के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। आग बुझने के बाद की 3 तस्वीरें...

Dainik Bhaskar शंभू बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल किसान की मौत:सल्फास निगला, अस्पताल में तोड़ा दम, 7 लाख का कर्जदार था

फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान सल्फास निगलने वाले व्यक्ति की मौत हो गई है। करीब 3 दिन के इलाज के बाद आज सुबह पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में उसकी मौत हो गई। बता दें कि व्यक्ति का नाम रणजोध सिंह था। वह खन्ना के रतनहेड़ी गांव का रहने वाला था। उसने 14 दिसंबर को किसानों के दिल्ली कूच की कोशिश के दौरान शंभू बॉर्डर पर सल्फास निगल लिया था। इसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी मौत के बाद किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है। इससे वह काफी आहत था। किसान नेताओं की मीटिंग शुरू जैसे ही किसान की मौत की खबर मोर्चे पर पहुंची है। उसके बाद किसानों की इस मुद्दे को लेकर अहम मीटिंग चल रही है। इसमें मृतक के संस्कार आदि के बारे में फैसला लिया जाना है।। हालांकि सभी बड़े किसान नेता अपने इलाकों में रेल रोको आंदोलन में शामिल होने के लिए गए हुए हैं। ऐसे में मोर्च द्वारा सारी चीजों पर विचार किया जा रहा है। किसानों के मुताबिक रणजोध सिंह किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ थी। परिवार में उसकी पत्नी कुलदीप कौर, एक बेटा व बेटी और बुजुर्ग परिजन है। बेटी की शादी हो चुकी है। किसानों का कहना है कि काफी समय से वह आंदोलन में आ रहा है। तीन बार दिल्ली कूच की हुई कोशिश किसानों की तरफ दिसंबर माह में छह , आठ 14 दिसंबर को दिल्ली कूच की कोशिश की थी। इस दौरान केवल किसानों 101 का जत्था दिल्ली की तरफ बड़ा था। लेकिन हरियाणा सीमा पर पुलिस ने किसानों को रोक दिया। इस दौरान किसानों पर आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का प्रयोग किया गया था। इस वजह से किसान किसान आगे नहीं बढ़ पाए थे। तीन दिनों में करीब तीस से चालीस किसान आंदोलन घायल हुए थे।

Dainik Bhaskar लुधियाना के अस्पताल में इनकम टैक्स का छापा:डॉक्टरों से पूछताछ जारी, दस्तावेजों की हो रही जांच, भारी मात्रा में नकदी मिली

पंजाब के लुधियाना में डॉ. सुमिता सोफत के घर और अस्पताल पर आज सुबह आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा। अधिकारियों को भारी मात्रा में नकदी मिली है। टैक्स धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने घर और अस्पताल की तलाशी शुरू कर दी है। फिलहाल अधिकारी डॉ. सुमिता सोफत से नकदी का हिसाब भी मांग रहे हैं। अधिकारियों के हाथ कई दस्तावेज लगे हैं, जिनकी अब जांच की जा रही है।

Dainik Bhaskar सुसाइड से पहले AI इंजीनियर ने रखा गिफ्ट:नोट लिखा- मेरे प्यारे बेटे को यह 2038 में देना, दादी बोली- वह मेरा दूसरा अतुल सुभाष

AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में हर दिन नई बात सामने आ रही है। अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी सास और साला इस वक्त पुलिस गिरफ्त में हैं। वहीं, अतुल का परिवार अब अपने पोते को लेकर चिंतित है। पूरा परिवार उसको खोज रहा है। अतुल का बेटा व्योम 4 साल का होने वाला है। 20 फरवरी को उसका जन्मदिन है। अतुल ने बेटे के लिए एक खास गिफ्ट तैयार करके रखा था। अब भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट में पढ़िए मेट्रोमोनियल साइट पर हुई अतुल-निकिता की मुलाकात का कैसे हुआ अंत। भास्कर से परिवार वालों ने बताया, 'अतुल की इच्छा थी कि गिफ्ट उसके बेटे को 18वें बर्थडे पर मिले। उसने गिफ्ट के ऊपर एक मैसेज भी लिखा है- 'मेरे प्यारे बेटे व्योम मोदी को यह गिफ्ट 20 फरवरी 2038 को उसके 18वें जन्मदिन पर देना। तब तक यह गिफ्ट मेरे भाई विकास के पास रहेगा।' यह गिफ्ट अतुल के भाई विकास ने पूरी पैकिंग और मैसेज के साथ संभाल के रखा है, ताकि वह अपने भतीजे को समय आने पर दे सके। पोते के लिए लगता है डर अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा- 'मैं अपने भारत के न्याय प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। हमारी न्याय प्रणाली बहुत अच्छी है, लेकिन उसका दुरुपयोग भी हो रहा है। मैं तो उस पोते का दादा हूं, जिसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। जिसका चेहरा मैंने आज तक कभी सामने से नहीं देखा। मुझे डर है कि अगर वह आपराधिक किस्म के लोगों के साथ रहेगा तो कहीं वह भी अपराधी ना कहलाए।' अतुल की मां अंजू मोदी ने कहा- मैं हर चीज को सह लेती थी, लेकिन अब मेरी बस यही इच्छा है कि मैं अपने पोते को अपने सामने देखूं। व्योम को याद करते हुए उसकी दादी की आंख भर आती है। अंजू रोते हुए कहती हैं- 'मेरा पोता, मेरा दूसरा अतुल सुभाष होगा। मैं अपने पोते के सहारे जी लूंगी। मेरे पोते को कोई दिलवा दो।' अभी तक व्योम का कोई पता नहीं चल पाया है। वह कहां है, किसके साथ है। पुलिस भी उसकी लगातार छानबीन कर रही है। मेरे बेटे ने सुसाइड नहीं किया, बल्कि शहीद हुआ पवन ने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा- 'मैं 250 रुपए की नौकरी करता था। उसी में बचत करके मैंने 5 हजार रुपए जमा किया और दुकान खोली। 17-18 घंटे मैं काम करता था। मैं और मेरी बीवी फुटपाथ से खरीदा कपड़ा पहने थे। इस पर हमारे सभी रिश्तेदार भी हंसते थे, लेकिन मैंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि मेरा लक्ष्य अपने बेटों को

Dainik Bhaskar किसान नेता डल्लेवाल को मल्टी ऑर्गन फेलियर का खतरा:मेडिकल एक्सपर्ट्स बोले- कैंसर मरीज भूखे नहीं रह सकते; सेल्फ डिस्ट्रक्शन की स्टेज में पहुंच चुके

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 23 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल (70) को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का खतरा है। डल्लेवाल पहले से ही कैंसर के मरीज हैं। अनशन से उनका ब्लड प्रेशर भी लो हो रहा है। जिससे हार्ट अटैक भी आ सकता है। उनकी देखरेख करने वाली सरकारी डॉक्टरों की टीम लगातार उन्हें हॉस्पिटलाइज्ड यानी अस्पताल में भर्ती करने की सिफारिश कर रही है। हालांकि डल्लेवाल फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून समेत 13 मांगें पूरी न होने तक अनशन खत्म करने से इनकार कर चुके हैं। किसान नेता डल्लेवाल की हालत को लेकर दैनिक भास्कर ने अलग-अलग मेडिकल एक्सपर्ट्स से बात की। सबका यही कहना था कि अगर जल्द उनका आमरण अनशन तुड़वाकर अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो फिर उनकी स्थिति बिगड़ सकती है। सबसे पहले इन 2 ग्राफिक्स में डल्लेवाल की हालत और उससे जुड़े 4 बड़े खतरे जानिए... मोहाली के लिवासा अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियांशु ने कहा- डल्लेवाल का भूखे रहना चिंताजनक है, इसकी 4 वजहें भी बताईं... 1. उम्र ज्यादा, कैंसर रोगी भी, लंबी फास्टिंग ठीक नहीं डॉ. प्रियांशु कहते हैं कि जगजीत डल्लेवाल की उम्र 70 साल है। इस उम्र में शरीर के कई अंग बढ़ती आयु के साथ वैसे ही कमजोर पड़ जाते हैं। इस उम्र में भूखे रहना शरीर के लिए ठीक नहीं है। डल्लेवाल कैंसर के मरीज भी हैं। डॉक्टरों की ट्रीटमेंट एडवाइज वाले मेडिकल जनरल के अनुसार भी कैंसर पीड़ित या कैंसर ट्रीटमेंट ले रहे मरीज को लंबी फास्टिंग नहीं करने दी जाती। इसके उलट डल्लेवाल 23 दिन से सिर्फ पानी का सेवन कर रहे हैं। 2. इम्यूनिटी कम होगी, किडनी-लीवर पर बुरा असर ज्यादा समय तक भूखे रहने से उन्हें मैल्यून्यूट्रिशन का खतरा है। इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता यानी इम्यूनिटी कम हो जाती है। इससे किडनी और लीवर पर नेगेटिव इफेक्ट यानी बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा डल्लेवाल बुजुर्ग हैं और कैंसर होने के बावजूद वह लंबे टाइम से भूखे रह रहे हैं। ऐसे में उनकी शुगर लो हो सकती है। यह उनके मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का कारण बन सकता है। 3. किडनी फेल हो सकती है डल्लेवाल की देखरेख करने वाले डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट के अनुसार उनके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ रहा है। क्रिएटिनिन वेस्ट प्रोडक्ट है, जो मांसपेशियों के टूटने से बनता है। सामान्य स्थिति में किडन

Dainik Bhaskar हिमाचल राजभवन का आज कांग्रेस करेगी घेराव:प्रतिभा बोलीं- मणिपुर जल रहा, PM नहीं ले रहे सुध, उन्हें अडानी की चिंता

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के आह्वान पर हिमाचल कांग्रेस आज राजभवन तक मार्च निकालेगी। कांग्रेस पार्टी आज देशभर में केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों, अमेरिका की अदालत में अडानी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों, पूंजीपतियों को सरंक्षण देने और मणिपुर में बढ़ती हिंसा के विरोध में प्रदर्शन करेगी। प्रतिभा सिंह ने कहा, डेढ़ साल से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। वहां पर महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और अराजकता का माहौल बना हुआ है। इस हिंसा में बड़ी संख्या में लोगों की जानें जा चुकी हैं। मणिपुर के लोग बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित है और प्रधानमंत्री मोदी ने डेढ़ साल से मणिपुर तक नहीं गए। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री को इसकी कोई चिंता नहीं हैं। प्रधानमंत्री को केवल अडानी की चिंता: कांग्रेस प्रतिभा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केवल अपने मित्र गौतम अडानी और उनके सहयोगियों की चिंता है। अमेरिकी की ओर से लगाए गए आरोपों ने भाजपा-अडानी गठजोड़ के भ्रष्टाचार, छल, धोखाधड़ी की कथित जालसाजी का पर्दाफ़ाश किया है। अडानी को अमीर बनाने की सजा भुगत रहा पूरा देश: कांग्रेस कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा सस्ते कोयले को आयातित करके भारत में कोयले की कीमत बढ़ाकर बताई गई, जिसके बाद बिजली के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर आम उपभोक्ताओं पर पड़ा। एक व्यक्ति को अमीर बनाने की कीमत पूरा देश भुगत रहा है। महंगाई जैसे मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे मोदी: प्रतिभा प्रतिभा सिंह ने कहा, देश में महंगाई, महिलाओं के प्रति अपराध, बेरोजगारी निरंतर बढ़ रही है। इन मुद्दों पर केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही। इसे देखते हुए कांग्रेस पार्टी रोष स्वरूप आज राजभवन मार्च करेगी और राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपेगी। होटल राहत से राजभवन तक निकाला जाएगा मार्च राजभवन के बाहर कांग्रेस आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन करेगी। इस दौरान पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व प्रदेश मामलों के सह-प्रभारी चेतन चौहान व विदित चौधरी, शिमला नगर निगम में कांग्रेस पार्षद विशेष तौर पर शिरकत करेंगे। छोटा शिमला स्थित होटल राहत से लेकर राजभवन तक यह मार्च निकाला जाएगा।

Dainik Bhaskar पंजाब में आज ट्रेनें रोकेंगे किसान:48 जगहों पर 3 घंटे बैठेंगे, आंदोलन को समर्थन पर संयुक्त किसान मोर्चे की इमरजेंसी मीटिंग

पंजाब में शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आज 3 घंटे के लिए ट्रेनें रोकी जाएंगी। 48 जगहों पर किसान दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक ट्रैक पर बैठेंगे। अमृतसर, जालंधर और होशियारपुर जिला में सबसे ज्यादा जगहों पर किसान ट्रैक जाम करेंगे। रेल रोको आंदोलन का ऐलान 14 दिसंबर को किसान नेता सरवण पंधेर ने किया था। वहीं खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग दोपहर 2 बजे चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में होगी। इसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान हो सकता है। इसके बाद शाम 7 बजे गवर्नर से मिलने का प्रोग्राम है। हालांकि पहले यह मीटिंग 24 दिसंबर को रखी गई थी, लेकिन किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को देखते हुए मीटिंग का समय बदला गया है। दूसरी तरफ हाई पावर कमेटी ने किसानों को आज ही पंचकूला में मीटिंग के लिए बुलाया, लेकिन किसानों ने कमेटी को पत्र लिखकर मीटिंग में आने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह केवल केंद्र सरकार से ही मीटिंग करेंगे। डल्लेवाल को साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा आज डल्लेवाल के मर‌णव्रत का 23वां दिन है। बिगड़ती सेहत के चलते मंगलवार को वह अपने कमरे से बाहर नहीं आए। डॉक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल के लीवर व किडनी पर असर पड़ रहा है। उनकी नजर में भी फर्क पड़ गया। चेहरे का रंग पीला पड़ गया। डॉक्टरों का कहना है कि वह कुछ नहीं खा रहे हैं। इस वजह साइलेंट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा बना हुआ है। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और सिंगर मिलने पहुंचे मंगलवार को दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के अलावा पंजाबी सिंगर रेशम अनमोल मिलने पहुंचे। उन्होंने किसान आंदोलन को पूरा सहयोग देने की बात कही है। इससे पहले पटियाला के एसएसपी नानक सिंह व डीसी ने भी उनसे मुलाकात की थी। 16 दिसंबर को निकाला था ट्रैक्टर मार्च किसान आंदोलन के समर्थन में 16 दिसंबर को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया था। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया। किसानों ने मिनी सचिवालय पहुंचकर प्रशासन को मांग पत्र भी सौंपा था। हरियाणा पुलिस ने 3 बार दिल्ली जाने से रोके किसान शंभू बॉर्डर से किसानों ने 6 दिसंबर,

Dainik Bhaskar शंभू बॉर्डर खोलने पर SC में आज सुनवाई:डल्लेवाल बोले-सिर्फ केंद्र से बात करेंगे; क्या कमेटी मेरी मौत का इंतजार कर रही थी

किसान आंदोलन के कारण 10 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर खोलने पर आज (18 दिसंबर) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा 23 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर भी कोर्ट सुनवाई करेगी। जिसमें केंद्र और पंजाब सरकार बताएगी कि उन्हें डॉक्टरी मदद देने के लिए क्या किया गया। डल्लेवाल MSP कानून की मांग को लेकर अनशन पर हैं। इस सुनवाई से पहले किसान नेता डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट की बनाई मध्यस्थता कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह को 2 पेज की चिट्‌ठी लिखी। इसमें डल्लेवाल ने कहा कि हम सिर्फ केंद्र सरकार से बात करेंगे। कमेटी से मुलाकात के बावजूद वे शंभू या खनौरी बॉर्डर पर नहीं आईं। इतनी देरी से सक्रियता दिखा रही है। क्या यह कमेटी मेरी मौत का इंतजार कर रही थी?। शंभू बॉर्डर खोलने के तुरंत आदेश से सुप्रीम कोर्ट इनकार कर चुकी 13 दिसंबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर तुरंत खोलने का आदेश देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि पंजाब और हरियाणा सरकार किसानों को हाईवे छोड़कर किसी दूसरी जगह प्रदर्शन शिफ्ट करने या कुछ समय के लिए स्थगित करने के लिए मनाए। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताई थी। कोर्ट ने पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि वह डल्लेवाल को फौरन मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं। डल्लेवाल से अनशन तुड़वाने के लिए कोई जबरदस्ती न की जाए। शंभू बॉर्डर का मामला सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा, 6 पॉइंट में जानिए... कमेटी के 18 दिसंबर को चंडीगढ़ बुलाने पर डल्लेवाल के जवाब की 3 अहम बातें... आपने केंद्र से बातचीत कराने का प्रयास नहीं किया मेरी भूख हड़ताल को 22 दिन हो चुके है। शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करते किसानों पर पुलिस ने अत्याचार किए। 40 किसान घायल हुए। किसानों और सरकारों के बीच विश्वास बहाली के लिए कमेटी ने कोई ठोस प्रयास नहीं किए। केंद्र से बातचीत कराने का भी गंभीर प्रयास नहीं किया। कमेटी इतनी देर बाद सक्रिय हुई हमें संदेह था कि कमेटियां सिर्फ फॉर्मेलिटी के लिए बनाई जाती हैं। इसके बावजूद 4 नवंबर को आपसे मिले। मगर, कमेटी शंभू और खनौरी बॉर्डर पर नहीं आई। कमेटी इतनी देर बाद सक्रिय हुई। आपसे बैठक करने में असमर्थ, केंद्र से बात करेंगे हमें कमेटी से ऐसी असंवेदनशीलता की

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:वन नेशन, वन इलेक्शन का विपक्ष में इतना ख़ौफ़ क्यों?

वन नेशन, वन इलेक्शन यानी एक देश, एक चुनाव, विधेयक लोकसभा में पेश हो चुका है। अब यह जेपीसी को जाएगा या इस पर सदन में ही लम्बी बहस होनी है, यह तय होना अभी बाक़ी है। केंद्र सरकार इस विधेयक को लाने के पीछे नीतिगत निरंतरता, कम चुनाव खर्च और प्रशासनिक क्षमता बढ़ने का तर्क दे रही है लेकिन सवाल यह उठता है कि विपक्षी दल इसका विरोध क्यों कर रहे हैं? दरअसल, एक देश-एक चुनाव का मतलब यह है कि लोकसभा, विधानसभाओं और नगर निकायों, सबके चुनाव एक साथ कराए जाएँ। ये संभव कैसे होगा? इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने सुझाव दिया है कि 2029 या 2034 में यह संभव हो सकता है। हालाँकि ज़्यादातर विधानसभाओं के कार्यकाल अलग- अलग हैं और एक साथ चुनाव कराने के लिए काफ़ी मशक़्क़त करनी पड़ेगी। कमेटी ने कहा है कि एक साथ चुनाव की जो भी तारीख़ तय हो तब जिन विधानसभाओं का कार्यकाल पहले ख़त्म हो रहा है उसे बढ़ा दिया जाए और जिनका कार्यकाल बाद में ख़त्म हो रहा है उनका कार्यकाल घटा दिया जाए। विपक्ष की आपत्ति यह है कि यह देश राज्य और संघ की अलग- अलग परम्परा पर चलता है। ऐसे में राज्य विधानसभाओं को आप लोकसभा के अधीन कैसे कर सकते हैं? दरअसल, हमारे देश की तासीर यह है कि वह लोकसभा चुनाव में अलग मन से वोट करता है और विधानसभा चुनाव में अलग मन से। नगर निकायों में तो मामला और भी अलग हो जाता है। मुद्दे, मामले, और इश्यू भी अलग - अलग होते हैं। अगर एक साथ चुनाव होते हैं तो लोकसभा चुनाव की धारा या बयार ही हर जगह बह सकती है। यानी केंद्र की सरकार में बैठे राजनीतिक दल को ज़्यादा फ़ायदा हो सकता है। यही वजह है कि विपक्षी दलों ने यह आशंका भी जताई है कि एक देश, एक चुनाव की नीति के कारण छोटे और क्षेत्रीय दल समाप्त हो जाएँगे। क्षेत्रीय दलों की चिंता अपनी जगह सही हो सकती है लेकिन तर्क यह भी हो जाता है कि कोई भी राजनीतिक दल जनता की भलाई का काम सिद्दत से कर रहा होगा तो वह हारेगा क्यों? समाप्त क्यों हो जाएगा? इस आशंका के पीछे आख़िर कौनसा डर काम कर रहा है? अब मान लीजिए, यह विधेयक पारित हो जाता है जो कि सत्ता दल चाहेगा तो पारित हो ही जाएगा और एक बार एक साथ चुनाव हो भी जाएँगे। फिर भी जो सरकारें बीच में गिर जाएंगी, जैसी कि गिरती रही हैं, उनका क्या होगा? कमेटी ने इसके लिए भी सुझाव दिया है। बहुत स्पष्ट तो नहीं,

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:दिल्ली पुलिस ने 10 हजार किलो से ज्यादा अवैध ड्रग्स को किया नष्ट, इंटरनेशनल मार्केट में कीमत ₹1682 करोड़

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को जहांगीरपुरी इलाके में मेगा ड्रग डिस्ट्रक्शन इवेंट का आयोजन किया। इसमें 10,600 किलोग्राम से ज्यादा के ड्रग्स नष्ट कर दिए हैं। इंटरनेशनल मार्केट में इन ड्रग्स की कीमत 1600 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। यह सारे ड्रग्स दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की मौजूदगी में नष्ट किए गए हैं। इनमें गांजा, हेरोइन, कोकीन, एमडीएमए, खसखस, डोडा पोस्ट, केटामाइन, नशीले इंजेक्शन जैसे कई ड्रग्स शामिल थे। आज की अन्य बड़ी खबरें... लालकृष्ण आडवाणी की हालत में सुधार, जल्द ICU से शिफ्ट किए जाने की संभावना भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की सेहत में सुधार हो रहा है। अपोलो अस्पताल के मुताबिक 12 दिसंबर से वो ICU में डॉ. विनीत सूरी की देखरेख में हैं और उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। अगले 1-2 दिनों में उन्हें ICU से जनरल वॉर्ड में शिफ्ट किया जा सकता है।

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