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Dainik Bhaskar अजित पवार की जब्त ₹1,000 करोड़ की संपत्ति रिलीज होगी:ट्रिब्यूनल बोला- बेनामी लेनदेन नहीं हुआ; आयकर विभाग ने 2021 में सीज की थीं

महाराष्ट्र के डिप्टी CM पद की छठी बार शपथ लेने के 2 दिन बाद अजित पवार की जब्त बेनामी संपत्ति रिलीज करने का आदेश आ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के आयकर विभाग ट्रिब्यूनल ने पवार की 1 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को फ्री कर दिया है। 7 अक्टूबर 2021 में छापेमारी के दौरान IT डिपार्टमेंट ने इन संपत्तियों को जब्त किया था। इसमें अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार और बेटे पार्थ पवार की भी संपत्तियां हैं। ट्रिब्यूनल ने संपत्तियां मुक्त करने का आदेश सुनाते हुए कहा- संपत्तियों को लेकर कोई गैरकानूनी हेरफेर होने का सबूत IT डिपार्टमेंट पेश नहीं कर पाया है। बेनामी लेन-देन की बात भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। सभी ट्रांजेक्शन बैंकिंग सिस्टम के जरिए हुए हैं। संपत्तियां सीधे अजित पवार के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं थी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रिब्यूनल अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुका था, लेकिन 5 नवंबर 2024 को IT डिपार्मेंट ने फिर से याचिका लगाकर पुनर्विचार की अपील की थी। कोर्ट ने IT की पुनर्विचार वाली अपील भी खारिज कर दी है। IT डिपार्टमेंट ने बेनामी संपत्ति रोकथाम अधिनियम के तहत मुंबई में अजित पवार और उनके करीबियों के घरों और ऑफिस की तलाशी ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी संपत्तियां सीधे अजित पवार के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं थी। 30 से ज्यादा संपत्तियां सीज हुई थीं अजित पवार की 124 करोड़ रुपए की नेटवर्थ ------------------------------------------------- महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... वॉशरूम में 10 मिनट की कॉल और बदल दिया खेल, अजित पवार की कहानी, जिन्होंने 6 बार डिप्टी सीएम की शपथ ली 22 नवंबर 2019 की शाम 4 बजे कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के सभी दिग्गज नेता नेहरू सेंटर मुंबई में एक-एक कर पहुंच रहे थे। बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद महाराष्ट्र में पिछले चार हफ्ते से तय नहीं हो पाया था कि सरकार कौन बनाएगा और किसके साथ मिलकर बनाएगा। वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र दीक्षित ने अपनी किताब ‘35 डेज’ में लिखा- मीटिंग के समय अजित के मोबाइल पर एक मैसेज आया। वो वॉशरूम जाने के बहाने बाहर चले गए और करीब 10 मिनट तक फोन पर बात करते रहे। वापस लौटे तो उनका अंदाज और चेहरे के भाव बदल चुके थे। अगली सुबह उन्होंने डिप्टी CM पद की शपथ ले ली पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 85 केंद्रीय विद्यालय को मंजूरी:28 जिलों में नवोदय विद्यालय बनाए जाएंगे; दिल्ली मेट्रो के रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को भी हरी झंडी

केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार को दिल्ली में बैठक हुई। इसमें 85 केंद्रीय विद्यालय (KV), 28 नवोदय विद्यालय (NV) और दिल्ली मेट्रो के रिठाला-कुंडली कॉरिडोर के कंस्ट्रक्शन को मंजूरी दी गई। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- देश में 85 नए केंद्रीय विद्यालय और 28 नवोदय विद्यालय बनाए जाएंगे। नवोदय विद्यालय उन जिलों में बनेंगे, जो अभी तक नवोदय विद्यालय स्कीम में नहीं थे। वैष्णव ने कहा- नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए पीएम श्री स्कूल योजना लाई गई है। सभी केंद्रीय विद्यालयों (KV) और नवोदय विद्यालयों को पीएम श्री स्कूल के तौर पर तैयार किया गया है। जिससे इन्हें दूसरे स्कूलों के लिए मॉडल स्कूल बनाया जा सके। उन्होंने कहा इन स्कूलों को बनाने के लिए 8232 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। KV के लिए 5,872 करोड़ रुपए और NV के लिए 2,360 करोड़ रुपए हैं। नए KV से 82 हजार 560 छात्रों को NV से 15 हजार 680 छात्रों फायदा होगा। इन स्कूलों के कारण 6700 जॉब जनरेट होंगी। KV में 5388 रेगूलर ओपनिंग और NV में 1316 ओपनिंग जनरेट होंगीं। दिल्ली मेट्रो के रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कैबिनेट बैठक में दिल्ली मेट्रो के रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है। ये 26.463 किलोमीटर का है। इस कॉरिडोर दिल्ली और हरियाणा को जोड़ेगा। इसमें 21 स्टेशन होंगे, सभी एलिवेटेड होंगे। वैष्णव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को 4 साल पूरा किया जाना है। इसके तैयार होते ही दिल्ली मेट्रो दुनिया के सबसे बड़े तीन मेट्रो नेटवर्क में से एक बन जाएगी। प्रोजेक्ट की लागत 6230 करोड़ रुपए है। ये लाइन शहीद स्थल (नया बस अड्डा)-रिठाला (रेड लाइन) कॉरिडोर से भी जुड़ेगी। इससे दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों जैसे नरेला, बवाना और रोहिणी के कुछ हिस्सों में कनेक्टिविटी बढ़ेगी। 26 नवंबर: केंद्रीय कैबिनेट का फैसला- स्टूडेंट्स को 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन मोदी कैबिनेट की 26 नवंबर की बैठक में PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी। केंद्रीय मंत्री अश्विवी वैष्णव ने बताया कि इसके लिए सरकार 1435 करोड़ रुपए खर्च करेगी। मौजूदा पैन के नंबर को बदले बिना कार्ड एडवांस किए जाएंगे। वैष्णव ने कहा था कि नए पैन कार्ड QR कोड वाले होंगे। इसके लिए पेपरलेन यानी ऑनलाइन प्रोसेस अपनाई जाएगी। लोगों को QR कोड वाले पैन

Dainik Bhaskar मोदी बोले-पहले की सरकारों ने नॉर्थ-ईस्ट को वोटों से तौला:हमारे मंत्री 10 साल में 700 बार नॉर्थ-ईस्ट गए, निवेश बढ़ाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पहले की सरकारों ने नॉर्थईस्ट के विकास पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि नॉर्थईस्ट के पास वोट कम थे और यहां सीटें कम थीं। अटल जी की सरकार के दौरान नार्थईस्ट के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया गया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों ने पिछले दशक में पूर्वोत्तर की 700 यात्राएं कीं। हम पूर्वोत्तर को इमोशन, इकॉनमी और इकोलॉजी की त्रिमूर्ति से जोड़ रहे हैं। पिछले 10 सालों के दौरान हमने पूर्वोत्तर के साथ दिल्ली और दिल के अंतर की भावना को कम करने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने ये बातें दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजन तीन दिन के 'अष्टलक्ष्मी महोत्सव' के उद्घाटन पर कहीं। इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर राज्यों सांस्कृतिक विरासत दिखाई जाएगी। पीएम ने कहा कि 'अष्टलक्ष्मी महोत्सव' अपनी तरह का पहला और अनोखा आयोजन आयोजन है। आज इतने बड़े स्तर पर नॉर्थईस्ट में निवेश के द्वार खुल रहे हैं, ये नॉर्थईस्ट के किसानों, कारीगरों और शिल्पकारों के साथ-साथ दुनियाभर के निवेशकों के लिए भी बेहतरीन मौका है। पीएम मोदी के संबोधन 3 की मुख्य बातें... क्या है अष्टलक्ष्मी महोत्सव? असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम ऐसे राज्य हैं जिन्हें 'अष्टलक्ष्मी' या समृद्धि के 8 रूप कहा जाता है। ये भारत के सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। अष्टलक्ष्मी महोत्सव में नॉर्थईस्ट के पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पाद और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने का कॉन्सेप्ट रखा गया है। तीन दिन के इस महोत्सव में कई तरह के कार्यक्रम होंगे। कारीगरों की प्रदर्शनियां, ग्रामीण हाट, राज्य-विशिष्ट मंडप और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए अहम क्षेत्रों पर टेक्निकल सेशन भी होंगे। ......................................... प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... पीएम मोदी ने 59वीं DGP-IGP कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए, AI के खतरे पर बोले- भारत का 'डबल AI' पावर इस्तेमाल करें प्रधानमंत्री मोदी 1 दिसंबर को भुवनेश्वर में DGP-IGP कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। इसमें उन्होंने 'SMART' पुलिसिंग के अपने फॉर्मूले को आगे बढ़ाते हुए पुलिस को स्ट्रैटेजिक (रणनीतिक), मैटिकुलस (सावधान), अडॉप्टेबल (परिस्थितियों के साथ

Dainik Bhaskar किसानों के दिल्ली कूच की कोशिश की 20 तस्वीरें:हार पहनाकर खड़े किए, आंसू गैस से बचने के लिए नमक; घायल हुए तो वापस बुलाए

पंजाब के किसानों ने शुक्रवार, 6 दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। दोपहर एक बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए निकला, लेकिन हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर परमिशन न होने का हवाला देकर किसानों को आगे नहीं जाने दिया। सुबह सबसे पहले किसानों ने मीटिंग कर रणनीति बनाई, फिर पाठ किया। इसके बाद पूरे जत्थे को लंगर खिलाया। लंगर खिलाने के बाद उन्हें हार पहनाकर रस्सी के पास लाकर खड़ा कर दिया। किसानों को नमक भी दिया गया, ताकि आंसू गैस के गोलों का प्रभाव कम किया जा सके। एक बजे किसान आगे बढ़े। हरियाणा की एंट्री पर पुलिस की तरफ से बैरिकेडिंग थी। फिर कंटीले तार बिछाए गए थे। इसके बाद सीमेंट लगाकर कीलें लगाई गई थीं। किसानों ने तीनों लेयर को उखाड़ फेंका और आगे बढ़ गए। फिर पुलिस ने किसानों पर पेपर स्प्रे किया। 2 बार आंसू गैस के गोले भी दागे। इस सारे घटनाक्रम में 8 किसान घायल हो गए। किसानों के घायल होने के बाद किसान नेताओं की तरफ से कॉल आई कि पीछे हट जाओ। किसानों का कहना है कल केंद्र ने किसानों से बातचीत नहीं कि तो 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली कूच किया जाएगा। अब तस्वीरें में देखिए किसानों के दिल्ली कूच करने से पीछे हटने तक क्या हुआ... तस्वीर 1...सुबह 8 बजे किसानों ने मीटिंग की तस्वीर 2...किसानों ने अरदास की तस्वीर 3...किसान संघर्ष बुक लॉन्च की तस्वीर 4...किसानों को लंगर खिलाया तस्वीर 5...किसानों को नमक दिया तस्वीर 6..महिला किसान भी पहुंची तस्वीर 7...किसानों को हार पहनाया तस्वीर 8..किसानों को हार पहनाया तस्वीर 9...पुलिस की 3 लेयर सुरक्षा तस्वीर 10...किसानों ने बैरिकेड उठाकर नदी में फेंके तस्वीर 11...किसानों ने कंटीले तार उखाड़े तस्वीर 12...पुलिस ने पेपर स्प्रे किया तस्वीर 13...शेड पर चढ़े पुलिस अधिकारी तस्वीर 14...पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे तस्वीर 15...आंसू गैस के गोले से घायल हुए किसान तस्वीर 16...दोबारा आंसू गैस के गोले दागे तस्वीर 17...कंटीले साथ उखाड़कर ले गए किसान तस्वीर 18...बैरिकेड्स ले गए किसान तस्वीर 19...किसान घायल हुए तो जत्था वापस बुलाया तस्वीर 20...किसान ने आंसू गैस के गोले दिखाए ************************** किसानों के दिल्ली कूच की खबर पढ़ें :- किसान नेता बोले- केंद्र कल बातचीत करे, नहीं तो 8 दिसंबर को जत्था दिल्ली कूच करेगा हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसान शुक्रव

Dainik Bhaskar हाशिमपुरा नरसंहार के 10 दोषियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत:1987 में PAC जवानों ने 35 मुस्लिमों को मारा; 31 साल बाद 2018 में फैसला आया था

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हाशिमपुरा नरसंहार मामले में 10 दोषियों को जमानत दे दी। मामला साल 1987 का है। उत्तर प्रदेश के प्रॉविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टब्युलरी (PAC) के अफसरों और जवानों ने करीब 35 लोगों की हत्या की थी। लाइव लॉ के अनुसार जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच के सामने 4 दोषियों (समी उल्लाह, निरंजन लाल, महेश प्रसाद और जयपाल सिंह) की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट अमित आनंद तिवारी ने दलील दी कि दिल्ली हाईकोर्ट ने गलत तथ्यों के आधार पर ट्रायल कोर्ट का फैसला पलटा था। ट्रायल कोर्ट ने घटना के करीब 28 साल बाद 2015 में फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को सबूतों की कमी के आधार पर बरी कर दिया था। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने 2018 में 16 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई। एडवोकेट तिवारी ने तर्क दिया कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन सभी 2018 से जेल में हैं। इस वजह से उन्हें जमानत दी जाए। क्या है हाशिमपुरा नरसंहार मामला 22 मई, 1987 को उत्तर प्रदेश के मेरठ का है। शहर में सांप्रदायिक तनाव था। PAC की 41वीं बटालियन की सी-कंपनी के जवानों ने शहर के हाशिमपुरा इलाके में करीब 45 मुस्लिमों को घेर लिया। इसके बाद उन्हें शहर से बाहर ले जाकर करीब 35 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।ट्रायल को कोर्ट से बरी होने के बाद प्लाटून कमांडर सुरेन्द्र पाल सिंह समेत 19 PAC जवानों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया। मुकदमे के दौरान 3 आरोपियों की मौत हो गई। बाकी 16 लोगों को हाईकोर्ट ने IPC की धारा 302 (हत्या), 364 (अपहरण), 201 (सबूत मिटाने), 120-B (आपराधिक साजिश) के तहत दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। हालांकि, उत्तर प्रदेश की क्राइम ब्रांच और क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट ने अपनी रिपोर्ट में PAC के 66 जवानों को दोषी ठहराया था।

Dainik Bhaskar पंजाब पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल पकड़ा, ग्रेनेड, पिस्टल, ड्रोन बरामद:10 युवक गिरफ्तार; DGP बोले- ये पाकिस्तान से हथियार मंगाते थे, पुलिसकर्मी के घर हमला कराया

पंजाब में अमृतसर पुलिस ने पाकिस्तानी बेस वाला क्रॉस बॉर्डर आतंकी मॉड्यूल पकड़ा है। ये मॉड्यूल हरविंदर रिंदा और बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी हैप्पी पासियां, जीवन फौजी और अन्य चला रहे थे। इस मॉड्यूल के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 4 लोग इसे चला रहे थे, जबकि 6 लोग लॉजिस्टिक मदद कर रहे थे। इनके पास से 1 हैंड ग्रेनेड, 3 पिस्टल और एक चाइनीज ड्रोन बरामद किया गया है। इसी ड्रोन की मदद से आरोपी पाकिस्तान से हथियार मंगाते थे। शुक्रवार को पंजाब के DGP गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। गौरव यादव ने लिखा- यह मॉड्यूल बटाला में एक पुलिस अधिकारी के आवास पर हमले के लिए जिम्मेदार था। इसके अलावा, पुलिस के ठिकानों पर हमला करने की साजिश भी रची जा रही थी। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अर्जुन, लवप्रीत, दिलप्रीत, बसंत सिंह, अमनप्रीत, बरिंदरपाल, राजबीर, हरजोत, ज्वैगल मसीह और विश्वास मसीह के रूप में हुई है। अवतार सिंह और गुरनाम सिंह पहले ही पकड़े जा चुके हैं। अमनप्रीत सिंह ने बटाला में फेंका था पेट्रोल बम आरोपियों ने बटाला में पुलिसकर्मी के घर फायरिंग की थी। पुलिसकर्मी के चाचा ने बाहर आकर जवाब देने की कोशिश की, लेकिन उनकी रिवॉल्वर नहीं चली। जिसके बाद युवक भाग गए। इस ग्रुप में पकड़े गए अमनप्रीत के खिलाफ 2 मामले पहले से दर्ज हैं। अमनप्रीत वह आरोपी है, जिसने बटाला में एक दुकान पर पेट्रोल बम फेंका था। इसके अलावा बसंत सिंह पर आर्म्स एक्ट और लवप्रीत के खिलाफ 2 मामले दर्ज हैं। अमृतसर में हो रहे धमाकों के पीछे पासियां अमृतसर और पंजाब में किए जा रहे धमाकों और आतंकी घटनाओं के पीछे हैप्पी पासियां का नाम सामने आया है। 4 दिसंबर की रात को अमृतसर की गुरबख्श नगर चौकी में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां ने ली थी। इसके अलावा वह अजनाला में थाने के बाहर हुए बम धमाके की जिम्मेदारी भी ले चुका है। अजनाला ब्लास्ट मामले में पुलिस ने पासियां की मां और बहन को गिरफ्तार किया था। अमेरिका में रह रहा हैप्पी पासियां हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासियां एक कुख्यात आतंकी है, जो अभी अमेरिका में रह रहा है। वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के सदस्य हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और ISI के निर्देशों पर काम करता है। सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक ग्रे

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट का ड्रग्स के आरोपी को जमानत से इनकार:नार्कोस-ब्रेकिंग बैड वेब सीरीज का हवाला दिया, कहा- ड्रग्स सिंडिकेट युवाओं को मार रहे हैं

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ड्रग्स के मामले के आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया। इसके लिए जस्टिस बेला त्रिवेदी और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने 'नार्कोस' और 'ब्रेकिंग बैड' वेब सीरीज का हवाला दिया। सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील ने बेंच से कहा- NDPS के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति समाज के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं है, उसकी गिरफ्तारी गलत है। इस पर बेंच ने कहा- इस तरह के ड्रग्स सिंडिकेट देश के युवाओं को मार रहे हैं। जस्टिस शर्मा ने कहा- मैं आपसे (आरोपी के वकील) पूछता हूं, आपने नार्कोस देखी होगी? बहुत मजबूत सिंडिकेट, शायद ही कभी पकड़ा जाता है। एक और फिल्म जो जरूर देखनी चाहिए, वो ब्रेकिंग बैड। आप इन लोगों से नहीं लड़ सकते जो सचमुच इस देश के युवाओं को मार रहे हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 4 अक्टूबर के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ की गई अपील पर सुनवाई की। जिसमें हाईकोर्ट ने आरोपी को जमानत देने से इनकार किया था। उसे इसी साल अप्रैल में 73.80 ग्राम स्मैक (हेरोइन) के साथ पकड़ा गया था। नारकोस और ब्रेकिंग बैड में क्या है नारकोस- नारकोस कोलंबिया के ड्रग्स पैडलर पाब्लो एस्कॉबार की कहानी है। सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे पाब्लो ने पूरे कोलंबिया में ड्रग्स के बिजनेस की शुरुआत की और उससे अरबों रुपए कमाए। जहां एक तरफ पाब्लो अपना ड्रग्स का कारोबार बढ़ा रहा था, वहीं दूसरी तरफ कुछ जांच एजेंसीज उसकी तलाश में थीं। ये अब तक की बेस्ट क्राइम ड्रामा सीरीज मानी जाती है। इसके पहले सीजन को साल 2015 में रिलीज किया गया था। ब्रैकिंग बैड- साल 2008 में शुरू हुई वेब सीरीज ब्रेकिंग बैड एक हाई स्कूल टीचर की कहानी है, जिन्हें कैंसर है। अपनी बीमारी का पता चलने के वॉल्टर व्हाइट ड्रग्स के बिजनेस को रोकने निकलते हैं। हालांकि कुछ ही समय बाद उनकी मंशा पूरी तरह बदल जाती है, और लालच में वॉल्टर खुद ही इस बिजनेस में लग जाते हैं। फिल्म में ब्रयान क्रेनस्टोन ने वॉल्टर की भूमिका निभाई है।

Dainik Bhaskar भाई का बर्थडे मनाने जोधपुर पहुंचे बिजनेसमैन गौतम अडाणी:उम्मेद भवन पैलेस में 2 दिन चलेगा सेलिब्रेशन; शंकर महादेवन देंगे परफॉर्मेंस

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी शुक्रवार को जोधपुर पहुंचे। वे यहां अपने छोटे भाई राजेश अडाणी के बर्थडे सेलिब्रेशन के लिए आए हैं। राजेश अडाणी का बर्थडे 7 दिसंबर को है। उम्मेद भवन पैलेस में दो दिन (शुक्रवार-शनिवार) बर्थडे सेलिब्रेशन चलेगा। इसके लिए अडाणी का परिवार जोधपुर पहुंचा है। उम्मेद भवन पैलेस में आज वेलकम डिनर रखा गया। शनिवार को बर्थडे पार्टी होगी। इसमें बॉलीवुड म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर शंकर महादेवन परफॉर्म करेंगे। वे कल जोधपुर पहुंचेंगे। राजेश अडाणी AEL (अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड) के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वे अडाणी ग्रुप का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनविटेशन पर लिखा- फैमिली रिट्रीट 2024 अडाणी के पारिवारिक कार्यक्रम के इनवेटिशन ई-कार्ड पर 'फैमिली रिट्रीट 2024' लिखा है। साथ ही लिखा है- 'टाइम टू रिकनेक्ट एंड रीजॉइस! फैमिली सेलिब्रेशन-2024'। शुक्रवार सुबह 10 बजे उम्मेद भवन पैलेस के मारवाड़ हॉल में ब्रंच रखा गया था। जिप्सी गार्डन हाई टी का आयोजन दोपहर 3:30 बजे पूल साइड लॉन में किया गया। ड्रेस कोड कंफर्टेबल और कलरफुल रखा गया। फोक स्टूडियो डिनर शाम 7 बजे से फ्रंट लोन में रखा गया था। इसका ड्रेस कोड कंफर्टेबल, स्मार्ट और वार्म रखा गया। बर्थडे पार्टी में शामिल होंगे खास मेहमान शनिवार को सुबह 11 बजे राठौड़ हॉल में ब्रंच रहेगा। इसके लिए ड्रेस कोड फेस्टिव इंडियन रखा गया है। शाम 7 बजे से मूनलाइट सेलिब्रेटरी डिनर मेन लॉन में रखा गया है। इसके लिए ड्रेस कोड इंडियन और वेस्टर्न फॉर्मल्स रखा गया है। आयोजन को लेकर सिक्योरिटी संभाल रहे मानवेंद्र भटनागर ने बताया- शुक्रवार को परिवार के लोगों के लिए फैमिली कार्निवल रखा गया। कल बर्थडे पार्टी में परिवार के अलावा खास गेस्ट भी शामिल होंगे। एक सप्ताह में दूसरी बार आए राजस्थान गौतम अडाणी एक सप्ताह में दूसरी बार राजस्थान आए हैं। इससे पहले गौतम अडाणी 30 नवंबर को जयपुर आए थे। यहां उन्होंने 51वें इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी अवॉर्ड (IGJA) समारोह में हिस्सा लिया था। इस मौके पर उन्होंने हिंडनबर्ग विवाद और अमेरिका में लगे रिश्वत देने के आरोपों पर पहली बार सार्वजनिक बयान दिया था। उन्होंने कहा था- 'अडाणी ग्रुप के रास्ते में आई हर बाधा उसकी सफलता की सीढ़ी बनी है। आपके सपने जितने बड़े होंगे, दुनिया उतनी ज्यादा आपकी परीक्षा लेती है।' वीडियो- दीक्षित परिहार।

Dainik Bhaskar शराब नीति केस, दिल्ली हाईकोर्ट का जल्द सुनवाई से इनकार:केजरीवाल से कोर्ट ने कहा- हमारे पास बहुत सारे केस, सुनवाई 20 दिसंबर को ही करेंगे

दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को शराब नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल के केस की जल्दी सुनवाई से इनकार कर दिया है। केजरीवाल ने सुनवाई तय तारीख 20 दिसंबर से पहले करने की याचिका लगाई थी। उनकी याचिका खारिज करते हुए जस्टिस मनोज कुमार ओहरी ने कहा- सुनवाई तय तारीख पर ही होगी। हमारे पास सुनवाई के लिए और भी बहुत सारे मामले हैं। कोर्ट के जल्दी सुनवाई से इनकार के बाद केजरीवाल के वकील ने मांग रखी कि उनके खिलाफ दायर ED की याचिका की कॉपी उन्हें पहले से मुहैया कराई जाए। कोर्ट ने उनकी इस मांग को मान लिया है। जस्टिस ओहरी ने निर्देश दिए हैं कि सुनवाई से पहले दोनों पक्षों के बीच जरूरी दस्तावेज साझा हो जाए। सुनवाई पर रोक लगाने से भी मना कर चुका है हाईकोर्ट इससे पहले 21 नंवबर को हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चल रही सुनवाई पर स्टे लगाने से भी इनकार कर दिया था। केजरीवाल की दलील थी कि निचली अदालत ने बिना किसी पूर्व मंजूरी के अपराध का संज्ञान लेने में गलती की है। जब केजरीवाल पर कार्रवाई हुए उस समय वे दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। ऐसे मामलों में CrPC की धारा 197 (1) के तहत राज्यपाल की पूर्व मंजूरी लेना आवश्यक होती है। कोर्ट ने केजरीवाल की याचिका पर ED से जवाब मांगा था। अब इस मामले में भी 20 दिसंबर को ही सुनवाई होगी। केजरीवाल फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ 2 जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI केस में जमानत दी थी। वहीं, ED मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी। शराब नीति केस में ED ने उन्हें 21 मार्च को अरेस्ट किया था। बाद में 26 जून को CBI ने उन्हें जेल से हिरासत में लिया था। शराब नीति केस- केजरीवाल 156 दिन जेल में बिता चुके केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। 13 सितंबर को केजरीवाल की रिहाई के वक्त उन्हें जेल गए कुल 177 दिन हो गए थे। इनमें से वे 21 दिन अंतरिम जमानत पर रहे। यानी केजरीवाल ने अब तक कुल 156 दिन जेल में बिताए हैं। ------------------------- दिल्ली

Dainik Bhaskar पंजाब के 2 युवकों पर कनाडा में बरसाईं गोलियां:1 की मौत, दूसरा घायल, दोनों सगे भाई; 6 महीने पहले गए थे विदेश

तरनतारन के गांव नंदपुर में रहने वाले किसान सरबजीत सिंह के कनाडा के ब्रैम्पटन में रहने वाले दो जवान बेटों की कार सवारों ने गोली मार दी। जिनमें एक की मौके पर मौत हो गई। जबकि दूसरा बेटा घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कनाडा के ब्रैम्पटन में हुई इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। किसान सरबजीत सिंह ने बताया कि उनका बड़ा बेटा खुशवंत पाल सिंह कनाडा के ब्रैम्पटन में रह रहा था और 6 महीने पहले उनका छोटा बेटा प्रितपाल सिंह भी अपने बड़े भाई के पास वहां रहने चला गया था। प्रितपाल सिंह की मौके पर ही मौत शुक्रवार सुबह वहीं रहने वाले उनके दोस्त ने उन्हें फोन कर बताया कि दूसरी कार में सवार दो हमलावरों ने घर के बाहर कार से बर्फ हटा रहे दोनों भाइयों पर गोलियां चला दीं। जिसमें प्रितपाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि खुशवंत पाल सिंह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मकान मालिक को फोन करके फिरौती मांगी पिता सरबजीत सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे हैं और दोनों विदेश में रहते थे। उन्होंने बताया कि जिस मकान में वे रह रहे थे वह किराए का था। किसी ने उसके मकान मालिक को फोन करके फिरौती मांगी और मकान मालिक मेरे दोनों बेटों को बताए बिना ही अपने परिवार के साथ कहीं और चला गया। अगर उसने पहले ही उन्हें सूचित कर दिया होता तो शायद उसके दोनों बेटे सतर्क हो जाते और ऐसी घटना नहीं घटती। पीड़ित परिवार ने पंजाब सरकार से मांग की है कि उनके बेटे का शव जल्द से जल्द यहां लाने में उनकी मदद की जाए।

Dainik Bhaskar मणिपुर के कुकी गुट का शाह को लेटर:जिरिबाम एनकाउंटर की जांच की मांग, दावा- CRPF ने हमारे लोगों की पीठ पर गोली मारी

मणिपुर में कुकी समुदाय के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखा। इसमें 11 नवंबर को जिरिबाम में CRPF संग मुठभेड़ में मारे गए 10 कुकी लोगों की मौत की न्यायिक जांच की मांग की गई है। ITLF के अध्यक्ष पैगिन हाओकिप और महासचिव मुआन टॉम्बिंग ने CRPF की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए। जैरावन गांव में आगजनी और 31 साल की महिला की हत्या का भी जिक्र किया। ITLF ने मणिपुर में भारतीय संविधान के तहत कुकी समुदाय के लिए एक अलग प्रशासन की भी मांग दोहराई। मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी, हजारों लोग बेघर हुए हैं। CRPF पर 4 शवों की आंख निकालने का आरोप लगाया ITLF ने गृह मंत्री को लिखे लेटर में कहा- 7 नवंबर को महिला का शव मिला था, जिसे बेरहमी से जलाया गया था। इस घटना से अधिक चिंता इस बात की है कि CRPF ने 10 आदिवासियों को मार डाला, जबकि CRPF को एक न्यूट्रल फोर्स के रूप में काम करना था। ITLF का दावा है कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीछे से गोली मारने की बात सामने आई है। इससे साबित होता है कि जब उन्हें मारा गया तो वे CRPF के साथ मुठभेड़ में शामिल नहीं थे। उन पर घात लगाकर हमला किया गया या पकड़ने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। ITLF ने आरोप लगाया कि 4 शवों में से प्रत्येक की एक शव की आंखे गायब थीं। इसका मतलब है कि उनकी आंखें निकाली गई हैं। ITLF का कहना है कि मैतेई लोगों की मांग के बाद असम राइफल्स की जगह CRPF ने ले ली थी, जिसमें CRPF रैंक के कई मैतेई अधिकारियों के होने का दावा किया गया था। मणिपुर पुलिस के दावे को कुकी गुट ने झूठ बताया मणिपुर पुलिस ने 11 नवंबर को दावा किया था कि जिरीबाम जिले में बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और पास के CRPF कैंप पर हमले के बाद गोलीबारी में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। ITLF ने पुलिस के दावे को झूठा बताते हुए कहा कि ये 10 लोग मुठभेड़ में नहीं मारे गए थे, बल्कि जैरावन गांव पर मैतेई गनमैनों के हमलों से अपने समुदाय की रक्षा के लिए तैनात थे। उन्होंने आग्रह किया कि CRPF को अपने जवानों को याद दिलाना चाहिए कि उसका मकसद एक न्यूट्रल फोर्स के रूप में कार्य करना है। संगठन ने कहा- केवल सैन्य कार्रवाई से शांति नहीं आएगी, बल्कि इसके लिए राजनीतिक समाधान की आवश्यकता

Dainik Bhaskar राहुल की नागरिकता विवाद...दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब:सुब्रमण्यम स्वामी की मांग-कांग्रेस नेता की सिटीजनशिप रद्द हो, अब 13 जनवरी को सुनवाई

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की नागरिकता विवाद में आज, शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र सरकार से भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी याचिका की संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा। जिसमें राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता को चुनौती दी गई है। कार्यवाहक चीफ जस्टिस विभु बाखरू और जस्टिस तुषार राव गेडेला की अध्यक्षता वाली पीठ ने सरकार के वकील से व्यापक इनपुट मिलने तक आगे के निर्देशों को स्थगित कर दिया है। अदालत ने स्वामी की याचिका पर औपचारिक नोटिस जारी करने की प्रारंभिक इच्छा दिखाई। हालांकि, केंद्र के प्रॉक्सी वकील द्वारा पीठ को सूचित किए जाने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया कि मामले में सरकार के पिछले प्रतिनिधि को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया है और नए वकील को मामले में पूरी तरह से शामिल होने के लिए समय चाहिए। अब मामले की सुनवाई 13 जनवरी, 2025 को होगी। पिछली सुनवाई पर 6 नवंबर को हाईकोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल करने वाले विग्नेश शिशिर को दो हफ्ते में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। दरअसल, शिशिर ने दावा किया है कि राहुल के पास ‘लाल रंग’ का पासपोर्ट है, जिस पर ब्रिटिश सरकार की मुहर लगी है। भारत में नागरिकता कानून के तहत कोई भी व्यक्ति दोहरी नागरिकता नहीं ले सकता है। शिशिर की याचिका पर सुनवाई करते हुए लखनऊ बेंच ने गृह मंत्रालय से 19 दिसंबर तक बताने को कहा है कि क्या राहुल गांधी के पास दो देशों की नागरिकता है? दिल्ली हाईकोर्ट में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने याचिका दाखिल की थी। उन्होंने राहुल की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग की है। पिछली सुनवाई के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मैंने कई लेटर लिखे हैं। तब कोर्ट ने कहा कि लखनऊ हाईकोर्ट में दायर कार्यवाही के बारे में क्या जानकारी है? सुब्रमण्यम स्वामी ने जवाब दिया कि इसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है। दिल्ली और लखनऊ हाईकोर्ट में एक जैसी याचिका सुब्रमण्यम ने कहा, मुझे बस अपनी शिकायत से मतलब है। प्रक्रिया के बारे में गृह मंत्रालय से जवाब चाहिए। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि लखनऊ हाईकोर्ट में दाखिल याचिका काफी व्यापक लगती है। हम नहीं चाहते कि दो हाईकोर्ट में एक जैसी दो याचिकाएं लंबित रहें। सुब्रमण्यम ने कहा कि लेकिन हमें इसकी बिल्कुल भी चिंतित नहीं करनी चाहिए।

Dainik Bhaskar कॉलेज-यूनिवर्सिटीज में साल में 2 बार एडमिशन होगा:एक साथ 2 डिग्री कोर्स कर सकेंगे, दोनों वैध होंगे; UGC ड्राफ्ट गाइडलाइंस जारी

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने 5 दिसंबर को UG की पढ़ाई के लिए नई गाइडलाइंस का ड्राफ्ट जारी कर दिया है। इसके मुताबिक, स्टूडेंट्स डिग्री कोर्स के लिए साल में दो बार एडमिशन ले सकेंगे, डिग्री की पढ़ाई कम या ज्यादा समय में भी पूरी की जा सकेगी। हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स, डिग्री स्टूडेंट्स को 3 से 4 साल का डिग्री कोर्स, 2 साल या 5 साल में पूरा करने का विकल्प दे सकते हैं। 6 सेंट्रल यूनिवर्सिटी अब साल में दो बार एडमिशन देंगीं केंद्र सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है। उन्होंने यूनिवर्सिटीज के नाम नहीं बताए। साथ ही उन्होंने कहा, 'साल में दो बार स्टूडेंट्स को एडमिशन देने की पॉलिसी लागू करने के लिए जरूरी है कि शिक्षण संस्थान सावधानी से इसका प्लान बनाएं।' डिग्री के बीच ब्रेक भी ले सकते हैं स्टूडेंट्स IIT मद्रास के डायरेक्टर वी कामाकोटी ने डिग्री का समय घटाने या बढ़ाने की पॉलिसी का सुझाव दिया था। उनका कहना था कि हायर एजुकेशन का प्रोसेस ज्यादा से ज्यादा फ्लेक्सिबल होना चाहिए ताकि ज्यादा युवा शिक्षित हो सकें। इसी फ्लेक्सिबिलिटी की जरूरत को मद्देनजर रखते हुए, UGC, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत स्टूडेंट्स के लिए डिग्री के बीच में ब्रेक लेने का ऑप्शन भी ला चुका है। अगर कोई स्टूडेंट चाहे तो वह कोर्स से ब्रेक ले सकता है और बाद में वापस आकर इसे पूरा कर सकता है। इसे लेकर UGC चेयरमैन ने कहा था कि हमारा काम स्टूडेंट्स को क्रिटिकल थिंकर बनाना है। हम उन्हें ऐसा बनाना चाहते है जिससे वो देश के विकास में मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि UGC ने पहले ही कई एंट्रेंस और एग्जिट ऑप्शन दिए हैं, ताकि कमजोर स्टूडेंट्स ब्रेक ले सकें और अपनी पसंद के अनुसार सिलेबस पूरा कर सकें। हमारा उद्देश्य स्टूडेंट्स को ज्यादा फ्लेक्सिबल बनाना और ज्यादा मौके देना है। संस्थान तय करेंगे ADP और EDP में एडमिशन SOP के मुताबिक, शिक्षण संस्थान एक कमेटी बनाएंगे जो पहले और दूसरे सेमेस्टर के आखिर में स्टूडेंट्स की एप्लीकेशन के आधार पर उनकी क्षमता का आकलन करेगी। इसके बाद ही कमेटी यह तय करेगी कि स्टूडेंट्स को प्रति सेमेस्टर कितने क्रेडिट लाने जरूरी हैं। साथ ही यह भी सिफारिश करेगी कि स्टूडेंट्स को EDP या ADP में से किस प्रोग्राम में शामिल होना चाहिए। SOP के मुताबिक, दू

Dainik Bhaskar दो छात्रों ने प्रिंसिपल को गोली मारी, मौत:छतरपुर में बाथरूम में घुसकर हत्या की; उन्हीं की स्कूटी लेकर भागे

छतरपुर में दो स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना की मौके पर ही मौत हो गई। मामला धमौरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है। वारदात के बाद आरोपी छात्र मौके से भाग निकले। वह प्रिंसिपल की स्कूटी लेकर भागे है। पुलिस मौके पर मौजूद है। हत्या के कारण का अभी तक पता नहीं चल सका है। आरोपी ढिलापुर गांव का रहने वाले है। एसपी अगम जैन ने बताया कि दोनों छात्रों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। अभी FSL और पुलिस की टीम जांच कर रही है। स्टॉफ और अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों का पूर्व का रिकॉर्ड भी निकलवा रहे हैं। स्कूटी मौके से लापता है, संभवत: वही लेकर आरोपी गए हैं, आसपास के फुटेज देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में और भी प्वाइंट्स निकलकर आए हैं, उनकी पुष्टि की जा रही है। प्रिंसिपल के भाई ने कहा-कुछ लोग प्रताड़ित करते थे प्राचार्य के छोटे भाई राजेंद्र सक्सेना ने कहा कि मेरे भाई इसी स्कूल में करीब 4-5 साल से पोस्टेड थे। लेकिन कुछ लोग उन पर अनावश्यक दवाब डालते थे। गलत काम करवाने के लिए उनको प्रताड़ित करते थे।

Dainik Bhaskar लखनऊ से जा रही डबल डेकर पलटी, 6 की मौत:आगरा एक्सप्रेस-वे पर ट्रक से टकराई, कई यात्री बस के नीचे दबे; 40 घायल

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में शुक्रवार दोपहर डबल डेकर बस एक्सप्रेस-वे पर खड़े ट्रक से टकराकर पलट गई। हादसा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुआ। हादसे में 6 लोगों की मौके पर मौत हो गई। 40 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद कई सवारियां बस के नीचे दब गईं। हादसा सकरावा और सौरिख थाने के बीच हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया है। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रक भी कई मीटर घिसटने के बाद पलट गया। बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। जब ये हादसा हुआ तब, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का काफिला एक्सप्रेस-वे से गुजर रहा था। हादसा देखकर वो मौके पर रुक गए। पुलिसकर्मियों को जल्द घायलों को अस्पताल पहुंचाने को कहा। हादसे की तस्वीरें देखें- बस कैसे भिड़ी, कुछ समझ नहीं आया.... घायल यात्री ने बताया- हम लोग लखनऊ से बैठे थे। पूरी बस भरी हुई थी। मैं अपनी सीट पर बैठा था। अचानक से बस कैसे भिड़ी, कुछ समझ नहीं आया। लोगों को बहुत चोट आई है। स्थानीय लोगों की मदद से हम लोग बाहर निकल पाए। दूसरे घायल यात्री ने बताया- मैं लखनऊ के आलमबाग का रहने वाला हूं। लखनऊ-आगरा हाईवे पर बस किसी चीज से टकराई। हम लोगों को पता नहीं चल पाया है। ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर मैं लेटा था। अचानक से बस भिड़ी है। बस किसी तरह से हम लोग बचे हैं। बस में लगभग 100 लोग सवार थे। लोगों को काफी चोट आई है। कुछ तो बस के नीचे दबे हुए थे। मंत्री बोले- एसपी को बुलाया है, वो मौके पर आ रहे मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया- एसपी को बुलाया है। वो मौके पर आ रहे हैं। डॉक्टरों की टीम भी आ रही है। सभी घायलों को इलाज के लिए भेज दिया गया है। इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है... ------------------------------- हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- पीलीभीत में कार खाई में गिरी, 6 की मौत यूपी के पीलीभीत में बेकाबू अर्टिगा कार खाई में गिर गई। इसके बाद पेड़ से टकरा गई। टक्कर से पेड़ टूटकर कार पर गिर गया, जिससे कार सवार दब गए। हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। 4 घायल हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पढ़ें पूरी खबर

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