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Dainik Bhaskar पंजाबी गायक के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत:करण औजला का 7 को होगा शो, प्रो. धरनेवर बोले-गानों में नशे को देते हैं बढ़ावा

चंडीगढ़ में पंजाबी सिंगर करण औजला के 7 दिसंबर को होने वाले शो का मामला चंडीगढ़ पुलिस तक पहुंच गया है। प्रोफेसर पंडित राव धरनेवर ने करण औजला के खिलाफ पुलिस को ऑनलाइन शिकायत दी है। उनका आरोप है कि करण के गाने शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने मांग की है कि शो के दौरान वह चिट्टा कुर्ता, अधिया, फ्यू डेज, अल्कोहल 2, गैंगस्टा और बंदूक जैसे गानों को न गाए। वहीं, उन्होंने कहा कि अगर करण मंच पर ये गाने गाते हैं, तो वह SSP और DGP चंडीगढ़ के खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला दायर करेंगे। 7 दिसंबर को है शो करण औजला का 7 दिसंबर को चंडीगढ़ में इट बाज ऑल ए ड्रीम नाम से शो है। शो शाम 6 बजे से शुरू होगा। यह शो चार घंटे तक चलेगा। इसको लेकर पंडित राव धरनेवर ने आवाज उठाई है। उनका कहना है कि इस तरह के गानों से युवाओं पर गहरा असर पड़ता है। वहीं, उन्होंने कहा है कि इन गानों को यू-ट्यूब से हटाने के लिए करण औजला को बुलाया जाए। जबकि इस संबंध में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से साफ आदेश दिए गए हैं। पहले दिलजीत के खिलाफ दी थी शिकायत इससे पहले पंडित राव धरनेवर ने 15 नवंबर को हैदराबाद में हुए पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के खिलाफ शिकायत दी है। इसके बाद तेलंगाना सरकार ने दिलजीत दोसांझ, उनकी टीम और हैदराबाद के होटल नोवोटेल को नोटिस जारी किया था। वहीं, तेलंगाना सरकार के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के रंगारेड्डी जिला कल्याण अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में गायक को लाइव शो के दौरान पटियाला पग और पंज तारा जैसे गाने नहीं गाने को कहा था। यह नोटिस वेलफेयर ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड और डिसएबल एंड सीनियर सिटीजन डिपार्टमेंट ने जारी किया था। चलते शो में फैंक दिया था जूता पंजाबी सिंगर करण औजला का करीब 3 महीने पहले जब यूके टूर चल रहा था। वह लंदन में कॉन्सर्ट कर रहे थे। इस दौरान किसी ने चलते शो में उन पर जूता फेंक दिया था। गुस्साए करण औजला ने स्टेज से ही गाली-गलौज शुरू कर दी और जूता फेंकने वाले को स्टेज पर आने की चुनौती भी दी। आखिर में उन्होंने युवाओं से ऐसा न करने और सम्मान देने की अपील की।

Dainik Bhaskar फेंगल तूफान से कर्नाटक, केरल और तेलंगाना में भारी बारिश:तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में लैंडस्लाइड, 40 टन की चट्‌टान गिरी, 7 लोग लापता

बंगाल की खाड़ी से 25 नवंबर को उठा फेंगल तूफान 30 नवंबर, शाम 7:30 बजे पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया था। तूफान अब आगे बढ़ चुका है, और केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पहुंच गया है। तमिलनाडु में 2 दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवन्नामलाई में अन्नामलाईयार मंदिर की पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ। NDRF के मुताबिक लगभग 40 टन वजनी चट्टान पहाड़ से लुढ़ककर वीयूसी नगर की सड़क पर बने घरों पर गिरी जिससे 2 घर जमींदोज हो गए। 7 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राजकुमार, मीना, गौतम, इनिया और उसी इलाके की राम्या, विनोदिनी और महा भी लापता हैं। NDRF के 30 कर्मी हाइड्रोलिक लिफ्ट का इस्तेमाल कर रेस्क्यू करने में लगे हैं। हादसे से जुड़ी तस्वीरें... फेंगल तूफान- कहां क्या असर तमिलनाडु के पुडुचेरी में टूटा बारिश का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तूफान फेंगल रविवार को कमजोर पड़ गया था। इसके असर से हुई मूसलाधार बारिश से 3 लोगों की मौत हो गई। पुड्‌डुचेरी जिले में 24 घंटे में 49 सेमी बारिश हुई। यह 20 साल की सबसे अधिक बारिश है। शहरी इलाकों में पानी भरने से सेना को बुलाया गया। सेना ने 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एक हजार लोगों को राहत शिविरों में भी पहुंचाया गया है। सऊदी अरब ने 'फेंगल' तूफान नाम दिया इस तूफान का नाम 'फेंगल' सऊदी अरब की तरफ से प्रस्तावित किया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जो भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण है। यह शब्द वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता को दर्शाता है। चक्रवातों के नामों का चयन करते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि नामों का उच्चारण आसान हो, वे याद रखने में सरल हों, और सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष हों। यह ध्यान रखा जाता है कि नाम ऐसे हों जिनसे अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं के बीच कोई विवाद पैदा न हो या किसी का अपमान न हो। कैसे रखे जाते हैं साइक्लोन के नाम

Dainik Bhaskar पंजाब में डल्लेवाल की भूख हड़ताल 7वें दिन भी जारी:तबीयत बिगड़ रही, दिल्ली कूच की तैयारी, बातचीत के लिए 4 दिन का समय

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल सातवें दिन में प्रवेश कर गई है। उनका वजन करीब 5 किलो कम हो गया है। चलने पर उनकी सांस फूलती है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है। कैंसर के मरीज होने के बावजूद वह दवा नहीं ले रहे हैं। वह अकेले नहीं हैं, 6 दिसंबर को मरजीवड़े जत्था दिल्ली कूच करेगा। यह वह जत्था है जो जिंदगी और मौत की परवाह किए बिना आगे बढ़ेगा। सरवन सिंह पंधेर ने रविवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बातचीत के लिए 5 दिसंबर तक का समय है। केंद्र ने 18 जनवरी के बाद से उनसे बातचीत बंद कर दी है। यही वजह है कि किसानों को यह कदम उठाना पड़ रहा है। 'हम पैदल दिल्ली जाएंगे' उन्होंने कहा कि किसानों पर इल्जाम लगाए गए कि वे ट्रेक्टर ट्रालियां लेकर दिल्ली जाएंगे। इससे लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब होगी। लेकिन अब 6 दिसंबर को किसान पैदल दिल्ली जाएंगे। मरजीवड़े जत्था के लिए हरियाणा में चार पढ़ाव रखे गए हैं, पांचवां पड़ाव दिल्ली होगा। दिल्ली जाने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ किसान आगे बढ़ेंगे। जत्था पहले जग्गी सिटी अंबाला में रुकेगा। फिर मोहड़ा मंडी, खानपुर, जट्‌टा के और पीपली में जत्था पहुंचेगा। जत्थे के आगे बढ़ने का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे का रहेगा। किसान रात को सड़कों पर रात गुजारेंगे। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया? हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। हिरासत से छोड़े डल्लेवाल की सुरक्षा में किसान तैनात किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लेने के बाद से किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों ने संभाल ली है। फार्मर फोर्स की तरह करीब 70 किसान मोर्चे के दोनों तरफ तैनात हैं। डल्लेवाल के पास किसान 4-4 घंटे की शिफ्ट में पहर

Dainik Bhaskar मध्यप्रदेश-राजस्थान के 20 जिलों में पारा 10° से कम:कश्मीर के किश्तवाड़ में सीजन की पहली बर्फबारी; 32 दिन बाद दिल्ली में AQI 300 से नीचे

पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कई जिलों में ठंड बढ़ गई है। मध्यप्रदेश के 10, राजस्थान के 8, उत्तर प्रदेश के 2, छत्तीसगढ़ के भी 2 शहरों में पारा 10° से कम रिकॉर्ड किया गया। कश्मीर के मारवाह, किश्तवाड़ और बादवान में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। IMD मुताबिक अगले 24 घंटों में हिमाचल के किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा में बर्फबारी हो सकती है। इधर, 32 दिन बाद रविवार को दिल्ली का AQI 300 से नीचे आया। सीपीसीबी के बुलेटिन के मुताबिक AQI-285 रिकॉर्ड किया गया। यह हवा की ‘खराब’ कैटेगरी को बताता है। दक्षिण भारत में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में तूफान फेंगल के असर से आज भी भारी बारिश हो रही है। शनिवार शाम को लैंडफॉल के बाद से हो रही बारिश के कारण तमिलनाडु में 3 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में GRAP-4 लागू रखने पर फैसला आज सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नई दिल्ली में 2 दिसंबर तक GRAP-4 के प्रतिबंध जारी रखने का आदेश दिया गया था। CAQM इसे घटाने या जारी रखने पर आज फैसला लेगा। फिलहाल सोमवार को AQI दोबारा 300 से पार हो गया। सुबह 8 बजे यह 313 रिकॉर्ड किया गया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में आज फिर दिल्ली में प्रदूषण से जुड़े केस पर सुनवाई भी होनी है। राज्यों से मौसम की खबरें... मध्यप्रदेश : 48 घंटे बाद बारिश के आसार, ग्वालियर-चंबल और उज्जैन में शीतलहर का अनुमान मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला ने बताया कि 24 साल बाद दिसंबर की शुरुआत ऐसी कड़ाके की ठंड से हुई। 2001 में 1 दिसंबर को रात का तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया था। 48 घंटे बाद यानी 3-4 दिसंबर को बारिश और कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो सकता है। बर्फीली हवा से पूरा प्रदेश ठिठुर सकता है। प्रदेश के 12 जिलों में तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। शाजापुर में 6.1 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ शीतलहर भी चली। वहीं, पचमढ़ी में तापमान 8.20 दर्ज किया गया। पढ़ें पूरी खबर... राजस्थान : 8 शहरों में 10 डिग्री से कम पारा, आबू में 7.20 रिकॉर्ड प्रदेश के 8 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। शनिवार को 11 शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे था। सबसे कम तापमान माउंट आबू में 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम अभी शुष्क रहेगा। आने वाले दिनों में बारिश के कोई आसार नहीं है। राज्य में अगले 7 दिन में मौसम में अधिक बदलाव की

Dainik Bhaskar पंजाब में आज श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक:अकाली दल के पूर्व मंत्रियों पर सजा का ऐलान, सुखबीर बादल भी पहुंचेंगे

पंजाब में जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की तरफ से आज सोमवार दोपहर एक बजे श्री अकाल तख्त साहिब पर पांच सिख साहिबानों की बैठक बुलाई है। बैठक में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल के साथ 2007-2017 के दौरान पद पर रहे मंत्रियों, पूर्व जत्थेदार, 2015 की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी के सदस्यों और मौजूदा अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को बुलाया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में सुखबीर बादल और 2007-17 के दौरान अकाली दल के मंत्रियों को सजा सुनाई जा सकती है। कुछ दिन पहले सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हुए थे और उन्होंने मांग की थी कि उन्हें तनखैया घोषित किए हुए तीन महीने से अधिक का समय बीत चुका है और उन्हें अब सजा सुनाई जानी चाहिए। जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने तकरीबन एक सप्ताह पहले इस बैठक को बुलाने की घोषणा की थी। सुखबीर ने लिखा- सारे वर्कर चाहते थे मैं चुनाव लड़ूं श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे सुखबीर बादल ने अपने लिखित आवेदन में कहा था कि पार्टी के सारे वर्कर चाहते थे कि विशेष हालात के चलते मुझे अभी हो रहे उपचुनाव लड़ने और प्रचार की इजाजत दी जाए। उपचुनाव न लड़ पाने के कारण पंथ और पंजाब को बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन अकाल पुरख की रजा में उन्होंने यह नुकसान झेला है। इसीलिए उनकी सजा पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाए और उन्हें इजाजत दी जाए कि वह पंथ विरोधी ताकतों से डटकर मुकाबला कर सकें। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुनाई थी सजा सुखबीर बादल को जुलाई महीने में धार्मिक सजा सुना दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर को तनखैया करार दिया था। सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था- ''अकाली दल प्रधान और डिप्टी CM रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप के अक्स को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ।'' बागी गुट की शिकायत के बाद शुरू हुआ था विवाद दूसरी तरफ बागी गुट के प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जगीर कौर, परमिंदर सिंह ढींढसा 1 जुला

Dainik Bhaskar पंजाब में लिंक रोड के लिए 2436 करोड़ रुपये मंजूर:नाबार्ड से लिए जाएंगे 1800 करोड़, 13400 किलोमीटर सड़कों की होगी मरम्मत

पंजाब में खस्ताहाल लिंक सड़कों की हालत सुधारी जाएगी। सीएम भगवंत मान ने सड़कों से जुड़े 2436 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। सड़कों के लिए नाबार्ड से करीब 1800 करोड़ का लोन लिया जाएगा। इस मुद्दे पर पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों और नाबार्ड के अधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी है। नाबार्ड से लिए गए लोन की गारंटी सरकार देगी। सड़क प्रोजेक्ट के लिए 1800 करोड़ का लोन लिया जाना है। जबकि 200 करोड़ का इंतजाम मार्केट कमेटियां करेंगी। 210 करोड़ केंद्र के विशेष सहायता कोष से और 200 करोड़ ग्रामीण विकास कोष से इस्तेमाल किए जाएंगे। इस तरह 2436 करोड़ की राशि से 13400 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की जाएगी। परियोजना में केवल जर्जर सड़कें ही शामिल की जाएंगी इस दौरान सभी जिलों से सड़कों का ब्योरा मांगा गया था। जिसका सत्यापन भी हो चुका है। जिन सड़कों की छह साल से मरम्मत नहीं हुई है। उन सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। एक अप्रैल 2022 तक प्रदेश में 3399 किलोमीटर लंबी सड़कों में से 1490 संपर्क सड़कों की मरम्मत लंबित थी। जबकि 2023-24 में 6759 किलोमीटर सड़कों में से 2779 सड़कों की मरम्मत लंबित थी। वर्ष 2024-25 में 1113 सड़कों की मरम्मत की विशेष आवश्यकता थी। जिनकी लंबाई 3242 किलोमीटर है। RDF रुकने से बनी दिक्कत केंद्र सरकार ने पंजाब का रूरल डेवलपमेंट फंड 6800 करोड़ रुपए रोका हुआ हैं। इस वजह से सरकार को काम करवाने में दिक्कत आ रही है। हालांकि सरकार ने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया हुआ है। दूसरी तरफ कुछ दिन पहले वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की है। अब इस मामले को कोर्ट से बाहर ही निपटाने की कोशिश की जा रही है। ताकि पंजाब को अपने हिस्से का पैसा जल्दी मिल जाए।

Dainik Bhaskar किसानों का दिल्ली मार्च, संसद घेरेंगे:यूपी-दिल्ली चिल्ला बॉर्डर पर 3KM जाम; RAF, वज्र वाहन तैनात, ड्रोन से निगरानी

यूपी के किसान संगठनों ने संसद का घेराव करने का ऐलान किया है। दोपहर 12 बजे 4-5 हजार किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास इकट्‌ठा होंगे। इसके बाद दिल्ली कूच करेंगे। इससे पहले दिल्ली-यूपी पुलिस सतर्क हो गई। नोएडा में धारा-163 लगा दी गई है। दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ली बॉर्डर पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सीनियर अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। वाहनों की चेकिंग की जा रही है। इसके चलते 4-5 किलोमीटर का लंबा जाम लग गया है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। कई रूट को डायवर्ट किया है। किसानों की क्या है मांगे...4 पॉइंट में जानिए इससे पहले, 1 दिसंबर यानी कल किसानों ने अपनी मांगों को लेकर नोएडा डीएम मनीष वर्मा और ग्रेटर नोएडा, यमुना, नोएडा अथॉरिटी के सीईओ के साथ बैठक की थी। 3 घंटे तक बैठक चली थी, लेकिन बेनतीजा साबित हुई थी। 1 साल पहले भी इन्हीं मांगों को लेकर किसान संगठनों ने दिल्ली कूच किया था। इस बार किसानों की अगुआई भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पवन खटना कर रहे हैं। अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग के लिए गुजर जाइए....

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी ने EVM से छेड़छाड़ के आरोपों पर कानूनी कार्रवाही की चेतावनी दी

महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी एस चोकलिंगम ने EVM छेड़छाड़ के बारे में भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाही की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतें एक गंभीर अपराध हैं और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले एनसीपी (शरद गुट) के नेता जयंत पाटिल ने विधानसभा चुनावों में EVM के इस्तेमाल पर चिंता जताई थी और बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की थी।

Dainik Bhaskar भास्कर के कैमरे पर खून बेचने वाले दलाल:24 घंटे में 100 यूनिट सप्लाई का दावा, रिपोर्टर को 14 हजार में बेचा 'ओ' निगेटिव, पार्ट-1

जो ब्लड ग्रुप चाहिए मिल जाएगा। न डॉक्टर के ब्लड रिक्योजिशन फॉर्म (रक्त मांग पत्र) की जरूरत है। न डोनर चाहिए। बस 14 हजार रुपए लगेंगे। 100 यूनिट ब्लड कब चाहिए, कल या परसों? डिमांड भेज दो। यूपी तक सप्लाई हो जाएगी। ये दावे हैं खून के दलालों के। एक तरफ ब्लड बैंक स्टॉक की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं इन दलालों ने खून बेचने का पूरा रैकेट खड़ा कर दिया है। यहां तक कि बिना जांच किया हुआ (अनटेस्टेड) ब्लड भी बेचा जा रहा है। भास्कर रिपोर्टर ने 2 महीने तक दो लेवल पर पूरे मामले को इंवेस्टिगेट किया। 'ऑपरेशन रेड अलर्ट' में पहले पढ़िए ब्लड बैंक का काला सच… रामपाल ब्लड बैंक : कैंप लगेगा तब दिला दूंगा 100 यूनिट रिपोर्टर ने पहले फोन पर जयपुर के रामपाल ब्लड बैंक में काम करने वाले प्रमोद से बात की। उसे कहा- यूपी में सप्लाई के लिए बड़ी मात्रा में ब्लड चाहिए। प्रमोद ने कहा-अभी तो गांव आया हुआ हूं, कल ब्लड बैंक आ जाना। अगले दिन रिपोर्टर मिलने पहुंच गया। वंदे ब्लड बैंक : 30 दिन की एक्सपायरी डेट के साथ डिलीवरी का दावा रिपोर्टर ने जयपुर के वंदे ब्लड बैंक के हेमंत से बात की। प्रयागराज में बल्क में ब्लड की डिमांड की। हेमंत ने जगतपुरा के ऋषभ हॉस्पिटल के पास एक थड़ी पर मिलने के लिए बुलाया। अब पढ़िए आम आदमी का एक यूनिट के लिए कैसे ठगा जा रहा… खून के दलालाें का सच सामने लाने के लिए रिपोर्टर प्रॉपर्टी डीलर बनकर राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मान सिंह (SMS ) हॉस्पिटल पहुंचा। एक एंबुलेंस कर्मी के जरिए दलाल आमिर सामी का मोबाइल नंबर (98286-26735) मिला। 23 साल का आमिर जयपुर के लालवास का रहने वाला है। पहले चोरी का सोना खरीदने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। पढ़िए रिपोर्टर और दलाल के बीच की पूरी बातचीत… भास्कर रिपोर्टर ने पूछा– एक यूनिट O निगेटिव चाहिए। बिना डिमांड स्लिप और सैंपल के मिल जाएगा क्या? दलाल बोला- हमारे पास O पॉजिटिव है। इस पर रिपोर्टर ने कहा- एसएमएस के ब्लड बैंक से O पॉजिटिव एक्सचेंज करके O निगेटिव दिला देना। दलाल ने हामी भरी और एसएमएस अस्पताल बुलाया। वहां पहुंचने के बाद कहा- एसएमएस में O निगेटिव नहीं है। स्वास्थ्य ब्लड सेंटर पहुंचिए। मैं लोकेशन शेयर कर रहा हूं। रिपोर्टर लोकेशन पर पहुंचा। वहां दलाल आमिर सामी और रियाज मिले। दलाल बोला- O निगेटिव दिला रहे हैं किसी को मिलता नहीं है दलाल आमिर ने कहा– O निगेटिव अ

Dainik Bhaskar हरियाणा में 44 IAS अफसरों का ट्रांसफर:खेमका अनिल विज का परिवहन विभाग संभालेंगे; सुमिता मिश्रा होम सेक्रेटरी, रस्तोगी वित्त आयुक्त बने

हरियाणा सरकार ने रविवार देर रात 44 IAS अफसरों के ट्रांसफर के आदेश जारी किए। हमेशा चर्चित रहने वाले IAS अफसर अशोक खेमका को अनिल विज के महकमे की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें परिवहन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव लगाया गया है। IAS ऑफिसर सुमिता मिश्रा को राज्य का होम सेक्रेटरी लगाया गया है। होम डिपार्टमेंट खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी देख रहे हैं। इसके अलावा सबसे अहम वित्त आयुक्त राजस्व (एफसीआर), वित्त विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी IAS अफसर अनुराग रस्तोगी को दी गई है। वहीं, सुधीर राजपाल को मौजूदा जिम्मेदारी (स्वास्थ्य सचिव) के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग और आयुष विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव लगाया गया है। अधिकारियों के ट्रांसफर के ऑर्डर... डी सुरेश को वाणिज्य की जिम्मेदारी IAS अधिकारी डी सुरेश को हरियाणा भवन नई दिल्ली का रेजिडेंट कमिश्नर और उद्योग विभाग एवं वाणिज्य विभाग का प्रधान सचिव बनाया है। IAS अफसर श्यामल मिश्र को हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण, नई दिल्ली का मुख्य प्रशासक, फरीदाबाद व गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और नागरिक उड्डयन विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। हरियाणा सरकार ने सौजी रजनी कान्थन को परिवहन आयुक्त, फूलचंद मीना को अंबाला डिवीजन का कमिश्नर, ए श्री निवास को हिसार डिवीजन का आयुक्त व दक्षिण हरियाणा बिजली निगम का एमडी नियुक्त किया है। हायर एजुकेशन के अध्यक्ष बने विनीत राज्य सरकार के आदेशों के मुताबिक आनंद मोहन शरण को पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के साथ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। IAS अफसर विनीत गर्ग को उच्चतर शिक्षा विभाग के साथ हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। IAS अफसर अमित कुमार अग्रवाल को विकास एवं पंचायत विभाग, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग और विदेश विभाग का आयुक्त एवं सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अलावा IAS अफसर राजीव रंजन को मत्स्य व श्रम विभाग का प्रधान सचिव लगाया गया है। विजय सिंह दहिया को मुद्रण विभाग और पशुपालन विभाग का आयुक्त एवं सचिव व अमनीत पी कुमार को महिला एवं बाल विकास विभाग व अभिलेखागार विभाग में आयुक्त एवं सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। IAS अफसर मोहम्मद साइन को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग

Dainik Bhaskar पुनर्वास के लिए खुद आगे बढ़े कश्मीरी पंडित:दावा- गृह राज्य मंत्री ने कहा, हमारे पास कोई पॉलिसी नहीं; तो खुद सोसायटी रजिस्टर कराई

अनुच्छेद 370 हटने के बाद से केंद्र सरकार से अपने पुनर्वास यानी कश्मीर घाटी में फिर से बसाए जाने की आस में बैठे कश्मीरी पंडित इस बार खुद आगे बढ़े हैं। इसके लिए कश्मीरी पंडितों पहली बार एक हाउसिंग सोसायटी रजिस्टर कराई है। बीते चार दिन में देशभर में मौजूद 500 कश्मीरी पंडित परिवारों ने घाटी में बसने के लिए सोसायटी से संपर्क किया है। वे कश्मीर लौटकर नए सिरे से जिंदगी शुरू करना चाहते हैं। सोसायटी के सचिव सतीश महालदार ने भास्कर को बताया कि सोसायटी का नाम डिस्प्लेस्ड कश्मीरी पंडित हाउसिंग कॉपरेटिव है। इसे जम्मू-कश्मीर के रजिस्ट्रार ऑफिस से मंजूरी मिल गई है। यह पुनर्वास का पहला कदम है। हमें यकीन है कि केंद्र सरकार अब खुद पहल करेगी। सोसायटी के 9 सदस्य प्रवासी कश्मीरी पंडित, 2 गैर प्रवासी पंडित और एक सिख सदस्य है। इनमें से तीन सदस्यों ने हाल ही में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से नई दिल्ली में मुलाकात कर हाउसिंग सोसायटी बनाने की जानकारी दी थी। इसके साथ ही उनसे पंडित परिवारों को बसाने के लिए सब्सिडी रेट पर जमीन की मांग भी की थी। सदस्य बोले- सरकार के पास पुनर्वास की कोई नीति नहीं सोसायटी के सदस्य संजय टिक्कू के मुताबिक सियासी पार्टियां 35 साल से अपने नारों, चुनावी घोषणा पत्रों में कश्मीरी पंडितों को जगह तो दे रही हैं, लेकिन हमें बसाने की उनके पास कोई नीति नहीं है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद से हमने पुनर्वास नीति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई नीति नहीं है। ये सुनकर हम हैरान थे, इसलिए अब हम खुद कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए आगे आए हैं। हम जल्द ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मिलेंगे। पहले फेज में श्रीनगर में ही बसने की ख्वाहिश सोसायटी के सचिव महालदार के मुताबिक पुनर्वास के पहले फेज में सरकार से श्रीनगर में जमीन मांगी गई है। 35 साल पहले जब हमें श्रीनगर से निकाला गया था, तब हम सब-कुछ छोड़कर गए थे। आज भी हमारे टूटे घर यहां हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि पहले हमें यहीं बसाया जाए। पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में काम कर रहे पंडित दंपती हमेशा ट्रांजिट घरों में नहीं रह सकते। अब ऐसे परिवार हमसे जुड़ रहे हैं। जल्द इनकी संख्या हजारों में होगी, क्योंकि हर कोई यहां स्थायी आवास चाहता है। घर वापसी के लिए गृह मंत्रालय का ब्लू प्रिंट, 4600 विस्थापित परिवारों की लिस्ट तैयार जम्म

Dainik Bhaskar बाबा बागेश्वर को हत्या की धमकी:परवाना ने हरिहर मंदिर के बयान को गोल्डन टेंपल से जोड़ा; विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख बोले- 48 घंटे में गिरफ्तार करें

मध्यप्रदेश स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान को लेकर पंजाब में बवाल मच गया है। 18 मार्च को मुरादाबाद में धीरेंद्र शास्त्री ने हरिहर मंदिर को लेकर बयान दिया था। हालांकि पंजाब के सिख कट्‌टरपंथी बरजिंदर परवाना ने इसे अमृतसर स्थित हरमंदिर साहिब यानी गोल्डन टेंपल से जोड़ दिया। उसने पंडित शास्त्री को धमकी तक दी कि उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है और चाहे जैसे मर्जी, उन्हें मार डालेंगे। परवाना ने पंडित शास्त्री को पंजाब आने तक की चुनौती दे डाली। पंजाब के कपूरथला जिले के कादराबाद गांव में 26 से 30 नवंबर तक 5 दिन का समागम था। जिसके मंच से परवाना ने बाबा बागेश्वर को यह धमकी दी। वहीं इस मामले में एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया एवं विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने पुलिस से 48 घंटे के भीतर परवाना को गिरफ्तार करने की मांग की है। सिलसिलेवार ढंग से पूरा विवाद पढ़ें बाबा बागेश्वर ने कहा था- हरिहर मंदिर में रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए अब तो आवाज यहां तक भी आ गई। अब तो जल्दी से जल्दी उस मंदिर की पूजा भी प्रारंभ हो जानी चाहिए। अयोध्या में राम जी बैठ गए। काशी में नंदी भगवान निकल आए। यह मुहुर्त है। अब हरि हर मंदिर में भी अभिषेक... रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए। बाबा बागेश्वर के बयान को लेकर कहा जा रहा है कि यह गोल्डन टेंपल के लिए नहीं बल्कि कलकी धाम संभल के लिए था। परवाना ने कहा- गोल्डन टेंपल के लिए यह बात कही बरजिंदर परवाना ने कहा- बागेश्वर धाम वाले साधु ने बयान दिया कि वह जो हरमंदिर है, वहां हम अपनी पूजा करेंगे। अभिषेक करेंगे और मंदिर बनाएंगे। मैं कहता हूं कि आओ, पर एक बात याद रखना, हमने इंदिरा गांधी को मारा। उसे अंदर पैर नहीं रखने दिया। यहां लाखों की फौज आई, उसे हमने गोलियों से भून दिया। बेअंत (पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह) को चंडीगढ़ में बम से उड़ाया। बागेश्वर वाला बाबा नोट कर ले कि आज से उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तुझे भी टकरेंगे और चाहे जैसे मर्जी हो, तुझे भी मार डालेंगे। तू आ तो सही। हरमंदिर साहिब तो दूर, बागेश्वर वाला बाबा अमृतसर या पंजाब में आकर दिखाए। शांडिल्य बोले- हिंदू-सिख भाईचारा तोड़ने की साजिश वहीं इस मामले में एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया एवं विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने परवाना की धमकी का कड़ा विरोध किया। शांडिल्य ने कहा क

Dainik Bhaskar किसान नेता की 96 घंटे कस्टडी की कहानी:पुलिस को किसानों का डर था, सीनियर जूनियर को डांट रहे थे, प्रेशर बनाने को अकेले रखा

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को 26 नवंबर की सुबह पंजाब पुलिस ने खनौरी बॉर्डर से हिरासत में ले लिया था। वह करीब 96 घंटे लुधियाना के DMC अस्पताल में रहे। दैनिक भास्कर ने खनौरी बॉर्डर पहुंचकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से बातचीत कर जाना कि उनके ये 96 घंटे कैसे गुजरे। हिरासत में लेने से लेकर अस्पताल में उनके साथ क्या-क्या हुआ? डल्लेवाल ने दावा किया जब उन्हें पुलिस के अधिकारी हिरासत में लेने के लिए आए तो वे डरे हुए थे। उन्हें डर था कि कहीं या किसान न आ जाएं और उनकी झड़प न हो जाए। इसलिए उन्होंने मुझे कपड़े भी नहीं पहनने दिए और गाड़ी में बिठा लिया। अनशन तुड़वाने के लिए अस्पताल में पुलिस के अधिकारी चाय नाश्ता लेकर आते रहे, लेकिन मैंने अपना अनशन जारी रखा। वहां मेरा ब्लड प्रेशर तक चेक नहीं हुआ। मानसिक दबाव बनाने के लिए एक कमरे में रखा। किसी से मिलने नहीं दिया। सरकार को लगा था कि एक ही किसान मरणव्रत पर बैठेगा उसे उठा लेते हैं, लेकिन दूसरे किसान ने भी अनशन शुरू कर दिया। इससे सरकार को झुकना पड़ा। पढ़िए पूरा इंटरव्यू.... सवाल : जब 26 नवंबर को पुलिस हिरासत में लेने आई तो दिमाग में क्या चल रहा था? डल्लेवाल : रात एक बजे तक हमारी बैठक चली थी। इसलिए मैं देरी से अपनी ट्रॉली में पहुंचा। सभी लोग थके हुए थे। जब सब लोग सो गए तब पुलिसवाले आए। उन्होंने टेंटों के बाहर कुंडी लगा दी, ताकि कोई बाहर न निकल सके। उसके बाद पुलिसवाले मेरे केबिन में आए। मेरा केबिन नॉर्मल है, ताकि हवा और सर्दी से बचा जा सके। उस केबिन को पुलिसकर्मियों ने 2 मिनट में तोड़ दिया। ज्यादा दुख मुझे इस बात का हुआ कि मुझे जूते और पजामा तक पहनने नहीं दिया। मुझे बाद में पता चला कि पुलिस किसानों से डरी हुई थी। पुलिस के मन में डर था कि यदि थोड़ा समय भी उन्हें और लग जाता तो किसान वहां आ जाते। पुलिस और किसानों की झड़प हो सकती थी। मैंने खुद सुना कि पुलिस के सीनियर अधिकारी अपने छोटे कर्मचारियों को गालियां दे रहे थे कि जल्दी गाड़ियों में बैठो, समय ना लगाओ। जितनी जल्दी यहां से निकला जा सकता है, निकलो। मैं खुद हैरान रह गया कि ट्रॉली से उठाते समय पुलिस का व्यवहार कुछ और था। गाड़ी में बैठाने के बाद उनका व्यवहार बदल गया। सवाल : लुधियाना DMC अस्पताल की जगह पटियाला के राजिंदरा अस्पताल क्यों नहीं लेकर गए। वो अस्पताल नजदीक था? डल्लेवाल : देखो, जब

Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस विधायक की BJP से नजदीकियां बढ़ीं:CM सैनी ने काफिला रुकवाकर हाल जाना, विज संग गाड़ी में गए, खट़्टर के पैर छुए

हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया की BJP से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। इसकी शुरुआत 21 नवंबर को सिरसा में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम से हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे थे। उन्होंने प्रोटोकॉल के हिसाब से न केवल कांग्रेस विधायक को तवज्जो दी, बल्कि स्वागत के लिए आए गोकुल सेतिया के लिए स्पेशल काफिला रुकवाकर उनका हाल भी पूछा। इससे विधायक सेतिया भी गदगद नजर आए। उन्होंने मंच से ही मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ की। इसके बाद 29 नवंबर को कष्ट निवारण समिति की मीटिंग लेने पहुंचे मंत्री अनिल विज के गोकुल सेतिया ने पैर छुए। इसके बाद वह विज की गाड़ी में बैठकर भी गए। वहीं गुरुग्राम में एक शादी समारोह में गोकुल सेतिया ने पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के पैर छुए। सेतिया ने इसके फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किए। बोले- बड़े होने के नाते मैंने पैर छुए भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने पर मीडिया ने विधायक गोकुल सेतिया से सवाल भी किए। इस पर सेतिया ने कहा कि अनिज विज के बड़े होने के नाते पैर छुए। वह उनके नाना पूर्व विधायक स्व. लक्ष्मणदास अरोड़ा की उम्र के हैं। गोकुल ने कहा कि शादी में मनोहर लाल खट्‌टर भी मिले। वह भी मेरे बड़े हैं। इस नाते उनके भी पैर छुए। इसका मतलब यह नहीं कि मैं भाजपा के साथ खड़ा हो गया हूं। मैं अच्छे काम की तारीफ भी करता हूं और जो काम ना करे उसके खिलाफ भी खड़ा होता हूं। जब मैं भाजपा में था तो खट्‌टर सरकार के खिलाफ धरना दिया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सिरसा को मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी सौगात दी, इसलिए मैंने उनके काम की तारीफ की। कांडा बंधुओं की टेंशन बढ़ी इन सब के बाद गोपाल कांडा और उनके भाई गोबिंद कांडा की टेंशन बढ़ गई है। पहले चुनाव में हार और अब गोकुल सेतिया की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के कारण गोपाल कांडा को राजनीति कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया ने करीब साढ़े 7 हजार वोट से गोपाल कांडा को हराया था। दोनों के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। यहां तक की चुनाव नतीजों वाले दिन गोकुल सेतिया ने गोपाल कांडा पर चुनाव में धांधली करने के आरोप भी लगाए थे। सिरसा के पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के पोते हैं सेतिया गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार व

Dainik Bhaskar मेरे निकाले पत्थर से रामलला बने, मजदूरी तक नहीं मिली:अयोध्या जाना सपना; सांसद ने कहा था- PM से मिलाएंगे, एयरपोर्ट बुलाकर मुकर गए

अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को 10 महीने हो चुके हैं। रामलला की प्रतिमा कर्नाटक की कृष्णशिला से बनी है। इसे मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। रामलला की मूर्ति बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी तारीफ की थी। गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें सम्मानित भी किया था। रामलला की प्रतिमा बनाने के लिए अरुण योगीराज की जितनी चर्चा हुई, उतनी ही गुमनामी में उस प्रतिमा के लिए पत्थर निकालने वाले श्रीनिवास नटराज हैं। उनका आरोप है कि उन्हें न तो पहचान मिली, न काम की मजदूरी। श्रीनिवास ने कहा कि वे अब तक अयोध्या नहीं गए हैं। उन्हें पहले तो प्राण-प्रतिष्ठा में नहीं बुलाया गया। बाद में मैसूरु के तत्कालीन भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने रामलला के दर्शन कराने का वादा किया, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। श्रीनिवास ने रामलला की प्रतिमा के लिए चट्टान निकालने से लेकर उसे मंदिर ट्रस्ट को सौंपने तक की पूरी कहानी बताई। उन्होंने इस दौरान 5 दावे किए। इनकी पड़ताल के लिए भास्कर रिपोर्टर ने पूर्व सांसद प्रताप सिम्हा, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय समेत तीन लोगों से बात भी की। पूर्व सांसद प्रताप सिम्हा और चंपत राय ने कुछ सवालों के जवाब के बाद इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहला दावा: 'चेन्नई से फोन आया, नीला पत्थर ढूंढने को कहा गया था' ​श्रीनिवास एच. डी. कोटे से भास्कर रिपोर्टर को उस प्लॉट पर लेकर गए, जहां से उन्होंने चट्टान निकाली थी। यह मैसूरु से ​​​​​​22 किलोमीटर दूर गुज्जे गौदानापुरा में मेन रोड से करीब 500 मीटर अंदर है। खेत में घास-फूस के बीच बड़े-बड़े पत्थर पड़े थे। ये उसी कृष्णशिला के टुकड़े थे, जिसके एक हिस्से पर अरुण योगीराज ने रामलला की प्रतिमा उकेरी थी। श्रीनिवास को ठीक से तारीख या महीना तो याद नहीं, पर उसने बताया, 'दिसंबर 2022 में एक दिन गांव के किसान कृष्णन्ना ने मुझे बुलाया और बताया कि यह जमीन उनके पिता रामदास की है। जमीन के नीचे बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं, जिससे खेती में दिक्कत हो रही है। कृष्णन्ना ने चट्टानों को निकालकर जमीन समतल करने के लिए कहा था।' ​श्रीनिवास ने कहा, 'कुछ दिनों बाद 27 जनवरी, 2023 को मुझे सुरेंद्र विश्वकर्मा का फोन आया। सुरेंद्र दो सदस्यीय उस पैनल के अध्यक्ष थे, जिसे रामलला की प्रतिमा के लिए पत्थर तलाशने का

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