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Dainik Bhaskar मशाल जुलूस में भड़की आग, 50 से ज्यादा लोग झुलसे:खंडवा में श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान भगदड़ के हालात; घायलों को अस्पताल लाए

खंडवा में मशाल जुलूस के दौरान आग भभकने से 50 से ज्यादा लोग झुलस गए। घटना गुरुवार देर रात की है। इसका वीडियो भी सामने आया है। आग भड़कने से भगदड़ के हालात बन गए। वीडियो में दिख रहा है कि लोग तेजी से भाग रहे हैं। इस घटना में घायल लोगों को जिला अस्पताल लाया गया। इधर, जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जिला अस्पताल पहुंच गए। खंडवा एसपी मनोज राय ने बताया- एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम था। कार्यक्रम घंटाघर पर जब समाप्त हो रहा था, तब मशाल रखते समय कुछ मशाल उल्टी हो गई, जिसके कारण उसमें जो बुरादा और तेल था, उससे आसपास की मशालें भभक गई। इससे वहां घेरा बनाकर खड़े लोग झुलस गए। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल है। लोगों के चेहरे और हाथ झुलसे हैं। 30 लोगों को जिला अस्पताल लाया गया। इनमें से 12 लोगों को भर्ती किया गया है। बाकी को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया। देखिए तीन तस्वीरें मशाल में थे ज्वलनशील पदार्थ खंडवा में गुरुवार की शाम को मशाल जुलुस कार्यक्रम का आयोजन बड़ाबम चौक पर हिंदूवादी नेता अशोक पालीवाल के नेतृत्व में हुआ। 5 घंटे तक चले कार्यक्रम की शुरुआत में हैदराबाद जिले से आए भाजपा विधायक टी राजा और पश्चिम बंगाल भाजपा की प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया खान ने भाषण दिया। जिसके बाद देर रात 11 बजे मशाल जुलूस शुरू हुआ। आधे घंटे बाद जुलूस का समापन घंटाघर चौक पर हो रहा था, इसी दौरान मशाल रखते वक्त आग भभक गई। मशाल में ज्वलनशील पदार्थ थे, जिनसे आग और ज्यादा भड़क गई। जिसकी चपेट में 50 से ज्यादा लोग आ गए। आग से चेहरा और हाथ जला अस्पताल में भर्ती शांता ने बताया कि मशाल लेकर हम खड़े थे, अचानक से आग भभकी। हमने हाथ में ले रखी मशाल फेंक दी और भागे। आग से चेहरा ओर हाथ जला है। जलन हो रही है। खबर लगातार अपडेट कर रहे हैं..

Dainik Bhaskar लक्ष्यराज बोले-विश्वराज सिंह को 38 साल दर्शन से किसने रोका?:एकलिंगजी सबके, लेकिन गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं; अंतिम संस्कार में न जाने पर कहा- धमकियां मिली थीं

उदयपुर के पूर्व राजपरिवार में राजतिलक की रस्मों को लेकर छिड़ा विवाद थम गया है। इस बीच दैनिक भास्कर ने लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से तीन दिन चले घटनाक्रम को लेकर बात की। सवाल किए…जब धूणी के दर्शन कराने ही थे तो 3 दिन क्यों लगा दिए? सरकार में बैठे एक व्यक्ति पर आरोप लगाया, किसकी ओर इशारा था? लक्ष्यराज ने सभी सवालों के जवाब दिए। साथ ही महेंद्र सिंह मेवाड़ के अंतिम संस्कार में नहीं जाने की वजह भी बताई। पढ़िए विवाद के बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का पहला इंटरव्यू… भास्कर : धूणी दर्शन कराने ही थे तो तीन दिन क्यों लग गए? लक्ष्यराज : कई बार कह चुका हूं। फिर कहता हूं कि दर्शन नहीं कराने की बात ही नहीं थी। बात ये थी कि चीजों को सभ्य तरीके से किया जाए। गुंडागर्दी नहीं की जाए। शक्ति प्रदर्शन को माध्यम न बनाएं। लोगों को लेकर आकर दरवाजे पर खड़े हो जाने से, गुंडागर्दी करने से, नारेबाजी करने से और कानून को हाथ में लेकर काम करने से, यह नहीं बनता है। हम यही चाहते थे कि मंदिर में गरिमा बनी रहे, अनुशासन बना रहे, तौर तरीका बना रहे। ​एक भावना बनी रहे। भीड़ करके माहौल बिगाड़ कर दर्शन करने का मन नहीं होता है। गरिमामय दर्शन कराने थे और वही हुआ। भास्कर: प्रशासन को आपने पहले सूचित कर दिया था, क्या आपको आशंका थी कि माहौल बिगड़ेगा? लक्ष्यराज : मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूंं कि हमने हवाला दिया था 1984 का। 1984 में उस दिन मेरी पिताजी को बंदूकों और तलवारों का सामना करना पड़ा। मेरी 9 और 5 साल की बहनों को जान का खतरा मंडरा रहा था। वह उस दौर की सच्चाई थी। तब पिताजी ने कहा था कि हमें बहुत सावचेत रहने की जरूरत है। कानून को हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। इसलिए यहां हमने पूरे प्रदेश में अखबारों के जरिए सूचनाएं दीं। लोगों ने किस तरह उस रात को कानून को हाथ में लिया, नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया और जान लेने की ​परिस्थिति बनाई थी। जो सच अब निकल कर आ रहा है। दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो वो कोई दर्शन का माहौल नहीं था। सच्चाई जो है सामने आएगी और उस दिन की जांच भी सामने आएगी। भास्कर : 1984 की बात पर आप इमोशनल हो जाते हैं। क्या मामला था, विस्तार से बताएंगे? लक्ष्यराज : देखिए, इमोशनल होने वाली बात नहीं, सच्चाई है। जिस तरह से लोगों ने तलवारों और बंदूकों से आक्रमण किया। मेरी 9 और 6 साल की बहन व पिता तीनों अपनी जान से हाथ धो ब

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में 50 आतंकी ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी:कठुआ से आतंकवादियों के 10 मददगार गिरफ्तार; पूछताछ जारी

जम्मू कश्मीर में संदिग्ध आतंकवादियों और उनके समर्थकों की धरपकड़ के लिए गुरुवार को पुलिस ने 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें से अकेले कठुआ जिले के करीब 17 ठिकानों पर छापेमारी कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आतंकियों की मदद करते थे। इनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त की गई है। जम्मू रीजन के ADJ आनंद जैन ने बताया कि पुलिस आतंकवादियों का समर्थन करने वाले कई संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ कर रही है घाटी में पिछले दिनों हुए आतंकवादी हमलों के जवाब में ये कार्रवाई की जा रही है। जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के 3 आतंकी मारे गए कठुआ पुलिस ने 14 सितंबर को सुरक्षाबलों के साथ मिलकर दो अलग-अलग जॉइंट ऑपरेशनों में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के तीन विदेशी आतंकियों को मार गिराया था। ये ऑपरेशन मुख्य रूप से ऊपरी कठुआ और उसके सीमांत इलाकों में चलाए गए। 4 जिलों में 56 आतंकवादी ठिकानों पर रेड जम्मू कश्मीर पुलिस ने मंगलवार और बुधवार दो दिन में जम्मू के 4 जिलों में 56 आतंकवादी ठिकानों पर पहले ही रेड कर चुकी है। इन छापों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई संदिग्ध आतंकवादियों और ग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया गया। ये छापेमारी जम्मू रीजन के चार जिलों- रियासी, उधमपुर, राजोरी और पुंछ में हुई थी। इसमें पुलिस को कई हथियार, कैश, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज बरामद हुए थे। इससे पहले 23 नवंबर को पुलिस ने सेना के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में बारामूला के कुंजर में एक आतंकी ठिकाने पर हमला कर उसे ध्वस्त कर दिया था। वहीं 21 नवंबर को पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ के मामले में रियासी, डोडा, उधमपुर, रामबन और किश्तवाड़ जिलों के 8 ठिकानों पर रेड की थी। नवंबर में घाटी में हुई आतंकी घटनाएं और एनकाउंटर .............................................. जम्मू कश्मीर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट ने यासीन मलिक को नोटिस भेजा:केस जम्मू से नई दिल्ली ट्रांसफर करने से जुड़ा सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक से जुड़े मामले की सुनवाई की। मामला जम्मू से नई दिल्ली केस ट्रांसफर करने से जुड़ा है। यह याचिका CBI ने लगाई थी। जस्टिस अभय एस ओका और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने मलिक और अन्य आरोपियों को नोटिस जारी किया और उन्हें 18 दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर

Dainik Bhaskar दिल्ली के प्रशांत विहार में धमाका, एक शख्स घायल:फोरेंसिक-NSG की टीम पहुंची; मौके पर सफेद पाउडर जैसी चीज मिली

दिल्ली के रोहिणी में प्रशांत विहार इलाके में पीवीआर मल्टीप्लेक्स के पास गुरूवार की सुबह 11.48 बजे गुरुवार को धमाका हुआ। घटना में एक शख्स घायल हो गया। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) और फोरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची है। इसके अलावा जांच के लिए बम निरोधक दस्ता के अधिकारी भी पहुंचे है। धमाका के कारणों का पता लगाया जा रहा है। फायर सर्विस के मुताबिक, उनके पास विस्फोट से जुड़ा एक कॉल आया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंची। यह धमाका पार्क की बाउंड्री वॉल के पास हुआ। बताया जा रहा है कि मौके पर सफेद पाउडर जैसी चीज बिखरी हुई मिली है। प्रशांत विहार में यह दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले 20 अक्टूबर को सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल के पास भी इसी तरह का विस्फोट हुआ था। घटना के बाद की 2 तस्वीरें... आतिशी बोलीं- कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केवल भाजपा की है दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि यह राजधानी में कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है। दो महीने में यह दूसरा धमाका है। आतिशी ने कहा, "दिल्ली में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केवल बीजेपी और गृहमंत्री अमित शाह की है, लेकिन वे इसमें पूरी तरह विफल हो रहे हैं।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गृहमंत्री के निवास के आसपास के इलाकों से फिरौती के कॉल आने की खबरें सामने आ रही हैं। 20 अक्टूबर को दिल्ली CRPF स्कूल के पास ब्लास्ट हुआ था दिल्ली में रोहिणी सेक्टर 14 के प्रशांत विहार इलाके में 20 अक्टूबर की सुबह करीब 7:30 बजे CRPF स्कूल के पास धमाका हुआ। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन CRPF स्कूल की दीवार, आस-पास की दुकानें और कुछ कारों को नुकसान पहुंचा। फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) टीम के सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में क्रूड बम जैसा मटेरियल मिला था। मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी। अगले दिन 21 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्कूल की दीवार के पास पॉलीथिन बैग में विस्फोटक रखा गया था। बैग को 1 फीट गहरे गड्ढे में छिपाकर रखा गया। इसके बाद इसे कचरे से ढंका गया, ताकि यह किसी की नजर में न आ सके। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने आसपास लगे CCTV फुटेज भी चेक किए। 1 दिन पहले के फुटेज में दिल्ली पुलिस को दीवार के पास एक सफेद टी-शर्ट पहने शख्स दिखाई दिया। हालांकि, उसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। खालिस्त

Dainik Bhaskar इलाज के लिए रात भर तड़पे बिरसा मुंडा के पड़पोते:रिम्स में ना रातभर बेड मिला ना इलाज, एंबुलेंस में ही ऑक्सीजन देना पड़ा

धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के पड़पोते मंगल मुंडा इलाज के लिए रांची के रिम्स के बाहर रातभर तड़पते रहे। परिवार इलाज के लिए इधर-उधर भटकता रहा। अस्पताल प्रबंधन ने ना बेड दिया और ना इलाज किया। इससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। यह दावा मंगल मुंडा के भाई जंगल सिंह मुंडा ने भास्कर से किया है। उन्होंने हादसे वाली रात की पूरी कहानी बताई। जंगल सिंह मुंडा ने बताया- 25 नवंबर को हम लोग रात 10 बजे रिम्स पहुंचे थे। हम लोगों ने ट्रॉली मैन से कहा- ऑक्सीजन वाला बेड चाहिए। पर उसने कहा- बेड खाली नहीं है। फिर हम लोगों ने एंबुलेंस में ही मंगल मुंडा को ऑक्सीजन लगवाया। एंबुलेंस में दो ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आए थे। फिर हम लोगों ने उसी एंबुलेंस में रात काटी। उन्होंने बताया- डॉक्टरों ने इमरजेंसी में भी भर्ती नहीं किया। रातभर मरीज गाड़ी में ही रहा। डॉक्टरों ने जांच तक नहीं की। 26 नवंबर की सुबह करीब 7 बजे पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने किसी को फोन किया। उसके बाद रिम्स प्रबंधन ने सुध ली और डॉक्टरों ने जांच शुरू की। मंगल मुंडा इलाज के लिए रातभर तड़पते रहे। अगर रात से ही इलाज शुरू हो जाता तो इस तरह की स्थिति नहीं होती। हमने सीएमओ में भी बात की, पर उनका कहना था- हम क्या कर सकते हैं। कोई बेड खाली नहीं है। CM हेमंत सोरेन के आदेश के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने दवा खरीदने को कहा 26 नवंबर को बिरसा मुंडा के पड़पोते की खबरें मीडिया में आई तो प्रशासन सक्रिय हुआ। कार्यवाहक CM हेमंत सोरेन ने मंगल मुंडा के इलाज के लिए निर्देश दिए। इसके बाद भी डॉक्टरों ने मंगल मुंडा के परिजन से करीब 15 हजार रुपए की दवा बाजार से खरीदने को कहा और परिजन ने दवा खरीदी। कैसे हुआ था हादसा 25 नवंबर की शाम खूंटी तमाड़ रोड में रूताडीह के पास सड़क हादसा हुआ था। बिरसा मुंडा के परिजन सहित कई लोग एक टाटा मैजिक के ऊपर बैठे थे। टाटा मैजिक गाड़ी जैसे ही मोड़ के पास पहुंची, अनियंत्रित होकर पलट गई। इसी हादसे में मंगल मुंडा गंभीर घायल हो गए। ब्रेन के दोनों तरफ ब्लड क्लॉट मंगल मुंडा को 25 नवंबर की रात रिम्स लाया गया था। अगले दिन इलाज शुरू हुआ। मंगल मुंडा के ब्रेन के दोनों तरफ ब्लड क्लॉट हो चुका था और दुर्घटना के कारण काफी खून बह गया। उन्हें तत्काल ऑपरेशन की जरूरत थी। चार घंटे तक चला ऑपरेशन 26 नवंबर को रिम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के एचओडी डॉक्टर आनंद प्रकाश क

Dainik Bhaskar 'पायलट सृष्टि ने सुसाइड नहीं किया, आदित्य ने मारा':बड़े पापा बोले- आंसू रोक रखे हैं, सजा दिलाने के बाद जी भर रोऊंगा

मुंबई में महिला पायलट सृष्टि सुसाइड केस में सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली ने आरोप लगाया है कि सृष्टि को आदित्य पंडित ब्लैकमेल कर रहा था। वह उससे पैसे लेता था। सुबह 4.30 बजे वह बेटी के फ्लैट पर क्या करने गया। मेरी बेटी सुसाइड नहीं कर सकती। आदित्य पंडित ने ही उसे मारा है। अभी मैंने अपने आंसू रोक रखे हैं। दोषियों को सजा दिलाने के बाद जी भरकर रोऊंगा। महिला पायलट सृष्टि का शव 25 नवंबर को मुंबई के फ्लैट में मिला। लड़की के चाचा की शिकायत पर पुलिस ने बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित को 26 नवंबर को अरेस्ट किया। गोरखपुर की सृष्टि एअर इंडिया में पायलट थी। सृष्टि के बड़े पापा का कहना है कि रात साढ़े 12 बजे उसकी परिजनों से फोन पर बात हुई। अगले डेढ़- दो घंटे में ऐसा क्या हो गया कि उसने सुसाइड कर लिया। दैनिक भास्कर से बातचीत में सृष्टि के बड़े पापा ने घटना पर कई सवाल खड़े किए। पढ़िए उन्होंने क्या कुछ कहा... विश्वास नहीं हुआ, तो सृष्टि की दोस्त को मिलाया फोन भास्कर टीम गोरखपुर के रुस्तमपुर के शिवपुर स्थित सृष्टि के घर पहुंची। यहां महिला पायलट के बड़े पापा विवेक तुली मिले। उन्होंने बताया, सृष्टि की मौत की सूचना सबसे पहले उन्हें मिली। गुरुग्राम में नौकरी करने वाली उनकी बेटी राशि ने 25 नवंबर की सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर फोन किया। राशि को इस बात की जानकारी सृष्टि की को-पायलट उर्वी ने दी थी। जब विवेक को यह जानकारी मिली तो उन्होंने उर्वी का नम्बर लेकर फोन किया। उर्वी कुछ देर चुप रही और फोन एक लड़के को पकड़ा दिया। लड़के ने बताया कि वे लोग सेवेन हिल्स हॉस्पिटल में हैं और सृष्टि नहीं रही। लड़के ने बताया कि सृष्टि के घर सुबह-सुबह वह पहुंचा तो दरवाजा बंद था। सुबह लगभग 4.30 बजे बाहर से मैकेनिक बुलाकर दरवाजा खुलवाया, तो सृष्टि पंखे से लटक रही थी। बाद में पता चला कि बात करने वाला लड़का आदित्य पंडित था, जिसे सृष्टि का दोस्त बताया जा रहा है। देर रात मां से की थी वीडियो कॉल पर बात विवेक बताते हैं कि इस बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ। रात 12.30 बजे सृष्टि ने अपनी मम्मी श्वेता से वीडियो कॉल पर बात की। बड़ी मम्मी मोहिनी को मैसेज कर बताया कि मुम्बई पहुंच गई है। विवेक सवाल उठाते हैं कि सुबह-सुबह आदित्य वहां क्यों गया था। आखिर डेढ़ से दो घंटे में इतना कुछ कैसे बदल गया। अपनी मम्मी से वीडियो कॉल से बात करते हुए सृष्टि खुश नजर आ रही थ

Dainik Bhaskar इंडियन नेवी ने K-4 बैलिस्टिक मिसाइल की सफल टेस्टिंग की:3,500 किलोमीटर रेंज, INS अरिघात से लॉन्चिंग; यह भारत की दूसरी न्यूक्लियर सबमरीन

इंडियन नेवी ने बुधवार (27 नवंबर) को K-4 बैलिस्टिक मिसाइल की सफल टेस्टिंग की। यह टेस्टिंग न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात से की गई थी। अरिघात को 2017 में लॉन्च किया गया था। इसे जल्द ही कमीशन किया जाएगा। अरिघात INS अरिहंत का अपग्रेडेड वर्जन है। इसे विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के शिप बिल्डिंग सेंटर (SBC) में बनाया गया था। अरिहंत की तरह ही अरिघात भी 750 किलोमीटर की रेंज वाली के-15 मिसाइलों से लैस होगी। इस सबमरीन का वजन 6 हजार टन (60 हजार क्विंटल) है। भारत ने तैयार की परमाणु मिसाइलों से लैस 3 पनडुब्बियां भारतीय नौसेना अब तक 3 न्यूक्लियर सबमरीन तैयार कर चुकी है। इसमें से एक अरिहंत कमीशंड है, दूसरी अरिघात मिलने वाली है और तीसरी S3 पर टेस्टिंग जारी है। इन सबमरीन के जरिए दुश्मन देशों पर परमाणु मिसाइल दागी जा सकती हैं। 2009 में पहली बार सांकेतिक तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर INS अरिहंत को लॉन्च किया था। इसके बाद 2016 में इसे नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया। अगले 5 साल में दो और पनडुब्बियों को भारतीय नौसेना ने लॉन्च किया है। 2009 में लॉन्च करने से पहले भारत ने पनडुब्बियों को दुनिया से छिपा रखा था। 1990 में भारत सरकार ने ATV यानी एडवांस टेक्नोलॉजी वेसल प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत ही इन पनडुब्बियों का निर्माण शुरू हुआ था। दुनियाभर में सिर्फ 6 न्यूक्लियर ट्रायड देश, जिसमें भारत भी INS अरिघात समुद्र के अंदर मिसाइल अटैक करने में उसी तरह सक्षम है, जिस तरह अरिहंत ने 14 अक्टूबर 2022 को टेस्टिंग की थी। तब अरिहंत से K-15 SLBM की सफल टेस्टिंग की गई थी। इसी के साथ भारत अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के अलावा दुनिया का छठा न्यूक्लियर ट्रायड देश बन गया था। अब आसान भाषा में समझिए न्यूक्लियर ट्रायड क्या होता है? इसे हम भारत और पाकिस्तान के उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए भारत और पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर युद्ध की तैयारी करने लगते हैं। परमाणु हथियारों को छोड़ दें तो सैनिक शक्ति के मामले में भारत पाकिस्तान पर काफी भारी है। यानी युद्ध हुआ तो भारत की जीत तय है। ऐसे हालात में पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला करने का प्लान बनाने में जुट जाता है। अब सवाल ये है कि पाकिस्तान सबसे पहले क्या सोचेगा? इसका जवाब है कि ऐसे में पाकिस्तान की सबसे बड़ी चिं

Dainik Bhaskar हरियाणा में दुल्हन ने बारात बैरंग लौटाई:वरमाला डाल फेरे लेने से इनकार, बोली- दूल्हे ने शराब पी है; बाद में बॉयफ्रेंड संग फरार

हरियाणा के नारनौल में फेरों से ठीक पहले दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। दुल्हन ने आरोप लगाया कि दूल्हे ने शराब पी रखी। वह उसके साथ शादी नहीं करेगी। इस पर हंगामा हो गया। दोनों पक्षों में बहसबाजी हुई। लड़के पक्ष ने आरोपों को नकारा, लेकिन दुल्हन ने फेरे लेने से इनकार कर दिया। ऐसे में बारात को बैरंग लौटना पड़ा। कार्यक्रम में शामिल लोगों के मुताबिक दुल्हन का बॉयफ्रेंड वहां पहुंचा हुआ था। वह स्टेज पर दुल्हन के साथ था। बॉयफ्रेंड के कहने पर फेरे लेने से मना किया। इसके बाद से दुल्हन और बॉयफ्रेंड गायब हैं। फिलहाल इस बारे में पुलिस के पास कोई सूचना नहीं पहुंची है। दुल्हन ने दिल्ली से ग्रेजुएशन की है। वहीं जिस लड़के से उसकी शादी हो रही थी वह कारोबारी है। दिल्ली में रहता लड़की का परिवार, गांव में आकर कर रहे थे शादी नांगल चौधरी के एक गांव के युवक का निजामपुर थाना के अंतर्गत पड़ते गांव की लड़की से करीब 3 महीने पहले रिश्ता तय हुआ था। लड़की वाले अब दिल्ली रहते हैं, लेकिन परिवार ने बेटी की शादी नांगल चौधरी में ही करने का फैसला किया। शादी की तारीख 27 नवंबर तय हुई। कार्यक्रम नांगल चौधरी के मैरिज पैलेस में रखा गया। बीती रात को लड़के वाले बारात लेकर मैरिज पैलेस पहुंचे। यहां लड़की पक्ष के लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद स्टेज का कार्यक्रम शुरू हुआ। दूल्हा और दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। दोनों ने परिजनों का आशीर्वाद लिया। वरवाला के बाद होने थे फेरे, मना कर दिया आशीर्वाद लेने के बाद फेरे लेने की रस्म होनी थी। इसी बीच दुल्हन ने दूल्हे के साथ फेरे लेने से मना कर दिया। लड़की पक्ष के गांव वालों के मुताबिक दुल्हन का कहना था कि लड़के और उसके पिता दोनों ने शराब पी हुई है। वह शराबी के यहां जाना पसंद नहीं करेगी। दुल्हन को समझाने के प्रयास किए गए। इस दौरान दोनों पक्षों में बहसबाजी भी हुई, लेकिन दुल्हन ने फेरे लेने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद रात को ही बारात बिना दुल्हन के लौट गई। दिल्ली से आया था बॉयफ्रेंड बारात में शामिल लोगों के मुताबिक स्टेज पर दुल्हन के साथ उसका बॉयफ्रेंड मौजूद था। इसके बाद फेरों के समय उसने बॉयफ्रेंड के कहने पर फेरे लेने से मना किया। इसके बाद से बॉयफ्रेंड और दुल्हन गायब हैं। मामला थाने नहीं पहुंचा इस बारे में नांगल चौधरी के थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि दोनों पक

Dainik Bhaskar आर्मी चीफ बोले-सेना में कुकी-मैतेई साथ काम करते हैं:मणिपुर में शांति बहाली में बड़ा रोल; 13 दिन बाद जिरीबाम में खुलेंगे स्कूल

मणिपुर हिंसा के बीच आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि सेना कुकी और मैतेई समाज के लोगों को एकजुट करने का काम कर रही है। उनका कहना है कि भारतीय सेना एक जाति विहीन आर्मी है। यह आपसी तालमेल बढ़ाती है और मतभेद खत्म करती है। यहां सभी संस्कृति के लोग एक साथ काम करते हैं। जनरल द्विवेदी ने पुणे की सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी में एक प्रोग्राम के दौरान मणिपुर में शांति बहाली के लिए आर्मी के पूर्व सिपाहियों के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि रिटायर्ड जवान कुकी-मैतेई के बीच शांति स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं। दरअसल, मणिपुर में कई बार शांति बहाली के लिए कुकी और मैतेई समाज के एक्स-सर्विसमेन की रैलियां हुई हैं। हिंसा के 13 बाद कल से इंफाल वैली में 16 दिन से बंद स्कूल-कॉलेज फिर से खुल जाएंगे। दरअसल, जिरीबाम में 16 नवंबर को 3 बच्चों और 3 महिलाओं का शव मिलने के बाद इंफाल वैली के जिलों के स्कूल बंद कर दिए गए थे। इंफाल में सुरक्षाबलों ने 94 चेकपॉइंट बनाए मणिपुर में सुरक्षाबलों ने पहाड़ी और घाटी जिलों के संवेदनशील इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाए। कई जिलों में सुरक्षा की दृष्टि से 94 चेकपॉइंट भी बनाए गए हैं। गुरुवार को पुलिस ने इसकी जानकारी दी। NH-37 और NH-2 पर जरूरी सामान ले जा रही गाड़ियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है। पिछले दिनों मणिपुर के जिरीबाम में छिड़ी हिंसा को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है। NIA ने मंगलवार को हिंसा के तीन मामलों में केस दर्ज किया है। CM बीरेन सिंह बोले- जिरीबाम में 6 लोगों के हत्यारों को पकड़ने का अभियान जारी मणिपुर सरकार ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर ऑपरेशन लॉन्च किया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि जिरीबाम जिले में अपहरण कर मारे गए तीन बच्चों और तीन महिलाओं के हत्यारों को पकड़ने के लिए पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है। CM ने कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ आरोपियों की पहचान की गई है। जब तक गुनहगारों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं किया जाता है, ऑपरेशन जारी रहेगा। ---------------------- मणिपुर हिंसा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़े मणिपुर- बाकी 3 मैतेइयों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई:10 महीने के बच्चे से बर्बरता; सिर, ठुड्डी, कंधे की हड्डी तोड़ी जिरीबाम से अगवा कर मारे गए 6

Dainik Bhaskar भाजपा नेता भूपेंद्रसिंह के BZ ग्रुप पर CID ​​का छापा:कंपनी ने फिक्स्ड डिपॉजिट 3 साल में दोगुना करने का कहकर निवेशकों से 6000 करोड़ रुपए ठगे

क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमें (सीआईडी) ने बुधवार को गुजरात के BZ Financial Services और BZ Group के कई ऑफिसों पर छापेमारी की। बीजे ग्रुप पर करीब 6000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। कंपनी ने अधिक ब्याज का वादा कर निवेशकों से ये रकम हड़पी है। सीआईडी ने गांधीनगर, अरावली, साबरकांठा, महेसाणा और वडोदरा में रेड की। इस दौरान एक एजेंट समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि कंपनी का CEO भूपेंद्र सिंह झाला फरार है। झाला पर लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। 3% से 30% तक के ब्याज का लालच देती थी कंपनी सीआईडी की जांच में पता चला है कि कंपनी लोगों को 3% से 30% तक का मासिक ब्याज देने का वादा करती थी और 5 लाख रुपए का निवेश करने पर टीवी या मोबाइल गिफ्ट में देती थी। वहीं, 10 लाख रुपए के निवेश पर गोवा ट्रिप का भी ऑफर देती थी। प्रारंभिक जांच में दो बैंक अकाउंट्स में 175 करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी सामने आई है। सीआईडी ​​क्राइम के अधिकारियों का कहना है कि कुछ समय पहले हमें एक गुमनाम आवेदन मिला था। बीजेड फाइनेंशियल सर्विसेज और बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्रसिंह परबतसिंह झाला ने गुजरात के अलावा राजस्थान में भी ऑफिस खोले थे। सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाते थे एजेंट्स सीआईडी के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि कंपनी के एजेंट्स को खासतौर पर रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाने के लिए ट्रेंड किया गया था। शुरुआत में निवेश पर अच्छा रिटर्न देकर लोगों का विश्वास जीता जाता था और फिर बाद में उनकी बड़ी रकम हड़प ली जाती थी। इतना ही नहीं, एजेंट्स को सैलरी के अलावा 5% से 25% तक कमीशन भी दिया जाता था। डीवायएसपी अश्विन पटेल ने बताया कि सीआईडी ने इस मामले में गांधीनगर से लेकर वडोदरा तक सात स्थानों पर छापेमारी की है। इस दौरान करीब 20 लाख रुपए, 338 फॉर्म, सर्टिफिकेट, एग्रीमेंट, चेकबुक, लैपटॉप और मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। कंपनी कैश और चेक दोनों तरीकों से पैसे जमा करवाती थी। कंपनी का सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला फरार मुख्य आरोपी भूपेंद्र झाला का मुख्य कार्यालय साबरकांठा के तलोद में है। अन्य जिलों में उसके किराए के ऑफिस भी हैं। सीईडी ने लोगों से अपील की है कि जो भी इस धोखाधड़ी का शिकार हुआ है, वह शिकायत दर्ज कराए। छापेमारी के बाद बीजेड ग्रुप का सीईओ भूपेन्द्रसिंह झाला भूमिगत हो गया है। लोकस

Dainik Bhaskar SC में यासीन मलिक की फिजिकल पेशी पर सुनवाई आज:कोर्ट ने कहा था- आतंकी अजमल कसाब को फेयर ट्रायल मिल सकता है, तो यासीन मलिक को क्यों नहीं

जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक की फिजिकल पेशी पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। जम्मू ट्रायल कोर्ट ने मलिक को फिजिकल पेशी का आदेश दिया था। इस आदेश को सुरक्षा का हवाला देते हुए CBI ने शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी। फिलहाल हत्या और अपहरण के आरोप में मलिक तिहाड़ जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। इससे पहले 21 नवंबर (गुरुवार) को भी सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई थी। तब शीर्ष अदालत ने कहा था कि जब देश में आतंकी अजमल कसाब को फेयर ट्रायल मिल सकता है, तो यासीन मलिक को क्यों नहीं। वर्चुअल माध्यम से सुनवाई के लिए जेल में ही स्पेशल बेंच बनाने की बात कही गई थी। 21 नवंबर को पिछली सुनवाई में 3 बड़ी बातें... सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- सुनवाई के लिए जेल में ही बने स्पेशल बेंच 21 नवंबर की सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि मलिक को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने की अनुमति दी जा सकती है। पीठ ने इस बात पर सहमति जताई कि सुनवाई के लिए जेल में ही कोर्ट बनाया जा सकता है। इसके बाद पीठ ने केंद्र से पूछा कि कितने गवाह पेश होंगे और उनकी सुरक्षा व्यवस्था क्या होगी। पीठ ने कहा, हमें यह देखना होगा कि जज को सिर्फ़ इसी कोर्ट के लिए जेल में कैसे तैनात किया जाएगा। क्या था मामला? यह मामला 1990 में श्रीनगर के बाहरी इलाके में भारतीय वायुसेना के चार कर्मियों की हत्या और 1989 में तत्कालीन गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण से जुड़ा है। दोनों मामलों में यासीन मलिक मुख्य आरोपी है। ...................... यासीन मलिक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.... CBI कोर्ट में गवाह ने यासीन मलिक को पहचाना:कहा- मलिक ने ही वायुसेना के 4 जवानों पर गोली चलाई थी, 40 नागरिक भी घायल हुए थे JKLF प्रमुख यासीन मलिक ने बंदूक निकाली और भारतीय वायुसेना के जवानों पर गोलियां चला दीं... यह बात स्पेशल CBI कोर्ट को उस चश्मदीद ने बताईं जो 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में हुए आतंकी हमले के वक्त मौजूद था। ये गवाह पूर्व IAF कॉर्पोरल राजवार उमेश्वर सिंह हैं, जो उस आतंकी हमले में बच गए थे। पूरी खबर पढ़ें…

Dainik Bhaskar संसद में प्रियंका का पहला दिन:हाथ में संविधान की कॉपी लेकर शपथ ली; राहुल ने गेट पर रोककर कहा- लेट मी टेक योर फोटो

केरल के वायनाड से चुनाव जीतकर प्रियंका गांधी गुरुवार को पहली बार लोकसभा पहुंचीं। उन्हें सांसद पद की शपथ दिलाई गई। प्रियंका ने हिंदी में शपथ ली। इस दौरान उन्होंने राहुल की तरह हाथ में संविधान की कॉपी पकड़ी हुई थी। प्रियंका जब संसद पहुंचीं, तो कांग्रेस नेताओं ने बाहर ही उनका स्वागत किया। सदन में एंट्री से पहले भाई राहुल ने उन्हें रोका और कहा- "स्टॉप, स्टॉप, स्टॉप... लेट मी ऑलसो टेक योर फोटो... (रुको, रुको, रुको... मुझे भी तुम्हारी फोटो लेने दो...)" संसद में प्रियंका ने संविधान की कॉपी हाथ में लेकर हिंदी में शपथ ली। प्रियंका के सांसद बनने पर मां सोनिया गांधी ने कहा, "वी आर ऑल वेरी हैप्पी एंड प्राउड... (हमें गर्व है और हम सब बेहद खुश हैं...)" प्रियंका संसद में केरल की प्रसिद्ध 'कसावु' साड़ी पहनकर पहुंची थीं। संसद में राहुल और सोनिया के साथ उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे। शपथ के बाद प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का आशीर्वाद लिया। संसद में पहली बार गांधी परिवार के 3 सदस्य मौजूद हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल यूपी के रायबरेली से और प्रियंका केरल के वायनाड से सांसद हैं। जबकि सोनिया राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। तस्वीरों में देखें, संसद में प्रियंका का पहला दिन... 1. संसद में एंट्री से पहले प्रियंका का स्वागत 2. राहुल बोले, "लेट मी ऑलसो टेक योर फोटो..." 3. प्रियंका ने भाई राहुल से कहा, "अब चलें..." 4. संविधान की कॉपी लेकर कहा, "मैं प्रियंका गांधी वाड्रा ..." 5. लोकसभा की मेंबरशिप बुक में हस्ताक्षर किए 6. सोनिया बोलीं, "हमें गर्व है और हम सब बहुत खुश हैं..." 7. प्रियंका केरल की 'कसावू' साड़ी पहनकर संसद पहुंचीं केरल की प्रसिद्ध कसावु साड़ी प्लेन ऑफ वॉइट कलर में होती है। इस पर गोल्डन बॉर्डर होता है। साड़ी के रॉयल वर्जन में इस बॉर्डर को असली सोने के धागे से तैयार किया जाता है। एक साड़ी बनाने में 3 से 5 दिन लगते हैं और कीमत ₹5,000 से ₹5 लाख तक होती है। 8. राहुल प्रियंका का हाथ पकड़कर लोकसभा के भीतर ले गए 9. सोनिया गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भी संसद में मौजूद रहे 10. शपथ के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से आशीर्वाद लिया राहुल ने वायनाड सीट छोड़ी, प्रियंका वहीं से जीतकर सांसद बनीं प्रियंका केरल की वायनाड सीट से लोकसभा चुनाव जीतकर आई हैं। राहुल गांधी ने रायबरेली और वायना

Dainik Bhaskar हरियाणा में छात्रा ने क्लासरूम में जहर निगला:मुंह से झाग निकली, उल्टियां करनी लगीं तो मचा हड़कंप; स्कूल में छुट्‌टी की गई

हरियाणा में पानीपत के सरकारी स्कूल के क्लासरूम में 11वीं की छात्रा ने जहर निगल लिया। जिससे उसके मुंह से झाग निकलने लगा और उल्टियां होने लगी। यह देख स्कूल के टीचरों और स्टूडेंट्स में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में छात्रा को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने भी छात्रा के जहर निगलने की पुष्टि की। छात्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे ICU में एडमिट कराया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी के मुताबिक मॉर्निंग शिफ्ट की छुट्टी कर दी गई। अब इवनिंग शिफ्ट चल रही है। मामला तहसील कैंप स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का है। स्कूल में एक कमरा बंद मिला। संभावना है कि इस क्लास रुम में छात्रा ने जहर निगला है। पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक छात्रा ने पहले भी सुसाइड की कोशिश कर चुकी है। उसने अपने बाएं हाथ पर धारदार ब्लेड या चाकू से वार किए थे। अब भी उसके हाथ पर कट के 10 से भी ज्यादा निशान हैं। पुलिस का कहना है कि छात्रा के तेजाब पीने का शक है। यह तेजाब वह घर से लाई थी या बाहर किसी दुकान से खरीदा, इसकी जांच की जा रही है। छात्रा के ठीक होने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी। सिलसिलेवार ढंग से जानें पूरा मामला... प्रार्थना के बाद क्लासरूम में गई, वहां उल्टियां करने लगीं जानकारी के अनुसार, स्कूल में रोजाना की तरह क्लासें लगी हुई थी। सुबह की प्रार्थना के बाद सारे स्टूडेंट्स क्लास में चले गए। क्लास में पढ़ाई शुरू होने के कुछ ही देर बाद 11वीं की छात्रा की तबीयत बिगड़ने लगी। उसने उल्टियां शुरू कर दीं। उसके मुंह से झाग निकलने लगा। इसका पता चलते ही स्कूल टीचर और स्टाफ दौड़ा-दौड़ा वहां आया। उन्हें कुछ समझ नहीं आया और वह छात्रा को उठाकर तुरंत नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में ले गए। अस्पताल में डॉक्टर बोले- जहर पिया डॉक्टरों ने जांच की और कहा कि छात्रा ने जहर निगला है। उसे तुरंत भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया। जिसके बाद छात्रा के परिजनों को भी सूचना दे दी गई। छात्रा के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। छात्रा फिलहाल बात करने की हालत में नहीं है। उसे ICU में डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रखा गया है। फिलहाल उसने जहर क्यों निगला, इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। वहीं परिजन भी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। शिक्षा अधिकारी बोले- प्रिंसिपल ने फोन पर बताया पानीपत के शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा ने

Dainik Bhaskar पंजाब में सुखबीर बादल के पक्ष में गाना रिलीज:हरियाणवी सिंगर ने बताया साजिश का शिकार, अकाल तख्त साहिब 2 दिसंबर को सुनाएगा सजा

शिरोमणि अकाली दल में शुरू हुए विवाद को लेकर सुखबीर बादल और 2007 से 2017 तक के मंत्रियों को 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब पर सजा सुनाई जा सकती है। लेकिन इससे चार दिन पहले सोशल मीडिया पर एक गाना रिलीज हुआ है, जिसमें अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल को साजिश का शिकार बताया गया है। यह गाना रॉकी मित्तल ने सुखबीर बादल के पक्ष में गाया है। रॉकी मित्तल ने इस गाने में सुखबीर बादल के पक्ष में बात की है, जबकि बागी गुट पर जमीर का कत्ल करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं गाने में केंद्र पर भी निशाना साधा गया है। रॉकी मित्तल ने इस गाने में सुखबीर बादल को दिल्ली की धक्केशाही से बचाने वाला नेता बताया है। गीत में रॉकी मित्तल ने अकाली दल को दिल्ली की गुलामी ना सहने वाला बताते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के पैरों को हाथ लगाते हुए दिखाया गया है। केंद्रीय एजेंसियों पर भी उठाया गया सवाल गीत में सुखबीर बादल की प्रशंसा करने और विरोधी व केंद्र पर निशाना साधन के साथ-साथ सुरक्षा एजेसियों पर भी सवाल उठाए गए हैं। रॉकी मित्तल ने गीत में आरोप लगाया है कि सुखबीर बादल को फंसाने में केंद्रीय एजेंसियों का हाथ है। अगस्त में भाजपा छोड़ कांग्रेस की थी जॉइन रॉकी मित्तल का असल नाम जय भगवान मित्तल है, जो एक हरियाणवी सिंगर हैं। जिनके यू-ट्यूब पर ही तकरीबन 1.5 लाख के करीब सब्सक्राइबर हैं। रॉकी मित्तल ने लंबा समय भाजपा की सेवा में गुजारा। वे भाजपा स्पेशल पब्लिसिटी सैल के सदस्य भी रहे हैं। लेकिन अगस्त 2022 को कांग्रेसी सांसद रणदीप सिंह सूरजेवाला की उपस्थिति में कांग्रेस जॉइन कर ली थी। कांग्रेस जॉइन करते समय रॉकी मित्तल ने मुझे माफ करना राहुल मेरे भाई गीत भी रिलीज किया था। लेकिन, अब अचानक से इनकी एंट्री पंजाब की राजनीति में हो गई है। उन्होंने अचानक से सुखबीर बादल के हक में गीत गा दिया, जबकि उनका मामला अभी श्री अकाल तख्त साहिब पर विचाराधीन है।

Dainik Bhaskar पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी:मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम में फोन आया; अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज, जांच जारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी गई है। मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम में किसी अज्ञात शख्स ने फोन कर प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी दी है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मोदी को 6 साल में तीन धमकियां मिलीं 2023: हरियाणा के एक शख्स ने वीडियो वायरल करते हुए मोदी को गोली मारने की धमकी दी थी। वीडियो में युवक ने खुद को हरियाणा का बदमाश और गांव मोहाना, सोनीपत का रहने वाला बताया था। वीडियो में उसने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे सामने आ जाएं तो मैं गोली मार दूंगा। 2022: पीएम मोदी को जेवियर नाम के एक शख्स ने धमकी दी थी। जेवियर ने केरल भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन को भेजे खत में जान से मारने की धमकी देते हुए लिखा था- मोदी का हाल राजीव गांधी जैसा होगा। उस वक्त पीएम केरल दौरे पर जा रहे थे। बाद में पुलिस ने धमकी देने वाले को अरेस्ट कर लिया था। 2018: महाराष्ट्र के मोहम्मद अलाउद्दीन खान नाम के शख्स ने फेसबुक पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो जान से मारने की धमकी दी थी। उसने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए -मोहम्मद का सदस्य बताते हुए देश के पांच प्रमुख शहरों में विस्फोट करने की बात कही थी। शख्स ने प्रतिबंधित संगठन ISIS के झंडे की फोटो भी डाली थी। SPG के कंधों पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्‍मेदारी स्‍पेशल प्रोटेक्‍शन ग्रुप यानी SPG की होती है। प्रधानमंत्री के चारों ओर पहला सुरक्षा घेरा SPG जवानों का ही होता है। PM की सुरक्षा में लगे इन जवानों को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की गाइडलाइंस के मुताबिक ट्रेनिंग दी जाती है। इनके पास MNF-2000 असॉल्ट राइफल, ऑटोमेटिक गन और 17 एम रिवॉल्वर जैसे मॉडर्न हथियार होते हैं। प्रधानमंत्री के दौरे का प्रोटोकॉल क्या होता है? किसी राज्य में PM के दौरे के समय 4 एजेंसियां सुरक्षा व्यवस्था देखती हैं- SPG, ASL, राज्य पुलिस और स्थानीय प्रशासन। एडवांस सिक्योरिटी संपर्क टीम (ASL) प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़ी हर जानकारी से अपडेट होती है। ASL टीम केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी के संपर्क में होती है। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी ASL की मदद प्रधानमंत्री के दौरे की निगरानी रखते हैं। स्थानीय पुलिस PM के दौरे के समय रूट से लेकर कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा संबंधी नियम

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