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Dainik Bhaskar आज खड़गे, राहुल गांधी से मिलेंगे हेमंत सोरेन:झारखंड में कांग्रेस कोटे के मंत्री और उनके विभागों पर बात करेंगे, PM से मिलने का समय मांगा
झारखंड में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। सरकार का खाका तैयार करने हेमंत सोरेन सोमवार रात दिल्ली पहुंचे। आज उनकी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात होगी। सोरेन कांग्रेस नेताओं को व्यक्तिगत तौर पर सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता देंगे। साथ ही कांग्रेस कोटे के मंत्री और विभाग पर बात कर सहमति बनाई जाएगी। सूत्रों के अनुसार, हेमंत सोरेन ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी मिलने का समय मांगा है। उनकी मुलाकात हो सकती है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ होने वाली बैठक में मंत्रिमंडल में राजद मंत्रियों की संख्या पर भी चर्चा की जाएगी। वहीं, आम आदमी पार्टी ने बताया कि सोरेन की आज AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात होगी। शाम तक हेमंत सोरेन रांची लौट जाएंगे। कांग्रेस कोटे का नाम लगभग फाइनल सूत्रों का कहना है कि हेमंत सोरेन आज की बैठक में सरकार के स्वरूप पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे। कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के नाम लगभग फाइनल हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस को मंत्रिमंडल में चार सीटें ही मिलेगी। पार्टी भी इस फार्मूले को स्वीकार कर चुकी है। वित्त-वाणिज्य कर और योजना विभाग पर कांग्रेस हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार 28 नवंबर को शपथ लेगी। इससे पहले मंत्रियों और विभागों पर माथा पच्ची शुरू हो गई है। पिछली बार जो विभाग कांग्रेस के पास थे वह सभी इस बार भी रहेंगे। आलाकमान से हरी झंडी मिलते ही कांग्रेस की ओर से सदन के नेता हेमंत सोरेन को अवगत करा दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि गृह और कार्मिक विभाग मुख्यमंत्री के पास रहेगा। जबकि, वित्त-वाणिज्यकर और योजना विभाग कांग्रेस के हिस्से में आ सकते हैं। इसके अलावा ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज, स्वास्थ्य विभाग, कृषि एवं पशुपालन विभाग भी कांग्रेस को ही मिलेंगे। यह सारे विभाग पिछली सरकार में कांग्रेस के पास थे। वहीं, राजद इस बार पुराने विभाग से इतर कुछ और हासिल करने की कोशिश में है। ------------------------------------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... झारखंड में दोबारा हेमंत सोरेन सरकार:I.N.D.I.A. गठबंधन ने 56 सीटें जीतीं; रांची में लगे पोस्टर- शेर दिल सोरेन फिर आ गया झारख
Dainik Bhaskar PM के दौरे से पहले चंडीगढ़ में धमाके:2 क्लबों के बाहर बम फेंके, CCTV में भागता दिखा युवक; एक क्लब रैपर बादशाह का
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3 दिसंबर को चंडीगढ़ दौरे से पहले मंगलवार अलसुबह सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज व डि'ओरा क्लब के बाहर धमाके हुए। इससे क्लब के बाहर लगे शीशे टूट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेविले बार एंड लाउंज क्लब में मशहूर रैपर बादशाह की हिस्सेदारी है। सूचना पाकर SSP समेत पुलिस के अधिकारी पहुंचे। जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। घटनास्थल से सैंपल लिए गए हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बम फेंकने वाले युवक बाइक पर आए थे। वारदात में जो बम इस्तेमाल हुए हैं, उनमें कील और ज्वलनशील पदार्थ भरा हुआ था। मौके पर इससे जुड़ी हुई चीजें भी बरामद हुई हैं। पुलिस मानकर चल रही है कि देसी बम (सुतली बम) फोड़े गए हैं। पुलिस एक्सटॉर्शन एंगल पर भी जांच कर रही है। घटना का एक CCTV भी सामने आया है। सुबह 3.15 बजे एक युवक ने क्लब की तरफ बमनुमा चीज फेंकी। जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ। धुआं उठते ही युवक वहां से भाग गया। DSP दिलबाग सिंह ने बताया कि सुबह 3.25 बजे हमें कंट्रोल रूम पर पर्सनल प्रॉब्लम की सूचना मिली थी। हमारे जांच अधिकारी मौके पर गए। वहां क्लब के शीशे टूटे हुए थे। बयान दर्ज करने के बाद पुलिस मामला दर्ज करेगी। धमाके के बाद की तस्वीरें... सिक्योरिटी गार्ड बोला- 2 युवक थे क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट किए हुए था, दूसरे युवक ने विस्फोट फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या उखाड़ लेगा। उनके मुंह को ढके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए। चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान पास में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है। दोनों क्लब करीब 30 मीटर दूर नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि'ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है। जल्द पहुंचेगी PM की सुरक्षा टीम 3 दिसंबर को ही चंडीगढ़ में PM नरेंद्र मोदी के आने का प्रोग्राम है। इसके चलते पुलिस अलर्
Dainik Bhaskar धीरेंद्र शास्त्री पर फूल के साथ मोबाइल फेंका:कहा- श्रद्धालु से गलती हुई, कोई साजिश नहीं; देश को गृहयुद्ध से बचाने के लिए यात्रा जरूरी
झांसी में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर यात्रा के दौरान फूलों के साथ किसी ने मोबाइल फेंक दिया। मोबाइल सीधे उनकी कनपटी पर आकर लगा। अचानक मोबाइल लगने से वह चौंक गए। हालांकि, उन्होंने खुद को संभालते हुए कहा- जिसने भी फूलों के साथ मोबाइल फेंककर मारा है। वह मोबाइल मुझे मिल गया है। थोड़ी देर बाद यात्रा में यह अफवाह फैलने लगी कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर हमला हुआ है। मामला पुलिस तक पहुंच गया। इसके तुंरत बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीच यात्रा लाउडस्पीकर से अनाउंस किया। उन्होंने कहा- पुलिस ने सूचना दी कि आप पर हमले की सूचनाएं चल रही हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं मेरे ऊपर किसी तरह का हमला नहीं हुआ। फूल फेंकते समय किसी श्रद्धालु का मोबाइल गलती से आकर लगा था। किसी तरह की साजिशें नहीं चल रही हैं। दोनों ही प्रदेश का शासन-प्रशासन सख्त है। दरअसल, पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ‘सनातन हिंदू एकता’ यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा का मंगलवार को यूपी में दूसरा दिन है। सुबह 9 बजे झांसी के मऊरानीपुर से यात्रा शुरू हुई। मऊरानीपुर में यात्रा शुरू करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- अगर ऐसी यात्राओं के प्रयोग न हुए तो देश गृहयुद्ध झेलेगा। आठ से 9 राज्यों में तो भयंकर गृहयुद्ध होगा, जिसमें लाखों की जनहानि होगी। देश को गृहयुद्ध से बचाना जरूरी है। धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा का आज छठा दिन है। अब तक वह करीब 80 किमी की दूरी तय कर चुके हैं। खली ने चोटी पकड़कर साधु को उठाया: झांसी में संजय दत्त ने धीरेंद्र शास्त्री को छोटा भाई बताया, जमीन पर बैठकर पी चाय धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यात्रा की अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...
Dainik Bhaskar IPS रश्मि शुक्ला फिर बनीं महाराष्ट्र DGP:चुनाव से पहले कांग्रेस की शिकायत पर इलेक्शन कमीशन ने पद से हटाने का निर्देश दिया था
महाराष्ट्र सरकार ने IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला को राज्य की पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस बल के प्रमुख के रूप में फिर से बहाल कर दिया है। विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की शिकायत पर इलेक्शन कमीशन ने रश्मि शुक्ला को उनके पद से हटाने का निर्देश दिया था। दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने रश्मि शुक्ला को भाजपा का करीबी बताते हुए पद से हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने अपने चुनावी फायदे के लिए रश्मि शुक्ला को इस पद पर बैठाया था। इसके बाद शुक्ला को 4 नवंबर को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया था, जबकि उनकी जगह वरिष्ठ IPS अधिकारी संजय कुमार वर्मा को एक्टिंग DGP नियुक्त किया गया था। रश्मि के ट्रांसफर को लेकर शरद पवार ने कहा था कि चुनाव आयोग ने सही फैसला किया है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। रश्मि शुक्ला की दोबारा नियुक्ति की संभावना पर पटोले ने आपत्ति जताई थी नाना पटोले ने महाराष्ट्र चुनाव से कुछ दिन पहले राज्यपाल, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अन्य को पत्र लिखकर रश्मि शुक्ला को फिर से महाराष्ट्र डीजीपी के तौर पर नियुक्त किए जाने की संभावना पर आपत्ति जताई थी। हालांकि, 23 नवंबर को चुनाव परिणामों की घोषणा और चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग ने आचार संहिता खत्म होने का ऐलान किया, जिसके बाद सोमवार को राज्य सरकार ने शुक्ला का अनिवार्य अवकाश खत्म कर दिया और उन्हें डीजीपी के रूप में अपना कार्यभार फिर से संभालने का निर्देश दिया। महाराष्ट्र की पहली महिला DGP हैं रश्मि शुक्ला वरिष्ठ IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी बनने का गौरव हासिल कर चुकी हैं। 1988 बैच की महाराष्ट्र कैडर की अधिकारी रश्मि, सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक के पद पर भी कार्य कर चुकी हैं। इसके अलावा, रश्मि शुक्ला ने 22 साल की उम्र में IPS बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। इस साल जून में उनका रिटायरमेंट तय था, लेकिन सरकार ने उनका कार्यकाल बढ़ा दिया। खुफिया विभाग की प्रमुख के तौर पर रहीं चर्चा में महाविकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल के दौरान रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र के खुफिया विभाग की प्रमुख थीं। इस दौरान कुछ वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं के अवैध फोन टैपिंग को लेकर उनके खिलाफ तीन मामले दर्ज किए गए। पहली FIR मुंबई में दर्ज हुई, जिसमें शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत
Dainik Bhaskar कोस्ट गार्ड ने अंडमान में 6 हजार किलो ड्रग्स पकड़ी:म्यांमार के 6 तस्कर भी गिरफ्तार; यह इस साल की सबसे बड़ी कार्रवाई
कोस्ट गार्ड (तट रक्षक बल) ने सोमवार को बंगाल की खाड़ी में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर 6 हजार किलोग्राम ड्रग मेथमफेटामाइन (मेथ) पकड़ी है। यह साल की सबसे बड़ी कार्रवाई है। साथ ही, कोस्ट गार्ड ने पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में मेथ ड्रग पकड़ी है। कोस्ट गार्ड के पैट्रोल विमान डोनियर ने पोर्ट ब्लेयर से लगभग 150 किमी दूर पूर्व में स्थित बैरन आइलैंड में एक फिश ट्रेलर को संदिग्ध रूप से तैरते पाया। कोस्ट गार्ड के शिप ने ट्रेलर को घेर लिया, जिसमें से दो-दो किलो के तीन हजार पैकेट बरामद किए गए। इन पैकेट में मेथ थी। म्यांमार के छह तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। फरवरी में गुजरात तट से 3300 किलो ड्रग्स जब्त की गई थी एंटी नारकोटिक्स एजेंसियों ने फरवरी में गुजरात तट पर 3300 किलो ड्रग्स जब्त की थी। अंडमान की जब्ती से पहले ये साल की सबसे बड़ी ड्रग्स जब्ती थी। नवंबर में एक ईरानी जहाज से 700 किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी। ड्रग्स सप्लाई का बड़ा रूट बनकर उभरा भारत भारत में ड्रग्स तस्करी का कारोबार बढ़ रहा है। भारत आने वाली ड्रग्स के लगभग 40% हिस्से की खपत लोकल मार्केट में होती है। लेकिन बाकी 60% ड्रग्स भारत से अरब और अफ्रीका जा रही है। INCB (इंटरनेशनल नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो) के अनुसार भारत ड्रग्स सप्लाई का बड़ा रूट बनकर उभरा है। अब तक यूरोप-अमेरिका को खपत का सबसे बड़ा मार्केट माना जाता था, लेकिन अरब के देश इमर्जिंग मार्केट के रूप में उभरे हैं। यहां लगभग 2 लाख करोड़ रुपए की ड्रग्स की सप्लाई होती है, जो भारत से होकर गुजरती है। हालांकि भारत में एनसीबी से लेकर अन्य केंद्रीय एजेंसियां लगातार कार्रवाई में जुटी हैं। अरब देशों में सक्रिय भारतीय और पाकिस्तानी क्राइम सिंडिकेट इस ड्रग्स को वहां खपाने के साथ आगे अफ्रीकी देशों में सप्लाई कर रहे हैं। इस कारोबार से अफ्रीका में नारको टेरर भी संचालित हो रहा है। राजनीतिक रूप से अशांत कई अफ्रीकी देशों में ड्रग्स मनी से हथियारबंद विद्रोह चलाए जा रहे हैं। किस रूट का इस्तेमाल लैंड रूट से सप्लाई में जोखिम ज्यादा। समुद्री मार्ग में फिश ट्रेलर और कार्गो जहाजों का इस्तेमाल। भारत में एंट्री पॉइंट: गुजरात, महाराष्ट्र और केरल के तट। पूर्वोत्तर के राज्यों में म्यांमार की सीमा में ड्रग की सप्लाई। मणिपुर में मोरेह और मिजोरम में चंपई बड़े संेटर हैं। यहां ये लोकल खपत के साथ देश के अन्य ह
Dainik Bhaskar हरियाणा की महिला को मिलेगा नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड:9 गायों से शुरू किया था फार्म, अब 350 से ज्यादा, 12 देशों में जाता है देसी घी
हरियाणा के झज्जर के फरमाण गांव की रेणु सांगवान को 26 नवंबर को राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार नीति आयोग और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) पूसा के सहयोग से दिया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री लल्लन यादव और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। यह पुरस्कार भी देश में पहली बार किसी महिला को दिया जाएगा। रेणु को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। रेणु के पति कृष्ण पहलवान का साल 2018 में निधन हो गया था। इसके बाद रेणु ने पति के सपने को पूरा करने की ठानी। इसके लिए पहले बेटे विनय को वेटनरी का कोर्स कराया। फिर 9 देसी गायों के साथ गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की संस्था बनाकर गोपालन शुरू किया। अब उनके पास 350 गोवंश हैं। अब हर दिन करीब 750 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इनकी गायों का दूध दिल्ली में 120 रुपए प्रति लीटर बिकता है। घी भी 12 देशों को भेजा जाता है। यहां गायों को बांसुरी की धुन सुनाई जाती है खुले बाड़े में रखी जाती हैं गायें गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की गायों को खुले बाड़े में रखा जाता है। उन्हें उनके ही खेतों में तैयार किया गया हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा गायों को रोजाना 300 एकड़ से अधिक की पंचायती जमीन पर चराने के लिए भी ले जाया जाता है। गाय को चारा खिलाने और बाहर निकालने के समय बांसुरी की धुन बजाई जाती है। इस समय गोशाला में हरियाणवी, साहीवाल, थारपारकर, राठी और गिर नस्ल की गायें हैं। प्रेरित होकर 20 लोगों ने शुरू किया गोपालन उनके काम से प्रेरित होकर आसपास के गांव के 20 लोगों ने भी गोपालन शुरू किया। उनके पास 500 गायें हैं। रेनू सांगवान को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2024 के लिए भी चुना गया है। 12 देशों में जाता है देसी घी रेनू विलोना विधि से गाय का घी तैयार करती हैं। इसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, जर्मनी, अमेरिका और फिलीपींस जैसे 12 देशों में 3500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से घी बेचा जाता है। सालाना टर्नओवर करीब 3-4 करोड़ रुपए है। गोसंरक्षण और गोपालन का लक्ष्य रेनू सांगवान ने बताया कि हमारा अगला लक्ष्य गो संरक्षण और गोपालन है। इसके लिए हम हर गांव में गोपालन के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। ----------------------------- हरियाणा से जुड़ी खबर भी पढ़ें... डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक, एक गाय 67
Dainik Bhaskar किसान नेता ने जमीन परिवार के नाम की:हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर आज से मरणव्रत पर बैठेंगे, 10 दिन का टाइम वर्ना दिल्ली कूच होगा
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आज (26 नवंबर) से हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल शुरू करेंगे। इससे पहले वह किसानों को संबोधित करेंगे। 4 नवंबर को डल्लेवाल ने ऐलान किया था कि पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही भूख हड़ताल पर बैठूंगा। इसके बाद 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच करेंगे। एक दिन पहले सोमवार को फरीदकोट में जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि वे सिर पर कफन बांधकर ही आमरण अनशन पर बैठने जा रहे हैं। केंद्र सरकार को उनकी मांगे पूरी करनी होगी या फिर वह अपनी जान कुर्बान कर देंगे। उनकी मौत से भी आंदोलन नहीं रुकेगा। मौत के बाद दूसरे नेता आमरण अनशन शुरू करेंगे। इसलिए अपनी जमीन को पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दिया है, ताकि कोई विवाद न रहे। किसान संगठन जागरूकता अभियान के तहत घर-घर जाकर समर्थन जुटा रहे हैं और अपनी मांगों के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। अनुमान है कि हजारों की गिनती में किसान खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेंगे। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि डल्लेवाल MSP समेत 12 मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठ रहे हैं। 13 फरवरी से किसान आंदोलन-2 चल रहा है। कई किसान शहीद हुए। 450 से ज्यादा किसान घायल हुए हैं, लेकिन इसके बाद भी मोदी सरकार किसानों की बातों को नहीं सुन रही है। कोहाड़ बोले- आमरण अनशन में सहयोग करें उन्होंने कहा कि मोदी अकसर बाहर जाते हैं तो कहते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सबसे बड़े वर्ग यानी किसान वर्ग की बातों को ही नहीं सुना जा रहा। ऐसे में मजबूर होकर ये फैसला लिया कि डल्लेवाल आमरण अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने आग्रह किया कि सभी साथी डल्लेवाल को सहयोग करें। यह नहीं हो कि अनशन शुरू होने के बाद एक दिन आ गए और फोटो-वीडियो खिंचवा के चले गए। इस से काम नहीं चलेगा। बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाएंगे किसान किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। 9 महीने से किसान चुप बैठे हैं, लेकिन सरकारों की ओर से हमारी उपेक्षा की जा रही है। इस कारण दिल्ली जाने का फैसला लिया है। इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बजाय पैदल मार्च करेंगे। इसमें पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे। सरकार के पास 10 दिन का समय है। किसानों-सरकारी की मीटिं
Dainik Bhaskar तेलंगाना CM ने हरियाणा कांग्रेस पर सवाल खड़े किए:बोले-लोकल फैक्टर पर वोट मांगे, तभी जाट वर्सेज नॉन जाट हुआ और पार्टी चुनाव हारी
हरियाणा में कांग्रेस की हार का मुद्दा अब पार्टी के ही सीनियर नेताओं को बुरी तरीके से अखर रहा है। इसको लेकर अब तेलंगाना के कांग्रेसी CM रेवंत रेड्डी का बयान सामने आया है। उन्होंने यहां के लोकल नेताओं के चुनाव लड़ने के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं। रेड्डी ने कहा सोनिया गांधी या राहुल गांधी की जगह हरियाणा के नेताओं ने लोकल फैक्टर पर वोट मांगे, जिस वजह से जाट वर्सेज नॉन जाट जैसे मुद्दे बन गए। उन्होंने हरियाणा के नेताओं को नसीहत भी दी कि लोकल फैक्टर पर चुनाव लड़ने में पसंद-नापसंद स्ट्रॉन्ग रहती है। उन्होंने एक निजी न्यूज संस्थान के दौरान इस पर खुलकर अपनी बात कही। बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस ने पूरा चुनाव पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा की अगुआई में लड़ा। नेशनल लेवल पर भी कांग्रेस हाईकमान ने सांसद कुमारी सैलजा, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव जैसे नेताओं को नजरअंदाज किया। जिस वजह से अच्छे माहौल के बावजूद कांग्रेस चुनाव हार गई और BJP ने हरियाणा के इतिहास में जीत की हैट्रिक लगाकर तीसरी बार सरकार बना ली। हालांकि हरियाणा कांग्रेस कैंपेन, गुटबाजी, भीतरघात समेत तमाम कारणों को नकारकर EVM को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है। उन्होंने पहले चुनाव आयोग से शिकायत की। वहां से आरोप गलत करार दिए जाने पर कांग्रेस हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है। वहीं राहुल गांधी ने हार के बाद पहली समीक्षा मीटिंग में कहा था कि यहां नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए, जिसकी वजह से अच्छे माहौल के बावजूद पार्टी जीत नहीं पाई। कांग्रेस हाईकमान की बनाई कमेटी में भी हारे उम्मीदवारों ने गुटबाजी और भीतरघात को जिम्मेदार ठहराया था। रेवंत रेड्डी की कहीं 5 अहम बातें,,, 1. हरियाणा को स्टडी किया, तेलंगाना में सोनिया के नाम पर वोट मांगे तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने कहा- हरियाणा को कंपेयर करके बोलने वाला हूं। बाकी का मैंने ज्यादा स्टडी नहीं किया है। तेलंगाना में हम लोगों ने मेहनत की। हमने सोनिया गांधी के नाम पर हार्डवर्क किया। हमने सोनिया गांधी के नाम पर वोट मांगा। 60 साल के बाद उन्होंने तेलंगाना को एक शब्द दिया कि मैं आपके सपनों को पूरा करूंगी। उन्होंने अपना कमिटमेंट निभाया है। 2. हरियाणा में जाट वर्सेज नॉन जाट का परसेप्शन क्रिएट हुआ मैं मेहनत कर रहा हूं, मैं सिपाही हूं लेकिन मेरी नेता सोनिया गांधी हैं। वोट देना है तो सोनिया गां
Dainik Bhaskar आज महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा:शाह से मिले फडणवीस, CM का ऐलान संभव; अघाड़ी नेता विपक्ष के लिए संयुक्त दावा पेश कर सकती है
मंगलवार यानी आज महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। शाम तक सरकार का गठन होना जरूरी है। ऐसा न होने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ेगा। देवेंद्र फडणवीस सोमवार शाम दिल्ली गए थे। उन्होंने रात करीब 10:30 बजे अमित शाह से मुलाकात की थी। ऐसे में मंगलवार को CM का ऐलान हो सकता है। भाजपा से जुड़े सूत्रों का दावा है मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है। भास्कर के सूत्रों के मुताबिक, 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ है। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला भी फाइनल हुआ है। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायक मंत्री बन सकते हैं। दूसरी तरफ सोमवार को उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में हुई बैठक में आदित्य ठाकरे को संयुक्त विधायक दल यानी दोनों सदनों (विधानसभा और विधानपरिषद) का संयुक्त नेता चुना गया। भास्कर जाधव को विधानसभा में शिवसेना (UBT) के विधायक दल का नेता और सुनील प्रभु को चीफ व्हिप चुना गया। ढाई-ढाई साल के लिए CM बनेंगे फडणवीस और शिंदे महाराष्ट्र में भाजपा को अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाने वाले देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार CM बनने जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सोर्स ने दैनिक भास्कर को बताया है कि RSS और BJP ने राज्य में सरकार चलाने का फॉर्मूला तय किया है। पहले ढाई साल फडणवीस और अगले ढाई साल शिवसेना चीफ एकनाथ शिंदे CM रहेंगे। CM पद छोड़ने के बाद फडणवीस को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा। सोर्स के मुताबिक, भाजपा और RSS ने मिलकर फडणवीस की भूमिका तय की है। उन्हें ढाई साल CM बनाने पर भाजपा और शिवसेना में सहमति बन चुकी है। वहीं, फडणवीस को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर पार्टी हाईकमान और RSS राजी हैं। पूरी खबर पढ़ें... नेता विपक्ष को लेकर MVA संयुक्त दावा पेश कर सकती है विधानसभा चुनाव में किसी भी विपक्षी पार्टी को सदन में नेता प्रतिपक्ष (LoP) के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली हैं। नियमानुसार विधानसभा सीटों की कम से कम 10% सीटें जीतने वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। अगर कई पार्टियों ने इससे ज्यादा सीटें हासिल की हों, तो सबसे ज्यादा सीट वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। इस बार ऐसा नहीं है इसलिए MVA के संयुक्त LoP पद का दावा कर सकत
Dainik Bhaskar संविधान दिवस आज, राष्ट्रपति दोनों सदनों को संबोधित करेंगी:वर्षगांठ पर सिक्का और डाक टिकट जारी होगा; 1949 में इसी दिन कॉन्स्टिट्यूशन अपनाया गया था
देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में मंगलवार को कार्यक्रम होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित सभी सांसद इसमें मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति धनखड़ दोनों संसदों सदस्यों को संबोधित करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला स्वागत भाषण देंगे। संविधान अपनाने की 75वीं वर्षगांठ को दर्शाने वाला सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा 'भारतीय संविधान का निर्माण: एक झलक' और 'भारतीय संविधान का निर्माण और इसकी गौरवशाली यात्रा' टाइटल वालीं किताबें लॉन्च होंगी। संस्कृत और मैथिली में संविधान की प्रतियां भी जारी की जाएंगी। भारतीय संविधान के निर्माण के ऐतिहासिक महत्व और यात्रा वाली शॉर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी। दरअसल, संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान पारित किया था, जिसे 26 जनवरी 1950 को देश ने स्वीकार किया था। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें 26 नवंबर को हर साल ‘संविधान दिवस’ के तौर पर मनाने की बात कही थी। इसका मकसद नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों के प्रोत्साहन के तौर पर मनाना है। 26 नवंबर 1949 को लागू क्यों नहीं हुआ था संविधान? ऐसा करने की एक खास वजह थी, दरअसल, 26 जनवरी, 1930 को कांग्रेस ने देश की पूर्ण आजादी का नारा दिया था। इसी की याद में संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी, 1950 तक इंतजार किया गया। 1929 में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पहली बार पूर्ण स्वराज की शपथ ली गई थी। उस अधिवेशन में अंग्रेज सरकार से मांग की गई थी कि भारत को 26 जनवरी, 1930 तक संप्रभु दर्जा दे दिया जाए। फिर 26 जनवरी, 1930 को पहली बार पूर्ण स्वराज या स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। इसके बाद 15 अगस्त, 1947 तक यानी अगले 17 सालों तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा। इस दिन के महत्व की वजह से 1950 में 26 जनवरी को देश का संविधान लागू किया गया और इसे गणतंत्र दिवस घोषित किया गया। दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान संविधान सभा ने 2 साल 11 महीने और 17 दिन की कड़ी मेहनत के बाद 26 नवंबर 1949 को संविधान एडॉप्ट किया। हालांकि, कानूनी रूप से इसे 26 जनवर
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:फडणवीस का महाराष्ट्र CM बनना तय; IPL ऑक्शन- 13 साल के वैभव को राजस्थान ने खरीदा; तेलंगाना ने अडाणी का डोनेशन ठुकराया
नमस्कार, कल की बड़ी खबर IPL ऑक्शन की रही, 13 साल के वैभव लीग के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। एक खबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की रही। हम आपको ये भी बताएंगे कि तेलंगाना सरकार ने अडाणी ग्रुप का डोनेशन क्यों ठुकरा दिया...। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. देवेंद्र फडणवीस का महाराष्ट्र CM बनना तय, दिल्ली में शाह से मुलाकात की BJP सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हुआ है। फडणवीस ने सोमवार रात दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, पहले ढाई साल फडणवीस और अगले ढाई साल शिवसेना चीफ एकनाथ शिंदे CM रहेंगे। पद छोड़ने के बाद फडणवीस BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं। 1 CM, 2 डिप्टी CM होंगे: भास्कर के सूत्रों के मुताबिक, 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला ही जारी रहेगा। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला भी फाइनल हुआ है। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायक मंत्री बन सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. IPL ऑक्शन: दूसरे दिन सिर्फ भुवनेश्वर ₹10 करोड़ में बिके; 13 साल के वैभव सबसे युवा खिलाड़ी भुवनेश्वर कुमार IPL 2025 ऑक्शन दूसरे दिन 10 करोड़ के पार जाने वाले पहले प्लेयर बने। उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 10.75 करोड़ में खरीदा। 13 साल के वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ में खरीदा। बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले वैभव ने 2 महीने पहले अंडर-19 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेंचुरी लगाई थी। सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को दूसरी बार में मुंबई इंडियंस ने 30 लाख के बेस प्राइस में खरीदा। पहली बार में किसी भी टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। IPL ऑक्शन: सबसे ज्यादा खर्च का रिकॉर्ड: सऊदी अरब के जेद्दाह में हुए IPL ऑक्शन में सबसे ज्यादा रकम खर्च करने का रिकॉर्ड टूटा है। 10 फ्रेंचाइजी ने 182 खिलाड़ियों (62 विदेशी) पर 639.15 करोड़ रुपए खर्च किए। IPL 2022 के ऑक्शन में 551.70 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. तेलंगाना ने अडाणी का ₹100 करोड़ डोनेशन ठुकराया, CM बोले- इससे राज्य की छवि को नुकसान होता तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने अडाणी ग्रुप के
Dainik Bhaskar दिल्ली में हाइब्रिड मोड में क्लासेस लगाने का आदेश:सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद एयर क्वालिटी कमीशन ने लिया फैसला
दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते ऑफलाइन मोड में लगाई जा रही सरकारी और निजी स्कूलों की 12वीं तक की क्लासेस को हाइब्रिड मोड में लगाया जाएगा। यानी क्लासेस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में चलेंगी। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली प्रदूषण पर सुनवाई की थी। इसमें कोर्ट ने कहा- प्रदूषण कम होने तक दिल्ली में ग्रैप-4 लागू रहेगा। साथ ही एयर क्वालिटी कमीशन से पूछा कि 2 दिन में बताएं दिल्ली में जल्द स्कूल कैसे खुलेंगे। इसके कुछ देर बाद ही केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता समिति (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों की 12वीं तक की क्लासेस हाइब्रिड मोड में संचालित करने का आदेश दिया था। इसके बाद दिल्ली के डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन ने सरकारी, गैर-सरकारी सहायता प्राप्त, निजी और मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे ये जानकारी तुरंत छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों तक पहुंचाएं। CAQM ने कहा- 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की बोर्ड एग्जाम की तैयारी पर असर पड़ा CAQM ने कहा कि दिल्ली और NCR के ज्यादातर प्राइमरी स्कूलों के पास पूरी तरह से ऑनलाइन क्लासेस चलाने के लिए जरूरी संसाधनों की कमी है। कमीशन ने यह भी कहा कि GRAP के चौथे फेज के प्रतिबंधों का सबसे ज्यादा असर कक्षा 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स और उनके स्कूलों पर पड़ा है, क्योंकि इन स्टूडेंट्स को बोर्ड व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रैक्टिकल्स और टेस्ट के लिए फिजिकल तौर से मौजूद होना जरूरी होता है। CAQM ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि दिल्ली और एनसीआर के जिलों (गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर) में सभी स्कूलों में 12वीं तक की क्लासेस समेत कॉलेजों और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स की क्लासेस को जहां तक हो सके "हाइब्रिड" मोड में चलाई जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने GRAP के चौथे फेज के प्रतिबंधों में ढील देने से इनकार किया इससे पहले दिन में, सुप्रीम कोर्ट ने CAQM को एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों में फिजिकल क्लासेस फिर से शुरू करने पर विचार करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को मिड-डे मील नहीं मिल पा रही है और कई छात्रों के पास वर्चुअल क्लासेस में शामिल होने के लिए जरूरी संसाधन नहीं हैं। हालांकि, कोर्ट ने GRAP के चौथे चरण के प्रतिबंधों में ढील देने से इनकार कर दिया और क
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:IPS रश्मि शुक्ला को फिर सौंपा गया महाराष्ट्र DGP का पद; चुनाव से पहले कांग्रेस ने पद से हटाने की मांग की थी
महाराष्ट्र सरकार ने IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला को राज्य की पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस बल के प्रमुख के रूप में फिर से बहाल कर दिया है। रश्मि शुक्ला को विधानसभा चुनावों से पहले इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर उनके पद से हटा दिया गया था। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने रश्मि शुक्ला को भाजपा का करीबी बताते हुए पद से हटाने की मांग की थी। इसके बाद शुक्ला को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया था, जबकि उनकी जगह वरिष्ठ IPS अधिकारी संजय कुमार वर्मा को एक्टिंग DGP नियुक्त किया गया था। 23 नवंबर को चुनाव परिणामों की घोषणा और चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार ने शुक्ला का अनिवार्य अवकाश खत्म कर दिया और उन्हें डीजीपी के रूप में अपना कार्यभार फिर से संभालने का निर्देश दिया है। आज की अन्य प्रमुख खबरें... पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को जमानत पश्चिम बंगाल की विशेष प्रवर्तन निदेशालय (ED) अदालत ने सोमवार को राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को शिक्षकभर्ती घोटाले के केस में जमानत दे दी। ED ने जुलाई 2022 में मुखर्जी को गिरफ्तार किया था और उन पर चटर्जी की करीबी सहयोगी होने का आरोप लगाया था। पार्थ चटर्जी पहले से ही हिरासत में थे। मुखर्जी ने ED अदालत में जमानत याचिका दायर करते हुए जमानत मांगी थी। हालांकि, ED ने इसका विरोध किया और कहा कि मामला अभी जांच के अधीन है, और जमानत देने से जांच प्रभावित हो सकती है। अदालत ने अर्पिता मुखर्जी को 5 लाख रुपए के पर्सनल बॉन्ड पर जमानत दी है, लेकिन अदालत ने शर्त रखी है कि वे कोलकाता पुलिस की क्षेत्रीय सीमा से बाहर नहीं जाएंगी।
Dainik Bhaskar एमपी के मुरैना में आधी रात को मकान में ब्लास्ट:4 महिलाओं की मौत, 5 लोग घायल; घर में रखे पटाखों में धमाके की आशंका
मध्यप्रदेश के मुरैना में रात करीब साढ़े 12 बजे एक मकान में ब्लास्ट हो गया है। हादसे में 4 महिलाओं की मौत हो गई। पांच घायलों को मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। ब्लास्ट शहर के टंच रोड स्थित राठौर कॉलोनी निवासी मुंशी राठौर के मकान में हुआ। इसके आसपास बने चार और मकान धराशाही हो गए। मुंशी राठौर के मकान में रहने वाले किरायेदार ब्लास्ट की जद में आए। इनमें से वैजयंती कुशवाहा और उसकी शादीशुदा 45 वर्षीय बेटी विमल कुशवाहा की मलबे में दबकर मौत हो गई। धमाके की वजह से मुंशी के पड़ोस में बना राकेश राठौर (55) का मकान भी ढह गया। उनकी पत्नी विद्या राठौड़ (50) और पूजा राठौर की भी मौत हो गई। प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम मौके पर जेसीबी मशीन की मदद से रेस्क्यू में जुटी है। आशंका जताई जा रही है कि मकान में रखे पटाखों में विस्फोट हुआ है। हालांकि, पुलिस अभी इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है। मौके पर पहुंचे एसपी समीर सौरभ ने बताया कि अभी जांच कर रहे हैं। तथ्य सामने आएंगे, तभी कुछ कहा जा सकेगा। ब्लास्ट के बाद मौके की 4 तस्वीरें देखिए खबर लगातार अपडेट की जा रही है...
Dainik Bhaskar महाराणा प्रताप के वंशजों में विवाद, विरोध प्रदर्शन-पत्थरबाजी:धूणी माता के बिना दर्शन के लौटे विश्वराज; उदयपुर महल की विवादित जगह कुर्क
राजस्थान के उदयपुर के पूर्व राजघराने में चल रहे विवाद ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया। उदयपुर के सिटी पैलैस और परिवार के अन्य सदस्यों व समर्थकों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। इसमें कई लोग घायल भी हो गए। महाराणा प्रताप के वंशजों में ऐस झगड़ा पहली बार सामने आया है। वहीं, सोमवार देर रात करीब 1 बजे प्रशासन ने विवादित जगह को कुर्क कर रिसीवर की नियुक्ति कर दी। यह पूरा विवाद उदयपुर राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे और नाथद्वारा से भाजपा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक और इससे जुड़ी रस्मों को लेकर हुआ। लोकतंत्र आने के बाद राजशाही खत्म हो गई है, लेकिन प्रतीकात्मक यह रस्म निभाई जाती है। विश्वराज सिंह राजतिलक के बाद सिटी पैलेस के अंदर धूणी के दर्शन करने जाना चाहते थे, लेकिन सिटी पैलेस में रहने वाले उनके चाचा के परिवार ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। यहीं से पूरा विवाद शुरू हुआ। देखिए इस विवाद से जुड़ी 3 तस्वीरें... परिवार में 41 साल से क्यों चल रहा झगड़ा दरअसल, उदयपुर के आखिरी महाराणा भगवत सिंह ने 1963 से 1983 तक राजघराने की कई प्रॉपर्टी को लीज पर दे दिया, तो कुछ प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी बेच दी। इनमें लेक पैलेस, जग निवास, जग मंदिर, फतह प्रकाश, शिव निवास, गार्डन होटल, सिटी पैलेस म्यूजियम जैसी बेशकीमती प्रॉपर्टीज शामिल थीं। ये सभी प्रॉपर्टी राजघराने द्वारा स्थापित एक कंपनी को ट्रांसफर हो गई थीं। यहीं से विवाद शुरू हुआ। पूरा विवाद विस्तार से यहां पढ़ें