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Dainik Bhaskar अमृतसर बम के पीछे खालिस्तानी आतंकी एंगल आया सामने:बब्बर खालसा के हैप्पी और गोपी नवांशहरिया की साजिश; थाने में दरवाजे पर लगाया था डेटोनेटर

अमृतसर के अजनाला थाने में रविवार मिले बम के पीछे बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी हैप्पी पासियां और गोपी नवांशहरिया का हाथ होने की बात सामने आई है। पुलिस इस मामले में कुछ भी ऑफिशियल बयान नहीं दे रही है। लेकिन सूत्रों के अनुसार इस बम में आरडीएक्स का प्रयोग किया गया। बम का वजन तकरीबन 800 ग्राम था। पुलिस थाने की सीसीटीवी भी सामने आई है, जिसे पुलिस सार्वजनिक नहीं कर रही है। पंजाब पुलिस के सूत्रों के अनुसार आरडीएक्स के साथ डेटोनेटर का प्रयोग किया गया था। जिसे थाने के दरवाजे के साथ लगाया गया। ताकि, दरवाजा खोलते ही इसमें ब्लास्ट हो सके। थाने में मौजूद स्टाफ की किस्मत थी कि किसी तकनीकी खराबी के कारण वे बम फटा नहीं। अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था। इस घटना को लेकर पुलिस के हाथ कुछ सीसीटीवी फुटेज भी लगे हैं, जिसे पुलिस सार्वजनिक नहीं कर रही। इन सभी तथ्यों से साफ हो जाता है कि इस घटना के पीछे आतंकी साजिश ही काम कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी यह घटना अमृतपाल सिंह से जुड़े अजनाला कांड के समानांतर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक नई चुनौती बन गई है। अजनाला कांड में पहले ही खालिस्तान समर्थकों और अलगाववादी तत्वों के हमले की जांच चल रही थी। इस ताजा घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और तकनीकी सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है। खाकी टेप से बंधा था बम अमृतसर देहात पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार रविवार सुबह 7 बजे जब थाने से एक कर्मी बाहर निकला तो उसने देखा कि एक बाउल पड़ा था, जिसे खाकी रंग की टेप लगाकर अच्छी तरह से बंद किया हुआ था। उक्त बाउल के अंदर से कुछ तार बाहर निकले हुए थे। वह बम जैसी चीज थी, जो खुले में पड़ी हुई थी। उसे किसी भी चीज से ढंका नहीं गया था। पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि उस चीज को देर रात धुंध का फायदा उठाकर रखा गया है। फरवरी 2023 में इसी थाने पर हुआ था हमला फरवरी 2023 में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने अपने सहयोगी लवप्रीत तूफान की रिहाई के लिए अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तलवारों, लाठियां और हथियारों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़े और पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शन के दौरान गुरु ग्रंथ साहिब

Dainik Bhaskar अंडमान के पास समुद्र से 5 टन ड्रग्स जब्त:मछली पकड़ने वाली नाव में मिली, यह अबतक की सबसे बड़ी खेप, जो कोस्टगार्ड ने पकड़ी

भारतीय कोस्ट गार्ड ने अंडमान के पास समुद्र से 5 टन ड्रग्स जब्त की है। डिफेंस के अधिकारियों ने सोमवार सुबह बताया कि इंडियन कोस्ट गार्ड ने इससे पहले कभी इतनी बड़ी खेप नहीं पकड़ी थी। यह ड्रग्स मछली पकड़ने वाली एक नाव से मिली है। ड्रग्स की किस्म और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत के बारे में अभी जानकारी नहीं दी गई। मामले में पूछताछ और गिरफ्तारी को लेकर भी कोई जानकारी नहीं दी गई है। डिफेंस के अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच के बाद ही जानकारी दी जाएगी। 10 दिन पहले 700 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी थी इंडियन कोस्ट गॉर्ड और गुजरात एटीएस ने 15 नवंबर को गुजरात के पोरबंदर तट से 500 किलो ड्रग्स जब्त की थी। इसकी कीमत 700 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई गई थी। दिल्ली NCB को इस ड्रग्स की जानकारी मिली थी। इसके बाद दिल्ली एनसीबी ने गुजरात एनसीबी, कोस्टगार्ड और नेवी की मदद से एक बोट पकड़ी थी, जिसमें ड्रग्स छिपाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने 1 महीने पहले 2 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी थी दिल्ली में ₹2,000 करोड़ की कोकीन मिली थी, नमकीन के पैकेट में छिपाई गई थी दिल्ली में 11 अक्टूबर को 2 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की गई थी। यह ड्रग्स नमकीन के पैकेट में छिपाई गई थी। इसे अब तक का सबसे बड़ा केस माना जा गया था। यह ड्रग्स दुबई से दिल्ली पहुंची थी। पुलिस इस सिंडिकेट का पता लगाने के लिए अगस्त से काम कर रही थी। ड्रग्स के खिलाफ पिछली 2 बड़ी कार्रवाई 30 सितंबर को 228 किलो गांजा किया जब्त: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 30 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें 228 किलो गांजा जब्त किया था। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1.14 करोड़ रुपए कीमत आंकी गई थी। इस कार्टेल के दो सप्लायर को गिरफ्तार भी किया था। 27 जुलाई को 6 किलो कोकीन किया था जब्त: दिल्ली पुलिस ने 27 जुलाई को दिल्ली एयरपोर्ट पर जर्मनी के एक नागरिक को 6 किलो ग्रेड-ए-कोकीन के साथ पकड़ा था। इस कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 12 करोड़ रुपए बताई गई थी। आरोपी का नाम अशोक कुमार था। ------------------------------ ड्रग्स की जब्ती से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भोपाल से 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त, NCB ने फैक्ट्री में रेड मारी थी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 5 अक्टूबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और एटीएस गुजरात ने मिल

Dainik Bhaskar राजोआना की दया याचिका पर SC में सुनवाई:पंजाब के पूर्व CM का हत्यारा, फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। राजोआना के वकीलों ने उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की अपील की है। उनका कहना है कि इतने लंबे समय तक मौत की सजा का इंतजार करना मानसिक यातना के समान है। 18 नवंबर को जस्टिस बीआर गवई, प्रशांत कुमार मिश्रा और केवी विश्वनाथन की पीठ ने सुनवाई करते हुए राजोआना की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी थी। कोर्ट ने राष्ट्रपति के सचिव को आदेश दिया था कि इसे राष्ट्रपति के सामने रखें। साथ ही 2 हफ्ते में याचिका पर फैसला लेने को कहा। वकील ने देरी को चौंकाने वाला बताया राजोआना के वकील मुकुल रोहतगी ने दया याचिका पर फैसला करने में देरी को चौंकाने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि यह व्यक्ति आज तक 29 वर्षों से लगातार हिरासत में है। राजोआना को 1996 में बम विस्फोट के अपराध के लिए दोषी ठहराया गया था। भाई के भोग के लिए 3 घंटे की पैरोल मिली 20 नवंबर को बलवंत सिंह राजोआना लुधियाना के राजोआना कलां गांव में अपने भाई कुलवंत सिंह के भोग कार्यक्रम में शामिल हुआ था। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने उसे सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक 3 घंटे की पैरोल दी थी। राजोआना को कड़ी सुरक्षा में पटियाला जेल से लाया गया। यहां राजोआना ने कहा था- 'मुझे आज भी वो सीन याद है। मैं और दिलावर, मां-पिता से आशीर्वाद लेकर घर से मिशन पर निकले थे। उस समय हमारे कदम ऐसे चल रहे थे, जैसे जल्दी मंजिल की तरफ पहुंच रहे हों। परमात्मा की ऐसी कृपा हुई, हमारे मिशन में किसी तरह की दिक्कत नहीं आई। दिलावर सिंह ने शहादत दी। उन्हें कौमी शहीद का दर्जा भी सिख कौम ने दिया।' ************************** राजोआना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- पंजाब के पूर्व CM के हत्यारे की दया याचिका राष्ट्रपति के सामने रखने के आदेश पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना केस में 18 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने राष्ट्रपति के सचिव को कहा था कि इसे राष्ट्रपति के सामने रखें। साथ ही उनसे अनुरोध करें कि दो हफ्ते में इस पर फैसला ले लें। पूरी खबर पढ़ें

Dainik Bhaskar विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म:खून से तिलक करेंगे; रास्ते में फूल बिछाए; दो कार्यक्रमों के दौरान विवाद की आशंका

उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके बड़े बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ गद्दी पर बैठेंगे। चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में आज (सोमवार) को दस्तूर (रस्म) कार्यक्रम शुरू हो चुका है। मेवाड़ राजवंश के 77वें महाराणा के लिए पूरे रास्ते में फूल बिछाए गए हैं। पूर्व राज परिवारों की परंपरा को निभाते हुए म्यान से ​तलवार निकालकर अंगूठे पर चीरा लगाकर विश्वराज सिंह के माथे पर खून से तिलक लगाया जाएगा। इसमें देशभर के पूर्व राजघरानों के सदस्य, रिश्तेदार और गणमान्य नागरिक शामिल हो रहे हैं। सुबह से चल रहा आयोजन चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित फतेह प्रकाश महल में 493 साल बाद राजतिलक की रस्म निभाई जा रही है। इसकी तैयारियों को लेकर जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपाल सिंह ने बताया- राजतिलक की रस्म में सोमवार को सुबह करीब 6.30 बजे से हवन शुरू हुआ था। इसमें 9.30 बजे विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ शामिल हुए हैं। कार्यक्रम में नई राजगद्दी की पूजा की जाएगी। उधर, उदयपुर के सिटी पैलेस धूणी दर्शन को लेकर विवाद गहरा रहा है। उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने कहा- प्रशासन ने मध्यस्थता कराने का प्रयास किया, लेकिन सहमति नहीं बनी। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। दूसरे पक्ष ने दो विधिक नोटिस जारी कर बिना अनुमति पैलेस में और एकलिंगजी मंदिर में प्रवेश पर चेताया है। दूसरी तरफ विश्वराज सिंह मेवाड़ का पक्ष सिटी पैलेस में जाने के​ लिए अड़ा है। फोटो में देखिए राजतिलक की रस्म...

Dainik Bhaskar प्रशांत किशोर बोले- बिहार एक फेल स्टेट है:गृह युद्ध झेल रहे सूडान से की तुलना; जेडीयू ने बताया उपचुनाव में हार की बौखलाहट

जनसुराज पार्टी के संरक्षक प्रशांत किशोर ने बिहार को फेल स्टेट बताया है। प्रशांत किशोर रविवार को अमेरिका में प्रवासी बिहारी मंच को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'बिहार विकास के हर मापदंड पर फेल है। इसलिए यह एक फेल स्टेट है। इतना ही नहीं उन्होंने बिहार की तुलना गृह युद्ध से जूझ रहे सूडान से भी की। पीके ने कहा, 'कभी-कभी मै सोचता हूं कि सूडान में 20 साल से गृहयुद्ध क्यों छिड़ा है। क्यों वहां लोग लड़ रहे हैं। जब आप असफल राज्य में होते हैं तो लोगों को इस बात की चिंता नहीं होती है कि हमारे बच्चे सूडान में कैसे पढ़ेंगे। उन्हें इस बात की चिंता होती है कि किसे गोली मारनी है और किसे कहां पकड़ना है। बिहार में भी सूडान जैसी ही स्थिति है। यहां विकास की बातें तो होती हैं, लेकिन विकास नहीं हो पाता है।' अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने प्रवासियों से कहा कि 'वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को कॉल कर बिहार में जनसुराज को समर्थन करने के लिए कहें।' पीके के इस बयान ने बिहार की सियासत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। राजद ने पीके पर पलटवार करते हुए कहा कि 'प्रशांत किशोर को बिहार की राजनीति की समझ नहीं है।' वहीं, जेडीयू ने उपचुनाव में हार मिलने के बाद प्रशांत किशोर की बौखलाहट बताया है। जेडीयू ने कहा, 'उपचुनाव में बिहार की जनता ने उन्हें फेल कर दिया है।' डराने के बदले सच्चाई बता रहा हूं अमेरिका में बिहारी प्रवासी को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, 'मैं उन्हें डराने की कोशिश नहीं कर रहा, बल्कि उन्हें जमीनी हकीकत से रूबरू करा रहा हूं।' पीके ने अपने संबोधन में शराब पर प्रतिबंध को हटाने की भी बातें कहीं। बिहार और बिहारी को अपमानित कर रहे हैं पीके प्रशांत किशोर के बयान पर आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, 'उपचुनाव में जो नतीजे आए हैं। वह साबित करते हैं कि प्रशांत किशोर को बिहार की राजनीति की समझ नहीं है। बिहार को फेल्ड स्टेट बताकर उन्होंने बिहार के लोगों के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है।' 'वे हार और बिहार के लोगों को अपमानित कर रहे हैं। अगर बोलना है तो उस पार्टी के बारे में बोलिए जिसे केंद्र की सत्ता दिलाने में आपने मदद की थी।' बौखलाहट में हैं प्रशांत किशोर वहीं, जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा, 'बिहार की जनता ने उपचुनाव में पीके को

Dainik Bhaskar MP-राजस्थान में तापमान 7º से नीचे:8 राज्यों में कोहरा, बिहार के पुर्णिया में विजिबिलिटी-100 मीटर, हिमाचल में सीजन की पहली बर्फबारी

ºजम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी के कारण पहले उत्तर भारत के राज्यों में ठंड बढ़ी। अब मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के पचमढ़ी, नर्मदापुरम और राजस्थान के माउंट आबू में तापमान 7 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। इन राज्यों के कई शहरों में पिछले 3 दिन से तापमान 10 डिग्री के नीचे रिकॉर्ड हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, MP में 3 ठंड का दौर 3 दिन तक जारी रहेगा। सर्दी के साथ-साथ इन राज्यों में घने कोहरे का भी असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार सुबह इन राज्यों के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार में भी कोहरा छाया रहेगा। कोहरे के कारण बिहार के पुर्णिया में विजिबिलिटी घटकर 100 मीटर रह गई। रविवार को हिमाचल प्रदेश में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। हिमाचल के अलावा आज सोमवार को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी बर्फबारी होने का अनुमान जताया गया है। MP-राजस्थान में ठंड का दौर तीन दिन और नॉर्थ ईस्ट में तेज बारिश, दक्षिण में सर्दी कम

Dainik Bhaskar अयोध्या के मिल्कीपुर में उपचुनाव का रास्ता साफ:भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने लखनऊ हाईकोर्ट से वापस ली याचिका

अयोध्या के मिल्कीपुर में उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है। लखनऊ हाईकोर्ट के जस्टिस पंकज भाटिया की एकल पीठ ने सोमवार को मिल्कीपुर से जुड़ी याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ की याचिका को खारिज कर दिया। गोरखनाथ और निर्दलीय उम्मीदवार राम मूरत ने 15 अक्टूबर को हाईकोर्ट में याचिका वापस लेने की अर्जी लगाई थी। कहा था कि वे अब यह केस नहीं लड़ना चाहते। हाईकोर्ट ऑर्डर की कॉपी अब चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। अब आयोग तय करेगा कि मिल्कीपुर में उपचुनाव कब होगा? यह मामला 2022 विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, मिल्कीपुर में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को 13,000 से अधिक वोटों से हराया था। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सपा प्रत्याशी ने चुनाव प्रक्रिया में गलत हलफनामा दाखिल किया और नोटरी के नियमों का उल्लंघन किया। उपचुनाव की घोषणा के बाद दाखिल की गई थी याचिका 2024 लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद को अयोध्या से मैदान में उतारा। अवधेश चुनाव जीतकर सांसद बने। इससे मिल्कीपुर सीट खाली हो गई। 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने जब उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया तो उसमें मिल्कीपुर सीट शामिल नहीं थी। अन्य 9 सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी गई। मिल्कीपुर उपचुनाव लटका तो बयानबाजी शुरू हो गई। सपा ने भाजपा पर हार के डर से चुनाव लटकाने का आरोप लगाया। वहीं, भाजपा के अंदरखाने चुनाव लटकने की वजह खोजी गई। तब पता चला कि बाबा गोरखनाथ की याचिका हाईकोर्ट में लंबित है, इसलिए मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई। 15 अक्टूबर को ही भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई कि वे अब केस नहीं लड़ना चाहते हैं। गोरखनाथ ने कहा कि सपा विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद याचिका का औचित्य समाप्त हो गया है। याचिका वापस लेने से मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा। भाजपा नेता और अन्य याचिकाकर्ताओं ने चुनाव आयोग से इस सीट पर अन्य खाली सीटों के साथ उपचुनाव कराने की मांग की। सपा नेता ने याचिका वापस लेने का किया विरोध 17 नवंबर को हुई पिछली सुनवाई में सपा नेता के वकील ने याचिका वापस लेने का विरोध किया था। सभी पक्षकारों को नोटिस जारी करने की मांग की थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने अखबार में गजट प्रकाशित कर नोटिस जारी करने का आदेश दिया था। इस बी

Dainik Bhaskar दिल्ली की हवा लगातार दूसरे दिन बेहद खराब:प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर एक्शन, 53 दिन में ₹164 करोड़ के चालान कटे

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी देखने को मिली है। प्राइवेट वेदर एजेंसी AQI.in के आकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार सुबह 7 बजे AQI- 346 दर्ज किया गया। रविवार को भी औसत AQI 304 दर्ज किया गया था। 400 के कम AQI 'बेहद खराब' कैटेगरी में माना जाता है। 2 दिन पहले तक दिल्ली में हवा गंभीर श्रेणी में यानी 400 पार रिकॉर्ड की गई थी। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस लगातार काम कर कर रही है। ट्रैफिक पुलिस ने प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) के बिना चल रही गाड़ियों पर सख्ती बढ़ा दी है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 1 अक्टूबर से 22 नवंबर के बीच यानी 53 दिन में 1.64 लाख गाड़ियों पर 164 करोड़ रुपए के चालान काटे गए हैं। 18 नवंबर से ग्रैप-4 लागू होने के बाद अब तक 20,743 चालान पीयूसीसी न होने के कारण काटे गए। इसके अलावा, 736 पुरानी गाड़ियां जब्त की गईं। 15 अक्टूबर से दिल्ली की सीमाओं पर 13,762 गैर-लक्षित ट्रकों को वापस भेजा गया। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (ट्रैफिक) शशांक जायसवाल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वाहन मालिकों से जिम्मेदार बनने और वैध पीयूसीसी प्राप्त करने की अपील की है। सर्वाधिक प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के, 87 करोड़ लोगों की सेहत खतरे में बाकी देशों ने कैसे किया प्रदूषण कम‎ 1. चीन ने ओलिंपिक के समय जंग शुरू की: 1998‎ में चीन का बीजिंग शहर प्रदूषित हवा के लिए‎ कुख्यात था। यहां 2008 में ओलिंपिक हुए। चीन ने‎ सड़कों से 3 लाख वाहन हटाए। निर्माण रोके। असर-‎ हवा की गुणवत्ता 30% सुधरी। गेम्स के बाद प्रतिबंधों ‎में ढील दी तो प्रदूषण फिर बढ़ा। 2013 में सरकार ने‎ आबादी वाले इलाकों से कारखाने हटाए। कृषि‎ अपशिष्ट जलाने से रोकने के लिए सब्सिडी दी।‎‎ 2. लंदन 1952 के ग्रेट स्मॉग से बाहर निकला:‎ लंदन को 1952 के आखिर में ग्रेट स्मॉग ने प्रदूषण‎की गहरी मोटी जहरीली परत से ढंक दिया। इसके‎बाद प्रदूषण नियंत्रण के सख्त कदम उठाए गए। हवा‎की गुणवत्ता सुधरी। 2008 में लो एमिशन जोन व‎2019 में अल्ट्रा लो एमिशन जोन बनाए गए।‎डीजल-पेट्रोल के वाहनों पर प्रतिबंध। मालवाहक‎ट्रक सिर्फ रात में डिलीवरी करते हैं।‎‎ 3. न्यूयॉर्क व लॉस एंजिल्स धुएं से ढंक गए थे: ‎अमेरिका में लॉस एंजिल्स व न्यूयॉर्क को 60-70 के‎ दशक में कार, बिजली घर व लैंडफिल साइट के धुएं‎ने ढंक दिया। फिर प्रदूषण

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में लेक्चरर पद की वैकेंसी को लेकर विवाद:575 पदों में हिंदी-संस्कृत भाषा शामिल नहीं; BJP-PDP ने उमर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया

जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने हाल ही में विभिन्न विषयों के लिए लेक्चरर के 575 पद निकाले हैं, लेकिन इस बार हिंदी और संस्कृत को शामिल नहीं किया। जबकि राज्य में हिंदी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में हिंदी में पढ़ाई होती है, फिर भी लेक्चरर्स के लिए हिंदी और संस्कृत में एक भी पद नहीं निकाले जाने से राज्य में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक विक्रम रंधावा के नेतृत्व में भाजपा उमर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर हिंदूी और संस्कृत को अहमियत नहीं दी गई तो जम्मू से श्रीनगर जाने वाले जरूरी सामान के सभी ट्रक रोक दिए जाएंगे। बड़ी बात है कि भाजपा के विरोध में इस बार पीडीपी भी साथ दे रही है। पीडीपी का कहना है कि 575 में से सिर्फ 238 पद ही ओपन मेरिट के लिए छोड़े गए, जबकि 337 पदों को रिजर्व कर देने से बिना रिजर्वेशन वाला बड़ा वर्ग इस भर्ती से दूर हो जाएगा। हिंदी और संस्कृत में कई पद खाली सरकार ने 24 विषयों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। लेकिन, हिंदी और संस्कृत के लेक्चरर के पद खाली होने के बावजूद इन्हें शामिल नहीं किया गया। विभागीय सूत्रों ने बताया कि हिंदी में 100 से ज्यादा पद खाली हैं, लेकिन इस विज्ञापन में हिंदी के लिए 36 और संस्कृत के 20 पद जोड़े जा सकते थे। यह उर्दू (36) और अरबी (20) के समान होता। हिंदी लेक्चरर की कमी, भर्ती नहीं जम्मू-कश्मीर सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने 575 लेक्चरर पदों के लिए सीधे भर्तियां निकाली हैं। इसकी परीक्षा जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग को करनी है। इसमें उर्दू, कश्मीरी, अरबी, फारसी, पंजाबी और डोगरी भाषा के लिए भर्ती की जानी है। नौकरी की कतार में 32% शहरी युवा हाल ही में जारी हुए पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे के मुताबिक जम्मू और कश्मीर उच्च शिक्षा प्राप्त बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है। जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान 15 से 29 वर्ष की आयु के नौकरी चाहने वालों में 32% शहरी उच्च शिक्षित बेरोजगार हैं। रोजगार जम्मू-कश्मीर में एक संवेदनशील मुद्दा है और आने वाले दिनों में मुद्दा बढ़ सकता है। ---------------------------- जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनने के बाद विवादों की खबर पढ़ें... JK विधानसभा में 370 बहाली का प्रस्ताव पास:BJP विधायक

Dainik Bhaskar राहुल गांधी की नागरिकता मामले में सुनवाई आज:लखनऊ हाईकोर्ट में केंद्र जवाब दाखिल करेगा; रायबरेली से सांसदी रद्द करने की मांग

लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की नागरिकता मामले में सोमवार (25 नवंबर) को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होगी। कोर्ट ने केंद्र सरकार को मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए आज तक का समय दिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछली सुनवाई के दौरान समय की मांग की थी। कोर्ट ने 25 नवंबर को सुनवाई की तारीख तय की थी। इससे पहले 24 अक्टूबर को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। जस्टिस राजन रॉय और जस्टिस ओम प्रकाश शुक्ला की बेंच ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) सूर्यभान पांडेय को इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय से जानकारी हासिल करने का निर्देश दिया था। कोर्ट में याचिकाकर्ता कर्नाटक के एस.विग्नेश शिशिर ने व्यक्तिगत रूप से पेश होकर दावा किया कि उन्होंने ही PIL दायर की है। निर्वाचन रद्द करने की मांग रायबरेली लोकसभा से निर्वाचन को चुनौती देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में 3 महीने पहले जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें एस.विग्नेश शिशिर ने कहा कि उनके पास तमाम ऐसे दस्तावेज और ब्रिटिश सरकार के कुछ ई-मेल हैं, जिनसे यह साबित होता है कि राहुल गांधी एक ब्रिटिश नागरिक हैं। इस आधार पर उनका निर्वाचन रद्द करना चाहिए। सीबीआई जांच कराने की मांग की थी बुधवार को सुनवाई के दौरान एस विग्नेश शिशिर ने कोर्ट को बताया कि हाईकोर्ट में अपनी पिछली याचिका वापस लेने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय में सक्षम प्राधिकारी को दो अभ्यावेदन दिए। इन अभ्यावेदनों में राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता के आधार पर उनकी भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग की गई थी। जबकि शिशिर ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। दावा- राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि अभी सिर्फ इस बात पर फोकस किया जाए कि क्या केंद्र को अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं और इस संबंध में वह क्या निर्णय या कार्रवाई करेगा। एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि गोपनीय जानकारी मिली है, जिससे पता चला है कि राहुल गांधी ब्रिटिश नागरिकता रखते हैं। उनकी याचिका के अनुसार, वीएसएस सरमा नाम के व्यक्ति ने 2022 में ब्रिटेन सरकार से राहुल गांधी की नागरिकता के बारे में ब्योरा मांगा था। जुलाई 2024 में इस याचिका को हाईकोर्ट ने यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि याचिकाकर्ता सिटीजनशिप एक्ट के तहत संबंधित प्राधिकारी के पास जाएं। आज क्

Dainik Bhaskar DU छात्र संघ चुनाव के नतीजे जारी:NSUI के रौनक खत्री प्रेसिडेंट, ABVP के भानु प्रताप वाइस प्रेसिडेंट बने

दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) इलेक्शन के नतीजे आ गए हैं। प्रेसिडेंट पद पर NUSI के रौनक खत्री ने जीत हासिल की है, जबकि वाइस प्रेसिडेंट पद पर ABVP के भानु प्रताप ने जीत हासिल की है। सेक्रेटरी पोस्ट पर ABVP के मित्रविंदा कर्णवाल और जॉइंट सेक्रेटरी पद पर NSUI के लोकेश चौधरी ने जीत हासिल की है। DUSU में पिछले 10 सालों से ABVP ही प्रेसिडेंट के पद पर काबिज थी। दोनों स्‍टूडेंट्स फ्रंट ने DUSU 2024 चुनाव में दो-दो पद जीते। NSUI को प्रेसिडेंट और जॉइंट सेक्रेटरी पद मिला, जबकि ABVP ने वाइस प्रेसिडेंट और सेक्रेटरी का पद जीता। 27 सितंबर को हुआ था चुनाव ये चुनाव 27 सितंबर को हुआ था। चुनाव के नतीजे अगले ही दिन यानी 28 सितंबर को रिजल्ट आना था, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली में प्रत्याशियों के पोस्टर-बैनर वगैरह के चलते फैली गंदगी के कारण वोटों की काउंटिंग पर रोक लगा दी थी। हाईकोर्ट ने गंदगी साफ करने की शर्त पर यूनिवर्सिटी को 26 नवंबर से पहले वोटों की काउंटिंग करवाने का निर्देश दिया था। दिल्ली में सड़क, दीवारें, मेट्रो-पुलिस स्टेशन प्रचार के पोस्टरों से पट गए 27 सितंबर को DUSU इलेक्शन में सभी सेंट्रल पैनल यानी प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी के चुनाव के लिए वोट डाले गए। इसके पहले चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों के समर्थन वाले पोस्टर, बैनर से दिल्ली में जगह-जगह दीवारें, पुलिस स्टेशन, मेट्रो स्टेशन पट चुके थे। हर तरफ गंदगी थी। साल 2017 में दिल्ली के एक वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट में छात्र संघ चुनाव के दौरान चुनावी हिंसा को लेकर एक याचिका डाली थी, साथ ही यह भी कहा था कि चुनाव के दौरान पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया जाता है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस मनमोहन ने कहा कि इस बार के रिजल्ट तब तक घोषित न किए जाएं जब तक यूनिवर्सिटी कोर्ट को संतुष्ट नहीं कर देती कि कॉलेजों से सभी पोस्टर, होर्डिंग्स, प्ले कार्ड को हटा दिया गया है। इसके बाद प्रोफेसर सत्यपाल सिंह ने हाईकोर्ट में जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेड़ेला की बेंच के सामने एक स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया गया कि चुनाव के प्रत्याशियों ने उन सभी जगहों की सफाई कर दी है, जहां चुनाव प्रचार के दौरान गंदगी फैलाई गई थी। प्रोफेसर सत्यपाल सिंह ने बताया कि 21 और 22 नवं

Dainik Bhaskar झांसी में यूं ही जिंदा नहीं जले 10 नवजात:भाजपा नेता की कंपनी के वार्ड बॉय इलेक्ट्रीशियन; वायरिंग में घटिया तार

15 नवंबर की की रात झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जल गए। बाद में 7 और बच्चों की जान चली गई। अब अफसर इस लापरवाही को हादसा बताने में लगे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने सच जानने के लिए वहां 5 दिन तक इन्वेस्टिगेशन किया। डॉक्टर और कर्मचारियों से हिडन कैमरे पर बात की। एक-एक सबूत जुटाए। सामने निकलकर आया, यह हादसा नहीं है, बल्कि सरकारी सिस्टम ने मासूमों की जान ली है। जिस भाजपा नेता की कंपनी के पास इलेक्ट्रीशियन सप्लाई का जिम्मा है, वह सफाई कर्मचारियों और वार्ड बॉय से इलेक्ट्रीशियन का काम करा रही है। कमीशनखोरी के चक्कर में घटिया क्वालिटी की वायरिंग कराई गई। करीब 2 महीने पहले भी यहां स्पार्किंग हुई थी, जिसे वार्ड बॉय ने ही ठीक किया था। वायरिंग में खराब सामान लगाने पर 6 महीने पहले हुए ऑडिट में सवाल भी उठाए गए थे, लेकिन उसे सुधारा नहीं गया। नतीजा…शॉर्ट सर्किट हुआ और17 मासूमों की जानें गईं। 17 नवजातों की मौत, सरकारी सिस्टम दोषी, सिलसिलेवार पढ़िए इंवेस्टिगेशन… हमने इलेक्ट्रीशियन कमलेश कुमार से हिडन कैमरे पर बात की, जिसकी हादसे वाली रात स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में ड्यूटी थी। कमलेश, वार्ड बॉय है और आउटसोर्स कर्मचारी है। उसने बताया- रोज वार्ड में जाना नहीं होता है। केवल शिकायत आने पर जाते हैं। एक-डेढ़ महीने पहले कम्प्लेन आई थी कि सॉकेट ढीला होकर स्पार्क कर रहा है। तब हमने उसे ठीक कर दिया था। कमलेश ने बताया, 2015 में वह बतौर वार्ड बॉय मैनपावर कंपनी 'बाजपेयी ट्रेडर्स' के जरिए भर्ती हुआ था। धीरे-धीरे उसे जनरेटर पर रखा गया। वह बिजली का काम सीख गया। इसके बाद उसे SNCU में इलेक्ट्रीशियन बना दिया गया। जब कमलेश से पूछा गया कि उसने कहीं से इलेक्ट्रीशियन के लिए कोई ट्रेनिंग ली है या फिर कोई डिग्री? कमलेश ने बताया कि वह 8वीं पास है। कमलेश ने हमें एक आई-कार्ड भी दिखाया, जिस पर बाजपेयी ट्रेडर्स और नीचे उसका नाम लिखा था। पद के सामने इलेक्ट्रीशियन लिखा था। वह किस सुपरवाइजर के अंडर में काम करता है, इसकी जानकारी उसे नहीं। न ही उसे पता है कि बाजपेयी ट्रेडर्स में कौन-कौन हैं? वह सिर्फ इंजीनियर संजीत कुमार को जानता है। कमलेश से बात करने के बाद हम सुपर स्पेशलिटी सेंटर पहुंचे। वहां हमारी मुलाकात एक लिफ्ट मैन से हुई। उसने हमें बताया- यहां मैनपावर को लेकर दो कंपनियां काम कर रही हैं। उनके कर्मच

Dainik Bhaskar संभल हिंसा में 4 मौत, 12वीं तक के स्कूल बंद:1 दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के आने पर रोक; SP बोले- उपद्रवियों पर लगेगा NSA

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई। हिंसा में सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए। 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल आज, सोमवार को बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, 'आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाई जाएगी।' इधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर ने कहा, 'पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।' अब जानिए दिन भर का पूरा घटनाक्रम... अचानक दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जमा हो गए दरअसल, रविवार सुबह 6.30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। सड़कों से 4 ट्रॉली पत्थर हटाए गए हैं। पीएसी की तीन बटालियन पहुंची मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह संभल में ही कैंप किए हुए हैं। हिंसा के बाद मुरादाबाद से पीएसी की तीन बटालियन यानी करीब 450 जवानों को संभल में तैनात किया गया है। जामा मस्जिद के बाहर पथराव के बाद अब जगह-जगह फोर्स तैनात है। हिंसा में इन 4 युवकों की जान गई मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने संभल हिंसा में 4 युवकों की मौत की पुष्टि की है। मरने वालों में सरायतरीन का नोमान (50), हयातनगर का बिलाल (23), कोट गर्वी का नईम (30) और कैफ (18) निवासी तुर्तीपुर इल्हा शामिल है। वहीं, घायल अनीस और अयान का मुरादाबाद जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरे मामले पर संभ

Dainik Bhaskar हेमंत कैबिनेट में कौन-कौन?:5 मंत्री होंगे रिपीट, दो यादवों की लड़ाई में पासवान ने मारी बाजी, जानिए पूरी लिस्ट

झारखंड की सत्ता में INDIA ब्लॉक की शानदार जीत के साथ वापसी हुई है। 28 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में JMM नेता हेमंत सोरेन चौथी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 11 मंत्री भी शपथ लेंगे। INDIA ने नए मंत्रिमंडल के लिए 5:1 का फार्मूला तय किया है। यानी 5 विधायक पर एक मंत्री। इस तरह JMM से 6, कांग्रेस से 4 और RJD से एक मंत्री शपथ लेंगे। इसमें से भास्कर को 7 नाम की जानकारी मिली हैं, जिनका मंत्री बनना लगभग तय है। इसमें JMM कोटे से रामदास सोरेन, दीपक बिरुआ, मथुरा महतो, हफीजुल हसन, कांग्रेस कोटे से रामेश्वर उरांव, इरफान अंसारी और RJD कोटे से देवघर विधायक सुरेश पासवान के नाम शामिल हैं। वहीं, बाकी बचे 4 नामों में JMM से लुईस मरांडी और भवनाथपुर से जीते अनंत प्रताप देव का नाम सबसे आगे है। लुईस को मंत्री बनाकर हेमंत एक साथ महिला, आदिवासी, क्रिश्चन और संथाल को साधेंगे। वहीं, मिथिलेश ठाकुर की हार के बाद फारवर्ड कोटे से अनंत प्रताप देव की किस्मत खुल सकती है। जबकि, कांग्रेस अपने कोटे से दीपिका पांडे सिंह या प्रदीप यादव में से किसी एक को मंत्री बना सकती है। इसके अलावा फारवर्ड कोटे से अनूप सिंह का नाम आगे चल रहा है। नई सरकार में इनका मंत्री बनना लगभग तय VRS लेकर पॉलिटिक्स में आए उरांव लोहरदगा से चुनाव जीते कांग्रेस के रामेश्वर उरांव का मंत्री बनना लगभग तय है। 2004 में उरांव पुलिस सर्विस से VRS लेकर पॉलिटिक्स में आए थे। कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा लोकसभा सीट से जीते। केंद्र में मंत्री भी रहे। 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें BJP के सुदर्शन भगत ने हरा दिया। 2019 में उरांव विधानसभा चुनाव जीत गए। उन्हें हेमंत सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया। इस बार उनका मुकाबला फिर सुदर्शन भगत से है। सीता सोरेन पर दिया विवादित बयान, दोबारा मंत्री बनना तय जामताड़ा से चुनाव जीते कांग्रेस के डॉ. इरफान अंसारी अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। चुनाव के बीच उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सीता सोरेन को लेकर विवादित बयान दे दिया। इस पर भाजपा आक्रामक रहीं कांग्रेस के अल्पसंख्यक कोटे से इनका दोबारा मंत्री बनना लगभाग तय है। इन दो चेहरों से कोल्हान को साधेंगे हेमंत कोल्हान में चंपाई की भरपाई के लिए रामदास को हेमंत ने किया आगे पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को कोल्हान टाइगर कहा जाता था। कोल्हान एरिया में

Dainik Bhaskar BJP के हारे उम्मीदवार बागियों की पोल खोलने से डरे:CM-केंद्रीय नेताओं ने लिस्ट-सबूत मांगे; हरियाणा के नेता बोले- कार्रवाई होगी तो ही देंगे

हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हारने वाले BJP उम्मीदवार पार्टी के फैसले से असमंजस में पड़ गए हैं। 19 नवंबर को पंचकूला में BJP ने चुनाव हारे उम्मीदवारों के साथ मंथन किया था। तब उनसे हार के कारण पूछे गए। यहां नेताओं ने बागियों की वजह से चुनाव हारने की वजह बताई। इस पर पार्टी ने सभी नेताओं ने बागियों के नाम की लिस्ट और सबूत मांग लिए। हालांकि पार्टी के इस फैसले को लेकर वह एग्रेसिव भी हैं। कई उम्मीदवारों ने तो यहां तक कह दिया कि यदि कार्रवाई होगी तो ही लिस्ट देंगे, अन्यथा नहीं। कई ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के कई नेताओं ने उम्मीदवारों को हराने का काम किया, लेकिन उनके खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं की गई। इस पर पार्टी के नेताओं ने कहा कि यदि सबूत के साथ लिस्ट दी जाती है और उसमें बागी नेताओं की संलिप्तता पाई जाती है, तो जरूर कार्रवाई की जाएगी। BJP उम्मीदवारों ने बताई हार की वजह... पूर्व कैबिनेट मंत्री बोले- मुझे हराने के लिए टिकट दी पार्टी सूत्रों के मुताबिक बैठक में हिसार से चुनाव हारे डॉ. कमल गुप्ता के तेवर बेहद तल्ख थे। गुप्ता ने कहा कि उनके चुनाव में काम करने वाले पार्टी के कई नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार का साथ दिया। कई नेता ऐसे थे, जो दिखावे के तौर पर मेरे साथ नजर आते थे, लेकिन अंदरूनी तौर से वह दूसरों के लिए काम कर रहे थे। गुप्ता ने पार्टी नेताओं से कहा कि यदि उनके साथ ऐसा ही करना था तो फिर टिकट क्यों दिया? पूर्व स्पीकर ने अधिकारियों पर फोड़ा हार का ठीकरा पंचकूला विधानसभा से पूर्व स्पीकर एवं पंचकूला से चुनाव हारने वाले ज्ञानचंद गुप्ता ने भी पार्टी के कई नेताओं पर चुनाव में काम नहीं करने का आरोप लगाया। गुप्ता ने प्रशासन के कई अधिकारियों पर भी हार का ठीकरा फोड़ा। दिनेश कौशिक बोले- परिवार ने नहीं दिया साथ बहादुरगढ़ से चुनाव हारे दिनेश कौशिक ने अपने परिवार के लोगों पर साथ नहीं देने का आरोप लगाया। पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि चुनाव में उन्हें पार्टी के लोगों का पूरा साथ मिला। वह किसी के खिलाफ नहीं हैं। कई उम्मीदवारों ने कांग्रेस की हवा को हार का कारण बताया। कई उम्मीदवारों ने कहा कि चुनाव अच्छा लड़ा, लेकिन कांग्रेस की हवा से हार मिली है। 40 हारे हुए उम्मीदवार बता चुके हैं हार की वजह पंचकूला में हुई बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश प्रभारी ड

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