Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar एक हफ्ते की कोशिश, 15 km बेखौफ नहीं घूम सके:यह फिलिस्तीन या यूक्रेन नहीं, मणिपुर का जिरीबाम है; भास्कर रिपोर्टर की डायरी

'मणिपुर में जिस तरफ जाओ लोग आपको शक की नजरों से देखते हैं। ऐसा लगता है मणिपुर अब भारत में नहीं रहा, लगता है आप बिना वीजा किसी दूसरे देश में घूम रहे हैं। सड़कों पर लोगों से ज्यादा पुलिसवाले नजर आते हैं। हालात ये हैं कि सेना की वर्दी पहने लोग आते हैं, घरों को आग लगाकर लोगों को जिंदा जला देते हैं। दो साल के बच्चे को गोली मार देते हैं। कब-कहां से गोली चल जाए, इसकी गारंटी नहीं है।' मणिपुर में 7 से 17 नवंबर के बीच करीब 21 लोगों की मौत हुई है। इस बार हिंसा का हॉटस्पॉट जिरीबाम जिला है, जहां बोरोबेक्रा इलाका सबसे ज्यादा हिंसा प्रभावित है। मैं सबसे पहले 14 नवंबर असम के सिलचर से जिरीबाम पहुंचा। सिलचर से जिरीबाम करीब 48 km दूर है। जिरीबाम शहर से बोरोबेक्रा 26 km दूर है। मुझे कुल 74 km का सफर तय करना था, लेकिन मैं आगे नहीं बढ़ पा रहा था। 14 नवंबर से 21 नवंबर के दौरान मैं तीन बार जिरीबाम गया। 21 नवंबर को लेटिंगखाल तक पहुंचा, लेकिन वहां से सिर्फ 17 km दूर बोरोबेक्रा नहीं जा सका। 5 दिनों के दौरान हर बार कुछ किलोमीटर आगे बढ़ पाता, लोग कहते थे- आगे मत जाना, खतरा है। ऐसा लग रहा था जैसे मैं मणिपुर में नहीं, फिलिस्तीन या यूक्रेन में हूं। आखिरकार 10 दिन बाद 24 नवंबर को मेरे साथी रिपोर्टर देवांशु तिवारी के साथ मैं​ बोरोबेक्रा पहुंच सका। पढ़िए भास्कर रिपोर्टर की डायरी... पहला दिन: 14 नवंबर राहत शिविर में पीड़ित परिवारों ने सुनाई आपबीती पार्ट 1: हम सुबह करीब 8 बजे सिलचर से जिरीबाम के लिए रवाना हुए। करीब 40 मिनट के सफर के बाद मणिपुर बॉर्डर से लगे असम के जिरीघाट पहुंचे। आगे बढ़ते ही बराक नदी पर बना पुल आ गया। यह असम का छोर है। पुल के उस पार जिरीबाम शुरू हो जाता है। जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा था, ऐसा लगने लगा जैसे बिना वीजा के किसी दूसरे देश में कदम रखने जा रहे हों। जिरीबाम की तरफ से आ रहे ऑटोरिक्शा, बाइक या दूसरे वाहनों पर सवार लोग शक की नजर से देख रहे थे। जिरीबाम शहर में सन्नाटा पसरा था। अमूमन यहां के बाजार में भीड़ रहती है। असम के लोग भी जिरीबाम के बाजारों में आते हैं, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। हर चौक-चौराहे पर सुरक्षाबलों की सख्त तैनाती थी। सभी दुकानें बंद, इक्का-दुक्का खुली भी थीं, तो दुकानदार अजीब तरीके से घूर रहे थे। बोरोबेक्रा में 11 नवंबर को सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में कुकी आदिवासी समूह से जु

Dainik Bhaskar पंजाब में किसानों के मरणव्रत का तीसरा दिन:डल्लेवाल DMC और सुखजीत सिंह खनौरी में, सरकार आज कर सकती है बैठक

फसलों की एमएसपी समेत 13 मुद्दों को लेकर फरवरी महीने से किसानों का पंजाब-हरियाणा के बार्डर पर संघर्ष पर चल रहे हैं। जबकि आज (28 नवंबर) को 70 वर्षीय बुजुर्ग और कैंसर से पीड़ित किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल का DMC लुधियाना और सुखजीत सिंह हरदो झंडे का खनौरी बार्डर पर मरणव्रत तीसरे दिन में दाखिल हो गया है। दूसरी तरफ पंजाब सरकार किसानों को शांत करने में जुटी है। भले ही बुधवार को हुई मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला है। लेकिन माना जा रहा है कि सरकार आज मीटिंग कर किसानों को शांत करेगी। जबकि किसानों ने साफ किया है कि जब तक सरकार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को मोर्चे में लेकर नहीं आती है। तब तक वह किसी मुद्दे पर बात नहीं करेंगे। पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे इससे पहले 27 नवंबर खन्नौरी बॉर्डर संयुक्त किसान मोर्चे गैर राजनीतिक बैनर तले किसानों की आपात मीटिंग हुई। मीटिंग में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल को पुलिस हिरासत से छुड़वाने ओर संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए स्ट्रेटजी बनाई गई। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के किसान नेता शामिल थे। दूसरी तरफ किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने वीडियो जारी कर कहा कि वह केंद्र सरकार ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। लेकिन राज्य सरकार सीएम अपनी स्थिति साफ करे। हमें नजर आ रहा है कि दाल में कुछ काला है। किसान नेता सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने मरणव्रत शुरू किया है। सरकार डल्लेवाल को बांधकर, उनके नाक में नली लगाकर खुराक दे रही होगी। इसी बीच दोपहर में पंजाब पुलिस के डीआईजी मनजीत सिंह सिद्धू, एसएपसी पटियाला नानक सिंह खनौरी बार्डर पर पहुंचे। लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे। साथ ही साफ करे कि उन्हें अस्पताल में क्यों ले जाया गया है। सरकार को दिया है 10 दिन का अल्टीमेटम 26 नवंबर की सुबह किसान नेता डल्लेवाल को उठाया गया तो किसान भड़क गए। किसान नेता सरवन पंधेर ने मीटिंग कर अगली रणनीति बनाई। किसान नेताओं ने कहा है कि इस आंदोलन का यह दूसरा चरण है। उन्होंने केंद्र सरकार को 10 दिन का समय बातचीत के लिए दिया है। अगर इसमें कोई सहमति नहीं बनी तो किसान 6 दिसंबर को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। किसानों का कहना है कि हमारे सुरक्षा पहरे में कोई कमी रह गई थी, जो पुलिस हमारे किसान नेता को उठाकर

Dainik Bhaskar संसद सत्र का तीसरा दिन आज:प्रियंका गांधी और रविंद्र चव्हाण सांसद पद की शपथ लेंगे; कल अडाणी मुद्दे पर हंगामा हुआ था

संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को तीसरा दिन है। वायनाड लोकसभा उपचुनाव जीतने वालीं प्रियंका गांधी वाड्रा और नांदेड़ लोकसभा सीट उपचुनाव जीतने वाले रविंद्र चव्हाण सदन में सांसद पद की शपथ लेंगे। बुधवार को सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने अडाणी मुद्दे पर हंगामा किया था। विपक्ष ने यूपी के संभल में हिंसा का मुद्दा भी उठाया था। राहुल गांधी ने संसद के बाहर कहा था कि अडाणी पर अमेरिका में 2 हजार करोड़ की रिश्वत देने का आरोप है। उन्हें जेल में होना चाहिए। मोदी सरकार उन्हें बचा रही है। पहली बार संसद में गांधी परिवार के तीन सदस्य केरल के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी की जीत के बाद लोकसभा में दोबारा कांग्रेस के 99 सांसद हो गए हैं। वायनाड सीट राहुल गांधी ने छोड़ी थी, जबकि नांदेड़ सीट कांग्रेस सांसद बसंतराव चव्हाण के निधन के चलते खाली हुई थी। इन पर हाल ही में उपचुनाव हुए हैं और दोनों ही सीटें कांग्रेस के पास वापस आ गई हैं। यह पहली बार होगा कि कांग्रेस पार्टी से जुड़े गांधी परिवार के 3 सदस्य एक साथ संसद के सदस्य होंगे। राहुल गांधी रायबरेली से और प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से लोकसभा सांसद हैं। जबकि सोनिया गांधी राजस्थान से राज्य सभा सांसद हैं। अश्विनी वैष्णव बोले- वल्गर कंटेंट रोकने के लिए सख्त कानून बने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर वल्गर कंटेंट की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाने की बात कही थी। वैष्णव ने कहा- जिन देशों से ऐसे कंटेंट आते हैं, उनकी संस्कृति हमसे काफी अलग है। वल्गर कंटेंट की रोकथाम के लिए पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी को इस विषय पर ध्यान देने और कानून को सख्त करने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया के युग में एडिटोरियल चेक होना समाप्त हो गया है। पहले प्रेस से जो कुछ भी छपता था, उसे चेक किया जाता था कि यह सही है या गलत, और फिर उसे मीडिया में लाया जाता था। उन्होंने कहा कि एडिटोरियल चेक के खत्म होने के कारण आज सोशल मीडिया एक तरफ फ्रीडम ऑफ प्रेस का बहुत बड़ा माध्यम बन गया है, लेकिन दूसरी तरफ यह एक अनकंट्रोल्ड एक्सप्रेशन हैं, जिसमें कई तरह के वल्गर कंटेंट डाले जाते हैं। इसके लिए मौजूदा कानून को और सख्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें आम सहमति की भी जरूरत है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:शिंदे बोले- भाजपा का CM मंजूर; अजमेर दरगाह में मंदिर का दावा, मामला कोर्ट पहुंचा; उर्विल टी-20 में फास्टेस्ट सेंचुरी लगाने वाले भारतीय

नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी रही, कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें BJP का मुख्यमंत्री मंजूर है। एक खबर अजमेर से रही, दावा किया गया है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिव मंदिर है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. एकनाथ शिंदे बोले- मुझे पद की लालसा नहीं, जब CM था तब मोदी साथ खड़े रहे, जो फैसला लेंगे स्वीकार महाराष्ट्र के कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद को लेकर अपना रुख साफ कर दिया। शिंदे ने कहा, 'मैंने मोदीजी-शाहजी को फोन किया। उनसे कहा कि आपका जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार है। BJP की बैठक में आपका कैंडिडेट चुना जाएगा, वो भी हमें स्वीकार है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं डालेंगे।' केंद्र में जाने के सवाल पर शिंदे ने कहा, 'मैं महायुति सरकार के साथ हूं। राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने का काम करुंगा।' दिल्ली में महायुति की मीटिंग: आज शिंदे, फडणवीस और अजित पवार दिल्ली में अमित शाह के साथ मीटिंग करेंगे। इसमें फडणवीस के नाम पर मुहर लग सकती है। विधानसभा चुनाव में महायुति ने 288 सीटों में से 230 पर जीत दर्ज की है। BJP को 132, शिवसेना शिंदे को 57 और NCP अजित पवार को 41 सीटें मिली थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. संसद सत्र के दूसरे दिन अडाणी मुद्दे पर हंगामा, राहुल बोले- उन्हें जेल में होना चाहिए, सरकार बचा रही संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में विपक्ष ने अडाणी मुद्दे पर हंगामा किया। हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। राहुल गांधी ने रिश्वत मामले को लेकर गौतम अडाणी पर हमला बोला। राहुल बोले, 'उन्हें जेल में होना चाहिए। मोदी सरकार उन्हें बचा रही है।' इस सेशन में 16 बिल पेश होने हैं: शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 19 बैठकें होंगी, 16 बिल पेश होने हैं। 18वीं लोकसभा का पहला मानसून सत्र 22 जुलाई से 9 अगस्त तक चला था। पूरे सत्र में कुल 15 बैठकें हुईं, जो लगभग 115 घंटे तक चलीं थी। मानसून सत्र में 12 बिल आए थे, सिर्फ 4 ही पास हो सके। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. अजमेर दरगाह में शिव मंदिर का दावा, याचिका स्वीकार; दरगाह कमेटी समेत 3 पक्षकारों को नोटिस अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महाद

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में नए CM के नाम का ऐलान आज संभव:महायुति की बैठक के बाद फैसला होगा, शिंदे बोले- भाजपा का CM हमें मंजूर

महाराष्ट्र में आज नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है। इसके लिए महायुति के तीनों दलों के नेताओं की दिल्ली में बैठक होगी। अगला सीएम भाजपा का हो सकता है। बुधवार को ठाणे में कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा का सीएम हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा। शिंदे ने कहा- मैंने 26 नवंबर मोदी जी को फोन किया था हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई अड़चन न लाएं। हम सब NDA का हिस्सा हैं। भाजपा की बैठक में जो फैसला लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा। कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं बनेंगे। शिंदे बोले, मैं कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझता। मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया। यह जनता की विजय है। समर्थन के लिए जनता को धन्यवाद। इलेक्शन के वक्त सुबह 5 बजे तक काम करते थे। सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की। पूर्व डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिंदे के बयान ने सबकी शंका दूर की है। महायुति में कभी भी मतभेद नहीं रहा है। हम मुख्यमंत्री के नाम पर ही जल्द ही फैसला लेंगे। शिंदे को मोदी का हर फैसला स्वीकार, 6 बयान दिए.. 1. मैं आम आदमी, कभी खुद को CM नहीं समझा एकनाथ शिंदे ने कहा, " आम आदमी को क्या समस्या आती है, वो मैं समझता हूं। मैंने कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझा। मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया। मैं देखता आ रहा हूं कि कुटुम्ब को कैसे चलाया जाता है। मैंने सोचा था कि जब मेरे पास अधिकार आएंगे तो जो परेशान हैं, उनके लिए योजनाएं लाएंगे।" 2. मैं आपका लाडला भाई, ये लोकप्रियता ज्यादा अच्छी शिंदे ने कहा, "जब सीएम था, जब लोगों को लगता था कि हमारे बीच का मुख्ममंत्री है। घर हो, मंत्रालय हो, लोग आकर मिलते हैं। मेरी जो पहचान मिली है, वो आपकी वजह से है। मैंने लोकप्रियता के लिए काम नहीं किया, महाराष्ट्र की जनता के लिए काम किया। राज्य की बहनें और भाई अब खुश हैं। बहनों ने मेरा साथ दिया और मेरी रक्षा की, अब मैं उनका लाडला भाई हूं, यह पहचान अच्छी है।" 3. राज्य को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र का साथ जरूरी एकनाथ शिंदे बोले, "हमने ढाई साल सरकार चलाई। इस दौरान केंद्र सरकार हमारे साथ मौजूद रही, खड़ी रही। हमारे हर प्रस्ताव को उसका समर्थन मिला। राज्य को चलाने के

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:असम में पुलिस ने 76,000 याबा टैबलेट जब्त कीं, 3 गिरफ्तार; 1 Kg क्रिस्टल मेथामफेटामाइन भी सीज

असम पुलिस ने छापेमारी में 76,000 याबा टैबलेट जब्त कीं। इस दौरान 3 लोगों को गिरफ्तार किया। 2 गाड़ियों के जरिए इन टैबलेट्स की तस्करी हो रही थी। इसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है। छापेमारी श्रीभूमि जिले के पटेल नगर इलाके में हुई थी। याबा टैबलेट में मेथेम्फेटामाइन और कैफीन मिला होता है। यह लाल रंग की होती है और पूर्वी म्यांमार के शान, काचिन सहित दो अन्य राज्यों में बनती है। इससे पहले असम राइफल्स ने कस्टम डिपार्टमेंट के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में करीब 1 किलोग्राम क्रिस्टल मेथामफेटामाइन जब्त किया। इसे आमतौर पर ICE के रूप में जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।

Dainik Bhaskar मणिपुर- बाकी 3 मैतेइयों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई:10 महीने के बच्चे से सबसे ज्यादा बर्बरता; सिर, ठुड्डी, कंधे की हड्डी टूटी, घुटने पर गोली मारी

जिरीबाम से अगवा कर मारे गए 6 लोगों में बाकी 3 लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बुधवार को आ गई। इसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं। तीनों के शवों पर गोलियों के कई घाव और गंभीर चोटें पाई गई हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि तीनों की मौत शव मिलने (17 नवंबर) के 3 से 5 दिन पहले हो गई थी। इसके अलावा 11 नवंबर को कुकी आतंकवादियों के हमले में मारे गए दो बुजुर्गों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आई है। उनके शव 12 नवंबर को जली हुई अवस्था में पाए गए थे। दोनों में से एक शव के कुछ अंग गायब हैं। इन पांचों का पोस्टमॉर्टम असम के कछार जिले के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SMCH) में हुआ है। इससे पहले 24 नवंबर को 3 लोगों (दो महिलाएं और एक बच्चा) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई थी। करीब 15 दिन पहले 11 नवंबर को सुरक्षा बलों और कुकी आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 आतंकी मारे गए थे। इसके बाद जिरीबाम जिले से एक मैतेई परिवार की तीन महिलाओं और तीन बच्चों को आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। ये बोरोबेकरा इलाके के राहत शिविर में शरण लिए थे। करीब एक हफ्ते बाद 16 औऱ 17 नवंबर को उनके शव जिरीबाम जिले की जिरी नदी और असम के कछार में बराक नदी में मिले थे। 2 बच्चों और 1 महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट... 1. नाम- लैशराम लमंगनबा लिंग- पुरुष उम्र- 10 महीने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट- 2. नाम- तेलेम थोइबी लिंग- महिला उम्र- 31 साल पोस्टमॉर्टम रिपार्ट- 3. नाम- तेलेम थजमनबी देवी लिंग- महिला उम्र- 8 साल पोस्टमॉर्टम रिपार्ट- 24 नवंबर को 2 महिलाओं और 1 बच्चे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट... 1. नाम- चिंगखेंगनबा सिंह लिंग- पुरुष उम्र- 3 साल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट- 2. नाम- एल हेतोनबी देवी लिंग- महिला उम्र- 25 साल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट- 3. नाम- वाई रानी देवी लिंग- महिला उम्र- 60 साल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट- मणिपुर की सुरक्षा में CAPF की 288 कंपनियां तैनात मणिपुर की सुरक्षा में सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की 288 कंपनियां तैनात की गई हैं। इनमें CRPF, SSB, असम राइफल, ITBP सहित दूसरी आर्म्ड फोर्स की कंपनियां शामिल हैं। मणिपुर के चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने कहा था कि हमने पुख्ता इंतजाम किए हैं। कंपनियों को अलग-अलग जगह भेजा जा रहा है। हर जिले में नए कोऑर्डिनेशन सेल और जॉइंट कंट्रोल रूम तैयार किए जाएंगे। मंत्री एल सुसींद्रो ने घर को कंटीले तारों से कवर किया

Dainik Bhaskar प्लेन में यात्री को पैनिक अटैक, जयपुर में इमरजेंसी लैंडिंग:देहरादून से पुणे जा रही थी फ्लाइट; पैसेंजर को हॉस्पिटल में करवाया भर्ती

जयपुर एयरपोर्ट पर बुधवार दोपहर 2:23 बजे इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-402 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। प्लेन देहरादून से पुणे जा रहा था। इस दौरान एक पैसेंजर को पैनिक अटैक आ गया। ऐसे में जयपुर एयरपोर्ट पर प्लेन की लैंडिंग करवाई और यात्री को उतारा। करीब 2 घंटे बाद प्लेन जयपुर से टेकऑफ हुआ। इससे करीब एक महीने पहले 25 अक्टूबर को विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट UK-829 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी।। यह प्लेन दिल्ली से हैदराबाद जा रहा था। जयपुर के करीब एक यात्री की तबीयत बिगड़ने पर प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी। जयपुर के हॉस्पिटल में चल रहा इलाज इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-402 ने अपने निर्धारित वक्त पर दोपहर 12 बजे देहरादून से पुणे के लिए उड़ान भरी थी। करीब 1:40 बजे फ्लाइट में मौजूद एक यात्री को घबराहट महसूस होने लगी। इसके बाद फ्लाइट में मौजूद स्टाफ ने यात्री को प्राथमिक उपचार दिया। लेकिन, इसके बाद भी यात्री की तबीयत सही नहीं हुई। इस पर मेडिकल इमरजेंसी की जानकारी स्टाफ और पायलट ने जयपुर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी। दोपहर करीब 2 बजकर 23 मिनट पर जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग हुई। यहां यात्री को उतारा गया। एयरपोर्ट पर ही मेडिकल जांच कर उसे जयपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पैनिक अटैक क्या होता है? बहुत ज्यादा डर या चिंता के कारण अचानक पड़ने वाले दौरे को पैनिक अटैक कहते हैं। हार्ट अटैक की तरह इससे हमारी जान को खतरा नहीं होता, लेकिन ये हमारी जिंदगी और मानसिक स्वास्थ्य में बड़ी बाधा बन सकता है। पैनिक अटैक किसी को भी आ सकता है। इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़े ये नियम भी पढ़ें... ये खबर भी पढ़ें... प्लेन में यात्री को पैनिक अटैक, जयपुर में इमरजेंसी लैंडिंग:दिल्ली से हैदराबाद के लिए उड़ान भरी थी; अबूधाबी-जयपुर फ्लाइट में भी हंगामा जयपुर एयरपोर्ट पर शुक्रवार सुबह विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट UK - 829 की इमरजेंसी लैंडिग हुई। प्लेन दिल्ली से हैदराबाद जा रहा था। जयपुर के करीब एक पैसेंजर को मेडिकल इमरजेंसी के कारण फ्लाइट को जयपुर में उतारा गया। मेडिकल इमरजेंसी की जानकारी स्टाफ और पायलट ने जयपुर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी। (यहां पढ़ें पूरी खबर)

Dainik Bhaskar गुजरात में मिट्‌टी में दबने से जिओलॉजिस्ट की मौत:IIT दिल्ली के प्रोजेक्ट के लिए हड़प्पा संस्कृति के केंद्र लोथल में नमूने ले रही थीं

गुजरात में हड़प्पा संस्कृति के केंद्र लोथल में बुधवार सुबह मिट्‌टी धंसने से आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की दो महिला अधिकारी इसमें दब गईं। इसमें एक महिला की मौत हो गई। दोनों महिलाएं आईआईटी दिल्ली के अपने प्रोजेक्ट के तहत पिछले तीन दिनों से लोथल में पुरातत्व स्थल की सीमा में भूवैज्ञानिक नमूने एकत्र कर रही थीं। सैंपल के लिए खोदा गया था 12 फीट गहरा गड्ढा डीवाईएसपी प्रकाश प्रजापति ने बताया कि आईआईटी दिल्ली में वायुमंडलीय विज्ञान के सहायक प्रोफेसर से पीएचडी कर रहीं यम दीक्षित और सुरभि वर्मा एक शोध परियोजना के हिस्से के रूप में भूवैज्ञानिक नमूने एकत्र करने के लिए लोथल आई थीं। दोनों तीन दिनों से यहां अलग-अलग इलाकों से सैंपल इकट्ठा कर रही थीं। इसी बीच आज सुबह 12 फीट गहरे गड्ढे से सैंपल इकट्ठा करते वक्त भूस्खलन की चपेट में आने से सुरभि वर्मा की मौत हो गई। एक महिला अधिकारी की मौत लोथल की इस हेरीटेज साइट पर एकाएक मिट्‌टी धंसने की सूचना सबसे पहले दमकल को मिली। इसके बाद अधिकारियों और पुलिस प्रशासन की मदद से बचाव कार्य शुरू किया। दोनों को तुरंत गड्ढे से बाहर निकाला गया और सीएचसी बगोदरा के सिविल हॉस्पिटल लाया गया। सुरभि वर्मा का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और यम दीक्षित का इलाज चल रहा है। लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। लोथल अहमदाबाद से 80 किमी दूर अहमदाबाद जिले के ढोलका तालुक में सरगवाला गांव के बाहरी इलाके में भोगावो और साबरमती नदियों के बीच स्थित है। एक समय इस जगह से समुद्र 5 किमी दूर था। यह यह दूरी 18 किमी की हो गई है। नवंबर 1954 में इस साइट की खोज की गई थी और 1955 से 1962 तक डॉ. एसआर राव के मार्गदर्शन में उत्खनन किया गया। यहां के अंडाकार टीले की परिधि 2 किमी और ऊंचाई 3.5 मीटर है।

Dainik Bhaskar अजमेर-दरगाह में शिव मंदिर के दावे वाली याचिका पर सुनवाई:कोर्ट ने मामले को सुनने योग्य माना; दरगाह कमेटी समेत 3 पक्षकारों को नोटिस

अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए अजमेर सिविल कोर्ट में लगाई गई याचिका को कोर्ट ने सुनने योग्य माना है।यह याचिका हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से याचिका लगाई गई। सिविल जज मनमोहन चंदेल की बेंच ने सुनने योग्य माना और अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) को नोटिस देकर पक्ष रखने को कहा है। मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी। याचिका में रिटायर्ड जज हरविलास शारदा की 1911 में लिखी किताब अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव का हवाला देते हुए दरगाह के निर्माण में मंदिर का मलबा होने का दावा किया गया है। साथ ही गर्भगृह और परिसर में एक जैन मंदिर होने की बात कही गई है। इन डॉक्यूमेंट्स के आधार पर किया दावा हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बताया कि आप अजमेर दरगाह के आसपास घूमेंगे तो देखेंगे कि बुलंद दरवाजे पर हिन्दू परंपरा की नक्काशी की गई है। वहीं जहां शिव मंदिर होता है, वहां झरना, पेड़ आदि जरूर होते हैं। पानी वहां जरूर होता है। ऐसे में पुरातत्व विभाग से भी अपील की है कि वे यहां जांच करें। सुनवाई के दौरान भगवान शिव के बाल स्वरूप की तरफ से एडवोकेट रामस्वरूप बिश्नोई और ईश्वर सिंह ने बहस की। 38 पेज का वाद दिया दिल्ली के एडवोकेट रामस्वरूप बिश्नोई ने बताया- 38 पेज का वाद पेश किया गया। इसमें कहा गया है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर है। दरगाह की बनावट और शिव मंदिर के प्रमाण के संबंध में भी सबूत पेश किए गए हैं। दरगाह परिसर का ASI से सर्वे कराने की अपील की है। याचिका में मध्य प्रदेश में धार इलाके की भोजशाला, बनारस और अन्य जगहों का उदाहरण भी दिया गया है। वाद में दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय और पुरातत्व विभाग काे पक्षकार बनाया गया है। शारदा की किताब का हवाला दिया दावे में रिटायर्ड जज हरविलास शारदा की 1911 में लिखी किताब अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव का हवाला दिया गया है। इस किताब में जज ने मौजूदा इमारत में 75 फीट ऊंचे बुलंद दरवाजे के निर्माण में मंदिर के मलबे के अंश बताए थे। इसमें एक तहखाना या गर्भगृह है, जिसमें शिवलिंग बताया गया था। किताब के अनुसार, यहां ब्राह्मण परिवार पूजा अर्चना करता था। वाद में दरगाह कमेटी ने क्षेत

Dainik Bhaskar अश्विनी वैष्णव बोले-वल्गर कंटेंट रोकने के लिए सख्त कानून बने:जहां से ये कंटेंट आ रहा, वहां की और हमारी संस्कृति में बहुत अंतर

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर वल्गर कंटेंट की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाने की बात कही। वैष्णव ने कहा- जिन देशों से ऐसे कंटेंट आते हैं, उनकी संस्कृति हमसे काफी अलग है। वैष्णव ने कहा- वल्गर कंटेंट की रोकथाम के लिए पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी को इस विषय पर ध्यान देने और कानून को सख्त करने की जरूरत है। वैष्णव ये बात बुधवार को संसद सत्र के दूसरे दिन लोकसभा सांसद अरुण गोविल के पूछे गए सवाल के जवाब में कही। गोविल ने सोशल मीडिया पर वल्गर कंटेंट से युवाओं पर पड़ रहे असर और इसकी रोकथाम के लिए सरकार की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए थे। अरुण गोविल ने पूछा- वल्गर कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा तंत्र क्या है? सांसद गोविल ने सदन में पूछा कि वल्गर कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा तंत्र क्या है? और क्या सरकार इन कानूनों को और सख्त करने का प्रस्ताव कर रही है? इसके जवाब में वैष्णव ने कहा- सोशल मीडिया के युग में एडिटोरियल चेक होना समाप्त हो गया है। पहले प्रेस से जो कुछ भी छपता था, उसे चेक किया जाता था कि यह सही है या गलत, और फिर उसे मीडिया में लाया जाता था। उन्होंने कहा कि एडिटोरियल चेक के खत्म होने के कारण आज सोशल मीडिया एक तरफ फ्रीडम ऑफ प्रेस का बहुत बड़ा माध्यम बन गया है, लेकिन दूसरी तरफ यह एक अनकंट्रोल्ड एक्सप्रेशन हैं, जिसमें कई तरह के वल्गर कंटेंट डाले जाते हैं। वैष्णव ने कहा कि इसके लिए मौजूदा कानून को और सख्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें आम सहमति की भी जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट बोला था- चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, डाउनलोड करना अपराध सुप्रीम कोर्ट ने 24 सितंबर को कहा था कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड करना और देखना POCSO और IT एक्ट के तहत अपराध है। CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने मद्रास हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए फैसला सुनाया था। जस्टिस जेबी पारदीवाला ने कहा था कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी की जगह 'चाइल्ड सेक्शुअल एक्सप्लॉएटेटिव एंड एब्यूसिव मटेरियल' शब्द का इस्तेमाल किया जाए। केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर बदलाव करे। अदालतें भी इस शब्द का इस्तेमाल न करें। दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर कोई ऐसा कंटेंट डाउनलोड करता और देखता है, तो यह अपराध नहीं, जब तक कि नीयत इसे प्रसारित करने की न हो। सुप्रीम को

Dainik Bhaskar भारतीय सेना का पंजाब सरकार को पत्र:कहा-राज्य में सैन्य कर्मचारियों को मिले 300 यूनिट फ्री बिजली, प्रदेश में तैनात हैं 1 लाख कर्मचारी

भारतीय सेना ने पंजाब सरकार से राज्य में तैनात अपने कर्मियों के लिए हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली की मांग की है। इससे सरकार मुश्किल में पड़ गई है। क्योंकि वह घरेलू बिजली सब्सिडी के भारी बोझ से जूझ रही है। राज्य सरकार को भेजे गए पत्र में भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने दलील दी है कि हालांकि राज्य सरकार जुलाई 2022 से घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली दे रही है। लेकिन इसे पंजाब के छावनी और सैन्य स्टेशनों में विवाहित आवासों में रहने वाले सैन्य कर्मियों और रक्षा नागरिकों तक नहीं बढ़ाया गया है। दूसरी ओर पंजाब सरकार के अधिकारियों का कहना है कि छावनी और सैन्य स्टेशनों में रहने वालों को मुफ्त बिजली सब्सिडी नहीं दी जा सकती। क्योंकि इन स्टेशनों को भारी मात्रा में बिजली की आपूर्ति होती है। सब्सिडी व्यक्तिगत घरेलू उपभोक्ताओं को दी जाती है। भारतीय सेना का यह भी तर्क है कि दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली मुफ्त बिजली की समान सुविधा वहां तैनात सैन्य कर्मियों को भी दी जाती है। इस मांग पर अब राज्य सरकार के शीर्ष स्तर पर चर्चा हो रही है। पंजाब में एक लाख सैनिक तैनात पंजाब में इस वक्त एक लाख से अधिक सैनिक तैनात हैं। सभी अधिकारी और जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी, 35% जवानों के समान ही परिवार के साथ रहने के लिए अधिकृत हैं। इसके अलावा, सेना की संरचनाओं में तैनात रक्षा मंत्रालय के बड़ी संख्या में असैन्य कर्मचारी भी सैन्य स्टेशनों में रहने के लिए पात्र हैं। क्योंकि राज्य सरकार का कुल घरेलू बिजली सब्सिडी बिल पहले से ही 8,785 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 1,550 करोड़ रुपए अधिक है। इसलिए मुफ्त बिजली के लिए हजारों और घरेलू परिवारों को शामिल करने से पीएसपीसीएल की वित्तीय मुश्किलें बढ़ेंगी। 5 जिलों में मुफ्त बिजली देने की मांग राज्य सरकार अपनी खुद की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए पीएसपीसीएल को बिजली सब्सिडी का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रही है। 13 नवंबर तक, मुफ्त घरेलू बिजली के लिए राज्य सरकार द्वारा भुगतान की जाने वाली कुल सब्सिडी में से केवल 4,508.2 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। 20,477 करोड़ रुपए के कुल सब्सिडी बिल में से 11,401.26 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। इस महीने में पीएसपीसीएल को दी गई 200 करोड़ रुपए की सब्सिडी के अलावा राज्य

Dainik Bhaskar आतंकी अर्श डल्ला के खिलाफ NIA की कार्रवाई:पंजाब-हरियाणा और यूपी में 9 ठिकानों पर छापेमारी, कनाडा में गिरफ्तारी के बाद एक्शन

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के ठिकानों पर छापेमारी की है। तीनों राज्यों के 9 जिलों में ये छापेमारी की गई। कनाडा में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद यह पहला मौका है जब उसके के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। अर्श डल्ला के करीबी सहयोगी एनआईए की रडार पर हैं, ताकि डल्ला के पूरे नेटवर्क को तोड़ा जा सके। एनआईए की जांच के मुताबिक डल्ला के तीन सहयोगी हैं। ये तीनों सहयोगी भारत में बड़ा आतंकी-गैंगस्टर सिंडिकेट चला रहे थे। अर्शदीप खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का आतंकी है। भारत सरकार ने उसे 2022 में आतंकी घोषित किया था। वह कनाडा में रहता है और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निझर का करीबी था। निझर की हाल ही में कनाडा में हत्या कर दी गई थी। एनआईए से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सभी लोग डल्ला से बात करते थे। लंबी जांच के बाद यह छापेमारी शुरू की गई। हैरी मोड़ और हैरी राजपुरा की पूछताछ में हुआ था खुलासा एनआईए का दावा है कि अर्शदीप के साथी हैरी मोड और हैरी राजपुरा स्लीपर सेल के रूप में काम करते थे और उन्हें राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने शरण दी थी। तीनों ने डल्ला के निर्देश पर और उससे मिले पैसों से कई आतंकी हमले करने की योजना बनाई थी। हैरी मोड और हैरी राजपुरा गिरोह के शूटर थे और उन्हें लक्षित हत्याएं करने का आदेश था। अर्श डल्ला ने राजीव कुमार उर्फ ​​शीला को हैरी मोड और हैरी राजपुरा को पनाह देने के लिए पैसे दिए थे। एनआईए की जांच में यह भी पता चला कि राजीव कुमार, अर्श दल्ला के निर्देश पर दो अन्य लोगों के लिए रसद सहायता और हथियारों की व्यवस्था भी कर रहे थे। एनआईए ने 23 नवंबर 2023 को हैरी मौर और हैरी राजपुरा को और 12 जनवरी 2024 को राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था।

Dainik Bhaskar कानपुर के बंद मदरसे में मिला बच्चे का कंकाल:स्कूल ड्रेस में फर्श पर पड़ा था; 4 साल पहले बंद हुआ था मदरसा

कानपुर के एक मदरसे में बच्चे का कंकाल पड़ा मिला। मदरसे का ताला टूटने की बात पता चलने पर आज जब मालिक वहां पहुंचे, तब यह बात सामने आई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने कंकाल को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। कमरे में कोई और चीज पड़ी नहीं मिली है। यह भी पता नहीं चला कि ये हत्या है या बच्चा गलती से मदरसे के अंदर बंद हो गया था। फिर भूख और बीमारी से उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद सामने आएगा कि बच्चे की मौत कैसे हुई? फिलहाल जाजमऊ थाने की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। यह मदरसा पोखरपुर इलाके में है। 4 साल पहले कोविड काल में इसको बंद कर दिया गया था। अब सिलसिलेवार पूरा मामला समझिए... 4 साल पहले मदरसा बंद हुआ था शब्बीर अहमद बेकनगंज में रहते हैं। उनका जाजमऊ के पोखरपुर फार्म वाली गली में करीब 100 वर्ग गज का 2 मंजिला मकान है। इसमें शब्बीर के दामाद परवेज अख्तर 2015 में मदरसा चलाते थे। उस वक्त यहां 70 से ज्यादा बच्चे पढ़ते थे। वह नई सड़क पर रहते हैं। इस मदरसे का नाम कदरिया उलूम था। आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि करीब 4 साल पहले कोविड काल में यह मदरसा बंद कर दिया गया था। 2 साल पहले परवेज अख्तर की भी मौत हो गई, उन्हें कैंसर था। ताला टूटा था, अंदर गए तो शव पड़ा था परवेज के बेटे अमजा ने बताया- डेढ़ से दो साल पहले हम लोग जब मदरसा पर आए थे, तब भी ताला टूटा मिला था। तब नया ताला लगाया था। तब हम लोगों ने अंदर जाकर नहीं देखा था कि वहां क्या है? बुधवार दोपहर 12 बजे KDA में रहने वाले हमारे ममेरा भाई अनस ने बताया कि मदरसे का ताला फिर से टूटा पड़ा है। इसके बाद हम लोग वहां पहुंचे। आज अंदर जाकर देखा, तो कमरे में एक बच्चे का कंकाल पड़ा था। इसके बाद हमने तुरंत पुलिस को इस बारे में बताया। 4 साल से मदरसा बंद, फिर 20 मई, 2023 को कौन पढ़ा गया मदरसे की बिल्डिंग में बाहर लोहे का गेट लगा है। अंदर प्रवेश करने से पहले लोहे का चैनल है। इसके अंदर एक ओर प्रथम तल जाने के लिए जीना बना है। वहीं, दूसरी ओर एक क्लास रूम है, जिसमें धूल से सनी कुछ सीटें व बेंच पड़ी हुई थीं। चौंकाने वाली बात यह है कि ब्लैक बोर्ड में क्लास वर्क में 20/05/2022 की तारीख लिखी है, जबकि परिवार और रिश्तेदारों का दावा है कि कोरोना काल से पढ़ाई बंद है। ऐसे में सवाल उठता है कि उस दिन कौन पढ़ा गया।

Dainik Bhaskar हिमाचल में CBI की बड़ी कार्रवाई:रीजनल पीएफ कमिशनर बद्दी, एनफोर्समेंट ऑफिसर और एक कंसल्टेंट गिरफ्तार, 10 लाख रुपए रिश्वत मांगने का आरोप

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) कार्यालय बद्दी सोलन में भ्रष्टाचार मामले में बड़ी कार्रवाई की है। CBI ने रीजनल पीएफ कमिश्नर बद्दी, एनफोर्समेंट ऑफिसर और एक कंसल्टेंट (प्राइवेट पर्सन) सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई के अनुसार, रीजनल पीएफ कमिश्नर और एनफोर्समेंट ऑफिसर पर शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत मांगने के आरोप है। इन दोनों अधिकारियों ने रिश्वत की रकम कंसल्टेंट के माध्यम से डिमांड की थी। सीबीआई ने बीते 24 नवंबर को मामला दर्ज किया था। तब से जांच चल रही थी और आज तीनों आरोपियों को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया गया। फर्म से पीएम मामले को निपटाने के लिए मांगी रिश्वत आरोप है कि एनफोर्समेंट ऑफिसर ने शिकायतकर्ता की फर्म के पीएफ मामले को निपटाने के लिए रिश्वत मांगी थी। ​​​​​​फर्म का पीएम मामला ​ईपीएफओ कार्यालय बद्दी के पास लंबित है। आरोप है कि यदि पैसा नहीं देने पर फर्म मालिक को 45-50 लाख रुपए का भुगतान करने की धमकी दी गई। शिकायतकर्ता ने इसकी सूचना सीबीआई को दी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने जाल आरोपियों की धरपकड़ को जाल बिछाया और रिश्वत की रकम लेते वक्त रंगे हाथ दबोचा। तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा सीबीआई ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दिया है। इन्हें कुछ देर में विशेष अदालत में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।

AD
AD