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Dainik Bhaskar चंडीगढ़ क्लब बम ब्लास्ट: हमलावरों का एक और CCTV आया:मॉल और घर के बाहर से बाइक पर जाते दिखे, मोहाली में जाकर गायब हुए
चंडीगढ़ के सेक्टर-24 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट करने वाले आरोपियों का एक और CCTV सामने आया है। आरोपी बाइक पर एयरपोर्ट रोड के पास एक मॉल और घर के बाहर लगे CCTV कैमरे में कैद हुए। पुलिस आरोपियों का पीछा करते हुए चंडीगढ़ से मोहाली होकर पटियाला रोड पर टोल प्लाजा तक पहुंची। मोहाली में जाकर आरोपी गायब हो गए। इसके बाद वह किसी भी CCTV कैमरे में नजर नहीं आए। हालांकि, पुलिस लगातार मोहाली और आसपास के कैमरे खंगालने में जुटी हुई है। क्राइम ब्रांच क्लब संचालकों और क्लब बाउंसरों से पूछताछ कर रही है। पुलिस भी इस मामले को एक्सटॉर्शन से जोड़कर देख रही है, क्योंकि कई क्लब मालिकों को रंगदारी की कॉल आ चुकी हैं। इस मामले में भी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की तरफ से आई पोस्ट में कहा गया है कि प्रोटेक्शन मनी न देने के कारण हमला कराया है। अब जानिए, पुलिस को जांच में अब तक क्या मिला चंडीगढ़ की ऑपरेशन सेल, क्राइम ब्रांच, डिस्ट्रिक्ट सेल और थानों की पुलिस मामले की जांच कर रही है। टीमें चंडीगढ़ लाइट पॉइंट और चौराहों के कैमरे खंगालते हुए मोहाली स्थित एयरपोर्ट रोड पर आइशर लाइट पॉइंट पर पहुंची। यहां तक आरोपी कैमरे में दिखाई दिए। आइशर लाइट पॉइंट के पास एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी में आरोपी देखे गए। बाइक सवार तेज से निकल रहे हैं। वहां से दोनों मोहाली एयरपोर्ट चौक की तरफ भाग गए। आरोपियों ने हेलमेट पहना हुआ था और शॉल ओढ़कर शरीर ढका हुआ था। घटना के बाद आरोपी कहीं नहीं रुके। जिसके चलते पुलिस उनकी बाइक का नंबर नोट नहीं कर पाई। दूसरा बड़ा कारण यह भी रहा कि उस समय अंधेरा था। पुलिस का मानना है कि पूरी प्लानिंग से इस वारदात को अंजाम दिया गया है। उन्हें पहले ही शहर में घुसने और भागने के रास्तों की जानकारी थी। एयरपोर्ट रोड के आसपास कई गांव हैं। पुलिस ने एयरपोर्ट रोड होते हुए पटियाला रोड पर आने वाले टोल प्लाजा के भी CCTV कैमरे चेक किए, लेकिन पुलिस को कोई लीड नहीं मिली। पुलिस को आशंका है कि आरोपी या तो एयरपोर्ट चौक से राइट होकर लांडरा रोड की तरफ फरार हुए हैं या फिर आसपास के गांव में घुस गए हैं। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए, एक क्लब के रैपर बादशाह पार्टनर चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि'ओरा क्लब के बाहर मंगलवार अल सुबह 3:15 पर बाइक सवार युवकों ने बम फेंके। इस
Dainik Bhaskar बाढ़ में बहे आधे पुल को गूगल पूरा दिखाता रहा:हादसे के बाद मैप सुधारा; बरेली में कार गिरने से हुई थी 3 की मौत
टूटा पुल…गूगल मैप पर क्लियर रूट और प्रशासन की लापरवाही से 3 जिंदगियां खत्म हो गईं। बरेली में गूगल के क्षेत्रीय प्रबंधक और PWD के 4 अफसरों पर FIR दर्ज की गई। गूगल लोकेशन लगाकर शादी में जा रहे तीन युवाओं की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए। पुल टूटा हुआ था तो रास्ता बंद क्यों नहीं किया गया? यहां चेतावनी बोर्ड क्यों नहीं लगाए गए? इस पुल से गाड़ी कितनी स्पीड से गिरी होगी? इन सवालों के जवाब तलाशने के लिए दैनिक भास्कर की टीम स्पॉट पर पहुंची। पढ़िए सिलसिलेवार रिपोर्ट… पहले मोशन ग्राफिक में देखिए, उस दिन क्या हुआ... गूगल मैप ने टूटे पुल का रास्ता दिखाया… 24 नवंबर को फर्रुखाबाद के दो भाई अजित और नितिन अपने दोस्त अमित के साथ गाजियाबाद से बरेली दोस्त की शादी में जा रहे थे। बरेली से जब फरीदपुर की तरफ बढ़े तो गूगल मैप का सहारा लिया। गूगल मैप ने रामगंगा नदी पर बने बदायूं के दातागंज तहसील और बरेली की फरीदपुर तहसील को जोड़ने वाले पुल का रास्ता दिखाया। इन लोगों ने पुल पर गाड़ी चढ़ा दी। सुबह का समय था, पूरी तरह उजाला भी नहीं हुआ था। गाड़ी अभी 30 मीटर ही चली होगी कि ड्राइवर को एहसास हो गया कि आगे पुल टूटा है। उसने ब्रेक लगाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कार घिसटती हुई रामगंगा नदी में जा गिरी। मौके पर ही तीनों युवकों की मौत हो गई। पहले आपको स्पॉट पर ले चलते हैं... घटना के बाद गूगल ने करेक्ट किया मैप बरेली जिला मुख्यालय से 65 किमी. दूर मूढ़ा में बने उस पुल तक पहुंचने के लिए भास्कर टीम कार से रवाना हुई। गूगल मैप को फॉलो करते हुए 50 से 60 किमी की रफ्तार से टीम आगे बढ़ने लगी। दातागंज इलाके से फरीदपुर का रूट क्लियर दिखा। पुल से करीब 200 मीटर पहले अचानक मैप पर रास्ता ब्लॉक दिखाने लगा। दरअसल, घटना के करीब 24 घंटे बाद गूगल मैप ने इस रूट के मैप को करेक्ट कर लिया है। अब टूटे हुए पुल की तरफ जाने वाली रोड नहीं दिख रही। PWD यहां दीवार बना रहा, मजदूर बोले- खतरे का बोर्ड भी लगेगा भास्कर टीम पुल के पास तक पहुंची। कार खड़ी कर दी और पैदल ही पुल के ऊपर की तरफ चल दिए। यहां नए सिरे से बैरिकेडिंग लगाई गई थी। पुल पर कुछ मजदूर दीवार बना रहे थे। हमने पूछा कि क्या बना रहे हैं? उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने मजबूत दीवार बनाकर पुल ब्लॉक करने के लिए कहा है। हमने पूछा- किस विभाग के अधिकारियों ने कहा। जवाब मिला– PWD के...। उन्होंने बत
Dainik Bhaskar हरियाणा में ड्रीम प्रोजेक्ट पर पूर्व मंत्री को झटका:विदेश घूमने गए थे, पीछे से निर्दलीय विधायक ने मुख्यमंत्री से उद्घाटन करवा दिया
हरियाणा के पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को भाजपा की तरफ से बड़ा झटका लगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कमल गुप्ता की अनुपस्थिति में 25 नवंबर को हिसार में उनके ड्रीम प्रोजेक्ट 68 करोड़ की लागत से बने सूर्यनगर रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) का उद्घाटन कर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल भी थीं। सावित्री जिंदल ने भाजपा से टिकट न मिलने पर बागी होकर कमल गुप्ता के सामने चुनाव लड़ा था। बताया गया है कि ROB के उद्घाटन को लेकर कमल गुप्ता को सूचना भी नहीं दी गई। कमल गुप्ता के मीडिया प्रभारी सुरेश धूपवाला ने बताया कि डॉ. कमल गुप्ता विदेश में होने के कारण मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भाग नहीं ले सके। वे 3-4 दिन तक हिसार पहुंचेंगे। डॉ. कमल गुप्ता का हिसार के इन प्रोजेक्टों को लेकर भावानात्मक जुड़ाव है। उनके ही मार्गदर्शन में हिसार के प्रोजेक्ट सिरे चढ़े हैं। हालांकि, धूपवाला ने पार्टी के अंदर अंदरूनी खींचतान की बातों से इनकार किया। कमल गुप्ता ने कहा- यह हिसार की जनता का सपना पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि यह हिसार की जनता का सपना था। अब जब सूर्यनगर ROB खुल गया है तो यह किसी सपने से कम नहीं है। शहर की जनता को यह बहुत बड़ा गिफ्ट है। इसके चालू होने के बाद अब वाहन चालक चंद मिनटों में ही जिंदल चौक से NH- 9 तक पहुंच जाएंगे। पैदल चलने वालों को भी बड़ा फायदा मिलेगा। पूरे शहर की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार आएगा। इसके बनने से पूरे शहर के लोगों के साथ-साथ मुख्य रूप से सूर्य नगर, अर्बन एस्टेट टू, DC कॉलोनी, शिव नगर, विद्युत नगर, मॉडल टाउन, मिल गेट क्षेत्र, सेक्टर 1-4, सेक्टर 3-5 व रायपुर के लोगों को विशेष रूप से लाभ होगा। कमल गुप्ता के ये 2 ड्रीम प्रोजेक्ट अटके... 1. हिसार एयरपोर्ट : एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू करवाना कमल गुप्ता का ड्रीम प्रोजेक्ट है। विधायक रहते उन्होंने इसके लिए खूब मेहनत की। 3 महीने पहले एयरपोर्ट पर जब रनवे ट्रायल के लिए प्लेन उतरा तो यह देखकर गुप्ता भावुक हो गए। तब उन्होंने कहा था कि यहां से उड़ान शुरू होता देखना हर हिसारवासी का सपना है। मगर अचानक आचार संहिता लगने के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। 2. हिसार बस स्टैंड : शहर से ट्रैफिक का बोझ कम हो, इसलिए कमल गुप्ता हिसार बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करवाना चाहते थे। इससे पहले ही निर्दलीय विधायक सा
Dainik Bhaskar खनौरी-शंभू बॉर्डर पर किसानों की भीड़ बढ़ी:डल्लेवाल अभी भी पंजाब पुलिस की हिरासत में, शंभू बॉर्डर 4 फीट खुलेगा
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को डिटेन करने के बाद माहौल गर्मा गया है। हरियाणा-पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों की भीड़ बढ़ने लगी है। वहीं यहां मंगलवार को किसान नेता सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने मरणव्रत शुरू कर दिया। डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत शुरू करने से पहले ही सोमवार रात पुलिस ने हिरासत लिया और फिर लुधियाना के DMC अस्पताल ले आए। कोई व्यक्ति उन तक न पहुंचे, इसके लिए अस्पताल के आसपास के एरिया को सील कर दिया गया है। अस्पताल में डल्लेवाल कुछ नहीं खा रहे हैं। किसानों के मुताबिक वह मरणव्रत पर ही हैं। सूत्रों के मुताबिक करीब 100 पुलिसकर्मी अस्पताल के अंदर और बाहर तैनात हैं। अभी उन्हें कोई वार्ड नहीं मिला है। इमरजेंसी के VIP रूम में ही रखा हुआ है। मंगलवार (26 नवंबर) को कांग्रेस नेता एवं पहलवान बजरंग पूनिया भी खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे। इसके फोटो भी उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर शेयर किए। इसके साथ उन्होंने लिखा- किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की गिरफ्तारी के विरोध और किसानों की मांगों के समर्थन में खनौरी बॉर्डर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। किसानों के हक की लड़ाई में हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी इस पर नजर रखे हुए हैं। शंभू बॉर्डर पर 4 फुट रास्ता खोलने की तैयारी है। क्योंकि किसानों ने 6 दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया है। DIG बोले- प्रशासन को डल्लेवाल की उम्र-सेहत की चिंता पटियाला रेंज के DIG मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डल्लेवाल ने मरणव्रत की घोषणा की थी। उनकी उम्र और सेहत की वजह से प्रशासन चिंतित था। मरणव्रत के ऐलान के बाद भीड़ हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच पाती। इसी वजह से प्रशासन ने फैसला किया कि उनकी मेडिकल जांच कराई जाए। इसके लिए उन्हें लुधियाना डीएमसी लेकर आए हैं। सरकार को 10 दिन का दिया समय जैसे ही सोमवार देर रात किसान नेता डल्लेवाल को उठाया गया तो किसान भड़क गए। किसान नेता सरवन पंधेर ने मीटिंग कर अगली रणनीति बनाई। किसान नेताओं ने कहा है कि इस आंदोलन का यह दूसरा चरण है। उन्होंने केंद्र सरकार को 10 दिन का समय बातचीत के लिए दिया है। अगर इसमें कोई सहमति नहीं बनी तो किसान 6 दिसंबर को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। किसानों का कहना है कि हमारे सुरक्षा पहरे में कोई कमी रह गई थी, जो पुलिस हमारे क
Dainik Bhaskar गैंगस्टर संपत नेहरा, जिसे हरियाणा पुलिस लाई:ASI का बेटा, लॉरेंस का साथी, पुलिस ने फटी शर्ट पहनाई; 2 बार सलमान खान की हत्या करने गया
गैंगस्टर संपत नेहरा को हरियाणा पुलिस हिसार के हांसी में धमकी के एक केस में बठिंडा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई है। उसने 31 जुलाई 2023 को आधी रात को एक व्यक्ति को फिरौती के लिए धमकाया। यहां तक कि जब व्यक्ति ने कहा कि वह किसी संपत नेहरा को नहीं जानता तो गैंगस्टर ने वीडियो कॉल पर उससे बात की। जिसका स्क्रीनशॉट भी पुलिस तक पहुंचा। हरियाणा के केस में लाए जाने पर पंजाब की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद राजस्थान का रहने वाला कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। संपत नेहरा ने कुछ वक्त पहले राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या कराई थी। इसके पहले वह गैंगस्टर लॉरेंस के कहने पर 2 बार सलमान खान की हत्या करने भी पहुंच गया था। संपत को लॉरेंस का करीबी माना जाता है। जब राजस्थान पुलिस उसे रिमांड पर लेने आई तो वह सवा लाख के जूते और 18 हजार की पेंट पहने हुए था। पुलिस ने फिर उसे चप्पल और फटी शर्ट पहनाई। संपत नेहरा की पूरी कहानी पढ़ें... चंडीगढ़ के रिटायर्ड पुलिसकर्मी का बेटा संपत संपत नेहरा राजस्थान के चूरू जिले के सादुलपुर में गांव कालरी का रहने वाला है। संपत के पिता चंडीगढ़ पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर थे। वह चंडीगढ़ के DAV कॉलेज में पढ़ता था। संपत नेशनल लेवल डीकैथलॉन (हर्डल रेस) सिल्वर मेडलिस्ट भी रह चुका है। जिसमें उसे कई अवॉर्ड भी मिले। वह पढ़ाई में अच्छा था और उसकी कद-काठी भी अच्छी थी। उसके पिता की इच्छा थी कि ग्रेजुएशन के बाद वह पुलिस में भर्ती हो जाए। कॉलेज में लॉरेंस का जूनियर संपत नेहरा डीएवी कॉलेज में लॉरेंस का जूनियर था। जहां वह लॉरेंस वाले छात्र संगठन स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) से भी जुड़ा रहा। संपत स्टूडेंट पॉलिटिक्स में भी काफी एक्टिव रहता था। इसी दौरान वह कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के संपर्क में आया। इसी बीच उनका किसी छात्र नेता से झगड़ा हो गया। जिसके बाद उनकी क्राइम की दुनिया में एंट्री की नींव पड़ी। कार लूट केस में गिरफ्तार हुआ, कस्टडी से भागा संपत नेहरा के स्टूडेंट से गैंगस्टर बनने की शुरुआत जनवरी 2016 में हुई। जब वह बंदूक की नोक पर कार लूटने के केस में गिरफ्तार हुआ। इसके बाद जून, 2017 को वह साथी कैदी के साथ पुलिसकर्मी की आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर फरार हो गया था। इसके बाद वह लॉरेंस का
Dainik Bhaskar संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन आज:अडाणी मामले में हंगामे के आसार, पहले दिन राज्यसभा में धनखड़-खड़गे के बीच बहस हुई थी
संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। अडाणी मामले और यूपी के संभल में हुए दंगे पर दोनों सदनों में हंगामे के आसार हैं। सोमवार को सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जमकर बहस हुई थी। दरअसल धनखड़ ने खड़गे से कहा कि हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं। उम्मीद है आप इसकी मर्यादा रखेंगे। इस पर खड़गे ने जवाब दिया कि इन 75 सालों में मेरा योगदान भी 54 साल का है, तो आप मुझे मत सिखाइए। इस पर धनखड़ ने कहा- मैं आपको इतना सम्मान देता हूं और आप ऐसा बोल रहे हैं। मुझे दुख पहुंचा है। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। उधर लोकसभा की कार्यवाही भी पूरी नहीं हो सकी। विपक्ष के नेता अडाणी मुद्दे पर हंगामा करते रहे। सदन को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र में कुल 16 बिल, 11 पर चर्चा, 5 मंजूरी के लिए पेश होंगे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 16 विधेयक पेश किए जाने हैं। इनमें से 11 विधेयक चर्चा के लिए रखे जाएंगे। जबकि 5 कानून बनने के लिए मंजूरी के लिए रखे जाएंगे। वन नेशन वन इलेक्शन के लिए प्रस्तावित विधेयकों का सेट अभी सूची का हिस्सा नहीं है, हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार इसे सत्र में ला सकती है। वहीं, राज्यसभा बुलेटिन में कहा गया है कि लोकसभा से पारित एक अतिरिक्त विधेयक भारतीय वायुयान विधेयक राज्यसभा में मंजूरी के लिए लंबित है। वक्फ बिल पर बनी JPC के सदस्यों ने मांगा और समय वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त समिति के 29 नवंबर को संसद में अपनी रिपोर्ट पेश करने की उम्मीद है, लेकिन यह तभी संभव है जब वह मानसून सत्र में दी गई समय सीमा का पालन करती है। JPC को सत्र के पहले हफ्ते के आखिरी दिन अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने पैनल को अपनी रिपोर्ट देने के लिए समय बढ़ाने की मांग की है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू का कहना है कि JPC का कार्यकाल बढ़ाने का प्रावधान है, लेकिन अभी तक इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। इस पर चर्चा कार्य मंत्रणा समिति में होनी चाहिए। JPC ने 22 अगस्त से लेकर अब-तक 25 बैठकें की हैं। इनमें 123 हितधारकों से सुझाव लिए गए हैं, जिनमें 6 मंत्रालय, 8 वक्फ बोर्ड और 4 अल्पसंख्यक आयोग शामिल हैं। वक्फ एक्ट, 1995 को वक्फ संपत्तियों को रेगुलेट करने के लिए ब
Dainik Bhaskar आज तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है 'फेंगल' तूफान:चेन्नई समेत कई जिलों में भारी बारिश, चार जिलों में NDRF की टीमें तैनात
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान फेंगल आज तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है। तूफान के चलते मंगलवार को राज्य के कई शहरों में मध्यम से भारी बारिश हुई। इनमें चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, कुड्डालोर, नागापटि्टनम शामिल थे। बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भरने से ट्रैफिक प्रभावित हुआ, जबकि चेन्नई में 7 फ्लाइट ने देरी से उड़ान भरी। तूफान की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाई-लेवल बैठक की और NDRF और स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स को तिरुवरुर, मयिलादुथुरई, नागापटि्टनम और कुड्डालोर जिले में तैनात करने के आदेश दिए। तूफान के चलते दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका, तमिलनाडु, पुडुचेरी के तटों के पास 26 नवंबर से 29 नवंबर तक हवा की गति 65 किमी/घंटा तक पहुंचने की संभावना है, जो बढ़कर 75 किमी/घंटा तक भी जा सकती है। रिलीफ सेंटर्स में सभी जरूरी चीजें रखने का निर्देश जिन जिलों के तूफान से प्रभावित होने की आशंका है, उनके कलेक्टर्स ने मुख्यमंत्री को बताया कि पर्याप्त संख्या में रिलीफ कैंप और मेडिकल टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है और सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। स्टालिन ने सभी अधिकारियों को आदेश दिया है रिलीफ सेंटर्स में सभी जरूरी चीजों को उपलब्ध कराया जाए और तूफान आने के पहले ही निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया जाए। मछुआरों को तीन दिन तटीय क्षेत्रों से दूर रहने को कहा गया मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 29 नवंबर तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, श्रीलंका और तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में न जाएं। 27 से 29 नवंबर तक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी मछली पकड़ने से बचें। समुद्र में मौजूद मछुआरों को तुरंत किनारे लौटने की सलाह दी गई है। सऊदी अरब ने दिया तूफान को 'फेंगल' नाम इस तूफान का नाम 'फेंगल' सऊदी अरब की तरफ से प्रस्तावित किया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जो भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण है। यह शब्द वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता को दर्शाता है। चक्रवातों के नामों का चयन करते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि नामों का उच्चारण आसान हो, वे याद रखने में सरल हों, और सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष ह
Dainik Bhaskar रिजल्ट के 4 दिन बाद भी महाराष्ट्र CM तय नहीं:भाजपा के पर्यवेक्षक महाराष्ट्र जाएंगे, विधायकों से चर्चा करके मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करेंगे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के 4 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो सका। इसके लिए भाजपा आज यहां पर्यवेक्षक भेजेगी, जो विधायकों से रायशुमारी करके सीएम के नाम का ऐलान करेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा। इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। विधानसभा का कार्यकाल भी मंगलवार (26 नवंबर) को खत्म हो गया। नए सीएम के शपथ की तारीख जब तक तय नहीं होती, तब तक शिंदे ही कार्यवाहक CM रहेंगे। शिंदे 28 जून 2022 से 26 नवंबर 2024 तक CM रहे हैं। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए मुख्यमंत्री के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम लगभग फाइनल हो चुका है। फडणवीस के CM बनने पर नई सरकार में पहले की ही तरह दो डिप्टी CM होंगे। NCP की ओर से अजित पवार और शिवसेना की ओर से शिंदे किसी नए विधायक का नाम आगे कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, नई सरकार का एजेंडा तय करने के लिए तीनों दलों की एक कमेटी बनाई जा सकती है, जिसके मुखिया एकनाथ शिंदे हो सकते हैं। हालांकि शिवसेना प्रवक्ता कृष्ण हेगड़े ने इससे इनकार किया। महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़े अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए...
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:4 दिन बीते, महाराष्ट्र CM तय नहीं; कांग्रेस प्रोग्राम में राहुल का माइक बंद; लॉरेंस ने बादशाह के क्लब के बाहर ब्लास्ट कराया
नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी रही, नतीजे आने के 4 दिन बाद भी CM का चेहरा फाइनल नहीं हो पाया है। एक खबर कांग्रेस सांसद राहुल से जुड़ी रही, एक कार्यक्रम के दौरान उनका माइक बंद हो गया। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. रिजल्ट के 4 दिन बाद भी महाराष्ट्र CM तय नहीं, BJP मुख्यमंत्री चुनने के लिए ऑब्जर्वर भेजेगी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के 4 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया है। BJP महाराष्ट्र में ऑब्जर्वर भेजेगी, जो विधायकों से राय लेकर CM के नाम का ऐलान करेंगे। उधर, दिल्ली में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और नाना पटोले ने मीटिंग की। इसमें महाराष्ट्र में कांग्रेस के हार के कारणों की समीक्षा हुई। शिंदे खुद डिप्टी CM का पद नहीं लेंगे: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए मुख्यमंत्री के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम लगभग फाइनल हो चुका है। फडणवीस के CM बनने पर नई सरकार में पहले की ही तरह दो डिप्टी CM होंगे। NCP से अजित पवार और शिवसेना की ओर से शिंदे किसी नए MLA का नाम आगे कर सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. कांग्रेस के प्रोग्राम में राहुल का माइक बंद, बोले- जो दलितों की बात करेगा, उसका माइक बंद होगा राहुल गांधी की स्पीच के दौरान उनका माइक बंद हो गया। 6 मिनट बाद ऑन हुआ तो राहुल ने कहा, 'जो दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की बात करता है, उसका माइक बंद हो जाता है। हिंदुस्तान की 90% आबादी इन्हीं वर्गों से है। माइक जितना ऑफ करना है करो, मुझे जो बोलना है, मैं बोलूंगा।' BJP ने राहुल पर आरोप लगाए: देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में मंगलवार को विशेष कार्यक्रम हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, PM मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और राहुल गांधी भी मौजूद रहे। इसके बाद BJP ने राहुल के दो वीडियो पोस्ट किए। BJP ने कहा, 'राहुल इतने अहंकारी हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति का अभिवादन तक नहीं किया। वह आदिवासी समुदाय से आती हैं।' पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया, इनमें से एक क्लब रैपर बादशाह का लॉरेंस गैंग ने चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर धमाके कराए। ब्लास्ट सेविले बार एं
Dainik Bhaskar मणिपुर में उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू:सीएम बीरेन सिंह बोले- जिरीबाम में 6 लोगों के हत्यारों को पकड़ने तक अभियान जारी रहेगा
मणिपुर सरकार ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर ऑपरेशन लॉन्च किया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि जिरीबाम जिले में अपहरण कर मारे गए तीन बच्चों और तीन महिलाओं के हत्यारों को पकड़ने के लिए पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 7 और 11 नवंबर को जिरीबाम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद CRPF की दो कंपनियों को वहां भेजा गया था। इसके तुरंत बाद ही पांच अतिरिक्त कंपनियों को वहां तैनात किया गया। बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ आरोपियों की पहचान की गई है। जब तक गुनहगारों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं किया जाता है, ऑपरेशन जारी रहेगा। बीरेन सिंह की 4 प्रमुख बातें... 1. हम जनता को बताना चाहते हैं कि मौजूदा हालात में हम हम मीडिया के जरिए आपको जानकारी नहीं दे पाएंगे। कई ऐसे मौके रहे हैं, जब सरकार ने सार्वजनिक तौर पर कोई ऐलान किया है और उसका फायदा उठाकर हमारे अभियानों को रोकने की कोशिश की गई है और हमारे लिए मुश्किलें खड़ी की गई हैं। 2. राज्य के मुद्दे बहुत उलझे हुए हैं। यहां बाहरी ताकतों का भी दखल है, जिसके बारे में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेताओं और गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी करके बताया है कि जिरीबाम में हुई सभी छह हत्याओं (3 महिला और 3 बच्चे) और जायरोकपोकपी में अन्य महिला की मौत, CRPF पर उग्रवादियों के हमले और परिणामस्वरूप 10 उग्रवादियों की मौत के केस को एजेंसी ने दोबारा दर्ज किया है। 3. मैं लोगों अपील करना चाहता हूं कि अपना संयम बनाए रखें क्योंकि ये बहुत ही गंभीर स्थिति है और भावनाओं के आधार पर इसका समाधान नहीं निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में दोबारा AFSPA लगाया गया है, उनकी सरकार उन इलाकों से AFSPA हटाने की मांग करती रहेगी। 4. हमारी सरकार के सामने इस वक्त जो चुनौतियां हैं, उन्हें कुछ संगठन गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। ये चुनौतियां हमारे सामने इसलिए आई हैं, क्योंकि हमने यहां के लोगों को अवैध प्रवासियों और ड्रग्स से बचाने की कोशिश की। हम इन मुद्दों पर कभी समझौता नहीं करेंगे। जिरीबाम से अगवा किए गए 6 लोगों में से 3 की पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट सामने आई 11 नवंबर को जिरीबाम में सुरक्षाबलो
Dainik Bhaskar बेंगलुरु में शख्स ने चाकू मारकर गर्लफ्रेंड की हत्या की:एक दिन लाश के साथ रहा; पुलिस को शक- बॉडी के टुकड़े करना चाहता था आरोपी
बेंगलुरु में एक शख्स ने चाकू मारकर अपनी गर्लफ्रेंड का मर्डर किया और एक दिन उसकी डेडबॉडी के साथ रहा। घटना इंदिरानगर के एक सर्विस अपार्टमेंट की है। मृतक लड़की का नाम माया गोगोई डेका (19) है, जबकि संदिग्ध आरोपी का नाम आरव हनोय (21) है। विक्टिम असम की रहने वाली थी, जबकि आरोपी केरल के कन्नूर का रहने वाला है। दोनों ने मिलकर तीन दिन के लिए इस सर्विस अपार्टमेंट को बुक किया था, जहां उसने गर्लफ्रेंड का मर्डर किया। रात में हत्या करके एक दिन बॉडी के साथ रहा आरोपी पुलिस के मुताबिक, माया 23 नवंबर को अपने बॉयफ्रेंड से मिलने इस सर्विस अपार्टमेंट आई थी। पुलिस को संदेह है कि हत्या 24 नवंबर की रात हुई, और आरव हनोय ने शव के साथ अगले दिन तक समय बिताया। मंगलवार सुबह 8:20 बजे वह अपार्टमेंट छोड़कर कैब से गया और फोन बंद कर दिया। उसके यहां से जाने के बाद जब हाउसकीपिंग स्टाफ कमरे को साफ करने पहुंचा तो गेट लॉक था और उसमें से बदबू आ रही थी। जब स्टाफ ने गेट खोला तो बेड पर लड़की की बॉडी बरामद हुई। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस यहां डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ पहुंची। पुलिस को शक- प्लानिंग करके की गई हत्या, बॉडी के टुकड़े करने वाला था पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि माया गोगोई डेका के शरीर पर कई बार चाकू के घाव और सिर में चोट के निशान थे, लेकिन मौत का मुख्य कारण सीने में गहरा घाव माना जा रहा है। पुलिस ने CCTV फुटेज चेक किया, जिसमें 23 नवंबर से 26 नवंबर के दौरान अपार्टमेंट में कोई दाखिल होता नजर नहीं आया। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि यह हत्या पहले से योजना बनाकर की गई थी। पुलिस पता लगा रही है कि आरोपी एक दिन डेडबॉडी के साथ क्यों रहा। पुलिस इस एंगल की भी जांच कर रही है कि कहीं उसका प्लान बॉडी के टुकड़े करके उन्हें कहीं ठिकाने लगाने का तो नहीं था।
Dainik Bhaskar मोदी बोले- संविधान ने आपातकाल देखा और इसका सामना किया:ये इसकी ताकत, आज जम्मू-कश्मीर में पहली बार संविधान दिवस मनाया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने यहां भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 जारी की। पीएम ने अपने संबोधन में कहा- हमने देश में आपातकाल देखा है। हमारे संविधान ने लोकतंत्र के सामने आई इस चुनौती का सामना किया है। ये संविधान की ही ताकत है कि आज जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू हो रहा है। आज पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये भारतीय संविधान का 75वां वर्ष है। ये देश के लिए बहुत गर्व की बात है। मैं संविधान और संविधान सभा के सभी सदस्यों को नमन करता हूं। हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी बरसी है। पीएम ने कहा- जिन लोगों ने इस हमले में अपनी जान गंवाई। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं देश के संकल्प को भी दोहराना चाहता हूं कि भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले सभी आतंकवादी संगठनों को करारा जवाब मिलेगा। कार्यक्रम की 2 तस्वीरें... पीएम के संबोधन की मुख्य बातें... संविधान दिवस एक मंच पर दिखे मोदी-राहुल, संविधान अब संस्कृत और मैथिली में भी मंगलवा को ही देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम हुआ। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद रहे थे। आयोजन की थीम हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान रखी गई थी। आयोजन में पहली बार PM नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक साथ एक ही मंच पर बैठे नजर आए। इनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, राज्यसभा के डिप्टी स्पीकर हरिवंश भी थे। संविधान अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया गया। संस्कृत और मैथिली में संविधान की प्रतियां भी जारी की गईं। 2 किताबों 'भारतीय संविधान का निर्माण: एक झलक' और 'भारतीय संविधान का निर्माण और इसकी गौरवशाली यात्रा' का विमोचन किया गया। पूरी खबर पढ़ें... ............................................... संविधान से जुड़ी अन्य खबरें... संविधान रक्षक कार्यक्रम में राहुल गांधी बोले- जो दलितों की बात करेगा, उसका माइक बंद होगा राहुल गां
Dainik Bhaskar सीनियर आर्मी अफसर की रिपोर्ट- महिला COs बहुत शिकायती:ईगो प्रॉब्लम, मनमाने फैसले; पुरुषों जैसी ट्रेनिंग नहीं इसलिए जूनियर्स की प्रॉब्लम नहीं समझतीं
भारतीय सेना के एक सीनियर अधिकारी ने महिला कमांडिंग अफसरों (COs) के कामकाज के रिव्यू के बाद कहा कि वे बहुत ज्यादा शिकायत करती हैं। मीडिया में ये रिपोर्ट 26 नवंबर को सामने आई है। दावा किया गया है कि इस रिपोर्ट को 17 कॉर्प्स में टेन्योर खत्म कर चुके लेफ्टिनेंट जनरल राजीव पुरी ने बनाया है, जिसे 1 अक्टूबर को ईस्टर्न कमांड के कमांडर-इन-चीफ को एक खत के रूप में भेजा गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला COs में ईगो प्रॉब्लम रहती है। वे छोटी-छोटी बात का सेलिब्रेशन करती हैं। जूनियर्स के लिए उनका व्यवहार 'टॉक्सिक' रहता है। ये रिपोर्ट सामने आने के बाद आर्मी के भीतर और बाहर चर्चा शुरू हो गई है। रिपोर्ट में महिला COs पर 00 ऑब्जर्वेशन, पहले सेना में उनकी मौजूदगी ग्राफिक्स में जान लीजिए... रिपोर्ट में महिला COs पर 5 फीडबैक 1. महिला कमांडर कम संवेदनशील रिपोर्ट में कहा गया, "महिला CO अपने अधिकारियों, जूनियर्स और जवानों के लिए कम संवेदनशील होती हैं। ज्यादातर महिला कमांडर अपने और जूनियर के बीच किसी भी मतभेद को अपने आदेश की अवहेलना मानती हैं। अपनी टीम से बातचीत किए बिना खुद ही सारे निर्णय लेने पर यकीन करती हैं। वे अपने काम करने के तरीके पर ही ज्यादा जोर देती हैं।" 2. जूनियर्स के लिए ठीक व्यवहार नहीं रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला कमांडर ने अपने सूबेदार मेजर (SM) को आदेश दे रखा था कि वे जब भी आए, SM ही उनकी गाड़ी का दरवाजा खोले। जब तक SM दरवाजा खोलने नहीं आता, वह महिला अधिकारी अपनी गाड़ी में ही बैठी रहती हैं। 3. जूनियर के काम का श्रेय लेती हैं COs लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने लेटर में लिखा, "कई मौकों पर महिला COs अपने जूनियर्स को अपमानजनक तरीकों से भी संबोधित करती हैं, जिसके चलते कई यूनिटों का माहौल खराब हुआ है। वे जूनियर्स के कामों का श्रेय लेती हैं।" 4. पुरुषों जैसी ट्रेनिंग नहीं इसीलिए परेशानी रिपोर्ट में कहा गया, "पुरुष अधिकारी CO के पद पर आने से पहले कड़ी ट्रेनिंग से होकर गुजरते हैं। वे कई तरह के कोर्स कर चुके होते हैं। महिलाओं को इतने मौके नहीं मिलते। महिलाओं को पुरुषों की तरह हाई प्रेशर का अनुभव भी नहीं होता। इसके चलते उन्हें अपने जूनियर्स की समस्याओं और उनकी स्थिति का अंदाजा नहीं होता। वे उन्हें बेहतर नहीं समझ पाती।" 5. महिला-पुरुष में भेदभाव किए बिना पावर दी जाए लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने
Dainik Bhaskar एअर इंडिया फ्लाइट में पेशाब करने का मामला:सुप्रीम कोर्ट बोला- उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त गाइडलाइन बने, केंद्र का जवाब- ऐसा हो चुका है
सुप्रीम कोर्ट ने एअर इंडिया फ्लाइट में 2022 में हुई पेशाब कांड मामले को को लेकर केंद्र और DGCA को गाइडलाइंस बनाने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रचनात्मक कदम उठाने की जरूरत है। केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रहीं सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि DGCA ने नए सर्कुलर जारी कर दिए हैं और गाइडलाइंस अपडेट कर दी गई हैं। हालांकि, याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि DGCA के नियमों में कुछ सुधार की ज़रूरत है। दरअसल, आरोपी शंकर ने 26 नवंबर 2022 को न्यूयॉर्क से दिल्ली जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट में नशे में एक महिला पर पेशाब की थी। इस घटना पर एयरलाइन ने कोई एक्शन नहीं लिया। बुजुर्ग महिला ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन से शिकायत की, तब जाकर एयरलाइन के अफसर एक्टिव हुए और दिल्ली पुलिस में FIR कराई। 42 दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, जनवरी 2023 में ही दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी शंकर मिश्रा को जमानत दे दी थी। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई जस्टिस बी.आर. गवई और के.वी. विश्वनाथन की बेंच कर रही है। जस्टिस विश्वनाथन ने अपना अनुभव शेयर किया सुनवाई के दौरान जस्टिस के.वी. विश्वनाथन ने एक फ्लाइट में उनके साथ हुए बुरे अनुभव को शेयर किया। उन्होंने बताया हमारी फ्लाइट में दो यात्री नशे में थे। एक वॉशरूम में जाकर सो गया और दूसरा बाहर उल्टी करता रहा। पूरे 30-35 मिनट तक हंगामा होता रहा और फीमेल क्रू स्थिति को संभाल नहीं सकीं। बाद में एक पैसेंजर ने दरवाजा खोलने में मदद की। महिला की मांग- ऐसी घटनाओं को रोका जाए महिला ने मांग की है कि केंद्र, DGCA और सभी एयरलाइंस SOP तैयार करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से यात्री को दोबारा मानसिक आघात न हो, इसका भी ख्याल रखा जाए। आरोपी की यात्रा को 4 महीने के लिए बैन किया गया था एअर इंडिया ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी, जिसने शंकर के इस एयरलाइन की फ्लाइट में ट्रैवल करने पर 4 महीने के लिए बैन लगा दिया था। इसके बाद आरोपी शंकर मिश्रा के वकील अक्षत बाजपेई ने एयरलाइन के इस फैसले पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि उनके मुवक्किल शंकर कमेटी के फैसले से असहमत हैं। हम इसके खिलाफ एक्शन लेंगे। इस मामले में अब तक क्या हुआ? 26 नवंबर 2022: एअर इंडिया की न्यूयॉर्क-
Dainik Bhaskar बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग वाली याचिका खारिज:सुप्रीम कोर्ट बोला- चंद्रबाबू नायडू, जगन रेड्डी जब चुनाव जीतते हैं तो EVM से छेड़छाड़ नहीं होती?
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इलेक्शन में फिजिकल पेपर बैलेट वोटिंग सिस्टम को दोबारा शुरू करने की मांग करने वाली याचिका खारिज की। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने ये फैसला सुनाया। याचिकाकर्ता केए पॉल ने कहा- चंद्रबाबू नायडू और वाईएस जगन मोहन रेड्डी जैसे नेताओं ने भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ पर सवाल उठाए हैं। इस पर बेंच ने कहा, 'चंद्रबाबू नायडू या जगन मोहन रेड्डी जब चुनाव हारते हैं तो वे कहते हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ होती है और जब वे जीतते हैं तो वे कुछ नहीं कहते हैं' बेंच ने कहा कि हम इसे कैसे देख सकते हैं। हम इसे खारिज कर रहे हैं। ये वो जगह नहीं है जहां आप इस सब पर बहस करें। बेंच ने केए पॉल से कहा कि आप इस राजनीतिक क्षेत्र में क्यों आ रहे हैं? आपका कार्य क्षेत्र बहुत अलग है। पॉल ऐसे संगठन के अध्यक्ष हैं, जिसने 3 लाख से अधिक अनाथों और 40 लाख विधवाओं का रेस्क्यू किया है। मेरिका जैसे देशों में भी बैलेट पेपर से वोटिंग पॉल ने कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। अमेरिका जैसे देशों में भी बैलेट पेपर से वोटिंग होती है। हमें इसे फॉलो करना चाहिए। ईवीएम लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। एलन मस्क भी ईवीएम से छेड़छाड़ की चिंता जताई है। कम से कम 5 साल के अयोग्य हो उम्मीदवार याचिकाकर्ता केए पॉल ने बेंच से चुनाव आयोग को निर्देश देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान वोटर्स को पैसा, शराब और दूसरी चीजों का लालच देने का दोषी पाए जाने पर ऐसे उम्मीदवारों को कम से कम पांच साल के लिए अयोग्य घोषित किया जाए। 17 अक्टूबर: हरियाणा चुनाव से जुड़ी कांग्रेस की याचिका खारिज हुई थी 16 अक्टूबर को कांग्रेस की ओर से प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान 20 सीटों पर वोटिंग-काउंटिंग में गड़बड़ी के आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि चुनाव आयोग ने EVM से हरियाणा में चुनाव कराए हैं। उसी के आधार पर रिजल्ट भी घोषित किए। मगर, कुछ EVM 99 प्रतिशत बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80 प्रतिशत से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं। कुछ EVM में काउंटिंग वाले दिन भी 99 प्रतिशत बैटरी थीं। 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि ऐसी याचिका दायर