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Dainik Bhaskar लखनऊ से जा रही डबल डेकर पलटी, 6 की मौत:आगरा एक्सप्रेस-वे पर ट्रक से टकराई, कई यात्री बस के नीचे दबे; 40 घायल

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में शुक्रवार दोपहर डबल डेकर बस एक्सप्रेस-वे पर खड़े ट्रक से टकराकर पलट गई। हादसा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुआ। हादसे में 6 लोगों की मौके पर मौत हो गई। 40 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद कई सवारियां बस के नीचे दब गईं। हादसा सकरावा और सौरिख थाने के बीच हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया है। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रक भी कई मीटर घिसटने के बाद पलट गया। बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। जब ये हादसा हुआ तब, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का काफिला एक्सप्रेस-वे से गुजर रहा था। हादसा देखकर वो मौके पर रुक गए। पुलिसकर्मियों को जल्द घायलों को अस्पताल पहुंचाने को कहा। हादसे की तस्वीरें देखें- बस कैसे भिड़ी, कुछ समझ नहीं आया.... घायल यात्री ने बताया- हम लोग लखनऊ से बैठे थे। पूरी बस भरी हुई थी। मैं अपनी सीट पर बैठा था। अचानक से बस कैसे भिड़ी, कुछ समझ नहीं आया। लोगों को बहुत चोट आई है। स्थानीय लोगों की मदद से हम लोग बाहर निकल पाए। दूसरे घायल यात्री ने बताया- मैं लखनऊ के आलमबाग का रहने वाला हूं। लखनऊ-आगरा हाईवे पर बस किसी चीज से टकराई। हम लोगों को पता नहीं चल पाया है। ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर मैं लेटा था। अचानक से बस भिड़ी है। बस किसी तरह से हम लोग बचे हैं। बस में लगभग 100 लोग सवार थे। लोगों को काफी चोट आई है। कुछ तो बस के नीचे दबे हुए थे। मंत्री बोले- एसपी को बुलाया है, वो मौके पर आ रहे मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया- एसपी को बुलाया है। वो मौके पर आ रहे हैं। डॉक्टरों की टीम भी आ रही है। सभी घायलों को इलाज के लिए भेज दिया गया है। इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है... ------------------------------- हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- पीलीभीत में कार खाई में गिरी, 6 की मौत यूपी के पीलीभीत में बेकाबू अर्टिगा कार खाई में गिर गई। इसके बाद पेड़ से टकरा गई। टक्कर से पेड़ टूटकर कार पर गिर गया, जिससे कार सवार दब गए। हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। 4 घायल हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पढ़ें पूरी खबर

Dainik Bhaskar उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को कहा- किसान के लाड़ले:मुंबई में मंच से पूछा था- किसानों से किए वादे क्यों नहीं पूरे किए

दो दिन पहले मुंबई में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भरे मंच पर किसानों से किए वादों को लेकर सवाल पूछने वाले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अब उन्हें नया नाम दिया है। संसद की कार्यवाही के दौरान उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को 'किसान के लाड़ले' कहा है। शुक्रवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कृषि मंत्री को ये नाम तब दिया, जब कृषि मंत्रालय से संबंधित सवाल पूछे जा रहे थे। उन्होंने शिवराज सिंह से कहा कि मैंने आज आपका नामांकन कर दिया है। दरअसल, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने संसद में सवाल उठाया कि कई किसान संगठन संसद मार्च कर रहे हैं। तीन दिन पहले एक उच्च संवैधानिक पदाधिकारी ने किसानों का दर्द जनता के सामने रखा। उसी पर जानना चाहता हूं कि सरकार क्या कर रही है और कृषि मंत्री की क्या राय है। शिवराज सिंह को लेकर ये बोले उपराष्ट्रपति जयराम रमेश की बात सुनकर धनखड़ ने कहा ये कुछ भी रिकॉर्ड नहीं होगा। फिर उन्होंने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर कहा- मंत्री जी आते-जाते समय मेरे साथ थे। मैंने मंत्री जी से कहा और मैं आश्वस्त हुआ, जिस आदमी की पहचान देश में लाड़ली के नाम से थी वो किसान का लाड़ला होगा। मैं पूरी तरह आशावान हूं कि ऊर्जावान मंत्री अपने नाम शिवराज के अनुरूप, ये करके दिखाएंगे। आज मैंने आपका नामांकन कर दिया है किसान के लाड़ले। धनखड़ ने कहा- जयराम रमेश से मुझे उम्मीद थी कि वो कोई प्रश्न पूछेंगे। बड़ा अच्छा लगता अगर एक बार भी एडजर्नमेंट मोशन आता। लेकिन एक भी प्रश्न आया नहीं। मुंबई में धनखड़ ने शिवराज से ये क्या पूछा था मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुंबई में केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (CIRCOT) के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में शिवराज सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने शिवराज की ओर इशारा करते हुए कहा- कृषि मंत्री जी, आपका एक-एक पल भारी है। मेरा आपसे आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसान से क्या वादा किया गया था? और जो वादा किया गया ​​था, वह क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? बीते साल भी आंदोलन था, इस साल भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है। हम कुछ नहीं कर रहे हैं। किसान का उत्पाद एमएसपी पर खरीदेंग

Dainik Bhaskar बेंगलुरु में युवक ने लिंगायत संत की मूर्ति खंडित की:बोला- यीशु ने सपने में आकर ऐसा करने का कहा; CCTV से पहचान हुई, गिरफ्तार

बेंगलुरु में पार्सल डिलीवरी करने वाले एक युवक ने लिंगायत संत शिवकुमार स्वामी की मूर्ति खंडित कर दी। उसने मूर्ति के सिर पर बड़ा छेद कर दिया। मूर्ति तोड़ने वाले 37 साल के श्रीकृष्णा ने बताया कि मेरे सपने में जीसस क्राइस्ट आए थे, उन्होंने मूर्ति तोड़ने के लिए कहा। इलाके के लोगों को जब मूर्ति टूटने का पता चला तो उन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार किया। पार्सल डिलीवर करने गया था युवक मूर्ति तोड़ने वाला युवक 30 नवंबर को वीरभद्र नगर में रात 1:30 बजे पार्सल की डिलीवरी करने पहुंचा था। यहां उसने एक हथौड़े से शिवकुमार स्वामी की मूर्ति तोड़ी। आवाज आने पर आसपास के रेस्टोरेंट वाले बाहर आए। लोगों ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। आरोपी की मानसिक जांच कराई आरोपी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसकी मानसिक जांच कराई। इसकी रिपोर्ट अभी आनी है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है। पुलिस को शक है कि मानसिक संतुलन ठीक न होने के चलते ही उसने मूर्ति तोड़ी। इसमें कोई और उद्देश्य छिपा हुआ नहीं है। बेंगलुरु के मुख्य पादरी ने आरोपी की सफाई को बेबुनियाद बताया बेंगलुरु के मुख्य पादरी डॉ. पीटर ने आरोपी के जीसस के कहने पर मूर्ति तोड़ने के बयान को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसे किसी बहकावे में न आएं। ऐसी किसी भी बात का मकसद सिर्फ सांप्रदायिक तनाव पैदा करना है। कौन है शिवकुमार स्वामी शिवकुमार स्वामी लिंगायत संतों में बहुत सम्मानीय माने जाते हैं। उन्हें 'वॉकिंग गॉड' यानी चलता-फिरता भगवान भी कहा जाता था। 2019 में 111 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। इससे पहले वे 8 साल तक सिद्धगंगा मठ के प्रमुख थे। इस मठ को लिंगायत समुदाय के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। शिवकुमार स्वामी ने 130 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना की थी। उनके स्कूलों में हर जाति और धर्म के बच्चे पढ़ते हैं। शिवकुमार स्वामी हर समुदाय के लोगों की सेवा करते थे। वे कई अनाथ बच्चों का ध्यान रखते और अपने आवासीय स्कूलों में पढ़ाते थे। उन्हें 2007 में कर्नाटक रत्न पुरस्कार और 2015 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ----------

Dainik Bhaskar दिल्ली में दिसंबर में पहली बार पारा 10° से नीचे:मध्यप्रदेश-राजस्थान में ठिठुरन बढ़ी; श्रीनगर में तापमान माइनस 4.1°; हिमाचल में 2 दिन बाद बारिश-बर्फबारी

देश के उत्तर पश्चिम से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण राजधानी दिल्ली में दिसंबर में पहली बार तापमान 10° से नीचे रिकॉर्ड हुआ। शुक्रवार सुबह तापमान गिरकर 8.5° सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि 10 दिसंबर तक तापमान में 6° तक गिर सकता है। उधर, ठंडी हवाओं का असर मध्यप्रदेश, राजस्थान में भी दिखा। 7 दिसंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पहाड़ों पर मौसम बदल सकता है। बर्फबारी भी हो सकती है। इससे मैदानी राज्यों में तापमान 10° डिग्री से नीचे पहुंचने की संभावना है। इधर, कश्मीर में तापमान माइनस में चला गया, जिससे घाटी के अधिकांश इलाकों में मौसम की सबसे ठंडी रात रिकॉर्ड की गई। श्रीनगर में पारा माइनस 4.1° और काजीगुंड में भी माइनस 4.4° से नीचे दर्ज किया गया। जम्मू संभाग के कुछ मैदानी और पहाड़ी इलाकों में 8 दिसंबर से 9 दिसंबर तक हल्की बारिश या हल्की बर्फबारी की संभावना है। राज्यों के मौसम की खबरें... राजस्थान : ठंडी हवा से गिरेगा पारा, 3 डिग्री तक पहुंच सकता है रात का तापमान राजस्थान में उत्तर से आने वाली हवा के असर से तापमान नीचे आ गया है। इससे गुरुवार को सीकर हिल स्टेशन माउंट आबू से भी ज्यादा ठंडा रहा। यहां तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 7 दिसंबर से उत्तर भारत में एक स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिर्स्टबेंस एक्टिव होगा। इसी सिस्टम के असर से राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी जिलों में 8-9 दिसंबर को हल्के बादल भी छा सकते हैं। इसके आगे बढ़ने के बाद 10-11 दिसंबर से राजस्थान में सर्दी और तेज होगी। पढ़ें पूरी खबर... मध्यप्रदेश : 2 दिन बाद फिर तेज ठंड का दौर, 8 दिसंबर को बारिश के आसार प्रदेश में 7 और 8 दिसंबर से मौसम फिर बदलेगा। रात में तेज ठंड का दौर शुरू होगा, जबकि पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से पूर्वी हिस्से में बारिश होने की संभावना है। पढ़ें पूरी खबर... छत्तीसगढ़ : 16 जिलों में बारिश का अलर्ट, 8 दिसंबर को बदलेगा मौसम प्रदेश में 8 दिसंबर को 16 जिलों में बारिश के आसार जताए गए हैं। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण बस्तर संभाग के जिलों में कल (शनिवार) से पानी बरस सकता है। वहीं सरगुजा संभाग के जिलों में मौसम ड्राई रहेगा जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर

Dainik Bhaskar पंजाब में अकाली दल कोर कमेटी की बैठक आज:कार्यकारी प्रधान भूंदड़ करेंगे अध्यक्षता, सुखबीर बादल पर हमले पर होगी चर्चा

पंजाब के अमृतसर में सुखबीर सिंह बादल पर हमले की नाकाम कोशिश के बाद शिरोमणि अकाली दल ने आज चंडीगढ़ में कोर कमेटी की बैठक बुलाई है। यह बैठक आज दोपहर करीब साढ़े तीन बजे शुरू होगी। बैठक की अध्यक्षता कोर कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। देखना यह है कि इस बैठक में बागी गुट के नेता भी शामिल होंगे या नहीं। श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से अकाली दल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने के बाद यह पहली बैठक है। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल सरकार के दौरान हुई घटनाओं पर चिंता जताते हुए अकाली दल को फटकार लगाई थी। इतना ही नहीं, अगले 6 महीने में नया अकाली दल बनाने और इस दौरान नियमानुसार नए चेहरे चुनने के आदेश दिए थे। सुखबीर बादल पर हमले पर होगी चर्चा गौरतलब है कि सुखबीर बादल को 10 दिनों तक 5 गुरुद्वारों में सेवा करनी है और अभी चौथा दिन ही है। अमृतसर में सेवा करते हुए दूसरे दिन स्वर्ण मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थक नारायण सिंह चौड़ा ने उन पर गोली चलाई थी। दूसरी ओर, 2 दिसंबर की बैठक से पहले अकाली दल के प्रधान पद से सुखबीर बादल का इस्तीफा कुछ दिनों में स्वीकार किया जाना है और इसकी रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब को भेजी जानी है। उम्मीद है कि इस बैठक में अकाली दल इस पर भी फैसला लेगा और इस पर विचार करेगा कि इसे कैसे किया जाए। दागी-बागी पक्षों को एक साथ चलना होगा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने आदेश दिया था कि बैठक के बाद दागी और बागी दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ मिलकर अकाली दल के लिए काम करेंगे। अब देखना होगा कि इस बैठक में बागी गुट के कौन-कौन से नेता पहुंचेंगे। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली- 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी- श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बा

Dainik Bhaskar वेणुगोपाल के लेटर से अटका मंत्रालय का बंटवारा:मंत्रियों के विभाग बंटने से पहले कांग्रेस नेता की चिट्ठी वायरल; अब आज बंटेगा

हेमंत सोरेन के सीएम बनने के 7 दिन बाद गुरुवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, लेकिन विभाग का बंटवारा नहीं हो सका है। इसका मुख्य कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की कथित चिट्‌ठी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता की कथित चिट्ठी ने सारा खेल बिगाड़ा और विभागों का बंटवारा होते-होते रह गया। दरअसल, वेणुगोपाल ने सीएम हेमंत सोरेन के नाम चिट्‌ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने साफ लिखा कि कांग्रेस के किस मंत्री को कौन-सा विभाग दिया जाए। इस चिट्‌ठी की कॉपी प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश को भी भेजी गई। प्रदेश अध्यक्ष ने चिट्‌ठी मिलने की पुष्टि भी की। सूत्रों के मुताबिक, चिट्‌ठी के वायरल होने के बाद सरकार के भीतर ही चर्चा होने लगी। कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। इसके बाद कांग्रेस ने ही सीएम को विभागों का बंटवारा नहीं करने का सुझाव दिया। बताया जा रहा है कि अब मंत्रियों के विभागों में फेरबदल करके विभागों का बंटवारा किया जाएगा। आज विभागों का बंटवारा संभव गुरुवार देर रात चल ऊहापोह की स्थिति बनी रही। इधर, आज हेमंत कैबिनेट की बैठक तीन बजे से होने वाली है। संभावना है कि कांग्रेस के विभागों में फेरबदल हो सकता है। किसे कौन सा विभाग दिया जाए, इस पर मंथन जारी है। संभावना है कि आज विभागों का बंटवारा हो जाए। वायरल पत्र के मुताबिक, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सीएम हेमंत सोरेन को जिन विभागों को कांग्रेस को देने को कहा है, वे सारे विभाग कांग्रेस के खाते के हैं, जो उन्हें पिछली सरकार में मिले थे। किन्हें कौन सा विभाग देने का सुझाव मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा संथाल को जगह हेमंत सोरेन की कैबिनेट में सबसे ज्यादा संथाल प्रमंडल को जगह मिली है। सीएम खुद संथाल परगना क्षेत्र के बरहेट से विधायक हैं। इसके अलावा हफीजुल हसन, इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह और संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया गया है। उत्तरी छोटानागपुर से योगेंद्र प्रसाद और सुदिव्य कुमार सोनू को मंत्री बनाया गया है। दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की बात करें तो यहां से चमरा लिंडा और शिल्पी नेहा तिर्की, कोल्हान प्रमंडल से रामदास सोरेन और दीपक बिरुआ को मंत्री बनाया गया है। वहीं, पलामू प्रमंडल से एकमात्र मंत्री राधा कृष्ण किशोर हैं। ये भी जानना जरूरी मंत्रिमंडल में जेएमएम ने सब

Dainik Bhaskar BPSC अभ्यर्थियों पर फिर लाठीचार्ज, पुलिस ने दौड़ाकर पीटा, VIDEO:​​​​​​​कैंडिडेट्स के सपोर्ट में खान सर; 70वीं PT परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का कर रहे विरोध

पटना में BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ है। 70वीं सिविल सेवा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में हजारों कैंडिडेट्स आयोग कार्यालय के बाहर पहुंचे थे। पुलिस ने अभ्यर्थियों को वहां से जाने को कहा, लेकिन कैंडिडेट्स नहीं माने। उसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। छात्रों को पुलिस ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। पुलिस के खदेड़े जाने के कुछ देर बाद ही कैंडिडेट्स एकबार फिर आयोग के दफ्तर की तरफ बैनर पोस्टर लेकर बढ़ रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि नॉमलाइजेशन लागू नहीं होना चाहिए। वहीं उन्होंने वन शिफ्ट- वन पेपर की मांग की है। दोबारा से बीपीएससी ऑफिस पहुंचे कैंडिडेट्स पर पुलिस ने एकबार फिर लाठीचार्ज किया है। वहीं कैंडिडेट्स ने सड़क पर लिखा- BPSC शर्म करो... नो नॉर्मलाइजेशन। BPSC अभ्यर्थियों को खान सर का भी सपोर्ट मिला है। वो पटना के गर्दनीबाग में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं। लाठीचार्ज से जुड़ी कुछ तस्वीरें देखिए

Dainik Bhaskar बाबरी विध्वंस की बरसी, यूपी में हाईअलर्ट:राम मंदिर पर कमांडो तैनात; मथुरा में शाही ईदगाह पर लड्‌डू गोपाल लेकर पहुंची महिला

यूपी में बाबरी विध्वंस की बरसी और जुमे की नमाज को लेकर हाईअलर्ट है। अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शहर में जगह-जगह ATS कमांडो तैनात हैं। इधर, अखिल भारत हिंदू की मीरा राठौर मथुरा में विवादित स्थल के गर्भ गृह में लड्‌डू गोपाल की स्थापना करने पहुंच गईं। पुलिस ने बैरिकेडिंग करके उन्हें रोक लिया। पुलिस ई-रिक्शे से मीरा को थाने ले गई। फिलहाल, शाही ईदगाह और श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ड्रोन कैमरों से संवेदनशील क्षेत्रों में नजर रख रही है। मुरादाबाद, प्रयागराज, बरेली में भी पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। बाबरी विध्वंस की आज 32वीं बरसी है। 6 दिसंबर, 1992 को आज ही के दिन कारसेवकों ने विवादित ढांचा ढहा दिया था। अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए....

Dainik Bhaskar 70 हजार में मिली डॉक्टरी की फर्जी डिग्री, 14 गिरफ्तार:गुजरात के सूरत में चल रहे गिरोह का भंडाफोड़; 8वीं पास भी इलाज कर रहा था

गुजरात पुलिस ने सूरत से डॉक्टरी की फर्जी डिग्री देने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह पिछले 32 साल से कम पढ़े-लिखे बेरोजगारों को 70 हजार में फर्जी डिग्रियां देने का काम कर रहा था। रजिस्ट्रेशन रीन्यू करवाने के लिए 5 हजार रुपए फीस भी लेता था। इनमें से एक तो 8वीं पास था। वहीं एक फर्जी डॉक्टर शमीम अंसारी भी शामिल है, जिसके गलत इलाज की वजह से कुछ दिन पहले एक बच्ची की मौत हो गई थी। इस मामले में अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के 2 मुख्य आरोपी डॉ. रमेश गुजराती और बीके रावत के पास से पुलिस को सैकड़ों एप्लिके​​​​​​​शन और सर्टिफिकेट मिले हैं। यह गिरोह अबतक 1200 लोगों को फर्जी डॉक्टरी सर्टिफिकेट दे चुका था। पुलिस ने खबर मिलने पर पांडेसरा में 3 क्लीनिक पर छापा मारा। जहां इनके पास से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी के सर्टिफिकेट मिले, जिन्हें सूरत के ही 2 डॉक्टरों ने जारी किया था। इनकी जांच करने पर पता चला कि जो सर्टिफिकेट इन्हें दिया गया था, वह गुजरात सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। पुलिस के साथ छापा मारने गई टीम ने भी कहा कि डिग्री फर्जी है। मुख्य आरोपी ने 1990 में की थी इलेक्ट्रो होम्योपैथी की पढ़ाई पकड़े गए आरोपी डॉ. रमेश गुजराती ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने 1990 के दशक में बीएचएमएस की पढ़ाई की थी। वह कई ट्रस्ट में वक्ता के तौर पर काम करता रहा, लेकिन जब इससे ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ तो उसने इलेक्ट्रो होम्योपैथी के क्षेत्र में कदम रखा। उसने यह गिरोह इसलिए शुरु किया क्योंकि भारत सरकार या राज्य सरकार ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी के लिए कोई नियम लागू नहीं किए हैं। गुजराती ने 2002 में गोपीपुरा इलाके में एक कॉलेज शुरू किया था, लेकिन छात्रों की कमी के कारण कॉलेज बंद हो गया। इसके बाद उसने रावत के साथ मिलकर डिग्रियां बेचने का धंधा शुरू कर दिया। रजिस्ट्रेशन वाली वेबसाइट भी फर्जी रमेश गुजराती को पता चला कि भारत में इलेक्ट्रो-होम्योपैथी के लिए कोई नियम-कानून नहीं हैं। इसके बाद उसने इसी कोर्स में डिग्री देने के लिए एक बोर्ड बनाने की प्लानिंग की। इसके लिए उसने पांच लोगों को काम पर रखा। उन्हें इलेक्ट्रो-होम्योपैथी में ट्रेनिंग दी। 3 की जगह 2साल में ही डिग्री पूरी करवाकर उन्हें इलेक्ट्रो-होम्योपैथी दवाएं लिखने की ट्रेनिंग दी। जिन लोगों को फर्जी डिग

Dainik Bhaskar रतलाम जिला अस्पताल में विधायक-ड्यूटी डॉक्टर के बीच विवाद, गालीगलौज:डोडियार बोले-इन्हें जेल में डालो, डॉक्टर ने कहा- बदतमीजी क्यों कर रहे हो?

रतलाम में गुरुवार रात जिला अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर और सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के बीच जमकर कहासुनी हो गई। दोनों ने एक-दूसरे पर गाली देने के आरोप लगाए। पूरे घटनाक्रम का 2 मिनट 53 सेकंड का वीडियो भी सामने आया है। दरअसल, गुरुवार रात सैलाना विधायक अपने पीएसओ और दो अन्य लोगों के साथ जिला अस्पताल में किसी मरीज को देखने गए थे। ड्यूटी पर डॉ. सीपीएस राठौर थे। रूम नंबर 8 में जाकर विधायक ने ड्‌यूटी डॉक्टर के बारे में पूछा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ी कि गालीगलौज तक जा पहुंची। शोर सुनकर हॉस्पिटल के प्राइवेट गार्ड और जिला अस्पताल पुलिस चौकी के जवान भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों को शांत कराया। विधायक कमलेश डोडियार की शिकायत पर डॉ. सीपीएस राठौर के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति एवं अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। डॉ. राठौर की तरफ से भी विधायक के खिलाफ शिकायत की गई है। इसमें विधायक समेत उनके साथ आए लोगों को नशे में बताया है। डॉ. राठौर ने कहा है कि मेरे साथ कुछ घटना होती है तो विधायक जिम्मेदार होंगे। डॉक्टर ने पर्ची मांगी, विधायक ने परिचय पूछ लिया घटना का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें विधायक डोडियार डॉक्टर को बोल रहे हैं- बुला किसको चौकी से बुलाएगा। डॉक्टर ने कहा- गार्ड साहब चौकी से बुलाओ। इसी बीच विधायक के पीएसओ ने कहा- आपने गाली क्यों दी? इस पर डॉ. राठौर ने कहा- इलाज कराने आए हो या दादागिरी करने। तुम चारों में से बीमार कौन है? विधायक ने कहा- मैं बीमार हूं। डॉक्टर ने पर्ची मांगी। तब विधायक ने कहा- पहले अपना परिचय बताओ। इस पर बहस होने लगी। विधायक के पीएसओ ने कहा- गाली क्यों दी? पता है कौन हैं ये...विधायक हैं। तब डॉक्टर कहते हैं- मैं बताऊं, मैं कौन हूं? ऑन ड्यूटी डॉक्टर के साथ बदतमीजी कर रहे हो। आदिवासी संगठनों ने की डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग कमलेश डोडियार रतलाम की सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के टिकट पर चुनाव जीते हैं। ​​वीडियो वायरल होने के बाद आदिवासी संगठन भी डॉ. सीपीएस राठौर के विरोध में आ गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज जारी कर कहा है कि जिला अस्पताल में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी डॉक्टर ने विधायक डोडियार को गालियां दीं। जिसकी पूरा आदिवासी समाज घोर निंदा करता है। आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधि और

Dainik Bhaskar अनोखी घटना- उत्तराखंड में एक ग्लेशियर लगातार बढ़ रहा:वैज्ञानिक भी हैरान, 5 साल रखी नजर; ऐसा क्यों हुआ जानने के लिए हो रही रिसर्च

ग्लोबल वार्मिंग के संकट के बीच जहां दुनियाभर के ग्लेशियर सिकुड़ रहे हैं, वहीं उत्तराखंड में हिमालय के एक ग्लेशियर का आकार सालाना 163 मी. की दर से बढ़ रहा है। यह असामान्य घटना है। वैज्ञानिक हैरान हैं और इसकी वजह पता करने के लिए नई रिसर्च शुरू की गई है। यह ग्लेशियर चमोली जिले में नीति दर्रे के समीप उच्च हिमालय क्षेत्र के धौली गंगा बेसिन में अविगामी पर्वत के ठीक नीचे है। वाडिया हिमालय भू विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक 2019 से इस पर नजर रख रहे थे। अब इसका पहला शोध पत्र जारी हुआ है। इसके मुताबिक 2001 में यह 7 मीटर/वर्ष की दर से बढ़ रहा था। अब यह गति 163 मीटर/वर्ष तक पहुंच गई। अभी इसका कुल आकार 48 वर्ग किमी है, जो 2019 में 39 वर्ग किमी तक था। ये एक ही दिशा में तिब्बत की ओर बढ़ रहा है, लेकिन अपनी दिशा 27 मीटर प्रति दिन की दर से बदल भी रहा है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक हिमालय रीजन में 9,527 ग्लेशियर हैं। इनमें उत्तराखंड में करीब 3600 हैं। सैटेलाइट डेटा बताता है कि इन सभी में अविगामी पर्वत वाला ग्लेशियर ही बढ़ रहा है। बाकी सब सिकुड़ रहे हैं। आकार बढ़ता रहा तो हिमालय में बढ़ेगा आपदा का खतरा यह शोध संस्थान के वरिष्ठ भूगर्भ वैज्ञानिक डॉ. मनीष मेहता और उनकी टीम ने किया है। मेहता ने बताया कि ग्लेशियर का साइज ऐसे ही बढ़ा तो हिमालय क्षेत्र में बड़ी आपदा आ सकती है। ऐसे ग्लेशियर अमूमन अलास्का में देखे जाते हैं। लेकिन, हिमालय में ऐसा पहली बार हो रहा है। रिसर्च टीम में डॉ. विनीत कुमार, डॉ. अजय राणा, डॉ. गौतम रावत भी थे।

Dainik Bhaskar यूपी कॉलेज में मस्जिद हटाने पर अडे़ छात्र:पुलिस ने रोका तो झड़प, 500 छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ी; बोले-नमाज हुई तो हम चालीसा पढ़ेंगे

वाराणसी के यूपी कॉलेज में मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता जा रहा है। जुमे के दिन शुक्रवार को करीब 500 से ज्यादा छात्र भगवा झंडा लेकर कॉलेज पहुंच गए। उन्होंने वहां नारेबाजी की। जबरदस्ती कॉलेज में घुसने की कोशिश की। उस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी, लेकिन छात्रों को कैंपस में घुसने से पहले पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने लाठी फटकार कर छात्रों को खदेड़ा। छात्रों का कहना है कि कॉलेज कैंपस से मस्जिद हटाई जाए। अब नमाज पढ़ी गई तो हम हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। फिलहाल, कॉलेज के बाहर तनाव पूर्ण माहौल है। 500 से ज्यादा पुलिस कर्मी मौजूद हैं। आसपास की दुकानें बंद करा दी गई हैं। दरअसल, सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए कॉलेज की जमीन को अपनी संपत्ति बताई थी। हाल में इसका लेटर फिर से वायरल हुआ था। तब से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि बाद में सुन्नी बोर्ड ने लेटर जारी कर स्पष्ट कर दिया कि इस जमीन से हमारा कोई लेना देना नहीं। प्रदर्शन की 3 तस्वीरें देखिए... छात्र संघ अध्यक्ष बोले- यहां नमाज नहीं होनी चाहिए छात्र संघ अध्यक्ष सुधीर सिंह का कहना है- हम सभी लोग यहां जय श्रीराम का नारा लगा रहे हैं। आज शुक्रवार का दिन है। हम लोग चाहते हैं कि यहां 1 बजे से पहले कोई भी नमाजी न घुस पाए। पुलिस-प्रशासन हमारे साथ है। सब कुछ ठीक है। हम अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। हम यही चाहते हैं कि यहां ये सब नहीं आने चाहिए, नमाज नहीं होनी चाहिए। पूर्व छात्र बब्बू सिंह ने कहा- पिछले कुछ दिनों से यहां धर्म विशेष के लोगों के द्वारा एक नरेटिव सेट किया जा रहा था। हम उस नरेटिव की काट में आए हैं। यूपी कॉलेज के साथ पूरा छात्र है। पूर्व छात्र भी कॉलेज के समर्थन में हैं। हम कॉलेज के साथ खड़े हैं। ज्ञानवापी मस्जिद केस के पैरोकार समेत 12 पर FIR यूपी कॉलेज परिसर स्थित मस्जिद के बाहर हंगामा और माहौल बिगाड़ने के आरोप में पुलिस ने मुस्लिम पक्ष के 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र सिंह की शिकायत पर शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें ज्ञानवापी मस्जिद केस के पैरोकार मुख्तार अहमद अंसारी का नाम भी शामिल है। प्राचार्य ने वीडियो, मीडिया और सोशल मीडिया में बयानबाजी के यू-ट्यूब लिंक भी पुलिस को दिए हैं। जिनमें

Dainik Bhaskar किसान आज करेंगे दिल्ली कूच:पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर से जत्था होगा रवाना, दिल्ली जाने की परमिशन नहीं मिली, धारा 163 लागू

हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर से आज किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे। हालांकि हरियाणा सरकार ने साफ कर दिया है कि बिना परमिशन के किसान दिल्ली नहीं जा पाएंगे। अभी तक किसानों को कोई परमिशन नहीं मिली है। वहीं किसानों ने ऐलान कर दिया है कि आज 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना होगा। उधर इसको लेकर हरियाणा और पंजाब पुलिस अलर्ट है। शंभू बॉर्डर पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। वहां पर नए सिरे से बैरिकेडिंग कर दी गई है। जाली, कैमरे और लाउडस्पीकर तक लगा दिए गए हैं। अंबाला जिले और खनौरी बॉर्डर पर धारा-163 (पहले धारा- 144) लगाई है। ऐसे में अगर यहां पर 5 या 5 से ज्यादा लोग इकट्‌ठे होते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। पंधेर बोले- 101 किसान पैदल दिल्ली की तरफ जाएंगे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अंबाला के DC ने भ्रम की स्थिति पूरे देश के सामने रखी है कि 10-15 हजार किसान दिल्ली की तरफ जाएंगे, लेकिन हम पहले ही साफ कर रहे हैं क सिर्फ 101 किसान पैदल दिल्ली की तरफ जाएंगे। इसकी लिस्ट भी मीडिया के सामने सार्वजनिक की गई है। पहले भी हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार कहती रही है कि किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों को मॉडिफाइड करके आगे बढ़ते हैं। बिना इनके आगे बढ़ें तो जाने दिया जा सकता है। हम बोल रहे हैं कि हमारे पास कुछ नहीं होगा, सिर्फ झंडा और जरूरी चीजें होंगी। पंधेर ने कहा कि पहले ये बोला गया कि खाप इनका विरोध करती हैं, लेकिन पूरी दुनिया में साफ हो गया कि खाप, व्यापारी किसानों का समर्थन करते हैं। सभी जानते हैं कि किसान आगे बढ़ेंगे तो बॉर्डर खुलेगा, लेकिन हरियाणा सरकार बॉर्डर नहीं खुलने दे रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदर्शन कल भी पीसफुल था और आगे भी रहेगा। मोर्चे को कमजोर नहीं करेंगे किसानों ने फिलहाल दो जगहों पर मोर्चा लगाया हुआ है एक शंभू बॉर्डर और दूसरा खनौरी बॉर्डर। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। आज उनकी भूख हड़ताल का 11वां दिन है। हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि किसान यहां से आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले आईजी हिसार ने हरियाणा के तीस गांवों के सरपंचों से मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान आगे जाते हैं, तो उनका विरोध किया जाए। लेकिन लोग उनकी बातों में नहीं आए। दो दिन पहले चस्पा किए थे आदेश किसानों

Dainik Bhaskar हरियाणा के पहले एयरपोर्ट पर उतरेंगे बोइंग विमान:इसमें PM मोदी हिसार पहुंचे थे, इस महीने मिल सकता है लाइसेंस, बड़ा टर्मिनल बन रहा

हरियाणा के अपने पहले एयरपोर्ट का सपना जल्द पूरा होगा। दिसंबर में ही हिसार एयरपोर्ट को हवाई जहाज उड़ाने के लिए लाइसेंस मिल सकता है। इसका प्रोसेस लगभग पूरा हो चुका है। लाइसेंस मिलते ही एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड महाराजा अग्रसेन हवाई अड्‌डे से फ्लाइट का संचालन शुरू कर देगी। फ्लाइट के संचालन पर हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिसार आने का न्योता देगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हिसार आ चुके हैं, वह स्पेशल बोइंग विमान से हिसार हवाई अड्‌डे पर आए थे। यह पहली बार था जब बोइंग विमान हरियाणा के अपने एयरपोर्ट पर उतरा। आगामी दिनों में यहां पर बोइंग विमान भी उतरेंगे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हिसार एयरपोर्ट हरियाणा की तस्वीर को बदल देगा। इस एयरपोर्ट से ना केवल सस्ती फ्लाइट उड़ेंगी, बल्कि किसानों का सामान भी बाहर जाएगा। किसान अपनी फल-सब्जियां और अनाज बाहर भेज सकेंगे। AAI बना रहा बड़ा टर्मिनल हिसार एयरपोर्ट पर बड़े टर्मिनल का काम करीब एक माह पहले शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) इसके डिजाइन से लेकर निर्माण तक का कार्य कर रहा है। पैसेंजर टर्मिनल को अंतरराष्ट्रीय मानको के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। हिसार एयरपोर्ट पर 37,970 वर्ग मीटर क्षेत्र में नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसे एक साथ 1,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ बनाया जा रहा है। इसमें 3 एयरोब्रिज और 4 बैगेज क्लेम बेल्ट लगे होंगे। इस टर्मिनल पर करीब 503 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसे 960 दिन में पूरा किया जाएगा। इसी टर्मिनल को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। चौथे चरण के बाद पांचवें चरण में इस एयरपोर्ट को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। हिसार एयरपोर्ट का नक्शा... लाइसेंस मिलने के बाद आएगी डीजीसीए की टीम हिसार एयरपोर्ट को दिसंबर में कभी भी लाइसेंस मिल सकता है। लाइसेंस मिलने के बाद डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट का दौरा करेगी और पता लगाएगी कि जो 44 ऑब्जेक्शन एयरपोर्ट पर लगाए गए थे, उसे दूर किया गया है या नहीं। हालांकि हरियाणा सिविल एविएशन की ओर से सभी ऑब्जेक्शन को दूर कर दिया गया था और लिखित जवाब दे दिया था, मगर सुरक्षा लिहाज से डीजीसीए की टीम खुद फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेगी। इन ऑब्जेक्शन में सबसे बड़ा इश्यू फायर सेफ्टी व्हीकल का था। कोच्चि एयर

Dainik Bhaskar सुखबीर पर फायरिंग,मजीठिया ने नए वीडियो जारी किए:दावा-हमले के वक्त SP चाय पी रहे थे, वकील बोला- चौड़ा के बेटों के घर रेड हुई

पंजाब के पूर्व डिप्टी CM और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल पर गोल्डन टेंपल के बाहर फायरिंग का बवाल बढ़ता जा रहा है। अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की 3 नई फुटेज जारी की। इन फुटेज के साथ मजीठिया ने दावा किया कि सुखबीर बादल की हत्या की पूरी साजिश में अमृतसर में तैनात पंजाब पुलिस के SP हरपाल सिंह भी शामिल थे। इससे पहले, बुधवार को भी मजीठिया ने सुखबीर बादल पर हमला करने वाले आतंकी नारायण सिंह चौड़ा और एसपी हरपाल सिंह की मुलाकात की फुटेज जारी की थी। वहीं अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने गुरुवार को बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिक्रम मजीठिया के दावों से जुड़े सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भुल्लर ने कहा कि हर बात पर कमेंट देना वाजिब नहीं है। बिक्रम मजीठिया ने ये 3 नए वीडियो जारी किए... 1. सुखबीर पर हमले के वक्त SP हरपाल सिंह दफ्तर में चाय पी रहे थे बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी कैमरों की तीन फुटेज जारी करते हुए बताया कि जिस वक्त सुखबीर बादल पर हमला हुआ, उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मेन अफसर SP हरपाल सिंह गोल्डन टेंपल के ही इन्फॉर्मेशन ऑफिस में बैठकर चाय पी रहे थे। यह उन 2 मिनट की बात है, जिस वक्त हमला हुआ। मजीठिया ने पूछा कि पंजाब पुलिस सुखबीर की सुरक्षा के लिए गोल्डन टेंपल परिसर में 175 जवान तैनात होने के दावे कर रही है। ये 175 जवान आखिर कहां थे? पंजाब पुलिस के जिस बहादुर अफसर जसबीर सिंह ने सुखबीर बादल की जान बचाई, वह तो ऑफिशियल ड्यूटी पर ही नहीं थे। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह को सुखबीर पर होने वाले हमले का पता था? आखिर SP हरपाल सिंह आतंकी नारायण चौड़ा को क्या बता रहा था? ये पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर को साफ करना चाहिए। 2. क्या SP ने ISI एजेंट चौड़ा को हमले की तकनीक बताई मजीठिया ने 3 दिसंबर की सुबह 10.06 बजे का एक और सीसीटीवी फुटेज रिलीज करते हुए दावा किया कि इससे सुखबीर बादल को मारने की साजिश बेनकाब होती है। इसमें फुटेज में एसपी हरपाल सिंह आतंकी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट रह चुके नारायण सिंह चौड़ा के साथ गहन बातचीत में नजर आते हैं। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह खुद नारायण चौड़ा को सुखबीर पर हमला करने की तकनीक बता रहा है? उन्होंने एसपी हरप

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