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Dainik Bhaskar ओडिशा में पहली बार प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन:दुनियाभर के 5 हजार से ज्यादा भारतीय आएंगे, ओडिशा में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा

ओडिशा के भुवनेश्वर में आज से तीन दिवसीय 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन शुरू होगा। इसमें 50 देशों से हजारों प्रवासी भारतीय हिस्सा लेंगे। त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सम्मेलन की मुख्य अतिथि हैं। वह वर्चुअली सम्मेलन को संबोधित करेंगी। इस साल सम्मेलन का विषय 'विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान' है। कार्यक्रम में रामायण, प्रौद्योगिकी और प्रवासी भारतीयों पर आधारित प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। रामायण प्रदर्शनी में बताया जाएगा कि कैसे यह महाकाव्य दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में पहुंचा। मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने कहा कि सम्मेलन में 5 हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीयों के आने की उम्मीद है। भुवनेश्वर, पुरी और जाजपुर में 21 जगहों को चुना गया है। जहां उन्हें ले जाया जाएगा। सम्मेलन का उद्देश्य ओडिशा में इंटरनेशनल टूरिस्ट्स को बढ़ाना है। 3 दिवसीय सम्मेलन, कब क्या होगा... विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने बताया- भारतीय प्रवासियों की संख्या 35.4 मिलियन है, जिसमें 19.5 मिलियन भारतीय मूल के लोग और 15.8 मिलियन NRI शामिल हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 2 मिलियन भारतीय मूल के लोग रहते हैं। जबकि UAE में सबसे ज्यादा 3.5 मिलियन NRI हैं। विदेश मंत्री ओडिशा के मंदिरों में गए सम्मेलन में शामिल होने के लिए ओडिशा आए विदेश मंत्री एस जयशंकर कई मंदिरों गए। इनमें पुरी में जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क में सूर्य मंदिर, भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर और धौली शांति शिवालय शामिल थे।उन्होंने रघुराजपुर कला गांव का भी दौरा किया। पहली बार देश के पूर्वी राज्य में सम्मेलन इस बार प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन पहली बार देश के पूर्वी हिस्से में हो रहा है। ताकि सरकार की ‘पूर्वोदय’ योजना को आगे बढ़ाने में मदद मिले। यह योजना बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के विकास के लिए बनाई गई है। कैसे हुई शुरुआत प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत जनवरी 2003 में महात्मा गांधी के 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की घटना को याद करते हुए की गई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के योगदान और उनकी उपलब्धियों को पहचानना है।

Dainik Bhaskar हरियाणा कांग्रेस में अब हुड्‌डा गुट की नहीं चलेगी:बाबरिया-बघेल ने प्रभारियों की सूची बदली, उदयभान की लिस्ट को रोकने की 3 वजहें

कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हुड्‌डा गुट को झटका दे दिया है। हुड्‌डा के आशीर्वाद से प्रदेशाध्यक्ष बने उदयभान के फैसले को पूरी तरह से बदला जा रहा है। उदयभान ने 18 दिसंबर को जिला प्रभारियों की सूची जारी की थी। इस सूची के बारे में ना तो प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से चर्चा की गई और ना ही सहप्रभारी जितेंद्र बघेल को इसकी भनक लगी। इस सूची में ज्यादातर नाम हुड्‌डा के करीबियों के ही शामिल किए गए, जिस पर कांग्रेस के बाकी नेताओं ने ऐतराज जताया। इसके बाद प्रभारी और सहप्रभारी हरकत में आए। दोनों ने हाईकमान को इसकी जानकारी दी। इसके बाद दीपक बाबरिया ने अगले ही दिन एक पत्र जारी कर उदयभान की सूची को निरस्त कर दिया। जिस पर खूब बवाल मचा। इस पर हुड्‌डा ने प्रतिक्रिया दी कि यह सूची रिवाइज होगी। इसमें कुछ बदलाव किया जाएगा। मगर अब प्रभारी व सहप्रभारी ने एक अलग सूची तैयारी की है। जिसमें सभी सीनियर नेताओं से समन्वय स्थापित कर नामों को शामिल किया गया है। उदयभान द्वारा जारी सूची को बाबरिया ने रोक दिया था... सूची में सेकेंड लाइनर को जगह दैनिक भास्कर से खास बातचीत में सहप्रभारी जितेंद्र बघेल ने कहा कि कांग्रेस 2 से 3 दिन में प्रभारियों की सूची जारी कर देगी। ये पहली सूची से एकदम अलग होगी। इसमें नए चेहरों को मौका दिया गया है। अधिकतर सेकेंड लाइनर को आगे किया है। वहीं हारे विधायकों को नई सूची में जगह नहीं दी जाएगी और पुराने चेहरों को भी बदला जा सकता है। कांग्रेस में नई सूची जारी होने के बाद पुराने नेता जिनका पहली सूची में नाम था मोर्चा खोल सकते हैं। वहीं कांग्रेस जिला प्रभारियों के साथ-साथ जिले की बाकी टीम भी बनाएगी, जिसमें लीगल टीम के नाम भी जारी हो सकते हैं। यूथ कांग्रेस से भी नाम लिए जा सकते हैं। एक गुट की नहीं चलेगी, कॉर्डिनेशन से काम होगा जिला प्रभारियों की नई सूची से कांग्रेस हाईकमान यह मैसेज देना चाह रहा है कि हरियाणा में हुड्‌डा गुट की एक तरफा नहीं चलेगी। कॉर्डिनेशन से ही काम होगा। सभी नेताओं को विश्वास में लेकर ही संगठन आगे बढ़ेगा। इससे पहले अकसर हरियाणा में कांग्रेस गुटों में बंटी नजर आती रही है। इसका नुकसान कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा था। इसके बाद कांग्रेस ने फीडबैक के लिए फेक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई। जिसमें ग्राउंड पर जाकर हारे प्रत्याशियों से बात की थी, जिसमें यह निकल

Dainik Bhaskar श्रीजगन्नाथ की 60000 एकड़ जमीन, इसपर अवैध कब्जे की भरमार:ओडिशा सरकार कब्जाधारियों को जमीन बेचकर ₹10000 करोड़ जुटाएगी, मुख्य पुजारी बोले- ये गलत

चार धामों में से एक, ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की जमीन संकट में है। यहां भगवान की जमीन पर कब्जा और अवैध खरीद-फरोख्त का मामला पिछले कुछ महीने से सुर्खियों में है। राज्य में भगवान जगन्नाथ की कुल 60 हजार 426 एकड़ जमीन है। इसके एक बड़े हिस्से पर सालों से अवैध कब्जा बना हुआ है। खुद राज्य सरकार ने विधानसभा में माना है कि भगवान की जमीन पर अवैध कब्जे के 974 मामले दर्ज हैं। अब सरकार इन कब्जाधारियों को जमीन बेचकर 8 से 10 हजार करोड़ रुपए फंड जुटाने की तैयारी कर रही है। हालांकि जगन्नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी इसका विरोध कर रहे हैं। ताजा विवाद तब शुरू हुआ जब मंदिर प्रशासन ने कब्जाधारियों पर मंदिर से दो किलोमीटर दूर भगवान की 64 एकड़ जमीन बेचने का आरोप लगाया। यानी, सरकार से पहले कब्जाधारी ही भगवान की जमीन बेचकर पैसा कमाने में जुट गए। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह भगवान की जमीन पर कब्जा और उसे बेचने के मामले में गिरफ्तारी का पहला मामला है। दैनिक भास्कर ने मौके पर जाकर पूरा मामला समझने की कोशिश की। पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट... 512 करोड़ की कीमत वाली 64 एकड़ जमीन बेचने का आरोप श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने 16 नवंबर को पुरी के बसेलिसाही पुलिस स्टेशन में महावीर जन सेवा संघ नाम के संगठन के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। संगठन से जुड़े लोगों पर माटीतोटा इलाके में 64 एकड़ में फैले 109 प्लॉट की अवैध खरीद-फरोख्त का आरोप है। इन प्लॉट्स की मौजूदा मार्केट वैल्यू करीब 512 करोड़ है। पुलिस ने 20 दिसंबर को संगठन के अध्यक्ष और इससे जुड़े 6 लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान सिसुला बेहरा, सानिया बेहरा, जसोबंता बेहरा, मोहन बेहरा, रत्नाकर बेहरा और बाबू बेहरा के तौर पर की गई। पुलिस ने दावा किया कि आरोपियों ने कुल खाता नंबर-38 के 109 प्लॉट में से केवल ​​​​​​प्लॉट नंबर-143 की अवैध बिक्री की थी। इसके लिए 28 लाख रुपए का लेन-देन भी हुआ था। आरोपियों के पास से 4.5 लाख रुपए कैश भी जब्त हुए।' भास्कर की पड़ताल में एक और प्लॉट बेचने का खुलासा हालांकि भास्कर की पड़ताल में खाता नंबर-38 का प्लॉट नंबर-118 बेचने का भी पता चला। इस प्लॉट ​​​​​का एक डॉक्यूमेंट भी हाथ लगा, जिसके मुताबिक महावीर जन सेवा संघ ने 23 अक्टूबर, 2023 को खाता नंबर-38 के प्लॉट नंबर-118 की 30 डिसमिल जमीन निखिल उत्कल विश्वकर्

Dainik Bhaskar हरियाणा में ठंड का डबल अटैक:कोहरे के साथ कोल्ड वेव का अलर्ट; 7 जिलों में बिगड़ेंगे हालात, अंबाला-पानीपत के दिन सबसे ठंडे

हरियाणा में ठंड का डबल अटैक शुरू हो गया है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने 7 जिलों में घने कोहरे के साथ ही कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। इनमें कुरुक्षेत्र, अंबाला, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत और सोनीपत शामिल हैं। मंगलवार को राज्य के ज्यादातर जिलों में दिन का तापमान 15 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया। अंबाला और पानीपत में दिन सबसे ठंडा रहा। अंबाला का अधिकतम तापमान 13.3 और पानीपत का 14.1 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अभी ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। आने वाले दिनों में धुंध रहेगी। पहाड़ी हवाओं और धुंध के कारण आने वाले दिनों में भी तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। रात के पारे में बढ़ोतरी हो रही प्रदेश में अब रात का तापमान बढ़ रहा है। न्यूनतम तापमान में 0.9 डिग्री बढ़ोतरी हुई है। महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल की रातें सबसे ठंडी रहीं। यहां का पारा 7.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं दूसरे नंबर पर फरीदाबाद और हिसार में रात को तापमान सबसे कम रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इनके अलावा रोहतक, भिवानी, सिरसा, गुरुग्राम और सोनीपत जिले में तापमान 10 डिग्री से अधिक रहा। आगे कैसा रहेगा मौसम हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में 10 जनवरी तक मौसम खुश्क रहने के आसार हैं। इस दौरान उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से रात्र के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इस दौरान राज्य के कुछ एक क्षेत्रों में सुबह धुंध छाएगी, लेकिन एक और पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से 10 जनवरी की रात से हवाओं में बदलाव होगा। उत्तर पूर्वी हवाएं चलने से 11 व 12 जनवरी को मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान राज्य के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है, लेकिन 13 जनवरी से मौसम खुश्क रहेगा, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिलेगी।

Dainik Bhaskar जगजीत डल्लेवाल की हालत नाजुक:बोलने में भी दिक्कत हो रही, किसान 26 जनवरी पूरे देश में निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक है। उनके अनशन का आज 44वां दिन है। वह किसी के साथ बात भी नहीं कर पा रहे हैं। उधर, किसान नेताओं ने तय किया है कि 26 जनवरी को पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। आगामी दिनों में इस बारे में प्लान जारी किया जाएगा। रात को तीन बार सेहत विभाग ने किया चेकअप किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि सोमवार रात को लगभग सवा 8 बजे डल्लेवाल की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई थी। उनका ब्लड प्रेशर 77/45 और पल्स रेट 38 से भी नीचे गिर गया था। डॉक्टरों ने बताया कि जब डल्लेवाल के पैरों को थोड़ा ऊपर उठाते हैं तो ब्लड प्रेशर थोड़ा बहुत स्थिर होता है अन्यथा ब्लड प्रेशर और पल्स रेट बहुत नीचे चले जाते हैं। रात ढाई 2 बजे तक डॉक्टरों के प्रयासों की वजह से ब्लड प्रेशर 95/70 पर थोड़ा बहुत स्थिर हो पाया। डल्लेवाल की हालत नाजुक बनी हुई है। अधिकारी किसानों से मिले मंगलवार सुबह सीनियर पुलिस अधिकारी नरेंद्र भार्गव और एसएसपी पटियाला नानक सिंह खनौरी पहुंचे। यहां उन्होंने किसान नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि जब डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ी तो सरकारी डॉक्टरों की टीम मौके पर ही मौजूद थी। रात में 3 बार चेकअप किया। हालांकि डल्लेवाल ने मेडिकल ट्रीटमेंट लेने से मना किया है। फिलहाल उन्हें मनाया जा रहा है। इससे पहले 6 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाईपावर कमेटी ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मुलाकात की थी। 13 जनवरी को जलाएंगे ड्राफ्ट की कॉपी किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से जो नई कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार किया गया है, वह रद्द किए गए किए कृषि कानूनों का रूप है। अब इसे नए रूप में लागू करने की तैयारी है। इसका किसान विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी को लोहड़ी के दिन पूरे देश में इस ड्राफ्ट को जलाया जाएगा। इसके साथ ही 10 जनवरी को मोदी के पुतले जलाने की घोषणा की है। सुप्रीम कोर्ट में डल्लेवाल पर सुनवाई डल्लेवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 28 दिन में 8 सुनवाई हो चुकीं हैं। पहली सुनवाई 13 दिसंबर को हुई थी। इसमें कोर्ट पंजाब सरकार को फटकार लगा चुका है। यहां तक की डल्लेवाल को अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए टाइम दिया था। इसके लिए केंद्र की मदद लेने को भी कहा। यहीं नहीं कोर्ट

Dainik Bhaskar वन नेशन वन इलेक्शन पर JPC की बैठक आज से:39 सदस्यों वाली समिति में प्रियंका गांधी, संबित पात्रा, सुप्रिया सुले, कल्याण बनर्जी शामिल

एक देश एक चुनाव के लिए संसद में पेश हुए 129 वें संविधान (संशोधन) बिल की समीक्षा के लिए बनी जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) आज पहली बैठक करेगी। संसद के शीतकालीन सत्र में बिल के पेश होने के बाद 31 सदस्यों (लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सांसद) वाली JPC का गठन किया गया था। हालांकि, कई पार्टियों की तरफ से JPC में शामिल किए जाने के अनुरोध के बाद सरकार ने समिति में 8 सदस्य बढ़ा दिए। अब इस समिति में 27 सांसद लोकसभा से और 12 सांसद राज्यसभा से हैं। 39 सदस्यों वाली JPC में कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी और सुखदेव भगत सिंह को शामिल किया गया है। भाजपा की तरफ से बड़े नामों में बांसुरी स्वराज, संबित पात्रा और अनुराग सिंह ठाकुर हैं, जबकि तृणमूल कांग्रेस (TMC) से कल्याण बनर्जी का नाम है। इसके अलावा सपा, DMK, TDP समेत अन्य पार्टियों से भी सांसदों को इस JPC का सदस्य बनाया गया है। इस समिति को अगले सत्र के आखिरी हफ्ते के पहले दिन तक अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी। संसद में बिल पेश करने के लिए सरकार को बहुमत नहीं मिला कानून मंत्री मेघवाल ने 17 दिसंबर को लोकसभा में एक देश-एक चुनाव को लेकर संविधान संशोधन बिल रखा था। विपक्षी सांसदों ने इसका विरोध किया। इसके बाद बिल पेश करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कराई गई। कुछ सांसदों की आपत्ति के बाद वोट संशोधित करने के लिए पर्ची से दोबारा मतदान हुआ। इस वोटिंग में बिल पेश करने के पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 वोट पड़े। इसके बाद कानून मंत्री ने बिल दोबारा सदन में रखा। लोकसभा की 543 सीटों में एनडीए के पास अभी 292 सीटें हैं। दो तिहाई बहुमत के लिए 362 का आंकड़ा जरूरी है। वहीं, राज्यसभा की 245 सीटों में एनडीए के पास अभी 112 सीटें हैं, वहीं 6 मनोनीत सांसदों का भी उसे समर्थन है। जबकि विपक्ष के पास 85 सीटें हैं। दो तिहाई बहुमत के लिए 164 सीटें जरूरी हैं। कांग्रेस बोली- बिल पेश करते समय सरकार 272 सांसद नहीं जुटा पाई कांग्रेस ने एक देश एक चुनाव विधेयक को लेकर 20 दिसंबर को कहा कि भाजपा इस बिल को कैसे पास कराएगी? क्योंकि संविधान संशोधन के लिए उसके पास सदन में दो तिहाई बहुमत (362 सांसद) नहीं हैं। बिल भले ही जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) के पास भेजा गया, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध करती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने PTI से बातचीत में क

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, नतीजे 8 को; सलमान के घर बुलेट प्रूफ दीवार; कमलनाथ-दिग्विजय MP कांग्रेस से नाराज

नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली विधानसभा चुनाव के ऐलान की रही, यहां सिंगल फेज में 5 फरवरी को वोटिंग होगी। एक खबर चीन में आए भूकंप की रही, जिसमें 126 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, 8 को नतीजे; डेढ़ करोड़ वोटर्स के लिए 33 हजार बूथ बनाए दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी, नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। 1.55 करोड़ वोटर्स के लिए 33 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, इनमें 2.08 लाख फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी 5 फरवरी को उपचुनाव होगा, नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। पिछले चुनाव का हिसाब: 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 62, जबकि BJP ने 8 सीटें जीतीं थीं। कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी। 2015 और 2020 के मुकाबले इस बार चुनाव और रिजल्ट की घोषणा एक हफ्ते पहले हो रही है। तारीखों की घोषणा से रिजल्ट तक दिल्ली चुनाव की प्रक्रिया 33 दिन में पूरी हो जाएगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. चीन में 7.1 तीव्रता का भूकंप: 126 की मौत, 188 घायल; नेपाल-भूटान समेत सिक्किम और उत्तराखंड में भी असर चीन के तिब्बत प्रांत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। 126 लोगों की मौत हो गई, जबकि 188 घायल हैं। भूकंप का असर नेपाल, भूटान सहित भारत के सिक्किम और उत्तराखंड में भी दिखा। तिब्बत के शिजांग में बिजली और पानी दोनों की सप्लाई बंद हो गई है। चीन ने माउंट एवरेस्ट के टूरिस्ट प्लेस बंद कर दिए हैं। भूकंप का केंद्र कहां था: भूकंप का सेंटर उस जगह पर था, जहां भारत और यूरेशिया की टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं। इन प्लेटों के टकराने से हिमालय के पर्वतों में ऊंची तरंगे उठती हैं। साल 1556 में चीन में आए भूकंप में 8.30 लाख लोगों की मौत हुई थी। 467 साल पहले आया यह भूकंप सबसे जानलेवा माना जाता है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. सलमान के घर बुलेट प्रूफ दीवार बनाई गई; पिछले साल अप्रैल में लॉरेंस गैंग ने फायरिंग की थी एक्टर सलमान खान के घर की दीवार बुलेट प्रूफ कर दी गई हैं। अप्रैल 2024 में सलमान के मुंबई स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट में लॉरेंस गैंग के बदमाशों ने फायरिंग की थी। जिसके बाद उनके फ्लैट की बालकनी और खिड़कियां बुलेट प्रूफ की गई हैं। हाई रेजोल्यूशन CCTV कैमरे भी

Dainik Bhaskar दिल्ली में 300 फ्लाइट लेट, जम्मू-कश्मीर में सड़कें बंद:ऊटी में तापमान 0ºC, एवलांच भी हुआ; MP में 20-22 दिन कोल्ड वेव का अनुमान

दिल्ली में घने कोहरे के कारण मंगलवार को भी 300 से ज्यादा फ्लाइट्स देरी से उड़ीं। IGI एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक किसी भी फ्लाइट को डायवर्ट नहीं किया गया। सोमवार को ये संख्या 400 पार थी। जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में मंगलवार को बर्फबारी नहीं हुई। लेकिन बीते दिन हुई तेज बर्फबारी के कारण सड़कों पर कई फीट बर्फ जमी हुई है। इसके कारण श्रीनगर-लेह रोड, मुगल रोड, सेमथान-किश्तवाड़ रोड मंगलवार को भी बंद रहीं। तमिलनाडु के पहाड़ी इलाके उधगमंडलम (ऊटी) मंगलवार को टेम्परेचर 0ºC दर्ज किया गया। यहां पास के इलाके में एवलांच भी हुआ। इसके कारण कंथल और थलाईकुंठा जैसे इलाकों में पाले की स्थिति है। पंजाब, हरियाणा में भी बहुत ठंड जारी है। दोनों की राज्यों का अधिकांश हिस्सा कोल्ड वेव और कोल्ड डे की चपेट में है। तापमान 10ºC से नीचे है। कई जिलों में 5ºC से नीचे जा रही है। मध्य प्रदेश में जनवरी महीने में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव का अनुमान है। यहां 10 जनवरी से मौसम में बदलाव आएगा। तेज ठंड का दौर शुरू होगा। यूपी में तेज ठंड के कारण पिछले 24 घंटे में 10 की जान गई। 48 घंटे में मौत का आंकड़ा 25 हुआ है। कोहरे के चलते यूपी के वाराणसी में 13, लखनऊ में 10 फ्लाइट्स देरी से आईं। कानपुर-वाराणसी रेलवे स्टेशन पर करीब 200 ट्रेनें 12 घंटे तक लेट रहीं। राजस्थान में अगले 3 दिन तक कोल्ड वेव का असर रहेगा। मंगलवार को जयपुर एयरपोर्ट से 11 फ्लाइट टेकऑफ-लैंड नहीं कर पाईं। राज्य के 20 जिलों में तेज ठंड के कारण स्कूलों की छुट्टी की गई है। मौसम विभाग ने बुधवार को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। राज्यों में बर्फबारी और ठंड की तस्वीरें... 9 जनवरी: 6 राज्यों में घना कोहरा, नॉर्थ ईस्ट में बिजली गिरने का अलर्ट

Dainik Bhaskar वी नारायणन ISRO के नए चेयरमैन नियुक्त:रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट के एक्सपर्ट हैं; 14 जनवरी को एस सोमनाथ की जगह लेंगे

केंद्र सरकार ने स्पेस साइंटिस्ट वी. नारायणन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। उन्हें स्पेस डिपार्टमेंट का सचिव भी बनाया गया है। वे 14 जनवरी को ISRO चीफ एस. सोमनाथ की जगह पदभार ग्रहण करेंगे। नारायणन का कार्यकाल 2 साल का रहेगा। फिलहाल वह वलियामाला स्थित लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) के डायरेक्टर हैं। सीनियर साइंटिस्ट नारायणन के पास 40 साल का अनुभव है। नारायणन रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट संचालन के एक्सपर्ट हैं। एस. सोमनाथ ने 14 जनवरी 2022 को ISRO के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। वह 3 साल के कार्यकाल के बाद रिटायर हो रहे हैं। उनके कार्यकाल में ISRO ने कई महत्वपूर्ण मिशनों को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। कौन हैं वी नारायणन उनकी विशेषज्ञता और उपलब्धियों को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा श्री पुरस्कार और IIT खड़गपुर से विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार शामिल हैं।

Dainik Bhaskar प्रधानमंत्री आज आंध्र प्रदेश में कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास-उद्घाटन करेंगे:ग्रीन हाइड्रोजन हब की नींव रखेंगे; 300 एकड़ में 25 इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनेंगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। विशाखापट्टनम में पीएम मोदी 1.85 लाख करोड़ रुपए की परियोजनाओं का वर्चुअली शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वह पुडीमडका में बन रहे ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट की नींव भी रखेंगे। विकास परियोजनाओं के तहत 300 एकड़ में 25 इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा सड़कें, इंडस्ट्रियल सेंटर, पोर्ट और केमिकल स्टोरेज जैसे प्रोजेक्ट्स की आधारशिला भी रखी जाएगी। ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट को गंगावरम पोर्ट के पास लगभग 1200 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। इसकी लागत 1.85 लाख करोड़ रुपए है। जिसका 20 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी विकसित करना है। यहां रोज 1500 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा। ग्रीन अमोनिया, ग्रीन मेथनॉल और यूरिया समेत ग्रीन केमिकल्स का उत्पादन भी किया जाएगा। पीएम मोदी इन प्रोजेक्ट्स का भी शुभारंभ व शिलान्यास करेंगे पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम पीएम मोदी शाम 4:15 बजे विशाखापत्तनम पहुंचेंगे और एक रोड शो करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी होंगे। इसके बाद आंध्र विश्वविद्यालय में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। फिर वह ओडिशा के लिए रवाना होंगे। 2024 में लगातार तीसरी बार पीएम का पद संभालने के बाद मोदी का यह राज्य का पहला दौरा होगा। आंध्र प्रदेश में बीजेपी, टीडीपी और जनसेना गठबंधन की सरकार आंध्र प्रदेश में एनडीए गठबंधन में शामिल टीडीपी और जनसेना ने मिलकर सरकार बनाई है। 2024 में राज्य की कुल 175 सीटों में से टीडीपी को 135, जनसेना पार्टी को 21 और भाजपा को 8 पर जीत मिली थी। बहुमत का आंकड़ा 88 है। ----------------------------- ये खबर भी पढ़ें... चंद्रबाबू सबसे अमीर CM, संपत्ति ₹931 करोड़, 31 राज्यों-UT के मुख्यमंत्रियों की संपत्ति ₹1,630 करोड़ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। उनके पास 931 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपए, जबकि कुल संपत्ति 1,630 करोड़ रुपए है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला-राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए पैसा है:जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं, मांग हो तो वित्तीय संकट का हवाला देने लगते हैं

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फ्रीबीज मामले पर टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि राज्य के पास मुफ्त की रेवड़ियां बांटने के लिए पैसे हैं, लेकिन जजों की सैलरी-पेंशन देने के लिए नहीं है। राज्य सरकारों के पास उन लोगों के लिए पूरा पैसा है जो कुछ नहीं करते, लेकिन जब जजों की सैलरी की बात आती है तो वे वित्तीय संकट का बहाना बनाते हैं। जस्टिस बीआर गवई और एजी मसीह की बेंच ने महाराष्ट्र और दिल्ली चुनाव की जा रही घोषणाओं का जिक्र किया। कोर्ट ने कहा कि चुनाव आता है तो वे लाड़ली बहना जैसी योजनाएं लागू करने के वादे करते हैं। दिल्ली में भी कोई 2100 तो कोई 2500 रुपए देने की बात कर रहा है। यह सुनवाई ऑल इंडिया जजेस एसोसिएशन की तरफ 2015 में दायर की गई याचिका पर हो रही थी, जिसमें जजों की पेंशन और वेतन में सुधार की मांग की गई है। मामले की सुनवाई कल भी होगी। कोर्ट बोला- अगर सरकार कोई नोटिफिकेशन जारी करे तो बताए केंद्र की तरफ से अटॉर्नी जनरल वेंकटरमणि ने कहा कि सरकार ने नए पेंशन स्कीम में वित्तीय दबाव को ध्यान में रखा है। साथ ही उन्होंने मामले की सुनवाई स्थगित करने का अनुरोध किया। इसे खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा कि यह मामला कई सालों से लंबित है और अगर सरकार कोई नया नोटिफिकेशन जारी करती है तो वह कोर्ट को सूचित कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट पहले भी चिंता जता चुका है कि देश में जिला न्यायाधीशों को मिलने वाली पेंशन दरें बहुत कम हैं। ऐसी कठिनाइयां तब भी हल नहीं होती हैं, जब जिला जजों को हाई कोर्ट में पदोन्नत किया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के जज की सैलरी 2.5 लाख से ऊपर होती है सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और उनके जजों की सैलरी की तो वह आखिरी बार 2016 में रिवाइज की गई थी। डिपार्टमेंट ऑफ चीफ जस्टिस के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की महीने की सैलरी 2.80 लाख रुपए है और उनके जजों की तनख्वाह 2.50 लाख रुपए होती है। वहीं, हाईकोर्ट के जजों को हर महीने 2.25 लाख और चीफ जस्टिस को 2.50 लाख रुपए वेतन मिलता है। सुप्रीम कोर्ट के जज की 65 साल और हाईकोर्ट के जज 62 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। ----------------------------------------------------------------------- सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें .... सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन-फ्लिपकार्ट से जुड़े मामले हाईकोर्ट भेजे, सभी केस एक जैसे इसलिए सुनवाई एक जगह

Dainik Bhaskar पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दिल्ली में स्मारक बनेगा:शर्मिष्ठा बोलीं- बाबा कहते थे, राजकीय सम्मान मांगने नहीं चाहिए, PM की पहल के लिए आभार

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चार साल बाद सरकार दिल्ली में उनका स्मारक बनाने वाली है। इसके लिए राष्ट्रीय स्मृति कॉम्प्लेक्स में जगह ढूंढी जाएगी। सरकार ने मंगलवार को प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी। प्रणब मुखर्जी का निधन 31 अगस्त 2020 को हुआ था। वे 2012 से 2017 के बीच राष्ट्रपति रहे थे। प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया। इस मुलाकात की फोटो और सरकार का पत्र X पर शेयर कर उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी को इस पहल के लिए आभार। मुझे इसकी बिलकुल उम्मीद नहीं थी। शर्मिष्ठा ने आगे कहा कि बाबा कहते थे, राजकीय सम्मान कभी मांगना नहीं चाहिए। ये हमेशा ऑफर होना चाहिए। पीएम ने मेरे बाबा की यादों को सम्मान देने के बारे में सोचा। इससे बाबा को तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे सम्मान और अपमान के आगे चले गए हैं। लेकिन, उनकी बेटी को जो खुशी मिली है वह शब्दों में बयान नहीं की जा सकती है। राष्ट्रीय स्मृति कॉम्प्लेक्स राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उप-प्रधानमंत्री के स्मारक बनाने की जगह नई दिल्ली में यमुना नदी के पास स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे राष्ट्रीय नेताओं के अंतिम संस्कार के लिए निर्धारित स्थान है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मई 2013 में राजघाट के पास स्थित इस स्मृति स्थल का निर्माण करने की मंजूरी दी थी। इसे एकता स्थल के पास स्मारक परिसर में बनाया गया है। सरकार ने साल 2000 में नए स्मारकों का निर्माण न करने का फैसला लिया था, लेकिन प्रमुख नेताओं के लिए एक ही स्थान तय करने में 13 साल लग गए। इससे पहले राजघाट के पास अलग-अलग राष्ट्रीय नेताओं के लिए अलग स्मारक बनाए जाते थे। इसका निर्माण 2015 में पूरा हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव पहले नेता थे जिनकी स्मृति स्थल पर समाधि बनाई गई। हालांकि उनकी परिवार को 10 साल इंतजार करना पड़ा। पूर्व प्रधानमंत्री आई.के. गुजराल का अंतिम संस्कार भी दिसंबर 2012 में स्मृति स्थल पर किया गया था। दिसंबर 2018 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार भी यहीं हुआ था। स्मृति स्थल बनाने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि वीवीआईपी समाधियां जैसे राजघाट, शांति वन, शक्ति स्थल, वीर भूमि, एकता स्थल, समता स्थल और किसान

Dainik Bhaskar पोरबंदर के पास जूरी के जंगल में लगी भीषण आग:फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर, पोरबंदर-सोमनाथ राजमार्ग रतनपर से डायवर्ट

पोरबंदर से पांच किमी दूर जूरी जंगल में मंगलवार को भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड की की कई टीमें आग पर काबू पाने में लगी हुई हैं। वन विभाग और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। आग इतनी भीषण है कि पोरबंदर-सोमनाथ तटीय राजमार्ग को फिलहाल बंद कर रतनपर होते हुए डायवर्ट कर दिया गया है। पिछले चार घंटे से बेकाबू आग जंगल में पिछले चार घंटों से आग लगी लगातार बेकाबू होती जा रही है। आपात स्थिति को देखते हुए उपलेटा से फायर ब्रिगेड के तीन फायर फाइटर, एक वाटर टैंकर, हाथी सीमेंट फायर फाइटर, बिल्ला कंपनी के वाटर टैंकर और अतिरिक्त वाटर ब्राउजर को बुलाया गया है। आग की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं जूरी के वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में पेड़ हैं और कई सूखे पेड़ भी हैं जिसके कारण आग ने कुछ ही क्षणों में उग्र रूप धारण कर लिया और आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई दीं। उल्लेखनीय है कि सर्दी के मौसम में जूरी वन क्षेत्र में अक्सर आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। कुछ दिन पहले इसी इलाके में कूड़े के ढेर में आग लग गई थी। एक सप्ताह में आग लगने की सातवीं घटना पोरंबदर जंगल में पिछले एक सप्ताह में आग लगने की सात से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। जबकि पिछले एक साल में ओड्डार-रतनपर जूरी वन क्षेत्र में 30 से अधिक आग लगने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। वन विभाग और राजस्व विभाग आज तक आग लगने का कारण नहीं जान सका है। अग्निशमन विभाग ने आग को मानव निर्मित बताया है।

Dainik Bhaskar भुज में बोरवेल में गिरी 18 वर्षीय लड़की की मौत:500 फीट की गहराई में फंसी हुई थी, राजस्थान से मजदूरी करने गुजरात आया था परिवार

गुजरात के भुज तालुका के कंढेराई गांव में सोमवार सुबह 540 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 18 वर्षीय इंदिरा को आखिरकार मंगलवार को बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 500 फीट की गहराई में फंसी थी श्रमिक परिवार की बेटी इंदिरा सोमवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे बोरवेल में गिर गई थी। शुरूआत में वह 30 फीट की गहराई में फंसी थी। इसके चलते उसके बचाव-बचाव की आवाज खेत में काम कर रहे माता-पिता ने सुन ली थी। सूचना मिलते ही फायर समेत टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। हालांकि, डेढ़-दो घंटे बाद बोरवेल से इंदिरा का आवाज आनी बंद हो गई थी। वहीं, रेस्क्यू के दौरान वह 30 फीट से फिसलकर 500 फीट की गहराई में जाकर फंस गई थी। खास कैमरे बोरवेल में उतारे तहसील मामलतदार ने बताया कि भुज से 25 किमी दूर गांव में श्रमिक परिवार की इंदिरा सुबह बोरवेल में गिर गई। उसे बचाने को पाइपलाइन से ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा थी। फायर टीम ने खास कैमरे बोरवेल में उतारे थे। कैमरे में लड़की करीब 500 फीट की दूरी पर फंसी दिख रही थी। वहीं, भुज डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि बोरवेल 12 इंच व्यास यानी 1 फुट चौड़ा है। राजस्थान का रहने वाला है परिवार राजस्थान के प्रतापगढ़ की 22 की इंद्रा मीणा तलाई पाल, ग्राम पंचायत पाल (देवगढ़ थाना क्षेत्र) की मूल न‍िवासी है। उसके माता-पिता खेतिहर मजदूर हैं और हर साल खेतों में मजदूरी करने पर‍िवार गुजरात जाता है। इस बार भी भाई-बहन के साथ इंद्रा गुजरात के कंढेराई गांव आई थी।

Dainik Bhaskar आतिशी बोलीं-3 महीने में दूसरी बार CM आवास से निकाला:संजय बोले- भाजपा मुख्यमंत्री आवास को लेकर झूठ फैला रही, पीएम का राजहमल 2700 करोड़ का

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आप सांसद संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आतिशी ने कहा कि कल रात केंद्र की भाजपा सरकार ने मेरे सरकारी आवास से मेरा सामान निकालकर फेंक दिया। ये तीन महीने में दूसरी बार हुआ है। वहीं, संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली मुख्यमंत्री आवास के बारे में नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के बड़े नेता तक एक ही प्रचार कर रहे हैं। कह रहे हैं कि उसमें मिनी बार बना हुआ है, उसमें सोने का टॉयलेट बना हुआ है, उसमें स्विमिंग पूल बना हुआ है। जबकि, इसी दिल्ली में प्रधानमंत्री का राजमहल है जो 2700 करोड़ रुपए में बना है, जिसमें हमारे राजा रहते हैं। संजय सिंह ने कहा कि पीएम ने फैशन डिजायनर्स को फेल कर दिया है। दिन में तीन-तीन बार कपड़े बदलते हैं, 10-10 लाख की पेन रखते हैं, 6700 जूते की जोड़ियां, 5000 सूट हैं। उनके घर में 300 करोड़ रुपए के कालीन बिछे हैं, जिसमें सोने के तार लगे हुए हैं। 200 करोड़ रुपए का झूमर लगा हुआ है। राजमहल में कहां-कहां हीरे लगे हुए हैं, ये पूरे देश को दिखाइए। संजय सिंह ने चुनौती दी- देश की जनता को अपना राजमहल दिखाएं पीएम संय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी इस देश की जनता को, मीडिया को अपना राजमहल दिखाए। मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि तुम्हारा झूठ कल उजागर होगा। कल 11 बजे मीडिया के साथ चलकर पहले दिल्ली सीएम के आवास को देखें और कितने करोड़ में बना है और फिर पीएम के राजभवन को देखने चलें। आतिशी बोलीं- अगर जरूरत पड़ी तो मैं दिल्लीवालों के घर में रह लूंगी आतिशी बोलीं कि एक चिट्‌ठी भेजकर मुख्यमंत्री आवास का अलॉटमेंट कैंसिल किया और एक चुनी हुई मुख्यमंत्री से CM आवास छीन लिया। भाजपा को लगता है कि घर छीनने से, हमारे साथ गाली-गलौच करने से, मेरे परिवार के बारे में निचले स्तर की बातें करने से ये हमारे वो काम रोक देंगे, जो हम दिल्लीवालों के लिए कर रहे हैं। मैं बताना चाहती हूं कि घर छीनने से, हमें गालियां देने से हमारे काम रुकेंगे नहीं। अगर जरूरत पड़ी, तो मैं आपके घर आकर रहूंगी और आपके घर से दिल्लीवालों के लिए काम करूंगी।

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