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Dainik Bhaskar कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा से दूरी बनाई:मीटिंग और कार्यक्रमों से किनारा किया; हार के बाद पार्टी भी निमंत्रण नहीं भेज रही

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के छोटे बेटे भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी से दूरी बनाई हुई है। वह न तो भाजपा की मीटिंगों में शामिल हो रहे हैं और न ही पार्टी के किसी कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। अब 25 नवंबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार आ रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई की मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जाने की संभावनाएं भी काफी कम लग रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले कुलदीप बिश्नोई को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया था। वह आदमपुर और फतेहाबाद सहित कई सीटों पर जीत का दम भर रहे थे, हालांकि ऐसा नहीं हुआ। वह अधिकतर समय आदमपुर और नलवा तक ही सीमित रहे। उनके बेटे भव्य बिश्नोई अपने गढ़ आदमपुर में हार गए। जिसके बाद कहीं न कहीं उनका दबदबा भाजपा में कम होता दिख रहा है। इन सब बातों से विरोधियों को बोलने का मौका मिल रहा है, जो भाजपा को अखर रहा है। कुलदीप की भाजपा से दूरी की 3 वजह... 1. आदमपुर में हार : बिश्नोई परिवार को 57 साल बाद आदमपुर में करारी शिकस्त मिली है। भजनलाल परिवार की पहचान सदा से ही आदमपुर से रही है। कुलदीप ने आदमपुर चुनाव में भाजपा की किसी से मदद नहीं ली। यहां वह ओवर कॉन्फिडेंट रहे। भाजपा ने कुलदीप से छवि बदलने के लिए और भाजपा के तरीके से चुनाव लड़ने को कहा, लेकिन बिश्नोई परिवार अपने पुराने तरीकों से ही चुनाव लड़ा। भाजपा के कार्यकर्ताओं के बजाय खुद के वर्करों पर भरोसा रखा। जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रप्रकाश जीत गए। आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई के चुनाव में भाजपा पूरी तरह से सक्रिय रही थी। 2. निमंत्रण नहीं मिल रहे : आदमपुर में हार के बाद बिश्नोई परिवार को भाजपा की ओर से किसी कार्यक्रम का न तो निमंत्रण दिया जा रहा है और न ही बैठकों में विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है। हाल ही में हिसार में सदस्यता अभियान की बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली आए। इस बैठक में सभी हलकों के प्रत्याशी और विधायक शामिल हुए, लेकिन बिश्नोई परिवार इसमें शामिल नहीं हुआ। वहीं पंचकूला में 2 दिवसीय समीक्षा बैठक में भी चुनाव प्रबंधक समिति के संयोजक रहे कुलदीप बिश्नोई गैरहाजिर रहे। हारने वाले उम्मीदवारों से फीडबैक लिया गया था, लेकिन भव्य बिश्नोई नहीं पहुंचे। 3. बिश्नोई महासभा का विवाद : अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के विवाद के बाद से ही बिश्नोई परिवार र

Dainik Bhaskar नवजोत सिद्धू के बयान पर टाटा मेमोरियल की एडवाइजरी:पत्नी की कैंसर से जंग की कहानी बताई थी; अस्पताल ने दावे को खारिज किया

कपिल शर्मा शो में वापसी के बाद पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पत्नी डॉ. नवजोत कौर "नोनी" की कैंसर से जंग पर आधारित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद विवादों में आ गए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि कैंसर स्टेज-4 से पीड़ित अपनी पत्नी की डाइट में बदलाव कर डॉ. नवजोत कौर ने इस गंभीर बिमारी से जंग जीती है। जिसका टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर्स ने खंडन कर दिया है। टाटा मेमोरियल अस्पताल को इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है, जिसमें उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के दावों को खारिज किया है। इस एडवाइजरी को टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉयरेक्टर डॉ. प्रमेश सीएम ने खुद अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस एडवाइजरी में लिखा है- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पूर्व क्रिकेटर ने अपनी पत्नी के स्तन कैंसर के इलाज के बारे में जानकारी दी है। इस वीडियो में कहा गया है कि "डेयरी उत्पाद और चीनी खाना छोड़ने," हल्दी (टर्मरिक) और नीम का सेवन करने से उनकी पत्नी का "लाइलाज" कैंसर ठीक हो गया। इन दावों का समर्थन करने के लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। हल्दी, नीम, या अन्य घरेलू उपायों के उपयोग पर शोध जारी है, लेकिन वर्तमान में इनका कैंसर-रोधी उपचार के रूप में समर्थन करने के लिए कोई क्लिनिकल डेटा उपलब्ध नहीं है। हम जनता से अपील करते हैं कि इन असत्यापित घरेलू उपचारों का पालन करने से पहले सही चिकित्सा सलाह लें। किसी भी कैंसर के लक्षण दिखने पर, योग्य डॉक्टर या कैंसर विशेषज्ञ से संपर्क करें। कैंसर का इलाज प्रारंभिक अवस्था में पता लगने और प्रमाणित पद्धतियों (सर्जरी, कीमोथेरेपी, और रेडिएशन) के माध्यम से संभव है। यह सूचना सार्वजनिक हित में जारी की गई है। अस्पताल के बयान के मुख्य बिंदू अस्पताल ने बताया कि "कैंसर का इलाज शुरू करने में देरी न करें और ऐसे असत्यापित घरेलू उपचारों पर भरोसा न करें। यदि किसी को कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें तुरंत किसी कैंसर विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।" उन्होंने जोर देकर कहा कि सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन जैसे प्रमाणित उपचार ही प्रभावी हैं। प्रमुख बिंदु: दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट ने भी खारिज किया दावा दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की मुखी डॉ. प्रज्ञा शुक

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में महायुति की सरकार, 230 सीटें जीतीं:वोट मार्जिन .5% बढ़ा तो भाजपा ने 105 से 132 सीटें जीतीं; महाविकास अघाड़ी 46 पर सिमटी

'मेरा पानी उतरता देख, किनारों पर घर मत बसा लेना... मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।' देवेंद्र फडणवीस ने दुष्यंत कुमार का यह शेर 1 दिसंबर 2019 को​ ​​​​​​महाराष्ट्र विधानसभा में पढ़ा था। 28 नवंबर 2019 को भाजपा से अलग होकर उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और NCP के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उद्धव ठाकरे की वजह से ही फडणवीस CM बनते-बनते रह गए थे। 23 नवंबर 2024, यानी 5 साल पूरे होने के 5 दिन पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया। भाजपा 149 सीटों पर लड़ी, 132 सीटें जीतीं। उसके गठबंधन ने 288 सीटों में से रिकॉर्ड 230 सीटें जीतीं। भाजपा का स्ट्राइक रेट 88% रहा। हालांकि, वोट शेयर (26.77%) में मामूली इजाफा हुआ। 2019 के चुनाव में वोट शेयर 26.10% था। 0.67 वोट मार्जिन के साथ भाजपा को 27 सीटों का फायदा हुआ। महा विकास अघाड़ी (MVA) को 46 सीटें मिलीं कांग्रेस नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी (MVA) को 46 सीटें मिलीं। इस चुनाव में मुकाबला 6 बड़ी पार्टियों के दो गठबंधन में था। महायुति में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है, जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार)। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 2019 के मुकाबले इस बार 4% ज्यादा वोटिंग हुई। 2019 में 61.4% वोट पड़े थे। इस बार 65.11% वोटिंग हुई। विपक्ष बोला- रिजल्ट शोध का विषय उद्धव ठाकरे ने कहा... मुझे समझ नहीं आ रहा कि ये सुनामी क्यों आई है। इस पर शोध करना होगा, क्योंकि किसान परेशान हैं, बेरोजगारी है। राहुल गांधी बोले... महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित हैं और इनका हम विस्तार से विश्लेषण करेंगे। लोकसभा के हिसाब से MVA को 110 सीटों का नुकसान शरद-उद्धव का सियासी भविष्य दांव पर महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों में एनडीए गठबंधन महायुति की एकतरफा जीत से एक बात साफ हो गई कि राज्य में मराठा और हिंदुत्व की राजनीति के दो बड़े चेहरे सियासत में प्रभावहीन हो जाएगी। उद्धव ठाकरे: जनता ने नकार दिया, हिंदुत्व की हुंकार कमजोर पड़ेगी बालासाहेब ठाकरे के 64 वर्षीय बेटे उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने इस बार 95 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। लेकिन सिर्फ 20 पर सिमट गई है। वोट शेयर 10.10% रह गया है। इससे यह तय हो गया है कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना (शिंदे) को ही असली शिवसेना म

Dainik Bhaskar 14 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे:UP की मुस्लिम बहुल सीट भाजपा जीती, सपा समेत सभी 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त; प्रियंका 4 लाख+ वोट से जीतीं

14 राज्यों की 46 विधानसभा और 2 लोकसभा (वायनाड, नांदेड़) सीटों पर काउंटिंग पूरी हो चुकी है। वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी ने CPI के सत्यन मोकेरी को 4.10 लाख वोटों से हराया। भाजपा की नव्या हरिदास (1.09 लाख वोट) तीसरे नंबर पर रहीं। प्रियंका अपने बड़े भाई राहुल गांधी के 5 साल पुराने जीत का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाईं। राहुल ने 2019 के लोकसभा चुनाव में CPI(M) के पीपी सुनीर को 4.31 लाख वोटों के अंतर से हराया था। सबसे चौंकाने वाला उलट-फेर उत्तर प्रदेश की कुंदरकी सीट पर हुआ। 60% मुस्लिम वोटर वाली इस सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) समेत सभी 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के रविंद्र चव्हाण ने भाजपा के संतुक हंबार्डे को 1457 वोट से हरा दिया। यहां आखिरी राउंड की गिनती में रात 10 बजे के करीब परिणाम घोषित हुआ। मध्य प्रदेश की विजयपुर सीट पर कांग्रेस से भाजपा में आए वन मंत्री रामनिवास रावत हार गए। वहीं, उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों में से भाजपा गठबंधन को 7 और सपा को 2 सीटों पर जीत मिली। 46 सीटों में से भाजपा गठबंधन 25, कांग्रेस 7, TMC 6, सपा 2, AAP 3, CPI(M), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) 1-1 सीट जीती। भाजपा गठबंधन में JD(U), हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM), असम गण परिषद (AGP), यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी-लिबरल (UPPL) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) शामिल हैं। चुनाव से पहले इन 46 सीटों में से 27 सीटों पर विपक्ष का कब्जा था। इनमें अकेले कांग्रेस के पास 13 सीटें थीं। वहीं, भाजपा की 11 सीटों समेत NDA के पास कुल 17 सीटें थीं। इस तरह से भाजपा गठबंधन को कुल 8 सीटों का फायदा है। उपचुनाव के राज्यवार नतीजे... उत्तर प्रदेश: सपा 4 से 2 पर आई, बसपा सिर्फ 2 पर जमानत बचा पाई उपचुनाव की 9 सीटों में से 7 भाजपा गठबंधन ने जीतीं। दो सीटें सीसामऊ और करहल पर सपा ने जीत हासिल की। इससे पहले भाजपा 4, RLD 1 और सपा 4 सीटों पर काबित थी। पूर्व CM मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सिर्फ 2 सीटों (कटेहरी और मझवां) पर ही अपनी जमानत बचा सकी। मुरादाबाद जिले की मुस्लिम बहुत कुंदरकी सीट पर 31 साल बाद भाजपा ने अपना परचम लहराया। रामवीर सिंह ने यहां से 1.44 लाख वोटों से जीत हासिल की। यह इस चुनाव की सबसे बड़ी जीत है। यह तीसरी बार था जब रामवीर सिंह ने रिजवान क

Dainik Bhaskar दिल्ली में इस महीने 8 दिन गंभीर प्रदूषण के रहे:देश में धुंध का पीक अभी बाकी; ज्यादा दिन छाएगी, घनी भी होगी

दिल्ली में शनिवार को भी प्रदूषण का दौर जारी रहा। शहर में इस महीने का आठवां 'गंभीर' (severe) दिन दर्ज किया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 412 पर पहुंच गया, जो एक दिन पहले के 393 से अधिक है। CPCB के डेटा के मुताबिक, नवंबर में दिल्ली का AQI 300 से नीचे नहीं आया, इसलिए दिल्ली में 8 'गंभीर' (severe) और 15 'बहुत खराब' (very poor) दिन दर्ज किए। राजधानी में नवंबर 2023 में 9 और 2022 में 3 'गंभीर' दिन देखे गए थे। दिल्ली समेत उत्तर और मध्य भारत के ज्यादातर शहर धुंध और कोहरे की चादर में हैं। चिंता की बात यह है कि अभी धुंध का पीक आना बाकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर-जनवरी में कोहरे वाले दिनों की संख्या सामान्य से अधिक हाे सकती है। ला-नीना के आने की भविष्यवाणी के साथ, तापमान में गिरावट और आने वाले दिनों में नमी 80% से अधिक रहेगी। इनसे न केवल कोहरा बनेगा बल्कि घनी आबादी के इलाकों में वाहनों, कारखानों के धुएं और निर्माण कार्यों की धूल से मिलकर कोहरा धुंध में तब्दील होगा। NASA ने भी जारी की थीं भारत में स्मॉग की तस्वीरें अक्टूबर से नवंबर के दूसरे हफ्ते तक ली गई नासा की सैटेलाइट तस्वीरों में चिंताजनक डेटा सामने आया है। भारत की सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण से पता‎ चलता है कि 2016 और 2021 के बाद इस साल ‎तीसरा वर्ष है, जब पंजाब, हरियाणा से लेकर यूपी तक‎खेतों में पराली जलाने की घटनाएं सर्वाधिक हुई। इसी‎ वजह से स्मॉग ज्यादा गंभीर बना। काउंसिल ऑन ‎एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (CEEW) का ‎पूर्वानुमान है कि ढाई महीने में स्मॉग के कई दौर आएंगे।‎ नवंबर से भी बड़ा स्मॉग आ सकता है। पेशावर से‎ ढाका तक कई दिन टुकड़ों में या समूची पट्‌टी में‎ कोहरा-स्मॉग छा सकता है। अमृतसर से गंगा सागर‎तक 2 हजार किमी क्षेत्र धुंध में ढका रह सकता है।‎ CEEW की प्रोग्राम लीड प्रियंका सिंह बताती हैं कि‎उत्तर भारत में गंगा का मैदान सबसे निचला भू-भाग ‎है। यहां ठंडी हवाएं जमा हो जाती हैं। इससे नमी बढ़ती‎है और कोहरे की संभावना बढ़ाती है।‎ सर्वाधिक प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के, 87 करोड़ लोगों की सेहत खतरे में दुनिया के सबसे प्रदूषित 50 शहरों में 42 भारत के हैं। इनमें से अधिकांश उत्तर भारत के हैं। ​विशेषज्ञ इस प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पराली जलाना और निर्माण कार्य

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:महाराष्ट्र में BJP, झारखंड में हेमंत सरकार; उपचुनाव में भाजपा गठबंधन ने 25 सीटें जीतीं; प्रियंका पहली बार सांसद बनीं

नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के चुनावी नतीजों की रही। इसके अलावा 46 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे भी घोषित हुए। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की सरकार, 230 सीटें जीतीं, शिंदे बोले- CM तीनों पार्टियां मिलकर तय करेंगी महाराष्ट्र में BJP के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। महायुति ने 288 सीटों में से 230 पर जीत दर्ज की। अकेले BJP ने 132 सीटें जीती हैं। शिवसेना शिंदे को 57 और NCP अजित पवार को 41 सीटें मिली। CM शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तीनों पार्टी मिलकर तय करेंगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। वहीं कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और NCP (शरद) की महाविकास अघाड़ी 48 सीटों पर सिमट गई। 2019 के मुकाबले इस बार 4% ज्यादा वोटिंग हुई। 2019 में 61.4% वोट पड़े थे। इस बार 65.11% वोटिंग हुई। आज तय हो जाएगा CM चेहरा: BJP महासचिव विनोद तावड़े ने कहा, 'हमें 26 नवंबर तक सरकार बनानी है, क्योंकि इसी दिन विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। आज रात या कल तक हम CM को लेकर फैसला कर लेंगे।' पढ़ें पूरी खबर... 2. झारखंड में फिर से हेमंत सरकार, I.N.D.I.A. ने 56 सीटें जीतीं, ये बहुमत से 15 ज्यादा झारखंड में हेमंत सोरेन की झामुमो (JMM) फिर सत्ता में आ रही है। I.N.D.I.A ने 81 में से 56 सीटों पर जीत हासिल की है। JMM ने 34, कांग्रेस ने 16 और राजद ने एक सीट जीती है। BJP गठबंधन सिर्फ 24 सीटें ही जीत सकी। इनमें 21 सीटें BJP और आजसू-जेडीयू-अन्य सहयोगी ने एक-एक सीट जीती। हेमंत सोरेन झारखंड के पहले नेता होंगे जो लगातार दूसरा चुनाव जीतकर CM की कुर्सी संभालेंगे। हेमंत चौथी बार CM पद की शपथ लेंगे: हेमंत जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक पहली बार CM बने थे। 2019 में JMM, कांग्रेस और राजद ने मिलकर 47 सीटें हासिल कीं और हेमंत CM बने। 31 जनवरी 2024 को जमीन घोटाले में गिरफ्तारी हुए। उनकी जगह 2 फरवरी को JMM के चंपाई सोरेन को CM बनाया गया। 5 महीने बाद हेमंत को जमानत मिली। 3 जुलाई को चंपाई ने इस्तीफा दिया। 4 जुलाई को हेमंत ने तीसरी बार CM पद की शपथ ली। 28 मई को चंपाई ने हेमंत सरकार पर उनकी जासूसी का आरोप लगाते हुए JMM से इस्तीफा दिया। 30 अगस्त को चंपाई BJP में शामिल

Dainik Bhaskar झारखंड में दोबारा हेमंत सोरेन सरकार:I.N.D.I.A. गठबंधन ने 56 सीटें जीतीं; रांची में लगे पोस्टर- शेर दिल सोरेन फिर आ गया

झारखंड चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन दोबारा सरकार बनाने जा रहे हैं। 23 नवंबर को आए नतीजों में झामुमो गठबंधन यानी I.N.D.I.A. ब्लॉक ने 81 विधानसभा सीटों में से 56 सीटें हासिल कीं। I.N.D.I.A. ब्लॉक ने बहुमत से 15 सीटें ज्यादा जीतीं। अकेले झामुमो के खाते में 34 सीटें गईं। भाजपा गठबंधन सिर्फ 24 सीटें जीत सका। यानी बहुमत 13 सीटें पीछे रह गया। हालांकि, झामुमो का वोट शेयर 23.47% है, जबकि भाजपा का वोट शेयर लगभग 10 प्रतिशत ज्यादा 33.20% है। रिजल्ट के बाद मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि चुनाव में I.N.D.I.A. का परफॉर्मेंस अच्छा रहा। उधर, रांची की सड़कों पर पोस्टर लग रहे हैं कि शेरदिल सोरेन फिर आ गया। 2019 विधानसभा चुनाव में JMM 30, कांग्रेस 16 और राजद ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। तीनों पार्टियों का गठबंधन था। तब मुख्यमंत्री JMM नेता हेमंत सोरेन बने थे। BJP को 25 सीटें मिली थीं। हेमंत ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार हेमंत सोरेन ED केस में रिहाई के बाद चंपाई को हटाकर मुख्यमंत्री बने। अपनी गिरफ्तारी को आदिवासी नेता के अपमान के तौर पर प्रोजेक्ट किया। पार्टी के बड़े आदिवासी नेता चंपाई भाजपा में गए, लेकिन नतीजे बताते हैं कि जिस नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा था, वो झामुमो को हुआ नहीं। सोरेन की पार्टी 34 सीटें जीतकर गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है। मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी सोरेन थे। उनका अगला मुख्यमंत्री बनना तय है। ऐसे में सोरेन ऐसे मुख्यमंत्री होंगे, जो बैक-टु-बैक चुनाव जीतकर सीएम बनने जा रहे हैं। जीत के 3 कारण... 1. मंईयां योजना की रकम बढ़ाई हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले 14 अक्टूबर को मंईयां सम्मान योजना की राशि 1000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए करने का प्रस्ताव पास किया था। यह दांव गेमचेंजर साबित हुआ। भाजपा ने इसके जवाब में गोगो दीदी योजना के तहत हर महीने की 11 तारीख को 2100 रुपए देने का वादा किया था। 2. किसानों का 400 करोड़ का कर्ज माफ सीएम हेमंत सोरेन ने सितंबर में राज्य के किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का ऐलान किया। इससे झारखंड के 1 लाख 76 हजार 977 किसानों को फायदा होगा। इसके लिए 400.66 करोड़ रुपए खर्च होंगे। साथ ही हेमंत सरकार ने राज्य के हर महीने 200 यूनिट तक बिजली खपत करने पर कोई बिजली बिल नहीं लेने का फैसला किया। इसके अलावा अगस्त 2024 तक की ब

Dainik Bhaskar उपचुनाव पर भास्कर अनुमान एकदम सटीक:भाजपा+ को यूपी में 7, राजस्थान में 5 और एमपी में 1 सीट मिलने की बात कही; नतीजे भी यही

महाराष्ट्र और झारखंड के साथ 15 राज्यों की 46 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 9 सीटों पर तो राजस्थान में 7, पश्चिम बंगाल में 6, असम में 5, बिहार में 4, पंजाब 4, कर्नाटक में 3, केरल में 2, मध्य प्रदेश में 2 और छत्तीसगढ़-उत्तराखंड में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुआ। देश के उत्तर से दक्षिण तक उपचुनाव में जीत-हार को लेकर दैनिक भास्कर के अनुमान एकदम सटीक बैठे हैं। जानिए राज्यवार नतीजों को लेकर भास्कर का प्रिडिक्शन और चुनाव नतीजे... यूपी: सिर्फ भास्कर ने सभी 9 सीटों के सटीक नतीजों का अनुमान लगाया यूपी में उपचुनाव की सभी 9 सीटों पर भास्कर रिपोर्टर्स का पोल प्रिडिक्शन 100% सही रहा। एक-एक सीट पर हमारे रिपोर्टर्स ने जैसा एनालिसिस किया, नतीजे ठीक वैसे ही रहे। भास्कर ने एग्जिट पोल में बताया था कि BJP+ को 9 में से 7 सीटें मिलेंगी। 6 पर भाजपा और एक सीट पर रालोद को जीत मिलेगी। सपा के लिए 2 सीटों की बात कही थी। रिजल्ट आया तो आंकड़े बिलकुल यही थे। खास बात यह है कि यूपी में सिर्फ दैनिक भास्कर ही था, जिसने एक-एक सीट पर एग्जिट पोल किया था। यानी यह बताया था कि किस सीट पर कौन जीतेगा। बाकी सभी मीडिया हाउस ने सिर्फ कुल सीटों का आंकड़ा देकर एग्जिट पोल किया था। पढ़ें पूरी खबर... राजस्थान: सभी 7 सीटों पर भास्कर का अनुमान सटीक बैठा राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। भास्कर ने सभी सीटों पर घूम-घूमकर हर क्षेत्र के वोटर्स का मिजाज समझने की कोशिश की। अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में 4 सीटों पर भाजपा, 2 पर कांग्रेस और एक पर भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) को आगे बताया था। भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट्स में खींवसर, झुंझुनूं, सलूंबर और देवली उनियारा में भाजपा को बढ़त बताई गई थी। वहीं, दौसा और रामगढ़ में कांग्रेस और चौरासी में भारतीय आदिवासी पार्टी को आगे दिखाया गया था। उपचुनाव के नतीजे भी इसी के आसपास रहे। 5 पर भाजपा और एक-एक सीट पर कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी ने जीत दर्ज की। राजस्थान में 7 में से 6 सीटों पर मुख्य चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई। पिछले आंकड़ों के आधार पर कहा जाता रहा है कि उपचुनाव में वोटिंग परसेंटेज कम रहने का फायदा कांग्रेस को मिलता है और अधिक रहने पर बीजेपी को। यह पैटर्न राजस्थान के उपचुनावों में अब तक सटीक भी रहा, लेकिन इस बार समीकरण इतन

Dainik Bhaskar महाराष्ट्र चुनाव, बिग बॉस फेम एजाज को 155 वोट मिले:ये NOTA को मिले वोटों से भी कम; एक्टर के इंस्टाग्राम पर 56 लाख फॉलोअर्स

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वर्सोवा सीट से बिग बॉस सीजन 7 फेम एक्टर एजाज खान ने चुनाव लड़ा था। उनकी यहां जमानत जब्त हो गई है। आजाद समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले एजाज को NOTA से भी कम वोट मिले हैं। एक्टर को 155 वोट मिले, जबकि 1298 लोगों ने NOTA का बटन दबाया। इंस्टाग्राम पर 5.6 मिलियन फॉलोअर्स वाले एजाज की हार पर तरह-तरह के मीम वायरल हैं। लोगों का कहना है कि इंस्टाग्राम पर 56 लाख फॉलोवर्स के बावजूद एजाज की सोशल मीडिया लोकप्रियता वोटों में तब्दील नहीं हो पाई। एजाज के फेसबुक पर 41 फॉलोअर्स हैं। वर्सोवा सीट से शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता हारुन खान ने जीत हासिल की। उन्हें 65396 वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर बीजेपी की डॉ. भारती लावेकर रहीं, उन्हें 63796 वोट मिले। वहीं, एजाज खान 11वें नंबर पर रहे। लोकसभा चुनाव में मिले थे 1041 वोट एजाज खान ने विधानसभा चुनाव से इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई थी। उन्होंने मुंबई उत्तर मध्य सीट से चुनाव लड़ा था। चुनाव में उन्हें केवल 1041 वोट मिले थे। यहां से कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ ने चुनाव जीता था। कैरी मिनाटी से भी माफी मंगवा चुके एजाज खान एजाज खान अक्सर कान्ट्रवर्सी में बने रहते हैं। एजाज यूट्यूबर कैरी मिनाटी से ऑन कैमरा माफी मंगवा चुके हैं। कैरी मिनाटी ने बिग बॉस सीजन 7 के कंटेस्टेंट रहे एजाज के रोस्ट वीडियो बनाए थे। ........................................ महाराष्ट्र चुनाव से जुड़ीं अन्य खबरें कांग्रेस 63 से 19, बीजेपी 79 से 130 पहुंची: महाराष्ट्र चुनाव में किनारे लगे उद्धव और शरद; लोकसभा के बाद बाजी पलटने वाले 5 फैक्टर्स महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत असाधारण है। बीजेपी कुल 149 सीटों पर चुनाव लड़ी और 130 सीटों पर आगे चल रही है। यानी स्ट्राइक रेट 88%। इसी के साथ महाराष्ट्र में बीजेपी का अश्वमेघ यज्ञ पूरा हुआ। 1990 में बाल ठाकरे की शिवसेना के साथ छोटे भाई की हैसियत से 42 सीटें जीतने वाली बीजेपी अकेले बहुमत के करीब है। वहीं, बालासाहेब के बेटे उद्धव की शिवसेना सिर्फ 20 सीटों पर सिमटती दिख रही है। पूरी खबर पढ़ें... महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट में महायुति ने एक तरफा बढ़त बनाई है। 288 विधानसभा सीटों में भाजपा गठबंधन 230 पर आगे है, जिसमें से 107 सीटों पर जीत मिल चुकी है। 123 पर आगे हैं। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वा

Dainik Bhaskar मणिपुर हिंसा- 7 जिलों में लगा इंटरनेट बैन और बढ़ाया:विधायकों के घर पर हमले मामले में अबतक 34 गिरफ्तार; सुरक्षाबलों की 288 कंपनियां तैनात

मणिपुर सरकार ने 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सर्विस पर लगी रोक को दो दिन के लिए और बढ़ाया गया। इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में 16 नवंबर को पहले दो दिन के लिए इंटरनेट सर्विस बैन की गई थी। मणिपुर में हिंसा लगातार जारी है। इसी को ध्यान में रखते हुए बैन को लगातार बढ़ाया जा रहा है। गृह विभाग ने नोटिस जारी किया है। इससे पहले 19 नवंबर को सरकार ने ब्रॉडबैंड सर्विस से बैन हटाया था। जिससे स्कूल-कॉलेजों, अस्पतालों, सरकारी ऑफिसों के काम नहीं रुकें। वहीं, 16 नवंबर को विधायकों के घरों में तोड़फोड़-आगजनी के मामले में 2 और लोग गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने अबतक 34 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक और भी लोगों की तलाश की जा रही है। इसके लिए इंफाल घाटी में सर्चिंग जारी है। 11 नवंबर को जिरिबाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 10 कुकी-जो उग्रवादियों को मार गिराया था। इसके बाद मैतेई समुदाय की तीन महिला और तीन बच्चे किडनैप हुए थे। इसके बाद से ही 7 जिलों में हिंसा जारी है। किडनैप हुई महिलाओं और बच्चों के शव मणिपुर की जिरी नदी और असम के कछार में बराक नदी में मिले थे। मणिपुर की सुरक्षा में CAPF की 288 कंपनियां तैनात मणिपुर की सुरक्षा में सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की 288 कंपनियां तैनात की गई हैं। शुक्रवार को 90 और कंपनियों को तैनात किया गया। मणिपुर के चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने कहा था कि कंपनियों को अलग-अलग जगह भेजा जा रहा है। मणिपुर में CRPF, SSB, असम राइफल, ITBP सहित दूसरी आर्म्ड फोर्स की कंपनियां तैनात हैं। चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर कुलदीप सिंह ने कहा था कि हमने पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर जिले में नए कोऑर्डिनेशन सेल और जॉइंट कंट्रोल रूम तैयार किए जाएंगे। हमने उन सेल और और जॉइंट कंट्रोल रूम का रिव्यू किया है जो पहले से मौजूद हैं। मंत्री एल सुसींद्रो ​​​​​​​ने घर को कंटीले तारों से कवर किया 16 नवंबर को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और 17 विधायकों के घर हमले हुए थे। राज्य के मंत्री एल सुसींद्रो के घर को भी निशाना बनाया गया था। सुसींद्रो ने इंफाल ईस्ट स्थित अपने घर को कंटीले तारों और लोहे के जाल से कवर किया है। उन्होंने कहा- संपत्ति की रक्षा करना हमारा संवैधानिक हक है। अगर भीड़ ने फिर हमला किया तो इसका जवाब दिया जाएगा। सुसींद्रो ने कहा था

Dainik Bhaskar पंजाब उपचुनाव: भास्कर का अनुमान बिल्कुल सही:हमने जितनी सीटें बताईं, AAP और कांग्रेस ने उतनी ही जीतीं, सीटवाइज स्थिति भी सही निकली

पंजाब की 4 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। 20 नवंबर को वोटिंग के बाद भास्कर रिपोर्टर्स ने जो अनुमान लगाया था, वह सटीक साबित हुआ। हमने बताया था कि वोटिंग ट्रेंड के हिसाब से AAP को फायदा होगा। इस उपचुनाव में 4 में से 2 से 3 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) जीत सकती है। रिजल्ट भी कुछ ऐसा ही आया और आप ने 3 सीटें जीती। हमने कांग्रेस को 1 से 2 सीटें मिलने का अनुमान बताया था। रिजल्ट में कांग्रेस ने एक सीट जाती है। हमने बताया था कि भाजपा किसी भी सीट पर फाइट में नहीं है। रिजल्ट में भाजपा सभी चारों सीटों पर दूसरे नंबर पर भी नहीं रही। भास्कर के अनुमान की 4 अहम बातें 1. हमने बताया था कि डेरा बाबा नानक सीट पर पिछले 3 चुनाव में सुखजिंदर रंधावा विधायक बने। इस उपचुनाव में उनकी पत्नी जतिंदर कौर कांग्रेस उम्मीदवार है। इस सीट पर पहले हमेशा अकाली दल और कांग्रेस का मुकाबला होता रहा। इस बार अकाली दल चुनाव नहीं लड़ रहा। भाजपा का विरोध हो रहा। ऐसे में AAP के गुरदीप रंधावा को सत्ता में होने और अकाली दल के चुनाव न लड़ने का फायदा मिल सकता है। हालांकि इनकी जीत का अंतर कम रह सकता है। रिजल्ट में यहां से AAP के गुरदीप रंधावा जीत गए। उनकी जीत का अंतर 5,699 रहा। 2. हमने बताया था कि चब्बेवाल सीट पर कांग्रेस और AAP के बीच ही मुकाबला होगा। AAP उम्मीदवार डॉ. इशांक चब्बेवाल के पिता राजकुमार चब्बेवाल यहां से सांसद हैं। वह पहले भी यहां से विधायक रह चुके हैं। ऐसे में उन्हें यहां ऐज है। रिजल्ट भी इसी तरह रहे। यहां AAP उम्मीदवार इशांक को सांसद चब्बेवाल के ही रसूख का फायदा मिला। वे 28,582 वोटों से जीत गए। दूसरे नंबर पर यहां कांग्रेस रही। 3. हमने बताया था कि गिद्दड़बाहा में AAP के हरदीप डिंपी ढिल्लों, कांग्रेस की अमृता वड़िंग और BJP के मनप्रीत बादल के बीच मुकाबला होगा। रिजल्ट में यही तीनों उम्मीदवार पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे। हमने यह भी बताया था कि मुकाबला कांग्रेस और AAP के बीच होगा। रिजल्ट में भी AAP पहले और कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। हमने यह भी बताया था कि गिद्दड़बाहा में भाजपा के मनप्रीत बादल को किसानों की नाराजगी भारी पड़ सकती है। रिजल्ट में वे इसी वजह से तीसरे नंबर पर रहे। 4. हमने बताया था कि बरनाला सीट पर कांग्रेस और AAP के बीच कड़ा मुकाबला होगा। रिजल्ट में भी दोनों के बीच ही अंतिम दौर तक मुकाबला रहा

Dainik Bhaskar गुजरात की वाव सीट पर बीजेपी की जीत:स्वरूपजी ठाकोर ने कांग्रेस के गुलाब सिंह को 2436 वोटों से हराया, आखिरी 3 राउंड में पलटी बाजी

महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने बड़ी जीत दर्ज की। इसके साथ ही गुजरात में भी बीजेपी को एक बड़ी जीत मिली है। यहां पार्टी के प्रत्याशी स्वरूप ठाकोर ने एक करीबी मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी गुलाबसिंह राजपूत को हरा दिया है। स्वरूपजी पहले कई राउंड में पीछे थे, लेकिन आखिरी के तीन राउंड में बाजी पलट गई और और ठाकोर ने जीत दर्ज की। बता दें कि गुजरात विधानसभा में बीजेपी ने 182 में से 156 सीटों पर अपना परचम लहराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, लेकिन वाव विधानसभा सीट हार गई थी। इस सीट से कांग्रेस की एकमात्र महिला कैंडिडेट गेनीबेन ने जीत दर्ज की थी। ऐसे में ठाकोर की यह जीत बीजेपी के लिए बेहद खास है। वाव विधानसभा उपचुनाव में वाव, सुइगाम और भाभर तालुका के 179 गांवों के 321 बूथों पर 70.54% मतदान दर्ज किया गया। 3 लाख 10 हजार 681 मतदाताओं में से 2 लाख 19 हजार 266 मतदाताओं ने वोट डाले थे। इनमें 1 लाख 20 हजार 619 पुरुष और 98 हजार 647 महिला मतदाताओं ने मतदान किया था। पालनपुर के जगाणा स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में कुल 321 बूथों पर 23 राउंड में वोटों की गिनती की गई। दो टर्म से कांग्रेस के पास थी वाव सीट भाजपा उम्मीदवार स्वरूपजी ठाकोर ने 2022 में वाव सीट से गनीबेन ठाकोर के खिलाफ चुनाव लड़ा और 15,601 वोटों से हार गए। ठाकोर सेना के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रह चुके स्वरूपजी ठाकोर वाव तालुका के बीओक गांव के निवासी हैं। उन्होंने 2019 में बनासकांठा सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था। हांलांकि, वे चुनाव हार गए थे। उस दौरान उन्हें 48,634 वोट मिले थे। गेनीबेन ठाकोर ने 2017 और 2022 में इस विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में गेनीबेन ने बनासकांठा लोकसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ रही भाजपा उम्मीदवार रेखाबेन चौधरी को 30 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। गेनीबेन के सांसद बनने से वाव विधानसभा सीट खाली हुई थी। एक और सीट खाली, लेकिन मामला हाईकोर्ट में गुजरात के जूनागढ़ जिले की विसावदर विधानसभा सीट भी खाली है क्योंकि AAP के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले विधायक भूपेंद्र उर्फ ​​भूपत भयानी ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। चूंकि पेंद्र उर्फ ​​भूपत भयानी के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिकाएं अभी भी

Dainik Bhaskar फेक न्यूज एक्सपोज:क्या नागपुर में भाजपा कार्यकर्ता की कार में EVM पकड़ाई ? कुछ और है वायरल वीडियो का सच

महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की सरकार बनना लगभग तय है। 288 विधानसभा सीटों के रुझानों में महायुति गठबंधन 200 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। कांग्रेस से जुड़े एक्स यूजर महावीर लिखते हैं- BIG BREAKING -खेल शुरू, झंडा चौक नागपुर में EVM ले जा रहे बीजेपी वालों को कांग्रेस वालों ने पकड़ा। अब भी चुनाव आयोग यही कहेगा कि EVM सुरक्षित हैं। ये देखकर यही कह सकते हैं कि कल महाराष्ट्र और झारखंड का रिजल्ट तैयार है। (अर्काइव लिंक) देखें ट्वीट: एक्स यूजर प्रियंवदा ने ट्वीट किया- ब्रेकिंग !! नागपुर में बीजेपी कार्यकर्ता ईवीएम चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़े गए। प्रियंवदा ने चुनाव आयोग को टैग करते हुए लिखा- चुनाव आयोग क्या अब आप कार्रवाई करेंगे ? (अर्काइव लिंक) देखें ट्वीट: नागपुर में भाजपा कार्यकर्ता की कार से EVM पकड़ाए जाने का ऐसा ही दावा तन्मय नामक एक्स यूजर ने किया। (अर्काइव लिंक) देखें ट्वीट: वहीं, शहनाज नामक एक्स यूजर ने लिखा- BIG BREAKING झंडा चौक नागपुर में EVM लेजा रहे बीजेपी वालों को कांग्रेस वालों ने पकड़ा। (अर्काइव लिंक) देखें ट्वीट: क्या है वायरल दावे का सच ? क्या नागपुर में भाजपा कार्यकर्ता की कार से EVM पकड़ाई है ? इस सवाल को कुछ कीवर्ड्स की मदद से हमने गूगल पर ओपन सर्च किया। पड़ताल के दौरान हमें 21 नवंबर को आज तक में प्रकाशित एक खबर का लिंक मिला। खबर की हेडलाइन थी- महाराष्ट्र: नागपुर में जोनल ऑफिसर के साथ लोगों की झड़प, EVM व्हीकल पर पथराव देखें स्क्रीनशॉट: खबर में बताया गया था - ‘नागपुर के मध्य नागपुर विधानसभा क्षेत्र में गलतफहमी की वजह से कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसके पीछे की वजह यह थी कि वोटिंग प्रक्रिया खत्म होने के बाद जोनल ऑफिसर अपनी गाड़ी से कुछ जेरॉक्स करने के लिए बाहर निकल गए थे। तभी कुछ लोगों की नजर उस व्हीकल पर गई, जिसमें ईवीएम रखे हुए थे। इसके बाद तुरंत राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उस गाड़ी को रोका और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान व्हीकल पर पथराव किए जाने की भी जानकारी सामने आई है। मौके पर तनाव को देखते हुए जोनल ऑफिसर गाड़ी लेकर तुरंत वहां से निकल पड़े। इन कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाने में जाकर इसकी शिकायत की। यह मामला होने के बाद थोड़ी देर के लिए तनाव की स्थिति बन गई थी, लेकिन जब ईवीएम

Dainik Bhaskar निर्मला बोलीं- शिल्पकला छोटी उम्र में ही सीखी जाती है:हमें पश्चिमी देशों के कहे पर ध्यान नहीं देना चाहिए, तभी 'ब्रांड इंडिया' बन सकेगा

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम हजारों सालों से प्रोडक्ट मैन्यूफैक्चरिंग कर रहे हैं। लेकिन शोषण की बात कभी नहीं आई। वित्त मंत्री का ये जवाब उस बयान पर आया जिसमें विदेशी खरीददारों ने कहा है कि भारत में बच्चों से कालीन बनवाए जाते हैं। इसलिए भारत से कालीन नहीं खरीदे जाएंगे। उन्होंने कहा कि कालीन बनाना ट्रेडिशनल इंडस्ट्री है। देश में कई परिवार बच्चों को शिल्पकार बनाने में लगे हैं। वो भी उनकी स्कूली शिक्षा प्रभावित किए बिना। क्योंकि जब तक शिल्पकला छोटी उम्र में नहीं सीखी जाती, तब तक कोई भी शिल्पकार इसमें महारत हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अगर हम 'ब्रांड इंडिया' बनाना चाहते हैं तो हमें अपने सही फैसलों पर पश्चिमी देशों के कहे पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने ये बात शुक्रवार को बेंगलुरु में आयोजित इंडिया आइडिया कॉन्क्लेव 2024 में कही। सुश्रुत संहिता जैसे प्राचीन ग्रंथ भारत के ब्रांड सीतारमण ने कहा- लोगों को ये बताने की जरूरत है कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत की ताकत प्राचीन काल से ही अटूट है। भारत के पास ज्ञान का भंडार है। इसके श्रेय सुश्रुत संहिता जैसे प्राचीन ग्रंथों को जाता है। ये प्राचीन भारत के ब्रांड हैं, जिनका जिक्र हम आज भी करते हैं। उन्होंने कहा कि एक बेहतर भारत की कल्पना करते हुए हमारे मंदिरों और टूरिस्ट सेंटर्स की वेल्यू अभी की तुलना में बहुत ज्यादा होनी चाहिए। हमें बेहतर सेवा, बेहतर खानपान, बेहतर टूरिस्ट गाइड और बेहतर अनुभव की आवश्यकता है। ब्रांड इंडिया बनाने के लिए इन चीजों को बदलना होगा सीतारमण के मुताबिक, पश्चिमी देशों के 'वोकल फॉर लोकल' बनने से बहुत पहले ही भारत ऐसा कर रहा था। उन्होंने लियो टॉलस्टॉय का हवाला दिया और कहा- हमेशा से भारतीयों ने खुद को पश्चिम देशों के आदेश का गुलाम बनाया। 'ब्रांड इंडिया' बनाने के लिए हमें अपनी जीवनशैली और सोच को बदलना होगा। ............... ये खबर भी पढ़ें… बैंकों को लोन पर ब्याज दरें कम करने की जरूरत:वित्त मंत्री ने कहा- बॉरोइंग कॉस्ट वाकई में ज्यादा, हमें ब्याज दरों को किफायती बनाना होगा फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा था कि बैंकों को लोन पर ब्याज दरें कम करने की जरूरत है। निर्मला सीतारमण ने 18 नवंबर को SBI बैंकिंग एंड इकोनोमिक्स कॉन्क्लेव 2024 में यह बात कही थी।उन्होंने कहा था, 'बॉरोइंग कॉस्

Dainik Bhaskar दिल्ली में मां ने 5 साल की बच्ची की हत्या:दूसरी शादी करना चाहती थी, बॉयफ्रेंड उसे बेटी के साथ स्वीकार नहीं कर रहा था

दिल्ली के अशोक विहार इलाके में रहने वाली एक महिला ने 5 साल की बच्ची की हत्या कर दी। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, महिला सिंगल मदर थीं। उसके पति ने उसे छोड़ दिया था। महिला दूसरी शादी करना चाहती थी, लेकिन उसका बॉयफ्रेंड महिला को बेटी के साथ स्वीकार नहीं कर रहा था। दिल्ली पुलिस ने शनिवार सुबह बताया कि दूसरी शादी करने के लिए महिला अपनी बेटी से पीछा छुड़ाना चाहती थी। इसलिए उसने बच्ची का गला घोंटकर हत्या कर दी। दरअसल, दिल्ली के दीपचंद बंधु अस्पताल में शुक्रवार सुबह बच्ची का शव लाया गया था। अस्पताल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ने अपना जुर्म कबूला। इंस्टाग्राम पर मिले शख्स से शादी करना चाहती थी महिला....पुलिस के 4 खुलासे पुलिस बोली- सूचना मिलने के तुंरत बाद केस दर्ज किया पुलिस ने बताया कि अस्पताल से सूचना मिलने के बाद बच्ची की बॉडी पोस्ट मॉर्टम के लिए भेज दी गई है। अशोक विहार पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज कर लिया गया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (हत्या के लिए सजा), 65 (2) (कुछ मामलों में बलात्कार के लिए सजा) और पोक्सो अधिनियम की धारा 6 (गंभीर यौन हमले के लिए सजा) के तहत केस दर्ज किया गया है। ------------------------------------- दिल्ली में क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.... दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर, रिपोर्ट में दावा- यहां एक दिन में 3 रेप हुए राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 2022 की रिपोर्ट रविवार (3 दिसंबर) जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर है। यहां 2022 में एक दिन में 3 रेप केस दर्ज किए गए। पूरी खबर पढ़ें...

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