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Dainik Bhaskar हरियाणा में 12 वर्षीय बच्चे पर पिस्टल तानी:बच्चों के बीच झगड़ा, गुस्से में शराब ठेकेदार हथियार निकाल लाया; दौड़कर आई पत्नी ने रोका

हरियाणा के गुरुग्राम में पार्क में फुटबॉल खेल रहे कुछ बच्चों में अचानक किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इससे नाराज एक बच्चे के पिता ने 12 साल के बच्चे पर पिस्टल तान दी। आरोपी व्यक्ति ने बच्चे को गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। यह पूरी घटना सोसाइटी में लगे CCTV कैमरे में कैद हुई है। उसमें साफ देखा जा सकता है कि आरोपी व्यक्ति हाथ में पिस्टल लेकर बच्चों की ओर बढ़ रहा है। उसे रोकने के लिए उसकी पत्नी पीछे दौड़ रही है। पीड़ित बच्चे के पिता की शिकायत के बाद आरोपी पर केस दर्ज हो गया है। पुलिस का कहना है उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया था, लेकिन तुरंत बाद उसे बेल भी मिल गई। हालांकि उसकी लाइसेंसी पिस्टल को जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी एक शराब ठेकेदार है। उस पर पहले से ही हरियाणा के अलावा पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। वारदात के 2 PHOTOS... CCTV फुटेज में क्या दिख रहा... वारदात को लेकर सामने आए CCTV फुटेज में दिख रहा है कि एंबिएंस लगून अपार्टमेंट के पार्क में एक व्यक्ति सफेद शर्ट पहने हुए बढ़ रहा है। उसके हाथ में पिस्टल है। पार्क में कुछ बच्चे खेलते दिख रहे हैं। पिस्टल हाथ में लिए आगे बढ़ रहे व्यक्ति के पीछे एक महिला भी दौड़ रही है। यह व्यक्ति पार्क में खेल रहे बच्चों के पास जाता है और एक बच्चे पर पिस्टल तान देता है। पीछे दौड़ रही महिला फौरन उसकी पिस्टल को नीचे करवाती है। इस दौरान महिला और व्यक्ति के बीच थोड़ी खींचतान भी होती है। इसके बाद धक्का मारकर महिला उस व्यक्ति को ले जाती है। उनके पीछे साइकिल पर एक बच्चा भी आता है। 19 नवंबर की शाम का मामला जानकारी के अनुसार, यह घटना गुरुग्राम के पॉश एरिया एंबिएंस लगून अपार्टमेंट की है। पीड़ित बच्चे के पिता करण लोहिया ने बताया है कि 19 नवंबर की शाम करीब 5 बजे उनका बच्चा सोसाइटी के पार्क में ही अन्य बच्चों के साथ फुटबॉल खेल रहा था। करण ने बताया कि खेल-खेल में बच्चों का आपस में झगड़ा हो गया। यह झगड़ा उनके 12 साल के बेटे और सोसाइटी में रहने वाले प्रतीक सचदेवा के बेटे के साथ हुआ था। प्रतीक के बेटे ने शोर कर झगड़े की सूचना अपने पिता को दे दी। आरोपी को खींचकर ले गई उसकी पत्नी अपने बच्चे की आवाज सुनकर प्रतीक गुस्से में तमतमाता हुआ पार्क में आया। उसके हाथ में पिस्टल थी। उसने जाते ही पिस्टल करण के बेटे पर तान दी। वह 12 साल

Dainik Bhaskar छत्तीसगढ़ के सुकमा में मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए:ओडिशा के रास्ते आए थे; मौके से 3 ऑटोमैटिक हथियार बरामद, रुक-रुककर फायरिंग जारी

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया। मौके से 3 ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए गए हैं। वहीं, अभी दोनों ओर से जंगल में रुक-रुककर फायरिंग हो रही है। मामला भेज्जी थाना क्षेत्र का है। सुकमा के SP किरण चव्हाण ने दैनिक भास्कर से 10 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि यह बड़ी सफलता है। जवान मौके पर ही हैं। लौटेंगे तो ज्यादा जानकारी मिलेगी। ओडिशा के रास्ते CG में घुसे थे नक्सली सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि भेज्जी के जंगल में नक्सलियों का जमावड़ा है। इसके बाद जवानों को रवाना किया गया, जहां नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। एक दिन पहले ही भारी संख्या में नक्सली ओडिशा के रास्ते CG बॉर्डर में घुसे थे। इस दौरान ओडिशा पुलिस के साथ मुठभेड़ भी हुई थी। इसमें एक नक्सली मारा गया था, वहीं एक जवान घायल हुआ था। इसके बाद छत्तीसगढ़ फोर्स अलर्ट पर थी। ओडिशा से सटे गरियाबंद में गुरुवार को हुई थी मुठभेड़ ओडिशा और गरियाबंद से सटे उदंती अभ्यारण्य जंगल में गुरुवार को भी पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई थी। नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर गरियाबंद पुलिस ने संयुक्त सर्चिंग ऑपरेशन लॉन्च किया। इस ऑपरेशन में गरियाबंद DRG, कोबरा 207 बटालियन, ओडिशा SOG, सीआरपीएफ 211 और 65 बटालियन के लगभग 200 जवान शामिल थे। अमाड़ के जंगलों में पहुंचते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया। दबाव बनते देख नक्सली भाग खड़े हुए। नक्सलियों के ठिकाने से पुलिस ने एक सिंगल शॉट राइफल,नक्सली साहित्य,भारी मात्रा में गरम कपड़े और दैनिक उपयोग के सामान जब्त किया है। खबर अपडेट हो रही है...

Dainik Bhaskar अडानी मामले में किसान नेता का CM मान पर हमला:पंधेर बोले- सोलर प्रोजेक्ट का समझौता पंजाब समेत 12 राज्यों से था; मुख्यमंत्री जवाब दें

24 अक्टूबर 2024 को अमेरिका के न्यूयॉर्क की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अभियोग पंजीकृत किया गया। यहीं से अमेरिका में मुकदमे की शुरुआत होती है। अब इसको लेकर भारत में राजनीति गरमा गई है। गौतम अडानी पर लगे आरोपों को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बयान जारी किया है और सीएम भगवंत सिंह मान समेत देश की कई सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पंधेर ने प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार से जवाब मांगा है। सरवन सिंह पंधेर ने कहा- अमेरिका में करीब दो साल की जांच के बाद अडानी पर गंभीर आरोप लगे और उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ। पहले तो सोलर राज्य सरकारों ने मना कर दिया था, क्योंकि सोलर पावर बिजली महंगी होती है। लेकिन इस बिजली समझौते के लिए करीब 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई है। ये रिश्वत विरोधी सरकारें हैं और डबल इंजन की सरकारें भी हैं। पंधेर ने कहा- अडानी पर लगे आरोपों से देश की बदनामी हुई है, पीएम को इसकी जांच करानी चाहिए पंधेर ने कहा- यह समझौता करीब 12 राज्यों के साथ किया गया था। पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान भी इससे अछूते नहीं हैं। उन्हें बताना चाहिए कि अडानी के साथ किस आधार पर समझौता किया गया। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी को इस मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। अडानी पर लगे आरोपों से पूरे देश की बदनामी हुई है, हमें इससे बचना चाहिए और इसकी जांच करानी चाहिए। 26 नवंबर को खनौरी बॉर्डर पर भारी भीड़ जुटाने का ऐलान पंधेर ने कहा- मैं रवनीत बिट्टू के बयान का जवाब देना चाहता हूं, उन्होंने कहा कि किसान नेताओं की जांच होनी चाहिए। अगर आप चाहते हैं तो जांच करवा लें। साथ ही, पंजाब में कितनी स्पेशल ट्रेनें आ रही हैं, ताकि गोदाम खाली हो सकें। सरकार के पास गेहूं की फसल के प्रबंधन के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार चाहती है कि किसान अपना धान और गेहूं अडानी और अंबानी के शेलर में रखने को मजबूर हों। 26 तारीख को खनौरी बॉर्डर पर भारी भीड़ जुटेगी। साथ ही, 6 तारीख को हम दिल्ली कूच करेंगे।

Dainik Bhaskar पहले चिता पर जिंदा हुआ, फिर हॉस्पिटल में मौत:श्मशान से लौटने के 12 घंटे बाद तक सांसें चली; लापरवाही के आरोप में 3 डॉक्टर्स सस्पेंड

झुंझुनूं में श्मशान घाट में चिता पर लेटा व्यक्ति जिंदा हो गया। हालांकि, 12 घंटे बाद जयपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं, जिंदा युवक को मृत बताकर मॉर्च्युरी और फिर श्मशान भेजने वाले तीन डॉक्टर्स को जिला कलेक्टर ने सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, झुंझुनूं जिले के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल भगवान दास खेतान (BDK) में गुरुवार दोपहर को एक मूक बधिर युवक को इलाज के लिए लाया गया था, लेकिन डॉक्टर्स ने उसे कुछ मिनटों में मृत घोषित कर दिया। इसके बाद युवक को मॉर्च्युरी के डीप फ्रीजर में दो घंटे तक रखा गया। शाम करीब पांच बजे जब उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो अचानक उसकी बॉडी में मूवमेंट हुआ और सांस चलने लगी। इसके बाद उसे पहले बीडीके और बाद में जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल ले जाया गया। तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में कराया था भर्ती जानकारी के अनुसार, झुंझुनूं जिले के मां सेवा संस्थान के बगड़ स्थित आश्रय गृह में रहने वाले रोहिताश (25) की गुरुवार दोपहर को तबीयत बिगड़ गई थी। रोहिताश अनाथ था। ऐसे में वो पिछले काफी समय से यहीं पर रह रहा था। उसे बीडीके अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने गुरुवार दोपहर 2 बजे मृत घोषित किया था। इसके बाद उसकी बॉडी का मॉर्च्युरी में रखवाया गया। इसके बाद पुलिस को बुलाकर पंचनामा बनाया गया और शव को एंबुलेंस की मदद से श्मशान घाट ले जाया गया था। यहां रोहिताश की बॉडी को चिता पर रखा तो उसकी सांस चलने लगी और शरीर हिलने लगा। यह देखकर वहां मौजूद सभी लोग डर गए। इसके बाद तुरंत एंबुलेंस बुलाकर रोहिताश को अस्पताल ले गए। एक ने मृत घोषित किया, दूसरे ने पोस्टमार्टम सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि राजकीय भगवान दास खेतान हॉस्पिटल में रोहिताश का पोस्टमार्टम हुआ कि नहीं। अगर पोस्टमार्टम हुआ है तो वह जिंदा कैसे हो गया था। अगर पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो रिपोर्ट कैसे बना दी गई। बीडीके अस्पताल में जिंदा आदमी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. नवनीत ने बनाई थी। भास्कर को मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट नंबर 223 के पहले पेज पर 1.50 मिनट पर मौत होना बताया गया है। वहीं अंतिम कॉलम में रिमार्क ऑफ मेडिकल ऑफिसर में डॉक्टर की ओपिनियन लिखी हुई है। इसमें फेफडे फेल होना तथा सीओपीडी या टीबी की बीमारी से मौत होना बताया गया है। रिपोर्ट पर डॉ. नवनीत के हस्ताक्ष

Dainik Bhaskar हिमाचल CM करेंगे दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात:राहुल-खड़गे और प्रियंका को देंगे निमंत्रण; संगठन में समर्थकों की ताजपोशी के लिए पैरवी करेंगे

हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। सीएम सुक्खू हिमाचल सरकार के दो साल पूरे होने के जश्न कार्यक्रम के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को न्योता देने दिल्ली गए हैं। इस दौरान वह दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला से भी मुलाकात कर सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को दो साल पूरे करने जा रही है। इस मौके पर सरकार ने जश्न कार्यक्रम करने का फैसला किया है। यह कार्यक्रम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर में आयोजित किया गया है। यहां कार्यक्रम के बहाने कांग्रेस अपनी ताकत दिखाएगी और इसमें 25 हजार की भीड़ लाने का लक्ष्य दिया गया है। इस कार्यक्रम के लिए सीएम सुक्खू नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को न्योता देने दिल्ली गए हैं। इन तीनों नेताओं से सुक्खू आज मुलाकात कर सकते हैं। सुक्खू से पहले प्रतिभा लॉबिंग करके शिमला लौटी दिल्ली दौरे के दौरान सूक्खू राजीव शुक्ला से मिलकर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। इस वजह से प्रदेश में सियासत गरमा गई है। CM से पहले कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह दिल्ली में राजीव शुक्ला से मुलाकात करके शिमला लौट आई हैं। प्रतिभा सिंह भी अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग कर चुकी हैं। अब सीएम सुक्खू भी अपने खेमे के नेताओं की संगठन में ताजपोशी के आज बात करेंगे। खड़गे ने भंग की थाी प्रदेश कार्यकारिणी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने बीते महीने ही हिमाचल में कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। अब प्रदेश कांग्रेस में केवल प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की इकलौती पदाधिकारी बची हैं। लिहाजा नई कार्यकारिणी का गठन होना है। यह काम प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से चर्चा के बाद पार्टी हाईकमान को करना है। पहले साल का जश्न धर्मशाला में मनाया था बिलासपुर में होने वाले कार्यक्रम के दौरान सरकार अपनी दो साल की उपलब्धियां गिनाएगी और कुछ नई योजनाओं का भी ऐलान इस दिन किया जा सकता है। इससे पहले सुक्खू सरकार एक साल पूरा करने पर धर्मशाला में जश्न मना चुकी है। अब दूसरे साल का जश्न बिलासपुर में रखा गया है। कांग्रेस सरकार के पहले साल का जश्

Dainik Bhaskar MP-UP समेत 6 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट:कानपुर-गोरखपुर में विजिबिलिटी 500 मीटर; राजस्थान के माउंट आबू में तापमान 5°

देश में उत्तर भारत के राज्यों में ठंड और घने कोहरे का असर लगातार बढ़ते जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में शुक्रवार को घने कोहरे का अलर्ट है। घने कोहरे के कारण उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और कानपुर में बुधवार सुबह विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर रह गई। उधर, राजस्थान के हिल स्टेशन माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मध्य प्रदेश में भी ठंड का असर कम नहीं हो रहा है। MP के 8 शहरों में टेम्प्रेचर 10 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में तापमान 10.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह पिछले 10 साल में नवंबर का तीसरा सबसे कम तापमान है। देशभर में मौसम की 2 तस्वीरें... जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी थमी, लेकिन तापमान माइनस में जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों में बर्फबारी पिछले 2 दिनों से नहीं हो रही है। इसके बावजूद श्रीनगर में तापमान 0.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। शोपियां गुरुवार को देश का सबसे ठंडा जिला रहा। यहां तापमान माइनस 3.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। वहीं अनंतनाग में माइनस 3.5 डिग्री, पुलवामा में माइनस 3.4 डिग्री पहुंच गया था। नॉर्थ ईस्ट में तेज बारिश, दक्षिण में सर्दी कम राज्यों की मौसम की खबरें... राजस्थान में दिन में भी धुंध, जहरीली हुई हवा: जयपुर सहित 4 शहर रेड जोन में, AQI लेवल 300 के पार राजस्थान में उत्तरी हवा का प्रभाव बढ़ने से तेज हुई सर्दी के साथ धुंध (कुहासा) बढ़ गई है। दिल्ली-NCR और उत्तरी राजस्थान शहरों में धुंध बढ़ने से एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) भी खराब स्थिति में पहुंच गया। जयपुर, भिवाड़ी, सीकर, गंगानगर रेड जोन में आ गए हैं। कल (20 नवंबर) यहां का AQI लेवल 300 के पार दर्ज हुआ। पढ़ें पूरी खबर... MP के ग्वालियर, रीवा-चंबल संभाग में कोहरा: भोपाल-इंदौर समेत 28 शहरों में सामान्य से नीचे टेम्प्रेचर उत्तरी हवाओं के असर से मध्यप्रदेश में सर्दी बढ़ गई है। कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 15 डिग्री के नीचे आ गया है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 28 शहरों में पारा सामान्य से नीचे है। ऐसा ही मौसम अगले कुछ दिन और बना रहेगा। गुरुवार सुबह ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के कई जिलों में कोहरा रहा। पढ़ें पूरी खबर... बिहार में अगले हफ्ते और बढ़ेगी ठंड: हाजीपुर देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर; रोहतास का न्यूनत

Dainik Bhaskar पंजाब CM के सलाहकार की नियुक्ति की चर्चा पर बवाल:सांसद मालीवाल बोलीं- मुझे पीटने वाले विभव को इनाम, कांग्रेस ने कहा- जवाब देना चाहिए

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के मुख्य सलाहकार के तौर पर विभव कुमार की नियुक्ति की चर्चाओं के बीच पंजाब की राजनीति में उथल-पुथल शुरू हो गई है। दिल्ली की सांसद स्वाति मालीवाल ने कल यानी गुरुवार को कुमार की नियुक्ति को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए। हालांकि, विभव कुमार की नियुक्ति को लेकर पंजाब सरकार की ओर से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है। जिसके बाद पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जालंधर कैंट से एमएलए परगट सिंह ने भी राज्य के मुख्यमंत्री, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पर सवाल खड़े किए और स्वाति मालिवाल के सवालों का जवाब देने को कहा। आरोपों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए- परगट सिंह पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने कहा- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को राज्यसभा सांसद स्वाति मालिवाल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। क्या दिल्ली से बिभव कुमार को पंजाब के मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है? या फिर उन्हें ये अधिकार अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर अवैध रूप से दिए गए हैं? स्वाति मालिवाल ने कहा- मुझे पीटने वाले अपने लाडले गुंडे बिभव को केजरीवाल ने बड़े बड़े इनाम दिये 1. पंजाब मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार का बेशकीमती पद जो की राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद है। पंजाब पुलिस का DGP सरकार का चीफ सेक्रेटरी अब गुंडे को रिपोर्ट कर रहे हैं। पंजाब के प्रतिभाशाली युवा देश छोड़कर जा रहे हैं और यहां गुंडों को लाखों रुपए की सैलरी, गाड़ियां-बंगले और नौकर चाकर दिए गए हैं। 2. हमारे वरिष्ठ सांसद एनडी को उनके सांसद कोटे के बंगले 10, फिरोजशाह रोड से निकालकर इस गुंडे को उनके घर में बसाया गया है। इस उम्र में उनसे उनका घर छीना गया। ये गुंडा इस घर में गैरकानूनी ढंग से रह रहा है। सवाल ये है कि जिस आदमी को सुप्रीम कोर्ट तक ने गुंडा कहा, उसको बेल की शर्तों का उल्लंघन करते हुए क्यों केजरीवाल जी द्वारा इतना बढ़ावा दिया जा रहा है। सोचिए कितने राज छुपे होंगे इस आदमी के पास। मैं भगवंत सिंह मान से पूछना चाहती हूं- अगर गुंडे पंजाब सरकार चलायेंगे। तो पंजाब की महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी? आपके भी घर पर बहन बेटी हैं। एक मुख्यमंत्री को अपने आपको इस प्रकार रबर स्टाम्प नहीं बनने देना चाहिए।

Dainik Bhaskar मणिपुर CM को हटाएं तभी समर्थन देगी NPP:कहा- राज्य सरकार का साथ छोड़ा, लेकिन अब भी NDA के सहयोगी

मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने कहा है कि यदि भाजपा मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाती है तो पार्टी अपने फैसले पर दोबारा विचार कर सकती है। एनपीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युमनाम जॉयकुमार सिंह ने कहा- बीरेन सिंह राज्य में शांति लाने में पूरी तरह विफल रहे हैं। इसी कारण है कि NPP के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। हालांकि, समर्थन वापस लेने का मणिपुर सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि 60 सदस्यों वाले सदन में BJP के पास 32 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत है। नागा पीपुल्स फ्रंट और जेडी(यू) भी सत्तारूढ़ गठबंधन में हैं। भ्रम के कारण शामिल हुए होंगे विधायक- जॉयकुमार जॉयकुमार ने दावा किया कि सीएम की अध्यक्षता में 18 नवंबर को हुई बैठक में NPP के तीन विधायक शामिल हुए थे, यह भ्रम के कारण हो सकता है। बैठक एनडीए विधायकों के लिए थी। हमने केवल बिरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लिया है, लेकिन हम अभी भी NDA के सहयोगी हैं। हालांकि, हमने अपने विधायकों को आगाह किया है कि राज्य या राष्ट्रीय अध्यक्ष की पूर्व मंजूरी के बिना ऐसी बैठकों में जाने पर उन पर एक्शन लिया जा सकता है। विधायक के घरों से लूटे डेढ़ करोड़ के जेवर मणिपुर में हाल ही में विधायकों के घरों पर हमले के दौरान 1.5 करोड़ रुपए के जेवर लूटे जाने का खुलासा हुआ है। जदयू विधायक के. जॉयकिशन सिंह की मां ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। तोड़फोड़ करने वाली भीड़ ने थांगमेइबंद इलाके में विधायक के आवास से 18 लाख रुपए नकद भी लूट लिए। विस्थापितों के लिए रखे कई सामान भी नष्ट कर दिए। रिलीफ कैंप की वालेंटियर सनयाई ने दावा किया कि हिंसा के दौरान लॉकर, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और फर्नीचर में तोड़फोड़ की गई। भीड़ 7 गैस सिलेंडर ले गई। विस्थापितों के दस्तावेज नष्ट कर दिए। तीन एसी ले जाने की भी कोशिश की। पुलिस के अनुसार, 16 नवंबर की शाम को भीड़ ने विधायक के आवास पर करीब दो घंटे तक तोड़फोड़ की थी। विधायक उस वक्त किसी परिजन के इलाज के लिए दिल्ली में थे। मणिपुर में पिछले सप्ताह हिंसा बढ़ने के बाद गुस्साए लोगों ने कई विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की थी। यह हिंसा तीन महिलाओं और तीन बच्चों के जिरीबाम जिले में एक राहत शिविर से लापता होने के बाद भड़की थी। 4 जिलों में कर्

Dainik Bhaskar ज्ञानवापी में सीलबंद वजूखाने के सर्वे की मांग:हिंदू पक्ष बोला- 15 मुकदमे हाईकोर्ट ट्रांसफर कर एकसाथ सुनें; सुप्रीम कोर्ट से मुस्लिम पक्ष को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी से जुड़ी आज दो याचिकाओं पर सुनवाई हुई। एक नई याचिका आज 22 नवंबर को हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की। हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी में सीलबंद वजूखाने के एरिया के ASI सर्वे की मांग की। इसी जगह पर एक ठोस संरचना मिली थी, जिसे हिंदू पक्ष ने शिवलिंग होने का दावा किया है। हिंदू पक्ष अब इसका ASI सर्वे चाहता है। हिंदू पक्ष का कहना है कि ज्ञानवापी परिसर की बाकी जगह की तरह इस सीलबंद एरिया का भी सर्वे जरूरी है, ताकि वहां पर मंदिर की मौजूदगी साबित करने के लिए और सबूत मिल सके। सुप्रीम कोर्ट के 2022 में दिए आदेश के मुताबिक, वजुखाने वाली जगह अभी सील है। हिंदू पक्ष अब इस आदेश में बदलाव की मांग कर रहा है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष यानी अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी को नोटिस भेजा है। 15 दिन में मुस्लिम पक्ष को जवाब दाखिल करना होगा। ज्ञानवापी से जुड़े 15 केस हाईकोर्ट ट्रांसफर कर एकसाथ सुने जाने की मांग इसके अलावा पिछले महीने दाखिल एक याचिका पर भी आज सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष ने मांग की थी कि ज्ञानवापी से जुड़े सभी 15 मामलों को इलाहाबाद हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया जाए, ताकि उन पर एक साथ सुनवाई हो सके। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को नोटिस जारी किया। मुस्लिम पक्ष को 2 हफ्ते में जवाब देने को कहा है। ज्ञानवापी से जुड़े 9 मुकदमे वाराणसी जिला जज और 6 मुकदमे सिविल जज सीनियर डिवीजन, वाराणसी की अदालत में चल रहे हैं। ये याचिका लक्ष्मी देवी और तीन अन्य महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी। इस केस की भी सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है। दोनों केस की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। 'कानून के महत्वपूर्ण सवाल बड़ी अदालत ही तय करे' याचिकाकर्ताओं का कहना है कि इन 15 मुकदमों में कानून के महत्वपूर्ण सवाल भी शामिल हैं, जिन्हें बड़ी अदालत को ही तय करना चाहिए। इन सवालों में हिस्टोरिकल फेक्ट्स, ASI संबंधित सवाल, हिन्दू और मुस्लिम लॉ और संविधान के अनुच्छेद-300 ए की व्याख्या जैसे सवाल भी शामिल हैं। इसलिए इन मुकदमों की सुनवाई हाईकोर्ट में होनी चाहिए। 1991 से अब तक ज्ञानवापी का पूरा मामला समझिए... 2021 में 5 महिलाओं ने ज्ञानवापी पर दाखिल की याचिका कोर्ट ने इस याचिका पर सर्वे का आदेश दिया ------------------------ ये

Dainik Bhaskar उदयपुर-रॉन्ग साइड से आ रही कार की ट्रॉले से टक्कर:कार सवार सभी 5 लोगों की मौके पर मौत, देर रात हुआ हादसा

उदयपुर में ट्रॉले ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में 5 युवकों की मौत हो गई। मृतकों में हेड कॉन्स्टेबल का बेटा भी था। हादसा रात गुरुवार करीब 12 बजे सुखेर थाना क्षेत्र के अंबेरी में हुआ। पुलिस ने ट्रॉले को जब्त कर लिया है। थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया- कार में देलवाड़ा राजसमंद निवासी हिम्मत खटीक (32), बेदला निवासी पंकज नगारची (24), खारोल कॉलोनी निवासी गोपाल नगारची (27), सीसारमा निवासी गौरव जीनगर (23) और एक अन्य सवार थे। ये अंबेरी से रॉन्ग साइड में देबारी की तरफ जा रहे थे। तभी स्कोडा शोरूम से आगे अचानक सामने से ट्रॉला आ गया। ढलान होने की वजह से ट्रॉला रफ्तार में था। ट्रॉला के ड्राइवर ने कार को बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसे जगह नहीं मिल पाई। उसकी कार से टक्कर हो गई। आमने-सामने की टक्कर में कार बुरी तरह पिचक गई। इसमें सवार सभी युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना पर सुखेर थाने से पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। लोगों की मदद से शव बाहर निकाले गए। सभी शवों को एमबी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। पुलिस का कहना है कि ये युवक कहां से आ रहे थे और कहां जा रहे थे। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनसे पूछताछ के बाद ही मृतकों के बारे में ज्यादा जानकारी मिल पाएगी। खबर अपडेट की जा रही है...

Dainik Bhaskar हिमाचल मस्जिद मामले में जिला अदालत में सुनवाई आज:मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने चुनौती दी; MC कोर्ट के फैसले को डिफैक्टिड बताया

हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित संजौली मस्जिद विवाद में आज जिला न्यायालय में सुनवाई होगी। ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में याचिका दायर कर नगर निगम शिमला कमिश्नर कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है। पिछली सुनवाई में न्यायालय ने पूछा था कि क्या संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ को वक्फ बोर्ड ने मस्जिद प्रमुख के तौर पर अधिकृत किया है या नहीं? इसका जवाब वक्फ बोर्ड को आज न्यायालय में देना है। बता दें कि मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने संजौली मस्जिद की तीन मंजिलों को गिराने के नगर निगम आयुक्त न्यायालय के 5 अक्टूबर के आदेशों को चुनौती दी है। वेलफेयर सोसायटी ने एसी न्यायालय के इस फैसले को डिफैक्टिड बताया है। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में MC आयुक्त कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक यानी छत को हटाने का काम पूरा हो गया है। अब टॉप की मंजिल की दीवारों को तोड़ा जाना है। इस बीच मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने कोर्ट में मामले को चुनौती दी है। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्चे पर ऊपर की 3 मंजिल तुड़वाने का काम कर रही है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए शिमला MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 2010 से चल रहा है। इसे देखते हुए लोकल रेजिडेंट ने 21 अक्टूबर को एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और जल्दी फैसला सुनाने के लिए MC आयुक्त को निर्देश देने का आग्रह किया। इस पर हिमाचल हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को 8 सप्ताह के भीतर केस निपटाने के आदेश दिए। इन आदेशों के अनुसार, MC आयुक्त को 20 दिसंबर तक संजौली मस्जिद का केस निपटाना है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके ब

Dainik Bhaskar नतीजों से पहले महाविकास अघाड़ी में तकरार:पटोले बोले- महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार बनेगी; संजय राउत ने कहा- इसे कोई नहीं मानेगा

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले महाविकास अघाड़ी खेमे में मुख्यमंत्री को लेकर खटपट शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा- महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनेगी। ट्रेंड्स से ऐसा लगता है कि कांग्रेस को ज्यादा सीटें आएंगी। इसलिए सरकार कांग्रेस की अगुआई में बनेगी। पटोले का बयान शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत को रास नहीं आया है। राउत ने कहा कि महा विकास अघाड़ी सरकार बनाएगी, लेकिन सीएम कौन होगा, यह एमवीए गठबंधन सहयोगी तय करेंगे। मैं इसे स्वीकार नहीं करूंगा। कोई भी नहीं करेगा। राउत ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने पटोले से कहा है कि वह सीएम होंगे तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा को इसकी घोषणा करनी चाहिए। MVA में उद्धव की शिवसेना कमजोर, विदर्भ में कांग्रेस को बढ़त 2019 के चुनाव में चौथे नंबर पर रही कांग्रेस इस बार सहयोगी पार्टियों पर भारी दिख रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 13 सीटें जीतकर चौंका दिया था। विदर्भ की 62 सीटों में से कांग्रेस करीब 50 सीटें जीत सकती है। गठबंधन में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 101 कैंडिडेट उतारे हैं। महाविकास अघाड़ी की दूसरी बड़ी पार्टी शिवसेना (उद्धव गुट) सबसे कमजोर साबित हो सकती है। पार्टी ने 95 कैंडिडेट उतारे हैं। इनमें से एक तिहाई के ही जीतने के चांस हैं। शरद पवार की पार्टी NCP (SP) पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में मजबूत दिख रही है। उसे मराठा वोट का फायदा मिल सकता है। महाराष्ट्र में हुआ 66% मतदान, यह 2019 से 5% ज्यादा महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को एक फेज में वोटिंग हुई है। मतदान का अंतिम आंकड़ा आ गया है। इस बार EVM से 66% मतदान हुआ, जो 2019 के टर्नआउट 61.1% से 5% ज्यादा है। सबसे ज्यादा मतदान कोल्हापुर में 76.6% हुआ है। वहीं, झारखंड में कुल 67.74% मतदान हुआ, जो 2019 के चुनावी आंकड़ों से 1.65% अधिक था। यहां झारखंड की 81 सीटों में से 68 पर महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक हुई है। राउत बोले- एग्जिट पोल सबसे बड़ा धोखा राउत ने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए उन्हें धोखाधड़ी बताया। उन्होंने दावा किया कि एमवीए सरकार बनाएगी और 160 सीटें जीतेगी। राउत ने कहा कि इस देश में एग्जिट पोल धोखाधड़ी हैं। हमने लोक

Dainik Bhaskar क्या राजस्थान में पाकिस्तान से आ रही जहरीली हवा?:सर्दी में हर बार 15 से ज्यादा शहर होते हैं प्रभावित, जानिए- क्यों घुटने लगता है दम

पाकिस्तान के मुल्तान और लाहौर से उठने वाला धुआं राजस्थान की हवा को जहरीला बना रहा है। राजस्थान के 15 से ज्यादा शहरों का AQI स्तर काफी खराब हो गया है। हवा में कोहरे की तरह छाई प्रदूषण की परत के पीछे पाकिस्तान से आ रही उत्तर-पश्चिम हवाओं को कारण माना जा रहा है। पिछले 5 दिनों से पाकिस्तान के मुल्तान और लाहौर शहर का AQI का स्तर 1500 से पार चल रहा है। इन्हीं शहरों के प्रदूषण का असर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में नजर रहा है। एक साथ तीन प्रदेशों में बनी इस प्रदूषण की स्थिति को लेकर दैनिक भास्कर ने मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा से कारणों को समझा। सामने आया कि प्रदूषण सभी क्षेत्रों में हर समय बना रहता है। लेकिन इस सीजन में विशेष स्थिति पैदा हो जाती है। जिसके कारण प्रदूषण कोहरे की परत नजर आती है। दूसरा उत्तर-पश्चिमी हवाओं सहित पराली जलाने की घटनाओं से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। पढ़िए ये रिपोर्ट... सर्दियों में हवा की स्पीड कम होना बड़ा कारण मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में उत्तर-पश्चिम हवा का दौर चलता है। इस समय हवा की स्पीड काफी कम होती है। ये हवा 5 से 6 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आगे बढ़ती है। जबकि गर्मियों में स्पीड 20-25 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। इधर पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से सर्दी का भी असर तेज हो जाता है। इसी कारण से हवा का घनत्व (डेंसिटी) काफी कम हो जाता है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर जो प्रदूषण होता है, उड़ने वाले धूल के कण, फैक्ट्रियों से निकला धुआं हवा में घुल नहीं पाते। ये सारा प्रदूषण इकट्ठा होकर हवा की निचली सतह पर ही कोहरे की परत बना देता है। इससे वायु का स्तर खराब हो जाता है। इस कारण सांस लेने में भी परेशानी होती है। पाकिस्तान से राजस्थान में हवा की एंट्री का रूट? पराली जलाने से भी खराब होती है गुणवत्ता मौसम वैज्ञानिक शर्मा ने बताया कि वतावरण में प्रदूषण और धूल के उड़ने का स्तर हर समय लगभग उतना ही रहता है। ऐसा नहीं है कि अचानक से वाहनों या फिर फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं बढ़ गया। सर्दी को छोड़कर राजस्थान में हर समय हवा की स्पीड काफी तेज होती है। तेज हवा में सारे तत्व घुल जाते हैं। जिसके कारण धुंध जैसी स्थिति पैदा नहीं होती है। सर्दियों के समय सिंधु-गंगा के मैदानी भागों में वायु प्रदूष

Dainik Bhaskar वो तीन सबूत...जिसे हिंदू पक्ष ने संभल में आधार बनाया:बाबर ने अपनी आत्मकथा में लिखा- हिंदू मंदिर को मस्जिद में बदल दिया

उत्तर प्रदेश में काशी और मथुरा के बाद संभल की शाही जामा मस्जिद विवादों में है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ये जगह पहले श्रीहरिहर मंदिर हुआ करती थी, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। मस्जिद के अंदर शिवलिंग होने का भी दावा किया गया है। संभल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में हिंदू पक्ष ने याचिका लगाई। 95 पेज की याचिका में हिंदू पक्ष ने दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया है। इनमें बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी किताब और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक 150 साल पुरानी रिपोर्ट शामिल है। संभल की सिविल कोर्ट ने एक हफ्ते में कोर्ट कमिश्नर सर्वे की रिपोर्ट मांगी है। इस आदेश के खिलाफ जामा मस्जिद पक्ष ने कोर्ट में अपील दाखिल की है। मामले पर अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी। 'दैनिक भास्कर' ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर इस पूरे विवाद को बारीकी से समझा। दोनों पक्षों से बातचीत की। ये भी जाना कि किस आधार पर कोर्ट ने याचिका स्वीकारी है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहले समझिए आज के हालात काशी-मथुरा का केस लड़ने वाले हरिशंकर जैन समेत इन 8 लोगों ने संभल की मस्जिद का मामला कोर्ट तक पहुंचाया... याचिका में इन्हें बनाया पार्टी गृह मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, ASI के डायरेक्टर जनरल, ASI मेरठ सर्किल के अधीक्षक, संभल जिले के DM और जामा मस्जिद की प्रबंध कमेटी। 1- बाबरनामा बाबर ने तुर्की भाषा में आत्मकथा लिखी है। इसका अनुवाद एनेट सुसान्नाह बेवरिज ने किया था। बाबरनामा के पेज नंबर-687 पर जिक्र है कि बाबर जुलाई, 1529 में संभल आया था। किताब में 10 जुलाई का उल्लेख है। अनुवादक ने टिप्पणी में लिखा है- 'हिन्दू बेग कुचिन 932 हिजरी (एएच) में हुमायूं का सेवक था। 933 हिजरी में संभल में उसने एक हिंदू मंदिर को मस्जिद में बदल दिया था। यह बाबर के आदेश पर किया गया। मस्जिद पर आज भी मौजूद एक शिलालेख में इसकी याद दिलाई जाती है।' 2- आइन-ए-अकबरी अकबर के शासनकाल में फारसी भाषा में अबुल फजल ने 'आइन-ए-अकबरी' किताब लिखी। 1589 से 1600 के बीच लिखी गई पुस्तक में पेज नंबर-281 पर लिखा है- 'सम्बेल (संभल) में प्रचुर मात्रा में शिकार उपलब्ध हैं। जहां गैंडा पाया जाता है। यह एक छोटा हाथी जैसा जानवर है, जिसके पास सूंड नहीं होती। इसके थूथन पर एक सींग होती है, जिससे यह दूसरे जानवरों पर हमला करता है। इसकी खाल से ढालें बनाई जाती हैं और सींग से धनुष की

Dainik Bhaskar हिमाचल में मुख्य संसदीय सचिव रहेंगे या नहीं, फैसला आज:सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, हाईकोर्ट ने CPS एक्ट रद्द किया था, सुविधाएं वापस लीं

सुप्रीम कोर्ट (SC) में आज हिमाचल के मुख्य संसदीय सचिव (CPS) मामले में सुनवाई होगी। कांग्रेस सरकार ने हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी है। वहीं बीजेपी ने भी इसी मामले में कैविएट फाइल कर रखी है, ताकि कांग्रेस सरकार की SLP (विशेष अनुमति याचिका) सुनने से पहले बीजेपी भी अपना पक्ष अदालत में रख सके। बीजेपी के चौपाल से MLA बलवीर वर्मा की ओर से कैविएट फाइल की गई है। यह मामला मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की कोर्ट में लगेगा। प्रदेश सरकार की ओर से इस केस की पैरवी सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल करेंगे। राज्य सरकार ने दलील दी है कि हिमाचल हाईकोर्ट ने बिमलोंशू राय बनाम असम के केस को आधार बनाते हुए फैसला सुनाया है, जबकि हिमाचल और असम का CPS एक्ट अलग था। हिमाचल के एडवोकेट जनरल अनूप रत्न ने बताया कि राज्य सरकार ने ये दलीलें हाईकोर्ट में भी दी। मगर जजमेंट के वक्त उन दलीलों का ज्यादा ध्यान में नहीं रखा गया। इसी ग्राउंड पर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने 13 नवंबर को हिमाचल संसदीय सचिव (नियुक्ति, वेतन, भत्ते, शक्तियां, विशेषाधिकार और सुविधाएं) एक्ट,2006 को निरस्त किया था। सुक्खू ने इन्हें लगा रखा था CPS मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के 6 विधायकों अर्की से संजय अवस्थी, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, बैजनाथ से किशोरी लाल, रोहड़ू से एमएल ब्राक्टा, दून से राम कुमार चौधरी और पालमपुर से आशीष कुमार को CPS बनाया था। इन्होंने दी हाईकोर्ट में चुनौती कल्पना नाम की एक महिला के अलावा BJP के 11 विधायकों और पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था ने CPS की नियुक्ति को असंवैधानिक बताते हुए हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।संविधान के अनुच्छेद 164(1)ए के तहत किसी भी राज्य की विधानसभा में मंत्रियों की संख्या 15 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए। हिमाचल में 68 विधायक हैं, इसलिए यहां अधिकतम 12 मंत्री ही बन सकते हैं। बावजूद इसके प्रदेश सरकार में सीएम, डिप्टी सीएम सहित कुल 11 मंत्री हैं, जो 6 सीपीएस को मिलाकर 17 बनते हैं। इसी को तीन याचिकाओं में चुनौती दी गई थी। 13 नवंबर को कल्पना और बीजेपी के 11 विधायकों की याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया, जबकि पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था की याचिका पर बीते बुधवार (20 नवंबर) को अदालत ने आदेश दिए। विधायकों

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