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Dainik Bhaskar मानवाधिकार आयोग का केंद्र-कर्नाटक सरकार को नोटिस:4 सप्ताह में जवाब मांगा; आयुष्मान योजना का लाभ न मिलने पर बुजुर्ग ने आत्महत्या की थी

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने गुरुवार को आयुष्मान भारत योजना से जुड़े एक मामले में केंद्र और कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी किया है। NHRC ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है। बेंगलुरु में राज्य सरकार के अस्पताल किदवई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी ने 72 साल के बुजुर्ग को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए का कवर देने से मना कर दिया था। इसके बाद 25 दिसंबर, 2024 को बुजुर्ग ने आत्महत्या कर ली थी। इसी मामले में NHRC ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव और कर्नाटक सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने नोटिस में सीनियर सीटिजन लाभार्थियों को योजना में आने वाली कुछ अन्य परेशानियों का भी जिक्र किया है। आयोग ने कहा अगर सीनयर सीटिजन को उनके लिए बनाई गई योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, तो यह स्वास्थ्य के अधिकार का उल्लंघन हो सकता है, जो सम्मान से जीवन जीने के लिए जरूरी है। 70+ साल के बुजुर्गों के लिए अक्टूबर, 2024 में शुरू हुई थी योजना केंद्र सरकार ने 29 अक्टूबर 2024 से 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के सभी लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिए जाने की घोषणा की थी। इस योजना में मुफ्त इलाज के लिए कोई शर्त नहीं रखी गई थी। इनकम, पेंशन, बैंक बैलेंस, जमीन या पुरानी बीमारियों के आधार पर किसी बुजुर्ग को इस योजना के दायरे से बाहर नहीं किया सकता। योजना शुरू करते समय सरकार ने बताया था कि 6 करोड़ सीनियर सिटिजंस को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसमें देश के करीब 4.5 करोड़ परिवार शामिल होंगे। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के अपने घोषणापत्र में यह वादा किया था। इससे पहले 34 करोड़ से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल रहा था। केंद्र ने 2017 में योजना की शुरुआत की थी आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना है, जो देश के सबसे गरीब 40 प्रतिशत लोगों को हर साल 5 लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत केंद्र सरकार ने यह योजना साल 2017 में शुरू की थी। हालांकि, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य इस योजना को मानने से इनकार कर रहे हैं और राज्य में खुद अपनी योजना चला रहे हैं। इस योजना के तहत देश भर के सिलेक्टेड सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज करवाया जा सकता है। भर्ती होने के 10 दिन पहले और बाद के खर्च का भी इस योजन

Dainik Bhaskar अहमदाबाद के स्कूल में 8 साल की छात्रा को अटैक:कक्षा 3 में पढ़ती थी; सीने में उठा दर्द, बैंच पर बैठते ही जमीन पर गिरी, मौत

अहमदाबाद के निजी स्कूल में शुक्रवार को 8 साल की बच्ची की हार्टअटैक से मौत हो गई। गार्गी राणपरा सुबह की पारी में करीब 8 बजे स्कूल पहुंची थी। सीढ़ियां चढ़ते वक्त उसके सीने में अचानक दर्द उठा। दर्द के बाद बच्ची लॉबी की बैंच पर बैठ गईं और कुछ ही सेकेंड्स में जमीन पर गिर गई। थलतेज इलाके के स्कूल स्टॉफ ने बच्ची को हॉस्पिटल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में बच्ची की मौत का कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया गया है। 3 तस्वीरों से पूरी घटनाक्रम अचानक सीने में उठा था तेज दर्द स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिष्ठा सिन्हा ने बताया कि अटैक के बाद स्टाफ ने 108 एंबुलेंस पर कॉल किया। लेकिन, एंबुलेंस के स्कूल तक आने में देरी हो रही थी। इसके चलते उसे स्टाफ कार से जायडस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। मुंबई में रहते हैं बच्ची के माता-पिता गार्गी के माता-पिता मुंबई में रहते हैं। वह अहमदाबाद में दादा-दादी के पास ही रहती थी। घटना के बाद पुलिस ने स्कूल पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की। क्राइम ब्रांच की टीम ने भी स्कूल की जांच की है। गार्गी पूरी तरह स्वस्थ थी। जायडस हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने कार्डियक अरेस्ट की आशंका जताई है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की सही वजह सामने आएगी। 9 जनवरी को कर्नाटक के स्कूल में भी हुई ऐसी ही घटना ऐसा ही मामला कल (गुरुवार) को कर्नाटक के चामराजनगर जिले में सामने आया था। यहां सेंट फ्रांसिस स्कूल में 8 साल की बच्ची तेजस्विनी क्लासरूम में टीचर को अपनी कॉपी दिखाने के लिए अपनी सीट से उठी, और बेहोश हो गई। खुद को संभालने के लिए तेजस्विनी ने दीवार का सहारा भी लिया लेकिन जमीन पर गिर गई। स्कूल वालों ने तुंरत ही उसे तीन मिनट की दूरी पर बने JSS अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यहां भी डॉक्टरों ने बच्ची की मौत का संभावित कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया है।

Dainik Bhaskar MP में पूर्व विधायक के घर से 2 मगरमच्छ रेस्क्यू:सागर में भाजपा नेता के यहां आयकर टीम ने की थी रेड; नकदी और सोना मिला था

वन विभाग की टीम ने सागर में भाजपा पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के घर से 2 मगरमच्छ रेस्क्यू किए हैं। वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों मगरमच्छ को मेडिकल जांच के बाद किसी डैम में छोड़ा जाएगा। सागर में बीड़ी और कंस्ट्रक्शन कारोबारी राजेश केशरवानी और पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के ठिकानों पर की गई छापेमारी में आयकर विभाग ने करीब 150 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है। टीम को फर्म में साझेदारी करने वाले राठौर के भाई और परिजनों के यहां से बड़ी मात्रा में सोना और कैश मिला था। छापे के दौरान पूर्व विधायक के घर पर 3 मगरमच्छ होने की सूचना मिली। छापे में मिले थे बेनामी संपत्ति के दस्तावेज आयकर विभाग ने रविवार को सागर में तीन ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई पूरी हो गई है। जिसमें आयकर ने बड़ी टैक्स चोरी पकड़ी है। साथ ही बेनामी प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं। आयकर विभाग ने इन्हें कब्जे में लेकर विस्तृत जांच शुरू कर दी है। संबंधितों को समन जारी कर बयान लेने की तैयारी की जा रही है। भाजपा जिला अध्यक्ष की रेस में हैं हरवंश सिंह राठौर हरवंश सिंह सागर जिले के बंडा से पूर्व विधायक रहे हैं और वर्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष की रेस में शामिल हैं। रविवार सुबह 8 बजे भोपाल से करीब 10 गाड़ियों से आयकर की टीमें सागर पहुंची थीं। हरवंश राठौर के पिता हरनाम सिंह राठौर उमा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 200 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति मिली थी आयकर विभाग ने हरवंश राठौर, सागर के पूर्व पार्षद राजेश केशरवानी और इनके सहयोगियों के 3 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें 200 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ। जानकारी के मुताबिक, राठौर के ठिकानों से 14 किलो सोना मिला। इसमें ज्वेलरी व बुलियन शामिल हैं। 9.80 किलो सोना आयकर विभाग ने जब्त किया है। इसके अलावा 3.8 करोड़ नकदी भी जब्त की गई है। वहीं, पूर्व पार्षद केशरवानी के यहां करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले। इनमें 140 करोड़ रुपए के नकद लेन-देन का हिसाब भी मिला है। कंस्ट्रक्शन, बीड़ी समेत जमीनों के कारोबार से जुटाई संपत्ति जांच में खुलासा हुआ है कि राठौर बीड़ी कारोबार से जुड़े हैं। साथ ही केशरवारी के साथ कंस्ट्रक्शन और जमीनों के कारोबार में भी भागीदारी रही है। आयकर विभाग की राठौर के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई मंगलवार को पूरी हो गई

Dainik Bhaskar योगी बोले- महाकुंभ में मुसलमान आएं, लेकिन शर्त है...:किसी ने गड़बड़ी की तो डेंटिंग-पेंटिंग करेंगे; इतिहास उठाकर देखिए 'बंटे तो कटे थे'

प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री को लेकर सीएम योगी ने बड़ा बयान दिया। कहा- जिस किसी को भी भारत की सनातन परंपरा में विश्वास है, वह मुसलमान यहां आएं, उनका स्वागत है, लेकिन गलत मानसिकता के साथ जो लोग आएंगे, उनकी डेंटिंग-पेंटिंग की भी व्यवस्था की गई है। योगी ने यह बातें शुक्रवार को एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही। सीएम महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रयागराज के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सीएम योगी की बड़ी बातें पढ़िए- 1- जिन्होंने दबाव में इस्लाम स्वीकार, ऐसे लोगों का स्वागत कुंभ में ऐसे ही लोगों का स्वागत है, जो अपने को भारतीय मानते हों। सनातन परंपरा में श्रद्धा रखते हैं। जिन्हें ऐसा लगता है कि भूतकाल में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे सनातनी हैं। जो मुसलमान अपने गोत्र को भारत के ऋषियों के नाम से जोड़कर देखते हैं। ऐसे लोग प्रयागराज आएं। यहां आकर परंपरागत तरीके से संगम में स्नान करें। ऐसे लोगों के आने में कोई समस्या नहीं है। 2- इतिहास उठाकर देखिए बंटे थे तो कटे थे बंटेंगे तो कटेंगे, नारे को लेकर योगी ने कहा- इतिहास को उठाकर देखेंगे, तब इस बात को देखेंगे कि बंटे थे तो कटे थे। अगर आप इतिहास की उस गलती से सबक सीखेंगे। फिर कभी भी ऐसी नौबत नहीं आएगी कि कोई भी गुलामी की बेड़ियों में हमें जकड़ पाए। 3- बाबा साहेब के संविधान में सेक्युलर-सोशलिस्ट शब्द नहीं इंडी गठबंधन (इंडिया ब्लॉक) ने लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार किया था। संविधान के बारे में दुष्प्रचार कर रहे थे, जिन लोगों ने स्वयं संविधान का गला घोंटा है। बाबा साहब ने जो मूल प्रति संविधान सभा में प्रस्तुत किया था, जिसे लागू किया गया था। उसमें कहीं भी सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं हैं। ये शब्द तब डाला गया जब देश में आपातकाल लागू था। 4- विपक्ष संविधान की प्रति हाथों में लेकर बेवकूफ बना रहा जिन लोगों ने लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटा था। वे लोग संविधान की प्रति हाथों में लेकर लोगों को बेवकूफ बना रहे थे। देश की जनता इन लोगों को समझ गई है। इसीलिए आज सबक सिखा रही है। -------------------- योगी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- महाकुंभ में आकाशवाणी का FM लॉन्च:योगी बोले- समाज को बांटने वाले आकर देखें, यहां जाति-सम्प्रदाय का कोई भेद नहीं सीएम योगी प्रयागराज महाकुंभ में दो

Dainik Bhaskar देवास में फ्रिज में मिली महिला की लाश:बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को बताया; किराएदार ने 6 महीने पहले ही छोड़ा था मकान

देवास में शुक्रवार दोपहर एक घर में फ्रिज में महिला की लाश मिली है। पड़ोसियों ने बदबू आने पर पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कमरा खुलवाकर शव को फ्रिज से बरामद किया। मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई है। मामला शहर की वृंदावन धाम कॉलोनी का है। बीएनपी थाना प्रभारी अमित सोलंकी ने बताया कि मकान मालिक धीरेन्द्र श्रीवास्तव ने जुलाई 2023 में यह मकान संजय पाटीदार को किराए पर दिया था। संजय ने जून 2024 में मकान खाली कर दिया, लेकिन एक कमरे में अपना कुछ सामान छोड़ दिया था, इसमें एक फ्रिज भी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। महिला की पहचान और मौत के कारणों की जांच की जा रही है। वहीं, मकान मालिक और पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है। देखिए 4 तस्वीरें- पुराने किराएदार ने दो कमरे खाली नहीं किए जानकारी के मुताबिक अभी बलवीर सिंह अपने परिवार के साथ इस किराए के मकान में रहते हैं। वो पिछले 4 महीने से यहां रहे हैं। मकान का किराया 7 हजार है। इसके पहले यहां पति-पत्नी अपने दो बच्चों के साथ रहते थे। उस परिवार ने मकान छोड़ने के बाद भी दो कमरे खाली नहीं किए थे। जिसमें एक मास्टर बेडरूम और एक स्टूडियो रूम शामिल था। इन दो कमरों में से ही एक में फ्रिज रखा था जिसमें महिला का शव मिला है। मकान की खिड़की से फ्रिज दिखाई देता था, जो चालू हालत में मिला है। शुक्रवार को किराएदार बलवीर सिंह ने फ्रिज वाले कमरे का ताला तोड़कर देखा तब इसका खुलासा हुआ। ये खबर भी पढ़ें- बोरी में भरी लाश, 6km दूर ले जाकर जलाई बैतूल के मुलताई में एक शख्स ने सिर में पत्थर मारकर पत्नी की हत्या कर दी। लाश को बोरी में भरकर मोटरसाइकिल से 6 किलोमीटर दूर ले गया और भूसे के ढेर में रखकर आग लगा दी, लेकिन लाश 85% ही जल सकी और महिला की पायल से उसकी पहचान हो गई। पुलिस ने आरोपी पति प्रहलाद धुर्वे (30) को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट का संभल की जामा मस्जिद पर बड़ा आदेश:कुएं की पूजा करने पर रोक लगाई, योगी सरकार से 2 हफ्ते में मांगी रिपोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने संभल में जामा मस्जिद के पास कुएं पर पूजा की इजाजत देने के नगर पालिका के आदेश पर रोक लगा दी। साथ ही यूपी सरकार को नोटिस जारी कर दो हफ्ते के अंदर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। नगर पालिका ने इसे सार्वजनिक कुआं बताया था। मस्जिद कमेटी इसके खिलाफ 9 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट गई थी। शुक्रवार को चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने मस्जिद कमेटी की याचिका पर फैसला सुनाया। मामले मेंं अगली सुनवाई 21 फरवरी को होगी। बताया जा रहा है कि पहले आसपास रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग शादी में यहां कुआं पूजन करने आते थे। इस समय संभल में प्रशासन जगह-जगह खुदाई करा रहा है। इस बीच नगर पालिका ने इस कुएं को सार्वजनिक बता दिया, जिसके बाद मुस्लिम पक्ष को आशंका हुई कि कहीं इस कुएं को भी न खोद दिया जाए। 19 नवंबर को हुआ था जामा मस्जिद का सर्वे जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि ये पहले हरिहर मंदिर था, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। इसे लेकर 19 नवंबर 2024 को संभल कोर्ट में याचिका दायर हुई। उसी दिन सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने मस्जिद के अंदर सर्वे करने का आदेश दिया। कोर्ट ने रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया। उसी दिन शाम को चार बजे सर्वे के लिए टीम मस्जिद पहुंच गई। 2 घंटे के सर्वे किया। हालांकि उस दिन सर्वे पूरा नहीं हुआ। इसके बाद 24 नवंबर को सर्वे की टीम जामा मस्जिद पहुंची। दोपहर में मस्जिद के अंदर सर्वे हो रहा था। इस दौरान भारी संख्या में लोग जुट गए। भीड़ ने पुलिस की टीम पर पत्थर फेंके। इसके बाद हिंसा भड़क गई। इसमें गोली लगने से 4 लोगों की मौत हो गई। 2 जनवरी को दाखिल हुई थी सर्वे रिपोर्ट 2 जनवरी को संभल में शाही जामा मस्जिद की 45 पन्नों की सर्वे रिपोर्ट चंदौसी कोर्ट में दाखिल कर दी गई थी। 4.5 घंटे की वीडियोग्राफी और 1200 से अधिक फोटो भी अदालत को दिए गए। इसमें दावा किया गया कि जामा मस्जिद में मंदिर होने के सबूत मिले हैं। मस्जिद में 50 से अधिक फूल, निशान और कलाकृतियां मिली हैं। अंदर 2 वट वृक्ष हैं। हिंदू धर्म में वट वृक्ष की पूजा की जाती है। एक कुआं है, उसका आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर और आधा हिस्सा बाहर है। बाहर वाले हिस्से को ढंक दिया गया है। पुराने ढांचे को बदला गया है। जिन जगहों पर पुराने ढांचे हैं, वहां नए निर्माण के सबूत मिल

Dainik Bhaskar दिल्ली चुनाव पर भाजपा कोर कमेटी की बैठक:नड्डा के घर शाह पहुंचे; जल्द आ सकती है दूसरी लिस्ट, 29 कैंडिडेट का ऐलान हो चुका

दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा कोर कमेटी की बैठक शुरू हो चुकी है। बैठक के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर गृह मंत्री अमित शाह पहुंच गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी करीब 30 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जल्द जारी कर सकती है। इसमें पूर्व सांसद मीनाक्षी लेखी को भी उम्मीदवार बनाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी कालकाजी से अपना उम्मीदवार बदल सकती है। पार्टी ने रमेश बिधूड़ी को यहां से मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ टिकट दिया था, लेकिन उनके विवादित बयानों के कारण पार्टी कैंडिडेट बदलने का फैसला ले सकती है। पहली लिस्ट 4 जनवरी को आई थी भाजपा ने 4 जनवरी को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। लिस्ट में 29 नाम थे। इनमें 7 नेता AAP और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने पहली सूची में पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट पाने वाले अधिकतर प्रत्याशियों को फिर से टिकट दिया था। 29 उम्मीदवारों की सूची में 13 उम्मीदवारों को रिपीट किया, जबकि 16 के टिकट बदले थे। वहीं, गांधीनगर से मौजूदा विधायक अनिल बाजपेई का टिकट काट दिया था। उनकी जगह भाजपा में आए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को टिकट दिया गया है। नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को उतारा गया है। कालकाजी से CM आतिशी के खिलाफ रमेश बिधूड़ी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर अलका लांबा को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर चुकी है। कांग्रेस ने भी अब तक तीन लिस्ट में 48 उम्मीदवार उतारे हैं। पूरी खबर पढ़ें... दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, नतीजे 8 फरवरी को आएंगे चुनाव आयोग ने 7 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान किया। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर सिंगल फेज में 5 फरवरी को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 फरवरी को आएंगे। तारीखों की घोषणा के दिन से चुनाव प्रक्रिया पूरी होने यानी 10 फरवरी तक करीब 35 दिन लगेंगे। डेढ़ घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में CEC राजीव कुमार सिर्फ 10 मिनट दिल्ली चुनाव पर बोले। एक घंटे से ज्यादा वक्त तक उन्होंने EVM, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और खास वर्ग के वोटर्स का नाम हटाने जैसे विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। पूरी खबर पढ़ें... दो पूर्व CM के बेटों से पूर्व CM का मुकाबला भाजपा ने पूर्व CM अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से प्रवेश व

Dainik Bhaskar स्कूलों में बम की धमकी 12वीं के स्टूडेंट ने दी:हिरासत में बोला- एग्जाम से बचने के लिए दिल्ली के 23 स्कूलों को ईमेल भेजा

दिल्ली के स्कूलों को बम की धमकी एक 12वीं के स्टूडेंट ने भेजी थी। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी स्टूडेंट को हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में बताया कि वह एग्जाम नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने ईमेल भेजा। स्कूलों को शक न हो इसलिए उसने अपने स्कूल के साथ-साथ दिल्ली के 23 स्कूलों को ईमेल में टैग किया। हालांकि, आरोपी स्टूडेंट किस स्कूल का है और उसने कब-कब कौन-कौन से स्कूलों को धमकाया था, इसकी जानकारी अभी जारी नहीं की गई है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्टूडेंट इससे पहले भी 5 बार स्कूलों को धमका चुका है। ANI ने बताया कि बुधवार को भी कुछ स्कूलों को फर्जी धमकियां दी गई थी। इसमें दिल्ली के वसंत विहार और आरके पुरम के DPS, ब्लू बेल्स और टेगोर इंटरनेशनल स्कूल शामिल थे। धमकी के बाद इन स्कूलों में चेकिंग की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इन स्कूलों को इसी स्टूडेंट ने धमकी दी थी या नहीं यह अभी बताया नहीं गया है। ईमेल में स्टूडेंट ने लिखा- बैग चेक नहीं होते, इसलिए प्लान सफल हुआ दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्कूलों में भेजे ईमेल में स्टूडेंट ने लिखा था- स्कूल में प्रवेश करने वाले छात्रों के बैग की सख्त जांच न करने से हमें अपने प्लान को अंजाम देने का सही मौका मिला। इस वक्त परीक्षा देने वाले छात्रों के अलावा हर कोई या तो मैदान में बाहर खड़ा होगा या इमारत के आसपास घूम रहा होगा। आपके कैंपस में कई बम प्लांट किए गए हैं। आप इनसे पूरी तरह अनजान हैं। दिसंबर में स्कूलों में धमकी से जुड़े 2 मामले... 13 दिसंबर: 30 स्कूलों ईमेल में लिखा, पेरेंट्स मीटिंग में विस्फोट होंगे; जांच में कुछ नहीं मिला 13 दिसंबर को पश्चिम विहार के भटनागर इंटरनेशनल स्कूल में सुबह 4:21 बजे, श्री निवास पुरी के कैम्ब्रिज स्कूल में सुबह 6:23 बजे, DPS अमर कॉलोनी में सुबह 6:35 बजे, डिफेंस कॉलोनी के साउथ दिल्ली पब्लिक स्कूल में सुबह 7:57 बजे, सफदरजंग के दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल में सुबह 8:02 बजे और रोहिणी के वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल में सुबह 8:30 बजे फोन आए थे। जिसके बाद जांच के लिए टीम पहुंची लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। 9 दिसंबर: 44 स्कूलों में बम की धमकी, मेल भेजकर मांगे 30 हजार डॉलर दिल्ली के 44 स्कूलों को 9 दिसंबर की सुबह ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इनमें मदर मैरी स्कूल, ब्रिटिश स्कूल, सलवान पब्लिक स्कू

Dainik Bhaskar बद्दी में फार्मा कंपनी में आग लगी:समर्थ लाइफ साइंस की फैक्ट्री जलकर राख, लाखों रुपए का नुकसान

हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में आज सुबह एक उद्योग में भीषण आग लग गई है। इसमें लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान है। दमकल विभाग की कई गाड़ियों मौके पर आग बुझाने में जुटी हुई है। मगर 10 बजे भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका। सूचना के अनुसार, मानपुरा स्थित समर्थ लाइफ साइंस फार्मा कंपनी में शुक्रवार सुबह पौने पांच बजे के करीब आग लग गई। घटना के समय कंपनी में कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। हालांकि आग से फैक्ट्री का अधिकतर हिस्सा जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही फायर विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। सुबह 11 बजे तक भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका। अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

Dainik Bhaskar हरियाणा में IPS पर यौन शोषण केस: जांच पूरी:SIT ने DGP को सौंपी रिपोर्ट, CM ने पुलिस अफसरों की मीटिंग बुलाई

हरियाणा में IPS ऑफिसर पर लगे यौन शोषण के मामले की जांच पूरी हो गई है। जांच की रिपोर्ट एसआईटी ने डीजीपी को सौंप दिया है। इसी बीच आज पंचकुला में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आइजी रैंक से ऊपर के अफसरों को पंचकुला तलब कर लिया है। मुख्यमंत्री अफसरों के साथ बैठक करेंगे, इसमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर भी मौजूद रहेंगे। वहीं हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने एसआईटी रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कही है। चेयरपर्सन का कहना है कि रिपोर्ट उनको भी दी जानी चाहिए थी मगर महिला आयोग को रिपोर्ट अभी तक नहीं दी है। रेणु भाटिया ने ही एसआईटी रिपोर्ट डीजीपी को सौंपे जाने की पुष्टि की है। वहीं इसी बीच आज सबकी नजरें पंचकुला में मुख्यमंत्री की पुलिस अफसरों के साथ होने वाली मीटिंग पर टिकी हैं। बता दें कि रेणु भाटिया इससे पहले बड़े पुलिस अधिकारियों पर आईपीएस को बचाने का दावा कर चुकी हैं। रेणु भाटिया अभी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज करने की बात भी कह चुकी हैं। रेणु भाटिया ने कहा था, आइपीएस को बचाने की मंशा चल रही 4 दिसंबर को फरीदाबाद के सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय में महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने कहा था कि महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर एक आईपीएस का पक्ष ले रहे हैं। उनका आरोप है कि आईपीएस अधिकारी के खिलाफ हुई एसआईटी जांच की रिपोर्ट महिला आयोग को नहीं सौंपी जा रही है। रेणू भाटिया का कहना है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर अपने अधिकारी को बचाने में 8 महिला पुलिसकर्मियों की बलि न लें। महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर से दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि तथ्य होने के बाद भी आईपीएस का बचाव करते हुए रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही। महिला पुलिस कर्मियों से बातचीत भी नहीं की गई। इससे पता चलता है कि अधिकारी को बचाने की मंशा है। हिसार में बनी थी एसआइटी, एसपी का हो गया था तबादला बता दें कि इस मामले में जींद के सिविल लाइन थाने में दो एफआईआर दर्ज हैं। एक यौन शोषण के आरोप में मामला दर्ज है। साथ ही, मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को वायरल करने के आरोप में यू-ट्यूबर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस फरार यूट्यूबर को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पत्र के मामले की जांच हिसार आइजी रेंज के कहने पर हिसार एसआइटी कर रही

Dainik Bhaskar अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर:वर्किंग कमेटी की मीटिंग में फैसला, 30 साल बाद बादल परिवार के हाथ से निकली पार्टी

पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल का शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रधान पद से दिया गया इस्तीफा शुक्रवार (10 जनवरी) को मंजूर हो गया। इसे लेकर चंडीगढ़ में अकाली दल की वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई, जिसकी अध्यक्षता वर्किंग प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ ने की। अकाली दल अब मेंबरशिप मुहिम चलाएगा। एक मार्च को प्रधान पद के लिए चुनाव होगा। शिरोमणि अकाली दल का गठन 14 दिसंबर 1920 को हुआ था। इसमें बाद से पार्टी के 20 प्रधान बने। हालांकि, प्रकाश सिंह बादल के 1995 में पार्टी की कमान संभालने के बाद वह 2008 तक इस पद पर रहे। उसके बाद सुखबीर बादल को प्रधान बना दिया गया। अब 30 साल बाद ऐसा मौका आ रहा है कि बादल परिवार के बजाय कोई दूसरा अकाली दल का प्रधान बन सकता है। धार्मिक सजा से पहले दिया था सुखबीर ने इस्तीफा सुखबीर बादल को कुछ दिन पहले अकाल तख्त ने धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसमें उन पर मुख्य रूप से 3 आरोप थे। इनमें पहला आरोप सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को बेअदबी मामले में माफी देने का था। इसके अलावा उन पर सरकार रहते हुए भी श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी न रोक पाने और आरोपियों पर कार्रवाई न कर पाने का था। इस सजा से पहले ही सुखबीर बादल ने प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। पहले प्रकाश सिंह बादल पर भी आया था दबाव सुखबीर बादल से पहले प्रकाश सिंह बादल पर भी पार्टी की प्रधानगी छोड़ने का दबाव आया था। साल 1999 में जब खालसा पंथ की त्रिशताब्दी मनाए जाने को लेकर तत्कालीन SGPC प्रधान गुरचरण सिंह टोहड़ा ने उन्हें पार्टी का पद छोड़ने को कहा था। उनका तर्क था कि मुख्यमंत्री होने की वजह से उनके पास काफी काम होता है। हालांकि पार्टी में उस वक्त प्रकाश सिंह बादल का पूरी तरह से दबदबा था। जिस वजह से बादल को प्रधान बने रहे लेकिन टोहड़ा को SGPC की प्रधानगी छोड़नी पड़ गई। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं....

Dainik Bhaskar दिल्ली विधानसभा चुनाव अपडेट्स:AAP ने पोस्टर में शाह को गालीबाज दानव बताया; भाजपा ने पोस्टर में लिखा- केजरीवाल पूर्वांचलियों के दुश्मन

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर AAP और भाजपा के बीच पोस्टर वॉर चल रहा है। आम आदमी पार्टी ने X पर शुक्रवार सुबह एडिटेड पोस्टर जारी किया। इसमें अमित शाह की तस्वीर लगाकर AAP ने 'गालीबाज दानव' लिखा। साथ ही दिल्ली भाजपा चीफ वीरेंद्र सचदेवा और मनोज तिवारी की भी इसमें तस्वीर लगाई गई। इसके जवाब में भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की तस्वीर लगाते हुए उन्हें पुर्वांचलियों का दुश्मन बताया। भाजपा ने पोस्टर शेयर करते हुए X पर लिखा, 'पूर्वांचल समाज का अपमान, शीशमहल के नवाब केजरीवाल की यही पहचान।' इससे पहले भी भाजपा ने केजरीवाल को भूलभुलैया फिल्म का एडिटेड पोस्टर जारी करके केजरीवाल को चुनावी हिंदू बताया था। इसके जवाब में AAP ने अमित शाह को चुनावी मुसलमान बताते हुए पोस्टर जारी किया था। दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। दिल्ली चुनाव से जुड़े आज के अपडेट्स जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइये...

Dainik Bhaskar नक्सलियों ने श्रीलंका के आतंकवादियों से सीखा IED बनाना:खर्च सिर्फ 35 हजार, 20 मिनट में तैयार; विस्फोट से 60% कैजुअल्टी

बस्तर में पिछले 24 साल में 3459 IED रिकवर की गई है। सिर्फ साल 2024 में 311 IED मिली है। इन आंकड़ों से ये समझा जा सकता है कि, बस्तर की धरती में कितनी आसानी से IED प्लांट किया जा रहा है। बीजापुर में 6 जनवरी को इसी IED की चपेट में आकर स्कॉर्पियो सवार DRG के 8 जवान और एक सिविलियन शहीद हो गए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक नक्सली हमले में 60 प्रतिशत कैजुअल्टी IED विस्फोट से ही हुई है। बीजापुर में जो IED प्लांट हुआ था, उसे बनाने में महज 35 हजार रुपए की लागत आई होगी। बेसिक नॉलेज और सामान होने पर आसानी से इसे 20 मिनट में तैयार किया जा सकता है। लेकिन IED किस तरह का एक्सप्लोसिव है, इसकी हिस्ट्री क्या है, ये काम कैसे करता है, नक्सलियों ने IED कहां से बनाना सीखा, क्यों नक्सली इसका सबसे ज्यादा उपयोग करते हैं और इस बार सुरक्षा में हमसे कहां चूक हो गई। जानिए इस एक्सप्लेनर में … अंग्रेजों ने होम मेड बम को IED नाम दिया द ट्रबल डेज… 1969 से 1990, लगभग इस 30 साल के दौर को आयरिश और इंग्लिश लोग इसी नाम से जानते हैं। इसी टाइम पीरियड में पहली दफा IED शब्द अस्तित्व में आया था। ये वो दौर था, जब उत्तरी आयरलैंड में आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (IRA) ब्रिटिश आर्मी के बीच जोरदार संघर्ष चल रहा था। इन दिनों यहां सिर्फ मौत, रिवेंज और कार बम विस्फोट इन तीन चीजों की चर्चा होती थी। दरअसल, संसाधनों और हथियारों के लिहाज से आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (IRA) ब्रिटिश आर्मी की तुलना में काफी कमजोर थी। IRA के लोगों को आमने–सामने की लड़ाई में नुकसान उठाना पड़ता था। ऐसे में IRA ने कारों में बम प्लांट करना शुरू किया। इनके लोग किसी कार में बम प्लांट करते, इस कार को किसी तयशुदा जगह पर ड्रॉप करते और फिर टारगेट देखकर कार में विस्फोट कर देते। इस तरह के कार विस्फोट से ब्रिटिश आर्मी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा था। ब्रिटिश आर्मी की जांच में ये बात सामने आई कि IRA के लोग जो बम उपयोग कर रहे हैं, उसमें एक्सप्लोसिव के तौर पर नाइट्रोबेनजिन, कुछ फर्टिलाइजर और डीजल ऑयल का मिक्सर यूज हो रहा है। ये बम अलग–अलग साइज और मात्रा में IRA के लोग घरों पर ही तैयार कर रहे हैं। इस तरह के बम बनाने में अमेरिका और लीबिया से IRA को मदद मिल रही थी। इनकी पहचान आसानी से हो सके, इसलिए ब्रिटिश आर्मी ने इन होम मेड बम को नाम दिया IED यानी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस।

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:तमिलनाडु के 10 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ा, नाव भी जब्त की

श्रीलंका के नौसेना ने बुधवार रात श्रीलंकाई समुद्री इलाके में मछली पकड़ रहे 10 तमिलनाडु के मछुआरों को पकड़ लिया और उनकी नाव भी जब्त कर ली। नौसेना ने गुरुवार को कहा कि नाव को जाफना के कराईनगर में कोविलन लाइटहाउस के समुद्र से जब्त किया गया, जो 2025 में इस तरह की पहली जब्ती है। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय मछुआरों की आजीविका पर उन प्रथाओं के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, विदेशी मछली पकड़ने वाली नौकाओं की अवैध मछली पकड़ने से को रोकने के लिए श्रीलंकाई जल में नियमित गश्त और अभियान चलाते हैं। आज की अन्य बड़ी खबरें... बॉम्बे हाईकोर्ट बोला- माता-पिता में विवाद बच्चों‎ से पासपोर्ट बनाने का हक‎ नहीं छीन सकता माता–पिता के बीच विवाद के कारण नाबालिग‎ बच्चों का पासपोर्ट हासिल करने और विदेश यात्रा का‎ अधिकार नहीं छीना जा सकता है। बाम्बे हाई कोर्ट ने यह ‎टिप्पणी 17 वर्षीय लड़की व उसकी मां की याचिका पर‎की। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि यात्रा का‎अधिकार संविधान में दिए गए मौलिक अधिकार का पहलू ‎है। कोर्ट ने पुणे क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को लड़की को‎ दो हफ्ते में पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया।‎

Dainik Bhaskar साइबर फ्रॉड के पैसे आने से बिजनेसमैन का खाता फ्रीज:30 लाख अटके, न ट्रांजेक्शन, न भुगतान, व्यापार ठप; भेजने वाले का भी अकाउंट होल्ड

इंदौर में एक मोबाइल व्यापारी का खाता साइबर फ्रॉड का पैसा आने से फ्रीज हो गया है। अब न तो वह खाते से ट्रांजैक्शन कर पा रहे हैं और न ही किसी को पैसे दे पा रहे हैं। दुकान का किराया और कार की ईएमआई चुकाने के लिए भी उन्हें दोस्तों से मदद लेनी पड़ रही है। बैंक और क्राइम ब्रांच में शिकायत करने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। खाता फिर से चालू करवाने के लिए वह यहां-वहां जानकारों से सलाह ले रहे हैं। यह मामला लिंबोदी में रहने वाले हीरालाल थारवानी का है, जिनका कोठारी मार्केट के पास मोबाइल का व्यवसाय है। वह एक ऑनलाइन कंपनी से पुराने मोबाइल खरीदते हैं। ये मोबाइल अलग-अलग ग्रेड में आते हैं। कुछ अच्छी स्थिति में, कुछ खराब हालत में और कुछ बिल्कुल बंद। थारवानी इन पुराने मोबाइल को इंदौर के लोकल मार्केट से लेकर मध्यप्रदेश के अन्य शहरों के साथ महाराष्ट्र और राजस्थान के बाजारों में सप्लाई करते हैं। जो मोबाइल अच्छी हालत में होते हैं, वे लोकल दुकानों में बिक जाते हैं, जबकि खराब हालत वाले मोबाइल के पार्ट्स मोबाइल सर्विस दुकानों पर उपयोग में आते हैं। इस व्यवसाय में उन्हें 10 साल से अधिक का अनुभव है लेकिन खाता फ्रीज हो जाने से उनकी परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि वे लेन-देन नहीं कर पा रहे हैं। 30 हजार रुपए आए और फ्रीज हो गया खाता आखिर ये सब कैसे हुआ? दैनिक भास्कर ने व्यापारी हीरालाल थारवानी से समझा। उन्होंने बताया - उनका दुकान के नाम पर एक प्राइवेट बैंक में कैश क्रेडिट अकाउंट है। इस खाते के लिए उन्होंने अपने घर की रजिस्ट्री बैंक में गिरवी रखी है। यह खाता 3 साल पुराना है और इसमें उनके व्यापार के लिए बैंक द्वारा 30 लाख रुपए की क्रेडिट लिमिट दी गई है। इसी खाते में उनके पर्सनल 2 लाख रुपए भी जमा हैं, जो अब फ्रीज हो गए हैं। उनकी मुश्किल 19 नवंबर को हुए एक ट्रांजैक्शन के बाद शुरू हुई। उन्होंने 9 नवंबर को एक व्यापारी को दो आईफोन बेचे थे, जिनकी कुल कीमत 50 हजार रुपए थी। उस व्यापारी ने 19 नवंबर को भुगतान किया। इसमें से 20 हजार रुपए उसने अपने खाते से ऑनलाइन ट्रांसफर किए, जबकि 30 हजार रुपए अपने किसी परिचित के खाते से ऑनलाइन ट्रांसफर किए। 30 हजार रुपए का यह ट्रांजैक्शन होने के फौरन बाद उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया। जब वह कंपनी से खरीदे गए माल का भुगतान करने के लिए बैंक पहुंचे और ट्रांसफर

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