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Dainik Bhaskar पुलिस को असम की जगह नगालैंड ले गया गूगल मैप:16 पुलिस वाले आरोपी को पकड़ने गए थे, लोगों ने बदमाश समझकर रातभर बंधक रखा

असम के जोरहाट पुलिस की 16 सदस्यों की टीम एक आरोपी को पकड़ने निकली और गूगल डायरेक्शन पर आगे बढ़ी। लेकिन रास्ता भटक गई और नगालैंड के मोकोकचुंग जिले में पहुंच गई। यहां के लोगों ने पुलिस टीम को घुसपैठिया समझा और उन पर हमला कर दिया। इन लोगों को रात भर बंदी बनाए रखा। घटना मंगलवार की है। दरअसल यह सब हुआ गूगल मैप के कारण। जहां पुलिस टीम पहुंची, वह नगालैंड का एक चाय बागान था, लेकिन इसे गूगल ने असम में दिखाया था। जब इसकी जानकारी जोरहाट पुलिस को लगी तो मोकोकचुंग एसपी से मदद मांगी गई। जिसके बाद मोकोकचुंग पुलिस ने एक टीम भेजकर इन लोगों की पड़ताल की। नगालैंड के लोगों को जब पता चला तो उन्होंने घायल समेत 5 लोगों को रिहा कर दिया, जबकि बाकी 11 लोगों को रात भर बंदी रखा और अगले दिन छोड़ा। सिविल ड्रेस और हथियारों से हुआ कन्फ्यूजन स्थानीय लोगों ने असम पुलिस की टीम को अत्याधुनिक हथियार रखने वाले बदमाश समझा। क्योंकि इनमें से केवल तीन वर्दी में थे और बाकी सभी सिविल ड्रेस में थे। इससे भी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने टीम पर हमला भी किया, जिससे एक पुलिस कर्मी घायल हो गया। पुलिस की यह पूरी टीम बुधवार को वापस जोरहाट पहुंच सकी। गूगल पर आंख बंद करके भरोसा करना सही नहीं गूगल मैप पर आंख बंद करके भरोसा करना सही नहीं है। कई बार मैप किन्हीं कारणों से गलत रास्ता दिखा सकता है। जैसे अगर कोई नई सड़क बनाई गई है, जो गूगल मैप पर अपडेटेड नहीं है तो यह गलत जानकारी दे सकता है। भारी बारिश, आंधी या तूफान के चलते रास्ता बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में भी गूगल मैप गलत जानकारी दे सकता है। गूगल मैप GPS सिग्नल के जरिए काम करता है। अगर किसी जगह पर नेटवर्क नहीं है तो भी यह गलत जानकारी दे सकता है। पहले भी गूगल मैप की गलती से हुए हादसे केस 1: 24 नवंबर को दातागंज से फरीदपुर जाने वाले मार्ग पर मुड़ा गांव के पास अधूरे पुल पर कार सवार तीन लोग हादसे का शिकार हो गए थे। वे गूगल मैप के सहारे चलते गए और पुल खत्म होते ही उनकी कार 20 फिट नीचे जा गिरी, जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई थी। केस 2: जून 2024 में गूगल मैप के सहारे केरल से कर्नाटक जा रहे दो युवक उत्तरी कासरगोड जिले में एक उफनाती नदी में चले गए। गनीमत ये रही कि उनकी कार एक पेड़ में फंस कर रुक गई और युवकों की जान बच गई। केस 3: अक्टूबर 2023 में केरल में गूगल मैप के भरोसे जा

Dainik Bhaskar राजस्थान सरकार रद्द नहीं करेगी SI भर्ती:हाईकोर्ट में जवाब किया पेश, कहा- 40 ट्रेनी को सस्पेंड कर दिया

राजस्थान सरकार सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 रद्द नहीं करेगी। सरकार ने गुरुवार (9 जनवरी) को हाईकोर्ट में जवाब पेश कर दिया है। जवाब की कॉपी सभी पक्षकारों को दी गई है। इस मामले में आज जस्टिस समीर जैन की अदालत कुछ देर बाद सुनवाई करेगी। सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता विज्ञान शाह ने कोर्ट में जवाब पेश किया है। सरकार के जवाब को लेकर याचिकाकर्ता के वकील हरेन्द्र नील ने कहा- सरकार का जवाब गोलमोल है। सरकार गुमराह करने का प्रयास कर रही है। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। जवाब में सरकार की ओर से कहा गया है कि अभी मामले की जांच चल रही है। हमने पेपर लीक में शामिल लोगों को पकड़ा है। डमी व नकल करने वाले करीब 40 ट्रेनी एसआई को हमने सस्पेंड कर दिया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। फिलहाल सरकार भर्ती रद्द करने जैसा बड़े फैसला नहीं ले सकती हैं। सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर लगाई थी रोक राजस्थान हाईकोर्ट ने 18 नवंबर को एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर रोक लगा दी थी। हाईकोर्ट ने ट्रेनी एसआई की पासिंग आउट परेड पर रोक लगाते हुए पूरे मामले में यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे। आदेश के तहत 2021 की एसआई भर्ती में चयनित एसआई को पोस्टिंग नहीं दी जा सकेगी। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने रोक के आदेश दिए थे। इसके बाद भी सरकार ने ट्रेनी एसआई को पोस्टिंग दे दी थी। हालांकि, पोस्टिंग के कुछ दिनों के भीतर ही 48 घंटे से अधिक एसओजी की गिरफ्त में रहे ट्रेनी एसआई को सस्पेंड कर दिया गया था। क्या है मामला सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। एसओजी की जांच में कई डमी कैंडिडेट बैठाने का मामला भी सामने आया था। जांच में सामने आया है कि फर्जीवाड़ा करके कई अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल कर ली है। करीब 50 ट्रेनी एसआई को एसओजी अरेस्ट कर चुकी है, जिनमें से 25 को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। ...... सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... एसआई भर्ती 2021 मामले को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। इसे लेकर सरकार को अपना जवाब पेश करना है। इससे पहले कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- सभी ने एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की है। पूरी खबर पढ़िए...

Dainik Bhaskar तिरुपति हादसा- 91 काउंटरों में 4000 की भीड़ थी:लाइन में लगी महिला बेहोश हुई, गेट खुले; लोगों के अंदर घुसने पर भगदड़, 6 की मौत

आंध्र प्रदेश के श्री तिरुपति मंदिर में बुधवार देर रात 9:30 बजे वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई थी। हादसे में एक महिला समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए हैं। दरअसल शुक्रवार से शुरू होने वाले 10 दिवसीय विशेष वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टिकट बांटे जा रहे थे। मंदिर कमेटी ने 91 काउंटर खोले थे। इनमें करीब 4 हजार की भीड़ थी। इसी दौरान लाइन में लगी एक महिला बेहोश हो गई। इलाज के लिए उसे गेट खोलकर निकाला गया। इस दौरान लोग अंदर घुसने लगे। भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। जिसमें बीमार महिला की भी मौत हो गई। हादसे की 5 फोटोज... हादसे से जुड़े अपडेट्स... जिस द्वार पर हादसा हुआ, उसे 10 जनवरी को खोला जाना था एक दिन पहले मंगलवार को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया था कि 10 से 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी पर वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए खोले जाने थे। सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, उसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन शुरू होगा। इसके लिए लोग टोकन लेने के लिए लाइन में लगे थे। इन 10 दिनों में करीब 7 लाख भक्तों के आने की संभावना है। तिरुपति भारत का सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और अमीर तीर्थस्थलों में से एक है। ये आंध्र प्रदेश के सेशाचलम पर्वत पर बसा है। भगवान वेंकटेश्वर के इस मंदिर का निर्माण राजा तोंडमन ने करवाया था। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 11वीं सदी में रामानुजाचार्य ने की थी। मान्यता है कि भगवान वेंकटेश्वर जब पद्मावती से अपना विवाह रचा रहे थे तो उन्होंने धन के देवता कुबेर से कर्ज लिया। भगवान पर अब भी वो कर्ज है और श्रद्धालु इसका ब्याज चुकाने में उनकी मदद करने के लिए दान देते हैं। तिरुमाला मंदिर को हर साल लगभग एक टन सोना दान में मिलता है। तिरुपति दर्शन करने जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को यहां का प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में दिया जाता है। यहां रोज करीब 3 लाख लड्डू बनाए जाते हैं। लड्डू को चने के बेसन, मक्खन, चीनी, काजू, किशमिश और इलायची से बनाया जाता है और इसकी रेसिपी करीब 300 साल पुरानी है। भगवान विष्णु को कहते हैं व्यंकटेश्वर इस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यह मेरूपर्वत के सप्त शिखरों पर बना हुआ है, इसकी सात चोटियां शेषनाग के सात फनों का प्रतीक कही जाती हैं। इन चोट

Dainik Bhaskar असम खदान हादसा- 72 घंटे से 8 मजदूर फंसे:कल एक शव निकाला गया था; रिमोट व्हीकल फेल, खदान की सफाई के बाद मैनुअल सर्चिंग होगी

असम के दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो में 300 फीट गहरी कोयला खदान में 8 मजदूर पिछले 72 घंटों से फंसे हैं। एक मजूदर का शव बुधवार को निकाला गया था। रेस्क्यू में अब एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर भी जुट गए हैं। NDRF और SDRF की टीम भी मदद कर रही है। भारतीय सेना और असम राइफल्स के गोताखोर और मेडिकल टीम के साथ इंजीनियर्स टास्क फोर्स भी मौजूद हैं। NDRF की फर्स्ट बटालियन के कमांडेंट एचपीएस कंडारी ने कहा- दो मोटर के जरिए खदान से पानी निकाला जा रहा है। एक बार पानी निकल जाए। उसके बाद हम अंदर जाकर मैन्युअल सर्च ऑपरेशल चलाएंगे। असम के स्पेशल DGP हरमीत सिंह ने बुधवार को कहा था कि खदान के अंदर कुछ दिखाई नहीं दे रहा। नेवी के ROV (रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल) को सुरंग के अंदर भेजा गया था। ROV फोटो खींचने में सक्षम और सोनार तरंगों से लैस है। हालांकि इसमें कुछ नहीं दिखाई दिया। अब खदान को साफ किया जा रहा है। हादसा 6 जनवरी को हुआ था, जब मजदूर खदान में कोयला निकाल रहे थे। मजदूरों के रेस्क्यू के लिए सेना को लगाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये रैट माइनर्स की खदान है। इसमें 100 फीट तक पानी भर गया है, जिसे दो मोटर की मदद से निकाला जा रहा है। पुलिस ने खदान के मालिक पुनीश नुनिसा को गिरफ्तार कर लिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की 5 तस्वीरें... उमरंगसो कोयला खदान में फंसे मजदूरों के नाम 2018 में भी मारे गए थे 15 रैट होल माइनर्स ऐसा ही एक हादसा मेघालय की ईस्ट जयंतिया हिल्स में 2018 में हुआ था। जहां 15 मजदूर कोयला खदान में फंसकर मारे गए थे। 13 दिसंबर को इस खदान में 20 खनिक 370 फीट गहरी खदान में घुसे थे, जिसमें से 5 मजदूर पानी भरने से पहले बाहर निकल आए थे। 15 मजदूरों को बचाया नहीं जा सका था। रैट होल माइनिंग क्या है? रैट का मतलब है चूहा, होल का मतलब है छेद और माइनिंग मतलब खुदाई। साफ है कि छेद में घुसकर चूहे की तरह खुदाई करना। इसमें पतले से छेद से पहाड़ के किनारे से खुदाई शुरू की जाती है और पोल बनाकर धीरे-धीरे छोटी हैंड ड्रिलिंग मशीन से ड्रिल किया जाता है। हाथ से ही मलबे को बाहर निकाला जाता है। रैट होल माइनिंग नाम की प्रोसेस का इस्तेमाल आम तौर पर कोयले की माइनिंग में होता रहा है। झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्व में रैट होल माइनिंग होती है, लेकिन रैट होल माइनिंग काफी खतरनाक काम है, इसलिए इसे कई बार बैन भी किय

Dainik Bhaskar आसाराम के जेल से बाहर आने की राह आसान नहीं:पहले भी हाईकोर्ट में 5 बार खारिज हो चुकी अर्जी, लीगल एक्सपर्ट बोले- छठी बार भी वही मुश्किल​​​​

आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से गुजरात के गांधीनगर रेप केस में 7 जनवरी को अंतरिम जमानत मिल गई। इसके बाद 8 जनवरी को राजस्थान हाईकोर्ट में भी एक याचिका लगाई गई। अब चर्चाएं हैं कि आसाराम शीर्ष अदालत से मिली राहत को आधार बनाएगा। इसी तर्क के साथ उसे जोधपुर में नाबालिग से रेप के मामले में भी बेल मिल सकती है। आसाराम जोधपुर में अपने ही आश्रम की नाबालिग के साथ यौन दुराचार का दोषी है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। लीगल एक्सपर्ट की मानें तो आसाराम को पॉक्सो के मुकदमे में बेल मिलने की दूर तक कोई संभावना ही नहीं है। आसाराम कोर्ट में केवल SOS (सस्पेंशन ऑफ सेंटेंस) लगा सकता है, जो सजा निलंबन या स्थगन की याचिका होती है। चूंकि राजस्थान हाईकोर्ट इससे पहले 5 बार आसाराम की एसओएस खारिज कर चुका है। अभी पांचवीं याचिका पर ही सुनवाई पेंडिंग है। ऐसे में बुधवार को छठी बार लगाई गई याचिका पर कोर्ट सुनवाई करेगा, इसकी संभावनाएं कम ही हैं। इतना ही नहीं लोअर कोर्ट, हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब तक 12 बार उसकी अर्जी खारिज हो चुकी है। इस रिपोर्ट में पढ़िए आसाराम की जेल से बाहर आने की चर्चाओं पर कानूनी विशेषज्ञों का क्या कहना है? सुप्रीम कोर्ट से कैसे मिली राहत : जोधपुर मामले में पैरोल को बनाया आधार, गुजरात हाईकोर्ट ने खारिज की तो सर्वोच्च अदालत पहुंचा आसाराम नाबालिग से दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार होने के बाद 2 सितंबर 2013 से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है। इस मामले में अब तक 12 बार उसकी जमानत से जुड़ी अर्जी अलग-अलग कोर्ट में खारिज हो चुकी है। इतना जरूर है कि इलाज को कारण बताकर आसाराम तीन बार पैरोल हासिल कर चुका है। पहली बार : 13 अगस्त 2024 को आसाराम को 7 दिन की पैरोल मिली थी। तब आसाराम ने पुणे के माधवबाग स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। दूसरी बार : 7 नवंबर 2024 को 30 दिन के लिए पैरोल मिली। तब आसाराम को जोधपुर में ही स्थित प्राइवेट आयुर्वेद हॉस्पिटल में इलाज करवाया। तीसरी बार : पैरोल पूरी होने से पहले ही आसाराम ने फिर से इलाज के लिए समय मांगा। हाईकोर्ट ने 17 दिन की पैरोल के लिए मंजूरी दी। आसाराम फिर पुणे गया। माधवबाग आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। आसाराम के वकील रामेंद्र सलूजा ने बताया- मेडिकल ग्राउंड पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी। उसी ग्राउंड पर 8 जनवरी को हाईकोर्ट में S

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़े कानून को SC में चुनौती, 4 फरवरी को सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त अधिनियम, 2023 की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई को तैयार हो गया है। 2024 की शुरुआत में बनाए गए इस कानून में भारत के चीफ जस्टिस को चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए सेलेक्शन पैनल से हटा दिया। इस पर 4 फरवरी को सुनवाई होगी।

Dainik Bhaskar ISRO ने स्पेडेक्स मिशन की डॉकिंग को फिर टाला:दोनों स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में जोड़ना था; 30 दिसंबर को मिशन लॉन्च किया था

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 9 जनवरी को होने वाले स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SPADEX) को बुधवार को फिर टाल दिया। ISRO ने 2 स्पेस सैटेलाइट के बीच अत्यधिक बहाव (drift) का पता लगाने के बाद इसे टाल दिया है। अगली तारीख का ऐलान नहीं किया है। ISRO ने कहा- सैटेलाइट के बीच की दूरी को 225 मीटर तक कम करने के लिए किए गए ऑपरेशन के दौरान यह समस्या आई, जिसमें नॉन-विजिबिलिटी पीरियड के बाद बहाव उम्मीद से अधिक हो गया। 9 जनवरी को होने वाली डॉकिंग प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। सैटेलाइट सुरक्षित हैं। ISRO ने 30 दिसंबर को श्रीहरिकोटा से रात 10 बजे SpaDeX यानी, स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट मिशन लॉन्च किया था। इसके तहत PSLV-C60 रॉकेट से दो स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी से 470 किमी ऊपर डिप्लॉय किया गया था। दो बार टाली गई स्पेसक्राफ्ट्स को कनेक्ट करने की प्रक्रिया पहले 7 जनवरी और फिर आज 9 जनवरी को इस मिशन में अंतरिक्ष में बुलेट की स्पीड से दस गुना ज्यादा तेजी से ट्रैवल कर रहे इन दो स्पेसक्राफ्ट्स को कनेक्ट किया जाना था। लेकिन दोनों बार प्रक्रिया टाल दी गई है। यदि मिशन आगे सफल रहता है तो रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। मिशन की कामयाबी पर ही भारत का चंद्रयान-4 मिशन निर्भर है, जिसमें चंद्रमा की मिट्टी के सैंपल पृथ्वी पर लाए जाएंगे। चंद्रयान-4 मिशन को 2028 में लॉन्च किया जा सकता है। स्पेडेक्स मिशन ऑब्जेक्टिव: डॉकिंग और अनडॉकिंग टेक्नोलॉजी दुनिया को दिखाना स्पेडेक्स मिशन प्रोसेस: PSLV रॉकेट से लॉन्च, फिर 470 किमी ऊपर डॉकिंग मिशन में दो छोटे स्पेसक्राफ्ट टारगेट और चेजर शामिल हैं। इन्हें PSLV-C60 रॉकेट से 470 किमी की ऊंचाई पर अलग कक्षाओं में लॉन्च किया गया। डिप्लॉयमेंट के बाद, स्पेसक्राफ्ट्स करीब 28,800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल कर रहे हैं। ये रफ्तार कॉमर्शियल एयरक्राफ्ट की रफ्तार से 36 गुना और बुलेट की स्पीड से 10 गुना ज्यादा है। अब टारगेट और चेजर स्पेसक्राफ्ट फार-रेंज रांदेवू फेज शुरू करेंगे। इस फेज में, दोनों स्पेसक्राफ्ट्स के बीच सीधा कम्युनिकेशन लिंक नहीं होगा। इन्हें जमीन से गाइड किया जाएगा। स्पेसक्राफ्ट करीब आते जाएंगे। 5 किमी से 0.25 किमी के बीच की दूरी तय करते समय लेजर रेंज फाइंडर का उपयोग करेगा। 300 मीटर से 1 मीटर की रेंज के लिए डॉकिंग कैमरे

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने अपना और राष्ट्रपति का फैसला बदला:25 साल से जेल में बंद कैदी को रिहा किया; कहा- क्राइम के वक्त दोषी नाबालिग था

सुप्रीम कोर्ट ने अपने पुराने और राष्ट्रपति के फैसले को बदलते हुए 25 साल से जेल में बंद एक दोषी को रिहा कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 30 साल पहले क्राइम के समय दोषी सिर्फ 14 साल का था। दोषी ओम प्रकाश के साथ बहुत गलत हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम एम सुंदरेश और अरविंद कुमार ने अपने फैसले में कहा कि जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत उसे अधिकतम 3 साल सुधार गृह में रखा जाना था, लेकिन उसने 25 साल जेल बिता दिए। इसमें भी 11 साल ऐसे थे, जिसमें वह फांसी का इंतजार कर रहा था। दरअसल, 15 नवंबर 1994 को उत्तराखंड के देहरादून में सेना के एक पूर्व अधिकारी और उनके परिवार के 2 सदस्यों की हत्या हुई थी। कोर्ट ने उनके नौकर ओम प्रकाश को हत्या का दोषी पाया और फांसी की सजा सुनाई। 2012 में राष्ट्रपति ने मौत की सजा को 60 साल की कैद में बदल दिया। बैंक में अकाउंट होने से बालिग माना सजा मिलने से पहले ओम प्रकाश ने कोर्ट में बताया था कि क्राइम के समय वह नाबालिग था। लेकिन उसका बैंक एकाउंट होना उसके खिलाफ सबूत बना। कोर्ट ने माना कि वह बालिग है तभी उसका बैंक अकाउंट खुला। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी रिव्यू और क्यूरेटिव याचिका खारिज की थी। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट 39-A ने की मदद 25 साल से ज्यादा जेल में रहने के बाद अब वह दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट 39-A की सहायता से बाहर आ सकेगा। मौत की सजा पाने वाले दोषियों की कानूनी सहायता करने वाले प्रोजेक्ट 39-A के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से ओम प्रकाश का स्कूली रिकॉर्ड निकाला। इससे साबित हुआ कि अपराध के समय वह सिर्फ 14 साल का था। हाई कोर्ट ने सुनवाई से इनकार किया सुप्रीम कोर्ट आने से पहले ओम प्रकाश ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में हड्डी की जांच रिपोर्ट समेत दूसरे सबूतों से उसने खुद को क्राइम के समय नाबालिग बताया था। लेकिन हाईकोर्ट ने कहा था कि सजा पर राष्ट्रपति ने फैसला दे दिया है इसलिए अब केस नहीं सुना जाएगा। सुप्रीम कोर्ट इससे असहमत हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मुकदमे के किसी भी स्तर पर अगर आरोपी के नाबालिग होने के सबूत मिलते हैं, तो कोर्ट को उसके मुताबिक कानूनी प्रक्रिया अपनानी चाहिए। ---------------------------------------- सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... राज्यों के पास

Dainik Bhaskar हरियाणा BJP नेता दिल्ली में वोट मांगेंगे:खट्‌टर रणनीतिकार, CM सैनी स्टार कैंपेनर, दिल्ली विधायक रह चुकीं MP मंत्री बेटी संग करेंगी कैंपेन

27 साल से सरकार बनाने की कोशिश में जुटी BJP के लिए दिल्ली में हरियाणा BJP के सारे नेता वोट मांगते हुए नजर आएंगे। इनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी के अलावा तमाम मंत्री, विधायक, सांसद भी शामिल होंगे। भाजपा ने कुछ नेताओं को इलाके भी बांट दिए हैं। वहीं सरकार और संगठन चला चुके कुछ नेताओं का चुनाव की रणनीति बनाने में इस्तेमाल होगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री खट्‌टर का प्रमुख नाम है। खास बात यह है कि प्रदेश की 2 महिला मंत्री भी सांसद माता और केंद्रीय मंत्री पिता के साथ दिल्ली में वोट मांगेंगी। इनमें से किरण चौधरी ऐसी सांसद हैं, जो दिल्ली से चुनाव जीतने के साथ विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में हरियाणा के नेताओं की अहम भूमिका क्यों? ऐसा इसलिए, क्योंकि दिल्ली हरियाणा से सटा हुआ है। इसके गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे जिले सीधे दिल्ली से जुड़े हुए हैं। यहां से नौकरीपेशा से लेकर बिजनेसमैन का दिल्ली से गुरुग्राम या फरीदाबाद आना–जाना लगा रहता है। इसके अलावा प्रदेश के 11 जिले दिल्ली NCR में आते हैं। ऐसे में कुछ लोगों से यहां के भाजपा नेताओं के पर्सनल रिलेशन भी हैं। दिल्ली प्रचार में किस नेता का क्या रोल रहेगा? मनोहर लाल खट्‌टर : केंद्रीय उर्जा एवं शहरी विकास मंत्री खट्‌टर भाजपा की रणनीतिकारों की टीम में होंगे। खट्‌टर को संगठन से लेकर सरकार चलाने का अच्छा अनुभव है। 2014 में उन्हें पहली बार विधायक बनते ही हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसके 5 साल बाद 2019 में चुनाव हुए तो भाजपा 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके बाद सरकार बनाने की बारी आई तो खट्‌टर ने संगठन और सरकार के कौशल से BJP विरोधी वोटों से जीती जननायक जनता पार्टी (JJP) को साथ मिला लिया और साढ़े 4 साल सरकार चलाई। जब तक खट्‌टर सीएम रहे तो गठबंधन बढ़िया चलता रहा। खट्‌टर ने कुर्सी छोड़ी तो गठबंधन भी टूट गया। उनके नेतृत्व में प्रदेश में 2 लोकसभा और 2 विधानसभा चुनाव भी लड़े गए। 2019 में उन्होंने पार्टी को सभी 10 लोकसभा सीटें दिलाईं। CM नायब सैनी: प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली में स्टार प्रचारक के रोल में रहेंगे। इसकी वजह ये है कि एक तो वह ओबीसी वर्ग से आते हैं, जो दिल्ली के जातीय समीकरण पर फिट बैठता है। दूसरा हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद भाजपा ने उनकी ही अगुआई में जीता। सैनी ने प्रचा

Dainik Bhaskar डल्लेवाल की तबीयत नाजुक, मुलाकात बंद की:ब्लेड प्रेशर गिर रहा, ट्रॉली से बाहर नहीं आ रहे; डॉक्टर निगरानी कर रहे

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक है। आज उनके अनशन का 45वां दिन हैं। डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर (BP) लगातार गिर रहा है। ऐसे में अब वह किसी से मुलाकात नहीं करेंगे। बुधवार को डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए डॉक्टरों ने कहा कि उनके पैरों को अगर शरीर के अन्य हिस्सों के बराबर करते हैं तो उनका ब्लड प्रेशर काफी कम हो जाता है। ब्लड प्रेशर थोड़ा स्थिर करने के लिए उनके पैरों को ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। बुधवार को पूरा दिन वो अपनी ट्रॉली में ही रहे। सपा के सांसद डल्लेवाल से मिलने पहुंचे वहीं आंदोलन को समाजवादी पार्टी ने समर्थन दिया है। पार्टी के उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सांसद व नेशनल जनरल सेक्रेटरी हरेंद्र मलिक ने बुधवार को डल्लेवाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों से पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से फोन पर बात करवाई। अखिलेश ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि वह सभी राजनीतिक पार्टियों से बात करेंगे और प्रयास करेंगे कि सभी राजनीतिक पार्टियां आपसी मतभेद भुलाकर MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर एकजुट हों। ताकि किसानों की आत्महत्याओं को रोका जा सके। किसान नेता बोले- कृषि मंत्री डल्लेवाल से बात क्यों नहीं करते किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि हमारे देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली के किसानों से मीटिंग करके कहते हैं कि हमारी योजनाओं का लाभ आपको नहीं मिल रहा है इसलिए वो दुखी हैं, लेकिन दूसरी तरफ उन्हें 13 फरवरी 2024 से सड़कों पर बैठे किसान एवं आमरण अनशन कर रहे डल्लेवाल का संघर्ष नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि जनगणना 2016 के अनुसार दिल्ली में 21000 किसान थे जिनकी संख्या पिछले 8 साल में घट चुकी है। डल्लेवाल की बिगड़ती हालत के मद्देनजर केंद्र सरकार को गंभीर होकर किसानों की समस्याओं का हल करना चाहिए। किसानों की आगे क्या रणनीति... 1. PM के पुतले जलाएंगे किसानों ने 10 जनवरी को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। इस दौरान प्रधानमंत्री का पुतला जलाया जाएगा। जबकि 13 जनवरी को लोहड़ी वाले दिन केंद्र सरकार की एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाई जाएंगी। 2. 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी

Dainik Bhaskar सेम सेक्स मैरिज की पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई आज:सुप्रीम कोर्ट मान्यता देने से मना कर चुका, कहा था- कानून बनाना संसद का काम

सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने के लिए लगाई गई पुनर्विचार याचिकाओं पर आज सुनवाई होगी। 17 अक्टूबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता देने से मना कर दिया था। कोर्ट ने कहा था- कानून बनाना संसद का काम है। कोर्ट का काम उसका पालन कराना है। अब इस पर 13 पुनर्विचार याचिकाएं लगाई गई हैं। इन पर न्यायमूर्ति बीआर गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ अपने चैंबर में सुनवाई करेगी। CJI ने मांग खारिज करते हुए कहा था- संसद कानून बना सकता है 17 अक्टूबर 2023 को 5 जजों की संविधान पीठ ने कहा था कि कोर्ट स्पेशल मैरिज एक्ट में बदलाव नहीं कर सकता। कोर्ट सिर्फ कानून की व्याख्या कर उसे लागू करा सकता है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि स्पेशल मैरिज एक्ट के प्रावधानों में बदलाव की जरूरत है या नहीं, यह तय करना संसद का काम है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस रविंद्र भट और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की संविधान पीठ ने इस मामले की सुनवाई की थी। जस्टिस हिमा कोहली को छोड़कर फैसला चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस कौल, जस्टिस भट और जस्टिस नरसिम्हा ने बारी-बारी से फैसला सुनाया था। CJI ने सबसे पहले कहा कि इस मामले में 4 जजमेंट हैं। एक जजमेंट मेरी तरफ से है, एक जस्टिस कौल, एक जस्टिस भट और जस्टिस नरसिम्हा की तरफ से है। इसमें से एक डिग्री सहमति की है और एक डिग्री असहमति की है कि हमें किस हद तक जाना होगा। 'होमोसेक्शुअलिटी सिर्फ अर्बन एरिया तक सीमित नहीं' जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, 'होमोसेक्शुअलिटी या क्वीरनेस सिर्फ अर्बन इलीट क्लास तक सीमित नहीं है। ये सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाले और अच्छी जॉब करने वाले व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि गांवों में खेती करने वाली महिलाएं भी क्वीर हो सकती हैं। ऐसा सोचना कि क्वीर लोग सिर्फ अर्बन या इलीट क्लासेस में ही होते हैं, ये बाकियों को मिटाने जैसा है।' 'शहरों में रहने वाले सभी लोगों को क्वीर नहीं कहा जा सकता है। क्वीरनेस किसी की जाति या क्लास या सोशल-इकोनॉमिक स्टेटस पर निर्भर नहीं करता। ये कहना भी गलत है कि शादी एक स्थायी और कभी न बदलने वाला संस्थान है। विधानपालिका कई एक्ट्स के जरिए विवाह के कानून में कई सुधार ला चुकी है।' सुप्रीम कोर्ट ने के

Dainik Bhaskar इल्मा बद्दी SP रहेंगी या नहीं, हाईकोर्ट का फैसला आज:कांग्रेस MLA से टकराईं, लंबी छुट्‌टी पर गईं, गृह सचिव-DGP जवाब दे चुके

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस MLA से टकराने वाली लेडी IPS अधिकारी इल्मा अफरोज बद्दी जिले की SP रहेंगी या नहीं, इसका फैसला आज हो सकता है। इसको लेकर एक जनहित याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। इस मामले में पिछली सुनवाई में प्रदेश के गृह सचिव और डीजीपी स्पष्टीकरण दे चुके हैं। जिसमें उन्होंने दावा किया कि इल्मा ने खुद उन्हें लिखकर दिया है कि वह बद्दी में काम नहीं करना चाहती, उन्हें कहीं और ट्रांसफर कर दिया जाए। खास बात यह है कि नालागढ़ के एक यौन शोषण केस में हाईकोर्ट ने ही जांच के चलते इल्मा अफरोज को बद्दी से ट्रांसफर करने पर रोक लगा रखी है। इसी वजह से सरकार इल्मा का अपने स्तर पर ट्रांसफर नहीं कर पा रही है। लेडी IPS अधिकारी इल्मा अफरोज से जुड़ा विवाद सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे इल्मा अफरोज ने 7 जनवरी, 2024 को बद्दी की SP के तौर पर काम शुरू किया। अगस्त 2024 में इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काटे। इससे विधायक नाराज हो गए। इसके बाद दोनों में टकराव बढ़ता गया। विधायक ने इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलवा दिया। स्क्रैप कारोबारी का नेताओं से कनेक्शन इस बीच बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमे स्क्रैप कारोबारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई। वह पहले पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन SP इल्मा ने कारोबारी का पिछला रिकॉर्ड देखते मंजूरी नहीं दी। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। इल्मा ने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी। कारोबारी नेताओं का करीबी था। इस वजह से भी SP पर दबाव था, लेकिन वह कार्रवाई से पीछे नहीं हटीं। शिमला में मीटिंग की, फिर अचानक आवास खाली कर मां के साथ चली गईं इल्मा 6 नवंबर 2024 को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज वापस बद्दी लौटीं। उन्होंने अचानक सरकारी आवास से सामान समेटा और फिर मां के साथ उत्तर प्रदेश स्थित अपने गांव लौट गईं। हालांकि उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा। इल्मा के छुट्टी जाने के बाद से SP बद्दी का कार्यभार HPS विनोद धीमान देख रहे हैं। 40 दिन बाद लौटीं, जॉइन

Dainik Bhaskar हिमाचल के पांच जिलों में घने कोहरे का अलर्ट:लाहौल-स्पीति में माइनस 13.6 डिग्री पहुंचा तापमान; हफ्ते के आखिर में हरियाणा-पंजाब में बारिश की संभावना

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में तेज ठंड का दौर जारी है। बुधवार रात कश्मीर घाटी और हिमाचल में कई हिस्सों में तापमान 0ºC से नीचे चला गया। श्रीनगर के गुलमर्ग माइनस 9.8ºC तापमान के साथ घाटी में सबसे ठंडा रहा। श्रीनगर में मिनिमम टेम्प्रेचर माइनस 1 डिग्री दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति के ताबो में सबसे ठंडा तापमान दर्ज किया गया, जहां टेम्प्रेचर रात में -13.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। राजस्थान के फतेहपुर (सीकर) में सबसे कम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, जयपुर में रात का तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। दिल्ली में बुधवार को धूप निकलने से अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक था। हालांकि, सुबह घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो तक गिर गई। मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए हिमाचल प्रदेश के 12 में से 5 जिलों- ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी में ठंड की लहर, जमीन पर पाले और घने कोहरे के लिए यलो अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते इस हफ्ते के आखिर में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, दिल्ली और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। राज्यों में बर्फबारी और ठंड की तस्वीरें... अगले 2 दिन कैसा रहेगा मौसम... 10 जनवरी: 4 राज्यों में शीतलहर की संभावना 11 जनवरी: 3 राज्यों में शीतलहर का अलर्ट राज्यों में मौसम की खबरें... मध्य प्रदेश: बर्फीली हवाओं से फिर ठिठुरा राज्य, ग्वालियर-चंबल में शीतलहर चलेगी; 10 जनवरी से मौसम बदलेगा जनवरी में दूसरी बार मध्यप्रदेश कड़ाके की ठंड से ठिठुर गया है। बर्फीली हवाओं की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में दिन-रात के टेम्परेचर में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिन तक कड़ाके की ठंड पड़ेगी। पूरी खबर पढ़ें... राजस्थान: 8 जिलों में आज शीतलहर का अलर्ट, रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे; संक्रांति से पहले बारिश होगी उत्तरी हवा चलने के कारण राजस्थान में सुबह-शाम की सर्दी तेज हो गई। राज्य में कल 2 शहरों को छोड़कर शेष सभी शहरों में न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट यानी 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर

Dainik Bhaskar PM मोदी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे:पहली बार भुवनेश्वर में हो रहा कार्यक्रम; 70 देशों के 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस साल सम्मेलन का विषय 'विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान' है। इस दौरान मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करेंगी। मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा को रिमोट से हरी झंडी दिखाएंगे। यह भारतीय प्रवासियों के लिए स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन है, जो दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से चलेगी और तीन सप्ताह तक कई टूरिस्ट प्लेसेज तक जाएगी। विदेश मंत्रालय की प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत इसका संचालन किया जा रहा है। हालांकि सम्मेलन की शुरुआत 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस से हो चुकी है। इस दौरान न्यूजवीक के CEO और सह-संस्थापक देव प्रगद मुख्य अतिथि थे। न्यूजवीक अमेरिका की एक वीकली न्यूज मैगजीन है। कार्यक्रम के लिए 70 देशों से 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे हैं। यह सम्मेलन 10 जनवरी तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसके समापन सत्र में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। 3 दिन के सम्मेलन में कब-क्या होगा... विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने बताया- भारतीय प्रवासियों की संख्या 35.4 मिलियन है, जिसमें 19.5 मिलियन भारतीय मूल के लोग और 15.8 मिलियन NRI शामिल हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 2 मिलियन भारतीय मूल के लोग रहते हैं। जबकि UAE में सबसे ज्यादा 3.5 मिलियन NRI हैं। जयशंकर बोले- PM मोदी ने काम करने का नजरिया बदला विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 8 जनवरी को युवा प्रवासी दिवस सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारों के काम करने का नजरिया बदल दिया। उन्होंने देश को 'चलता है' से 'होगा कैसे नहीं' वाला एटिट्यूड दिया है। जयशंकर ने वैश्विक विकास आगे बढ़ाने में भारत की युवा पीढ़ी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु की एक याद साझा की। उन्होंने कहा कि सिंधु ने PM को यूथ आइकन बताया था। सिंधु ने कहा था कि PM मोदी ने देश को 'चलता है' से 'होगा कैसे नहीं' वाला एटिट्यूड दिया है। पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में की थी शुरुआत प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनवरी, 2003 में की थी। महा

Dainik Bhaskar हरियाणा के 4 जिलों में घनी धुंध:पानीपत समेत 11 जिलों में भी कोहरा, दिल्ली से आने-जाने वालों को मुश्किल

हरियाणा के 4 जिलों में शुक्रवार सुबह घनी धुंध पड़ेगी। मौसम विभाग ने अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र और कैथल के लिए धुंध का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा सिरसा, फतेहाबाद, जींद, हिसार, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, सोनीपत, पानीपत, यमुनानगर और पंचकूला में भी धुंध छाई रहेगी। ऐसे में अंबाला या यमुनानगर से करनाल-पानीपत होते हुए सोनीपत के रास्ते दिल्ली आने–जाने वालों के लिए गाड़ी चलाने में मुश्किल होगी। वहीं महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक 10 जनवरी की रात से मौसम बदलेगा। 11 जनवरी को प्रदेश में बिजली कड़कने के साथ बारिश होगी। भिवानी की रातें, अंबाला–नारनौल के दिन सबसे ठंडे मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार, 8 जनवरी को भिवानी की रातें सबसे ठंडी रहीं। यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में सभी शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चल रहा है। वहीं अंबाला और नारनौल में दिन में सबसे कम तापमान रहा। अंबाला का अधिकतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस और नारनौल का अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री रहा। 11-12 जनवरी को बारिश के आसार हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कल तक मौसम खुश्क रहेगा लेकिन उत्तरी और उत्तर–पश्चिमी हवाओं की वजह से रात का तापमान और गिरेगा। सुबह के समय धुंध रहेगी। हालांकि 10 जनवरी की रात से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से हवाओं की दिशा बदलेगी। जिससे 11–12 जनवरी को मौसम बदलेगा। इस दौरान राज्य में हल्की से मध्यम बारिश होगी। हालांकि अभी ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं।

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