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Dainik Bhaskar हरियाणा में 44 IAS अफसरों का ट्रांसफर:खेमका अनिल विज का परिवहन विभाग संभालेंगे; सुमिता मिश्रा होम सेक्रेटरी, रस्तोगी वित्त आयुक्त बने
हरियाणा सरकार ने रविवार देर रात 44 IAS अफसरों के ट्रांसफर के आदेश जारी किए। हमेशा चर्चित रहने वाले IAS अफसर अशोक खेमका को अनिल विज के महकमे की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें परिवहन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव लगाया गया है। IAS ऑफिसर सुमिता मिश्रा को राज्य का होम सेक्रेटरी लगाया गया है। होम डिपार्टमेंट खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी देख रहे हैं। इसके अलावा सबसे अहम वित्त आयुक्त राजस्व (एफसीआर), वित्त विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी IAS अफसर अनुराग रस्तोगी को दी गई है। वहीं, सुधीर राजपाल को मौजूदा जिम्मेदारी (स्वास्थ्य सचिव) के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग और आयुष विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव लगाया गया है। अधिकारियों के ट्रांसफर के ऑर्डर... डी सुरेश को वाणिज्य की जिम्मेदारी IAS अधिकारी डी सुरेश को हरियाणा भवन नई दिल्ली का रेजिडेंट कमिश्नर और उद्योग विभाग एवं वाणिज्य विभाग का प्रधान सचिव बनाया है। IAS अफसर श्यामल मिश्र को हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण, नई दिल्ली का मुख्य प्रशासक, फरीदाबाद व गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और नागरिक उड्डयन विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। हरियाणा सरकार ने सौजी रजनी कान्थन को परिवहन आयुक्त, फूलचंद मीना को अंबाला डिवीजन का कमिश्नर, ए श्री निवास को हिसार डिवीजन का आयुक्त व दक्षिण हरियाणा बिजली निगम का एमडी नियुक्त किया है। हायर एजुकेशन के अध्यक्ष बने विनीत राज्य सरकार के आदेशों के मुताबिक आनंद मोहन शरण को पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के साथ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। IAS अफसर विनीत गर्ग को उच्चतर शिक्षा विभाग के साथ हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। IAS अफसर अमित कुमार अग्रवाल को विकास एवं पंचायत विभाग, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग और विदेश विभाग का आयुक्त एवं सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अलावा IAS अफसर राजीव रंजन को मत्स्य व श्रम विभाग का प्रधान सचिव लगाया गया है। विजय सिंह दहिया को मुद्रण विभाग और पशुपालन विभाग का आयुक्त एवं सचिव व अमनीत पी कुमार को महिला एवं बाल विकास विभाग व अभिलेखागार विभाग में आयुक्त एवं सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। IAS अफसर मोहम्मद साइन को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग
Dainik Bhaskar पुनर्वास के लिए खुद आगे बढ़े कश्मीरी पंडित:दावा- गृह राज्य मंत्री ने कहा, हमारे पास कोई पॉलिसी नहीं; तो खुद सोसायटी रजिस्टर कराई
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से केंद्र सरकार से अपने पुनर्वास यानी कश्मीर घाटी में फिर से बसाए जाने की आस में बैठे कश्मीरी पंडित इस बार खुद आगे बढ़े हैं। इसके लिए कश्मीरी पंडितों पहली बार एक हाउसिंग सोसायटी रजिस्टर कराई है। बीते चार दिन में देशभर में मौजूद 500 कश्मीरी पंडित परिवारों ने घाटी में बसने के लिए सोसायटी से संपर्क किया है। वे कश्मीर लौटकर नए सिरे से जिंदगी शुरू करना चाहते हैं। सोसायटी के सचिव सतीश महालदार ने भास्कर को बताया कि सोसायटी का नाम डिस्प्लेस्ड कश्मीरी पंडित हाउसिंग कॉपरेटिव है। इसे जम्मू-कश्मीर के रजिस्ट्रार ऑफिस से मंजूरी मिल गई है। यह पुनर्वास का पहला कदम है। हमें यकीन है कि केंद्र सरकार अब खुद पहल करेगी। सोसायटी के 9 सदस्य प्रवासी कश्मीरी पंडित, 2 गैर प्रवासी पंडित और एक सिख सदस्य है। इनमें से तीन सदस्यों ने हाल ही में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से नई दिल्ली में मुलाकात कर हाउसिंग सोसायटी बनाने की जानकारी दी थी। इसके साथ ही उनसे पंडित परिवारों को बसाने के लिए सब्सिडी रेट पर जमीन की मांग भी की थी। सदस्य बोले- सरकार के पास पुनर्वास की कोई नीति नहीं सोसायटी के सदस्य संजय टिक्कू के मुताबिक सियासी पार्टियां 35 साल से अपने नारों, चुनावी घोषणा पत्रों में कश्मीरी पंडितों को जगह तो दे रही हैं, लेकिन हमें बसाने की उनके पास कोई नीति नहीं है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद से हमने पुनर्वास नीति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई नीति नहीं है। ये सुनकर हम हैरान थे, इसलिए अब हम खुद कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए आगे आए हैं। हम जल्द ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मिलेंगे। पहले फेज में श्रीनगर में ही बसने की ख्वाहिश सोसायटी के सचिव महालदार के मुताबिक पुनर्वास के पहले फेज में सरकार से श्रीनगर में जमीन मांगी गई है। 35 साल पहले जब हमें श्रीनगर से निकाला गया था, तब हम सब-कुछ छोड़कर गए थे। आज भी हमारे टूटे घर यहां हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि पहले हमें यहीं बसाया जाए। पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में काम कर रहे पंडित दंपती हमेशा ट्रांजिट घरों में नहीं रह सकते। अब ऐसे परिवार हमसे जुड़ रहे हैं। जल्द इनकी संख्या हजारों में होगी, क्योंकि हर कोई यहां स्थायी आवास चाहता है। घर वापसी के लिए गृह मंत्रालय का ब्लू प्रिंट, 4600 विस्थापित परिवारों की लिस्ट तैयार जम्म
Dainik Bhaskar बाबा बागेश्वर को हत्या की धमकी:परवाना ने हरिहर मंदिर के बयान को गोल्डन टेंपल से जोड़ा; विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख बोले- 48 घंटे में गिरफ्तार करें
मध्यप्रदेश स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान को लेकर पंजाब में बवाल मच गया है। 18 मार्च को मुरादाबाद में धीरेंद्र शास्त्री ने हरिहर मंदिर को लेकर बयान दिया था। हालांकि पंजाब के सिख कट्टरपंथी बरजिंदर परवाना ने इसे अमृतसर स्थित हरमंदिर साहिब यानी गोल्डन टेंपल से जोड़ दिया। उसने पंडित शास्त्री को धमकी तक दी कि उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है और चाहे जैसे मर्जी, उन्हें मार डालेंगे। परवाना ने पंडित शास्त्री को पंजाब आने तक की चुनौती दे डाली। पंजाब के कपूरथला जिले के कादराबाद गांव में 26 से 30 नवंबर तक 5 दिन का समागम था। जिसके मंच से परवाना ने बाबा बागेश्वर को यह धमकी दी। वहीं इस मामले में एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया एवं विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने पुलिस से 48 घंटे के भीतर परवाना को गिरफ्तार करने की मांग की है। सिलसिलेवार ढंग से पूरा विवाद पढ़ें बाबा बागेश्वर ने कहा था- हरिहर मंदिर में रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए अब तो आवाज यहां तक भी आ गई। अब तो जल्दी से जल्दी उस मंदिर की पूजा भी प्रारंभ हो जानी चाहिए। अयोध्या में राम जी बैठ गए। काशी में नंदी भगवान निकल आए। यह मुहुर्त है। अब हरि हर मंदिर में भी अभिषेक... रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए। बाबा बागेश्वर के बयान को लेकर कहा जा रहा है कि यह गोल्डन टेंपल के लिए नहीं बल्कि कलकी धाम संभल के लिए था। परवाना ने कहा- गोल्डन टेंपल के लिए यह बात कही बरजिंदर परवाना ने कहा- बागेश्वर धाम वाले साधु ने बयान दिया कि वह जो हरमंदिर है, वहां हम अपनी पूजा करेंगे। अभिषेक करेंगे और मंदिर बनाएंगे। मैं कहता हूं कि आओ, पर एक बात याद रखना, हमने इंदिरा गांधी को मारा। उसे अंदर पैर नहीं रखने दिया। यहां लाखों की फौज आई, उसे हमने गोलियों से भून दिया। बेअंत (पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह) को चंडीगढ़ में बम से उड़ाया। बागेश्वर वाला बाबा नोट कर ले कि आज से उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तुझे भी टकरेंगे और चाहे जैसे मर्जी हो, तुझे भी मार डालेंगे। तू आ तो सही। हरमंदिर साहिब तो दूर, बागेश्वर वाला बाबा अमृतसर या पंजाब में आकर दिखाए। शांडिल्य बोले- हिंदू-सिख भाईचारा तोड़ने की साजिश वहीं इस मामले में एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया एवं विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने परवाना की धमकी का कड़ा विरोध किया। शांडिल्य ने कहा क
Dainik Bhaskar किसान नेता की 96 घंटे कस्टडी की कहानी:पुलिस को किसानों का डर था, सीनियर जूनियर को डांट रहे थे, प्रेशर बनाने को अकेले रखा
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को 26 नवंबर की सुबह पंजाब पुलिस ने खनौरी बॉर्डर से हिरासत में ले लिया था। वह करीब 96 घंटे लुधियाना के DMC अस्पताल में रहे। दैनिक भास्कर ने खनौरी बॉर्डर पहुंचकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से बातचीत कर जाना कि उनके ये 96 घंटे कैसे गुजरे। हिरासत में लेने से लेकर अस्पताल में उनके साथ क्या-क्या हुआ? डल्लेवाल ने दावा किया जब उन्हें पुलिस के अधिकारी हिरासत में लेने के लिए आए तो वे डरे हुए थे। उन्हें डर था कि कहीं या किसान न आ जाएं और उनकी झड़प न हो जाए। इसलिए उन्होंने मुझे कपड़े भी नहीं पहनने दिए और गाड़ी में बिठा लिया। अनशन तुड़वाने के लिए अस्पताल में पुलिस के अधिकारी चाय नाश्ता लेकर आते रहे, लेकिन मैंने अपना अनशन जारी रखा। वहां मेरा ब्लड प्रेशर तक चेक नहीं हुआ। मानसिक दबाव बनाने के लिए एक कमरे में रखा। किसी से मिलने नहीं दिया। सरकार को लगा था कि एक ही किसान मरणव्रत पर बैठेगा उसे उठा लेते हैं, लेकिन दूसरे किसान ने भी अनशन शुरू कर दिया। इससे सरकार को झुकना पड़ा। पढ़िए पूरा इंटरव्यू.... सवाल : जब 26 नवंबर को पुलिस हिरासत में लेने आई तो दिमाग में क्या चल रहा था? डल्लेवाल : रात एक बजे तक हमारी बैठक चली थी। इसलिए मैं देरी से अपनी ट्रॉली में पहुंचा। सभी लोग थके हुए थे। जब सब लोग सो गए तब पुलिसवाले आए। उन्होंने टेंटों के बाहर कुंडी लगा दी, ताकि कोई बाहर न निकल सके। उसके बाद पुलिसवाले मेरे केबिन में आए। मेरा केबिन नॉर्मल है, ताकि हवा और सर्दी से बचा जा सके। उस केबिन को पुलिसकर्मियों ने 2 मिनट में तोड़ दिया। ज्यादा दुख मुझे इस बात का हुआ कि मुझे जूते और पजामा तक पहनने नहीं दिया। मुझे बाद में पता चला कि पुलिस किसानों से डरी हुई थी। पुलिस के मन में डर था कि यदि थोड़ा समय भी उन्हें और लग जाता तो किसान वहां आ जाते। पुलिस और किसानों की झड़प हो सकती थी। मैंने खुद सुना कि पुलिस के सीनियर अधिकारी अपने छोटे कर्मचारियों को गालियां दे रहे थे कि जल्दी गाड़ियों में बैठो, समय ना लगाओ। जितनी जल्दी यहां से निकला जा सकता है, निकलो। मैं खुद हैरान रह गया कि ट्रॉली से उठाते समय पुलिस का व्यवहार कुछ और था। गाड़ी में बैठाने के बाद उनका व्यवहार बदल गया। सवाल : लुधियाना DMC अस्पताल की जगह पटियाला के राजिंदरा अस्पताल क्यों नहीं लेकर गए। वो अस्पताल नजदीक था? डल्लेवाल : देखो, जब
Dainik Bhaskar हरियाणा में कांग्रेस विधायक की BJP से नजदीकियां बढ़ीं:CM सैनी ने काफिला रुकवाकर हाल जाना, विज संग गाड़ी में गए, खट़्टर के पैर छुए
हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया की BJP से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। इसकी शुरुआत 21 नवंबर को सिरसा में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम से हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे थे। उन्होंने प्रोटोकॉल के हिसाब से न केवल कांग्रेस विधायक को तवज्जो दी, बल्कि स्वागत के लिए आए गोकुल सेतिया के लिए स्पेशल काफिला रुकवाकर उनका हाल भी पूछा। इससे विधायक सेतिया भी गदगद नजर आए। उन्होंने मंच से ही मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ की। इसके बाद 29 नवंबर को कष्ट निवारण समिति की मीटिंग लेने पहुंचे मंत्री अनिल विज के गोकुल सेतिया ने पैर छुए। इसके बाद वह विज की गाड़ी में बैठकर भी गए। वहीं गुरुग्राम में एक शादी समारोह में गोकुल सेतिया ने पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैर छुए। सेतिया ने इसके फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किए। बोले- बड़े होने के नाते मैंने पैर छुए भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने पर मीडिया ने विधायक गोकुल सेतिया से सवाल भी किए। इस पर सेतिया ने कहा कि अनिज विज के बड़े होने के नाते पैर छुए। वह उनके नाना पूर्व विधायक स्व. लक्ष्मणदास अरोड़ा की उम्र के हैं। गोकुल ने कहा कि शादी में मनोहर लाल खट्टर भी मिले। वह भी मेरे बड़े हैं। इस नाते उनके भी पैर छुए। इसका मतलब यह नहीं कि मैं भाजपा के साथ खड़ा हो गया हूं। मैं अच्छे काम की तारीफ भी करता हूं और जो काम ना करे उसके खिलाफ भी खड़ा होता हूं। जब मैं भाजपा में था तो खट्टर सरकार के खिलाफ धरना दिया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सिरसा को मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी सौगात दी, इसलिए मैंने उनके काम की तारीफ की। कांडा बंधुओं की टेंशन बढ़ी इन सब के बाद गोपाल कांडा और उनके भाई गोबिंद कांडा की टेंशन बढ़ गई है। पहले चुनाव में हार और अब गोकुल सेतिया की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के कारण गोपाल कांडा को राजनीति कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया ने करीब साढ़े 7 हजार वोट से गोपाल कांडा को हराया था। दोनों के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। यहां तक की चुनाव नतीजों वाले दिन गोकुल सेतिया ने गोपाल कांडा पर चुनाव में धांधली करने के आरोप भी लगाए थे। सिरसा के पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के पोते हैं सेतिया गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार व
Dainik Bhaskar मेरे निकाले पत्थर से रामलला बने, मजदूरी तक नहीं मिली:अयोध्या जाना सपना; सांसद ने कहा था- PM से मिलाएंगे, एयरपोर्ट बुलाकर मुकर गए
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को 10 महीने हो चुके हैं। रामलला की प्रतिमा कर्नाटक की कृष्णशिला से बनी है। इसे मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। रामलला की मूर्ति बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी तारीफ की थी। गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें सम्मानित भी किया था। रामलला की प्रतिमा बनाने के लिए अरुण योगीराज की जितनी चर्चा हुई, उतनी ही गुमनामी में उस प्रतिमा के लिए पत्थर निकालने वाले श्रीनिवास नटराज हैं। उनका आरोप है कि उन्हें न तो पहचान मिली, न काम की मजदूरी। श्रीनिवास ने कहा कि वे अब तक अयोध्या नहीं गए हैं। उन्हें पहले तो प्राण-प्रतिष्ठा में नहीं बुलाया गया। बाद में मैसूरु के तत्कालीन भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने रामलला के दर्शन कराने का वादा किया, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। श्रीनिवास ने रामलला की प्रतिमा के लिए चट्टान निकालने से लेकर उसे मंदिर ट्रस्ट को सौंपने तक की पूरी कहानी बताई। उन्होंने इस दौरान 5 दावे किए। इनकी पड़ताल के लिए भास्कर रिपोर्टर ने पूर्व सांसद प्रताप सिम्हा, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय समेत तीन लोगों से बात भी की। पूर्व सांसद प्रताप सिम्हा और चंपत राय ने कुछ सवालों के जवाब के बाद इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहला दावा: 'चेन्नई से फोन आया, नीला पत्थर ढूंढने को कहा गया था' श्रीनिवास एच. डी. कोटे से भास्कर रिपोर्टर को उस प्लॉट पर लेकर गए, जहां से उन्होंने चट्टान निकाली थी। यह मैसूरु से 22 किलोमीटर दूर गुज्जे गौदानापुरा में मेन रोड से करीब 500 मीटर अंदर है। खेत में घास-फूस के बीच बड़े-बड़े पत्थर पड़े थे। ये उसी कृष्णशिला के टुकड़े थे, जिसके एक हिस्से पर अरुण योगीराज ने रामलला की प्रतिमा उकेरी थी। श्रीनिवास को ठीक से तारीख या महीना तो याद नहीं, पर उसने बताया, 'दिसंबर 2022 में एक दिन गांव के किसान कृष्णन्ना ने मुझे बुलाया और बताया कि यह जमीन उनके पिता रामदास की है। जमीन के नीचे बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं, जिससे खेती में दिक्कत हो रही है। कृष्णन्ना ने चट्टानों को निकालकर जमीन समतल करने के लिए कहा था।' श्रीनिवास ने कहा, 'कुछ दिनों बाद 27 जनवरी, 2023 को मुझे सुरेंद्र विश्वकर्मा का फोन आया। सुरेंद्र दो सदस्यीय उस पैनल के अध्यक्ष थे, जिसे रामलला की प्रतिमा के लिए पत्थर तलाशने का
Dainik Bhaskar पंजाब में उपचुनाव जीते AAP विधायकों ने ली शपथ:सीएम भगवंत मान रहे मौजूद; कांग्रेस के विधायक 4 को लेंगे शपथ
पंजाब विधानसभा उप चुनाव में जीते 4 विधायकों में से आम आदमी पार्टी (AAP) के 3 विधायकों ने आज (12 दिसंबर को) शपथ ले ली है। विधानसभा में इस मौके समागम आयोजित किया गया। स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने आम आदमी पार्टी के तीनों विधायकों को शपथ दिलाई। वहीं, समागम में सीएम भगवंत मान और AAP पंजाब के प्रधान अमन अरोड़ा भी मौजूद रहे। जबकि बरनाला सीट से चुनाव जीते कांग्रेस विधायक विधायक कुलदीप सिंह काला ढिल्लों 4 दिसंबर को शपथ लेंगे। उन्होंने इस बारे में विधानसभा को सूचित कर दिया है। इस मौके उनकी पार्टी के सीनियर नेता भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान सबसे पहले चब्बेवाल से विधायक बने डॉ इंशाक चब्बेवाल ने शपथ ली। उन्होंने आखिर में जय भीम, जय भारत और इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाया। इसके बाद डेरा बाबा नानक के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने शपथ ली। आखिरी में गिद्दबाड़ा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने शपल ली। इस मौके उनके परिवार सदस्य भी मौजूद रहे। यह चुने गए हैं नए विधायक पंजाब में 4 विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, बरनाला और गिद्दड़बाहा पर नवंबर माह में उप चुनाव हुए थे। क्योंकि इन सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान हुए विधानसभा उप चुनाव में डेरा बाबा नानक सीट से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से डॉ. इशांक चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों चुनाव जीते हैं। ये तीनों नेता आम आदमी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। जबकि इस बार बरनाला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह काला ढिल्लों चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। हालांकि पहले इस सीट AAP का कब्जा था। यहां से 2017 और 2022 में लगातार दो बार गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक बने थे। 2022 में विधायक बनने के बाद वह सरकार में मंत्री बने थे। सत्ता में आने के बाद AAP हारी दो चुनाव आम आदमी पार्टी को पंजाब की सत्ता में आए हुए लगभग ढाई साल हो गए है। इस समय अवधि में पार्टी को मुख्य रूप से एक लोकसभा व एक विधानसभा उप चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। पार्टी ने दोनों सीटें उस एरिया में हारी है, जिन्हें की AAP की राजधानी के रूप में जाना जाता है। जब भगवंत मान पंजाब के सीएम बने थे, तो उस समय संगरूर से सांसद भी थे। इस दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जून 2022 में हुए लोकसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी
Dainik Bhaskar संसद के शीतकालीन सत्र का 5वां दिन:वित्त मंत्री सीतारमण लोकसभा में बैंकिंग लॉ संशोधन बिल पेश कर सकती हैं
संसद के शीतकालीन सत्र का सोमवार को पांचवा दिन है। वित्त मंत्री सीतारमण आज लोकसभा में बैंकिंग लॉ संशोधन बिल पेश कर सकती हैं। इससे पहले 29 नवंबर को सत्र के चौथे दिन लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने अडाणी और संभल मुद्दा उठाया था। विपक्षी सांसद कार्यवाही के दौरान लगातार हंगामा करते रहे थे। स्पीकर ने कई बार उन्हें बिठाने की कोशिश की, मगर विपक्ष शांत नहीं हुआ था। स्पीकर ओम बिरला ने कहा था, 'सहमति-असहमति लोकतंत्र की ताकत है। मैं आशा करता हूं सभी सदस्य सदन को चलने देंगे। देश की जनता संसद के बारे में चिंता व्यक्त कर रही है। सदन सबका है, देश चाहता है संसद चले।' 25 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र के 4 दिनों में सदन की कार्यवाही सिर्फ 40 मिनट चली है। हर दिन औसतन दोनों सदन (लोकसभा और राज्यसभा) में करीब 10-10 मिनट तक कामकाज हुआ। सत्र में कुल 16 बिल, 11 पर चर्चा, 5 मंजूरी के लिए पेश होंगे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 16 विधेयक पेश किए जाने हैं। इनमें से 11 विधेयक चर्चा के लिए रखे जाएंगे। जबकि 5 कानून बनने के लिए मंजूरी के लिए रखे जाएंगे। वन नेशन वन इलेक्शन के लिए प्रस्तावित विधेयकों का सेट अभी सूची का हिस्सा नहीं है, हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार इसे सत्र में ला सकती है। वहीं, राज्यसभा बुलेटिन में कहा गया है कि लोकसभा से पारित एक अतिरिक्त विधेयक भारतीय वायुयान विधेयक राज्यसभा में मंजूरी के लिए लंबित है। संसद के शीतकालीन सत्र में पिछली 3 कार्यवाही... 25 नवंबर: पहला दिन- राज्यसभा में धनखड़-खड़गे के बीच बहस संसद के शीतकालीन सत्र का 25 नवंबर को पहला दिन था। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और लीडर ऑफ अपोजिशन (LoP) मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हुई। दरअसल धनखड़ ने खड़गे से कहा कि हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं। उम्मीद है आप इसकी मर्यादा रखेंगे। इस पर खड़गे ने जवाब दिया कि इन 75 सालों में मेरा योगदान भी 54 साल का है, तो आप मुझे मत सिखाइए। पूरी खबर पढ़ें... 27 नवंबर: दूसरा दिन- अडाणी मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा, सदन स्थगित 27 नवंबर को सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने अडाणी मुद्दे पर हंगामा किया था। 12 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो फिर हंगामा हुआ। विपक्ष ने यूपी के संभल में हिंसा का मुद्दा भी उठाया। जिसके बाद लोकसभा और राज
Dainik Bhaskar मणिपुर- मारे गए 10 कुकी उग्रवादियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई:ज्यादातर को पीछे से गोली मारी गई, 4 शवों की 1-1 आंख गायब
कुकी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच 11 नवंबर की मुठभेड़ में मारे गए 10 कुकी उग्रवादियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (PM रिपोर्ट) सामने आ गई है। रिपोर्ट से पता चलता है कि ज्यादातर को पीछे से गोली मारी गई थीं। सभी के सिर से लेकर पैर तक पूरे शरीर में गोलियां लगी हैं। कुछ को एक दर्जन से ज्यादा गोलियां लगी हैं। इसके अलावा उनके शरीर पर कोई अन्य घाव या टॉर्चर के निशान नहीं हैं। हालांकि, चार शवों की एक-एक आंख गायब है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि जब शवों को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (SMCH) में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया तो ज्यादातर वर्दी और खाकी पोशाक में थे। मणिपुर पुलिस ने बताया था कि 11 नवंबर को हाईटेक हथियारों से लैस कुछ वर्दीधारियों ने जिरीबाम में बोरोबेक्रा पुलिस स्टेशन और उससे सटे CRPF कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इसके बाद हुई मुठभेड़ में 10 आतंकवादी मारे गए थे। इनमें से एक नाबालिग था। कुछ की मौत 24 घंटे तो कुछ की 96 घंटे पहले मौत रिपोर्ट में एक अहम बात यह भी सामने आई है कि मुठभेड़ के अगले दिन यानी 12 नवंबर को SMCH लाए गए 6 शवों की मौत का अनुमानित समय 24 से 36 घंटे पहले था। इसके बाद 14 नवंबर को लाए 4 शव सड़ना शुरू हो चुके थे। इनकी मौत का अनुमानित समय 72 से 96 घंटे पहले था। जबकि एक की मौत का अनुमानित समय 48 से 72 घंटे पहले था। मौत के करीब 1 महीने बाद 5 दिसंबर को अंतिम संस्कार होगा कुकी समुदाय के प्रमुख संगठन इंडीजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के प्रमुख ने बताया कि इन 10 युवकों को साथ दो अन्य कुकी पुरुषों का अंतिम संस्कार 5 दिसंबर को (मौत के करीब 24 दिन बाद) चुराचांदपुर में होगा। इससे पहले फोरम ने कहा था कि अंतिम संस्कार तब तक नहीं होगा जब तक उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिवारों को नहीं सौंप दी जाती। फोरम ने यह भी दावा किया था कि मृतक गांव के वॉलेंटियर थे। शव 16 नवंबर को सिलचर से चुराचांदपुर एयरलिफ्ट किए गए थे और तभी से यानी करीब 15 दिन से स्थानीय अस्पताल की मॉर्चरी में ही रखे हैं। 5 दिन पहले 3 मैतेइयों की PM रिपोर्ट आई थी जिरीबाम से अगवा कर मारे गए 6 लोगों में बाकी 3 लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट 27 नवंबर को आई थी। इसमें एक महिला और दो बच्चे थे। तीनों शवों पर गोलियों के निशान के साथ ही गंभीर चोटें पाई गई थीं। इसके अलावा 11 नवंबर को कुकी आतंकवादियों के हमले में मारे ग
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:महाराष्ट्र का CM आज तय होगा; जय शाह ICC के सबसे युवा चेयरमैन बने; RSS चीफ भागवत बोले- 3 बच्चे पैदा करें
नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र की रही, कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने 6 दिन में दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी। एक खबर RSS चीफ मोहन भागवत के उस बयान की रही, जिसमें उन्होंने 2 की बजाय 3 बच्चे पैदा करने की बात कही है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. शिंदे का दावा- महायुति में कोई मतभेद नहीं, लेकिन गृह मंत्रालय के सवाल पर चुप्पी साधी महाराष्ट्र के कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने सातारा में कहा, 'मैं अब ठीक हूं। व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। महायुति में कोई मतभेद नहीं है। CM पर फैसला PM मोदी और अमित शाह लेंगे। 2 दिसंबर को महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री तय होगा।' मंत्रालय बंटवारे को लेकर शिंदे से 3 बार सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। गृह और वित्त मंत्रालय पर बात अटकी: शिंदे सरकार में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह मंत्रालय था। वो इस मंत्रालय को छोड़ना नहीं चाहते। वहीं शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी CM पद मिल रहा है तो उसके साथ गृह मंत्रालय भी उन्हें ही मिलना चाहिए। शाह के साथ बैठक में भी इसका हल नहीं निकल पाया। शिवसेना को किन मंत्रालयों की पेशकश: BJP गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। उन्होंने शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। वहीं NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. जय शाह ICC के सबसे युवा चेयरमैन बने, कहा- महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे 36 साल के जय शाह ICC के सबसे कम उम्र के चेयरमैन बन गए हैं। शाह ने न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले की जगह ली। वह ICC के 16वें, जबकि 5वें भारतीय चेयरमैन हैं। शाह ने कहा, 'मैं क्रिकेट को ग्लोबली बढ़ाने के लिए काम करता रहूंगा। महिला क्रिकेट में और तेजी लाना हमारी प्राथमिकता है।' शाह निर्विरोध ICC चेयरमैन चुने गए थे: ICC के चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हुआ था। ICC ने 20 अगस्त को बताया था कि बार्कले तीसरा कार्यकाल नहीं लेंगे। इसके बाद नए चेयरमैन के लिए आवेदन मांगे गए। जय के अलावा किसी ने नॉमिनेशन नहीं भरा। ऐसे में वे निर्विरोध चुन लिए गए। पू
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में नए CM के नाम का ऐलान आज:शिंदे बोले- महायुति में मतभेद नहीं, लेकिन गृह मंत्रालय के सवाल पर चुप्पी साधी
महाराष्ट्र में आज नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है। CM पर फैसला पीएम मोदी और अमित शाह लेंगे। 2 दिसंबर को महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री तय होगा। सूत्रों के मुताबिक 3 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। दिल्ली से दो ऑब्जर्वर मुंबई आएंगे और विधायकों से चर्चा के बाद आधिकारिक रूप से CM फेस अनाउंस करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होगा। प्रधानमंत्री मोदी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। शिंदे दो दिन पैतृक गांव में रहे, तबियत भी बिगड़ी शिंदे दो दिन अपने पैतृक गांव सातारा में रहे। शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। मुंबई से आए डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। अब वे ठीक हैं। रविवार को शिंदे सातारा के एक मंदिर गए और कुछ देर बाद मीडिया से बातचीत भी की। उन्होंने कहा, 'मैं अब ठीक हूं। व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। खींचतान को लेकर उनसे तीन बार सवाल किया गया, लेकिन शिंदे ने जवाब नहीं दिया। शाम को वे सतारा से मुंबई पहुंचे। रिजल्ट आने के बाद अब-तक क्या हुआ, 6 पॉइंट... 23 नवंबर: महाराष्ट्र विधानसभा का रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटों पर जीत हासिल हुई। भाजपा ने 132, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और NCP (अजित पवार) ने 41 सीटें जीतीं। शिंदे बोले थे- CM तीनों पार्टियां मिलकर तय करेंगी। फडणवीस ने कहा था, एक हैं तो सेफ हैं। 25 नवंबर: 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ। महायुति की पार्टियों में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद के फॉर्मूला की बात सामने आई। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के 10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायकों को मंत्री बन सकते हैं। 27 नवंबर: ठाणे में कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भाजपा का सीएम हमें मंजूर है। मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा। 28 नवंबर: एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने दिल्ली में करीब ढाई घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की। शिंदे ने आधे घंटे तक शाह से अकेले मुलाकात की। हाईकमान ने शिंदे को डि
Dainik Bhaskar मोदी ने दिया पुलिसिंग का SMART फॉर्मूला:स्ट्रिक्ट के साथ सेंसेटिव रहने को कहा; 59वीं DGP-IGP कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री मोदी ने 'SMART' पुलिसिंग के अपने फॉर्मूले को आगे बढ़ाते हुए पुलिस को स्टैटेजिक (रणनीतिक), मैटिकुलस (सावधान), अडॉप्टेबल (परिस्थितियों के साथ ढलना), रिलाइबल (विश्वसनीय) और ट्रांसपेरेंट होने को कहा। वे 59वीं डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र में बोल रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में गुवाहाटी कॉन्फ्रेंस के दौरान SMART पुलिसिंग फॉर्मूले दिया था। उन्होंने उसी फॉर्मूले का विस्तार किया है। उस समय उन्होंने SMART पुलिसिंग के तहत पुलिस को स्ट्रिक्ट और सेंसटिव, मॉडर्न और मोबाइल, अलर्ट और अकाउंटबल, रिलाइबल और रिस्पॉन्सिबल, टेक्नोसेवी और ट्रेंड बनने के लिए कहा था। इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस में DGP और IGP स्तर के करीब 250 अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा 750 से ज्यादा अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हुए। मोदी बोले- AI के खतरे पर भारत की 'दोहरी AI' का इस्तेमाल करें कॉन्फ्रेंस में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, साइबर क्राइम, आर्थिक सुरक्षा, तटीय सुरक्षा और तस्करी सहित राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मौजूदा और उभरती हुई चुनौतियों पर विस्तार से बातचीत हुई। इस दौरान PM मोदी ने डिजिटल फ्रॉड, साइबर क्राइम और AI टेक्नोलॉजी से पैदा हुए खतरों के समाधान के रूप में भारत की दोहरी AI पावर यानी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और एस्पिरेशनल इंडिया का प्रयोग करके चुनौती को अवसर में बदलने का सुझाव दिया। बोले- लक्ष्य पूरा करके सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दें इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुछ अहम समस्याओं को हल करने के लिए राष्ट्रीय पुलिस हैकाथॉन के आयोजन पर विचार करने का सुझाव दिया। उन्होंने गृह मंत्रालय से लेकर पुलिस स्टेशन तक सभी सुरक्षा संस्थानों को किसी भी सुरक्षा चुनौती पर लक्ष्य निर्धारित करके अगले साल सरदार पटेल की 150वीं जयंती तक उसे पूरा करके उन्हें श्रद्धांजलि देने को कहा। 2014 के बाद से दिल्ली के बाहर हो रही कॉन्फ्रेंस प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इस कॉन्फ्रेंस में गहरी दिलचस्पी ली है। साल 2013 से पहले यह सालाना बैठक नई दिल्ली में होती थी। मोदी सरकार में गृह मंत्रालय और खुफिया ब्यूरो ने इसे दिल्ली से बाहर आयोजित करने का निर्णय ल
Dainik Bhaskar राहुल बोले- GDP गिरी, महंगाई बढ़ी:भारतीय अर्थव्यवस्था का फायदा सिर्फ गिने-चुने अरबपतियों को; बेरोजगारी ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को X पोस्ट में भारत की जीडीपी दर कम होने पर चिंता जताई। उन्होंने लिखा- जब तक मुट्ठीभर अरबपतियों को देश की अर्थव्यवस्था का लाभ मिलता रहेगा, तब तक इकोनॉमी आगे नहीं बढ़ सकती। उन्होंने लिखा- भारत की GDP ग्रोथ रेट दो साल में सबसे नीचे 5.4% पर आ गई है। बात साफ है भारतीय अर्थव्यवस्था तब तक तरक्की नहीं कर सकती जब तक इसका फायदा सिर्फ गिने-चुने अरबपतियों को मिल रहा हो। किसान, मजदूर, मध्यमवर्ग और गरीब तरह-तरह की आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। राहुल ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया 84.50 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। बेरोजगारी पहले ही 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। पिछले 5 सालों में मजदूरों, कर्मचारियों और छोटे व्यापारियों की आमदनी या तो ठहर गई है या काफी कम हो गई है। राहुल की X पोस्ट में शामिल मुद्दे... राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय का डेटा- जुलाई से सितंबर के बीच GDP ग्रोथ घटकर 5.4%, यह 21 महीने में सबसे कम राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने 29 नवंबर को डेटा जारी करके बताया था कि वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण GDP ग्रोथ धीमी हुई है। इससे पहले 2023 की तीसरी तिमाही में ग्रोथ 4.3% रही थी। वहीं एक साल पहले समान तिमाही (Q2FY24) में यह 8.1% थी। पिछली तिमाही यानी, Q1FY25 में ये 6.7% रही थी। भारत का GVA जुलाई-सितंबर तिमाही में 5.6% की दर से बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में GVA ग्रोथ 7.7% रही थी। वहीं पिछली तिमाही में GVA ग्रोथ 6.8% थी। साल दर साल आधार पर सेक्टर वाइज ग्रोथ (FY25 Vs FY24) प्रमुख देशों में भारत अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी धीमी जीडीपी ग्रोथ के बावजूद भारत प्रमुख अर्थव्यवस्ताओं के बीच अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बना हुआ है। इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही में चीन की GDP ग्रोथ 4.6% रही। वहीं जापान की जीडीपी 0.9% की दर से बढ़ी है। वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को मापती है GDP GDP यानी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट देश में एक अवधि के भीतर उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को मापती है। इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं, उन्हें भी शामिल किया जाता है
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में 137 EVM मशीनों की जांच का आवेदन:11 उम्मीदवारों ने ₹66 लाख का भुगतान किया; इनमें शरद पवार के पोते युगेन्द्र शामिल
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में 11 उम्मीदवारों ने अपने जिलों की 137 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) के माइक्रो-कंट्रोलरों की जांच की मांग की है। इसके लिए कुल मिलाकर 66.64 लाख रुपए का भुगतान भी किया है। इन उम्मीदवारों में NCP (SP) के बारामती उम्मीदवार युगेंद्र पवार, NCP(SP) के हडपसर उम्मीदवार प्रशांत जगताप और कांग्रेस के पुणे छावनी उम्मीदवार रमेश बागवे शामिल हैं। इन्होंने EVM की जांच के लिए जिला प्रशासन को आवेदन सौंपा है। यह आवेदन चुनाव परिणाम घोषित होने के सात दिनों के अंदर जमा करने थे। यह समय सीमा शुक्रवार को खत्म हो गई। किसी विधानसभा की 5% EVM की जांच की मांग कर सकते हैं उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, जो उम्मीदवार चुनाव में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हैं वो एक लिखित आवेदन देकर किसी विधानसभा में इस्तेमाल की गई 5% EVM के माइक्रोचिप के वेरिफिकेशन की मांग कर सकते हैं। इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इन आवेदनों के बारे में राज्य के मुख्य चुनाव ऑफिस को जानकारी दे दी है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, चीफ इलेक्टोरल ऑफिस के आदेश पर एक मॉक पोल आयोजित किया जाएगा। उम्मीदवारों, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और VVPATs बनाने वाली फर्मों के इंजीनियरों की मौजूदगी में जांच की जाएगी। NCP(SP) नेता बोले- मतदाता हमारे पक्ष में थे, फिर भी वोट न मिलने से हैरानी NCP (SP) जगताप ने हडपसर निर्वाचन क्षेत्र में इस्तेमाल किए गए 27 EVM की जांच की मांग की है, जो जिले में सबसे ज्यादा है। इसके बाद चिंचवाड़ क्षेत्र से राहुल कलाटे ने 25 EVM की जांच की मांग की है। जगताप ने 12 लाख रुपए और कलाटे ने 11 लाख रुपए का भुगतान किया है। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार संजय जगताप ने 9.9 लाख रुपए देकर 21 EVM की जांच की मांग की है। जगताप ने बताया कि उनके क्षेत्र में कुल 532 बूथ हैं। उन्होंने 5% EVM की जांच की मांग की, जिसमें 27 EVM शामिल हैं। उन्होंने कहा इन क्षेत्रों में मतदाता उनके पक्ष में थे, और परिणाम देखकर उन्हें हैरानी हुई कि जीतने वाले उम्मीदवार को इन क्षेत्रों से सभी वोट कैसे मिल गए। ये खबर भी पढ़ें... EVM हैक करने का दावा करने वाले पर FIR:आरोपी ने कहा था- 53 करोड़ दो, महाराष्ट्र में 63 सीटों की EVM हैक कर देंगे चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) हैक करने क
Dainik Bhaskar महबूबा मुफ्ती बोलीं- भारत और बांग्लादेश के हालात एक जैसे:वहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा, यहां भी अल्पसंख्यकों का वही हाल
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को भारत के अल्पसंख्यकों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि उनके लिए भारत और बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं है। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा हो रही है। यही हाल भारत के अल्पसंख्यकों का भी है। मुफ्ती ने कहा, 'बांग्लादेश में हिंदुओं पर ज्यादती हो रही है। अगर यहां भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होंगे तो फिर भारत और बांग्लादेश में क्या अंतर रह जाएगा? मुझे भारत-बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं दिखता।' मुफ्ती ने संभल हिंसा और अजमेर दरगाह का जिक्र किया महबूबा मुफ्ती ने संभल में हुई हिंसा की भी बात की। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी चरम पर है। शिक्षा और स्वास्थ्य का भी हाल खराब है। सड़के जर्जर हालत में हैं, फिर भी मंदिर की तलाश में मस्जिद गिराना है। मुफ्ती ने आगे कहा- 800 साल पुरानी अजमेर शरीफ दरगाह में हिंदू-मुस्लिम सभी धर्मों के लोग जाते हैं। लेकिन कुछ लोग उसे भी खोदने लग गए कि शायद मंदिर निकल आए। अब संभल हिंसा और अजमेर दरगाह का मामला पढ़िए... संभल हिंसा: यूपी के संभल में 24 नवंबर को डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इस दौरान 5 लोगों की मौत हो गई थी। मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अजमेर दरगाह- हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने 25 सिंतबर 2024 को अजमेर की सिविल कोर्ट में अजमेर दरगाह के अंदर एक शिव मंदिर होने की याचिका डाली। गुप्ता ने अजमेर शरीफ दरगाह पर 2 साल की रिसर्च और एक किताब ‘अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव’ का हवाला दिया। इसमें बताया गया कि दरगाह के नीचे शिव मंदिर मौजूद है। कोर्ट ने याचिका को मंजूर कर लिया है। ---------------------------- ये खबर भी पढ़िए... बांग्लादेश में इस्कॉन धर्मगुरु की गिरफ्तारी से भारत नाराज:कहा- अपराधी खुलेआम घूम रहे, हक मांगने वाले जेल में बांग्लादेश में इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने नाराजगी जाहिर की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से हम चिंतित हैं। वहीं, चटगांव की मेट्रोपो