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Dainik Bhaskar क्या-बाड़मेर में लोगों पर एलियन जैसा जानवर कर रहा हमला?:सोशल मीडिया पर किया दावा; अजीब से दिखने वाले जानवर का क्या है सच
राजस्थान के बाड़मेर में एलियन जैसा जानवर आ गया है। यह रात को घर से बाहर घूम रहे लोगों पर हमले कर रहा है। इस एलियन जैसे दिखने वाले जानवर के साथ घायलों की फोटोज भी सोशल मीडिया पर डाली जा रही है। इन फोटो के साथ साथ दो ऑडियो भी शेयर किए जा रहे हैं। इसमें कभी इसे जंगली जानवर बताया जा रहा है तो कभी एलियन। ऑडियो में सुनाई दे रही आवाज में चेतावनी दी जा रही है कि रात को बाहर न निकले। दैनिक भास्कर ने इस दावे की हकीकत जानने की कोशिश की। पड़ताल में जो सच सामने आया, वो चौंका देने वाला था। दैनिक भास्कर ने इस दावे की हकीकत जानने की कोशिश की। पड़ताल में जो सच सामने आया, वो चौंका देने वाला था... पहले पढ़िए... आखिर क्या है दावा ऑडियो में दावा किया जा रहा है कि बाड़मेर के गुड़ामालानी और आसपास के इलाके में जंगली जानवर ने लोगों को हमला कर घायल कर दिया। इसमें एक फोटो भी शेयर की जा रही। इसमें बताया जा रहा है कि लूनी नदी क्षेत्र के डेडवास गांव निवासी महिला घर में सो रही थी, इस दौरान जंगली जानवर ने उस पर हमला कर लहूलुहान कर दिया। महिला के चेहरे को बुरी तरह से नोचा गया था, इससे गंभीर घाव हो गए, लेकिन हमला किस जानवर ने किया, उसे महिला देख नहीं पाई थी। जब दैनिक भास्कर ने ऑडियो और फोटो की पड़ताल की तो सारे फोटो फेक निकले। इस संबंध में बाड़मेर डीएफओ सविता दहिया से बात की तो एक फोटो के अलावा बाकी फोटो फेक साबित हुए। डीएफओ सविता दहिया ने कहा- जो फोटो और ऑडियो शेयर हो रहे हैं, वो सारे फेक है। इसमें सिर्फ एक फोटो बाड़मेर गुड़ामालानी की महिला का है। इसकी भी जांच की जा रही है। यदि महिला पर जानवर ने हमला किया तो वन विभाग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। वहीं हमने गुड़ामालानी नहर वाले इलाके में कैमरे लगाए हैं। साथ ही ट्रैंकुलाइज गन के साथ टीम भी नजर बनाए हुए हैं। कांधी ढाणी क्षेत्र इलाके में पिंजरा भी लगाया गया है। दैनिक भास्कर ने जब फोटो और ऑडियो की पड़ताल की तो जानिए क्या सच सामने आया... 27-28 दिसंबर की रात को अज्ञात जानवर ने किया था हमला गुड़ामालानी के लूनी नदी क्षेत्र के डेडवास गांव में 27- 28 दिसंबर की रात अज्ञात जानवर ने महिला और पालतू पशुओं पर हमला किया था। सूचना के बाद वन विभाग अलर्ट हुआ। लूनी नदी के क्षेत्र में 4-4 कर्मचारियों की दो टीम गठित कर सर्च अभियान शुरू किया गया। इसके साथ ही 3 कैमरे भी लगाए गए हैं, ताक
Dainik Bhaskar राहुल आइसक्रीम शॉप पर गए, कोल्ड कॉफी बनाई:बोले- छोटे काम वालों को लोन नहीं मिलता; यूपी में मिले मोची का जिक्र भी किया
राहुल गांधी दिल्ली में एक आइसक्रीम शॉप पर गए, जहां उन्होंने कोल्ड कॉफी बनाई। केवेंटर्स ब्रांड की इस शॉप में जाने और उसके ओनर्स से चर्चा का एक वीडियो राहुल ने X पर शेयर किया है। राहुल ने लिखा कि आप नई पीढ़ी और नए बाजार के लिए विरासत ब्रांड को कैसे बदल सकते हैं। ये केवेंटर्स के युवा संस्थापकों ने मुझे बताया। केवेंटर्स जैसे निष्पक्ष व्यवसायों ने पीढ़ियों से हमारी आर्थिक वृद्धि को गति दी है। इसलिए हमें उनका समर्थन करने की कोशिश करनी चाहिए। इस बीच केवेंटर्स के ओनर्स अमन और अगस्त्य ने उनसे फ्यूचर इन्वेस्टमेंट प्लान के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया- मैं केवेंटर्स को देख रहा हूं और निवेश का फैसला करने की कोशिश कर रहा हूं। चर्चा के दौरान यूपी के सुल्तानपुर में मिले मोची रामचैत के बारे में भी बात की। राहुल ने कहा कि हमारे देश में बैंक बड़े बिजनेसमैन को तो आसानी से लोन दे देते हैं, लेकिन छोटे काम करने वालों को पैसा नहीं मिलता। केवेंटर्स विजिट की तस्वीरें... शॉप पर मिली महिला ने घर बुलाया, राहुल पहुंचे, लेकिन चाबी नहीं मिली राहुल गांधी जब ओनर्स से बातचीत कर रहे थे, तब शॉप के बाहर खड़ी एक बुजुर्ग महिला को उन्होंने अंदर बुलाया। उनसे हाल-चाल पूछा। इस बीच उस महिला ने राहुल को अपने घर बुलाया और कहा कि उसका घर शॉप के ऊपर है। राहुल जब उसके घर पहुंचे तो दरवाजे की चाबियां गुम हो गईं। बातचीत के दाैरान महिला ने बताया कि वह राजीव गांधी से तब मिलने गई थी, जब वे रेसकोर्स वाले घर में रहा करते थे। दरवाजा न खुलने पर राहुल ने महिला से कहा कि वे अगली बार उसके घर जरूर आएंगे।
Dainik Bhaskar कोरोना वायरस जैसे HMPV का 11वां केस:आज 2 केस मिले; गुजरात में 8 साल का बच्चा, UP में 60 साल की महिला पॉजिटिव
कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के गुरुवार को 2 केस मिले हैं। पहला मामला उत्तर प्रदेश का है। लखनऊ में 60 साल की महिला पॉजिटिव पाई गई है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील चौधरी ने दैनिक भास्कर से इसकी पुष्टि की। वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात के हिम्मतनगर में 8 साल के बच्चे की पॉजिटिव होने की बात कही जा रही है। देश में वायरस से जुड़े कुल 11 मामले हो गए हैं। महाराष्ट्र में 3, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और यूपी में एक-एक केस सामने आए हैं। HMPV केस सामने आने के बाद राज्यों ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। पंजाब में बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है। इधर गुजरात में अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। हरियाणा में भी स्वास्थ्य विभाग को HMPV केसेस पर निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं। छोटे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित HMPV संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। केंद्र ने राज्यों को 'इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस' और 'सीवर एक्यूट रेस्परेट्री इश्यूज' जैसी सांस की बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और HMPV के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री नड्डा बोले- HMPV कोई नया वायरस नहीं विशेषज्ञों ने यह कहा है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। 2001 में इसकी पहली बार पहचान हुई थी। इसके बाद ये दुनिया में फैला। ये सांस लेने से फैलता है, हवा के माध्यम से फैलता है। ये सभी ऐज ग्रुप के लोगों पर असर करता है। WHO हालात पर नजर बनाए हुए है और हमसे जल्द ही रिपोर्ट शेयर की जाएगी। केंद्र सरकार ने कहा था- सर्दी में HMPV का इन्फेक्शन आम चीन में HMPV के बढ़ते मामलों के बीच इमरजेंसी जैसे हालात बनने की बात कही गई थी। हालांकि भारत सरकार ने 4 जनवरी को जॉइंट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक की थी। इसके बाद सरकार ने कहा था कि सर्दी के मौसम में फ्लू जैसी स्थिति असामान्य नहीं है। चीन के मामलों पर भी नजर रखे हुए हैं और सरकार इनसे निपटने के लिए तैयार है- देश सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में किसी भी बढ़त से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन में फ्लू के बढ़ते मामलों की वजह RSV और HMPV हैं। इस मौस
Dainik Bhaskar दिल्ली विधानसभा चुनाव अपडेट्स:केजरीवाल बोले- दिल्ली का चुनाव आम आदमी पार्टी- BJP के बीच; INDIA गठबंधन शामिल नहीं
आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा है कि दिल्ली का चुनाव आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच है। इंडिया गठबंधन इसमें शामिल नहीं है। केजरीवाल भी दिल्ली पर एक ही सीट से चुनाव लड़ेगे। पूर्व दिल्ली CM ने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। केरजीवाल बोले- जो भी हमें समर्थन दे रहे हैं, मैं उनका धन्यवाद करता हूं। ममता दीदी, अखिलेश यादव ने समर्थन दिया। मैंने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी भी हमें समर्थन दे रही है , लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि यह चुनाव इंडिया गठबंधन का नहीं है। केजरीवाल का आरोप- दिल्ली का जाट समाज केंद्र की लिस्ट में शामिल नहीं केंद्र सरकार की लिस्ट में दिल्ली का जाट समाज शामिल नहीं है। कॉलेज में राजस्थान के जाट समाज को एडमिशन मिलता है, लेकिन दिल्ली के जाट समाज को नहीं। पीएम मोदी कई बार जाट समाज के नेताओं से मिलकर ये वादा कर चुके हैं कि वे लिस्ट में शामिल करेंगे, लेकिन आज तक नहीं कर पाए। पिछले दस साल में 4 बार झूठे आश्वासन दिए गए हैं। दिल्ली की 70 सीटों पर वोटिंग 5 फरवरी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर सिंगल फेज में 5 फरवरी को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 फरवरी को आएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। तारीखों की घोषणा के दिन से रिजल्ट तक दिल्ली चुनाव की प्रक्रिया 33 दिन में पूरी हो जाएगी। 2015 और 2020 के मुकाबले इस बार चुनाव और रिजल्ट की घोषणा एक हफ्ते पहले हो रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के अपडेट्स ब्लॉग में पढ़ें...
Dainik Bhaskar सुकमा-बीजापुर बॉर्डर में मुठभेड़...3 नक्सलियों के मारे जाने की खबर:DRG, STF और कोबरा की टीम ने माओवादियों को घेरा; रुक-रुककर फायरिंग जारी
छत्तीसगढ़ में सुकमा और बीजापुर जिले के बॉर्डर में गुरुवार सुबह से पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जिसमें 3 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। DRG, STF और कोबरा की टीम ने नक्सलियों के बटालियन नंबर-1 इलाके को घेर रखा है। रुक-रुककर गोलीबारी हो रही है। सुकमा SP किरण चव्हाण ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि इन दोनों इलाके में माओवादियों की मौजूदगी है। इसी सूचना के आधार पर 8 जनवरी को सुकमा से DRG, कोबरा और CRPF के जवानों को सर्च ऑपरेशन पर निकाला गया था। जब जवान मौके पर पहुंचे तो आज गुरुवार 9 जनवरी की सुबह माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद फोर्स ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलीबारी हो रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि, जब जवान लौटेंगे तब सभी जानकारी मिल पाएगी। बीजापुर में नक्सल ब्लास्ट, 8 जवान शहीद इससे पहले बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सोमवार को जवानों को लेकर जा रहे वाहन को ब्लास्ट कर उड़ा दिया। हमले में दंतेवाड़ा DRG के 8 जवान शहीद हो गए। एक ड्राइवर की भी मौत हुई है। IG बस्तर रेंज सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर से संयुक्त ऑपरेशन पार्टी ऑपरेशन पूरा कर वापस लौट रही थी। पढ़ें पूरी खबर... .................................. नक्सली मुठभेड़ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अबूझमाड़ मुठभेड़ में मारे गए 5 नक्सली: सभी पर 21 लाख रुपए का इनाम, इनमें 4 नक्सली 5-5 लाख के इनामी छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ में 4 जनवरी को हुई मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए थे। जिनकी शिनाख्त आज 8 जनवरी को हो गई है। ये सभी नक्सली संगठन के कंपनी नंबर 32 के सदस्य थे। सभी पर कुल 21 लाख रुपए का इनाम घोषित है। 4 नक्सली 5-5 लाख रुपए के इनामी हैं, जबकि एक पर 1 लाख का इनाम है। पढ़ें पूरी खबर...
Dainik Bhaskar पुलिस को असम की जगह नगालैंड ले गया गूगल मैप:16 पुलिस वाले आरोपी को पकड़ने गए थे, लोगों ने बदमाश समझकर रातभर बंधक रखा
असम के जोरहाट पुलिस की 16 सदस्यों की टीम एक आरोपी को पकड़ने निकली और गूगल डायरेक्शन पर आगे बढ़ी। लेकिन रास्ता भटक गई और नगालैंड के मोकोकचुंग जिले में पहुंच गई। यहां के लोगों ने पुलिस टीम को घुसपैठिया समझा और उन पर हमला कर दिया। इन लोगों को रात भर बंदी बनाए रखा। घटना मंगलवार की है। दरअसल यह सब हुआ गूगल मैप के कारण। जहां पुलिस टीम पहुंची, वह नगालैंड का एक चाय बागान था, लेकिन इसे गूगल ने असम में दिखाया था। जब इसकी जानकारी जोरहाट पुलिस को लगी तो मोकोकचुंग एसपी से मदद मांगी गई। जिसके बाद मोकोकचुंग पुलिस ने एक टीम भेजकर इन लोगों की पड़ताल की। नगालैंड के लोगों को जब पता चला तो उन्होंने घायल समेत 5 लोगों को रिहा कर दिया, जबकि बाकी 11 लोगों को रात भर बंदी रखा और अगले दिन छोड़ा। सिविल ड्रेस और हथियारों से हुआ कन्फ्यूजन स्थानीय लोगों ने असम पुलिस की टीम को अत्याधुनिक हथियार रखने वाले बदमाश समझा। क्योंकि इनमें से केवल तीन वर्दी में थे और बाकी सभी सिविल ड्रेस में थे। इससे भी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने टीम पर हमला भी किया, जिससे एक पुलिस कर्मी घायल हो गया। पुलिस की यह पूरी टीम बुधवार को वापस जोरहाट पहुंच सकी। गूगल पर आंख बंद करके भरोसा करना सही नहीं गूगल मैप पर आंख बंद करके भरोसा करना सही नहीं है। कई बार मैप किन्हीं कारणों से गलत रास्ता दिखा सकता है। जैसे अगर कोई नई सड़क बनाई गई है, जो गूगल मैप पर अपडेटेड नहीं है तो यह गलत जानकारी दे सकता है। भारी बारिश, आंधी या तूफान के चलते रास्ता बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में भी गूगल मैप गलत जानकारी दे सकता है। गूगल मैप GPS सिग्नल के जरिए काम करता है। अगर किसी जगह पर नेटवर्क नहीं है तो भी यह गलत जानकारी दे सकता है। पहले भी गूगल मैप की गलती से हुए हादसे केस 1: 24 नवंबर को दातागंज से फरीदपुर जाने वाले मार्ग पर मुड़ा गांव के पास अधूरे पुल पर कार सवार तीन लोग हादसे का शिकार हो गए थे। वे गूगल मैप के सहारे चलते गए और पुल खत्म होते ही उनकी कार 20 फिट नीचे जा गिरी, जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई थी। केस 2: जून 2024 में गूगल मैप के सहारे केरल से कर्नाटक जा रहे दो युवक उत्तरी कासरगोड जिले में एक उफनाती नदी में चले गए। गनीमत ये रही कि उनकी कार एक पेड़ में फंस कर रुक गई और युवकों की जान बच गई। केस 3: अक्टूबर 2023 में केरल में गूगल मैप के भरोसे जा
Dainik Bhaskar राजस्थान सरकार रद्द नहीं करेगी SI भर्ती:हाईकोर्ट में जवाब किया पेश, कहा- 40 ट्रेनी को सस्पेंड कर दिया
राजस्थान सरकार सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 रद्द नहीं करेगी। सरकार ने गुरुवार (9 जनवरी) को हाईकोर्ट में जवाब पेश कर दिया है। जवाब की कॉपी सभी पक्षकारों को दी गई है। इस मामले में आज जस्टिस समीर जैन की अदालत कुछ देर बाद सुनवाई करेगी। सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता विज्ञान शाह ने कोर्ट में जवाब पेश किया है। सरकार के जवाब को लेकर याचिकाकर्ता के वकील हरेन्द्र नील ने कहा- सरकार का जवाब गोलमोल है। सरकार गुमराह करने का प्रयास कर रही है। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। जवाब में सरकार की ओर से कहा गया है कि अभी मामले की जांच चल रही है। हमने पेपर लीक में शामिल लोगों को पकड़ा है। डमी व नकल करने वाले करीब 40 ट्रेनी एसआई को हमने सस्पेंड कर दिया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। फिलहाल सरकार भर्ती रद्द करने जैसा बड़े फैसला नहीं ले सकती हैं। सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर लगाई थी रोक राजस्थान हाईकोर्ट ने 18 नवंबर को एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर रोक लगा दी थी। हाईकोर्ट ने ट्रेनी एसआई की पासिंग आउट परेड पर रोक लगाते हुए पूरे मामले में यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे। आदेश के तहत 2021 की एसआई भर्ती में चयनित एसआई को पोस्टिंग नहीं दी जा सकेगी। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने रोक के आदेश दिए थे। इसके बाद भी सरकार ने ट्रेनी एसआई को पोस्टिंग दे दी थी। हालांकि, पोस्टिंग के कुछ दिनों के भीतर ही 48 घंटे से अधिक एसओजी की गिरफ्त में रहे ट्रेनी एसआई को सस्पेंड कर दिया गया था। क्या है मामला सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। एसओजी की जांच में कई डमी कैंडिडेट बैठाने का मामला भी सामने आया था। जांच में सामने आया है कि फर्जीवाड़ा करके कई अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल कर ली है। करीब 50 ट्रेनी एसआई को एसओजी अरेस्ट कर चुकी है, जिनमें से 25 को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। ...... सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... एसआई भर्ती 2021 मामले को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। इसे लेकर सरकार को अपना जवाब पेश करना है। इससे पहले कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- सभी ने एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की है। पूरी खबर पढ़िए...
Dainik Bhaskar तिरुपति हादसा- 91 काउंटरों में 4000 की भीड़ थी:लाइन में लगी महिला बेहोश हुई, गेट खुले; लोगों के अंदर घुसने पर भगदड़, 6 की मौत
आंध्र प्रदेश के श्री तिरुपति मंदिर में बुधवार देर रात 9:30 बजे वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई थी। हादसे में एक महिला समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए हैं। दरअसल शुक्रवार से शुरू होने वाले 10 दिवसीय विशेष वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टिकट बांटे जा रहे थे। मंदिर कमेटी ने 91 काउंटर खोले थे। इनमें करीब 4 हजार की भीड़ थी। इसी दौरान लाइन में लगी एक महिला बेहोश हो गई। इलाज के लिए उसे गेट खोलकर निकाला गया। इस दौरान लोग अंदर घुसने लगे। भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। जिसमें बीमार महिला की भी मौत हो गई। हादसे की 5 फोटोज... हादसे से जुड़े अपडेट्स... जिस द्वार पर हादसा हुआ, उसे 10 जनवरी को खोला जाना था एक दिन पहले मंगलवार को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया था कि 10 से 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी पर वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए खोले जाने थे। सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, उसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन शुरू होगा। इसके लिए लोग टोकन लेने के लिए लाइन में लगे थे। इन 10 दिनों में करीब 7 लाख भक्तों के आने की संभावना है। तिरुपति भारत का सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और अमीर तीर्थस्थलों में से एक है। ये आंध्र प्रदेश के सेशाचलम पर्वत पर बसा है। भगवान वेंकटेश्वर के इस मंदिर का निर्माण राजा तोंडमन ने करवाया था। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 11वीं सदी में रामानुजाचार्य ने की थी। मान्यता है कि भगवान वेंकटेश्वर जब पद्मावती से अपना विवाह रचा रहे थे तो उन्होंने धन के देवता कुबेर से कर्ज लिया। भगवान पर अब भी वो कर्ज है और श्रद्धालु इसका ब्याज चुकाने में उनकी मदद करने के लिए दान देते हैं। तिरुमाला मंदिर को हर साल लगभग एक टन सोना दान में मिलता है। तिरुपति दर्शन करने जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को यहां का प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में दिया जाता है। यहां रोज करीब 3 लाख लड्डू बनाए जाते हैं। लड्डू को चने के बेसन, मक्खन, चीनी, काजू, किशमिश और इलायची से बनाया जाता है और इसकी रेसिपी करीब 300 साल पुरानी है। भगवान विष्णु को कहते हैं व्यंकटेश्वर इस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यह मेरूपर्वत के सप्त शिखरों पर बना हुआ है, इसकी सात चोटियां शेषनाग के सात फनों का प्रतीक कही जाती हैं। इन चोट
Dainik Bhaskar असम खदान हादसा- 72 घंटे से 8 मजदूर फंसे:कल एक शव निकाला गया था; रिमोट व्हीकल फेल, खदान की सफाई के बाद मैनुअल सर्चिंग होगी
असम के दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो में 300 फीट गहरी कोयला खदान में 8 मजदूर पिछले 72 घंटों से फंसे हैं। एक मजूदर का शव बुधवार को निकाला गया था। रेस्क्यू में अब एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर भी जुट गए हैं। NDRF और SDRF की टीम भी मदद कर रही है। भारतीय सेना और असम राइफल्स के गोताखोर और मेडिकल टीम के साथ इंजीनियर्स टास्क फोर्स भी मौजूद हैं। NDRF की फर्स्ट बटालियन के कमांडेंट एचपीएस कंडारी ने कहा- दो मोटर के जरिए खदान से पानी निकाला जा रहा है। एक बार पानी निकल जाए। उसके बाद हम अंदर जाकर मैन्युअल सर्च ऑपरेशल चलाएंगे। असम के स्पेशल DGP हरमीत सिंह ने बुधवार को कहा था कि खदान के अंदर कुछ दिखाई नहीं दे रहा। नेवी के ROV (रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल) को सुरंग के अंदर भेजा गया था। ROV फोटो खींचने में सक्षम और सोनार तरंगों से लैस है। हालांकि इसमें कुछ नहीं दिखाई दिया। अब खदान को साफ किया जा रहा है। हादसा 6 जनवरी को हुआ था, जब मजदूर खदान में कोयला निकाल रहे थे। मजदूरों के रेस्क्यू के लिए सेना को लगाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये रैट माइनर्स की खदान है। इसमें 100 फीट तक पानी भर गया है, जिसे दो मोटर की मदद से निकाला जा रहा है। पुलिस ने खदान के मालिक पुनीश नुनिसा को गिरफ्तार कर लिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की 5 तस्वीरें... उमरंगसो कोयला खदान में फंसे मजदूरों के नाम 2018 में भी मारे गए थे 15 रैट होल माइनर्स ऐसा ही एक हादसा मेघालय की ईस्ट जयंतिया हिल्स में 2018 में हुआ था। जहां 15 मजदूर कोयला खदान में फंसकर मारे गए थे। 13 दिसंबर को इस खदान में 20 खनिक 370 फीट गहरी खदान में घुसे थे, जिसमें से 5 मजदूर पानी भरने से पहले बाहर निकल आए थे। 15 मजदूरों को बचाया नहीं जा सका था। रैट होल माइनिंग क्या है? रैट का मतलब है चूहा, होल का मतलब है छेद और माइनिंग मतलब खुदाई। साफ है कि छेद में घुसकर चूहे की तरह खुदाई करना। इसमें पतले से छेद से पहाड़ के किनारे से खुदाई शुरू की जाती है और पोल बनाकर धीरे-धीरे छोटी हैंड ड्रिलिंग मशीन से ड्रिल किया जाता है। हाथ से ही मलबे को बाहर निकाला जाता है। रैट होल माइनिंग नाम की प्रोसेस का इस्तेमाल आम तौर पर कोयले की माइनिंग में होता रहा है। झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्व में रैट होल माइनिंग होती है, लेकिन रैट होल माइनिंग काफी खतरनाक काम है, इसलिए इसे कई बार बैन भी किय
Dainik Bhaskar आसाराम के जेल से बाहर आने की राह आसान नहीं:पहले भी हाईकोर्ट में 5 बार खारिज हो चुकी अर्जी, लीगल एक्सपर्ट बोले- छठी बार भी वही मुश्किल
आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से गुजरात के गांधीनगर रेप केस में 7 जनवरी को अंतरिम जमानत मिल गई। इसके बाद 8 जनवरी को राजस्थान हाईकोर्ट में भी एक याचिका लगाई गई। अब चर्चाएं हैं कि आसाराम शीर्ष अदालत से मिली राहत को आधार बनाएगा। इसी तर्क के साथ उसे जोधपुर में नाबालिग से रेप के मामले में भी बेल मिल सकती है। आसाराम जोधपुर में अपने ही आश्रम की नाबालिग के साथ यौन दुराचार का दोषी है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। लीगल एक्सपर्ट की मानें तो आसाराम को पॉक्सो के मुकदमे में बेल मिलने की दूर तक कोई संभावना ही नहीं है। आसाराम कोर्ट में केवल SOS (सस्पेंशन ऑफ सेंटेंस) लगा सकता है, जो सजा निलंबन या स्थगन की याचिका होती है। चूंकि राजस्थान हाईकोर्ट इससे पहले 5 बार आसाराम की एसओएस खारिज कर चुका है। अभी पांचवीं याचिका पर ही सुनवाई पेंडिंग है। ऐसे में बुधवार को छठी बार लगाई गई याचिका पर कोर्ट सुनवाई करेगा, इसकी संभावनाएं कम ही हैं। इतना ही नहीं लोअर कोर्ट, हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब तक 12 बार उसकी अर्जी खारिज हो चुकी है। इस रिपोर्ट में पढ़िए आसाराम की जेल से बाहर आने की चर्चाओं पर कानूनी विशेषज्ञों का क्या कहना है? सुप्रीम कोर्ट से कैसे मिली राहत : जोधपुर मामले में पैरोल को बनाया आधार, गुजरात हाईकोर्ट ने खारिज की तो सर्वोच्च अदालत पहुंचा आसाराम नाबालिग से दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार होने के बाद 2 सितंबर 2013 से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है। इस मामले में अब तक 12 बार उसकी जमानत से जुड़ी अर्जी अलग-अलग कोर्ट में खारिज हो चुकी है। इतना जरूर है कि इलाज को कारण बताकर आसाराम तीन बार पैरोल हासिल कर चुका है। पहली बार : 13 अगस्त 2024 को आसाराम को 7 दिन की पैरोल मिली थी। तब आसाराम ने पुणे के माधवबाग स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। दूसरी बार : 7 नवंबर 2024 को 30 दिन के लिए पैरोल मिली। तब आसाराम को जोधपुर में ही स्थित प्राइवेट आयुर्वेद हॉस्पिटल में इलाज करवाया। तीसरी बार : पैरोल पूरी होने से पहले ही आसाराम ने फिर से इलाज के लिए समय मांगा। हाईकोर्ट ने 17 दिन की पैरोल के लिए मंजूरी दी। आसाराम फिर पुणे गया। माधवबाग आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। आसाराम के वकील रामेंद्र सलूजा ने बताया- मेडिकल ग्राउंड पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी। उसी ग्राउंड पर 8 जनवरी को हाईकोर्ट में S
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़े कानून को SC में चुनौती, 4 फरवरी को सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त अधिनियम, 2023 की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई को तैयार हो गया है। 2024 की शुरुआत में बनाए गए इस कानून में भारत के चीफ जस्टिस को चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए सेलेक्शन पैनल से हटा दिया। इस पर 4 फरवरी को सुनवाई होगी।
Dainik Bhaskar ISRO ने स्पेडेक्स मिशन की डॉकिंग को फिर टाला:दोनों स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में जोड़ना था; 30 दिसंबर को मिशन लॉन्च किया था
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 9 जनवरी को होने वाले स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SPADEX) को बुधवार को फिर टाल दिया। ISRO ने 2 स्पेस सैटेलाइट के बीच अत्यधिक बहाव (drift) का पता लगाने के बाद इसे टाल दिया है। अगली तारीख का ऐलान नहीं किया है। ISRO ने कहा- सैटेलाइट के बीच की दूरी को 225 मीटर तक कम करने के लिए किए गए ऑपरेशन के दौरान यह समस्या आई, जिसमें नॉन-विजिबिलिटी पीरियड के बाद बहाव उम्मीद से अधिक हो गया। 9 जनवरी को होने वाली डॉकिंग प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। सैटेलाइट सुरक्षित हैं। ISRO ने 30 दिसंबर को श्रीहरिकोटा से रात 10 बजे SpaDeX यानी, स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट मिशन लॉन्च किया था। इसके तहत PSLV-C60 रॉकेट से दो स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी से 470 किमी ऊपर डिप्लॉय किया गया था। दो बार टाली गई स्पेसक्राफ्ट्स को कनेक्ट करने की प्रक्रिया पहले 7 जनवरी और फिर आज 9 जनवरी को इस मिशन में अंतरिक्ष में बुलेट की स्पीड से दस गुना ज्यादा तेजी से ट्रैवल कर रहे इन दो स्पेसक्राफ्ट्स को कनेक्ट किया जाना था। लेकिन दोनों बार प्रक्रिया टाल दी गई है। यदि मिशन आगे सफल रहता है तो रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। मिशन की कामयाबी पर ही भारत का चंद्रयान-4 मिशन निर्भर है, जिसमें चंद्रमा की मिट्टी के सैंपल पृथ्वी पर लाए जाएंगे। चंद्रयान-4 मिशन को 2028 में लॉन्च किया जा सकता है। स्पेडेक्स मिशन ऑब्जेक्टिव: डॉकिंग और अनडॉकिंग टेक्नोलॉजी दुनिया को दिखाना स्पेडेक्स मिशन प्रोसेस: PSLV रॉकेट से लॉन्च, फिर 470 किमी ऊपर डॉकिंग मिशन में दो छोटे स्पेसक्राफ्ट टारगेट और चेजर शामिल हैं। इन्हें PSLV-C60 रॉकेट से 470 किमी की ऊंचाई पर अलग कक्षाओं में लॉन्च किया गया। डिप्लॉयमेंट के बाद, स्पेसक्राफ्ट्स करीब 28,800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल कर रहे हैं। ये रफ्तार कॉमर्शियल एयरक्राफ्ट की रफ्तार से 36 गुना और बुलेट की स्पीड से 10 गुना ज्यादा है। अब टारगेट और चेजर स्पेसक्राफ्ट फार-रेंज रांदेवू फेज शुरू करेंगे। इस फेज में, दोनों स्पेसक्राफ्ट्स के बीच सीधा कम्युनिकेशन लिंक नहीं होगा। इन्हें जमीन से गाइड किया जाएगा। स्पेसक्राफ्ट करीब आते जाएंगे। 5 किमी से 0.25 किमी के बीच की दूरी तय करते समय लेजर रेंज फाइंडर का उपयोग करेगा। 300 मीटर से 1 मीटर की रेंज के लिए डॉकिंग कैमरे
Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने अपना और राष्ट्रपति का फैसला बदला:25 साल से जेल में बंद कैदी को रिहा किया; कहा- क्राइम के वक्त दोषी नाबालिग था
सुप्रीम कोर्ट ने अपने पुराने और राष्ट्रपति के फैसले को बदलते हुए 25 साल से जेल में बंद एक दोषी को रिहा कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 30 साल पहले क्राइम के समय दोषी सिर्फ 14 साल का था। दोषी ओम प्रकाश के साथ बहुत गलत हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम एम सुंदरेश और अरविंद कुमार ने अपने फैसले में कहा कि जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत उसे अधिकतम 3 साल सुधार गृह में रखा जाना था, लेकिन उसने 25 साल जेल बिता दिए। इसमें भी 11 साल ऐसे थे, जिसमें वह फांसी का इंतजार कर रहा था। दरअसल, 15 नवंबर 1994 को उत्तराखंड के देहरादून में सेना के एक पूर्व अधिकारी और उनके परिवार के 2 सदस्यों की हत्या हुई थी। कोर्ट ने उनके नौकर ओम प्रकाश को हत्या का दोषी पाया और फांसी की सजा सुनाई। 2012 में राष्ट्रपति ने मौत की सजा को 60 साल की कैद में बदल दिया। बैंक में अकाउंट होने से बालिग माना सजा मिलने से पहले ओम प्रकाश ने कोर्ट में बताया था कि क्राइम के समय वह नाबालिग था। लेकिन उसका बैंक एकाउंट होना उसके खिलाफ सबूत बना। कोर्ट ने माना कि वह बालिग है तभी उसका बैंक अकाउंट खुला। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी रिव्यू और क्यूरेटिव याचिका खारिज की थी। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट 39-A ने की मदद 25 साल से ज्यादा जेल में रहने के बाद अब वह दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट 39-A की सहायता से बाहर आ सकेगा। मौत की सजा पाने वाले दोषियों की कानूनी सहायता करने वाले प्रोजेक्ट 39-A के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से ओम प्रकाश का स्कूली रिकॉर्ड निकाला। इससे साबित हुआ कि अपराध के समय वह सिर्फ 14 साल का था। हाई कोर्ट ने सुनवाई से इनकार किया सुप्रीम कोर्ट आने से पहले ओम प्रकाश ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में हड्डी की जांच रिपोर्ट समेत दूसरे सबूतों से उसने खुद को क्राइम के समय नाबालिग बताया था। लेकिन हाईकोर्ट ने कहा था कि सजा पर राष्ट्रपति ने फैसला दे दिया है इसलिए अब केस नहीं सुना जाएगा। सुप्रीम कोर्ट इससे असहमत हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मुकदमे के किसी भी स्तर पर अगर आरोपी के नाबालिग होने के सबूत मिलते हैं, तो कोर्ट को उसके मुताबिक कानूनी प्रक्रिया अपनानी चाहिए। ---------------------------------------- सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... राज्यों के पास
Dainik Bhaskar हरियाणा BJP नेता दिल्ली में वोट मांगेंगे:खट्टर रणनीतिकार, CM सैनी स्टार कैंपेनर, दिल्ली विधायक रह चुकीं MP मंत्री बेटी संग करेंगी कैंपेन
27 साल से सरकार बनाने की कोशिश में जुटी BJP के लिए दिल्ली में हरियाणा BJP के सारे नेता वोट मांगते हुए नजर आएंगे। इनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी के अलावा तमाम मंत्री, विधायक, सांसद भी शामिल होंगे। भाजपा ने कुछ नेताओं को इलाके भी बांट दिए हैं। वहीं सरकार और संगठन चला चुके कुछ नेताओं का चुनाव की रणनीति बनाने में इस्तेमाल होगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री खट्टर का प्रमुख नाम है। खास बात यह है कि प्रदेश की 2 महिला मंत्री भी सांसद माता और केंद्रीय मंत्री पिता के साथ दिल्ली में वोट मांगेंगी। इनमें से किरण चौधरी ऐसी सांसद हैं, जो दिल्ली से चुनाव जीतने के साथ विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में हरियाणा के नेताओं की अहम भूमिका क्यों? ऐसा इसलिए, क्योंकि दिल्ली हरियाणा से सटा हुआ है। इसके गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे जिले सीधे दिल्ली से जुड़े हुए हैं। यहां से नौकरीपेशा से लेकर बिजनेसमैन का दिल्ली से गुरुग्राम या फरीदाबाद आना–जाना लगा रहता है। इसके अलावा प्रदेश के 11 जिले दिल्ली NCR में आते हैं। ऐसे में कुछ लोगों से यहां के भाजपा नेताओं के पर्सनल रिलेशन भी हैं। दिल्ली प्रचार में किस नेता का क्या रोल रहेगा? मनोहर लाल खट्टर : केंद्रीय उर्जा एवं शहरी विकास मंत्री खट्टर भाजपा की रणनीतिकारों की टीम में होंगे। खट्टर को संगठन से लेकर सरकार चलाने का अच्छा अनुभव है। 2014 में उन्हें पहली बार विधायक बनते ही हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसके 5 साल बाद 2019 में चुनाव हुए तो भाजपा 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके बाद सरकार बनाने की बारी आई तो खट्टर ने संगठन और सरकार के कौशल से BJP विरोधी वोटों से जीती जननायक जनता पार्टी (JJP) को साथ मिला लिया और साढ़े 4 साल सरकार चलाई। जब तक खट्टर सीएम रहे तो गठबंधन बढ़िया चलता रहा। खट्टर ने कुर्सी छोड़ी तो गठबंधन भी टूट गया। उनके नेतृत्व में प्रदेश में 2 लोकसभा और 2 विधानसभा चुनाव भी लड़े गए। 2019 में उन्होंने पार्टी को सभी 10 लोकसभा सीटें दिलाईं। CM नायब सैनी: प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली में स्टार प्रचारक के रोल में रहेंगे। इसकी वजह ये है कि एक तो वह ओबीसी वर्ग से आते हैं, जो दिल्ली के जातीय समीकरण पर फिट बैठता है। दूसरा हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद भाजपा ने उनकी ही अगुआई में जीता। सैनी ने प्रचा
Dainik Bhaskar डल्लेवाल की तबीयत नाजुक, मुलाकात बंद की:ब्लेड प्रेशर गिर रहा, ट्रॉली से बाहर नहीं आ रहे; डॉक्टर निगरानी कर रहे
हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक है। आज उनके अनशन का 45वां दिन हैं। डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर (BP) लगातार गिर रहा है। ऐसे में अब वह किसी से मुलाकात नहीं करेंगे। बुधवार को डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए डॉक्टरों ने कहा कि उनके पैरों को अगर शरीर के अन्य हिस्सों के बराबर करते हैं तो उनका ब्लड प्रेशर काफी कम हो जाता है। ब्लड प्रेशर थोड़ा स्थिर करने के लिए उनके पैरों को ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। बुधवार को पूरा दिन वो अपनी ट्रॉली में ही रहे। सपा के सांसद डल्लेवाल से मिलने पहुंचे वहीं आंदोलन को समाजवादी पार्टी ने समर्थन दिया है। पार्टी के उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सांसद व नेशनल जनरल सेक्रेटरी हरेंद्र मलिक ने बुधवार को डल्लेवाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों से पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से फोन पर बात करवाई। अखिलेश ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि वह सभी राजनीतिक पार्टियों से बात करेंगे और प्रयास करेंगे कि सभी राजनीतिक पार्टियां आपसी मतभेद भुलाकर MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर एकजुट हों। ताकि किसानों की आत्महत्याओं को रोका जा सके। किसान नेता बोले- कृषि मंत्री डल्लेवाल से बात क्यों नहीं करते किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि हमारे देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली के किसानों से मीटिंग करके कहते हैं कि हमारी योजनाओं का लाभ आपको नहीं मिल रहा है इसलिए वो दुखी हैं, लेकिन दूसरी तरफ उन्हें 13 फरवरी 2024 से सड़कों पर बैठे किसान एवं आमरण अनशन कर रहे डल्लेवाल का संघर्ष नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि जनगणना 2016 के अनुसार दिल्ली में 21000 किसान थे जिनकी संख्या पिछले 8 साल में घट चुकी है। डल्लेवाल की बिगड़ती हालत के मद्देनजर केंद्र सरकार को गंभीर होकर किसानों की समस्याओं का हल करना चाहिए। किसानों की आगे क्या रणनीति... 1. PM के पुतले जलाएंगे किसानों ने 10 जनवरी को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। इस दौरान प्रधानमंत्री का पुतला जलाया जाएगा। जबकि 13 जनवरी को लोहड़ी वाले दिन केंद्र सरकार की एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाई जाएंगी। 2. 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी