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Dainik Bhaskar PM ने 12 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स शुरू किए:दरभंगा AIIMS की नींव रखी, 3 रेलवे स्टेशन, बायपास का लोकार्पण, बोले-आंखों का अस्पताल भी बन रहा

PM मोदी ने बुधवार को दरभंगा से 12 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स शुरू किए। प्रधानमंत्री ने दरभंगा AIIMS की नींव रखी। शोभन बायपास में 187 एकड़ जमीन पर 750 बेड वाला राज्य का दूसरा एम्स बनेगा। सरकार ने 2019-20 में दरभंगा में एम्स की स्वीकृति दी थी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने नवनिर्मित तीन रेलवे स्टेशन समेत 389 करोड़ की लागत से बने दरभंगा रेलवे बायपास लाइन का भी लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने जिन तीन नए रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया, उनमें काकरघाटी रेलवे स्टेशन, दिल्ली मोड़ के पास दरभंगा बायपास हॉल्ट और शीसो रेलवे स्टेशन शामिल हैं। 12 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स शुरू करने के बाद प्रधानमंत्री ने शोभन बायपास पर सभा को संबोधित किया। उन्होंने मैथिली में अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने मंच से शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी। कहा, 'शारदा सिन्हा जी ने छठ की महिमा को अपने गीतों से पूरी दुनिया में पहुंचाया। मैं मिथिला की धरती की बेटी, बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।' पुरानी सोच और अप्रोच दोनों को बदला PM ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि 'हमारे देश में सबसे बड़ी आबादी गरीब और मध्यम वर्ग की है। बीमारी भी इसी वर्ग को प्रभावित करती है। घर में कोई बीमार पड़ता है तो पूरा परिवार संकट में आ जाता है। जब तक नीतीश जी सरकार में नहीं आए थे, तब तक गरीबों की समस्या को लेकर किसी को कोई चिंता नहीं थी। NDA सरकार ने पुरानी सोच और अप्रोच दोनों को बदला।' नीतीश बोले- हाथ उठाकर PM का अभिवादन कीजिए इससे पहले नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 'प्रधानमंत्री जी हमारी सोच से बेहतर AIIMS बनवाएंगे।' उन्होंने लोगों से हाथ उठाकर प्रधानमंत्री का अभिवादन करने को कहा। नीतीश कुमार ने कहा, '2003 में पहली बार वाजपेयी जी की सरकार ने पटना एम्स बनाने का फैसला लिया था। दरभंगा एम्स बनने के बाद लोगों को फायदा होगा। इलाके का विस्तार होगा। दरभंगा मेडिकल कॉलेज का विस्तार करेंगे। इसमें 2500 बेड की व्यवस्था करेंगे।'

Dainik Bhaskar 10 राज्यों की 31 विधानसभा,1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव आज:वायनाड में प्रियंका और नव्या हरिदास के बीच मुकाबला; सिक्किम की 2 सीटों पर निर्विरोध चुनाव हुआ

झारखंड में पहले फेज की 43 सीटों के साथ ही 10 राज्यों की 31 विधानसभा और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर आज उपचुनाव होंगे। वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगी। राजस्थान की 7 सीटों के लिए 307 पोलिंग बूथों पर 1472 मतदान कर्मियों वोटिंग कराएंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ में 266 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। वहीं, वायनाड लोकसभा सीट पर राहुल गांधी के इस सीट को छोड़कर रायबरेली सीट चुनने की वजह से हो रहे उपचुनाव के लिए भी वोटिंग होगी। राहुल ने रायबरेली और वायनाड दो सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों पर जीते थे। यहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस प्रत्याशी हैं। कांग्रेस राज्य के UDF गठबंधन का हिस्सा है। वहीं, भाजपा की ओर से नव्या हरिदास और लेफ्ट गठबंधन LDF से सत्यन मोकेरी चुनावी मैदान में हैं। सिक्किम की 2 सीटों पर 30 अक्टूबर को ही सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) के दोनों प्रत्याशियों को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया था। 10 राज्यों की इन 31 विधानसभा सीटों में से 28 विधायकों के लोकसभा चुनाव में सांसद बनने, 2 के निधन और 1 के दलबदल से उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें 4 सीटें SC और 6 सीटें ST के लिए आरक्षित हैं। 31 में से 18 सीटें विपक्ष ने जीती थीं। अकेले कांग्रेस के पास 9 सीटें थीं। वहीं, NDA ने 11 सीटें जीती थीं। इनमें से 7 विधायक भाजपा के थे। 2 विधायक अन्य दलों के थे। उपचुनाव का राज्यवार राजनीतिक समीकरण... राजस्थान: 7 में से सिर्फ 1 पर भाजपा का विधायक, कांग्रेस 4 और BAP-RLP का 1-1 पर कब्जा था राजस्थान में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के 11 महीने के भीतर ही सात सीटों पर उपचुनाव होंगे। इनमें से केवल सलूंबर सीट से अमृतलाल मीणा भाजपा विधायक थे, बाकी 4 पर कांग्रेस, एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी और एक हनुमान बेनीवाल की RLP के पास थी। उपचुनाव के नतीजे सीधे तौर पर प्रदेश की भजनलाल सरकार की पहली परीक्षा के तौर पर भी देखे जाएंगे। हालांकि, विधानसभा चुनाव के करीब छह महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 25 में से 18 सीटें जीती थीं। लेकिन ये नतीजे संतोषजनक नहीं थे, क्योंकि 2019 में भाजपा ने 24 और 2014 में सभी 25 सीटें जीती थीं। वहीं, पिछले 5 सालों के उपचुनावों में कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। करीब 89% उपचुनावों में कांग्रेस की जीत हुई है। हालांकि, हरियाणा में जीत के बाद भाजपा का आत्मविश्वास बढ़

Dainik Bhaskar गडकरी के हेलिकॉप्टर की EC अफसरों ने चेकिंग की:लातूर में सभा करने पहुंचे थे; उद्धव के हेलिकॉप्टर की भी 2 बार तलाशी हुई

केंद्रीय सड़क परिवहन नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की चुनाव अधिकारियों ने महाराष्ट्र के लातूर में जांच की। वे मंगलवार को लातूर जिले के औसा विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी प्रत्याशी अभिमन्यु पवार के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे। इसी दौरान चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंची और उनके हेलिकॉप्टर और बैग की चेकिंग की। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की 24 घंटे में दूसरी बार चेकिंग हुई। उद्धव मंगलवार को उस्मानाबाद में औसा सीट पर प्रचार करने आए थे। इस दौरान चुनाव आयोग के कर्मचारियों ने उनके हेलिकॉप्टर की चेकिंग की। इससे पहले 11 नवंबर को यवतमाल के वनी एयरपोर्ट पर उनके बैग की जांच की गई थी। उद्धव बोले- मोदी का बैग चेक करो, वहां पूंछ मत झुकाना चुनाव आयोग की कार्रवाई पर उद्धव ठाकरे नाराज हो गए। उन्होंने मंगलवार को कहा- 'पिछली बार जब पीएम मोदी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी, तब ओडिशा में एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। आपने मेरे बैग की जांच की, कोई बात नहीं, लेकिन मोदी और शाह के बैग की भी जांच होनी चाहिए।' उद्धव ने अधिकारियों के बैग चेक करने का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने कहा- ' मेरा बैग चेक कर लीजिए। चाहे तो मेरा यूरिन पॉट भी चेक कर लीजिए, लेकिन अब मुझे मोदी के बैग चेक करते हुए भी आप लोगों का वीडियो चाहिए। वहां आप अपनी पूंछ मत झुका देना। यह वीडियो मैं रिलीज कर रहा हूं।' उद्धव के आरोपों पर चुनाव आयोग ने कहा- '2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी। 24 अप्रैल, 2024 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के भागलपुर जिले में और 21 अप्रैल, 2024 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के कटिहार जिले में हुई थी।' उद्धव ठाकरे और जांच अधिकारी के बीच बातचीत बैग चेक होने पर AAP सांसद बोले- जनता जरूर बदला लेगी AAP सांसद संजय सिंह ने कहा- महाराष्ट्र के अंदर किसी की हिम्मत नहीं होती थी कि बाला साहेब ठाकरे की पार्टी के साथ कोई दुर्व्यवहार कर सके, आज उस पार्टी के अगुआ उद्धव ठाकरे के साथ जिस तरह की बदसलूकी की गई, इसका सबक महाराष्ट्र की जनता सिखाएगी। संजय सिंह ने कहा- क्या उद्धव ठाकरे को चुनाव प्रचार करने की इजाजत नहीं है? क

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:उद्धव के हेलिकॉप्टर की फिर तलाशी; सोना ₹1940 गिरकर ₹74,900 पर आया; ट्रम्प की जीत के बाद अबॉर्शन पिल की ब्रिकी बढ़ी

नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी रही, चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की फिर तलाशी ली। एक खबर सोने की कीमत की रही, जिसमें बीते दिन 1940 रुपए की गिरावट हुई। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. उद्धव के हेलिकॉप्टर की 2 बार तलाशी, बोले- मोदी का बैग चेक करो, वहां पूंछ मत झुकाना चुनाव आयोग ने शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की 24 घंटे में 2 बार तलाशी ली। सोमवार को यवतमाल और मंगलवार को उस्मानाबाद में चेकिंग हुई। नाराज उद्धव ने कार्रवाई का वीडियो बनाया। उन्होंने पूछा, 'क्या आपने शिंदे, फडणवीस, मोदी या शाह की तलाशी ली है? मुझे मोदी के बैग चेक करते हुए भी आप लोगों का वीडियो चाहिए। वहां आप अपनी पूंछ मत झुका देना।' EC बोला- शाह-नड्‌डा की भी जांच हुई थी: ​​​​​​चुनाव आयोग ने उद्धव आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी। 24 अप्रैल 2024 को BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के भागलपुर जिले में और 21 अप्रैल 2024 को गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के कटिहार जिले में हुई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. PCB ने ICC को लिखा- पाकिस्तान क्यों नहीं आ सकता भारत; चैंपियंस ट्रॉफी 2 महीने बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने टीम इंडिया के पाकिस्तान न जाने को लेकर ICC से जवाब मांगा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूछा, 'अगर सुरक्षा मामलों की वजह से भारत, पाकिस्तान नहीं आ रहा है तो पिछले दिनों न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया है। फिर टीम इंडिया को क्यों परेशानी हो रही है।' चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 19 फरवरी 2025 से पाकिस्तान में शुरू होगी। PAK से छिन सकती है मेजबानी: पाकिस्तान से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छिन सकती है। ऐसा होने पर पाकिस्तान टूर्नामेंट खेलने से भी इनकार कर सकता है। ऐसे में साउथ अफ्रीका और UAE को मेजबानी दी जा सकती है। BCCI ने PCB को लिखे लेटर में सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है और अपने सभी मैच दुबई में खेलने की इच्छा जताई है। 16 साल से पाकिस्तान नहीं गई टीम इंडिया: टीम इंडिया ने 2007 के बाद से पाकिस्तान का दौरा

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:मुझे नफ़रत है ऐसे मौसम से जिसमें झुकानी पड़ती है अपनी राय

रातें लम्बी होती जा रही है। साँसें सिकुड़ रही हैं। जी, ये सर्दियाँ हैं। सूखे पत्ते आवाज़ की नक़ल करते फिरते हैं। सूरज भी चाँद की तरह शरमाता है। हल्की, सुस्त- सी हवा। शाख़- शाख़ पौधों को जगाती है। दरिया सारे कल- कल करते समुन्दर की तरफ़ दौड़ते फिरते हैं। …और सुबह अपनी आधी आँखें खोलकर भी गुनगुनी धूप के चढ़ आने की खबर देती फिरती है। एक तरफ़ ऐसी सुहानी छटा… ऊपर से ये कानफोड़ू चुनावी मौसम। एकदम कंट्रास। कहीं प्रचार परवान पर है। कहीं ठण्डा पड़ चुका। नेता सब अपनी-अपनी सुना गए। अब लोगों की बारी है। वे खुद अपनी सुन लें तो लोकतंत्र और बड़ा हो जाएगा! वो नेता जिन्हें ज़िन्दा रखना चाहा हमने अपनी पलकों पर। मगर इनमें से कई ऐसे भी हैं जिन्होंने खुद हमारी नज़रों से गिरकर लोट लगा ली। पलक उठाकर देखते हैं तो घरों के दरवाज़ों पर, दफ़्तरों की सीढ़ियों पर और रास्तों पर, कितने ही औंधे मुँह पड़े मिलते हैं, जिनसे बचकर रोज़ गुजरना पड़ता है। डरते- डरते। सहमते- सहमते। बात चुनाव की करें तो कोई किसी के घर पर डाका डाल रहा है। कोई छापा मार रहा है। कोई किसी के खीसे में हाथ डाल रहा है। न किसी का ख़ौफ़ किसी को। न किसी का डर किसी को। चीख - पुकार मची है हर तरफ़। मुद्दे… जिनपर कभी चुनाव लड़े जाते थे। जीते जाते थे, सब के सब गौण हो गए हैं। न आम मतदाता इन मुद्दों को लेकर कोई प्रश्न उठाता और पार्टियों, नेताओं ने तो जाने कब से इन मुद्दों की काकडा आरती कर दी है। यही वजह है कि पूरे चुनावी आसमान में अब बंटेंगे तो कटेंगे जैसे नारे गूंज रहे हैं। इसका मतलब क्या है? दरअसल, ये नारा एक पार्टी विशेष द्वारा जगाए गए जातीय जनगणना के अलख का करारा जवाब है। इस जवाब का कोई मुक़ाबला किसी को सूझ नहीं रहा है। यही वजह है कि ये नारा हर तरफ़ गूंज रहा है। आखिर वे मतदाता जिन्हें इन नारा- नवाज़ नेताओं का भविष्य तय करना है, उनमें से कोई तो आगे आए और कहे कि हमें अच्छा नहीं लगता ये मौसम। हमारी आँखों में जो धूल झोंके! हमारे पेड - पौधों पर जो कोड़े लगाए… और वे चीखा करें। हमें नफ़रत है ऐसे मौसम से, जिसमें झुकानी पड़ती है राय, हमें नेताओं की चलती हवा के आगे। ऊपर से सब वादे कर रहे हैं लुभावने। कोई 2100 रु. महीना, कोई तीन हज़ार कौन देगा, कौन नहीं, कोई खबर नहीं। कुछ भी नक्की नहीं। कहा तो येजाता है कि फ़्री बीज यानी मुफ्त की रेवड़ियाँ बाँटना चुना

Dainik Bhaskar केंद्रीय मंत्री बिट्टू ने सार्वजनिक की अपनी संपत्ति:सोशल मीडिया पर डाली जानकारी, किसानों की प्रॉपर्टी जांच करवाने की दी थी चेतावनी

केन्द्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लगातार किसानों पर किसी न किसी मुद्दे पर कटाक्ष कर रहे है। 2 दिन पहले बिट्टू ने किसान नेताओं को खाद लूटने वाले तालिबानी कहा था। बिट्टू ने चेतावनी भरे लहजे से कहा था, कि सरकार किसान नेताओं की प्रॉपर्टी की जांच कराएगी। इनके पास नेता बनने से पहले और बाद में कितनी प्रॉपर्टी हुई। इस बयान के बाद अब बिट्टू ने X पर खुद की संपत्ति और देनदारियों को सार्वजनिक कर दिया है। बिट्टू ने X पर लिखा- मैंने घोषणा की थी कि मैं अपनी संपत्ति और देनदारियों की घोषणा सार्वजनिक रूप से करूंगा। इसी क्रम में मैं इसे अब अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर रहा हूं। 2009 से 2024 तक रवनीत बिट्टू की संपत्ति बिट्टू ने पोस्ट कर 2009 से 2024 तक अपने राजनीतिक करियर में कमाई संपत्ति की जानकारी दी है। जिसमें साफ तौर पर लिखा है कि 2009 में बिट्टू के पास नकदी 1 लाख 70 हजार थी। बैंक में 3 लाख 443 रुपए थे और उनके पास मारुति स्टीम गाड़ी थी। गहनों में बिट्टू के पास 600 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी। इसी तरह 2014 में बिट्टू के पास नकदी 3 लाख 30 हजार नकदी और 7 लाख43 हजार 779 रुपए बैंक में थे। बिट्टू के पास 2019 में 3 लाख 10 हजार रुपए नकदी, 3 लाख 42 हजार 692 रुपए बैंक में जमा थे। मारुति स्टीम कार और 600 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी थी। अब 2024 में बिट्टू के 3 लाख 39 हजार नकदी, 10 लाख 96 हजार 405 रुपए बैंक खाते में जमा है। मारुति स्टीम कार और 600 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी उनके पास है। इसी तरह बिट्टू ने अपनी अन्य जमीन और लोन संबंधी भी जानकारी सार्वजनिक की है। 2009 से 2024 तक केंद्रीय मंत्री बिट्‌टू के पास 1 लाख 69 हजार नगदी बढ़ी है। वहीं बैंक खाते की बात की जाए तो 2009 से 2024 तक उनके खाते में 7 लाख 95 हजार 962 जमा हुए है। ये था पूरा मामला केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्‌टू की 3 अहम बातें 1. भाजपा का विरोध किसान नहीं नेता कर रहे केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्‌टू ने कहा- किसान कोई विरोध नहीं कर रहा। किसान भाजपा के साथ है। सिर्फ लीडर विरोध कर रहे हैं। किसान के पास कहां टाइम है। किसान मंडियों में है। उसके बाद गेहूं की बुआई में व्यस्त हो जाएगा। यह लीडर हैं, जो भेजे जाते हैं। कोई बात नहीं, हमारा भी इलेक्शन में विरोध किया। 2. किसान लीडरों की जांच कराएंगे, ये आढ़ती, इनके शैलर चल र

Dainik Bhaskar भारत-चीन के बीच पेट्रोलिंग का पहला राउंड पूरा:समझौते के बाद LAC पर गश्त शुरू हुई थी; गलवान की झड़प के बाद 4 साल तनाव रहा

पूर्वी लद्दाख के भारत-चीन बॉर्डर पर भारतीय सेना की पेट्रोलिंग का पहला राउंड पूरा हो गया है। 1 नवंबर को गश्त डेमचोक और डेपसांग इलाके में गश्त शुरू हुई थी। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, दोनों इलाकों में एक बार भारतीय सैनिकों और एक बार चीनी सैनिकों की तरफ से गश्त की जाएगी। पेट्रोलिंग के लिए सैनिकों की सीमित संख्या तय की गई है। ये संख्या कितनी है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। दरअसल, भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से सीमा विवाद को लेकर तनाव था। दो साल की लंबी बातचीत के बाद 21 अक्टूबर को एक समझौता हुआ कि दोनों सेनाएं विवादित पॉइंट्स देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी। भारत-चीन के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर हुए समझौते पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 27 अक्टूबर को कहा था कि सैनिकों की वापसी पहला कदम है। अगला कदम तनाव कम करना है। ये तनाव तभी कम होगा, जब भारत को यकीन हो जाए कि चीन भी ऐसा ही चाह रहा है। तनाव कम करने के बाद, बॉर्डर को कैसे मैनेज किया जाए, इस पर चर्चा की जाएगी। भारतीय सैनिकों ने दिवाली पर मिठाई बांटी थी दिवाली के मौके पर 1 नवंबर को पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, काराकोरम पास, दौलत बेग ओल्डी, कोंग्कला और चुशुल-मोल्डो से लगे लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर दोनों देशों के अफसरों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और दीपावली की बधाई दी थी। संसदीय कार्य मंत्री और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश के बुमला पास पर चीनी सैनिकों से बात की। रिजिजू ने सोशल मीडिया X पर इसका एक वीडियो भी पोस्ट किया। रिजिजू ने LAC पर मौसम और वहां के हालात के बारे में पूछा- क्या हाई एल्टीट्यूड में प्रॉब्लम नहीं होती है? इस पर चीनी सैनिकों ने बताया कि उन्हें प्रॉब्लम नहीं होती है। इस पर रिजिजू कहते हैं कि अगर प्रॉब्लम हो तो ऑक्सीजन सिलेंडर तो होता होगा? चीनी सैनिकों ने बताया कि वो मौसम में ढल गए हैं। रिजिजू की ये बातचीत भारतीय सैनिकों के माध्यम से हुई। दिवाली पर भारत-चीन सैनिकों के मुलाकात की 5 तस्वीरें... जानिए भारत-चीन बॉर्डर पर कैसे पीछे हटीं सेनाएं भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से सीमा विवाद को लेकर तनाव था। दो साल की लंबी बातचीत के बाद एक समझौता हुआ कि दोनों सेनाएं विवादित पॉइंट्स देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी। 18 अक्टूबर: देपसांग और डेमचोक से पीछे ह

Dainik Bhaskar शिंदे को युवक ने कांग्रेस दफ्तर के बाहर गद्दार कहा:काला झंडा दिखाया; सीएम गुस्से में दफ्तर में घुसे, कहा– आप ऐसा सिखाते हैं

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का एक वीडियो सोशल वायरल है। इसमें वे गुस्से में नजर आ रहे हैं और कांग्रेस उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में जाते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान वे कहते हैं...'ऐसा सिखाते क्या आप लोग'? PTI की रिपोर्ट के अनुसार 11 नवंबर की देर रात शिंदे अपने काफिले के साथ साकीनाका इलाके से गुजर रहे थे। इसी दौरान संतोष काटके नाम के युवक ने शिंदे को काला झंडा दिखाया और उन्हें गद्दार कहा। साथ ही उनके काफिले को रोकने की कोशिश की। ये पूरी घटना कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री नसीम खान के चुनावी कार्यालय के बाहर हुई, जिसका किसी ने वीडियो बनाया लिया। एक अधिकारी ने बताया कि संतोष कटके को सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में लेकर पुलिस को सौंपा था। हालांकि, उसे बाद में जाने दिया गया। वहीं, मंगलवार को संतोष कटके अपने पिता के साथ उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री पहुंचे। यहां दोनों का उद्धव ठाकरे ने स्वागत किया। दोनों ने शिवसेना (UBT) की सदस्यता ली। संतोष ने मीडिया को बताया कि एकनाथ शिंदे को देखते ही उसका गुस्सा फूट पड़ा था और उसने गुस्से में ऐसा बोल दिया। 15 सेकेंड के वीडियो में क्या-क्या नजर आया, देखिए शिंदे ने पूछा- ऐसे व्यवहार की सही मानते हैं शिंदे ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री नसीम खान के कार्यालय में बैठे लोगों से पूछा कि क्या वे ऐसे व्यवहार को सही मानते हैं। थोड़ी देर चर्चा के बाद शिंदे वहां से चले जाते हैं। प्रियंका चतुर्वेदी शिंदे के बेटे पर टिप्पणी की थी उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कुछ समय पहले एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत पर टिप्पणी की थी। उन्होंने जून 2022 में कहा था- आप कौन हैं एकनाथ शिंदे? आप क्या हैं? आप एक गद्दार के अलावा कुछ नहीं हैं। आप जो भी करें, आप गद्दार के दाग से बच नहीं सकते। यह आपके परिवार को भी परेशान करेगा, जैसा कि फिल्म दीवार में हुआ था। उद्धव गुट ने कहा था- 20 जून 'गद्दार दिवस' 20 जून 2022 में शिवसेना दो फाड़ हो गई थी। एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना। शिंदे और पार्टी के 39 अन्य विधायकों ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी। शिवसेना के दो हिस्से हो गए थे। इसके बाद शिवसेना, NCP और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार गिर गई थी। शिंदे ने इसके बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना

Dainik Bhaskar मणिपुर के जिरिबाम में दो लोगों के अधजले शव मिले:3 महिलाएं, 3 बच्चे लापता; सुरक्षाबलों ने कल 10 उग्रवादियों को मारा गिराया था

मणिपुर के जिरिबाम जिले के जकुराडोर करोंग में 11 नवंबर को सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया था। मरने वाले सभी कुकी समुदाय के थे। सुरक्षाबलों ने बताया था कि घटना के बाद यहां रहने वाले मैतेई समुदाय के कुछ लोग लापता हैं। उनके अपहरण किए जाने की आशंका भी जताई गई थी। मंगलवार को जकुरधोर इलाके में 2 वृद्ध लोगों के अधजले शव बरामद हुए। दोनों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। अधिकारियों ने बताया कि 6 लोग अभी भी लापता हैं, इनमें 3 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। सभी की तलाश जारी है। कुकी संगठन बोले- मरने वाले उग्रवादी नहीं, वॉलिंटियर्स थे कुकी संगठनों ने दावा किया है कि मरने वाले उग्रवादी नहीं थे। सभी कुकी गांव के वॉलिंटियर्स थे। साथ ही कहा था कि CRPF को मंगलवार को हुई घटना को ध्यान में रखते हुए अपना कैंप नहीं छोड़ना चाहिए। संगठनों के इस दावे को आईजीपी ऑपरेशन आईके मुइवा खारिज किया। उन्होंने कहा कि मारे गए सभी लोगों के पास एडवांस हथियार थे। ये सभी यहां उपद्रव मचाने आए थे। इससे साबित होता है कि वे सभी उग्रवादी ही थे। उन्होंने कुकी समुदाय की CRPF पर गई टिप्पणी पर कहा- पुलिस और सुरक्षाबल भारत सरकार के अधीन काम कर रहे हैं। वे हमेशा अलग-अलग एजेंसियों के मार्गदर्शन में काम करते हैं। पुलिस और सीआरपीएफ जैसी सुरक्षा एजेंसियां ​​अपने कर्तव्य के मुताबिक काम करना जारी रखेंगी। उग्रवादियों ने पुलिस स्टेशन-CRPF कैंप पर हमला किया था जिरिबाम जिले के जकुराडोर करोंग इलाके में मौजूद बोरोबेकेरा पुलिस स्टेशन पर 11 नवंबर को कुकी उग्रवादियों दोपहर करीब 2.30 से 3 बजे के बीच हमला किया था। जवाबी फायरिंग में सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया था। पुलिस स्टेशन के नजदीक ही मणिपुर हिंसा में विस्थापित लोगों के लिए एक राहत शिविर है। यहां रह रहे लोग कुकी उग्रवादियों के निशाने पर बने हुए हैं। शिविर पर पहले भी हमले हुए थे। अधिकारियों के मुताबिक उग्रवादी सैनिकों जैसी वर्दी पहने थे। इनके पास से 3 AK राइफल, 4 SLR , 2 इंसास राइफल, एक RPG, 1 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन बरामद हुई। सुरक्षाबलों ने बताया था कि पुलिस स्टेशन पर हमला करने के बाद उग्रवादी वहां से एक किलोमीटर दूर छोटी सी बस्ती की ओर भागे थे। वहां घरों-दुकानों में आग भी लगाई थी। सुरक्षाबल

Dainik Bhaskar हरियाणा में PNG पाइपलाइन में धमाका,एक की मौत:3 झुलसे, 6 दुकानें और JCB समेत कई वाहन जले, 20 फीट ऊंची आग की लपटें उठीं

हरियाणा के पलवल में मंगलवार को खुदाई के दौरान PNG गैस पाइपलाइन लीक होने के बाद जोरदार धमका हुआ। इसके बाद आग लग गई। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 3 झुलस गए। घटना में 6 दुकानें पूरी तरह से जल गईं। इसके अलावा JCB मशीन समेत 3 से 4 वाहन भी जल गए। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पलवल के पुराना जीटी रोड पर लाजपत राय पार्क के ​पास​​​​​​ पेयजल पाइपलाइन में लीकेज को ठीक करने के लिए JCB से खुदवाई की जा रही थी। खुदाई के दौरान पीएनजी गैस पाइपलाइन लीक हो गई। पाइपलाइन से पीएनजी का रिसाव होने लगा और कुछ ही देर बाद धमाका हुआ। इसके बाद 20 फीट तक ऊंची आग की लपटें उठने लगीं। दुकानदार हड़बड़ी में भागने लगे। चाय बना रहा व्यक्ति गड्ढे में गिरा लाइन के नजदीक चाय बना रहा व्यक्ति JCB मशीन से खोदे गए गड्ढे में गिर गया और आग में बुरी तरह झुलस गया। इससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान शहर के शिव विहार निवासी हरि चंद सिंगला के रूप में हुई है। इसके साथ JCB मशीन का ड्राइवर और 2 दुकानदार भी झुलस गए। 6 दुकानें भी जली 3 मंजिल बिल्डिंग से ऊपर निकलती आग की लपटों को देखते हुए पुलिस ने पुराने जीटी रोड पर यातायात को रोक दिया। 2 बैटरी बेचने वाली, एक चाय बनाने वाली समेत 6 दुकानें जल गईं। घटना की सूचना के बाद फायर बिग्रेड की 3 गाड़ियों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। DC और SP मौके पर पहुंचे मौके पर पहुंचे डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, एसपी चंद्रमोहन व एसडीएम ज्योति ने पीएनजी गैस सप्लाई करने वाली कंपनी के कर्मचारियों से आग लगने और कंट्रोल नहीं होने के बारे में भी पूछताछ की। अधिकारियों ने पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। शहर में PNG गैस की सप्लाई बंद मैन पाइपलाइन में विस्फोट के बाद शहर में पीएनजी की सप्लाई बंद कर दी गई है। जिसके कारण जिन घरों में पीएनजी की सप्लाई है वहां गैस नहीं पहुंच रही है। लोगों का कहना है कि इस बारे में जब कंपनी वालों से बात की तो उनका कहना था कि पाइपलाइन ठीक होने के बाद ही सप्लाई शुरू की जा सकेगी।

Dainik Bhaskar CJI जो पैतृक घर तलाश रहे, भास्कर ने ढूंढ निकाला:​​​​​​​कोटड़ा शेर सिंह में रहता था परिवार, वहां मार्केट बन गया; दादाजी स्वतंत्रता सेनानी थे

जस्टिस संजीव खन्ना ने सोमवार (11 नवंबर) को देश के 51वें चीफ जस्टिस (CJI) के रूप में शपथ ली। उनके चीफ जस्टिस बनते ही निजी जिंदगी से जुड़ा एक अहम पहलू सामने आया। जिसमें पता चला कि वह पंजाब के अमृतसर में अपने पैतृक घर को ढूंढ रहे हैं। यह घर उनके दादा जी ने बनवाया था। इसकी तलाश में जब भी वे अमृतसर आते हैं तो कटड़ा शेर सिंह इलाके में जरूर जाते हैं, जहां उनका यह घर था। हालांकि उन्हें कभी उस घर के बारे में पता नहीं चला। दैनिक भास्कर ने उनके पैतृक घर वाली जगह ढूंढ निकाली। हालांकि अब यहां घर नहीं बल्कि मार्केट बन चुका है। इसे चीफ जस्टिस के चाचा ने 1970 में बेच दिया था। इसे अमृतसर के 2 व्यापारी भाइयों ने खरीदा। इसकी पुष्टि कटड़ा शेर सिंह में आजादी से पहले (यानी 1947 से पहले) जन्मे जंगी महाजन ने भी की। उन्होंने यह भी बताया कि जब परिवार यहां से गया था तो चीफ जस्टिस तब महज 5 साल के थे। यही वजह है कि नए CJI को अमृतसर के कटड़ा शेर सिंह में घर की बात तो याद है, लेकिन वह जगह याद नहीं है, जहां वह घर बना हुआ था। 1947 के पहले से रह रहे जंगी महाजन ने बताई घर की पूरी कहानी... चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की पैतृक घर की तलाश के बारे में पता चलने पर दैनिक भास्कर कटड़ा शेर सिंह पहुंचा। चूंकि यह घर चीफ जस्टिस के दादा सरव दयाल खन्ना ने बनाया था, इसलिए उन्हीं के बारे में वहां पड़ताल की। कटड़ा शेर सिंह पहुंचने पर हमें 80 साल के जंगी महाजन मिले। उन्होंने कहा कि वे 1947 से पहले यहां रह रहे हैं। सरव दयाल का नाम उन्होंने सुना है। उनकी फैमिली को वकीलों का परिवार कहा जाता था। उनके 2 बेटे जज बने थे। एक बेटा दिल्ली में (जस्टिस संजीव खन्ना के पिता देव राज खन्ना) और दूसरे बेटे (चीफ जस्टिस हंसराज खन्ना) सुप्रीम कोर्ट में जज बने। जंगी महाजन ने बताया कि चीफ जस्टिस खन्ना जिस घर की तलाश में हैं, वह अब वहां नहीं है। उस घर की जगह अब एक मार्केट बन चुका है। जो महाजन मार्केट के नाम से मशहूर है। दरअसल, 1970 के बाद इस बिल्डिंग को बेच दिया गया था। जिसे 2 भाइयों सतपाल महाजन और मोहन लाल महाजन ने खरीद लिया था। घर का सौदा दिल्ली में हंस राज खन्ना के यहां हुआ था। उस वक्त पूरी बिल्डिंग 1.10 लाख रुपए में बिकी थी। जिसे महाजन परिवार ने तोड़ा और मार्केट बना दिया। हालांकि मार्केट बनाने वाले भाई भी अब जीवित नहीं हैं। बंटवारे के दंगों में जल ग

Dainik Bhaskar 11वीं के स्टूडेंट के पास नोट गिनने की मशीन मिली:लग्जरी कार में स्कूल जाता, फिर छिपा देता; मौज-मस्ती पर 20 लाख रुपए खर्च किए

अजमेर में इन्वेस्टमेंट स्कीम के जरिए लोगों को ठगने वाले 11वीं के स्टूडेंट्स कासिफ मिर्जा (19) को पुलिस ने गिरफ्तार कर 2 दिन की रिमांड पर लिया है। उसने पूछताछ में बताया कि वह लग्जरी कार में स्कूल जाता था और घर लौटने से पहले उसे छिपा देता था। इसकी शिकायत टीचर्स ने उसके पिता से की थी। पुलिस ने उसके पास से रुपए गिनने की मशीन भी बरामद की है। वह हर महीने दो-तीन बार अजमेर और पुष्कर के लग्जरी होटल में जाकर रुकता था। हर हफ्ते ब्रांडेड कपड़े भी खरीदता था। पूछताछ में अब तक 80 लाख की ठगी का खुलासा हुआ है, जिसमें से 20 लाख तो कासिफ अपनी लग्जरी लाइफ पर खर्च कर चुका है। मामला अजमेर के साइबर थाने का है। सोमवार को पुलिस ने नसीराबाद निवासी कासिफ को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया- ठगी का शिकार उषा राठौड़ और माला पथरिया ने नसीराबाद के सिटी थाने में 21 मार्च 2024 को मामला दर्ज करवाया था। आरोपी सोशल मीडिया यूजर्स को मुनाफे का लालच देकर इन्वेस्टमेंट स्कीम बताता था। मुनाफे का लालच देकर आरोपी ने 2 महिलाओं से करीब 42 लाख रुपए ठग लिए। उसने इन्वेस्टमेंट से जुड़ी ऐसी स्कीम बताई थी, जिसमें कम समय में ज्यादा प्रॉफिट की बात कही। आरोपी के पास एक लग्जरी कार, 1 आईफोन, लैपटॉप बरामद किए गए हैं। 4000 से शुरू किया था ठगी का खेल SI मनीष चारण ने बताया- कासिफ के 5 अलग-अलग बैंकों के अकाउंट में मिले हैं। एक अकाउंट में करीब 42 लाख का ट्रांजैक्शन भी मिला है। बाकी के अकाउंट्स के ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है। पूछताछ में सामने आया कि अक्टूबर 2023 में आरोपी ने अपने अन्य 2 दोस्तों के साथ मिलकर लक्ष्मी इन्वेस्टमेंट के नाम से एक कंपनी बनाई थी। सबसे पहले 4000 रुपए से स्कीम शुरू की थी। आरोपी लोगों को 24 से 28 दिन में पैसा डबल करने का झांसा देते थे। जब यह स्कीम शुरू की तब शुरुआत में लोगों को पैसा भी दिया जाता था। जिससे कि लोग इस स्कीम के झांसे में आ सकें। अधिकतर लोगों में आरोपी के दूर के रिश्तेदार शामिल है। नसीराबाद के लोगों को ही अधिकतर शिकार बनाया गया है। धीरे-धीरे लोगों को झांसे में लेकर स्कीम में प्लान को बढ़ाते गए। जैसे-जैसे लोग जुड़ते जा रहे थे, वैसे-वैसे स्कीम में रुपए भी ज्यादा इन्वेस्ट करवाए जा रहे थे। वर्तमान में 1 लाख तक का इन्वेस्टमेंट किया जा रहा था। जैसे ही ठगी का पैसा इनके अकाउंट्स में बढ़ा तो लोगों को

Dainik Bhaskar पंजाब में उपराष्ट्रपति के फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग:विजिबिलिटी कम होने के कारण 1 घंटा आसमान में घूमता रहा विमान, अमृतसर में लैंड करवाया

पंजाब में धुंध के कारण कम विजिबिलिटी होने पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की फ्लाइट लुधियाना में लैंड नहीं हो पाई। उनकी फ्लाइट करीब एक घंटे तक आसमान में उड़ती रही। इसके बाद अमृतसर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। मंगलवार को उपराष्ट्रपति को लुधियाना में स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU) में पहुंचना था। जहां इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। इसमें पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंचे थे, लेकिन उपराष्ट्रपति का विमान लुधियाना में लैंड नहीं हो पाया। ऐसे में उनके विमान को अमृतसर में लैंड करवाने का फैसला लिया। एयरपोर्ट पर उतरने से पहले इसकी सूचना अमृतसर DC ऑफिस को दी गई। जिसके बाद DC अमृतसर साक्षी साहनी और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। VIP मूवमेंट के कारण रनवे को खाली कराया गया और उनके विमान को अमृतसर में उतारा गया। उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों के साथ औपचारिक बैठक की। इस दौरान यहां विमान में ईंधन भरा गया। जिसके बाद विमान फिर इंदौर के लिए रवाना हो गया। वहीं उपराष्ट्रपति के न आने पर राज्यपाल और सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक इंटरनेशनल स्कॉलर पहुंचे थे। बिट्‌टू बोले- कुदरत से छेड़छाड़ में किसान का कोई कसूर नहीं ​​​​​​ केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आज मन काफी दुखी है। कुदरत से छेड़छाड़ में किसान का कोई कसूर नहीं है। बिट्टू ने कहा कि किसानों के साथ धक्का किया जा रहा है, उन पर एफआईआर दर्ज करके जुर्माना लगाने या लाठीचार्ज करने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों को बैठकर मुद्दे का हल करना चाहिए। आज जलवायु पर अलग-अलग देशों के वैज्ञानिक, डॉक्टरों सहित कई सीनियर अधिकारी व नेता PAU में इकट्ठे हुए। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पहुंचना था, लेकिन पंजाब में ऐसा प्रदूषण छाया हुआ है कि उनका लुधियाना दौरा कैंसिल हो गया। पंजाब के 5 जिलों में धुंध, येलो अलर्ट पंजाब के पांच जिलों में धुंध का असर देखने को मिला है। जिसके चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का में ऐसी धुंध 14 नवंबर तक रह सकती है। धुंध का असर एयर रूट पर भी पड़ रहा है। सोमवार को लगातार तीसरे दिन अमृतसर-पुणे फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट

Dainik Bhaskar CJI खन्ना बोले- तत्काल लिस्टिंग-सुनवाई मौखिक नहीं होगी:वकीलों को ऐसे मामलों में लेटर भेजना होगा, अर्जेंट हियरिंग की आवश्यकता बतानी होगी

सुप्रीम कोर्ट में वकील अब किसी मामले की तत्काल लिस्टिंग और सुनवाई ओरली (मौखिक) नहीं करा सकेंगे। नए CJI संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि वकीलों से इसके लिए ईमेल या रिटन लेटर भेजा होगा। दरअसल, CJI ने ज्यूडिशियल रिफोर्म के लिए सिटिजन सेंट्रिक एजेंडे की रूपरेखा तैयार की है। CJI खन्ना ने कहा- तत्काल सुनवाई के लिए अब तक वकील सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच के सामने मौखिक अपील कर रहे हैं, यह अब नहीं होगा। वकीलों को ईमेल भेजकर या पत्र देकर यह बताना होगा कि केस की अर्जेंट लिस्टिंग और हियरिंग क्यों जरूरी है। जस्टिस संजीव खन्ना ने 11 नवंबर को देश के 51वें चीफ जस्टिस की शपथ ली थी। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई थी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर्ड हो चुके हैं। 6 महीने का होगा जस्टिस खन्ना का कार्यकाल जस्टिस खन्ना का सीजेआई के रूप में कार्यकाल सिर्फ 6 महीने का होगा। 64 साल के जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। सुप्रीम कोर्ट जज के तौर पर जस्टिस खन्ना ने 65 फैसले लिखे हैं। इस दौरान वे करीब 275 बेंचों का हिस्सा रहे हैं। जस्टिस संजीव के चाचा जस्टिस हंसराज खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट में जज थे। हालांकि, इंदिरा सरकार के इमरजेंसी का विरोध करने पर उन्हें सीनियर होने के बावजूद चीफ जस्टिस नहीं बनाया गया। उनकी जगह जस्टिस एमएच बेग को CJI बना दिया गया। जस्टिस हंसराज ने इसका विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट जज से इस्तीफा दे दिया था। शपथग्रहण समारोह की तस्वीरें... पिता दिल्ली हाईकोर्ट, चाचा सुप्रीम कोर्ट के जज थे संजीव खन्ना की विरासत वकालत की रही है। उनके पिता देवराज खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज रहे हैं। वहीं चाचा हंसराज खन्ना सुप्रीम कोर्ट के मशहूर जज थे। उन्होंने इंदिरा सरकार के इमरजेंसी लगाने का विरोध किया था। साथ ही राजनीतिक विरोधियों को बिना सुनवाई जेल में डालने पर भी नाराजगी जताई थी। 1977 में वरिष्ठता के आधार पर उनका चीफ जस्टिस बनना तय माना जा रहा था, लेकिन जस्टिस एमएच बेग को CJI बनाया गया। इसके विरोध में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस्तीफा दे दिया। इंदिरा की सरकार गिरने के बाद वह चौधरी चरण सिंह की सरकार में 3 दिन के लिए कानून मंत्री भी बने थे। जस्टिस संजीव ने चाचा से प्रभावित होकर वकालत को कॅरियर चुना जस्टिस संजीव अपने चाचा से प्रभावित थे

Dainik Bhaskar केरल में IAS अफसर ने वॉट्सऐप पर हिन्दू-मुस्लिम ग्रुप बनाया:फोन हैक होने का दावा जांच में गलत मिला, राज्य सरकार ने सस्पेंड किया

केरल सरकार ने सोमवार को दो सीनियर IAS अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। उन पर सर्विस नियमों को नहीं मानने और अनुशासन के उल्लंघन का आरोप है। इनमें से एक के. गोपालकृष्णन और दूसरे अधिकारी एन. प्रशांत हैं। गोपालकृष्णन पर दो वॉट्सएप ग्रुप बनाने का आरोप है, जिसमें हिन्दू और मुस्लिम अफसरों को अलग-अलग जोड़ा गया है। 30 अक्टूबर को मल्लू हिंदू ऑफिसर्स नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था, जिसके एडमिन गोपालकृष्णन थे। इसमें कई सीनियर अधिकारियों को एड किया गया था। गोपालकृष्णन की कंप्लेन व्हॉट्सऐप ग्रुप में शामिल कुछ अफसरों ने ही की। इसके बाद गोपालकृष्णन ने पुलिस से अपना फोन हैक होने और उससे धर्म आधारित वॉट्सएप ग्रुप बनाए जाने की शिकायत की थी। हालांकि मामले की पड़ताल हुई तो गोपालकृष्णन का दावा गलत मिला। जांच में पाया गया कि IAS अधिकारी द्वारा जांच के लिए फोन जमा करने से पहले कई बार फैक्टरी रीसेट किया। फैक्टरी रीसेट करने से मोबाइल का डेटा डिलीट हो जाता है। चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट पर CM ने संस्पेंड किया कलेक्टर ब्रो नाम से फेमस हैं IAS एन. प्रशांत एन प्रशांत 2007 बैच के IAS अधिकारी हैं। 2015 में वे कोड़िकोड जिले के IAS बने। इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से जुड़ने की पहल शुरू की। यहीं से प्रशांत को कलेक्टर ब्रो नाम मिला। एक बार अपने सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से 14 एकड़ झील को साफ करने के लिए साथ आने की अपील की थी। इस मुहिम में शामिल होने वालों को IAS अधिकारी ने बिरयानी खिलाने का वादा किया था, जिसे उन्होंने पूरा भी किया। उनके फेसबुक पर 3 लाख से ज्यादा और इंस्टाग्राम पर 50 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। प्रशांत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ही अपने सीनियर को साइकोपैथ बताया था और कहा था कि वे उनके खिलाफ बेबुनियाद न्यूज रिपोर्ट फैला रहे हैं। कौन हैं के. गोपालकृष्णन के गोपालकृष्णन 2013 बैच के IAS अफसर हैं। IAS की परीक्षा पास करने से पहले उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा वे वित्तीय प्रबंधन में भी पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके हैं। केरल वे केरल में कई पदों पर रहे हैं। 2019 में तिरुवनंतपुरम के कलेक्टर बने। गोपालकृष्णन केंद्र सरकार में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में सहायक सचिव भी रह चुके हैं। --------------------------------------

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