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Dainik Bhaskar दिल्ली का 'कचरे से बिजली' प्रोजेक्ट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक:धुआं और कैमिकल से 10 लाख लोगों का दम घुट रहा; अस्थमा-कैंसर के पेशेंट बढ़े
दिल्ली में कचरे के पहाड़ों से निपटने के लिए शुरू हुई ‘ग्रीन’ क्रांति योजना राजधानी के 10 लाख लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनती जा रही है। बता दें कि सरकार ने बढ़ते कचरे के पहाड़ों को खत्म करने के लिए आधुनिक योजना लाई थी। इसके तहत कचरे को जलाकर बिजली उत्पादन का प्लान था। तिमारपुर-ओखला वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट को इस समस्या के समाधान के रूप में प्रस्तुत किया गया। लेकिन यह योजना कई घातक परिणाम लेकर आई है। इस प्लांट से निकलने वाली राख और धुएं में आर्सेनिक, लेड, कैडमियम और अन्य खतरनाक कैमिकल निकल रहे हैं। जो लोगों के लिए घातक साबित हो रहे हैं। प्लांट के पास बसे लोग हर दिन जहरीले कणों की चपेट में आ रहे हैं। आसपास की बस्तियों में लोग सांस की तकलीफ, अस्थमा, कैंसर और त्वचा संबंधी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। कचरे की राख के ढेर पर बना दिए पार्क: इससे बच्चों में सांस संबंधी बीमारी हो रही दिल्ली में प्लांट से निकले कचरे की राख को खुले में बस्तियों के पास फेंका जा रहा है। इन राख के ढेरों पर बच्चों के खेलने के लिए पार्क बना दिए गए हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि खुले में राख फेंके जाने से बच्चों में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। राख में पाई जाने वाली धातुएं बच्चों के विकास पर नकारात्मक असर डाल रही हैं। दिल्ली का प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य संस्थाएं इस प्लांट पर कड़ी नजर रखने में विफल साबित हुई हैं। प्लांट से निकलता जहरीला धुआं: कैंसर, अस्थमा और त्वचा का खतरा बढ़ रहा तिमारपुर-ओखला वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के आसपास रहने वालों में अस्थमा, कैंसर और त्वचा रोग के मामलों में खतरनाक बढ़त हुई है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, हर आयु के लोग बीमारियों की चपेट में हैं। डॉ. शैलेंद्र भदौरिया, जो इस प्लांट के पास ही रहते हैं, बताते हैं कि उनके परिवार के कई सदस्य अब गंभीर अस्थमा के शिकार हो गए हैं। सरकारी रिपोर्ट्स भी यह मानती हैं कि प्लांट द्वारा छोड़े गए रसायन स्वास्थ्य के लिए घातक हैं। दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ा, AQI 300 पार -------------------------------------------------------- पूर्व CJI बोले- वायु प्रदूषण के चलते मॉर्निंग वॉक बंद की, कहा- खराब हवा से सांस संबंधी बीमारियां होती हैं देश के 50वें CJI रहे डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते मॉर्निंग वॉक पर जाना बंद क
Dainik Bhaskar सिद्धू बोले-पंजाब CM बनने का सपना देखने वाले खत्म हुए:जेल जाना बेहतर टाइम था, मैं राहुल-प्रियंका को समर्पित; पत्नी BJP नेता से मिली थीं
राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब में कई लोग मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते थे, लेकिन वो लोग खत्म हो गए। आज मैं जहां कहीं भी जाता हूं तो सिद्धू साहब..सिद्धू साहब होती है। ये बात नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कही। सिद्धू ने आगे कहा कि जेल में जाना मेरा सबसे अच्छा समय था। राजनीतिक कारणों के चलते वह जेल में गए थे। गांधी जी, भगत सिंह और पंडित जवाहर लाल नेहरू जी जेल गए। वह हमारे हीरो हैं। 323 धारा में किसी को 2 दिन कैद में नहीं होती। इस धारा में हवलदार मौके पर जमानत दे देता है। मुझे हजार रुपए लेकर छोड़ दिया। बाद में दोबारा केस खुलवाया गया। वहां मुझपर बोझ डाला। आज भी मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को समर्पित हूं। जो जुबान उनको दी थी, उस पर आज भी कायम हूं। मैं मानता हूं कि पिछले दिनों पत्नी BJP नेता से मिली थी। पत्नी को कैंसर का पता चला तो आंसू आए सिद्धू ने आगे कहा कि जेल में बैरक थी। वहां ठंड लगनी शुरू हो जाती थी। यहां मैं 16 घंटे मेडिटेशन करता था। इस बीच मुझे पता चला कि पत्नी को कैंसर हो गया। तब मेरी आंखों में आंसू आ गए। 2 महीने जेल में और रहता तो कुछ और ही हो जाता। इसके बाद मैंने पत्नी की डाइट को लेकर पता किया। भगवान की कृपा से अब वह ठीक है। जिसे भी काम करने की इच्छा शक्ति है, वह वो चीज तलाश ही लेगा। हमेशा बड़ा सोचना चाहिए, हमेशा सही होता है। मुझे कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ने की सलाह दी सिद्धू ने दावा किया कि भाजपा वाले बादल परिवार से नाता नहीं तोड़ना चाहते थे। मेरे कई मुद्दों पर भाजपा से मतभेद थे। इसलिए मैंने पंजाब को चुना। जेटली साहब मेरे बड़े थे। जब जेटली साहिब पंजाब आए तो उन्होंने मुझे कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ने की सलाह दी। साथ ही कहा कि तुम 2 लाख मतों से चुनाव जीतोगे। मैने उन्हें समझाने की कोशिश की, इनके खिलाफ (बादलों के खिलाफ) लोगों में बहुत गुस्सा है। मैंने अमृतसर को मैंने अपनी कड़ी मेहनत से खड़ा किया। मेरी बात नहीं सुनी गई। मेरी मां ने मुझे एक बार बोली थी कि जो इंसान अपनी कही बात पर खड़ा नहीं रहता, वह खत्म हो जाता है। मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं। पंजाब के लिए मैं अपनी सरकार से लड़ गया कई बार इंसान जीतकर हार जाता है और हारकर जीत जाता है। जो लोग जीते, उन्होंने पंजाब के लिए कुछ नहीं किया। मैं अपनी सरकार क
Dainik Bhaskar हिमाचल में संजौली मस्जिद मामले की सुनवाई आज:मुस्लिम वेलफेयर ने दी चुनौती; आयुक्त के आदेशों को डिफेक्टेड बताया, तोड़ने के आदेश पर मांगा स्टे
हिमाचल की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के आदेशों पर स्टे वाली याचिका पर आज जिला कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेशनाइजेशन की याचिका की मैटेनेबिलिटी को लेकर फैसला सुना सकता है। दरअसल, मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने MC आयुक्त के 5 अक्टूबर को मस्जिद के ऊपर वाली तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों को डिफैक्टेड बताते हुए स्टे की मांग की है। 6 नवंबर की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने स्टे देने से इनकार कर दिया था और MC से मस्जिद से जुड़ा रिकॉर्ड मांगा। याचिका में MC कोर्ट के फैसले को बताया डिफैक्टेड ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेशनाइजेशन प्रमुख नजाकत अली ने याचिका में कहा कि MC आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर सुनाया है। उन्होंने दावा किया कि संजौली मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा सही नहीं है। नजाकत अली का दावा है कि उन्होंने मस्जिद बनाने के लिए पैसा दिया था। इसलिए वह भी पीड़ित पक्ष है। उन्हें सुना जाना चाहिए और मस्जिद की तीन मंजिल गिराने के फैसले पर स्टे दिया जाए। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में MC आयुक्त कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक यानी छत को हटाने का काम पूरा हो गया है। अब टॉप की मंजिल की दीवारों को तोड़ा जाना है। इस बीच मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने कोर्ट में मामले को चुनौती दी है। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्चे पर ऊपर की 3 मंजिल तुड़वाने का काम कर रही है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए शिमला MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 2010 से चल रहा है। इसे देखते हुए लोकल रेजिडेंट ने 21 अक्टूबर को एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और जल्दी फैसला सुनाने के लिए MC आयुक्त को निर्देश देने का आग्रह किया। इस पर हिमाचल हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को 8 सप्ताह के भीतर केस निपटाने के आदेश दिए। इन आदेशों के अनुसार, MC आयुक्त को 20 दिसंबर तक संजौली मस्जिद का केस निपटाना है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा
Dainik Bhaskar पाकिस्तानी डॉन की मिथुन चक्रवर्ती को धमकी:बोला- बकवास पर माफी मांगों वरना पछताना पड़ेगा; गैंगस्टर लॉरेंस का करीबी, डॉन खोखर का राइट हैंड
दुबई में बैठे पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी ने कोलकाता से बीजेपी नेता और बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को धमकी दी है। मिथुन चक्रवर्ती के एक सभा में दिए बयान पर डॉन भड़का है। उसने कहा कि मिथुन माफी मांग लें वर्ना इस बकवास के लिए पछताना पड़ सकता है। भट्टी ने 2 वीडियो जारी किए हैं। पहले वीडियो में वह खुद मिथुन को धमका रहा है जबकि दूसरे वीडियो में मिथुन का बयान चलाकर पीछे डायलॉग बोल रहा है। डॉन भट्टी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का करीबी है। इसके अलावा उसे पाकिस्तानी डॉन फारुख खोखर का राइट हैंड माना जाता है। लॉरेंस के साथ उसकी जेल के भीतर से ईद की बधाई की वीडियो कॉल भी वायरल हुई थी। कुछ दिन पहले भट्टी ने दावा भी किया था कि उसने लॉरेंस और सलमान खान में समझौता कराने की कोशिश की थी। वीडियो में डॉन शहजाद भट्टी ने मिथुन चक्रवर्ती को कही 4 बातें 1. मेरा प्यार से मशविरा, 10-15 दिन में माफी मांग लो वीडियो में शहजाद भट्टी ने मिथुन चक्रवर्ती की फोटो लगाकर कहा- ये वीडियो मेरी मिथुन के लिए है, जिसने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि मुस्लिमों को काटूंगा और उनको उनकी जगह पर फेंकूंगा। मिथुन साहिब आपको प्यार से मेरा एक मशविरा है कि आप 10 से 15 दिनों में एक वीडियो जारी कर माफी मांग लें। ये आपके लिए बेहतर होगा और आपका माफी मांगना बनता भी है। 2. हम आपकी फ्लॉप फिल्म भी देखते थे, बकवास के लिए पछताना न पड़े आगे भट्टी ने कहा- आपने हमारा दिल दुखाया है। आपके फैंस मुस्लिम भी हैं। आपको मुस्लिमों ने भी इज्जत दी है। आपकी चाहे फ्लॉप फिल्म में रही हो, हम देखने जाते थे। आज आप जो अनाज खा रहे हो, इन लोगों की वजह से ही है। वैसे भी आप जिस उम्र में हो, उस उम्र में बंदा बकवास कर ही देता है, जिसके लिए बाद में पछताना पड़ता है। 3. मैं धमकी नहीं देता, यह फिल्म नहीं रियल लाइफ है भट्टी ने कहा- मैं किसी को वीडियो पर धमकी नहीं देता, क्योंकि ये कोई फिल्म नहीं है, ये रियल लाइफ है। आप जो इतने बड़े बदमाश बन रहे हो स्टेज पर चढ़कर, इंडिया में कोई एक डेट बताओ कि मैं उक्त तारीख को उक्त धर्म के व्यक्ति को जाकर थप्पड़ मारूंगा। फिर चाहे वो किसी भी धर्म का व्यक्ति हो। 4. उस जंग के बारे में मत सोचो, जो जीत नहीं सकते साथ ही दूसरी वीडियो में भट्टी ने पहले मिथुन के बयान वाला वीडियो लगाया और उनके मुंह पर जूते के निशान बनाए हुए थे। जिसके बाद
Dainik Bhaskar हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस-इनेलो का प्लान:पराली जलाने पर जुर्माने समेत 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे; INLD ने 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाए
हरियाणा में 13 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्षी दलों ने मेगा प्लानिंग बना ली है। विपक्षी दल पराली जलाने पर डबल जुर्माने के केंद्र के फैसले समेत 5 बड़े मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार कांग्रेस के साथ इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के विधायक भी पूरी तरह से एक्टिव हैं। इनेलो की ओर से 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दे दिए गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी संकेत दिए हैं कि सेशन काफी हंगामेदार होने वाला है। पिछले दिनों रोहतक में उन्होंने कहा था कि विपक्ष मजबूत है, विधानसभा में जनहित के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा। विधानसभा में ये मुद्दे गूंज सकते हैं... 1. धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीद 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से MSP पर धान खरीदने का वादा किया था। हालांकि अभी प्रदेश में धान की फसल 2300 रुपए प्रति क्विंटल के MSP की दर से खरीदी जा रही है। कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि प्रदेश के 60% से अधिक किसानों ने 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल पर अपनी धान की फसल बेची है। चूंकि हरियाणा में किसान हमेशा से बड़ा मुद्दा रहे हैं, इसलिए कांग्रेस और INLD इस मुद्दे को सेशन में जोर शोर से उठाएगी। 2. DAP खाद की कमी बड़ा मुद्दा बनेगी विधानसभा सेशन में धान की MSP पर खरीद के बाद DAP खाद की कमी दूसरा बड़ा मुद्दा रहने वाली है। कांग्रेस के नेता भी सार्वजनिक रूप से आंकड़ा देकर सरकार को सदन से पहले ही घेर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि हर जिले में खाद की कमी है। सिरसा में 13,000 टन DAP की आवश्यकता है, लेकिन भाजपा सरकार ने केवल 900 टन ही दी। पानीपत में 6500 टन DAP की आवश्यकता है, तो भाजपा सरकार ने केवल 360 टन DAP उपलब्ध करवाई। DAP न मिलने से और गेहूं की बिजाई न कर पाने के संकट से घिरे मेहनतकश किसान रामभगत की आत्महत्या को लेकर भी विपक्ष हंगामे की योजना बना रहा है। 3. पराली जलाने पर डबल जुर्माना बड़ा मुद्दा बनेगा केंद्र की भाजपा सरकार ने हरियाणा समेत अन्य राज्यों में पराली जलाने पर अब किसानों से दोगुना जुर्माना वसूलने का फैसला किया है। पर्यावरण मंत्रालय ने जुर्माने की राशि को दोगुना कर दिया है, जो अब 5 हजार रुपए से शुरू होकर 30 हजार रुपए तक होगा। हालांकि यह फै
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:क्यूबा में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.8; कोई घायल नहीं
कैरिबियाई सागर में स्थित क्यूबा आइलैंड में समुद्री तूफान और ब्लैकआउट के बाद रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 थी। फिलहाल भूकंप से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। सुनामी की वॉर्निंग भी अभी जारी नहीं की गई है। सैंटियागो डे क्यूबा जैसे बड़े शहरों समेत क्यूबा के पूर्वी हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किए गए। ग्वांतानामो और जमैका में भी कुछ असर देखा गया। भूकंप का केंद्र ईस्ट क्यूबा के बार्टोलोमे मासो से लगभग 40 किलोमीटर साउथ में था। आज की अन्य बड़ी खबरें... बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना की वापसी के लिए इंटरपोल से मदद मेंगेगी, 5 अगस्त को भारत आई थीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अपदस्थ पीएम शेख हसीना व अन्य को वापस लाने के लिए इंटरपोल की सहायता मांगेगी। बांग्लादेश ने कहा- हसीना मानवता के खिलाफ अपराधों का सामना कर रही हैं। बांग्लादेश में विद्रोह के चलते इस साल 5 अगस्त को हसीना को बांग्लादेश से भागना पड़ा था। इसके बाद से वे भारत में हैं।
Dainik Bhaskar जस्टिस संजीव खन्ना आज CJI की शपथ लेंगे:13 मई 2025 तक पद पर रहेंगे; उनके चाचा को इंदिरा ने CJI नहीं बनने दिया था
जस्टिस संजीव खन्ना आज भारत के 51वें चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे। CJI डीवाई चंद्रचूड़ कल रिटायर्ड हुए थे। उन्होंने ही सरकार से जस्टिस खन्ना के नाम की सिफारिश की थी। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल सिर्फ 6 महीने का होगा। 64 साल के जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। सुप्रीम कोर्ट जज के तौर पर जस्टिस खन्ना ने 65 फैसले लिखे हैं। इस दौरान वे करीब 275 बेंचों का हिस्सा रहे हैं। पिता दिल्ली हाईकोर्ट, चाचा सुप्रीम कोर्ट के जज थे संजीव खन्ना की विरासत वकालत की रही है। उनके पिता देवराज खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज रहे हैं। वहीं चाचा हंसराज खन्ना सुप्रीम कोर्ट के मशहूर जज थे। उन्होंने इंदिरा सरकार के इमरजेंसी लगाने का विरोध किया था। साथ ही राजनीतिक विरोधियों को बिना सुनवाई जेल में डालने पर भी नाराजगी जताई थी। 1977 में वरिष्ठता के आधार पर उनका चीफ जस्टिस बनना तय माना जा रहा था, लेकिन जस्टिस एमएच बेग को CJI बनाया गया। इसके विरोध में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस्तीफा दे दिया। इंदिरा की सरकार गिरने के बाद वह चौधरी चरण सिंह की सरकार में 3 दिन के लिए कानून मंत्री भी बने थे। संजीव खन्ना अपने चाचा से प्रभावित थे, इसलिए उन्होंने 1983 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की। इसके बाद जस्टिस खन्ना ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से वकालत शुरू की। फिर दिल्ली सरकार के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और दीवानी मामलों के लिए स्टैंडिंग काउंसल भी रहे। स्टैंडिंग काउंसल का आम भाषा में अर्थ सरकारी वकील होता है। साल 2005 में जस्टिस खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज बने। 13 साल तक दिल्ली हाईकोर्ट के जज रहने के बाद 2019 में जस्टिस खन्ना का प्रमोशन सुप्रीम कोर्ट के जज के बतौर हो गया। संजीव खन्ना का हाईकोर्ट जज से प्रमोट होकर सुप्रीम कोर्ट का जज बनना भी विवादों में रहा था। 2019 में जब CJI रंजन गोगोई ने उनके नाम की सिफारिश की, तब जजों की सीनियॉरिटी रैंकिंग में खन्ना 33वें स्थान पर थे। गोगोई ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के लिए ज्यादा काबिल बताते हुए प्रमोट किया। उनकी इस नियुक्ति के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस कैलाश गंभीर ने तब के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी भी लिखी। कैलाश ने लिखा था- 32 जजों की अनदेखी करना ऐतिहासिक भूल होगी। इस विरोध के बावजूद राष्ट्रपति कोविंद ने जस्टिस खन्ना को सुप्रीम कोर्ट में जस्ट
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:अजित बोले- बंटेंगे-कटेंगे महाराष्ट्र में नहीं चलेगा; कनाडा में खालिस्तानी आतंकी डल्ला हिरासत में; महाराष्ट्र BJP का वादा- 25 लाख नौकरियां देंगे
नमस्कार, कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी रही, एक तरफ BJP और महाविकास अघाड़ी (MVA) ने अपने-अपने मेनिफेस्टो जारी किए तो दूसरी तरफ राज्य के डिप्टी CM अजित पवार ने यूपी CM योगी आदित्यनाथ के बयान पर आपत्ति जताई। एक खबर कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला की हिरासत की रही। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. अजित पवार बोले-बंटेंगे तो कटेंगे नारा महाराष्ट्र में नहीं चलेगा, ये सब UP-झारखंड में चलता होगा महाराष्ट्र के डिप्टी CM और महायुति गठबंधन में शामिल अजित पवार ने कहा, 'बंटेंगे तो कटेंगे का नारा यूपी और झारखंड में चलता होगा, महाराष्ट्र में नहीं चलेगा। हमारा नारा है- सबका साथ सबका विकास।' दरअसल, यूपी के CM योगी आदित्यनाथ झारखंड और महाराष्ट्र की रैलियों में 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक रहेंगे तो नेक रहेंगे' का नारा दे रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी रैलियों में 'एक रहेंगे सेफ रहेंगे' का नारा दिया है। शिवसेना बोली- अजित पवार इसका मतलब आगे समझेंगे: अजित पवार के बयान पर शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय निरुपम ने कहा, 'योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि अगर आप बिखर जाते हैं, तो कमजोर हो जाते हैं। अगर आप एकजुट रहते हैं, तो मजबूत रहते हैं। अजित दादा आज नहीं समझ रहे हैं, आगे समझ जाएंगे। 'बंटेंगे तो कटेंगे' ये लाइन बिल्कुल चलेगी। अजित दादा को समझना पड़ेगा।' पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला हिरासत में, हरदीप सिंह निज्जर का सहयोगी है खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला को कनाडा में हिरासत में लिया गया है। वह हरदीप सिंह निज्जर का सहयोगी है। भारत ने उसे 2 साल पहले आतंकी घोषित किया था। कनाडा और भारत के बीच डिप्लोमैटिक बातचीत बंद होने की वजह से डल्ला की हिरासत को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। डल्ला किस मामले में पकड़ा गया: दरअसल, 28 अक्टूबर को कनाडा के मिल्टन शहर में शूटआउट हुआ था। पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की। अब सामने आया है कि उनमें से एक आरोपी डल्ला ही है। भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने उसे हत्या, आतंक के लिए धन उगाही, हत्या का प्रयास और पंजाब में लोगों के बीच आतंक पैदा करने के मामलों में दोषी प
Dainik Bhaskar जयशंकर बोले- ट्रम्प की जीत से भारत चिंतित नहीं:मोदी के ओबामा-बाइडेन और डोनाल्ड से व्यक्तिगत संबंध, इससे भारत को मदद मिलती है
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रम्प की जीत के बाद भारत-अमेरिकी रिश्तों को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रविवार को कहा कि ट्रम्प की जीत दुनिया के कई देश चिंतित हैं, लेकिन भारत ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने से चिंतित नहीं है। जयशंकर मुंबई में आदित्य बिड़ला ग्रुप स्कॉलरशिप प्रोग्राम के सिल्वर जुबली इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा- ट्रम्प ने जीत के बाद विश्व के जिन 3 नेताओं से सबसे पहले बात की, मोदी उनमें से एक थे। जयशंकर ने कहा कि PM मोदी के कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ मजबूत व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। जब वे पहली बार वाशिंगटन डीसी गए, तब राष्ट्रपति ओबामा थे, फिर डोनाल्ड ट्रंप थे, फिर जो बाइडेन। उनके लिए यह बहुत नेचुरल है। वे वर्ल्ड लीडर्स से मजबूत व्यक्तिगत संबंध बना लेते हैं। इससे भारत को मदद मिलती है। 5 नवंबर को अमेरिका में हुई राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रिट पार्टी की कैंडिडेट कमला हैरिस को हरा दिया है। ट्रम्प ने 50 राज्यों की 538 में से 312 सीटें जीती हैं। वे 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं। जयशंकर ने विदेश नीति पर भी बात की...3 पॉइंट बिड़ला बोले- हमने अमेरिका में 15 बिलियन डॉलर का निवेश किया PM मोदी ने ट्रम्प को जीत की बधाई दी अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत पर PM नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई। ट्रम्प ने कहा कि वे भारत को सच्चा दोस्त मानते हैं। उन्होंने दुनिया में शांति के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने की बात कही। बुधवार को आए नतीजों में ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट के मुकाबले 295 वोट हासिल कर लिए हैं। एरिजोना और नेवाडा में काउंटिंग अभी जारी है। दोनों राज्यों में कुल 17 इलेक्टोरल वोट्स हैं। यहां भी ट्रम्प लीड कर रहे हैं। इलेक्टोरल कॉलेज ही राष्ट्रपति का चुनाव करता है। ------------------------------------------ अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... ट्रम्प की एरिजोना समेत सभी 7 स्विंग स्टेट्स में जीत, पूरे नतीजे आए, 312 सीटें मिलीं अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के सभी नतीजे सामने आ गए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को अमेरिकी र
Dainik Bhaskar मणिपुर में कुकी उग्रवादियों-सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर, 1 जवान घायल:मैतई किसानों पर बम फेंके, फिर BSF से 40 मिनट तक फायरिंग की
मणिपुर के इम्फाल ईस्ट के मैतई बहुल गांव सनासाबी में कुकी उग्रवादियों ने रविवार को हमला किया। पुलिस ने बताया कि हथियारबंद उग्रवादियों ने धान की कटाई कर रहे मैतई किसानों पर पहले फायरिंग की फिर बम फेंके। हमले की सूचना मिलने पर पुलिस और BSF की टीम मौके पर पहुंची, जिसके बाद उग्रवादियों और BSF जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। 40 मिनट तक चली फायरिंग में BSF के चौथे महार रेजिमेंट का एक जवान घायल हो गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मणिपुर में 8 से 10 नवंबर के बीच 3 दिन 7 हमले हुए हैं। 1 BSF जवान के घायल होने के अलावा इन हमलों में 2 महिलाओं की मौत हुई हैं। उग्रवादियों के फायरिंग में 1 डॉक्टर की भी मौत हुई है। मैतई किसान बोला- बम मेरे बगल में आके गिरा हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक मैतई किसान ने कहा- जब मैं धान के खेत में घास इकट्ठा कर रहा था, तभी मेरे बगल में एक बम गिरा। कुकी उग्रवादियों ने उयोक चिंग मैनिंग (उयोक पहाड़ी) से हमला किया था। बम फेंकने के बाद वे गोलीबारी करने लगे, जिससे मैं डर गया और काम छोड़कर जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह जाकर छिप गया। 3 दिन में 7 हमले, 3 मौतें, 1 जवान घायल मणिपुर में हिंसा को लगभग 500 दिन हुए कुकी-मैतेई के बीच चल रही हिंसा को लगभग 500 दिन हो गए। इस दौरान 237 मौतें हुईं, 1500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए, 60 हजार लोग घर छोड़कर रिलीफ कैंप में रह रहे हैं। करीब 11 हजार FIR दर्ज की गईं और 500 लोगों को अरेस्ट किया गया। इस दौरान महिलाओं की न्यूड परेड, गैंगरेप, जिंदा जलाने और गला काटने जैसी घटनाएं हुईं। अब भी मणिपुर दो हिस्सों में बंटा हैं। पहाड़ी जिलों में कुकी हैं और मैदानी जिलों में मैतेई। दोनों के बीच सरहदें खिचीं हैं, जिन्हें पार करने का मतलब है मौत। स्कूल- मोबाइल इंटरनेट बंद किए गए। मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसक घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने 10 सितंबर को 5 दिन के लिए इंटरनेट पर बैन लगाया था। हालांकि 12 सितंबर को ब्रॉडबेन्ड इंटरनेट से बैन हटा लिया गया था। 4 पॉइंट्स में समझिए मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय
Dainik Bhaskar यौन शोषण मामले में हिसार के SDM को जेल:रिमांड पूरा होने के बाद कोर्ट में पेश किया, अभी तक पिस्तौल बरामद नहीं हुई
हरियाणा में हिसार जिले तैनात SDM को यौन शोषण के मामले में आज हिसार कोर्ट ने जेल भेज दिया है। हांसी के SDM को शनिवार (9 नवंबर) को हिसार से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा था, मगर पुलिस रिमांड के दौरान अभी तक पिस्तौल बरामद नहीं कर पाई। पीड़ित का आरोप था कि आरोपी SDM पिस्तौल की नोक पर यौन शोषण करता था। वहीं इस मामले में पीड़ित लगातार सुरक्षा की गुहार लगा रहा है। पीड़ित का कहना है कि इस मामले को निपटाने के लिए उस पर हर जगह से प्रेशर बनाया जा रहा है। बता दें कि, एसडीएम कुलभूषण बंसल पर दलित व्यक्ति ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। आरोप था कि अधिकारी ने गन पॉइंट पर उससे प्राइवेट पार्ट पर मसाज कराई। उसने SC आयोग, CM विंडो, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश को लिखित शिकायत भेजकर अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद हांसी में SDM पद पर तैनात कुलभूषण बंसल को 7 नवंबर को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही हिसार के सिविल लाइन थाने में उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया। पीड़ित ने वीडियो बनाकर शिकायत के साथ भेजी थी... व्यक्ति बोला- विरोध करने पर पिस्तौल दिखाकर डराया हांसी में SDM के पद पर तैनात रहे HCS अधिकारी कुलभूषण बंसल पर दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। पीड़ित ने बताया कि वह मसाज करने का काम करता है। आरोपी अधिकारी ने मसाज करवाने के बहाने प्राइवेट पार्ट में मसाज करवाई और विरोध करने पर पिस्तौल से डराया। पीड़ित ने एक वीडियो भी उच्च अधिकारियों को भेजा है, जिसमें अधिकारी उसके साथ गलत काम करता हुआ दिख रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा कि विरोध करने पर अधिकारी उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी भी देता है। पीड़ित दलित व्यक्ति की ओर से लिखा पत्र... लेटर की 3 बड़ी बातें 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर म
Dainik Bhaskar कश्मीरी स्टूडेंट्स का आरोप-कर्नाटक के कॉलेज ने दाढ़ी कटवाने कहा:प्रशासन बोला- क्लिनिकल एक्टिविटी के लिए स्वच्छता जरूरी
कर्नाटक के होलेनरसीपुर में सरकारी नर्सिंग कॉलेज के कश्मीरी स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रशासन ने उन्हें दाढ़ी कटवाने या क्लीन शेव करवाने कहा है। आरोप लगाने वाले 14 छात्र प्रधानमंत्री स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत इस कॉलेज में पढ़ने आए हैं। मामला राजीव गांधी यूनिवर्सिटी से एफिलिटेड हासन के होलेनरसीपुरा सरकारी नर्सिंग कॉलेज का है। कश्मीरी छात्रों का कहना है कि कॉलेज उन पर ऐसे भेदभाव भरे ट्रेनिंग स्टैंडर्ड लागू कर रहा है जो उनके सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। छात्रों की शिकायत के बाद जम्मू-कश्मीर छात्र संघ (JKSA) ने मामले में दखल दिया। इसके बाद कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. राजन्ना बी और प्रिंसिपल के निर्देश पर कश्मीरी छात्रों को दाढ़ी रखने की परमिशन दे दी गई है। कॉलेज प्रशासन बोला- किसी खास ग्रुप को निशाना नहीं बनाया विवाद बढ़ने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उसने छात्रों के किसी खास समूह को निशाना नहीं बनाया है। कॉलेज प्रशासन ने कहा, 'क्लिनिकल एक्टिविटी के लिए स्वच्छता की जरूरत होती है। इसमें भाग लेने के लिए कुछ निश्चित मानदंड हैं। इसलिए कन्नड़ छात्रों समेत सभी छात्रों के लिए एक दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।' डायरेक्टर ने कहा- कुछ स्टूडेंट समय के पाबंद नहीं थे और उनके ड्रेस कोड को लेकर शिकायतें थीं। उनकी दाढ़ी भी लंबी थी। छात्रों को दाढ़ी काटने के निर्देश दिए थे। इसके बाद छात्रों ने जम्मू-कश्मीर छात्र संघ से शिकायत की। बाद में हमें इस मुद्दे का पता चला। हमने छात्रों के साथ चर्चा की, अब यह मुद्दा सुलझ गया है और छात्र खुश हैं। जेके स्टूडेंट एसोसिएशन ने सिद्धारमैया को लिखी थी चिट्ठी मामला सामने आते ही जेएंडके स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने कर्नाटक CM सिद्धारमैया को लेटर लिखा था। लेटर में लिखा गया- कॉलेज मैनेजमेंट ने छात्रों को कॉलेज कैंपस में आने के लिए अपनी दाढ़ी ट्रिम करने या क्लीन-शेव रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। दाढ़ी रखने वाले छात्रों को क्लिनिकल ड्यूटी के दौरान एब्सेंट माना जा रहा है, जिससे उनके एजुकेशनल रिकॉर्ड और अटेंडेंस पर असर पड़ रहा है। हिंदू संगठन ने कहा- नियम ने मानना मुस्लिम छात्रों का अहंकार चिक्कमगलूर में श्री रामसेना के संस्थापक प्रमोद मुथालिक ने कहा कि यह मुस्लिम छात्रों का अहंकार है। नियमों का पाल
Dainik Bhaskar ट्रंप के साथ तेलंगाना में उनकी मूर्ति भी लौटी:2018 में एक फैन ने बनवाई थी, डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा जीतते ही गांववालों ने की पूजा
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की दोबारा वापसी हो गई। इसके साथ ही तेलंगाना में जनगांव जिले के कोन्ने गांव में उनकी मूर्ति भी एक बंद पड़े घर से बाहर निकल आई। जिस दिन ट्रंप ने अपनी पार्टी की जीत का जश्न मनाते हुए भाषण दिया, उस दिन कोन्ने गांव के लोगों ने उनकी 6 फीट ऊंची प्रतिमा की फूल-माला पहनाकर पूजा की। एक फैन ने 2018 में बनवाई थी प्रतिमा दरअसल ट्रंप की यह प्रतिमा गांव में रहने वाले बुस्सा कृष्णा ने 2018 में बनवाई थी। वह ट्रंप का बड़ा फैन था। ट्रंप की मूर्ति बनवाने के लिए उसने पैसे इकट्ठे किए थे। वह रोजाना इस मूर्ति की पूजा भी किया करता था। हालांकि, 2020 में ट्रंप दूसरी बार चुनाव हार गए थे। उसी साल हार्ट अटैक से कृष्णा की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही ट्रंप की यह मूर्ति उसके घर में पड़ी हुई थी। ट्रंप की जीत पर गांव वालों ने निकाली मूर्ति डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिकन प्रेसिडेंट चुने जाने की खबर दुनिया भर में सुर्खियों में रही। इसी बात पर कृष्णा के बचपन के दोस्त वंचा रेड्डी और गांव वालों ने कृष्णा को याद करते हुए उसके घर से ट्रंप की प्रतिमा निकाली और उसकी पूजा कर कृष्णा को भी याद किया। ट्रंप के पॉजीटिव होने पर रखा था व्रत रेड्डी के बताए मुताबिक, कृष्णा ने लाखों रुपये खर्च करके प्रतिमा बनवाई थी। वह रोजाना इसकी पूजा करता था और इसकी साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखता था। इतना ही नहीं, जब ट्रंप कोरोना पॉजिटिव हुए तो कृष्णा ने उनकी सलामती के लिए व्रत भी रखा था। ट्रंप की तस्वीरों से भरा पड़ा है कृष्णा का घर कृष्णा का घर तो ट्रंप की तस्वीरों वाले पोस्टरों से भरा पड़ा है। इतना ही नहीं, उसके घर की खिड़कियों और दीवारों पर भी ट्रंप का नाम लिखा हुआ है। कृष्णा ट्रंप से जुड़ी हरेक खबर पढ़ता था। वह गांव के लोगों से भी कहा करता था कि ट्रंप के आने से भारत और अमेरिका के बीच रिलेशन बहुत मजबूत होंगे। ट्रंप विलेज नाम से फेमस हो गया है गांव कृष्णा के बचपन के दोस्त और वार्ड सदस्य वंचा रेड्डी बताते हैं कि ट्रंप के प्रति अपनी भक्ति को चलते ही कृष्णा को लोग ‘ट्रंप कृष्णा’कहकर पुकारने लगे थे। जनगांव जिले के इस छोटे से गांव को भी अब ‘ट्रंप के गांव’ के रूप में पहचाना जाने लगा है।
Dainik Bhaskar ISRO चीफ बोले- 2040 तक चांद पर भारतीय को भेजेंगे:स्पेस टूरिज्म में अपार संभावनाएं; मून मिशन से पहले अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की जरूरत
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के प्रमुख डॉ. एस सोमनाथ ने कहा- हमारा लक्ष्य 2040 तक चांद पर एक भारतीय को उतारने का है। इसके लिए हमें एक अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की जरूरत है, क्योंकि चांद पर इंसान भेजने के लिए एक इंटरमीडियम होना चाहिए। इसके लिए माइक्रोग्रेविटी रिसर्च और कई स्पेशल स्पेस मिशन के लक्ष्यों को हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल हम लर्निंग फेज में है और सीखने की हमारी यात्रा अनवरत जारी है। ISRO चीफ ने रविवार को झुंझुनूं जिले के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी संस्थान में हुए दीक्षांत समारोह के दौरान यह बात कही। स्पेस टूरिज्म में भारत के पास अपार संभावनाएं उन्होंने कहा- अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क चांद पर मानव भेजने, मंगल पर सोसाइटी स्थापित करने की प्लानिंग कर रहे है। उनकी योजना है कि वहां (मंगल ग्रह) लाखों लोगों के लिए कॉलोनी बनाएंगे और एक टिकट से लोग वहां जा सकेंगे। सोमनाथ ने कहा- मुझे लगता है कि स्पेस टूरिज्म का क्षेत्र अच्छा खासा उभरेगा। इस क्षेत्र में भारत के लिए भी अपार संभावनाएं है। हमें बहुत किफायती इंजीनियरिंग के लिए जाना जाता है। हमारा मून और मार्स मिशन दुनिया के सबसे कम लागत वाले मिशन में से एक रहा है और इन दोनों ने हमें बहुत सम्मान भी दिलाया है। ISRO चीफ ने कहा- हमने अगले 5 से 60 सालों के दौरान भविष्य को लेकर भी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है। सरकार ने इसके लिए 30 हजार करोड़ रुपए के बजट की घोषणा भी की है। वर्तमान समय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक बड़ा ऐतिहासिक क्षण है। आज स्पेस मिशन पहले जैसे महंगे नहीं एस सोमनाथ ने स्टूडेंट्स से कहा- पूरे स्पेस मैकेनिज्म में बदलाव आ रहा है। स्पेस साइंस में बदलाव को समझना चाहिए। अंतरिक्ष तक पहुंचने और इसके नियमों के बारे में जानना पहले जितना कठिन था, अब उतना मुश्किल नहीं है। जब अमेरिकियों ने मून मिशन के बारे में सोचना शुरू किया था, तो उन्हें अंतरिक्ष कार्यक्रम में बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट करना पड़ता था। उन्हें अपनी राष्ट्रीय संपत्ति का लगभग 20-30 प्रतिशत इन्वेस्टमेंट करना पड़ा था, ताकि वे आज की तरह साइंस कैपेसिटी डेवलप कर सके। अब अंतरिक्ष तक पहुंच बहुत आसान हो गई है। कोई भी आजकल उपग्रह लॉन्च कर सकता है। यह विश्वविद्यालयों और संस्थानों में भी किया जा सकता है और सैटेलाइट
Dainik Bhaskar केंद्रीय राज्यमंत्री बिट्टू का चूरापोस्त को समर्थन:बोले-पारंपरिक चीजों के बंद होने का हुआ नुकसान,रोक लगाने पर चिट्टा पंजाब में आया
पंजाब में 4 सीटों पर विधानसभा के उप-चुनाव हो रहे हैं। सभी सीटों पर केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू चुनाव प्रचार करने पहुंच रहे हैं। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें बिट्टू चूरापोस्त का समर्थन करते नजर आए। वीडियो में बिट्टू जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह केंद्र सरकार से चूरापोस्त व अन्य पारंपरिक चीजों के बंद होने के बारे जरूर बात करेंगे। चूरापोस्त व अन्य चीजों के बंद होने से हुआ पंजाब को नुकसान बिट्टू ने कहा कि चूरापोस्त या अन्य चीजों पर पाबंदी लगने के कारण पंजाब को काफी नुकसान हुआ है। पारंपरिक चीजों का इस्तेमाल करके पंजाब के लोग कड़ी मेहनत करते थे। पंजाब के लोग ही हरित क्रांति लाए है। इन पर प्रतिबंध लगाने से चिट्टा (हेरोइन) पंजाब में आ गया। इस बड़े फैसले पर केंद्र सरकार से चर्चा कर इसे फिर से शुरू करवाने के लिए पुनर्विचार किया जाएगा। बता दें कि, इससे पहले पिछले साल पंजाब के पंचायत व कृषि मंत्री रहे कुलदीप धालीवाल ने भी पंजाब में अफीम की खेती का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि पंजाब में अफीम की खेती पर सरकार विचार कर सकती है। उस समय उन्होंने कहा था कि अगर किसानों को अफीम की खेती से फायदा होता है तो जरूर इस पर विचार किया जा सकता है।