Dainik Bhaskar
Dainik Bhaskar सरकारी कर्मचारियों पर मनी लॉन्ड्रिंग केस के लिए मंजूरी जरूरी:सुप्रीम कोर्ट बोला- यह प्रावधान ईमानदार और निष्ठावान अधिकारियों की रक्षा के लिए है
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ड्यूटी के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी लोक सेवकों के खिलाफ केस चलाने से पहले सरकार के संबंधित अथॉरिटी से मंजूरी लेना जरूरी है। कोर्ट ने बुधवार को कहा कि CRPC की धारा-197 (1) के तहत प्रावधान है कि सरकारी अधिकारियों और जजों के खिलाफ केस चलाने के लिए सरकार से मंजूरी लेनी होती है। यह प्रावधान अब प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) में भी लागू होता है। दरअसल, आंध्र प्रदेश के नौकरशाह बिभु प्रसाद आचार्य के खिलाफ ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए थे। जिसे 2019 में तेलंगाना हाईकोर्ट ने बिना सरकार की मंजूरी के केस चलाए जाने को लेकर खारिज कर दिए थे। इसके खिलाफ ED सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी, जहां बुधवार को जस्टिस अभय एस ओक और जस्टिस एजे मसीह की बेंच ने भी याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि PMLA का केस चलाने से पहले सरकार की मंजूरी लेने का प्रावधान ईमानदार और निष्ठावान अधिकारियों की रक्षा के लिए है। ED के अधिकारी पर 3 आरोप हाईकोर्ट में अधिकारी बोले- मैंने जो भी किया अपने अधिकार क्षेत्र में किया 2019 में यह मामला जब हाई कोर्ट पहुंचा था तब IAS अधिकारी बिभु की ओर से तर्क दिया गया कि उन्होंने जो भी एक्शन लिया वह अपने आधिकारिक क्षमता के अधीन लिया था। बिभु ने कोर्ट में कहा था कि उनपर केस चलाने से पहले CRPC की धारा-197 के तहत सरकार की कंपिटेंट अथॉरिटी से मंजूरी लेना जरूरी है। ED का हाईकोर्ट में तर्क- PMLA के लिए मंजूरी की जरूरत नहीं है इसके खिलाफ हाईकोर्ट ने ED में तर्क रखा था कि आरोपो में प्राइवेट लाभ के लिए आधिकारिक शक्ति का गलत प्रयोग हुआ है और ऐसे में सीआरपीसी की धारा-197 में जो प्रोटेक्शन दिया गया है वह यहां लागू नहीं होता है। ED ने कहा था कि PMLA एक स्पेशल एक्ट है। इस मामले में किसी भी मंजूरी की जरूरत नहीं है। तेलंगाना हाई कोर्ट ने दोनों तरफ की दलीलें सुनने के बाद बिभु के हक में फैसला सुनाया था। PMLA का मकसद मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना ब्लैक मनी को लीगल इनकम में बदलना ही मनी लॉन्ड्रिंग है। PMLA देश में 2005 में लागू किया गया। मकसद मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना और उससे जुटाई गई प्रॉपर्टी को जब्त करना है। PMLA के तहत दर्ज किए जाने वाले सभी अपराधों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) करता है। ED फाइनेंस मिनिस्ट्री के रेवेन्यू डिपार्टमेंट के तहत आने वाली स्पेशल ए
Dainik Bhaskar वक्फ के खिलाफ प्रोटेस्ट करने वालों से मिलेंगे जगदंबिका पाल:JPC के विपक्षी सांसद बोले- यह एकतरफा फैसला, अकेले जाना प्रोटोकॉल के खिलाफ
वक्फ संशोधन बिल को लेकर गठित हुई जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ऑफिशियल कर्नाटक दौरे पर हैं। वे हुबली और विजयपुरा में वक्फ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से आज मुलाकात करेंगे। पाल के अकेले दौरा करने पर JPC के विपक्षी सांसदों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि जगदंबिका पाल का अकेला जाना सही नहीं है। यह एकतरफा फैसला है। यह प्रोटोकॉल के खिलाफ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक विपक्षी सांसद ने कहा, 'ये दौरा आधिकारिक नहीं है और इसे समिति ने मंजूरी नहीं दी है। ये चेयरमैन का पर्सनल फैसला है। एक और सांसद ने कहा, 'हमें कुछ पता नहीं, ये आधिकारिक दौरा नहीं है तो फिर चेयरमैन किस हैसियत से जा रहे हैं? दरअसल, भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने 5 नवंबर को X पर लिखा- JPC के चेयरमैन मेरी अपील पर हुबली और विजयपुरा जाएंगे, जहां वो वक्फ से प्रभावित किसानों और उनके संगठनों से मिलेंगे। किसानों की शिकायतें JPC के सामने रखी जाएंगी। कर्नाटक में वक्फ के खिलाफ किसानों के प्रोटेस्ट की वजह, 3 पॉइंट कर्नाटक के विजयपुरा, कलबुर्गी, बीदर और शिवमोग्गा के कुछ किसानों की जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताकर नोटिस भेजे गए थे। इसके खिलाफ किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया, जिसे भाजपा ने भी सपोर्ट किया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक के वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान और जिला अधिकारियों के बीच एक बैठक के बाद, बिना किसी पूर्व सूचना के विजयपुरा में 44 संपत्तियों के लैंड रिकॉर्ड में वक्फ का नाम जोड़ा गया। विवाद बढ़ने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था उन्होंने अधिकारियों से नोटिस वापस लेने को कहा है, लेकिन भाजपा ने प्रदर्शन तेज किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर भूमि जिहाद के आरोप लगाए। जेपीसी के मेंबर्स 5 राज्यों का आधिकारिक दौरा भी करेंगे वक्फ बिल पर बनी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) अगले सप्ताह 5 राज्यों का दौरा करेगी। कमेटी 9 नवंबर को असम की राजधानी गुवाहाटी से अपना दौरा शुरू करेगी। इसके बाद 11 नवंबर को भुवनेश्वर (ओडिशा), 12 नवंबर को कोलकाता (पश्चिम बंगाल), 13 नवंबर को पटना (बिहार) और 14 नवंबर को लखनऊ (उत्तर प्रदेश) जाएगी। JPC के सदस्य इन पांच राज्यों की राजधानी में उनके अल्पसंख्यक मामलों के विभाग, कानून विभाग, अल्पसंख्यक आयोग और वक्फ बोर्ड के साथ बातचीत करेगी। वह बार काउंस
Dainik Bhaskar सुप्रिया बोलीं- पवार साहब राजनीति से कभी संन्यास नहीं लेंगे:वे खाते-सोते, सांस लेते समय भी पॉलिटिक्स करते हैं; अजित से हाथ नहीं मिलाएंगे
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-SCP के चीफ शरद पवार ने 5 नवंबर को राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए थे। इसके एक दिन बाद यानी बुधवार को उनकी बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा है कि शरद राजनीति से सन्यांस नहीं लेंगे। सुप्रियां ने 'द हिंदू' के एक इवेंट में कहा- शरद पवार खाते-सोते और सांस लेते समय भी राजनीति करते हैं। वे राजनीति के बीना नहीं जी सकते। राजनीति उनके लिए सबसे बड़ा टॉनिक है और वे इसे इन्जॉय करते हैं। पवार साहब ने कहा था कि वे चुनाव नहीं लड़ेगे, इसका मतलब है कि वो लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसका मतबल ये नहीं कि वे राजनीति छोड़ देंगे। सिर्फ अजित पवार चाहते थे कि वे रिटायर हो जाए। उधर, अजित पवार को महाविकास अघाड़ी में शामिल करने और शरद गुट के साथ मिलाने को लेकर सुप्रिया ने कहा- अजित के साथ सुलह का सवाल ही पैदा नहीं होता। विधानसभा चुनाव के बाद भी हम उनके साथ हाथ नहीं मिलाएंगे। सुप्रिया बोलीं- जो हमारे साथ हुआ, वह किसी के साथ न हो शरद पवार ने कहा था- कहीं तो रुकना पड़ेगा 84 साल के शरद पवार ने बारामती में 5 नवंबर को कहा, 'कहीं तो रुकना ही पड़ेगा। मुझे अब चुनाव नहीं लड़ना है। अब नए लोगों को आगे आना चाहिए। मैंने अभी तक 14 बार चुनाव लड़ा है। अब मुझे सत्ता नहीं चाहिए। मैं समाज के लिए काम करना चाहता हूं। विचार करूंगा कि राज्यसभा जाना है या नहीं।' महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण पर एक नजर... लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 सीटों पर सिमटी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव से NDA को 41 जबकि 2014 में 42 सीटें मिली थीं। लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा को नुकसान का अनुमान महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी अगर लोकसभा चुनाव जैसा ट्रेंड रहा तो भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमटकर रह जाएगी। वहीं, विपक्षी गठबंधन के सर्वे में MVA को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी है। विधानसभा चुनाव- 2019 ................................... महारा
Dainik Bhaskar साक्षी मलिक बोलीं- बृजभूषण से फिर मिल रही धमकी:पीएम मोदी से मांगी मदद, कहा- हमारी कुश्ती को बचा लीजिए
रेसलर साक्षी मलिक को फिर जान से मारने की धमकी मिल रही है। साक्षी ने बुधवार की शाम वीडियो जारी कर दावा किया कि पिछले कुछ दिनों से बृजभूषण शरण सिंह से जुड़े लोगों की उनके पास धमकियां आ रही हैं। कहा जा रहा है कि आप नॉदर्न रेलवे में बच्चों की भर्तियां देखती हो। आप पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाएंगे। साक्षी ने रेसलिंग का भविष्य बचाने के लिए पीएम मोदी से गुहार लगाई। कहा- सर, मुझे उन धमकियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरा आपसे निवेदन है कि आप हमारी कुश्ती को बचाएं। कोर्ट के आदेश के बावजूद काम कर रही फेडरेशन साक्षी मलिक ने आगे कहा- कोर्ट के आदेश के बावजूद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI )देश में कुश्ती खेल का कामकाज देख रही है। साथ ही उन्हें यह भी कहा- उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने की धमकी दी गई है। फेडरेशन नहीं मानता बात: साक्षी मलिक साक्षी ने कहा- प्रधानमंत्री जी और खेल मंत्री जी नमस्कार...। पिछले साल रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव हुए, उससे अगले ही दिन बृजभूषण की दादा गिरी और दबदबे को आपने और पूरे देश ने देखा। जिससे दुखी होकर और परेशान होकर मुझे कुश्ती को त्यागना पड़ा। इसके बाद सरकार ने फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया। हालांकि फेडरेशन ने फिर से काम करना शुरू कर दिया। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि सरकार द्वारा बैन लगाने के बाद फेडरेशन कैसे काम देख सकती है। हाईकोर्ट ने रोक लगाई। डब्ल्यूएफआई ने एक भी आदेश नहीं माना। जब कोर्ट ने दोबारा फटकार लगाई तो फिर फेडरेशन ने बच्चों को आगे कर दिया। साक्षी ने कहा- मैं उन बच्चों की मजबूरी समझ सकती हूं। उनके आगे पूरा करियर है और वह करियर फेडरेशन के हाथों में है। सर (पीएम) अगर आपको लगता है कि बृजभूषण के दबदबे वाली फेडरेशन के हाथों में बच्चियों का भविष्य सुरक्षित है तो आप सस्पेंशन हटा दीजिए। नहीं तो इसका परमानेंट इलाज ढूंढिए। अब पढ़िए वो आरोप, जो साक्षी ने बृजभूषण पर पहले लगाए थे ---------------------------------------------- ये भी पढ़ें: मौलवी से राम-राम सुनकर चौंक गए योगी, सुनाई कहानी:बोले- जिन्हें बजरंगबली पसंद नहीं, उन्हें जो पसंद है, वहां जाएं... सीएम योगी ने महाराष्ट्र में चुनावी रैली में कश्मीर के एक मौलवी की कहानी सुनाई। कहा- मैं चुनाव के वक्त कश्मीर गया था। मौसम खराब था तो एयरपोर्ट के अंदर गया। वहां एक मौलवी मिले। उन्होंने कहा, राम-राम। मुझे कुछ समझ न
Dainik Bhaskar बुलडोजर लेकर रातों-रात घर नहीं तोड़ सकते:सुप्रीम कोर्ट की यूपी सरकार को फटकार, कहा- 25 लाख रुपए मुआवजा दो
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन को लेकर यूपी सरकार को फटकार लगाई है। बुधवार को एक मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा- यह मनमानी है। आप बुलडोजर लेकर रातों-रात घर नहीं तोड़ सकते हैं। आप परिवार को घर खाली करने का समय नहीं देते। घर के सामान का क्या? उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए? चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- आप इस तरह से लोगों के घरों को कैसे ध्वस्त करना शुरू कर सकते हैं? किसी के घर में घुसकर बिना किसी नोटिस के उसे ध्वस्त करना, यह अराजकता है। कोर्ट ने आगे कहा कि आप केवल ढोल बजाकर लोगों को घर खाली करने और उन्हें गिराने के लिए नहीं कह सकते। कोर्ट ने सरकार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश दिया। दरअसल, यह पूरा मामला 2019 का है। जब महाराजगंज जिले में प्रशासन ने सड़क चौड़ीकरण के लिए कई घरों पर बुलडोजर चलाया था। याचिकाकर्ता के वकील ने इस मुद्दे की जांच की मांग की थी। कोर्ट ने आदेश में यह भी कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिए। क्योंकि कोई भी दस्तावेज नहीं प्रस्तुत किया गया है, जो NHAI की मूल चौड़ाई और अतिक्रमण को दर्शाता हो। 2020 में दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया था स्वत: संज्ञान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने 2020 में दायर याचिका पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। इस याचिका को मनोज टिबरेवाल ने दाखिल किया था। महाराजगंज में अतिक्रमण के नाम पर उनका मकान भी 2019 में ध्वस्त कर दिया गया था। सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने कोर्ट में कहा- याचिकाकर्ता ने 3.7 वर्ग मीटर का अतिक्रमण किया था। सरकार के इस तर्क पर सवाल करते हुए कोर्ट ने कहा- आप लोगों के घरों को इस तरह पूरा कैसे तोड़ सकते हैं? किसी के घर में घुसकर बिना नोटिस के उसे गिरा देना गैरकानूनी है। 123 घर और अन्य निर्माणों पर भी चला था बुलडोजर सुनवाई के दौरान कोर्ट को याचिकाकर्ता के वकील ने बताया- आसपास के 123 अन्य मकान/ निर्माण भी ध्वस्त किए गए। वहां प्रशासन ने लोगों को सिर्फ सार्वजनिक अनाउंसमेंट करके सूचना दी। इस पर कोर्ट ने अंचभा जताते हुए कहा कि यह विध्वंस पूरी तरह से मनमाना था। नियमों के बिना किया गया। 3.7 मीटर के हिस्से पर प्रशासन ने खींची थी पीली लकीर याचिकाकर्ता के मुताबिक, NHAI और जिला प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के उनके घर
Dainik Bhaskar दिल्ली में यमुना किनारे नहीं होगी छठ पूजा:हाईकोर्ट ने याचिका खारिज की, कहा- पानी बहुत ज्यादा प्रदूषित, इससे लोगों की सेहत बिगड़ेगी
दिल्ली हाईकोर्ट ने यमुना तटों में छठ पूजा मनाने की परमिशन देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने बुधवार को कहा कि नदी का पानी बहुत प्रदूषित है। इसमें पर्व मनाने से लोगों की सेहत बिगड़ सकती है। चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की बेंच ने कहा कि दिल्ली में 1000 जगहों पर छठ मनाने के इंतजाम किए गए हैं, वहां जाकर लोग पर्व मना सकते हैं। याचिका पूर्वांचल नव निर्माण संस्थान ने दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि छठ पूजा पर लगा बैन हटाना चाहिए। दरअसल, दिल्ली में यमुना नदी में कालिंदी कुंज समेत कई जगहों पर झाग दिखाई दे रहा है। छठ पूजा के लिए लोग यमुना के जहरीले पानी में न जाएं, इसलिए यहां छठ पूजा करने पर बैन लगाया गया है। हाईकोर्ट बोला- हमारे दिमाग साफ नहीं, इसलिए यमुना भी प्रदूषित सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा है कि यमुना में डुबकी लगाने से लोगों की तबियत खराब हुई है। यहां तक कि उन्हें अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ गया है। ऐसे में इस याचिका पर किसी भी तरह का आदेश देने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। कोर्ट ने यमुना के बढ़ते प्रदूषण पर भी चिंता जताई और कहा- हम नदी में सीवेज छोड़ना को जारी नहीं रख सकते। यह इंडस्ट्रियल सीवेज नहीं है, ह्यूमन सीवेज है। नदी के किनारे अवैध कालोनियां बनाई गई हैं। इनका अनट्रीटेड सीवेज नदी में जा रहा है। जब याचिकाकर्ता ने कहा कि बैन लगाने की जगह यमुना को साफ किया जा सकता है, ताे बेंच ने कहा- 'हम अपने दिमाग साफ नहीं कर रहे हैं। अगर इसे साफ कर सकते हैं तो यमुना को भी जल्दी साफ कर सकते हैं। हम सभी इस पर सहमत हैं कि हमें यमुना को साफ करना है लेकिन यह हमारी प्राथमिकता में नहीं है।' कोर्ट ने राजनेताओं को भी आड़े हाथों लिया सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने कहा कि नदी में मौजूद प्रदूषण को हटाया भी जा सकता है। इस पर कोर्ट ने कहा कि यह काम रातोंरात संभव नहीं है। कोर्ट ने इस दौरान उस याचिका का भी जिक्र किया जिसमें 241 झुग्गीवासियों को यमुना के बाढ़ क्षेत्र से हटाने की बात कही गई है। कोर्ट ने कहा कि इन झुग्गी वालों का सीवेज यमुना को प्रदूषित कर रहा है। मगर उन्हें हटाने के बजाय सभी राजनेता वहां जाएंगे और लंबे-लंबे भाषण देंगे। क्योंकि अगर वे हट गए तो चुनाव लड़ने का मुद्दा नहीं बचेगा। 5 नवंबर से शुरू हुआ छठ पर्व महाव्रत छठ पूजा मंगलवार 5 नवंबर से शुरू हो चुक है
Dainik Bhaskar हायर एजुकेशन के लोन पर 75% क्रेडिट गारंटी मिलेगी:पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को कैबिनेट की मंजूरी, 860 संस्थानों के 22 लाख छात्रों को फायदा
नई दिल्ली में हुई मोदी कैबिनेट की बैठक में बुधवार को पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दे दी गई। इसमें हायर एजुकेशन के लिए 7.5 लाख रुपए तक का लोन पर भारत सरकार द्वारा 75% क्रेडिट गारंटी देगी। 8 लाख रुपए सालाना आय वाले परिवार के बच्चों को 10 लाख रुपए तक के लोन पर 3% ब्याज अनुदान भी दिया जाएगा। 4.5 लाख रुपए तक की सालाना आय वाले छात्रों को पहले से पूर्ण ब्याज अनुदान मिल रहा है। इस योजना दायरे में देश के प्रमुख 860 हायर एजुकेशन सेंटर्स के 22 लाख से अधिक छात्र आएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कहा गया- इस योजना का उद्देश्य मेधावी छात्रों को सहायता प्रदान करना है, ताकि उनकी पढ़ाई में पैसा बाधा न बने। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 से निकली है। अब जानिए पिछली कैबिनेट बैठकों के फैसले 24 अक्टूबर: स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप पर 1,000 करोड़ खर्च करेगी सरकार भारत सरकार स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसे पांच में खर्च किया जाएगा। 2025-26 में 150 करोड़, 2026-27, 2027-28 और 2028-29 में 250-250 करोड़, 2029-30 में 100 करोड़ खर्च होंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव ने यह जानकारी कैबिनेट की बैठक के बाद दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक की अध्यक्षता की। आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने इस दौरान रेल मंत्रालय के 6,798 करोड़ रुपए के दो प्रोजेक्ट को पास किया। इसमें नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढी-मुजफ्फरपुर खंड में 256 किलोमीटर की रेल लाइन को डबल किया जाएगा। वहीं अमरावती होते हुए एर्रुपलेम और नंबुरु के बीच 57 किमी की नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। यह आंध्र प्रदेश के एनटीआर विजयवाड़ा और गुंटूर जिलों और तेलंगाना के खम्मम जिले से होकर गुजरेगी। बिहार में होने वाले दोहरीकरण से नेपाल, पूर्वोत्तर भारत तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी। मालगाड़ियों के साथ-साथ यात्री ट्रेनों की आवाजाही में सुविधा होगी। दोनों योजनाएं तीन राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और बिहार के 8 जिलों को कवर करेंगी। पूरी खबर पढ़ें... 9 अक्टूबर: दिसंबर 2028 तक गरीबों को मुफ्त अनाज केंद्रीय कैबिनेट की 9 अक्टूबर को हुई बैठक में राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में 4406 करोड़ रुपए के निवेश से 2280 KM सड़क निर्
Dainik Bhaskar नागपुर में राहुल बोले-RSS संविधान पर सीधा हमला नहीं करता:वह विकास-प्रगति जैसे शब्दों के पीछे छिपता है, सामने से लड़े तो 5 मिनट में हारेगा
राहुल गांधी ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया, वह केवल एक किताब नहीं है, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। RSS और भाजपा के लोग जब संविधान पर हमला करते हैं, तब वे देश की आवाज पर हमला कर रहे होते हैं। राहुल बुधवार (6 नवंबर) को नागपुर में संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि RSS संविधान पर सीधा हमला नहीं कर सकता। अगर वो इसके खिलाफ आगे आकर लड़े, तो 5 मिनट में हार जाएगा। राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि RSS और BJP विकास, प्रगति और अर्थव्यवस्था, जैसे शब्दों के पीछे छिपकर हमला करने आते हैं। राहुल के बयान की बड़ी बातें... जाति जनगणना पर कहा- ये होगी तो अन्याय सामने आएगा राहुल गांधी ने कहा- "देश में जाति जनगणना होगी और इससे दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय का पता चलेगा। जाति जनगणना से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सभी को पता चल जाएगा कि उनके पास कितनी शक्ति है और हमारी भूमिका क्या है। जाति जनगणना विकास का प्रतिमान है। उन्होंने कहा कि हम 50% (आरक्षण सीमा) की दीवार भी तोड़ देंगे।" राहुल बोले- हमें देश को बताना होगा कि हम देश में हाशिए पर पड़े 90% लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लड़ रहे हैं।
Dainik Bhaskar भागवत बोले-भारत को दबाने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी:चित्रकूट में कहा-देश में धर्म-अधर्म की लड़ाई चल रही; सबको धारण करने वाला राम चाहिए
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने कहा है कि यह विश्व हमारे ऋषि-मुनियों को हुई सत्य की अनुभूति का परिणाम है। राष्ट्र की नींव में भी सनातन धर्म का वही मूल है, जिसमें सभी को धारण करने की क्षमता है। आज देश में धर्म-अधर्म की लड़ाई चल रही है। स्वार्थ का दैत्य भारत को दबाने की कोशिश में है, लेकिन उनकी कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी, क्योंकि सत्य कभी दबता नहीं है। ये बात भागवत ने चित्रकूट में आयोजित मानस मर्मज्ञ बैकुंठवासी पंडित रामकिंकर उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह में कही। कार्यक्रम में राष्ट्रीय संत मुरारी बापू समेत सहित कई संत, महंत और कथावाचक भी मौजूद रहे। भागवत बोले- अब अपने देश को ठीक करना है भागवत ने कहा कि अब अपने देश को ठीक करना है। धर्म-अधर्म की लड़ाई चल रही है। हम ईश्वर प्रदत्त अपना कर्तव्य अपना निभाएं, ये अपेक्षा है। यानी धर्म के पक्ष में खड़े हो जाएं, लेकिन ये होना है तो आचरण आना चाहिए। एक तरफ स्वार्थ का दैत्य उभरते भारत को दबाने का यानी सत्य को दबाने का प्रयास कर रहा है। इसमें वो कभी सफल नहीं होंगे। भागवत ने कहा कि सत्य कभी दबता नहीं है। हमारी हस्ती इसलिए भी नहीं मिटती, क्योंकि उस हस्ती को हमारी ऋषि-संतों की परंपरा, ईश्वर निष्ठों की मंडली का आशीर्वाद प्राप्त है। संघ प्रमुख ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया को प्रदान करना हिन्दू समाज और भारत का कर्तव्य है। भारत, हिन्दू और सनातन धर्म एकाकार हैं। सनातन धर्म को जन-जन के आचरण में लाना है, भोग के वातावरण में त्याग का संदेश देना है। रूप-रंग, पूजा पद्धति अलग, फिर भी हम एक हैं संघ प्रमुख ने कहा- रूप-रंग और पूजा पद्धति में विविधता के बाद भी हम एक हैं। ऋषि-मुनियों को लगा कि हमें जो शाश्वत सत्य मिला वो सब को देना चाहिए तो बड़े परिश्रम के बाद राष्ट्र बना। हमारा राष्ट्र विश्व को धर्म देने के लिए बना, लेकिन धर्म ऐसे दिया नहीं जा सकता। धर्म की जानकारी से धर्म प्राप्त नहीं होता। धर्म के आचरण से धर्म प्राप्त होता है। महाभारत यह बताती है कि दुनिया कैसी है और रामायण यह बताती है कि उस दुनिया में हमें कैसे रहना है। जो भगवान की इच्छा होती है वही होता है। वो बिना आवाज की लाठी है। भगवान की इच्छा है तो भारत का उत्थान हो रहा है। मंदिर भी अयोध्या में बना, बिना संसाधनों के संघ भी खड़ा हुआ। भगवान की भी इच्छा को पूरी करने के लिए पुरुषा
Dainik Bhaskar केरल में महिला कांग्रेस नेताओं के कमरों में छापेमारी:पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया, कहा - भाजपा नेताओं की तलाशी नहीं हुई
केरल उपचुनाव से पहले पुलिस ने मंगलवार देर रात महिला कांग्रेस नेताओं के कमरों में छापेमारी की है। चुनावी प्रचार के लिए पलक्कड़ आईं कांग्रेस नेता बिंदु कष्णा और शनिमोल उस्मान एक होटल में ठहरी थीं। इस दौरान पुलिस ने उनके कमरों मे तलाशी की। पुलिस को शक है कि चुनावी प्रचार में काले धन के इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि जांच में पुलिस को कुछ नहीं मिला है। इस छापेमारी का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को इसके विरोध में पुलिस चीफ के ऑफिस के बाहर विरोध मार्च निकाला है। उन्होंने होटल के CCTV फुटेज के जांच की मांग की है। कांग्रेस का आरोप- भाजपा नेताओं के कमरों की तलाशी नहीं ली गई कांग्रेस ने आरोप लगाया कि होटल में भाजपा नेता भी मौजूद थे, लेकिन पुलिस ने उनकी तलाशी नहीं ली। उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान भाजपा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी (CPIM) के नेता होटल पहुंच गए थे। इससे पता चलता है कि दोनों पार्टियों के बीच संबंध है। पुलिस ने कहा - सभी पार्टी के नेताओं के कमरों की जांच की पुलिस ने बताया कि होटल के 12 कमरों की तलाशी ली गई है। यह एक रूटीन जांच थी, जिसमें सभी पार्टी के नेताओं के कमरों की जांच हुई है। केरल उपचुनावों के दौरान गड़बड़ी को रोकने के लिए होटलों और लॉज में तलाशी चल रही है। इस दौरान कांग्रेस नेता वीडी सतीसन ने कहा कि यह भाजपा और CPIM पार्टी की साजिश है। पुलिस ने महिला नेताओं का अपमान किया है। उपचुनावों की तारीख बदली इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख बदल गई है। चुनाव आयोग ने बताया था कि तीनों राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर अब 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 23 नवंबर को ही आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश की 9, पंजाब की 4 और केरल की 1 विधानसभा सीटों पर अब 20 नवंबर को वोटिंग होगी। तारीखों में बदलाव भाजपा, कांग्रेस, RLD और बसपा की मांग पर की गई है। इन पार्टियों का कहना था कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और गुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व है। वहीं, केरल में 13 से 15 नवंबर तक कलपाथि रास्थोलसेवम मनाया जाएगा। इससे वोटिंग पर असर पड़ता। 20 नवंबर को ही महाराष्ट्र विधानसभा की 288 और झारखंड की 38 सीटों पर चुनाव होंगे। इसके अलावा महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा और उत्तराखं
Dainik Bhaskar "संघ डंडा लेकर संतों की रक्षा करे":चित्रकूट में बोले मोहन भागवत- हमें शस्त्रों की आवश्यकता, साथ में राम जैसे विचार भी हों
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत रामकिंकर शताब्दी समारोह के लिए दो दिवसीय दौरे पर चित्रकूट पहुंचे हुए हैं। वो कार्यक्रम के दूसरे दिन राममनोहर लोहिया सभागार पहुंचे। जहां स्वयंसेवक संघ (RSS) का विशेष वर्ग शुरू हुआ। कार्यक्रम में मोहन भागवत ने अपने संबोधन में सनातन धर्म की रक्षा के प्रति समर्पण की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राम किंकर जी के विचारों को अपनाना आज के समय की आवश्यकता है। संतों के कार्य में कोई बाधा न आए, इसलिए संघ का कार्य है कि द्वार पर डंडा लेकर संतों की सेवा में तत्पर रहें। यह चित्रकूट सभी कूटों में महान है- मुरारी बापू बता दें, इस कार्यक्रम में उनके साथ मंच पर संत उत्तम स्वामी महाराज, मुरारी बापू, मैथिलीशरण महाराज और चिदानंद महाराज भी मौजूद रहे। इन सभी महान संतों ने अपने-अपने विचार रखे। मुरारी बापू ने कहा, "यह चित्रकूट सभी कूटों में महान है।" कुछ ताकतें भारत को दबाने का प्रयास कर रही- मोहन भागवत मोहन भागवत ने आगे कहा कि वर्तमान में कुछ ताकतें भारत को दबाने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन सत्य कभी दबता नहीं। भागवत बोले, सत्य का समय आता है तो वह सर चढ़कर बोलता है। उन्होंने कहा, हमें शस्त्रों की आवश्यकता है। साथ ही धारण करने वाले में राम जैसे विचार भी होने चाहिए। संघ प्रमुख के प्रवचन के दौरान उन्होंने हंसी-मजाक में कहा कि संतों के दिव्य विचार सुनने के बाद उनकी बात कड़वे चूर्ण की तरह हैं पर इसी से जीवन में सुधार आता है। सनातनियों को अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर कहा, अयोध्या सबकी है। अगर यह मंदिर सनातन धर्म का है, तो यह सभी सनातनियों का है। सभी सनातनियों को अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए। संत और संघ में बहुत अधिक अंतर नहीं है। उन्होंने इसे इस प्रकार से स्पष्ट किया कि "संत मंदिर के भीतर रहकर पूजा करते हैं, जबकि संघ के कार्यकर्ता बाहर रहकर उनकी सुरक्षा में लगे रहते हैं। कर्तव्य पथ पर डटे रहिए और सत्य के लिए कार्य करते रहिए सनातन धर्म को मानने वाले न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी इसकी महिमा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। अपने भाषण में भागवत ने रामकिंकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बताया, रामकिंकर जी ने संपूर्ण जीवन राम और स
Dainik Bhaskar ऑक्सीजन सपोर्ट पर भी गुनगुनाती रहीं शारदा सिन्हा, VIDEO:अस्पताल के बेड पर गाती दिखीं- सैयां निकस गए, मैं ना लड़ी थी...
अपने छठ गीतों से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली बिहार कोकिला शारदा सिन्हा अब हमारे बीच नहीं हैं। 72 साल की शारदा सिन्हा का मंगलवार रात दिल्ली एम्स में निधन हो गया। इस बीच उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे ऑक्सीजन सपोर्ट में भी अस्पताल के बेड पर बैठकर 'सैयां निकस गए,मैं ना लड़ी थी' गीत गुनगुना रही हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उस वक्त का है, जब शारदा सिन्हा दिल्ली एम्स में भर्ती थीं। संगीत प्रेमियों के लिए यह वीडियो भावुक कर देने वाला है, जहां वह अपनी अंतिम घड़ी में भी संगीत से जुड़ी रहीं। छठ से ठीक पहले बेटे से गाना रिलीज करवाया शारदा सिन्हा का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें वे अपनी आखिरी गीत, "दुखवा मिटाईं छठी मइया....रउए आसरा हमार...सबके पुरवेली मनसा...हमरो सुनलीं पुकार" की शूटिंग करते नजर आ रही हैं। एक निजी चैनल से बात करते हुए उनके बेटे अंशुमान ने बताया कि 'मां और छठ एक दूसरे के पर्याय हैं। छठ उनके दिल के बेहद करीब है। इसलिए वो हर साल कुछ ना कुछ अपने दर्शकों के लिए जरूर लाती हैं। इस बार भी उन्होंने ICU से नया गाना रिलीज करने के लिए कहा था। मां ने कहा, 'मैं रहूं ना रहूं, लेकिन ये गीत मेरा अंतिम उपहार रहेगा। इस ऑडियो को रिलीज कर दो।' कल पटना में होगा शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना के राजेन्द्र नगर स्थित आवास पर रखा गया है। सीएम नीतीश कुमार ने घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कल (गुरुवार) को उनका अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। ब्लड इंफेक्शन से हुई मौत दिल्ली AIIMS ने बताया कि सेप्टिसीमिया की वजह से शारदा सिन्हा को रिफ्रैक्टरी शॉक हुआ और इससे उनकी मृत्यु हो गई। सेप्टिसीमिया से मतलब यह है कि शरीर के खून में बैक्टीरिया असर करने लगता है, जिससे गंभीर संक्रमण होता है। सीधे शब्दों में कहें तो शरीर का खून दूषित हो जाता है 26 अक्टूबर को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था। 3 नवंबर को हालत में सुधार होने पर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया। लेकिन 4 नवंबर की शाम उनका ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा, इ
Dainik Bhaskar नागौर में वायुसेना के हेलिकॉप्टर की खेत में इमरजेंसी लैंडिंग:तकनीकी खामी के चलते नीचे उतारा, 4 घंटे बाद भरी उड़ान
भारतीय वायुसेना के रूद्र हेलिकॉप्टर की नागौर के मेड़ता में इमरजेंसी लैंडिंग की गई। बताया जा रहा है कि तकनीकी खामी आने के कारण इसे जसनगर के खेत में लैंड कराया गया। तकनीकी खामी को दूर करने के बाद हेलिकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी। दरअसल, वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर जोधपुर से जयपुर की तरफ जा रहे थे। इस दौरान एक रुद्र हेलिकॉप्टर में पायलट को हेलिकॉप्टर में कुछ गड़बड़ी दिखी, इसलिए सावधानी रखते हुए उसे लैंड कराना पड़ा। मेड़ता डीएसपी रामकरण मलिंदा ने बताया- एक्सपर्ट की टीम पहुंची। जहां तकनीकी खामी ठीक होने के बाद हेलिकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी। स्थानीय लोगों के मुताबिक सुबह दो हेलिकॉप्टर दिखाई दिए थे। कुछ देर बाद सवा 10 बजे एक हेलिकॉप्टर कस्बे के पास ही एक खेत में उतर गया। मेड़ता सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। साथ ही इंडियन एयरफोर्स की एक्सपर्ट टीम भी मौके पर पहुंचकर हेलिकॉप्टरमें आई तकनीकी खराबी दूर किया। इसके बाद दोपहर 2:15 बजे हेलिकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी। रुद्र की रफ्तार अधिकतम 268 किमी प्रतिघंटा है और रेंज 550 किलोमीटर है। यह हेलीकॉप्टर लगातार 3 घंटे 10 मिनट की उड़ान भर सकता है। अधिकतम 6500 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसमें 20 mm की गन होती है, जो हवा से हवा में और हवा से जमीन पर हमला कर सकती है। इसके अलावा इसमें चार हार्डप्वाइंट्स होते हैं, जिनमें रॉकेट्स, मिसाइल और बम एक साथ लगाए जा सकते हैं। पहली बार 1999 करगिल युद्ध में इस हेलीकॉप्टर कमी महसूस हुई लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर ध्रुव हेलीकॉप्टर का विकसित रूप है। पहली बार इसकी 199 कारगिल युद्ध के दौरान इसकी कमी महसूस हुई थी। हालांकि, तब इसके विकसित रूप पर काम चल रहा था। सियाचिन हो, रेगिस्तान हो, जंगल हो, या फिर 13-15 हजार फीट ऊंचे हिमालय के पहाड़ हों, इस हेलीकॉप्टर ने ट्रायल्स के दौरान भारत के हर तरह के इलाकों में उड़ान भरने की क्षमता को प्रदर्शित किया था। इस हेलिकॉप्टर में लगे अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम से दुश्मन न तो छिप सकता है, न ही इस पर हमला कर सकता है, क्योंकि ये सिस्टम इस हेलिकॉप्टर को मिसाइल का टारगेट बनते ही सूचना दे देते हैं। इसके अलावा राडार एंड लेजर वॉर्निंग सिस्टम लगा है। साथ ही शाफ और फ्लेयर डिस्पेंसर भी हैं, ताकि दुश्मन के मिसाइल और रॉकेटों को हवा में ध्वस्त किया जा सके।
Dainik Bhaskar हरदोई में भीषण सड़क हादसा, 10 की मौत:डीसीएम ने ऑटो को रौंदा; सड़क पर बिखरी लाशें
हरदोई में डीसीएम (ट्रक) ने ऑटो को रौंद दिया। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। 5 गंभीर हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वाले में 6 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं। टक्कर इतनी तेज थी कि ऑटो उछलकर दूर गिरा। पूरी छत उड़ गई। अंदर बैठी सवारियां बाहर गिरीं। सड़क पर लाशें बिखर गईं।हादसा बुधवार सुबह बिलग्राम थाना के रोशनपुर गांव के पास हुआ। पुलिस का कहना है कि ऑटो बिलग्राम की तरफ जा रहा था। अचानक बेकाबू होकर सड़क पर पटल गया, तभी डीसीएम ने ऑटो को रौंद दिया है। हादसे की तस्वीरें... खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है...
Dainik Bhaskar JK विधानसभा में 370 बहाली का प्रस्ताव पास:बीजेपी विधायकों का वेल में हंगामा, दस्तावेज की कॉपी फाड़ीं
जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने राज्य के स्पेशल स्टेटस (अनुच्छेद 370) को फिर से बहाल करने का प्रस्ताव पास किया है। बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया। प्रस्ताव की कॉपियां फाड़ दीं और वेल में जाकर नारेबाजी की। बेंच पर चढ़कर हंगामा करते रहे, जिसके चलते सदन की कार्यवाही एक घंटे से ज्यादा समय के लिए स्थगित रही। प्रस्ताव में लिखा- सरकार जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेटस पर बात करे विधानसभा का सत्र शुरू होते ही डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने यह प्रस्ताव रखा। इसमें कहा गया, ‘राज्य के स्पेशल स्टेटस और संवैधानिक गारंटियां महत्वपूर्ण हैं। यह जम्मू-कश्मीर की पहचान, कल्चर और लोगों के अधिकारों की सुरक्षा करता है। विधानसभा इसे एक तरफा हटाने पर चिंता व्यक्त करती है। भारत सरकार राज्य के स्पेशल स्टेटस को लेकर यहां के प्रतिनिधियों से बात करे। इसकी संवैधानिक बहाली पर काम किया जाए। विधानसभा इस बात पर जोर देती है कि यह बहाली नेशनल यूनिटी और जम्मू-कश्मीर के लोगों की इच्छाओं, दोनों को ध्यान में रख कर की जाए।' निर्दलीय विधायक शेख खुर्शीद और शब्बीर कुल्ले, पीसी प्रमुख सज्जाद लोन और पीडीपी विधायकों ने इसका समर्थन किया। BJP का आरोप- स्पीकर ने खुद ही ड्राफ्ट बनाया जम्मू विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा समेत भाजपा के सभी विधायकों ने प्रस्ताव का विरोध किया। शर्मा ने कहा कि उनके पास जानकारी है कि स्पीकर ने मंगलवार (5 नवंबर) को मंत्रियों की बैठक बुलाई थी और खुद ही प्रस्ताव तैयार किया। वे इस दौरान स्पीकर हाय-हाय और पाकिस्तानी एजेंडा नहीं चलेगा जैसे नारे लगाते रहे। शर्मा ने यह भी पूछा कि जब LG के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी तो प्रस्ताव कैसे लाया गया? उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव उन्हें मंजूर नहीं है। इसके बाद उन्होंने इसकी कॉपी फाड़कर वेल में फेंक दी। हंगामे के बीच विधानसभा स्पीकर अब्दुर रहीम राथर ने प्रस्ताव पर वोटिंग कराई। जिसके बाद प्रस्ताव बहुमत से पास कर दिया गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मेनिफेस्टो में किया था वादा केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेटस को खत्म कर दिया था। इस दौरान इसे दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने मेनिफेस्टो में इसकी बहाली के प्रयास करने का वादा किया था। प्रस्ताव पास होने के