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Dainik Bhaskar अकबरुद्दीन ओवैसी ने फिर किया '15 मिनट' का जिक्र:2012 में कहा था- 15 मिनट के लिए पुलिस हटा लो, पता चल जाएगा ताकतवर कौन

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी मंगलवार को संभाजीनगर में चुनाव कर रहे थे। इस दौरान अकबरुद्दीन ने कहा- "कैंपेनिंग का टाइम है 10 बजे, अभी 9:45 बजे हैं, अभी 15 मिनट बाकी हैं..." चुनावी सभा में आए लोगों से अकबरुद्दीन ने कहा, "अरे भाई 15 मिनट बाकी है, सब्र करिए, न वो मेरा पीछा छोड़ रही है न मैं उसका पीछा छोड़ रहा हूं। चल रही है मगर क्या गूंज है।" औवेसी के इस विवादित बयान को 12 साल पहले दिए गए भाषण से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, 2012 में भी अकबरुद्दीन ने 15 मिनट वाला भड़काऊ बयान दिया था। तब कहा था- देश से 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो तो पता चल जाएगा कौन ताकतवर है। अकबरुद्दीन ने पार्टियों की गारंटी पर उठाए सवाल अकबरुद्दीन ने अपनी स्पीच में महाराष्ट्र के प्रमुख नेताओं को चुनौती दी और पूछा कि क्या शरद पवार, अजित पवार, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे जैसे नेता चुनाव के बाद उनकी वफादारी की गारंटी दे सकते हैं। उन्होंने पूछा, "क्या शरद पवार यह आश्वासन देंगे कि वे चुनाव के बाद पीएम मोदी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे? औवेसी बोले- क्या अजित पवार वोटों की गिनती के बाद शरद पवार के पास वापस न लौटने का वादा कर सकते हैं? क्या उद्धव ठाकरे यह गारंटी देंगे कि वे भाजपा में फिर से शामिल नहीं होंगे? और, क्या एकनाथ शिंदे चुनाव के बाद ठाकरे गुट से दूर रहने की कसम खा सकते हैं?" विवादित बयान दिया तो जेल भी गए, लेकिन बरी हो गए 2012 में तेलंगाना के चंद्रयानगुट्‌टा से विधायक अकबरुद्दीन ने कहा था- हिंदुस्तान हम 25 करोड़ हैं, तुम 100 करोड़ हो न, ठीक है तुम तो हमसे इतने ज्यादा हो, 15 मिनट के लिए पुलिस को हटा लो हम बता देंगे कि किसमें हिम्मत है और कौन ताकतवर है। अकबरुद्दीन पर इस बयान की वजह से केस भी दर्ज हुआ था। वे जेल भी गए थे, लेकिन बाद में कोर्ट ने उन्हें संदेह के आधार पर बरी कर दिया था। लोकसभा सांसद असदुद्दीन औवेसी के भाई हैं अकबरुद्दीन अकबरुद्दीन औवेसी AIMIM चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन औवेसी के छोटे भाई हैं। वे तेलंगाना के चंद्रयानगुट्टा से छह बार के विधायक हैं। उनकी पार्टी महाराष्ट्र में 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिसके प्रचार के लिए दोनों भाई फिलहाल महाराष्ट्र में ही हैं। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 44 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में शहीद जवान का अंतिम संस्कार आज:आगर मालवा लाया गया पार्थिव शरीर; रास्ते में फूल बरसाकर लोगों ने दी श्रद्धांजलि

आगर जिले के सैन्य जवान बद्रीलाल यादव (32) जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सड़क हादसे में शहीद हो गए। उनका एक साथी जवान घायल हुआ है। मंगलवार को उनका शव इंदौर एयरपोर्ट लाया गया। यहां से सड़क मार्ग से शव को पैतृक गांव नरवल लाया जा रहा है। पूरे रास्ते शहीद को लोगों ने फूल बरसाकर श्रद्धांजलि दी। गांव लाए जाने के बाद पहले अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद की श्रद्धांजलि देने राज्य मंत्री गौतम टेटवाल भी आगर पहुंचे हैं। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जगह-जगह पुष्प वर्षा के लिए मंच बनाए गए हैं। शहीद के चाचा और रिटायर्ड फौजी निर्भय सिंह यादव ने दैनिक भास्कर को बताया कि ‘बद्रीलाल 63वीं राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिकल इंजीनियर (EME) विभाग में नायक पद पर थे। सोमवार रात को पेट्रोलिंग करने के दौरान यूनिट की एक गाड़ी खराब हो गई। बद्रीलाल और जयप्रकाश खराब गाड़ी को टोचन की मदद से यूनिट ला रहे थे। तभी हादसा हो गया, जिसमें बद्रीलाल शहीद हो गए, जबकि जयप्रकाश घायल हैं।’ शाम 7.30 बजे पत्नी से बात की, रात 8.40 बजे शहीद परिवार ने बताया कि सोमवार शाम 7.30 बजे बद्रीलाल की पत्नी निशा से मोबाइल पर बात हुई थी। गाड़ी खराब होने की जानकारी देते हुए उसने कहा था कि एक घंटे में यहां से यूनिट पहुंच जाऊंगा, फिर कॉल करता हूं..। फोन कट करने के करीब एक घंटे बाद ही रात 8.40 बजे हादसा हो गया। पहली और आखिरी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में ही रही 2012 में बतौर इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर सेना में चयन के बाद बद्रीलाल की ट्रेनिंग भोपाल में हुई। उसके बाद वे जम्मू, पंजाब, साउथ सूडान, असम, सिकंदराबाद के बाद अभी जम्मू कश्मीर के राजौरी में पदस्थ थे। पिता किसान थे, भाई केबल फैक्ट्री में इंजीनियर बद्रीलाल का जन्म 2 मार्च 1992 को हुआ था। पिता हीरालाल खेती करते थे, जिनका निधन हो चुका है। परिवार में मां रूखमा बाई, पत्नी निशा, दो बेटे राजवीर और पीयूष हैं। बद्रीलाल का बड़ा भाई गोपाल पीथमपुर में केबल फैक्टरी में इंजीनियर है। दो बहनें भगवती और मीरा हैं। पिता के निधन और दोनों बेटों के गांव से बाहर चले जाने से खेती चाचा का परिवार संभाल रहा था। सीने की चौड़ाई कम पड़ी तो महू जाकर टिप्स लिए चाचा निर्भय सिंह ने बताया कि मैंने सेना 1987 में जॉइन की थी। परिवार का पहला शख्स था जिसने

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:महाराष्ट्र बीजेपी ने पार्टी विरोधी हरकतों के चलते 40 नेता-कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाला

महाराष्ट्र बीजेपी पार्टी विरोधी कार्यशैली के कारण 37 विधानसभा क्षेत्रों के 40 कार्यकर्ता-नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया है। पार्टी ने 40 नामों की लिस्ट भी जारी की है। आज की अन्य बड़ी खबरें... सुप्रीम कोर्ट के 3 इन हाउस पब्लिकेशन का लोकार्पण, राष्ट्रपति मुर्मू के साथ CJI चंद्रचूड़ भी रहे मौजूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के तीन पब्लिकेशन लोकार्पण किया। इनमें राष्ट्र के लिए न्याय: भारत के सुप्रीम कोर्ट के 75 वर्षों पर चिंतन, भारत में जेल: जेल मैनुअल का मानचित्रण और सुधार तथा भीड़भाड़ कम करने के उपाय और लॉ स्कूलों के माध्यम से कानूनी सहायता: भारत में कानूनी सहायता प्रकोष्ठों के कामकाज पर एक रिपोर्ट शामिल है। इस मौके पर CJI डीवाई चंद्रचूड़, अगले CJI जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे।

Dainik Bhaskar वाराणसी हत्याकांड-पूरे परिवार को 2-2 गोलियां मारीं:3 बाहरी के फिंगर प्रिंट; गन नहीं मिली; शक-प्रोफेशनल किलर ने की वारदात

वाराणसी में करोड़पति शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता के पूरे परिवार की हत्या की गई थी। पुलिस जांच अब इस दिशा में आगे बढ़ गई है। कल तक पत्नी और 3 बच्चों की हत्या के बाद राजेंद्र के सुसाइड की थ्योरी पलट गई है। इसकी 4 वजह... 1- कारोबारी के परिवार के 5 लोगों को 2-2 गोलियां मारीं। सिर और सीने में, जबकि एक बेटे को 3 गोली मारी गईं। 2- सभी 5 सदस्यों की हत्या एक तरह की गन से की गई। पहला और दूसरे क्राइम स्पॉट की दूरी 10 किमी है। दोनों जगह गन नहीं मिली। 3- कारोबारी राजेंद्र गुप्ता की न्यूड लाश मिली। उन्हें भी दो गोली मारी गई। सुसाइड करने वाला शख्स दो गोली खुद को नहीं मार सकता। 4- कारोबारी के घर में फोरेंसिक टीम को 3 बाहरी लोगों के फिंगर प्रिंट मिले, जो कारोबारी और उनके परिवार के नहीं हैं। दरअसल, वाराणसी के भदैनी इलाके में मंगलवार दोपहर को राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू गुप्ता (42), दो बेटे नवनेंद्र (25), सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16) की लाश मिली। सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने राजेंद्र गुप्ता (45) का फोन ट्रेस किया। इसकी लोकेशन रोहनिया के मीरापुर रामपुर गांव में मिली। पुलिस वहां पहुंची तो निर्माणाधीन मकान के एक कमरे में मच्छरदानी लगे बिस्तर पर राजेंद्र गुप्ता की न्यूड लाश मिली। बॉडी पर भी गन शॉट थे। कारोबारी का बड़ा बेटा नवनेंद्र बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर था। छोटा बेटा और बेटी DPS में पढ़ते थे। दो किरदार सामने आए, नाम- जुगनू और विक्की पुलिस की शुरुआती जांच के आधार पर यह थ्योरी सामने आई कि कारोबारी ने पूरे परिवार की हत्या के बाद सुसाइड कर लिया। राजेंद्र गुप्ता, अपने पिता, भाई और गार्ड की हत्या में आरोपी रह चुका है। हालांकि, जब जांच आगे बढ़ी तो पुलिस की यह थ्योरी बदलना शुरू हो गई। पुलिस की जांच राजेंद्र के भाई कृष्णा गुप्ता के बेटों- जुगनू और विक्की पर टिक गई है। हत्या वाली रात (सोमवार) जुगनू और विक्की को देखा गया था। वह घर के पास ही मौजूद थे। राजेंद्र गुप्ता ने ही 27 साल पहले अपने भाई कृष्णा गुप्ता का मर्डर प्रॉपर्टी विवाद में किया था। जुगनू मंगलवार देर रात थाने पहुंचा। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, जबकि दूसरा बेटा विक्की की लोकेशन अहमदाबाद में मिली है। उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा है। पुलिस अभी दोनों क्राइम स्पॉट, जिनकी दूरी 10-12 किमी है, उन रास्तों में

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:महाराष्ट्र में गुरिल्ला युद्ध, झारखंड में आन की लड़ाई

महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव हैं। वक्त खड़ाऊ पहनकर तेजी से गुजर रहा है। कभी गेलेक्सी पर पाँव रखता। कभी पर्वतों को लांघता। कभी कायनात को पार करता…! झारखंड में मामला उतना पेचीदा नहीं है जितना महाराष्ट्र में। महाराष्ट्र के कई लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि आख़िर कौन सी शिवसेना असली? आख़िर कौन सी एनसीपी अपनी? सबकी चीर-फाड़ करके टुकड़े कर दिए गए हैं। ढूँढते रह जाओगे वाली शैली में। कहाँ जाएँ? किसको अपनाएँ, समझ में नहीं आता। इधर लोकसभा चुनाव में अपनी साइलेंट उपस्थिति दर्ज करवा चुके जरांगे पाटील ने एक बार फिर अपनी गुरिल्ला युद्धवाली नीति अपना ली है। मराठा आंदोलन से उपजे जरांगे ने पहले कहा था अपने प्रत्याशी खड़े करके चुनाव मैदान में उतरूंगा। फिर पलट गए। अब कह रहे हैं- लड़ेंगे नहीं, हराएँगे। इशारा साफ है कि मराठा बाहुल्य सीटों पर वे किसे नुक़सान पहुँचाने वाले हैं! पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा को चोट पहुँचाई थी। इस बार उनकी चोट किधर होगी, कितनी दमदार होगी, कहा नहीं जा सकता। वैसे, तब से अब तक गोदावरी में बहुत-सा पानी बह चुका है और भाजपा ने जरांगे की काट ढूँढ ली है। लाडकी बहना के रूप में। महाराष्ट्र में लाडकी बहना। झारखंड में झामुमो की मैया के मुकाबले दीदी। बहरहाल, नाम वापसी की तारीख़ बीत चुकी है और चुनाव जिताने और हराने के लिए जरांगे के अलावा भी कई लोग मैदान में उतर आए हैं। चुनावी भाषा में इन्हें बागी कहा जाता है। ये बागी जो हैं वो चुनाव जिताते भी हैं और हराते भी हैं। ये खड़े होते भी हैं। खड़े किए भी जाते हैं। वोटों को बाँटना या काटना ही इनका मुख्य काम होता है। जैसे- जैसे चुनाव की तारीख़ नजदीक आ रही है, नेता चिल्ला रहे हैं। बागीताल ठोंक रहे हैं। जैसे लोहारों की भट्टी में आग भड़कती है! जैसे कुम्हारों का आवा दहकने लगता है! मुनादी बजने लगी है दनादन। नगाड़ों पर ऐलान हो रहे हैं। रुकेगी नहीं ये लड़ाई। जिनके शब्दों के खन्जर तेज धार के साथ वार करते फिरते थे, अब मतदाताओं के सामने सजदे में बिछने लगे हैं। रबड़ के पेड़ों पर सूलियाँ टांगी हुई हैं। कोई किसी से कम नहीं। किसी को, किसी का डर नहीं। सबको सत्ता चाहिए। सबकी चाहत कुर्सी है। किसे मिलेगी, किसे नहीं, यह आम आदमी को तय करना है। मतदाताओं को नक्की करना है। लेकिन मतदाता चुप है। हमेशा से। अपने ही सिरहाने बैठकर, अपने

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट में आज शरद पवार की याचिका पर सुनवाई:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित गुट को 'घड़ी' चिह्न के इस्तेमाल से रोकने की मांग

सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के चुनाव चिह्न घड़ी को लेकर सुनवाई होगी। इसके लिए शरद पवार ने याचिका लगाई है। NCP दो गुट में बंट चुकी है। एक गुट अजित पवार का है और दूसरा शरद पवार का है। दोनों के बीच पार्टी के मूल चिन्ह घड़ी को लेकर विवाद है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में बीती 24 अक्टूबर को भी सुनवाई हुई थी, जिसमें कोर्ट ने अजित पवार गुट को राहत दी थी। अदालत ने कहा था कि अजित गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 'घड़ी' चिह्न का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन उसे चुनावी बैनर और पोस्टर्स में यह लिखना होगा कि यह विवाद का विषय है और कोर्ट में विचाराधीन है। जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस उज्जवल भुइयां की बेंच ने अजित पवार के वकील को निर्देश दिया था कि अजित गुट नया हलफनामा भी दाखिल करे। साथ ही चेतावनी दी कि यदि आदेश का उल्लंघन किया गया तो वह खुद ही अवमानना ​​का केस शुरू करेगी। दरअसल, शरद गुट की याचिका में कहा गया है कि अजित गुट अदालत का आदेश नहीं मान रहा है, इसलिए उसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 'घड़ी' चिह्न के इस्तेमाल से रोका जाए। साथ ही अजित गुट को नए चिह्न के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया जाए। कोर्ट बोला- आदेश न मानकर अपने लिए शर्मनाक हालात न बनाएं जस्टिस सूर्यकांत ने अजीत पवार के वकील बलवीर सिंह से कहा था- एक बार जब हमने निर्देश जारी कर दिया, तो उसका पालन करना होगा। आप जवाब दाखिल करें और एक नया हलफनामा दें कि अतीत में भी आपने उल्लंघन नहीं किया है और भविष्य में भी आप उल्लंघन नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष हमारे निर्देशों का पालन करेंगे। अपने लिए शर्मनाक स्थिति न बनाएं। NCP के चुनाव चिह्न से जुड़ी पिछली 4 सुनवाई... महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग, 23 नवंबर को मतगणना चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान किया था। राज्य में 20 नवंबर को सिंगल फेज में सभी 288 सीटों पर वोटिंग होगी। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। पूरा मामला क्या है... 6 फरवरी: चुनाव आयोग ने अजीत गुट को असली NCP माना, शरद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे 6 फरवरी को चुनाव आयोग के फैसले के बाद मुंबई में NCP कार्यालय में अजित पवार के समर्थकों ने जश्न मनाया। चुनाव आयोग ने भी इसी साल 6 फरवरी को अजित

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई:बेंच नेशनल टास्क फोर्स की कार्रवाई पर असंतोषजनक जता चुकी; आरोपी पर आरोप तय

कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 15 अक्टूबर को हुई पिछली सुनवाई में कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स (NTF) के काम को लेकर असंतोष जताया था। साथ ही NTF को 3 हफ्ते के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर अपने सुझाव देने के निर्देश दिए थे। CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने कहा था कि NTF को डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन ये बहुत धीमी गति से काम कर रहा है। कोर्ट ने कहा था कि NTF की पहली बैठक 27 अगस्त को हुई थी। हैरानी की बात है कि 9 सितंबर के बाद से कोई बैठक नहीं हुई। कोई प्रोग्रेस क्यों नहीं हुई? इस टास्क फोर्स को अपने काम में तेजी लानी होगी। वहीं, 4 नबंवर को पश्चिम बंगाल की सियालदह कोर्ट ने आरजी कर मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय कर दिए। 11 नवंबर से मुकदमे की रोजाना सुनवाई होगी। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 8 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर किया गया था। 9 अगस्त को विक्टिम की बॉडी मिली थी। इसे लेकर डॉक्टरों ने 42 दिन तक देशभर में प्रदर्शन किया था। कोलकाता रेप-मर्डर केस में आरोपी पर 87 दिन बाद आरोप तय 4 नवंबर को सियालदह कोर्ट ने आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय कर दिए थे। 11 नवंबर से मुकदमे की रोजाना सुनवाई होगी। पेशी के बाद पुलिस जब संजय को बाहर लेकर निकली तो पहली बार वह कैमरे पर कहता नजर आया था कि ममता सरकार उसे फंसा रही है। उसे मुंह न खोलने की धमकी दी गई है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने अपनी चार्जशीट में संजय रॉय को मुख्य आरोपी बताया है। इसके अलावा केस को गैंगरेप की बजाय रेप केस बताया है। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि पीड़ित के शरीर से मिला सीमन सैंपल और खून आरोपी से मैच हो चुका है। वहीं क्राइम सीन पर मिले छोटे बाल भी फोरेंसिक जांच के बाद आरोपी के बालों से मैच हो गए हैं। CBI की चार्जशीट में 100 गवाहों के बयान, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट, CCTV फुटेज, फोरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा वारदात के दिन आरोपी का इयरफोन और मोबाइल ब्लूटूथ से कनेक्ट हो गया था। इसे भी चार्जशीट में अहम सबूत माना गया है। पूरी खबर पढ़ें.. आरजी की घटना के विरोध में डाक्टरों का आमरण अनशन जारी वहीं,

Dainik Bhaskar डिंपल बोलीं- BJP डरा रही:धमकाकर वोटिंग कराएगी, मैं खुद करहल में रहूंगी; ये परिवारों में बंटवारा करा देते हैं

यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। इसमें मैनपुरी की हॉट सीट करहल भी है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अखिलेश यादव इसी सीट से विधायक थे। भाजपा ने यहां से अखिलेश के रिश्तेदार अनुजेश प्रताप को टिकट देकर माहौल गरमा दिया है। सपा का इस सीट पर 22 साल से लगातार कब्जा है। इस बार भी सपा यहां पर बडे़ अंतर से जीत हासिल करने के लिए मेहनत कर रही है। सपा सांसद डिंपल यादव लगातार क्षेत्र में सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव के समर्थन में जनसभा कर रही हैं। दैनिक भास्कर से डिंपल ने कहा- भाजपा परिवारों को बांटने वाली पार्टी है। करहल में उन्हें कोई प्रत्याशी ही नहीं मिला। जनता इनका पूरा सच जान चुकी है। इनकी सोच यही रहती है कि कम वोट पड़वाएं। भाजपा धमकाकर अपने हक में वोटिंग कराएगी। ये 'बटेंगे तो कटेंगे' के नाम पर समाज को डरा रहे हैं। पूरा इंटरव्यू पढ़िए... सवाल : उपचुनाव को लेकर प्रचार कैसा चल रहा है? जवाब : चुनाव प्रचार बहुत अच्छा चल रहा है। लोगों का समर्थन मिल रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कार्यकर्ता प्रचार के लिए आए हैं। सवाल : भाजपा ने सैफई परिवार के अनुजेश को टिकट दिया, क्या लगता है? जवाब : भाजपा को करहल से कोई कैंडिडेट ही नहीं मिला। ये तो परिवार के खिलाफ वाली पार्टी है। ये परिवारों में बंटवारा करा देते हैं। हमारी लड़ाई विचारधारा, सम्मान और अधिकार की है। हमें लगता है कि इस लड़ाई में सपा को सर्व समाज और सभी वर्ग का साथ मिलेगा। सवाल : भाजपा 'बटेंगे तो कटेंगे' की बात कर रही है? जवाब : हम देख रहे हैं कि एक भाषण के बाद सभी लोग एक ही बात कह रहे हैं। किसी का ध्यान महिला सुरक्षा, बेरोजगारी और किसान की घटती आय पर नहीं है। ये भाजपा के विचार और मानसिकता को दर्शाता है। हमें समझ लेना चाहिए कि भाजपा का तौर-तरीका केवल वोट बटोरने का है। समाज सेवा करने का नहीं है। ये 'बटेंगे तो कटेंगे' के नाम पर समाज को डरा रहे हैं। सवाल : आपने और शिवपाल यादव ने चुनाव के दिन गड़बड़ी होने की आशंका जाहिर की है? जवाब : 2019 से लगातार चार चुनावों से ऐसा हो रहा है। इनके द्वारा ऐसी प्रणाली अपना ली गई है कि वोट कम पड़वाएं। लोगों को डराकर वोट न पड़ने दें। मगर, हम इसके खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं। भाजपा को भी पता है कि वो करहल विधानसभा चुनाव तो हरा नहीं सकती। लेकिन, वो वोटों की गिनती को कम करने में लगे ह

Dainik Bhaskar सुखबीर बादल के धार्मिक-राजनीतिक भविष्य पर आज विचार होगा:श्री अकाल तख्त साहिब पर बुद्धिजीवियों की बैठक बुलाई; SAD प्रमुख तनखैया घोषित हो चुके

शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के धार्मिक और राजनीतिक भविष्य के फैसले पर आज विचार होगा। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने श्री अकाल तख्त कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें सिख विद्वानों और बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर सुखबीर बादल के "तनखैया" मामले पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में उन्हें दिए जाने वाली संभावित धार्मिक सजा पर विचार किया जाएगा। इस चर्चा में कुल 18 सिख विद्वान और बुद्धिजीवी भाग लेंगे। इन सदस्यों में अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार मंजीत सिंह, पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व VC जसपाल सिंह, इंद्रजीत सिंह गोगोआनी, अमरजीत सिंह, हरसिमरन सिंह, जसपाल सिंह सिद्धू और हमीर सिंह शामिल हैं। इनके अलावा कुछ वरिष्ठ पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया है। सुखबीर बादल पर लगे आरोप और "तनखैया" मामला अकाली दल से जुड़े असंतुष्ट नेताओं ने अकाली सरकार के दौरान (2007-2017) हुए कुछ धार्मिक फैसलों पर सवाल उठाए थे, जिन्हें उन्होंने सिख धर्म के हितों के विरुद्ध बताया। इसके बाद अकाल तख्त ने 30 अगस्त 2024 को सुखबीर बादल को तनखैया घोषित किया था, लेकिन अब तक कोई सजा नहीं दी गई। तनखैया घोषित किए जाने के कारण सुखबीर सिंह बादल को विधानसभा उपचुनावों में प्रचार या भाग लेने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके चलते अकाली दल ने उपचुनावों से दूरी बना ली थी। हालांकि, सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (SGPC) चुनाव में अकाली दल समर्थित उम्मीदवार अध्यक्ष बने हैं। किस प्रकार की सजा मिल सकती है? अकाल तख्त के दिशा-निर्देशों के तहत, तनखैया घोषित व्यक्ति को अक्सर गुरुद्वारे में सेवा करने जैसे कार्य सौंपे जाते हैं। जैसे कि जूते या फर्श साफ करना। आज की बैठक में इस बात पर विचार किया जाएगा कि सुखबीर बादल को किस प्रकार की धार्मिक सजा दी जा सकती है। इस फैसले से पहले जत्थेदारों की एक बैठक होगी, जिसमें सुखबीर बादल भी उपस्थित हो सकते हैं। इस निर्णय के आधार पर सुखबीर बादल के धार्मिक और राजनीतिक सफर पर बड़ा असर पड़ सकता है। क्या होता है तनखैया सिख पंथ के अनुसार कोई भी सिख अगर धार्मिक तौर पर कुछ गलत करता है तो उसे तनखैया करार दिया जाता है। इसका फैसला सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब करते हैं। तनखैया घोषित होने के बाद व्यक्ति सिख संगत के समक्ष उपस्थित होकर अपनी गलती के लिए क्षमा मांग

Dainik Bhaskar संजौली मस्जिद गिराने के फैसले को मुस्लिम पक्ष की चुनौती:जिला कोर्ट में सुनवाई; कमेटी के हलफनामे को गैरकानूनी बताया, कहा- वह रजिस्टर्ड नहीं

हिमाचल की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण मामले में आज कोर्ट में सुनवाई होगी। संजौली मस्जिद केस में नगर निगम (MC) आयुक्त के फैसले को मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में चुनौती दी है। इस पर आज जिला अदालत में सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष से जुड़ी 3 वेलफेयर सोसाइटी ने MC आयुक्त के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका में कहा है कि MC आयुक्त कोर्ट का फैसला डिफैक्टिड है। MC आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी के नगर निगम को दिए हलफनामे के आधार पर दिया है। मस्जिद कमेटी के हलफनामे को बताया गैर कानूनी सोसाइटी ने दावा किया कि मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा गैर कानूनी है। जिला अदालत में याचिका दायर करने वाली मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी पोंटा साहिब के सदस्य नजाकत अली हाशमी ने बताया है कि 3 अलग-अलग कमेटी और सोसाइटी ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त के फैसले को चुनौती दी है। आयुक्त कोर्ट के फैसले को बताया डिफैक्टिड नजाकत अली ने दावा किया कि जिला अदालत में उनकी याचिका स्वीकार कर ली गई है। इस पर आज सुनवाई होनी है। मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में दायर याचिका में अपील की है कि मामले में मुस्लिम समुदाय की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। ऐसे में उनका पक्ष भी सुना जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिला अदालत में याचिका दायर करने में मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी पोंटा साहिब, जामा मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी बिलासपुर और अलहुदा एजुकेशनल सोसाइटी दीनक मंडी शामिल हैं। इन्होंने नगर निगम आयुक्त के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में नगर निगम आयुक्त शिमला कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक को हटाने का काम लगभग पूरा हो गया है। इस बीच मुस्लिम पक्ष ने मामले को जिला अदालत में चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए वहीं, लोकल रेजिडेंट की याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट ने भी इस मामले को 8 सप्ताह के भीतर निपटाने के लिए MC आयुक्त को आदेश दे रखे हैं। लोकल रेजिडेंट ने हाईकोर्ट के आग्रह किया था कि नगर निगम इस केस को जानबूझ क

Dainik Bhaskar हरियाणा में 2050 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट-वस्तु खरीद को मंजूरी:CM सैनी ने हाई पावर परचेज कमेटी के साथ मीटिंग की; कहा- काम टाइम पर हों

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हुई हाई पावर कमेटी (HPPC), डिपार्टमेंट हाई पावर परचेज कमेटी (DHPPC) और हाई पावर्ड वर्क्स परचेज कमेटी ( HPWPC) की बैठक हुई। इसमें कुल 2050 करोड़ रुपए से अधिक के कॉन्ट्रैक्ट और विभिन्न वस्तुओं की खरीद को मंजूरी दी गई। मंगलवार को बैठक में 729 करोड़ रुपए की लागत की जलापूर्ति व सीवरेज प्रबंधन परियोजनाओं को मंजूरी मिली। विभिन्न बोलीदाताओं से नेगोसिएशन के बाद दरें तय कर लगभग 36 करोड़ रुपए की बचत की गई है। बैठक में कैबिनेट मंत्री महीपाल ढांडा, विपुल गोयल, डॉ. अरविंद कुमार शर्मा, रणबीर गंगवा और श्रुति चौधरी भी उपस्थित रहीं। बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सिंचाई एवं जल संसाधन, GMDA, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें), शुगरफेड, स्कूल शिक्षा और पुलिस विभागों से संबंधित कुल 49 एजेंडा रखे गए, जिसमें से 45 मंजूर किए गए। इस दौरान CM सैनी ने कहा कि सभी कार्य पूरी क्वालिटी के साथ समय पर पूरे किए जाएं। सिरसा में मेडिकल कॉलेज के लिए EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट ऐंड कंस्ट्रक्शन) को मंजूरी मिल गई है। इसमें एक कंपनी क्लाइंट को एक पूरी तरह से तैयार परियोजना देती है। EPC ठेकेदार परियोजना को डिजाइन करने, बनाने, और चालू करने के लिए जिम्मेदार होता है। गुरुग्राम के लिए 249.77 करोड़ रुपए की 11 परियोजनाएं मंजूर बैठक में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के 249.77 करोड़ रुपए के 11 प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिली है। इसमें 16.40 करोड़ रुपए की लागत से केंद्रीकृत एकीकृत जल प्रबंधन प्रणाली (CIWMS) की आपूर्ति, स्थापना, एकीकरण और कमिशनिंग के लिए कॉन्ट्रैक्ट को मंजूरी दी गई। इनके अलावा, लगभग 170 करोड़ रुपए की लागत से 174 किलोमीटर की 6 सड़क परियोजनाओं के पुनः निर्माण, सुदृढ़ीकरण और मरम्मत कार्य को भी मंजूरी दी गई। इनमें मुख्यत: द्वारका एक्सप्रेस-वे से IMT मानेसर तक सड़क का पुनर्निर्माण और महरौली रोड दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से इफको चौक तक तथा सेक्टर 58 से 67 तक सर्विस रोड का पुनर्निर्माण शामिल है। 17.34 करोड़ रुपए की लागत से गुरुग्राम के सेक्टर-48 में ई-बसों के लिए बस डिपो का विकास, गुरुग्राम के सेक्टर 68-95 में GMDA क्षेत्र में 19.73 करोड़ रुपए की लागत से बस क्यू शेल्टर व सेक्टर 99-115 में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ 17.35 करोड़ रुपए की लागत से बस

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:UP के मदरसा स्टूडेंट सरकारी स्कूल नहीं जाएंगे; SC बोला- सरकारें हर प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं कब्जा सकतीं; IPL ऑक्शन 24-25 नवंबर को

नमस्कार, कल की बड़ी खबर सुप्रीम कोर्ट के दो फैसलो से जुड़ी रही। पहला फैसला UP मदरसा एक्ट को लेकर था, जिसे कोर्ट ने बरकरार रखा है। इसके चलते अब मदरसा स्टूडेंट सरकारी स्कूल नहीं भेजे जाएंगे। वहीं कोर्ट की अन्य बेंच ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि सरकारें सभी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर कब्जा नहीं कर सकतीं। वहीं दूसरी खबर IPL से जुड़ी है, इस बार खिलाड़ियों की नीलामी 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब में होगी। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... 1. NCP के चुनाव चिह्न घड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट शरद पवार की याचिका पर सुनवाई करेगा। 2. सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता आरजी कर रेप-मर्डर केस पर भी सुनवाई होगी। 3. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डाले गए वोटों की गिनती शुरू होगी। अब कल की बड़ी खबरें... 1. सुप्रीम कोर्ट ने UP मदरसा एक्ट बरकरार रखा, 17 लाख मदरसा स्टूडेंट सरकारी स्कूल नहीं जाएंगे सुप्रीम कोर्ट ने UP बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट की वैधता बरकरार रखी है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश सुनाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट का 8 महीने पुराना फैसला खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा- UP मदरसा एक्ट के सभी प्रावधान मूल अधिकार या संविधान के बेसिक स्ट्रक्चर का उल्लंघन नहीं करते हैं। हाईकोर्ट ने क्या कहा था: 22 मार्च, 2024 को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 86 पेज का फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मदरसा को असंवैधानिक घोषित कर दिया। कोर्ट ने कहा था- यह धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन है। विभिन्न धर्मों के बच्चों के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता। धर्म के आधार पर उन्हें अलग-अलग प्रकार की शिक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती। अगर ऐसा किया जाता है तो यह धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन होगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का क्या असर: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से अलग राय रखते हुए धर्मनिरपेक्षता का मतलब जियो और जीने दो बताया। UP बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट लागू रहने का मतलब है किउत्तर प्रदेश में मदरसे चलते रहेंगे और 16000 मदरसों में पढ़ने वाले 17 लाख स्टूडेंट सरकारी स्कूल नहीं भेजे जाएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. SC बोला- सरकारें सभी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर कब्जा नहीं कर सकतीं, 45 साल पुराना फैसला पलटा सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की बेंच ने मंगलवार को 1978 (45 साल पहले) में दिया गया अपना ही फैसला पलट दिय

Dainik Bhaskar महायुति का विजन महाराष्ट्र 2029, शिंदे की 10 गारंटी:किसानों का लोन माफ, हर महीने 25 लाख नौकरियां, छात्रों को 10 हजार रुपए महीने का वादा

महाराष्ट्र के सीएम ने महायुति गठबंधन के घोषणा पत्र के 10 प्रमुख वादों का ऐलान किया। मंगलवार को कोल्हापुर में जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि विजन महाराष्ट्र 2029 के लिए सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर इन वादों को पूरा किया जाएगा। शिंदे ने कहा कि महायुति का पूरा घोषणा पत्र आने वाले दिनों में सार्वजनिक किया जाएगा। इस दौरान महाराष्ट्र के दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। महाराष्ट्र में सिंगल फेज में 20 नवंबर को वोटिंग है और 23 नवंबर को रिजल्ट घोषित होगा। प्रमुख वादों में लाडली बहन योजना की राशि 1500 से 2100 करना, बिजली बिलों में 30% तक की कमी, वृद्धावस्था पेंशन का राशि 1500 से 2100 रुपए करना, हर महीने 25 लाख नौकरियां देने का वादा शामिल है।

Dainik Bhaskar बिहार कोकिला के नाम से मशहूर शारदा सिन्हा का निधन:छठ गीतों से पहचान मिली, पर्व के पहले दिन दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली

दिल्ली AIIMS में भर्ती बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार रात निधन हो गया। वे 72 साल साल की थीं। छठ महापर्व के पहले दिन उन्होंने अंतिम सांस ली। 26 अक्टूबर तबीयत बिगड़ने के बाद शारदा को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। 3 नवंबर को उनकी हालत में सुधार होने पर प्राइवेट वार्ड में ICU शिफ्ट किया गया। 4 नवंबर की शाम उनका ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा था, इसके बाद से वे वेंटिलेटर पर थीं। शारदा के निधन पर पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा- उनके (शारदा) गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। महापर्व छठ से जुड़े उनके गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। मंगलवार को पीएम ने शारदा के बेटे अंशुमान सिन्हा से फोन पर बात की थी। उन्होंने शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी सिन्हा के परिवार से दिल्ली एम्स में मिलने पहुंचे थे। सोमवार शाम केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी दिल्ली एम्स गए थे। 12 दिन से चल रहा था इलाज शारदा सिन्हा को 26 अक्टूबर को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। बीते 12 दिन से उनका यहां इलाज चल रहा था। उन्हें खाने-पीने में भी दिक्कत हो रही थी। बेटे ने कहा था- मां के लिए दुआ कीजिए 4 नबंवर की शाम यूट्यूब पर लाइव आकर शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने लोगों से मां के लिए दुआ करने को कहा था। उन्होंने कहा था, 'मेरी मां वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें प्रार्थना और दुआ की बहुत जरूरत है। अब आप सभी लोग प्रार्थना जारी रखिए। एक बड़ी लड़ाई में मेरी मां जा चुकी हैं। इस लड़ाई से जीतना काफी मुश्किल है। यही प्रार्थना कीजिए कि वह लड़कर बाहर आ सकें।' छठ से पहले रिलीज हुआ नया गाना लोक गायिका शारदा सिन्हा का छठ पूजा से पहले नए गाने का वीडियो जारी हुआ है। उनके ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से वीडियो को रिलीज किया गया है। गाने के बोल हैं... 'दुखवा मिटाईं छठी मइया.... रउए आसरा हमार... सबके पुरवेली मनसा... हमरो सुनलीं पुकार।' 5 दिन पहले इसका ऑडियो जारी हुआ था। 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति का हुआ था निधन इसी साल 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति ब्रजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेमरेज के कारण निधन हो गया था। शारदा सिन्हा छठ के गीतों के लिए जानी जाती हैं। उनके गाए छठ गीत आज भी लोगों को बेहद पसंद हैं। शारदा सिन्हा के गायिकी की

Dainik Bhaskar गुजरात के आणंद में बुलेट ट्रेन ट्रैक का पुल गिरा:कई लोग मलबे में दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

गुजरात के आणंद में बुलेट ट्रेन के लिए बनाए जा रहे ट्रैक का निर्माणाधीन पुल गिर गया है। ब्रिज के मलबे में कई लोगों के दबे होने की जानकारी मिली है। लोकल मीडिया के अनुसार दो लोगों के मरने की भी खबर है। घटना की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है। हादसे के बाद मौके के हालात और रेस्क्यू के फोटोज देखिए... बुलेट ट्रेन के 12 पुलों का निर्माण पूरा हो चुका मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन गलियारे के लिए गुजरात में कुल 20 नदी पुल में से 12 का निर्माण पूरा हो गया है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने यह जानकारी देते हुए कहा है कि गुजरात के नवसारी जिले में खरेरा नदी पर 120 मीटर लंबा पुल हाल में पूरा हुआ है। इसके साथ ही 12 पुल का निर्माण पूरा कर लिया गया है। 508 किलोमीटर लंबा है ट्रैक मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन गलियारा कुल 508 किलोमीटर लंबा है। इस प्रोजेक्ट में गुजरात का 352 किलोमीटर और महाराष्ट्र का 156 किलोमीटर हिस्सा शामिल है। इसमें मुंबई, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, अहमदाबाद, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, नडियाद और साबरमती जैसे कुल 12 स्टेशन बनाने की योजना है। इससे पहले NHSRCL ने नवसारी के सिसोदरा गांव में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 48 पर 210 मीटर प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट (पीएससी) पुल के पूरा होने की घोषणा की थी। यह स्पैन-बाय-स्पैन (एसबीएस) मेथड का उपयोग करके राजमार्ग पर निर्मित दूसरा पीएससी बैलेंस्ड कैंटिलीवर पुल है। इस पुल में 72 प्रीकास्ट सेगमेंट और चार स्पैन हैं. दो स्पैन 40 मीटर वाले और अन्य दो 65 मीटर वाले. वहीं, दूसरी तरफ राजमार्ग के दोनों ओर ट्रैफिक लेन बने हुए हैं। मुंबई से अहमदाबाद के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड दिन रात एक किए हुए है. NHSRCL ने जिस 12 वें पुल का निर्माण सफलतापूर्वक किया है उसकी लंबाई 120 मीटर है। 12 स्टेशन, 350 kmph स्पीड, 3 घंटे का सफर 12 स्टेशन, 350 kmph स्पीड, 3 घंटे का सफर

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