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Dainik Bhaskar एशिया में सबसे ज्यादा ट्रैफिक में बेंगलुरु-पुणे टॉप पर:नई ‎दिल्ली 12वें और मुंबई 14वें स्थान‎ पर; ग्लोबल लिस्ट में लंदन टॉप पर

टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स की जारी रिपोर्ट में पूरे एशिया में‎ सबसे खराब ट्रैफिक और सबसे‎ अधिक गाड़ियों की भीड़ वाले शहरों‎ में देश के दो शहर टॉप पर हैं। इनमें ‎पहले स्थान पर बेंगलुरु और दूसरे ‎स्थान पर पुणे है। बेंगलुरु में चार पहिया वाहन से 10 किमी की दूरी तय करने में 28.10 सेकेंड का समय लग जाता है। पुणे में इतनी ही दूरी तय करने में 27 मिनट 50 सेकेंड का वक्त लगता है। इसके अलावा नई ‎दिल्ली 12वें और मुंबई 14वें स्थान‎ पर है। नई दिल्ली में 10 किमी‎ की दूरी तय करने के लिए औसतन ‎21.40 मिनट और मुंबई ‎में 21.20 मिनट का समय‎ लग जाता है। ग्लोबली ब्रिटेन की‎ राजधानी लंदन और आयरलैंड ‎की राजधानी डबलिन सबसे‎ खराब यातायात और सबसे‎ अधिक गाड़ियों की भीड़ वाले‎ शहर है। लंदन में 10 किमी की दूरी तय करने के लिए‎ औसतन 37.20 मिनट ‎और डबलिन में 29.30 मिनट का समय दर्ज किया गया।‎ रिपोर्ट में 55 देशों‎ के 387 शहरों का ट्रैफिक ट्रेंड‎ डेटा की जानकारी दी गई है। वहीं, एशियन डेवलपमेंट ‎बैंक के मुताबिक, शहरों की बढ़ती‎ आबादी के कारण हर 6 साल में‎ शहरी गाड़ियों की संख्या दोगुनी हो ‎रही हैं। हर साल 4.4 करोड़ लोग ‎शहरी आबादी से जुड़ रहे‎ एशियन डेवलपमेंट बैंक के‎ मुताबिक, विकास बनाए रखने के ‎लिए एशिया को 2030 तक‎ सालाना लगभग 142 लाख करोड़‎ रुपए का निवेश करना होगा। इसमें ‎से 30% से अधिक परिवहन के‎ लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर‎ खर्च करने की आवश्यकता होगी। ‎एशिया में हर साल 4.4 करोड़ ‎लोग शहरी आबादी से जुड़ते हैं। देश के 11 लाख बच्चे बाल विवाह के खतरे में, UP में इन बच्चों की संख्या 5 लाख से ज्यादा नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जार कर कहा कि उसने साल 2023-24 में ऐसे 11 लाख बच्चों की पहचान की है, जो बाल विवाह के खतरे में थे। कमीशन के मुताबिक अकेले उत्तर प्रदेश में ऐसे 5 लाख से अधिक ऐसे बच्चे हैं, जो बाल विवाह के खतरे में हैं। NCPCR ने बताया कि उसने बाल विवाह रोकने वाले अधिकारियों, जिला प्राधिकरण और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत कई कदम उठाए हैं। पूरी खबर पढें... देश के 25 हाईकोर्ट में 58 लाख केस पेंडिंग: 62 हजार मामले पिछले 30 साल से लंबित देश के पेंडिंग मामलों को लेकर नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड की रिपोर्ट आई है, जिसके बा

Dainik Bhaskar आगरा में 14 हजार की आबादी पर मंडराता रहा मिग-29:पायलट खेतों की तरफ ले गया, लोग बोले- लगा विमान हमारे घरों पर गिर जाएगा

एयरफोर्स का मिग-29 फाइटर प्लेन सोमवार (4 नवंबर) को आगरा में क्रैश हो गया। संतुलन खोने के बाद विमान करीब 20 सेकेंड तक आसमान से गिरते हुए दिखा। प्लेन आबादी वाले इलाके के ऊपर उड़ रहा था। इसे विंग कमांडर मनीष मिश्रा उड़ा रहे थे। प्लेन में तकनीकी खराबी आने के बाद क्रैश होने लगा। हादसे के वक्त यह बाग सोनिका गांव के ऊपर से गुजर रहा था। इस गांव में 14 हजार लोग रहते हैं। पायलट ने सूझबूझ दिखाई और प्लेन को खेतों की तरफ लेकर गए। गांव से करीब 2 किमी दूर खेत में गिरने के बाद प्लेन में आग लग गई। प्लेन गिरने के चंद सेकेंड पहले ही पायलट मनीष मिश्रा पैराशूट के जरिए बाहर निकल चुके थे। उनकी जो तस्वीरें सामने आईं, उसमें वह खेत में चारपाई पर बैठे दिखे। यह मिग प्लेन पंजाब के आदमपुर का था। प्लेन ने ग्वालियर से उड़ान भरी थी। यह रूटीन एक्सरसाइज के लिए आगरा आ रहा था। आगरा एयरबेस में होना था लैंड भास्कर टीम ने घटनास्थल पर मौजूद वायुसेना के अफसरों से पूछा कि क्या ये रूटीन उड़ान थी या आगरा एयरबेस के लिए किसी खास मकसद से यह प्लेन आया था? अफसरों ने इसका जवाब देने से मना कर दिया। हालांकि, देर शाम इंडियन एयरफोर्स ने X पर मैसेज पोस्ट किया। इसमें इस उड़ान को रूटीन ट्रेनिंग बताया। आगरा में एयरबेस की हवाई पट्‌टी है। प्लेन को यहीं लैंड होना था, लेकिन इसके पहले ही हादसा हो गया। प्लेन के गिरने की 2 फोटोज... 700 मीटर दायरे में फैले मिले प्लेन के पार्ट मिग-29 जिस स्पॉट पर क्रैश हुआ था, उसके 500 से 700 मीटर के दायरे में प्लेन के पार्ट और हिस्से बिखरे हुए थे। इजेक्ट कुर्सी प्लेन से करीब 30 मीटर दूर मिली। वायुसेना ने आग बुझने के बाद सभी पार्ट अपने कब्जे में ले लिए, इनमें ब्लैक बॉक्स भी शामिल है। पायलट के जमीन पर उतरने की तस्वीरें... मिग-29 हादसे के बाद भास्कर ने गांव के लोगों से सच्चाई जानी... 'खेत पर काम कर रहे थे, अचानक आसमान में धमाका सा हुआ' प्रत्यक्षदर्शी रामेश्वर ने कहा- हम लोग खेत में काम कर रहे थे। अचानक आसमान में धमाका हुआ। ऊपर देखा तो प्लेन उलट-पलट होते हुए नीचे की तरफ आ रहा था। कुछ देर में प्लेन जमीन पर आकर गिरा। प्लेन उड़ा रहे पायलट पैराशूट के सहारे कुछ दूर पर आकर उतरे। 'आसमान से कुछ गिरते हुए देखा, वहां गए तो जमीन पर प्लेन था' गांव के ही रहने वाले अजय ने कहा - मैं गाड़ी से घर आ रहा था। मैंने आसमान में

Dainik Bhaskar हरियाणा का शहर दिल्ली जितना प्रदूषित:379 दर्ज हुआ AQI, पंजाब के 5 शहरों की हवा बेहद खराब; पराली जलाने के मामले घटे

दिवाली के बाद से ही हरियाणा और पंजाब के कई शहरों की हवा जहरीली हो गई है। बढ़ते AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है साथ ही आंखों में जलन जैसी समस्याएं भी सामने आई हैं। हरियाणा की बात करें तो राज्य के 4 शहर रेड कैटेगरी में और 12 शहर ऑरेंज कैटेगरी में आ गए हैं। जबकि, चंडीगढ़ सहित पंजाब के 5 शहरों की स्थिति चिंताजनक है। मौसम विभाग के अनुसार आज और बुधवार को हवा का फ्लो ईस्ट की तरफ रहने का अनुमान है। ऐसे में दो दिन पंजाब और हरियाणा के लिए काफी चिंताजनक माने जा रहे हैं। हरियाणा के 4 शहर- चरखी दादरी, फतेहाबाद, गुरुग्राम और हिसार में AQI 300 के पार पहुंच चुका है। हिसार का AQI 379 दर्ज किया गया है, जो दिल्ली के AQI 381 से मात्र 2 अंक ही कम है। पंजाब में अमृतसर और लुधियाना में प्रदूषण में सुधार देखने को मिला है। अमृतसर, जो बीते दिन देश का सबसे प्रदूषित शहर था, वहां AQI 200 से भी नीचे आकर 188 पर पहुंच गया है। इसी तरह लुधियाना का AQI 184 दर्ज किया गया। लेकिन चंडीगढ़ सहित जालंधर, खन्ना, मंडी गोबिंदगढ़, और पटियाला में AQI अभी भी 200 के पार है। हरियाणा में 0, पंजाब में सामने आए 13 मामले बीते 24 घंटों में हरियाणा में पराली जलने का कोई मामला सामने नहीं आया है। ये एक राहत की खबर है। जबकि पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में सोमवार को खेतों में आग लगने की केवल 13 घटनाएं दर्ज की गईं। जिससे पराली जलाने के मामलों की कुल संख्या 4,145 हो गई। आंकड़ों के अनुसार सक्रिय आग की घटनाएं फिरोजपुर (5), संगरूर (3), बठिंडा (2), पटियाला (2) और फरीदकोट (1) में देखी गईं। 14 नवंबर को पंजाब-हरियाणा को देना है आंकड़ा दिल्ली में प्रदूषण और पराली जलाने के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। जिसमें पंजाब और हरियाणा सरकार को 10 दिनों का आंकड़ा 14 नवंबर तक शपथ पत्र के साथ देने के लिए कहा गया। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आदेश किया कि पंजाब और हरियाणा को पिछले 10 दिनों के दौरान पराली जलाने की घटनाओं का विवरण प्रस्तुत करने के लिए शपथ पत्र दाखिल करना होगा। पंजाब सरकार की मांग केंद्र ने ठुकराई केंद्र ने पंजाब सरकार की किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए प्रोत्साहन राशि की मांग ठुकरा दी है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक हलफ

Dainik Bhaskar हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्‌डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसके कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बनाई है और इसका अध्यक्ष पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के समधी करण सिंह दलाल को बनाया गया है। आज मंगलवार को दोपहर 12 बजे इस कमेटी की पहली मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय होगा कि यह कमेटी काम कैसे करेगी, और हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों का कैसे पता लगाएगी। 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायकों और प्रत्याशियों से मुलाकात की जाएगी। सभी मेंबर एक साथ एक टीम के रूप में विधानसभाओं में जाएंगे या विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट के लिए अलग-अलग मेंबर जाएंगे, यह सब मीटिंग में ही तय होगा। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की भेजी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहले ही हार के कारणों पर सभी नेताओं से वन टू वन बात कर चुकी है। हालांकि, उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी कमेटी अब यह नई 8 मेंबरी कमेटी विशेष रूप से EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी, जोकि देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस ने माना है कि कुछ आंतरिक पार्टी विरोधी गतिविधियों ने भी पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिन पर समिति की ओर से विचार किया जाएगा। समिति उन सभी विधायकों से बातचीत करेगी, जो चुनाव में जीतकर आए हैं और उन प्रत्याशियों से भी चर्चा करेगी, जो चुनाव हार गए। इसके साथ ही पार्टी में संगठन निर्माण में देरी और विपक्षी दल के प्रति जनता के असंतोष के मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। कमेटी में 5 हारे हुए नेता हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई कमेटी में करण सिंह दलाल अध्यक्ष हैं। कमेटी के सदस्यों में पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया और नूंह के विधायक आफताब अहमद के अलावा चुनाव हारने वाले 5 नेता शामिल हैं। इनमें घरौंडा सीट से कैंडिडेट रहे वीरेंद्र राठौड़, बड़खल से कैंडिडेट रहे विजय प्रताप सिंह, पानीपत सिटी से चुनाव हारे वीरेंद्र बुल्ले शाह, दादरी सीट से उम्मीदवार रहीं डॉ. मनीषा सांगवान और सोनीपत जिले की खरखौदा सीट से चुनाव हारे पूर्व विधायक जयवीर वाल्मीकि शामिल हैं। कमेटी के सदस्य वीर

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:3 राज्यों में उपचुनाव की तारीख बदली; MP के 4 बच्चों का कार में दम घुटा, मौत; आगरा में मिग-29 क्रैश

नमस्कार, कल की बड़ी खबर तीन राज्यों की 14 सीटों पर उपचुनाव की नई तारीख की रही। इन सीटों पर 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को वोटिंग होगी। दूसरी खबर उत्तर प्रदेश के आगरा में वायुसेना के मिग-29 विमान क्रैश की है। हम आपको यह भी बताएंगे कि मध्य प्रदेश के रहने वाले चार बच्चों की कार में कैसे दम घुटकर मौत हो गई। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... 1. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए भारतीय समय के मुताबिक शाम 4:30 बजे से वोटिंग शुरू होगी। 2. मथुरा में कृष्‍ण जन्‍मभूमि विवाद केस से जुड़ी 3 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 3. यूपी मदरसा कानून को रद्द करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा। अब कल की बड़ी खबरें... 1. यूपी, पंजाब, केरल में उपचुनाव की तारीख बदली; त्योहारों की वजह से शेड्यूल बदला उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख बदल गई है। चुनाव आयोग ने सोमवार को बताया कि तीनों राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर अब 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 23 नवंबर को ही आएंगे। क्यों बदली गई तारीखें: चुनाव की तारीखों में बदलाव भाजपा, कांग्रेस, RLD और बसपा की मांग पर की गई है। इन पार्टियों का कहना था कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और गुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व है। वहीं, केरल में 13 से 15 नवंबर तक कलपाथि रास्थोलसेवम मनाया जाएगा। इससे वोटिंग पर असर पड़ता। 11 राज्यों की 33 सीटों पर तारीख में बदलाव नहीं: चुनाव आयोग की नई घोषणा में 11 राज्यों की 33 सीटों पर तारीख में बदलाव नहीं किया गया है। यानी यहां 13 नवंबर को ही वोटिंग होगी। इसी दिन झारखंड विधानसभा की 43 सीटों पर मतदान होंगे। इसके साथ ही केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र-झारखंड के साथ 14 राज्यों की 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. गुजरात में मध्य प्रदेश के 4 बच्चों की मौत: खेलते वक्त कार का गेट लॉक हुआ, दम घुटा गुजरात में अमरेली तालुका के रंधिया गांव में कार में दम घुटने से एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई। चारों बच्चे कार में खेल रहे थे। इसी दौरान कार का गेट लॉक हो गया। गेट नहीं खुलने

Dainik Bhaskar विपक्षी सांसदों की वक्फ JPC से हटने की चेतावनी:आज लोकसभा स्पीकर से मिलेंगे, समिति अध्यक्ष जगदम्बिका पाल पर एकतरफा फैसले लेने का आरोप

वक्फ (संशोधन) बिल पर बनी संसदीय समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद जगदंबिका पाल पर विपक्षी सांसदों ने तानाशाही के आरोप लगाए हैं। साथ ही सांसदों ने समिति से अलग होने की चेतावनी दी है। उनका आरोप है कि पाल बिना विपक्ष की राय लिए एकतरफा निर्णय ले रहे हैं, जिससे विपक्षी सांसदों को बिल पर अपनी बात रखने का उचित अवसर नहीं मिल पा रहा है। सूत्रों के मुताबिक विपक्षी सांसद आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त करेंगे। विपक्षी नेताओं ने बिरला को एक संयुक्त पत्र लिखा है जिसमें डीएमके के ए राजा, कांग्रेस के मोहम्मद जावेद और इमरान मसूद, AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, AAP के संजय सिंह और टीएमसी के कल्याण बनर्जी सहित कई नेताओं के हस्ताक्षर शामिल हैं। बैठकों में एकतरफा निर्णय लेने का आरोप पत्र में विपक्षी सांसदों ने शिकायत की है कि पाल कई बार लगातार 3 दिनों तक बैठकों की तारीखें तय करते हैं और गवाहों को बुलाने का निर्णय भी एकतरफा ले रहे हैं। उनका कहना है कि बिना तैयारी के सांसदों के लिए उचित बातचीत करना संभव नहीं है। वहीं, भाजपा सांसदों ने आरोप लगाया है कि विपक्षी सदस्य जानबूझकर समिति के काम में अड़चन डाल रहे हैं। JPC में लोकसभा से 21 सदस्य- भाजपा के 7, कांग्रेस के 3 सांसद 1. जगदंबिका पाल (भाजपा) 2. निशिकांत दुबे (भाजपा) 3. तेजस्वी सूर्या (भाजपा) 4. अपराजिता सारंगी (भाजपा) 5. संजय जायसवाल (भाजपा) 6. दिलीप सैकिया (भाजपा) 7. अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा) 8. श्रीमती डीके अरुणा (YSRCP) 9. गौरव गोगोई (कांग्रेस) 10. इमरान मसूद (कांग्रेस) 11. मोहम्मद जावेद (कांग्रेस) 12. मौलाना मोहिबुल्ला (सपा) 13. कल्याण बनर्जी (TMC) 14. ए राजा (DMK) 15. एलएस देवरायलु (TDP) 16. दिनेश्वर कामत (JDU) 17. अरविंत सावंत (शिवसेना, उद्धव गुट) 18. सुरेश गोपीनाथ (NCP, शरद पवार) 19. नरेश गणपत म्हास्के (शिवसेना, शिंदे गुट) 20. अरुण भारती (LJP-R) 21. असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM) JPC में राज्यसभ से 10 सदस्य- भाजपा के 4, कांग्रेस का एक सांसद 1. बृज लाल (भाजपा) 2. डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी (भाजपा) 3. गुलाम अली (भाजपा) 4. डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (भाजपा) 5. सैयद नसीर हुसैन (कांग्रेस) 6. मोहम्मद नदीम उल हक (TMC) 7. वी विजयसाई रेड्डी (YSRCP) 8. एम मोहम्मद अब्दुल्ला (DMK) 9. संजय सिंह (AAP) 10. डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्

Dainik Bhaskar सीजेआई बोले- अर्नब से लेकर जुबैर तक को जमानत दी:यही मेरी फिलॉसफी, न्यायपालिका की स्वतंत्रता का मतलब सरकार के खिलाफ फैसला सुनाना नहीं

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि किसी मामले का गुण-दोष मीडिया में दिखाए जाने वाले से काफी अलग हो सकता है। मैंने A से लेकर Z (अर्नब गोस्वामी से लेकर जुबैर तक) को जमानत दी है। यही मेरी फिलॉसफी है। जमानत नियम है और जेल अपवाद है, इस सिद्धांत का मुख्य रूप से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता का मतलब हमेशा सरकार के खिलाफ फैसला सुनाना नहीं होता। लेकिन कुछ प्रेशर ग्रुप इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का यूज करके अदालतों पर दबाव डालकर अपने पक्ष में फैसला सुनाने की कोशिश कर रहे हैं। परंपरागत रूप से न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कार्यपालिका से स्वतंत्रता के रूप में परिभाषित किया जाता था। न्यायपालिका की स्वतंत्रता का मतलब अब भी सरकार से स्वतंत्रता है। लेकिन न्यायपालिका​​​​​​ की स्वतंत्रता के मामले में केवल यही बात नहीं है। अदालतों पर दबाव डालते हैं प्रेशर ग्रुप उन्होंने कहा कि हमारा समाज बदल गया है। खासकर सोशल मीडिया के आने से इंटरेस्ट ग्रुप, प्रेशर ग्रुप इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का यूज करके अदालतों पर उनके पक्ष में फैसला लेने के लिए दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। सीजेआई ने कहा कि अगर जज इन प्रेशर ग्रुप के पक्ष में फैसला देते हैं तो ये ग्रुप न्यायपालिका को स्वतंत्र कहते हैं। अगर जज ऐसा नहीं करते हैं तो न्यायपालिका स्वतंत्र नहीं हैं। इसी बात पर मेरी आपत्ति है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र होने के लिए एक न्यायाधीश के पास यह निर्णय लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए कि उनका विवेक उन्हें क्या बताता है। निश्चित तौर पर ये विवेक कानून और संविधान द्वारा निर्देशित होता है। जजों को फैसले की छूट दी जानी चाहिए चंद्रचूड़ ने कहा कि मुझे स्वतंत्र तब कहा गया जब मैंने सरकार के खिलाफ फैसला सुनाया और चुनावी बॉन्ड को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि जब आप चुनावी बॉन्ड पर फैसला करते हैं, तो आप बहुत स्वतंत्र होते हैं, लेकिन अगर सरकार के पक्ष में फैसला आता है, तो आप स्वतंत्र नहीं हैं। ये स्वतंत्रता की मेरी परिभाषा नहीं है। न्यायाधीशों को मामलों पर फैसला करने की छूट दी जानी चाहिए। किसी मामले का गुण-दोष मीडिया में दिखाए जाने से अलग कार्यक्रम में सीजेआई से दिल्ली दंगों मामले में जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद की जमानत याचिका पर सुनवाई में देरी को लेकर सवाल किया गया। सीजेआई ने जवाब म

Dainik Bhaskar बेंगलुरु में दोस्तों की शर्त के कारण युवक की मौत:ऑटो रिक्शा दिलाने का लालच देकर पटाखे के डिब्बे पर बिठाया, ब्लास्ट के कारण गई जान

कर्नाटक के बेंगलुरु का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जो दिवाली की रात का बताया जा रहा है। इसमें नजर आ रहा है कि एक युवक डिब्बे पर बैठा हुआ है। अचानक से डिब्बे में ब्लास्ट हो जाता है और युवक जोर से जमीन पर गिरता है। इसके कुछ देर बाद उसकी मौत हो जाती है। घटना को चार तस्वीरों में देखिए... निजी अंगों में चोट के कारण गई जान पुलिस ने बताया कि शबरीश और उसके दोस्तों ने दिवाली की रात शराब पी थी। इसके बाद सभी कोनानाकुंटे इलाके में जुटे। बेरोजगार शबरीश से उसके दोस्तों ने ऑटोरिक्शा दिलाने की बात कही। उससे पटाखे वाले डिब्बे पर बैठने की शर्त रखी। नशे में धुत शबरीश ने शर्त मानी। दोस्तों ने पटाखा जलाया और उस पर डिब्बा रखा दिया। शबरीश उस पर बैठ गया। उसके दोस्त वहां से चले गए। पटाखा फटा और शबरीश हवा में उछल कर सड़क पर आ गिरा। कुछ सेकेंड बाद वो सड़क पर लेट गया। शबरीश के दोस्त उसके पास आए। उसे उठाने लगे लेकिन शबरीश नहीं उठा। इसके बाद सभी दोस्त शबरीश को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दक्षिण बेंगलुरु एसपी लोकेश जगलासर ने कहा कि डॉक्टरों के मुताबिक ब्लास्ट के कारण शबरीश के निजी अंगों में गहरी चोट आई थी। इसके कारण उसकी मौत हो गई। एसपी ने कहा कि घटना का वीडियो सामने आया था। शबरीश के दोस्तों के पहचान की गई। 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

Dainik Bhaskar CJI चंद्रचूड़ बोले-मेरे रिटायरमेंट के बाद कोर्ट सुरक्षित हाथों में:राजनीति में परिपक्वता जरूरी; जजों पर संदेह करना व्यवस्था को बदनाम करने जैसा

सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- जस्टिस संजीव खन्ना बेहद शांत इंसान हैं। गंभीर और विवादित मामलों में भी मुस्कुरा सकते हैं। मेरे रिटायरमेंट के बाद कोर्ट सुरक्षित हाथों में है। एक मीडिया हाउस के इवेंट में पहुंचे CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि राजनीति में परिपक्वता होनी चाहिए। जजों पर संदेह करना, व्यवस्था को बदनाम करना है। CJI चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस होंगे। वे 11 नवंबर को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। गणेश पूजा पर पीएम के आने पर कहा- यह सार्वजनिक मुलाकात थी CJI चंद्रचूड़ ने गणेश पूजा पर प्रधानमंत्री मोदी के घर आने पर हुए विवाद को लेकर कहा- मैं आस्थावान व्यक्ति हूं और सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान करता हूं। पीएम का मेरे घर आना गलत नहीं है। यह निजी मुलाकात नहीं बल्कि सार्वजनिक मुलाकात थी। शक्तियों के बंटवारे का मतलब यह नहीं है कि न्यायपालिका और कार्यपालिका की मीटिंग नहीं होगी या उनमें संवाद नहीं होगा। मैं आस्थावान व्यक्ति हूं, यह मेरा जीवन मंत्र है- CJI चंद्रचूड़ CJI ने अयोध्या फैसला सुनाने से पहले भगवान से प्रार्थना की थी। इस बयान के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा- यह सोशल मीडिया की समस्या है। आपको उस जगह की पृष्ठभूमि पता होनी चाहिए जहां मैं बोल रहा था। मैं अपने गांव गया था, पुणे से डेढ़ घंटे की दूरी पर और मुझसे जो सवाल पूछे गए उनमें से एक था कि आप कैसे स्थिर या शांत रहते हैं। CJI ने कहा- हर किसी का अपना मंत्र होता है। मेरा मंत्र, मेरा मतलब धार्मिक मंत्र नहीं था, बल्कि जीवन का मंत्र था। ठीक वैसे, जैसे कोई व्यक्ति व्यायाम करना चाहता है। जहां तक मेरा सवाल है, मैं हर सुबह एक घंटा इस बात पर विचार करने में बिताता हूं कि मैं दिन भर के अपने काम को कैसे संभालूंगा। जस्टिस चंद्रचूड़ बोले- जब मैंने कहा कि मैं देवता के सामने बैठता हूं, तो इसमें कोई संकोच या बचाव नहीं करता कि मैं आस्थावान व्यक्ति हूं। मैं हर धर्म का सम्मान करता हूं। हम इसी तरह का काम करते हैं। मेरा एक खास धर्म को मानने का, इस बात से कोई लेना-देना नहीं कि मैं अलग-अलग धर्मों के लोगों के साथ कैसा व्यवहार करूंगा जो हमारे सामने न्याय मांगने के लिए अदालत आते हैं। जस्टिस संजीव खन्ना होंगे अगले CJI CJI चंद्

Dainik Bhaskar उत्तराखंड में 36 मौतों की आंखों देखी:100 फीट खाई में लटके युवक ने किया फोन; यात्री बोले-खिड़कियों से नीचे गिर रहे थे लोग

'मेरे भाई विनोद पोखरियाल बस में ड्राइवर के सामने वाली सीट पर बैठे थे। जब बस खाई में गिरी तो, वो खिड़की से निकलकर नीचे गिर पड़े। लेकिन, बीच में लगे एक पेड़ ने उनकी जान बचा ली। वो मुझसे मिलने के लिए ही रामनगर आ रहे थे। सुबह करीब 8 बजे मेरे पास उनकी कॉल आई। विनोद ने बेहद घबराई आवाज में कहा- मैं 100 फीट गहरी खाई में पेड़ पर लटका हूं, मुझे बचा लो प्लीज।' ये कहना है उत्तराखंड में हादसे में बचे यात्री विनोद के भाई अरुण का। अल्मोड़ा में यात्रियों से भरी बस 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 लोगों की जान चली गई, जबकि 19 अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। रेस्क्यू में देरी हुई। घायलों को जल्द इलाज नहीं मिल सका। इन सबको लेकर उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार आरोपों के घेरे में है। दैनिक भास्कर की टीम हादसे की वजह और हालात समझने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंची। इस हादसे की पूरी दास्तां उनसे समझने की कोशिश की, जो उस वक्त बस में सवार थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... 60 यात्रियों को लेकर रामनगर से चली थी बस उत्तराखंड के नैनीताल जिले में आने वाला रामनगर जिम कार्बेट पार्क देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मशहूर है। इसी रामनगर से एक रास्ता जिम कार्बेट के जंगल के बीच से होते हुए आगे मर्चुला को जाता है। रामनगर से करीब 30 किमी दूर स्थित मर्चुला से एक सड़क सीधे पौढ़ी के लिए निकलती है, जबकि दूसरी सड़क कुमाऊं और गढ़वाल रीजन के बीच से होते हुए गोली खाल, सराय खेत को जाती है। ये सड़क बेहद सकरी है और इसकी हालत बेहद खराब है। जिम कार्बेट के बीच पड़ने और सिंगल रोड होने की वजह से दिन ढलने के बाद इस सड़क पर आवागमन बंद कर दिया जाता है। इसलिए इस रोड से जुड़े गांवों के लोग कामकाज निपटाने के लिए सुबह जल्दी घरों से निकलते हैं। दिन ढलने से पहले घर लौट आते हैं। इसी रोड पर सराय खेत से पहले एक गांव है किनाथ बराथ। ये गांव पौढ़ी जिले में आता है। इसी किनाथ बराथ से गढ़वाल मोटर्स यूजर्स (GMU) की बस रोजाना रामनगर तक चलती है। सोमवार को भी यही बस सुबह ठीक 6:15 बजे 60 से अधिक यात्रियों को लेकर रामनगर के लिए चली थी। बस में ज्यादातर लोग आसपास के गांवों के रहने वाले थे। रामनगर में अपनी जरूरत का सामान लेने निकले थे। सोमवार को सुबह करीब 7:30 बजे मर्चुला पहुंचने से तीन किमी पहले कुप्पी बैंड के पास (अल्मोड़ा जिले की सीमा में) ये बस 150 फीट ग

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, 87 दिन बाद आरोप तय:आरोपी संजय बोला- ममता सरकार मुझे फंसा रही, मुझसे मुंह बंद रखने कहा गया

पश्चिम बंगाल की सियालदह कोर्ट ने कोलकाता आरजी कर कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। 11 नवंबर से मुकदमे की रोजाना सुनवाई होगी। सोमवार को पेशी के बाद पुलिस जब संजय को बाहर लेकर निकली तो पहली बार वह कैमरे पर कहता नजर आया कि ममता सरकार उसे फंसा रही है। उसे मुंह न खोलने की धमकी दी गई है। आरजी कर अस्पताल में 8 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर किया गया था। 9 अगस्त को विक्टिम की बॉडी मिली थी। घटना के विरोध में डॉक्टरों ने 42 दिन तक प्रदर्शन किया था। CBI ने चार्जशीट में आरोपी माना सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने अपनी चार्जशीट में संजय रॉय को मुख्य आरोपी बताया है। इसके अलावा केस को गैंगरेप की बजाए रेप केस बताया है। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि पीड़ित के शरीर से मिला सीमन सैंपल और खून आरोपी से मैच हो चुका है। वहीं क्राइम सीन पर मिले छोटे बाल भी फोरेंसिक जांच के बाद आरोपी के बालों से मैच हो गए हैं। CBI की चार्जशीट में 100 गवाहों के बयान, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट, CCTV फुटेज, फॉरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा वारदात के दिन आरोपी का इयरफोन और मोबाइल ब्लूटूथ से कनेक्ट हो गया था। इसे भी चार्जशीट में अहम सबूत माना गया है। सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है मामला गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में एक्शन लेते हुए डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाने और वर्कप्लेस पर बेहतर स्थिति के निर्देश दिए थे। कलकत्ता हाईकोर्ट ने केस की जांच कोलकाता पुलिस से लेकर CBI को सौंप दी थी। CBI ने संजय रॉय को इस केस का एकमात्र आरोपी पाया है। हालांकि मामले में शामिल होने के आरोप में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता रेप मर्डर केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... कोलकाता रेप-मर्डर, डॉक्टर बोले- CBI-कोर्ट केस को खींच रहे:बस तारीखें मिल रहीं; हम क्यों प्रोटेस्ट कर रहे, CM को पता नहीं जगह- कोलकाता का आरजी कर हॉस्पिटल। तारीख 21 अक्टूबर। रात का वक्त था। हॉस्पिटल से कुछ दूर एक टेंट लगा है। यहां मौजूद लोग नारे लगा रहे थे। एक तरफ 8 डॉक्टर लेटे थे। वे बीते 16 दिन से भूख हड़ताल पर थे। अनशन 14 डॉक्टरों ने शुरू किया था, लेकिन 6 डॉक्टर हालत बिगड़ने की वजह से हॉस्पिटल में हैं। उनक

Dainik Bhaskar एमपी के थानों में मंदिर निर्माण पर रोक:हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा सवाल- किसके आदेश पर बन रहे; सीएस और डीजीपी को नोटिस

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (जबलपुर) ने सोमवार को जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए थानों में निर्माणाधीन मंदिरों पर रोक लगा दी है। राज्य सरकार से पूछा है, 'आखिरकार कैसे शासकीय जमीन पर मंदिर बन रहे हैं।' हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैथ की डिवीजन बेंच ने मुख्य सचिव अनुराग जैन, डीजीपी सुधीर सक्सेना को नोटिस देकर जवाब मांगा है। नोटिस गृह विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग को भी दिए गए हैं। जबलपुर के ओपी यादव की याचिका पर हाईकोर्ट ने सुनवाई की। अगली तारीख 19 नवंबर दी है। याचिकाकर्ता के वकील सतीश वर्मा ने बताया... थानों में थानेदार धार्मिक स्थल बनवा रहे हैं। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है। 20 साल पहले 2003 में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बारे में आदेश दिए थे कि सार्वजनिक स्थान, खासकर ऑफिस, पब्लिक रोड पर धार्मिक स्थलों का निर्माण नहीं होना चाहिए। याचिका में जबलपुर के थानों में बने मंदिरों के फोटो याचिकाकर्ता ओपी यादव ने जबलपुर शहर के सिविल लाइन, लार्डगंज, मदनमहल और विजय नगर थाने में बने मंदिरों की फोटो भी याचिका में लगाई। बताया था कि पुलिस अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। यह खबर भी पढ़ें भोपाल के थाने में बने मंदिर में सुदंरकांड पर गर्मा चुकी सियासत चार महीने पहले भोपाल में अशोका गार्डन थाने के अंदर बने हनुमान मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं के सुंदरकांड पाठ करने पर सियासत हो चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और अन्य नेता टीआई हेमंत श्रीवास्तव की शिकायत करने पीएचक्यू पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र से टीआई को सस्पेंड करने की मांग की थी। पढ़िए पूरी खबर

Dainik Bhaskar आगरा में एयरफोर्स का विमान क्रैश:उड़ते वक्त आसमान में आग लगी, खेत में जलते हुए गिरा, दोनों पायलट पहले ही इजेक्ट हुए

आगरा में सोमवार को एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। उड़ते वक्त ही विमान में आग लग गई। पलक झपकते ही आग का गोला बना विमान खेत में आ गिरा। हादसे के वक्त विमान में 2 पायलट थे। दोनों आग लगने से चंद सेकंड पहले ही विमान से बाहर निकल आए। यानी दोनों पायलट समय रहते इजेक्ट हो गए। विमान कागारौल के सोंगा गांव के पास खाली खेतों में गिरा है। एयरफोर्स ने विमान हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस विमान ने आगरा के खेड़िया हवाई पट्‌टी से उड़ान भरी थी। हालांकि, इसकी ऑफिशियल पुष्टि नहीं हो पाई है। एयरफोर्स के अफसर, डीएम और पुलिस मौके पर पहुंच रही है। अभी जहां विमान गिरा है वहां पर ग्रामीण इकट्ठा हैं। विमान के क्रैश होने की तस्वीरें... इस खबर को अपडेट किया जा रहा है....

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला-बैन के बावजूद दिल्ली में पटाखे क्यों चले:दिल्ली सरकार-पुलिस से पूछा- अगली दीवाली ऐसा न हो, इसके लिए क्या कदम उठाएंगे

सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के दौरान दिल्ली में कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होने पर दिल्ली सरकार और पुलिस को फटकार लगाई है। कोर्ट ने सुओ-मोटो एक्शन लेते हुए कहा कि राज्य में पटाखों पर बैन का मुश्किल से ही पालन हो सका। कोर्ट ने कहा कि कुछ ऐसा करना होगा ताकि अगले साल दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध के आदेशों का उल्लंघन न हो। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि बैन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कैंपस सील करने जैसी सख्त कार्रवाई की जरूरत है। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और पुलिस आयुक्त से पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए उठाए गए कदमों पर एक हफ्ते में जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी। पराली पर पंजाब-हरियाणा से भी मांगा जवाब सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी ने बताया कि दिवाली के समय खेतों में आग लगने की घटनाएं बहुत ज्यादा होती हैं। दिवाली से एक दिन पहले 160 खेतों में आग लगी थी, जबकि दिवाली के दिन यह संख्या 605 हो गई। प्रदूषण का प्रतिशत 10 से बढ़कर लगभग 30 हो गया था। बेंच ने पंजाब और हरियाणा सरकारों से अक्टूबर के आखिरी 10 दिनों के दौरान खेतों में आग लगने और पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने पर 14 नवंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार हलफनामा दाखिल करते समय यह भी बताएगी कि क्या राज्य की सीमा के भीतर खेतों में आग लगने की घटनाएं हुई हैं। दिल्ली में प्रदूषण से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली में AQI-400 पार, सांस के मरीज 35% बढ़े, 6 दिन तक प्रदूषण कम होने के आसार नहीं दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। 4 नवंबर को लगातार दूसरे दिन दिल्ली की हवा गंभीर कैटेगरी में दर्ज की गई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली के कई मॉनिटरिंग स्टेशनों में AQI 400 के पार रिकॉर्ड किया गया। प्रदूषण बढ़ते ही दिल्ली के अस्पतालों में खांसी, जुकाम, बुखार, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रॉनिक ऑबस्ट्रेक्टिव पल्मोनरी डिजीज (CPOD) जैसे सांस से जुड़ी बीमारियों के मरीज 35% बढ़ गए हैं। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर मीटिंग बेनतीजा:किसानों ने सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के सामने 12 मांगें रखी; डल्लेवाल बोले- भूख हड़ताल शुरू करूंगा

हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर फरवरी महीने से बैठे किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए सोमवार (4 नवंबर) को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा भवन में मीटिंग हुई। मीटिंग की अध्यक्षता रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह ने की। मीटिंग में किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल नहीं पहुंचे। पंधेर ने मीटिंग में आने से मना कर दिया था। डल्लेवाल की सेहत खराब होने की वजह से उनके मेंबर मीटिंग में शामिल हुए। किसानों ने अपनी 12 मांगें सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के सामने रखी। किसानों ने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तक तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। दैनिक भास्कर से बातचीत में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि आने वाले पार्लियामेंट के सेशन से मैं भूख हड़ताल शुरू करूंगा। सरकार की तरफ ये शामिल हुए मीटिंग में जस्टिस नवाब सिंह के अलावा, पूर्व IPS अधिकारी पीएस संधू, गुरु नानक यूनिवर्सिटी, अमृतसर के प्रोफेसर देवेंद्र शर्मा, एग्रीकल्चर एंड इकोनॉमिक एक्सपर्ट रणजीत सिंह, डॉ. सुखपाल सिंह, हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बीआर कम्बोज, हरियाणा और पंजाब के चीफ सेक्रेटरी और DGP शामिल हुए। फरवरी से चल रहा संघर्ष फसलों पर MSP की गारंटी को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से हड़ताल पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने पंजाब की तरफ बॉर्डर पर स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।

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