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Dainik Bhaskar चेन्नई-कैंसर पेशेंट के बेटे ने डॉक्टर को चाकू मारा:आरोपी को लगता था मां को गलत दवा दी जा रही, डॉक्टर से बात करने गया था
चेन्नई के सरकारी अस्पताल में बुधवार को एक कैंसर पेशेंट महिला के बेटे ने डॉक्टर पर चाकू से 7 वार किए। डॉक्टर के सिर, पेट, सीने पर चोटें आई हैं। उसका इलाज किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक आरोपी का नाम विग्नेश है, वो अपनी मां के इलाज से नाखुश था। उसे लगता था कि डॉक्टर बालाजी उसकी मां को गलत दवाइयां दे रहा है। इसीलिए विग्नेश सीनियर डॉक्टर बालाजी से बात करने गया था। विग्नेश ने रूम के दरवाजे बंद कर दिए और डॉ. बालाजी को चाकू मारना शुरू कर दिया। अस्पताल में मौजूद स्टाफ और लोगों ने विग्नेश की पिटाई की और उसे पुलिस को सौंप दिया। डॉक्टर खुद हार्ट पेशेंट, पेसमेकर लगा तमिलनाडु के हेल्थ मिनिस्टर मा. सुब्रमण्यम ने कहा कि डॉ. बालाजी ICU में भर्ती हैं, लेकिन उनकी हालत अब स्थिर है। साथी डॉक्टर ने बताया कि बालाजी ओन्कोलॉजिस्ट हैं। वे खुद हार्ट पेशेंट हैं और उन्हें पेसमेकर लगा है। उन पर ओपीडी में हमला हुआ। हमला होने पर डॉक्टर मदद के लिए चिल्लाए। लोगों ने बाहर से दरवाजा खोला और डॉक्टर को बचाया। आरोपी चुपचाप अस्पताल के बाहर जाने लगा, उसे थोड़ी दूर जाने पर सिक्योरिटी ने रोक लिया। इसके बाद लोगों ने आरोपी को पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी की मां की 6 बार कीमो थेरेपी हुई पुलिस ने बताया कि विग्नेश अपनी मां के इलाज से असंतुष्ट था। वह सोचता था कि डॉक्टर मां का सही इलाज नहीं कर रहे हैं और गलत दवाएं दी जा रही हैं। इसके बाद विग्नेश ने अपनी मां को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पता चला कि फेफड़े में प्रॉब्लम है। विनेश सरकारी अस्पताल लौटा। वह डॉक्टर से इलाज पर बात करने गया था, लेकिन हमला कर दिया। डॉक्टर और आरोपी के बीच क्या बात हुई इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। CM स्टालिन ने दिए जांच के आदेश तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने घटना की जांच के आदेश दिए है। X पर पोस्ट कर CM ने कहा- समय की परवाह किए बिना सरकारी अस्पतालों में जाने वाले मरीजों को उचित उपचार देने में हमारे सरकारी डॉक्टरों का निस्वार्थ कार्य अतुलनीय है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने ऐसी घटना दोबारा न हो यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। डॉक्टरों ने हड़ताल का ऐलान किया चेन्नई में सीनियर डॉक्टर पर चाकू से हमले के बाद, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा फिर से
Dainik Bhaskar मेरठ के MBA स्टूडेंट का 'हत्यारा' पुलिसवाला निकला:पंजाब से पकड़ा गया; कॉन्स्टेबल बोला- गाड़ी तेज चलाने पर मुझे टोका था
मेरठ के MBA स्टूडेंट की अहमदाबाद में पुलिस कॉन्स्टेबल ने हत्या की थी। उसे चाकू से गोद दिया था। 10 नवंबर को बॉडी मिलने के बाद अहमदाबाद पुलिस कातिल को ढूंढ रही थी। बुधवार को पंजाब से कॉन्स्टेबल को अरेस्ट कर लिया गया। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के मुताबिक, इसी कॉन्स्टेबल वीरेंद्र सिंह पढियार ने स्टूडेंट को मार डाला था। कॉन्स्टेबल उस दिन छुट्टी पर था। पूछताछ में उसने कबूल किया कि गाड़ी तेज चलाने पर स्टूडेंट ने मुझे टोका था। मना करने पर भिड़ा, यही मुझे पसंद नहीं आया। इसलिए मार डाला। वीरेंद्र सिंह अहमदाबाद की सरखेज पुलिस स्टेशन की इन्वेस्टिगेशन टीम में तैनात है। वीरेंद्र को पता था कि इस हत्या के बाद उसकी लोकेशन ट्रेस हो सकती है। इसलिए वह पंजाब भाग गया था। वहां एक होटल में रूम लेकर रहने लगा। इस दौरान मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया था। लेकिन, टोल के CCTV और लोकेशन का पीछा करती हुई क्राइम ब्रांच पंजाब पहुंची और वहां से वीरेंद्र को पकड़ लिया। अब उसे अहमदाबाद लाया जा रहा है। कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस आरोपी को जेल भेजेगी। मेरठ में छात्र के परिवार को इस बारे में बता दिया गया है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए... मेरठ के कारोबारी का बेटा था प्रियांशु, दिवाली पर घर आया था मेरठ के तिरुपति गार्डन, रुड़की रोड पर रहने वाले पंकज जैन बिजनेसमैन हैं। उनकी शारदा रोड पर ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स की फैक्ट्री है। मां रीनू जैन गृहिणी हैं। इनका इकलौता बेटा प्रियांशु जैन (23) अहमदाबाद में MICA कॉलेज से MBA कर रहा था। परिवार के लोगों ने बताया- प्रियांशु 2 साल पहले MBA करने अहमदाबाद गया था। अभी दिवाली पर वह मेरठ अपने घर त्योहार मनाने आया था। 4 नवंबर को फेस्टिवल सेलिब्रेट करने के बाद अहमदाबाद लौट गया था। प्रियांशु ने मिठाई खाने के लिए बुलेट रोकी थी अहमदाबाद में रविवार रात वह अपने दोस्त के साथ बुलेट से जा रहा था। सूट की नाप देने के बाद प्रियांशु और पृथ्वीराज नाश्ता करने के लिए वकील बृज के पास गए। नाश्ता करने के बाद दोनों कॉलेज जा रहे थे। जब वे सन साउथ स्ट्रीट परिसर में पहुंचे, तो प्रियांशु को मिठाई खाने की इच्छा हुई। दोनों ने बेकरी पर बुलेट रोकी और केक लेने पहुंच गए। जब वे केक लेकर हॉस्टल जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार कार उनके पास से गुजरी। इस पर प्रियांशु ने ड्राइवर से कहा- इतनी जोर से क्यों गाड़ी चला रहे ह
Dainik Bhaskar राहुल ने वायनाड में जिपलाइनिंग की, VIDEO:300 मीटर की ऊंचाई से दिखाई वायनाड की खूबसूरती; बोले- ये मेरे लिए राजनीति से बढ़कर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार (12 नवंबर) को केरल के वायनाड में जिपलाइनिंग की। 400 मीटर लंबी ये जिपलाइन केरल की सबसे लंबी जिपलाइन है। राहुल ने इस एडवेंचर स्पार्ट्स का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया। उन्होंने कहा कि लैंडस्लाइड के चलते वायनाड के टूरिज्म को नुकसान पहुंचा है, लेकिन मैं बता दूं कि उसका असर सीमित क्षेत्र में था। वायनाड एकदम सुरक्षित है। एडवेंचर पार्क में राहुल के साथ उनकी बहन प्रियंका भी गईं थी, हालांकि उन्होंने जिपलाइनिंग नहीं की। दोनों ने एडवेंचर पार्क के कर्मचारियों से बातचीत की। राहुल ने वीडियो में कहा कि हालिया चुनौतियों के बावजूद इन लोगों ने हार नहीं मानी है। इन्होंने वायनाड में जबरदस्त अट्रैक्शंस बनाए हैं। मैंने खुद जिपलाइन ट्राई की, और मुझे इसमें बहुत मजा आया। राहुल ने कहा कि ये मेरे लिए पॉलिटिक्स से बढ़कर है। वायनाड के लोगों ने मेरे दिल में जगह बनाई है। प्रियंका और मैंने इसे अपना मिशन बनाया है कि वायनाड को केरल का टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाना है। वायनाड भारत की बेहतरीन चीजों को दर्शाता है- खूबसूरत नजारे, रंग-बिरंगी संस्कृति और बेजोड़ दृढ़ता। राहुल गांधी के एडवेंचर की तस्वीरें देखें... चुनावी रैली में राहुल ने पहनी I Love Wayanad टीशर्ट राहुल ने सोमवार को वायनाड में अपनी बहन प्रियंका के लिए चुनावी रैली की थी। इस दौरान वे अपनी ट्रेडमार्क सफेद टीशर्ट में नजर आए, जिसके पीछे 'I ???? Wayanad' लिखा था। प्रियंका के साथ रैली करते हुए उन्होंने वायनाड के लोगों को ये टीशर्ट दिखाई। राहुल ने कहा कि वायनाड के लोगों ने उन्हें इतना स्नेह दिया कि उनकी पूरी राजनीति का दृष्टिकोण बदल गया। यहां आने के बाद उन्होंने राजनीति में 'प्यार' शब्द का इस्तेमाल शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि आपसे मिले प्यार के प्रति आभार जताने के लिए मैंने 'आई लव वायनाड' टीशर्ट पहनी है। राहुल गांधी के रायबरेली सीट चुनने के बाद वायनाड सीट से कांग्रेस ने प्रियंका को कैंडिडेट बनाया है। यह प्रियंका गांधी का पहला लोकसभा चुनाव है। उनका मुकाबला भाजपा की नाव्या हरिदास से है। वायनाड में आज चुनाव हो रहा है। रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा। वायनाड में राहुल के भाषण की मुख्य बातें... 1. वायनाड ने मुझे राजनीति में प्यार शब्द सिखाया राहुल ने कहा कि वायनाड ने पांच साल में मेरी राजनीति और काम के प्रति सोच को
Dainik Bhaskar सुखबीर बादल की टांग टूटी:अकाल तख्त सचिवालय में कुर्सी टूटने से नीचे गिरे, पैर पर लगा प्लस्तर
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से अपनी सजा पर जल्दी फैसला लेने की अपील की है। अकाल तख्त की ओर से तनखैया घोषित किए जा चुके सुखबीर बादल ने बुधवार को जत्थेदार को आवेदन देकर यह अपील की। सुखबीर बादल बुधवार को अमृतसर में गोल्डन टेंपल स्थित अकाल तख्त साहिब सचिवालय पहुंचे और इससे जुड़ा लिखित आवेदन सौंपा। इस दौरान कुर्सी से गिर जाने के कारण सुखबीर बादल की टांग भी टूट गई। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी टांग में फ्रेक्चर हुआ है। दरअसल सुखबीर बादल जब अकाल तख्त साहिब के सचिवालय में रिवॉल्विंग चेयर पर बैठे थे तो अचानक उनकी कुर्सी टूट गई। इस दौरान सुखबीर की एक टांग पर दबाव पड़ गया। पैर में दर्द होने पर उन्हें तुरंत अमृतसर के गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने एक्स-रे किया तो पता चला कि सुखबीर बादल के पैर में फ्रैक्चर हो गया है। डॉक्टरों ने सुखबीर को रेस्ट की सलाह दी है। अस्पताल में दिखाने के बाद सुखबीर बादल व्हील चेयर पर अस्पताल से बाहर निकले। इस दौरान उनके एक पैर पर प्लस्तर बंधा हुआ था। इससे पहले, गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के बाद सुखबीर ने कहा कि कई बरसों से अकाली दल के खिलाफ घटिया अभियान चल रहा है। कुछ लोगों ने पार्टी से बगावत कर अकाल तख्त में शिकायत की थी, जिस पर सिंह साहिबान ने मुझसे स्पष्टीकरण मांगा। मैंने तुरंत स्पष्टीकरण दिया और अकाली दल के अध्यक्ष के नाते सबकुछ अपने अपने ऊपर ले लिया। सुखबीर ने कहा कि दुनिया के हर सिख की तरह अकाली दल के लिए भी अकाल तख्त सर्वोच्च है। हर सिख को अकाल तख्त के आदेश का पालन करना चाहिए। बोले- हर आदेश स्वीकार सुखबीर ने कहा कि मुझे अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित किया था। उसके अगले ही दिन मैं यहां पहुंच गया। मैं कह चुका हूं कि अकाल तख्त से जो भी आदेश दिया जाएगा, एक सिख होने के नाते मैं उसे स्वीकार करूंगा। मैं आज गुहार लगाने आया हूं कि मुझे तनखैया घोषित किए ढाई माह से अधिक हो गए। मैं सिंह साहिबान के चरणों में प्रार्थना करता हूं कि अगर संभव हो तो वह मेरी सजा का आदेश जल्दी सुना दें। सुखबीर ने कहा कि मेरी कुछ व्यक्तिगत जिम्मेदारियां भी हैं। इसी वजह से मैं अपील करता हूं कि मेरी सजा के मामले में सिख मर्यादाओं के मुताबिक जल्द से जल्द आदेश दिए जाएं। मैंने आज तक अकाल तख्त के हर आदेश का पालन किया
Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में हिमाचल सरकार पर बिंदल का जुबानी हमला:बोले-कांग्रेस ने दी झूठी गारंटी, महाराष्ट्र की जनता इनके झांसे में न आए
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने बुधवार को नागपुर में हिमाचल सरकार पर निशाना साधा। बिंदल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कांग्रेस ने 2022 में हिमाचल विधानसभा चुनाव में जनता को गारंटियां दी। जनता ने कांग्रेस के लोक लुभावने वादों में आकर कांग्रेस को सत्ता में बैठाया। मगर आज तक कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। बिंदल ने कहा कांग्रेस ने वोट लेने के लिए झूठी गारंटी दी। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने 18 साल से अधिक आयु की 28 लाख महिलाओं को 1500-1500 रुपए देने का बहनों से वादा किया। इसे आज तक पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हर साल एक लाख नौकरी देने का वादा करके सत्ता हासिल की। इस वादे को भी पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा किसानों से किया गया 80 और 100 रुपए में दूध खरीद और गोबर लेने का वादा भी अधूरा है। 300 यूनिट दूर, पूर्व सरकार द्वारा दी जा रही मुफ्त बिजली भी बंद बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान 300 यूनिट बिजली मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। 300 यूनिट तो दूर है, पूर्व सरकार द्वारा निशुल्क दी जा रही बिजली भी बंद कर दी गई। प्रदेश में पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थान बंद किए गए। इसके विपरीत बिजली, डीजल और पानी को महंगा किया गया। महाराष्ट्र की जनता कांग्रेस के धोखे में न आए- बिंदल राजीव बिंदल ने महाराष्ट्र की जनता से अपील की कि कांग्रेस के झांसे में न आए और भाजपा को अपना आशीर्वाद देकर जिताएगी। हाईकमान ने महाराष्ट्र बुलाए हिमाचल के नेता बता दें कि बीजेपी हाईकमान ने हिमाचल सरकार पर हमला बोलने के लिए प्रदेश के बीजेपी नेताओं को महाराष्ट्र बुलाया है। बीते दिन (मंगलवार) अनुराग ठाकुर ने मुंबई में हिमाचल सरकार पर हमला बोला और अगले कल नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ शुरू:नॉर्थ कश्मीर में पिछले 8 दिनों में छठी मुठभेड़; किश्तवाड़ में JCO शहीद हुए थे
जम्मू-कश्मीर में कुलगाम जिले में बुधवार दोपहर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई है। अधिकारियों ने बताया कि ये एनकाउंटर यारीपोरा के बाडीमर्ग में चल रहा है। मंगलवार को भी कुपवाड़ा जिले के नागमर्ग इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। यहां दो आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई गई थी। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर मंगलवार देर रात तक सर्चिंग की थी, लेकिन आतंकियों का पता नहीं चल सका था। वहीं, नॉर्थ कश्मीर में पिछले 8 दिनों में यह छठी मुठभेड़ है। इससे पहले बांदीपोरा, कुपवाड़ा और सोपोर में मुठभेड़ हो चुकी है। इससे भी पहले 10 नवंबर को किश्तवाड़ के केशवान के जंगलों में एनकाउंटर हुआ था। सुरक्षाबलों को यहां 3-4 आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी, जिसके बाद सेना ने सर्चिंग की तो आतंकियों ने फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई के दौरान पैरा स्पेशल फोर्स के 4 जवान घायल हुए थे। इलाज के दौरान नायब सूबेदार राकेश कुमार की मौत हो गई थी। 2 दिन में 3 एनकाउंटर, सोपोर में 3 आतंकी ढेर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पिछले 2 दिन में 3 मुठभेड़ हुईं। सुरक्षाबलों ने नवंबर महीने के 10 दिन में 8 आतंकी मार गिराए हैं। सोपोर में 8 नवंबर को 2 आतंकी और 9 नवंबर को एक आतंकी मार गिराया था। इन इलाकों में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। पिछले 10 दिन में घाटी में हुई आतंकी घटनाएं और एनकाउंटर जम्मू-कश्मीर से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... श्रीनगर में आतंकी मुठभेड़ में फंसे दो ट्रैकर्स,100 नंबर पर सूचना दी, सेना ने फायरिंग रोककर बचाया जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बीच 2 ट्रैकर्स फंस गए। फायरिंग के बीच ट्रैकर्स ने 100 नंबर डायल करके पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद सेना ने गोलीबारी रोककर उन्हें बचाया। घटना, गुरुवार (10 नवंबर) की है। मुठभेड़ के समय ट्रैकर्स जंगल में थे। सेना ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। पूरी खबर पढ़ें... कश्मीर-लद्दाख में सीजन की पहली बर्फबारी:ऐतिहासिक मुगल रोड बंद, स्की रिसॉर्ट में पर्यटक उमड़े कश्मीर घाटी के कई पहाड़ी और मैदानी इलाकों सोमवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई। कुपवाड़ा जिले के साधना टॉप, गुरेज, पीर पंजाल रेंज, पीर की गली, सोनमर्ग सहित लद्दाख के जोजिला दर्रे में भी बर्फबारी हुई। इसके बाद गुलमर्ग और सोनमर्ग के स्की रिसॉर्
Dainik Bhaskar जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लौटाई Z सुरक्षा:केंद्र सरकार को खुद लिखा था पत्र, सरकार ने सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया
श्री दमदमा साहिब तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर Z श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने की मांग की थी। आज केंद्र सरकार ने उनकी Z श्रेणी की सुरक्षा को वापस बुला लिया है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा केंद्र सरकार को भेजे गए पत्र को स्वीकार कर लिया गया है। बता दें कि अब उनकी सुरक्षा में सिर्फ पंजाब पुलिस के जवान ही तैनात रहेंगे। पहले उनकी सुरक्षा में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में करीब 20 कर्मचारी तैनात थे, जो अब कम कर दिए गए हैं। 2 साल पहले केंद्र सरकार ने दी थी जेड सुरक्षा जानकारी के अनुसार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को केंद्र सरकार द्वारा दो साल पहले जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। हालांकि तब भी ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा सुरक्षा दिए जाने का विरोध किया था। उनके मना करने के बाद भी केंद्र सरकार ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में 6 जवान भेज दिए हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने केंद्र को सुरक्षा के लिए मना करते हुए कहा था कि श्री अकाल तख्त साहिब को उनकी तरफ से दिए गए सम्मान के लिए वह धन्यवाद करते हैं। लेकिन इसकी कोई भी जानकारी नहीं है कि इंटेलिजेंस के पास उनके लिए क्या इनपुट है। CM मान ने वापस ली थी सुरक्षा बता दें कि करीब 2 साल पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने VIP की सुरक्षा को कम कर दिया था। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा को भी आधा कर दिया था। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए अपनी पूरी सिक्योरिटी वापस करने की घोषणा कर दी थी। सिख जगत में इसका विरोध हुआ और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी इस पर ऐतराज जताया था। SGPC ने अपनी टास्क फोर्स में से 10 सुरक्षा कर्मियों को जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ लगा दिया था।
Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला- NCP अजित अपने पैरों पर खड़ी हो:आपकी अलग पहचान, उस पर चुनाव लड़ें; प्रचार में शरद पवार के फोटो-वीडियो इस्तेमाल न करें
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के चुनाव चिह्न घड़ी के विवाद पर सुनवाई की। कोर्ट ने NCP अजित पवार गुट से कहा कि आपकी अपनी अलग पहचान है, आप उस पर महाराष्ट्र का चुनाव लड़िए। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुयन की बेंच ने केस पर सुनवाई की। NCP शरद पवार की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने सोशल मीडिया पोस्ट, पोस्टर्स के फोटो दिखाए और बेंच से कहा कि NCP अजित पवार ने ये सभी चीजें कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर पब्लिश की हैं। कोर्ट रूम में शरद गुट और अजित गुट की दलीलें पिछली सुनवाई में कहा था- वक्त बर्बाद न करें, चुनाव हैं, जाकर वोटरों को लुभाएं सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में अजित और शरद पवार की NCP को नसीहत दी थी कि वे कोर्ट में अपना समय बर्बाद न करें, बल्कि चुनाव में जाकर वोटरों को लुभाएं। कोर्ट ने अजित गुट से कहा था कि अखबारों में 36 घंटे के भीतर डिस्क्लेमर छपवाएं कि घड़ी चुनाव चिह्न का मामला कोर्ट में है। शरद पवार गुट ने याचिका लगाई है चुनाव चिह्न विवाद पर शरद पवार गुट ने याचिका लगाई है। इसमें कहा गया कि अजित गुट अदालत का आदेश नहीं मान रहा, इसलिए उसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में घड़ी चिह्न के इस्तेमाल से रोका जाए। साथ ही अजित गुट को नए चिह्न के लिए आवेदन करने का निर्देश दें। सुप्रीम कोर्ट ने 24 अक्टूबर को अजित पवार गुट को राहत दी थी। अदालत ने कहा था कि NCP (अजित गुट) आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में घड़ी चिह्न का इस्तेमाल कर सकता है, लेकिन उसे चुनावी बैनर और पोस्टर्स में यह लिखना होगा कि यह विवाद का विषय है और कोर्ट में विचाराधीन है। जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस उज्जवल भुइयां की बेंच ने अजित पवार के वकील को निर्देश दिया था कि अजित गुट नया हलफनामा भी दाखिल करे। साथ ही चेतावनी दी कि यदि आदेश का उल्लंघन किया गया तो कोर्ट खुद ही अवमानना का केस शुरू करेगा। जस्टिस सूर्यकांत ने अजीत पवार के वकील बलवीर सिंह से कहा था- एक बार जब हमने निर्देश जारी कर दिया तो उसका पालन करना होगा। आप जवाब दाखिल करें और एक नया हलफनामा दें कि अतीत में भी आपने उल्लंघन नहीं किया है और भविष्य में भी आप उल्लंघन नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष हमारे निर्देशों का पालन करेंगे। अपने लिए शर्मनाक स्थिति न बनाएं। NCP के चुन
Dainik Bhaskar गुजरात के अस्पताल ने 17 मरीजों की कर दी एंजियोग्राफी:दैनिक भास्कर की पड़ताल में चौंकाने वाले खुलासे, मुफ्त कैंप लगाकर फंसाया लोगों को
अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल ने 7 मरीजों की बिना अनुमति के एंजियोप्लास्टी कर दी। इनमें से 2 की मौत हो गई। 5 मरीज फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं। यह मामला ख्याति हॉस्पिटल से जुड़ा है। आरोप है कि ये सभी ऑपरेशन अस्पताल के डॉ. प्रशांत वजीरानी ने किए। दरअसल, ख्याति हॉस्पिटल ने 10 नवंबर को महेसाणा जिले के बोरीसणा गांव में हेल्थ कैम्प लगाया था। वहां से 19 मरीजों को इलाज के लिए अहमदाबाद लाया गया। 17 मरीजों की एंजियोग्राफी की गई। इनमें से 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी कर दी गई। इनमें से दो मरीजों (महेश गिरधरभाई बारोट और नागर सेनमा) को स्टेंट लगाए गए थे, जिनकी इलाज के दौरान ही मौत हो गई। जबकि, इन दोनों मरीजों के परिवार का कहना है कि दोनों ही पूरी तरह स्वस्थ थे। सालों से बुखार तक नहीं आया था। जानकारी मिलने पर गांव वालों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। अस्पताल प्रबंधन के सभी बड़े अफसर फिलहाल फरार हैं। आरोप है कि ख्याति अस्पताल सरकारी योजना (PMJAY) का फायदा उठाने के लिए इस तरह लाकर लोगों का इलाज करता है। इस मामले में दैनिक भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं कि मुफ्त कैंप लगाने के नाम पर इस पूरे मामले को अंजाम दिया गया। नीचे पढ़ें, किस तरह हॉस्पिटल ने गांव में मुफ्त कैंप लगाकर 19 लोगों को अपना शिकार बनाया.... गांव के 19 लोगों को बस से अहमदाबाद लाया गया था अहमदाबाद में एसजी हाईवे पर राजपथ क्लब के सामने स्थित ख्याति मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने बोरीसणा गांव में मुफ्त मेडिकल कैंप लगाया था। सभी मरीजों का ब्लड टेस्ट फ्री में कराने की बात कहकर 19 लोगों को बस से अहमदाबाद लाया गया था। मेडिकल कैंप के नाम पर इन सभी लोगों से आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड की डिटेल ले ली गई थी। इतना ही नहीं, मरीजों के इलाज को लेकर उनके परिजनों को भी अंधेरे में रखा गया था। उनसे यही कहा गया था कि इन लोगों के ब्लड टेस्ट के साथ और भी कई महंगी जांच मुफ्त में होगी। इसी दौरान सभी लोगों से आधार कार्ड, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड की डिटेल ले ली गई थी। दूसरे दिन बस भेजी और 19 लोगों को ले गए भास्कर की पड़ताल में पता चला 10 नवंबर की सुबह करीब 10 बजे हॉस्पिटल की टीम बोरीसणा गांव पहुंची थी। यहां महादेव मंदिर में ही कैंप लगाया गया था। जांच में गांव के करीब 100 लोग शामिल हुए थे। इनमें से 21 लोगों की स्क्रीनिंग की गई औ
Dainik Bhaskar CM नीतीश ने फिर छुए PM मोदी के पैर, VIDEO:दरभंगा में भाषण के बाद प्रधानमंत्री को प्रणाम किया; PM ने उठाया और कुर्सी पर बिठाया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छुए हैं। दरभंगा AIIMS के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने दोनों हाथों से पैर छू कर पीएम को प्रणाम किया। हालांकि पीएम उन्हें रोकते नजर आए। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नीतीश कुमार कार्यक्रम में अपना संबोधन पूरा कर पीएम के बगल में लगी अपनी कुर्सी की ओर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री भी हाथ से उनकी कुर्सी की ओर इशारा करते दिख रहे हैं। कुर्सी पर बैठने से पहले वो झुककर दोनों हाथों से पीएम को प्रणाम करते हैं। इससे पहले 8 जून को दिल्ली में एनडीए की बैठक में भी नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को प्रणाम किया था। वहीं 3 नंवबर को पटना में सीएम ने पूर्व सांसद आरके सिन्हा के पैर छू लिए थे। वो चित्र गुप्त पूजा में शामिल होने पहुंचे थे। पहले आज की 3 तस्वीर देखिए... नीतीश बोले- हाथ उठाकर PM का अभिवादन कीजिए इससे पहले नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 'प्रधानमंत्री जी हमारी सोच से बेहतर AIIMS बनवाएंगे।' उन्होंने लोगों से हाथ उठाकर प्रधानमंत्री का अभिवादन करने को कहा। इस दौरान पोडियम से ही उन्होंने पीएम को हाथ जोड़ कर प्रणाम भी किया। नीतीश कुमार ने कहा, '2003 में पहली बार वाजपेयी जी की सरकार ने पटना एम्स बनाने का फैसला लिया था। दरभंगा एम्स बनने के बाद लोगों को फायदा होगा। इलाके का विस्तार होगा। दरभंगा मेडिकल कॉलेज का विस्तार करेंगे। इसमें 2500 बेड की व्यवस्था करेंगे।' पीएम ने की सीएम की तारीफ दरभंगा में कार्यक्रम के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आज सीएम नीतीश की जमकर तारीफ की। PM ने कहा- जंगलराज को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार की जितनी सराहना की जाए कम है। जब तक नीतीश जी सरकार में नहीं आए थे, तब तक गरीबों की समस्या को लेकर किसी को कोई चिंता नहीं थी। NDA सरकार ने पुरानी सोच और अप्रोच दोनों को बदला। 5 महीने पहले भी छूए थे पैर लोकसभा चुनाव के बाद जून महीने में दिल्ली में NDA की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया। यह बैठक दो घंटे से ज्यादा चली। गठबंधन के 13 नेताओं ने भाषण दिए, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा नीतीश के भाषण और उनके एक वायरल VIDEO की हुई थी। दरअसल, नीतीश भाषण देने के बाद मंच की तरफ आए तो उन्होंने पीएम मोदी के पैर
Dainik Bhaskar लाहौर के जहरीले धुएं से उत्तर भारत में धुंध-कोहरा:अमृतसर में विजिबिलटी 50 मीटर, दिल्ली में 8 फ्लाइट डायवर्ट; पूरे NCR में AQI 400 पार
उत्तर भारत के प्रमुख राज्य पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश धुंध और कोहरे की चपेट में आ गए हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स बताने वाली एजेंसी AQI.in के मुताबिक दोपहर 12 बजे तक दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में AQI 400 के पार रिकॉर्ड किया गया। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार सुबह 8.30 बजे तक अमृतसर में दृश्यता केवल 50 मीटर रही।हलवारा में 100 मीटर, सरस्वा में 250 मीटर, अंबाला में 300 और चंड़ीगढ़ में 400 मीटर के बाद दृश्यता नहीं थी। वहीं, पंजाब के आदमपुर, उत्तर प्रदेश के बरेली और दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर विजिबिलटी जीरो रिकॉर्ड की गई। इसके कारण दिल्ली से जयपुर जाने वाली 7 और लखनऊ जाने वाली एक फ्लाइट को डायवर्ट किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि उत्तर भारत में प्रदूषण और धुंध की यह लेयर पाकिस्तान के लाहौर से पहुंची है। स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी IQAir के मुताबिक 12 नवंबर को लाहौर दुनिया में सबसे प्रदूषित शहर था। मंगलवार की दोपहर लाहौर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 429 था, जबकि एक इलाके में रियल टाइम AQI रीडिंग 720 दर्ज की गई थी। नासा द्वारा ली गई सेटेलाइट इमेज में पाकिस्तान के लाहौर में छाए घने, विषैले धुएं के बादल अब अंतरिक्ष से भी दिखाई दे रहे हैं। लाहौर की धुंध नेचुरल नहीं, प्रदूषण के कारण न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक विशेषज्ञों का कहना है कि लाहौर में गंभीर प्रदूषण को मौसमी नहीं माना जा सकता, क्योंकि खतरनाक धुंध गर्मियों के महीनों में भी बनी रहती है। यह धुंध सिस्टमेटिक एनवायरोन्मेंटल मिसमैनेजमेंट की तरफ इशारा करता है। यह संकट केवल पराली जलाने से ही नहीं बल्कि अनकंट्रोल्ड व्हीकल एमिशन, पुरानी इंडस्ट्रियल प्रैक्टिस और पर्यावरण निगरानी में लापरवाही के कारण आया है। तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश उत्तर भारत के उलट दक्षिण में भारी बारिश से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरुर, पुदुक्कोट्टई, रामनाथपुरम, विल्लुपुरम और पुडुचेरी में भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। धुंध, काेहरे और बार
Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस- गवर्नर ने ममता सरकार से रिपोर्ट मांगी:आरोपी संजय रॉय ने खुद को बेगुनाह बताया था, पूर्व कमिश्नर पर फंसाने के आरोप
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस में आरोपी संजय रॉय ने पूर्व कमिश्नर पर खुद को फंसाए जाने के आरोप लगाए थे। इस मामले में पश्चिम बंगाल के गवर्नर सी वी आनंद बोस ने CM ममता बनर्जी से रिपोर्ट मांगी है। 11 नवंबर को सियालदह कोर्ट में पेशी के बाद संजय रॉय ने चीखते हुए मीडिया से कहा था कि उसे फंसाया गया है। कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने उसके खिलाफ साजिश रची है। साजिश में दूसरे बड़े अफसर भी शामिल हैं। मामले में संज्ञान लेते हुए गवर्नर ने CM को जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। साथ ही सरकार का पक्ष भी बताने को कहा है। जूनियर डॉक्टरों की मांग के चलते विनीत गोयल को पद से हटा दिया गया है। ममता सरकार पर भी लगाए थे आरोप इससे पहले 4 नवंबर को संजय ने पहली बार ममता सरकार पर आरोप लगाया था। सियालदह कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस जब संजय को बाहर लेकर निकली तो पहली बार वह कैमरे पर कहता नजर आया कि ममता सरकार उसे फंसा रही है। उसे मुंह न खोलने की धमकी दी गई है। CBI ने चार्जशीट में आरोपी बताया सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने अपनी चार्जशीट में संजय रॉय को मुख्य आरोपी बताया है। इसके अलावा केस को गैंगरेप की बजाय रेप केस बताया है। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि पीड़ित के शरीर से मिला सीमन सैंपल और खून आरोपी से मैच हो चुका है। वहीं क्राइम सीन पर मिले छोटे बाल भी फोरेंसिक जांच के बाद आरोपी के बालों से मैच हो गए हैं। CBI की चार्जशीट में 100 गवाहों के बयान, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट, CCTV फुटेज, फोरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा वारदात के दिन आरोपी का इयरफोन और मोबाइल ब्लूटूथ से कनेक्ट हो गया था। इसे भी चार्जशीट में अहम सबूत माना गया है। सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है मामला सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में एक्शन लेते हुए डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाने और वर्कप्लेस पर बेहतर स्थिति के निर्देश दिए थे। कलकत्ता हाईकोर्ट ने केस की जांच कोलकाता पुलिस से लेकर CBI को सौंप दी थी। CBI ने संजय रॉय को इस केस का एकमात्र आरोपी पाया है। हालांकि मामले में शामिल होने के आरोप में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया है। ------------------------------------ कोलकाता रेप मर्डर केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर
Dainik Bhaskar IPS जीपी सिंह के खिलाफ दर्ज सभी FIR रद्द:हाईकोर्ट बोला-परेशान करने के लिए झूठे केस में फंसाया, किसी भी मामले में सबूत नहीं
आय से अधिक संपत्ति, देशद्रोह और ब्लैकमेलिंग मामले में फंसे IPS जीपी सिंह को बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट ने बुधवार को उनके खिलाफ दर्ज तीनों FIR रद्द कर दी है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की बेंच ने ये आदेश दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि, उन्हें परेशान करने के लिए झूठे मामलों में फंसाया गया है। किसी भी मामले में उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। सुनवाई में चंडीगढ़ के सीनियर काउंसिल रमेश गर्ग वर्चुअल शामिल हुए। हाईकोर्ट बोला- राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया IPS जीपी सिंह ने अपने खिलाफ दर्ज सभी FIR को चुनौती दी थी। उन्होंने हाईकोर्ट में एडवोकेट हिमांशु पांडेय के जरिए याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया कि, तत्कालीन सरकार ने उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया है। किसी में कोई साक्ष्य नहीं हैं। इस दौरान हाईकोर्ट ने माना कि उन्हें परेशान करने के लिए बिना सबूतों के FIR दर्ज की गई थी। इनमें एक भी केस चलने लायक नहीं है। सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने तीनों FIR को रद्द करने का आदेश दिया है। जब्त सोना भी जीपी सिंह का नहीं जीपी सिंह के एडवोकेट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में बताया कि जिस व्यक्ति से गोल्ड सीज हुआ है, उस व्यक्ति को एसीबी ने आरोपी नहीं बनाया है। गोल्ड को जीपी सिंह का बताकर उन्हें आरोपी बना दिया गया। जिस स्कूटी से गोल्ड जब्त हुआ है, वह भी जीपी सिंह की नहीं है। स्कूटी जीपी सिंह के परिजनों के नाम पर भी रजिस्टर्ड नहीं है। एडवोकेट ने सुपेला में दर्ज एक्सटॉर्शन केस पर कहा कि, इसे सालों बाद बदले की भावना से रजिस्टर किया गया। कई साल बाद मामला दर्ज होने से मामला समझ से परे है। रेडियोग्राफी में षडयंत्र के सबूत नहीं राजद्रोह के मामले में अधिवक्ता हिमांशु पांडेय ने कोर्ट को बताया कि कागज के कटे-फटे टुकड़े जीपी सिंह के ठिकाने से मिले हैं। सिर्फ उसे ही आधार पर मानकर राजद्रोह का आरोपी बनाया गया है। उन कागजों से कोई भी साजिश रिफ्लेक्ट नहीं हो रही। एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से अदालत में पेश किए गए जवाब में भी स्पष्ट है कि कागज के टुकड़ों की रेडियोग्राफी में कोई भी स्पष्टता नहीं है। सरकार गिराने का था आरोप छत्तीसगढ़ के 1994 बैच के IPS अधिकारी जीपी सिंह के खिलाफ 2021 में ACB ने कार्रवाई की थी। सरकारी आवास सहित कई ठिकानों पर छापेमारी कर 10 करोड़ की अघोषित सं
Dainik Bhaskar बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज संभव:सरकार बोली- समुदाय विशेष को निशाना बनाने के आरोप; SC ने कहा- सबके लिए गाइडलाइन बनाएंगे
बुलडोजर एक्शन मामले में सु्प्रीम कोर्ट आज यानी बुधवार को फैसला सुना सकता है। मामले में सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस विश्वनाथन की बेंच सुनवाई कर रही है। बेंच ने 1 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था। तब बेंच ने साफ किया था कि फैसला आने तक देशभर में बुलडोजर एक्शन पर रोक जारी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर स्पष्ट किया था कि बुलडोजर एक्शन पर रोक में अवैध अतिक्रमण शामिल नहीं होगा। सड़क हो, रेल लाइन हो, मंदिर हो या फिर दरगाह, अवैध अतिक्रमण ही हटाया जाएगा। हमारे लिए जनता की सुरक्षा ही प्राथमिकता है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलीलें रखी थीं। उन्होंने कहा था- बुलडोजर एक्शन के दौरान आरोप लग रहे हैं कि समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। जो भी गाइडलाइन बनाएंगे, वे सभी के लिए होगी। ............... बुलडोजर एक्शन और सुप्रीम कोर्ट की ये खबरें भी पढ़ें... एमपी में 2 साल में 12 हजार बार बुलडोजर एक्शन, कमलनाथ ने किया ट्रायल, शिवराज ने स्पीड दी, मोहन भी इसी राह पर क्यों मध्य प्रदेश में बुलडोजर एक्शन की शुरुआत 90 के दशक में हुई थी। उस समय बुलडोजर विकास का प्रतीक था। पूर्व सीएम बाबूलाल गौर ने पटवा सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री रहते हुए अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया था। साल 2017 में योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बने। उन्होंने बुलडोजर को कानून व्यवस्था से जोड़ दिया। यूपी के इस मॉडल को 2018 में मप्र की कमलनाथ सरकार ने अपनाया। एमपी में जब शिवराज सरकार की वापसी हुई तो बुलडोजर की स्पीड बढ़ गई। पूरी खबर पढ़ें... AMU अल्पसंख्यक दर्जे पर नई बेंच फैसला करेगी:सुप्रीम कोर्ट ने 1967 का फैसला पलटा; जिसमें कहा था- यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी, माइनॉरिटी इंस्टीट्यूट नहीं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे पर फैसला अब 3 जजों की नई बेंच करेगी। सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की बेंच ने 4:3 के बहुमत से 1967 के अपने ही फैसले को पलट दिया। 8 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई संस्थान सिर्फ इसलिए अल्पसंख्यक का दर्जा नहीं खो सकता, क्योंकि उसे केंद्रीय कानून के तहत बनाया गया है। 1967 में सुप्रीम कोर्ट ने अजीज बाशा बनाम केंद्र सरकार के केस में कहा था कि केंद्र
Dainik Bhaskar हिमाचल में MLA से टकराई लेडी SP पर झूठ फैलाया:थोक में मुस्लिमों को गन लाइसेंस देने के आरोप लगे, जांच में सिर्फ 2 आवेदक निकले
हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज पर मुसलमानों को थोक में गन लाइसेंस देने के आरोप निराधार पाए गए हैं। एक RTI (राइट टू इन्फॉर्मेशन) में खुलासा हुआ है कि SP ने अपने करीब 9 महीने के कार्यकाल में मुस्लिम आवेदकों के केवल 2 गन लाइसेंस की पुलिस वैरिफिकेशन की है। SP इल्मा अफरोज ने बद्दी में तैनाती के दौरान कुल 50 गन लाइसेंस की पुलिस वैरिफिकेशन कराई है, जिसमें 48 लाइसेंस बहुसंख्यक समुदाय के आवेदकों के रहे। जिन अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित 2 लाइसेंसों की वैरिफिकेशन SP ने करवाई, उसमें एक लाइसेंस पारिवारिक सुरक्षा के लिए था, वहीं दूसरा आत्मरक्षा की दृष्टि से लिया गया है। यह खुलासा मंडी के RTI कार्यकर्ता अरविंद कुमार की ओर से मांगी गई रिपोर्ट में हुआ है। RTI के जवाब में बताया गया है कि गन लाइसेंस देना का निर्णय ADC (अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी) कार्यालय लेता है। SP इल्मा ने ये सभी गन लाइसेंस वैरिफिकेशन के लिए ADC कार्यालय ही भेजे थे। बता दें कि सोशल मीडिया पर SP इल्मा अफरोज पर आरोप लगे थे कि उन्होंने अपने कार्यकाल में थोक में मुसलमानों के गन लाइसेंस बनाए हैं। इसके साथ ही हाल ही में SP और कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी के बीच टकराव की भी खबरें सामने आई थी। SP का कांग्रेस विधायक से चल रहा टकराव SP इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक एवं CPS रामकुमार चौधरी के साथ टकराव चल रहा है। SP ने विधायक की पत्नी कुलदीप कौर की गाड़ियों के बीते दिनों चालान काटे थे। इससे विधायक नाराज हो गए। इसी तरह एक स्क्रैप कारोबारी पर SP शिकंजा कस रही थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था, लेकिन इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज लौटीं और