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Dainik Bhaskar पीएम मोदी का विवेकानंद रॉक पर 45 घंटे का ध्यान:कन्याकुमारी में 1 जून तक रहेंगे, भगवती अम्मन देवी की पूजा भी की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में 45 घंटे का ध्यान शुरू हो चुका है। वे 1 जून तक ध्यानमग्न रहेंगे। मोदी उसी जगह ध्यान कर रहे हैं, जहां 1892 में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था। लोकसभा चुनाव प्रचार का शोर थमते ही पीएम मोदी गुरुवार (30 मई) की शाम कन्याकुमारी पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले भगवती देवी अम्मन मंदिर में दर्शन-पूजन किया। पूजा के दौरान मोदी ने सफेद मुंडु (दक्षिण भारत में लुंगी की तरह पहना जाने वाला परिधान) पहना था और शॉल ओढ़े थे। पुजारियों ने उन्हें विशेष आरती कराई और प्रसाद, शॉल और देवी भगवती अम्मन की फ्रेम में मढ़ी हुई तस्वीर दी। मोदी तिरुवनंतपुरम से कन्याकुमारी हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे। यहां से वे ध्यान मंडपम तक उसी फेरी से पहुंचे, जिसमें सामान्य लोग जाते हैं। जब तक मोदी ध्यान मंडपम में हैं, पूरे कन्याकुमारी में 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा सिक्योरिटी के लिए तमिलनाडु पुलिस का कोस्टल सिक्योरिटी ग्रुप, कोस्ट गार्ड और नेवी भी तैनात है। मोदी के कन्याकुमारी दौरे को लेकर एक संगठन थंगथाई पेरियार द्रविड़र कड़गम ने मदुरै में प्रधानमंत्री के विरोध में काले झंडे दिखाए। इसी संगठन ने X पर #गोबैकमोदी (मोदी वापस जाओ) पोस्ट किया। कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 10 फोटोज... ध्यान यात्रा करने पर चुनावी कानून के तहत कोई रोक नहीं चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री की ध्यान यात्रा करने पर चुनावी कानून के तहत कोई रोक नहीं है। कांग्रेस ने 29 मई को आरोप लगाया था कि पीएम की ध्यान यात्रा आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि मोदी के ध्यान को मीडिया में प्रसारित नहीं होने दिया जाए। जानकार सूत्रों ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 का हवाला दिया। इसमें मौन अवधि के दौरान सार्वजनिक बैठकों या जनता के बीच चुनावी प्रचार और प्रदर्शन पर रोक का उल्लेख है। मतदान समाप्ति से 48 घंटे पहले मौन अवधि शुरू हो जाती है। लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज के लिए मौन अवधि गुरुवार (30 मई) शाम 6 बजे शुरू हुई। इस फेज में मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भी वोटिंग होगी। जानकारों के मुताबिक, इस कानून में वह क्षेत्र ही आता है, जहां वोटिंग होना है। चुनाव आयोग ने इसी तरह की अनुमत

Dainik Bhaskar गर्लफ्रेंड के पिता-भाई की हत्या के आरोपी ने सरेंडर किया:जबलपुर में थाने पहुंचकर बोला- मैं मुकुल सिंह, राजकुमार और तनिष्क की हत्या की थी

जबलपुर में नाबालिग गर्लफ्रेंड के पिता और भाई की हत्या के आरोपी ने सरेंडर कर दिया। आरोपी मुंह पर कपड़ा बांधकर गुरुवार रात करीब 11.45 बजे सिविल लाइन थाने पहुंचा और बोला, मैं मुकुल सिंह। मैंने राजकुमार विश्वकर्मा और तनिष्क की हत्या की थी। पुलिस ने उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जैसे ही मुकुल को देखा, होश उड़ गए। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी सिविल लाइन थाने पहुंचे। मुकुल को गाड़ी में बैठाकर अज्ञात जगह ले गए। बता दें, पुलिस ने एक दिन पहले हरिद्वार से नाबालिग लड़की को पकड़ा था, तब उसका बॉयफ्रेंड मुकुल चकमा देकर फरार हो गया था। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद वह सीधे जबलपुर आ गया। सूत्रों के मुताबिक सिविल लाइन थाने में रोजाना की तरह पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे। इसी दौरान मुंह पर कपड़ा बांधकर एक युवक पहुंचा। बोला- मुझे इंस्पेक्टर सर से मिलना है। युवक को देखने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि क्या काम है। इसके बाद युवक ने कहा कि मेरा नाम मुकुल सिंह है। मैं वही मुकुल हूं, जिसने 15 मार्च को मिलेनियम कॉलोनी में राजकुमार और तनिष्क की हत्या की थी। हरिद्वार में फरारी काटते पकड़ी गई थी नाबालिग मध्यप्रदेश पुलिस नाबालिग और उसे बॉयफ्रेंड को नेपाल में तलाशती रही। वे उत्तराखंड के हरिद्वार में फरारी काट रहे थे। आरोपी लड़की और बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह (21) ने पिछले एक महीने से हरिद्वार को ठिकाना बना रखा था। दोनों यहां अलग-अलग आश्रमों में रह रहे थे। पूछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस से कहा कि वे घूमने आए हैं। वारदात के 75 दिन बाद 28 मई को नाबालिग तो पकड़ी गई, लेकिन मास्टरमाइंड बॉयफ्रेंड चकमा दे गया था। उसने अस्पताल के अंदर से बैग लेकर आने का कहकर दौड़ लगा दी थी। हरिद्वार कोतवाली के थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों ने महीनेभर से हरिद्वार में ही ठिकाना बना रखा था। यहां दोनों अलग-अलग आश्रमों में रहते थे। बुधवार शाम जबलपुर पुलिस की टीम पहुंच गई है। अभी लड़की से पूछताछ नहीं की गई है। दिन मंदिर-आश्रम, रातें अस्पताल में काटीं मुकुल सिंह को पता था कि अयोध्या, मथुरा में पुलिस उन्हें तलाश कर रही है। ऐसे में उन्होंने उत्तराखंड जाने की तैयारी कर ली। कारण- आरोपी मुकुल सिंह जानता था कि हरिद्वार में रोजाना हजारों टूरिस्ट आते-आते हैं। इस कारण पु

Dainik Bhaskar प्रज्वल रेवन्ना आज जर्मनी से लौट सकता है:SIT बेंगलुरु एयरपोर्ट से ही गिरफ्तार कर सकती है; प्रज्वल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप

कर्नाटक सेक्स स्कैंडल के मुख्य आरोपी सांसद प्रज्वल रेवन्ना आज जर्मनी से लौट सकता है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, प्रज्वल ने जर्मनी के म्यूनिख से बेंगलुरु के लिए फ्लाइट में बिजनेस क्लास का टिकट बुक किया है। फ्लाइट 30- 31 मई की रात 12.30 बजे बेंगलुरु पहुंच सकती है। यौन उत्पीड़न मामले की जांच कर रही SIT प्रज्वल को एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार करने की तैयारी कर चुकी है। एयरपोर्ट पर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। प्रज्वल ने 27 मई को एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह 31 मई को जांच के लिए SIT के सामने पेश होगा। उसने अपने खिलाफ लगे आरोपों को झूठा बताया था। उसने कहा था- मुझे अदालत पर भरोसा है। मुझे विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आ जाऊंगा। प्रज्वल के खिलाफ 3 महिलाओं के उत्पीड़न के 3 मामले दर्ज हैं। प्रज्वल की ओर से सेशंस कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई गई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया है। दादा देवगौड़ा ने भारत लौटने की चेतावनी दी थी प्रज्वल का भारत लौटने का बयान वाला वीडियो पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उसके दादा की 23 मई को दी चेतावनी के 3 दिन बाद आया था। देवगौड़ा ने कहा था कि प्रज्वल भारत लौट आएं और जांच का सामना करें। इस मामले की जांच में हमारे परिवार की तरफ से कोई दखलअंदाजी नहीं की जाएगी। देवगौड़ा ने कहा था कि मैं प्रज्वल से रिक्वेस्ट नहीं, बल्कि उसे चेतावनी दे रहा हूं। अगर वह इस चेतावनी को नहीं मानता है तो उसे मेरा और पूरे परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा। उस पर लगे आरोपों को कानून देखेगा, लेकिन अगर वह मेरी बात नहीं सुनेगा तो हम उसे अकेला छोड़ देंगे। अगर उसके मन में मेरे लिए इज्जत है तो उसे तुरंत लौट आना चाहिए। प्रज्वल ने कहा- अपने माता-पिता, दादा से माफी मांगता हूं प्रज्वल ने कन्नड़ टीवी चैनल को भेजे एक वीडियो में कहा था, 'मैं सबसे पहले अपने माता-पिता, अपने दादा, कुमारस्वामी और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं। मैंने यह नहीं बता रहा हूं कि मैं कहां हूं। जब (अप्रैल) 26 तारीख को चुनाव हुए, तो मुझ पर कोई केस नहीं था। तब कोई SIT नहीं बनी थी। मेरी विदेश यात्रा पहले से तय थी। इसलिए मुझे यूट्यूब और समाचारों के माध्यम से इसके बारे में पता चला, फिर मेरे एक्स अकाउंट के माध्यम से मुझे SIT का नोटिस भी दिया गया पेश होने के लिए 7 दिन क

Dainik Bhaskar क्या आगरा की मस्जिद में हिंदू लड़की की लाश मिली:हत्या का मामला सांप्रदायिक रंग देकर हुआ वायरल; जानिए सच्चाई

19 मई को आगरा में ताजमहल के पास एक मस्जिद में लड़की की हत्या कर दी गई। मस्जिद के अंदर उसकी अर्धनग्न लाश मिली। लड़की का चेहरा कुचला हुआ और शरीर पर भी चोटों के निशान थे। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लड़की की लाश के फोटो और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। वायरल वीडियो का सच... वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स सर्च किए। सर्च करने पर हमें इस मामले से जुड़ा एक पोस्ट आगरा पुलिस कमिश्नरेट के ऑफिशियल X अकाउंट पर मिला। आगरा पुलिस कमिश्नरेट ट्वीट कर लिखा- थाना ताजगंज क्षेत्रांतर्गत मस्जिद में मिली मृतक महिला मुस्लिम है। विवेचना तथा वैज्ञानिक साक्ष्यों से मृतका के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। ट्वीट में झूठे भ्रामक तथ्यों को प्रस्तुत किया गया है। कृपया सही तथ्य की जानकारी किए बिना ऐसी कोई भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलाएं, जिससे समाज में शांति / कानून व्यवस्था प्रभावित हो अन्यथा आपके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। घटना के शीघ्र अनावरण हेतु 04 पुलिस टीमें गठित है। शीघ्र ही घटना का सफल अनावरण किया जाएगा। आगरा में 19 मई को हुई इस घटना से जुड़ी पूरी खबर भास्कर ने भी अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की थी। पढ़ें पूरी खबर... साफ है कि सोशल मीडिया पर आगरा में हुई घटना के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें-9201776050 ये खबर भी पढ़ें... पुणे पोर्श एक्सीडेंट केस : दावा- जमानत मिलने के बाद नाबालिग आरोपी ने रैप सॉन्ग बनाया, न्यायपालिका का मजाक उड़ाया; जानिए वायरल वीडियो का सच पुणे पोर्श एक्सीडेंट केस में जुवेनाइल बोर्ड ने बुधवार 22 मई को नाबालिग आरोपी की जमानत रद्द कर उसे 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा था। दावा किया गया कि नाबालिग आरोपी ने पुणे में अपनी पोर्श कार से दो मासूम लोगों को कुचलने के बाद एक रैप सॉन्ग बनाया था। रैप सॉन्ग में नाबालिग ने न्यायपालिका का मजाक उड़ाया, जिसके बाद यह वायरल हो गया। पढ़ें पूरी खबर... ​​​​​​​

Dainik Bhaskar नवीन पटनायक बोले- पांडियन मेरे उत्तराधिकारी नहीं:BJD में सक्सेसर का फैसला ओडिशा की जनता करेगी, हमारा ध्यान जनता की सेवा पर

ओडिशा के CM नवीन पटनायक ने कहा है कि पूर्व IAS अधिकारी वीके पांडियन मेरे उत्तराधिकारी नहीं हैं। बीजेडी में पटनायक का उत्तराधिकारी कौन होगा इसका फैसला ओडिशा की जनता करेगी। ANI को दिए इंटरव्यू में नवीन पटनायक ने कहा कि आपने देखा होगा कि पांडियन चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह मेरे वह मेरे उत्तराधिकारी नहीं हैं। नवीन ने कहा कि भाजपा ऐसी बातें पहले भी करती रही है। अभी मेरा और पार्टी का ध्यान लोगों की सेवा करने पर है। नवीन ने केंद्र में बीजेपी को समर्थन देने के प्रश्न पर कहा कि कि जरूरत पड़ने पर वे सही रुख अपनाएंगे। दरअसल 29 मई को ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक रैली के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने 77 साल के ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खराब स्वास्थ्य पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि उनकी बिगड़ती सेहत के पीछे साजिश तो नहीं? अगर ओडिशा में भाजपा की सरकार बनी, तो हम नवीन बाबू के खराब स्वास्थ्य के कारण का पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाएंगे। मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में नवीन बाबू की तबीयत इतनी कैसे बिगड़ी गई। सालों से उनके करीब रहे लोग जब मुझसे मिलते हैं, तो उनकी सेहत की चर्चा करते हैं। वे बताते हैं कि नवीन बाबू अब खुद से कुछ भी नहीं कर पाते। क्या उनकी तबीयत खराब होने के पीछे कोई षड्यंत्र है। उधर, CM पटनायक ने कहा, 'मैं ठीक हूं, अगर मेरी तबीयत के बारे में पीएम इतना चिंतित थे तो मुझे फोन लगाकर पूछ लेते।' पटनायक के स्वास्थ के बारे में चर्चा क्यों हो रही इस मामले ने 28 मई को तब और तूल पकड़ा जब नवीन पटनायक का एक वीडियो सामने आया। इसमें वे मंच से भाषण दे रहे थे। उनके बगल में पांडियन माइक पकड़कर खड़े थे। इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिस पर सबकी नजर गई। ओडिशा CM ने पोडियम पर अपना एक हाथ रखा था, जो जोर से कांप रहा था। जैसे ही पांडियन की नजर वहां गई, उन्होंने CM पटनायक का हाथ पकड़कर तुरंत छिपा दिया। भाजपा इस मुद्दे को क्यों उठा रही है, 2 वजह पहली वजह: पटनायक 77 साल के हैं। बढ़ती उम्र के कारण उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी हैं। उनकी शादी नहीं हुई है। बीजेडी में कोई भी नेता नहीं है, जो उन्हें रिप्लेस कर सके। दूसरी वजह: पूर्व आईएएस अफसर और बीजू जनता दल के नेता वीके पांडियन। ऐसा आरोप है कि इस समय वे ही सरकार चला रहे हैं और सरकार से जुड़े फैसले ले रहे हैं। उन्हें नवीन का उत्तराधिकारी भी कहा जात

Dainik Bhaskar भारत बोला- पाकिस्तान में सही नजरिया पैदा हो रहा:नवाज ने कहा था- हमने लाहौर समझौता तोड़ा, इसके चलते 1999 में करगिल युद्ध हुआ

पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने 28 मई को अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की मीटिंग में कहा था कि 1999 में उनके और तत्कालीन भारतीय पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के बीच हुआ लाहौर समझौता पाकिस्तान ने तोड़ा था। ये हमारी गलती थी। इसके दो महीने बाद ही करगिल युद्ध हुआ था। इस बयान को लेकर गुरुवार को भारत ने कहा कि लगता है हमारे पड़ोसियों में सही और निष्पक्ष नजरिया पैदा हो रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा पाकिस्तान जानता है कि इस मुद्दे पर हमारी क्या राय है। मुझे इसे दोहराने की जरूरत नहीं है। अब हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान में भी इसे लेकर निष्पक्ष नजरिया आ रहा है। लाहौर समझौते में क्या था शरीफ और वाजपेयी ने 21 फरवरी 1999 को लाहौर डिक्लेरेशन (लाहौर समझौते) पर साइन किए थे। यह दो पड़ोसियों के बीच एक शांति समझौता है, जिसमें शांति और सुरक्षा बनाए रखने और दोनों देशों के बीच पीपल-टु-पीपल कॉन्टैक्ट को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया था। इस एग्रीमेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और स्थायित्व बनाए रखने की कोशिश करने की बात कही गई थी। समझौते को बड़ा कदम माना गया था। इसके कुछ महीनों बाद ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कारगिल में घुसपैठ की, जिससे कारगिल जंग हुई। कारगिल युद्ध के समय शरीफ प्रधानमंत्री थे, मुशर्रफ आर्मी चीफ पाकिस्तान के तब आर्मी चीफ रहे परवेज मुशर्रफ ने अपनी सेना को खुफिया तरीके से मार्च 1999 में जम्मू कश्मीर के कारगिल जिले में घुसपैठ का आदेश दिया था। भारत को जब इस घुसपैठ का पता चला तो बड़े पैमाने पर युद्ध छिड़ गया। नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री रहते भारत ने युद्ध जीत लिया था।

Dainik Bhaskar पंजाब में PM के दौरे पर शरारत या साजिश?:मोदी के आने से पहले नहर खोली, JCB से पानी हेलीपैड पर पहुंचने से रोका गया; DC बोलीं- रिपोर्ट मांगी

पंजाब के होशियारपुर में PM नरेंद्र मोदी के हेलीपैड पर लैंड करने से पहले किसी ने नहर का पानी छोड़ दिया। जिस कारण आसपास के इलाकों में पानी भर गया। पानी उस हेलीपैड की तरफ बढ़ रहा था, जहां PM मोदी का हेलिकॉप्टर लैंड करना था। हालांकि उससे पहले ही लोगों ने इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दे दी। जिसके बाद अफसरों में हड़कंप मच गया। वे तुरंत नहर के फाटक पर पहुंचे और उसे बंद करा दिया। इसके बाद JCB मंगाई गई और हेलीपैड की तरफ बहकर आते पानी तो गड्‌ढे खोदकर रोका गया। प्रशासन के अफसर पानी को हेलीपैड से 2 किलोमीटर पीछे रोकने में कामयाब रहे। यह किसी की शरारत थी या पीएम के लिए बनाए हेलीपैड को खराब करने की साजिश, इसको लेकर जांच शुरू हो गई है। इस बारे में होशियारपुर की DC कोमल मित्तल ने नहरी विभाग से रिपोर्ट तलब कर ली है। उनसे पूछा गया है कि पीएम की रैली होने के बावजूद किसने और क्यों यह पानी छोड़ा। रैली स्थल से 3 किलोमीटर दूर थी नहर गुरुवार को सुबह 11 बजे पीएम की होशियारपुर में रैली थी। रैली स्थल से 3 किलोमीटर दूर बस्सी गुलाम हुसैन कंडीकनाल नहर निकलती है। नहर के नजदीक ही पीएम के हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए हेलीपैड बनाया गया था। पीएम के आने से कुछ देर पहले ही किसी ने नहर का फाटक (गेट वॉल्व) खोल दिया। जिस कारण नहर का पानी तेज गति से निकलने लगा और आसपास के इलाकों में घुस गया। सड़क पर भी पानी आ गया। किसी तरह से इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को लग गई। आनन फानन में प्रशासन की ओर से वहां पर नहर विभाग के एसडीओ पहुंचे और उन्होंने पानी रोकने के लिए जेसीबी से गड़्ढा खुदवाया। जिससे पानी हैलिपेड तक नहीं जा सका। इस मामले में कंडीकनाल नहर के एसडीओ दिनेश कुमार ने बताया कि नहर का गेट वॉल्व किसने खोला, इसकी जांच कराई जा रही है। पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद बोले- मैंने डीसी को बताया भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा है कि पीएम की दशहरा ग्राउंड में रैली थी। मुझे सुबह किसी वर्कर ने फोन कर बताया कि उसने काम पर जाते वक्त देखा कि नहर से पानी आ रहा है। रैली की जगह से 2 किलोमीटर पीछे तक पानी है। मैंने तुरंत DC को फोन किया। उन्हें बताया कि नहर चल रही है। कुछ समय बाद डीसी ने मुझे फोन कर बताया कि हमने पानी को रोक दिया है। यह किसी शरारती अंसर का काम था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की रैली खराब करने की कोश

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में पुलिस-सेना के बीच मारपीट:3 लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 16 लोगों पर हत्या की कोशिश का केस; कुपवाड़ा थाने पर हमला किया था

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पुलिस स्टेशन में मंगलवार रात सेना और पुलिस के बीच मारपीट हुई थी। पुलिस स्टेशन पर हमला करने के आरोप में 3 लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 16 लोगों पर जान से मारने की कोशिश यानी अटेम्प्ट टु मर्डर की FIR दर्ज की गई है। घटना मंगलवार-बुधवार कर रात हुई थी। बताया जा रहा है कि एक ड्रग केस में पुलिस ने 160 टेरिटोरियल आर्मी के जवान से पूछताछ की थी। इस बात से सेना के अधिकारी नाराज हो गए। बड़ी संख्या में वर्दीधारी और हथियारों से लैस जवान पुलिस स्टेशन में दाखिल हो गए। उनके साथ सीनियर सैन्य अधिकारी भी थे। पुलिस का दावा- सेना के अधिकारियों ने राइफल बट, छड़ियों और लातों से मारा FIR के मुताबिक, आर्मी के ग्रुप की अगुआई लेफ्टिनेंट कर्नल अंकित सूद, राजीव चौहान और निखिल कर रहे थे। ये तीनों अधिकारी जबरन पुलिस स्टेशन में दाखिल हुए और राइफल की बट, छड़ियों और लातों से वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों पर हमला कर दिया। FIR में लिखा गया है कि सेना के जवानों ने अपने हथियार लहराए, घायल पुलिस वालों के मोबाइल फोन छीन लिए और एक पुलिस वाले का अपहरण करके मौके से फरार हो गए। सीनियर पुलिस वालों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मी को सेना की गिरफ्त से छुड़ाया और हमला करने वालों के खिलाफ कानून कार्रवाई की। आर्मी जवानों और अधिकारियों पर इन धाराओं में हुई FIR यह FIR IPC के सेक्शन 186 (पब्लिक सर्वेंट की ड्यूटी में बाधा डालना), 332 (ड्यूटी करने से रोकने के लिए पब्लिक सर्वेंट को चोट पहुंचाना), 307 (मर्डर की कोशिश), 342 (बंधक बनाना), 147 (दंगा करना) के तहत दर्ज की गई है। आरोपियों पर सेक्शन 149 (गैरकानूनी तरीके से जमा हुई भीड़ के सभी लोग गलत काम करने के दोषी), 392 (चोरी करने की सजा), 397 (जान से मारने या गंभीर रूप से चोट पहुंचाने की कोशिश के साथ चोरी या डकैती करना) और 365 (किसी व्यक्ति को बंधक बनाने के उद्देश्य से उसका अपहरण करना) के तहत भी चार्ज लगाया गया है। इसके अलावा उनपर आर्म्स एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया गया है।

Dainik Bhaskar जम्मू में 150 फीट गहरी खाई में गिरी बस:7 की मौत, हाथरस के 60 तीर्थयात्री सवार थे; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

जम्मू के अखनूर में गुरुवार दोपहर तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस खाई में गिर गई। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हुए हैं। इन्हें अस्पताल ले जाया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस में उत्तर प्रदेश के हाथरस के करीब 60 लोग सवार थे। सभी शिव खोरी जा रहे थे। बस जम्मू-पुंछ राजमार्ग से गुजर रही थी तभी 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हादसे की वजह फिलहाल सामने नहीं आई है। हादसे की तस्वीरें... 6 महीने पहले भी ऐसा हादसा हुआ था 15 नवंबर 2023 को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के अस्सार इलाके में एक बस 300 फीट गहरी खाई में गिर गई थी। हादसे में 9 महिलाओं समेत 38 लोगों की मौत हुई थी। बस किश्तवाड़ से जम्मू जा रही थी। पुलिस और SDRF की टीमों के साथ स्थानीय लोगों ने भी राहत और बचाव का काम किया था। बस बुरी तरह डैमेज हो गई थी इसलिए इसे काटकर डेड बॉडी और घायलों को बाहर निकालना पड़ा था। घायलों को किश्तवाड़ जिला अस्पताल और डोडा के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) में भर्ती कराया गया था। कुछ लोगों को जम्मू एयरलिफ्ट किया गया था। यह खबर भी पढ़ें... मिजोरम में लैंडस्लाइड से 27 की मौत, इनमें 2 बच्चे:रेमल तूफान के कारण बारिश से पत्थर की खदान ढही; असम में भी दो की मौत पश्चिम बंगाल में रविवार (26 मई) को आए रेमल तूफान का असर अब नॉर्थ-ईस्ट में दिखने लगा है। मिजोरम में तूफान के कारण लगातार हो रही बारिश की वजह से मंगलवार सुबह 6 बजे आइजोल में एक पत्थर की खदान ढह गई। अब तक इसमें 27 लोगों की मौत हुई है। इनमें 4 साल का लड़का और 6 साल की लड़की शामिल है। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar पीएम मोदी का काशी के लोगों को भोजपुरी में मैसेज:1 जून को नया रिकॉर्ड बनाना है, आप लोग मेरे दिल में बसे हैं

लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज की वोटिंग से पहले गुरुवार को पीएम मोदी ने वाराणसी के लोगों के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया। इसमें मोदी ने भोजपुरी में अपनी बात कही। उन्होंने कहा- लोकसभा चुनाव के मतदान का दिन आ गया है। मेरे लिए काशी भक्ति, शक्ति और विरक्ति की नगरी है। काशी विश्व की सांस्कृतिक राजधानी है, संगीत और शास्त्रार्थ की धरती है। इस नगरी का प्रतिनिधि होना बाबा विश्वनाथ की असीम कृपा से और आप काशीवासियों के आशीर्वाद से ही संभव है। मोदी ने कहा- काशी के लिए इस बार का चुनाव नवकाशी के साथ ही विकसित भारत के निर्माण का भी चुनाव है। काशी के लोगों को 1 जून के दिन नया रिकॉर्ड बनाना है। यह विकास को बढ़ाने वाला चुनाव है। काशी युवा कल्याण और विकास की राजधानी बन गई है। मुझे याद है, मेरे नामांकन वाले दिन युवा पीढ़ी बहुत उत्साहित थी। अब यही उत्साह हर बूथ पर दिखे, मेरा यही आग्रह है। पीएम ने कहा- साथियों बीते 10 साल में केंद्र सरकार की हर योजना में काशी ने मेरा साथ दिया है। मेरा मार्गदर्शन किया है। आप लोग मेरे दिल में बसे हैं। बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम, रिंग रोड का प्रोजेक्ट, वाराणसी के रेलवे स्टेशन का विकास और गंगा घाट के विकास से रोपवे का प्रोजेक्ट सिर्फ काशी ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर को विकास से जोड़ा है। मोदी ने कहा- सांसद खेल प्रतियोगिता में आप लोगों का उत्साह मैंने देखा। शिगरा और गंजारी का स्टेडियम हो, बनास डेयरी और राजतालाब में पेरिशेबल कार्गो की सुविधा हो, काशी के लाखों लोगों का मोतियाबिंद का सफल इलाज हो, पर्यटन से बढ़ता विकास है, सभी योजना से काशी की युवा पीढ़ी, महिलाओं और किसानों को नई शक्ति मिल रही है। पीएम ने कहा- अब काशी के विकास के नई ऊंचाई देने का अवसर है। ये तब ही होगा जब काशी के लोग 1 जून को ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे। काशी के युवा, नारी शक्ति और किसान से मेरा विशेष आग्रह है, कि आप लोग का एक-एक वोट मेरी शक्ति बढ़ाएगा और नई ऊर्जा देगा। आप लोगों को समाज के हर लोगों को वोट कराना है। आपको याद रखाना है पहले मतदान और फिर जलपान। एक बार फिर मतदान पर्व के लिए काशी के मेरे परिवार के ढेर सारी शुभकामनाएं। मोदी ने 93,500 फर्स्ट टाइम वोटर्स को लेटर और सर्टिफिकेट भेजा PM नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले काशी के करीब 93,500 फर्स्ट टाइम वोटर्स को लेटर और सर्टिफिकेट भेजा। इसमें वोट

Dainik Bhaskar थरूर का पूर्व PA दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार:35 लाख रुपए के सोने की तस्करी का आरोप; सांसद बोले- उन्हें पार्ट-टाइम जॉब पर रखा था

दिल्ली कस्टम डिपार्टमेंट ने बुधवार को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से सोने की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक की पहचान कांग्रेस नेता शशि थरूर के पूर्व PA शिव कुमार प्रसाद के रूप में की गई है। अधिकारियों ने आरोपियों के पास से 35 लाख रुपए कीमत वाला 500 ग्राम सोना भी जब्त किया है। इस मामले को लेकर शशि थरूर ने X पर हैरानी जताई। उन्होंने लिखा- अपने पूर्व स्टाफ से जुड़ी घटना के बारे में सुनकर मैं हैरान हूं। वह (शिव कुमार प्रसाद) 72 साल के रिटायर्ड व्यक्ति हैं। उनका डायलिसिस होता है। हमने उन्हें सहानुभूति दिखाते हुए पार्ट टाइम आधार पर नौकरी पर रखा था। मैं किसी भी गलत काम की निंदा नहीं करता हूं। मैं मामले की जांच में अधिकारियों का पूरा समर्थन करता हूं। कानून को अपना काम करना चाहिए। कस्टम अधिकारी बोले- पूछताछ में शिव प्रसाद संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए सूत्रों के मुताबिक, कस्टम अधिकारियों ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर शिव प्रसाद को पकड़ा था। उनकी तलाशी ली गई तो 500 ग्राम से ज्यादा सोना मिला। पूछताछ के दौरान वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए कि वे इतना सोना लेकर क्यों चल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री बोले- ये सोने की तस्करी करने वालों का अलायंस केरल के तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस और CPM सोने की तस्करी करने वालों का अलायंस है। उन्होंने X पर पोस्ट किया कि पहले मुख्यमंत्री के सचिव सोने का तस्करी में नाम आया था, और अब कांग्रेस सांसद के PA को सोने की स्मगलिंग में पकड़ा गया है। CPM और कांग्रेस दोनों INDI अलायंस के पार्टनर्स असल में गोल्ड स्मगलिंग करने वालों का अलायंस है।

Dainik Bhaskar आजम खान को 10 साल की सजा:डूंगरपुर मामले में रामपुर की MP/MLA कोर्ट ने 14 लाख का जुर्माना भी लगाया

सपा नेता आजम खान को डूंगरपुर बस्ती केस में रामपुर की MP/MLA कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आजम खान पर 14 लाख का जुर्माना भी लगाया है। बस्ती खाली कराने के मामले में 2019 में रामपुर के गंज थाने में 12 लोगों ने 12 केस दर्ज कराए थे। इसमें आजम खान आरोपी हैं। डूंगरपुर बस्ती केस से जुड़े 4 मुकदमों में अब तक फैसला आ चुका है। 2 में आजम बरी हो चुके हैं, 2 में उनको दोषी ठहराया गया है। इसी से जुड़े एक मामले में उनको 7 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। आज जिस केस में आजम को दोषी ठहराया गया, वह अबरार पुत्र नन्हें खां ने दर्ज कराया था। आजम खान अभी सीतापुर जेल में बंद हैं। जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उनकी पेशी हुई। आजम पर इस केस में धारा 392, 452, 504, 506 और 120 B लगाई गई थी। आजम को 3 मामलों में हो चुकी है सजा 15 जुलाई, 2023 : आजम खान को हेट स्पीच मामले में रामपुर की कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई थी। 31 जनवरी, 2024 : डूंगरपुर के एक केस में आजम खान को 7 साल की कैद और 5 लाख जुर्माने की सजा सुनाई गई। यह मामला रूबी पत्नी करामत अली की तरफ से दर्ज कराया गया था। 30 मई 2024: डूंगरपुर के एक केस में आजम खान को 10 साल की कैद और 14 लाख जुर्माने की सजा सुनाई गई। वह अबरार पुत्र नन्हें खां ने दर्ज कराया था। अब समझिए क्या है 2016 का डूंगरपुर मामला डूंगरपुर मामला 2016 का है, जब यूपी में सपा की सरकार थी। रामपुर में पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में आसरा कॉलोनी बनाई गई थी। कॉलोनी बनने से पहले कुछ लोगों के यहां घर बने हुए थे। जिन्हें अवैध करार देकर 2016 में बुलडोजर से गिरा दिया गया था। इस दौरान जमकर विवाद हुआ। आरोप है कि दरोगा फिरोज ने फायर भी किया। मारपीट भी की थी। साथ ही अबरार पुत्र नन्हें खां की वाशिंग मशीन, सोना-चांदी और 5 हजार रुपए लूट ले गए थे। तोड़े गए घरों के पीड़ित मालिकों ने भाजपा की सरकार आने पर साल 2019 में थाना गंज में मुकदमे दर्ज कराए। पीड़ितों की तरफ से 12 मुकदमे दर्ज कराए गए थे। अलग-अलग मुकदमों में इल्जाम था कि तत्कालीन सपा सरकार में आजम खान के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने डूंगरपुर में सरकारी आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन गिराया। उनका सामान लूट लिया। घरों पर बुलडोजर चलाया गया। पुलिस ने जांच के दौरान इन मुकदमों में आजम को भी आरोपी बनाया। बाद में आजम खान के खिलाफ भी चार्जशीट

Dainik Bhaskar स्पेस स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने अपना पहला रॉकेट लॉन्च किया:रॉकेट देश के पहले सेमी-क्रायोजेनिक इंजन से पावर्ड, इसमें दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड इंजन

स्पेस स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने गुरुवार को अपने पहले सिंगल स्टेज रॉकेट का सफल टेस्ट किया। सुबह 7.15 बजे इसने श्रीहरिकोटा में धनुष लॉन्चपैड से उड़ान भरी। रॉकेट को 8 KM की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए डिजाइन किया गया था, जिसके बाद समुद्र में गिराया गया। मिशन का नाम अग्निबाण SOrTeD (सब-ऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर) है। इससे पहले 4 बार मिशन टला था। कंपनी ने बताया कि इस कंट्रोल्ड फ्लाइट के सभी मिशन ऑब्जेक्टिव पूरे हुए। मिशन का मकसद इन-हाउस टेक्नोलॉजी के प्रदर्शन के साथ जरूरी डेटा कलेक्ट करना था। यह भारत में किसी प्राइवेट स्टार्टअप की ओर से किया गया दूसरा रॉकेट लॉन्च है। दो साल पहले 17 नवंबर 2022 को इंडियन स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस ने सिंगल स्टेज वाले विक्रम-S रॉकेट को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से सक्सेसफुली लॉन्च किया था। इस मिशन ने तीन माइलस्टोन हासिल किए: आमतौर पर, इंजन के पार्ट अलग से मैन्युफैक्चर किए जाते हैं और बाद में असेंबल किए जाते हैं। 3डी-प्रिंटेड मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस का उपयोग करने से लॉन्च कॉस्ट कम होने और व्हीकल असेंबली टाइम के कम होने की संभावना है। कंपनी का लक्ष्य सस्ते दामों में सैटेलाइट लॉन्च सर्विसेस देना है। अगले साल मार्च तक पहले ऑर्बिटल लॉन्च की तैयारी यह एक सबऑर्बिटल लॉन्च था। इस मिशन को 8 KM की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए डिजाइन किया गया था, जिसके बाद इसे समुद्र में गिराया गया। कंपनी को उम्मीद है कि वो अगले साल मार्च तक अपना पहला ऑर्बिटल लॉन्च कर लेगी। सैटेलाइट को ऑर्बिट तक पहुंचाने में सक्षम होगी। इसरो ने कहा- सेमी-क्रायोजनिक की कंट्रोल्ड फ्लाइट बड़ा माइलस्टोन इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी, इसरो ने अग्निकुल कॉसमॉस के सक्सेसफुल लॉन्च पर बधाई दी। स्पेस एजेंसी ने कहा- अपने लॉन्च पैड से अग्निबाण SoRTed-01 मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई अग्निकुल कॉसमॉस। एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के माध्यम से सेमी-क्रायोजनिक लिक्विड इंजन की पहली कंट्रोल्ड फ्लाइट एक बड़ा माइलस्टोन है।

Dainik Bhaskar पंजाब में वोटिंग से पहले पूर्व PM का लेटर:डॉ. मनमोहन बोले- पंजाबियत बदनाम की, मोदी ने हेट स्पीच से पद की गरिमा कम की

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव-2024 के आखिरी चरण में होने वाली पंजाब में वोटिंग से पहले पंजाब के वोटरों के नाम लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने पंजाब के लोगों से भाजपा सरकार न बनाने की अपील की। वहीं भारत की अर्थ-व्यवस्था को पहुंच रहे नुकसान के बारे में अपनी राय दी है। कांग्रेस के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डॉ. मनमोहन सिंह का लेटर सार्वजनिक किया। 3 पेज के लेटर में मनमोहन सिंह ने किसान आंदोलन समेत बड़ी घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। दिल्ली की सीमाओं पर 750 किसान इंतजार करते हुए शहीद हो गए। इनमें अधिकतर (करीब 500) पंजाब के किसान थे। मोदी जी ने चुनाव के दौरान नफरत भरे भाषण दिए। वह पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने पद की गरिमा कम की है। कुछ गलत बयानों के लिए उन्होंने मुझे भी जिम्मेदार ठहराया है। मैंने अपने जीवन में कभी भी एक समुदाय को दूसरे समुदाय से अलग नहीं किया। यह करने का कॉपीराइट सिर्फ भाजपा के पास है। जानिए, डॉ. मनमोहन सिंह ने लेटर में क्या लिखा... डॉ. मनमोहन सिंह ने लिखा- मेरे प्यारे देशवासियों, भारत एक अहम मोड़ पर खड़ा है। मतदान के अंतिम चरण में, हमारे पास यह सुनिश्चित करने का एक अंतिम मौका है कि लोकतंत्र और हमारे संविधान को भारत में तानाशाही कायम करने की कोशिश कर रहे निरंकुश शासन के बार-बार होने वाले हमलों से बचाया जाए। पंजाब और पंजाबी योद्धा हैं। हम बलिदान की भावना के लिए जाने जाते हैं। समावेशिता, सद्भाव, सौहार्द और भाईचारे के लोकतांत्रिक लोकाचार में हमारा अदम्य साहस और सहज विश्वास हमारे महान राष्ट्र की रक्षा कर सकता है। लिखा- पंजाबियों को बदनाम किया पिछले 10 सालों में भाजपा सरकार ने पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 750 किसान, जिनमें से ज्यादातर पंजाब से थे, दिल्ली की सीमाओं पर महीनों तक इंतजार करते हुए शहीद हो गए। जैसे कि लाठियां और रबर की गोलियां पर्याप्त नहीं थीं। प्रधानमंत्री ने संसद की दहलीज पर हमारे किसानों को आंदोलनजीवी और परजीवी कहकर मौखिक रूप से हमला किया। उनकी एकमात्र मांग उनसे परामर्श किए बिना उन पर थोपे गए 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की थी। मोदी जी

Dainik Bhaskar PM मोदी शाम को कन्याकुमारी पहुंचेंगे:देवी अम्मन मंदिर में दर्शन-पूजन फिर 1 जून तक विवेकानंद शिला पर ध्यान करेंगे

लोकसभा चुनाव के प्रचार का शोर थमते ही PM नरेंद्र मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचेंगे। यहां वह शाम पांच बजे भगवती देवी अम्मन मंदिर (कन्याकुमारी मंदिर) में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद विवेकानंद शिला जाकर वहां 1 जून तक ध्यान करेंगे। विवेकानंद शिला के पास स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा भी देखेंगे। एक जून की शाम को PM मोदी दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। मोदी 2019 में आखिरी फेज की वोटिंग से पहले केदारनाथ गए थे। वहां बनी रुद्र गुफा में 17 घंटे ध्यान लगाया था। ध्यान के बाद बद्रीनाथ के दर्शन करने भी गए थे। सातवें और आखिरी चरण का चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे थम जाएगा। एक जून को वोटिंग होगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि मोदी के ध्यान को अगर टीवी पर दिखाया गया तो वे इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगी।