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Dainik Bhaskar दिल्ली के स्कूलों में बम वाले फर्जी ई-मेल का मामला:पुलिस ने इंटरपोल के जरिए रूसी मेलिंग कंपनी Mail.ru से संपर्क किया; CBI को भी लिखा लेटर

दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिलने के मामले में दिल्ली पुलिस ने रूस की मेलिंग सेवा कंपनी Mail.ru से संपर्क किया है। 2 मई को दिल्ली पुलिस ने ई-मेल के सही सोर्स का पता लगाने के लिए इंटरपोल के जरिए मेलिंग कंपनी से संपर्क साधा। साथ ही CBI को भी पत्र लिखकर धमकी भरे ई-मेल के बारे में इंटरपोल चैनलों के जरिए से जानकारी मांगी। मामले के अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि स्कूलों को मिले बम की अफवाह वाले ई-मेल का इरादा बड़े पैमाने पर दहशत पैदा करना और दिल्ली में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना था। यह किया गया। पुलिस के मुताबिक, ई-मेल आईडी - savariim@mail.ru की जांच करने के लिए सोशल मीडिया इंटेलिजेंस टीमों की मदद ली गई है। टीम ने उस डिवाइस के आईपी एड्रेस का पता लगाने के लिए रूसी कंपनी से संपर्क किया है। हमें शक है कि ई-मेल भेजने वाले ने अपनी पहचान छिपाने के लिए VPN का इस्तेमाल किया है। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि दक्षिण दिल्ली के एक स्कूल को भी 2023 में एक फर्जी धमकी भरा ई-मेल मिला था, जहां भेजने वाले ने उसी मेल सेवा, mail.ru का इस्तेमाल किया था। एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में भी ई-मेल भेजने वाले का पता नहीं चल सका है। VPN से मदद से मेल आने पर IP पता करना मुश्किल साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के मुताबिक, मेल भेजने के लिए VPN या प्रॉक्सी सर्वर का यूज किया गया है तो उसके IP एड्रेस को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है। वहीं, mail.ru पर एक्सपर्ट ने कहा कि mail.ru सहित कई मेलिंग सर्विस कंपनियां बिना किसी वेरिफिकेशन के अकाउंट बनाने की सुविधा देती हैं, जिसे टेम्पररी ई-मेल एड्रेस बनाया जाता है। स्कूल अब अभिभावकों को एक नई सलाह जारी करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें उनसे अपने बच्चों को कक्षाओं में भेजने के लिए कहा जाएगा और उन्हें आश्वस्त किया जाएगा कि बम के खतरों से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है। मामले की जांच में IFSO और 14C जांचकर्ता मामले को सुलझाने के लिए IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) और भारतीय साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) सहित अन्य एजेंसियों जुटी हुई हैं। मामले में IPC की धारा 505 (2), 507 और 120 B के तहत केस दर्ज किया गया है। स्कूल में बम से उड़ाने का फर्जी मेल

Dainik Bhaskar अमित शाह फेक वीडियो केस-जवाब देने एक भी नहीं आया:दिल्ली पुलिस ने 4 राज्यों के 22 लोगों को बुलाया था; तेलंगाना CM को दोबारा भेजेंगे नोटिस

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो शेयरिंग करने के मामले में गुरुवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल यूनिट की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) के सामने किसी भी राजनीतिक दल का एक भी सदस्य पेश नहीं हुआ। पुलिस के मुताबिक इस केस में झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों के कई राजनीतिक दलों के लगभग 22 लोगों को नोटिस दिया गया। इन सभी को गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को पुलिस के सामने पेश होने कहा गया है। तेलंगाना CM को दोबारा भेजा जाएगा नोटिस शाह के फर्जी वीडियो को अपलोड और शेयर करने के मामले में दिल्ली पुलिस, तेलंगाना कांग्रेस के सदस्यों को दूसरा नोटिस जारी कर सकती है। तेलंगाना कांग्रेस के चार सदस्य बुधवार को IFSO ऑफिस नहीं पहुंचे थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के चार सदस्यों - शिव कुमार अंबाला, अस्मा तसलीम, सतीश मन्ने और नवीन पेटम को CrPC की धारा 91 और 160 के तहत समन जारी किए गए हैं। हालांकि, अगर किसी शख्स को CrPC की धारा 160/91 के तहत नोटिस दिया जाता है, तो वह शख्स या तो खुद जांच अधिकारी के सामने पेश हो सकता है या अपना कानूनी प्रतिनिधि भेज सकता है। बुधवार को रेड्डी के वकील जांच अधिकारी के सामने हाजिर हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता का शाह के भाषण का फेक वीडियो बनाने या पोस्ट करने से कोई लेना-देना नहीं है। अहमदाबाद से हुई थी 2 लोगों की गिरफ्तारी अमित शाह फेक वीडियो केस में मंगलवार 30 अप्रैल को गुजरात के अहमदाबाद से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक का नाम सतीश वंसुला है और दूसरे का नाम आरबी बारिया है। वंसुला विधायक जिग्नेश मेवाणी के पीए हैं और बारिया AAP कार्यकर्ता। इस केस में सोमवार 29 अप्रैल को भी असम से एक आरोपी गिरफ्तार किया गया था। क्या है अमित शाह का डीपफेक वीडियो मामला? 27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और CM रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI की फैक्ट चैक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। इस मामले को लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की और तेलंगाना के

Dainik Bhaskar रेप-मर्डर के आरोपी और उसके रिश्तेदारों के घर फूंके:दौसा में आगजनी-हमले से पहले हुई मीटिंग; पुलिस पर भी जमकर पथराव

प्रेग्नेंट महिला से रेप और उसकी हत्या के आरोपी के घर को पूरे गांव ने जलाकर फूंक दिया। गुस्साए लोगों ने आरोपी के रिश्तेदारों के घर भी जमकर तोड़फोड़ की। इससे पहले ग्रामीणों ने मीटिंग कर हमले का फैसला किया। उन्होंने मौके पर पहुंची पुलिस पर भी जमकर पथराव किया। घटना दौसा के मेहंदीपुर बालाजी के नांदरी गांव में गुरुवार रात 10 बजे की है। इस पूरे घटनाक्रम में आगजनी करने वाले तीन लोग भी झुलस गए हैं। जिन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। मीटिंग के बाद हमला किया बताया जा रहा है कि रेप और मर्डर से गुस्साए पीड़ित पक्ष के लोगों ने गुरुवार को मीटिंग की। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी के घर सहित चार घरों पर हमला कर दिया। इसमें से एक घर में आग लगा दी और बाकी घरों में जमकर तोड़फोड़ की है। हालांकि, हमलावरों के आने से पहले चारों घरों के लोग मौके से भाग गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही मानपुर और सिकंदरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उन पर भी पथराव किया गया। इसमें कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। पुलिस की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है। रातभर से गांव में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल और मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा समेत बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। खेत में मिला था प्रेग्नेंट महिला का शव नांदरी गांव के एक युवक ने 28 अप्रैल को जगराम नाम के युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि आराेपी उसकी पत्नी को 27 अप्रैल को चारा भरवाने की बात कहकर ले गया था, लेकिन वे खेत में नहीं पहुंचे। इसके बाद युवक ने पत्नी के घर नहीं लौटने पर उसे इधर-उधर और रिश्तेदारी में तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला। आरोपी युवक का फोन भी बंद आया और वो घर पर गायब मिला। शिकायत के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो लापता महिला का शव 29 अप्रैल को जंगल के पास खेत में क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला था। इस पर मृतका के पति ने हत्या कि रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जगराम मीणा ने दुष्कर्म के बाद उसकी पत्नी की हत्या कर दी। उसकी पत्नी 6 महीने की प्रेग्नेंट भी थी। मामले में पुलिस ने 1 मई को आरोपी जगराम पुत्र बाबूलाल मीणा को हाईवे के पास खेड़ापहाड़पुर चौराहे से गिरफ्तार किया था।

Dainik Bhaskar हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत:गिरफ्तारी और रिमांड को गलत बताने वाली याचिका खारिज, SC में भी अपील

जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है। ईडी की ओर से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और रिमांड को गलत बताने वाली याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। हेमंत सोरेन ने याचिका दायर कर गिरफ्तारी को चुनौती दी थी। बहस के दौरान हेमंत के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया था मामला शेड्यूल ऑफेंस का नहीं है। इसलिए हेमंत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला नहीं बनता है। जिसके बाद 28 फरवरी को हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस नवनीत कुमार की खंडपीठ में यह मामला जजमेंट के लिए सूचीबद्ध की गई थी। सुप्रीम कोर्ट में भी दायर है याचिका गिरफ्तारी और डिमांड आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट की ओर से फैसला नहीं सुनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर कर रखी है। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन की इस याचिका पर सुनवाई करने का अनुरोध किया था। जिस पर हुई सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा और छह मई को सुनवाई की तारीख निश्चित की है। जिस जमीन को लेकर आरोप, वह मेरी नहीं गिरफ्तारी और ईडी की डिमांड को हाईकोर्ट में फरवरी में ही हेमंत सोरेन ने चुनौती थी। दायर याचिका में उन्होंने अदालत को बताया है कि उनकी गिरफ्तारी और डिमांड गलत है। उन पर ईडी जो आरोप लगाए हैं वह मनी लांड्रिंग के नहीं हैं। जिस जमीन की बात ईडी कर रहा है वह जमीन उनके नाम कभी रही ही नहीं। उधर हेमंत सोरेन ने एक और याचिका प्रोविजनल बेल को लेकर दायर की है, जिसमें उन्होंने अपने चाचा के श्राद्धकर्म में शामिल होने की अनुमति मांगी है। पीएमएलए कोर्ट नहीं बढ़ाई न्यायिक हिरासत इधर रांची स्थित पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। हेमंत सोरेन को अब 16 मई तक रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रहना होगा। गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में उनकी पेशी हुई और इसके बाद न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दी गई।

Dainik Bhaskar राहुल गांधी रायबरेली से लड़ेंगे चुनाव:कांग्रेस ने अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को उतारा; प्रियंका नहीं लड़ेंगी चुनाव

राहुल गांधी मां सोनिया की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने उनके नाम का ऐलान कर दिया है। प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी। वहीं, अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को उतारा है। किशोरी लाल सोनिया गांधी के भरोसेमंद माने जाते हैं। भाजपा ने रायबरेली से योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है, जबकि अमेठी से स्मृति ईरानी लड़ रही हैं। पहले कांग्रेस नेताओं ने राहुल के अमेठी और प्रियंका के रायबरेली से लड़ने की बात कही थी। हालांकि, प्रियंका चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हुईं। रायबरेली-अमेठी सीट पर नामांकन की आखिरी आज ही है। आज दोपहर राहुल नामांकन करने पहुंचेंगे। उनके साथ प्रियंका भी मौजूद रहेंगी। अमेठी में राहुल को हो सकती थी मुश्किल स्मृति ईरानी को भाजपा ने 2 महीने पहले ही अमेठी से मैदान में उतार दिया था। स्मृति वहां लगातार चुनाव प्रचार कर रहीं हैं, जबकि राहुल अभी तक एक बार भी अमेठी नहीं गए हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस बात का भी डर था कि अमेठी से राहुल को जीतने में मुश्किल हो सकती है। उधर, रायबरेली में सीन अलग है। 2019 की मोदी लहर में भी रायबरेली से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। रायबरेली में 20 बार चुनाव हुए हैं। इसमें 17 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की। राजनीतिक एक्सपर्ट बताते हैं कि अमेठी की तुलना में राहुल के लिए रायबरेली से जीतना आसान है। इसलिए, कांग्रेस ने उन्हें रायबरेली से उतारा है। प्रियंका चुनाव मैदान में क्यों नहीं उतरीं राजनीतिक एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रियंका अभी सीधे राजनीति में नहीं उतरना चाहती। वह राहुल गांधी को सपोर्ट करना चाहती हैं। प्रियंका ने कहा भी था कि सभी का चुनाव लड़ना ठीक नहीं है। वहीं, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके थे। परिवारवाद पर भाजपा के आरोप के बीच प्रियंका ने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया। उपचुनाव में प्रियंका मैदान में उतर सकती हैं राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अगर वे वायनाड और रायबरेली दोनों जगह से चुनाव जीतते हैं, तो एक सीट से उनको इस्तीफा देना होगा। राजनीतिक एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि राहुल वायनाड या रायबरेली की एक सीट छोड़ देंगे। इसके बाद वहां से प्रियंका मैदान में उतर सकती हैं। किशोरी लाल शर्मा को जानिए किशोरी लाल मूलरूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। वह 1983 में पहली बा

Dainik Bhaskar लोकसभा चुनाव-2024:अमित शाह बोले- 4 जून के बाद राहुल गांधी को कांग्रेस ढूंढो यात्रा के साथ पार्टी के अभियान को खत्म करना होगा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2 मई को कहा कि राहुल गांधी ने अपनी पार्टी कांग्रेस का अभियान भारत जोड़ो यात्रा से शुरू किया था जो 4 जून (लोकसभा चुनाव के रिजल्ट) के बाद कांग्रेस ढूंढ़ो यात्रा के साथ समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि पहले दो चरणों में कांग्रेस कहीं नहीं है, जबकि नरेंद्र मोदी ने शतक बनाया है और 400 की रेस में बढ़त बना ली है। कांग्रेस पार्टी दूरबीन से भी दिखाई नहीं दे रही है। कांग्रेस-SP तुष्टिकरण की राजनीति करती है। रंगनाथ मिश्रा और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लाकर कांग्रेस ने एक साजिश के तहत मुसलमानों को आरक्षण दिया था। शशि थरूर बोले- 400 सीट पार का दावा मजाक है, 300 पार असंभव शशि थरूर ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में कहा कि भाजपा का 400 पार का दावा करना एक मजाक है। 300 पार करना उनके लिए असंभव है। उनके लिए 200 पार करना चुनौती है। भाजपा को केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एक भी सीट नहीं मिलेगी। दक्षिण के राज्यों में उनका (भाजपा का) प्रदर्शन 2019 से भी खराब रहेगा। थरूर तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल (दूसरे चरण) को वोटिंग हो चुकी है। भाजपा ने यहां से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और CPI ने पी रवींद्रन को उतारा है। थरूर ने ये भी कहा कि अब तक 190 सीटों पर चुनाव हो चुके हैं। मुझे अपने सूत्रों से काफी पॉजिटिव जानकारी मिली है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि कोई जबर्दस्त लहर है, लेकिन निश्चित रूप से सरकार के लिए कोई लहर नहीं है। इससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुरैना में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है। माता-पिता मेहनत से बच्चों को पढ़ाते हैं। चाहते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि इतना करना भी मुश्किल है। मिट्टी का तेल, दाल, सब्जियों सबका भाव बढ़ गया है। पूरी खबर पढ़ें

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को इलाहाबाद HC से जमानत मिली

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान लोकसभा सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोलियां चलाने वालों को जमानत दे दी है। न्यायाधीश पंकज भाटिया ने आरोपियों को जमानत देते हुए कहा कि आरोपियों सचिन शर्मा और सुभम गुर्जर का नाम FIR में नहीं था। अदालत ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद जांच अधिकारी दी गई राय के आधार पर ही उन्हें अपराध से जोड़ा गया था। आज की अन्य बड़ी खबरें... मणिपुर में SBI बैंक से करीब 20 लाख की लूट, हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े घटना को अंजाम दिया मणिपुर के चूराचांदपुर जिला स्थित SBI बैंक में अपराधियों ने करीब 20 लाख रुपयों की लूट को अंजाम दिया है। घटना गुरुवार दोपहर 2 बजे की है। हथियारबंद अपराधियों ने के सालबुंग ब्रांच में घुसकर लूटपाट की। हालांकि, मामले में रिपोर्ट दर्ज करने तक लूट की सटीक राशि का पता नहीं चल पाया था। इससे पहले चुराचांदपुर में SBI की एक ब्रांच से 4 सितंबर, 2020 को दिनदहाड़े लगभग 1.15 करोड़ रुपए की लूट हुई थी। चुराचांदपुर में टेडिम रोड और थांगजम रोड के जंक्शन पर स्थित एक्सिस बैंक की एक ब्रांच में 10 जुलाई, 2023 को लूट हुई थी। मणिपुर में मई 2023 से जारी हिंसा के बाद से लूट की ये चौथी घटना है।

Dainik Bhaskar मोदी की बंगाल में आज 3 रैलियां:दो दिन गुजरात में रहे,आणंद में कहा- शहजादे को पीएम बनाने के लिए पाकिस्तान उतावला हो रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार 3 मई को पश्चिम बंगाल में तीन रैलियां करेंगे। ये रैलियां कृष्णानगर, बर्धमान पूर्व और बोलपुर में हैं। इससे पहले मोदी 26 अप्रैल को मालदा आए थे। यहां उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का इरादा सभी का पैसा, सोना-चांदी, जमीन कब्जा करने का है। उसका एक हिस्सा ये लोग अपने वोट बैंक को दे देंगे। ये कांग्रेस की घोषणा है, लेकिन TMC वाले उसके खिलाफ नहीं बोलते। मेरा मुख्यमंत्री पद क्षत्रिय समाज के आगे कुछ नहीं मोदी ने जामनगर की जनसभा में परषोत्तम रूपाला के बयान के चलते बीजेपी से नाराज क्षत्रियों को साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा, हमारे देश के राजा-महाराजाओं ने अखंड भारत के निर्माण के लिए अपनी रियासतें दे दीं। देश उनके योगदान को कभी भूल नहीं सकता। आज जब मैं जामनगर आया तो कई पुरानी यादें ताजा हो गईं। एक बार भूचरमोरी के युद्ध को लेकर मेरा साथ बहुत महत्वपूर्ण घटना घटी थी । मुझे हमारे क्षत्रिय समुदाय के नेताओं ने आमंत्रित किया था। तभी किसी ने मेरे कान में कहा, सर हम निमंत्रण देने आए हैं, लेकिन आप मत आना। क्योंकि, ऐसी मान्यता है कि भूचरमोरी के यहां जो भी मुख्यमंत्री आता है, वह अपना पद खो देता है। इसलिए कोई भी मुख्यमंत्री वहां नहीं जाता। तब मैंने उससे कहा था कि क्षत्रिय समाज के इस बलिदान के सामने मेरे मुख्यमंत्री पद का कोई महत्व नहीं है। मैं आऊंगा और मैंने आकर बहुत खुशी से उस कार्यक्रम का स्वागत किया। आज फिर से मैं जामनगर की ढेर सारी यादें लेकर आ गया। कांग्रेस रॉन्ग डिलीवरी करने वाली पार्टी मोदी ने सुरेंद्रनगर में अपनी दूसरी जनसभा में कहा- कांग्रेस हमेशा रॉन्ग डिलीवरी करने वाली पार्टी रही है। देश को आजादी दिलवाने की जगह उन्होंने देश को ही विभाजित कर दिया। देश का विकास करने के बजाय उन्होंने जो कुछ था, उसे ही लूट लिया। गरीबों का पैसा कांग्रेस के खजाने में पहुंच गया। आज ये पार्टी राम और शिव भक्तों को आपस में लड़ाना चाहती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भगवान राम और भगवान शिव को लेकर एक खतरनाक बयान दिया था। ये हिंदू समाज को बांटने का खेल खेल रहे हैं। राम भक्तों और शिव भक्तों को आपस में लड़ाना चाहते हैं, लेकिन हमारी हजारों साल की महान परंपरा को कोई नहीं तोड़ सकता। मुगल नहीं तोड़ पाए तो अब कांग्रेस हमें तोड़ना चाहती है। पाकिस्तान के हाथों में आज भीख का

Dainik Bhaskar जब तक मोदी जिंदा है संविधान नहीं बदल सकते:चाईबासा में पीएम बोले- आदिवासियों, दलितों और ओबीसी आरक्षण को हाथ नहीं लगा पाओगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय झारखंड दौरे के तहत आज चाईबासा पहुंचे। यहां उन्होंने टाटा कॉलेज मैदान में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और झामुमो पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अलग झारखंड किसने बनाया, अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया। कांग्रेस ने झारखंड के लिए क्या किया है। झारखंड के विकास पर ब्रेक लगा देनी वाली कौन, कांग्रेस। कांग्रेस को ये मंजूर नहीं था कि यहां का संसाधन आपके काम आए। पीएम मोदी ने कहा, भाजपा और झारखंड का दिल का रिश्ता है। झारखंड को, यहां के लोगों की भावनाओं को अगर कोई समझता और सुलझाता है तो वह सिर्फ भाजपा है। हमें हमेशा पता होता है कि आपके मन में क्या है। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने आदिवासियों के मान सम्मान को चोट पहुंचाई है। इंडी गठबंधन किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस-जेएमएम में लूट करने, भ्रष्टाचार करने की बहुत बड़ी रेस चल रही है। यहां कांग्रेसी सांसद के ठिकाने से 300 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए। झारखंड को लूटने की रेस कहां तक पहुंच गई है? यह लूट का जो पैसा निकल रहा है, वह किसका है? यह आपके पैसे की लूट है। विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि वो संविधान से खिलवाड़ नहीं करने देंगे। जब तक मोदी जिंदा है, तुम संविधान को हाथ नहीं लगा पाओगे। तुम आदिवासियों, दलितों और ओबीसी के आरक्षण को हाथ नहीं लगा पाओगे। चाईबासा में सभा के बाद पीएम मोदी आज शाम रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां वो भारत माता चौक से न्यू मार्केट रातू रोड तक 3 घंटे रोड शो करेंगे। पीएम रात में राजभवन में ही रुकेंगे। शनिवार को पीएम पलामू और गुमला में सभा करेंगे।

Dainik Bhaskar भारत के अखबारों की कहानी:1 रुपए 12 आना उधार लेकर शुरू हुआ द हिंदू; कैसे अखबारों ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाया

प्रेस की स्वतंत्रता अनमोल विशेषाधिकार है। जिस देश और कौम के पास यह है, वह सच्चे अर्थों में आजाद है। भारत की मीडिया ने यह आजादी संघर्ष से हासिल की है और हर मौके पर लोकतंत्र के स्तंभ के रूप में अपनी जिम्मेदारी को निभाया है। आज प्रेस फ्रीडम डे पर पढि़ए देश में मीडिया के विकास की कहानी और देश के प्रमुख अखबारों के बारे में... टाइम्स ऑफ इंडिया : बॉम्बे के व्यापारी समुदाय के लिए हुई थी इसकी शुरुआत 3 नवंबर 1838 को बॉम्बे टाइम्स एंड जर्नल ऑफ काॅमर्स नाम के अखबार की शुरुआत हुई। अखबार मुंबई के व्यापारी समुदाय के लिए था। शनिवार-बुधवार को प्रकाशित होता था। 1850 से रोजाना प्रकाशन शुरू हुआ। 1861 में इसे द टाइम्स ऑफ इंडिया नाम मिला। 1892 में इसे थॉमस ज्वेल बेनेट और फ्रैंक मोरिस कोलमेन ने खरीदा। 1946 में उद्योगपति रामकृष्ण डालमिया ने इसे खरीदा। इसके बाद उनके दामाद साहू शांति प्रसाद जैन ने कमान संभाली। तब से यह जैन परिवार द्वारा संचालित है। द हिन्दू : छह युवाओं ने 1 रुपया 12 आना उधार लेकर किया था शुरू बात 1878 की है। तत्कालीन एंग्लो-इंडियन प्रेस मद्रास हाईकोर्ट के जजों की बेंच में सर टी. मुथुस्वामी अय्यर को शामिल करने के खिलाफ था। इस पर लाॅ के चार छात्रों और दो शिक्षकों ने चेन्नई से साप्ताहिक ‘द हिन्दू’ अखबार शुरू किया। 23 साल के शिक्षक जी. सुब्रमण्यम अय्यर संपादक और 21 साल के शिक्षक एम. वीर राघवाचार्य मैनेजिंग डायरेक्टर थे। 1 रुपए 12 आने की पूंजी से इसकी शुरुआत हुई थी। 1905 में एस. कस्तूरी ने इसे ले लिया। तब से अखबार कस्तूरी परिवार के पास है। आनंद बाजार : कट्टर देशभक्ति के कारण अंग्रेजों के लिए बना था चुनौती 1876 में जेसोर (अब बांग्लादेश) में यह बांग्ला भाषा का अखबार शुरू हुआ था। शिशिर कुमार घोष और तुषार कांति घोष ने इसे शुरू किया। अखबार चला नहीं तो बंद कर दिया। 1922 में सुरेश चंद्र मजूमदार और संपादक प्रफुल्ल कुमार सरकार ने इसे फिर शुरू किया। पहला संस्करण लाल स्याही से छापा गया। कट्टर देशभक्ति के कारण यह अंग्रेजों के लिए चुनौती बन गया। 1931 में कुछ महीनों के लिए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन यह पहले से अधिक मजबूत होकर वापस आया। मलयाला मनोरमा : त्रावणकोर दीवान के खिलाफ खबर छापी तो अखबार रोका 22 मार्च 1890 को मलयाला मनोरमा का पहला अंक केरल के कोट्टायम में प्रकाशित हुआ था। वर्ग

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:शुरुआती चुनावों में निरक्षरता से जूझती रही हमारी चुनाव प्रणाली

ईवीएम जब नहीं थी, इसके पहले चुनाव प्रक्रिया कई दौर से गुजरी। पहले अलग अलग उम्मीदवारों के लिए अलग- अलग मतपेटियाँ हुआ करती थीं। बाद में सभी उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह के साथ एक ही पर्चा बनाया गया। पर्चा जब तक़ रहा, निरक्षरता के दानव ने कई विसंगतियाँ पैदा कीं। पिछली सदी में लगभग पचास सालों में सरकारों द्वारा अधिकांश लोगों को शिक्षित बनाने के प्रयास इसलिए नाकारा साबित हो गए क्योंकि हमारी सामाजिक व्यवस्था, आर्थिक नीति और जीवन शैली अमीरों को और अधिक अमीर और ग़रीबों को और अधिक गरीब बनाती चली गई। ग़रीबों के लिए मुफ़्त शिक्षा की नीति के बावजूद शिक्षा पर हमारी सरकारों का कामचलाऊ रवैया नुक़सानदेह साबित हुआ। स्कूल तो खूब खोले गए लेकिन शिक्षा के स्तर में कोई सुधार नहीं किया। ग़रीबों के लिए शिक्षा मुफ्त तो कर दी लेकिन ज़्यादातर ग़रीबों तक यह संदेश पहुँचा ही नहीं पाए। बाक़ी सुविधाओं के तो बुरे हाल रहे। अमीरों ने खुद को काग़ज़ों पर गरीब बताकर सारी सुविधाएँ चट कर लीं। साक्षरता अभियान भी एक तरह से ख़ानापूर्ति ही साबित हुआ। निरक्षरता के कारण चुनावों में अवैध मतों की संख्या कई सीटों पर जीत के अंतर से भी ज़्यादा रही। किसी ने एक की बजाय चार उम्मीदवारों को वोट दे दिया। किसी ने मतपत्र पर अंगूठा लगा दिया। कई पढ़ें-लिखों ने भी कसर नहीं छोड़ी। भाई लोगों ने मतपत्रों पर नारे लिख दिए। कुछ उदाहरण देखिए- 1989 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सलूम्बर सीट से भाजपा के नंदलाल मीणा ने कांग्रेस के भेरूलाल मीणा को मात्र 878 वोटों से हराया जबकि निरस्त मतों की संख्या 18,837 थी। 1980 में झालावाड़ संसदीय सीट पर जीत का अंतर 5,605 था जबकि निरस्त मत 8,619 थे। विडम्बना ही है कि 1998 में भी मध्यप्रदेश की पांच संसदीय सीटों पर जीत के अंतर से अवैध मतों की संख्या ज्यादा थी। हैरत की बात यह है कि ये पांचों सीटें SC-ST के लिए सुरक्षित थीं। छत्तीसगढ़ तब था नहीं। रायगढ़ सुरक्षित सीट के प्रतिष्ठित चुनाव में कांग्रेस के अजीत जोगी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार साय को 382 मतों से हराया, जबकि निरस्त मतों की संख्या 19,475 थी। यही हाल बस्तर, सरगुजा, मंडला और सारंगगढ सुरक्षित सीटों पर भी रहा था। अगर इसे शिक्षा से जोड़ा जाए तो नतीजा निकाला जा सकता है कि लाख प्रयासों के बावजूद सरकारें सबके लिए शिक्षा उपलब्ध नहीं करा पाईं। केव

Dainik Bhaskar सिसोदिया की जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में आज सुनवाई:30 अप्रैल को ट्रायल कोर्ट ने बेल देने से इनकार किया था

दिल्ली हाई कोर्ट में AAP नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। उन्होंने 30 अप्रैल को मामले की तत्काल सुनवाई को लेकर एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की बेंच के सामने याचिका लगाई थी। कोर्ट शुक्रवार (3 मई) को उनकी याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हुई थी। सिसोदिया ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मनी लॉन्ड्रिंग और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के भ्रष्टाचार मामले में दो याचिकाएं लगाई हैं। जस्टिस स्वर्ण कांता शर्मा की सिंगल जस्टिस बेंच दोनों याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। राउज एवेन्यू कोर्ट ने 30 अप्रैल को खारिज की थी याचिका दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 30 अप्रैल को सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज की थी, जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट का रुख किया था। सिसोदिया ने अपनी जमानत को लेकर कहा था कि उन्हें 11 महीने से अधिक समय से हिरासत में रखा गया है और कार्यवाही में देरी हो रही है। CBI ने उनकी याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि किसी आरोपी को जमानत तब तक नहीं दी जा सकती है, जब तक यह साबित न हो जाए कि उसके भागने का खतरा नहीं है। वह गवाहों को प्रभावित नहीं करेगा और सबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगा। पहले भी कई बार खारिज हुई सिसोदिया की जमानत याचिका CBI ने सिसोदिया को 26 फरवरी, 2023 को गिरफ्तार किया था। ED ने न्यायिक हिरासत के दौरान उन्हें 9 मार्च, 2023 को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया तब से तिहाड़ जेल में हैं। उन्होंने ED मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिसे 28 अप्रैल, 2023 को खारिज कर दिया गया था। CBI मामले में उनकी जमानत याचिका 31 मार्च, 2023 को खारिज हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि, हाई कोर्ट ने ED मामले में उनकी जमानत याचिका को 3 जुलाई, 2023 और CBI मामले में उनकी जमानत याचिका 30 मई, 2023 को खारिज की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 30 अक्टूबर, 2023 सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि घोटाले से जुड़े कई सवालों के जवाब अभी नहीं मिले हैं। इनमें 338 करोड़ का लेन-देन हुआ है, जिसमें सिसोदिया की भूमिका संदिग्ध लग रही है। इसलिए याचिका खारिज की जाती है। शराब नीति घोटाला केस- केजरीवाल और के. कविता भी हिरासत में दिल्ली शराब नीति घोट

Dainik Bhaskar केदारनाथ में बर्फबारी:10 मई से खुलने हैं केदारनाथ धाम के कपाट, बर्फबारी से तैयारियां प्रभावित

केदारनाथ और आस-पास के इलाकों में बेमौसम बर्फबारी से केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियां प्रभावित हुई हैं। 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं, जिसके बाद यहां बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। इस वजह से प्रशासन भी तेजी से यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है। हालांकि हाल फिलहाल में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी ने प्रशासन की परेशानियां बढ़ा दी हैं।

Dainik Bhaskar मणिपुर हिंसा का एक साल:राज्य में सामान्य हालात दूर की बात, 250 राहत शिविरों में 58 हजार से ज्यादा लोगों का संघर्ष जारी

मणिपुर में जारी जातीय हिंसा को आज एक साल पूरा हो गया है, लेकिन हिंसा के एक साल बाद भी राज्य में मैतेई और कुकी-ज़ोमी जनजाति के बीच तनाव जारी है। पिछले साल 3 मई को शुरू हुई इस जातीय हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके है। वहीं, 58 हजार से अधिक बेघर लोग राहत शिविरों में तकलीफों में रह रहें है। राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि जेड सुरक्षा के साथ भी राज्य के मुख्यमंत्री पिछले एक साल में कुकी-जोमी इलाकों में जानमाल के नुकसान का जायजा लेने नहीं जा पाए है। यहां समाज बिखर चुके हैं। दफ्तर हों या अस्पताल, कहीं भी सरकारी सिस्टम नहीं बचा है। सरकार के सर्कुलर के बावजूद सरकारी दफ्तरों से कर्मचारी गायब हैं। कुकी बहुल जिलों हों या मैतेई बहुल, सड़कों पर हथियारबंद लोग नजर आ जाएंगे। पूरा राज्य दो हिस्सों में बंटा है। हालात यह है कि कुकी-जोमी जनजाति के लोग अब इंफाल घाटी में आने का कोई जोखिम नहीं उठाते, जबकि पहाड़ों में बसे मैतेई लोगों ने अपने घर-जमीन सबकुछ छोड़ दिया है। मणिपुर के कुल 16 जिलों में कुकी जनजातियां मुख्य रूप से चूराचांदपुर, कांगपोकपी, चंदेल, फेरजॉल और टेंगनौपाल जिलों की दक्षिणी पहाड़ियों में रहती हैं। वहीं, इंफाल घाटी के बिष्णुपुर, थौबल, इंफाल ईस्ट और इम्फाल वेस्ट में मैतेई का दबदबा है। मणिपुर में गुरुवार को संदिग्ध उग्रवादी संगठन के सदस्यों ने चूराचांदपुर के सालबुंग गांव में स्थित एसबीआई शाखा को लूट लिया। एक अधिकारी के अनुसार घटना दोपहर 2 बजे की है। अभी इस सुनियोजित डकैती की जांच जारी है। चूराचांदपुर: साढ़े तीन लाख लोग एक सरकारी अस्पताल के भरोसे चूराचांदपुर में रहने वाले जे. बाइते (बदला हुआ नाम) पेशे से शिक्षक है, वो कहते है कि करीब साढ़े तीन लाख आबादी वाले चूराचांदपुर में केवल एक सरकारी अस्पताल है। अगर वहां इलाज नहीं होता तो लोगों को आइजोल जाना पड़ता है। जो साढ़े तीन सौ किमी दूर है, और प्राइवेट गाड़ियों से वहां पहुंचने में 8 से 10 घंटे लग जाते है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों का आइजोल तक पहुंचना बहुत मुश्किल है। चिंता: लोगों के पास काम नहीं और चीजों की कीमतें दोगुनी हो गई हैं मानवाधिकार कार्यकर्ता कहते है कि हिंसा से जनजातियों को काफी नुकसान हुआ है। हिंसा से पहले 30 हजार से अधिक कुकी लोग इंफाल में बसे हुए थे। उनके पक्के मकान थे, दुका

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:राहुल बोले- PM रेपिस्ट के लिए वोट मांग रहे; मोदी ने कहा- कांग्रेस के लिए पाकिस्तान रो रहा; बृजभूषण के बदले बेटे को टिकट

नमस्कार, कल की बड़ी खबर राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी बयानों की रही। एक खबर भाजपा की चुनावी लिस्ट की रही, पार्टी ने यूपी की कैसरगंज सीट से बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे को टिकट दिया है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. राहुल गांधी बोले- प्रधानमंत्री मास रेपिस्ट के लिए वोट मांग रहे, ये है मोदी की गारंटी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर रेपिस्ट के लिए वोट मांगने का आरोप लगाया और कहा कि ‘यही है मोदी की गारंटी।’ राहुल ने कहा, 'प्रज्वल रेवन्ना 400 महिलाओं का रेप करता है, वीडियो बनाता है। इसे मास रेप कहा जाता है। कर्नाटक में मंच पर प्रधानमंत्री मास रेपिस्ट का समर्थन कर रहे हैं।’ दरअसल, PM मोदी ने 14 अप्रैल को प्रज्वल रेवन्ना के समर्थन में मैसूर में रैली की थी। रेवन्ना पर रेप और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप है। प्रज्वल हासन सीट से चुनाव लड़ रहे: प्रज्वल रेवन्ना हासन सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह यहीं से सांसद हैं। इससे पहले भी रेवन्ना मोदी की रैलियों में साथ दिख चुके हैं। कर्नाटक में भाजपा और जेडीएस के बीच गठबंधन है। हासन में 26 अप्रैल को सेकेंड फेज में वोटिंग हुई थी। इसके बाद प्रज्वल जर्मनी चले गए। प्रज्वल के खिलाफ लुकआउट नोटिस: सेक्स स्कैंडल की जांच के लिए बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने प्रज्वल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। यह नोटिस प्रज्वल की उस अपील के बाद आया है, जिसमें उन्होंने SIT के सामने हाजिर होने के लिए समय मांगा था। कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा है कि प्रज्जवल 24 घंटे में पेश नहीं हुए तो गिरफ्तारी होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. मोदी बोले- कांग्रेस के लिए पाकिस्तान रो रहा, वह चाहता है कांग्रेस का शहजादा प्रधानमंत्री बने PM मोदी ने गुजरात दौरे के दूसरे दिन आणंद, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ और जामनगर में जनसभाएं की। उन्होंने आणंद में कहा कि, 'भारत में कांग्रेस कमजोर हो रही है। यहां कांग्रेस मर रही है और वहां पाकिस्तान रो रहा है। पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं। शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने के लिए पाकिस्तान उतावला है। पाकिस्तान और कांग्रेस की यह पार्टनरशिप पूरी तरह एक्सपोज हो गई है।' पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने राहुल की तारीफ की थी: पाकिस्तान के पूर्