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Dainik Bhaskar बंगाल गवर्नर आनंद बोस के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत:महिला ने कहा- मेरे साथ छेड़खानी हुई; बोस बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश है

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर राजभवन की महिला कर्मी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने मामले को लेकर हरे स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दी है। महिला का आरोप है कि वो 24 मार्च को स्थायी नौकरी का निवेदन लेकर राज्यपाल के पास गई थी। तब राज्यपाल ने बदसुलूकी की। गुरुवार को फिर यही हुआ तो वह राजभवन के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत लेकर गई। हालांकि, राज्यपाल ने महिला के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि ये मुझे बदनाम करने की साजिश है। मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। सत्य की जीत होगी। उन्होंने आगे कहा कि मैं बनावटी नैरेटिव से डरने वाला नहीं। कोई मुझे बदनाम करके चुनावी फायदा चाहता है, तो भगवान भला करे। मैं भ्रष्टाचार-हिंसा के खिलाफ लड़ाई नहीं रोक सकता। क्या मोदी जी राज्यपाल से सफाई मांगेंगे: सागरिका घोष तृणमूल कांग्रेस सांसद सागरिका घोष ने महिला के आरोपों को लेकर एक वीडियो बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक गंभीर आरोप लगाया गया है। एक महिला जब राजभवन गईं तो राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उनके साथ छेड़छाड़ की, यौन उत्पीड़न किया और गलत व्यवहार किया। महिला अब पुलिस स्टेशन पहुंच चुकी है, जहां वह अपनी शिकायत दर्ज करा रही है। उन्होंने आगे कहा कि ये गंभीर आरोप तब लग रहे हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंच रहे हैं। मोदी जी राजभवन में ही ठहरेंगे। क्या मोदी जी राज्यपाल से सफाई मांगेंगे? क्या मोदी जी पूछेंगे कि राजभवन में इस तरह की घटना कैसे घटी? शुभेंदु अधिकारी बोले- अगर मामला सच हुआ तो कार्रवाई होगी राज्यपाल पर लगे आरोपों को लेकर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह देखना होगा कि आरोप सही हैं या फिर कोई साजिश है। 26,000 शिक्षकों की नौकरी चली गई, संदेशखाली मुद्दे पर तृणमूल घिरी। देखना होगा कि ये शिकायत राजनीतिक साजिश है या नहीं। अगर यह सच है तो निश्चित तौर पर केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी। राजभवन में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक इस बीच राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहीं, राज्यपाल ने राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्‌टाचार्य के प्रवेश पर भी रोक लगाई है। राज्यपाल ने चंद्रिमा पर संविधान विरोधी बयान देने का आरोप लगाया। उन्होंने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए अटॉर्नी जनरल से सलाह मां

Dainik Bhaskar मुंबई के अस्पताल में फोन की टॉर्च जलाकर डिलीवरी:मां-बच्चे की मौत; परिवार का आरोप- लाइट जाने पर 3 घंटे तक जनरेटर नहीं चलाया

मुंबई के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने मोबाइल फोन का टॉर्च जलाकर महिला की सिजेरियन डिलीवरी की, जिसमें मां और बच्चे दोनों की मौत हो गई। घटना सुषमा स्वराज मैटरनिटी होम में हुई, जिसे देश की सबसे अमीर नगरपालिक बृहनमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) चलाती है। महिला का परिवार बीते कई दिनों से अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहा है। अब जाकर BMC ने इन्क्वायरी का आदेश दिया है। महिला का नाम सहीदुन (26) और उसके पति का नाम खुसरुद्दीन अंसारी है। पति विकलांग है, उसका एक पैर नहीं है। दोनों की शादी को 11 महीने हुए थे। उनके परिवार ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि सोमवार को अस्पताल की लाइट चली जाने के बाद तीन घंटे तक जनरेटर नहीं चलाया गया था। परिवार ने ये भी कहा कि सहीदुन और बच्चे की मौत के बाद डॉक्टरों ने अंधेरे में ही एक और डिलीवरी कराई थी। परिवार का आरोप- लाइट जाने पर जनरेटर नहीं चलाया गया अंसारी का मां ने बताया कि मेरी बहू एकदम स्वस्थ थी और प्रेग्नेंसी के दौरान उसकी सभी रिपोर्ट्स सही थीं। हम उसे 29 अप्रैल को सुबह सात बजे डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे पूरे दिन एडमिट रखा। 8 बजे हमें बताया गया कि सब ठीक है। डॉक्टरों ने कहा कि डिलीवरी नॉर्मल होगी। लेकिन, जब मैं उससे मिलने गई तो देखा कि वह खून से सनी हुई थी। डॉक्टरों ने उसके पेट में चीरा लगा था और इसके बाद वे हम लोगों का साइन लेने आए। डॉक्टरों ने कहा कि सहीदुन को दौरा पड़ा था और C सेक्शन करना जरूरी था। तभी लाइट चली गई, लेकिन डॉक्टरों ने हमें दूसरे अस्पताल नहीं भेजा। वे हमें ऑपरेशन थिएटर ले गए और फोन की टॉर्च लाइट की मदद से डिलीवरी की। डिलीवरी में बच्चे की मौत हो गई। डॉक्टरों ने हमसे कहा कि मां बच जाएगी और हमें सायन अस्पताल जाने को कहा। लेकिन तब तक सहीदुल की मौत हो गई थी। उसके लिए ऑक्सीजन तक नहीं था। पति बोला- डॉक्टरों को सजा मिले और अस्पताल बंद हो महिला के पति ने कहा कि डॉक्टरों को सजा मिलनी चाहिए। जैसे मैं दर्द में हूं वैसे ही डॉक्टरों और स्टाफ को सजा मिलनी चाहिए। अस्पताल बंद हाे जाना चाहिए। अंसारी ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए। मेरी कमाई बहुत कम है और मैं विकलांग भी हूं। मेरी शादी बहुत मुश्किल से हुई थी और अब मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई है। परिवार ने कुछ फोटोज और वीडियो भी दिखाए जिसमें उसी ऑपरेशन थिएटर में सेलफोन टॉर्च की मदद

Dainik Bhaskar कर्नाटक सेक्स स्कैंडल- एचडी रेवन्ना ने अग्रिम जमानत मांगी:स्पेशल कोर्ट में आज सुनवाई होगी, उनकी हाउसमेड ने यौन शोषण का आरोप लगाया है

कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना ने गुरुवार को स्पेशल कोर्ट में यौन उत्पीड़न मामले में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई आज होगी। इस मामले में उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना भी आरोपी हैं। 28 अप्रैल को दोनों नेताओं के खिलाफ उनकी पुरानी हाउसमेड की शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। इस शिकायत के साथ कुछ वीडियो भी सामने आए, जिनमें प्रज्वल के मौजूद होने का दावा है। प्रज्वल रेवन्ना को लुकआउट नोटिस जारी कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले में हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ विशेष जांच दल (SIT) ने गुरूवार को लुकआउट नोटिस जारी किया। यह नोटिस प्रज्वल की उस अपील के बाद आया है, जिसमें उन्होंने SIT के सामने हाजिर होने के लिए समय मांगा था। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि 7 दिन का समय देने का प्रावधान ही नहीं है, अगर वे 24 घंटे में पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होते हैं तो उनकी गिरफ्तारी भी संभव है। प्रज्वल ने बुधवार 1 मई को X पर एक पोस्ट में लिखा था- मैं जांच में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के जरिए CID बेंगलुरु को बता दिया है। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। कर्नाटक के CM ने पीएम मोदी को लेटर-प्रज्वल को भारत लाने में मदद करें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले में बुधवार 1 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा। उन्होंने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना पर जो गंभीर आरोप लगे हैं, उनके बारे में आपको पता ही होगा। उन पर जो भी आरोप लगे हैं, वे शर्मनाक और देश को दहला देने वाले हैं। केंद्र सरकार फरार सांसद को वापस लाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए। CM ने आगे लिखा कि सांसद और NDA उम्मीदवार प्रज्वल 27 अप्रैल को देश छोड़कर विदेश भागे। ऐसा पता चला है कि वे डिप्लोमैटिक पासपोर्ट के जरिए यात्रा कर रहे हैं। केंद्रीय विदेश मंत्रालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रज्वल रेवन्ना का डिप्लोमैटिक पासपोर्ट रद्द करने के निर्देश दें। सिद्धारमैया ने लेटर में यह भी कहा कि फिलहाल मामले की जांच SIT मामले की जांच कर रही है। उन्हें देश में वापस लाना बहुत जरूरी है, ताकि वे कानून के हिसाब से जांच का सामना करें। SIT ने सांसद प्रज्वल रेवन्ना को नोटिस जारी किया पूर्व PM देवेगौड़ा के विधायक बेटे एचडी रेवन्ना और सांसद पोते प्रज्

Dainik Bhaskar छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में फर्जी होलोग्राम बनाने वाला गिरफ्तार:90 लाख घूस देकर लिया टेंडर, यूपी एसटीएफ ने नोएडा से पकड़ा

छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले के आरोपी विधू गुप्ता को यूपी एसटीएफ ने नोएडा से गिरफ्तार किया। आरोपी ने शराब माफिया व सरकार के ऊंचे पदों पर बैठे अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी होलोग्राम बनाकर सरकारी दुकानों पर शराब की अवैध बिक्री कराई। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने 1 बजे कासना, गौतमबुद्वनगर के रहने वाले विधू गुप्ता पुत्र स्वर्गीय घनश्याम दास को गिरफ्तार किया। विधू गुप्ता प्रिज्म होलोग्राफी एवं सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि विधू गुप्ता को प्रति होलोग्राम 8 पैसा कमीशन तथा अवैध शराब बेचने के लिए डुप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई करने की शर्त पर टेंडर मिला। फर्जी ट्रांजिट पास से 15 जिलों में करते सप्लाई टेंडर मिलने के बाद विधू गुप्ता छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के एमडी अरूण पति त्रिपाठी के निर्देशानुसार डुप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई छत्तीसगढ़ सक्रिय गैंग को करने लगा। गैंग के सदस्य डुप्लीकेट होलोग्राम को विधू गुप्ता से लेकर सीधे मेसर्स वेलकम डिस्टलरीज, छत्तीसगढ डिस्टलरीज लिमिटेड, भाटिया वाईन एण्ड मर्चेंट प्राइवेट लिमिटेड को पहुंचा देते। वहां पर उन होलोग्राम को अवैध शराब की बोतलों पर चिपकाया जाता। उन बोतलों को छत्तीसगढ़ राज्य के चिन्हित 15 जिलों के आबकारी विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा फर्जी ट्रांजिट पास पर अवैध शराब को सीएसएमसीएल की दुकानों पहुंचाया जाता। तीन साल तक महीना 400 ट्रक अवैध शराब बेची इन दुकानों पर गैंग के कर्मचारी रहते थे। जो अवैध शराब को असली शराब के साथ बेच देते। इसका पैसा अलग से इकठ्ठा करते। अवैध शराब से आया पैसा गैंग सदस्य अलग से कलेक्ट करते। इसके बाद पैसे को बड़े अधिकारियों के पास पहुंचाया जाता। गैंग में शामिल सभी सदस्यों का कमीशन फिक्स था। 2019 से 2022 तक हर महीने 400 ट्रक की अवैध शराब की सप्लाई की गई। इतना ही नहीं विधू गुप्ता ने होलोग्राम का टेंडर लेने के लिए राज्य आबकारी विभाग को 90 लाख की घूस दी। मामले में अनवर ढेवर इसी मामले से संबंधित एक अन्य मामले में ई.ओ.डब्ल्यू और एंटीकरप्शन ब्रांच, छत्तीसगढ़ गिरफ्तार कर जेल भेज चुका है। वहीं अनिल टुटेजा, आईएएस तत्कालीन सचिव इण्डस्ट्री को ईडी रायपुर छत्तीसगढ़ ने हिरासत में लिया है।

Dainik Bhaskar दिल्ली कांग्रेस नेता बिधूड़ी का इस्तीफा:AAP से गठबंधन को लेकर दो दिन में पार्टी छोड़ने वाले तीसरे नेता; लवली भी अध्यक्ष पद छोड़ चुके

दिल्ली में कांग्रेस नेता ओमप्रकाश बिधूड़ी ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ने के कई कारण हैं। उनमें सबसे बड़ा कारण दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) का गठबंधन है। कांग्रेस के हजारों वर्कर्स इस गठबंधन से खुश नहीं है। बिधूड़ी ने कहा, "आम आदमी पार्टी कांग्रेस और उनके नेताओं को भ्रष्टाचारी और चोर कहकर सत्ता में आई है। AAP के साथ गठबंधन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं के खिलाफ है। बिधूड़ी ने कहा कि फिलहाल उनकी किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने की कोई योजना नहीं है। ओमप्रकाश बिधूड़ी ​​​​​​करीब ​30 सालों से कांग्रेस में रहे हैं। वे साल 2013 में तुगलकाबाद विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। वह प्रदेश कांग्रेस में महासचिव के पद पर भी रह चुके हैं। AAP से गठबंधन को लेकर दो दिन में 3 नेताओं का इस्तीफा बिधूड़ी पिछले दो दिन में AAP से गठबंधन पर नाराज होकर कांग्रेस छोड़ने वाले तीसरे नेता हैं। उनसे पहले (बुधवार) 1 मई को पूर्व विधायक नीरज बसोया और नसीब सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने भी 28 मई को अपने पद से इस्तीफा दिया था। लवली ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्‌ठी लिखी थी। 4 पेज की चिट्‌ठी में उन्होंने लिखा- दिल्ली कांग्रेस उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ है, जो पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के आधार पर बनी थी। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 4 पर AAP, 3 पर कांग्रेस लड़ रही दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटें हैं। इस बार गठबंधन के तहत AAP ने 7 में से 4 सीटों पर और कांग्रेस ने 3 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा सातों सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। 2019 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा ने सातों सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा के सभी उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस दूसरे नंबर पर और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई थी। त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा प्रत्येक सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से बड़े वोटों के अंतर से आगे रही थी। भाजपा को 56 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस को 22.5 प्रतिशत और AAP को 18.1 प्रतिशत वोट मिले थे। 2014 में बीजेपी को 46.4 फीसदी वोट म

Dainik Bhaskar कोवीशील्ड पर सवालों के बीच भारत बायोटेक बोला- कोवैक्सिन सुरक्षित:ये अकेली वैक्सीन जिसका ट्रायल भारत में हुआ, लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता थी

कोरोना की वैक्सीन कोवीशील्ड पर उठ रहे सवालों के बीच कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटक ने कहा है कि हमने ये वैक्सीन लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई थी। हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा थी और दूसरी प्राथमिकता वैक्सीन की गुणवत्ता थी। भारत बायोटेक ने सोशल मीडिया साइट X पर एक पोस्ट में ये बातें कहीं। कंपनी ने कहा कि कोवैक्सिन भारत सरकार के कोविड-19 वैक्सीन प्रोग्राम की इकलौती वैक्सीन थी, जिसके ट्रायल भारत में हुए थे। कंपनी के मुताबिक, लाइसेंस पाने की प्रक्रिया के तहत कोवैक्सिन का 27 हजार लोगों पर ट्रायल किया गया था। इसे क्लिनिकल ट्रायल मोड के तहत सीमित इस्तेमाल के लिए लाइसेंस दिया गया था, जहां हजारों लोगों पर इसका ट्रायल किया गया था। कंपनी ने कहा कि अनुभवी इनोवेटर्स और प्रोडक्ट डेवलपर्स के तौर पर भारत बायोटेक की टीम यह जानती थी कि कोरोना वैक्सीन का प्रभाव कुछ समय के लिए हो सकता है पर मरीज की सुरक्षा पर इसका असर जीवनभर रह सकता है। यही वजह है कि हमारी सभी वैक्सीन में सेफ्टी हमारा सबसे पहला फोकस रहती है। कोवीशील्ड को लेकर क्या है विवाद पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने देश में कोरोना की पहली वैक्सीन बनाई थी। इसे कोवीशील्ड नाम दिया गया। इसका फॉर्मूला ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन से लिया गया था। हाल ही में एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन के कोर्ट में माना है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि ऐसा बहुत रेयर (दुर्लभ) मामलों में ही होगा। ब्रिटिश मीडिया टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उनकी वैक्सीन से कई लोगों की मौत हो गई। वहीं कई अन्य को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ा। कंपनी के खिलाफ हाईकोर्ट में 51 केस चल रहे हैं। पीड़ितों ने एस्ट्राजेनेका से करीब 1 हजार करोड़ का हर्जाना मांगा है। ब्रिटिश हाईकोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों में कंपनी ने माना है कि उसकी कोरोना वैक्सीन से कुछ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है। इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है। इसके बाद भारत में कोवीशील्ड पर भी सवाल उठाए जाने लगे। सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड की जांच के लिए एक याचिका दाखिल की गई। इसमें क

Dainik Bhaskar दिल्ली के स्कूल में छात्रा पर ​​​​​​​ब्लेड से हमला:टिफिन को लेकर लड़ाई में क्लासमेट ने चेहरे पर अटैक किया; 17 टांके लगे

दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में एक 14 साल की छात्रा पर उसकी क्लासमेट ने ब्लेड से हमला कर दिया। इससे छात्रा बुरी तरह घायल हो गई। उसके चेहरे पर 17 टांके लगे हैं। घटना 29 अप्रैल की है। हालांकि, बुधवार 1 मई को इसकी जानकारी सामने आई है। घायल छात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसके चेहरे पर गंभीर चोटें दिख रही थीं। कई छात्राएं उसे घेर कर खड़ी थीं। पुलिस ने वायरल वीडियो पर स्वतः संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू की। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों के बीच हाथापाई हुई थी। इसी दौरान स्कूल कैंपस के बाहर से एक लड़की ने 9वीं क्लास की छात्रा पर किसी तेज धार वाली चीज से अटैक कर दिया। पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि 29 अप्रैल को सुबह करीब 11:20 बजे वह अपनी दोस्तों के साथ लंच कर रही थी। इसी दौरान कुछ लड़कियां उसकी दोस्त का टिफिन छीन कर भाग गईं। जब उसकी दोस्त ने टिफिन वापस करने को कहा, तो लड़कियां गाली-गलौज करने लगीं। घायल छात्रा के पिता के मुताबिक, उनकी बेटी मामले को शांत करने के लिए गई थी। तभी लड़कियां उससे बहस करने लगी और उस पर ब्लेड से हमला कर दिया। छात्रा के पिता का आरोप है कि घटना के बाद स्कूल से किसी ने भी उनकी बेटी की मदद नहीं की। उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया। पीड़ित छात्रा की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है। छात्रा के माता-पिता ने आरोपी लड़कियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने बताया कि वीडियो में दिखने वाली सभी लड़कियां नाबालिग हैं, इसलिए जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

Dainik Bhaskar रायबरेली से BJP ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया:2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, 6 साल पहले कांग्रेस छोड़ी थी

बीजेपी ने रायबरेली से योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। दिनेश ने 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। दिनेश कांग्रेस से 2010 में पहली बार और 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्य बने थे। 2018 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। 2022 में वह भाजपा के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार MLC बने हैं। दिनेश का परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में रहता है। 1 दशक से यह परिवार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में है। दिनेश के अलावा उनके भाई और परिवार के अन्य सदस्य विधायक, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों पर रहे। 2022 के चुनाव में हरचंदपुर सीट से भाई और विधायक राकेश सिंह की हार के बाद उनके विरोधियों को लगा था कि राजनीति में पंचवटी का प्रभाव कुछ कम हो जाएगा, लेकिन भाजपा ने पहले MLC का टिकट देकर फिर योगी 2.0 सरकार में स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाकर उन्हें रायबरेली के मैदान में गांधी परिवार के खिलाफ मजबूत उपस्थिति दर्ज की। खबर लगातार अपडेट की जा रही है...

Dainik Bhaskar 'गो हैंग योरसेल्फ' कहना खुदकुशी के लिए उकसाना नहींं:पादरी की मौत के मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला

कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि 'गो हैंग योरसेल्फ' कहने को खुदकुशी के लिए उकसाने वाला बयान नहीं कहा जा सकता। जस्टिस एम नाग प्रसन्ना ने उडुपी के एक पादरी की खुदकुशी के मामले में सुनवाई करते हुए ये बात कही। मामले में याचिकाकर्ता पर पादरी को 'गो हैंग योरसेल्फ' कहकर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप था। पादरी के आरोपी की पत्नी के साथ कथित संबंध थे मामले में बचाव पक्ष का कहना था कि याचिकाकर्ता को अपनी पत्नी और पादरी के बीच कथित संबंध होने का पता चला था। जिसके चलते शख्स ने गुस्से में आकर पादरी के लिए ये शब्द कहे थे। याचिकाकर्ता का कहना है कि पादरी ने आत्महत्या का फैसला इस बयान के नहीं बल्कि लोगों को कथित संबंध के बारे में पता लगने के कारण लिया था। दूसरी तरफ पादरी का पक्ष रखने वाले वकील ने कहा आरोपी शख्स ने लोगों के सामने मामले का खुलासा करने की धमकी देते हुए आत्महत्या करने को कहा। हाईकोर्ट ने बयान को बताया ह्यूमन साइकोलॉजी का हिस्सा हालांकि हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने मामले को देखते हुए इस बात पर जोर दिया कि केवल इस तरीके के बयान आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाने का कारण नहीं बन सकते। साथ ही कोर्ट ने आत्महत्या के पीछे कई कारणों के होने की बात कही, जिसमें सबसे बड़ा कारण अवैध संबंध में शामिल होना पाया गया। हाईकोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि याचिकाकर्ता जिस अवस्था में था, उस स्थिति में इस तरह के बयान देना ह्यूमन साइकोलॉजी का हिस्सा है। ऐसे में 'गो हैंग योरसेल्फ' को आत्महत्या का कारण नहीं माना जा सकता। हाईकोर्ट ने इस बयान को मानव व्यवहार का हिस्सा और दुखद घटना से प्रेरित मानते हुए मामले को रद्द कर दिया। सुप्रीम कोर्ट बोला- बिना रस्मों के हिंदू विवाह मान्य नहीं ; ये नाचने-गाने और खाने-पीने का इवेंट नहीं सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हिंदू विवाह कोई नाचने-गाने या खाने-पीने का मौका भर नहीं है। न ये कोई व्यापारिक लेन-देन है। जब तक इसमें रस्में नहीं निभाई जातीं, तब तक इसे हिंदू मैरिज एक्ट के तहत वैध नहीं माना जा सकता है। जस्टिस बीवी नागरत्ना और ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की बेंच ने कहा कि हिंदू विवाह एक संस्कार और एक धार्मिक उत्सव है, जिसे भारतीय समाज के अहम संस्थान का दर्जा दिया जाना जरूरी है। पूरी खबर पढ़ें... पत्नी की आत्महत्या के लिए पति जिम्मेदार नहीं ; 30 साल पुराने केस में फैसला, SC ने कहा-

Dainik Bhaskar केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा-CBI हमारे नियंत्रण में नहीं:बंगाल में एक भी केस केंद्र ने दाखिल नहीं किया, CBI ने केस रजिस्टर किए

बंगाल में कई केसों की CBI जांच पर दाखिल ममता सरकार की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। बंगाल सरकार ने याचिका में कहा है कि कई मामलों में CBI जांच कर रही है, वह भी बिना हमारी मंजूरी लिए। केंद्र की ओर से सॉलिसिटर तुषार मेहता ने कहा बंगाल में एक भी केस केंद्र सरकार ने दाखिल नहीं किया है। CBI ने केस रजिस्टर किए हैं। इधर, बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि हमने अपने राज्य में केसों की CBI जांच की मंजूरी वापस ले ली है। इसके बावजूद एजेंसी कई केसों की जांच कर रही है। बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में संविधान के आर्टिकल 131 का हवाला देते हुए याचिका दाखिल की है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र का जिक्र है। इसके मुताबिक केंद्र और राज्यों के बीच के मामलों की सुनवाई सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में की जाती है। बंगाल सरकार की दलील पर SG तुषार मेहता ने जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस संदीप मेहता से कहा, "संविधान का आर्टिकल 131 सुप्रीम कोर्ट के मिले सबसे पवित्र अधिकारों में से एक है। इसका गलत इस्तेमाल नहीं होने देना चाहिए। जिन केसों की बात बंगाल सरकार कर रही है, उसमें से एक भी केस केंद्र ने रजिस्टर नहीं किया है।" बंगाल ने 2018 में जनरल कंसेंट वापस लिया था दरअसल, राज्य से जुड़े किसी भी मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI की इन्क्वायरी के लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी होती है। बंगाल सरकार ने 16 नवंबर 2018 में जनरल कंसेंट वापस ले लिया था। उस समय चिटफंड घोटाले को लेकर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। CBI को केस कैसे मिलता है ​​​​​​​दिल्ली स्पेशल पुलिस एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के सेक्शन 2 के तहत CBI सिर्फ केंद्र शासित प्रदेशों में सेक्शन 3 के तहत अपराधों पर खुद से जांच शुरू कर सकती है। राज्यों में जांच शुरू करने से पहले सीबीआई को सेक्शन 6 के तहत राज्य सरकार से इजाजत लेना जरूरी है। CBI को 4 तरह से केस दिया जा सकता है संदेशखाली में जांच के खिलाफ भी सुप्रीम कोर्ट पहुंची ममता सरकार​​​​​​​​​​​​​​ कलकत्ता हाईकोर्ट ने संदेशखाली केस की जांच CBI को सौंप दी थी। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई, जिस पर सोमवार (29 अप्रैल) को सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद मामले को जुलाई के लिए लिस्ट

Dainik Bhaskar मोदी को खड़गे का लेटर, मेनिफेस्टो पर डिबेट की चुनौती:कांग्रेस अध्यक्ष बोले- लोग आपको सांप्रदायिक भाषण देने वाले PM के रूप में याद करेंगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगातार दूसरे गुरुवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा है। खड़गे ने 2 मई को लिखे लेटर में PM मोदी को कांग्रेस और भाजपा के चुनावी मेनिफेस्टो पर डिबेट की चुनौती दी है। खड़गे ने लेटर में लिखा- आपने NDA के सभी उम्मीदवारों को पत्र लिखकर बताया है कि उन्हें वोटरों से क्या बात करनी है। चिट्ठी के लहजे से लगता है कि आपमें बहुत हताशा और चिंता है। यह आपको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है, जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देती। खड़गे ने तीन पन्नों के लेटर में कहा- जब चुनाव खत्म हो जाएंगे, तो लोग आपको एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद करेंगे, जो हार से बचने के लिए झूठ से भरे सांप्रदायिक भाषण देते थे। खड़गे बोले- वोटर्स खुद मेनिफेस्टो पढ़ और समझ सकते हैं खड़गे ने आगे लिखा- वोटर्स इतने समझदार हैं कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में क्या लिखा है और किन गारंटी का वादा किया है, वह खुद पढ़ और समझ सकते हैं। हमारी गारंटी इतनी सरल और स्पष्ट है कि हमें उन्हें समझाने की जरूरत नहीं है। हमारा मेनिफेस्टो न्याय की बात करता है। हम समाज के सभी वर्गों के लिए विकास कैसे लाएंगे, मेनिफेस्टो में इसका जिक्र है। प्रधानमंत्री के तौर पर यह बेहतर होगा कि आप नफरत भरे भाषण देने के बजाय पिछले दस सालों में अपनी सरकार के काम पर वोट मांगें। खड़गे ने PM मोदी को 25 अप्रैल को भी लेटर लिखा था। उन्होंने तब कांग्रेस का न्याय पत्र (मेनिफेस्टो) समझाने के लिए मोदी से वक्त मांगा था। दो पेज के इस पत्र में उन्होंने लिखा कि पीएम ने हालिया भाषणों में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उससे वे बिल्कुल हैरान या अचंभित नहीं हैं। खड़गे ने चिट्‌ठी में कहा- आपके सलाहकार आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं, जो हमारे न्याय पत्र में हैं भी नहीं। इसलिए मुझे आपसे व्यक्तिगत तौर पर मिलकर आपको अपना मेनिफेस्टो समझाने में खुशी मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar राहुल बोले-प्रधानमंत्री रेपिस्ट के लिए वोट मांग रहे:महालक्ष्मी की बात पर वे चिढ़ते हैं, क्योंकि उनके अरबपति दोस्तों को पैसा नहीं मिल पा रहा

राहुल गांधी ने गुरुवार 2 मई को कर्नाटक के शिवमोगा में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मास रेपिस्ट (कइयों के साथ रेप करने वाला) के लिए वोट मांग रहे हैं। कर्नाटक में भाजपा और जेडीएस के बीच गठबंधन है। जेडीएस सांसद और एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना गौड़ा पर रेप और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप है। राहुल ने ये भी कहा कि जैसे ही हम महालक्ष्मी की बात कर रहे हैं, हिंदु्स्तान के प्रधानमंत्री को इरीटेशन हो रहा है, उन्हें चिढ़ मच रही है। क्योंकि उनके अरबपति मित्रों को पैसा नहीं मिल पा रहा। राहुल की स्पीच के मुख्य पॉइंट ये खबर भी पढ़ें... कर्नाटक सेक्स स्कैंडल-प्रज्वल को लुकआउट नोटिस जारी:गृहमंत्री बोले- 24 घंटे में पेश नहीं हुए तो गिरफ्तारी होगी कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ विशेष जांच दल (SIT) ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। यह नोटिस प्रज्वल की उस अपील के बाद आया है, जिसमें उन्होंने SIT के सामने हाजिर होने के लिए समय मांगा था। गुरुवार (2 मई) को कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि 7 दिन का समय देने का प्रावधान ही नहीं है, यदि वे 24 घंटे में पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होते हैं तो उनकी गिरफ्तारी भी संभव है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar चंद्रमा के गड्डों में पानी से जमा बर्फ:ISRO ने नई स्टडी में किया दावा - मानव जीवन तलाशने में मिलेगी मदद

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रमा के गड्डों में पानी की बर्फ होने का दावा किया है। यह स्टडी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (SAC)/ISRO के वैज्ञानिकों द्वारा आईआईटी कानपुर, दक्षिणी कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, जेट प्रोपल्शन लैब और आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के रिसर्चर्स की मदद से किया गया था। ISRO ने कहा, ISPRS जर्नल ऑफ फोटोग्रामेट्री एंड रिमोट सेंसिंग में पब्लिश स्टडी से पता चलता है कि सतह के कुछ मीटर नीचे बर्फ की मात्रा सतह की तुलना में 5 से 8 गुना अधिक है। भविष्य के मून मिशन में मददगार होगी बर्फ की खोज ISRO ने बताया है कि इस जानकारी से भविष्य के मिशनों में चंद्रमा पर बर्फ के सैम्पल लेने या खुदाई करने और मनुष्यों की लंबे समय तक मौजूदगी के लिए ड्रिलिंग करने में सहायता मिलेगी। बर्फ के गहराई के आधार पर भविष्य में मून मिशन की लैंडिंग के लिए सही स्थान और सही सैम्पल कलेक्टिंग पॉइंट का चयन करने में भी मदद मिलेगी। चंद्रमा के नॉर्थ पोल पर साउथ पोल से बर्फ की मात्रा ज्यादा ISRO ने इस स्टडी के माध्यम से यह भी दावा किया है कि चांद के नॉर्थ पोल में पानी से जमे बर्फ की मात्रा साउथ पोल की तुलना मे दोगुनी है। 2008 में भेजे गए चंद्रयान मिशन के दौरान में चंद्रमा की उपसतह पर पानी से जमे बर्फ होने की भविष्यवाणी की गई थी। इसी तरह का दावा चंद्रयान 2 के डुअल फ्रीक्वेंसी सिंथेटिक अपर्चर रडार इंस्ट्रूमेंट के पोलरमैट्रिक रडार डाटा में भी किया गया था। ज्वालामुखी से निकली पानी से गड्डों में जमा बर्फ स्टडी से पता चला है कि 3.85 अरब वर्ष पहले इम्ब्रियन काल में हुए इम्ब्रियन काल में हुए ज्वालामुखी विस्फोट से चांद के गड्डों में पानी जमा हुआ था। इस रिसर्च के लिए ISRO और अन्य रिसर्चर्स ने सात इंस्टूमेंट्स का उपयोग किया था जिसमें चांद के ऑर्बिटर पर रडार, लेजर,ऑप्टिकल, न्यूट्रॉन, स्पेक्ट्रोमीटर, अल्ट्रा-वायलेट स्पेक्ट्रोमीटर और थर्मल रेडियोमीटर शामिल थे। चंद्रयान-3 अंतरिक्ष में कचरे से टकराकर नष्ट हो सकता था; वैज्ञानिकों ने लॉन्चिंग में 4 सेकेंड की देरी कर इसे बचाया भारत का चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट चांद पर पहुंचने से पहले ही अंतरिक्ष में कचरे और सैटेलाइट से टकराकर नष्ट हो सकता था। ISRO के वैज्ञानिकों ने इससे बचने के लिए लॉन्चिंग 4 सेकेंड देरी से की थी। ISRO चेयरमैन एस. सोमनाथ ने हाल ही में इंडियन स

Dainik Bhaskar विक्रम लैंडर और रोवर की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें सामने आईं:दोनों चांद की सतह पर आराम करते क्लिक किए गए; इंडिपेंडेंट रिसर्चर ने खींची तस्वीरें

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ISRO ने चंद्रयान 3 की सफलता के बाद चंद्रमा की सतह पर मौजूद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों को 15 मार्च 2024 को क्लिक किया गया है। इन्हें इंडिपेंडेंट रिसर्चर चंद्रा तुंगथुरथी ने जारी किया है। अगस्त 2023 में चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद ISRO जो तस्वीरें शेयर की थीं, उनके मुकाबले इन तस्वीरों में ज्यादा डिटेलिंग देखने को मिल रही है। नई तस्वीरें चांद की सतह से 65 किलोमीटर की ऊंचाई से 17 सेमी पर पिक्सल से खींची गई हैं। जबकि ISRO की पुरानी तस्वीरें 100 किमी की ऊंचाई से 26 सेमी पिक्सल से खींची गई थी। हाई क्वालिटी इमेज में प्रज्ञान रोवर नजर आ रहा है। तस्वीरों को शेयर करने वाले रिसर्चर चंद्रा ने अपने ब्लॉग में लिखा कि ISRO की लगातार हो रही प्रगति से वे उत्साहित हैं। चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग 4 फेज में हुई थी चंद्रयान-3 मिशन को 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया गया था। इसमें तीन हिस्से थे- प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर और रोवर। प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया गया था। वहीं लैंडर और रोवर ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिंग की थी। ISRO ने 23 अगस्त 2023 को 30 किमी की ऊंचाई से शाम 5 बजकर 44 मिनट पर ऑटोमैटिक लैंडिंग प्रोसेस शुरू की और अगले 20 मिनट में सफर पूरा कर लिया था। चंद्रयान-3 ने 40 दिन में 21 बार पृथ्वी और 120 बार चंद्रमा की परिक्रमा की थी। चंद्रयान ने चांद तक 3.84 लाख किमी दूरी तय करने के लिए 55 लाख किमी की यात्रा की। चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर के ऑब्जर्वेशन पता चला कि चंद्रमा की सतह का तापमान करीब 50 डिग्री सेल्सियस है। वहीं चांद के साउथ पोल पर सल्फर, एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, की मौजूदगी का भी पता चला है। यह खबर भी पढ़ें... चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल के साथ यूनीक एक्सपेरिमेंट: मॉड्यूल को पृथ्वी की कक्षा में ट्रांसफर किया इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, यानी ISRO ने हॉप एक्सपेरिमेंट के बाद एक और यूनीक एक्सपेरिमेंट में चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी की कक्षा में ट्रांसफर किया। ये एक्सपेरिमेंट इसरो के चंद्रयान-4 मिशन के लिहाज से काफी अहम है। चंद्रयान-4 मिशन में चंद्रमा का सॉइल सैंपल पृथ्वी

Dainik Bhaskar राहुल गांधी का अमेठी से चुनाव लड़ना तय:सोनिया के प्रतिनिधि केएल शर्मा ने कहा- सारी तैयारियां उनके ही लिए

अमेठी से राहुल गांधी का चुनाव लड़ना लगभग तय हो गया है। गुरुवार को अमेठी पहुंचे सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा ने कहा, 'गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़ेगा।' जब उनसे पूछा गया कि क्या राहुल लड़ेंगे? उन्होंने कहा कि सारी तैयारियां उनके ही लिए है। किसी दूसरे व्यक्ति के लिए नहीं। पार्टी के कार्यकर्ता यही चाहते हैं कि गांधी परिवार से ही कोई सदस्य अमेठी से चुनाव लड़े।' गुरुवार को गांधी परिवार के नामांकन का काम देखने वाले वकील केसी कौशिक पहले रायबरेली और फिर अमेठी पहुंचे। ऐसे में कयास यह भी है कि प्रियंका रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। यूपी कांग्रेस सोशल मीडिया सेल के को-कोऑर्डिनेटर विकास अग्रहरि ने भी बुधवार रात सोशल मीडिया पर 3 मई को राहुल के नामांकन का पोस्टर पोस्ट किया। अमेठी-रायबरेली सीट पर शुक्रवार 3 बजे तक नामांकन की आखिरी तारीख है। यानी, आज के कुछ घंटे और कल का दिन ही बचा है। लेकिन पार्टी चुप्पी साधे है। अब तक कोई ऐलान नहीं किया है।