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Dainik Bhaskar सीरम इंस्टीट्यूट पर केस की तैयारी में भारतीय परिवार:कहा- कोवीशील्ड लगवाने के 7 दिन बाद बेटी की मौत; दूसरा परिवार बोला- RTI में TTS की बात

भारत के एक परिवार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) पर मुकदमा करने का फैसला किया है। वेणुगोपाल गोविंदन का कहना है कि उनकी बेटी करुण्या की जुलाई 2021 में कोविशील्ड वैक्सीन लेने के महीने भर बाद मौत हो गई थी। सीरम इंस्टीट्यूट ने ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के बनाए फॉर्मूले पर कोविशील्ड बनाई है और एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटिश हाईकोर्ट में स्वीकार किया कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। करुण्या की मौत मामले में परिवार की शिकायत पर सरकार ने राष्ट्रीय समिति का गठन किया था। बाद में समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि करुण्या की मौत का कारण वैक्सीन है इसके पर्याप्त सबूत नहीं मिले थे। अब गोविंदन ने मुआवजे और अपनी बेटी की मौत की जांच के लिए स्वतंत्र मेडिकल बोर्ड की नियुक्ति की मांग करते हुए एक रिट याचिका दायर की है। वहीं, एक और परिवार ने कहा है RTI में उनकी बेटी की मौत TTS से होनी का बात सामने आई थी। एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि कुछ मामलों में थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है। इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है। 18 साल की रितिका का मौत के कारण निकला था TTS करुण्या की तरह ही इंडिया के रहने वाला एक और परिवार की भी ऐसी ही कहानी सामने आई है। 18 साल की श्री ओमत्री की मई 2021 में मौत हो गई थी। परिवार के मुताबिक, रितिका ने मई में कोविशील्ड की पहली डोज लगवाई थी। इसके 7 दिनों के अंदर रितिका को तेज बुखार और वॉमिट की शिकायत हुई। MRI में सामने आया कि रितिका को ब्रेन में ब्लड क्लोटिंग हुई और उसे ब्रेन हेमरेज हो गया था। दो हफ्ते बाद ही बेटी की मौत हो गई थी। परिवार ने आगे बताया कि हमें बेटी की मौत का सही कारण जानने के लिए दिसंबर 2021 में RTI के जरिए पता चला कि बेटी को थ्रोम्बोसिस विथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम हुआ था। जो भी वैक्सीन के सामना करना पड़ा था और "वैक्सीन उत्पाद संबंधी प्रतिक्रिया" के कारण उनकी मृत्यु हो गई। यूके में मुकदमा जेमी स्कॉट द्वारा शुरू किया गया था, जिन्हें अप्रैल 2021 में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन प्राप्त करने के बाद मस्तिष्क में स्थायी चोट लगी थी। सुरक्षा चिंताओं के कारण एस्ट्राज़ेनेका-ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन अब यूके में नहीं दी जाती है। जबकि स्वतंत्र अध्ययनों ने कोविड-19 से

Dainik Bhaskar न्यूज इन ब्रीफ@11 AM:दिल्ली महिला आयोग के 223 कर्मचारी बर्खास्त; अमेरिकी पुलिस बोली- गोल्डी बराड़ जिंदा; राजस्थान में वोटर रजिस्टर गुम, आज दोबारा वोटिंग

नमस्कार, आइए जानते हैं आज सुबह 11 बजे तक की देश-दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. दिल्ली महिला आयोग के 223 कर्मचारी तत्काल प्रभाव से बर्खास्त, LG का आदेश दिल्ली LG वीके सक्सेना के आदेश पर दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। आरोप है कि तत्कालीन दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना अनुमति के इनकी नियुक्ति की थी। यह नियुक्ति साल 2016 से जुड़ी है। पढ़ें पूरी खबर... 2. गोल्डी बराड़ मरा नहीं, जिंदा है- अमेरिकी पुलिस; मारा गया शख्स कोई और था पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की मौत के दावे को अमेरिका की पुलिस ने झूठ बताया है। कैलिफोर्निया की पुलिस के मुताबिक, फ्रेसनो इलाके में गोलीबारी की घटना जरूर हुई थी। इसमें दो लोग घायल भी हुए थे, जिनमें से एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि, ये शख्स गोल्डी बराड़ नहीं था। मरने वाले शख्स की पहचान 37 साल के जेवियर गैलडनी के तौर पर हुई है। पढ़ें पूरी खबर... 3. कलकत्ता HC में आज संदेशखाली केस पर सुनवाई, CBI दर्ज कर चुकी FIR पश्चिम बंगाल के संदेशखली में जमीन हड़पने और महिलाओं के यौन शोषण मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट आज सुनवाई करेगी। 25 अप्रैल को कलकत्ता HC के आदेश के बाद CBI ने पहली FIR दर्ज की थी। संदेशखाली की महिलाओं ने 8 फरवरी को TMC नेताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मामले में 3 आरोपी शाहजहां शेख सहित 3 आरोपी 13 मई तक कस्टडी में हैं। पढ़ें पूरी खबर... 4. श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में आज होगी सुनवाई, फैसला संभव मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई है। जस्टिस मयंक जैन की बेंच इस केस की सुनवाई कर रही है। हिंदू पक्ष की बहस 30 अप्रैल को पूरी हो चुकी है। हाईकोर्ट आज कोई बड़ा फैसला दे सकता है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ईदगाह का ढाई एकड़ का एरिया भगवान कृष्ण का गर्भगृह है। यहां बाद में ईदगाह का निर्माण कराया गया था। पढ़ें पूरी खबर... 5. राजस्थान के अजमेर में एक बूथ पर रि-पोलिंग, वोटर रजिस्टर गुम हो गया था अजमेर लोकसभा क्षेत्र के मसूदा विधानसभा के गांव नांदसी में आज दोबारा मतदान हो रहा है। इस बूथ पर 753 मतदाता हैं। यहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण के दौरान वोटिंग हुई थी। वोटिंग ख

Dainik Bhaskar दिल्ली महिला आयोग के 223 कर्मचारी तत्काल प्रभाव से बर्खास्त:LG वीके सक्सेना ने दिया आदेश; आरोप- अध्यक्ष ने नियमों के खिलाफ इन्हें अपॉइंट किया था

दिल्ली LG वीके सक्सेना के आदेश पर दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना अनुमति के इनकी नियुक्ति की थी। LG के आदेश की कॉपी...

Dainik Bhaskar कैसरगंज से बृजभूषण के छोटे बेटे का टिकट पक्का:भाजपा ने बीच का रास्ता निकाला; करण भूषण ने ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई की; ऐलान थोड़ी देर में

कैसरगंज से भाजपा ने मौजूदा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का टिकट काट दिया है। भाजपा ने बीच का रास्ता निकालते हुए बृजभूषण की जगह उनके छोटे बेटे करण भूषण का टिकट पक्का कर दिया है। हालांकि, पार्टी की तरफ से अभी अधिकृत घोषणा नहीं हुई है। बृजभूषण के बड़े बेटे प्रतीक ने व्हाट्सएप पर लिखा- करण भूषण सिंह। आपके आशीर्वाद का आंकाक्षी- कैसरगंज। गुरुवार को ही करण भूषण का एक वीडियो सामने आया। इसमें वह पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं। कैसरगंज में 3 मई नामांकन की आखिरी तारीख है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को करण नामांकन करेंगे। करण सिंह के प्रतिनिधि जगन्नाथ तिवारी ने गुरुवार को कैसरगंज से 4 सेट नामांकन पत्र खरीदे हैं। भाजपा ने आखिरी वक्त पर कैसरगंज पर निर्णय लिया। भाजपा को आशंका थी कि बृजभूषण का टिकट कटने से ठाकुर बिरादरी नाराज हो सकती है। कैसरगंज के अलावा, बृजभूषण सिंह का आसपास की 6 सीटों पर प्रभाव है। पहली बार चुनाव लड़ेंगे करण, यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष करण भूषण का जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ था। करण के एक बेटा और एक बेटी है। वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने गोंडा में अपने पिता के नंदिनी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। अभी वह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। महिला पहलवानों की ओर से बृजभूषण सिंह पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश में कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था। 12 फरवरी को हुए इस चुनाव में करण को सर्वसम्मति से यूपी कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना गया था। क्यों कटा 6 बार के सांसद बृजभूषण का टिकट? देश के नामी रेसलर्स बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट समेत कई पहलवानों ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ संगीन आरोप लगाए थे। इन पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली में धरना तक दिया। पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले WFI को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से माना जा रहा था कि बृजभूषण सिंह का बीजेपी टिकट काट सकती है। क्यों करण भूषण सिंह को टिकट दिया UP में राजपूत (ठाकुर) वोटर 6-7 फीसदी हैं। आजादी के बाद UP में इस समुदाय से 5 CM रहे हैं। UP के दो ठाकुर नेता प्

Dainik Bhaskar चिनाब वैली-3 जिलों में 120 किमी में जमीन धंस रही:अब तक 900 घरों में दरार; संवेदनशील पहाड़ों पर 4 बड़े प्रोजेक्ट से हालात बिगड़े

जम्मू-कश्मीर की चिनाब वैली का 120 किमी का क्षेत्र धंस रहा है। हर दिन जमीन एक इंच से आधा फीट तक खिसक रही है। इसका सबसे ताजा उदाहरण रामबन है, जहां बीते शुक्रवार को 800 मी. इलाके में जमीन धंसने से 70 घर तबाह हो गए। यहां रह रहे करीब 400 लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा। पानी और बिजली सप्लाई 7 दिन से बंद है। वैली में एक साल में तीन जिलों डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में जमीन धंसने की छह घटनाएं हो चुकी हैं। करीब 900 घरों में दरारें हैं। प्राथमिक जांच में जमीन धंसने की दो वजह सामने आई हैं... मार्च में भी धंसी थी जमीन, पूरा इलाका खतरे में है रामबन के जिला विकास आयुक्त बसीर उल हक चौधरी ने कहा कि जमीन जिस तेजी से धंस रही है, उससे हम भी हैरान हैं। वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की एक टीम जमीन की स्थिति जांच रही है। गूल इलाके के 30 साल के जावेद अहमद ने कहा कि मार्च में भी हल्ला क्षेत्र के 40 गांवों में जमीन खिसकी थी। हम जनवरी से प्रशासन से शिकायत कर रहे। न हमें शिफ्ट किया गया, न ही प्रोजेक्ट रोके। अब जब घर टूट गए, तब 8 किमी दूरी कम्युनिटी सेंटर में शिफ्ट किया है। हम मुश्किल से दिन गुजार रहे हैं। बड़ा सवाल: जब पूरी चिनाब वैली संवेदनशील तो फिर बड़े प्रोजेक्ट क्यों? भूविज्ञानी फजाज अहमद बताते हैं कि पूरी चिनाब वैली बहुत ही संवेदनशील है। इसके बावजूद यहां सड़क, टनल और हाइड्रो प्रोजेक्ट शुरू किए गए। डोडा और किश्तवाड़ भूकंपनीय इलाके हैं, फिर भी वहां ब्लास्टिंग जारी है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे को 16 हजार करोड़ में फोन लेन किया जा रहा है। इसमें 300 से 500 मी. लंबी 8 टनल बन रहीं हैं। जबकि रेलवे 11 किमी लंबी दो टनल बना रहा है, जो जम्मू को श्रीनगर से जोड़ेंगी। पर्यावरणविद शरीफ भट कहते हैं कि वैली के पहाड़ बहुत ही नाजुक हैं, फिर भी हैवी मशीनरी से काम हुआ। इतने संवेदनशील जोन में इतने बड़े प्रोजेक्ट जमीन कमजोर कर रहे हैं। इसका नतीजा हमारे सामने है। ये खबर भी पढ़ें... रामबन लैंडस्लाइड- एक किमी के इलाके में जमीन धंसी; रामबन से ही निकलती है अमरनाथ यात्रा जम्मू में रामबन-गूल रोड पर गुरुवार (26 अप्रैल) की शाम से लैंड स्लाइड हो रहा है। करीब 1 किलोमीटर तक की जमीन धंसने के बाद रामबन से 6 किलोमीटर दूर पेरनोट गांव में करीब 30 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लैंड स्लाइड के बाद स्थानीय प्रशासन ने 55 परिवारों को सुरक्षित

Dainik Bhaskar इंदौर में चौतरफा घेराबंदी से ही घबरा गए थे अक्षय:धारा 307 ही नहीं, लोकसभा चुनाव के बीच दो मुद्दे और उठे; पेशी एक ही दिन

इंदौर में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए डॉ. अक्षय कांति बम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुराने मामलों में उनको भले ही राहत मिल जाए, लेकिन अब एक और मामला अदालत पहुंच गया है। उनके कॉलेज के पुराने फैकल्टीज ने मिलकर परिवाद दायर कराया है। इसकी सुनवाई 10 मई को होगी। बता दें, इसी दिन 17 साल पुराने जमीन विवाद के एक अन्य मामले में भी अक्षय की पेशी है, जिसमें धारा 307 बढ़ा दी गई है। पाला बदलने के सवाल पर अक्षय बम कह रहे हैं कि 'रामभक्त हूं। सनातन और राष्ट्रहित के काम के लिए आया हूं। कोई मुझे डरा नहीं सकता', लेकिन अब नई-नई थ्योरी भी सामने आ रही हैं। अप्रैल के पहले हफ्ते में कांग्रेस से टिकट की घोषणा होते ही अपने लॉ कॉलेज स्टाफ से धोखाधड़ी और प्रताड़ना के आरोप पर छात्रों के साथ फैकल्टीज ने भी मोर्चा खोला था। जांच EOW और सीबीआई तक से कराने के लिए ज्ञापन दिए गए थे। यह वही टाइमिंग है, जब धारा 307 बढ़ाने के लिए अदालत में नया आवेदन पहुंचा था। इससे भी अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे चुनाव के बीच अक्षय घिरते जा रहे थे। बाले-बाले जांच शुरू कर दी गई, जिसके प्रेशर में अक्षय बम आ गए। धारा 307 के अलावा अक्षय 2 और मोर्चों पर इसी वक्त घिरे नामवापसी के बाद की पहली तस्वीर 1. छात्रा ने भाजपा नेता के साथ जाकर की थी CBI जांच की मांग चुनाव प्रचार चल रहा था। इस बीच भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के क्षेत्र वार्ड नंबर 24 में रहने वाली पूजा नाम की लॉ स्टूडेंट ने प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की। 8 अप्रैल 2024 को ज्ञापन देकर कहा कि धोखाधड़ी हुई है, इसलिए मान्यता रद्द करें। ज्ञापन EOW में दिया। छानबीन भी शुरू कर दी गई, लेकिन पाला बदलते ही जांच ठहर गई है। इसके अगले दिन शिकायत करने वाली लॉ स्टूडेंट को हिंद राष्ट्र संगठन में इंदौर जिले का महामंत्री बना दिया गया है। इस ऐसे समझिए कि श्यामा चरण शुक्ला नगर-कुलकर्णी नगर निवासी पूजा कुशवाह ने कॉलेज के चेयरमैन डॉ. अक्षय कांति बम, डायरेक्टर डॉ. मनप्रीत कौर राजपाल, प्रिंसिपल डॉ. विनोद पाटीदार, HOD और HR प्रबंधन के विरुद्ध 5 अप्रैल 2024 को पुलिस सहित आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराई। इसका नेतृत्व हिंद राष्ट्र नाम के संगठन ने किया। इसके प्रमुख इंदौर के भाजपा नेता राजेश शिरोडकर हैं। यह ज्ञापन 8 अप्रैल को रीगल चौराहा स्थित पुलिस कार्यालय में दिया था। 2. कॉलेज की पुरानी फैकल्टीज

Dainik Bhaskar सलमान खान के घर फायरिंग केस, आरोपी का परिवार भड़का:भाई बोला- कस्टडी में पुलिस टॉर्चर से मौत हुई, कल बिश्नोई समाज का प्रदर्शन

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर पर गोली चलाने वाले आरोपियों में से एक अनुज थापन के सुसाइड की खबर से उसका परिवार सदमे में है। अनुज पंजाब में अबोहर के गांव सुखचैन का रहने वाला था। उसके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। अब परिवार में एक छोटा भाई, एक बहन और मां हैं। अनुज ट्रक पर क्लीनर (हेल्पर) के तौर पर काम करता था। इसी से परिवार का गुजारा चल रहा था। गांव के सरपंच मनोज गोदारा व अन्य ने बुधवार को उसके घर पहुंच कर अनुज की मां और अन्य परिजनों को उसकी सुसाइड की सूचना दी। वहीं अबोहर में बिश्नोई समाज ने कल 3 मई को सीतो गुन्नो बाईपास पर प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। पुलिस ने फोन पर कहा- बॉडी ले जाएं अनुज थापन ने मुंबई पुलिस की कस्टडी में बुधवार को आत्महत्या की। उसने मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर के टॉयलेट में चादर से फांसी लगाई। पुलिस को 11 बजे सुबह फांसी की जानकारी मिली। आरोपी अनुज थापन के सुसाइड की जांच अब राज्य की CID को सौंपी गई है। इस बारे में अनुज के गांव सुखचैन के सरपंच मनोज ने बताया कि कल उनके पास फोन आया कि अनुज ने मुंबई पुलिस की कस्टडी में सुसाइड कर लिया है। जब अनुज का परिवार उनके पास आया और उन्होंने उक्त फोन नंबर पर बात की तो उन्हें पुलिस ने कुछ स्पष्ट नहीं बताया। केवल इतना कहा कि आकर बॉडी को ले जाएं। मनोज गोदारा ने कहा कि अनुज के परिवार के पास केवल डेढ़ एकड़ जमीन है। वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। मुंबई पुलिस ने उसे पंजाब के टोल प्लाजा पर ट्रक से उतार लिया और अपने साथ ले गए। अब उसने सुसाइड कर लिया है। घर से ट्रक पर गया था अनुज वहीं, अनुज के छोटे भाई अभिषेक थापन कहना है कि अनुज भाई ट्रक पर गया था। वहीं किसी टोल प्लाजा से पुलिस उसे ट्रक से उतार ले गई। फिर पुलिस कस्टडी में उसकी रहस्यमयी रूप से मौत हो गई। अब परिवार को बताया जा रहा है कि अनुज ने आत्महत्या कर ली। सरपंच और अनुज के परिवार की मांग है कि इस मामले की जांच मुंबई के बाहर किसी अन्य जांच एजेंसी से करवाई जाए और मृतक के पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों का पैनल बनाया जाए। उसकी मौत के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसका पता लगाकर उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। 25 अप्रैल को पंजाब से गिरफ्तार हुआ अनुज मुंबई पुलिस ने अनुज और उसके एक साथ सुभाष को 25 अप्रैल को पंजाब से गिरफ्तार किया था। ये दोनों पंजाब में अबोहर के ही रहने वाले हैं। इन

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट ने कहा-स्पेक्ट्रम का बिना नीलामी आवंटन नहीं:सरकार की अर्जी नामंजूर; रजिस्ट्रार बोले- स्पष्टीकरण के नाम पर फैसले के रिव्यू की मांग गलत

सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्रार ने कुछ स्पेक्ट्रम की बिना ​नीलामी के आवंटन की अनुमति देने वाली केंद्र की अर्जी नामंजूर कर दी। सरकार ने 22 अप्रैल को 2012 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर स्पष्टीकरण के लिए याचिका लगाई थी।कोर्ट रजिस्ट्रार ने कहा कि सरकार स्पष्टीकरण मांगने की आड़ में आदेश की समीक्षा की मांग कर रही है। यह गलत है। विचार का कोई उचित कारण नहीं है। याचिका में सरकार ने 2G मामले के फैसले को स्पष्ट करने का अनुरोध किया था। साथ ही कहा था कि 2012 के फैसले में कुछ स्थितियों में सार्वजनिक नीलामी के अलावा दूसरे माध्यमों से स्पेक्ट्रम आवंटन पर रोक नहीं है। याचिका रजिस्ट्रार ने क्यों वापस की दरअसल, रजिस्ट्रार याचिका इस आधार पर नामंजूर कर सकता है कि इसमें उचित कारण नहीं है। हालांकि याची 15 दिन में फिर अपील कर सकता है। यानी केंद्र के पास सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का उपाय है। फरवरी 2012 में 2जी मामले के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि स्पेक्ट्रम जैसे सार्वजनिक संसाधनों का आवंटन सार्वजनिक नीलामी से होना चाहिए। इसके साथ ही कोर्ट ने स्पेक्ट्रम आवंटन में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ का नियम रद्द कर दिया था। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में क्या आवेदन दिया था केंद्र की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने CJI वाईबी चंद्रचूड़ और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच में एक आवेदन दिया था। इस पर तुरंत सुनवाई की मांग की गई थी। बेंच को बताया गया था कि याचिका में 2012 के फैसले में संशोधन की मांग की गई है, क्योंकि केंद्र सरकार कुछ मामलों में 2G स्पेक्ट्रम लाइसेंस देना चाहता है। हालांकि, बाद में एक सूत्र ने यह दावा किया था कि सरकार 2012 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने की मांग नहीं कर रही है। 2G स्पेक्ट्रम केस में क्या था सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2012 को दिए गए अपने फैसले में जनवरी 2008 में दूरसंचार मंत्री ए राजा के कार्यकाल के दौरान अलग-अलग फर्मों को दिए गए 2G स्पेक्ट्रम लाइसेंस को रद्द कर दिया था। ये खबर भी पढ़ें... कांग्रेस बोली- भाजपा के पाखंड की सीमा नहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार की 2G स्पेक्ट्रम पर सुप्रीम कोर्ट से फैसले में बदलाव की मांग को पाखंड बताया है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के पाखंड की कोई सीमा नहीं है, क्योंकि एक तरफ उसने UPA सरकार में हुए 2जी स्पेक्ट्रम के स

Dainik Bhaskar लोकसभा चुनाव-2024:पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी BJP, गुजरात के पूर्व सीएम बोले- बाकी प्रत्याशियों का ऐलान जल्द

भारतीय जनता पार्टी पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता विजय रूपाणी ने बठिंडा में कहा कि, "पार्टी ने फैसला किया है कि पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हमारे 9 प्रत्याशी घोषित भी कर दिए गए हैं, एक-दो दिन में बाकी 4 प्रत्याशी भी घोषित कर दिए जाएंगे।'' वहीं, राज्य में सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी भी सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। I.N.D.I.A में शामिल होने के बावजूद AAP ने कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के साथ शीट शेयरिंग से इनकार कर दिया था।

Dainik Bhaskar पीएम मोदी के गुजरात दौरे का दूसरा दिन:आणंद, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ और जामनगर में जनसभाएं करेंगे, 25 सीटों के लिए 7 मई को होगी वोटिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र दो दिन के गुजरात दौरे हैं। बुधवार को पीएम ने डीसा और हिम्मतनगर में जनसभा को संबोधित किया। आज वे आणंद, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ और जामनगर में जनसभाएं करेंगे। इस तरह पीएम अपने दो दिन के दौरे में बनासकांठा, पाटण, साबरकांठा, महेसाणा, अहमदाबाद ईस्ट, आणंद, खेड़ा, सुरेंद्र नगर, राजकोट, भावनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, अमरेली, जामनगर को कवर करेंगे। 7 मई को 25 सीटों पर होगी वोटिंग आगामी 7 मई को तीसरे फेज में गुजरात की 26 में से 25 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। इसका कारण यह है कि गुजरात की सूरत लोकसभा सीट निर्विरोध BJP के खाते में आ चुकी है। यहां से BJP के मुकेश दलाल के निर्विरोध चुन लिया गया है। सभी सीटों पर है बीजेपी का कब्जा 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने गुजरात की सभी 26 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में भी पार्टी क्लीन स्वीप के टार्गेट के साथ आगे बढ़ रही है। राज्य में कांग्रेस 24 सीटों पर लड़ रही है। इनमें सूरत की सीट शामिल थी। कांग्रेस से गठबंधन के तहत AAP ने दो सीटों भरूच और भावनगर में अपने कैंडिडेट उतारे हैं। शहजादा कहते हैं कि मोदी तीसरी बार आए तो देश में आग लग जाएगी बुधवार को पीएम मोदी ने बनासकांठा के डीसा और साबरकांठा के हिम्मतनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए राम मंदिर, तीन तलाक और आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। हिम्मतनगर में उन्होंने कहा, अगर मोदी तीसरी बार देश में आए तो देश में आग लग जाएगी, लेकिन सच में कांग्रेस के सपने इस आग में राख हो गए हैं। मोदी की स्पीच की मुख्य बातें... ये खबरें भी पढ़ें... कर्नाटक में PM बोले- न रुकूंगा, न थकूंगा, न झुकूंगा: ये मोदी की गारंटी है, इसे आप 10 साल से देख रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 अप्रैल को कर्नाटक दौरे पर थे। उन्होंने बेलगावी, उत्तर कन्नड़, दावणगेरे और बेल्लारी में सभाएं की। प्रधानमंत्री ने दावणगेरे में कहा कि न रुकूंगा, न थकूंगा और न झुकूंगा। ये मोदी की गारंटी है। आप ये सब 10 साल से देख रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें... कांग्रेस के शहजादा कहते हैं कि मोदी तीसरी बार आए तो देश में आग लग जाएगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार से दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। पहले दिन बनासकांठा के डीसा के बाद उन्होंने साबरकांठा के हिम्मतनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए राम मंदिर, तीन तलाक

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:BSF ने जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में घुसपैठिए को मार गिराया

जम्मू एवं कश्मीर के सांबा सेक्टर में BSF ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक घुसपैठिए को बुधवार (1 मई) की रात मार गिराया। आज की अन्य बड़ी खबरें... भास्कर अपडेट्स:ISRO का दावा- चंद्रमा की गहराई में बर्फ है ISRO के अनुसार, एक अध्ययन में चंद्रमा के ध्रुवीय गड्ढों में पानी की बर्फ होने के सबूत सामने आए हैं। यह अध्ययन अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (SAC)/ISRO के वैज्ञानिकों द्वारा आईआईटी कानपुर, दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला और आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के शोधकर्ताओं के सहयोग से किया गया था। ISRO ने कहा कि हालिया अध्ययन से पता चलता है कि पहले कुछ मीटर में उपसतह बर्फ की मात्रा दोनों ध्रुवों की सतह पर मौजूद बर्फ की मात्रा से लगभग पांच से आठ गुना अधिक है।

Dainik Bhaskar कोलकाता HC में आज संदेशखाली केस पर सुनवाई:25 अप्रैल को CBI ने पहली FIR दर्ज की थी; शाहजहां शेख सहित 3 लोग हिरासत में

पश्चिम बंगाल के संदेशखली में जमीन हड़पने और महिलाओं के खिलाफ अपराध (यौन शोषण) मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट गुरुवार (2 मई) को सुनवाई करेगी। इससे पहले 25 अप्रैल को कलकत्ता HC के आदेश के बाद CBI ने पहली FIR दर्ज की थी। इसमें 5 मुख्य आरोपियों के नाम शामिल हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल को संदेशखाली मामले की जांच CBI को सौंप दी थी। अपने आदेश में कहा था कि CBI कोर्ट की निगरानी में जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी। संदेशखाली की महिलाओं ने 8 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जबरन जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। मामले में 3 आरोपी शाहजहां शेख, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार 13 मई तक कस्टडी में हैं। जांच CBI को सौंपने के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार की SC में याचिका वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट के संदेशखाली केस की जांच CBI को सौंपने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। उस पर 29 अप्रैल को सुनवाई हुई थी। SC ने दलीलें सुनने के बाद मामले को जुलाई के लिए लिस्ट कर दिया था। जस्टिस बीआर गंवई और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने सवाल किया था कि निजी लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए राज्य सरकार ने याचिका क्यों लगाई है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल को संदेशखाली केस CBI को सौंपा था। हाईकोर्ट ने 2 मई को सुनवाई तय की थी, लेकिन इसके पहले ही ममता सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। पूरी खबर पढ़ें कौन है मुख्य आरोपी शाहजहां शेख आरोपी शाहजहां शेक संदेशखाली में कहां से आया, ये कोई नहीं जानता। 2000-2001 में वो मत्स्य केंद्र में मजदूर था। वह भी सब्जी भी बेचता था। फिर ईंट-भट‌्ठे पर काम करने लगा। यहीं उसने मजदूरों की यूनियन बनाई। फिर सीपीएम से जुड़ा। सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलन में वामदलों की जमीन खिसकी तो 2012 में शाहजहां तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना जिले के ताकतवर नेता ज्योतिप्रिय मलिक के सहारे पार्टी से जुड़ गया। संदेशखाली के लोगों के मुताबिक, शाहजहां के पास सैकड़ों मछली पालन केंद्र, ईंट भट्‌ठे, सैकड़ों एकड़ जमीन हैं। वो 2 से 4 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक है। शेख के समर्थकों ने ED की टीम पर हमला किया था कोरोना के दौरान कथित तौर पर हुए हजारों करोड़ रुपए के राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को बंगाल में 15 ठिकानों पर छापा मारा था। टीम नॉर्थ

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:लोगों को अब स्थिर सरकार ही चाहिए, चाहे किसी भी दल की हो!

लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। आम आदमी की आशा यही है कि जिसकी भी सरकार बने, स्थाई बने। 1986 से 1996 के दस साल तक जो राजनीतिक अस्थिरता लोगों ने देखी, उससे घबराकर ही वह बहुत बाद में ही सही, स्थिर सरकार को चुनना वापस सीख गया है। 86 से 96 के बीच के उन दस सालों में राष्ट्र- जीवन अकल्पनीय, अविश्वसनीय और अनिश्चित रहा था। कहना कठिन है कि सदी के उस अवसान काल में जारी रहे उस बिलौने से अमृत अधिक निकला या विष? यह भी कि इसे किसी संग्राम का अंत मानें या आरंभ? समाज-जीवन का हर अंग इस आलोड़न- विलोडन से थरथराता रहा था। उन दस सालों में आत्मघाती जातिवाद, विभाजक संप्रदायवाद और लज्जाजनक भ्रष्टाचार, राजनीति की पहचान बन गया था। अर्थव्यवस्था भूमण्डलीकरण के भँवर में हिचकोले खाती रही। बाज़ारीकरण, उद्योग- व्यवसाय का ही नहीं अपितु कला, मनोरंजन, मनोविनोद और साहित्य जैसे जीवन के कोमल- सुंदर पहलुओं का भी मूलमंत्र बन गया था। उदारीकरण की सद्इच्छाओं को घोटालों की बुरी नज़र लग गई थी। राजनीति के शिखर पुरुष लोगों के दिलों की बजाय सत्ता के दलालों की काली और वकीलों की लाल डायरी में जगह बनाने लगे थे। राजनीतिक- प्रशासनिक तंत्र अराजक हो उठा और सामाजिक ताने- बाने के तार- तार होने की नौबत आ चुकी थी। उन दस वर्षों में चार आम चुनावों और पाँच प्रधानमंत्रियों के उत्थान - पतन के बावजूद राजनीतिक स्थिरता दूर की कौड़ी ही रही थी। कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा लाकर सत्ता के प्रासाद खड़े किए गए और बहुमत की नई परिभाषा गढ़ी गई। विडम्बना यह रही कि विश्वनाथ प्रताप सिंह की अगुआई में राजनीतिक भ्रष्टाचार के विरुद्ध छिड़ी जंग ने जातिवाद और क्षेत्रीयवाद की भूल- भुलैया में दम तोड़ दिया और 1990 के दशक में कदाचार सियासत का सिक्का बन गया। पंजाब और कश्मीर में उग्रवादियों की बंदूक़ें भले ही ख़ामोश हो गई थीं लेकिन नेताओं के सूटकेस नोट उगलने में पीछे नहीं रहे। राम रथ यात्रा और अयोध्या में ढांचा ध्वंस की थाती वाली पार्टी इस दशक में सत्ता की गंगोत्री तक पहुँचकर भी प्यासी रह गई थी। विडम्बनाएं और भी थीं। मंडल की मार से लगभग दो-फाड़ हुए समाज के ज़ख़्मों पर पपड़ी जम भी नहीं पाई थी कि जातिगत विभाजन तीव्र हो उठा था। वंचितों की दमित इच्छाएँ प्रस्फुटित हुईं तो नए नेता उभरे, लेकिन वे इस जागृति को भी भुनाने पर उतर आए। नतीजा सामाजिक कटुता और अवरुद्ध विकास के र

Dainik Bhaskar लोकसभा चुनाव के दौरान डीपफेक वीडियो के सर्कुलेशन का मामला:दिल्ली हाईकोर्ट में आज सुनवाई; वकीलों ने याचिका दाखिल की

लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं के डीपफेक वीडियो के सर्कुलेशन के खिलाफ एक याचिका पर आज यानी 2 मई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। ये याचिका वकीलों के एक संगठन ने बुधवार 1 मई को दाखिल की थी। वकीलों की तरफ से सीनियर एडवोकेट जयंत मेहता ने याचिका पर तत्काल सुनवाई की अपील की थी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं इलेक्शन कमीशन को निर्देश दिए जाएं कि वह चुनाव के दौरान फेक वीडियो के सर्कुलेशन पर रोक लगाए। यह याचिका ऐसे समय में लगाई गई है जब गृह मंत्री अमित शाह के एक फेक वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज हुई है और तेलंगाना के मुख्यमंत्री समेत कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। याचिकाकर्ता ने कहा- सोशल मीडिया फेक 48 घंटे में वीडियो पर एक्शन लेता है एडवोकेट जयंत मेहता ने कहा कि हम इस मामले में जल्दी सुनवाई की अपील इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आम चुनाव चल रहे हैं और बड़ी संख्या में डीपफेक वीडियो सर्कुलेट हो रहे हैं। इस मामले में हमने इलेक्शन कमीशन को भी प्रतिनिधि बनाया है। एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत पीएस अरोड़ा की बेंच ने कहा कि अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के पास शिकायत का निवारण करने वाले अधिकारी हैं, क्या याचिकाकर्ताओं ने उनसे बात की है? इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि वे जो कर सकते थे उन्होंने किया। ऐसे मामलों में रिस्पॉन्स 24 से 48 घंटों में मिलता है। जब तक एक्शन लिया जाता है और ऐसे वीडियो को प्लेटफॉर्म से हटाया जाता है, तब तक नुकसान हो जाता है। इसके बाद बेंच ने कहा कि हम मामले में गुरुवार (2 मई) को सुनेंगे। सोशल मीडिया पर फेक वीडियो के दो मामले 1. गृहमंत्री का फेक वीडियो कई अकाउंट्स ने शेयर किया: 27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और CM रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI की फैक्ट चैक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। इस मामले को लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन जारी किया। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. कांग्रेस नेता अधीर रंजन का वीडियो वायरल, इसमें उन्होंने कह

Dainik Bhaskar धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बने क्रिकेटर:इंदौर में क्रिकेट खेलते नजर आए

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इंदौर में क्रिकेट खेलते नजर आए। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, जिसमें वो गेंदबाजी करते देखे जा रहे है। ये वीडियो इंदौर के किसी होटल का है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहले भी कई मौकों पर क्रिकेट खेलते नजर आए हैं।