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Dainik Bhaskar हरियाणा-पंजाब,हिमाचल के मंत्रियों के विभागों का एनालिसिस:खट्‌टर से शहरी वोट साधे, बिट्‌टू से 70% किसानों पर पकड़; नड्डा से BJP की गुटबाजी खत्म

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। हरियाणा से 3 मंत्रियों मनोहर लाल खट्‌टर, राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर को कुल 6 विभाग मिले हैं। मनोहर लाल खट्‌टर हरियाणा में बड़ा गैर जाट चेहरा हैं। आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के जरिए भाजपा ने जहां अपने कोर शहरी वोट बैंक को साधा है। वहीं हरियाणा में शहरी क्षेत्र की जीटी रोड बेल्ट को साधने की कोशिश की है। वहीं पंजाब से रवनीत सिंह बिट्‌टू को रेलवे और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज का राज्यमंत्री लगाया गया है। BJP इससे पंजाब की 70 प्रतिशत किसानों की आबादी और 60 प्रतिशत सिख आबादी पर फोकस कर रही है। रेलवे के प्रोजेक्ट्स के जरिए शहरों को भी पार्टी की कवर करने की कोशिश है। हिमाचल से जेपी नड्‌डा को स्वास्थ्य एवं परिवार भलाई विभाग और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय सौंपा गया है। ऊना जिला के मलाहत में प्रस्तावित मिनी सेटेलाइट PGI सेंटर पिछले 5 साल से लटका हुआ है। उम्मीद है कि नड्‌डा इस प्रोजेक्ट को रफ्तार दिलाएंगे। अब जानिए विभागों के बंटवारे के पीछे क्या मायने... मनोहर के जरिए शहरी वोट पर नजर हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल के साथ लगता राज्य है। हरियाणा में पावर की दृष्टि से काफी संभावनाएं हैं। इसका फायदा दिल्ली को भी होगा। हरियाणा के यमुनानगर में दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट में अब 800 मेगावॉट की एक ओर इकाई स्थापित की जा रही है। 300 मेगावॉट की 2 इकाइयां पहले से स्थापित हैं। इसके अलावा, 600 मेगावॉट की 2 इकाइयां हिसार और 250 की 2 व 210 मेगावॉट की एक इकाई पानीपत में है। वहीं फतेहाबाद के गोरखपुर में भी परमाणु संयंत्र स्थापित है। इस कारण हरियाणा पावर की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसी तरह खट्टर को शहरी विकास मंत्रालय भी दिया गया है। शहरी आबादी के बड़े प्रोजेक्ट खट्‌टर ही देखेंगे। भाजपा का बड़ा वोट बैंक भी शहरी है। लोकसभा चुनाव में शहरी वोटरों ने भाजपा को बढ़चढ़ कर मतदान किया। इसलिए ईमानदार छवि के मनोहर लाल खट्‌टर को यह मंत्रालय दिया गया है। राव इंद्रजीत को संस्कृति मंत्रालय देकर दक्षिण के साथ दूसरे इलाके भी साधे राव इंद्रजीत अहीरवाल में बड़ा चेहरा है। राव इंद्रजीत का कद वैसे भी हरियाणा में बड़ा है। कांग्रेस की सरकार रही हो या भाजपा की राव इंद्रजीत पर सबकी मेहरबानी रही है। राव अपनी राजनीति से दक्षिण हरियाणा को

Dainik Bhaskar अजित बोले-24 साल पार्टी चलाने के लिए चाचा का धन्यवाद:NDA में रहेंगे, लेकिन कैबिनेट से कम कोई पद स्वीकार नहीं, जल्द 300 पार होगा आंकड़ा

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 25 वें स्थापना दिवस समारोह पर मुंबई में पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने चाचा शरद पवार की तारीफ की। उन्होंने मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- 1999 से शुरू हुई इस पार्टी को 25 साल हो गए है। 24 साल तक पार्टी का नेतृत्व करने के लिए चाचा शरद पवार को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जो पार्टी की स्थापना के बाद से लगातार पार्टी के साथ बने हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने NDA सरकार में कैबिनेट पोर्टफोलियो की फिर से मांग की। उन्होंने कहा कि हम कैबिनेट से कम कोई पद स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि भाजपा ने हमसे कहा था कि उन्हें अपने सहयोगियों को कैबिनेट पद देने की जरूरत है। हालांकि, कैबिनेट न मिलने पर भी उन्होंने NDA के साथ रहने की बात की। उन्होंने कहा- हम NDA का हिस्सा बने रहेंगे। NDA की फिलहाल 284 सीटें हैं, लेकिन लोकसभा सत्र शुरू होते-होते ये आंकड़ा 300 पार हो जाएगा। अजित बोले- विपक्ष ने भ्रम फैलाया, जिसका हमें नुकसान हुआ लोकसभा चुनाव में 4 सीटों पर लड़ी NCP सिर्फ 1 ही सीट जीती पाई। अजित ने स्वीकार किया कि पार्टी नेता सुनील तटकरे ने रायगढ़ लोकसभा सीट जीतकर पार्टी की छवि बरकरार रखी है। उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा शिवाजी महाराज और बाबासाहेब अंबेडकर पर आधारित है, लेकिन इस चुनाव में विपक्ष ने संविधान बदलने की बात कहकर भ्रम फैलाया। इसका नुकसान हमें उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन को महाराष्ट्र में 43.90 प्रतिशत वोट मिला है, जिससे उनको 30 सीटों पर जीत मिली है। वहीं, हमारे गठबंधन महायुति को 43.30 प्रतिशत वोट मिला है, जिससे हमें 17 सीटें मिली हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने चुनाव जनता में डर पैदा करके जीता है, लेकिन विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। हम तीनों सहयोगी पूरे समन्वय के साथ मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और राज्य में महायुति की सरकार बनाएंगे। प्रफुल्ल पटेल ने ठुकाराया था मंत्री पद भाजपा की ओर से NCP के राज्यसभा सांसद को राज्य मंत्री का पद ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे डिमोशन बताते हुए ठुकरा दिया था। केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उन्हें स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री का पद स्वीकार करना उचित नहीं लगा। इसलिए हम कुछ

Dainik Bhaskar पीथमपुर की पाइप फैक्ट्री में लगी आग:आठ से ज्यादा दमकलें बुझाने में जुटीं; 10 किमी दूर से दिख रहा धुआं

धार के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में मंगलवार सुबह 7 बजे आग लग गई। घटना सेक्टर तीन स्थित सिग्नेट पाइप फैक्ट्री की है। यहां प्लास्टिक के पाइप बनाए जाते हैं। फैक्ट्री में बड़ी संख्या में पाइप रखे हुए थे, इसलिए आग तेजी से भड़क गई। इसका धुआं करीब 10 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में किसी के फंसे होने की सूचना नहीं है। मजदूरों की पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे शुरू होती है, इसलिए घटना के वक्त फैक्ट्री में कोई नहीं था। आग की सूचना पर पीथमपुर, इंदौर, धार और बदनावर से दमकल की करीब आठ गाड़ियां मौके पहुंची हैं। नगर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार मिश्रा और तीनों थाने का बल भी मौके पर मौजूद है। सुबह 10 बजे तक आग ने विकराल रूप ले लिया एसपी अमित कुमार मिश्रा और तीनों थाने का बल भी मौके पर मौजूद है। इसके साथ ही सुबह 10 बजे तक आग ने और विकराल रूप ले लिया, जिसके बाद पीथमपुर की कंपनियों की फायर फाइटर भी आग बुझाने में लगाई गई हैं। वहीं, आग पर काबू पाने के लिए पानी फोम के साथ ही अब रेत का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके लिए तीन डंपर रेत मंगवाई गई है।

Dainik Bhaskar एमपी-राजस्थान में प्री-मानसून बारिश शुरू, आज 35 जिलों में अलर्ट:गुजरात में 13 जून तक पहुंचेगा मानसून; बिहार में एक्सट्रीम हीटवेव का रेड अलर्ट

मध्य प्रदेश और राजस्थान में प्री-मानसून बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार (11 जून) को एमपी के 27 और राजस्थान के 8 जिलों में बारिश का एलर्ट जारी किया है। IMD ने सोमवार (10 जून) को बताया कि गुजरात में अगले 48 घंटों के दौरान यानी 11 से 13 जून तक मानसून प्रवेश कर सकता है। इसके कारण राज्य के कई हिस्सों में आज बारिश होने की संभावना है। मुंबई में रविवार (9 जून) को मानसून की एंट्री के बाद से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार (10 जून) सुबह तक पिछले 24 घंटे में 50 मिलीमीटर बारिश हुई। शहर में सोमवार शाम सात बजे के बाद भी भारी बारिश हुई। दूसरी तरफ, उत्तर और पूर्वी भारत हीटवेव की चपेट में है। बिहार में आज एक्सट्रीम हीटवेव का अलर्ट है। बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य में लंबे समर वेकेशन के बाद सोमवार (10) जून को स्कूल खुले थे। हालांकि, पहले ही दिन कई जगह स्टूडेंट्स और टीचर्स बेहोश हो गए। इसके बाद राज्य में 15 जून तक फिर से स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी लू चल रही है। यूपी का प्रयागराज सोमवार (10 जून) को 46.3 डिग्री सेल्सियस के साथ देश का सबसे गर्म शहर रहा। इसके बाद बिहार के देहरी में 45.6 और मध्य प्रदेश के सीधी में 45.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। दिल्ली के आया नगर में 44.7, लोधी रोड में 43.8 और पालम में 44.1 डिग्री तापमान रहा। उत्तर प्रदेश के 45 और बिहार के 24 जिलों में मंगलवार (11 जून) को भी हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवाओं के साथ हीटवेव चलने का अनुमान है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक जा सकता है। IMD के मुताबिक, गर्मी की नई लहर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों पर भी असर डाल सकती है। आगे क्या... गर्मी का असर, किस-किस पर अब बात मानसून की मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 48 घंटों में दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर सकता है। साथ ही यह भी अनुमान जताया है कि अगर हालात ठीक रहे तो हिमाचल प्रदेश में 20 से 22 जून तक मानसून पहुंचने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश में यह 18 जून

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:विभागों के बँटवारे से और भी शक्तिशाली हुई सरकार

मोदी मंत्रिमंडल के गठन के एक दिन बाद विभागों का बँटवारा भी हो गया। यानी मंत्रालय अलॉट हो गए। सरकार के गठन के बाद लगा था मोदी पहली बार गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बने हैं लेकिन किसी तरह का दबाव नज़र नहीं आ रहा है लेकिन विभागों के बँटवारे के बाद तो लग रहा है यह अब तक की सबसे दबंग या ये कहें कि सबसे शक्तिशाली गठबंधन सरकार है। सब जानते हैं - जब पहली मिली- जुली जनता सरकार बनी थी तो नित नए कैसे - कैसे झगड़े होते थे। किसी को शक्तिशाली मंत्रालय चाहिए था, किसी को एक हटे तो खुद को प्रधानमंत्री बनने की चाह थी। आख़िर आपसी झगड़ों का फ़ायदा कांग्रेस ने उठाया और सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। फिर दूसरी गठबंधन सरकार विश्वनाथ प्रताप सिंह के नेतृत्व में बनी। उसमें भी अजीब तमाशे हुए। कभी चौधरी देवीलाल कोप भवन में बैठ गए। कभी मुफ़्ती सईद की बेटी को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा। बाद में राजनीतिक हल्क़ों में यह अफ़वाह भी फैली कि अपहरण के दौरान घर से टिफ़िन ज़ाया करता था। हालाँकि इसका कोई पुख़्ता सबूत तो किसी ने नहीं दिया लेकिन बयान आया किसी आधिकारिक मंच से ही था। फिर चंद्रशेखर के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनी लेकिन वहाँ भी समझौतों के सिवाय कुछ नहीं था। यह सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। बाद में इसी तरह की कमजोर सरकारें देवगौडा और गुजराल की भी रही। शुरूआत में अटलजी की सरकार को भी कई समझौते करने पड़े। उनकी सरकार एक बार तेरह दिन में और दूसरी बार तेरह महीनों में गिर गई। तीसरी बार भी अटल जी ने गठबंधन सरकार ही बनाई लेकिन वह पहली गठबंधन सरकार थी जिसने अपना कार्यकाल पूरा किया। बाद में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनी। पूरे दस साल चली। दो कार्यकाल उसने पूरे किए लेकिन समझौते उसे भी बहुत करने पड़े। नरेंद्र मोदी की यह पहली सरकार है जो मिली- जुली है लेकिन अब तक लगता नहीं कि उसने कोई समझौता किया है। हाँ, पूर्ण बहुमत नहीं आने के कारण कुछ आवाज़ें ज़रूर उठने लगी है। इनमें से कुछ आवाज़ें उस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तरफ़ से भी हैजिसे भाजपा की रीड की हड्डी कहा जाता रहा है। दस साल से चुप बैठा संघ अब अचानक परोक्ष रूप से ही सही, भाजपा को सीख देने लगा है। इस नई सीख पर कोई प्रतिक्रिया तो फ़िलहाल आने वाली नहीं है लेकिन परिणाम यह ज़रूर होगा कि कुछ और दिशाओं से भी आवाज़

Dainik Bhaskar चौमूं में 6 घंटे बाद बनी सहमति, धरना खत्म:50 लाख रुपए मुआवजा, दो को संविदा पर नौकरी देगी सरकार; आतंकी हमले में मारे गए थे पति-पत्नी

जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटना में मारे गए 4 लोगों के शव जयपुर पहुंचते ही आंदोलन तेज हो गया था। मुरलीपुरा (जयपुर) और चौमूं थाने के बाहर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। चौमूं में सुबह 10.30 बजे से चल रहा धरना शाम साढ़े 4 बजे खत्म हुआ। मृतक आश्रितों को 50 लाख रुपए मुआवजा और दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी, एक डेयरी बूथ देने पर सहमति बनी। हालांकि जयपुर के मुरलीपुरा में अभी सहमति नहीं बनी है। इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बाजारों को बंद करा दिया था। रास्ता जाम कर बस में तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने जाम हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया था। ट्रेन से लाए गए थे शव दोपहर करीब 12 बजे चौमूं थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई। 6 थानों की फोर्स बुलाई गई है। इसके अलावा, पुलिस लाइन से भी बड़ी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। उधर, प्रदर्शनकारियों ने धरना में शामिल होने पहुंचे भाजपा नेता भूपेंद्र सैनी को धक्का मारकर वहां से हटाया। इससे पहले मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं (जयपुर) के परिवार के चारों शवों को ट्रेन (पूजा एक्सप्रेस) से जयपुर लाया गया। यहां से शवों को कार से भिजवाया गया। 9 जून को आतंकियों ने किया था हमला 9 जून को जम्मू-कश्मीर में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। गोली ड्राइवर को लगी और बस खाई में गिर गई थी। 10 लोगों की मौत हो गई थी और 33 लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 4 लोग चौमूं स्थित पांच्यावाली ढाणी और मुरलीपुरा (हरमाड़ा) के थे। एक ही परिवार के 4 सदस्य बने थे आतंकियों के शिकार जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। हमले में राजेंद्र सैनी (42) पुत्र हनुमान सहाय सैनी निवासी वार्ड 5, पांच्यावाली ढाणी, चौमूं (जयपुर) और उनकी पत्नी ममता सैनी (40) की मौत हो गई थी। वहीं राजेंद्र के बड़े भाई ओमप्रकाश की बेटी पूजा सैनी (30) निवासी अजमेरा की ढाणी, हरमाड़ा (जयपुर) और पूजा के बेटे लिवांश उर्फ किट्‌टू (2) ने भी जान गंवाई है। पूजा के पति पवन सैनी (32) घायल हो गए, जिनको कटरा के नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बाद में उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। ये भी पढ़ें... जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले में जयपुर के 4 लोगों की मौत:परिवार के साथ वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे कपड़ा कारोबारी, 1 घायल आतंकी हमले ने खत्म कि

Dainik Bhaskar इसरो ने मई में आए सोलर-स्टॉर्म की तस्वीरें जारी कीं:आदित्य-L1 के रिमोट सेंसिंग पेलोड ने कैप्चर किया; इसी तूफान से ऑरोरा बोरेलिस बना था

भारत का पहला सौर मिशन आदित्य-L1 ने सूर्य की कुछ तस्वीरें कैप्चर की हैं, जिन्हें इसरो ने सोमवार को जारी किया। यह तस्वीरें मई 2024 में आए सोलर स्टॉर्म की हैं। जिन्हें आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट के पर लगे दो ऑनबोर्ड रिमोट सेंसिंग इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए लिया गया। यह वही सोलर स्टॉर्म था, जिसके कारण भारत के लद्दाख समेत दुनिया के कई हिस्सों में आसमान एक अनोखी रोशनी से लाल हो गया था। ये तस्वीरें कोरोनल मास इजेक्शन की तस्वीरें जारी करते हुए इसरो ने X पर पोस्ट में लिखा कि सोलर अल्ट्रा वॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT) और विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) ने मई 2024 के दौरान सोलर एक्टविटीज को कैद किया है। साथ ही लिखा कि आदित्य-L1 के पेलोड ने कोरोनल मास इजेक्शन से जुड़े कई एक्स-क्लास और एम-क्लास फ्लेयर्स को कैप्चर किया। 8 मई से 15 मई के दौरान सूर्य पर एक्टिव रीजन AR13664 ने कई X-क्लास और M-क्लास फ्लेयर्स का विस्फोट किया। जो 8 मई और 9 मई के दौरान हुए कोरोनल मास इजेक्शन (CME) से जुड़े थे। इनसे 11 मई को एक बड़ा जिओमैग्नेटिक तूफान उठा। ये तस्वीरें सनस्पॉट, अम्ब्रा, पेनम्ब्रा और प्लेज की चमक को दिखाती हैं। इसरो का कहना है कि इनसे एस्ट्रोफिजिसिस्ट (अंतरिक्ष की घटनाओं पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक) को सोलर फ्लेयर्स, उनके एनर्जी डिस्ट्रीब्यूशन, सनस्पॉट, वाइड वेवलैंथ में यूवी रेडिएशन और लॉन्गटर्म सोलर वैरिएशन की स्टडी में मदद मिलेगी। कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्या है CME, और सोलर फ्लेयर दो अलग-अलग चीजें हैं। पहले माना जाता था कि सोलर फ्लेयर्स के साथ ही सूरज के कोरोना से CME की घटना भी होती है, लेकिन अब वैज्ञानिक मानते हैं कि हर CME के साथ, सोलर फ्लेयर हो ऐसा जरूरी नहीं है। CME के नाम से अर्थ निकलता है- सूरज की कोरोना लेयर से किसी चीज का बाहर आना। ये दरअसल बड़े-बड़े गैस के बबल हैं जिन पर मैग्नेटिक फील्ड लाइंस लिपटी होती हैं। जब सूरज से एक CME रिलीज होता है तो उसके साथ-साथ स्पेस में सूरज के करोड़ों टन चार्ज्ड पार्टिकल भी रिलीज होते हैं। ये पार्टिकल 30 लाख किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलते हैं। अगर इन कणों की दिशा पृथ्वी की तरफ है तो पृथ्वी पर जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म आ सकता है। इस जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म को ही दूसरे शब्दों में सोलर स्टॉर्म कहते हैं। इस तूफान का मतलब है- पृथ्वी की अपनी मैग्नेटिक फील्

Dainik Bhaskar छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में कलेक्टर-SP ऑफिस में आगजनी:उपद्रवियों ने दर्जनों वाहन फूंके, पथराव में पुलिसकर्मी-मजिस्ट्रेट घायल; CM ने गिरफ्तारी के आदेश दिए

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं।आगजनी और तोड़फोड़ के चलते बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दर्जनों चार पहिया और दो पहिया वाहन जलकर खाक हो गए। वहीं कलेक्टर और एसपी दफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं दिल्ली गए डिप्टी CM और गृहमंत्री विजय शर्मा सूचना मिलने के बाद रायपुर पहुंच रहे हैं। पहले उन्हें मंगलवार को रायपुर लौटना था। पहले तस्वीरों में देखिए उपद्रव... आईजी और कमिश्नर को मौके पर भेजा गया इस घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं। मौके पर आईजी और कमिश्नर को भेजकर रिपोर्ट तलब की गई है। इससे पहले सीएम ने इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और मुख्य सचिव व डीजीपी को तलब किया। जैतखाम तोड़ने से नाराज है समाज जानकारी के मुताबिक, 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए। जानिए अब तक क्या हुआ... पुलिस इंटेलिजेंस फेल दशहरा मैदान में सोमवार को शांतिपूर्ण चल रहा प्रदर्शन दोपहर के बाद अचानक उग्र हो गया। हजारों की भीड़ कलेक्टर परिसर में घुस गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इन प्रदर्शनकारियों में 70 प्रतिशत युवा थे। ये लोग CBI जांच की मांग कर रहे

Dainik Bhaskar मायावती की खामोशी से दलितों के नए नेता बने चंद्रशेखर:नगीना के लोग बोले- संविधान-आरक्षण खतरे में इसलिए उसे चुना, जो भाजपा को हरा सके

पश्चिम यूपी की नगीना लोकसभा सीट पर चंद्रशेखर की चौंकाने वाली जीत हुई। मायावती की सियासी खामोशी से दलितों को चंद्रशेखर के रूप में विकल्प मिला। उन्होंने कहा- हमने उसे वोट दिया, जो भाजपा को हरा सके। नए समीकरणों में नगीना में बसपा कैंडिडेट की जमानत तक जब्त हो गई। 22% दलित वोटर्स ने नया ऑप्शन क्यों चुना, इसकी वजह समझने दैनिक भास्कर ग्राउंड जीरो पर पहुंचा। पढ़िए रिपोर्ट… लोग बोले- चंद्रशेखर गरीब-मजदूर की सुनते हैं नगीना में SDM ऑफिस के पास रोड साइड लस्सी का ठेला लगाने वाले मोहन कुमार सैनी चंद्रशेखर आजाद की बात करने पर जेब से एक विजिटिंग कार्ड निकालकर दिखाते हैं। कहते हैं- ये मुझे चंद्रशेखर ने दिया है। उन्होंने मुझसे कहा है कि जब भी कोई दिक्कत हो सीधे इस नंबर पर कॉल करना। बेशक मैं सांसद बनूं या न बनूं, लेकिन आपके दुख-दर्द में हमेशा साथ रहूंगा। वो जिस तरह से बोलते हैं, वो मुझे उनकी ओर खींचता है। वो गरीब-मजदूर की आवाज सुनते हैं, उन्हें गले लगाते हैं। जो कोई भी बुलाता है, तुरंत चले आते हैं। चंद्रशेखर का छोटे तबके से मिलना सबसे अच्छी बात नगीना में रवि कुमार सैनी कहते हैं- चंद्रशेखर की खासियत यह है कि वो छोटे तबके के लोगों से मेल-जोल रखते हैं। उनके अंदर हिंदू-मुस्लिम वाली कोई बात नहीं है। वो एक नया चेहरा थे, लोगों को लगा कि चलो इस बार इन पर भरोसा करते हैं। मैं भी उनसे मिल चुका हूं। BJP छोटे कार्यकर्ताओं को इज्जत देती तो जीत जाती नगीना में भाजपा के मंडल महामंत्री शिवचरन सैनी अपनी पार्टी के नेताओं से खफा दिखे। कहते हैं- चंद्रशेखर की जीत और भाजपा की हार का सिर्फ एक कारण है कि भाजपा नेताओं ने अपने छोटे कार्यकर्ताओं को इज्जत नहीं दी। उनकी बात नहीं मानी और बार-बार ग्राउंड की हकीकत बताने पर भी उनको अनसुना करते रहे। उनकी एक नहीं सुनी, बड़े नेताओं की मीटिंग्स में छोटे कार्यकर्ताओं को अपमानित किया जाता रहा। उन्हें कुर्सी तक नसीब नहीं हुई। ऊषा बोलीं- 500 रुपए दिए, फिर भी राशन कार्ड नहीं बना नगीना में दान सहाय नगली गांव की रहने वाली ऊषा देवी सिस्टम से काफी गुस्सा दिखीं। कहती हैं- कोई सांसद -विधायक बने, गरीबों की कौन सुनता है? प्रधान अपनी मनमानी करते हैं। राशन कार्ड नहीं बनता, रोजगार नहीं मिलता। मेरे लड़के के 4 बच्चे हैं। उसका आज तक राशन कार्ड नहीं है, आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना। सरकारी बाबू

Dainik Bhaskar यूपी में 10 दिन बाद आएगा मानसून:बंगाल-बिहार बॉर्डर पर रुका; पूर्वांचल से होगी एंट्री, 2 दिन ठहरकर पश्चिम यूपी की ओर जाएगा

यूपी एक महीने से भीषण गर्मी से जूझ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने भी 2024 को अब तक का सबसे गर्म साल घोषित कर दिया है। अब सबके मन में एक सवाल है- बारिश कब होगी? मानसून कहां तक आ गया है? बारिश कम होगी या ज्यादा? इन सभी सवालों के जवाब देते हैं BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव। वह बताते हैं- मानसून पश्चिम बंगाल-पूर्वी बिहार के बॉर्डर पर अटका है। यूपी तक आने में 10 दिन का समय लग सकता है। सबसे पहले मानसून की पूर्वांचल के जिलों में एंट्री 20 जून तक हो सकती है। अगर रफ्तार यही रही तो 7 दिन में पूरे प्रदेश में छा जाएगा और बारिश होगी। माैसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, पूर्वी यूपी में 14-15 जून से प्री-मानसून बारिश हो सकती है। दिन और रात में 1-2 घंटे की रिमझिम होगी। अमूमन यूपी में मानसून पहुंचने की तारीख 18 जून है। पढ़िए यूपी में मानसून की एंट्री को लेकर BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव से सवाल-जवाब सवाल: उत्तर प्रदेश में कब पहुंच रहा मानसून? जवाब: अगर मौसम में कोई बड़ा फेरबदल नहीं हुआ- जैसे गर्मी नहीं बढ़ी और पछुआ (पश्चिम से चलने वाली हवा) का असर कम हो गया, तो 20 जून को मानसून बिहार से यूपी में आ जाएगा। इन हवाओं में कोई फेरबदल नहीं होता है तो मानसून का रूट क्लियर रहेगा। सवाल: मानसून की एंट्री यूपी में कहां से होगी? जवाब: मानसून की पहली बारिश सोनभद्र, वाराणसी, बलिया, देवरिया, कुशीनगर और गाजीपुर जिले में हो सकती है। बशर्ते, मानसून अपने पिछले साल वाले ट्रेंड पर हो। अगर मानसून की रफ्तार सही रही तो यूपी में एंट्री के 7 दिन में पूरे प्रदेश में मानसून छा जाएगा। सवाल: मानसून कहां तक पहुंचा? जवाब: पश्चिम बंगाल में मानसून को 2 से 9 जून के बीच पहुंचना था। लेकिन, मानसून के बादल 3 दिन पहले ही बंगाल में पहुंच गए। तभी से मानसून धीमी स्पीड से बढ़ता हुआ बिहार और बंगाल के बॉर्डर पर बारिश करा रहा। इस जगह पर मानसून हर साल 10 जून तक पहुंचता है। मानसून को अब यहां से बिहार की ओर बढ़ना होगा। अगर बिहार में देरी होती है तो यूपी में 20 जून तक मानसून की दस्तक संभव नहीं हो पाएगी। इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) का ट्रेंड देखें तो मानसून 15 जून तक पटना में बारिश करा सकता है। इसके 5 दिन बाद यूपी में मानसून का सफर शुरू होगा। सवाल: प्रदेश के किन जिलों में किस तारीख को पहुंचेगा

Dainik Bhaskar ओडिशा में विधायक दल की बैठक आज:मुख्यमंत्री के लिए 3 नामों पर चर्चा; राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव ऐलान कर सकते हैं

ओडिशा CM के लिए सुरेश पुजारी, मनमोहन सामल और गिरीश मुर्मू के नाम की चर्चा है। भाजपा ने नए CM के चयन के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। भाजपा के ओडिशा प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने बताया कि 11 जून को पार्टी विधायक दल की बैठक होगी। संभावना है कि राजनाथ और भूपेंद्र विधायक दल की मीटिंग के बाद CM का ऐलान कर सकते हैं। ओडिशा में नई सरकार का शपथ ग्रहण 12 जून को होना है। पीएम मोदी समेत 50 हजार लोग शामिल हो सकते हैं... ओडिशा में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे। वे 12 जून को दोपहर 2:30 बजे भुवनेश्वर पहुंचेंगे। इसके बाद वे जनता मैदान जाएंगे। हालांकि पार्टी ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले मोदी के लिए रोड शो का प्रस्ताव रखा है, लेकिन पुलिस से कन्फर्मेशन पेंडिंग है। समारोह में मोदी के अलावा, केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न भाजपा शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत कई मेहमान शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में विधायकों और सांसदों सहित लगभग 50,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान है। भुवनेश्वर में आधे दिन की सरकारी छुट्‌टी ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक नए मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए 12 जून को दोपहर 1 बजे के बाद भुवनेश्वर में सभी राज्य सरकार के कार्यालय और अदालतों को आधे दिन की छुट्‌टी देने का ऐलान किया है। नई भाजपा सरकार 12 जून को शाम 5 बजे शपथ लेगी। किसकी दावेदारी ज्यादा मजबूत सुरेश पुजारी CM के लिए मजबूत कैंडिडेट माने जा रहे हैं। इन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में बरगढ़ लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। BJP के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं। वहीं, दूसरे उम्मीदवार मनमोहन सामल ओडिशा BJP के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। तीसरा नाम गिरीश मुर्मू का है। इन्हें PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का करीबी बताया जाता है। BJP मुर्मू को CM बनाकर आदिवासी कार्ड खेल सकती है। देखिए 2024 ओडिशा विधानसभा चुनाव का परिणाम भाजपा ने 25 साल का पटनायक राज खत्म किया ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से BJP ने 78 सीटें जीती हैं। वहीं, पटनायक की BJD को सिर्फ 51 सीटें मिली हैं। नवीन पटनायक ने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से जून 2024 तक वे 5

Dainik Bhaskar मोदी कैबिनेट में शाह-राजनाथ समेत 7 के मंत्रालय रिपीट:शिवराज को कृषि और खट्टर को ऊर्जा विभाग मिला; नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने

मोदी सरकार के विभागों का बंटवारा सोमवार शाम 6:30 बजे किया गया। अमित शाह को फिर से गृह मंत्री, राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, नितिन गडकरी को सड़क परिवहन मंत्री बनाया गया है। एस जयशंकर के पास विदेश मंत्रालय ही रहेगा। निर्मला सीतारमण को फिर से वित्त मंत्री, अश्विनी वैष्णव को फिर से रेल मंत्री बनाया गया है। वहीं पीयूष गोयल भी वाणिज्य व उद्योग मंत्री बने रहेंगे। शिवराज सिंह को कृषि मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा विभाग दिया गया है। नितिन गडकरी के साथ दो राज्य मंत्री रहेंगे। अजय टम्टा और हर्ष मल्होत्रा को सड़क परिवहन राज्य मंत्री बनाया गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और रसायन व उर्वरक मंत्रालय दिया गया है। शपथ ग्रहण के 23:30 घंटे बाद विभागों का बंटवारा हुआ। इससे पहले विभागों का बंटवारा करने में 2019 में 18 घंटे और 2014 में 15.30 घंटे लगे थे। रविवार को मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 30 कैबिनेट मिनिस्टर और 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री हैं। 30 कैबिनेट मंत्रियों की प्रोफाइल... 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री 36 राज्य मंत्रियों और उनके विभागों की लिस्ट

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:शिवराज को कृषि, मेघवाल को कानून मंत्रालय; भागवत बोले- काम करें, अहंकार न पालें; ओडिशा CM के लिए 3 नामों पर चर्चा

नमस्कार, कल की बड़ी खबर मोदी कैबिनेट में मंत्रिमंडल के बंटवारे की रही। एक खबर RSS चीफ मोहन भागवत की उस स्पीच की रही, जिसमें उन्होंने चुनाव, राजनीति और राजनीतिक दलों के रवैए पर बात की। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. मोदी सरकार में विभागों का बंटवारा, पिछली कैबिनेट के 36% मंत्रियों को उनके पुराने विभाग मोदी कैबिनेट में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हुआ। अमित शाह को फिर से गृह मंत्री, राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, नितिन गडकरी को सड़क परिवहन मंत्री बनाया गया है। एस. जयशंकर के पास विदेश मंत्रालय ही रहेगा। पिछली कैबिनेट के 36% मंत्रियों को उनके पुराने विभाग मिले हैं। BJP ने गृह, रक्षा, वित्त सहित सभी अहम मंत्रालय अपने पास रखे हैं। शिवसेना ने भी कैबिनेट मिनिस्ट्री मांगी: शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद श्रीरंग बारणे ने कहा, 'हम कैबिनेट में जगह की उम्मीद कर रहे थे। चिराग पासवान के 5 सांसद हैं, जीतन राम मांझी का एक सांसद हैं, JD(S) के 2 सांसद हैं, फिर भी उन्हें एक कैबिनेट मंत्रालय मिला। 7 लोकसभा सीटें मिलने के बावजूद हमें सिर्फ एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) क्यों मिला?' इससे पहले कैबिनेट मंत्रालय का पोर्टफोलियो न मिलने पर NCP (अजित) राज्य मंत्री का पद ठुकरा चुकी है। NCP ने कहा है कि वे कुछ दिन इंतजार करने को तैयार हैं, लेकिन कैबिनेट मिनिस्ट्री चाहिए। NCP के प्रफुल्ल पटेल केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उन्हें राज्यमंत्री बनाया जा रहा था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. मोदी 3.0 कैबिनेट का पहला फैसला- PM आवास के तहत 3 करोड़ नए घर बनेंगे मोदी कैबिनेट ने पहली बैठक में गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर बनाने को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांवों और शहरों में बनने वाले इन घरों में टॉयलेट, बिजली, पानी और गैस कनेक्शन होगा। इस स्कीम के तहत पिछले 10 साल में 4.21 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं। पहला साइन, किसानों के लिए: कैबिनेट मीटिंग से पहले PM मोदी ने किसान सम्मान निधि की फाइल पर साइन किए। इसके तहत 9.30 करोड़ किसानों के खाते में करीब 20 हजार करोड़ रुपए डाले जाएंगे। किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाती है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. भागवत बोले- चुनावी मुक

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास ने कांग्रेस अभियान समिति अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया; ओडिशा में पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता भक्त चरण दास ने ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने अपेक्षित संख्या में सीटें हासिल न कर पाने के बाद ओडिशा कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। आज की बाकी बड़ी खबरें... स्वाति मालीवाल मारपीट केस में दिल्ली पुलिस ने बिभव के खिलाफ नई धारा जोड़ी दिल्ली पुलिस ने आप सांसद स्वाति मालीवाल पर हमले से जुड़े केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार के खिलाफ सबूत गायब करने और गलत सूचना देने के लिए आईपीसी की धारा जोड़ी है। कुमार पर 13 मई को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर मालीवाल पर हमला करने का आरोप है। कुमार को 18 मई को गिरफ्तार किया गया था और वे फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। अफगानिस्तान में 4.3 तीव्रता का भूकंप नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया। सोमवार देर रात करीब 2.15 आए इस भूकंप की तीव्रता 4.5 रही। हालांकि इससे अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं मिली है। लिपुलेख दर्रे से फिर व्यापार शुरू करने की मांग पिथौरागढ़ के व्यापारियों ने लिपुलेख दर्रे से चीन के साथ फिर व्यापार शुरू करने की मांग की है। ये वे व्यापारी हैं जो 1992 से चीन के साथ सीमा व्यापार करते थे। 2019 के अंत में कोविड महामारी उभरने को देखते हुए इस रूट से व्यापार बंद कर दिया गया था।

Dainik Bhaskar लोकसभा स्पीकर- ओम बिड़ला और पुरंदेश्वरी के नाम पर चर्चा:चंद्रबाबू नायडू की पार्टी चाहती है ये पद उसे मिले, I.N.D.I.A. ब्लॉक ने कहा- समर्थन करेंगे

लोकसभा के अंक गणित और सत्ता-विपक्ष के बीच जारी खींचतान को देखते हुए स्पीकर पद इस बार अहम हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार दो बड़े घटक दल टीडीपी और जदयू भी इस होड़ में शामिल दिख रहे हैं। मोदी के दूसरे कार्यकाल में स्पीकर रहे कोटा सांसद ओम बिड़ला फिर दावेदारी में आगे हैं। उनके कैबिनेट मंत्री न बनने से अटकलें और जोर पकड़ चुकी हैं। टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू और जदयू नेता नीतीश कुमार को लगता है कि स्पीकर पद उस समय जीवन बीमा होगा, जब उनकी पार्टी में किसी प्रकार की तोड़फोड़ की कोशिश होगी। अगर, स्पीकर पद TDP को पास जाता है तो उसे इंडी अलायंस इसे समर्थन देने तैयार है। कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश बन सकते हैं प्रोटेम स्पीकर नई सरकार बनने पर सबसे पहले सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। इस बार भाजपा के वीरेंद्र कुमार और कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश ऐसे दो सदस्य हैं, जो सबसे ज्यादा सातवीं बार चुने गए हैं। वीरेंद्र कुमार कैबिनेट में शामिल हैं। लिहाजा कांग्रेस के सुरेश प्रोटेम स्पीकर हो सकते हैं। प्रोटेम स्पीकर सांसदों की शपथ करवाने के साथ ही स्पीकर का चुनाव करवाते हैं। स्पीकर का चुनाव साधारण बहुमत से होता है। पिछली लोकसभा में लोकसभा उपाध्यक्ष का पद खाली ही रहा था। इस बार यह पद भी एनडीए के किसी घटक दल को दिया जा सकता है। अटल सरकार में TDP के पास था स्पीकर पद एनडीए की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में स्पीकर पद टीडीपी के पास था। तब जीएमसी बालयोगी स्पीकर बने थे। उनके बेटे जीएम हरीश मधुर टीडीपी से चुनाव जीते हैं। टीडीपी उन्हें लोकसभा अध्यक्ष बनाकर दलित नेता को बड़े संवैधानिक पद पर ले जाने का श्रेय ले सकती है। पुरंदेश्वरी के स्पीकर बनने की संभावना क्यों... स्पीकर पद के लिए आंध्र प्रदेश की भाजपा अध्यक्ष डी. पुरंदेश्वरी का नाम भी चर्चा में है। पुरंदेश्वरी मनमोहन सरकार में मंत्री थीं। वे टीडीपी संस्थापक रामाराव की बेटी हैं। नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी उनकी बहन हैं। ऐसे में भाजपा उनके नाम पर नायडू को मना सकती है।