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Dainik Bhaskar अखिलेश कन्नौज के बाद दिल्ली जाएंगे:सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा-नीतीश, नायडू हमारे साथ सरकार बनाएंगे

सपा प्रमुख अखिलेश यादव इंडी गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे। अखिलेश कन्नौज के निकल चुके हैं। वहां जीत का सर्टिफिकेट लेंगे। साथ ही मीडिया से बात करेंगे। फिर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इधर, सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा- नीतीश और चंद्रबाबू नायडू हमारे साथ हैं। इंडिया गठबंधन सरकार बनाने जा रही है। इसके अलावा सपा कार्यालय के बाहर होल्डिंग्स लगी हैं। इसमें लिखा है- अबकी बार PDA सरकार'। यूपी में सपा ने बड़ा उलटफेर कर दिया हैं। अखिलेश यादव इस चुनाव में बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। उन्होंने सपा को अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाई है। सपा को 2019 में 5 सीट मिली थी, 2024 में 37 सीट पर जीत दर्ज की। सपा अपने इतिहास में लोकसभा में कभी भी इतनी सीटें हासिल नहीं की।

Dainik Bhaskar न्यूज इन ब्रीफ@11 AM:NDA-INDIA की अलग-अलग बैठक, एक फ्लाइट से दिल्ली पहुंचेंगे नीतीश-तेजस्वी; मोदी सरकार के 19 मंत्री हारे; आज बाजार चढ़ा

नमस्कार, आइए जानते हैं आज सुबह 11 बजे तक की देश-दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. INDIA ब्लॉक की बैठक आज, सरकार बनाने या विपक्ष में बैठने को लेकर फैसला होगा लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद INDIA ब्लॉक आगे की रणनीति तय करने के लिए आज शाम मीटिंग करने वाला है। मीटिंग में तय किया जाएगा कि गठबंधन विपक्ष में बैठेगा या सरकार बनाने की कवायद करेगा। INDIA दलों की यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर होगी। गठबंधन को कुल 204 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए गठबंधन को 272 सांसदों का समर्थन चाहिए। नीतीश और तेजस्वी एक ही फ्लाइट से दिल्ली पहुंचेंगे। पढ़ें पूरी खबर... 2. दिल्ली में NDA दलों की बैठक आज: पीएम ने नीतीश-नायडू को फोन कर बुलाया लोकसभा चुनाव नतीजों में भाजपा को 240 सीटें मिलीं, जो बहुमत के आंकड़े से 32 सीट कम हैं। हालांकि, NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। इसके साथ ही NDA ने तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ NDA में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है। पढ़ें पूरी खबर... 3. स्मृति ईरानी समेत 19 केंद्रीय मंत्री हारे, 5 पूर्व मुख्यमंत्री भी नहीं बचा पाए अपनी सीट लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के 50 में से 19 केंद्रीय मंत्री हार गए हैं। अमेठी से भाजपा की स्मृति ईरानी, तिरुवनंतपुरम से राजीव चंद्रशेखर, लखीमपुर खीरी से अजय मिश्रा टेनी को हार मिली। वहीं 13 में से 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी हार झेलनी पड़ी। इनमें दिग्विजय सिंह, भूपेश बघेल, अर्जुन मुंडा, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला हैं। पढ़ें पूरी खबर... 4. 28 राज्य, 8 केंद्र शासित प्रदेशों के नतीजे, 6 राज्यों में भाजपा का क्लीन स्वीप दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया है। कांग्रेस 99 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी और सपा 37 सीटें जीतकर तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी सीट से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी चुनाव हार गए हैं। अमेठी से स्मृति ईरानी हारीं। हालांकि हिमाचल में अनुराग ठाकुर और कंगना रनोट को जीत मिली। वहीं खडूर साहिब से खा

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में मंदिर में आग लगी, यहां फिल्माया गया था 'जय जय शिव शंकर' गाना

जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में एक पहाड़ी पर मौजूद शिव मंदिर में बुधवार (5 जून) की सुबह-सुबह आग लग गई। इस मंदिर को रानी मंदिर से भी जाना जाता था। स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद से मंदिर की आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक मंदिर पूरी तरह से जल चुका था। यह मंदिर कई बॉलीवुड फिल्मों में फिल्माया गया है। आप की कसम फिल्म के हिट गाने 'जय जय शिव शंकर' में भी इस मंदिर को फिल्माया गया था।

Dainik Bhaskar अमृतसर बॉर्डर पर तस्कर से 2 करोड़ बरामद:सूचना के बाद BSF ने की रिकवरी; सर्च ऑपरेशन जारी

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने चुनाव के एक दिन बाद एक तस्कर के घर पर छापा मारकर 2 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। BSF को मिली जानकारी के बाद पंजाब पुलिस की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया। अमृतसर के सीमावर्ती गांव कक्कड़ में यह तलाशी अभियान अभी भी जारी है। बीएसएफ अधिकारियों द्वारा जारी सूचना के अनुसार सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल एक संदिग्ध तस्कर के घर पर तलाशी अभियान चलाया गया। छापेमारी के दौरान संदिग्ध के घर से करीब 2 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई। आगे की करेंसी की गिनती और तलाशी अभियान जारी है। बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि यह बरामदगी सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करने के लिए बल की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:आख़िर भाजपा को यूपी ने गच्चा क्यों दे दिया?

हर किसी का एक ही सवाल है- ये क्या हो गया? कैसे हो गया? जवाब सीधा- सा है- यूपी ने गच्चा दे दिया। इस जवाब से फिर सवाल उठता है- यूपी ने गच्चा क्यों दिया? दरअसल, यूपी में जिस मायावती को भाजपा अपना प्लस प्वाइंट मान रही थी, उन्हीं की बसपा ने खेला कर दिया। बसपा को एक भी सीट नहीं मिली लेकिन वो कांग्रेस और सपा की वोट कटवा भी साबित नहीं हुई। भाजपा को उम्मीद थी कि बसपा, सपा और कांग्रेस के वोट काटेगी और परिणाम स्वरूप सीटें भाजपा की झोली में आ जाएँगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बसपा के वोटर शांत हो गए। बल्कि कहना यह चाहिए कि वे कांग्रेस और सपा की तरफ़ चले गए। सबूत सामने है - चार- चार लाख वोटों की गिनती हो जाने तक बसपा प्रत्याशियों को पाँच हज़ार वोट तक के लाले थे। यही वजह थी कि यहाँ राहुल गांधी और अखिलेश यादव नाम के दो लड़कों की जय जयकार हो गई। बार- बार इन दोनों को शहज़ादे- शहज़ादे कहकर चिढ़ाना भी लगता है भाजपा को भारी पड़ा। जहां तक पश्चिम बंगाल का सवाल है, वहाँ के ज़्यादा वोटिंग प्रतिशत को देखकर भाजपा ओवर कान्फिडेंस में थी। उसे लग रहा था कि अस्सी प्रतिशत से ज़्यादा वोटिंग वाली तमाम सीटें पके सेब की तरह उसकी झोली में आ गिरेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ज़्यादा वोटिंग ने आख़िरकार ममता की झोली ही भरी और तृणमूल कांग्रेस पहले से कहीं अधिक सीटों पर जीत गई जबकि भाजपा पहले से आधी रह गई। फिर राजस्थान में क्या हुआ? यहाँ दो बार से कांग्रेस की कमान जिनके पास भी थी, पार्टी ज़ीरो पर रही थी लेकिन गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व ने इस बार कमाल कर दिया। प्रत्याशियों का चयन ही इस बार सबसे महत्वपूर्ण था, जिसमें कोई गलती नहीं की गई। यही वजह रही कि भाजपा को यूपी और महाराष्ट्र के बाद सबसे बड़ा झटका राजस्थान में लगा। हरियाणा में सरकार का चेहरा बदलकर भाजपा ने संभावित हार से पार पाने की कोशिश ज़रूर की थी, लेकिन वहाँ भी बात नहीं बनी। दस में से पाँच सीटें कांग्रेस लूट ले गई। पंजाब में जहां पिछली बार भाजपा की दो सीटें थीं, इस बार सूपड़ा साफ़ हो गया। महाराष्ट्र में लोगों ने उद्धव ठाकरे और भतीजे से धोखा खाए शरद पवार को सहानुभूति वोट दे दिया। भाजपा के पाले में गए अजित दादा पवार की पार्टी को तो मात्र एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा। उद्धव की सेना ने नौ- दस सीटें हासिल करके कमाल कर दिखाया। साफ़ दिखाई दे रहा है कि महाराष्ट्र क

Dainik Bhaskar सपा-बसपा-भाजपा को हराकर नगीना से सांसद बने चंद्रशेखर:2022 में गोरखपुर में जमानत जब्त हुई; आकाश आनंद ने छुटभैया नेता कहा, तो बसपा का वोटर कटा

आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ने नगीना में नया इतिहास लिख दिया। उन्होंने यहां भाजपा के ओम कुमार को 1 लाख 51 हजार 473 वोटों से हरा दिया। पिछले 10 सालों में यूपी के अंदर यह पहला मौका है, जब सपा-बसपा और भाजपा के अलावा किसी पार्टी से कोई सांसद बना। चंद्रशेखर को दलितों ने एकतरफा वोट दिया। यहां बसपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह को सिर्फ 13 हजार 272 वोट मिले। 2019 में यहां बसपा ने जीत दर्ज की थी। आखिर चंद्रशेखर की रणनीति क्या थी? इंडी गठबंधन से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कैसे किया? एकमात्र वर्ग के हितैषी होने का टैग कैसे हटाया? आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं। सबसे पहले चंद्रशेखर से जुड़ा यह ग्राफिक देखिए... अखिलेश ने चंद्रशेखर के बजाय मनोज कुमार को टिकट दे दिया मार्च के दूसरे हफ्ते में अखिलेश यादव ने नगीना लोकसभा पर सपा प्रत्याशी घोषित किया। उम्मीद थी, चंद्रशेखर को टिकट मिलेगा लेकिन पूर्व जज मनोज कुमार को प्रत्याशी बना दिया गया। मीडिया में अखिलेश से चंद्रशेखर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- गठबंधन को चंद्रशेखर से कोई फायदा नजर नहीं आ रहा। चंद्रशेखर ने दावा किया, उनसे अखिलेश यादव ने डेढ़ साल पहले पूछा था कि क्या करोगे? तब हमने नगीना से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। चंद्रशेखर ने नगीना में डेढ़ साल से तैयारी की थी। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और तय किया कि अपनी ही पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने ऐलान कर दिया और कार्यकर्ताओं के बीच प्रचार शुरू कर दिया। 50% दलित-मुस्लिम वोटों के जरिए कामयाबी मिली पश्चिमी यूपी के रुहेलखंड में आने वाली नगीना सीट एससी आरक्षित है। यहां 22% दलित और 28% मुस्लिम वोटर हैं। जिस प्रत्याशी को इनका समर्थन मिल गया, उसकी जीत तय है। 2019 में यहां बसपा के गिरीश जाटव को 56.3% वोट मिले थे। चंद्रशेखर भी इन्हीं वोटरों के बीच पहुंचे और खुद को नगीना का बेटा और भाई बताया। दूसरी तरफ, सपा-बसपा के प्रत्याशियों ने चंद्रशेखर पर व्यक्तिगत हमले किए। आकाश आनंद ने चंद्रशेखर को बेघर और बेचारा बता दिया आकाश आनंद नगीना में बसपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह के पक्ष में रैली करने पहुंचे थे। उन्होंने चंद्रशेखर का नाम लिए बगैर कहा था- इंडी गठबंधन से टिकट चाहने वाला एक बेचारा बेघर घूम रहा है। ये बेचारा घबराता है कि अकेले लड़ेंगे तो जमानत जब्त

Dainik Bhaskar I.N.D.I.A ब्लॉक की बैठक आज:सरकार बनाने या विपक्ष में बैठने को लेकर फैसला होगा, TDP-JDU के समर्थन लेने पर भी चर्चा होगी

लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद I.N.D.I. गठबंधन आगे की रणनीति तय करने के लिए आज शाम मीटिंग करने वाला है। मीटिंग में तय किया जाएगा कि गठबंधन विपक्ष में बैठेगा या सरकार बनाने की कवायद करेगा। INDIA दलों की यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर होगी। इस मीटिंग के अलावा एक मीटिंग कांग्रेस पार्टी की भी होगी। इसमें यह तय होगा कि गठबंधन के नेताओं के साथ होने वाली मीटिंग में क्या रुख अपनाना है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मंगलवार को नतीजों के बाद कहा था कि हम आगे की रणनीति मीटिंग के बाद ही बताएंगे। अगर पूरी स्ट्रैटजी अभी बता दी, तो मोदी जी होशियार हो जाएंगे। वहीं, राहुल गांधी ने भी कहा था कि विपक्ष में बैठने या सरकार बनाने का फैसला मीटिंग में ही होगा। दरअसल, नतीजों में गठबंधन को कुल 203 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए गठबंधन को 272 सांसदों का समर्थन चाहिए। ऐसे में बहुमत के लिए उसे मौजूदा सीट शेयरिंग से बाहर भी पार्टनर खोजने होंगे। ममता बनर्जी की TMC के 29 सांसदों के अलावा TDP और JDU के समर्थन की भी गठबंधन को जरूरत होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पार्टियों को गठबंधन में शामिल करना है या नहीं, इस पर भी आज मीटिंग में चर्चा होगी। INDI गठबंधन को सरकार बनाने के लिए इन पार्टियों के सपोर्ट की जरूरत होगी 1. तृणमूल कांग्रेस: 29 सांसद जब कांग्रेस की अगुआई में INDIA ब्लॉक बना था, तब ममता बनर्जी इसकी बैठक में शामिल हुई थीं। उन्होंने ही INDIA के संयोजक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुझाया था। हालांकि बंगाल में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर तृणमूल और कांग्रेस के बीच सहमति नहीं बन पाई और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया। इसके बावजूद ममता बनर्जी ने कहा था कि वे INDIA के साथ हैं। लिहाजा अगर सरकार बनाने की नौबत आती है, तो तृणमूल गठबंधन को समर्थन दे सकती है। 2. जदयू : 12 सांसद बिहार में भाजपा ने जनवरी 2024 में जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इससे पहले नीतीश राजद और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार के मुखिया थे। नीतीश ने ही INDIA ब्लॉक की पहली बैठक पटना में आयोजित की थी। ​​​​​​नीतीश ने गठबंधन छोड़ा, तब भी लालू ने उनकी वापसी की संभावना जताई थी। ऐसे में अगर INDIA ब्लॉक नीतीश को अच्छी पोजिशन ऑफर करता है, तो उनकी वापसी हो सकती है। 3. तेलुगू देशम : 16 सांस

Dainik Bhaskar लोकसभा चुनाव में NDA ने 291 सीटें जीतीं:आज NDA दलों की बैठक होगी; पीएम ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को फोन कर बुलाया

18वीं लोकसभा चुनाव में NDA ने 291 सीटों के साथ जीत दर्ज की है। भाजपा को 240 सीटें मिलीं, जो बहुमत के आंकड़े से 32 सीट कम हैं। हालांकि, NDA ने बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। इसके साथ ही NDA ने तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। आज NDA सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। इससे पहले NDA ने घटकदलों की बैठक बुलाई है। पीएम ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू को फोन कर इस बैठक में शामिल होने को कहा है। मंगलवार शाम चुनाव के नतीजे कुछ साफ होने के बाद पीएम मोदी भाजपा कार्यालय पहुंचे और उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। स्पीच देते वक्त उनकी जुबान पर भाजपा कम और NDA का नाम ज्यादा रहा था। 34 मिनट के धन्यवाद भाषण में भाजपा का नाम 6 बार लिया तो NDA (भाजपा के सहयोगी दल) का नाम 8 बार आया। प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार का जिक्र किया था। उन्होंने दोनों के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन की सराहना की। साथ ही तीसरे कार्यकाल में NDA नेतृत्व में अच्छा काम करने का भरोसा दिया था। पीएम मोदी और अमित शाह ने X पोस्ट में NDA की ही नाम लिया... भाजपा को इस बार सरकार बनाने के लिए घटक दलों का साथ चाहिए 2014 में भाजपा को 278 और 2019 में 303 सीटें मिली थीं। बीते दो चुनावों में अपने दम पर सरकार बनाने वाली भाजपा इस बार अपने सहयोगी दलों पर निर्भर है। पार्टी 240 सीटों पर सिमट गई है, यानी बहुमत से 32 सीट कम। चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इधर, PM के भाषण से ठीक डेढ़ घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। दोनों ने सरकार बनाने के लिए TDP और JDU से समर्थन के सवाल पर इनकार नहीं किया था। खड़गे ने तो यहां तक कहा कि अभी सब यहीं बता दूंगा तो मोदी जी अलर्ट हो जाएंगे। मोदी की 34 मिनट की स्पीच सिलसिलेवार पढ़ें... 1. चुनाव आयोग पर मोदी बोले- ये 140 करोड़ भारतीयों की जीत है। मैं आज देश के चुनाव आयोग का भी अभिनंदन करूंगा। चुनाव आयोग ने दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव इतनी कुशलता से संपन्न कराया। करीब 100 करोड़ मतदाता, एक करोड़ मतदान कर्मी, 11 लाख बूथ इतनी प्रचंड गर्मी में कर्मियों ने अपने दायित्वों क

Dainik Bhaskar 28 राज्य, 8 केंद्र शासित प्रदेशों में जीत-हार के नतीजे:6 राज्यों में भाजपा का क्लीन स्वीप; कांग्रेस ने 5 राज्यों में सभी सीटें जीतीं

लोकसभा की 542 सीटों की काउंटिंग जारी है। अब तक 7 सीटों का रिजल्ट जारी हो चुका है। उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी सीट से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी चुनाव हार गए हैं। 2021 में टेनी के बेटे ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर अपनी कार चढ़ा दी थी। इसमें 8 लोगों की मौत हुई थी। साथ ही मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय और कौशल किशोर भी चुनाव हार गए हैं। उधर फैजाबाद (अयोध्या) में बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह को भी हार मिली। राहुल गांधी केरल के वायनाड और यूपी के रायबरेली से चुनाव जीत गए। वहीं कैसरगंज सीट से करणभूषण सिंह ने भी बाजी मारी। करणभूषण पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे हैं। बृजभूषण पर पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें टिकट नहीं मिला। उधर, हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और चित्रदुर्ग से जीएम करजोल विजयी घोषित हुए हैं। सूरत सीट भाजपा पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है। राजस्थान में जयपुर सीट भाजपा की मंजू शर्मा जीत चुकी हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी 11 लाख 75 हजार 92 वोट से जीत गए हैं। विदिशा से बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने 8 लाख 20 हजार 868 वोटों से जीत हासिल की है। इसके अलावा, पंजाब में पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर से और फतेहगढ़ साहिब से अमर सिंह चुनाव जीत गए हैं। अमृतसर से कांग्रेस के गुरजीत औजला जीते। वहीं खडूर साहिब से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल निर्दलीय चुनाव जीत गए। पटियाला से कांग्रेस के धर्मवीर गांधी जीते हैं। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी BJP उम्मीदवार परनीत कौर और AAP सरकार के मंत्री डॉ. बलबीर सिंह को हराया है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट का खाता खुल गया है। दक्षिण-मध्य मुंबई से अनिल देसाई चुनाव जीत गए हैं। देसाई ने शिवसेना शिंदे गुट के निवर्तमान सांसद राहुल सेवाले को हराया। मेघालय से कांग्रेस के सालेंग ए संगमा जीत गए हैं। वे तुरा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) के एच.डी. कुमारस्वामी मांड्या सीट से 2.84 लाख वोट से जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के वेंकटरमण गौड़ा को हराया है। राज्यवार 2019 और 2024 का एनालिसिस... उत्तर प्रदेश - 80 सीटें लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में बीजेपी ने 74 सीटों पर चुनाव लड़ा। जबकि उसके सहय

Dainik Bhaskar ओडिशा में 24 साल का पटनायक राज खत्म:भाजपा ने मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था; आंध्र में NDA सरकार, जगन को 11 सीटें

लोकसभा चुनाव के साथ मंगलवार 4 जून को ओडिशा और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आए। दोनों राज्यों में मौजूदा सरकारों को सत्ता गंवानी पड़ी। ओडिशा में 24 साल से सत्ता में काबिज नवीन पटनायक के हाथ से निकल गई। BJP को 147 में से 78 तो BJD को 51 सीटें मिलीं। राज्य में भाजपा पहली बार अकेले सरकार बना रही है। भाजपा ने किसी को मुख्यमंत्री घोषित नहीं किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा। वहीं, आंध्र प्रदेश में NDA (भाजपा, TDP और जन सेना पार्टी) की सत्ता में वापसी हुई है। TDP 175 में से 135 सीटें जीती। मौजूदा CM जगन मोहन रेड्डी की YSRCP 11 सीटों पर सिमट गई। आंध्र में 2019 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के जगन मोहन रेड्डी 175 में से 151 सीटों पर एकतरफा जीत दर्ज की थी। राज्य में भाजपा ने चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और एक्टर पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (JSP) के साथ गठबंधन किया। आंध्र प्रदेश: जगन की सत्ता गई, अब NDA सरकार जगन ने पिता के नाम पर पार्टी बनाई, 2019 में बड़ी जीत, 2024 में बुरी हार जगन मोहन के पिता दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी आंध्र में कांग्रेस के बड़े नेता थे। 2004 और 2009 में वे लगातार दो बार राज्य के CM रहे थे। जगन मोहन ने भी अपना राजनीतिक करियर कांग्रेस से ही शुरू किया था। वे 2009 में कांग्रेस से पहली बार सांसद चुने गए। हालांकि, 2009 में हेलिकॉप्टर हादसे में पिता की मौत के बाद जगन ने 2010 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने 2011 में अपनी अलग पार्टी YSRCP बनाई। 2014 में उनकी पार्टी ने 67 सीटें जीतीं। 2019 में YSRCP ने 151 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था। हालांकि, इस बार उनकी बहन राज्य में कांग्रेस की अगुआई कर रही हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस के पारंपरिक वोटर्स भाई-बहन की पार्टी में बंट सकते हैं। कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन YSRCP के वोट कटे तो इसका सीधा फायदा TDP को होगा। नतीजों में ऐसा ही हुआ। ओडिशा: पटनायक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड नहीं बना पाए BJD साल 2000 से लगातार सत्ता में रही। BJD अध्यक्ष नवीन पटनायक 24 साल से मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से 2019 तक वे 5 बार से ओडिशा के CM हैं। अभी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। सिक्कि

Dainik Bhaskar आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है NDA:पीएम मोदी ने नीतीश-नायडू को फोन किया; राष्ट्रपति भवन में शपथ की तैयारियां शुरू

18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं। 542 सीटों में से भाजपा के नेतृत्व वाली NDA को 292 और कांग्रेस के नेतृत्व वाली I.N.D.I.A को 233 सीटें मिल रही हैं। इसमें अकेले भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यानी वह बहुमत (272) के आंकड़े से 32 सीट पीछे रह गई। 2014 में भाजपा को 278 और 2019 में 303 सीटें मिली थीं। इस बीच अब सरकार बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। NDA बुधवार को सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। उसने अपने घटकदलों की बुधवार को बैठक बुलाई है। पीएम ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू को फोन कर बैठक के लिए बुलाया है। उधर, राष्ट्रपति भवन में शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। आम लोगों के लिए 5 से 9 जून तक के लिए बंद कर दिया है। I.N.D.I.A गठबंधन की भी शाम को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बैठक अगली रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के मुताबिक रात 2 बजे तक भाजपा को 240, कांग्रेस को 99, सपा को 37, टीएमसी को 29, डीएमके को 22, टीडीपी को 16, जेडीयू को 12, शिवसेना यूटीबी को 9, एनसीपी शरद पवार को 7, राजद को 4 और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को 5, शिवसेना शिंदे को 7 सीटों पर जीत मिल चुकी थी। भाजपा ने मध्य प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा में क्लीन स्वीप किया। 2019 में 9 राज्यों में सभी सीटें जीती थी। 50 में से 19 केंद्रीय मंत्री हारे, 31 जीते।नोटा का रिकॉर्ड: इंदौर में 2.18 लाख वोट नोटा को गए। 2019 में बिहार की गोपालगंज सीट पर नोटा को रिकॉर्ड 51,600 वोट मिले थे। भाजपा ने हिंदी बेल्ट में ही 71 सीटें गंवाईं, यूपी में 32 घटीं लेकिन पश्चिम-दक्षिण साधा अब इंतजार मोदी की तीसरी पारी का...

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:NDA 290 पार लेकिन BJP को बहुमत नहीं, आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है; दोनों अलायंस की बैठकें

नमस्कार, कल की बड़ी खबर लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की रही। इसमें भाजपा को 240 सीटें और कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। दोनों ही पार्टियां बहुमत के आंकड़े (272) से दूर हैं, हालांकि BJP के नेतृत्व वाली NDA को 292 सीटें मिली हैं। वहीं INDIA ब्लॉक को 233 सीटें मिली हैं। इसके अलावा ओडिशा में 24 साल का पटनायक राज खत्म हुआ, अब वहां BJP की सरकार होगी। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. NDA को 292 लेकिन BJP को बहुमत नहीं, आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है 18वीं लोकसभा की 543 सीटों में से NDA को 292 और I.N.D.I.A को 233 सीटें मिली हैं। हालांकि, भाजपा 272 के बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई, लेकिन NDA को बहुमत मिला। NDA आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। उसने अपने घटक दलों की बैठक बुलाई है। PM मोदी ने बिहार के CM नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू को फोन कर बैठक के लिए बुलाया है। आज सुबह 11.30 बजे मोदी कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। मोदी इस बैठक के बाद राष्ट्रपति भवन जाएंगे। इस्तीफा देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी: यूपी की 80 सीटों में से 37 सपा, 33 भाजपा, 6 कांग्रेस, 2 रालोद और 1 अपना दल को मिली। भाजपा फैजाबाद (अयोध्या) सीट 50 हजार से ज्यादा वोटों से हार गई है। 2019 चुनाव में यूपी में NDA ने 64 सीटें जीती थीं, जिसमें BJP को 62 और अपना दल (एस) को 2 सीटें मिली थी। वहीं, सपा-बसपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा को 5 और बसपा को 10 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट (रायबरेली) जीती थी। राजस्थान में 14 भाजपा, 8 कांग्रेस को: राजस्थान की कुल 25 सीटों में से भाजपा ने 14, कांग्रेस ने 8 और रालोपा ने एक सीट जीती है। 2019 में भाजपा ने 24 सीटें जीती थीं। 1 रालोपा के पास थी। राज्य में BJP का वोट शेयर 60% से घटकर अब 49% पर आ गया है। 5 राज्यों में BJP का क्लीन स्वीप: MP में भाजपा ने सभी 29 सीटें जीती हैं। 2019 में सिर्फ छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, लेकिन इस बार भाजपा के बंटी साहू ने नकुलनाथ को हरा दिया। MP के अलावा BJP ने दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल की भी सभी सीटें जीती हैं। महाराष्ट्र: शिवसेना-NCP टूटने से कांग्रेस को फायदा: 48 सीटों

Dainik Bhaskar स्मृति ईरानी समेत 19 केंद्रीय मंत्री हारे:कंगना रनौट- अरुण गोविल जीते, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को 8.21 लाख वोटों से जीत मिली

देश में 18वीं लोकसभा चुनाव में NDA को 291 और I.N.D.I.A. को 234 सीटें मिली हैं। वाराणसी से PM मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को 1.52 लाख वोटों से हराया है। वहीं, वायनाड और रायबरेली दोनों ही सीट से राहुल गांधी जीत गए हैं। उन्हें दोनों ही जगहों पर 6 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। चुनाव में 50 में से 19 केंद्रीय मंत्री हार गए हैं। अमेठी से भाजपा की स्मृति ईरानी को कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने 1.67 लाख वोटों से हरा दिया है। इसके अलावा तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को 16 हजार वोटों से हराया है। लखीमपुर खीरी से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को सपा के उत्कर्ष वर्मा ने 34 हजार वोटों से हरा दिया है। उनके बेटे आशीष टेनी पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ी से कुचलने का आरोप है। इस हादसे में 8 किसानों की मौत हो गई थी। 13 में से 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों हार गए। इनमें दिग्विजय सिंह, भूपेश बघेल, अर्जुन मुंडा, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला हैं। एमपी की विदिशा में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान 8.21 लाख वोटों से जीते हैं। 14 में से 3 सेलिब्रिटी को चुनाव में हार मिली है। वहीं, भाजपा कैंडिडेट कंगना रनौट मंडी सीट से जीत गई हैं। यूपी की मेरठ सीट से भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल को जीत मिली है। नीचे ग्राफिक्स में देखिए चुनाव के प्रमुख चेहरे कितने वोटों से जीते या हारे... 14 सेलिब्रिटी पर नजर ...

Dainik Bhaskar PM मोदी कुछ देर में भाजपा दफ्तर पहुंचेंगे:कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे; NDA तीसरी बार सरकार बनाने के करीब

पीएम मोदी थोड़ी देर में दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे। यहां वह कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। कार्यालय पहुंचने से पहले पीएम ने X पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- जनता ने लगातार तीसरी बार NDA पर भरोसा जताया है। यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने लिखा- मैं इस स्नेह के लिए जनता जनार्दन को नमन करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि हम जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पिछले दशक में किए गए अच्छे कार्यों को जारी रखेंगे। मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए भी सलाम करता हूं। शब्द कभी भी उनके असाधारण प्रयासों के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जीत के बाद कहा था- जीत ने 2024 की हैट्रिक की गारंटी दी प्रधानमंत्री 6 महीने पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में BJP की जीत के बाद दिल्ली में पार्टी हेडक्वार्टर पहुंचे थे। तब उन्होंने कहा था- कुछ लोग तो कह रहे हैं कि आज की इस हैट्रिक ने चौबीस की हैट्रिक की गारंटी दे दी है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar NEET UG 2024 रिजल्ट जारी:तय डेट से 10 दिन पहले ही आए नतीजे, टॉपर्स की नामों की घोषणा अभी बाकी

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA ने NEET UG 2024 रिजल्ट जारी कर दिया है। NEET UG रिजल्ट जारी होने की तारीख 14 जून, 2024 बताई गई थी। इस हिसाब से करीब 10 दिन पहले ही NTA की ऑफिशियल वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET पर रिजल्ट लाइव कर दिया गया है। इस साल मेडिकल कॉलेजों के MBBS, BDS व अन्य कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर NEET UG रिजल्ट चेक कर सकते हैं। टॉपर्स के नाम अभी जारी नहीं : NTA ने NEET परीक्षा का परिणाम तो घोषित किया है, लेकिन अब तक किसी टॉपर के नाम की घोषणा नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जयपुर के समित कुमार सैनी और देवेश जोशी ने परीक्षा में टॉप किया है। समित और देवेश को परीक्षा में 720 में से 720 नंबर मिले हैं। पिछले साल NEET UG में तमिलनाडु के प्रबंजन जे और आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने टॉप किया था। दोनों को नीट में 99.99 पर्सेंटाइल मिले थे। यहां चेक करें रिजल्ट : 24 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स का रिजल्‍ट जारी हुआ: इस साल करीब 24 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने NEET UG एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन किया था। इनमें से 10 लाख से ज्‍यादा छात्र, 13 लाख से अधिक छात्राएं और 24 छात्र थर्ड जेंडर के थे। 5 मई को NEET-UG एग्जाम हुआ था: देश भर में 5 मई को NEET-UG एग्जाम हुआ था। इसके लिए देशभर में 557 एग्जाम सेंटर और विदेश में 14 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। ये एग्जाम दिन में 2 बजे से 5 बजे तक हुआ था। एग्जाम में थी माइनस मार्किंग: NEET UG मार्किंग स्कीम के अनुसार, एग्जाम में माइनस मार्किंग भी थी। इसमें सही उत्तर के लिए कैंडिडेट्स को चार मार्क्स, जबकि गलत उत्तर के लिए एक मार्क्स की कटौती की गई है। जनरल के लिए 50 परसेंटाइल क्वालिफाइंग मार्क्स: NEET UG एग्जाम क्लियर करने के लिए जनरल कैंडिडेट्स को कम से कम 50 परसेंटाइल स्‍कोर करना होता है। वहीं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कैंडिडेट्स को 40 परसेंटाइल स्‍कोर करना होता है। रिजल्‍ट अभी चेक करने के लिए यहां क्लिक करें