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Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:अमेरिका की अपने नागरिकों सलाह- बांग्लादेश न जाएं, लेवल-4 ट्रेवल एडवाइजरी जारी

अमेरिका ने अपने नागरिकों से बांग्लादेश की यात्रा न करने की सलाह दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की यह लेवल 4 की ट्रेवल एडवाइजरी है। मंत्रालय ने वहां चल रही हिंसा को देखते हुए अपने नॉन इमरजेंसी सरकारी कर्मचारियों और परिवार के सदस्यों को वॉलेंट्री डिपार्चर की परमिशन दे दी है। दरअसल, बांग्लादेश सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस को मजबूत करने के लिए पूरे देश में सेना को तैनात किया गया है। छात्र प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मौजूदा हिंसा में अब तक कम से कम 115 लोग मारे गए हैं। 2,500 से ज्यादा घायल हुए हैं। आज की अन्य बड़ी खबरें... मार्केज भारतीय फुटबॉल टीम के नए मुख्य कोच टीम एफसी गोवा के प्रभारी मनोलो मार्केज (55) भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के मुख्य कोच होंगे। स्पेन के मार्केज इगोर स्टिमक की जगह लेंगे। इगोर को बर्खास्त कर दिया गया था। मार्केज 2020 से भारत में कोचिंग दे रहे हैं। कर्नाटक में सिनेमाघरों और ओटीटी पर 2% तक सेस कर्नाटक सरकार ने सिनेमाघरों और ओटीटी सब्सक्रिप्शन फीस पर 1 से 2% तक सेस लगाने का प्रस्ताव रखा है। विधानसभा में इसके लिए विधेयक पेश किया गया है। इस उपकर का उपयोग कलाकारों के लिए ईएसआई और भविष्य निधि जैसी सुविधा देने में होगा।

Dainik Bhaskar मुरादाबाद में जोरदार बारिश, रेलवे ट्रैक डूबा:लखीमपुर में हाईवे पर आई बाढ़ में बह गई मैजिक: गोंडा में गर्दन तक भरा घाघरा का पानी

यूपी के लखीमपुर खीरी में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदियां यहां उफान पर है। पानी हाईवे तक पहुंच गया। बाढ़ के पानी में मैजिक बह गई। मैजिक से 5-6 लोग जा रहे थे, तभी पलिया भीरा मार्ग पर पानी आ गया। इसमें मैजिक फंस गई। आनन-फानन में लोग मैजिक से उतरे और गाड़ी निकालने की कोशिश की, लेकिन मैजिक बह गई। मुरादाबाद में रविवार सुबह से तेज बारिश हो रही है। शहर के कई इलाकों में एक से दो फीट तक पानी भर गया। रेलवे ट्रैक डूब गया। इससे ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा। गोंडा में घाघरा खतरे के निशान के 34 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नदी किनारे बसे गांवों में गर्दन तक पानी भर गया है। गोरखपुर में राप्ती एक हफ्ते से खतरे के निशान के ऊपर बह रही। 55 गांव डूब गए हैं। 30 हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं। प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार लोगों को ऊंची जगहों पर रेस्क्यू होने की अपील कर रहा है। 40 डिग्री के पार पहुंचा पारा यूपी में मानसून ब्रेक होने की वजह से गर्मी और उमस बढ़ गई। तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। शनिवार को कन्नौज का पारा 40.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 30.1 डिग्री के साथ गोरखपुर सबसे गर्म रात वाला जिला रहा। प्रदेश के 50 जिलों का पारा 35 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया- प्रदेश में अगले 2 दिनों तक तापमान ऐसे ही बना रहेगा। इसके बाद प्रदेश का पारा 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। बाढ़ के हालात की 4 तस्वीरें देखिए... 24 घंटे में सिर्फ 7.3 मिलीमीटर बारिश 24 घंटे में यूपी के 31 जिलों में 7.3 मिलीमीटर बारिश हुई। सबसे ज्यादा हमीरपुर में 179 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में 1 जून से अब तक 257 मिलीमीटर बारिश हुई है। जो कि औसत से 3 प्रतिशत कम है। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के बाद अभी यूपी में नहीं है। मध्य प्रदेश से गुजर रहे हैं। इसके असर से बुंदेलखंड के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। यूपी में जहां भी बारिश हो रही है, वो लोकल मानसूनी इफेक्ट से हो रही है। आगे कैसा रहेगा मौसम मानसून ब्रेक की कंडीशन 2 से 3 दिन में खत्म होने वाली है। हालांकि, प्रदेश में अगले 4 दिनों तक हल्की-फुल्की बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। मानसून द्रोणिका (लो प्रेशर वाला एरिया) दक्षिण भारत से मध्य प्रदेश के बीच में शिफ्ट हो गया है। 3-4 दिनों के अंदर यूपी में मानसून की अच्छी बारिश हो सकती है। यूपी में

Dainik Bhaskar जम्मू में भारत-पाक बॉर्डर पर BSF के साथ सेना तैनात:4 साल बाद ऐसा हुआ; 2020 में जवानों को लद्दाख में LoC भेजा गया था

पाकिस्तान से जुड़े जम्मू बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के साथ ही सेना तैनात कर दी गई है। 2020 में चीन के साथ टकराव के बाद जवानों को जम्मू रीजन से हटाकर लद्दाख में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) भेज दिया गया था। हालांकि, अभी LoC से यहां जवान नहीं लाए जाएंगे, बल्कि जम्मू में दो-तीन दिन में अतिरिक्त तैनाती होगी। जो जवान यहां पहले से जम्मू में हैं, उन्हें बॉर्डर भेज दिया है। सैन्य सूत्रों के मुताबिक कठुआ के पहाड़ी इलाकों के 80 किमी दायरे में जवान तैनात हो चुके हैं। इन्होंने नदियों, बरसाती नालों, घुसपैठ के पुराने मार्गों को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया है। यह जानकारी शनिवार (20 जुलाई) को जम्मू पुलिस मुख्यालय में सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी की मौजूदगी में हुई बैठक में दी गई। इसमें बताया गया कि जम्मू रीजन में जवान बढ़ाने और खुफिया सूचनाओं को तुरंत साझा करने के लिए मल्टी एजेंसी सेंटर को उन्नत कर रहे हैं। आतंकियों के सफाए के लिए इंटर कमांड बदलाव करते हुए कमांडो भी तैनात किए जा रहे हैं। वेस्टर्न कमांड से भी फौज भेजी गई है। 19 सिग्नल इंटरसेप्ट...इसके बाद जवान बढ़ाए रक्षा सूत्रों ने भास्कर को बताया कि जम्मू क्षेत्र की पीर पंजाल और चिनाब घाटी में 12 से अधिक आतंकी समूह सक्रिय हैं। 9 जुलाई को रियासी हमले के बाद सुरक्षा तंत्र ने 19 सिग्नल इंटरसेप्ट किए हैं। इसमें सांबा और हीरानगर में भारत-पाक सीमा पर अगले कुछ दिनों बड़ी घुसपैठ के संकेत मिलने के बाद सैन्य तैनाती बढ़ाई गई। दो दिन पहले कश्मीर में कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में मारे गए दो विदेशी आतंकियों से ऑस्ट्रिया में बनी बुलपप असॉल्ट राइफल स्टेयर एयूजी और पाकिस्तानी पहचान पत्र भी मिला है। आतंकी चारों तरफ से घिरे...बचना मुश्किल सैन्य कमांडरों ने सेना प्रमुख को यह भी बताया कि धीरे-धीरे जवान उन जगहों को नियंत्रण में ले रहे हैं, जहां पहले आतंकी छिपते थे। डोडा की पहाड़ियों पर ऑपरेशन लगातार जारी है। पुंछ के सुरनकोट और मेंढर में भी घेराबंदी कर ली गई है। शींदरा टॉप, सनेई टॉप, डन्ना शाह सतार और बच्चेयां वाली के जंगलों में एसओजी, सीआरपीएफ और पैरा कमांडो कॉम्बिंग कर रहे हैं। इस बार हालात गंभीर, तत्काल कार्रवाई जरूरी जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद्य ने भास्कर को बताया कि 2005 के पहले जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों में आतंकवाद का जितना विस्तार था, इस बार ह

Dainik Bhaskar कांवड़ यात्रा से हिंदू वोटर्स के ध्रुवीकरण की तैयारी:उप-चुनाव में पिछड़ा-दलित वोट बैंक साधने की कोशिश, भाजपा बोली- अधिनियम तो UPA ने लागू किया

योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा के मार्ग में लगने वाली दुकानों पर दुकानदारों के नाम और जानकारी लिखने का फरमान जारी किया है। इतना ही नहीं हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सावन शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह आदेश सामान्य कार्यवाही का हिस्सा नहीं है। बल्कि इसके जरिए विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उप-चुनाव के लिए हिंदू वोट बैंक के ध्रुवीकरण की तैयारी है। योगी सरकार के आदेश पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासी घमासान शुरू हो गया है। दैनिक भास्कर इस फैसले की तह तक गया, उपचुनाव से ठीक पहले क्या भाजपा अपने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दों को धार देने की कोशिश कर रही है? क्या चुनाव जीतने के लिए भाजपा के पास ध्रुवीकरण ही आखिरी रास्ता बचा है? इन सब सवालों के जवाब इस रिपोर्ट में पढ़िए- उप-चुनाव वाली 10 में से 5 विधानसभा सीटें कांवड़ यात्रा के रूट पर सावन के महीने में पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर में कांवड़ यात्रा की धूम रहती है। यूपी से लेकर उत्तराखंड के बीच सड़कें कांवड़ियों से पट जाती हैं। यूपी के करीब 4 करोड़ से अधिक कांवड़िये कांवड़ में जल भरने हरिद्वार जाते हैं। इनमें से मीरापुर, कुंदरकी, खैर, गाजियाबाद और करहल पश्चिमी यूपी में हैं। योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा के मार्ग की दुकानों पर दुकानदार का नाम, पता, लाइसेंस लगाना अनिवार्य कर दिया है। इस आदेश के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि दुकानदार किस धर्म का है। कांवड़ यात्री हिंदू दुकानदार की दुकान से सामान खरीदना और हिंदू के होटल से ही खाना-पीना पसंद करेंगे। आदेश के राजनीतिक मायने समझिए- 1. जाट, जाटव सहित दलित और पिछड़े वर्ग को साधने की कोशिश लोकसभा चुनाव में भाजपा के राष्ट्रवाद पर इंडी गठबंधन का जाति का कार्ड भारी पड़ा। दलित और पिछड़ा वोट बैंक भाजपा से छिटककर इंडी गठबंधन में चला गया। यही वजह है कि योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा के जरिए दलित और पिछड़े वोट बैंक को हिंदुत्व के नाम पर फिर आकर्षित करने की कोशिश की है। वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र नाथ भट्ट कहते हैं कि इस आदेश से भाजपा की हिंदुत्व की अस्मिता की राजनीति को धार मिलेगी। पिछड़े और दलित के साथ हिंदू वोट फिर भाजपा की ओर आकर्षित हो सकता है। भाजपा ने एससी वर्ग के जाटव, कोरी, वाल्मीकि

Dainik Bhaskar गुजरात में बाढ़ जैसे हालात, NDRF तैनात:नागपुर के कॉलेज से 50 स्टूडेंट्स का रेस्क्यू; 9 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार सुबह के तीन घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। पानी कई निचले इलाकों में घुस गया, जिसके चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। एहतियात के तौर पर स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई। शहर के हुडकेश्वर नगर में बाढ़ के चलते करीब 50 स्टूडेंट्स अपने कॉलेज में फंस गए थे, जिनका रेस्क्यू किया गया। वहीं, गुजरात के सौराष्ट्र में शनिवार को हुई भारी बारिश के चलते गांवों का संपर्क कट गया और निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिसके चलते कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां राहत कार्य शुरू किए गए हैं और NDRF की टीमें तैनात की गईं। देवभूमि द्वारका के द्वारका तालुका में शनिवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 163 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद जूनागढ़ में 133 मिमी बारिश और गिर सोमनाथ जिले के पाटन-वेरावल में 117 मिमी बारिश दर्ज की गई। कहां भारी और कहां बहुत भारी बारिश का अलर्ट बहुत भारी बारिश का अलर्ट: उत्तराखंड, असम, मेघालय, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, कर्नाटक भारी बारिश का अलर्ट: हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, नगालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर तूफान और बिजली गिरने का अलर्ट: बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश देशभर में मौसम का असर... कर्नाटक: कर्नाटक के भूस्खलन प्रभावित उत्तर कन्नड़ जिले भारी बारिश के चलते 17 जुलाई को लैंडस्लाइड की घटना हुई। इसके बाद से इलाके में लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है। इस लैंडस्लाइड में 10 लोगों के लापता होने की शिकायत मिली थी, जिसमें से 7 की डेडबॉडी बरामद कर ली गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बाकी 3 लोगों की तलाश भी की जा रही है। ओडिशा: ओडिशा की चिलिका झील के पास तटीय क्षेत्र पर शनिवार को एक डिप्रेशन बना। मौसम विभाग के मुताबिक इसके ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ऊपर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। 1 जून से 18 जून तक राज्य में 394.1 मिमी की नॉर्मल बारिश के मुकाबले 288.3 मिमी बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश: सिरमौर जिले के रैतुआ गांव में शुक्रवार देर रात बादल फटने के चलते भारी बारिश में व्यक्ति बह गया। 27 जून से अब तक राज्य

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:NEET के जिन सेंटर्स पर गड़बड़ी हुई, वहां टॉपर नहीं; हरियाणा में AAP की 5 गारंटी; UPSC चेयरमैन का इस्तीफा

नमस्कार, कल की बड़ी खबर NEET-UG मामले से जुड़ी रही, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने एग्‍जाम का सिटी और सेंटरवाइज रिजल्‍ट जारी कर दिया है। एक खबर हरियाणा में आम आदमी पार्टी के चुनावी वादे की रही, जिसमें 5 गारंटियों का ऐलान किया गया है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. NEET UG का सिटी- सेंटर वाइज रिजल्‍ट जारी, जिन सेंटर्स पर गड़बड़ी हुई, वहां टॉपर नहीं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG एग्‍जाम का सिटी और सेंटरवाइज रिजल्‍ट जारी किया है। इसमें कैंडिडेट्स की पहचान जाहिर नहीं की गई है। गुजरात के गोधरा और झारखंड के हजारीबाग के सेंटर्स से कोई भी कैंडिडेट टॉपर नहीं है। दोनों जगहों से पेपर लीक की बात सामने आई थी। गोधरा के जय जलराम स्‍कूल के सेंटर से सिर्फ 2 स्‍टूडेंट ने 600 नंबर स्‍कोर किए हैं। पेपर लीक मामले में इसी स्‍कूल के चेयरमैन दीक्षित पटेल को CBI ने 30 जून को गिरफ्तार किया था। CBI ने की 3 और गिरफ्तारियां कीं: CBI ने NEET पेपर लीक केस में कथित मास्टरमाइंड शशिकांत पासवान समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। शशिकांत NIT जमशेदपुर से B.Tech ग्रेजुएट है। इसके अलावा 2 MBBS स्‍टूडेंट्स कुमार मंगलम बिश्‍नोई और दीपेंद्र शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए MBBS स्‍टूडेंट्स भरतपुर, राजस्‍थान के एक मेडिकल स्‍कूल से हैं। दोनों 5 मई को हजारीबाग में मौजूद थे। इसी दिन NEET UG का एग्‍जाम था। ये पेपर चुराने वाले पंकज कुमार के लिए सॉल्‍वर का काम कर रहे थे। CBI पेपर लीक केस में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. UPSC चेयरमैन का इस्तीफा, पिछले साल अध्यक्ष बने थे, 5 साल का कार्यकाल बाकी था UPSC के चेयरमैन मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। मनोज का कहना है कि वह सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे। मनोज का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। वह 16 मई 2023 को UPSC के चेयरमैन बने थे। उनका कार्यकाल मई 2029 तक था। कांग्रेस ने कहा- विवादों के बीच पद से हटाया गया: कांग्रेस लीडर और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा, 'मनोज को UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है। 2014 से अब तक लगातार संवैधानिक बॉडी की शुचिता बुरी तरह प्रभावित हुई है।' वहीं मनोज सोनी का कह

Dainik Bhaskar NEET के सेंटर-सिटी वाइज रिजल्ट पर नए सवाल:सीकर का रिजल्ट 6 गुना ज्यादा, 2037 स्टूडेंट्स को 650+ अंक; राजकोट के 1 सेंटर से 85% पास

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शनिवार (20 जुलाई) को NEET UG-2024 में शामिल 23.22 लाख छात्रों का सेंटर-सिटी वाइज रिजल्ट जारी किया। देशभर में 2321 छात्रों ने 700+ अंक हासिल किए हैं। 30,204 छात्रों को 650+ और 81,550 ने 600+ नंबर मिला। राजस्थान के दूसरे कोचिंग हब सेंटर सीकर के रिजल्ट ने सबको चौंकाया है। यहां 50 सेंटरों पर 27,000 अभ्यर्थी बैठे थे। इनमें 149 छात्रों को 700+ और 2,037 को 650+ अंक मिले। 4200 से अधिक को 600 से ज्यादा अंक मिले। सीकर में 600+ अंक वाले स्टूडेंट्स का औसत राष्ट्रीय औसत से 575% (करीब 6 गुना) ज्यादा है। देश के सबसे बड़े कोचिंग हब काेटा में 27,119 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इनमें सिर्फ एक को सबसे ज्यादा 706 अंक मिले हैं। कुल 74 छात्रों को 700+ अंक मिले हैं। कोटा में कुछ स्टूडेंट्स को -1 तो किसी को -18 तक अंक मिले हैं। राजकोट के एक ही सेंटर पर 85% छात्र पास हुए हैं। यहां 12 छात्रों काे 700 से अधिक और 115 को 650 से अधिक अंक मिले। यहां कुल 1968 परीक्षार्थी थे। हरियाणा के रेवाड़ी के एक सेंटर के 264 में से 60 छात्रों को 600 से अधिक अंक मिले हैं। सबके रिजल्ट से खुले राज, इस पर उठे सवाल 1. राजस्थान: 650+ अंक वाले 17% छात्र 3 शहरों के, कोटा से दोगुने सीकर में सफल 2. बिहार: एक सेंटर पर 29 छात्रों को 650+ अंक 3. गुजरात: 240 से अधिक को 600+ अंक 4. हरियाणा: रोहतक के एक सेंटर पर 45 को 600+ अंक मिले। प्रमुख शहरों के नतीजे राजस्थान के भरतपुर मेडिकल काॅलेज के दो छात्र गिरफ्तार CBI ने राजस्थान के भरतपुर मेडिकल काॅलेज के दो छात्रों कुमार मंगलम और दिपेंद्र को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने रांची मेडिकल काॅलेज की सुरभि के साथ नीट का पेपर हल किया था। कुल 7 छात्रों ने 5 मई को पटना में पेपर हल किया था। क्‍यों जारी हुआ स्‍टेट वाइज रिजल्‍ट? रिजल्‍ट सेंटर या स्‍टेट वाइज जारी करने के पीछे सुप्रीम कोर्ट का क्‍या मकसद है? जानिए सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट विराग गुप्‍ता से... सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार किया था सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार तक काउंसलिंग पर रोक लगाने से भी इनकार किया था। सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था- काउंसलिंग में कुछ समय लगेगा। यह 24 जुलाई के आसपास शुरू होगी। CJI ने कहा - हम सोमवार को ही सुन

Dainik Bhaskar रीवा में दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश:जमीन के झगड़े में डंपर से मुरम डाली; एक गले तक, दूसरी कमर तक दबी

रीवा में जमीन के झगड़े में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश की। आरोपियों ने डंपर से महिलाओं पर मुरम डाल दी। इससे एक महिला कमर तक और दूसरी गले तक मुरम के ढेर में दब गई। बाद में फावड़े से मुरम हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। एक महिला बेहोश हो गई। मामला मनगवां थाना इलाके के गंगेव चौकी गांव का है। शनिवार को यह विवाद हुआ। इसका वीडियो सामने आया है। रविवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट कर इस मामले में सरकार को घेरा है। एडिशनल एसपी विवेक लाल का कहना है कि महिलाएं विरोध कर रही थीं। डंपर से मुरम पलटी कर दी, जिसमें दो महिलाएं दब गईं। जांच कर रहे हैं। दोनों पक्षों में पारिवारिक झगड़ा दोनों पक्षों का पारिवारिक जमीन का विवाद है। दोनों के घर आसपास हैं। गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय रास्ता बनाना चाह रहे थे। जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय उन्हें रोक रहे थे। इसी दौरान विवाद हुआ। पहले मारपीट हुई। इसके बाद ममता पांडेय पत्नी जीवेश और आशा पांडेय पत्नी शिवेश के ऊपर मुरम डाल दी। गोकर्ण और महेंद्र के कहने पर मढ़ी गांव का ट्रक मालिक राजेश सिंह मुरम लेकर आया था। पट्‌टे की जमीन पर जबरन डाल रहे सड़क गंगेव चौकी निवासी जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय ने बताया कि पट्टे की जमीन में जबरन मुरम डालकर सड़क बनाई जा रही थी। हमने मढ़ी गांव के राजेश सिंह को मुरम डालने से मना किया। इस पर गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय ने हमारी पत्नियों के साथ मारपीट की। उन पर मुरम डालकर जान से मारने कोशिश की। ममता पांडेय और आशा पांडे को गंगेव प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। पटवारी ने कहा- महिलाओं पर अपराध रोकने में सरकार विफल पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा, 'इस घटना ने एक बार फिर बीजेपी शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है। मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी सरकार से ये बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच होगी। आपकी सरकार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में बार-बार असफल हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने लिखा, 'महिलाओं ने अ

Dainik Bhaskar चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे की पहली रिपोर्ट, स्पीड 3-गुना ज्यादा थी:ट्रैक में गड़बड़ी थी, हादसे के बाद कॉशन मिला; 5 अफसरों ने लापरवाही मानी

चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे की पहली रिपोर्ट सामने आई है। रेलवे ने रिपोर्ट में बताया है कि ट्रैक की गड़बड़ी की वजह से हादसा हुआ। ट्रैक पर 30 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चल सकती है, लेकिन लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) को इसके बारे में बताया ही नहीं गया। उसने 86 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन दौड़ा दी और हादसा हो गया। हादसे के 2 मिनट बाद उसे कॉशन मिला। इसके अलावा, जांच में ट्रैक 4 मीटर खिसका मिला है। ट्रैक को ठीक से कसा भी नहीं गया था। लखनऊ के 6 रेलवे अफसरों की जॉइंट कमेटी ने 36 पॉइंट में रिपोर्ट तैयार की है। 5 अफसरों ने हादसे की वजह इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही और 1 ने गलत ढंग से ब्रेक लगाना बताया है। आज चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन से जुड़े 41 रेल अधिकारी और कर्मचारियों को DRM ऑफिस लखनऊ में तलब किया गया है। उत्तर पूर्वी परिमंडल के रेल संरक्षा आयुक्त CRS ​​​प्रणजीव सक्सेना सभी के बयान दर्ज करेंगे। चलिए, पहली रिपोर्ट की 4 बड़ी बातें बताते हैं... 1- तेज झटका लगा, बोगियां पटरी से उतर गईं 6 सदस्यीय जांच टीम को ट्रेन के लोको पायलट त्रिभुवन नरायण और सहायक लोको पायलट राज ने बताया- मोतीगंज स्टेशन से दोपहर 2.28 बजे ट्रेन 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से निकली। रेलवे ट्रैक पर जहां किलोमीटर संख्या 638/12 का पॉइंट का लगा है वहां जोर का झटका लगा। खड़खड़ की आवाज आने के साथ प्रेशर कम होने लगा। 86 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ रही ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल कर इंजन के ऊपर लगा हुआ पेंटो डाउन किया गया। इससे इंजन को बिजली मिलती है। ड्राइवर ने पीछे देखा तो ट्रेन की बोगियां उतर चुकी थीं। इंजन की फ्लैश लाइट जलाकर सहायक लोको पायलट राज को बगल की लाइन की सुरक्षा के लिए भेज दिया। 2- इंजन निकलने के बाद उतरा पहिया, 400 मीटर दूर जाकर ट्रेन रुकी रिपोर्ट में कहा गया है कि पटरी 3 मीटर तक फैल गई थी, जिसके कारण ट्रेन का पहिया उतरा। लोको पायलट को झटका लगा तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाई। इस पर ट्रेन 400 मीटर दूर जाकर रुकी, लेकिन तब तक 19 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस दौरान 350 मीटर की दूरी तक ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। 3- सही से बंधा नहीं था रेल ट्रैक रिपोर्ट के मुताबिक, रेल ट्रैक यानी पटरी सही से बंधी नहीं थी। दोपहर 1.30 बजे ट्रैक पर गड़बड़ी पकड़ी गई। स्टेशन मास्टर मोतीगंज को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन के दोपहर 2

Dainik Bhaskar बंगाल गवर्नर को हैरेसमेंट केस में राजभवन से क्लीन चिट:महिला कर्मचारी के आरोपों को निराधार बताया; TMC ने पूछा- अपने खिलाफ खुद जांच कैसे करवाई

बंगाल गवर्नर सी वी आनंद बोस को हैरेसमेंट केस में राजभवन ने क्लीन चिट दे दी है। राजभवन ने गवर्नर के खिलाफ वहां काम करने वाली महिला कर्मचारी के आरोपों को निराधार बताया। राजभवन ने पुडुचेरी के एक रिटायर्ड जज से गवर्नर के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करवाई थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 मई, 2024 को जांच रिपोर्ट सबमिट की गई थी। इसमें बताया गया कि घटना के प्रत्यक्षदर्शी और आसपास मौजूद लोगों की गवाही की पड़ताल से पता चलता है कि शिकायतकर्ता का आचरण, समय और स्ट्रेटेजी शक पैदा करती हैं। महिलाओं के आरोप और उन्हें लगाने का तरीका संदेह के घेरे में है। दूसरी तरफ, सीएम ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने राजभवन की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। TMC नेता कुणाल घोष ने कहा है कि राजभवन के भीतर एक कॉमेडी सीरियल चल रहा है। बंगाल गवर्नर अपने खिलाफ खुद ही जांच कैसे करा सकते हैं? वो भी उनसे जो उनका परिचित है। क्या यह कॉमेडी है? कुणाल घोष ने कहा कि अगर वह निर्दोष हैं तो उन्हें कहना चाहिए कि वह आर्टिकल 361 का गलत फायदा नहीं उठाएंगे और जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। आर्टिकल 361 के बारे में सुप्रीम कोर्ट क्या कहता है, हम उसका इंतजार कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट राज्यपालों को आपराधिक मुकदमे से मिली छूट की जांच को तैयार इधर, सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार (19 जुलाई) को संविधान के आर्टिकल 361 की रूपरेखा की जांच करने के लिए तैयार हो गया। आर्टिकल 361 राज्यपालों को किसी भी प्रकार के आपराधिक मुकदमे से पूरी तरह छूट देता है। दरअसल, गवर्नर पर राजभवन की एक महिला संविदा कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। महिला ने 2 मई को हरे स्ट्रीट थाने में राज्यपाल के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी। उसने आरोप लगाया कि वो 24 मार्च को स्थायी नौकरी का निवेदन लेकर राज्यपाल के पास गई थी। तब राज्यपाल ने बदसलूकी की। 2 मई को फिर यही हुआ तो वह राजभवन के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत लेकर गई। हालांकि, संवैधानिक प्रावधान के चलते उन पर कोई केस दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद महिला कर्मचारी ने राज्यपाल को छूट देने वाले आर्टिकल 361 की न्यायिक जांच की मांग की। सुप्रीम कोर्ट का निर्देश- केंद्र को भी पार्टी बनाएं CJI डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस मामले में अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी से मदद मांगी है। साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार को भी नोट

Dainik Bhaskar पटियाला में मेडिकल की छात्रा की मौत:हॉस्टल के कमरे में मिला शव, चेन्नई की रहने वाली, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट

पटियाला में मेडिकल फाइनल एयर की छात्रा की डेडबॉडी उसके हॉस्टल के कमरे से मिली है। मृतका की पहचान 30 वर्षीय चेन्नई की रहने वाली सुभाषिनी के रूप में हुई है। सुभाषिनी की डेडबॉडी शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे हॉस्टल की वार्डन ने देखी थी, जिसके बाद पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने मृतका के परिवार वालों से संपर्क किया है। जो रविवार को पटियाला पहुंचेंगे। परिवार के आने के बाद वार्डन की बयान पर रिकॉर्ड करने के बाद पुलिस अपनी अगली कार्रवाई करेगी। एसपी सिटी मोहम्मद सरफराज आलम ने कहा कि स्टूडेंट की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद पूरा मामला क्लियर हो जाएगा। सुबह से हॉस्टल में बंद थी स्टूडेंट पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुभाषिनी फाइनल ईयर की स्टूडेंट थी, जिसने हॉस्टल में कमरा लिया हुआ था। हर स्टूडेंट को अपना अलग कमरा अलाट किया हुआ है और सुभाषिनी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया की स्टडी कर रही थी। शनिवार को रूटीन की तरह वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो हॉस्टल की वार्डन ने मास्टर की से रूम खोला इसके बाद सुबह सुभाषिनी की मौत का पता चला।

Dainik Bhaskar लगातार 45 घंटों से पोरबंदर पानी में:दो दिनों में 27 इंच बारिश से कई गांव बाढ़ की चपेट में, कई नदियां उफान पर

पोरबंदर शहर और जिले में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। यहां पिछले 45 घंटों में 27 इंच बारिश हो चुकी है। इससे पोरबंदर शहर समेत जिले के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गई हैं। स्थानीय नदियों के उफान पर होने से 16 गांवों से संपर्क टूट गया है। गांवों में घरों में पानी भर जाने से लोगों के पास खाने-पीने के सामान भी नहीं बचा है। सैकड़ों लोग अब प्रशासन की मदद पर भी निर्भर हैं। पोरबंदर शहर में बुधवार दोपहर से बारिश शुरू हुई, जो अब तक जारी है। शहर की कई सोसायटियों में नदियां बहने जैसा नजारा है। कई कच्चे घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। घरों का पूरा सामान भीग जाने के साथ वाहनों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इससे लोगों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। बोखीरा इलाके में पहुंचा नदी का पानी पोरबंदर के बोखीरा इलाके का सबसे बुरा हाल है। बारिश के साथ यहां कई नदियों का पानी भी घुस चुका है, जिससे पूरा इलाका तालाब में तब्दील हो गया है। कई घर तो पानी में पूरी तरह से डूब गए हैं। बोखरी इलाके में रहने वाली इलाबेन ने बताया कि बारिश का पानी घर में घुसने के कारण उनका परिवार दो दिनों से पानी के बीच है। गृहस्थी का सामान और पूरा अनाज भीग गया है, जिससे खाने-पीने की दिक्कत हो गई है। शुक्रवार की रात परिवार ने खिचड़ी खाकर बिताई। पानी में भीगा मवेशियों का चारा बोखिरा इलाके में बड़ी संख्या में पशुपालक भी रहते हैं। पशुपालक जेठाभाई ओडेदरा ने बताया कि घर में पानी घुसने से घर और सामान क्षतिग्रस्त हो गया और जानवरों का पूरा चारा भी भीग गया। दो दिन से लोग ऊपर कमरे में हैं। घर के निचले हिस्से में अभी भी पानी भरा है। अब भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे हालात और खराब होने की आशंका है। खाने का भी कोई इंतजाम नहीं है। समझ नहीं आ रहा कि आगे का वक्त कैसे गुजरेगा। कुछ ऐसा ही हाल कृष्णानगर सोसायटी का भी है। यहां कई घरों के फ्रिज, सोफा और कुर्सियां तक पानी में बह गई हैं। स्थानीय अश्विनभाई के मुताबिक भूमिगत नालियां होने के बावजूद बारिश का पानी लोगों के घरों में पहुंच रहा है। लोग किसी तरह अपना सामान बचा रहे हैं। दो दिन बाद भी छायाचौकी की सड़क डूबी शहर के छायाचौकी मुख्य मार्ग पर दो दिन बाद भी बारिश का पानी जमा हुआ है। इससे शनिवार को तीसरे दिन भी यह मार्ग पैदल यात्रियों व वाहन चालकों के लिए बंद रहा। दुकानों में प

Dainik Bhaskar केरल में फिर निपाह वायरस मिला, हाई लेवल मीटिंग हुई:स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- वायरस को फैलने से रोकने के लिए गाइडलाइंस को फॉलो करें

केरल के मल्लापुरम में शनिवार (20 जुलाई) को निपाह वायरस का एक संदिग्ध मामला मिला, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। इस मामलें में 14 साल का एक लड़का निपाह वायरस से संक्रमित पाया गया है। फिलहाल लड़के को मल्लापुरम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहले भी केरल निपाह वायरस से 4 बार(2018, 2019, 2021 और 2023 में) प्रभावित हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अधिकारियों के साथ वायरस के संभावित प्रकोप को रोकने के उपायों पर चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार मलप्पुरम में 14 साल लड़के की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। निपाह वायरस की जांच के लिए सैम्पल पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) को भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी आदेश के अनुसार एक एसओपी तैयार की गई है और राज्य में निपाह की रोकथाम के लिए कई समितियां काम कर रही हैं। निपाह की रोकथाम के लिए केरल सरकार ने गाइडलाइन बनाई चार बार निपाह वायरस से प्रभावित होने के बाद राज्य सरकार ने हाल ही में निपाह वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए कई जरूरी उपायों से जुड़ी गाइडलाइन तैयार की है। इस पर बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने लोगों से चमगादड़ों के घरों को नष्ट न करने का आग्रह किया, क्योंकि उन्हें परेशान करने से वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने पक्षियों द्वारा काटे गए फलों को खाने और केले के छिलकों से शहद पीने से भी मना किया, क्योंकि ये चमगादड़ों से दूषित फल हो सकते हैं। इसके अलावा केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, ‘निपाह वायरस को फैलने से रोकने के लिए हम सभी को सतर्क रहकर सभी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। पहले भी चार बार केरल निपाह से प्रभावित हो चुका है केरल के कोझिकोड जिले में 2018, 2021 और 2023 में तथा एर्नाकुलम जिले में 2019 में निपाह का प्रकोप देखा गया था। राज्य में पहले प्रकोप के दौरान, निपाह वायरस ने 17 लोगों की जान ली थी, जबकि 2023 में बीमारी का पता चलने तक 3 लोगों की जान चली गई थी। हालांकि महत्वपूर्ण बात है कि कोझिकोड, वायनाड, इडुक्की, मलप्पुरम और एर्नाकुलम जिलों में चमगादड़ों में निपाह वायरस एंटीबॉडी की मौजूदगी पाई गई है। चमगादड़ और सुअर जैसे जानवरों से फैलता है न

Dainik Bhaskar क्या डोडा आतंकी हमले में शामिल थे DSP शेख आदिल:दावा- गद्दार पुलिस अधिकारी के कारण हमारे सेना के अधिकारी और जवान मारे गए; जानिए सच्चाई

16 जुलाई, 2024 को डोडा में हुए आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मी और सेना के कैप्टन सहित 4 जवान शहीद हो गए थे। इससे पहले 8 जुलाई को कठुआ में भी आतंकी हमले में 5 जवान शहीद और 5 घायल हुए थे। घाटी में बढ़ती इन आतंकी वारदातों के बीच भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू क्षेत्र में व्यापक सैन्य अभियान छेड़ दिया है। वेरिफाइड एक्स यूजर उत्तम मिश्रा ने अपने ट्वीट मे लिखा- गद्दार पुलिस अधिकारी DSP शेख आदिल मुस्ताक के कारण हमारे सेना के अधिकारी और जवान मारे गए। कॉल रिकार्डिंग से हुआ है खुलासा..!! (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: ट्विटर बायो के अनुसार उत्तम भाजपा से जुड़े हैं और एक्स पर उन्हें 39 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। खबर लिखे जाने तक उत्तम मिश्रा के ट्वीट को 3300 लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, 1400 लोग इसे रीपोस्ट कर चुके थे। वायरल दावे से जुड़ा दूसरा ट्वीट 'सनातनी हिंदू राकेश' नाम के एक्स अकाउंट से किया गया था। इस ट्वीट में लिखा था- गद्दार पुलिस अधिकारी DSP शेख आदिल मुस्ताक के कारण हमारे सेना के अधिकारी और जवान मारे गए। कितने घर उजाड़ दिए इन गद्दारों ने? ऐसे बहुत गद्दार हमारे सिस्टम में घुस चुके हैं, हमें घेर रहे हैं। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: ठीक ऐसे ही ट्वीट कुछ अन्य वेरिफाइड अकाउंट द्वारा भी शेयर किए गए हैं जिसे आप यहां देख सकते हैं। क्या है वायरल दावे की सच्चाई ? वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने डीएसपी शेख आदिल मुस्ताक की फोटो को गूगल इमेज पर रिवर्स सर्च किया। साथ ही इस पूरे घटनाक्रम को गूगल पर ओपन सर्च किया। पड़ताल में सामने आया कि डीएसपी शेख आदिल से जुड़ा मामला वर्तमान का नहीं बल्कि साल 2023 का है। जांच के दौरान हमें लाइव हिंदुस्तान का 22 सितंबर 2023 का एक आर्टिकल मिला। इस आर्टिकल की हेडलाइन थी- 'आतंकवादी की मदद कर रहा था DSP और अफसर को फंसाया; खुलासे से कश्मीर में मचा हड़कंप' (आर्टिकल का लिंक) देखें स्क्रीनशॉट: आर्टिकल में बताया गया था- अनंतनाग में एक सप्ताह तक चली मुठभेड़ मे कई जाबांज अफसर शहीद हो गए थे। इस बीच एक खुलासे से जम्मू-कश्मीर प्रशासन में हड़कंप मच गया। दरअसल, जम्मू-कश्मीर पुलिस में डीएसपी शेख आदिल मुश्ताक पर आतंकवाद के एक आरोपी से रिश्तों का आरोप लगा है। आरोप है कि शेख आदिल मुश्ताक ने आतंकवाद के आरोपी की गिरफ्तारी से बचने में मदद की थी। यही नहीं इस मामले की जांच कर

Dainik Bhaskar नए क्रिमिनल कानूनों पर मद्रास हाईकोर्ट का केंद्र को नोटिस:कहा- पहले लॉ पैनल से सलाह लेनी चाहिए थी; चार हफ्ते में जवाब मांगा

मद्रास हाईकोर्ट ने शुक्रवार को तीन नए क्रिमिनल कानूनों को लेकर केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है। राज्य की DMK सरकार ने इन कानूनों को अधिकारातीत और असंवैधानिक बताने की याचिका दाखिल की थी। इसी याचिका के जवाब में मद्रास हाईकोर्ट ने यह नोटिस जारी किया है। DMK के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी आर एस भारती की तरफ से दाखिल याचिका की सुनवाई जस्टिस एस एस सुंदर और एन सेंथिल कुमार की डिविजन बेंच के सामने हुई। बेंच ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए चार हफ्तों में जवाब देने को कहा है। दरअसल, 1 जुलाई से तीन नए कानून- भारतीय सुरक्षा संहिता, भारतीय न्याय संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हुए हैं। इन्होंने इंडियन पीनल कोड (IPC), कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर (CrPC) और इंडियन एविडेंस एक्ट (IEA) की जगह ली है। याचिका में कहा- सेक्शंस की अदला-बदली गैर-काूननी थी याचिकाकर्ता के मुताबिक सरकार ने तीनों बिल पेश किए और बिना सार्थक चर्चा के इन बिलों को संसद में पास करवा दिया। उन्होंने कहा कि बिना किसी ठोस बदलाव के सिर्फ सेक्शंस की अदला-बदली करना गैर-जरूरी था। इससे मौजूदा प्रावधानों की व्याख्या करने में परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि सेक्शंस की अदला-बदली करने से जजों, वकीलों, न्यायपालक अथॉरिटीज और आम जनता के लिए नए प्रावधानों को पुराने प्रावधानों से मिलाना बहुत मुश्किल होगा। ऐसा लगता है यह एक्सरसाइज सिर्फ कानूनों के नाम को संस्कृतनिष्ठ करने के लिए की गई है। इसका मकसद कानूनों में बदलाव करने का नहीं था। संसद में सिर्फ सत्ताधारी पार्टी ने यह कानून लागू किया भारती ने आगे कहा कि सरकार यह दावा नहीं कर सकती है कि यह संसद की कार्यवाही में हुआ है। नए कानूनों को सिर्फ संसद के एक धड़े यानी सत्ताधारी पार्टी और उसकी साथ पार्टियों ने लागू किया था। इसमें विपक्षी पार्टियां शामिल नहीं थीं। उन्होंने कहा कि एक्ट्स का नाम हिंदी/संस्कृत में लिखना संविधान के आर्टिकल 348 का उल्लंघन है, जिसमें कहा गया है कि संसद के किसी भी सदन में पेश होने वाले सभी बिलों के आधिकारिक टेक्स्ट अंग्रेजी में ही होंगे। ये हैं सबसे बड़े बदलाव यह खबर भी पढ़ें... भास्कर एक्सप्लेनर- नए कानूनों ने कैसे बढ़ाई पुलिस की पावर:थाने में 24 घंटे बिठा सकेंगे, FIR से पहले जांच, 90 दिनों की हिरासत 1 जुलाई 2024 से लागू तीन नए क्रिमिनल कानूनों के बाद