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Dainik Bhaskar महाराष्ट्र में पवार-उद्धव-कांग्रेस गठबंधन की 21 दिन में चौथी बैठक:288 सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी, उद्धव बोले- पहले CM फेस तय हो

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सभी 288 सीटों की शेयरिंग के लिए विकास अघाड़ी (कांग्रेस, NCP SP और शिवसेना UBT) की बैठक मुंबई में शुरू हो गई है। शीट शेयरिंग के लिए गठबंधन की इसी महीने यह चौथी बैठक हो रही है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री पर हो रही इस बैठक में भाग लेने के लिए NCP (SP) प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पहुंच गए हैं। पहले हुई 3 मीटिंग्स में अलग-अलग मुद्दों पर नेताओं के बयान सामने आए थे। महाराष्ट्र में 21 दिन में विपक्षी गठबंधन की चौथी मीटिंग कांग्रेस के 5 मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के 5 विधायकों का विधानसभा चुनाव में टिकट कटना करीब-करीब तय है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी नए चेहरों को मौका देगी। हालांकि, कांग्रेस की ओर से इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। टिकट कटने वाले विधायकों में सुलभा खोडके, जीशान सिद्दीकी, हीरामन खोसकर, जितेश अंतापूरकर, मोहन हंबर्डे शामिल हैं। MLC के चुनाव में कांग्रेस के 7-8 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर सामने आई थीं। विधान परिषद चुनाव में NDA ने 11 में से 9 सीटें जीती थीं 12 जुलाई को हुए MLC चुनाव में NDA ने 11 में से 9 सीटें जीती थीं। वहीं, INDIA ब्लॉक ने 3 में से 2 ही जीतीं। चुनाव में जीत के लिए एक कैंडिडेट को 23 विधायकों के वोट चाहिए थे। महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 103, शिवसेना के 37, NCP के 39, कांग्रेस के 37, शिवसेना (उद्धव गुट) के 15 और NCP (शरद गुट) के 13 विधायक हैं। नवंबर 2024 को ‌BJP-शिवसेना सरकार का कार्यकाल खत्म होगा महाराष्ट्र में इस वक्त BJP-शिवसेना की सरकार है। इसका कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है, इसलिए अक्टूबर 2024 में चुनाव हो सकते हैं। 2019 में विधानसभा चुनाव में BJP 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। हालांकि, मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना (टूट से पहले वाली) और BJP गठबंधन में बात नहीं बन पाई। 56 विधायकों वाली शिवसेना (टूट से पहले वाली) ने तब कांग्रेस (45 विधायक) और NCP (टूट से पहले वाली पार्टी) (53 विधायक) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद मई 2022 MVA सरकार में नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बग

Dainik Bhaskar असम CM बोले- चंपाई सोरेन की हो रही थी जासूसी:स्पेशल ब्रांच के 2 पुलिस अधिकारी दिल्ली में पकड़े गए; राज्यपाल से करेंगे शिकायत

असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सरमा ने कहा कि 'चंपाई सोरेन की जासूसी हो रही थी। दिल्ली पुलिस ने ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को दिल्ली पुलिस ने अपनी कस्टडी में रखा है।' असम के सीएम भाजपा की ओर से झारखंड के सह चुनाव प्रभारी भी हैं। हिमंता ने कहा कि 'इन दोनों के नाम और उनकी तस्वीर मेरे पास है, लेकिन मैं इसे सार्वजनिक नहीं कर रहा क्योंकि संभव है कि वह किसी और नक्सल ऑपरेशन या किसी मामले की जांच में हों।' चंपाई सोरेन ने की लिखित शिकायत हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि 'पूछताछ में दोनों ने आईजी प्रभात कुमार का नाम लिया। उनके कहने पर ही दोनों सब इंस्पेक्टर जासूसी कर रहे थे। संभव है कि चंपाई सोरेन का फोट टैप भी हुआ है। दोनों फ्लाइट में चंपाई सोरेन के साथ यहां आए और चंपाई जहां ठहरे थे उसके पास ही होटल लेकर रह रहे थे। चंपाई सोरेन को कई बार एहसास हुआ कि कोई उनका पीछा कर रहा है। उनकी तस्वीर ले रहा है। चंपाई सोरेन ने भी इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।' प्राइवेसी को पूरी तरह खत्म करने की साजिश हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि 'यह एक गलत परंपरा है। यह एक बड़ा मुद्दा है। प्राइवेसी को पूरी तरह खत्म करने की कोशिश है। दोनों व्यक्ति इस वक्त चाणक्यपुरी थाने में है। यह संवैधानिक भारत में नहीं हुआ। मेरा संदेश है कि फोन टैप भी हुआ होगा, अगर किसी ने पूरी फंडिंग की है, फ्लाइट में आने के लिए फंडिग की है। होटल में ठहरने के लिए फंडिग की है तो यह कितना बड़ा मामला है आफ समझ सकते हैं। 30 अगस्त को रांची में राज्यपाल से मिलकर इस मामले से अवगत कराया जाएगा। ये खबर भी पढ़िए... आज ही JMM छोड़ सकते हैं चंपाई सोरेन:2 बजे दिल्ली से रांची लौटेंगे, 30 अगस्त को जॉइन करेंगे BJP झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन आज ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) छोड़ सकते हैं। वे दोपहर 2 बजे दिल्ली से रांची लौटेंगे। चंपाई 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे।झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने कहा, 'हमने क्या किया, नहीं किया इसका फैसला राज्य की जनता, महिला और युवा करेंगे।'असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार रात सोशल मीडिया X पर लिखा- चंपाई सोरेन ने कुछ देर पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वे रांची में आधिकारिक रूप से

Dainik Bhaskar अमृतसर एयरपोर्ट पर चूहों की उछल-कूद:लाउंज एंड बार में दिखे, पैसेंजर ने उठाए सवाल, बोले- यात्रियों की सेहत का जिम्मेदार कौन

अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चूहों की भी लैंडिंग हो रही है। एक पैसेंजर ने लाउंज घूम रहे चूहे की वीडियो बनाई और उसे वायरल कर दिया। उसने कहा कि अगर इसके कारण किसी की सेहत खराब हुई तो जिम्मेदार कौन होगा। अमृतसर एयरपोर्ट पर स्थित प्राइमस के लाउंज में पैसेंजर कुणाल शर्मा ने एक वीडियो बनाई जिसमें एक चूहा कुर्सियों और टेबल पर कूद रहा है। इसके बाद उसने कहा कि आज सुबह अमृतसर से लखनऊ की फ्लाइट से जा रहा था। इस दौरान यात्री ने बताया कि उसने एयरपोर्ट पर बने बने लाउंज एंड बार में नाश्ता किया। लखनऊ जा रहा था पैसेंजर यात्री ने कहा कि उसने लाउंज एंड बार में देखा कि सभी टेबल और कुर्सियों पर चूहा घूम रहा है। यात्री ने कहा कि अगर चूहे के सभी टेबल और कुर्सियों पर घूमने ऐसी हरकत हो रही है, तो वहां नाश्ता करने आ रहे यात्रियों की सेहत खराब हो सकती है। कुणाल ने वीडियो के जरिए एयरपोर्ट प्रशासन से पूछा कि अगर यात्रियों की सेहत के साथ कुछ होता है तो उसका कौन जिम्मेदार होगा। कुणाल ने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ऐसी हरकतें शोभा नहीं देती। उसने इसके लिए शिकायत एंड सुझाव बाक्स में भी सुझाव डाला और प्रशासन से भी कार्रवाई करने की मांग की। नई फ्लाइटों की मांग होती रहती है एयरपोर्ट से अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यूके और कनाडा के लिए सीधी उड़ानों की लगातार मांग की जा रही है। साथ ही साथ कई संस्थाएं लोगों से अपील करती हैं कि दिल्ली से फ्लाइट लेने की बजाए अमृतसर के एयरपोर्ट को तरजीह दें लेकिन ऐसी वीडियोज़ लोगों के विश्वास को खत्म करती हैं। हालांकि इस मामले में अधिकारियों की ओर से कोई ब्यान नहीं आया है लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इसे जमकर ट्रोल कर रहे हैं।

Dainik Bhaskar पर्ल ग्रुप के मालिक का आज अंतिम संस्कार:निर्मल सिंह भंगू के परिवार ने जारी किया पब्लिक नोटिस, कहा- निवेशक का पैसा लौटाएंगे

पंजाब के रहने वाले पर्ल ग्रुप के मालिक व 45 हजार करोड़ घोटाले के मास्टरमाइंड निर्मल सिंह भंगू का आज चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया जाएगा। रविवार रात दिल्ली में उनकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार से पहले परिवार ने पब्लिक नोटिस कर निवेषकों के पैसे लौटाने की बात कही है। ये पब्लिक नोट उनकी बेटी बरिंदर कौर भंगू की तरफ से जारी किया गया। जनवरी 2016 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भंगू को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के DDU अस्पताल में लाया गया। शाम 7.50 बजे उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भंगू पर आरोप था कि उसने पोंजी स्कीम्स से करोड़ों का साम्राज्य इकट्ठा किया। भंगू ने 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऐसी स्कीम्स में फंसा कर हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा किए और उसे विदेश में इन्वेस्ट कर दिया। जांच शुरू हुई तो जनवरी 2016 को CBI ने निर्मल सिंह को पकड़ लिया। इसके बाद जांच एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने भी की। जानें क्या लिखा है पब्लिक नोटिस में अत्यंत दुःख के साथ निर्मल सिंह भंगू के 25 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चिकित्सा उपचार के दौरान निधन के बारे में सूचित करते हैं। उनकी आत्मा सभी को दर्द और दुख की खाई में छोड़कर दुनिया से चली गई। मैं, बरिंदर कौर भंगू, स्वर्गीय सरदार निर्मल सिंह भंगू की बेटी, अत्यंत शोक संतप्त और शोकाकुल पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से संवाद करती हूं और अपने मूल्यवान निवेशकों के साथ इस अकल्पनीय नुकसान की खबर साझा करती हूं। निर्मल सिंह भंगू का जीवन पर्ल्स ग्रुप के प्रत्येक निवेशक को पैसे चुकाने के एक एकल, अटूट सपने के लिए समर्पित था। दिवंगत निर्मल सिंह भंगू पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी से संबंधित मुद्दों पर भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा विचार किया जा रहा है, जिन्होंने 02 समितियां (लोढ़ा समिति और स्पेशल कमेटी) भी बनाई हैं। पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी इन्हीं कमेटियों की निगरानी में की जाएगी। पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से और अपने पिता के सम्मान में, मैं आपको अपना अटूट समर्थन देने और प्रत्येक निवेशक को पैसे के पुनर्भुगतान के संबंध में न्यायिक या अर्ध-न्यायिक अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग प्र

Dainik Bhaskar दुष्यंत चौटाला की चलाई बाइक का चालान:पूर्व डिप्टी CM ने निकाली थी रैली, 2 हजार जुर्माना; हेलमेट पूछने पर ना कहा

हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने जजपा नेता पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के बिना हेलमेट ड्राइविंग पर उनकी चलाई बाइक का चालान काट दिया। दुष्यंत ने एक बाइक रैली के दौरान यह बाइक चलाई थी। हालांकि ये बाइक दुष्यंत चौटाला नहीं बल्कि उनके समर्थक के नाम पर है। पुलिस ने जो चालान रसीद जारी की है, उसमें दुष्यंत चौटाला बाइक चलाते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि उनके चेहरे को पुलिस ने धुंधला कर दिया है। पुलिस जांच के मुताबिक पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जो लाल रंग की बुलेट बाइक चलाई थी, वह रियासत अली के नाम पर रजिस्टर्ड है। चूंकि इस पर दुष्यंत चौटाला और उनके पीछे एक और व्यक्ति बिना हेलमेट के बैठे हुए थे तो उनका 2 हजार का चालान काटा गया है। खास बात यह है कि बाइक रैली का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें जब दुष्यंत चौटाला को पीछे से हेलमेट के बारे में कहा गया तो उन्होंने सिर हिलाकर ना कर दिया। दुष्यंत चौटाला की बाइक चलाते और चालान की फोटो... जनसभा से पहले निकाली रैली, लाल रंग की बाइक चलाई जानकारी के मुताबिक रविवार यानी 25 अगस्त को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद के गोंछी में रैली करने पहुंचे थे। यहां जजपा नेता करामत अली ने जनसभा की थी। जनसभा से पहले जजपा ने बाइक रैली निकाली थी। यह बाइक रैली सोहना मोड़ टी-पॉइंट से गोंछी तक गई थी। जिसमें दुष्यंत चौटाला ने लाल रंग की बुलेट बाइक (HR51BL-7786) चलाई। दुष्यंत समेत बाकी समर्थकों ने हेलमेट नहीं पहना इस दौरान उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। इसके अलावा रैली में ज्यादातर बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहना था। दुष्यंत ने यह रैली JJP के लोकसभा उम्मीदवार रहे नलिन हुड्‌डा के समर्थन में की थी। बिना हेलमेट बाइक रैली निकालने का वीडियो वायरल होकर पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस प्रवक्ता बोले- कुल 15 चालान किए इस मामले में फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता यशपाल ने कहा कि हमें जिन बाइकों के नंबर मिले थे, उन सभी का चालान कर दिया गया है। फिलहाल 15 चालान हुए हैं। बिना हेलमेट वालों का एक हजार और जिसमें 2 लोग बिना हेलमेट सवार थे, उनका 2 हजार का चालान किया गया है। साढ़े 4 साल डिप्टी सीएम रहे दुष्यंत, लोकसभा से पहले टूटा गठबंधन दुष्यंत चौटाला साढ़े 4 साल हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 90 में से 40 ही सीटें जीत पाई थी। जिसके बाद भाजपा ने 10 सीटों

Dainik Bhaskar महिला कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यलय के सामने किया विरोध प्रदर्शन:जम्मू कश्मीर चुनावों में महिलाओ को कम सीट देने से नाराज, भेदभाव का लगाया आरोप

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सितम्बर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पहले चरण का की लिस्ट भाजपा ने जारी कर दी, जिसके बाद मंगलवार (27 अगस्त) को BJP ऑफिस के बाहर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। चुनावों के लिए कैंडिडेट चुनने के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को किए गए विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद, पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने भी टिकट वितरण में महिलाओं के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए पार्टी ऑफिस के बाहर विरोध किया। डोडा और राम नगर सहित जम्मू के अलग-अलग इलाकों से बड़ी संख्या में महिलाएं यहां भाजपा कार्यालय के सामने एकत्रित हुई थीं। क्या मांग है महिला कार्यकर्ताओं की? महिलाओं का आरोप था की पार्टी एक तरफ महिला सशक्तिकरण और हितों की बात करती है, वही दूसरी तरफ टिकट वितरण में पार्टी महिला कार्यकर्ताओं के साथ पूरी तरह से भेदभाव किया है। उन्होंने कहा 42 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई, जिसमें केवल एक महिला का नाम है और वह भी एक आतंकवाद पीड़ित परिवार से है, जिसके पिता और चाचा ने देश के लिए बलिदान दिया था। आगे उन्होंने कहा की हमारी मांग बस इतनी है की महिलाओं को उनका हक दिया जाए और अगली लिस्ट में से कुछ महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाए जो हमारा अधिकार है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा की हम पार्टी के फैसले से नाराज और परेशान नहीं हैं, बल्कि हम अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। ये खबर भी पढ़ें ... जम्मू-कश्मीर में भाजपा की तीसरी लिस्ट में 29 नाम:कल जो लिस्ट वापस ली, उसके 28 प्रत्याशी रिपीट; वैष्णो देवी सीट से कैंडिडेट बदला जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने मंगलवार को 29 कैंडिडेट्स की तीसरी लिस्ट जारी की है। इसमें सेकेंड फेज के 10 और थर्ड फेज के 19 उम्मीदवारों के नाम हैं। पार्टी ने 26 अगस्त को 5 घंटे में 3 लिस्ट जारी की थीं। सुबह 10 बजे जारी लिस्ट में 44 नाम थे, विरोध हुआ तो लिस्ट वापस ले ली। इसके दो घंटे बाद 15 नाम की नई लिस्ट जारी की। तीन घंटे बाद सिंगल नाम की एक और सूची आई। पूरी खबर पढ़ें ...

Dainik Bhaskar गैर असमी मुसलमानों को असम छोड़ने की धमकी:30 संगठनों ने 4 दिन का अल्टीमेटम दिया; CM हिमंता बोले- मियां भूमि नहीं बनने दूंगा

नागांव रेप केस के बाद बीते चार दिन में ऊपरी असम में अलग-अलग जगह बच्चियों और महिलाओं से यौन शोषण और छेड़छाड़ की पांच से ज्यादा घटनाएं हुई है, जिनमें कोई मियां (गैर असमी मुसलमान) या हिंदी भाषी बाहरी आरोपी निकला है। स्थानीय लोगों ने इसे अस्मिता का मुद्दा बना लिया है। ऊपरी असम के 10 जिलों में मियां और मारवाड़ी समेत हिंदी भाषी बाहरियों के खिलाफ 30 संगठन सड़क पर हैं। वो घर-घर जाकर दस्तक दे रहे हैं और मियांओं को शनिवार तक असम छोड़ने की धमकी दे रहे हैं। वीर लचित सेना की इस मुहिम को 29 संगठनों को समर्थन हैं, इनमें स्थानीय मुस्लिम संगठन, ऊपरी असम मुस्लिम कल्याण परिषद, असम सम्मिलित मुस्लिम परिषद भी शामिल हैं। असम के सीएम हिमंता सरमा ने भी कहा है कि राज्य को मियां भूमि नहीं बनने दूंगा। असम पुलिस का ऑपरेशन बॉन्ड, तनाव फैलाने वालों पर नजर शिवसागर समेत सभी 10 जिलों में पुलिस ने सामुदायिक तनाव फैलाने वालों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। इनके खिलाफ ऑपरेशन बॉन्ड शुरू किया गया है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 164 (1) के तहत नोटिस जारी हो रहे हैं। बीर लचित सेना, जातीय संग्रामी सेना, अखिल असम अनुसूचित जाति छात्र संस्था, ताई आहोम चरत्र समेत 27 संस्था प्रतिनिधियों को नोटिस मिल चुके हैं। मुस्लिम विधायक के शिवसागर आने पर लगाई रोक 30 जातीय संगठनों ने एक मुस्लिम कांग्रेसी विधायक अब्दुल रशीद मंडल के शिवसागर जिले में घुसने पर भी पाबंदी लगा दी है। संगठनों सीएम के उस बयान के बाद सड़कों पर उतरे, जिसमें सीएम ने कहा था कि असम में लोकसभा चुनाव के बाद जिन क्षेत्रों में कांग्रेस ने अपना वोट शेयर बढ़ाया, वहां एक विशेष समुदाय को इतना सहस मिला कि वो अपना दमदचा बनाने के चक्कर में हैं और हिंदू महिलाओं पर अत्याचार इसी का परिणाम है। पूरे मारवाड़ी समुदाय के माफी मांगने के विरोध में कई समाज 20 अगस्त को शिवसागर में दो मारवाड़ी सुक्कों को छेड़छाड़ी के आरोप में पकड़ा गया था। स्थानीय लोग इन्हें बाहरी मानते हैं, इसलिए पूरे मारवाड़ी समाज से घुटनों के बल बैठकर माफी मंगवाई गई थी। लेकिन बाकी बाहरी समाज के लोग इससे नाराज हैं। उनका कहना है कि दो युवकों की हरकत के लिए पूरे समाज से माफी मंगवाना गलत है। यह खबर भी पढ़ें... नागांव में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप के आरोपी की मौत; पुलिस बोली- सीन रिक्रिएशन के दौरान आरोपी त

Dainik Bhaskar अमृतसर एयरपोर्ट पर ड्रोन मूवमेंट:3 घंटे फ्लाइट्स मूवमेंट को रोकना पड़ा; एयर इंडिया की फ्लाइट की लैंडिंग रोकी

पंजाब के अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार रात संदिग्ध ड्रोन मूवमेंट के कारण 3 घंटे तक उड़ानों को रोकना पड़ा। ड्रोन मूवमेंट के चलते एयर इंडिया की दिल्ली- अमृतसर फ्लाइट को लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई और रात उसे वापस दिल्ली लौटना पड़ा। ड्रोन के कारण 10 से रात 1 बजे तक फ्लाइट्स की आवाजाही को रोक दिया गया। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार 3 ड्रोन की मूवमेंट देखने को मिली। ये मूवमेंट रात 10.15 बजे से 11 बजे तक रही। इस बीच ड्रोन कभी एयरपोर्ट के ऊपर आता और कभी साइड पर चला जाता। इनमें दो ड्रोन राजासांसी साइड एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास व टर्मिनल की बैकसाइड पर दिखाई दिए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने आगे जानकारी दी तो सुरक्षा के लिहाज से उड़ानों की आवाजाही रोक दी गई। 20 मिनट फ्लाइट करती रही इंतजार, अंत में वापस लौटना पड़ा रात 10.30 बजे दिल्ली से आई एयर इंडिया की उड़ान 20 मिनट तक हवा में लटकी रही और ड्रोन के कारण क्लेयरेंस ना मिलने पर उसे वापस लौटना पड़ा। देर रात एयर ट्रेफिक क्लीयर होने के कारण ये फ्लाइट सुबह 4 बजे अमृतसर पहुंची। इसके अलावा इंडिगो की पुणे, इंडिगो की दिल्ली, एयर एशिया और बैटिक एयर की कुआलालंपुर उड़ानें देरी से टेकऑफ कर पाईं। इनके अलावा कई उड़ानें देर रात एक बजे के बाद ही रवाना हुईं। पुलिस और एजेंसियों ने रात को एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सर्च अभियान भी चलाया। मंगलवार सुबह भी 2 बार सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान ड्रोन सर्च करने में असफलता हासिल हुई। फ्लाइट्स के लिए खतरा हैं ड्रोन भारतीय एयरक्राफ्ट एक्ट के अनुसार हवाई अड्डे के 4 किमी के भीतर ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकता। 20 किमी के एरिया में बिल्डिंग की हाइट को लेकर भी एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी लेनी पड़ती है। बिना परमिशन ड्रोन उड़ाने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। प्लेन के इंजन में ड्रोन टकरा जाए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। एयरपोर्ट जैसे इलाकों में सिग्नल जैमर लगाए जाते हैं ताकि रिमोट व ड्रोन का कनेक्शन आपस में टूट जाए। चाइनीज ड्रोन बने चिंता चाइनीज छोटे ड्रोन चिंता का विषय बने हुए हैं। दरअसल, ये छोटे चाइनीज ड्रोन 4-5 किमी दूरी व ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं। जैमर की सहायता से इन्हें गिराया जा सकता है, लेकिन इनकी कम आवाज व निची उड़ान के कारण ये रडार से बच जाते हैं। जितने समय में सुरक

Dainik Bhaskar राजस्थान के एक जवान सहित तीन की मौत:अरुणाचल प्रदेश में ऑपरेशन अलर्ट के दौरान खाई में गिरा सेना का ट्रक, चार घायल

ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सेना का ट्रक खाई में गिर गया, जिससे तीन जवानों की मौत हो गई। चार अन्य घायल हो गए। मृतकों में एक जवान बाड़मेर (राजस्थान) जिले का रहने वाला था। हादसा 27 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले के लिमीकिंग से करीब 15 किलोमीटर दूर बोरारूपक के पास हुआ था। 2010 में सेना में भर्ती हुए थे बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब 95 किमी दूर हरसाणी गांव के रहने वाले हवलदार नखत सिंह (34) साल 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। नखत सिंह के चचेरे भाई महेंद्र ने बताया कि नखत सिंह 19 ग्रेनेडियर यूनिट में तैनात थे। अरुणाचल प्रदेश में यूनिट बीते 2 साल से अधिक समय से तैनात थी। हादसे की सूचना मंगलवार को मिली। सेना के किसी अधिकारी ने नखत सिंह के चाचा से फोन पर बात की थी। फिलहाल पत्नी और बच्चों को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। जवान के दो बच्चे हैं महेंद्र (नखत सिंह के चचेरे भाई) ने बताया- नखत सिंह सहित 6 भाई और एक बहन थे। वो 5 नंबर के भाई थे। इनके पिता का स्वर्गवास करीब 5 साल पहले हो गया था। भाई खेतीबाड़ी करते हैं। पत्नी विजय लक्ष्मी (31) गृहिणी हैं। इनके 2 बच्चे हैं। बेटा शौर्य 7 साल का और बेटी निकू 3 साल की है। साल 2015 में नखत सिंह की शादी हुई थी। डिब्रूगढ़ एयरबेस से दिल्ली लाई जाएगी पार्थिव देह नखत सिंह की पार्थिव देह गुरुवार (29 अगस्त) की सुबह 11 बजे बाड़मेर लाई जाएगी। असम के डिब्रूगढ़ एयरबेस से हेलिकॉप्टर में रखकर पार्थिव देह को पहले दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली से बाड़मेर लाई जाएगी। जिला मुख्यालय से 145 किमी दूर हुआ हादसा हादसा मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले से करीब 145 किलोमीटर दूर हुआ। इसमें सेना के 3 जवानों की मौत और 4 लोग घायल हो गए। मृतकों में हवलदार नखत सिंह, नायक मुकेश कुमार और ग्रेनेडियर आशीष शामिल हैं। चारों घायल जवानों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सेना के ईस्टर्न कमांड ने जवानों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट ने की संवेदना प्रकट भारतीय सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आर.सी. तिवारी और सभी रैंक्स ने अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों हवलदार नखत सिंह, नाइक मुकेश कुमार और गार्ड आशीष के निधन पर शोक-संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सोशल मीडिया X पर लिखा- भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार

Dainik Bhaskar भारत ने 73 हजार अमेरिकी राइफल्स का ऑर्डर दिया:₹837 करोड़ में डील हुई; 2019 में 647 करोड़ में 72,400 रायफल्स मंगाई थीं

भारत ने अमेरिका से 73,000 सिग सॉह (Sig Sauer) असॉल्ट राइफल्स का दूसरा ऑर्डर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के मुताबिक इस डील को भारत ने 837 करोड़ रुपए में साइन किया है। इससे पहले फरवरी 2019 में फास्ट-ट्रैक खरीद के तहत भारत ने 647 करोड़ रुपए में 72,400 SiG-716 राइफल्स का ऑर्डर दिया था। राइफल्स की दूसरी खरीद को दिसंबर 2023 में राजनाथ सिंह की अगुवाई में डिफेंस ऐक्विजिशन काउंसिल (DAC) ने मंजूरी दी थी। इसकी डिलीवरी के बाद भारतीय सेना के पास 1.45 लाख से ज्यादा सिग सॉह 716 असॉल्ट राइफल्स हो जाएंगी। रूसी राइफल्स में देरी की वजह से भारत ने अमेरिका को ऑर्डर दिया था 2018-19 में राइफल्स की बढ़ती जरूरत के लिए भारत ने रूस से AK-203 कलाश्निकोव राइफल्स का ऑर्डर दिया था। लेकिन इस ऑर्डर को मिलने में देरी के चलते भारत ने फरवरी 2019 में अमेरिकी फर्म सिग सॉह से राइफल्स की डील की थी। 72,400 राइफल्स के पहले ऑर्डर में सेना को 66,400, एयरफोर्स को 4,000 और नेवी को 2,000 राइफल्स दिया गया था। ये राइफल चीन और पाकिस्तान सीमा पर तैनात पैदल सैनिकों को दी जा रही हैं। ये धीरे-धीरे इनसास राइफल की जगह लेगी। जुलाई 2024 में 35 हजार कलाश्निकोव राइफल्स की डिलीवरी मिली भारत AK-203 कलाश्निकोव राइफल्स को रूस की मदद से अमेठी के इंडो-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड में बना रहा है। इसमें 35,000 AK-203 कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल्स की पेंडिंग डिलीवरी जुलाई 2024 में सेना को सौंप दिया गया है। भारत और रूस के समझौते के तहत 10 वर्षों में कुल 6 लाख AK-203 राइफल्स का निर्माण किया जाना है। AK-203 प्रोजेक्ट की घोषणा 2018 में की गई थी। लेकिन लागत, रॉयल्टी, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, जैसे मुद्दों की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई थी। यह खबर भी पढ़ें... भारतीय सेना को मिलीं 35 हजार AK-203 राइफल:1 मिनट में 700 राउंड फायर कर सकती है, कभी जाम भी नहीं होती भारत और रूस के जॉइंट वेंचर इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) ने भारतीय सेना को 35 हजार AK-203 असॉल्ट राइफल डिलीवर कर दी हैं। इनका प्रोडक्शन 2021 में मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के तहत शुरू किया गया है। इस राइफल की खासियत है कि यह 1 मिनट में 700 राउंड फायर कर सकती है, वजन में हल्की होती है और कभी जाम नहीं होती। IRRPL ने भारत में AK-203 कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल के प्रोडक्शन

Dainik Bhaskar पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ सरकार की बड़ी तैयारी:CM मान आज एंटी नारकोटिक्स कार्यालय का करेंगे शुभारंभ, वॉट्सऐप नंबर होगा जारी

पंजाब सरकार नशा तस्करों के खिलाफ आज से अपनी लड़ाई को और मजबूत करने जा रही है। सरकार की तरफ से अब नशा तस्करों पर कार्रवाई के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स गठित की गई है। आज सीएम भगवंत मान मोहाली में फोर्स के दफ्तर का शुभारंभ करेंगे। वहीं, इस मौके पर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार की तरफ से एक नया वॉट्सऐप नंबर भी जारी किया जाएगा। मोहाली में स्थापित किया गया SITU पुलिस की तरफ से मोहाली में टास्क फोर्स इंटेलिजेंस एवं टेक्निकल यूनिट स्थापित की गई है। यहां पर माहिरों की स्पेशल टीम तैनात की गई। जो कि वॉट्सऐप से लेकर जिन भी तकनीकों का प्रयोग तस्कर आजकल कर रहे है। उन पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा जो भी जानकारी टीमों को मिलती है। उसे तुरंत टीमों के साथ शेयर किया जाएगा। इसके पीछे कोशिश यही है कि पंजाब को नशा मुक्त किया जाए। 40 करोड़ से बॉर्डर एरिया में चल रहा प्रोजेक्ट इससे पहले सरकार द्वारा 6 सीमावर्ती जिलों में 40 करोड़ रुपए की लागत से कैमरे लगाने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। क्योंकि राज्य की 553 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगती है। वहीं, अब ड्रोन के जरिए हथियार और नशा पाकिस्तान से आ रहा है। इस दौरान लगाए जाने वाले कैमरों का फोकस सीमा से लगते 5 किलोमीटर के एरिया पर रहेगा। इस दौरान 20 करोड़ की लागत से रणनीतिक प्वाइंटों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। 10 करोड़ से मोबिलिटी बढ़ाने और दस करोड़ से इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है।

Dainik Bhaskar पटना में सुप्रीम कोर्ट के जज के घर चोरी:NEET पेपर लीक केस में की थी सुनवाई, 4 दिन पहले हजारीबाग में हुई थी सबूतों से छेड़छाड़

पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में सोमवार की देर रात चोरों ने सुप्रीम कोर्ट के जज अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। जज अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। पटना आवास पर घर की देखरेख के लिए एक गार्ड मो. मुस्तकीम है, जो चोरी के वक्त घर के बाहर बने क्वार्टर में ही सो रहा था। पाटलिपुत्र कॉलोनी में मकान संख्या 133 में ये वारदात हुई है। यह उनका निजी आवास है। सूचना मिलते ही पाटलिपुत्र थाने की पुलिस के साथ पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस फिलहाल पाटलिपुत्र थाने में चोरी का मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह बड़े-बड़े केस की सुनवाई कर चुके हैं। इसमें एक मामला नीट पेपर लीक का भी है, जिसमें उन्होंने वैकेशन बेंच के साथ इस केस की सुनवाई की थी। 4 दिन पहले NEET पेपर लीक मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश हजारीबाग में हुई थी। CBI ने जांच के दौरान कटकमदाग के जिस गेस्ट हाउस को सील किया था, वहां तीन दिनों से लोगों की आवाजाही के सबूत मिले थे। जानकारी मिलने के बाद दिल्ली और पटना से CBI की टीम हजारीबाग पहुंची और जांच की। बड़े भाई बिहार के गृह सचिव रह चुके हैं अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के बड़े भाई अफजल अमानुल्लाह बिहार के गृह सचिव रह चुके हैं। अफजल भी दिल्ली में ही रहते हैं। इनकी पत्नी परवीन अमानुल्लाह बिहार सरकार में मंत्री थी, उनकी मौत हो चुकी है। पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र के DSP दिनेश कुमार पांडे ने बताया, 'सुप्रीम काेर्ट के न्यायाधीश के घर चोरी की सूचना मिली है। केस दर्ज कर लिया गया है। घर में किसी के नहीं रहने के कारण चोरी कितने की हुई है इसका आंकलन नहीं हो पाया है। CCTV फुटेज को देखा गया है। उस इलाके के कुछ लोगों से पूछताछ की गई है। चोर चिन्हित भी किया गया है। बहुत जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' ये खबर पढ़िए... NEET पेपर लीक में सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश हजारीबाग के सील गेस्ट हाउस में घुसे लोग, CBI ने फिर लिया जायजा, जांच में जुटी पुलिस NEET पेपर लीक मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश हजारीबाग में हुई है। सीबीआई ने जांच के दौरान कटकमदाग के जिस गेस्ट हाउस को सील किया था, वहां तीन दिनों से लोगों की आवाजाही के सबूत मिले हैं।जानकारी मिलने के बाद दिल्ली और पटना से सीबीआई की टीम हजारीबाग पहुंची और जांच की।टीम ने जा

Dainik Bhaskar रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मिलेंगी 28 हजार नौकरियां:6 देशों से डेलिगेट्स, टॉप बिजनेस ग्रुप्स आ रहे; वन-टू-वन और राउंट टेबल डिस्कशन होंगे

ग्वालियर में अब से कुछ देर बाद रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू होने जा रहा है। मध्यप्रदेश में 6 महीने में ये तीसरा कॉन्क्लेव है। इससे पहले जुलाई में जबलपुर और फरवरी में उज्जैन में कॉन्क्लेव हो चुके हैं। उज्जैन और जबलपुर के मुकाबले ग्वालियर के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों की दिलचस्पी ज्यादा है। इसकी वजह यह है कि देश के 7 बड़े रोड कॉरिडोर ग्वालियर-चंबल रीजन से होकर या इसके पास से गुजरते हैं। 9 सेक्टर के इंडस्ट्री प्रमुखों ने ग्वालियर-चंबल रीजन में अपने उद्योग लाने की रुचि दिखाई है। कॉन्क्लेव में 28,788 रोजगार देने के लिए रोडमैप बनाया गया है। इसके 24 प्रस्ताव सीएम डॉ. मोहन यादव के सामने पेश किए जाएंगे। मुख्यमंत्री वर्चुअली औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन कर इन्वेस्टर्स को जमीन भी आवंटित करेंगे। कॉन्क्लेव में देश के बड़े बिजनेस ग्रुप- अडानी, अंबानी, बाटा के साथ कनाडा, नीदरलैंड, मैक्सिको, कोस्टारिका, टोंगो, जाम्बिया के डेलीगेट्स भी आ रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश की 22 इंडस्ट्रियल यूनिट का वर्चुअल भूमि पूजन और लोकार्पण करेंगे। इनमें 10 यूनिट ग्वालियर-चंबल की हैं।

Dainik Bhaskar आज ही JMM छोड़ सकते हैं चंपाई सोरेन:2 बजे दिल्ली से रांची लौटेंगे, 30 अगस्त को जॉइन करेंगे बीजेपी

झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन आज ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) छोड़ सकते हैं। वे दोपहर 2 बजे दिल्ली से रांची लौटेंगे। चंपाई 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे। इससे पहले चंपाई सोरेन ने X पर पोस्ट कर लिखा कि 'पार्टी में कोई ऐसा मंच नहीं था, जहां मैं अपनी पीड़ा को व्यक्त कर पाता। सीनियर नेता स्वास्थ्य कारणों से राजनीति से दूर हैं। घुसपैठियों की वजह से संथाल परगना में हमारे समाज का अस्तित्व संकट में है। पाकुड़, राजमहल समेत कई अन्य क्षेत्रों में उनकी संख्या आदिवासियों से ज्यादा हो गई है। राजनीति से इतर, हमें इस मुद्दे को एक सामाजिक आंदोलन बनाना होगा, तभी आदिवासियों का अस्तित्व बच पाएगा। इस मुद्दे पर सिर्फ भाजपा ही गंभीर दिखती है और बाकी पार्टियां वोटों की खातिर इसे नजरअंदाज कर रही हैं। इसलिए आदिवासी अस्मिता और अस्तित्व को बचाने के इस संघर्ष में, मैंने भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने का फैसला लिया है।' झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने कहा, 'हमने क्या किया, नहीं किया इसका फैसला राज्य की जनता, महिला और युवा करेंगे।' असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार रात सोशल मीडिया X पर लिखा- चंपाई सोरेन ने कुछ देर पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वे रांची में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में 25 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद चंपाई को जेड प्लस सुरक्षा दे दी गई है। झारखंड पहुंचने के बाद वे इसी सुरक्षा घेरे में रहेंगे। मौजूदा CM हेमंत सोरेन जमीन घोटाला केस में जेल गए तो उन्होंने चंपाई को राज्य की जिम्मेदारी दी थी। 31 जनवरी को उन्होंने CM पद संभाला। चंपाई करीब 5 महीने तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे। हेमंत जेल से बाहर आए तो चंपाई ने 3 जुलाई को इस्तीफा दिया था। अगस्त में चंपाई ने एक चिट्ठी के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने CM पद से इस्तीफा लिए जाने के तरीके को आत्मसम्मान पर चोट बताया था। चंपाई सोरेन से BJP को क्या फायदा? चंपाई सोरेन JMM के सीनियर लीडर हैं। झारखंड के कोल्हान इलाके में उन्हें कोल्हान टाइगर कहा जाता है। कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर चंपाई का प्रभाव है। अभी JMM के पास ऐसा कोई नेता नहीं है, जो चंपाई की बराबरी कर सके। BJP चंपाई की मौजूदगी में कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर तो अपनी पकड़ मजब

Dainik Bhaskar सांसद अमृतपाल की याचिका पर HC में आज सुनवाई:केंद्र-पंजाब सरकार को सौंपना है जवाब; NSA की अवधि बढ़ाए जाने को दी चुनौती

खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि बढ़ाए जाने को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। जिसकी सुनवाई आज होने वाली है। अमृतपाल की याचिका में सांसद पर NSA को लगाया जाना गलत बताया गया है। बीती सुनवाई में अदालत ने इस मामले पर केंद्र और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया था। इससे पहले शुरुआत में सरकारी वकील ने अमृतपाल सिंह की याचिका में तकनीकी खामियों की बात उठाई थी। जिसमें अमृतपाल सिंह के घर के पते व माता-पिता की उम्र को गलत बताया था। जिसके बाद अमृतपाल सिंह के वकील ने इसमें संशोधन के लिए समय मांगा था। एक साल से अधिक समय से डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल अमृतपाल सिंह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि एनएसए की अवधि एक साल बढ़ाना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है। वह एक साल से ज्यादा समय से अपने राज्य, रिश्तेदारों और लोगों से दूर हैं। याचिका में कहा है कि उनकी जिंदगी और आजादी को असामान्य और क्रूर तरीके से छीना गया है। निर्दलीय उम्मीदवार ने दी संसद सदस्यता को चुनौती इस बीच अमृतपाल सिंह की संसद सदस्यता को अब चुनौती दी गई है। इसको लेकर खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार रहे विक्रमजीत सिंह ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में 5 बातों का जिक्र किया गया है। दलील दी गई है कि अमृतपाल सिंह ने अपने नामांकन पत्र में कई जानकारियां छिपाई हैं। नामांकन पत्र अधूरा है। फंड, दान, खर्च की जानकारी छिपाई गई है। वोट मांगने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल किया गया है। बिना मंजूरी के चुनाव प्रचार सामग्री छापी गई। चुनाव आयोग से अनुमति लिए बिना सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया। 1.97 लाख वोटों से जीता था अमृतपाल अमृतपाल सिंह अजनाला थाने पर हमला करने समेत 12 एफआईआर में भी आरोपी हैं। जेल में रहते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव जीता है। अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर जिन्ह जीरा को करीब 1.97 लाख वोटों के अंतर से हराया था। खडूर साहिब से जीत के बाद अमृतपाल को शपथ ग्रहण के लिए पैरोल मिली थी।