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Dainik Bhaskar कोल्हापुर में हिट एंड रन केस:ड्यूटी पर जा रहे युवक को कार ने पीछे से उड़ाया, CCTV में रिकॉर्ड हुई पूरी घटना

महाराष्ट्र के कोल्हापुर से हिट एंड रन का मामला सामने आया है। तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रहे युवक को पीछे से टक्कर मारी। पूरी घटना मौके पर लगे CCTV में रिकॉर्ड हो गई। पुलिस का कहना है कि आरोपी कार चालक की तलाश की जा रही है, फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई है। गांधीनगर थाना पुलिस के मुताबिक, घटना 28 अगस्त की रात उचगांव रोड पर घाडगे पाटील इंडस्ट्रीज कंपनी के बाहर की है। पीड़ित का नाम रोहित सखारात हप्पे है। वो कंपनी में नाइट ड्यूटी पर जा रहा था। सीसीटीवी में नजर आ रहा है कि रोहित सड़क किनारे चल रहा है। तभी पीछे से तेज रफ्तार सफेद रंग की कार ने उसे टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रोहित कई फीट तक हवा में उछल गया। उसे दोनों पैरों और सिर में गंभीर चोट आई हैं। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि केस दर्ज किया गया है। आरोपी कार चालक की पहचान की जा रही है। 18 अगस्त: कार टकराने पर कपल ने कैब ड्राइवर को पीटा, केस दर्ज मुंबई में 18 अगस्त की रात करीब 11.20 बजे असल्फा मेट्रो स्टेशन के पास कार टकराने पर विवाद हुआ था। पार्कसाइट थाना पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था। इसमें एक युवक दूसरे युवक को बुरी तरह से पीटता हुआ और उसे उठाकर पटकता हुआ नजर आ रहा था। पुलिस ने आगे बताया कि इस मामले में ओला कैब ड्राइवर कयामुद्दीन अंसारी (24) की 30 अगस्त को केस दर्ज कराया। उसके मुताबिक वो एक यात्री को नवी मुंबई के उल्वे इलाके की ओर जा रहा था। जब वो असल्फा मेट्रो रेल स्टेशन से गुजर रहा था कि तभी पीछे से उसकी कार को ऑडी कार ने टक्कर मारी थी। जब वो कार से बाहर निकला तो ऑडी में सवार कपल ऋषभ चक्रवर्ती (35) और उसकी पत्नी अंतरा घोष (27) ने उसे गाली दीं। ऋषभ ने अंसारी की कार में लगा ओला कैब डिवाइस खींच लिया कपल मौके से भाग गया। अंसारी ने उनकी कार का पीछा किया। घाटकोपर में एक मॉल के ऑडी अंदर जाती नजर आई। उसकी कार भी पीछे ही थी। इसी दौरान अंसारी की कार ऑडी से टकरा गई। इस पर कपल कार से बाहर निकला और ऋषभ ने अंसारी को जोर से थप्पड़ मारा। इसके बाद उसे उठाकर पटक दिया। मारपीट की पूरी घटना मॉल के बाहर लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है। पुलिस ने कहा है कि कपल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्हें अदालत में उपस्थित रहने के लिए नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने यह भी बता

Dainik Bhaskar गिरिराज सिंह को मुक्का मारने की कोशिश:बेगूसराय में जनता दरबार से निकल रहे थे, आप कार्यकर्ता ने किया हमला, बोले- दाढ़ी वालों संग तेजस्वी-अखिलेश

बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मुक्का मारने की कोशिश की गई। दरअसल, शनिवार को बलिया प्रखंड में जनता दरबार का आयोजन किया गया था। इसमें केंद्रीय मंत्री शामिल हुए थे। जनता दरबार से निकलते समय एक युवक ने हमला कर लिया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने केंद्रीय मंत्री को बचा लिया। पुलिस हमलावर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, गिरिराज सिंह ने कहा कि दाढ़ी वालों के लिए तेजस्वी और अखिलेश यादव खड़े हो जाएंगे। सवाल का जवाब नहीं मिलने पर किया हमला बताया जा रहा है कि जनता दरबार खत्म होने के बाद लखमिनियां निवासी वार्ड पार्षद और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शहजादुज्जमा उर्फ सैफी की ओर से कुछ सवाल पूछा गया। चलते-चलते केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आपके द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जबाव दे दिया गया है। इसके बाद सैफी ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने नारेबाजी से मना किया तो गिरिराज सिंह को मुक्के से मारने की कोशिश की। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ उठाता रहूंगा आवाज घटना पर अपनी बात रखते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि हम निकलने लगे, इसके बाद उसने मुर्दाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिया। दुर्भाग्य है कि दाढ़ी होने के कारण तेजस्वी यादव भी उसके साथ खड़े हो जाएंगे, अखिलेश यादव भी वोट के लिए उसके साथ खड़े हो जाएंगे। लेकिन, मैं ऐसी चीजों से नहीं डरता। मैं लखमीनिया, बलिया, बेगूसराय या देश में जो भी साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना चाहेंगे, उसके खिलाफ हमारी आवाज उठती रहेगी। बेगूसराय और बिहार सहित पूरे देश में हिंदुओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसे हम सफल नहीं होने देंगे। यह लोग बांग्लादेश की तरह गलत करने की कोशिश करते हैं। सांप्रदायिक तनाव के पीछे मुसलमान देश में जहां कहीं भी सांप्रदायिक तनाव बिगड़ा है, वह हिंदू से नहीं, मुसलमान की तरफ से बिगड़ा है। तथाकथित आजादी के बाद से एक भी ताजिया पर हिंदुओं ने कभी पत्थर नहीं फेंका। लेकिन, हिंदुओं के हनुमान जयंती, बलिया में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में बाधा डाला गया। इसी तरह से कभी रामनवमी में चाहे नालंदा हो, गोपालगंज हो, बरेली हो या पूरे देश में वे ऐसा काम करते हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियां मुसलमान के वोट पर अपना हक मानते हैं। चाहे राहुल गांधी हो या तेजस्वी यादव हो, चाहे अखिलेश यादव हो, यह उनके आगे खड़े होते हैं। उनको बचाने के लिए ख

Dainik Bhaskar कुकी-जो संगठनों की मणिपुर में अलग प्रशासन की मांग:रैलियां निकालीं; BJP प्रवक्ता का आरोप- जिस घर में मां-बाप थे, कुकी लोगों ने उसमें आग लगाई

कुकी-जो समुदाय के लोगों ने शनिवार को मणिपुर के चुराचांदपुर, कांगपोकपी और टेंग्नौपाल में रैलियां निकालीं। इन संगठनों की मांग है कि मणिपुर में अलग कुकीलैंड बनाया जाए, जो केंद्र शासित प्रदेश हो। इन संगठनों का कहना है कि ने पुडुचेरी की तर्ज पर विधानसभा के साथ एक केंद्र शासित प्रदेश बनाना ही राज्य को जातीय संघर्ष से बाहर निकालने का इकलौता रास्ता है। इधर, पेनियल में BJP प्रवक्ता टी माइकल एल हाओकिप के घर पर आग लगा दी गई। हाओकिप ने X पर वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया है कि यह काम कुकी लोगों का है। हाओकिप ने कहा कि पिछले एक साल के अंदर तीसरी बार उनके घर पर हमला हुआ है। पिछले हफ्ते भी 30 से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने कई राउंड फायरिंग की थी। CM बीरेन के इंटरव्यू और वायरल ऑडियो का विरोध मणिपुर में निकाली गई रैलियों में CM बीरेन सिंह के न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू का विरोध किया गया। PTI को दिए इंटरव्यू में मुख्यमंत्री ने कुकी समूहों की अलग प्रशासन की मांग को खारिज कर दिया है। CM बीरेन ने कहा कि वे राज्य की पहचान को कमजोर नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि वे मैतेई समुदाय से हैं। जिस इलाके में कुकी रहते हैं, उस क्षेत्र के लिए एक विशेष विकास पैकेज देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा बीरेन सिंह के सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो पर भी बवाल मचा है। इस ऑडियो को CM बीरेन सिंह का बताया गया है। ऑडियो में मणिपुर में मई 2023 से जारी हिंसा पर आपत्तिजनक टिप्पणियां सुनाई दे रही हैं। हालांकि, मणिपुर सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री की आवाज होने का झूठा दावा करते हुए ऑडियो क्लिप वायरल किया गया है। ऑडियो टेप छेड़छाड़ की गई है। यह हिंसा से प्रभावित राज्य में शांति पहल को पटरी से उतारने के लिए किया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मई 2023 से जारी हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे गए मणिपुर में 3 मई, 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर हिंसा चल रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हिंसा की अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। ये खबर भी पढ़ें... मणिपुर CM बोले- मैं इस्तीफा क्यों दूं, घोटाला नहीं किया मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अगले छह महीने में राज्य में शांति बहाल करने का दावा किया है। उन्होंने CM

Dainik Bhaskar गोताखोर ने 10 हजार मांगे...जज के पति गंगा में डूबे:उन्नाव में जब तक दोस्त पैसा ट्रांसफर करते बह गए

उन्नाव में जज के पति गंगा में डूब गए। वह दो दोस्तों के साथ नहाने गए थे। घटना के बाद दोस्त ने चिल्लाकर गोताखोर को बुलाया। वह 10 हजार रुपए मांगने लगा। दोस्त हाथ जोड़ता रहा, लेकिन वह पैसा देने की जिद पर अड़ा रहा। कैश नहीं था, इसलिए दोस्त ने 10 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। लेकिन, तब तक जज के पति गंगा में बह गए। पैसे ट्रांसफर हुए तो गोताखोर ने नदी में छलांग लगाई। तलाश की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। जो गंगा में डूबे हैं, उनका नाम आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव है। वह वाराणसी में हेल्थ विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं। पुलिस की टीम गंगा में उनकी तलाश कर रही है। उनकी पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के पुणे में जिला जज हैं। आदित्यवर्धन सिंह के चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार कैडर के सीनियर IAS और मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार के निजी सचिव के रूप में कार्यरत हैं। आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव (45) बांगरमऊ क्षेत्र के कबीरपुर गांव के मूल निवासी हैं। इस समय वह लखनऊ के 16/1435 इंदिरानगर में रहते हैं। शनिवार को वह मोहल्ले के ही अपने दो दोस्तों प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ कार से बांगरमऊ के नानामऊ क्षेत्र गंगा तट पर गंगा स्नान करने पहुंचे। नहाते समय अचानक वह गहरे पानी में समा गए। बहन ऑस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात, चचेरे भाई गोरखनाथ मंदिर सर्किल के CO उनकी बहन गुड़िया आस्ट्रेलिया में हैं। वह वहां उच्च पद पर तैनात हैं। इस समय उनके पिता रमेश चंद और मां शशि प्रभा भी आस्ट्रेलिया में बेटी के पास मौजूद हैं। वह नहर विभाग में JE पद से रिटायर हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही बेटी से मिलने आस्ट्रेलिया गए थे। गांव के परिजनों ने जब उन्हें घटना की सूचना दी, तो माता-पिता बिलख-बिलख कर रोने लगे। फिलहाल माता-पिता आस्ट्रेलिया से भारत आने के लिए रवाना हो चुके हैं। परिवार के ही एक चाचा सेवानिवृत्त शिक्षक सतेंद्र सिंह के बेटे योगेंद्र सिंह नीरज PPS अफसर हैं। वर्तमान में वह गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक हैं। घटना की सूचना मिलते ही नीरज भी गोरखपुर से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। पहले 3 तस्वीरें घटना के समय मौके पर मौजूद प्रदीप तिवारी ने बताया- गहरे पानी में डूबते देख स्थानीय तैराक ने उन्हें बचाने के लिए 10 हजार रुपए की मांग की। मैंने रुपए ट्रांसफर भी कर दिए। लेकिन,

Dainik Bhaskar सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे:माफीनामा हुआ वायरल, लिखा- हुकमनामा मिलते आज ही पहुंचा; पूर्व अकाली मंत्री चीमा भी साथ

श्री अकाल तख्त साहिब पर 5 सिख साहिबों की बैठक के बाद तनखैया घोषित सुखबीर सिंह बादल आज अमृतसर पहुंच गए हैं। पूर्व अकाली मंत्री दलजीत सिंह चीमा, गुलज़ार सिंह रणिके और शरणजीत सिंह ढिल्लों भी साथ हैं। अनुमान है कि श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से आदेश दिए जाने के बाद वे अपना स्पष्टीकरण व माफीनामा लेकर पहुंचे हैं। सुखबीर सिंह बादल श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे। गोल्डन टेंपल से जाने के एक घंटे के भीतर ही सुखबीर बादल का माफीनामा भी वायरल हो गया। जिसमें सुखबीर बादल ने लिखा- 30 अगस्त 2024 को पांच सिख साहिबान की श्री अकाल तख्त साहिब पर हुई एकत्रिता में पास किए गए हुक्मनामे की कॉपी आज 31 अगस्त 2024 को मेरे पास पहुंची है। दास पांच सिख साहिबान की तरफ से पास किए गए हुक्मनामे को गुरु का निमाना सिख होने के नाते गुरु पंथ के चरणों में शीश निवा कर प्रवान करता है। दास आज ही 31 अगस्त 2024 को निजी तौर पर पेश हो कर हुक्मनामे अनुसार गुरु पंथ से दोनों हाथ जोड़ कर निम्रता और हलीमी के साथ क्षमा याचना करता है। दास की माफी को प्रवाण किया जाए। कल, जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष अपना जवाब देने के लिए कहा था, क्योंकि उन्हें तनखैया (धार्मिक कदाचार का दोषी) घोषित किया गया था। सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब में जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के कार्यालय पहुंचे। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में स्टाफ को अपना स्पष्टीकरण सौंपा। इसके बाद वे श्री अकाल तख्त साहिब पर माथा टेकने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करने से साफ मना कर दिया और वापस लौट गए। डॉ. दलजीत ने कहा- सुखबीर बादल के स्पष्टीकरण से वे सहमत पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने और सभी ने अपना लिखित स्पष्टीकरण आज श्री अकाल तख्त साहिब पर सौंपा है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह मौजूद नहीं थे, इसलिए स्पष्टीकरण स्टाफ को सौंपा गया है। अपना स्पष्टीकरण का मेन हिस्सा सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि- दास, श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्म अनुसार आज पेश हो रहे हैं। 2007 से 2014 तक मुख्यमंत्री का सलाहकार व उसके बाद शिक्षा मंत्री रहे हैं। 24 जुलाई को पत्र नंबर 236 जो सुखबीर बादल खुद लेकर श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे थे, वही उनका स्पष्टीकरण भी है। वे उनसे सहमत हैं। फैसले सभी की सहमति से लिए जाते हैं। बिना किसी सवाल जवाब क

Dainik Bhaskar हेमा कमेटी रिपोर्ट पर पहली बार बोले साउथ सुपरस्टार मोहनलाल:कहा- रिपोर्ट जारी करना सरकार का सही फैसला, मैं किसी पावर ग्रुप का हिस्सा नहीं

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों को लेकर हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल ने पहली बार बात की है। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट जारी करना सरकार का सही फैसला था। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि वे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के किसी पावर ग्रुप का हिस्सा नहीं हैं और ना ही उन्हें इंडस्ट्री में इस तरह के ग्रुप बने होने की जानकारी थी। हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मोहनलाल ने 27 अगस्त को मलयालम मूवी-आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) के प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद AMMA की कार्यकारी समिति ने भी इस्तीफा दे दिया था। हम कई मुद्दों का समाधान नहीं कर पाए: मोहनलाल मोहनलाल ने एसोसिएशन के कुछ सदस्यों के खिलाफ सेक्शुअल मिसकंडक्ट और मारपीट के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर गलत काम करने वालों के खिलाफ सबूत हैं तो उन्हें साज दी जानी चाहिए। उन्होंने अपने एसोसिएशन को लेकर कहा कि मलयालम सिनेमा बहुत बड़ी इंडस्ट्री है और यहां हजारों लोग काम करते हैं। मलयालम मूवी-आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) यहां सामने आए कई मुद्दों का समाधान नहीं कर सका। 27 अगस्त को भंग हुई थी AMMA यौन शोषण के आरोपों के बाद मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) को मंगलवार, 27 अगस्त को भंग कर दिया गया था। इससे AMMA के प्रेसिडेंट और साउथ सुपरस्टार मोहनलाल समेत 17 मेंबर्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। एक्टर सिद्दीकी और बाबूराज समेत कईयों पर लगे थे आरोप AMMA के महासचिव और वेटरन मलयालम एक्टर सिद्दीकी और जॉइंट सेक्रेटरी बाबूराज समेत कई मेंबर्स के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकायत की गई थी। इनमें से कई मेंबर्स के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था। एसोसिएशन को भंग करने का फैसला हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद लिया गया। 2019 में किया गया था हेमा कमेटी का गठन दरअसल, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में पिछले कई सालों से महिला कलाकारों के साथ यौन शोषण के आरोप लग रहे थे। इसकी जांच के लिए 2019 में रिटायर्ड जस्टिस हेमा की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। 4 साल बाद 19 अगस्त को हेमा कमेटी ने केरल सरकार को 233 पन्नों की एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कई बड़े कलाकारों द्वारा शोषण किए जाने की बात सामने आई।

Dainik Bhaskar शिवाजी प्रतिमा गिरने पर कांग्रेस का प्रदर्शन:कल PM ने मूर्ति गिरने पर माफी मांगी थी; सिंधुदुर्ग में 26 अगस्त को गिरी थी मूर्ति

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में 26 अगस्त को छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट की प्रतिमा गिरी थी, जिसे लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस ने मुंबई में शुक्रवार (30 अगस्त) को प्रदर्शन किया था। इसे लेकर आज यूथ कांग्रेस मुंबई के जुहू चौपाटी पर प्रदर्शन कर रहा है। शिवाजी की प्रतिमा का 8 महीने पहले पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था। कल पालघर में PM ने मूर्ति गिरने पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा-शिवाजी महाराज मेरे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं। हमारे लिए वे पूजनीय हैं। उनसे सिर झुकाकर माफी मांगता हूं। मोदी से पहले महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी माफी मांग चुके हैं। हालांकि, भाजपा के माफी मांगने के बाद भी विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रहा है। सिंधुदुर्ग पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। इसमें ठाणे के मूर्तिकार जयदीप आप्टे का नाम भी शामिल था। पुलिस ने स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को भी गिरफ्तार किया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। कला निदेशालय के डायरेक्टर बोले- मिट्‌टी का मॉडल दिखाकर परमिशन ली महाराष्ट्र कला निदेशालय के डायरेक्टर राजीव मिश्रा का कहना है कि उन्होंने केवल 6 फीट की मूर्ति लगाने की परमिशन दी थी। इसके लिए मूर्तिकार ने मिट्टी का मॉडल दिखाया था। मंजूरी मिलने के बाद नौसेना ने निदेशालय को यह नहीं बताया कि मूर्ति 35 फीट ऊंची होगी। न ही यह बताया गया कि इसमें स्टील की प्लेटों का इस्तेमाल किया जाएगा। स्टेट PWD ने नौसेना को 2.44 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए थे। नौसेना ने मूर्तिकार और सलाहकार नियुक्त किए और डिजाइन फाइनल होने के बाद इसे निदेशालय को मंजूरी के लिए भेजा गया। बाद में ऊंचाई बढ़ा ली होगी। मिश्रा ने कहा कि अब से कलाकारों और मूर्तिकारों को प्रतिमा स्थापित होने के बाद निदेशालय से अंतिम मंजूरी लेने के लिए कहा जाना चाहिए, न कि केवल मिट्टी के मॉडल के आधार पर। मंजूरी के लिए यह एक शर्त होनी चाहिए। अजित पवार बोले- स्मारक दोबारा बनाएंगे महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार शुक्रवार सुबह मालवण के सिंधुदुर्ग पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देवता हैं और सभी को उनके इतिहास पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में बैठकें की हैं। स्मारक दोबारा बनाया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वे जहां भी भागें, उन्हें ढूंढ़ लिया जाएगा

Dainik Bhaskar दुष्यंत चौटाला के जीजा के DNA टेस्ट के आदेश:महिला बोली- बेटा पैदा कर अपनाने से इनकार किया; कादियान बोले-चुनाव के समय राजनीतिक साजिश

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता देवेंद्र कादियान के DNA टेस्ट का आदेश दिया है। एक महिला ने कादियान के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें महिला ने कहा कि उसके बेटे का पिता देवेंद्र कादियान है। जिसकी सुनवाई में हाईकोर्ट ने 27 अगस्त को यह आदेश जारी किए, जिसकी कॉपी अब सामने आई है। देवेंद्र कादियान पानीपत के रहने वाले हैं। वह प्रदेश के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के जीजा हैं। इस आदेश के बाद न केवल कादियान विधानसभा चुनाव के बीच मुश्किलों में घिर गए हैं बल्कि UP-उत्तराखंड के पूर्व सीएम एनडी तिवारी की तरह विवादों में आ गए हैं। वहीं JJP नेता ने कहा कि वह DNA टेस्ट के लिए तैयार हैं। चुनाव के वक्त फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए रची यह राजनीतिक साजिश और पैसे ऐंठने का मामला है। महिला की याचिका में 5 अहम बातें.. 1. शादी के बाद गुरुग्राम-मुंबई में रहे याचिका में महिला ने कहा कि देवेंद्र ने 16 अप्रैल 2003 को उससे कटरा में शादी की थी। शादी के 1 साल बाद तक वह पति-पत्नी की तरह गुरुग्राम में एक साथ रहे। जिसके बाद वे मुंबई चले गए। जहां वह गर्भवती हो गई। लगातार तनाव और दोनों के बीच झगड़े के चलते उसका गर्भपात भी हो गया। 2. हिसार में बच्चे को जन्म दिया, कादियान ने पीटकर निकाला महिला ने कहा कि 20 जून 2005 को हिसार में उसने उनके घर बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद देवेंद्र कादियान से कहा कि वह अपने माता-पिता को बच्चे के जन्म के बारे में सूचित कर दे। इस पर कादियान ने न केवल इससे इनकार कर दिया, बल्कि उसे गंभीर रूप से पीटा और घर से निकाल दिया। 3. पैतृक घर में रह रही, देवेंद्र दोबारा नहीं मिला महिला ने कहा कि देवेंद्र के घर से निकाले जाने के बाद वह अपने बच्चे के साथ हिसार में पैतृक घर में रहना शुरू कर दिया। यहां से देवेंद्र कादियान ने उससे बचना शुरू कर दिया। दोबारा उससे कभी नहीं मिला। 4. पानीपत के घर में कादियान को पकड़ा महिला ने याचिका में कहा कि अलग होने के बाद उसने देवेंद्र कादियान को पानीपत स्थित उसके आवास पर पकड़ लिया। इसके बाद देवेंद्र फिर से उसके साथ रहने लगा। 5. हमें छोड़कर विदेश गया, शादी को नकारा महिला ने बताया कि 2011 में देवेंद्र ने फिर उसे छोड़ दिया। वह देश से बाहर चला गया। 2014 में वह भारत लौटा। महिला तब अपने बच्चे के साथ अपने पैतृक घर में रह रही थी। इसक

Dainik Bhaskar आबकारी कॉन्स्टेबल भर्ती की दौड़, 2 दिन में 4 मौत:पलामू में 4 दिन में 80 से ज्यादा बेहोश; एक घंटे में 10KM दौड़ना जरूरी

सरकारी नौकरी की चाहत ने पलामू में 4 युवकों की जान ले ली। पलामू में उत्पाद सिपाही (आबकारी कॉन्स्टेबल) की दौड़ में शामिल 4 कैंडिडेट की 2 दिन में मौत हो गई है। ये सभी दौड़ के दौरान बेहोश होकर गिर गए थे। इनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान मौत हुई। अब तक दौड़ते हुए 80 से ज्यादा लोग बेहोश हो गए हैं। गुरुवार को एक कैंडिडेट अमरेश कुमार (19) की मौत हो गई थी। डॉक्टर का कहना है कि कार्डियेक अरेस्ट से उसकी मौत हुई। वहीं 3 युवाओं ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। गर्मी, डी-हाइड्रेशन के कारण मौत की बात कही जा रही है। इधर दौड़ में शामिल अभ्यर्थियों ने इसके लिए हवाई अड्‌डा मैदान के जिम्मेदार बताया है। उनका कहना है कि गर्मी के मौसम में उन्हें अलकतरा वाली पट्‌टी पर दौड़ाया जा रहा है। अगर मिट्‌टी के मैदान में दौड़ाया जाता तो यह स्थिति नहीं होती। दौड़ने के दौरान बेहोश हो गए युवाओं के बेहतर इलाज की व्यवस्था भी नहीं है। लड़कों को एक घंटे में 10 किलोमीटर दौड़ना है, वहीं लड़कियों को 40 मिनट में 5 किलोमीटर दौड़ना है। झारखंड में तकरीबन 44 साल बाद उत्पाद सिपाही के पद के लिए भर्तियां शुरू की है। विभाग में सिपाही पद के लिए योग्यता केवल 10वीं पास है, लेकिन यह नौकरी हासिल करने के लिए मास्टर डिग्रीधारी युवा भी दौड़ में शामिल हैं। JSSC आबकारी कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के माध्यम से उत्पाद सिपाही के 583 पदों पर भर्ती हो रही है। रोज सुबह उठकर दौड़ने जाता था अमरेश बिहार के गया जिले के बड़ेला थाना का रहने वाला 19 साल का अमरेश उत्पाद सिपाही की नियुक्ति की दौड़ में शामिल हुआ था। दौड़ने के दौरान वह बेहोश होकर गिरा तो उसकी सांस ही उखड़ गई। अमरेश के मौत के साथ ही उसके परिवार के कई सपने भी टूट गए। उसके घर वाले बताते हैं कि चार भाइयों में सबसे छोटा अमरेश काफी होनहार था। इंटर पास करने के बाद से ही पिछले दो साल से वह सरकारी नौकरी की तैयारी में लगा हुआ था। रोज सुबह उठकर दौड़ की प्रैक्टिस गांव के मैदान में करता था। अग्निवीर और अन्य नियुक्तियों में लगातार दौड़कर नौकरी लेने के प्रयास में लगा था। पिता धनंजय यादव खेती करते हैं। अमरेश घर की आर्थिक स्थिति सुधारना चाहता था अमरेश के घर की माली हालत ठीक नहीं है। उसके दो भाई बाहर मजदूरी करते हैं और एक भाई ऑटो चलाता है। अमरेश की मौत की खबर उसके घर वालों को गया के परहिया थाना के मा

Dainik Bhaskar अटक सकती है कंगना की फिल्म इमरजेंसी:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी, SGPC ने भेजा था नोटिस

भाजपा सांसद व ऐक्ट्रैस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक सकती है। दरअसल, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट ही जारी नहीं किया गया। जबकि फिल्म को रिलीज करने के लिए मात्र 6 दिन ही शेष बचे हैं। फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट में हुई। एडवोकेट ईमान सिंह खारा का कहना है कि कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था और कुछ सदस्यों ने अपनी रिट याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। कंगना की फिल्म का प्रमोशन रोक दिया गया है, ये तो 6 सितंबर को ही पता चलेगा। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना का दावा, सेंसर वालों को आ रहीं धमकियां फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोके जाने पर कंगना रनोट ने अपना एक वीडियो भी बीते दिन जारी किया था। जिस पर कंगना ने दावा किया है कि सेंसर वालों को धमकियां आ रही हैं, जिसके चलते फिल्म की रिलीज को रोका गया है। वीडियो में कंगना ने कहा- कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। इट इज नॉट ट्रू (ये

Dainik Bhaskar अजित पवार बोले- NCP नेता भी गलत बोल देते हैं:शिवसेना नेता ने कहा था- कैबिनेट में अजित के बगल में बैठने से उल्टी आती है

महाराष्ट्र में NCP के भाजपा के साथ अलयांस करने पर भाजपा-शिवसेना नेताओं ने सवाल उठाए थे, जिसका डिप्टी CM अजित पवार ने जवाब दिया है। अजित पवार ने शनिवार (31 अगस्त) सुबह नागपुर दौरे के दौरान कहा- मुझे आलोचना से फर्क नहीं पड़ता। अगर किसी ने कुछ कहा है, तो मैं उसपर कमेंट नहीं करना चाहता। मुझे ऐसे बयानों से फर्क नहीं पड़ता। मैं काम पर ध्यान देता हूं। भाजपा के साथ अलायंस को लेकर हमने PM मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की थी। अगर कोई अलायंस को लेकर कुछ गलत बोलता है तो हमारी पार्टी के नेता भी गलत बोल सकते हैं। दरअसल, शुक्रवार को शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा था कि कैबिनेट में अजित पवार के बगल में बैठकर मुझे उल्टी आती है। NCP के साथ हमारी कभी नहीं बनी। इसके अलावा भाजपा प्रवक्ता गणेश हाके ने भी कहा था कि NCP को गठबंधन तोड़ देना चाहिए। इन्हीं दोनों बयानों पर जवाब देने के बाद अजित बताया कि अलायंस में सबकुछ ठीक चल रहा है। विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर पहले दौर की चर्चा भी हो चुकी है। हम दूसरी बार फिर बैठेंगे और तय करेंगे कि 288 सीटों में से किसे कौन सी सीट मिलेगी। NCP शरद गुट ने कहा- महायुति को अब NCP की जरूरत नहीं एनसीपी (SP) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा- 'सावंत की टिप्पणी से पता चलता है कि महायुति (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट, NCP) को अब NCP की जरूरत नहीं है। RSS के मुखपत्र ने भाजपा से पूछा था कि उन्होंने अजित पवार के साथ गठबंधन क्यों किया। भाजपा कैडर भी यही सवाल पूछ रहा है।' उन्होंने कहा कि BJP के लिए NCP को महायुति से बाहर करने का समय आ गया है। अजित पवार के लिए अब जागने और हालात को समझने का समय आ गया है। BJP धीरे-धीरे अजित पवार को महायुति से बाहर निकाल देगी। सब कुछ ठीक नहीं है और दरारें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। NCP अजित गुट ने कहा- तानाजी सावंत को कैबिनेट से बर्खास्त किया जाए तानाजी के बयान पर एनसीपी (अजित) के प्रवक्ता उमेश पाटिल ने तानाजी सावंत के बर्खास्त किए जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा- महायुति के मंत्रिमंडल में या तो तानाजी बने रहें या NCP। अगर, तानाजी को बर्खास्त नहीं किया जाता है, तो हमें महायुति मंत्रिमंडल से हट जाना चाहिए। मैं अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार और हमारे सभी वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध करता हू

Dainik Bhaskar जस्टिस हिमा फेयरवेल पर बोलीं-मेरी जगह महिला जज अपॉइंट हो:CJI बोले- सीनियर एडवोकेट महिलाओं को अवसर दें

सुप्रीम कोर्ट की 8वीं महिला जज जस्टिस हिमा कोहली का शुक्रवार को कोर्ट में आखिरी वर्किंग डे था। फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने CJI डीवाई ​​​​​​चंद्रचूड़ से अनुरोध किया कि रिटायरमेंट के बाद उनकी जगह पर किसी महिला जज की नियुक्ति की जाए। CJI चंद्रचूड़ ने कहा- सीनियर एडवोकेट्स को अधिक महिला वकीलों को ट्रेनिंग देनी चाहिए और उनकी भर्ती करनी चाहिए। एक बार जब कानूनी पेशे में समान अवसर मिलेंगे, तो जस्टिस कोहली की तरह अधिक महिलाएं वकील बनेंगी। सुप्रीम कोर्ट में तीन साल तक सेवा देने के बाद जस्टिस कोहली 1 सितंबर को रिटायर होने वाली है। जस्टिस कोहली 40 सालों तक कानून के पेशे में रहीं। उन्होंने 22 साल वकील और 18 साल बतौर जज काम किया। वो 31 अगस्त 2021 से सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर कार्यरत थीं। CJI ने कहा- हिमा महिलाओं के अधिकारों की एक प्रबल रक्षक CJI चंद्रचूड़ ने जस्टिस कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि हिमा न सिर्फ एक महिला जज हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों की एक प्रबल रक्षक भी हैं। जस्टिस कोहली के साथ बैठना बेहद खुशी की बात है। हमने बहुत गंभीर विचारों पर बातचीत और चर्चा की है। कई बार ऐसा हुआ है जब उन्होंने मेरा समर्थन किया। कपिल सिब्बल बोले- बड़े केस लड़ने के बाद भी महिलाओं को मौके नहीं मिल रहे जस्टिस हिमा कोहली के फेयरवेल सेरेमनी में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) चीफ और सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने अनुरोध किया कि महिलाओं को न्यायपालिकों में उचित स्थान देना चाहिए। उन्होंने CJI से कहा कि लॉ फर्म्स में बड़े केस लड़ने के बाद भी महिला वकीलों को मौका नहीं मिल रहा है। ऐसी प्रतिभावान महिलाओं को हाई कोर्ट जज के तौर पर नियुक्त किया जाना चाहिए। अगर महिलाएं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बन सकती हैं तो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जज भी बन सकती है। CJI ने कपिल सिब्बल की बातों को सहमति दी। कौन है जस्टिस हिमा कोहली जस्टिस हिमा कोहली ने 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से लॉ की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट में जज रहे सुनंदा भंडारे, वाईके सभरवाल और विजेंद्र जैन से ट्रेनिंग ली थी। जस्टिस कोहली 2006 में दिल्ली हाईकोर्ट की एडिशनल जज बनीं। 2007 में स्थायी जज बन गईं। इसके बाद वो 7 जनवरी 2021 को तेलंगाना हाई कोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं। CJI एनवी रमना ने 31 अगस्त 2021 क

Dainik Bhaskar नाबालिग ने कार से युवक को 10मीटर तक घसीटा, मौत:कार में बहन-चाचा सवार थे; पुलिस बोली- ये हिट एंड रन केस नहीं

भोपाल में तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। बाइक को 10 मीटर तक घसीटते भी ले गया। कार 17 साल का लड़का चला रहा था। वह 11वीं का स्टूडेंट है। उसके साथ कार में चाचा और बहन समेत चार लोग थे। घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे गोविंदापुरा थाना क्षेत्र में शांति निकेतन के पास की है। पुलिस ने कार चला रहे नाबालिग के खिलाफ सामान्य एक्सीडेंट का केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद नाबालिग और उसके साथी घटनास्थल से गाड़ी लेकर नहीं भागे हैं, इसलिए हिट एंड रन की एफआईआर नहीं की है। गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया, रात में अन्ना नगर का रहने वाला राकेश (20) चेतक ब्रिज से शांति निकेतन की तरफ जा रहा था, तभी सुभाष नगर से चेतक ब्रिज की ओर जाने वाली रोड पर तेज रफ्तार कार ने राकेश की बाइक को टक्कर मार दी। कार की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि हादसे के बाद 10 मीटर आगे जाकर रुकी। बाइक सवार के सिर और चेहरे में गंभीर चोट लगी थी। उसे पास के सिटी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। रिश्तेदार के घर से लौट रहा था नाबालिग पुलिस के मुताबिक घटना के समय कार को 17 साल लड़का चला रहा था। वह साकेत नगर में रहता है। पिता किराना व्यापारी हैं। कार में नाबालिग के चाचा और छोटी बहन सहित दो अन्य लोग सवार थे। सभी किसी रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे। हादसे से गुस्साई भीड़ ने कार सवारों को बेरहमी से पीटा। लड़की को छोड़ दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने उपद्रवियों से बचाते हुए कार सवारों को भीड़ के बीच से निकाला। इसके बाद उन्हें गोविंदपुरा पुलिस थाना ले गए। यहां नाबालिग ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। शुरुआती जांच में नहीं मिले नशे में होने के सबूत गोविंदपुर थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया, कार चला रहे नाबालिग की मेडिकल जांच कराई गई है। शुरुआती जांच में नशे में होने के प्रमाण नहीं मिले हैं। इसके साथ ही ब्लड का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, ताकि घटना के दौरान नशे में होने या नहीं होने की पुष्टि साइंटिफिक तरीके से हो सके। आरोपी के खिलाफ हिट एंड रन का केस दर्ज किया गया है। शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, राकेश होटल में काम करता था। घटना के बाद अस्पताल में तोड़फोड़ राकेश की मौत के

Dainik Bhaskar कंगना बोलीं- मेरी फिल्म इमरजेंसी पर रोक:6 सितंबर को रिलीज होनी थी; एक्ट्रेस बोलीं- सर्टिफिकेट नहीं मिला, सेंसर बोर्ड वालों को धमकियां मिल रहीं

कंगना रनोट ने बताया कि उनकी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर रोक लगा दी गई है। CBFC (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) ने फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन बाद में सर्टिफिकेशन पर रोक लगा दी गई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जान से मारने की बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकियां मिल रही हैं। हम पर यह प्रेशर है कि इंदिरा गांधी की हत्या न दिखाएं, भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे न दिखाएं। मुझे नहीं पता कि फिर क्या दिखाएं। पता नहीं क्या हुआ कि अचानक से फिल्म को ब्लैक आउट कर दिया गया। इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। देश में जो हालात हैं, उसे देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है। कंगना ने x पर ये वीडियो पोस्ट किया कंगना ने भास्कर इंटरव्यू में कहा था- किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुए भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनोट ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा था-पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वरना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। इसी के बाद से उनके खिलाफ पंजाब में आक्रोश फैल गया था। सिख समुदाय के लोगों का आरोप- फिल्म में उनकी छवि गलत दिखाई गई फिल्म इमरजेंसी रिलीज के पहले ही विवादों से घिर गई है। सिख समुदाय के लोगों का आरोप है कि फिल्म में उनके समुदाय के लोगों की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है। MP की जबलपुर सिख संगत ने शुक्रवार को जबलपुर में कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। यहां कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की गई। रॉबर्ट वाड्रा बोले- कंगना संसद में रहने लायक नहीं हैं कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कंगना के किसानों आंदोलन के दौरान रेप वाले बयान की निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे शख्स को संसद में बैठने की परमिशन नहीं मिलनी चाहिए। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'वे (कंगना) महिला हैं। मैं उनकी इज्जत करता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि वे संसद में रहने के लायक नहीं हैं। वे शिक्षित नहीं हैं। मुझे लगता है कि वे लोगों के बारे में नहीं सोचती हैं। वे केवल अपने बारे में सोचती हैं। उन्हें महिलाओं के बारे में सोचना चाहिए। मेरी अपील है कि पूरे देश को एक

Dainik Bhaskar भारत मंडपम में आज से जिला अदालतों की नेशनल कॉन्फ्रेंस:PM मोदी उद्घाटन करेंगे; राष्ट्रपति 1 अगस्त को समापन कार्यक्रम पर भाषण देंगी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 अगस्त को सुबह 10 बजे दिल्ली के भारत मंडपम में जिला अदालतों की नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे। सुप्रीम कोर्ट दो दिनों तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर रहा है। PM सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में डाक टिकट और सिक्का जारी करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल होंगे। इनके अलावा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़, सुप्रीम कोर्ट के अन्य जस्टिस, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चीफ भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करेंगे। सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जिला अदालतों से 800 से ज्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे। 1 अगस्त को कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भाषण होगा। वह सुप्रीम कोर्ट के ध्वज और प्रतीक चिह्न का भी अनावरण करेंगी। अदालतों के इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित कई विषयों पर होगी चर्चा सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, दो दिनों तक चलने वाले कॉन्फ्रेंस में 5 सत्र आयोजित किए जाएंगे। सम्मेलन के पहले दिन अदालतों के इंफ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधन को बढ़ाने के तरीकों की खोज पर चर्चा होगी। जजों की सुरक्षा और कल्याणकारी पहलुओं पर भी विचार-विमर्श होगा। ​कार्यक्रम के​​​​​ दूसरे दिन केस हैंडलिंग और लंबित मामलों में कमी के लिए रणनीतियों पर चर्चा होगी। इसके लिए केस मैनेजमेंट पर एक सत्र आयोजित किया जाएगा। साथ ही जजों के लिए न्यायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। CJI बोले- रिटायर होते ही पॉलिटिक्स जॉइन न करें जज देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ से 7 अगस्त को दैनिक भास्कर से खास बातचीत की थी। इसमें उन्होंने कहा, 'किसी जज को राजनीति में जाने से पहले पर्याप्त समय (गैप) देना चाहिए। पॉलिटिक्स जॉइन करनी चाहिए या नहीं, यह अलग मामला है। यह बहस का मुद्दा है, लेकिन अगर राजनीति में जाना चाहें तो कूलिंग ऑफ ​पीरियड जरूरी है। मैं समझता हूं कि एक बार आप जज नियु​क्त हो जाते हैं, तो उम्रभर जज रहते हैं। चाहे आप कोर्ट में काम कर रहे हों, चाहे आप रिटायर हों। सामान्य नागरिक आपको देखता है, तो ये