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Dainik Bhaskar नोएडा में 10वीं फेल फर्जी IAS गिरफ्तार:यूपी कॉप एप से निकालता था FIR लिस्ट, कोर्ट से सजा पाने वालों से करता था ठगी

नोएडा से 10वीं फेल फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया गया। आरोपी 7 साल से कम सजा पाने वाले लोगों की यूपी कॉप एप से डिटेल निकालता था। इसके बाद उन्हें एसपी और डीएम बनकर फोन करता था। केस से बचाने का झांसा देता था। इसके बदले में उनसे रुपए की डिमांड करता था। रकम मिलने के बाद फोन बंद कर देता था। नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी आईएएस को मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के बारी से पकड़ा। उसकी पहचान धीरेंद्र यादव के रूप में हुई है। वह 10वीं फेल है। जिससे पूछताछ की जा रही है। यूपी कॉप एप से निकालता था FIR की डिटेल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया, कई दिनों से नोएडा पुलिस को फेक कॉल करके ठगी की शिकायतें मिल रही थीं। नोएडा के थाना फेज-1 में दर्ज एक मुकदमे की जांच करने पर पता चला कि यूपी कॉप एप से डिटेल निकालने के बाद लोगों को फोन कर उनके साथ फ्रॉड किया जा रहा है। ऐसे लोगों को टारगेट किया जाता है, जिन्हें मारपीट,अपहरण जैसे मामलों में सजा हुई हो। जांच करने पर धीरेंद्र यादव के बारे में पता चला। धीरेंद्र यादव ने पुलिस को बताया, वह यूपी कॉप की वेबसाइट से एफआईआर पढ़ने के बाद लोगों को डीएम और एसपी बनकर फोन करता था। उन्हें मुकदमे से बचाने का लालच देकर रुपए की डिमांड करता था। क्यूआर कोड से मंगाता था रुपए वह लेनदेन के लिए एक क्यूआर कोड भेजता था। अगर पीड़ित पैसे देने से मना करता था तो उनकी फाइल खोलने की धमकी देता था। रुपए मिलते ही फोन बंद कर देता था। उसने ठगी के लिए 6-7 लोगों का एक गैंग भी बना रखा था, जिसका वह खुद मास्टरमाइंड था। 3 से 5 हजार रुपए तक ट्रांसफर कराता था धीरेंद्र यादव ने बताया, उसके गांव के करीब 7 से 8 लड़के ठगी का काम करते हैं। वे सभी सुबह के समय जंगल में चले जाते हैं। वहां पर बैठकर यूपी कॉप एप से लोगों की एफआईआर निकालते हैं। यूपी कॉप एप से ही टाइटल को देखकर यह जानकारी करते हैं कि किस प्रकार का मुकदमा किन धाराओं में लिखा गया है। जांच अधिकारी का भी नाम पता कर लेते हैं। इसके बाद अपना टारगेट फिक्स करते हैं। फोन करके पीड़ित से करीब 3,000 से 5,000 रुपए मांगते है। फर्जी सिम से करते थे फोन, 20 प्रतिशत मिलता था कमीशन धीरेंद्र यादव ने बताया, जिस सिम से कॉल की जाती है। उस सिम के धारक का नाम पता फर्जी रहता है। ये सिम गांव के ही पुष्पेन्द्र यादव से लेते थे। हर ट्रांजेक्शन में पुष्पेन्द्र का ही अकाउंट

Dainik Bhaskar इंपैक्ट फीचर:नक्सलवाद से खेल का हब बनने तक बस्तर की विकास यात्रा में साय की अहम भूमिका

छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र, जो कभी अपने पौराणिक महत्व और नक्सलवाद के लिए प्रसिद्ध था, अब विकास की ओर बढ़ रहा है। इस परिवर्तन का श्रेय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को जाता है, जिन्होंने बस्तर को शांति और समृद्धि की राह पर लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बस्तर, जहां रामायण काल में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने 13 साल बिताए थे, अब एक और ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बन रहा है। कभी नक्सलवाद से जूझने वाला यह क्षेत्र अब खेल, विशेष रूप से फुटबॉल के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहा है। नारायणपुर जिले में फुटबॉल पिच का निर्माण नारायणपुर जिले में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने एक नई फुटबॉल पिच का निर्माण किया, जिसने हाल ही में दो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की सफलतापूर्वक मेजबानी की। मुख्यमंत्री साय ने इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता बनाई, क्योंकि वे मानते हैं कि खेल से न केवल क्षेत्र का विकास हो सकता है, बल्कि सामाजिक सुधार भी संभव है। उनके नेतृत्व में, AIFF और छत्तीसगढ़ फुटबॉल संघ ने बस्तर में अंडर-20 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप आयोजित करने का निर्णय लिया। इसका उद्देश्य बस्तर को खेल का केंद्र बनाना और इसकी सकारात्मक छवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना है। देश के लिए उदाहरण बनेगा AIFF के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि बस्तर का यह बदलाव देश के लिए एक उदाहरण बनेगा कि कैसे फुटबॉल के माध्यम से समाज और अर्थव्यवस्था में सुधार किया जा सकता है। प्रशासनिक प्रोत्साहन के साथ, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बस्तर के नारायणपुर जिले की क्षमता को पहचानते हुए इसे कई प्रतिष्ठित फुटबॉल टूर्नामेंटों के आयोजन स्थल के रूप में चुना है- यह निर्णय विश्वास और परिवर्तन दोनों का प्रतीक है। खेल का नया अध्याय लिखा जा रहा मुख्यमंत्री साय की दूरदर्शिता और उनकी मेहनत से बस्तर में अब नक्सलवाद की जगह खेल का नया अध्याय लिखा जा रहा है। यह पहल बस्तर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और दिखाती है कि सही नेतृत्व से किसी भी क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। बस्तर अब छत्तीसगढ़ का गौरव बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

Dainik Bhaskar सुप्रीम कोर्ट बोला-देशभर में लागू होगी BNS की धारा 479:जो विचाराधीन कैदी सजा का एक-तिहाई वक्त हिरासत में काट चुका, उसे जमानत दें

केंद्र सरकार ने शुक्रवार (23 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 (BNS) की धारा 479 को 1 जुलाई से पहले दर्ज किए गए सभी विचाराधीन मामलों में लागू किया जाएगा। जस्टिस हिमा कोहली और संदीप मेहता की बेंच ने देशभर के जेल अधीक्षकों से कहा- वे धारा 479 में दी गई हिरासत की अवधि का एक तिहाई समय पूरा कर चुके कैदियों के आवेदनों पर कार्रवाई करें। इसे 3 महीने के अंदर निपटाएं। सुप्रीम कोर्ट ने देश की जेलों में भीड़भाड़ से निपटने के लिए अक्टूबर 2021 में नजर बनाए हुए है। इस मामले पर खुद ही एक्शन लेते हुए इस मामले पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा था। एमिकस क्यूरी ने कहा था- जेलों में भीड़ कम करने में मदद मिलेगी पिछली सुनवाई में सीनियर एडवोकेट और एमिकस क्यूरी (कोर्ट की तरफ से नियुक्त किए गए वकील) गौरव अग्रवाल ने धारा 479 के तहत विचाराधीन कैदियों को हिरासत में रखने की अधिकतम अवधि से जुड़े प्रावधान पर कोर्ट का ध्यान खींचा था। उन्होंने कहा था कि धारा 479 में प्रावधान है कि यदि कोई व्यक्ति, किसी विशेष कानून के तहत किसी अपराध के लिए तय सजा का एक तिहाई वक्त हिरासत में रह चुका है, तो उसे कोर्ट जमानत पर रिहा करे। उन्होंने कहा कि इसे जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए। गौरव अग्रवाल ने कहा था कि इससे जेलों में भीड़ कम करने में मदद मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट का ई-प्रिजन मॉड्यूल की जरूरत पर जोर मामले में न्यायमित्र (एमिकस क्यूरे) के तौर पर काम कर रहे सीनियर वकील विजय हंसारिया ने कैदियों में लॉ अवेयरनेस की कमी का हवाला देते हुए कहा कि दोषियों को बताया नहीं जाता कि वे कानूनी सेवा प्राधिकरण के जरिए अपीलीय अदालतों में जाकर अपने मामले से जुड़ी कमियों को दूर करवा सकते हैं और सजा से बच सकते है। हंसरिया के तर्क पर कोर्ट ने देश में यूनिफॉर्म ई- प्रिजन मॉड्यूल की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि ई प्रिजन मॉड्यूल इस तरह की समस्याओं को आसानी से निपटाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने ओपन जेल का सुझाव दिया था इसी मामले को लेकर 9 मई को कोर्ट ने कहा था कि ओपन या सेमी ओपन जेल कैदियों को दिनभर जेल परिसर से बाहर काम करने और शाम वापस जेल में लौटने का ऑप्शन देती है। ओपन जेल कैदियों को समाज में घुलने-मिलने और उनके साइकोलॉजिकल प्रेशर को कम करने में भी मदद करेगी। साथ ही कैदियों की आजीविका में भी सुधार

Dainik Bhaskar हरियाणा जज पेपर लीक में दिल्ली अदालत का फैसला:हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार समेत दो को 5-5 साल की कैद, कांग्रेस नेता सहित छह बरी

हरियाणा में जज पेपर लीक मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार (रिक्रूटमेंट) बलविंदर शर्मा के साथ उनकी महिला मित्र सुनीता को दोषी करार देते हुए पांच-पांच साल की सजा सुनाई है। साथ ही अदालत ने पेपर लीक मामले में चंडीगढ़ के कांग्रेस नेता सुनील चोपड़ा समेत 6 अन्य को सबूतों के अभाव बरी कर दिया। वहीं, एक अन्य आरोपी महिला सुशीला को दोषी करार दिया गया, लेकिन उसकी सजा अंडरगोन कर दी गई। बता दें कि साल 2017 में 107 जजों की भर्ती के पेपर लीक मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर चंडीगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले को दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया था। डेढ़ करोड़ में हुई थी नियुक्ति की बात आरोप के मुताबिक पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पंचकूला जिले की पिंजौर निवासी सुमन ने कहा था कि उसने एचसीएस ज्यूडिशियल के लिए आवेदन किया था। परीक्षा की तैयारी के लिए एक कोचिंग सेंटर भी जॉइन किया। इस दौरान उसकी दोस्ती सुशीला नामक लड़की से हो गई। उसने गलती से याची को एक ऐसी ऑडियो क्लिप भेज दी, जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। जोर देकर पूछने पर पेपर लीक होने की बात पता चली। सुशीला ने याचिकाकर्ता को छह सवाल भी बताए जो परीक्षा में आए। सुमन ने अपने पति को इसकी जानकारी दी और उसने मामले की शिकायत पुलिस और हाईकोर्ट को एडमिनिस्ट्रेटिव साइट पर दी। इसके बाद रजिस्ट्रार विजिलेंस ने मामले की प्रारंभिक जांच की थी। एसआईटी को सौंपी गई थी जांच रजिस्ट्रार विजिलेंस ने रिपोर्ट में रजिस्ट्रार रिक्रूटमेंट डॉ. बलविंदर शर्मा और आरोपी सुनीता के बीच कनेक्शन का खुलासा किया। रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले एक वर्ष के दौरान दोनों के बीच 730 बार फोन पर व एसएमएस से बात हुई। कमेटी की सिफारिश पर सामान्य वर्ग की टॉपर सुनीता, आरक्षित वर्ग की टॉपर सुशीला व रजिस्ट्रार रिक्रूटमेंट डॉ बलविंदर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में NC-कांग्रेस की पहली लिस्ट आज संभावित:नेशनल कॉन्फ्रेंस के 17 और कांग्रेस के 10 कैंडिडेट के नामों की घोषणा हो सकती है

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के कैंडिडेट्स की आज (23 अगस्त) पहली लिस्ट जारी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में नेशनल कॉफ्रेंस के 13 से 17 और कांग्रेस के 7 से 10 कैंडिडेट के नामों की घोषणा हो सकती है। नेशनल कॉफ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी 90 सीटों पर दोनों दल एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। NC उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा- ज्यादातर सीटों पर गठबंधन फाइनल हो चुका है, जबकि कुछ सीटों पर सहमति बननी बाकी है। दोनों ही पार्टी कुछ सीटों पर अड़ी है। सीटों के बंटवारे को लेकर आज अंतिम दौर की बैठक होगी। राहुल बोले- गठबंधन तभी होगा जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इज्जत मिलेगी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी 21 अगस्त की शाम श्रीनगर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने कश्मीर में 12 सीटें मांगी हैं। राहुल गांधी ने गुरुवार को कार्यकर्ताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर चुनाव में गठबंधन तभी होगा जब कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को इज्जत मिलेगी। लोकसभा चुनाव में हमने पीएम मोदी का कॉन्फिडेंस तोड़ दिया है। अब उनकी छाती 56 इंच की नहीं रही। वे कंधे झुकाकर चलते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर हम जम्मू-कश्मीर चुनाव जीतेंगे तो सारा हिंदुस्तान हमारे कब्जे में आएगा। जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा सीटें जम्मू-कश्मीर परिसीमन आयोग ने 5 मई 2022 को अपनी रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा सीटें और 5 संसदीय सीटें यानी लोकसभा सीटें होंगी। डिवीजन की नजर से देखें तो जम्मू डिवीजन में 6 सीटें बढ़ाकर 43 विधानसभा सीटें की गई हैं और कश्मीर घाटी में 1 सीट जोड़कर 47 सीटें बनाईं गईं। जम्मू डिवीजन के सांबा जिले में रामगढ़, कठुआ में जसरोता, राजौरी में थन्नामंडी, किश्तवाड़ में पड्डेर-नागसेनी, डोडा में डोडा पश्चिम और उधमपुर में रामनगर सीट जोड़ी गईं। वहीं, कश्मीर घाटी में कुपवाड़ा जिले में त्रेहगाम नई सीट शामिल की गई। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की 5 सीटें बनाईं गईं, जो बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौ

Dainik Bhaskar हिमाचल में बनी दवाओं के 21 सैंपल फेल:ड्रग विभाग ने उद्योगों को दिया नोटिस; दवाओं को भी बाजार से मंगाया वापस

हिमाचल प्रदेश में बनी उच्च रक्तचाप व मधुमेह की दवाओं के 21 सैंपल फेल हो गए हैं। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन CDSCO ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। देश भर में दवाओं के कुल 70 सैंपल फेल हुए हैं। दवाओं के साथ एक शैंपू का भी सैंपल फेल हुआ है। दवाओं के उस बैच के स्टॉक को भी बाजार से रिकॉल कर लिया है। राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि उन सभी दवा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन कंपनियों की दवाइयां फेल बोनसाई फार्मा किशनपुरा बीबीएन की फंगोबी कैप्सूल का बैच. MAR -24154 व पैंटोप्राजोल का बैच. FEB 24144, हिग्गज हेल्थकेयर भटोलीकलां बद्दी की कंपाउंड सोडियम लेकटेट इंजैक्शन का बैच. F 31823, अल्ट्रा ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड काठा बद्दी की इट्राकॉनाजोल कैप्सूल का बैच नम्बर UC- 23240ए, जेपी इंडस्ट्रीज भूड बद्दी की कार्बामेजेपिन ई एक्सटेंडिड रीलीज टैबलेट आईपी 200 एमजी का बैच नम्बर TCRN -004। ब्रॉड इंजैक्टेबल्ज टाहलीवाल जिला ऊना का कामैड- सीएम का बैच नम्बर DBIS-8889बी, एम सी फार्मास्यूटिकल पांवटा साहिब की अजिथ्रोमाइसिन 500 का बैच नम्बर एनजैडवाईएमटी-223 एवं एनजैडकेटी-013, यूनिग्रो फार्मास्यूटिकल काठा बद्दी की सैमरी-ओजैड का बैच नम्बर UGT23J14A, लाइफ विजन हैल्थ केयर झाड़माजरी की सिनेटिविट कैप्सूल का बैच नम्बर एलएसजी -2890 सैंपल फेल हुआ है। इसके अलावा मार्टिन एंड ब्राऊन बायो साइंसिज प्राइवेट लिमिटेड बद्दी की पैंटोप्राजोल का बैच नम्बर MT23कK36 एवं रेबेप्राजोल का बैच नम्बर एमटी-24बी23 व एमटी24बी 26, माइक्रो फाॅर्मूलेशन चम्बाघाट सोलन की जालमोक्सी सीवी 625 का बैच नम्बर एमआईसीटैब 1602, इलविस केयर प्राइवेट लिमिटेड साई रोड बद्दी की स्टॉपमस्ट इंजैक्शन का बैच नम्बर केईआई-110 सी, आरगे हैल्थ केयर परवाणू की पैटोप्राजोल फॉर इंजैक्शन का बैच नम्बर पीएनडीए4सी22ए। अल्ट्रा ड्रग्ज फॉर्मूलेशन मनकपुर लोदीमाजरा बद्दी की टी क्यूफ एक्सपैक्टोरेंट कफ सिरप का बैच नम्बर UG2184145C, अल्वेंटा फार्मा किशनपुरा बद्दी की सिलेडर-10 का बैच नम्बर AGT 30720, आईबीएन हर्बल्ज जुड्डी कलां बद्दी की बायोगलिप 1 बीईएल 23021, विंगज बायोटैक एलएलपी एचपीएसआईडीसी बद्दी की सिप्रोफ्लोक्सिन हाईड्रोक्लोराइड 500 एमजी का बैच नम्बर सीपीएक्सटी 1016 व हिमालयन वैलनैस कंपनी गुरुमाजरा बद्दी का न्यू इम्प्रूव्ड जैंटल डेयली के

Dainik Bhaskar हेडमास्टर ने चौथी क्लास की छात्रा को बैडटच किया:मेरठ में नाखून काटने के बहाने छेड़छाड़ की; टेबल के नीचे छिपे आरोपी को ग्रामीणों ने खींचकर पीटा

मेरठ में सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने छात्रा को बैड टच किया। चौथी क्लास में पढ़ने वाली मासूम किसी तरह हाथ छुड़ाकर रोते हुए कमरे से बाहर आई। सूचना पर बच्ची के घरवाले और ग्रामीण स्कूल पहुंच गए। हेडमास्टर को पीटने लगे। जान बचाने के लिए वह टेबल के नीचे घुस गया। गुस्साए लोगों ने खींचकर उसे बाहर निकाला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह उसे बचाकर गिरफ्तार किया और थाने ले गई। शिक्षा विभाग ने आरोपी को सस्पेंड कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पूरी घटना मवाना में शुक्रवार की है। नाखून काटने के बहाने उठाई सलवार पीड़ित बच्ची की मां ने आरोपी हेडमास्टर जमाल कामिल के खिलाफ मवाना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट में कहा- मेरी 11 साल की बेटी कक्षा 4 में पढ़ती है। वह शुक्रवार को स्कूल गई थी। हेडमास्टर बच्चों के नाखून चेक कर रहा था। जिन बच्चों के नाखून बढ़े थे उन्हें डांट लगाई और खुद नेलकटर से बच्चों के नाखून काटने लगा। मां ने बताया- जब उनकी बेटी की बारी आई तो आरोपी बच्ची को अपने कमरे में ले गया। कुर्सी पर बैठाकर बच्ची के पैर के नाखून काटने लगा और बच्ची को बैड टच किया। हाथ छुड़ाकर बच्ची रोते हुए बाहर आ गई। बच्चों ने स्कूल के पास से गुजर रहे बच्ची के चाचा को सारी बातें बताई। उन्होंने फोन कर हम लोगों को सूचना दी। हमारे साथ गांव के लोग भी स्कूल पहुंचे। बच्ची ने रोते हुए मां को घटना के बारे में बताया। बच्ची की मां बोली- हमें न्याय चाहिए मां ने कहा- हेडमास्टर ने बच्ची को बैड टच किया। आगे दूसरे बच्चों के साथ भी ऐसा हो सकता है। बच्ची काफी डरी हुई है। हमें इंसाफ चाहिए। बच्चों से मालिश करवाता है टीचर स्कूल के अन्य बच्चों के पैरेंट्स ने आरोप लगाया कि आरोपी हेडमास्टर बच्चों से स्कूल में मालिश करवाता है। सीओ मवाना सौरभ सिंह ने कहा- बच्ची के बयान दर्ज करवाए गए हैं, आरोपी टीचर को अरेस्ट कर लिया। पीड़ित बच्ची को मेडिकल के लिए भेजा गया है। पीड़िता की मां की तहरीर पर एससी एक्ट, पॉक्सो एक्ट, मारपीट और छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। ये खबर भी पढ़ें... 'धर्मांतरण के झूठे केस में 40 दिन जेल में रहा':बरेली में बाइज्जत बरी हुए युवक का दर्द 'मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि जेल जाना पड़ेगा। हमारा हंसता-खेलता परिवार था। अच्छी नौकरी थी। फिर न जाने कैसे-कब, क्या हुआ? लाइफ में उथल-पुथल मच गई। मुझ

Dainik Bhaskar हिमाचल के 3 पूर्व विधायकों से पूछताछ:राजेंद्र राणा बोले- झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए सुक्खू; सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस

हिमाचल सरकार को गिराने की साजिश से जुड़े केस में आज 3 पूर्व विधायक शिमला के बालूगंज थाना में पुलिस के सामने हाजिर हुए। सुजानपुर से पूर्व MLA राजेंद्र राणा, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व MLA देवेंद्र कुमार भुट्टो से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है। इस दौरान राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए। 2 सालों में न युवाओं को 2 लाख नौकरी और न महिलाओं को 1500 रुपए दिए हैं। सरकार पेंडिंग रिजल्ट तक नहीं निकाल पाई। मुख्यमंत्री से सरकार नहीं चल पा रही है। आर्थिक मोर्चे पर CM फेल हो गए हैं।' राणा बोले- चंडीगढ़ के 5 स्टार होटल में मौज करते हैं CM राणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते हैं। चंडीगढ़ में वह हिमाचल भवन में रुकने के बजाय 5 स्टार होटल में रुकते हैं। वहां अपने स्टाप को बोलते हैं कि अब मैं भी मजे में रहूंगा। तुम भी मौज करो। राणा ने कहा, उसके बाद वहां कौन आता है, CM सुक्खू किससे मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कांग्रेस सरकार आम जनता पर बोझ डालने आई राजेंद्र राणा ने कहा आज हिमाचल का कर्मचारी वर्ग सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आगे आ चुका है। मुख्यमंत्री कर्मचारियों का दर्द समझने के बजाय उनसे आमने-सामने की लड़ाई लड़ने से गुरेज नहीं कर रहे। हम साधन संपन्न लोग, पहले भी कई बार 5 स्टार हॉटल में या जहाज में बैठे राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त व हेलिकॉप्टर में घूमने-फिरने, 5 स्टार होटल में रुकने से जुड़े सवाल पर राणा ने कहा, वह साधन संपन्न व्यक्ति हैं। 5 स्टार होटल में ठहरने के अलावा हेलिकॉप्टर में भी सफर करते हैं। इसे लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। अगर किसी को परेशानी है तो वह इसकी शिकायत इनकम टैक्स में कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित कर दिया। वोट देने से सरकार नहीं गिरती। इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। सरकार केस दर्ज करवाकर डरना चाहती है, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस विधायक की शिकायत पर चल रही जांच बता दें कि शिमला के बालूगंज थाना में कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ और संजय अवस्थी ने FIR कर

Dainik Bhaskar भिवाड़ी में आर्मी एरिया के पास अल-कायदा का आतंकी कैंप:हथियार चलाने की‎ ट्रेनिंग ले रहे थे 6 संदिग्ध; 3 साल पहले भी पकड़ा गया था स्लीपर एजेंट

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भिवाड़ी के‎ जिन पहाड़ों में अल-कायदा का आतंकी‎ ट्रेनिंग कैंप पकड़ा है, वो बेहद संवेदनशील इलाका है।‎ इसके 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में भारतीय‎ वायु सेना का प्रतिबंधित क्षेत्र और नूंह का ‎नल्हड़ महादेव मंदिर है, जहां साल 2023 में‎ दंगे हुए थे। जिन पहाड़ों से श्रद्धालुओं पर ‎गोलियां बरसी, वह स्थान भी महज 8 किलोमीटर ‎दूर है। देश की राजधानी से सटे इलाके में‎ दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई कर 6 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।‎ 6 संदिग्धों के पास‎ हथियार भी मिले दिल्ली पुलिस के पीआरओ‎ आईपीएस सुमन नलवा के मुताबिक पकड़े‎ गए 6 संदिग्ध आतंकी हथियार चलाने की‎ ट्रेनिंग ले रहे थे। नेटवर्क झारखंड और यूपी‎ तक फैला है। कुल 8 लोग पकड़े गए हैं,‎ जिनसे हथियार, गोला-बारूद, आतंकी‎ विचारधारा की किताबें मिली हैं। ‎रांची में 15 स्थानों और उत्तर प्रदेश के‎ अलीगढ़ में भी छापेमारी की गई है। मॉड्यूल‎ का सरगना रांची का डॉ. इश्तियाक बताया ‎गया है, जो देश में खिलाफत डिक्लेरेशन के‎ साथ बड़ी आतंकी वारदातें प्लान कर रहा था। 3 साल पहले भी पकड़ा गया था अल-कायदा का स्लीपर एजेंट अल-कायदा मॉड्यूल का लिंक जुलाई 2021 में‎ भी सामने आया था। तब तिजारा थाने के गांव ‎बैंगनहेड़ी के असरूद्दीन को जयपुर रेंज आईजी‎ की टीम ने राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का सोशल‎ मीडिया पर संचालन करने को लेकर गिरफ्तार किया ‎था। उसके पास से देश विरोधी सामग्री मिली‎​ थी। मोबाइल में जिहादी और राष्ट्र विरोधी ‎मानसिकता वाले कई ग्रुप से जुड़ा मिला था।‎ टेलीग्राम पर वह 51 लोगों का इस्लामिक‎ मीडिया नाम का ग्रुप चला रहा था, जिनमें 9‎ कश्मीरी, 9 पाकिस्तानी और शेष ईरान, म्यांमार और मेवात से थे। तब जांच में खुलासा हुआ कि ‎असरूद्दीन अल-कायदा के मॉड्यूल के हिसाब से ‎सेकेंड स्टेज तक पहुंच चुका था। असरूद्दीन टेलीग्राम के ‎50 से अधिक चैनल से जुड़ा था। अल-कायदा‎ से जुड़े लोगों के #313 मुजाहिद, लेकर रहेंगे ‎आजादी, शरीयत ए शहादत, मौलाना की‎ तकरीर ग्रुप में एक्टिव था। वहीद पुलवामा नाम के‎ अलगाववादी सहित अन्य के लिए वो बेहतर ‎वर्कर का दर्जा पा चुका था और लोकल युवाओं‎ को जोड़कर ब्रेन वॉश का जिम्मा संभाल रहा‎ था। महाराष्ट्र-गुजरात में नेटवर्क बना रहा था।‎ साल 2019 में भी पुलिस के रडार पर आया था। ‎तब उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, लेकिन व

Dainik Bhaskar जमशेदपुर के चांडिल डैम में ट्रेनी विमान की तलाश जारी:कैप्टन और ट्रेनी पायलट का शव मिला, 10 साल से बैन था ये विमान

अलकेमिस्ट एविएशन लिमिटेड के दुर्घटनाग्रस्त ट्रेनी विमान (सेसना - 152 वीटी-ताज) के कैप्टन जीतशत्रु आनंद और ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता का शव चांडिल डैम से ही मिल गया। गुरुवार को ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता का शव नौका विहार घाट से 18 किमी दूर कल्याणपुर और किस्टोपुर गांव के बीच बरामद किया गया। ट्रेनी पायलट का शव सुबह करीब 7.20 बजे बरामद किया गया। इसके बाद नेवी की टीम ने जांच अभियान जारी रखा। दोपहर करीब 1.30 बजे टीम की हाईड्रोग्राफी सर्वे यूनिट ने सोनार सिस्टम के साथ अभियान शुरू किया। दोपहर करीब 2.50 बजे कैप्टन जीत का शव पानी पर नजर आया, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से शव को देर शाम बाहर लाया गया। अब नौसेना की टीम लापता विमान की तलाश कर रही है। सुबह से टीम चांडिल डैम में मौजूद हैं। तलाशी अभियान प्रारंभिक रूप से शुरू हुई, लेकिन फिर मौसम खराब और बारिश की वजह से तलाशी अभियान में परेशानी हो रही है। हलांकि टीम इस बात की संभावना जता रही है कि लापता विमान की तलाशी कर ली जाएगी। बैन के बाद फर्जी कागज पर ली अनुमति अलकेमिस्ट एविएशन लिमिटेड के दुर्घटनाग्रस्त विमान (सेसना 152) को लगभग दस साल तक डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) से एयर वर्थीनेस सर्टिफिकेट (उड़ान भरने) की अनुमति नहीं थी। 8 महीने पहले एविएशन ने फर्जी पेपर के दम पर विमान का सर्टिफिकेशन कराया था। यह जानकारी डीजीसीए की एएआईबी (एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इनवेस्टिंग ब्यूरो) टीम को प्रारंभिक जांच में मिली है। इस बात की भी पुष्टि हुई है कि विमानों का मेंटनेंस डीजीसीए के तय मानक के अनुसार नहीं हुआ है। एएआईबी टीम के सदस्य सोनारी एरोड्रम स्थित अलकेमिस्ट एविएशन लिमिटेड के ऑफिस पहुंचे और रात करीब 8 बजे तक जांच करते रहे। मामले की जांच के लिए डीजीसीए मुख्यालय से 3 और कोलकाता से दो सदस्य शहर पहुंचे हैं। अलकेमिस्ट एविएशन में छह साल में ​तीन हादसे 2018 से अब तक संस्थान के विमान की तीन दुर्घटनाएं हुई हैं, पर संस्थान की ओर से इसकी पूरी जानकारी डीजीसीए को नहीं दी गई। 27 फरवरी 2018 को एक ट्रेनी विमान का चक्का लैंडिंग के दौरान फट गया था। लेकिन डीजीसीए को मामूली तकनीकी गड़बड़ी की रिपोर्ट दी गई। 16 मार्च 2022 को विमान के लैंडिंग के समय अगला चक्का नहीं खुला और विमान रनवे पर काफी दूर तक घिसटता रहा था। ट्रेनी स्टूडेंट्स व अभिभावकों के बीच ऊहाप

Dainik Bhaskar यूपी की बस नेपाल में नदी में गिरी:14 यात्रियों की मौत, 40 लोग सवार थे; पोखरा से काठमांडू जाते समय हादसा

उत्तर प्रदेश की एक बस नेपाल में नदी में गिर गई है। गोरखपुर की इस बस में 40 यात्री सवार थे। हादसे में 14 यात्री मारे गए हैं। बस पोखरा से काठमांडू जा रही थी। इसी दौरान यह अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में सवार ज्यादातर यात्री महाराष्ट्र के थे। हादसा शुक्रवार सुबह 11.30 बजे तनहुन जिले में हुआ। जिले के SP बीरेंद्र शाही ने बताया- बस मार्सयांगडी अंबुखैरेनी के पास नदी में गिरी है। स्थानीय पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है। सेना और सशस्त्र बलों को भी अलर्ट कर दिया गया है। हादसे की तस्वीरें... बस गोरखपुर में रजिस्टर्ड, तनहुन के DSP दीपकुमार राया ने बताया कि बस का नंबर UP-53 FT 7623 है। यह गोरखपुर के धर्मशाला बाजार इलाके में रहने वाली शालिनी केसरवानी पत्नी सौरभ केसरवानी के नाम रजिस्टर्ड है। यूपी सरकार के आपदा रिलीफ कमिश्नर ने कहा- नेपाल के अधिकारियों से संपर्क करके जानकारी जुटाई जा रही है।खबर को अपडेट किया जा रहा है...

Dainik Bhaskar अमृतपाल के निर्वाचन चुनौती पर सुनवाई आज:पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर; नामांकन पत्र में महत्वपूर्ण जानकारी छिपाने का आरोप

पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से सांसद बने अमृतपाल सिंह के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में आज सुनवाई होने जा रही है। अमृतपाल सिंह पर चुनाव प्रचार के दौरान धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल करने और नामांकन पत्र में कई अहम जानकारियां छिपाने का आरोप है, जिस पर हाईकोर्ट आज सुनवाई करेगा। अमृतपाल सिंह के खिलाफ विक्रमजीत सिंह ने हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर की है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। अमृतपाल सिंह का घोषणापत्र गुरुद्वारे से जारी किया गया था। इसे गलत करार दिया गया है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ कोर्ट पहुंचे विक्रमजीत सिंह ने याचिका में आरोप लगाया है कि अमृतपाल सिंह ने नामांकन पत्र में कई अहम जानकारियां छिपाई हैं। अपने चुनाव खर्च की कोई जानकारी नहीं दी है, जिसमें उनके समर्थन में रोजाना कई सभाएं की गईं और पैसा कहां खर्च किया गया, इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने अमृतपाल सिंह पर धार्मिक पहचान का इस्तेमाल कर धर्म के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था मामला अमृतपाल सिंह के निर्वाचन को चुनौती देने वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंची थी। याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि संविधान का अनुच्छेद 84 संसद की सदस्यता के लिए योग्यता से संबंधित है, और इसमें कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति संसद की सीट भरने के लिए तब तक योग्य नहीं होगा जब तक वह भारत का नागरिक न हो। सुप्रीम कोर्ट ने ये कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी कि इसके लिए प्रक्रियाएं निर्धारित हैं और जन प्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान हैं। असम की जेल में बंद है अमृतपाल असम की जेल में बंद है अमृतपाल सिंह खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल को फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल सिंह अजनाला थाने पर हमला करने समेत कई एफआईआर में भी आरोपी हैं। जेल में रहते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव जीता है। अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर जिन्ह जीरा को करीब दो लाख वोटों के अंतर से हराया था। खडूर साहिब से जीत के बाद अमृतपाल को शपथ ग्रहण

Dainik Bhaskar शरद पवार बोले- मेरी इन्फॉर्मेशन निकालने के लिए सिक्योरिटी बढ़ाई:क्योंकि चुनाव आने वाले हैं; केंद्र ने मराठा आंदोल को लेकर Z+ सुरक्षा दी थी

नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (SCP) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार (23 अगस्त) को कहा हो सकता है कि मेरी इन्फॉर्मेशन निकालने के लिए मेरी सिक्योरिटी बढ़ाई गई है। नवी मुंबई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद पवार ने मजाक में कहा- महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। असली जानकारी निकालने के लिए यह एक अरेजमेंट हो सकता है। केंद्र सरकार ने 21 अगस्त को महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों को देखते हुए शरद पवार को Z+ सिक्योरिटी दी थी, जिसपर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा- गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि सरकार ने तीन लोगों को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया है। मैं उनमें से एक हूं। मैंने पूछा कि बाकी दो कौन हैं। मुझे बताया गया कि RSS प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। दरअसल, Z+ सिक्योरिटी मिलने से 10 अतिरिक्त CRPF जवान पवार की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। कुछ दिनों पहले राज्य में आरक्षण संबंधी प्रदर्शनों के अलावा कई अन्य मुद्दों को लेकर बने हालात को देखते हुए खुफिया एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया था। किसे दी जाती है Z+ सिक्योरिटी? देश के सम्मानित लोगों और नेताओं को जान का खतरा होने पर उन्हें Z+ सिक्योरिटी दी जाती है। ये सुरक्षा मिनिस्टर्स को मिलने वाली सिक्योरिटी से अलग होती है। पहले सरकार को इसके लिए एप्लिकेशन देनी होती है, जिसके बाद सरकार खुफिया एजेंसीज के जरिए खतरे का अंदाजा लगाती हैं। खतरे की बात कंफर्म होने पर सुरक्षा दी जाती है। होम सेक्रेटरी, डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी ये तय करती है कि संबंधित लोगों को किस कैटेगरी में सिक्योरिटी दी जाए। कौन देता है Z+ सिक्योरिटी? पुलिस के साथ-साथ कई एजेंसीज VIP और VVIP को सिक्योरिटी कवर दे रही हैं। इनमें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी SPG, NSG, ITBP और CRPF शामिल हैं। हालांकि, खास लोगों की सुरक्षा का जिम्मा NSG के कंधों पर ही होता है, लेकिन जिस तरह से Z+ सिक्योरिटी लेने वालों की संख्या बढ़ी हैं, उसे देखते हुए CISF को भी यह काम सौंपा जा रहा है। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन जारी मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन की अगुआई करने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने पिछले साल जुलाई में जालना के अंतरवाली सराती में अनशन किया था। इसके बाद महाराष्ट्र CM एकनाथ शिंदे

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर का मददगार गिरफ्तार:PoK का रहने वाला है; कठुआ बॉर्डर पर संदिग्ध गतिविधि के बाद सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारतीय सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गुरुवार (22 अगस्त) की शाम गिरफ्तार किया। वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मददगार है। उसकी पहचान जहीर हुसैन शाह के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का रहने वाला है। सुरक्षाबलों ने उसे LoC पर चकन दा बाग के पास वाले इलाके में घुसपैठ के बाद पकड़ा। घुसपैठिए से अभी पूछताछ की जा रही है। दूसरी तरफ, कठुआ बॉर्डर पर जांडोर इलाके में गुरुवार (22 अगस्त) रात में दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आखिरी रिपोर्ट मिलने तक सर्च ऑपरेशन जारी था।