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Dainik Bhaskar हरियाणा में ऑर्डर से गुस्साए बिजलीकर्मी, जज की बिजली काटी:निगम के खिलाफ दिया था फैसला, चपरासी से बोले- हमें ऊपर से आदेश है

हरियाणा के सोनीपत में बिजली निगम के कर्मचारियों से सब डिविजनल जूनियर मजिस्ट्रेट (SDJM) के घर की बिजली काट दी। जज का घर खरखौदा में है। जज ने कुछ दिन पहले एक कंपनी के केस में बिजली निगम के खिलाफ फैसला सुनाया था। जिसके बाद बिजली निगम का दफ्तर भी सील हो गया था। जिसके बाद सप्लाई काटी गई। वहीं जब जज के चपरासी ने इसका विरोध किया तो कर्मचारियों ने कहा कि हमारे पास ऊपर से आदेश आया है। चपरासी की शिकायत पर पुलिस ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं बिजली निगम के अधिकारी अब सफाई दे रहे हैं कि लाइन चेक करते वक्त जज के घर की बिजली गलती से कट गई थी। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला 1. बिजली निगम ने ज्यादा रकम वसूली, कंपनी कोर्ट गई सैदपुर एरिया में स्थित कामदगिरी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने कोर्ट में केस किया था। उनका कहना था कि कंपनी का बिजली निगम पर 35 लाख 47,499 रुपए बकाया है। बिजली निगम ने यह अतिरिक्त रकम सरचार्ज जोड़कर जमा कराई थी। बाद में पता चला कि बिजली निगम ने यह राशि ज्यादा वसूली थी। इसके बाद वह कंपनी को बकाया रकम नहीं लौटा रहे थे। जिस वजह से कंपनी कोर्ट चली गई। 2. पहले जज ने कंपनी को रकम चुकाने के आदेश दिए इस मामले की सुनवाई पहले जज डॉ. कविता कंबोज ने की। उन्होंने अपने आदेश में बिजली निगम के दफ्तर पर ताला लगवा दिया। उसके बाद बिजली निगम ने कंपनी को 5 लाख रुपए चुका दिए। फिर बाकी पेमेंट नहीं चुकाई। जिसके बाद कंपनी दोबारा कोर्ट पहुंच गई। 3. अब कोर्ट ने संपत्ति अटैच करने के आदेश दिए कंपनी के दोबारा कोर्ट पहुंचने पर इसकी सुनवाई SDJM विक्रांत ने आदेश जारी किए। उन्होंने आदेश दिए कि जब तक कंपनी को अतिरिक्त वसूले रुपए नहीं मिलते, तब तक इनके दफ्तर को ताला लगाया जाए। इसके अलावा उनकी संपत्ति को अटैच किया जाए। 4. कर्मचारियों ने बिजली काटी, विरोध पर मोबाइल छीना इस मामले में जज के चपरासी की तरफ से दर्ज कराई FIR में बताया गया कि गुरुवार रात 8 बजे बिजली निगम के दो कर्मचारी गार्ड रूम में आए। उन्होंने कहा हमारे पास ऊपर से जज के घर का कनेक्शन काटने का आदेश है। गार्ड रूम में तैनात SPO वीरेंद्र सिंह ने फोन करके चपरासी को इसकी सूचना दी। जिसके बाद चपरासी ने बिजली कर्मचारियों को अंदर नआने देने को कहा। इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने SPO वीरेंद्र सिंह का फोन छीन लिया। इसक

Dainik Bhaskar जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के सीआईए खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में दी है। वहीं, अब इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल व जस्टिस लपिता बैनर्जी की खंडपीठ ने राजस्थान सरकार के गृह एवं न्याय विभाग को प्रतिवादी बनाया है। हाईकोर्ट ने राजस्थान सरकार के एडवोकेट जनरल (एजी) को वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए हैं। मामले पर अगली सुनवाई पांच सितंबर को होगी। रिपोर्ट में SIT ने यह जानकारी दी पंजाब मानव अधिकार आयोग के हेड स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने बतौर एसआईटी प्रमुख रिपोर्ट में कहा है कि पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ सीआईए में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू के समय वह लॉरेंस की सेंट्रल जेल में था। हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने आठ महीने बाद दी रिपोर्ट में कहा था कि यह संभव नहीं है कि लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब की जेल या पुलिस हिरासत में किया गया। खंडपीठ ने कहा कि यह कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने अथवा अदालत की कार्रवाही को गुमराह करने का प्रयास है। जो गंभीर मामला है। सही समय आने पर इसे निपटा जाएगा। हाईकोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि लॉरेंस के इंटरव्यू का टेलीकास्ट होने के बाद संभव है कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। ऐसे में डीजीपी बताएं कि मार्च 2023 से लेकर दिसंबर 2023 तक नौ माह में फिरौती, अपहरण और गवाहों को प्रभाव में लेने के कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्‌डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसर

Dainik Bhaskar पुणे पोर्श केस, नाबालिग के पेरेंट्स को जमानत नहीं:कोर्ट बोला- सड़क पर इंजीनियर्स के खून सूखने से पहले इन्होंने सबूतों से छेड़छाड़ शुरू की

पुणे की एक कोर्ट ने पोर्श केस मामले में नाबालिग लड़के के पेरेंट्स सहित 6 लोगों की जमानत याचिका गुरुवार (22 अगस्त) को रद्द कर दी। कोर्ट ने कहा कि आरोपियों ने एक्सीडेंट के बाद सड़क पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवक-युवती का खून सूखने से पहले सबूतों से छेड़छाड़ शुरू कर दी थी। पुणे के कल्याणी नगर इलाके में 18-19 मई की रात 17 साल 8 महीने के एक लड़के ने IT सेक्टर में काम करने वाले बाइक सवार युवक-युवती को टक्कर मारी थी। दोनों की मौके पर मौत हो गई। घटना के समय आरोपी नशे में था। वह 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कार चला रहा था। नाबालिग के माता-पिता विशाल और शिवानी अग्रवाल पर अस्पताल में अपने बेटे का ब्लड सैंपल बदलवाने का आरोप है, जिससे यह साबित हो सके कि हादसे के समय वह नशे में नहीं था। इस मामले में ससून अस्पताल के डॉ. अजय तवारे, डॉ. श्रीहरि हलनोर, बिचौलिये अशपाक मकंदर और अमर गायकवाड़ भी आरोपी हैं। जज बोले- जमानत देने से गलत मैसेज जाएगा डिस्ट्रिक्ट जज और एडिशनल सेशन जज यू एम मुधोलकर ने अपने ऑर्डर में कहा कि आरोपियों को जमानत देने से निश्चित रूप से गवाहों और सबूतों से छेड़छाड़ होगी। कोर्ट ने कहा कि इससे गलत मैसेज जाएगा। मृतकों के परिवार के साथ-साथ समाज को न्याय नहीं मिल सकेगा। 900 पेज की चार्जशीट, नाबालिग का नाम नहीं पुणे पोर्श केस में 25 जुलाई को पुलिस ने 900 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। हालांकि, इसमें 17 साल के नाबालिग आरोपी का नाम शामिल नहीं किया गया। नाबालिग का मामला जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) में है। नाबालिग के माता-पिता, ससून अस्पताल के दो डॉक्टर, एक कर्मचारी और दो बिचौलिए को आपराधिक षड्यंत्र रचने और साक्ष्य मिटाने से संबंधित धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। आरोपी को निबंध लिखने की शर्त पर जमानत मिली थी पोर्श एक्सीडेंट के बाद पुणे पुलिस ने आरोपी को उसी रात गिरफ्तार किया था। उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया था। बोर्ड ने आरोपी को 7 मामूली शर्तों पर जमानत दे दी थी। बोर्ड ने उसे सड़क दुर्घटनाओं पर 300 शब्दों का निबंध लिखने और शराब छोड़ने के लिए काउंसिलिंग लेने को कहा था। बोर्ड के फैसले के खिलाफ पुणे पुलिस सेशन कोर्ट पहुंची। पुलिस ने कहा कि नाबालिग आरोपी पर बालिग की तरह कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उसका अपराध गंभीर है। सेशन कोर्ट ने पुलिस को बोर्ड में र

Dainik Bhaskar बाराबंकी में स्कूल का छज्जा गिरा, 40 बच्चे घायल:15 ट्रामा सेंटर में भर्ती, प्रेयर के समय हादसा, 15 फीट नीचे गिरे; स्कूल सील

बाराबंकी में शुक्रवार सुबह अवध एकेडमी स्कूल का छज्जा गिर गया। 40 बच्चे मलबे के साथ 15 फीट नीचे जमीन पर गिर गए। हादसे में सभी घायल हो गए। 15 का जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा। हादसे के बाद स्कूल को सील कर दिया गया। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए। मामला सुबह 8 बजे का जहांगीराबाद थाना क्षेत्र का है। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। कई बच्चे मलबा के बीच दब गए। किसी के सिर-चेहरे और गर्दन में तो किसी के सीने और हाथ पैर में गंभीर चोट आई। कई बच्चों के पैर टूटे हैं। यहां हर तरफ केवल खून ही खून था। बच्चों की चींख-पुकार मची थी। शोर-शराबा सुनकर आसपास के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही डीएम और एसपी भी पहुंचे। पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम ने बच्चों को मलबे से रेस्क्यू करके निकाला। सभी घायलों को स्कूल से 300 मीटर दूर जहांगीराबाद CHC लेकर पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। पहले हादसे की 4 तस्वीरें... घटना के बाद कई छात्र पहली मंजिल पर फंस गए बाराबंकी शहर से 7 किलोमीटर दूर अवध एकेडमी स्कूल जहांगीराबाद क्षेत्र का बड़ा स्कूल है। करीब 5 हजार स्क्वायर फीट में बने स्कूल की इमारत दो मंजिला है। यहां 500 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। इमारत करीब 10-12 साल पुरानी है। ग्राउंड फ्लोर से पहली मंजिल जाने के लिए लोहे की सीढ़ी है। यहां छज्जा से होते हुए बच्चे क्लास रूम में पहुंचते हैं। छज्जा गिरने के बाद कई छात्र ऊपर की मंजिल में फंस गए। बांस की सीढ़ी लगाकर उन्हें पहली मंजिल से नीचे उतारा गया। घटना की सूचना मिलते ही बच्चों के माता-पिता भी स्कूल पहुंच गए। स्कूल प्रबंधन भी मौके पर पहुंचा। सीएम योगी ने हादसे पर संज्ञान लिया है। अफसरों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। 'छज्जा गिरने की सूचना मिलते ही स्कूल पहुंचा' अभिभावक अनिल कुमार ने बताया- मेरा बच्चा अवध एकेडमी स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ता है। आज उसकी परीक्षा थी, सुबह घर से स्कूल गया। कुछ समय बाद ही फोन आया कि स्कूल का छज्जा गिर गया है। जिसमें बच्चे घायल हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्कूल पहुंचे, देखा तो मेरा बेटा सुरक्षित था। लेकिन हादसे में कई बच्चे गंभीर घायल हुए हैं। बेटे ने बताया कि प्रार्थना करने के लिए सभी लोग जा रहे थे। अचानक से स्कूल के पहली मंजिल का छज्जा ग

Dainik Bhaskar एमपी के महू में निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिरी:5 मजदूरों के शव निकाले गए; 3 जेसीबी और एक पोकलेन की मदद से रेस्क्यू जारी

इंदौर के पास महू के चोरल गांव में गुरुवार देर रात निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिर गई। मलबे में 6 मजदूर दब गए। शुक्रवार सुबह ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो हादसे का पता लगा। उन्होंने सिमरोल पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर मौजूद एसपी हीतिका वासल ने बताया कि तीन जेसीबी और एक पोकलेन की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। अभी तक 5 शव निकाल लिए गए हैं। वहीं, पटवारी प्रकाश सोनी ने कहा कि खसरे पर फार्म हाउस मालिक का नाम ममता पति कन्हैया लाल और अनाया पति भरत डेमला दर्ज है। इंदौर के रहने वाले हैं मजदूर यहां काम करने वाले सभी मजदूर इंदौर के रहने वाले थे। गुरुवार को काम खत्म होने के बाद रात में खाना खाकर निर्माणाधीन इमारत में ही सोए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, छत लोहे के एंगल पर डाली गई थी, जो उसका भार नहीं सह सकी। गुरुवार को ही डाली गई थी स्लैब इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा- चोरल में निर्माणाधीन इमारत में गुरुवार को ही स्लैब डाली गई थी। रात को मजदूर उसी के नीचे सो गए। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर हैं। राहत कार्य जारी है। खबर लगातार अपडेट की जा रही है...

Dainik Bhaskar कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस- कई जगह हड़ताल खत्म:आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन जारी, डॉक्टर्स बोले- हमें अभी तक न्याय नहीं मिला

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में देश में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कोलकाता में डॉक्टर्स शुक्रवार (23 अगस्त) को भी हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हड़ताल वापस लेने के आग्रह को मानने से इनकार कर दिया है। डॉक्टर्स का कहना है कि हम काम पर नहीं लौटेंगे, क्योंकि न्याय अभी तक नहीं मिला है। सुप्रीम कोर्ट ने न्याय वाले हिस्से को टाल दिया है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी बहन को न्याय दिलाना हमारा मुख्य लक्ष्य है। वहीं, दूसरे डॉक्टर संगठनों जैसे यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन (UDAF), रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने सुप्रीम कोर्ट के कहने पर हड़ताल वापस ली। गुरुवार देर रात फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने भी हड़ताल खत्म कर दी। संगठन ने कहा कि हमारी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर हो गया था। जिसके विरोध में देशभर के डॉक्टर्स एसोसिएशन 11 दिन तक हड़ताल कर रहे थे। इधर, मुख्य आरोपी संजय रॉय पुलिस की गिरफ्त में है। जबकि, ट्रेनी डॉक्टर के फेलो डॉक्टर और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से CBI की पूछताछ जारी है। संदीप घोष से 88 घंटे की पूछताछ, पॉलीग्राफ टेस्ट भी होगा CBI आरजीकर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है। बीते 7 दिनों नें 88 घंटे की पूछताछ कर चुकी है। गुरुवार को भी CBI ने 13 घंटे तक पूछताछ की थी। राज्य सरकार ने संदीप का ट्रांसफर भी रोक दिया है। मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने कलकत्ता हाईकोर्ट से पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ ED जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि घोष के कार्यकाल में कई वित्तीय गड़बड़ी हुईं हैं। सियालदह कोर्ट ने CBI को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति दे दी है। ये खबरें भी पढ़ें... CM ममता ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी- रोज 90 रेप हो रहे, सख्त कानून बनाएं​​​​​​​ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। ममता ने पीएम को लिखा कि देश में रोज दुष्कर्म के 90 मामले सामने आते हैं। इसे रोकने के लिए सख्त कानून बनना चाहिए।​​​​​​​ जरूरी है कि केंद्र सरकार एक कड़ा कानून बनाए, जिसमें इस तरह के जघन्य अपराध

Dainik Bhaskar वाराणसी में 8 दिन बाद मिले लापता फिल्म डायरेक्टर:बंगाल सरकार ने दर्ज करवाई है FIR, कंगना रनौत ने लगाई थी ढूंढने की गुहार

'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के डायरेक्टर बनारस में मिल गए हैं। लखनऊ निवासी सनोज मिश्रा को 8 दिन बाद शुक्रवार को घर लाया गया। अभी उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद बंगाल सरकार ने उन पर केस दर्ज किया था। उनकी फिल्म में रोहिंग्या की भारत में घुसपैठ, बंगाल में रेप और लव जिहाद को प्रमुखता से दिखाया गया था। इसी सिलसिले में कोलकाता पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन कोलकाता पहुंचने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। सांसद कंगना रनौत ने भी इस मामले में बंगाल सरकार से गुहार लगाई थी। सनोज की पत्नी ध्रुति मिश्रा ने 15 अगस्त को गोमतीनगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कोलकाता पुलिस से मिलने गए, फिर हुए लापता सनोज मिश्रा के PRO संजय भूषण पटियाला ने बताया- सनोज मिश्रा फिल्म की रिलीजिंग के सिलसिले में काफी व्यस्त चल रहे थे। इस दौरान कोलकाता पुलिस का कॉल आया और उन्हें मिलने के लिए बुलाया। 14 अगस्त को वो भतीजे के साथ एयरपोर्ट के लिए निकले। वहां से अकेले गुवाहाटी और फिर कोलकाता पहुंचे। वहां पुलिस से मिलने के बाद 15 अगस्त को उनका फोन बंद हो गया था। उनकी पत्नी ने उनको ढूंढने के लिए मीडिया, फिल्म जगत और देश के बड़े अधिकारियों से संपर्क किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया था। पुलिस ने पत्नी को फोन कर वाराणसी बुलाया ध्रुति बुधवार को अपने पति को ढूंढने कोलकाता जा रही थीं। देर रात रास्ते में उनके पास पुलिस का फोन आया कि सनोज मिश्रा वाराणसी में हैं। गुरुवार सुबह बनारस पहुंचीं तो देखा सनोज अस्सी घाट पर एक जगह लेटे हुए थे। वे किसी को पहचान नहीं रहे थे। पुलिस ने सनोज को उनकी पत्नी को सौंप दिया है। ध्रुति ने बताया कि अभी सनोज की मानसिक हालत ठीक नहीं है। शुक्रवार को लखनऊ लेकर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सनोज कोलकाता से बनारस कैसे पहुंचे यह नहीं बता पा रहे हैं। कंगना रनौत ने ममता बनर्जी से मांगी थी मदद सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने सनोज मिश्रा की पत्नी ध्रुति मिश्रा से संपर्क किया और सोशल मीडिया के जरिए ममता बनर्जी सरकार से मदद की रिक्वेस्ट की। बंगाल रेप, रोहिंग्या घुसपैठ और लव जिहाद पर बनी फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी में पश्चिम बंगाल सरकार की कार्

Dainik Bhaskar रांची का डॉक्टर इश्तियाक अलकायदा मॉड्यूल का मास्टरमाइंड निकला:लोहरदगा, हजारीबाग के 16 ठिकानों पर ATS-STF की कार्रवाई; हिरासत में 9 लोग

झारखंड ATS ने दिल्ली पुलिस के साथ गुरुवार को रांची, हजारीबाग और लोहरदगा में 16 जगहों पर छापेमारी की। इसके बाद 9 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इसमें रांची के मेडिका अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत डॉ. इश्तियाक अहमद को भी ATS ने पकड़ा है। रांची के जोड़ा तालाब स्थित अपार्टमेंट से​ पकड़ा गया डॉ. इश्तियाक 6 साल से रेडियोलॉजिस्ट के पद पर था। ATS का दावा है कि डॉ. इश्तियाक अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट आतंकी संगठन का मास्टरमाइंड है। वह भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का मंसूबा रच रहा था। रांची के चान्हो से 4 लोग हिरासत में, 3 नहीं मिले ATS ने चान्हो के 6 स्थानों में दबिश दी। 4 लोगों को हिरासत में लिया। 3 लोग नहीं मिले। हिरासत में लिए गए लोगों में बलसोकरा का मो. मोदब्बीर, मो. रिजवान, चटवल का मफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी और पिपराटोली का मतिउर रहमान शामिल है। वहीं एनामुल अंसारी और शहबाज घर में नहीं मिले। परिजनों ने बताया गया कि 'एनामुल परीक्षा देने दिल्ली गया है। शहबाज तबलीगी जमात में गया है।' टीम ने हजारीबाग के लोहसिंघना चौक से फैजान अहमद (45) को हिरासत में लिया है। फैजान काे डॉ. इश्तियाक अहमद का करीबी बताया जा रहा है। हथियार, लैपटॉप, कई मोबाइल फोन मिले ATS ने इन ठिकानों से हथियार, लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए है। आईजी (अभियान) अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि टिप मिली थी कि अलकायदा से जुड़े लोग युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं। इनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भर्ती करना है। इश्तियाक अहमद ने रांची रिम्स से एमबीबीएस किया है डॉ. इश्तियाक अहमद ने रिम्स से एमबीबीएस की पढ़ाई है। मेडिका अस्पताल में उसने तीन साल तक फुल टाइमर के रूप में अपनी सेवा दी। इसके बाद पिछले तीन साल से वह पार्ट टाइम में आकर मरीजों को देखता था। उसका अस्पताल आने का समय शाम में 4.30 बजे के बाद था। शाम सात बजे तक वह काम करता था। उसका हजारीबाग में भी क्लिनिक है। अस्पताल में वह इतना सरल और सहज रहता था कि उसके पकड़े जाने पर सहयोगियों को भी विश्वास नहीं हो रहा है। राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक फैला नेटवर्क डॉ. इश्तियाक आतंकवाद की दुनिया में कैसे पहुंचा, इसका खुलासा अभी होना बाकी है। लेकिन लंबे समय से उसका इरादा देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आत

Dainik Bhaskar पहला स्पेस-डे आज, एक साल पहले चंद्रयान लैंड हुआ था:अगले साल स्पेस में जाएंगे भारतीय एस्ट्रोनॉट, चांद पर जाने का भी प्लान

आज पहला नेशनल स्पेस डे है। आज से ठीक एक साल पहले यानी, 23 अगस्त, 2023 को भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला देश बना था। चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। इस उपलब्धि के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पेस डे मनाने की घोषणा की थी। नेशनल स्पेस डे-2024 की थीम है "टचिंग लाइव्स व्हाइल टचिंग द मून: इंडियाज स्पेस सागा।" दिल्ली के भारत मंडपम में इसे सेलिब्रेट किया जा रहा है। पार्ट 1- भविष्य के प्लान: अगले साल स्पेस में जाएंगे एस्ट्रोनॉट, चांद पर जाने का भी प्लान पार्ट 2- हासिल क्या हुआ: दुनिया को दिखाई सॉफ्ट लैंडिंग की तकनीक, ऑक्सीजन भी खोजी 1. चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की तकनीक: दुनिया में रूस, अमेरिका, चीन, भारत और जापान ही ऐसे देश हैं जिन्होंने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैडिंग की है। अमेरिका और चीन तेजी से चंद्रमा पर इंसानों का बेस बनाने पर काम कर रहे हैं, भारत भी इस रेस में पीछे नहीं रहना चाहता। 2. सतह और गहराई के तापमान में बड़ा अंतर: 28 अगस्त 2023 को लैंडर में लगे चास्टे पेलोड से पता चला था कि चंद्रमा की सतह और अलग-अलग गहराई पर तापमान में काफी अंतर है। सतह पर तापमान करीब 50 डिग्री सेल्सियस तो 80mm की गहराई में माइनस 10°C था। 3. चांद की सतह पर सल्फर खोजा: इसरो ने 29 अगस्त 2023 को बताया था कि रोवर पर लगे लिब्स पेलोड ने साउथ पोल पर सल्फर का पता लगाया। इसके अलावा एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का भी पता चला था। 4. चंद्रमा की सतह के पास प्लाज्मा कम घना: 31 अगस्त को इसरो ने बताया था लैंडर पर लगे लैंगम्यूर प्रोब (RAMBHA-LP) पेलोड ने साउथ पोल रीजन में लूनर प्लाज्मा वातावरण का पहला माप लिया था। इसमें पता चला कि चंद्रमा की सतह के पास प्लाज्मा कम घना है। 5. विक्रम की दोबारा लैंडिंग कराई: इसरो ने 3 सितंबर को विक्रम लैंडर की चांद की सतह पर दोबारा लैंडिंग कराई थी। ISRO ने बताया कि लैंडर को 40 सेमी ऊपर उठाया गया और 30 से 40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित लैंड करा दिया। इसे हॉप एक्सपेरिमेंट यानी जंप टेस्ट कहा। पार्ट 3- कैसे कराई सॉफ्ट लैंडिंग: 14 जुलाई 2023 को लॉन्च हुआ था चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-3 को 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया था। आंध्र प्रदेश में श्रीहरिक

Dainik Bhaskar बच्चा चुराकर ले जा रही महिला वाराणसी एयरपोर्ट से गिरफ्तार:अकासा एयरलाइंस के कर्मियों ने पकड़ा, बोली- 50 हजार में खरीदा है

वाराणसी एयरपोर्ट पर बच्चा चुराकर पहुंची महिला को कर्मचारियों ने पकड़ लिया। महिला नवजात को लेकर एयरपोर्ट पहुंची, उसकी एक्टिविटी को देखते हुए आकासा एयरलाइंस के कर्मियों ने उसे रोक लिया। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह एक प्राइवेट अस्पताल से बच्चा लेकर आई है। इसके लिए उसने 50 हजार रुपए भी दिए हैं। महिला ने कहा- मैं बेंगलुरु जा रही हूं। एयरलाइंस के कर्मियों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला और उसके साथी को हिरासत में लिया। 12 घंटों से पूछताछ जारी महिला और उसके साथी से फूलपुर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ FIR दर्ज किया है। महिला ने बताया- वह नवजात को मुगलसराय के निजी अस्पताल से खरीदकर लाई है। बोतल से नवजात को दूध पिला रही थी आकासा एयरलाइंस के विमान से बेंगलुरु जाने के लिए एक महिला और एक युवक चेकिंग स्पॉट पर पहुंचे। एयरलाइंस के कर्मचारी चेक करने लगे तो उनके दस्तावेज में महिला और पुरुष की जाति अलग थी। इसके अलावा महिला की गोद में जो बच्चा था, वो 4 से 5 दिन का था। महिला उसे बोतल से दूध पिला रही थी। एयरलाइंस कर्मियों का कहना है कि ऐसे में उन्हें शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मुगलसराय के निजी अस्पताल से खरीदकर लाई थी बच्चा फूलपुर थाना प्रभारी ने बताया - सूजाबाद निवासी महिला 7 बजकर 45 मिनट पर वाराणसी से बेंगलुरु के लिए फ्लाइट पकड़ने वाली थी। उसके पास एक बच्चा था। एयरलाइंस कर्मियों को संदेह हुआ तो उन्होंने हमें सूचना दी। महिला से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया वह सूजाबाद की रहने वाली है और बच्चा चोरी का है। नवजात को वह मुगलसराय स्थित एक निजी अस्पताल से 50 हजार रुपए में खरीदकर लाई है। देवरानी को देने जा रही थी बच्चा डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया - एयरपोर्ट पर एक महिला और युवक को पकड़ा गया है। महिला के पास जो बच्चा है वह चोरी का है। जिसे वह मैसूर में रहने वाली अपनी देवरानी के लिए लेकर जा रही थी। पूछताछ के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। डॉक्टर से कहा था बच्चा देने के लिए पुलिस की पूछताछ में एयरपोर्ट पर पकड़ी गई महिला निधि सिंह ने बताया कि उसकी देवरानी को बच्चा नहीं था। उसके लिए डॉक्टर जमील से सम्पर्क साधा था। जिसपर उसने 19 अगस्त को डॉक्टर ने मुझे फोन कर

Dainik Bhaskar यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा, बस-रेलवे स्टेशन फुल:सपा के पूर्व मंत्री पर पेपर लीक की अफवाह फैलाने का शक, FIR दर्ज; गोरखपुर में महिला सिपाही को STF ने उठाया

यूपी पुलिस की की सिपाही भर्ती परीक्षा आज से शुरू हो रही है। शुक्रवार को पहला दिन है। रात से ही रेलवे-बस स्टेशन परीक्षार्थियों से फुल हो गए। प्रयागराज में इतनी भीड़ थी कि बस में छात्रों ने खिड़की से एंट्री की। कानपुर सेंट्रल में भी कमोबेश यही हालत रहे। यहां ट्रेनों में परीक्षार्थियों की भीड़ की वजह जमकर धक्का-मुक्की हुई। गुरुवार को कुछ व्हाट्सऐप चैनल पर पेपर के बदले 15 से लेकर 20 हजार रुपए भी मांगे जा रहे हैं। इसको लेकर लखनऊ में FIR लिखवाई गई। गोरखपुर में महिला कांस्टेबल समेत 4 को एसटीएफ ने उठाया है। महिला कांस्टेबल के मोबाइल पर 5 प्रवेश पत्र मिले हैं। पूछताछ चल रही है। लखनऊ में पेपर लीक की अफवाह फैलाने पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह के एक्स एकाउंट @yasarshah_sp के खिलाफ FIR की गई है। माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही उनसे इस बारे में पूछताछ कर सकती है। परीक्षा के लिए प्रदेश में 67 जिलों में 1154 सेंटर बनाए गए हैं। कुल 48 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। पहले दिन दो शिफ्ट में 4.60 लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। एग्जाम को लेकर पूरी सरकारी मशीनरी एक्टिव है। यूपी पुलिस से लेकर एसटीएफ की पैनी नजर है। प्रदेशभर में यूपी पुलिस भर्ती से जुडे़ अपडेट्स जानने के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाइए....

Dainik Bhaskar पंजाब में NHAI प्रोजेक्ट मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई:मान सरकार देगी जवाब, जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह बताएगी

पंजाब में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट भूमि अधिग्रहण के कारण लटके हुए हैं। इसके चलते NHAI को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले की सुनवाई आज (शुक्रवार) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में होगी। जहां पंजाब सरकार हलफनामा दाखिल कर प्रोजेक्ट में हो रही देरी की वजह बताएगी। क्योंकि यह समस्या पिछले एक साल से आ रही है। हालांकि एनएचएआई ने स्पष्ट किया है कि जमीन के लिए करोड़ों रुपए जमा करवाने के बाद भी अभी तक कब्जा नहीं दिया गया है। इसके चलते ठेके भी रद्द किए जा रहे हैं। ये प्रोजेक्ट प्रभावित हुए NHAI ने अपनी याचिका में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मेमदपुर (अंबाला)-बनूर, आईटी सिटी चौक बनूर से खरड़ चंडीगढ़ एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को चुनौती दी थी। कोर्ट में यह भी बताया गया कि भूमि उपलब्ध न होने के कारण दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे, लुधियाना-रूपनगर से खरड़ हाईवे और लुधियाना बठिंडा हाईवे का काम भी लटका हुआ है। NHAI ने हाईकोर्ट को बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी उसे अभी तक जमीन का कब्जा नहीं दिया जा रहा है। 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में अभी तक 80 फीसदी जमीन नहीं सौंपी गई है। इसके कारण 34193 करोड़ रुपये की लागत वाली 897 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना लटकी हुई है। जबकि 13190 करोड़ रुपये की लागत वाली 391 परियोजनाओं का काम भी अधर में लटका हुआ है। वहीं, भूमि उपलब्ध न होने के कारण उन्हें कुछ ठेकेदारों के अनुबंध रद्द करने पड़े हैं। ठेकेदारों को एक फीसदी भुगतान करना पड़ा है। वहीं, जमीन के लिए 4104 करोड़ रुपये जमा कराने के बाद भी जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया है। अक्टूबर में हाईकोर्ट के ये थे आदेश हाईकोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में आदेश दिया था कि NHAI अधूरे लंबित प्रोजेक्टों की सूची संबंधित अधिकारी को उपलब्ध कराए। साथ ही मुख्य सचिव सक्षम अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश जारी करें। साथ ही एनएचएआई को दो महीने के भीतर बाधा रहित कब्जा दिलाया जाए।

Dainik Bhaskar हिमाचल के मणिमहेश में दिल्ली के श्रद्धालु की मौत:हेली-टैक्सी शुरू; पहली बार चंबा से भर सकेंगी उड़ान; छोटा शाही-स्नान 26 अगस्त को दोपहर 3.40 बजे

उत्तर भारत की पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान कल शाम दिल्ली के एक श्रद्धालु की मौत हो गई। दिल्ली के तिलक नगर निवासी 74 वर्षीय विक्रम मल्होत्रा ​​की गौरीकुंड के पास अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 26 अगस्त से 11 सितंबर तक चलने वाली इस यात्रा के लिए पिछले गुरुवार को हेली टैक्सी सेवा शुरू कर दी गई है। भरमौर से मणि महेश तक विभिन्न स्थानों पर रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के जवानों के अलावा पर्वतारोहण संस्थान के स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। 5 स्थानों पर लगाए गए शिविरों में मेडिकल टीम तैनात की गई है। धार्मिक यात्रा में छोटा शाही स्नान का शुभ मुहूर्त इस बार 26 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सुबह 3:40 बजे शुरू होगा, जो देर रात 2:20 बजे तक चलेगा। इस दौरान हजारों शिव भक्त डल में डुबकी लगाएंगे। वहीं, शाही स्नान राधा अष्टमी के अवसर पर यानी 11 सितंबर को होगा। मणिमहेश यात्रा के लिए बीते 3-4 दिन से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मणिमहेश पहुंचने शुरू हो गए हैं। जम्मू कश्मीर के डोडा से भी शिव भक्तों का एक बड़ा जत्था मणिमहेश के डल में शाही स्नान कर चुका है। भरमौर से मणिमहेश तक शिव के जयकारों से गूंज रहा है। देशभर से मणिमहेश पहुंचते हैं शिव भक्त बता दें कि हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के दुर्गम क्षेत्र भरमौर में मणिमहेश यात्रा के लिए देशभर में बड़ी संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं। आधिकारिक तौर पर यात्रा 26 अगस्त से शुरू हो रही है। मगर प्रशासन ने वीरवार से ही हेली टैक्सी सेवा आरंभ कर दी है। यहां बनाए गए कैंप, जहां मेडिकल टीम रहेगी तैनात प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 जगह कैंप स्थापित किए है। यहां प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा जाएगा, क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में कई बार ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इन कैंप में मेडिकल टीमें तैनात की गई है। घोड़े और हेली टैक्सी से भी कर सकते हैं यात्रा मणिमहेश यात्रा ज्यादातर श्रद्धालु पैदल करते हैं। जो चलना नहीं चाहते या चलने में सक्षम नहीं हैं, वह घोड़ों, हेली टैक्सी या कुली के माध्यम से भी यात्रा कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने हेली टैक्सी, कुली और घोड़ों का किराया तय कर दिया है। हेली ट

Dainik Bhaskar जिनकी 20 करोड़ की हवेली जमींदोज, 3 कारें कुचलीं…वो कौन:छतरपुर में उनकी मर्जी के बिना कोई कारोबार नहीं होता; खुद की अदालतें लगाते

छतरपुर में कोतवाली थाने पर पथराव के 24 घंटे के भीतर सरकार ने यहां 20 हजार स्क्वायर फीट में बनी 20 करोड़ रुपए की तीन मंजिला हवेली को जमींदोज कर दिया। हवेली में रखी तीन लग्जरी कारें- फॉर्च्यूनर, सफारी और स्कॉर्पियो को भी बुलडोजर से कुचल दिया। बड़ा सवाल ये है कि आखिर बिना परमिशन के 5 साल से जब ये हवेली बन रही थी, तब सरकारी अमले को क्यों कुछ नजर नहीं आया? इसका जवाब है- इस खानदान का रसूख। हवेली के मालिक हाजी शहजाद, आजाद, फैयाज और इम्तियाज, इन चारों भाइयों का इस शहर में ऐसा दखल है कि उनकी मर्जी के बिना कोई यहां बिजनेस नहीं कर सकता। बता दें कि पुलिस ने शहजाद और उसके भाइयों को 21 अगस्त को थाने पर पथराव के मुख्य आरोपियों के तौर पर नामजद किया है। एफआईआर के मुताबिक, चारों भाइयों ने भीड़ को पुलिस पर हमला करने के लिए उकसाया था। फिलहाल, चारों भाई और उनका परिवार गायब है। पुलिस सरगर्मी से उनको तलाश रही है, लेकिन 22 अगस्त की रात तक उनका कोई पता-ठिकाना नहीं मिल पाया है। जब उनकी हवेली गिराई जा रही थी, तब भी उनके परिवार का कोई सदस्य यहां मौजूद नहीं था। शहजाद अली और उसके भाइयों की राजनीतिक दखल भी था। शहर में उनका किस तरह का रसूख था, पढ़िए रिपोर्ट... जमीन से लेकर पारिवारिक विवाद तक सुलझाता था शहजाद शहजाद अली और उसके चारों भाई अलग-अलग कारोबार से जुड़े हैं। बड़ा भाई आजाद अली नगर पालिका का पार्षद है। शहजाद खुद जिला कांग्रेस का पूर्व उपाध्यक्ष रह चुका है। बाकी दोनों भाई जमीन, रेत, पुराने टायर और ऑयल का कारोबार करते थे। उनका ऐसा कब्जा था कि दूसरा व्यक्ति इस धंधे में एंट्री नहीं कर सकता था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, हाजी शहजाद अपनी अदालत में ही बिरादरी के लोगों के प्रॉपर्टी और पारिवारिक विवाद से जुड़े फैसले सुनाता था। इसमें कई केस आपराधिक भी होते थे। वह जिसके पक्ष में फैसला सुनाता था, उससे गरीबों की मदद करने के नाम पर पैसे भी लेता था। शहजाद मुस्लिम अंजुमन इस्लामिया कमेटी का सदर भी रह चुका है। कमेटी का पिछला चुनाव वह जावेद से हार चुका है। लोगों का ये भी कहना है कि वह जरूरतमंदों का बड़ा मददगार है। उसकी गाड़ी पर लगी प्लेट में कांग्रेस उपाध्यक्ष लिखा हुआ था। सूत्रों का कहना है कि वह कांग्रेस नेता मुन्ना राजा उर्फ शंकर प्रताप सिंह का नजदीकी रहा है। दिग्विजय सिंह शासनकाल में शंकर प्रताप सिंह को-ऑपरेटिव

Dainik Bhaskar हिमाचल के प्रवीण का प्रो-कबड्डी में चयन:बंगाल वॉरियर्स के लिए खेलेंगे; अर्की में भव्य स्वागत, युवाओं से की नशे से दूर रहने की अपील

हिमाचल प्रदेश के होनहार एवं युवा कबड्डी प्लेयर प्रवीण ठाकुर का चयन प्रो कबड्डी के लिए हुआ है। सोलन जिले के अर्की तहसील के पजीणा गांव के प्रवीण को बंगाल वारियर्स ने प्रो-कबड्डी सीजन 11 के लिए चुना है। इससे क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है। प्रवीण ठाकुर डिफेंडर हैं। प्रो कबड्डी में चुने जाने के बाद प्रवीण ठाकुर बीती शाम को पहली बार अपने घर पहुंचे। इस दौरान अर्की उप मंडल मुख्यालय में स्थानीय जनता ने उनका भव्य स्वागत किया। इस मौके पर पिता जयराम ठाकुर, माता हेम लता ठाकुर और भाई दिनेश ठाकुर सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। चंडी स्कूल से हासिल की शिक्षा प्रवीण की प्रारंभिक शिक्षा चंडी अर्की के स्कूल में हुई, जहां छठी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के दौरान प्रवीण ने अपने गुरू भास्करानंद ठाकुर के मार्गदर्शन में कबड्डी की बारीकियां सीखीं। स्कूल स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रवीण का हमेशा दबदबा रहा। कोच भास्कर ठाकुर ने तराशा कोच भास्कर ठाकुर ने प्रवीण की प्रतिभा को निखारा और उन्हें खेलो इंडिया सेंटर राजपुरा हॉस्टल में कोच संजीव ठाकुर के पास भेजा, जहां उन्होंने इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग प्राप्त की। प्रवीण ठाकुर क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए हैं। प्रवीण ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, माता-पिता व मित्रों को दिया। उन्होंने कहा कि किसी मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत जरूरी है। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने का आग्रह किया।