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Dainik Bhaskar PM मोदी 11वीं बार लालकिले से तिरंगा फहराएंगे:1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक मिलेंगे; 6 हजार स्पेशल गेस्ट में किसान, युवा और महिलाएं शामिल

देश आज 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। पीएम मोदी सुबह सबसे पहले महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट जाएंगे। राजघाट से मोदी लाल किला पहुंचेंगे। यहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे। इसे बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे। 78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। इसके तहत स्वतंत्रता के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। देशभर से स्वतंत्रता दिवस से पहले की तस्वीरें 1037 जवान वीरता और सेवा पदक से सम्मानित होंगे स्वतंत्रता दिवस के मौके 1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसमें पुलिस, फायर, होमगार्ड और सिविल डिफेंस (HGCD) और सुधार सेवाओं के जवान शामिल हैं।गृह मंत्रालय के अनुसार, 214 जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें एक राष्ट्रपति वीरता पदक (PMG) और 213 वीरता पदक (GM) शामिल हैं। पुलिस के जवानों को सबसे ज्यादा 208 पदक मिलेंगे। वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक तेलंगाना पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल चादुवु यादैया को दिया गया है। उन्होंने 25 जुलाई 2022 को हुई डकैती के मामले में वीरता दिखाई थी। CRPF को सबसे ज्यादा 52 वीरता पदक जाएंगे। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस के 31 जवानों को वीरता पदक मिलेगा। इनके अलावा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के 17-17, छत्तीसगढ़ के 15 और मध्य प्रदेश के 12 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक प्रदान किए जाएंगे। 150 महिला सरपंच स्वतंत्रता दिवस समारोह में पहुंचेंगी लाल किले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में इस बार 6 हजार स्पेशल गेस्ट शामिल हुए हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी लिस्ट में स्पेशल गेस्ट को 11 कैटेगरी में बांटा गया है। इनके अलावा 18 हजार ई-निमंत्रण कार्ड भेजे गए हैं। 150 महिला सरपंच को भी न्योता भेजा गया है। मेरी माटी मेरा देश योजना के तहत 400 एनएसएस वॉलंटियर्स, माईभारत योजना के 100 लाभार्थी और पीएम श्री स्कूलों के स्टूडेंट्स भी शामिल हो होंगे। सरकार की योजनाओं के लाभार्थी लोग भी शामिल हो रहे हैं। पेरिस ओलंपिक में शामिल हुए भारतीय दल को भी स्वतंत्रता दिवस

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस में विरोध प्रदर्शन हिंसक हुआ:आरजी कर मेडिकल कॉलेज में घुसी भीड़, पुलिस ने लाठीचार्ज किया

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन गुरुवार रात को हिंसक हो गया। गुरुवार रात यहां 'रिक्लेम द नाइट' नाम से प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी बीच बड़ी संख्या में लोगों ने कॉलेज के बाहर पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया और कॉलेज में घुस गए। पहले इस भीड़ ने पुलिस के वाहनों में तोड़-फोड़ की। इसके बाद भीड़ अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में भी घुसी और यहां भी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया। वहां मौजूद पुलिस-बल संख्या में भीड़ से कम होने की वजह से पुलिस भीड़ को कंट्रोल करने में नाकाम रही। लिहाजा पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया और टीयर गैस छाेड़ी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के बाहर उपद्रव की तस्वीरें... पुलिस कमिश्नर बोले- यह गलत मीडिया कैंपेन के चलते हुआ इस हिंसक प्रदर्शन को लेकर कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने कहा कि जो कुछ यहां हुआ है वह गलत मीडिया कैंपेन के चलते हुआ है। यह दुर्भावनापूर्ण कैंपेन कोलकाता पुलिस के खिलाफ चलाया जा रहा था।कोलकाता पुलिस ने क्या नहीं किया? हमने इस मामले में हर संभव प्रयास किया है... हमने परिवार को संतुष्ट करने की कोशिश की है, लेकिन हमारे खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत नाराज हूं। हमने कुछ गलत नहीं किया है फिर भी मीडिया के दुर्भावनापूर्ण अभियान की वजह से लोगों ने कोलकाता पुलिस पर भरोसा करना बंद कर दिया है। हमने कभी नहीं कहा कि इस मामले में एक ही आरोपी है। हमने कहा कि हम साइंटिफिक एविडेंस का इंतजार कर रहे हैं और इसमें समय लगता है। सिर्फ अफवाहों के आधार पर मैं किसी युवा पीजी छात्र को गिरफ्तार नहीं कर सकता, यह मेरे जमीर के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया की तरफ से बहुत दबाव है। मैं साफ तौर से कह चुका हूं कि हमने वो किया जो सही था। अब जांच CBI के पास है। वह निष्पक्ष जांच करेगी। हम CBI को पूरा सहयोग देंगे। यहां बहुत झूठा प्रचार हो रहा है कि हड्डियां टूटी हुई हैं, यह किया गया है... वह किया गया है। दुर्भाग्य से जो वैज्ञानिक सबूत मिले हैं, वे इन अफवाहों का समर्थन नहीं करते हैं। TMC नेता अभिषेक बनर्जी बोले- गुंडागर्दी की सीमाएं पार हुईं तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने X पर पोस्ट किया कि आज रात आरजी कर में गुंडागर्दी और तोड़फोड़ सभी सीमा पर कर दी गई है। मैंने कोलकाता

Dainik Bhaskar WHO ने Mpox को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया:दो साल में दूसरी बार किया ऐलान; इसमें शरीर पर मवाद भरे घाव हो जाते हैं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को Mpox यानी मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। यह दो साल में दूसरी बार है जब इस बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी बताया गया है। कांगो में इस बीमारी का प्रकोप फैला हुआ है, जिसकी चपेट में पड़ोसी देश भी आ गए हैं। मंकीपॉक्स चेचक जैसी एक वायरल बीमारी है। आमतौर इस वायरस से संक्रमण के ज्यादा दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह घातक हो सकता है। इसके चलते फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं और शरीर पर मवाद से भरे घाव हो जाते हैं। WHO इसलिए भी चिंतित है क्योंकि मंकीपॉक्स के अलग-अलग प्रकोप में मृत्यु दर अलग-अलग देखी गई है। कई बार तो यह 10% से भी अधिक रही है। यह इसलिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि यह संक्रामक बीमारी है। मंकीपॉक्स क्या है? मंकीपॉक्स एक वायरस के कारण होने वाली बीमारी है। इसे एमपॉक्स भी कहते हैं। इसमें चकत्ते और फ्लू जैसे लक्षण सामने आते हैं। यह वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस फैमिली का ही मेंबर है, जो चेचक (स्मालपॉक्स) के लिए भी जिम्मेदार है। मंकीपॉक्स के क्या लक्षण हैं हर संक्रमित व्यक्ति के लक्षण अलग हो सकते हैं मंकीपॉक्स किसे प्रभावित करता है यह वायरस किसी को भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि अफ्रीका के ज्यादातर मामलों में 15 साल से कम उम्र के बच्चे अधिक शिकार बने थे। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि ज्यादातर वयस्कों को मंकीपॉक्स में प्रभावी चेचक के टीके लग चुके थे। जबकि ये बच्चों को नहीं लगाए जा सकते थे। अफ्रीका के बाहर इस बीमारी के केस उन पुरुषों के बीच अधिक फैले, जिनके अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध थे। हालांकि यह वायरस उन लोगों में भी फैला, जो बाईसेक्शुअल या गे नहीं थे। मंकीपॉक्स का इलाज क्या है क्या मंकीपॉक्स से बचने का कोई उपाय है मंकीपॉक्स के प्रकोप से हमें कई वैक्सीन बचा सकती हैं। कुछ वैक्सीन इसके लिए ही तैयार की गई हैं, जबकि कुछ वैक्सीन चेचक के लिए तैयार की गई थीं, जो इसे रोकने में कारगर हैं।

Dainik Bhaskar स्वाधीनता दिवस के मौके पर रोशनी से जगमग इमारतें:दिल्ली के इंडिया गेट से मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस तक तिरंगे की रोशनी से दमके

78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बुधवार को देश की प्रमुख इमारतें तिरंगे की रोशनी से जगमगा उठीं।दिल्ली के इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन से लेकर मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस तक तिरंगे की रोशनी में नहाए नजर आए। मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से लेकर अमृतसर में वाघा बॉर्डर की बिल्डिंग को तिरंगे रंग की रोशनी से जगमग किया गया है। फोटो में देखें इमारतों की सजावट: 1. दिल्ली का इंडिया गेट 2 दिल्ली स्थित पुराना संसद भवन 3. दिल्ली में राष्ट्रपति भवन 4. दिल्ली में हुमायूं का मकबरा 5.वाघा बॉर्डर, अमृतसर 6. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई 7. दिल्ली का विकास मीनार, DDA

Dainik Bhaskar गवाह बनिए...उस पल के जब अंग्रेज लौट गए:18 अगस्त 1947 का वो दिन जब ब्रिटिश सेना ने छोड़ा था भारत, बजने लगा रॉयल इंडियन नेवी बैंड

18 अगस्त 1947 को ब्रिटिश सेना की पहली टुकड़ी भारत छोड़कर रवाना हुई थी। जैसे ही ब्रिटिश सैनिक जहाज की ओर बढ़े रॉयल इंडियन नेवी बैंड बजने लगा। शिप जॉर्जिक भारतीय तट छोड़कर रवाना हो गया। अब भारत अपने देश की सुरक्षित सेना के हाथ में था। गवाह बनिए... उस पल के जब ब्रिटिश सेना ने छोड़ा था भारत - Video देखने के लिए ऊपर Click करें

Dainik Bhaskar याद रखिए...पं. नेहरू का वो ऐतिहासिक भाषण...:आधी रात को बोले थे....नियति के साथ वादा, जब दुनिया सो रही होगी, भारत जागेगा

14 अगस्त 1947 की आधी रात को भारतीय संविधान सभा में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने ऐतिहासिक भाषण दिया था…ट्रिस्ट विद डेस्टिनी… यानी नियति के साथ वादा…एक मुलाकात। उस दिन एक युग समाप्त हो रहा था और राष्ट्र की आत्मा को अभिव्यक्ति मिली थी। ​​​​​​प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने ऐतिहासिक भाषण का सुनने के लिए ऊपर Video पर CLICK करें

Dainik Bhaskar ED के डायरेक्टर बने राहुल नवीन:1993 बैच के IRS अफसर, अभी एक्टिंग डायरेक्टर थे; इनके कार्यकाल में केजरीवाल-सोरेन गिरफ्तार हुए

केंद्र सरकार ने बुधवार, 14 अगस्त को 1993 बैच के IRS अफसर राहुल नवीन (57) को प्रवर्तन न्यायालय (ED) का फुल टाइम डायरेक्टर नियुक्त किया है। वे संजय कुमार मिश्रा की जगह लेंगे। बिहार के रहने वाले राहुल अभी ED के एक्टिंग डायरेक्टर का पद संभाल रहे थे। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) के जारी आदेश में कहा गया कि राहुल का कार्यकाल 2 साल या अगले आदेश तक रहेगा। वे साल 2019 में स्पेशल डायरेक्टर के तौर पर ED में शामिल हुए थे। 15 सितंबर 2023 को संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें एक्टिंग डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। इंटरनेशनल टैक्सेशन मामलों के एक्सपर्ट राहुल नवीन के कार्यकाल में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड सीएम हेमंत सोरेन जैसीं हाई प्रोफाइल गिरफ्तारियां हुई हैं। एक नजर संजय कुमार मिश्रा के कार्यकाल पर ईडी पूर्व डायरेक्टर संजय कुमार मिश्र का कार्यकाल 15 सितंबर 2023 को खत्म हुआ था। वे लगभग 4 साल 10 महीने ईडी निदेशक रहे थे। संजय को पिछले साल 18 नवंबर को रिटायर होना था। केंद्र ने अध्यादेश के जरिए उनका कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया था, जबकि कोर्ट पहले ही कह चुका था कि दूसरी बार के बाद संजय मिश्रा का कार्यकाल न बढ़ाया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मिश्रा 31 जुलाई तक पद पर थे। इस दौरान ही सरकार को नए चीफ की नियुक्ति करनी थी। केंद्र सरकार ने 26 जुलाई 2023 को संजय कुमार मिश्रा के कार्यकाल को बढ़ाए जाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। केंद्र का कहना था कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स का रिव्यू चल रहा है, इसलिए संजय को 15 अक्टूबर 2023 तक पद पर रहने दिया जाए। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को तर्क दिया था कि संजय मिश्रा की जगह लेने के लिए अभी कोई दूसरा अफसर तलाश नहीं किया जा सका है। वे अभी मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामलों की निगरानी कर रहे हैं। ऐसे में नई नियुक्ति के लिए हमें थोड़ा और समय चाहिए।

Dainik Bhaskar महसूस कीजिए...15 अगस्त के दिन का वो पल:देश में 40 करोड़ से ज्यादा लोगों मना रहे थे जश्न, संसद के बाहर जमा थे लाखों देशप्रेमी

उस दिन 40 करोड़ से अधिक लोग दो आजाद मुल्कों भारत और पाकिस्तान की खुली हवा में सांस लेने के लिए तैयार थे। दिल्ली में संसद भवन के बाहर उत्साह और जश्न मनाते लाखों लोगों का हुजूम पहुंच गया था। माहौल खुशी, उत्सव और मेले जैसा बन गया था।

Dainik Bhaskar देखिए...आजाद भारत के पहले ध्वजा रोहण की उमंग:पंडित नेहरू ने फहराया था लाल किले पर तिरंगा, लोगों ने भारत माता की जय के लगाए थे नारें

देश आजाद हो चुका था। सभी देशवासियों की आंखे आजाद भारत के पहले ध्वजारोहण को देखना चाहती थी। तिरंगे को लहराते हुए देखना चाहती थी। तिरंगे को लहराते हुए देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ लाल किले पर जमा हो गई थी। पंडित नेहरू ने जब तिरंगा फहराया तो भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे थे।

Dainik Bhaskar सुनिए...15 अगस्त 1947 की सुबह की वो शहनाई:जब पंडित नेहरू के आग्रह पर मुंबई से दिल्ली आए थे बिस्मिल्लाह खां, शहनाई पर बजायी थी राग काफी

आजादी के पलों को और शुभ बनाने के लिए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को दिल्ली बुलाया गया था। वे उत्साह से सराबोर थे और उनके साथ साजिंदों का एक दल भी था। उस रोज आजादी के जश्न के कार्यक्रम में बिस्मल्लाह खां ने खुशी का राग काफी बजाया था।

Dainik Bhaskar राष्ट्रपति मुर्मू का राष्ट्र के नाम संबोधन कुछ देर में:78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर भाषण देंगी

देश में 15 अगस्त को 78वां स्वतंत्रता दिवस सेलिब्रेट किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या (14 अगस्त) की शाम राष्ट्र को संबोधित करेंगी। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ये उनका लगातार तीसरा संबोधन होगा। द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति हैं। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 64 साल (साल 2022) की द्रौपदी मुर्मू देश में सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति बनने की रिकॉर्ड भी बनाया था। राष्ट्रपति ने 25 जनवरी को भी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। हमारे गणतंत्र का 75वां वर्ष कई अर्थों में देश की यात्रा का एक ऐतिहासिक पड़ाव है। उन्होंने कहा था कि हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर बढ़ते हुए अमृत काल के प्रारंभिक दौर से गुजर रहा है। यह भारत अमृत काल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। राष्ट्रपति के संबोधन कीखास बातें... 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा था- हमारा संविधान मार्गदर्शक दस्तावेज पिछले साल 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या (14 अगस्त 2023) पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा था कि सभी देशवासी उत्साह के साथ अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है। चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा था कि जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है। लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना। स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं, जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है। औपनिवेशिक शासन ने इसे खत्म करने की कोशिश की थी। 15 अगस्त 1947 को हम आजाद हुए। हमारा स्वाधीनता आंदोलन अद्भुत था। महान सभ्यता के मूल्यों को जन-जन में ले गए। हमारे स्वाधीनता संग्राम के मूल्यों सत्य-अहिंसा को पूरी दुनिया में अपनाया गया है। गांधीजी तथा अन्य महानायकों

Dainik Bhaskar एयरफोर्स के 8 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड:इनमें 2 को शौर्य चक्र, विंग कमांडर जसप्रीत सिंह सहित 6 को वायु सेना मेडल मिला

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को वायु सेना के बहादुर जवानों को शौर्य चर्क और वायु सेना मेडल (वीरता) से सम्मानित किया। 2 जवानों को शौर्य चक्र और 6 जवानों को वायु सेना मेडल दिया गया है। राष्ट्रपति ने विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम को फ्लाइंग (पायलट) को शौर्य चक्र से नवाजा है। वहीं, विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू को वायु सेना मेडल से दिया गया है। ये पुरस्कार सैन्य कर्मियों को वीरता और उनके बलिदान के लिए दिए जाते हैं। शौर्य चक्र पाने वाले दो जवान 1. वर्नोन डेसमंड कीन वीएम, विंग कमांडर विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। 24 जुलाई 2023 को जगुआर फाइटर जेट ने उन्हें खराबी के संकेत दिए। इस बीच 2500 फीट की ऊंचाई पर दाहिना इंजन भी फेल हो गया। विमान तेजी से यूपी के गोरखपुर शहर के पास पहुंच गया। एक इंजन के सहारे पायलट ने विमान को कंट्रोल करके गैर आबादी वाले क्षेत्र की ओर मोड़ दिया। इस तरह उन्होंने एक बड़ा हादसा टाल दिया था। 2. दीपक कुमार, स्क्वाड्रन लीडर स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार इस समय एयर फोर्स स्टेशन हकीमपेट में तैनात हैं। उन्हें 25 अगस्त 2023 को उड़ान के दौरान उनके विमान से पक्षी टकराया, जिससे इंजन में आग लग गई। उन्होंने तुरंत जेट की लैंडिग का निर्णय लिया। रात में सीमित संकेतों के बावजूद उन्होंने अपने सूझबूझ से विमान को छोटे रनवे पर जबरन उतारा। वायु सेना मेडल (वीरता) पाने वाले 6 जवान क्या है शौर्य चक्र? 4 जनवरी 1952 को अशोक चक्र श्रेणी-III अवॉर्ड की शुरुआत हुई थी। बाद में 27 जनवरी 1967 को इसका नाम बदलकर शौर्य चक्र कर दिया गया। शौर्य चक्र सेना, नौसेना और वायु सेना, किसी भी रिजर्व फोर्स, टेरिटोरियल सेना और किसी भी अन्य सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के अधिकारियों को दिया जाता है। शौर्य चक्र में एक मेडल दिया जाता है और मोनेट्री अलाउवेंस के रूप में 1500 रुपए की रकम दी जाती है। 1960 में वायु सेना मेडल की शुरुआत हुई थी वायु सेना मेडल की शुरुआत 26 जनवरी 1960 को किया गया था। यह पुरस्कार वायु सैनिकों की वीरता, उनकी सेवा या कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए दिया जाता है। इसमें एक मेडल होता है, रिबन और बार समेत 500 रुपये का मोनेट्री अलाउवेंस दिया जाता है।

Dainik Bhaskar कर्नाटक सरकार ने SBI-PNB में लेनदेन पर रोक लगाई:सभी विभागों से कहा खाते बंद कराएं, सरकारी पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया

कर्नाटक सरकार ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से लेनदेन पर रोक लगा दी है। राज्य सरकार ने सभी विभागों को निर्देश जारी किया कि दोनों बैंकों से कामकाज नहीं करें और इन बैंकों में अपने जितने भी अकाउंट हैं उनको तुरंत बंद करें। सरकार का आरोप है कि SBI और PNB ने सरकारी धन का गलत इस्तेमाल किया है। SBI और PNB को इस बारे में कई बार चेतावनी दी गई लेकिन बैंकों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद सरकार को यह कदम उठाना पड़ा। दोनों बैंकों ने इस बारे में कोई रिएक्शन नहीं दिया है। वित्त विभाग के सचिव जाफर ने इस बारे में आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक, कोई भी सरकारी विभाग SBI और PNB में पैसा जमा नहीं कराएगा। खाते बंद करने का आदेश साथ ही सभी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, निगमों और स्थानीय निकायों को इन बैंकों से अपना पैसा निकालना होगा। यूनिवर्सिटी और दूसरे सरकारी संस्थानों को भी इन बैंकों में अपने खाते बंद करना होंगे।इसके अलावा इन बैंकों में कोई और जमा या निवेश नहीं किया जाएगा। कर्नाटक महर्षि वाल्मिकी अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड से जुड़ा से मामला दरअसल राज्य सरकार के कर्नाटक महर्षि वाल्मिकी अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड से जुड़े मनी ट्रांसफर घोटाले को लेकर कांग्रेस शासित कर्नाटक सरकार और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक खींचतान चल रही है। वित्त विभाग के ताजा आदेश को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। निगम में घोटाले का खुलासा तब हुआ जब निगम के अकाउंट सुपरिनटैंडैंट चन्द्रशेखर पी ने 26 मई को खुदकुशी कर ली। उन्होंने एक नोट छोड़ा। नोट में दावा किया गया है कि निगम के 187 करोड़ रुपए बिना अथॉरिटी के ट्रांसफर किए गए। इनमें से ​​88.62 करोड़ रुपए आईटी कंपनियों और हैदराबाद स्थित एक सहकारी बैंक के खाते में ट्रांसफर किए गए।

Dainik Bhaskar अमेरिका ने रिजेक्ट किया मूर्तिकार अरुण योगीराज का वीजा एप्लिकेशन:वर्जिनिया में विश्व कन्नड़ सम्मेलन 2024 में शामिल होना है; परिवार बोला- ये हैरानी की बात

अमेरिका ने भारत के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज और उनके परिवार का वीजा एप्लिकेशन रिजेक्ट किया है। अमेरिकन एम्बेसी ने इसकी वजह भी नहीं बताई है। योगीराज ने परिवार समेत अमेरिका में 12वें AKKA (कन्नड़ कूटस एसोसिएशन) के आयोजित विश्व कन्नड़ सम्मेलन-2024 (WKC 2024) में भाग लेने के लिए वीजा का आवेदन किया था। ये कार्यक्रम रिचमंड, वर्जीनिया में 30 अगस्त से 1 सितंबर 2024 तक ग्रेटर रिचमंड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीजा एप्लिकेशन रिजेक्ट पर अरुण के परिवार ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अरुण की अंतरराष्ट्रीय मान्यता और हाल ही में वैश्विक प्रदर्शन के बावजूद ऐसा हुआ है। परिजनों ने कहा है कि अरुण की पत्नी पहले भी अमेरिका की यात्रा कर चुकी हैं। ऐसे में वीजा एप्लिकेशन रिजेक्ट होना हैरान करने वाली बात है। हमारा एकमात्र उद्देश्य कार्यक्रम में शामिल होना और तुरंत वापस लौटना था। मैसूर महल के कलाकारों के परिवार से आते अरुण 37 साल के अरुण मैसूर महल के कलाकारों के परिवार से आते हैं। उन्होंने 2008 में मैसूर विश्वविद्यालय से MBA किया, फिर एक निजी कंपनी के लिए काम किया। फिर इस पेशे में आए। हालांकि, मूर्तियां बनाने की तरफ उनका झुकाव बचपन से था। PM मोदी भी उनके काम की तारीफ कर चुके हैं। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में हुई थी रामलला की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में 22 जनवरी को अरुण की बनाई रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इससे 2 दिन पहले 20 जनवरी को रामलला की पहली तस्वीर सामने आई थी।लोगों ने अरुण योगीराज की खूब तारीफ की। योगीराज ने काले रंग के एक ही पत्थर से पूरी प्रतिमा बनाई। इस पत्थर को कहीं से जोड़ा नहीं गया। अरुण की मां ने कहा था- चाहती थीं बेटा जॉब करे अरुण योगीराज की मां सरस्वती योगीराज ने कहा था कि बेटे अरुण की स्कूलिंग मैसूर के GSS बाल जगत स्कूल से हुई। 12वीं की परीक्षा मरीमाला स्कूल से पास की, बीकॉम की डिग्री JSS कॉलेज से की थी। उसके बाद उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से MBA किया। मैं चाहती थी कि वो भी 8 घंटे की कॉर्पोरेट जॉब करें, सूट-बूट पहनकर ऑफिस जाएं। मेरी इच्छा का मान रखने के लिए अरुण ने बेंगलुरु की एक प्राइवेट कंपनी में जॉब भी किया था, लेकिन सिर्फ दो महीने में ही उसे छोड़कर शिल्पकला में वापस आ गया। यह खबर भी पढ़ें.

Dainik Bhaskar हरियाणा में रक्षाबंधन पर CM सैनी का शगुन:51 हजार महिलाओं को देंगे 1,111 रुपए; अधिकारियों को भेजने के आदेश

हरियाणा सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायकों को रक्षाबंधन पर बड़ा तोहफा दिया है। CM नायब सैनी के निर्देश पर प्रदेश की सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायकों को शगुन दिया जाएगा। शगुन की 1,111 रुपए की राशि 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन दी जाएगी। सरकार की ओर से इसे लेकर महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग की ओर से सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। शगुन की यह राशि जिलों के डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग ऑफिसर के जरिए दी जाएगी। हरियाणा में कुल 51 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक हैं। हरियाणा सरकार के आदेश की कॉपी... राज्य में प्रदर्शन कर रहे आंगनवाड़ी वर्कर CM नायब सैनी ने आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों को रक्षाबंधन पर शगुन भेजने की घोषणा ऐसे समय पर की है जब सभी वर्कर हरियाणा भर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। उनकी मांगों में हर वर्ष सितंबर में मंहगाई भत्ता देने की मांग प्रमुख है। इसके अलावा वर्ष 2202-2023 का भत्ता जल्दी लागू करवाया जाए। हेल्परों के प्रमोशन को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाए। हेल्परों के लिए गर्मी-सर्दी की छुट्टियां लागू की जाएं। सुरक्षा भी प्रदान की जाए। खाली पड़े पदों पर हेल्पर व वर्करों की भर्ती की जाए। मैन्यू के हिसाब से हर महीने राशन भेजा जाए व ईंधन का बकाया दिया जाए। रुका हुआ वेतन, भवनों का किराया, नेट पैक, स्टेशनरी, आदि आंगनबाड़ी सेंटरों में डेली नीड की वस्तुएं दी जाएं। रिटायरमेंट पर 5 लाख की राशि दी जाए। पेंशन की भी मांग आंगनबाड़ी वर्कर कर रहे हैं। CM ने हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की इस फैसले के बाद चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास संत कबीर कुटीर में CM नायब सैनी ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा लगाया। इस दौरान CM ने कहा कि हमारा यह तिरंगा हमारे वीर शहीदों के मान-सम्मान का प्रतीक है। 15 अगस्त का दिन हम सबके लिए खुशी और सम्मान का दिन है। हमारे अमर शहीदों और पूर्वजों की शहादत के चलते हमें आजादी मिली है, लेकिन आजादी से पहले 14 अगस्त को हमारे देश को 2 भागों में बांटने का काम अंग्रेजों द्वारा किया गया। 51 लाख शहीद स्मारक को दिए इसके बाद कुरुक्षेत्र दौरे के दौरान CM नायब सैनी ने मसाना में बन रहे शहीद स्मारक के लिए 51 लाख रुपए देने की घोषणा की। CM ने विभीषिका दिवस पर कहा कि बंटवारे के दौरान हमारे पूर्वजों को कई किलोमीटर पैदल चलकर विस्थापित