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Dainik Bhaskar तहसीलदार की पोस्ट-'मुंह छिपाकर दारू पी रही प्रियंका गांधी':फेसबुक पर लिखा- मांस खाने वाले राहुल खान देश पर राज करने के सपने पाल रहे

गुना जिले के कुंभराज में पदस्थ तहसीलदार अमिता सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट की है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर कहा है कि कैमरा सामने आते ही मुंह छिपाकर लंदन में दारू पी रही हैं। उन्होंने पोस्ट में राहुल खान लिखा। लिखा- बकरे और बीफ खाने वाले ब्राह्मण राहुल खान और वाड्रा परिवार 100 करोड़ हिंदुओं के देश पर राज करने का सपना पाले हैं। अपनी पोस्ट के साथ उन्होंने एक फोटो भी लगाया है। जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ड वाड्रा बैठे नजर आ रहे हैं। हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। दैनिक भास्कर ने जब तहसीलदार अमिता सिंह से पोस्ट को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि राजस्व महा अभियान चल रहा है। बार-बार ओटीपी आता रहता है, इसलिए मेरा मोबाइल किसी के भी पास रहता है, मेरे पास नहीं रहता है। तहसीलदार अमिता सिंह ने ये पोस्ट की थी, जो बाद में डिलीट कर दी.. कांग्रेस ने कहा- औकात में रहकर जिम्मेदारी निभाएं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने कहा- तहसीलदार हैं, वे अपनी प्रशासनिक औकात में रहकर जो उन्हें जिम्मेदारी है उसे निभाएं। यदि वो समझती हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को खुश कर वहां नौकरी कर लेंगी, तो उन्हें लंबा प्रशासनिक जीवन निभाना है। कभी भी तकलीफ में आ सकती हैं। महिला हैं, अपने दायरे में काम करें। यदि तहसीलदार नहीं, समाज सुधारक बनना चाहती हैं, तो उन्हें राजनीति में आ जाना चाहिए। अपनी हैसियत पता लग जाएगी। ये वही तहसीलदार हैं, जो हमेशा विवादों में रहती हैं। सरकार को उन्हें कहीं भी पदस्थ करने से पहले मानसिक इलाज करवाकर भेजना चाहिए। जैसा कि उन्होंने अपनी प्रोफाइल पर पोषण विशेषज्ञ भी लिखा है, उन्हें मानसिक पोषण की भी आवश्यकता है। महिलाओं के प्रति सद्भावना रखना सम्मानजनक स्थिति है, किंतु तहसीलदार महोदया मणिपुर के मसले पर वह मूक बधिर क्यों बनी रहीं। लगता है वे एक सरकारी नौकर नहीं, सरकार के एजेंडे को लागू करने वाली राजनीतिक दल की सदस्य बन चुकी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा-अशोभनीय पोस्ट कांग्रेस नेता अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- यह अमिता सिंह तोमर हैं जो गुना जिले की कुंभराज तहसील में तहसीलदार पद पर पदस्थ हैं, जिन्होंने बलिदानी परिवार की बेटी प्रियंका जी के खिलाफ अशोभनी

Dainik Bhaskar रेल जिहाद के नाम से VIDEO वायरल:दावा-देश में ट्रेन 'पलटाने' की तैयारी हो रही है; जानिए सच्चाई

सोशल मीडिया पर एक वीडियो रेल जिहाद के नाम से वायरल हो रहा है। एक्स पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि देश में ट्रेन को पलटाने की तैयारी हो रही है। राकेश कृष्णन सिम्हा नाम के एक्स यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा- बड़े पैमाने पर मासूमों की जान लेने के उद्देश्य से एक धर्म विशेष के बच्चों ने पटरियों से फिश-प्लेट निकालीं। (अर्काइव लिंक ) देखें ट्वीट: खबर लिखे जाने तक राकेश कृष्ण सिम्हा की पोस्ट को 15 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, इसे 8 हजार से अधिक बार रीपोस्ट किया गया था। एक्स पर राकेश को 74 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। पेशे से खुद को पत्रकार कहने वाले सुधीर मिश्रा ने ट्वीट किया - वायरल करो इसे- ट्रेन को 'पलटाने' की तैयारी हो रही है। क्या ये “ रेल जिहाद ” है। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: सुधीर मिश्रा को एक्स पर 72 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। वहीं, खबर लिखे जाने तक उनके इस ट्वीट को 1500 लोग लाइक कर चुके थे और 1100 लोगों ने इसे रीट्वीट किया था। सुदर्शन न्यूज के डॉ. सुरेश चव्हाणके ने भी वायरल वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा - इस उम्र में ये रेल की पटरियां उखाड़ रहे हैं। सोचिए, अगले 50 वर्षों में ये क्या करेंगे? (अर्काइव ट्वीट) डॉ. चव्हाणके ने आगे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए लिखा - अश्विनी वैष्णव जी, ऐसी हरकतें दिखते ही गोली मारने का आदेश रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को दें, तभी कुछ भय उत्पन्न होगा। डॉ. चव्हाणके ने वीडियो की लोकेशन और तारीख की तुरंत जांच किए जाने की बात भी अपने ट्वीट में लिखी है। देखें ट्वीट : डॉ. सुरेश चव्हाणके के ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 5000 लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, इसे 2900 बार रीपोस्ट किया जा चुका था। वहीं, मनीष कश्यप सन ऑफ बिहार नाम के एक्स अकाउंट से किए गए ट्वीट में लिखा था- वीडियो पता नही कहां की है पर आप कपड़ों से पहचान सकते हो ये महानुभाव लोग कौन हैं। @RailMinIndia @AshwiniVaishnaw महोदय रेलवे पटरी के आस-पास जितनी भी झुग्गी झोपड़ी हैं उन्हें हटाओ नही तो किसी दिन ये बहुत बड़ा कांड कर देंगे। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: खबर लिखे जाए तक इस ट्वीट को भी 4900 से अधिक लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, इसे 2200 लोगों ने रीपोस्ट किया था। क्या है वायरल वीडियो का सच वीडियो

Dainik Bhaskar लॉरेंस इंटरव्यू केस में पत्रकारों पर कार्रवाई नहीं:HC के FIR दर्ज करने के आदेश पर SC से राहत; पंजाब-राजस्थान सरकार को नोटिस

जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू लेने वाले पत्रकारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने ये आदेश दिया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा इंटरव्यू से संबंधित मामले में FIR दर्ज करने के निर्देश के खिलाफ दायर चुनौती पर सुनवाई कर रही थी। पत्रकार पर कार्रवाई न करने के आदेश के साथ पीठ ने पंजाब-राजस्थान सरकारों को नोटिस भी जारी किया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ में जस्टिस जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा शामिल थे। इसमें फैसला लिया गया कि पत्रकार के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कदम नहीं उठाया जाएगा। दिसंबर 2024 में हाईकोर्ट ने बिश्नोई के इंटरव्यू के संबंध में FIR दर्ज करने और आईपीएस अधिकारी प्रबोध कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच कमेटी से जांच कराने का आदेश दिया था। नोटिस जारी करने के साथ दिया आदेश लॉरेंस 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपियों में से एक है। पिछले साल मार्च में एक निजी समाचार चैनल ने लॉरेस बिश्नोई के दो इंटरव्यू प्रसारित किए थे। आज मुख्य न्यायाधीश ने निजी चैनल और सीनियर पत्रकार द्वारा दायर रिट पर नोटिस जारी किया। साथ ही मौखिक रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि पत्रकार का उद्देश्य अपराधियों को बेनकाब करना था, लेकिन जेल परिसर के भीतर इंटरव्यू आयोजित करना जेल के नियमों का गंभीर उल्लंघन है। चीफ जस्टिस ने कहा कि एक हद तक, शायद मुवक्किल ने इंटरव्यू की मांग करके जेल के कुछ नियमों का उल्लंघन किया हो। लेकिन यह तथ्य कि यह जेल में भी हो सकता है, एक बहुत गंभीर मामला है। पत्रकार का तर्क, बताया- जेल से गैंगस्टर कैसे बना रहा संपर्क इस पर याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि पत्रकार ने खोजी पत्रकारिता के हिस्से के रूप में एक स्टिंग ऑपरेशन किया। जिसमें दिखाया गया कि कैसे लॉरेंस कनाडा में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में था और काले हिरण केस के मद्देनजर सलमान खान के खिलाफ हमले की साजिश रच रहा था। चीफ जस्टिस ने सवाल उठाया कि क्या इससे जेल प्रतिबंधों के उल्लंघन को उचित ठहराया जा सकता है और क्या इससे उच्च न्यायालय द्वारा जेलों में सुरक्षा खतरों पर उठाई गई चिंताओं को नकारा जा सकता है। समस्या

Dainik Bhaskar जगदीश टाइटलर के खिलाफ हत्या का केस चलेगा:सिख दंगा मामले में कोर्ट ने आरोप तय किए; 3 लोगों की हत्या का आरोप

1984 सिख दंगा मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ हत्या का केस चलेगा। दिल्ली की कोर्ट ने शुक्रवार (30 अगस्त) को टाइटलर के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में आरोप तय कर दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई 13 सितंबर को होगी। टाइटलर को कोर्ट में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है। CBI ने मामले में टाइटलर के खिलाफ 20 मई 2023 को चार्जशीट दाखिल की थी। एक गवाह ने आरोप लगाया था कि जगदीश टाइटलर ने 1 नवंबर 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश के सामने एक एंबेसडर कार से बाहर निकले और भीड़ को सिखों की हत्या करने के लिए उकसाया था। CBI ने भी अपने आरोप पत्र में कहा कि टाइटलर ने भीड़ को उकसाया था। इसके बाद गुरुद्वारे में आग लगा दी गई। इस हिंसा में ठाकुर सिंह, बादल सिंह और गुरु चरण सिंह मारे गए थे। CBI ने टाइटलर पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147 (दंगा), 109 (भड़काना) और 302 (हत्या) का आरोप लगाया था। कौन हैं जगदीश टाइटलर? जगदीश टाइटलर 2004 में मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री थे, लेकिन विरोध के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उन्हें पिछले साल दिल्ली नगरपालिका चुनाव के लिए समिति में शामिल किया गया था, जिसने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल होना था, लेकिन विवाद से बचने के लिए वह यात्रा में शामिल नहीं हुए। टाइटलर की मिली चुकी थीं क्लीन चिट सिख दंगा केस में CBI टाइटलर को पहले तीन बार क्लीन चिट दे चुकी थी। पहली क्लीन चिट 2007 में मिली थी। लेकिन अदालत ने इसे सिरे से खारिज कर दोबारा जांच के आदेश दिए। इसके बाद 2013 में CBI ने फिर से सबूतों का अभाव देकर टाइटलर को क्लीन चिट दी थी। याचिकाकर्ता फिर कोर्ट पहुंचे, जांच हुई और टाइटलर फिर बच गए। आखिर में अदालत ने दिसंबर 2015 में CBI को मामले की और जांच करने का निर्देश देते हुए कहा था कि वह हर 2 महीने में जांच की निगरानी करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर एक पहलू की जांच की जाए। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि CBI उन सभी गवाहों के बयान दर्ज करे, जिन्‍होंने खुद को चश्‍मदीद बताया और टाइटलर को दंगा भड़काते देखा। जिन गवाहों ने अपनी गवाही दर्ज कराने के लिए CBI से संपर्क किया, उनके भी बयान लिए जाएं। इसके बाद CBI ने एक और जांच की और टाइटलर का नाम चार्जशीट में शामिल किया था। क्या है सिख विरो

Dainik Bhaskar कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' का विरोध:BJP के पूर्व मंत्री बोले- गंदा बोलती है कंगना, सिख समाज ने कहा- बैन लगाओ

फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। सिख समुदाय के लोगों ने विरोध करते हुए फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है। जबलपुर सिख संगत ने कंगना रनौत की फिल्म को विवादास्पद बताया है। शुक्रवार को सैकड़ों लोग रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। रैली में पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू भी शामिल हुए। कलेक्ट्रेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की। उन्होंने फिल्म में सिख समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। समाज ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी पत्र लिखा है। बता दें कि फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है। सिख समुदाय की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए जबलपुर सिख संगत के लोगों का कहना है कि जब भी देश में कहीं आपदा आई है, उस दौरान हमने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाई है। भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड द्वारा सिखों को बदनाम करने वाली इमरजेंसी फिल्म को मंजूरी देते समय सिखों की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा गया है। सिख इतिहास को फिल्म में तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिससे सिख समाज की भावनाएं आहत हुई है। सिनेमाघरों ने चलने नहीं देंगे फिल्म सिख समाज के लोगों ने कहा है कि किसी भी कीमत पर इस फिल्म को देश-प्रदेश के सिनेमाघरों में चलने नहीं दिया जाएगा। सिख समाज के अध्यक्ष मनोहर सिंह रीन ने कहा कि अगर ये फिल्म चेतावनी के बाद भी थिएटर में लगती है तो मजबूर होकर विरोध करना होगा और प्रदर्शन करना पड़ेगा। इसकी सभी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन को होगी। हाथों में काली पट्‌टी बांधकर कलेक्ट्रेट पहुंचे हाथों में काली पट्टी बांधकर कलेक्ट्रेट पहुंचे सिख समाज के अध्यक्ष मनोहर सिंह रीन का कहना है कि अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी सिखों के प्रति दुर्भावना से भरी है। उन्होंने देश-प्रदेश के सभी लोगों से अपील की है कि इस फिल्म को कोई न देखे, क्योंकि ये फिल्म न सिर्फ सिख समाज बल्कि हर भारतीय के लिए ठीक नहीं है। 6 सितंबर को रिलीज होगी कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज होगी। ये फिल्म पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के जीवन और समय पर आधारित है। कंगना फिल्म में मुख्य भूमिका निभाती नजर आएंगी।

Dainik Bhaskar महायुति को अजित पवार की जरूरत नहीं:शिंदे गुट के मंत्री के उल्टी वाले बयान पर बोली NCP शरद पवार

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता तानाजी सावंत ने कहा कि उनको नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेताओं के पास बैठने पर उल्टी करने का मन होता है। सावंत के इस बयान पर NCP (शरद पवार) ने प्रतिक्रिया दी है। एनसीपी (SP) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा- 'सावंत की टिप्पणी से पता चलता है कि महायुति को अब NCP की जरूरत नहीं है। RSS के मुखपत्र ने भाजपा से पूछा था कि उन्होंने अजित पवार के साथ गठबंधन क्यों किया।' उन्होंने कहा कि भाजपा कैडर भी यही सवाल पूछ रहा है। ​​​​​​​BJP के लिए NCP को महायुति से बाहर करने का समय आ गया है। अजित पवार के लिए अब जागने और हालात को समझने का समय आ गया है। BJP धीरे-धीरे अजित पवार को महायुति से बाहर निकाल देगी। सब कुछ ठीक नहीं है और दरारें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। अजित पवार ने अपना आत्म-सम्मान खो दिया NCP (SP) के दूसरे प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि अजित पवार ने अपना आत्म-सम्मान खो दिया है। NCP (अजित) के साथ गठबंधन से शिवसेना (शिंदे) में असंतोष बढ़ रहा है। ​​​​​​​मैंने कभी नहीं सोचा था कि अजित दादा जो कभी NCP में अपार सम्मान रखते थे, सत्ता के लिए अपने आत्म-सम्मान से समझौता करेंगे। तपासे ने कहा कि अजित पवार को सरकार में शामिल किए जाने को लेकर शिंदे सेना के सदस्यों में बढ़ती बेचैनी अब सावंत की टिप्पणियों से स्पष्ट रूप से सामने आ गई है। तपासे ने कहा कि मंत्री तानाजी सावंत के बयान ने अजित दादा की राजनीतिक स्थिति को प्रभावी रूप से मिटा दिया है और फिर भी उनकी अपनी पार्टी के सदस्य चुप हैं। तपासे ने आगे दावा किया कि मौजूदा हालात को देखते हुए एनसीपी को महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों में 25 सीटें भी नहीं मिल सकती हैं। इसी हताशा के कारण ऐसा अपमानजनक व्यवहार किया गया है। सावंत ने कहा था- मुझे उल्टी जैसा महसूस होता है गुरुवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा था कि वह कट्टर शिवसैनिक हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेताओं के साथ उनकी कभी नहीं पटी। अगर हम कैबिनेट में एक-दूसरे के बगल में बैठते भी हैं, तो बाहर आने के बाद मुझे उल्टी जैसा महसूस होता है।

Dainik Bhaskar तेलंगाना CM की सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी:कहा- मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला; के. कविता की जमानत को सौदेबाजी कहा था

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने BRS नेता के. कविता को जमानत पर दिए बयान के लिए सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। रेवंत ने X पर एक पोस्ट में लिखा कि मेरे बयान को लेकर जो खबरें छापी गई, उनमें कमेंट का गलत अर्थ निकाला गया। रेवंत ने लिखा- 29 अगस्त की कुछ खबरों में मेरे नाम से कमेंट किए गए, जिससे यह माना गया कि मैं माननीय न्यायालय के विवेक पर सवाल उठा रहा हूं। मैं उन खबरों में दिए बयानों के लिए बिना शर्त खेद व्यक्त करता हूं। मैं न्यायपालिका का सम्मान करता था और करता रहूंगा। 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में कैश फॉर वोट केस की सुनवाई के दौरान जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने रेवंत के बयान पर नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने पूछा था कि क्या हम नेताओं से पूछकर फैसला सुनाते हैं। CM रेवंत रेड्‌डी की पोस्ट सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- सियासी लड़ाई में कोर्ट को न घसीटें ​​​​​​​​​​​​​​जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने 29 अगस्त को कैश फॉर वोट केस में सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने रेवंत रेड्‌डी के वकील मुकुल रोहतगी से पूछा- 'क्या आपने अखबार में पढ़ा कि उन्होंने (रेवंत) क्या कहा? उसे पढ़िए।' कोर्ट ने कहा- सियासी लड़ाई में कोर्ट को घसीटना ठीक नहीं है। कोर्ट नेताओं से पूछकर फैसले नहीं सुनाती। ऐसे बयान लोगों के मन में आशंका पैदा करते हैं।​​​​​​​ पढ़ें पूरी खबर... CM रेड्‌डी ने कहा था- BRS ने लोकसभा में BJP की जीत के लिए काम किया तेलंगाना CM ने मंगलवार 28 अगस्त को मीडिया से बातचीत में कहा था कि तेलंगाना के पूर्व CM केसीआर की बेटी और MLC के कविता को 5 महीने में जमानत मिलने पर संदेह है। मनीष सिसोदिया को 15 महीने बाद जमानत मिली। जबकि CM केजरीवाल को अभी तक जमानत नहीं मिली है। रेवंत रेड्‌डी ने आरोप लगाया था कि BRS ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत के लिए काम किया। ऐसी भी चर्चा है कि कविता को BRS और भाजपा के बीच समझौते के कारण जमानत मिली है। कविता की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- महिलाओं के प्रति संवेदनशील रहें अदालतें सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में 27 अगस्त को कविता को जमानत दी है। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था- इस केस में जांच पूरी हो चुकी है। ट्रायल के जल्द पूरा होने की उम्मीद नहीं है। के कविता, महिला हैं और PMLA के सेक्शन 45 के तहत उ

Dainik Bhaskar गोल्डन टेंपल पहुंची ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट:बोली- आज सपना हुआ पूरा; एसजीपीसी ने टेंपल मॉडल देकर किया सम्मानित

ओलंपियन विनेश फोगाट आज शुक्रवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंची। ओलिंपिक्स 2024 में पदक से चूकी विनेश ने गोल्डन टेंपल में माथा टेक गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। इतना ही नहीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से विनेश को सम्मानित किया गया। श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से विनेश को गोल्डन टेंपल का मॉडल देकर सम्मानित किया गया है। विनेश ने गोल्डन टेंपल में पहुंचकर कहा कि यहां आना उनका सपना था, जो आज पूरा हुआ है। वो हमेशा से यहां आना चाहती थी। गुरु साहिब ने आज उन्हें बुलाया तो वो पहुंची हैं। उन्होंने सब अपनों के भले के लिए अरदास की और कहा कि जैसे अब तक परमात्मा ने उन्हें सही दिशा दिखाई है वैसे आगे भी दिखाते रहें और वो भी मानवता की भलाई के लिए काम करती रहें। परिवार के साथ टेका माथा विनेश ने अपने परिवार के साथ गोल्डन टेंपल में माथा टेका है। उनके पति सोमवीर राठी भी साथ थे। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्यों ने भी माथा टेका। उन्होंने गोल्डन टेंपल में परिक्रमा की और कुछ देर मुख्य गुरुघर में बैठ कीर्तन भी सुना। ओलिंपिक्स 2024 के बाद पहला पंजाब दौरा 29 साल की रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक से अयोग्य होने के बाद पंजाब में पहला दौरा किया है। पेरिस ओलिंपिक के दौरान विनेश 7 अगस्त को फाइनल से ठीक पहले 100 ग्राम ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं। विनेश ने ओलिंपिक्स के बाद पहली प्रतिक्रिया में कहा था- 'जो पेरिस में हुआ अगर वो न होता तो मैं ओलिंपिक 2032 तक खेलती, क्योंकि मेरे अंदर लड़ने की भावना और कुश्ती हमेशा रहेगी। मुझे नहीं पता कि भविष्य क्या है और मेरे लिए सफर में आगे क्या होगा, लेकिन एक बात पक्की है कि मैं हमेशा उस बात के लिए लड़ती रहूंगी, जो मुझे सही लगती है।'

Dainik Bhaskar ममता की मोदी को 8 दिन में दूसरी चिट्ठी:कहा- संवेदनशील मुद्दे पर आपने ध्यान नहीं दिया, रेप अपराधियों की कड़ी सजा के लिए कानून बने

कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को 8 दिन में दूसरी चिट्ठी लिखी है। इसमें ममता ने कहा- मैंने 22 अगस्त को रेपिस्ट को कड़ी सजा देने के लिए कानून की मांग को लेकर पत्र लिखा था, लेकिन इतने संवेदनशील मुद्दे पर आपकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। हालांकि भारत सरकार की ओर से एक जवाब जरूर मिला, लेकिन उसमें मुद्दे की गंभीरता पर ध्यान नहीं दिया गया है। मैं फिर से अनुरोध करती हूं कि रेप-हत्या जैसे जघन्य अपराधों पर केंद्र सरकार कड़ा कानून बनाए। इस कानून में तय वक्त में केस खत्म होने का प्रावधान भी होना चाहिए। दरअसल, ममता ने 22 अगस्त को PM को लिखी चिट्ठी में कहा था कि देश में रोज 90 रेप हो रहे हैं। फास्टट्रैक कोर्ट बनानी चाहिए। इसके जवाब में 26 अगस्त को महिला विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने ममता को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 123 फास्टट्रैक कोर्ट हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर बंद हैं। ममता बोलीं- राज्य में 88 फास्ट्रैक्ट कोर्ट चालू ममता ने पीएम को पिछली चिट्ठी में लिखा था- रेप जैसे मामलों में 15 दिन में केस खत्म हों सीएम ममता बनर्जी ने मोदी को लिखा था- मौजूदा डेटा बताता है कि देश में रोज 90 रेप केस हो रहे हैं। ज्यादातर मामलों में रेप पीड़ित की हत्या हो जाती है। यह ट्रेंड भयावह है। यह समाज और देश के आत्मविश्वास और विवेक को झकझोर देता है। यह हमारा कर्तव्य है कि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। इसके लिए जरूरी है कि केंद्र सरकार एक कड़ा कानून बनाए, जिसमें इस तरह के जघन्य अपराध करने वाले को कड़ी सजा का प्रावधान हो। ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए। पीड़ित को जल्द न्याय मिल सके, इसके लिए जरूरी है कि ट्रायल 15 दिन में पूरा कर लिया जाना चाहिए। ममता की पहली चिट्ठी पर केंद्र का जवाब- बंगाल के अधिकतर फास्टट्रैक कोर्ट बंद ममता की पहली चिट्ठी का जवाब केंद्र सरकार की ओर से महिला विकास और परिवार कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने दिया था। उन्होंने कहा था- बंगाल में कुल 123 फास्टट्रैक कोर्ट शुरू किए गए, लेकिन उनमें अधिकतर बंद हैं। इसके अलावा अन्नपूर्णा देवी ने कहा था कि बंगाल में POCSO के पेंडिंग केस को लेकर ममता सरकार कोई कदम नहीं उठ रही है। कोलकाता में 8-9 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला था कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस

Dainik Bhaskar हरियाणा में मुख्यमंत्री-BJP अध्यक्ष आमने-सामने:बड़ौली ने कहा- CM लाडवा से उम्मीदवार होंगे; सैनी बोले- मैं करनाल से ही लड़ूंगा, उसको ज्यादा जानकारी

हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने से पहले घमासान मचा है। शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मैं करनाल से चुनाव लड़ूंगा। जबकि सुबह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा था कि मुख्यमंत्री नायब सैनी लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। नायब सैनी ने कहा, ' मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। सैनी के करनाल सीट छोड़ने के 3 बड़े कारण 1. पंजाबी वोट बैंक की नाराजगी करनाल सीट पर पंजाबी वोट बैंक का दबदबा है। इस सीट के कुल 2 लाख 66 हजार वोटरों में से पंजाबी समुदाय के सबसे ज्यादा 64 हजार वोट हैं। सैनी समुदाय के यहां सिर्फ 5800 वोट हैं। इसके अलावा अगर कुल OBC वोटरों की बात करें तो करीब 35 हजार वोट है। चूंकि पिछली बार करनाल से मनोहर लाल खट्‌टर लड़े, वह पंजाबी समुदाय से थे। इसलिए उन्हें पंजाबी वोटरों का समर्थन मिला। सैनी OBC वर्ग से आते हैं। उनके समुदाय और OBC वर्ग की भी बहुत कम वोट हैं। ऐसे में उनको इसका नुकसान हो सकता है। वहीं अब पंजाबी वर्ग भी मुखर रूप से लगातार प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। इसे भांपते हुए कुछ दिन पहले कांग्रेस भी करनाल में पंजाबी महासम्मेलन कर चुकी है। हुड्‌डा ने यहां तक वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनी तो वह पंजाबी विस्थापित कल्याण बोर्ड बनाएंगे। इससे भी भाजपा को पंजाबी वोट खिसकने का डर है। 2. एंटी इनकंबेंसी का खतरा करनाल 10 साल से सीएम सिटी है। सीएम का गृह क्षेत्र होने से भाजपा को फायदे की उम्मीद जरूर हो, लेकिन इसको लेकर यहां एंटी इनकंबेंसी का खतरा भी ज्यादा है। सीएम सिटी की वजह से धरने-प्रदर्शन के अलावा लोगों की आम विधायक के तौर पर सीएम के साथ सीधी कनेक्टिविटी नहीं हो पाती। चूंकि खट्‌टर ने पहले ही सबको साध लिया था लेकिन सैनी के लिए अंत के कुछ महीनों में यह संभव नहीं हो रहा। इसकी वजह 3 महीने पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव की वजह से पर्याप्त समय न मिल पाना है। 3. भीतरघात का खतरा, लोकल दावेदारों की बगावत करनाल सीट पर सैनी को भीतरघात का भी खतरा बना हुआ है। सीएम के करीबी सूत्र बताते हैं कि यहां मनोहर

Dainik Bhaskar पूजा खेडकर ने 47% दिव्यांगता का दावा किया:UPSC में 40% जरूरी; हाईकोर्ट में बोलीं- 12 में 7 अटेंप्ट्स जनरल कैटेगरी से दिए, उनको इग्नोर करें

महाराष्ट्र की पूर्व ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर ने 47% दिव्यांगता का दावा किया है। UPSC की परीक्षा में आरक्षण के लिए कैंडिडेट का 40% दिव्यांग होना जरूरी है। पूजा ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्विसेज एग्जाम के 12 अटेम्प्ट्स दिए हैं। इनमें 7 अटेम्प्ट्स जनरल कैटेगरी से दिए हैं। पूजा ने दिल्ली हाईकोर्ट में शुक्रवार (30 अगस्त) सुबह एफिडेविट दायर कर जनरल कैटेगरी से दिए 7 अटेम्प्ट्स को नजरअंदाज करने की अपील की। अगर ऐसा हुआ तो पूजा के कुल अटेम्प्ट्स की संख्या घटकर पांच हो जाएगी। दिव्यांग कैटेगेरी से एक कैंडिडेट 9 बार परीक्षा दे सकता है। जनरल कैटेगरी से 6 अटेम्प्ट्स देने की इजाजत होती है। पूजा पर गलत तरीके से आरक्षण का फायदा लेने और तय सीमा से ज्यादा अटेम्प्ट्स देने का आरोप है।

Dainik Bhaskar आंध्र प्रदेश में गर्ल्स हॉस्टल के वॉशरूम में हिडन कैमरा:300 वीडियो-फोटो लीक; आधी रात को छात्रों का प्रदर्शन, आरोपी बीटेक स्टूडेंट गिरफ्तार

प्रदेश में कृष्णा जिले के गुडीवाड़ा में इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स वॉशरूम में हिडन कैमरा मिला। गुरुवार शाम 7 बजे यह खबर सामने आते ही कॉलेज में हंगामा शुरू हो गया। कैमरे के जरिए छात्राओं के वीडियो रिकॉर्ड किए जा रहे थे। जिन्हें बाद में लीक करके कुछ छात्राओं को बेच दिया गया। पुलिस के मुताबिक लीक हुए फोटो-वीडियो की संख्या लगभग 300 है। इस मामले में पुलिस ने गुडीवाड़ा के गुडलावलेरु कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के बीटेक फाइनल ईयर के स्टूडेंट विजय कुमार को पकड़ा है। उसका फोन और लैपटॉप भी जब्त किया गया है। कॉलेज मैनेजमेंट को एक हफ्ते पहले बताया गया था मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुडलावलेरु कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग को इस बारे में एक हफ्ते पहले बताया गया था, लेकिन कॉलेज ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। गुरुवार को छात्राओं ने विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। कॉलेज इस मामले को छिपाना चाहता था। मीडिया तक यह खबर न पहुंचे, इसके लिए कॉलेज के गेट भी बंद कर दिए गए। हालांकि छात्राओं ने देर रात तक प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और उसे अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने कैमरा छिपाने में लड़की की मदद ली कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा भी किया गया है कि विजय ने गर्ल्स टॉयलेट में कैमरा छिपाने में कॉलेज की एक लड़की ने ही मदद की। पुलिस या कॉलेज प्रशासन ने यह नहीं बताया है कि वह लड़की कौन थी। हालांकि सोशल मीडिया पर विजय के साथ एक लड़की तस्वीर वायरल है। जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उसने कैमरा छिपाया था। घटना का पता चलने पर CM चंद्रबाबू नायडू ने मामले की जांच के आदेश दिए है। ये खबर भी पढ़ें... बेंगलुरु में कॉफी शॉप के वॉशरूम में हिडन कैमरा मिला, डस्टबिन में छिपाकर रखा था कर्नाटक के बेंगलुरु में एक कॉफी शॉप के वॉशरूम में भी 10 अगस्त को हिडन कैमरा मिलने की खबर सामने आई थी। कैमरा टॉयलेट सीट के ठीक सामने डस्टबिन में छिपाकर रखा गया था। घटना बेंगलुरु के बीईएल रोड स्थित थर्ड वेव कॉफी आउटलेट की थी। कैफे में मौजूद एक शख्स ने सोशल मीडिया पर घटना की जानकारी शेयर की। मामले में कैफे के एक स्टाफ को अरेस्ट किया गया। ​​​​​पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar सांसद के सामने बोला कार्यकर्ता- हमने फर्जी वोट डाले:बीजेपी नेता ने कहा- हमने बूथ पर कांग्रेस के पोलिंग एजेंट नहीं बैठने दिए

विदिशा में भाजपा कार्यकर्ताओं का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वे सागर लोकसभा क्षेत्र की सांसद लता वानखेड़े के सामने कह रहे हैं कि हमने चुनाव में फर्जी तरीके से वोट डाले। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट को बूथों पर बैठने तक नहीं दिया। वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर चुनाव को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ने सागर लोकसभा सीट पर चुनाव को शून्य घोषित करने की मांग की है। दरअसल, सागर से सांसद लता वानखेड़े गुरुवार को विदिशा जिले के लटेरी में कुश जयंती के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थी। लटेरी सागर संसदीय क्षेत्र में आता है। सांसद के आने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ता उनसे चर्चा कर रहे थे। दौरे की जानकारी नहीं देने पर सांसद का विरोध भाजपा के मंडल महामंत्री रामगुलाम राजोरिया समेत कुछ नेताओं ने उनके प्रवास को लेकर नाराजगी जताई। कहा- लोकसभा चुनाव में मेहनत करके हम लोगों ने आपको जिताया है। अब आप संगठन और पार्टी को बिना बताए दौरा कार्यक्रम तय कर रही हैं। आपके कार्यक्रम का पता हम लोगों को सोशल मीडिया से चला है। आपका खाना खाने का जिस व्यक्ति के यहां कार्यक्रम तय है। वह पार्टी विरोधी विचार धारा का कांग्रेस का व्यक्ति है। अगर आप उसके यहां खाना खाने जाओगी तो कार्यकर्ताओं और पार्टी की नाक कट जाएगी। आप कांग्रेसियों के यहां क्यों जा रही हैं। एक कार्यकर्ता बोला- मैंने 15 वोट डाले सांसद से चर्चा के दौरान सिरोंज के विधायक उमाकांत शर्मा के प्रतिनिधि और लटेरी नगर परिषद अध्यक्ष के पति संजय अत्तु भंडारी गुस्से में नजर आए। उन्होंने कहा- 'जो लोग आज बात कर रहे हैं, वे लोकसभा चुनाव में कहां थे। हमने 13 मतदान केंद्रों पर कांग्रेस का कोई भी पोलिंग एजेंट नहीं बैठने दिया। हम लड़े हैं उसके लिए।' वीडियो में ही एक अन्य व्यक्ति कह रहा है- 'मैंने 15 वोट डाले थे। फर्जी तरीके से मतदान हमने किया था। जेल जाते तो हम जाते।' चर्चा के दौरान ही पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी आपस में बहस भी करते नजर आए। मामला बढ़ता देख सांसद अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गई। बाद में कहा- यहां कांग्रेस का संगठन ही नहीं भाजपा नेता संजय अत्तु भंडारी ने बाद में सफाई में कहा- सिरोंज-लटेरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का संगठन ही नहीं है। यहां उनको कार्

Dainik Bhaskar पठानकोट में एक हफ्ते में 7 संदिग्ध दिखे:सेना की यूनिफॉर्म पहनी थी; ड्रोन से तलाश जारी

पठानकोट में पाकिस्तान के साथ सरहदी इलाके में संदिग्धों की मूवमेंट लगातार सामने आ रही है। दो दिन पहले छोड़ियां गांव में तीन संदिग्धों को देखे जाने के बाद अब 29 अगस्त की रात को चकराल गांव में चार संदिग्धों को ग्रामीणों की ओर से देखा गया है। सरहदी इलाके के इस गांव से थोड़ी दूर पर ही जम्मू कश्मीर का बार्डर भी पड़ता है। सबसे पहले रात करीब साढ़े आठ बजे गांव के युवक रिशु ने गांव के मोड़ के पास गन्ने के खेत के बाहर दो संदिग्धों को सेना की यूनिफॉर्म में देखा। दोनों ने मुंह ढ़के हुए थे। लेकिन उनके पास कोई हथियार नहीं था। उन्होंने रिशु से पूछा कि कहां जा रहे हो। जिस पर रिशु ने कहा कि सैर करने। संदिग्धों ने उससे पूछा कि क्या रात को आपके गांव में पहरा लगता है और कितने आदमी होते हैं। रिशु ने जवाब दिया कि करीब 10 से 15 लोग पहरा देते हैं। इसके बाद संदिग्धों ने उसे वापस जाने के लिए कहा। रिशु ने गांव आकर सरपंच को इसके बारे बताया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। थोड़ी देर बाद रात करीब पौने दस बजे गांव का एक अन्य व्यक्ति रघुवीर सिंह सैर के दौरान गांव के मोड़ आगे पानी की टंकी सामने गन्ने के खेत के बाहर चार संदिग्धों को देखा। उनके पास भी कोई हथियार नहीं था और वर्दी में थे। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। सर्च ऑपरेशन की तस्वीरें... ड्रोन की मदद से संदिग्धों को ढूंढा जा रहा है ग्रामीण से संदिग्धों ने पहले वाले सवाल जवाब किए और वापस घर जाने को कहा। सूचना पाकर पुलिस फोर्स गांव में पहुंची और सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। संदिग्धों को के लिए ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। दो दिन पहले गांव छोड़ियां में तीन संदिग्धों ने एक घर कर दरवाजा खटखटा कर महिला से कुछ पैसों की मांग की थी। संदेह होने पर महिला ने दरवाजा नहीं खोला और पड़ोसियों को इसके बारे बताया। तब तक तीनों संदिग्ध वहां से फरार हो गए। पुलिस ने ड्रोन से भी संदिग्धों को ढूंढने का प्रयास किया था। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था।

Dainik Bhaskar सिंगर सिद्धू मूसेवाला का गीत "अटैच" रिलीज:हत्या के बाद आया 8वां गाना,1 मिनट में मिले 1 लाख व्यूज

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का गीत "अटैच" आज रिलीज हो गया है। इस गीत को 1 मिनट में 1 लाख व्यू मिले है। सिद्धू के प्रशंसक उसके गीतों का बेसब्री से इंतजार करते है। शुभदीप सिंह सिद्धू की मौत के बाद ये उनका 8वां गीत रिलीज हुआ है। बता दें कि नए गाने की जानकारी सिद्धू मूसवाला के इंस्टाग्राम अकाउंट पर दी गई थी। सिद्धू मूसेवाला का नवीनतम गीत "अटैच" ने संगीत जगत का माहौल बना दिया है। स्टील बैंगलेज और ब्रिटिश रैपर फ्रेडो ने किया हिप-हॉप स्टील बैंगलेज के सहयोग से और ब्रिटिश रैपर फ्रेडो ने इस गीत में हिप-हॉप और रैप किया है। "अटैच" सिद्धू मूसेवाला के असामयिक निधन के बावजूद संगीत उद्योग में उनके स्थायी प्रभाव का प्रमाण है। स्टील बैंगलेज और फ़्रेडो के साथ सहयोग यह गीत इंटरनेशनल म्यूजिक के साथ जोड़ता है। सिद्धू की मौत के बाद रिलीज होने वाले गाने सिद्धू मूसेवाला ने 29 मई, 2022 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। इसके अगले ही महीने 23 जून, 2022 को उनका पहला गाना 'एसवाईएल' रिलीज हुआ था। उनका दूसरा गाना 'वार' 8 नवंबर, 2022 को जारी हुआ था। तीसरा गाना 'मेरा ना' 7 अप्रैल, 2023 को रिलीज हुआ था। मूसेवाला के चौथे गाने का नाम 'चोरनी' था, जो 7 जुलाई, 2023 को जारी हुआ था। उनका पांचवां गाना 'वॉचआउट' था। इसे 12 नवंबर, 2023 को रिलीज किया गया था। सिद्धू का छठा गाना 'ड्रिप्पी' 2 फरवरी, 2024 7वां गीत '410' 11 अप्रैल 2024 और आज 8वां गीत 'अटैच' 30 अगस्त को रिलीज हुआ। 29 मई 2022 को हुई थी सिद्धू की हत्या पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 को हत्या कर दी गई थी। लॉरेंस गिरोह के कुछ हमलावरों ने मूसेवाला को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। तब से उनके प्रशंसक और परिवार के सदस्य न्याय की मांग कर रहे हैं और जब भी उनका नया गाना सामने आता है तो प्रशंसकों को लगता है कि 'सिद्धू वापस आ गया है'।