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Dainik Bhaskar क्या भगवा झंडा उतारने के चलते हुई शख्स की पिटाई:दावा, पब्लिक ने अब्दुल को दौड़ा-दौड़ा के पीटा; जानिए क्या है वायरल VIDEO का सच

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भीड़ एक शख्स के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट करती नजर आ रही है। इस दावे से जुड़ा ट्वीट विनोद शर्मा नामक एक्स यूजर ने किया था। अपने इस ट्वीट में विनोद ने लिखा था- राजस्थान में भगवा झंडा उतारने पर कांग्रेसी अब्दुल को पब्लिक ने भगा भगा कर पीटा, शुरुआत हो चुकी है। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: विनोद शर्मा के इस ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 17 हजार लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, इसे 4500 बार रीपोस्ट किया गया था। पड़ताल के दौरान हमें दुष्यंत शर्मा नाम के एक्स यूजर का ट्वीट भी मिला। इस ट्वीट में लिखा था- भगवा झंडा उतारने पर पब्लिक ने कांग्रेसी अब्दुल को पीटा। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: क्या है वायरल वीडियो का सच ? वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की फ्रेम्स को गूगल इमेज पर रिवर्स सर्च किया। इससे पता चला कि यह घटना अभी की नहीं बल्कि साल 2018 की थी। साथ ही यह दावा भी गलत था कि भीड़ से घिरे इस शख्स का नाम अब्दुल है। इस पूरे घटनाक्रम से जुड़ा एक आर्टिकल हमें News18 हिंदी की वेबसाइट पर मिला। आर्टिकल की हेडलाइन थी- VIDEO: पूर्व विधायक रामकेश मीणा की उपद्रवियों द्वारा पिटाई का वीडियो वायरल। खबर में बताया गया था कि - गंगापुर सिटी के पूर्व विधायक रामकेश मीणा की उपद्रवियों द्वारा की गई पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में उपद्रवी रामकेश मीणा को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते हुए दिखाई दिए। देखें स्क्रीनशॉट: 7 अप्रैल 2018 को प्रकाशित हुए इस आर्टिकल का अर्काइव वर्जन आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। आर्टिकल में बताया गया था- एससी/एसटी अधिनियम में बदलाव के विरोध में गंगापुर सिटी के पूर्व विधायक रामकेश मीणा प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए 30 मार्च से उपखण्ड कार्यालय के समक्ष अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे उन्होंने 2 अप्रेल को भारत बंद के दौरान निकाली गई रैली का नेतृत्व भी किया था। हालांकि, इस दौरान देखते ही देखते गंगापुरसिटी में हालात बिगड़ गए और उपद्रवीयों ने कस्बे में जगह जगह पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दे डाला। इस दौरान रामकेश मीणा उपद्रवियों को समझाने पहुंचे थे मगर उपद्रवियों ने रामकेश मीणा की एक नहीं सुनी। आक्रोशित भीड़ ने रामकेश मीणा पर ही हमला कर दिया और उनके कपड़े फाड़ दिए। इस दौरान किसी ने उनका

Dainik Bhaskar असम की सिलचर मेडिकल कॉलेज की एडवाइजरी रद्द:डॉक्टर्स को रात में न घूमने की सलाह दी थी, कोलकाता केस के बाद जारी हुई थी

असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अपनी उस एडवाइजरी को वापस लिया है। जिसमें महिला डॉक्टरों, स्टुडेंट्स और सभी स्वास्थ्य कर्मियों को खराब रोशनी और कम आबादी वाले एरिया में न जाने की सलाह दी गई थी। ये एडवाइजरी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना के मद्देनजर जारी की गयी थी। सिलचर मेडिकल प्रशासन ने बुधवार (14 अगस्त) को नई एडवाइजरी जारी करते हुए 13 अगस्त की एडवाइजरी को तुरंत प्रभाव से रद्द करने का आदेश दिया है। साथ ही कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से जुड़ी नई एडवाइजरी जल्द ही जारी की जाएगी। मेडिकल कॉलेज की तरफ से 12 अगस्त को एडवाइजरी जारी की गई थी। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक ये गाइडलाइंस महिला डॉक्टरों, स्टुडेंट्स और स्वास्थकर्मियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए लागू किए गए थे। एडवाइजरी इन पॉइंट्स को शामिल किया गया था... डॉक्टर्स ने एडवाइजरी पर आपत्ति जताई थी इस एडवाइजरी पर स्टुडेंट्स और स्वास्थ्यकर्मियों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। सोशल मीडिया पर इसे महिला विरोधी बताया गया था। स्टुडेंट्स ने कहा कि अधिकारियों को उन्हें अपने कमरों में रहने के लिए कहने के बजाय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDS) ने भी एडवाइजरी की निंदा करते हुए परेशान करने वाला बताया था। एसोसिएशन ने एक नोटिस भी जारी किया, जिसमें अस्पताल में उचित रोशनी, सुरक्षा उपाय बढ़ाने, टॉयलेट्स सुविधा और डॉक्टरों के कमरों के बाहर सुरक्षा की मांग की गई थी। कोलकाता रेप-मर्डर रेप केस का पूरा मामला क्या है ये खबर भी पढ़ें... कोलकाता रेप-मर्डर केस, स्टूडेंट्स का सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में अस्पताल प्रशासन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। RG कर मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है। उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा- सेमिनार हॉल से 20 मीटर की दूरी पर चेस्ट डिपार्टमेंट के ऑफिस में तोड़फोड़ हो रही है। पुलिस के सामने रिनोवेशन के नाम पर सबूतों से छेड़छाड़ हो रही है। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का राजस्थान में भी विरोध:जयपुर सहित कई जिलों में जन आक्रोश रैली निकाली, बंद रहे बाजार

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हिंसा के विरोध में राजस्थान में भी गुस्सा भड़कने लगा है। जयपुर सहित 5 जिलों (जयपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सीकर) में बुधवार को बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा तमाम जिलों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। कई जगह मौन जुलूस भी निकालकर नाराजगी जताई गई है। मंदिरों में महायज्ञ, संकीर्तन कर हिंदूवादी संगठनों ने बांग्लादेश में शांति की कामना की गई। जयपुर में 12 बजे तक बंद रहे बाजार जयपुर के बाजार आज (बुधवार) दोपहर 12 बजे तक बंद है। चित्तौड़गढ़ में दोपहर 1 बजे तक बाजार बंद करने की घोषणा की गई है। इसी तरह राजसमंद व उदयपुर में दोपहर 2 बजे, सीकर में दोपहर 3 बजे तक बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया है। नागौर में बंद तो नहीं है, लेकिन रैली निकालकर ज्ञापन दिया जाएगा। सवाई माधोपुर में दोपहर 3 बजे विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। दौसा, जैसलमेर में शाम 5 बजे मौन जुलूस निकाला जाएगा। जयपुर में बंद का मिला-जुला असर जयपुर में आज दोपहर 12 बजे तक बाजार बंद रखे गए है। जयपुर व्यापार महासंघ ने इस बंद का आह्वान किया था। जयपुर में बंद का मिला-जुला असर नजर आया है । सर्व हिंदू समाज की ओर से सुबह 11 बजे न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान में जन आक्रोश प्रदर्शन किया गया। सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ हुआ न्यू गेट स्थित राम लीला मैदान में आयोजित आक्रोश प्रदर्शन में रामधुनि और देश भक्ति गीत हुए। इस मौके पर सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ। मंदिरों में महायज्ञ​​​​​, ​संकीर्तन का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी और मानसरोवर के श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र में बुधवार सुबह गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। बांग्लादेश में मारे गए हिंदुओं की आत्मा की शांति के लिए विशेष आहुतियां अर्पित की गई। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के सह व्यवस्थापक मणि शंकर चौधरी ने कहा कि गायत्री परिवार विश्व शांति की कामना करने वाला वैश्विक संगठन है। संकट की इस घड़ी में गायत्री परिवार बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू समुदाय के साथ खड़ा है। उनकी हर तरह से मदद करने के लिए गायत्री परिवार प्रतिबद्ध है। गोविंददेवजी मंदिर में हरिनाम संकीर्तन किया आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर में मंगलवार रात भर और आज सुबह महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में हरिनाम संकीर्तन किया गया। इस दौ

Dainik Bhaskar अतीक के बेटे का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित:15 अगस्त को 17 पुलिसवालों को मिलेगा राष्ट्रपति पदक; 5 लाख का इनामी था असद

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर करने वाले 17 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पदक मिलेगा। 15 अगस्त को दिल्ली में सभी को सम्मानित किया जाएगा। उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद और गुलाम फरार हो गए थे। दोनों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था। 13 अप्रैल, 2023 को झांसी में असद और मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर किया गया। इस ऑपरेशन में STF के 6 और पुलिस के 11 जवान शामिल थे। इसे UP STF के डिप्टी SP नवेंदु और विमल ने लीड किया था। अब जानते हैं दोनों के एनकाउंटर की स्टोरी ... 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई। हत्याकांड को बीच बाजार अंजाम दिया गया। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तभी गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर फायरिंग हुई। इस दौरान बम भी फेंके गए। उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की मौके पर ही मौत हो गई। मामले का CCTV सामने आया। इसके बाद असद और गुलाम की संलिप्तता पाई गई। चिरगांव में असद और गुलाम की लोकेशन मिली थी इसके बाद यूपी पुलिस और STF की टीम लगातार असद और गुलाम की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने लगी। दोनों पर 5-5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई। 48 दिन बाद STF के सोर्स ने असद और गुलाम की पहली लोकेशन झांसी के चिरगांव के पास होने की जानकारी दी। कंफर्म होने के बाद डिप्टी SP नवेंदु कुमार की टीम तुरंत चिरगांव पहुंच गई, लेकिन तब तक दोनों वहां से निकल गए। चिरगांव में मुखबिर ने बताया कि असद और गुलाम बाइक से पारीछा की तरफ गए। बाइक की प्लेट पर नंबर नहीं लिखे थे। मुखबिर ने बताया कि असद सफेद रंग का पठानी सूट पहने हुए है और काली टोपी लगाई है, जबकि गुलाम लोअर और डार्क ग्रीन हाफ टी शर्ट पहने है और सिर पर रूमाल बांधे है। इतनी इन्फॉर्मेंशन से STF के पास इस बात की सूचना पुख्ता हो गई कि भागने वाले शख्स असद और गुलाम ही हैं। ओवरटेक करने की कोशिश पर असद-गुलाम कच्चे रास्ते पर भागे थे इसके बाद नवेंदु कुमार और विमल कुमार ने चिरगांव से पारीछा की तरफ जाने वाले हाईवे पर ट्रेसिंग शुरू की। सुबह करीब 11:30 बजे पारीछा बांध के मोड़ से 100 मीटर पहले बाइक नजर आई। STF ने असद और गुलाम को स्कॉर्पियो से ओवरटेक करने की कोशिश की। दोनों समझ गए कि उसमें पुलिस है और उन्होंने बाइक की स्पीड बढ़ा दी। इसके बाद उन्होंने बाइक कच्चे रास्ते पर दौड़ा दी। STF

Dainik Bhaskar अयोध्या में रामपथ-भक्तिपथ से 50 लाख की लाइटें चोरी:3800 बैम्बू लाइट और 96 प्रोजेक्टर गायब; CCTV से लैस, फोर्स रहती है तैनात

अयोध्या के रामपथ और भक्तिपथ से 50 लाख की लाइटें चोरी हुई हैं। 3800 बैम्बू लाइट और 96 गोबो प्रोजेक्टर गायब मिले हैं। रामपथ और भक्तिपथ CCTV कैमरों से लैस है। 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। दोनों पथ राम मंदिर से जुड़े हैं। लाइटों को लगाने वाली कार्यदायी संस्था यश इंटरप्राइजेज के कर्मचारी शेखर शर्मा ने मंगलवार को रामजन्मभूमि थाने में FIR दर्ज कराई। उन्होंने बताया- रामपथ के पेड़ों पर 6400 बैम्बू लाइट, भक्तिपथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गईं थीं। 19 अप्रैल तक सभी लाइटें थीं। 19 मई को निरीक्षण किया गया। इसमें पता चला कि कुछ लाइटें कम हैं। अब तक 3800 बैम्बू लाइट और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरी हो चुकी है। थाना रामजन्मभूमि के SO देवेंद्र पांडेय ने बताया- मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। 10 वार्डों में लाइट लगाने में 71.86 करोड़ आई थी लागत अयोध्या धाम के 10 वार्डों में 71 करोड़ 86 लाख रुपए फैन्सी लाइट लगाई गईं थीं। लाइटों की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय पार्षदों ने सवाल उठाए थे। सपा-भाजपा पार्षदों ने योजना की जांच की मांग 12 जुलाई को की थी। पार्षदों का कहना था- जो लाइटें लगाई गईं हैं। वह कभी जलती हैं, तो कभी नहीं। कई पोल टूटकर गिर चुके हैं। उस वक्त महापौर महंत गिरीशपति तिवारी ने डैमेज कंट्रोल किया था। उन्होंने भाजपा के रुठे पार्षदों को मनाया था। कहा था- यह अयोध्या को बदनाम करन की साजिश है। बारिश के बाद सड़क धंसी तो लाइटों का मुद्दा भी सामने आया बारिश में रामपथ की सड़क धंसने के बाद लाइट की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे थे। लोगों ने कहना था कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की चकाचौंध में 2 महीनों तक किसी का ध्यान नहीं गया। फिर लोकसभा चुनाव आ गए। इसलिए मुद्दा दबकर रह गया। अब लाइटों की स्थिति सामने आ गई है। ये भी पढ़ें.. अयोध्या का रामपथ पहली बारिश में क्यों धंसा:हड़बड़ी में 140 दिन पहले तैयार किया; असली दोषी कौन? पूरी पड़ताल अयोध्या का रामपथ...वो सड़क जहां से होकर देश-दुनिया से आए श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए जाते हैं। पहली ही बारिश में यह सड़क कई जगह धंस गई। जगह-जगह हुए गड्ढे बता रहे हैं कि इसका निर्माण ठीक से नहीं हुआ है। पढ़ें पूरी खबर

Dainik Bhaskar गैंगरेप के बाद हत्या, ब्रेस्ट काटे,प्राइवेट पार्ट पर चाकू मारा:मुजफ्फरपुर में मां-पिता के सामने छात्रा को उठाया, कहा- तुम्हारी बेटी के साथ रेप करेंगे

मुजफ्फरपुर में 9वीं क्लास की एक छात्रा की गैंगरेप के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपियों ने उसके स्तन काट दिए। प्राइवेट पार्ट पर भी चाकू से हमला किया। सोमवार को उसका शव अर्धनग्न हालत में पोखर से मिला। उसके मुंह पर कपड़ा बंधा था। अगल-बगल मांस के चिथड़े और खून के धब्बे पड़े थे। पीड़िता परिवार का कहना है कि रविवार की रात 5 लोग घर से बेटी को उठाकर ले गए। उन्होंने कहा कि तुम्हारी बेटी के साथ रेप करेंगे। छात्रा की मां ने थाने में लिखित शिकायत की है। प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जिसमें गांव के ही संजय राय (41) समेत पांच अज्ञात को आरोपी बनाया है। पति और बेटा दरवाजे पर सोए थे FIR में मां ने बताया कि रविवार की रात मेरे पति और बेटा घर के बाहर सोए थे। घर के अंदर मैं, छोटी बेटी और मेरी एक विधवा बेटी सोई थी। तभी देर रात तीन बाइक से संजय राय अपने साथियों के साथ आया। पति और बेटे को गाली दी और दरवाजा खोलकर घर में घुस गया। संजय राय मेरी छोटी बेटी को जबरन उठा कर चला गया। जाते-जाते उसने कहा कि हमलोग तुम्हारी बेटी के साथ रेप करेंगे। सोमवार सुबह पोखर से एक लाश की सूचना पर हम लोगों ने जाकर देखा तो नग्न अवस्था में मेरी बेटी की लाश पानी में पड़ी थी। लड़की से जबरन शादी करना चाहता था आरोपी कुछ दिन पहले संजय राय ने‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ धमकी दी थी कि अपनी बेटी से शादी‎ करवा दो नहीं तो जान से मार देंगे। परिवार वालों का यह कहना है कि संजय राय छोटी बेटी से शादी करना चाहता था। उसने जमीन देने की लालच भी दी थी, लेकिन हमलोगों ने अपनी बेटी की शादी कराने से मना कर दिया था। किशोरी छह भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। एक सरकारी स्कूल में नौवीं कक्षा में नामांकन कराया था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। आरोपी के घर जाकर बैठ गया खोजी कुत्ता खोजी कुत्ते को भी मौके पर लाया गया। वो घटनास्थल से आरोपी संजय राय के घर के पास जाकर रुक गया। इस घटना के बाद आरोपी और उसके घर वाले फरार हैं। SDPO कुमार चंदन ने ‎‎पीड़ितों को जल्द गिरफ्तार करने का ‎‎आश्वासन दिया। गिरफ्तारी न होने पर थाने के घेराव की धमकी ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के‎ खिलाफ और सरकार के खिलाफ ‎नारेजाबी की और कहा कि अगर 24 घंटे ‎के अंदर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो हम सभी ‎थाने का घेराव और नेशनल हाईवे जाम‎ करेंगे। गांव

Dainik Bhaskar लुधियाना पहुंचेंगे अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:सिख जत्थेबंदियों के साथ करेंगे बैठक, SGPC चुनाव को लेकर होगी चर्चा

खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह आज लुधियाना में जालंधर बाईपास के नजदीक पहुंच रहे हैं। वे एक निजी पैलेस में सिख जत्थेबंदियों के साथ बैठक करेंगे। जेल से चुनाव जीतने के बाद अमृतपाल की नजर अब SGPC में एंट्री करने पर है। जानकारी के मुताबिक शहर में आज होने वाली बैठक SGPC चुनाव को लेकर होगी। तरसेम सिंह ने चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। SGPC चुनाव 2011 से लंबित हैं। इस बार 2024 में SGPC का बजट 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रखा गया है। इससे पहले अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पंजाब के मंत्री हार से बौखला गए हैं। इसलिए अमृतपाल के समर्थकों को झूठे मामलों में फंसा रहे हैं। SGPC कमेटी क्या है? एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) भारत में सिखों का एक संगठन है जो गुरुद्वारों के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार है। इसका अधिकार क्षेत्र देश के कई राज्यों तक फैला हुआ है। SGPC के चुनावों में 18 वर्ष से अधिक आयु के सिख पुरुष और महिलाएं मतदाता होते हैं जो सिख गुरुद्वारा अधिनियम, 1925 के प्रावधानों के तहत मतदाता के रूप में पंजीकृत होते हैं। SGPC का संचालन एसजीपीसी के अध्यक्ष द्वारा किया जाता है। एसजीपीसी गुरुद्वारों की सुरक्षा, वित्त, सुविधा रखरखाव और धार्मिक पहलुओं का प्रबंधन करती है और सिख गुरुओं के हथियार, कपड़े, किताबें और लेखन सहित पुरातात्विक रूप से दुर्लभ और पवित्र कलाकृतियों को भी संभालती है। SGPC का गठन 16 नवंबर 1920 को हुआ था 15 नवंबर 1920 को अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब के पास सभी विचारधाराओं के सिखों की एक आम बैठक बुलाई गई थी। सिखों ने अपनी तय बैठक की और 16 नवंबर को 175 सदस्यों की एक बड़ी समिति का चुनाव किया और इसे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ( SGPC) का नाम दिया। इस कमेटी की जरूरत क्यों पड़ी? इस कमेटी के गठन का उद्देश्य गुरुद्वारों की व्यवस्था में सुधार लाना था। बहुत कम लोग जानते हैं कि एसजीपीसी ने जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ भी लंबी लड़ाई लड़ी है। आजादी से पहले जाति व्यवस्था अपने चरम पर थी और गुरुद्वारों में भी दलितों के साथ भेदभाव होता था। एसजीपीसी की पहली बैठक 12 दिसंबर 1920 को अकाल तख्त पर हुई थी। जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ एसजीपीसी एसजीपीसी के गठन के 2 साल बाद 14 मार्च 1927 को जनरल हाउस

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में पटनीटॉप के जंगलों में छुपे आतंकी:ऑपरेशन जारी, पांच दिन में चौथी मुठभेड़; जुलाई में 14 आतंकी ढेर, 15 जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर में पटनीटॉप के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। पिछले पांच दिनों में यह चौथी मुठभेड़ है। 11 अगस्त को किश्तवाड़ जिले के जंगलों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच फायरिंग हुई थी। इसी दिन उधमपुर में बसंतगढ़ के जंगलों में भी सेना और सुरक्षाबलों के बीच फायरिंग हुई थी वहीं शनिवार (10 अगस्त) को अनंतनाग के कोकरनाग में आतंकियों की फायरिंग से हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए थे। 3 जवान और 2 नागरिक घायल हुए थे। कठुआ में 8 ग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार, आतंकियों की मदद कर रहे थे जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पुलिस ने सोमवार (12 अगस्त) को 8 ओवर ग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है। जैश आतंकी मॉड्यूल के इन वर्कर्स ने 26 जून को डोडा में मारे गए 3 जैश के आतंकियों की मदद की थी। इन ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने आतंकियों को बॉर्डर पार करने के बाद डोडा के जंगल और पहाड़ियों तक पहुंचाने में मदद की थी। साथ ही उन्हें खाना और रहने के लिए जगह भी मुहैया कराई थी। आतंकी मॉड्यूल के ये वर्कर्स पाकिस्तान में बैठे जैश के हैंडलर्स से भी संपर्क में थे। 26 जून के एनकाउंटर के बाद सेंट्रल एजेंसियों ने ही पुलिस को इन वर्कर्स के गंडोह में छिपे होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने बताया कि इनपुट मिलने के बाद गंडोह में 50 से ज्यादा लोगों की पूछताछ की गई थी। सबूत मिलने और पूछताछ में आतंकियों की मदद करने की बात कबूलने पर 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सरगना लतीफ तय करता था मॉड्यूल में किसे भर्ती किया जाएगा पुलिस ने बताया कि इस आतंकी मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद लतीफ था। वह कठुआ के अम्बे नाल इलाके में रहता था। जैश आतंकियों के हैडंलर्स से लतीफ ही मुख्य रूप से संपर्क करता था। लतीफ ही तय करता था कि नेटवर्क में किसे शामिल करना है और किसे नहीं। गिरफ्तार किए गए लोगों में लतीफ के अलावा अख्तर अली, सद्दाम कुशल, नूरानी, मकबूल, लियाकत और कासिम हैं। ये सभी कठुआ के ही रहने वाले थे।

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:मुंबई में वर्सोवा बीच पर सो रहे रिक्शा चालक पर SUV कार चढ़ाई, मौत; आरोपी कार ड्राइवर फरार

मुंबई के वर्सोवा बीच पर सो रहे 36 वर्षीय रिक्शा चालक पर मंगलवार रात एक शख्स ने SUV कार चढ़ा दी, जिससे रिक्शा चालक की मौत हो गई। बीच पर सो रहा एक और शख्स घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि कार चालक घटना के बाद फरार हो गया। उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आज की अन्य बड़ी खबरें... त्रिपुरा के अगरतला रेलवे स्टेशन पर 16 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार त्रिपुरा के अगरतला रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को 16 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने बताया इन 16 लोगों में से 13 पुरुष और 3 महिलाएं हैं। इनमें से कुछ लोग अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।

Dainik Bhaskar देश के हर नमक-चीनी के ब्रांड में माइक्राप्लास्टिक:स्टडी में दावा- 1kg नमक में माइक्रोप्लास्टिक के 90 टुकड़े, 1kg चीनी में 68 टुकड़े मिले

देश में बिक रहे हर ब्रांड के नमक और चीनी के पैकेट में माइक्रोप्लास्टिक मौजूद है। ये ब्रांड चाहे छोटे या बड़े हों और चाहे पैक किए गए हों या बिना पैक किए गए हों, सभी में माइक्राप्लास्टिक मिले हैं। ये दावा मंगलवार को प्रकाशित एक स्टडी में किया गया है। 'माइक्रोप्लास्टिक्स इन सॉल्ट एंड शुगर' नाम की इस स्टडी को टॉक्सिक्स लिंक नाम के पर्यावरण अनुसंधान संगठन ने तैयार किया है। इस संगठन ने टेबल सॉल्ट, रॉक सॉल्ट, समुद्री नमक और स्थानीय कच्चे नमक सहित 10 प्रकार के नमक और ऑनलाइन तथा स्थानीय बाजारों से खरीदी गई पांच प्रकार की चीनी का टेस्ट करने के बाद इस स्टडी को पेश किया है। फाइबर, पेलेट्स और फ्रैगमेंट्स के रूप में मिले माइक्रोप्लास्टिक्स अध्ययन में सामने आया कि नमक और चीनी के सभी नमूनों में अलग-अलग तरह के माइक्रोप्लास्टिक्स शामिल थे। जैसे कि फाइबर, पेलेट्स, फिल्म्स और फ्रैगमेंट्स। इन माइक्रोप्लास्टिक्स का आकार 0.1 मिमी से 5 मिमी के बीच पाया गया। सबसे अधिक माइक्रोप्लास्टिक्स की मात्रा आयोडीन युक्त नमक में पाई गई, जो मल्टीकलर के पतले फाइबर और फिल्म्स के रूप में थे। एक किलो नमक में माइक्रोप्लास्टिक्स के 90 टुकड़े तक रिपोर्ट के अनुसार, नमक के नमूनों में प्रति किलोग्राम माइक्रोप्लास्टिक्स की मात्रा 6.71 से 89.15 टुकड़े तक पाई गई। आयोडीन वाले नमक में माइक्रोप्लास्टिक्स की सबसे अधिक मात्रा (89.15 टुकड़े प्रति किलोग्राम) और ऑर्गेनिक रॉक सॉल्ट में सबसे कम (6.70 टुकड़े प्रति किलोग्राम) पाई गई। चीनी के नमूनों में, माइक्रोप्लास्टिक्स की मात्रा 11.85 से 68.25 टुकड़े प्रति किलोग्राम तक पाई गई, जिसमें सबसे अधिक मात्रा गैर-ऑर्गेनिक चीनी में पाई गई। दिन में करीब 11 ग्राम नमक और 10 चम्मच चीनी लेते हैं भारतीय माइक्रोप्लास्टिक्स बढ़ती वैश्विक चिंता का विषय हैं क्योंकि वे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये छोटे प्लास्टिक कण भोजन, पानी और हवा के जरिए मानव शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। हाल की कई रिसर्च में मानव अंगों जैसे फेफड़े, हृदय, यहां तक कि ब्रेस्ट मिल्क और अजन्मे बच्चों में भी माइक्रोप्लास्टिक्स पाए गए हैं। पिछली स्टडीज में पाया गया है कि औसत भारतीय हर दिन 10.98 ग्राम नमक और लगभग 10 चम्मच चीनी का सेवन करता है, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तय सीमा से काफी अधिक है। स

Dainik Bhaskar बधाई के पोस्टर से खाली हो सकता है अकाउंट, VIDEO:मोबाइल हैकर प्राइवेट फोटो लेकर ब्लैकमेल कर रहे; 15 अगस्त-रक्षाबंधन पर रहें अलर्ट

अपने दोस्तों को 15 अगस्त और रक्षाबंधन की बधाई देने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…आपके मोबाइल पर ऐसा मैसेज आया है तो सावधान रहें। इस लिंक को क्लिक कर कहीं आप ब्लैकमेलिंग का शिकार न हो जाएं। फेस्टिवल सीजन में सोशल मीडिया पर इस तरह के मैसेज अक्सर वायरल होते हैं। किसी मैसेज में फेस्टिवल डिस्काउंट देने की बात होती है, तो किसी में ग्रीटिंग कार्ड बनाने का ऑफर दिया जाता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि ये सभी फेक मैसेज होते हैं। ऐसी लिंक को क्लिक करते ही यूजर के मोबाइल का एक्सेस जालसाजों के पास चला जाता है। इसके जरिए हैकर लोगों के बैंक अकाउंट में सेंध लगाते हैं। बेडरूम तक के प्राइवेट फोटो-वीडियो चुराकर ब्लैकमेल भी करते हैं। दैनिक भास्कर ने साइबर एक्सपर्ट की मदद से बाकायदा इसका प्रैक्टिकल किया। एक्सपर्ट ने अपने ही मोबाइल पर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना वाली लिंक भेजी और जब उस पर क्लिक किया तो मोबाइल कैमरे का एक्सेस एक्सपर्ट के लैपटॉप पर दिखाई देने लगा। आप ऐसी लिंक से कैसे बच सकते हैं, ये जानने के लिए पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहले इन दो केस से समझिए कैसे जालसालों ने फंसाया पहला केस: बैंक रिवॉर्ड के नाम पर धोखाधड़ी ये फ्रॉड हुआ भोपाल के युवक रवि शर्मा (बदला हुआ नाम) के साथ। रवि के मोबाइल पर 3 अगस्त को एक मैसेज आया। इसमें लिखा था Your Order CASHBACK Points Of INR 9032 On tis way to deliver. रवि ने जैसे ही इस मैसेज पर क्लिक किया, उसके मोबाइल स्क्रीन पर shipped लिखा हुआ विंडो खुला। इसके बाद रवि ने एक बार फिर क्लिक किया तो दूसरी विंडो पर एक बैंक के क्रेडिट कार्ड का लिंक दिखाई दिया और कैश बैक के लिए www.proreward.site की वेबसाइट दिखाई दी। रवि को लगा कि उसके बैंक का क्रेडिट कार्ड बनकर आया है और उसे कैश बैक का ऑफर मिल रहा है। उसने इस लिंक पर क्लिक किया तो एक और पेज खुला जिसमें 7999 रिवॉर्ड्स पॉइंट का ऑफर था, इसे 24 घंटे में इस्तेमाल करने की टाइम लिमिट भी थी। रिवॉर्ड पॉइंट के लालच में रवि ने इस पेज पर क्लिक किया तो उसके मोबाइल का एक्सेस हैकर्स के पास चला गया। रवि को ये बाद में पता चला जब हैकर्स ने उसके फोटो का मिस यूज करते हुए उसे ब्लैकमेल किया। हैकर्स ने उसकी सेल्फी के फोटो के साथ अश्लील फोटो जोड़कर परिवार को भेजे। रवि ने इसकी शिकायत साइबर सेल को की। दूसरा केस: डिस्काउंट सेल से ठगी भोपाल के नीलब

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनयन:आरक्षण और क्रीमीलेयर आख़िर मामला क्या है?

आरक्षण तो वर्षों से चला आ रहा है लेकिन ये क्रीमीलेयर क्या है? दरअसल, आरक्षण जो चला आ रहा है, वो जाति आधारित है। आज़ादी के वक्त हमारे नेताओं ने आरक्षण की यह व्यवस्था केवल दस साल के लिए इसलिए की थी कि जो जाति या जातियों का समूह वर्षों से शोषण झेलते आ रहा है उसका उत्थान हो सके। बाद में वोट की राजनीति ने इस आरक्षण को स्थाई जैसा कर दिया। हर दस साल में इसकी मियाद बढ़ती गई और अब यह कभी न ख़त्म होने वाला प्रावधान बनकर रह गया। कभी न ख़त्म होने वाला इसलिए क्योंकि किसी सरकार में इसे ख़त्म करने या कम करने की हिम्मत नहीं है। सही है, जिनका वर्षों तक शोषण होता रहा और आज भी हो रहा है, उनके उत्थान के ईमानदार प्रयास होने ही चाहिए। जातिगत आरक्षण इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है। कुछ राज्यों को छोड़ दें तो फ़िलहाल देश में दो तरह के आरक्षण हैं। एक वो जो अनुसूचित जाति और जनजाति को बिना शर्त दिया जा रहा है। दूसरा पिछड़ा वर्ग को दिया जाने वाला आरक्षण है जिसमें क्रीमीलेयर लागू है। ये क्रीमीलेयर लागू होने से आरक्षण एक तरह का आर्थिक आरक्षण बन जाता है। दिया तो ये भी जाति विशेष को ही जाता है लेकिन सरकार इसके लिए एक आय सीमा निर्धारित कर देती है। फिलहाल पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण पाने वाले बच्चों के माता पिता दोनों की शामिल आय आठ लाख रुपए से कम है तो ही वह इस श्रेणी के तहत आरक्षण पा सकता है। हाल में सरकार ने यह फ़ैसला लिया है कि अजा-जजा आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू नहीं किया जाएगा। हो सकता है इस तरह के निर्णय सरकारें जातियों या समूहों के दबाव में लेती हों लेकिन क्रीमीलेयर लागू करने के पक्षधर लोगों और विशेषज्ञों का तर्क भी जायज़ लगता है। उनका सीधा- सा तर्क यह है कि कोई आरक्षण का हक़दार चाहे किसी भी जाति का हो, अगर वह आरक्षण पाकर कलेक्टर या अन्य अधिकारी बन गया है तो वह अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाने में सक्षम हो जाता है। फिर उस कलेक्टर या अन्य अधिकारी के बच्चों को आरक्षण का लाभ क्यों मिलना चाहिए? दरअसल, हिंदुस्तान की दिक़्क़त यह है कि यहाँ कलेक्टर का बेटा तो आरक्षण के जरिए कलेक्टर बनता जा रहा है लेकिन इसी जाति के अधिसंख्य लोग आज भी ऐसे हैं जिनके पास शिक्षा का उजाला पहुँच ही नहीं पाया है। वे आज भी गाँवों में, क़स्बों में और शहरों में भी लोगों की चाकरी ही कर रहे हैं। …और जिनके घर या खेतों में य

Dainik Bhaskar मणिपुर हिंसा में स्कूल-कॉलेज छूटा, सुरक्षा में जुटे 50,000 युवा:मुख्यमंत्री ने विधानसभा में दावा किया था- सिर्फ 5 बच्चों ने स्कूल छोड़ा

बीती 5 अगस्त को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने विधानसभा में दावा किया था कि राज्य में 3 मई 2023 को भड़की हिंसा के बाद से अब तक सिर्फ 5 बच्चों ने स्कूल छोड़ा है। लेकिन, उन्होंने यह नहीं बताया कि हिंसा के चलते कितने बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई। कितने युवाओं ने कॉलेज छोड़ दिया? 10 से 25 साल के कितने बच्चे विलेज गार्ड बन गए हैं? मणिपुर पढ़ा-लिखा राज्य है। यहां की करीब 80% आबादी शिक्षित है। इनमें महिला साक्षरता 70% से ज्यादा है। लोग पढ़ाई को ज्यादा तवज्जो देते हैं। बावजूद इसके, हिंसा भड़कने के बाद से इस उम्र के हजारों युवा विलेज वॉलेंटियर बन गए थे। इनमें कई ऐसे हैं, जो आज तक स्कूल-कॉलेज नहीं लौट पाए हैं। मैतेई इलाकों में इनकी संख्या करीब 50 हजार है। दैनिक भास्कर टीम मैतेई बहुल इंफाल वेस्ट के कौट्रुक, कादगंबांद, फायेंग और इंफाल ईस्ट के पूखाओ, सांतिपुर, खामेंलोक, नूंगसम गांवों में पहुंची, जहां कम उम्र के विलेज वॉलेंटियर्स तैनात मिले। तनाव से जूझ रहे वॉलेंटियर के लिए स्पोर्ट्स एक्टिविटी कादगंबांद के एक ग्रुप के लीडर ने बताया कि हम एक साल से एक जैसी ही ड्यूटी कर रहे हैं। इस वजह से ज्यादातर वॉलेंटियर डिप्रेशन, तनाव, चिंता और घबराहट से जूझ रहे हैं। उनका मन बहलाने के लिए कैंप में कई फिटनेस गतिविधियां शुरू कराई हैं। उनके नैतिक मदद के लिए काउंसलिंग भी कराई जा रही है। कैंप में बच्चों के रुकने, खाने के इंतजाम, पढ़ने की भी छूट इंफाल सिटी के एक फुटबॉल खिलाड़ी और बीए थर्ड सेमेस्टर में पढ़ रहे 20 साल के वॉलेंटियर ने बताया कि राज्य की सुरक्षा से बढ़कर अभी कुछ नहीं है। मैं हिंसा की शुरुआत से ही अपने कैंप पर तैनात हूं। यहीं रहता हूं, खाता हूं और जो समय मिलता है, पढ़ लेता हूं। मैं पुराने दिनों को याद करता हूं, तब सब कुछ था। लेकिन अब स्वयं सेवा ही लक्ष्य है। 40 की उम्र तक ही वॉलेंटियर तैनाती, स्कूल के बच्चे ज्यादा एक 23 साल के विलेज वॉलेंटियर ने बताया कि वैसे यहां ज्यादातर स्कूली बच्चे हैं। लेकिन, 40 की उम्र तक वालों को ही तैनाती के लिए कहा गया है। हमें स्कूल और ट्यूशन क्लास में जाने की अनुमति है। हमसे यह भी कहा गया है कि स्वयंसेवा के चलते कॅरियर खराब न करें, लेकिन हमारी भी मजबूरी है। यदि यहां तैनात नहीं होंगे तो हमारे परिवार की रक्षा कौन करेगा? सालों परिवार से दूर रहते हैं, घर में

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:यूपी के 33 जिले बाढ़ से प्रभावित, वाराणसी में गंगा में 65 घाट डूबे; 22 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

देश के सभी हिस्सों में मानसून एक्टिव है। मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार (14 अगस्त) को 22 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है। दिल्ली में 3 दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना उफान पर हैं। 33 जिले अब तक बाढ़ से प्रभावित हैं। वाराणसी के 65 घाट अभी गंगा में डूबे हैं, जहां NDRF तैनात है। इधर, हिमाचल प्रदेश में बारिश और लैंडस्लाइड के चलते 213 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने 19 अगस्त भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में बारिश के चलते 27 जुलाई से 12 अगस्त तक 1004 करोड़ का नुकसान हो चुका है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 110 लोगों की जान जा चुकी है। राजस्थान में 3 दिन में 28 मौतें, मध्य प्रदेश राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। करौली में बाढ़ जैसे हालात हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करौली जिले में आई बाढ़ का हवाई सर्वे किया। उधर, भाजपा विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बारिश के बाद बिगड़े हालात का जायजा लिया। भारी बारिश की वजह से दौसा जिले के गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूलों में 14 अगस्त (बुधवार) की छुट्‌टी घोषित की गई है। प्रदेश में भारी बारिश से 3 दिन में 28 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में सीजन की 72% बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 23.1 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 27 इंच पानी गिर चुका है। मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया, 'अगले 24 घंटे के दौरान 8 जिलों श्योपुर, मुरैना, गुना, अशोकनगर, कटनी, उमरिया, जबलपुर और डिंडौरी में तेज बारिश हो सकती है।' देशभर से बारिश की तस्वीरें... 15 अगस्त को 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:कोलकाता डॉक्टर रेप केस की जांच CBI को; 2036 में भारत की आबादी 152 करोड़ होगी; पाकिस्तानी ओलिंपिक चैंपियन नदीम आतंकी से मिले

नमस्कार, कल की बड़ी खबर कोलकाता डॉक्टर रेप केस की रही, जिसकी जांच अब CBI करेगी। एक खबर केंद्र सरकार की उस रिपोर्ट की रही, जिसमें कहा गया है कि भारत की जनसंख्या साल 2036 में 152.2 करोड़ तक पहुंच सकती है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. हाईकोर्ट ने डॉक्टर रेप केस CBI को सौंपा; रेजिडेंस डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म की कलकत्ता हाईकोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर केस की जांच CBI को सौंपी है। हाईकोर्ट ने कहा कि घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंची। इस बात की पूरी संभावना है कि सबूत मिटा दिए जाएंगे, इसलिए मामला तुरंत CBI को ट्रांसफर किया जाना चाहिए। उधर, पुलिस ने बताया कि आरोपी एक ट्रेंड बॉक्सर है। उसने डॉक्टर को इतनी जोर से मारा कि उनके चश्मे का शीशा टूटकर उनकी आंखों में घुस गया। FORDA की हड़ताल खत्म: कोलकाता की घटना के विरोध में 3 दिन तक चली डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार रात खत्म हो गई। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद ये फैसला लिया। उन्होंने आरजी कर हॉस्पिटल के सभी अधिकारियों के इस्तीफे की मांग की थी। हालांकि, FORDA और नड्डा के बीच क्या चर्चा हुई, इसकी जानकारी नहीं मिली है। वहीं फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने हड़ताल जारी रखने की बात कही है। FAIMA ने कहा है कि ज्यादातर रेजिडेंट डॉक्टर उनके साथ हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. शेख हसीना बोलीं- मुझे देशवासियों से इंसाफ चाहिए, मेरे पिता का अपमान किया बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, 'जिन बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के नेतृत्व में देश ने आजादी हासिल की थी, उनका अपमान किया गया है। मैं देशवासियों से न्याय की मांग करती हूं।' हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने उनका बयान X पर पोस्ट किया। बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मंदिर पहुंचे: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस राजधानी ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे। यहां यूनुस ने पुजारियों, बांग्लादेश पूजा-उद्यापन परिषद के अधिकारियों और आम लोगों से मुलाकात की। यूनुस ने कहा, ‘लोकतंत्र में कोई हिंदू या मुस्लिम नहीं होता। सभी के अधिकार बराबर हैं।’ दरअसल, हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के 52 जिलों में हिं