Dainik Bhaskar Dainik Bhaskar

Dainik Bhaskar दिल्ली कोचिंग सेंटर में 3 छात्रों की मौत का केस:कोर्ट ने CBI से पूछा- क्या MCD ने आरोपियों को कारण बताओ नोटिस भेजा था?

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में 27 जुलाई की रात राउ IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। इस केस में गिरफ्तार किए गए कोचिंग सेंटर के बेसमेंट के चार को-ओनर्स की जमानत याचिका पर सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान राउज एवेन्यू कोर्ट ने CBI से पूछा कि क्या अगस्त 2023 में कोचिंग सेंटर्स के साथ आरोपियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। याचिका हरविंदर, परविंदर, तेजिंदर और सरबजीत नाम के चार लोगों ने दर्ज कराई है, जो बेसमेंट के ओनर्स हैं। आरोपियों ने दावा किया है कि मुख्य जिला और सेशन जज अंजू बजाज चंद्रा ने सोमवार को सुनवाई में CBI को आदेश दिया है कि वे कारण बताओ नोटिस की टाइप की गई कॉपी पेश करें। कोर्ट ने ये भी पूछा कि कारण बताओ नोटिस बेसमेंट के को-ओनर्स को दिया गया था या नहीं। मामले की आगे की सुनवाई आज यानी मंगलवार को होगी। कोर्ट रूम लाइव: कोर्ट ने आरोपियों के वकील से पूछा: क्या आपने किराएदारों को बेसमेंट के अधिकार का सर्टिफिकेट दिया था? आरोपियों के वकील अमित चड्‌ढा: यह कमर्शियल प्रॉपर्टी है। इसे कमर्शियल इस्तेमाल या कोचिंग इंस्टीट्यूट के तौर पर किराए पर दिया गया था। इसे लाइब्रेरी के तौर पर इस्तेमाल के लिए नहीं दिया गया था। आरोपियों के वकील ने इमारत के फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट का भी जिक्र किया। यह सर्टिफिकेट 9 जुलाई 2024 को तीन साल के लिए जारी किया गया था। कोर्ट: यह हादसा कैसे हुआ? हमें जानकारी दी गई है कि SUV ड्राइवर के तेज गाड़ी चलाने की वजह से पानी का प्रेशर बना, जिससे गेट टूट गया और पानी बेसमेंट में भर गया। क्या गेट इतना कमजोर था कि पानी की एक लहर से टूट गया? जिस शख्स ने गेट बनाया है उसके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है? आरोपियों के वकील: दिल्ली पुलिस ने SUV ड्राइवर मनुज कथूरिया के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 के तहत केस हटा दिया है। पहले ड्राइवर को मुख्य आरोपी माना गया था, लेकिन उन्हें जमानत दे दी गई है। जांच एजेंसी कानून को अपने हाथ में ले रही है और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर रही है। 26 जून को एक स्टूडेंट ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। कोर्ट: अगर 26 जून को बेसमेंट को लेकर कोई शिकायत दर्ज कराई गई थी तो MCD ने इस पर क्या एक्शन लिया? आरोपियों के वकील: हाईकोर्ट में जब मामले की सुनवाई हुई तो MCD कमिश्नर ने

Dainik Bhaskar केंद्र सरकार ने ब्रॉडकास्ट बिल 2024 वापस लिया:मंत्रालय बोला- नया ड्राफ्ट तैयार करेंगे; विपक्ष का आरोप था- चुनिंदा लोगों को जानकारी दी

देश के मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग (MIB) ने ब्रॉडकास्टिंग बिल 2024 का ड्राफ्ट वापस ले लिया है। मंत्रालय बिल का नया मसौदा तैयार करेगा। साथ ही सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) से 24-25 जुलाई 2024 के बीच दी गईं ड्राफ्ट की हार्ड कॉपी वापस करने को कहा है। MIB ने बयान जारी कर कहा- हम ब्रॉडकास्टिंग सर्विस (रेगुलेशन) बिल के ड्राफ्ट पर काम कर रहे हैं। इस विधेयक के ड्राफ्ट को हितधारकों और आम जनता की टिप्पणियों के लिए 10 नवंबर 2023 को सार्वजनिक डोमेन में रखा गया था। हमें विभिन्न हितधारकों की ओर से अनेक सिफारिशें, टिप्पणियां और सुझाव प्राप्त हुए थे। मिनिस्ट्री ने कहा कि अब सुझाव और टिप्पणियों के लिए 15 अक्टूबर 2024 तक अतिरिक्त समय दिया जा रहा है। और ज्यादा विचार-विमर्श के बाद बिल का एक नया ड्राफ्ट पब्लिश किया जाएगा। मंत्रालय विधेयक के ड्राफ्ट पर हितधारकों के साथ सिलसिलेवार विचार-विमर्श कर रहा है। नवंबर 2023 में लाया गया था नया ड्राफ्ट नवंबर 2023 में ब्रॉडकास्टिंग रेगुलेशन बिल का ड्राफ्ट तैयार किया था। इस पर पब्लिक कमेंट की डेडलाइन 10 नवंबर 2023 थी। बिल का दूसरा ड्राफ्ट इस साल जुलाई में तैयार किया गया। ड्राफ्ट को लेकर विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए थे। कहा गया था कि संसद में रखे जाने से पहले ही ड्राफ्ट को कुछ चुनिंदा हितधारकों के बीच चुपके से लीक किया गया। TMC सांसद जवाहर सरकार ने भी राज्यसभा में यह मामला उठाया था। 90 से ज्यादा डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन डिजी-पब न्यूज इंडिया फाउंडेशन और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने चुनिंदा हितधारकों के साथ बंद कमरे में विचार-विमर्श किया है। डिजिटल मीडिया संगठनों और सिविल सोसाइटी एसोसिएशन के साथ चर्चा भी नहीं हुई। ड्राफ्ट कॉपी पाने के लिए मंत्रालय को लेटर भी लिखा था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स और इंडिविजुअल कॉन्टेंट क्रिएटर्स भी इस बिल का विरोध कर रहे हैं। (खबर लगातार अपडेट हो रही है)

Dainik Bhaskar केजरीवाल से तिहाड़ प्रशासन बोला-विशेषाधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रहे:दिल्ली CM ने LG को लिखा था- 15 अगस्त को आतिशी झंडा फहराएंगी

दिल्ली के तिहाड़ जेल प्रशासन ने सीएम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा कि उन्होंने जेल में मिले अपने विशेषाधिकारों का गलत इस्तेमाल किया है। केजरीवाल ने 7 अगस्त को जेल से ही उपराज्यपाल वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखी। इसमें कहा था कि इस बार 15 अगस्त को मंत्री आतिशी झंडावंदन करेंगी। तिहाड़ की जेल नंबर 2 के सुपरिंटेंडेंट ने दिल्ली जेल नियम 2018 के हवाले से बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री किसी भी ऐसे काम को नहीं कर सकते, जिसकी उन्हें अनुमति न दी गई हो। उनका पत्र उपराज्यपाल को नहीं भेजा गया है। वहीं, LG ऑफिस ने कहा है कि उन्हें दिल्ली सीएम का कोई लेटर नहीं मिला। वहीं, आज AAP नेताओं ने केजरीवाल के आवास पर बैठक की। इसमें झंडा वंदन के लिए आतिशी के नाम तय कर लिया है। सामान्य प्रशासन मंत्री ने गोपाल राय ने विभागों को तैयारियों के लिए निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन बोला- केजरीवाल ने 7 अगस्त को लिखा लेटर तिहाड़ की जेल नंबर 2 के सुपरिंटेंडेंट के मुताबिक, केजरीवाल ने 7 अगस्त को LG वीके सक्सेना को लेटर लिखा। इसमें कहा गया था कि दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान उनकी (केजरीवाल) जगह आतिशी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी। अधिकारियों ने केजरीवाल को लिखे लेटर में लिखा- आपका पत्र जेल के बाहर भेजे जाने वाले कम्युनिकेशन की कैटेगरी में नहीं आता है। आपसे मुलाकात के लिए जिन लोगों के नाम तय हैं, उनके साथ केवल निजी निजी पत्र-व्यवहार की परमिशन है। इसलिए आपका 6 अगस्त का लिखा लेटर प्राप्तकर्ता (LG सक्सेना) को नहीं भेजा गया है। इसे जमा कर लिया गया है। अधिकारियों ने कहा है कि विचाराधीन कैदी दिल्ली जेल नियमों के कानूनी नियमों के आते हैं। इससे उनके अधिकारों और विशेषाधिकारों की लिमिट तय है। हैरानी की बात है कि 6 अगस्त आपके लिखे लेटर की डिटेल मीडिया में लीक हो गई। ऐसा होना दिल्ली जेल नियम 2018 के तहत आपको दिए गए विशेषाधिकारों का दुरुपयोग है। जेल प्रशासन ने केजरीवाल को ऐसी किसी भी गलत गतिविधि से दूर रहने की सलाह दी। साथ ही कहा है कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके विशेषाधिकारों कम किए जाएंगे। जेल प्रशासन ने जेल नियम 588 का हवाला भी दिया गया है। इसमें कहा गया है कि कैदियों द्वारा लिखे गए सभी पत्रों की विषय-वस्तु निजी मामलों तक ही सीमित होगी। AAP नेताओं की बैठक में आतिशी का नाम तय वहीं, आज अरविंद केज

Dainik Bhaskar मनु भाकर की माता ने नीरज चोपड़ा को दी कसम:फैन्स बोले- रिश्ते की बात हो रही; पिस्टल क्वीन के पिता ने बताई पूरी सच्चाई

पेरिस ओलिंपिक में इतिहास रचने वाले भारत के दो स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और मनु भाकर को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें चल रही है। ये बातें सोमवार को उस वक्त शुरू हुई, जब पेरिस में नीरज और मनु की माता सुमेधा के बीच अलग-अलग हो रही बातों की वीडियो सामने आई। मनु की मां नीरज से बात करते हुए काफी भावुक भी लग रही थी। उन्होंने नीरज का हाथ अपने सिर पर रखकर कसम भी दी है। जिसके बाद फैन्स ने दोनों के रिश्ता होने की बात कह डाली। जिसकी सच्चाई जानने के लिए दैनिक भास्कर ने मनु के पिता राम किशन और नीरज के चाचा सुरेंद्र से बात की। दोनों ने ही इन बातों को महज अफवाह बताया है। साथ ही इस तरह की खबरों को चलाने वाले तमाम सोशल मीडिया चैनलों का खंडन भी किया है। मां-बेटी दोनों से अलग-अलग हुई नीरज की बात दरअसल, मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर और नीरज चोपड़ा की वीडियो वायरल हो रही है। इसमें दोनों बातें करते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही एक वीडियो में नीरज के साथ खुद मनु भी दिख रही है। नीरज और सुमेधा की बातचीत के दौरान सुमेधा कुछ भावुक भी लग रही थी। सुमेधा ने नीरज का हाथ पकड़ा और कसम दे दी। इन दोनों की बातचीत के बाद मनु और नीरज भी कुछ बातें कर रहे थे। उनकी बात के बाद मनु की मां सुमेधा ने उन्हें एक साथ खड़ाकर फोटो लेनी चाही। जिस पर नीरज तैयार हो गए थे, लेकिन मनु ने मना कर दिया। जैसे ही ये दोनों वीडियो वायरल हुए, इसके बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है। नीरज के चाचा बोले- देश को पता लगा, कुछ भी छिपेगा नहीं सोशल मीडिया पर चल रही मनु भाकर और नीरज चोपड़ा के रिश्ते की बात को नीरज चोपड़ा के चाचा सुरेंद्र चोपड़ा ने सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नीरज मेडल लेकर आया था, सभी देशवासियों को इस बारे में जानकारी भी थी। ऐसा ही शादी के समय होगा। जब भी नीरज की सगाई होगी, तो उससे पहले भी लोगों को जानकारी मिल जाएगी कि नीरज कब और किस से शादी कर रहा है। नीरज देश का बेटा है, उसके बारे में किसी से कुछ नहीं छिपा है। मनु के पिता बोले- अभी वह बहुत छोटी है वहीं, मनु भाकर के पिता राम किशन भाकर ने कहा कि अभी तो मनु बहुत छोटी है। उसकी शादी की उम्र भी नहीं हुई है। मनु की मां, नीरज से एक बेटे के बराबर ही बात कर रही है। वो उन्हें कसम दिला रही है कि वह इस बार के ओलिंपिक प्रदर्शन से नाराज नहीं होए। वह मन

Dainik Bhaskar सेना के कमांडो को पुलिस ने निर्वस्त्र कर पीटा:अपराधियों के बीच बैठाकर बोले- पुलिस सेना की बाप है; मंत्री राठौड़ ने थाने पहुंचकर एसीपी को फटकारा

सेना के कमांडो सीमा पर भले ही दुश्मनों के छक्के छुड़ाते हैं, लेकिन अपने घर में पुलिस से हार जाते हैं। जयपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। शहर के शिप्रा पथ थाने में पुलिस ने सेना के एक कमांडो को न सिर्फ निर्वस्त्र कर डंडों से पीटा, बल्कि अपराधियों के बीच बैठाकर पुलिसकर्मियों ने कहा- पुलिस भारतीय सेना की बाप है। इसकी शिकायत कमांडो ने जब सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ से की तो वे सोमवार को थाने पहुंचे और एसीपी संजय शर्मा को जमकर फटकार लगाई। राठौड़ ने खुद यह घटनाक्रम मीडिया को बताया। दरअसल, 11 अगस्त को सेना के कमांडो अरविंद अपने परिचित जवान के केस के सिलसिले में जानकारी लेने थाने गए थे। थाने में पुलिसवालों ने ठीक से व्यवहार नहीं किया। उन्होंने खुद के सेना में होने का परिचय दिया। आरोप है कि एसआई और पुलिसकर्मियों ने कमांडो को गालियां देते हुए पीटना शुरू कर दिया। हवालात में डालकर कपड़े उतारकर पीटा। कमांडो को जमकर जलील किया गया। कमांडो अभी बारामूला जम्मू कश्मीर में तैनात हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से की। सेना के कमांडो से मारपीट पर मंत्री इतने नाराज हुए कि थाने पहुंच गए। थाने पहुंचकर अफसरों को फटकारा मंत्री राठौड़ ने थाने पहुंचकर पुलिसवालों से कमांडो के साथ मारपीट करने पर सवाल-जवाब किए। इस दौरान पुलिस के कई वरिष्ठ अफसर भी पहुंच गए। राज्यवर्धन ने मोबाइल में पीड़ित के साथ मारपीट के सबूत दिखाए। इस पर एसीपी संजय शर्मा ने तर्क दिया कि कमांडो ने पुलिसकर्मियों को गाली दी। मुझे भी गाली दी है। एसीपी से बोले- यहां नहीं खड़े रहना चाहते तो अपने दफ्तर जाइए नाराज मंत्री राठौड़ ने एसीपी संजय शर्मा के बीच में बोलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई। राज्यवर्धन ने कहा- संजय जी, जब मैं बात कर रहा हूं तो आप क्यों बोल रहे हैं? आपको तो बेसिक प्रोटोकॉल ही नहीं पता, मैं बात कर रहा हूं न। आप वहां किससे बात कर रहे हैं? उसे छोड़िए गाली तो बहुत छोटी चीज हो गई। ये तो मुझसे ही लड़ना चाहते हैं। मैं यहां धैर्य से सब सुन रहा हूं, लेकिन संजय शर्मा कंटेस्ट करना चाहते हैं। जब आपसे बात की जाए तो जवाब दीजिए, नहीं तो सावधान में खड़ा रहिए। यहां नहीं खड़े रहना चाहते तो अपने दफ्तर जाइए। मंत्री बोले- मैंने आपको धैर्य से कॉल किया, मुझसे ही लड़ रहे राज्यवर्धन ने कहा

Dainik Bhaskar राजपाल यादव की करोड़ों की प्रापॅर्टी सीज:5 करोड़ का लोन नहीं चुका पाए एक्टर, 2018 में इसी मामले में जेल गए थे

बॉलीवुड एक्टर राजपाल यादव की करोड़ों की संपत्ति को बैंक ने सीज कर दिया है। यह मामला साल 2012 में रिलीज हुई एक्टर की फिल्म ‘अता पता लापता’ से जुड़ा हुआ है। इस फिल्म को राजपाल ने डायरेक्ट किया था वहीं उनकी पत्नी राधा यादव इसकी प्रोड्यूसर थीं। फिल्म के लिए राजपाल ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मुंबई की बांद्रा ब्रांच से 5 करोड़ का लोन लिया गया था। अब लोन न चुका पाने के कारण उनकी शाहजहांपुर में सेठ एनक्लेव स्थित करोड़ो की संपत्ति को बैंक ने सीज कर दिया है। प्रॉपर्टी पर बैंक ने लगाया अपना बोर्ड मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई से सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के अधिकारी 2 दिन पहले ही शाहजहांपुर पहुंचे थे। रविवार को राजपाल की प्रॉपर्टी पर बैंक का बैनर लगा दिया। इसमें लिखा है कि यह संपत्ति सेंट्रल बैंक आफ इंडिया मुंबई की है इस पर किसी तरह का कोई भी खरीद फरोख्त ना की जाए। सोमवार सुबह सेंट्रल बैंक आफ इंडिया मुंबई के अधिकारी इस प्रॉपर्टी पर पहुंचे और इसे सीज कर दिया। 2018 में जेल में बिताए थे तीन महीने इससे पहले साल 2018 में भी राजपाल को इस मामले में 3 महीने के लिए जेल जाना पड़ा था। दिल्ली बेस्ड कंपनी मुरली प्रोजेक्ट्स ने राजपाल यादव की कंपनी श्री नौरंग गोदावरी एंटरटेनमेंट के खिलाफ सिविल केस फाइल किया था। राजकुमार ने यह लोन साल 2010 में लिया था।

Dainik Bhaskar दिल्ली शराब नीति केस में भ्रष्टाचार का मामला:कोर्ट का CBI को निर्देश- 27 अगस्त तक सभी अधिकारियों से जरूरी मंजूरी लें

दिल्ली शराब नीति केस से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में CBI की जांच जारी है। सोमवार (12 अगस्त) को राउज एवेन्यू कोर्ट ने CBI को अधिकारियों से जांच के लिए जरूरी मंजूरी लेने के लिए 15 दिन का और समय दिया। एजेंसी ने कोर्ट में कहा कि जांच के लिए संबंधित अधिकारियों से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। इस पर स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने एजेंसी को 27 अगस्त तक का समय दिया। एजेंसी केजरीवाल और AAP विधायक दुर्गेश पाठक के खिलाफ जांच कर रही है। इससे पहले कोर्ट ने इसी मामले में केजरीवाल की ज्यूडिशियल कस्टडी 20 अगस्त तक बढ़ाई थी। 26 जून को CBI ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया था CBI ने केजरीवाल को 26 जून को अरेस्ट किया था। ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। हालांकि 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत दे दी थी, लेकिन CBI केस के चलते वह जेल में ही हैं। CBI की गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल की याचिका खारिज दिल्ली हाईकोर्ट ने 5 अगस्त को अरविंद केजरीवाल की CBI की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। साथ ही जमानत याचिका के लिए निचली अदालत जाने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि CBI ने केजरीवाल की गिरफ्तारी बिना किसी ठोस कारण के की। कोर्ट ने 29 जुलाई को इसी मामले में हुई सुनवाई में फैसला सुरक्षित रख लिया था। ED केस में 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दी थी अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को अंतरिम जमानत दी थी। जस्टिस संजीव खन्ना ने जमानत देते हुए कहा था कि केजरीवाल 90 दिन से जेल में हैं। इसलिए उन्हें रिहा किए जाने का निर्देश देते हैं। हम जानते हैं कि वह चुने हुए नेता हैं और ये उन्हें तय करना है कि वे मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं या नहीं। जस्टिस खन्ना ने कहा था कि हम ये मामला बड़ी बेंच को ट्रांसफर कर रहे हैं। गिरफ्तारी की पॉलिसी क्या है, इसका आधार क्या है। इसके लिए हमने ऐसे 3 सवाल भी तैयार किए हैं। बड़ी बेंच अगर चाहे तो केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर बदलाव कर सकती है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी अभी तक उनकी तरफ से बेल बॉन्ड नहीं भरा गया है। पूरी खबर पढ़ें... दिल्ली शराब नीति केस की पूरी टाइमलाइन...

Dainik Bhaskar जमानत मिलने के बाद मनीष सिसोदिया का पहला इंटरव्यू:बोले- केजरीवाल को भी न्याय मिलेगा, मुसीबत में पार्टी ने एकता दिखाई

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब नीति मामलें में सुप्रीम कोर्ट से जमानत के बाद सोमवार (12 अगस्त) को पहला इंटरव्यू दिया। इस दौरान मनीष ने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद है कि मेरी तरह ही वह सीएम अरविंद केजरीवाल को भी न्याय देगा। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए सिसोदिया ने बताया- सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि मुझे हर सोमवार और गुरुवार को सुबह 10 से 11 बजे के बीच CBI और ED दफ्तर में पेश होना होगा। कोई निराशा नहीं है। मुसीबत में लोग और मजबूती से एकता दिखाते हैं। पार्टी में कोई टूट नहीं हुई। विधानसभा चुनाव में भाजपा की जमानत जब्त कराएंगे पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा- पार्टी सबसे कठिन दौर से गुजरी है, लेकिन कार्यकर्ताओं और दिल्ली की जनता ने एकता दिखाई। यही हमारी ताकत है। इससे पहले 11 अगस्त को मनीष सिसोदिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र के पटपड़गंज के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा- हमारे सभी कार्यकर्ताओं ने विपरीत परिस्थितियों में हिम्मत नहीं हारी। हम जल्द ही इस मुसीबत से बाहर निकल आएंगे। दिल्ली की जनता के साथ मिलकर हम एक बार फिर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे और भाजपा की जमानत जब्त कराएंगे। इस बीच, 11 अगस्त को ही सिसोदिया ने अपने आवास पर एक हाई लेवल बैठक भी की। इसमें राज्यसभा सांसद संजय सिंह, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज समेत आप के अन्य नेता मौजूद रहे। पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी में है। 17 महीने बाद जेल से बाहर आए मनीष सिसोदिया दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया 9 अगस्त को 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। सुप्रीम कोर्ट ने दोपहर में​​​ उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े CBI और ED के केस में जमानत दी थी। जेल से बाहर आने के बाद सिसोदिया ने AAP कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा, 'संविधान और लोकतंत्र की ताकत से जमानत मिली है। सुप्रीम कोर्ट का दिल से धन्यवाद है। यही ताकत हमारे नेता अरविंद केजरीवाल को भी जेल से रिहा कराएगी।' सिसोदिया तिहाड़ से सीधे अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचे। वहां उन्होंने केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और परिवार के लोगों से मुलाकात की। सिसोदिया को CBI ने भ्रष्टाचार केस में 26 फरवरी 2023 को और ED ने 9 मार्च 202

Dainik Bhaskar हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा

हरियाणा में जींद के एक सरकारी स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ पर बवाल हो गया। ग्रामीणों ने इकट्‌ठा होकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही उन्होंने सामने ही नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वे मांग कर रहे थे कि स्कूल का स्टाफ बदला जाए। लोगों का आरोप है कि स्कूल के एक टीचर ने गांव की ही रहने वाली एक छात्रा का हाथ पकड़ा है। टीचर उस लड़की को फोन करता है और मैसेज में अश्लील बातें लिखता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल का हैड मास्टर नशे में स्कूल आता है। एक टीचर गलत व्यवहार करता है जानकारी के अनुसार, जींद के गांव खुंगा में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंच कर हंगामा किया। सरपंच प्रतिनिधि बलजीत कुमार मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को भी ग्रामीणों के विरोध की जानकारी दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि स्टाफ की आपसी खींचतान के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करता है। प्रिंसिपल भी नशे में स्कूल आता है। शिकायत करो तो स्कूल में कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं गांव की महिला सुनीता ने कहा कि स्कूल का एक मास्टर हमारी बच्चियों का हाथ पकड़ लेता है। उन्हें गलत नजर से देखता है। स्कूल में हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं। पहले तो केवल सुनते थे, लेकिन अब हमारी बच्ची पर आया तो हमने देख भी लिया। यह एक लड़की का मामला नहीं है। उसकी शिकायत करो तो प्रिंसिपल कहता है कि स्कूल में आओ तो PCR बुला लूंगा। वहीं, ग्रामीण सूबे सिंह का कहना है कि मास्टर लड़कियों की बांह पकड़ता है। ऐसा 2-3 बार हो गया। स्कूल में एक भी मास्टर सही नहीं है। सारा स्टाफ गंदा है। हम चाहते हैं कि स्कूल का सारा स्टाफ बदला जाए। स्कूल में टीचरों के 2 गुट ग्रामीणों का कहना है कि छात्र-छत्राओं ने अपने परिजनों को बताया था कि स्कूल में एक टीचर की ओर से बहुत गलत व्यवहार किया जा रहा है। स्कूल में टीचरों के 2 गुट बने हुए हैं। इनके बीच में छात्र उनकी राजनीति का शिकार हो रहे हैं। टीचर बच्चों को पढ़ाने के बजाय आपसी राजनीति में उलझे रहते हैं। वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल हेड मास्टर का स्टाफ पर कंट्रोल नहीं है। वह भी नशे में स्कूल आता है। ग्रामीणों ने मांग की कि स्कूल स्टाफ को बदल कर यहां नया स्टाफ लगाया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके अलावा स्कूल

Dainik Bhaskar सुभासपा का चुनाव निशान बदलकर चाबी हुआ:लोकसभा चुनाव में छड़ी और हॉकी में हुआ था कंफ्यूजन​​​​​​; OP राजभर फिर बने राष्ट्रीय अध्यक्ष

यूपी में NDA की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की सोमवार को लखनऊ के रविंद्रालय में बैठक हुई। इसमें पार्टी का चुनाव निशान बदलने को लेकर फैसला किया गया। पार्टी ने अपना चुनाव निशान छड़ी से बदलकर चाबी कर लिया है। पार्टी अब चुनाव आयोग से चाबी चुनाव निशान की मांग करेगी। सुभासपा का चुनाव निशान अभी तक छड़ी था। बीते लोकसभा चुनाव में घोसी सीट से एक ऐसा प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में था, जिसका चुनाव निशान हॉकी था। इस वजह से मतदाताओं में कंफ्यूजन हो गया। मतदाताओं ने छड़ी की जगह हॉकी पर अपना वोट दे दिया। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था। इसी वजह से आज की बैठक में चुनाव निशान बदलने को लेकर पार्टी के पदाधिकारी ने सहमति दी। वहीं, बैठक में नई कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा हुई। कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। बैठक की 3 तस्वीरें सुभासपा से 20 साल बाद बदला अपना सिंबल सुभासपा ने 20 साल बाद अपने सिंबल को बदलकर छड़ी की जगह चाबी किया है। दरअसल, NDA की सहयोगी सुभासपा को घोसी लोकसभा सीट मिली थी। इस सीट से ओम प्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को चुनाव लड़ाया था। उनका चुनाव निशान छड़ी था, जो EVM में ऊपर से तीसरे नंबर पर था। घोसी से ही मूलनिवासी समाज पार्टी की प्रत्याशी लीलावती राजभर भी मैदान में थीं। उन्हें चुनाव आयोग ने हॉकी चिह्न आवंटित कर दिया। यह EVM में नीचे से तीसरे नंबर पर था। लीलावती को इस चुनाव में 47,527 वोट मिले, जबकि अरविंद राजभर को 3,40,188 वोट मिले थे। इसके बाद सुभासपा ने कहा था कि छड़ी और हॉकी में गलतफहमी के कारण वोट में इतना बड़ा अंतर हुआ। नई कार्यकारिणी बनेगी, उपचुनाव की रणनीति बनी सुभासपा की आज की बैठक में पार्टी की नई कार्यकारिणी का गठन करने की भी घोषणा की गई। साथ ही 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की गई। हालांकि, भाजपा ने अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। ऐसे में सुभासपा की इस बैठक में किन-किन सीटों पर पार्टी मजबूत है, उसका खाका तैयार किया। बैठक में सुभासपा की भंग प्रदेश की फिर से गठन की घोषणा की गई। पार्टी के नेताओं को चार भागों में बांटा गया है। चार क्षेत्रीय अध्यक्ष और एक प्रदेश अध्यक्ष के साथ अलग-अलग मोर्चों के संगठन बनाए जाएंगे। सबको जिम्मेदारी दी जाएगी। जो लोग सक

Dainik Bhaskar सपा नेता ने नाबालिग के कपड़े उतारे, रेप की कोशिश:कन्नौज SP बोले-नौकरी मांगने कॉलेज गई थी, रंगे हाथ पकड़ाया; आरोपी अखिलेश का करीबी

कन्नौज में सपा नेता को पुलिस ने नाबालिग से रेप की कोशिश करते हुए रविवार देर रात रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। नाबालिग अपनी बुआ के साथ नेता के कॉलेज में नौकरी मांगने आई थी। जहां उसने बुआ की गैरमौजूदगी में जबरदस्ती की। लड़की के कपड़े उतारे। आरोपी नेता का नाम नवाब सिंह यादव (50) है। वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी और डिंपल का सांसद प्रतिनिधि रहा है। 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान मंच पर राहुल-अखिलेश के साथ उसकी तस्वीर भी सामने आई है। रविवार रात करीब डेढ़ बजे सपा नेता को गिरफ्तारी के बाद पुलिस कोतवाली ले गई। पूछताछ के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। पीड़ित बच्ची को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा है। मामला कन्नौज कोतवाली के अड़ंगापुर गांव का है। अखिलेश के साथ आरोपी की 2 तस्वीर नौकरी देने के लिए नाबालिग और उसकी बुआ को बुलाया आरोपी नवाब सिंह यादव का चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय के नाम से कॉलेज है। पुलिस ने बताया- रविवार शाम को वह कॉलेज में था। उसने नौकरी देने के नाम पर नाबालिग और उसकी बुआ को बुलाया। देर रात दोनों को कॉलेज में बैठाए रखा। कॉलेज में ही उसने बच्ची से जबरदस्ती की। तभी बुआ कमरे में आ गई। बुआ के कहने पर नाबालिग ने पुलिस को 112 पर फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद पुलिस पहुंच गई। आरोपी को कमरे से पकड़ लिया। कन्नौज SP अमित कुमार आनंद ने बताया- रात में तिर्वा थाने की पुलिस के पास किसी बच्ची का फोन आया। उसने बताया कि जबरन उसके कपड़े उतारे गए हैं। रेप की कोशिश की गई। इस सूचना पर पुलिस मौके पर चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय पहुंची। वहां से आरोपी को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। नाबालिग की उम्र 15 साल है। मामले की जांच की जा रही है। बच्ची बोली- उन्होंने मेरे कपड़े उतारे इस पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें पीड़ित नाबालिग पुलिस के साथ जाती दिखाई दे रही है। पुलिस कर्मी उससे सवाल जवाब कर रहे हैं। पीड़िता पुलिस को बता रही है, हम लोग 8 बजे के करीब यहां आए थे। उसके बाद से ये (नवाब सिंह यादव) हमको जाने नहीं दे रहे हैं। पीड़िता पूछने पर बताती है, उन्होंने (नवाब सिंह) मेरे कपड़े उतारे हैं। पुलिस पीड़िता से पूछती है वो किस कमरे में है। फिर पीड़िता पुलिस को साथ में कमरे तक ले जाती है। इसके बाद जब पुलिस कमरे में पहुंचती है तो वहां आरोपी नवाब सिंह लेटा हुआ मिला। पीड़िता की बुआ भी कमर

Dainik Bhaskar क्या चाइल्ड पोर्न देखना अपराध, SC में फैसला सुरक्षित:केरल HC ने कहा था- अकेले देखना क्राइम नहीं; मद्रास HC बोला- अपने फोन में रख सकते

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (12 अगस्त) को चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी से जुड़े एक मामले में सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट में केरल हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि, फोन में बच्चों से जुड़े पोर्न वीडियो को डाउनलोड करना अपराध नहीं होगा। केरल हाईकोर्ट ने 13 सितंबर 2023 को एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि, अगर कोई व्यक्ति निजी तौर पर अश्लील फोटो या वीडियो देख रहा है तो यह अपराध नहीं है लेकिन अगर पर दूसरे को दिखा रहा है तो यह गैरकानूनी होगा। दरअसल पहले केरल हाईकोर्ट और फिर उसी के आधार पर मद्रास हाईकोर्ट में एक आरोपी को दोष मुक्त हो जाने पर एनजीओं ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल इस पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। पोर्नोग्रॉफी को लेकर केरल और मद्रास हाईकोर्ट के 2 फैसलों पर विवाद.... केरल हाईकोर्ट ने कहा था- पोर्न देखना व्यक्ति की निजी पसंद, दखल नहीं दे सकते केरल हाईकोर्ट की जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन की बेंच ने ये फैसला दिया था। जस्टिस कुन्हीकृष्णन ने कहा था, पोर्नोग्रॉफी सदियों से प्रचलित है। आज डिजिटल युग में इस तक आसानी से पहुंच हो गई। बच्चों और बड़ों की उंगलियों पर ये मौजूद है। सवाल ये है कि अगर कोई अपने निजी समय में दूसरों को दिखाए बगैर पोर्न देख रहा है तो यह अपराध है या नहीं? जहां तक कोर्ट की बात है कि, इसे अपराध की कैटेगरी में नहीं लाया जा सकता क्योंकि ये व्यक्ति की निजी पंसद हो सकती है। इसमें दखल उसकी निजता में घुसपैठ के बराबर होगा। मद्रास हाईकोर्ट ने कहा था- फोन में चाइल्ड पोर्न डाउनलोड करना अपराध नहीं केरल हाईकोर्ट की इस टिप्पणी को आधार बताते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने 11 जनवरी 2024 को पॉक्सो एक्ट के एक आरोपी के खिलाफ केस को रद् कर दिया था। मद्रास हाई कोर्ट ने कहा था कि, अपनी डिवाइस पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना या डाउनलोड करना अपराध के दायरे में नहीं आता है। कोर्ट ने 28 साल के एक व्यक्ति के खिलाफ चल रहे केस पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की थी। उस व्यक्ति के खिलाफ चाइल्ड पोर्नोग्राफी के आरोप में POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) कानून और आईटी कानून के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ चल रहे केस को रद्द कर दिया था। 3 पॉइंट्स में जानिए भारत में पोर्न वीडियो देखने को लेकर क्या हैं कानून भारत में तेजी से बढ़ रहा है प

Dainik Bhaskar NIRF रैंकिंग 2024 जारी:IIT मद्रास 6वीं बार देश का बेस्‍ट इंस्टिट्यूट; यूनिवर्सिटी रैंकिंग में IIS बेंगलुरु, JNU, जामिया टॉप पर

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024 की रैंकिंग जारी हो गई है। इसमें IIT मद्रास लगातार 6वीं बार देश का बेस्‍ट एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बना है। देश के टॉप 10 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में 7 IIT शामिल हैं। देश के टॉप 10 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट टॉप यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में बेंगलुरु का इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस पहले स्‍थान पर है। दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी दूसरे और जामिया मिलिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी तीसरे नंबर पर है। देश की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज पांच आधारों पर तय होती है इंस्टीट्यूट्स की रैंक रैंकिंग तय करने के लिए कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज को पांच पॉइंट्स के आधार पर आकलन किया जाता है- टीचिंग लर्निंग एंड रिसर्च (TLR), ग्रेजुएशन आउटकम (GO), परसेप्शन (PR), आउटरीच और इंक्लूसिविटी (OI)। इनमें से हर पैरामीटर के तहत कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को 100 में से नंबर दिए जाते हैं। इन्हीं के आधार पर स्टूडेंट्स टॉप कॉलेज में एडमिशन लेते हैं। रैंकिंग के साथ-साथ कॉलेज-यूनिवर्सिटी में कुछ और एलिमेंट्स भी जरूरी होते हैं, जैसे एन्वायर्नमेंट, टीचर, प्लेसमेंट परसेंट और बेसिक स्ट्रक्चर। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की कैटगरी वाइज रैंकिंग जारी करता हैं। 2023 में ये रैंकिंग ग्यारह कैटगरी मे जारी की गई थी। जिनमें सभी, कॉलेज, विश्वविद्यालय, रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, डेंटल, आर्किटेक्चर और लॉ कॉलेज शामिल हैं। 2023 में टॉप पर था मिरांडा हाउस NIRF रैंकिंग 2023 में मिरांडा हाउस को भारत में टॉप और बेस्ट कॉलेज का दर्जा दिया गया था। दिल्ली विश्वविद्यालय का मिरांडा हाउस, हिंदू कॉलेज, प्रेसीडेंसी कॉलेज, पीएसजीआर कृष्णमल कॉलेज फॉर विमेन और सेंट जेवियर्स कॉलेज NIRF 2023 रैंकिंग के टॉप 5 कॉलेजों में शामिल था। कॉलेज रैंकिंग 2023 के अनुसार, मिरांडा हाउस ने 74.81 के स्कोर के साथ टॉप पर था, जबकि हिंदू कॉलेज को 72.39 स्कोर के साथ दूसरा और प्रेसीडेंसी कॉलेज को 71.18 स्कोर के साथ टॉप 3 मिला था।

Dainik Bhaskar BRS नेता के कविता की जमानत याचिका पर सुनवाई:सुप्रीम कोर्ट ने ED और CBI से जवाब मांगा; अगली सुनवाई 20 अगस्त को

सुप्रीम कोर्ट सोमवार (12 अगस्त) को बीआरएस नेता के कविता की जमानत याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने कविता की जमानत याचिका पर ED और CBI से जवाब मांगा है। इससे पहले 1 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया था। के कविता दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में आरोपी हैं। मामले की सुनवाई जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच में हुई। कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 20 अगस्त की तारीख तय की है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में 13 अगस्त तक बढ़ी ज्यूडिशियल कस्टडी राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने 31 जुलाई को सीबीआई के मामले में कविता की न्यायिक हिरासत को फिलहाल 9 अगस्त तक और ईडी द्वारा दर्ज धन शोधन मामले में 13 अगस्त तक बढ़ा दिया है। 1 जुलाई को के कविता की जमानत याचिका खारिज हुई थी 1 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट की जस्टिस स्वर्णकांत शर्मा की बेंच ने के कविता की जमानत याचिका खारिज की थी। इस दौरान बेंच ने कहा था कि, जांच में मिले सबूतों से लगता है कि दिल्ली शराब नीति के बनने और इम्प्लीमेंटेशन में के कविता मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक थी। यह खबर भी पढ़ें... केजरीवाल की याचिका हाईकोर्ट में खारिज, कहा- ऐसा नहीं लगता उनकी गिरफ्तारी बिना वजह हुई दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार (5 अगस्त) को अरविंद केजरीवाल की CBI की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। साथ ही जमानत याचिका के लिए निचली अदालत जाने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि CBI ने केजरीवाल की गिरफ्तारी बिना किसी ठोस कारण के की। कोर्ट ने 29 जुलाई को इसी मामले में हुई सुनवाई में फैसला सुरक्षित रख लिया था। पूरी खबर पढ़ें...

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी:अब तक 2 जवान शहीद हो चुके हैं, उधमपुर-किश्तवाड़ में भी आतंकी छिपे हैं

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग के कोकरनाग में तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है। अनंतनाग में शनिवार (10 अगस्त) को सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। सेना और आतंकियों के बीच हुई गोलीबारी में हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए थे। फायरिंग में 2 नागरिक भी घायल हुए थे, इनमें से एक नागरिक की रविवार को अस्पताल में मौत हो गई थी। रविवार (11 अगस्त) शाम को उधमपुर में भी सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। उधमपुर में 3-4 आतंकियों की मूवमेंट देखी गई थी। सेना के मुताबिक, 6 अगस्त को ये आतंकी भाग निकले थे, लेकिन एक बार फिर इनको ट्रैप बनाकर घेर लिया गया है। किश्तवाड़ जिले में भी रविवार की सुबह जंगल में आतंकियों के होने की सूचना मिली थी। सर्च ऑपरेशन के दौरान दोनों तरफ से कुछ देर के लिए फायरिंग हुई थी। सेना, पैरामिलिट्री फोर्सेज और पुलिस नौनट्टा, नागेनी पेयास और आसपास के इलाकों में ऑपरेशन चला रही है। इलाके में और सुरक्षा बल भेज दिया गया है। आतंकियों की तलाश जारी है। अनंतनाग में 10 हजार फीट की ऊंचाई पर मुठभेड़ सुरक्षाबलों को अनंतनाग के कोकेरनाग बेल्ट के अहलान गागरमांडू जंगल में 10,000 फीट की ऊंचाई पर आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद इलाके की घेराबंदी करके सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ था। इसी दौरान आतंकियों के एक ग्रुप ने पैरा कमांडो सहित सेना के जवानों और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ वाली जगह पर घनी झाड़ियां और बड़े-बड़े पत्थर भी हैं। यहीं पर आतंकी छिपे हुए हैं। माना जा रहा है कि अनंतनाग मुठभेड़ में शामिल आतंकी 16 जुलाई को डोडा के मुठभेड़ में शामिल थे। वहां सुरक्षाबलों से बचने के बाद वे किश्तवाड़ जिले से अनंतनाग में घुसे हैं।डोडा में 15 जुलाई को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिसकर्मी समेत 5 जवान शहीद हो गए थे।