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Dainik Bhaskar वायनाड प्रशासन ने माना- 340 से ज्यादा मौतें हुईं:लैंडस्लाइड के बाद रेस्क्यू में नाकाम हुए; सेना बोली- अब सिर्फ डेडबॉडी तलाशी जा रहीं

वायनाड लैंडस्लाइड के पांचवे दिन प्रशासन ने माना कि राहत और बचाव कार्य में वह मजबूत कदम उठाने में नाकाम रहा। प्रशासन ने बताया कि जहां लैंडस्लाइड हुई थी, वहां से बरामद 341 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है, इनमें से 146 की पहचान हो चुकी है। 134 लोगों के शरीर के सिर्फ टुकड़े बरामद हुए हैं। जिन शवों की पहचान हुई है, उन्हें परिवार को सौंप दिया गया है। जबकि 74 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा। मेप्पडी के 17 रिलीफ कैंप में 707 परिवारों के 2,597 लोगों को रखा गया है। इलाके में 91 कैंप बनाए गए हैं, इनमें 10,000 से ज्यादा लोग हैं। केरल के वायनाड में 29-30 जुलाई की रात 2 से 4 बजे के बीच लैंडस्लाइड की 4 घटनाएं हुई थीं। इसमें चार गांव बह गए थे। आर्मी के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। अब केवल डेडबॉडी ढूंढ़ी जा रही हैं। शनिवार को केरल में भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में यलो अलर्ट है। घटनास्थल को मैप से समझें... अमेरिकी राष्ट्रपति ने रेस्क्यू टीम की सराहना की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा- इस कठिन समय में हम भारत के साथ हैं। रेस्क्यू में जुटे लोगों की हम सराहना करते हैं। उधर, गुरुवार को वायनाड पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज भी यहां पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। राहुल बोले- पिता के निधन का दिन याद आया राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 1 अगस्त को वायनाड पहुंचे थे। दोनों ने प्रभावित लोगों से बात की। राहुल ने कहा- आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था। राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस पार्टी यहां 100 से ज्यादा घर बनाएगी। राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं। प्रभावित एरिया को 6 जोन में बांटा, 40 टीमें सर्च ऑपरेशन चला रहीं वायनाड कलेक्टर मेघश्री ने कहा- लैंडस्लाइड में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके मुंडक्कई और चूरलमाला को 6 जोन में बांटा गया है। यहां रेस्क्यू टीम डॉग स्क्वॉड के साथ लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसमें आर्म

Dainik Bhaskar तुम्हारे अब्बू BJP को वोट देते थे...नहीं पढ़ेंगे नमाज:इमाम बोले- ये हमारा धार्मिक निजी मामला, 5 लोगों पर FIR

मुरादाबाद में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने बुजुर्ग की मौत पर उसके बेटे से जनाजे की नमाज पढ़ाने से मना कर दिया। कहा- तुम्हारे अब्बू और तुम्हारा परिवार BJP को वोट देते हो, इसीलिए हम जनाजे की नमाज नहीं पढ़ेंगे। घरवालों ने DM से शिकायत की। शनिवार को आरोपी इमाम समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। मामला कुंदरकी के कायस्थान मोहल्ले का है। 23 जुलाई को आया था हार्ट अटैक कुंदरकी की रहने वाली हुमा ने बताया- उनके पिता अलीदाद खान और उनका परिवार शुरू से ही BJP को सपोर्ट करते चले आ रहे हैं। 23 जुलाई के दिन पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।​​​​​​ जनाजे की नमाज पढ़वाने के लिए मेरा भाई नवाज खान पास की मस्जिद से इमाम को बुलाने के लिए गया। इमाम मोहम्मद राशिद ने जनाजे की नमाज पढ़ाने से मना कर दिया। इमाम ने कहा- तुम्हारे अब्बू बीजेपी को वोट देते थे इमाम ने भाई से कहा- तुम्हारे अब्बू बीजेपी को वोट देते थे। बीजेपी हिंदू पार्टी है। हम या हमारे साथ वाला कोई भी इमाम या मौलवी नमाज पढ़ने नहीं जाएगा। इमाम के मना करने पर गांव से मौलवी को बुलाकर जनाजे की नमाज अदा की गई। 31 जुलाई को अलीदाद खान के बेटे दिलनवाज ने डीएम को एप्लिकेशन दिया। उन्होंने मोहल्ले के सपा नेता असलम, शमीम खान, सराफत और मतीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इमाम बोले- निजी मामले के चलते नहीं पढ़वाई नमाज इमाम राशिद ने कहा- अलीदाद खान हमेशा से यह कहते थे कि हम किसी नवी को नहीं मानते हैं। ये हमारा निजी मामला है, इसीलिए हमने नमाज नहीं पढ़वाई। इसका सियासत से कोई मतलब नहीं है।अगर कोई धर्म के खिलाफ बयानबाजी करे या आस्था को ठेस पहुंचाएगा तो कौन उसके जनाजे में शामिल होगा। रही बात नमाज पढ़ने की तो मैं मस्जिद का इमाम हूं और मस्जिद में ही नमाज पढ़वाता हूं। मैं किसी के जनाजे में नमाज नहीं पढ़वाता हूं। मुझे नीचा दिखाने के लिए आरोप लगा रहे हैं। अगर कोई हमारे नवी के खिलाफ बोलेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे। SP ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया- इमाम समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। बयान दर्ज किए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। ये खबर भी पढ़ें... बरेली में बवाल, तोड़फोड़ और आगजनी:भीड़ ने युवती के अपहरण के आरोपी का घर फूंका; पुलिस पर पत्थर फेंके, गाड़ी तोड़ी बरेली के सिरौली में युवती के अपहरण को लेकर बवाल हो गया। जहां शुक्रवार रात भीड़ ने आरोपी युवक क

Dainik Bhaskar अयोध्या गैंगरेप के आरोपी सपा नेता के घर बुलडोजर एक्शन:पीड़ित बच्ची से मिलकर योगी के मंत्री फूट-फूटकर रोए, देर रात 2 और सपा नेता पर FIR

अयोध्या गैंगरेप केस में योगी सरकार एक्शन में है। आरोपी सपा नेता मोईद खान के घर पर प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची है। टीम घर की पैमाइश कर रही है। थोड़ी देर बाद अवैध बनाई बाउंड्रीवाल गिराई जाएगी। फिलहाल, मौके पर भारी संख्या में फोर्स मौजूद है। इससे पहले सुबह 10 बजे मोईद खान की बेकरी पर खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की। टीम ने 4 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए और बेकरी को सील कर दिया। इधर, योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद सुबह पीड़ित बच्ची से मिलने अस्पताल पहुंचे। बाहर निकलकर वह फूट-फूटकर रोए। इधर, पुलिस ने 2 और सपा नेताओं समेत 3 पर FIR दर्ज की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में भदरसा नगर पंचायत के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य है। कल शुक्रवार को सीएम योगी ने पीड़ित बच्ची की मां से लखनऊ में मुलाकात की थी।

Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:श्रीलंका की जेल से रिहा हुए 21 भारतीय मछुआरे, कोलंबो से चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे

श्रीलंका के कोलंबो जेल में बंद 21 भारतीय मछुआरे रिहा हो गए हैं। सभी शनिवार को कोलंबो से चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे। श्रीलंकाई नौसेना ने इन मछुआरों को गिरफ्तार किया था। भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार को बताया था कि मछुआरों को वापस भेज दिया गया है और वे कोलंबो से चेन्नई जा रहे हैं। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग और जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने श्रीलंकाई सरकार के अधिकारियों के सहयोग से भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की थी। आज की अन्य बड़ी खबरें... 50 हजार करोड़ रुपए के 8 नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर प्रोजेक्ट को केंद्र की मंजूरी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार (2 अगस्त) को बताया कि कैबिनेट ने 50,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के 936 किलोमीटर लंबे 8 नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसमें अयोध्या रिंग रोड और गुवाहाटी में 121 किमी का रिंग रोड शामिल है। इससे देश भर में लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार होगा। भीड़भाड़ कम करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

Dainik Bhaskar SC कोटे में कोटा मंजूरी के फैसले का असर:नए दलित नेताओं को जन्म देगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला; OBC राजनीति वाला ट्रेंड SC में भी दिखेगा

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को SC के आरक्षण को छोटी-छोटी जाति समूहों में बांटने और एससी में क्रीमीलेयर की पहचान करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। बड़ा असर यह होगा कि राज्यों में अनुसूचित जातियों के उपसमूहों का वोट हासिल करने के लिए पार्टियों को उनके नेता खड़े करने होंगे। नए दलित नेता व उनकी पार्टियां उभरकर सामने आएंगी। ओबीसी की राजनीति शुरू होने के बाद भी ऐसा ही ट्रेंड सामने आया था। यही वजह है कि दलित राजनीति में सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाली पार्टियों में हलचल पैदा हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, क्या दलितों और आदिवासियों का जीवन द्वेष व भेदभाव-मुक्त हो गया है? ऐसे में आरक्षण का बंटवारा कितना उचित है? केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, रिपब्लिकन पार्टी एससी-एसटी में आरक्षण के लिए क्रीमीलेयर का कड़ा विरोध करती है। इससे पहले लोजपा (रामविलास) भी कोर्ट के फैसले पर विरोध जता चुकी है। बड़े दल चुप्पी साधे हैं। केंद्र सुप्रीम कोर्ट में भले काेटे में कोटा का समर्थन कर चुका हो, पर भाजपा ने आधिकारिक बयान नहीं दिया है। कांग्रेस ने भी खुलकर प्रतिक्रिया नहीं जताई। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्‌डी ने कहा कि हम सबसे पहले कोटे में कोटा सिस्टम लागू करेंगे। धर्म की जगह जाति की राजनीति पर फोकस बढ़ा सकती हैं पार्टियां सीएसडीएस के अनुसार, इंडिया ब्लाॅक ने जातीय जनगणना के नैरेटिव के बल पर दलित वोटों में हिस्सेदारी 11% बढ़ाई, जबकि भाजपा ने आदिवासी वोटों में 6% पैठ बढ़ाई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जातीय राजनीति की धार तेज होगी और इंडिया ब्लाॅक इससे लाभ लेना चाहेगा। सामाजिक न्याय की पार्टियां नए माहौल में अपनी मांग उग्र कर सकती हैं। फैसले का एक अहम पहलू यह भी है कि अब धर्म के आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण की धार कुंद होगी और सियासत जातीय राजनीति की धुरी पर घूमने लगेगी। मामले के पक्ष में फैसला देने वाले जजों के तर्क... सिर्फ महिला जज असहमत

Dainik Bhaskar भिवंडी कोर्ट में राहुल गांधी से जुड़े केस की सुनवाई:साल 2014 से चल रहा मामला; राहुल ने महात्मा गांधी की हत्या को RSS से जोड़ा था

महाराष्ट्र की ठाणे जिला कोर्ट में शनिवार (3 अगस्त) को राहुल गांधी के खिलाफ दायर मानहानि मुकदमे की होगी। राहुल पर आरोपी है कि उन्होंने 6 मार्च 2014 को भिवंडी के पास सभा में महात्मा गांधी की हत्या से RSS को जोड़ा था। राहुल के खिलाफ आरएसएस के राजेश कुंटे ने मानहानि का केस दायर किया था। कोर्ट ने राहुल को IPC (अब BNS) की धारा 499 और 500 (मानहानि) के तहत आरोपी माना था। 3 जून 2024 को भिवंडी मजिस्ट्रेट ने कुंटे के दिए गए कुछ दस्तावेजों को रिकॉर्ड में लिया था। राहुल के भाषण की कॉपी को सबूत के तौर पर स्वीकार लिया था। इसके के आधार पर मानहानि का मामला दायर किया गया था। राहुल ने इसे बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। याचिका में कहा गया था कि मजिस्ट्रेट का आदेश कुंटे की दायर एक अन्य याचिका में हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के आदेश का उल्लंघन है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज किया था भिवंडी कोर्ट का आदेश 13 जुलाई को हाईकोर्ट ने भिवंडी कोर्ट के कुंटे को सबूत के तौर पर नए दस्तावेज कोर्ट के सामने रखने की इजाजत वाले आदेश को खारिज कर दिया था। जस्टिस पीके चव्हाण ने कहा कहा था कि ये मामला एक दशक पुराना है। भिवंडी कोर्ट जल्द से जल्द इसका निपटारा करे। जस्टिस ने दोनों पक्षों को अदालत का सहयोग करने का निर्देश दिया था।

Dainik Bhaskar तमिलनाडु के मंत्री बोले- राम के वजूद का सबूत नहीं:राम अवतार होते तो उनका जन्म नहीं होता, अगर जन्म हुआ है तो वे भगवान नहीं

तमिलनाडु के परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर ने शुक्रवार को भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा है कि भगवान राम के अस्तित्व को साबित करने के लिए कोई पुरातात्विक सबूत या ऐतिहासिक रिकॉर्ड हमारे सामने नहीं है। शिवशंकर ने राजेंद्र चोल की जन्म शताब्दी के अवसर पर अरियालुर जिले के बृहदेश्वर मंदिर में एक इवेंट के दौरान कहा- चोल वंश के सम्राट राजेंद्र चोल का जन्मदिन हम इसलिए मना रहे हैं, क्योंकि हमारे पास शिलालेख जैसे सबूत हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम के इतिहास का पता लगाने के लिए हमारे पास कोई सबूत नहीं है। अगर राम अवतार होते तो उनका जन्म नहीं हो सकता था, अगर उनका जन्म हुआ तो वे भगवान नहीं हो सकते थे। शिवशंकर बोले- करुणानिधि रामायण-महाभारत के खिलाफ थे शिवशंकर ने कहा कि दावा किया गया था कि भगवान राम 3,000 साल पहले रहते थे। इन दावों का लक्ष्य समाज को गुमराह करना है। इनका उद्देश्य तमिलों के इतिहास को दबाना है। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि इन लोगों के गलत इरादों को पहले ही समझ गए थे। करुणानिधि ने तमिलों की कल्चर को बचाने और बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने तमिलों की पहचान को स्पष्ट रूप से समाज के सामने रखा। करुणानिधि रामायण और महाभारत के खिलाफ थे। रामायण और महाभारत को कई शताब्दियों से थोपा जा रहा है। भाजपा बोली- DMK ने सेंगोल का भी विरोध किया था ​​​​​​​शिवशंकर के बयान को लेकर तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा- DMK में राम के प्रति अचानक बना जुनून देखने लायक है। DMK के लोग बहुत जल्दी भूल जाते हैं। DMK ने ही चोल राजवंश की सेंगोल स्थापित करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री मोदी का विरोध किया था। DMK को लगता है कि उनका इतिहास 1967 में शुरू हुआ था। इनको अचानक देश की समृद्ध संस्कृति और इतिहास के प्रति प्रेम का एहसास हुआ है। शिवशंकर को भगवान राम के बारे में कुछ जानकारी हासिल करनी चाहिए। DMK नेताओं के चर्चित विवादित बयान 1. उदयनिधि बोले- राष्ट्रपति आदिवासी-विधवा, इसलिए संसद के उद्घाटन में नहीं बुलाया: DMK नेता उदयनिधि स्टालिन ने 20 सितंबर 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में न बुलाए जाने पर कहा- राष्ट्रपति मुर्मू को इसलिए नहीं बुलाया गया, क्योंकि वो विधवा हैं और आदिवासी समुदाय से आती

Dainik Bhaskar दावा- फिर एक ट्रैक पर आमने-सामने आईं दो ट्रेनें:TMC नेता ने वीडियो शेयर कर उठाए सवाल; रेलवे का जवाब- VIDEO भ्रामक है

देश में 2024 के शुरुआती 7 महीनों में 7 बड़े ट्रेन एक्सीडेंट्स हुए हैं। इनमें 16 लोगों की मौत हुई वहीं, 100 लोग घायल हुए। ताजा हादसा झारखंड के जमशेदपुर में 30 जुलाई को हुआ, जब मुंबई-हावड़ा मेल एक पहले से डिरेल मालगाड़ी से टकरा गई। अपने ट्वीट में रिजु ने लिखा - हादसा होते-होते टला लेकिन बड़ा हादसा होने के इंतजार में है। इस वीडियो में बर्धमान लोकल और वंदे भारत एक ही समय पर, हावड़ा बर्धमान कॉर्ड लाइन पर आमने-सामने आईं। विजुअल्स हावड़ा बर्धमान कॉर्ड लाइन पर सिबाईचांडी रेलवे स्टेशन के हैं। दोनों ट्रेनों में लगभग 800-1200 यात्री मौजूद थे। भारतीय रेलवे के साथ क्या हो रहा है? कोई टिप्पणी रील मंत्री अश्विनी वैष्णव? इस अक्षम मंत्री को बर्खास्त करने और रेलवे में व्यापक सुधार करने से पहले आपको कितनी लाशें चाहिए श्रीमान नरेंद्र मोदी? क्या यह भारतीय रेलवे के पूर्ण निजीकरण को उचित ठहराने की एक चाल है? भारत को जवाब चाहिए! (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट : ऐसा ही दावा, प्रितेश शाह नाम के वेरिफाइड एक्स यूजर ने भी किया। अपने ट्वीट में प्रितेश ने लिखा- कल संसद में रेल मंत्री ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर विपक्ष को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था। वहीं, सिबाईचंडी रेलवे स्टेशन पर एक दुर्घटना होते-होते बची जब बर्धमान लोकल और वंदे भारत एक्सप्रेस एक ही ट्रैक पर आ गईं; लगभग 800-1200 यात्रियों की जान खतरे मे थी। बड़ा हादसा होते-होते टला लेकिन जोखिम बना हुआ है। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: क्या है वायरल वीडियो का सच ? वायरल वीडियो की सच्चाई खुद पूर्वी रेलवे ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट के जरिए साझा की है। अपने ट्वीट में पूर्वी रेलवे ने लिखा- 'यह वीडियो भ्रामक है, 36071 हावड़ा-गुरप लोकल ट्रेन की चेराग्राम रेलवे स्टेशन के आउटर पर 6 बजकर 20 मिनट पर डिटेनिंग (ट्रेन को रोकना) की गई थी। वंदे भारत इसी ट्रैक पर सभी सिगनल्स को फॉलो करते हुए एक निर्धारित स्पीड से आगे बढ़ रही थी। यह सेक्शन ऑटोमैटिक सिगनल्स से संचालित होता है। यहां ऑटो सिग्नलिंग क्षेत्र की तय प्रोसेस का पालन करके ही मूव किया जा रहा था। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। रेलवे परिचालन पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसा लगता है कि यह वीडियो अशांति फैलाने और लोगों के बीच भ्रम पैदा करने के उद्देश्य से पोस्ट किया गया है।' (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: स्पष्ट है कि एक

Dainik Bhaskar शिमला में बाढ़ से पहले महिला की रील,VIDEO:कहा- जिंदगी में कुछ नहीं देखा, अगर मौत आ गई तो...कुछ देर बाद बच्चों समेत बही

हिमाचल के शिमला के रामपुर में बादल फटने के बाद आई बाढ़ ने हंसते खेलते परिवार उजाड़ दिए। इस बाढ़ से लापता हुए लोग अभी तक नहीं मिल पाए हैं। इन्हीं में महिला कल्पना केदारटा (34) और उसके 2 छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हैं। कल्पना पावर प्रोजेक्ट में अकाउंटेंट थी। उसकी ट्रांसफर हो गई थी। उसे अब शिफ्ट करना था, लेकिन उससे पहले ही वह बच्चों समेत बाढ़ में वह गई। कल्पना ने 30 जुलाई को इंस्टाग्राम पर रील बनाई थी। जिसमें कहा था कि मैंने तो जिंदगी में कुछ नहीं देखा अभी। वहीं इस बाढ़ में बची महिला अनीता ने कहा मैं अब कैसे जीऊंगी। पूरा गांव श्मशान बन गया। गांव में अब अकेला मेरा घर बचा है। अनीता ने बताया कि उनके परिवार ने भागकर जान जरूर बचाई है, लेकिन अब परिवार अकेले बचा है। वे कैसे रहेंगे। कल्पना ने डर के चलते करवाई ट्रांसफर, शिफ्ट होने से पहले हादसा बाढ़ में बच्चों समेत बही कल्पना केदारटा रामपुर के कांदरी की रहने वाली थी। कल्पना ग्रीनको हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में अकाउंटेंट थीं और समेज में तैनात थी। समेज में खड्ड के डर से अपनी ट्रांसफर भी करवा दी थी। कल्पना ने शनिवार झाखड़ी के रत्नपुर के लिए सामान शिफ्ट करना था। सोमवार को रत्नपुर में जॉइनिंग देनी थी। कल्पना के साथ उसकी बेटी अक्षिता (7) और बेटा अद्विक (4) भी मौजूद थे। महिला के देवर कुशाल सुनैल ने बताया कि अक्षिता और अद्विक को स्कूल से एक हफ्ते की मानसून ब्रेक थी। इसलिए दोनों बच्चे एक सप्ताह तक रामपुर के कांदरी गांव में मौज-मस्ती करते रहे थे। बीते 30 जुलाई को दोनों बच्चे भाभी कल्पना के साथ समेज गए। 31 जुलाई की रात ने उनके साथ कभी न भुला पाने वाला हादसा हो गया। चौथी में अक्षिता, पहली में पढ़ता था अद्विक अक्षिता और अद्विक झाखड़ी में एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करते थे। अक्षिता चौथी क्लास और अद्विक पहली कक्षा में पढ़ाई कर रहा था। दोनों बच्चों को उनके ठेकेदार पिता जय सिंह रोजाना समेज से झाखड़ी स्कूल ले जाते थे। हादसे वाले दिन जय सिंह समेज में नहीं थे। इस वजह से उनकी जान तो बच गई है। अब पढ़िए बाढ़ में बचे लोगों ने क्या कहा.... बाढ़ में बची महिला बोली- मैं अब कैसे जीऊंगी बाढ़ में बची समेज गांव की अनीता भावुक होकर बोली भगवान यह आपने क्या कर दिया? गांव को श्मशान बना दिया। मुझे भी गांव वालों के साथ ले चलते। मैं गांव वालों के बगैर कैसे जीऊंगी। घटना के बार में उन

Dainik Bhaskar हिमाचल में फिर फटा बादल, महिला की मौत:46 लोग अभी भी लापता, शिमला में बहे 36 लोगों में से किसी का भी सुराग नहीं

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल स्पीति की पिन घाटी में शुक्रवार शाम करीब छह बजे बादल फट गया। इससे मलबे में एक महिला दब गई। देर शाम तक पुलिस ने महिला का शव बरामद कर लिया। इसकी पुष्टि लाहौल स्पीति के डीसी राहुल कुमार ने की। भारी बारिश के बाद इलाके की कुछ सड़कें भी बंद हो गई हैं। वहीं, मंडी, कुल्लू और शिमला के समेज में 46 लोगों का अभी भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। खास तौर पर समेज खड्ड में बहे 36 लोगों में से एक का भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। इससे लापता लोगों के जिंदा होने की उम्मीदें भी लगभग खत्म होती जा रही हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए NDRF, SDRF, पुलिस और होमगार्ड जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव में भी 3 मकान ढहने से 3 परिवार के 5 लोग अभी भी लापता हैं। यहां 5 शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक घायल को मलबे से सुरक्षित निकाला गया। बागीपुल में 5 लोग अभी भी लापता कुल्लू के बागीपुल में भी एक ही परिवार के 5 सदस्य सहित 7 लोग लापता हो गए थे। इनमें एक महिला व एक पुरुष का शव मिल चुका हैं, जबकि 5 अभी भी लापता हैं। राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटे के दौरान ज्यादातर इलाकों में बारिश नहीं हुई। जिस कारण खतरनाक हो चुके नदी-नालों का जलस्तर कम हो रहा है। अगले 6 दिन कहीं भी ऑरेंज अलर्ट नहीं मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में अगले पांच-छह दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। ज्यादातर जगह आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे या हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग ने प्रदेश के किसी भी जिला में अगले छह दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया है।

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:परीक्षाओं के पेपर लीक होने की जड़ में आख़िर क्या है?

सब जानते हैं -पैसा कमाने की होड़ या लालच तो शुरू से हावी है लेकिन स्कूल, कॉलेज की परीक्षाओं साथ काम्पीटीटिव एग्जामिनेशन के पर्चे भी लीक होने का सिलसिलेवार दौर पिछले कुछ सालों से ही आया है। दरअसल, ऑनलाइन फ़्रॉड का ही यह भी एक बड़ा हिस्सा है। निश्चित तौर पर कोई न कोई लालची पहली बार तो इस लीक सिस्टम में पहला कदम उठाता ही होगा लेकिन इसके बाद इसके तेजी से फैलने या फैलाने का ज़िम्मा ऑनलाइन ही होता है। एक बटन दबाई और पूरा देश सबकुछ जान जाता है। दरअसल, वॉट्सएप, फ़ेसबुक और तमाम ऑनलाइन एप्स जितनी जल्दी फैले हैं, जितने कम समय में इनका जितना ज़्यादा विस्तार हुआ है, उस गति से सरकारें इनके ज़रिए होने वाले फ़्रॉड को रोकने की व्यवस्था नहीं कर पाईं। पूरी तरह से ग़लतियाँ व्यवस्था की ही है। सोश्यल मीडिया इतनी तेज़ी से फैल गया लेकिन प्रशासन और उसकी व्यवस्थाओं का ढर्रा अब भी बाबा आदम के जमाने से ही चल रहा है। चलना भी कैसा, समझिए कि रेंग रहा है। कुछ राज्य सरकारों ने तो परीक्षाओं से पहले इंटरनेट बैन करके भी देख लिया लेकिन पेपर लीक के मामले वे फिर भी नहीं रोक पाईं। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद केंद्र सरकार ने अब राहत की साँस ली है। नीट पर्चा लीक मामला अब जाकर संभला है। कोर्ट ने बिहार के दो केंद्रों के सिवाय पेपर लीक का मामला कहीं नहीं पाया और यही वजह है कि यह परीक्षा दोबारा करवाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। अगर दोबारा परीक्षा कराने की नौबत आती तो कुछ लोगों के कारण लाखों बच्चों को परेशान होना पड़ता। कई की आशंका यह भी रही होगी कि दोबारा रिज़ल्ट सुधरेगा या बिगड़ जाएगा क्योंकि ज़रूरी नहीं होता कि दोबारा एग्ज़ाम देने पर रिज़ल्ट बेहतर ही आए। खैर, अब सरकारों को ऐसे उपाय ज़रूर करना चाहिए कि किसी भी हाल में पेपर लीक की समस्या को जड़ से ख़त्म किया जाए। कम से कम सिलसिलेवार गड़बड़ियाँ तो नहीं ही हों।

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:27 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट; केदारनाथ से 5 हजार लोगों को निकाला, एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर भी लगाए गए

देश के सभी हिस्सों में मानसून जमकर सक्रिय है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, शनिवार (3 अगस्त) को 27 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है। वहीं, केदारनाथ में फंसे तीर्थयात्रियों को वायुसेना के चिनूक और MI-17 हेलिकॉप्टर की मदद ली जा रही है। लिंचोली के पास जंगलचट्टी में 31 जुलाई को बादल फटने से काफी रास्ता डैमेज हो गया था। अब तक 5 हजार लोगों को निकाला जा चुका है। उधर, असम में बाढ़ के चलते 2 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ से 6 जिलों में 18 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इस साल बाढ़, तूफान, बिजली गिरने और लैंडस्लाइड से राज्य में अब तक 116 लोगों की जान जा चुकी है। मध्य प्रदेश में 9 बांधों के गेट खोले, राजस्थान में कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में लगातार बारिश हो रही है। 2 अगस्त को प्रदेश के 9 बांधों के गेट भी खोल दिए गए। भोपाल में कोलार डैम के 4, कलियासोत के 10, भदभदा के 7, नर्मदापुरम में तवा डैम के 9, अशोकनगर में राजघाट के 8, जबलपुर में बरगी के 7, रायसेन के बारना डैम के 6, विदिशा में हलाली डैम के 2 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। वहीं, राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। अजमेर के किशनगढ़ में तेज बारिश के कारण हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। सवाई माधोपुर में तेज बारिश के कारण एक मकान ढह गया। भीलवाड़ा, केकड़ी और टोंक जिलों में शनिवार (3 अगस्त) को भारी बारिश के अलर्ट के चलते कलेक्टरों ने स्कूलों में छुट्‌टी की घोषणा की है। देशभर से बारिश की तस्वीरें... 4 अगस्त को पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में 20 सेमी बारिश संभव

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ- कोचिंग हादसे की जांच CBI करेगी:ओलिंपिक हॉकी में भारत 52 साल बाद ऑस्ट्रेलिया से जीता; NEET के दो सेंटर पर गड़बड़ी

नमस्कार, कल की बड़ी खबर राउ IAS कोचिंग हादसे से जुड़ी रही। दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले की जांच CBI को सौंप दी है। दूसरी बड़ी खबर ओलिंपिक हॉकी को लेकर रही। भारत ने 52 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को हराया है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज का प्रमुख इवेंट, जिस पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश- कोचिंग हादसे की जांच CBI करेगी, पुलिस को फटकार- निर्दोष SUV ड्राइवर को अरेस्ट किया राउ IAS कोचिंग हादसे की जांच दिल्ली हाइकोर्ट ने CBI को सौंप दी है। जांच की निगरानी सेंट्रल विजिलेंस कमेटी के अधिकारी करेंगे। कोर्ट ने कहा कि लोगों को जांच पर शक न हो, साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में शामिल होने से जांच प्रभावित न हो, इसलिए यह फैसला लिया गया है। कोर्ट ने निर्दोष SUV ड्राइवर को अरेस्ट करने पर पुलिस को फटकार भी लगाई है। कोर्ट ने कहा कि आप सड़क पर जा रहे किसी व्यक्ति को कैसे अरेस्ट कर सकते हैं? आपको माफी मांगनी चाहिए। अगर आप किसी निर्दोष (मनुज कथूरिया) को गिरफ्तार करते हैं और दोषी को छोड़ देते हैं तो यह दुख की बात है। अच्छा हुआ, आपने पानी का चालान नहीं काटा। कोर्ट की फटकार के बाद दिल्ली पुलिस ने माफी मांगी। क्या है पूरा मामला: IAS कोचिंग के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भरने से 27 जुलाई को तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना वाले दिन कोचिंग के बाहर SUV लेकर निकलने वाले मनुज कथूरिया को अरेस्ट किया था। आरोप था कि गाड़ी निकलने से पानी का प्रेशर बढ़ा और कोचिंग के अंदर पानी घुसा। हालांकि, कार चला रहे मनुज को एक अगस्त को जमानत मिल गई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. सुप्रीम कोर्ट बोला- NEET-UG में केवल पटना-हजारीबाग सेंटर पर गड़बड़ी, एक्सपर्ट कमेटी NTA की खामियां पहचाने सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि NEET-UG परीक्षा में सिलसिलेवार गड़बड़ियां नहीं मिली हैं। पेपर केवल दो सेंटर पटना और हजारीबाग में लीक हुआ। कोर्ट ने NTA की मॉनिटरिंग के लिए बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी से कहा है कि वह NEET के लिए SOP तैयार करे। साथ ही साइबर सिक्योरिटी में खामियों की पहचान भी करे। कमेटी से 30 सितंबर तक जवाब मांगा है। केंद्र ने 22 जून को ISRO के पूर्व चेयरमैन के राधाकृष्णनन की अगुआई में एक्सपर्ट कमेटी बनाने की घोषणा की थी। शिक्षा मंत्री बोले- हमेशा सत्य की जीत होती है: शिक्षा मंत

Dainik Bhaskar मणिपुर CM बोले-5 साल में 10 हजार अवैध प्रवासी आए:हिंसा से पहले म्यांमार से 2400 आ चुके थे; डिटेंशन सेंटर के लिए 85 लाख खर्च

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि पिछले 5 साल में राज्य में कुल 10,675 घुसपैठिए आए हैं। उन्होंने 12वीं विधानसभा के छठे सेशन में कहा- ये घुसपैठिए म्यांमार, बांग्लादेश, नॉरवे, चीन और नेपाल से आए हैं।इन 10,675 में से 85 पिछले 5 साल में वापस भेज दिए गए। फिलहाल 143 घुसपैठिए डिटेंशन सेंटर में हैं। इन लोगों के मेंटेनेंस में 85 लाख से ज्यादा खर्चा हो रहा है। अवैध अप्रवासियों को रोकने के लिए सरकार वेरिफिकेशन प्रोग्राम चला रही है। इसका आदेश 24 मार्च, 2023 को दिया गया था। इसके तहत चूड़ाचांदपुर, चंदेल, टेंग्नौपाल, कामजोंग और फेरजावल जिले में प्रवासियों की पहचान किए जाने का काम हो रहा है। CM ने कहा कि राज्य में हिंसा भड़कने से पहले ही म्यांमार से 2,480 अवैध अप्रवासी आ गए थे। इन्हें रोकने के लिए केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि भारत-म्यांमार बॉर्डर पर फेंसिंग होगी। फेंसिंग का काम पहले ही शुरू हो चुका है। पिलर 79 से 81 के बीच 9 किलोमीटर की बॉर्डर फेंसिंग हो भी चुकी है। जिला पुलिस अप्रवासियों को रोकने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है। बॉर्डर एरिया में 6 पुलिस स्टेशन और 34 पुलिस चौकियां स्थापित करने की प्रक्रिया भी चल रही है। इसके अलावा बॉर्डर के पास वाले 5 जिलों में सिविल और पुलिस नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। CM विधानसभा में बोले- हिंसा का राजनीतिकरण हो रहा है मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में कहा- सरकार शांति स्थापित करने के लिए काम कर रही है। इसे लेकर असम के सिलचर में कई बैठकें हो चुकी हैं। जल्द ही शांति स्थापित करने को लेकर बड़ा ऐलान भी करेंगे। उन्होंने आगे कहा- हिंसा का राजनीतिकरण किया जा रहा है। इसलिए हालात मुश्किल हो रहे हैं। कुछ तत्व ऐसे हैं जो राजनीति कर रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे ऐसा न करें। इससे एक दिन पहले बुधवार को बीरेन सिंह ने विधानसभा में कहा था कि हिंसा में अब तक 226 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, 39 लापता हैं। 11,133 घरों में आग लगाई गई, जिसमें से 4,569 घर पूरी तरह खत्म हो चुके हैं। हिंसा को लेकर कुल 11,892 केस दर्ज हुए हैं। 59,414 विस्थापित लोग राहत शिविरों में हैं। 5,554 किसानों की जमीन बर्बाद हो गई है। विस्थापितों को 302 राहत कैंप में स्थापित किया गया है। मणिपुर में 67 हजार लोग विस्थापि

Dainik Bhaskar केंद्र सरकार ने BSF चीफ और डिप्टी चीफ को हटाया:कार्यकाल पूरा होने से पहले होम कैडर रिपोर्ट करने का आदेश; हटाने की वजह नहीं बताई

केंद्र सरकार ने गुरुवार देर रात बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल और डिप्टी स्पेश डीजी वाईबी खुरानिया को तत्तकाल प्रभाव से हटा दिया है। दोनों को तत्काल प्रभाव से हटाने के अलग-अलग आदेश जारी किए गए हैं। दोनों को अपने-अपने होम कैडर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं, जबकि खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं। कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने गृह मंत्रालय के कहने पर यह आदेश जारी किया है। हालांकि, अभी यह बताया नहीं गया है कि BSF के दोनों टॉप अधिकारियों को क्यों हटाया गया है। उन्हें होम कैडर में क्या जिम्मेदारी दी गई है, इसकी जानकारी भी अभी सामने नहीं आई है। खबर अपडेट की जा रही है।