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Dainik Bhaskar संवैधानिक संकट में फंसे हरियाणा CM कैबिनेट मीटिंग बुलाएंगे:मानसून सेशन पर फैसला लेंगे; 12 सितंबर तक न बुलाया तो विधानसभा भंग संभव

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले BJP विधानसभा भंग करने की योजना बना रही है। इसके लिए सरकार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, जिसमें 31 अगस्त को कैबिनेट बैठक आयोजित करने की अनुमति मांगी है। अगस्त की चौथी कैबिनेट मीटिंग में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने या विधानसभा भंग करने को लेकर फैसला लिया जाएगा। सरकार के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अफसर इसे लेकर संविधान विशेषज्ञों से भी राय शुमारी कर रहे हैं। फिलहाल, सरकार किसी भी तरह मानसून सत्र बुलाने को तैयार नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द होने वाली कैबिनेट मीटिंग में हरियाणा विधानसभा भंग करने का फैसला हो सकता है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी होगा। 1 अक्टूबर को वोटिंग और 4 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है। संविधान में सेशन बुलाने के क्या नियम पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार के मुताबिक, संविधान के अनुच्छेद 174(1) में उल्लेख है कि विधानसभा के 2 सत्रों के बीच 6 महीने से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए। इसलिए, 12 सितंबर तक विधानसभा का सत्र बुलाना अनिवार्य है। भले ही वह एक दिन की अवधि का ही क्यों न हो। एडवोकेट हेमंत कुमार के अनुसार, यदि 12 सितंबर से पूर्व कैबिनेट की सिफार

Dainik Bhaskar भास्कर ओपिनियन:मैं बंगाल बोल रहा हूँ, मुझे बांग्लादेश की तरह नहीं बनना है…

मैं कोलकाता हूँ। पश्चिम बंगाल हूँ। दर्द से कराहता। रोता। बिलखता और आँसुओं के खारे सागर में डूबता हुआ भी। कोई मुझे चुप नहीं कराता। कोई मेरे आँसू नहीं पोंछता। सबके सब अपनी राजनीति चमकाने में जुटे हुए हैं। आख़िर मेरे दर्द का इलाज कौन करेगा। एक डॉक्टर थी जिसे तो एक दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बना लिया। अब कौन सुनेगा? कौन करेगा दर्द की मरहम- पट्टी? राजनीतिक रैलियाँ, मोर्चों और नारों के बीच मेरा दर्द कहीं खो गया है। मुझे किसी भी दृष्टिकोण से बांग्लादेश वाली स्थिति में नहीं जाना है और न ही उस तरह का बनना है! ठीक है! न्याय के लिए गुहार लगाइए। रैलियाँ भी कीजिए। मोर्चे भी बाँधिए। लेकिन इन सबकी दिशा तो सुनिश्चित कीजिए कि आख़िर कहाँ जाकर इसका त्वरित न्याय मिलेगा? … और फिर ऐसी कोई घटना नहीं होगी, इसकी गारंटी क्या है? इस दिशा में क्या और कैसे उपाय किए जाने चाहिए? कोई इस दिशा में सोच भी रहा है या नहीं। अगर नहीं तो ज़िम्मेदारों और आमजन को भी तुरंत इस तरफ़ या इस बाबत सोचना ही चाहिए। वे उपाय खड़े करने चाहिए जिनके कारण इस तरह की किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। सवाल यह है कि हर बार जब इस तरह की घटना होती है तो हम सरकारों और राजनीतिक नुमाइंदों को कोसने लगते हैं। कुछ दिन बाद ही यह सब भी भूल जाते हैं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सही कहा है कि इस तरह की घटनाओं को कुछ ही दिनों में भूल जाने की हमारे समाज की प्रवृत्ति ठीक नहीं है। सही है, नहीं भूलेंगे तो ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सकता है। भूल ज़ाया करेंगे तो निश्चित ही यह सब बार- बार होता रहेगा। जैसा कि हो भी रहा है। होनी तो यह चाहिए कि इस तरह के अपराधों पर न्याय में देरी न हो। तुरंत और त्वरित न्याय प्रक्रिया अपनाकर दोषियों को दण्डित किया जाना चाहिए। फैसलों से बचने, उनमें गलियाँ निकालकर मामलों को लम्बा खींचने के तमाम प्रयासों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। ताकि अपराधियों में न्याय का ख़ौफ़ पैदा हो सके। वे अपराध करने से पहले दण्ड या सजा को सोच कर ही काँप उठें। आख़िर कब तक हम ऐसी घटनाओं को भूलते रहेंगे? कब तक भुगतते रहेंगे?

Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:गुजरात में बारिश से 26 की मौत, मोदी ने मुख्यमंत्री से बात की; 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

देश के पश्चिमी और पूर्वोत्तर में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार (29 अगस्त) को 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, गुजरात में चार दिन से बहुत भारी बारिश का दौर जारी है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 26 लोगों की मौत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर राज्य के हालात का जायजा लिया। बुधवार (28 अगस्त) को द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जिलों में 12 घंटे में 50 मिमी से 200 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई। द्वारका के भानवड में 185 मिमी बारिश हुई, यह राज्य में सबसे ज्यादा है। मौसम विभाग ने आज सौराष्ट्र में अतिभारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में NDRF, SDRF के अलावा आर्मी, एयरफोर्स और कोस्टगार्ड बचाव-राहत में जुटे हैं। 17 हजार 800 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। इधर, मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर थम गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूप खिली रही। रीवा प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री रहा। 30 और 31 अगस्त से एक बार फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। ये प्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 28 जिलों में भारी बारिश कराएगा। गुजरात में बारिश की 5 फोटोज... देशभर में बारिश की 5 तस्वीरें... नेपाल में बारिश से बिहार में नदियां उफान पर नेपाल और पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश की वजह से बिहार में नदियां उफान पर हैं। भागलपुर, मुंगेर और वैशाली में गंगा का जलस्तर बढ़ा है। इन जिलों के निचले इलाके में पानी घुस गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण पटना में 31 अगस्त तक 76 सरकारी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान किया गया है। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने कहा- गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण निचले इलाकों के 8 ब्लॉक में पानी भर गया है। इसलिए इन्हीं 8 ब्लॉक के स्कूलों को बंद रखा गया है। 30 अगस्त को 2 राज्यों में अतिभारी और 4 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

Dainik Bhaskar इलाज बिना मां की मौत हुई तो डॉक्‍टरी की ठानी:सरकारी कॉलेज लायक नंबर भी लाया; NEET पेपर लीक से रिक्‍शा चलाने को मजबूर

'मम्‍मी की तबीयत अचानक रात को बिगड़ने लगी। उनके सीने में तेज दर्द उठ रहा था। मैं तब 17 साल का था। पापा के साथ उन्‍हें लेकर दिल्‍ली के जीबी पंत हॉस्पिटल पहुंचा। डॉक्‍टर ने बताया कि उनके दिल के एक वॉल्‍व में दिक्‍कत है। ऑपरेशन करना होगा। ऑपरेशन की तारीख 9 महीने बाद की मिली। पापा सोच में पड़ गए। इतने दिन इंतजार नहीं कर सकते थे। उन्‍होंने मम्‍मी से कहा, 'यहां ऑपरेशन की डेट 9 महीने बाद की है। हम प्राइवेट में इलाज करा लेंगे।' मम्‍मी दर्द में होते हुए भी मुस्‍कुराईं। पापा का हाथ थामकर बोलीं, 'जितने में मेरा इलाज होगा, उतने में तो एक बेटी की शादी कर दूंगी।' पापा एक ठेला चलाकर हम 6 लोगों के परिवार का पेट पालते थे। प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराना कहां हमारे बस की बात थी। हम वापस लौट आए, लेकिन कुछ ही दिन बाद मम्‍मी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई। हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उन्‍हें पैरालिसिस का अटैक आ गया और शरीर का दाहिना हिस्‍सा पैरालाइज हो गया। डॉक्‍टर ने उनकी दवाइयों का डोज बढ़ा दिया, मगर कुछ महीने बाद ही मम्‍मी हम सबको छोड़कर चली गईं। मैंने उसी दिन सोच लिया कि डॉक्‍टर बनूंगा और अपनी मां पूनम देवी के नाम से क्लिनिक खोलूंगा। इंजीनियर बनने का सपना छोड़ मैं मेडिकल की पढ़ाई में लग गया। 5 साल जीतोड़ मेहनत की, मगर अब NEET पेपर लीक की वजह से वो सपना कभी पूरा नहीं हो पाएगा।' पेपर लीक की 5वीं कहानी के लिए हम यूपी के गाजियाबाद में रहने वाले हरेंद्र के परिवार से मिले। घर में पिता नरेश, बड़ी बहन रिंकी और छोटा भाई रवि है। ए‍क बेटी की शादी हो चुकी है। पिता एक लकड़ी की दुकान पर ठेला चलाकर परिवार का गुजारा करते हैं। जब कोई लकड़ी खरीदता है तो वो डिलीवरी करते हैं। घर खर्च और पढ़ाई की फीस मैनेज करने के लिए हरेंद्र भी 17 साल की उम्र से गाजियाबाद के LIC दफ्तर में ऑफिस बॉय का काम कर रहे हैं। हरेंद्र बताते हैं, 'मम्‍मी के जाने के बाद पापा और मेरे बीच में ज्यादा बात नहीं होती। उनके सामने मैं अपनी बात रख नहीं पाता, लेकिन उन्होंने मेरे लिए कोई कमी नहीं छोड़ी। हमेशा किया है और अब तक भी कर रहे हैं। मैंने 10वीं तक हिंदी मीडियम से पढ़ाई की थी। 11वीं में लैंग्वेज बैरियर के कारण कुछ समझ नहीं आ रहा था और मैं फेल हो गया। 11वीं में दूसरा साल था जब मम्मी की तबीयत खराब हो गई थी। मैं पढ़ाई के साथ मम्मी का

Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:कोलकाता रेप पर राष्ट्रपति बोलीं- मैं भयभीत हूं; ममता का बयान- बंगाल जला तो UP-असम भी जलेंगे; चंपाई सोरेन ने JMM छोड़ी

नमस्कार, कल की बड़ी खबर कोलकाता रेप-मर्डर केस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बयान से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि मैं घटना को लेकर निराश और डरी हुई हूं। दूसरी बड़ी खबर झारखंड की राजनीति से जुड़ी रही। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. बंगाल में भाजपा नेता की कार पर फायरिंग; ममता बोलीं- बंगाल जला तो UP-बिहार-असम भी जलेंगे कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में भाजपा ने 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया। बंद के दौरान कई जिलों में पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हुई। नॉर्थ 24 परगना जिले के भाटपारा में भाजपा नेता प्रियंगु पांडे की कार पर फायरिंग हुई। भाजपा नेता ने बताया कि TMC के लगभग 50-60 लोगों ने हमला किया। गाड़ी पर 6-7 राउंड फायरिंग की और बम फेंके गए। ड्राइवर समेत दो लोगों को गोली लगी है। ममता बोलीं- बंगाल की आग दिल्ली तक जाएगी: बंगाल बंद के दौरान हुए प्रदर्शन और आगजनी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर राज्य में आग लगवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर बंगाल में आग लगी तो असम से लेकर दिल्ली तक जाएगी और पीएम की कुर्सी गिर जाएगी। कोलकाता रेप-मर्डर केस में राष्ट्रपति का बयान: कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पहला बयान आया। उन्होंने कहा कि मैं घटना को लेकर निराश और डरी हुई हूं। ऐसी घटनाओं को भूल जाना समाज की खराब आदत है। उन्होंने आगे कहा कि जब स्टूडेंट्स, डॉक्टर्स और नागरिक कोलकाता में प्रोटेस्ट कर रहे थे, तो अपराधी दूसरी जगहों पर शिकार खोज रहे थे। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। देश के लोगों का गुस्सा जायज है, मैं भी गुस्से में हूं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की IMA मेंबरशिप सस्पेंड; केंद्र की राज्यों को चिट्ठी- अस्पतालों में नाइट पेट्रोलिंग हो कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप-मर्डर को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता सस्पेंड कर दी है। वहीं, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुख (DGP) को लेटर लिखा

Dainik Bhaskar भारत की दूसरी न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात बनकर तैयार:60 हजार क्विंटल वजन, 750 km तक मिसाइल अटैक की रेंज; आज नेवी को मिल सकती है

भारत की दूसरी न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात बनकर तैयार है। आज इसे इंडियन नेवी को सौंपा जा सकता है। अरिघात को 2017 में लॉन्च किया गया था। तब से इसकी टेस्टिंग जारी रही। अब फाइनली इसे कमीशन किया जाएगा। अरिघात INS अरिहंत का अपग्रेडेड वर्जन है। इसे विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के शिप बिल्डिंग सेंटर (SBC) में बनाया गया था। अरिहंत की तरह ही अरिघात भी 750 किलोमीटर की रेंज वाली के-15 मिसाइलों से लैस होगी। इस सबमरीन का वजन 6 हजार टन (60 हजार क्विंटल) है। भारत ने तैयार की परमाणु मिसाइलों से लैस 3 पनडुब्बियां भारतीय नौसेना अब तक 3 न्यूक्लियर सबमरीन तैयार कर चुकी है। इसमें से एक अरिहंत कमीशंड है, दूसरी अरिघात मिलने वाली है और तीसरी S3 पर टेस्टिंग जारी है। इन सबमरीन के जरिए दुश्मन देशों पर परमाणु मिसाइल दागी जा सकती हैं। 2009 में पहली बार सांकेतिक तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर INS अरिहंत को लॉन्च किया था। इसके बाद 2016 में इसे नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया। अगले 5 साल में दो और पनडुब्बियों को भारतीय नौसेना ने लॉन्च किया है। 2009 में लॉन्च करने से पहले भारत ने पनडुब्बियों को दुनिया से छिपा रखा था। 1990 में भारत सरकार ने ATV यानी एडवांस टेक्नोलॉजी वेसल प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत ही इन पनडुब्बियों का निर्माण शुरू हुआ था। दुनियाभर में सिर्फ 6 न्यूक्लियर ट्रायड देश, जिसमें भारत भी INS अरिघात समुद्र के अंदर मिसाइल अटैक करने में उसी तरह सक्षम है, जिस तरह अरिहंत ने 14 अक्टूबर 2022 को टेस्टिंग की थी। तब अरिहंत से K-15 SLBM की सफल टेस्टिंग की गई थी। इसी के साथ भारत अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के अलावा दुनिया का छठा न्यूक्लियर ट्रायड देश बन गया था। अब आसान भाषा में समझिए न्यूक्लियर ट्रायड क्या होता है? इसे हम भारत और पाकिस्तान के उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए भारत और पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर युद्ध की तैयारी करने लगते हैं। परमाणु हथियारों को छोड़ दें तो सैनिक शक्ति के मामले में भारत पाकिस्तान पर काफी भारी है। यानी युद्ध हुआ तो भारत की जीत तय है। ऐसे हालात में पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला करने का प्लान बनाने में जुट जाता है। अब सवाल ये है कि पाकिस्तान सबसे पहले क्या सोचेगा? इसका जवाब है कि ऐसे में पाकिस्तान की सबसे बड़ी चिंत

Dainik Bhaskar JK चुनाव- 244 कैंडिडेट का नामांकन वैध, 35 खारिज:30 अगस्त तक नाम वापस ले सकते हैं; महबूबा मुफ्ती चुनाव नहीं लड़ेंगी

जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग होगी। सात जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में 279 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। जिसमें से 244 कैंडिडेट का नामांकन वैध निकला। वहीं 35 कैंडिडेट का पर्चा खारिज कर दिया गया। अनंतनाग जिले में 67 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए, इसके बाद पुलवामा जिले में 46, डोडा जिले में 34, किश्तवाड़ जिले में 29, कुलगाम जिले में 26, शोपियां जिले में 21, जबकि रामबन जिले में 21 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैलिड निकले। चुनाव आयोग ने जेल में बंद सर्जन बरकती, डॉ. अब्दुल बारी और 24 अन्य उम्मीदवारों के नामांकन फॉर्म खारिज किए हैं। पहले चरण के चुनाव में 23.27 लाख से अधिक मतदाता वोट डालेंगे। जिनमें से 11.76 लाख पुरुष मतदाता और 11.51 लाख महिला मतदाता हैं, साथ ही 60 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होंगे। नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को आएंगे। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है। महबूबा मुफ्ती का चुनाव न लड़ने का ऐलान, बेटी मैदान में जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने बुधवार को 17 सीटों पर प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की थी। इससे पहले 22 अगस्त को 8 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। इसमें पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा का नाम भी था। दूसरी लिस्ट जारी होने के कुछ देर बाद महबूबा ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया। महबूबा इस साल हुए लोकसभा चुनाव में अनंतनाग से मैदान में थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पार्टीवाइज जानिए अब तक किस पार्टी ने कितने उम्मीदवार उतारे... भाजपा: अब तक 45 कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर चुकी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने अब तक तीन लिस्ट जारी की हैं। कुल 45 कैंडिडेट उतारे हैं। पार्टी ने 26 अगस्त को सुबह 10 बजे 44 नामों की लिस्ट जारी की थी। विरोध हुआ तो लिस्ट वापस ले ली। इसके दो घंटे बाद 15 नाम की नई लिस्ट जारी की। तीन घंटे बाद सिंगल नाम की एक और सूची आई। मंगलवार को 29 कैंडिडेट्स की तीसरी लिस्ट जारी की। इसमें सेकेंड फेज के 10 और थर्ड फेज के 19 उम्मीदवारों के नाम हैं। तीसरी लिस्ट में पार्टी ने 26 अगस्त को जारी 28 नाम रिपीट किए हैं। पढ़ें पूरी खबर... कांग्रेस: अब तक 9 उम्मीदवार उतारे, सिर्फ एक लिस

Dainik Bhaskar हैदराबाद में 175 करोड़ का स्कैम, SBI ब्रॉन्च मैनेजर अरेस्ट:फर्जी अकाउंट खुलवाए, साइबर ठगी से पैसा जमा कराए; बैंक अधिकारी लेता था कमीशन

हैदराबाद में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एक ब्रॉन्च मैनेजर और उसके सहयोगियों को 175 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारी के मुताबिक, पकड़ा गया बैंक मैनेजर शमशीर गंज इलाके में स्थित SBI बैंक में काम करता है। मैनेजर ने ठगों के साथ मिलकर अपनी ब्रॉन्च में फर्जी अकाउंट खुलवाए। उनमें साइबर ठगी से पैसे जमा किए गए। इसके बदले मैनेजर को कमीशन मिलता था। पकड़े गए बैंक मैनेजर की पहचान 49 साल के मधु बाबू के रूप में हुई है। वहीं उसका पार्टनर 34 साल का जिम ट्रेनर संदीप शर्मा है। अब जानिए कैसे हुआ मामले का खुलासा साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो को शमशीर गंज की SBI ब्रॉन्च में छह अकाउंट के खिलाफ शिकायत मिली थी। टीम ने जांच की तो मालूम पड़ा कि इन अकाउंट के माध्यम से दो महीने (मार्च और अप्रैल) में बड़ी रकम का लेन-देन किया गया था। जांच एजेंसी को संदेह हुआ कि ये अकाउंट होल्डर साइबर धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं। बाद में पता चला कि इन 6 अकाउंट्स के खिलाफ ठगी से जुड़ी करीब 600 शिकायतें की गईं थीं। जानिए कैसे अकाउंट खोले गए, गरीबों की ID इस्तेमाल की जांच में सामने आया कि दुबई से संचालित मुख्य जालसाज और उसके पांच सहयोगी गरीब लोगों को बैंक खाते खोलने को कहते थे। 24 अगस्त को साइबर सुरक्षा ब्यूरो ने 175 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल होने के आरोप में मोहम्मद शोएब तौकीर और महमूद बिन अहमद बावजीर नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। शोएब ने बैंक अकाउंट खोलने और दस्तावेज तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। अकाउंट खोलने के बाद, अकाउंट होल्डर के साइन चेक पर लिए जाते थे, जिन्हें फिर एक सहयोगी के पास रख दिया जाता था। कुछ पैसे क्रिप्टोकरेंसी के जरिए दुबई भेजे जाते थे। ये खबर भी पढ़ें... हैदराबाद के रक्षापुरम में भूलक्ष्मी मंदिर की मूर्ति तोड़ी: दो आरोपी गिरफ्तार, मंदिर पर पहले भी 5 बार हमला हो चुका हैदराबाद के रक्षापुरम इलाके में सोमवार (26 अगस्त) रात कुछ लोगों ने भूलक्ष्मी मंदिर की मूर्ति तोड़ दी। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग रात में ही मंदिर में जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी खबर...

Dainik Bhaskar बलात्कार रोकने को बंगाल सरकार नया कानून लाएगी:कैबिनेट से मंजूरी मिली; 3 सितंबर को विधानसभा में पेश होगा; ममता बोलीं- रेपिस्ट को फांसी हो

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ऐसे अपराधों के लिए नया कानून लेकर आ रही है। बुधवार (28 अगस्त) को पश्चिम बंगाल कैबिनेट ने बलात्कार को रोकने और कड़ी सजा के प्रावधान के लिए नया बिल पेश करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बिल अगले हफ्ते विधानसभा में पेश किया जाएगा। कैबिनेट सदस्य और राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि वह स्पीकर बिमान बंद्योपाध्याय से 2 सितंबर से विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध करेंगे। चट्टोपाध्याय ने कहा, नया बिल 3 सितंबर को विधानसभा में पेश किया जाएगा। ममता बोलीं- 31 अगस्त से आंदोलन करेंगे, केंद्र पर दबाव बनाएंगे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि वह बलात्कार के लिए मृत्युदंड को अनिवार्य बनाने के लिए राज्य में कानून में बदलाव करेंगी। अगले सप्ताह राज्य विधानसभा में संशोधन पारित हो जाएगा। बलात्कार के लिए केवल एक ही सजा होनी चाहिए - फांसी, फांसी, फांसी। ममता अपनी पार्टी के स्टूडेंट विंग के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। ममता ने आगे कहा कि तृणमूल कांग्रेस 31 अगस्त से एक आंदोलन शुरू करेगी ताकि बलात्कारियों को मृत्युदंड देने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके। ममता का PM पर आरोप, बंगाल जला तो मोदी की कुर्सी गिरेगी ममता ने कोलकाता की एक रैली में आगे कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है। मुझे बांग्लादेश से प्यार है। वे हमारी तरह बात करते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है, लेकिन याद रखिए कि बांग्लादेश अलग देश है और भारत अलग देश है। ममता ने भाजपा के बंगाल बंद के दौरान हुए प्रदर्शन और आगजनी पर पीएम नरेंद्र मोदी पर राज्य में आग लगवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- मोदी बाबू कोलकाता के रेप-मर्डर केस में अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल में आग लगवा रहे हैं। अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे। असम CM हिमंत बोले- हमें डराने की हिम्मत कैसे हुई? ममता के इस बयान को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी असम को डराने की हिम्मत कैसे हुई? सरमा ने X पर पोस्ट में कहा कि दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंख

Dainik Bhaskar मोदी सरकार 3.0 की मंत्रिपरिषद की पहली बैठक:पांच घंटे चली मीटिंग; महिलाओं-किसानों पर जोर, 100 दिन के एजेंडे की रिपोर्ट पर चर्चा

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली मंत्रिपरिषद बैठक बुधवार को हुई। नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में आयोजित पांच घंटे की बैठक में सरकार के पहले 100 दिन के एजेंडे पर हुई प्रगति का जायजा लिया गया। बैठक के दौरान महिलाओं, गरीबों, युवाओं और किसानों से जुड़ी योजनाओं पर फोकस किया गया। बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों के सचिव भी शामिल हुए। अधिकारियों ने 100 दिन के एजेंडे पर क्या-क्या काम हुआ, उसकी रिपोर्ट दी। PM मोदी ने बैठक के दौरान मंत्रियों और ब्यूरोक्रेट्स को महिलाओं और गरीबों के सामने आने वाली समस्याओं को कैसे दूर किया जाए, इस पर फोकस रखने को कहा। मोदी बोले- पिछले 10 सालों में जैसा काम किया, आगे भी वैसा ही करना प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले 10 सालों में काफी काम किया है और अगले पांच सालों तक इसी गति से काम करना होगा। मोदी ने मंत्रियों और अधिकारियों से कहा कि उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया है कि विकास पिछले दशक की तरह ही जारी रहेगा, क्योंकि उन्हें उन पर भरोसा है। मोदी ने मंत्रियों से गतिशक्ति मंच और मिशन कर्मयोगी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने का आदेश दिया ताकि बुनियादी ढांचे और कौशल क्षेत्रों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए एनडीए सरकार ने 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। इसके लिए नई रेलवे लाइनों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और औद्योगिक स्मार्ट शहरों के निर्माण के लिए 2.30 लाख रुपये से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। देश में जोधपुर-आगरा समेत 12 औद्योगिक स्मार्ट शहर बनेंगे देश के 9 राज्यों में 12 औद्योगिक स्मार्ट शहर तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा 10 राज्यों में 6 कॉरिडोर बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने बुधवार, 28 अगस्त को इसकी मंजूरी दी। 12 औद्योगिक स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर और 30 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रोजेक्ट की कुल लागत 28,602 करोड़ होगी। 1.52 लाख करोड़ की निवेश क्षमता होगा। ये औद्योगिक स्मार्ट सिटी नेशनल इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरिडोर प्रोग्राम (NIDCP) के तहत बनाए जा सकते हैं। मोदी ने 10 जून को की थी पहली कैबिनेट बैठक 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की

Dainik Bhaskar पुलिस ने दादी-पोते को लाठी-डंडों से पीटा, टीआई लाइन अटैच:कांग्रेस बोली-यह सरकार के इशारे पर हो रहा; पीसीसी चीफ पीड़ितों से मिलने जाएंगे

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कटनी जीआरपी थाना प्रभारी के ऑफिस में नाबालिग लड़के और उसकी दादी के साथ हुई मारपीट का वीडियो X पर अपलोड किया है। उन्होंने लिखा- कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्यप्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं। सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार। कांग्रेस ने कहा- यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। कानून-व्यवस्था के नाम पर गुंडागर्दी की जा रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक आज शाम 4 बजे कटनी पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। भीम आर्मी के चीफ और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने X पर लिखा- यही है भाजपा के कुशासन का असली दलित प्रेम। वहीं, जबलपुर रेलवे एसपी ने आरोपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने को लाइन अटैच कर दिया है। ​​​​​​ पहले ये तस्वीरें देखिए कटनी एसपी बोले- GRP थाने का पुराना वीडियो है कटनी एसपी अभिजीत कुमार रंजन ने कहा- वीडियो पुराना है। इसकी जांच एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया को सौंपी गई है। वीडियो में दिख रहे लोग शातिर अपराधी दीपक वंशकार के परिजन हैं। पिछले साल चोरी के अपराध में फरार होने पर उस पर 10 हजार का इनाम रखा गया था। संभवत: इसी के चलते पूछताछ के लिए उसके परिजन को बुलाया गया होगा। जांच के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। इसकी जानकारी रेलवे एसपी जबलपुर को भी दे दी गई है। रेलवे एसपी जबलपुर ने लिखा- DSP को जांच सौंपी कांग्रेस बोली- कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार इसी मामले में कांग्रेस के X हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा गया- सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार। मुख्यमंत्री मोहन यादव, क्या आप यह बताने का कष्ट करेंगे कि आखिर मप्र में हो क्या रहा है? कटनी जीआरपी थाने में दलित परिवार के 15 साल के बच्चे और उसकी मां के साथ थाना प्रभारी और पुलिस स्टाफ की क्रूरता आत्मा को झंझोड़ कर रखने वाली घटना है। सवाल यह है कि इन लोगों में यह हिम्मत आई कहां से? क्या आपकी उदासीनता से या आपने ऐसे कृत्य की छूट दे रखी है? शर्मनाक कृत्य !! जीतू पटवारी ने लिखा- बीजेपी ने दलित उत्पीड़न को हथियार बना लिया उमंग सिंघार बोले- ऐसी हरकत सहन करने योग्य नहीं चंद्रशेखर बोले-यह भाजपा के कुशासन का असली दलित प्रेम भीम आर्मी चीफ और यूपी

Dainik Bhaskar उत्तराखंड में 10 लड़कों ने 2 महिलाओं से छेड़छाड़ की:कार में सवार होकर रास्ता रोका, 25 मिनट परेशान किया; घटना का वीडियो वायरल

उत्तराखंड के हल्द्वानी में दो महिलाओं के साथ 10 लड़कों के छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिख रहा है कि लड़कियां रात में अपनी कार से घर जा रही थीं, तभी काले रंग की स्कॉर्पियो ने उनका रास्ता रोक रोकने की कोशिश की। कुछ देर बाद पास से दूसरी कार निकली जिसके दोनों गेट पर दो लड़के लटके हुए थे और महिलाओं पर भद्दे कमेंट कर रहे थे। यह वीडियो प्राची जोशी नाम की यूजर ने शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि यह वीडियो हल्द्वानी की रहने वाली एक लड़की ने उन्हें भेजा है। प्राची ने उन दोनों लड़कियों का नाम नहीं बताया है, हालांकि उनके हवाले से पूरी घटना की जानकारी दी है। पोस्ट में लिखा है कि दोनों कारों में बैठे लड़के 25 मिनट तक लड़कियों को परेशान करते रहे। हैरेसमेंट का शिकार हुई लड़कियों के हवाले से पूरी पोस्ट पढ़ें… आज रात मैं अपनी दोस्त के साथ फिल्म देखकर वापस आ रही थी। तभी हल्द्वानी के सेक्रेड हार्ट स्कूल के पास मुखानी रोड पर दो कारों में बैठे 10 आदमियों ने हमारा रास्ता रोकने की कोशिश की। टेंपरेरी नंबर वाली काले रंग की एक स्कॉर्पियो कार हमारे आगे चल रही थी। तभी सफेद रंग की Nios i20 ने पीछे से उनका रास्ता रोक दिया। हम अपनी कार साइड से न निकाल लें, इसके लिए Nios i20 में बैठे लड़कों ने हमारे बगल से कार निकाली। उन्होंने अपनी कार के दोनों दरवाजे खोल रखे थे। जब पहली बार ऐसा हुआ तो हमकिसी तरह बच कर निकली गईं। हालांकि, लड़कों ने हमारा पीछा किया और दोबारा हमारा रास्ता रोक दिया। इस समय स्कूटर पर सवार एक व्यक्ति वहां से निकला, उसने लड़कों को रोका, जिससे हम एक बार फिर भाग सकीं। लेकिन वे लड़कें फिर हमारे पीछे आ गए। इस पोस्ट में प्राची जोशी ने उत्तराखंड पुलिस को भी टैग किया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित न कर पाने को लेकर पुलिस की आलोचना की। उन्होंने हल्द्वानी में बढ़ती गुंडागिरी पर सवाल उठाया और पुलिस से अपील की कि वे इन लड़कों के खिलाफ एक्शन लें। ये खबरें भी पढ़ें... कोलकाता रेप-मर्डर, राष्ट्रपति बोलीं- बस बहुत हुआ:मैं निराश और डरी हुई हूं, ऐसी घटनाओं को भूल जाना समाज की खराब आदत कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के 20 दिन बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पहला बयान आया है। उन्होंने कहा, "मैं घटना को लेकर निराश और डरी हुई हूं। अब बहुत हो चुका। समाज को

Dainik Bhaskar वलसाड में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म:पिता का दोस्त ही निकला आरोपी, पुलिस ने कुछ ही घंटों में उसे चलती ट्रेन से दबोचा

गुजरात के वलसाड शहर में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। घटना के सामने आने के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने मंगलवार रात को पुलिस थाने को घेरकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच, एसओजी के अधिकारियों को शामिल करते हुए अलग-अलग टीमें गठित कीं और केस दर्ज होने के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी को अरेस्ट कर लिया। आरोपी को चलती ट्रेन से पुलिस ने पकड़ा मासूम से दुष्कर्म करने वाले आरोपी की पहचान गुलाम मुस्तफा (25 साल) के रूप में हुई है। आरोपी बच्ची के पिता का दोस्त है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसे रेलवे स्टेशन की ओर जाते देखा। इसके बाद पता चला कि वह महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेन में सवार हुआ था। आखिरकार देर रात क्राइम ब्रांच की टीम ने गुलाम को पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन से अरेस्ट कर लिया। आरोपी को बुधवार की शाम वलसाड लाया गया। घटना के बाद देर रात तक हुआ प्रदर्शन घटना के बाद वलसाड में देर रात तक विरोध-प्रदर्शन चलता रहा। लोग आरोपी को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सूरत से अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगाया गया था। स्थानीय पुलिस थाने में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से वादा किया था कि जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। बता दें कि कुछ दिन कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर और उसके बाद पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में भी ऐसी घटना सामने आई थी, जहां स्कूल में दो नाबालिग बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया गया था। इसके बाद से ही देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

Dainik Bhaskar ममता बोलीं- अगर बंगाल जला तो UP-बिहार-असम भी जलेगा:आग दिल्ली तक पहुंचेगी, मोदी की कुर्सी गिरेगी; हिमंत बोले- हमें डराने की हिम्मत कैसे हुई?

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को पीएम मोदी पर बंगाल में आग लगवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर बंगाल में आग लगी तो असम से लेकर दिल्ली तक जाएगी और पीएम की कुर्सी गिर जाएगी। इसके जवाब में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी असम को डराने की हिम्मत कैसे हुई? ममता का पूरा बयान और उस पर हिमंत का जवाब पढ़ें... ममता ने कोलकाता की एक रैली में कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है। मुझे बांग्लादेश से प्यार है। वे हमारी तरह बात करते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है। लेकिन, याद रखिए कि बांग्लादेश अलग देश है और भारत अलग देश है। मोदी बाबू कोलकाता के रेप-मर्डर केस में अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल में आग लगवा रहे हैं। अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे। ममता के इस बयान को लेकर सरमा ने X पर पोस्ट में कहा कि दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। आपकी असफलता की राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए। आपको विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देता। असम के मंत्री बोले- जब तक राज्य में भाजपा सरकार है, ममता कुछ नहीं कर सकतीं असम के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि ममता हमें न तो धमका सकतीं हैं, न डराने की कोशिश कर सकती हैं। वे अपने राज्य में कानून और व्यवस्था को नियंत्रित नहीं कर पा रही हैं और हमें धमकी दे रही हैं। मैं आपको यह विश्वास दिला सकता हूं कि यह असम में नहीं चलेगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं ममता बनर्जी से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे बहुत वरिष्ठ नेता हैं और लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि सार्वजनिक रूप से कैसे बोलना है। मैं उनके बयान की गंभीरता से निंदा करता हूं। मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं कि जब तक असम में भाजपा सरकार है और हिमंत बिस्व सरमा मुख्यमंत्री हैं, तब तक ममता असम में कुछ नहीं कर सकतीं हैं।

Dainik Bhaskar चरखी दादरी के वकील का कंगना को लीगल नोटिस:7 दिन के अंदर माफी मांगने को कहा; कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी

चरखी दादरी कोर्ट से वकील ने भाजपा सांसद कंगना रनोट को किसान आंदोलन को लेकर उनकी टिप्पणी पर लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने 7 दिन के दौरान सार्वजनिक तौर माफी मांगने और ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। भाजपा सांसद को भेजे नोटिस ने वकील सुखवंत ने बताया कि वे पेशे से वकील है और उसका जन्म एक किसान परिवार में हुआ है। उनका पालन-पोषण और शिक्षा किसान परिवार में हुई है और मैं किसानों और उनके व्यवसाय से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। उनके पूर्वज भी पूरी तरह से खेती में लगे हुए थे और कृषक थे। कंगना को भेजे नोटिस में उसने आगे लिखा है कि 26 अगस्त को उसने एक समाचार पत्र में पढ़ा था, जिसमें बयान था कि किसान आंदोलन दौरान बलात्कार हुए थे और शव इधर-उधर लटके हुए थे। बाद में एक प्रश्न के उत्तर में आपने कहा कि किसान आंदोलन की योजना दिल्ली में अराजकता फैलाने की थी जैसा कि हाल ही में बांग्लादेश में हुआ था। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने किसान बिल वापस लेकर इसे बेअसर कर दिया था। आपने स्पष्ट रूप से विरोध करने वाले किसानों का नाम लेकर उन्हें बलात्कारी, हत्यारा और देश हित के खिलाफ बताया है। साथ ही उन्होंने समाचार पत्र में छपे लेख की कॉपी भी नोटिस के साथ भेजी।