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Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-केस, ममता बोलीं- हमने डॉक्टर्स की 3 मांगें मानी:पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए गए; डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर का विरोध कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सोमवार (16 सितंबर) को बैठक हुई। रात करीब 11:50 बजे ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी। ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया है। कल शाम 4 बजे नए कमिश्नर पद संभालेंगे। इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया गया है। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की पांच मांगों में से तीन मांगें मान ली हैं। अब हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। किसी प्रदर्शनकारी डॉक्टर के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। ममता ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों के साथ हमने 6 घंटे बातचीत की है। डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन किया, जबकि सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किया है। एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को हल करने के लिए चार असफल प्रयासों के बाद 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा था। बैठक पहले शाम 5 बजे होनी थी, लेकिन शाम 6.50 बजे शुरू हुई और रात करीब 9 बजे तक चली। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर्स साथ ले गए थे डॉक्टर्स सोमवार की बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर्स भी ले गए थे। इससे पहले बंगाल सरकार डॉक्टर्स को मीटिंग के लिए 4 बार बुलाया, लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के चलते बातचीत नहीं हो सकी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद लगातार 38 दिन से जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि डॉक्टर्स प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटें तो उन पर एक्शन नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म करें, नहीं तो कार्रवाई होगी सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया था। कोर्ट ने आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे। ट्रेनी डॉक्टर की मां बोलीं- CM ममता डॉक्टर्स की मांगों को मानें ट्रेनी डॉक्टर की मां ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्र

Dainik Bhaskar शिवराज के घर की बड़ी बहू बनेगी अमानत:बड़े बेटे कार्तिकेय की सगाई तय; 17 अक्टूबर को होगी इंगेजमेंट की रस्म

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बडे़ बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की सगाई तय हो गई है। एक महीने बाद 17 अक्टूबर को कार्तिकेय की सगाई अमानत बंसल के साथ होगी। खुद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा- एक पिता के रूप में आज मेरे लिए बहुत खुशी का अवसर है। मैं, मेरी धर्मपत्नी साधना और पूरे परिवार को आप सभी से यह शुभ समाचार साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि मेरे बड़े बेटे कार्तिकेय की सगाई अनुपम बंसल और रुचिता बंसल की सुपुत्री अमानत बंसल से तय हुई है। शिवराज सिंह ने बताया- 17 अक्टूबर को कार्तिकेय और अमानत की सगाई की रस्म होगी। बच्चों को भावी जीवन के लिए आप सभी शुभकामनाएं और आशीर्वाद देकर दोनों परिवारों को अनुगृहित करें। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में की है एमएससी अमानत बंसल ने हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में एमएससी की है। पिता का नाम अनुपम बंसल और मां का नाम रुचिता बंसल है। पिता अनुपम बंसल लिबर्टी शूज कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। मां रुचिता बंसल कन्फेडरेशन ऑफ वूमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑफ इंडिया के हरियाणा चैप्टर की फाउंडर हैं। चार महीने पहले हो चुकी है छोटे बेटे की सगाई चार महीने पहले ही शिवराज सिंह चौहान के छोटे बेटे कुणाल सिंह चौहान की सगाई हुई थी। भोपाल के जाने माने डॉक्टर इंद्रमल जैन की पोती रिद्धि जैन से कुणाल का रिश्ता हुआ है। रिद्धि के पिता का नाम संदीप जैन है। कुणाल और रिद्धि साथ में पढ़े हैं। शिवराज सिंह के दो बेटे हैं कार्तिकेय और कुणाल बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम कार्तिकेय है, जबकि छोटे बेटे का नाम कुणाल है। कुणाल राजनीति से दूर रहते हैं। जबकि बड़े बेटे कार्तिकेय चौहान अपने पिता की तरह राजनीति में काफी सक्रिय हैं।

Dainik Bhaskar CBI को पिंजरे का तोता बताने पर उपराष्ट्रपति की नसीहत:बोले- अहम संस्थानों पर टिप्पणी से उनका मनोबल गिर सकता है, सचेत रहें

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य के सभी अंगों को मिलकर काम करने की जरूरत है। देश की संस्थाएं कठिन परिस्थितियों में काम करती हैं। किसी को भी अहम संस्थानों के बारे में टिप्पणी करने को लेकर सचेत रहना चाहिए। उनका इशारा सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के संदर्भ में था। सुप्रीम कोर्ट पिछले दिनों कहा था कि CBI को पिंजरे के तोते की छवि से बाहर आना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने मुंबई के एक स्कूल में संविधान मंदिर के उद्घाटन समारोह में रविवार को यह टिप्पणी की। धनखड़ ने कहा कि चुनाव आयोग और जांच एजेंसियां मुश्किल हालातों में काम करते हैं। इनके बारे में कोई भी टिप्पणी करना उनका मनोबल गिरा सकता है। इन संस्थाओं को हर तरह की गड़बड़ियों पर नजर रखनी होती है। सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को CBI ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई को किसी भी दबाव से मुक्त होकर काम करना चाहिए। बेंच में शामिल जस्टिस उज्जल भुइयां ने कहा था कि CBI को निष्पक्ष दिखना चाहिए और हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए ताकि गिरफ्तारी में मनमानी न हो। जांच एजेंसी को पिंजरे में बंद तोते की धारणा को दूर करना चाहिए। राज्य के सभी अंगों का एक ही उद्देश्य उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य के सभी अंगों - न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका का एक ही उद्देश्य है-संविधान की मूल भावना की सफलता सुनिश्चित करना, आम लोगों को सभी अधिकारों की गारंटी देना और भारत को समृद्ध और फलने-फूलने में मदद करना। धनखड़ ने कहा कि सभी संस्थाओं को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का पालन करते हुए साथ मिलकर काम करना होता है। इन पवित्र मंचों को राजनीतिक भड़काऊ बहस को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और जांच एजेंसियों को कठिन माहौल और दबाव में काम करना होता है। इसलिए ऐसी कोई भी विपरीत टिप्पणी उनका मनोबल गिरा सकती है। धनखड़ ने कहा कि ऐसी टिप्पणियां राजनीतिक बहस पैदा कर सकती हैं। एक नरेटिव बना सकती हैं। हमें अपने संस्थानों को लेकर बेहद सचेत रहना होगा। ये संस्थाएं मजबूत हैं, वे स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं। वे कानून के शासन के तहत काम करती हैं। ऐसे में अगर हम सिर्फ कुछ सनसनी पैदा करने के लिए, किसी राजनीतिक बहस या धारणा बनाने का काम करते हैं तो मैं संबंधित लोगों से अपील करूंगा

Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस ने मेनिफेस्टो जारी किया:भूमिहीन किसानों को ₹4000 और युवाओं को ₹3500 बेरोजगारी भत्ते का वादा; आर्टिकल 370 का जिक्र नहीं

जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस ने सोमवार शाम मेनिफेस्टो जारी किया है। इसमें जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने की बात कही गई गई है। पूरे मेनिफेस्टों में आर्टिकल 370 का जिक्र नहीं है। पार्टी ने भूमिहीन किसानों को हर साल 4 हजार रुपए की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने और बेरोजगार युवाओं को एक साल तक हर महीने 3500 रुपए का बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया है। पार्टी ने वादा किया है कि गरीब परिवारों को मिलने वाले 5 किलो राशन को बढ़ाकर 11 किलो किया जाएगा। वहीं, सरकारी विभागों में खाली 1 लाख पदों को भरने के लिए सरकार बनने के 30 दिन के भीतर नौकरी कैलेंडर बनाने का वादा किया है। इसके अलावा महिला सम्मान योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की मुखिया महिला को हर महीने 3 हजार रुपए की सहायता देना का ऐलान किया है। कांग्रेस के मेनिफेस्टो में किसके लिए क्या... युवाओं के लिए महिलाओं के लिए

Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, CFSL रिपोर्ट- संदीप घोष ने गुमराह किया:पॉलीग्राफ टेस्ट में जरूरी सवालों के जवाब भटकाने वाले, CBI ने लगाए 6 आरोप

कोलकाता रेप-मर्डर केस में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के जवाब गुमराह करने वाले पाए गए हैं। संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट और वॉइस एनालिसिस किया गया था। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट में जब घोष के बयानों की जांच की गई तो बयान भटकाने वाले मिले। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने केस से जुड़े अफसरों के हवाले से यह जानकारी दी। हालांकि, पॉलीग्राफ टेस्ट में सामने आई जानकारी को सबूत के तौर पर नहीं पेश किया जा सकता है। जांच एजेंसियां पॉलीग्राफ टेस्ट के आधार पर सबूत जुटा सकती हैं। CBI ने घोष को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था। उनके साथ ताला पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज (OC) अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया था। 15 सितंबर को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। एजेंसी को 3 दिन तक दोनों की कस्टडी दी गई है। पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस अफसर पर CBI के आरोप 5 सितंबर: जांच में खुलासा- घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया 5 सितंबर को CBI की जांच में सामने आया था कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था। सूत्रों के मुताबिक, CBI को ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि संदीप घोष ने 10 अगस्त को लेटर लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट का रेनोवेशन करने को कहा था। इस परमिशन लेटर पर घोष के साइन भी हैं। PWD स्टाफ ने सेमिनार हॉल से लगे कमरे का रेनोवेशन शुरू कर दिया था। हालांकि, कॉलेज स्टूडेंट्स ने इस केस को लेकर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके चलते रेनोवेशन के काम को वहीं रोक दिया गया। जांच अधिकारियों का कहना है कि रेनोवेशन लेटर से यह साफ हो रहा है कि घोष को यह काम कराने की जल्दी थी, लिहाजा यह डॉक्यूमेंट रेप-मर्डर केस और आरजी कर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी के केस के बीच कड़ी जोड़ने में मदद कर सकता है। 14 सितंबर: आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल को CBI ने अरेस्ट किया कोलकाता रेप-मर्डर केस मामले में 14 सितंबर को CBI ने आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक थाने के SHO अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोन

Dainik Bhaskar MP हाईकोर्ट ने कहा- नाबालिग अपराधियों से नरमी बरतना दुर्भाग्यपूर्ण:निर्भया कांड से भी सबक नहीं लिया; रेप केस में आरोपी की सजा रखी बरकरार

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने चार साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोपी की सजा के खिलाफ दायर अपील को खारिज कर दिया। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अफसोस जताते हुए कहा कि देश में नाबालिग अपराधियों के साथ नरमी बरती जा रही हैं। ऐसे अपराधों के पीड़ितों का दुर्भाग्य है कि विधानमंडल ने 2012 के निर्भया कांड की भयावहता से अभी तक कोई सबक नहीं सीखा। कोर्ट ने जिस मामले में ये टिप्पणी की वो घटना 29 दिसंबर 2017 की है। 17 साल के नाबालिग आरोपी ने मासूम से दुष्कर्म किया था। निचली अदालत ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ आरोपी ने हाईकोर्ट में अपील की थी। जिस पर 11 सितंबर को जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने सुनवाई करते हुए अपील खारिज कर ये टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि आरोपी अभी 23 साल का है। जब उसने अपराध किया था तब उम्र 17 साल 3 महीने और 27 दिन थी। उसे निचली अदालत ने 2019 में रेप और पॉक्सो एक्ट में 10-10 साल की सजा सुनाई थी। जुवेनाइल एक्ट में कोर्ट ने माना था दोषी हाई कोर्ट में यह बात भी आई कि यह घटना 29 दिसंबर 2017 को हुई थी, जब पीड़िता की मां ने अपनी चार वर्षीय बेटी को बेहोश पाया और उसके गुप्तांगों से खून बह रहा था। आरोपी ने 17 साल की उम्र में अपराध किया था। दो साल के भीतर मई 2019 में जिला अदालत ने उसे जुवेनाइल एक्ट में दोषी मानते हुए 10 साल की सजा सुनाई थी। जिला कोर्ट ने कहा था कि आरोपी की उम्र 21 साल होने तक उसे बाल सुधारगृह में रखा जाए। उसके बाद जेल में शिफ्ट कर दें। बालगृह से भागने का मामला भी उठा इसी बीच, आरोपी जिला कोर्ट के फैसले के चार महीने के भीतर सितंबर 2019 में बाल सुधार गृह से सात अन्य के साथ फरार हो गया था। कोर्ट में उसकी इस हरकत को लेकर भी जानकारी दी गई कि आरोपी ने न सिर्फ अपराध किया, बल्कि 18 साल की आयु होने के बाद पुन: बालगृह से भागकर एक और अपराध किया। आरोपी के वकील के तर्क खारिज किए आरोपी के वकील ने तर्क दिया था कि किराए के विवाद के कारण मामला गढ़ा गया है। वकील ने पीड़िता की उम्र के दस्तावेजों पर सवाल उठाया। इस पर अदालत ने कहा कि पीड़िता की मां जो खुद घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंची थी, जहां उसने आरोपी को अपनी बेटी के पास खड़ा पाया था। पहले से ही खून बह रहा था। आरोपी के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने और असली अपराधी को बचाने का कोई कारण नहीं था। अपीलकर्ता को सही तरीके

Dainik Bhaskar जनगणना में जाति का कॉलम जोड़ सकती है सरकार:कांग्रेस के साथ भाजपा की साथी JDU-LJP ने भी की मांग, 2021 में होनी थी जनगणना

केंद्र सरकार जनगणना के दौरान जाति का कॉलम जोड़ने का विचार कर ही है। यह खबर तब आई है, जब कांग्रेस और विपक्ष के अलावा भाजपा की साथी जेडीयू और एलजेपी भी जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। इंडिया टुडे को सरकार के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि राजनीतिक मांग के चलते सरकार जनगणना में कास्ट कॉलम जोड़ सकती है। जनगणना हर 10 साल में होती है। पिछली बार ये 2011 में हुई थी। इसके बाद 2021 में यह कोरोना महामारी के चलते नहीं हो पाई। जातिगत जनगणना पर किसका क्या स्टैंड केंद्र सरकार: उद्धव ठाकरे सरकार ने जब सुप्रीम कोर्ट में पिटिशन लगाई कि महाराष्ट्र में बैकवर्ड क्लास ऑफ सिटिजंस (BCC) का डेटा जुटाने का निर्देश दिया जाए, तब केंद्र सरकार ने अपना स्टैंड साफ किया था। केंद्र ने कहा था कि यह पॉलिसी का मामला है और अदालतों को इसमें नहीं पड़ना चाहिए। जातिगत जनगणना को एडमिनिस्ट्रेटिव लेवल पर कराने में बहुत दिक्कतें आएंगी और यह व्यावहारिक भी नहीं है। विपक्षी पार्टियां: कांग्रेस समेत BJD, SP, RJD, BSP, NCP शरद पवार देश में जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। TMC का रुख अभी साफ नहीं है। राहुल गांधी हाल में ही अमेरिका दौरे पर गए थे, वहां उन्होंने जातिगत जनगणना को सही बताया था। NDA: भाजपा का स्टैंड जातिगत जनगणना के पक्ष में नहीं है। NDA कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगा रही हैं कि ये जातिगत जनगणना के जरिए देश को बांटने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि, बिहार में भाजपा ने ही जातिगत जनगणना का सपोर्ट किया था।सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, निषाद पार्टी, अपना दल, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर, PMK भी कास्ट सेंसस का सपोर्ट कर रही हैं। अब चिराग पासवान की LJP और नीतीश की JDU भी देश में जातिगत जनगणना की मांग कर रही हैं। 2 बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: कांग्रेस सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना की बात कर रही है, यह एक नक्सली विचारधारा है। हमारी राजनीतिक विपक्षी कांग्रेस समाज को जाति के आधार पर बांटने का पाप कर रही है। हमारे लिए गरीबों को सबसे पहले हक मिलना चाहिए, क्योंकि देश में यही सबसे ज्यादा वंचित पॉपुलेशन है। नेता विपक्ष राहुल गांधी: भारत के दलित, OBC, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है। देश के 90% आबादी वाले OBC, दलित और आदिवासी इस खेल में ही नहीं हैं। जातिगत जनगणना यह जानने का आसान तरीका है कि नि

Dainik Bhaskar हरियाणा BJP नेता कुलदीप बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ाई:प्रचार के वक्त ग्रामीणों से बहस-धक्कामुक्की; काफिले के पीछे दौड़े लोग, SP ने रिपोर्ट मांगी

हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने गए कुलदीप बिश्नोई और विधायक के बेटे भव्य बिश्नोई को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के दौरान धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई। कहासुनी के दौरान गांव के लड़कों की भव्य बिश्नोई से तीखी नोकझोंक हो गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई। गांव के ही एक लड़के ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया तो बिश्नोई समर्थकों ने उसका फोन तक तोड़ दिया। ग्रामीणों ने भव्य बिश्नोई पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोई काम नहीं हुआ। बिश्नोई परिवार ने गांव के साथ सौतेला व्यवहार किया है। ग्रामीणों ने खुद बीच-बचाव कर भव्य-कुलदीप के काफिले को गांव से बाहर निकाला। यह घटना आदमपुर के कुतियावाली गांव में की है। वहीं इस मामले के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। एसपी ने आदमपुर थाने से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उधर, आदमपुर थाना प्रभारी अमित कुंडू ने कहा है कि अभी हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। डीसी ने एसपी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी आदमपुर क्षेत्र के गांव कुतियावाली का मामला डीसी प्रदीप दहिया तक पहुंच गया है। उन्होंने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी दीपक सहारण से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने आदमपुर में विशेष निगरानी रखने की सलाह भी दी है। कुलदीप व भव्य बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ाई घटना के बाद प्रशासन व पुलिस ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है और आदमपुर में भव्य बिश्नोई व कुलदीप बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कुलदीप व भव्य को अतिरिक्त सुरक्षा दी जाएगी। प्रशासन अन्य प्रत्याशियों को भी सुरक्षा देने पर विचार कर रहा है। एसपी दीपक सहारण पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं और प्रत्याशियों की सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता कर रहे हैं। बिश्नोई समर्थकों ने कहा- कुछ लोग थे नशे में बिश्नोई समर्थकों का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई व भव्य गांव में प्रचार के लिए गए थे। जब वे गांव में पहुंचे तो कुछ लोगों ने बहसबाजी शुरू कर दी। भव्य और कुलदीप उनकी बातों का जवाब दे रहे थे लेकिन भीड़ में कुछ लोग नशे में थे और उनकी बात सुनने के बजाय बहस करने लगे। स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए वे गांव से चले गए। बताया जा रहा है कि गांव से जाने के बाद कुलदीप ने अपनी टीम को गांव वालों से बात करने के लिए वहां भेज दिया है। इस तरह बिगड़ी बात भव्य और कुलदी

Dainik Bhaskar शिंदे के विधायक बोले-राहुल की जीभ काटने वाले को इनाम:संजय गायकवाड़ ने कहा- 11 लाख दूंगा; आरक्षण पर कांग्रेस नेता के बयान से नाराज

महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। संजय ने सोमवार को कहा, 'राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।' संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। राहुल गांधी पिछले दिनों अमेरिका दौरे पर थे। भारत में आरक्षण कब तक चलेगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, "कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।" राहुल गांधी के इस बयान पर देशभर में उनका विरोध हुआ था। हालांकि राहुल गांधी ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। संजय गायकवाड़ का बयान... महाराष्ट्र और देश में आरक्षण की मांग की आग लगी हुई है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान में पिछड़े वर्ग, आदिवासियों और अन्य वर्गों को आरक्षण दिया था। लेकिन, राहुल गांधी ने विदेश जाकर कहा कि वे देश में आरक्षण खत्म करना चाहता हैं। उनका असली चेहरा सामने आ गया है। राहुल ने कहा था- आरक्षण खत्म करने का अभी सही समय नहीं राहुल ने वॉशिंगटन डीसी में कहा था- कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। राहुल ने जातिगत जनगणना को लेकर भी कहा था- भारत के दलित, OBC, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है। देश के 90% आबादी वाले OBC, दलित और आदिवासी इस खेल में ही नहीं हैं। जातिगत जनगणना यह जानने का आसान तरीका है कि निचली जातियां, पिछड़ी जातियां और दलित किस स्थिति में हैं।

Dainik Bhaskar हरियाणा में AAP का गेम प्लान बनेगा केजरीवाल का इस्तीफा:1.5 लाख वॉलंटियर मैदान में, इमोशनल कार्ड खेला जाएगा; डोर टू डोर कैंपेन चलाएंगे दिल्ली CM

आम आदमी पार्टी (AAP) ने जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गेम प्लान तैयार किया है। इस प्लान के जरिए पार्टी के नेता हरियाणा चुनाव के दौरान इमोशनल कार्ड खेलेंगे। इसके अलावा सभी बड़े चेहरे और खुद दिल्ली के सीएम केजरीवाल बड़ी रैलियों की जगह डोर-टू-डोर कैंपेन चलाएंगे। 2019 के बाद AAP ने बीजेपी के बाद राज्य में बड़ा संगठन तैयार किया है। पार्टी का दावा है कि पार्टी के 1.5 लाख वॉलंटियर पूरे राज्य में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। हरियाणा में आम आदमी पार्टी राज्य की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। आइए जानते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद हरियाणा में चुनावी खेल कितना बदलेगा। कैथल से आप उम्मीदवार अनुराग ढांडा का मानना ​​है कि 2019 के उलट इस बार आप ने अपने संगठन का विस्तार किया है और कई इलाकों में मजबूत भी हुई है। जब अरविंद केजरीवाल हरियाणा के गांवों में जाकर जनता से मिलेंगे तो इसका अलग ही असर होगा। हरियाणा पर फोकस कर पाएंगे केजरीवाल हरियाणा में बीजेपी 10 साल से सत्ता में है। कांग्रेस यहां मुख्य विपक्षी दल है। इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो), जननायक जनता पार्टी (जेपी) के उम्मीदवार भी मैदान में हैं। आप ने पिछले 5 सालों में हरियाणा में अपना कैडर मजबूत किया है। इसके साथ ही दिल्ली और पंजाब से पार्टी के वॉलंटियर भी यहां सक्रिय होने वाले हैं। इन सबके बीच अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा पार्टी के लिए मददगार साबित हो सकता है। इसकी वजह यह है कि केजरीवाल चुनाव के दौरान लगातार कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय रहेंगे, इससे पार्टी के वॉलंटियर का मनोबल मजबूत होगा और पार्टी नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि केजरीवाल पार्टी के प्रचार में जी-जान से जुटेंगे। AAP को हरियाणा में मिलेगा बड़ा चेहरा हरियाणा में आम आदमी पार्टी के पास दिल्ली और पंजाब की तरह बड़े नेता नहीं हैं। अभी दो बड़े चेहरे पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता और अनुराग ढांडा हैं। इसलिए पार्टी को हरियाणा में अरविंद केजरीवाल की ज्यादा जरूरत है। जब केजरीवाल तिहाड़ में थे, तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा में कई जगहों पर रैलियां की थीं। उन्होंने केजरीवाल को हरियाणा का बेटा और हरियाणा का शेर बताया था। ऐसे में केजरीव

Dainik Bhaskar अमृतपाल के साथी राउके ने NSA को दी चुनौती:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका की दायर, केंद्र सरकार व डिब्रूगढ़ जेल को नोटिस

खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के साथी कुलवंत सिंह राउके ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। साथ ही खुद पर दूसरी बार लगाए गए NSA को चुनौती दी है। उसने खुद पर लगाए एनएसए को गलत बताया है। इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिटेंडेंट, केंद्र सरकार और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई पर उन्हें अपना जवाब दाखिल करना होगा। पहले बिजली निगम में क्लर्क था तैनात कुलवंत सिंह इस मामले में गिरफ्तार होने से पहले पंजाब स्टेट कॉर्पोरेशन में बतौर क्लर्क तैनात था। वह अमृतपाल सिंह का करीबी है। जब 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल और उनके समर्थकों द्वारा कथित तौर पर अजनाला पुलिस स्टेशन परिसर हमला करने का केस दर्ज हुआ था। उसके बाद मार्च महीने में उसे गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।

Dainik Bhaskar इनेलो-बसपा का लापता उम्मीदवार 20 घंटे बाद मिला:सीधे SDM ऑफिस जाकर नामांकन वापस लिया; हरियाणा के पार्टी नेताओं से बात नहीं की

हरियाणा में बादली विधानसभा से ​INLD-​​​​​‌BSP प्रत्याशी महेंद्र सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। रविवार शाम चार बजे से वह बिना कुछ बताए घर से निकले थे, वह अपना फोन भी घर पर छोड़ गए थे। जिसके बाद किसी को भी खबर नहीं थी की वो कहां हैं। बसपा के जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश व अन्य ने पुलिस और बादली के SDM को महेंद्र सिंह के गायब होने की शिकायत भी दी थी। लेकिन करीब 20 घंटे बाद महेंद्र अपनी पत्नी शिक्षा देवी के साथ उपमंडल कार्यालय में पहुंचे और उन्होंने SDM सतीश यादव के सामने अपना अपना नामांकन वापस ले लिया। इस विषय में पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश का मानना है कि BSP प्रत्याशी महेंद्र सिंह पर किसी के द्वारा दबाव बनाया गया है। मौके पर पार्टी के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। उन्होंने किसी पदाधिकारी से कोई भी बातचीत नहीं की। उन्होंने किसी को नहीं बताया कि वह नामांकन क्यों वापस ले रहे हैं। साथ ही इस दौरान उन्होंने ये भी नहीं बताया की पिछले 20 घंटे से वो कहां थे। हालांकि महेंद्र सिंह की पत्नी ने पहले ही दावा कर दिया था कि उनके पति रिश्तेदारी में गए हुए हैं। लेकिन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। लापता उम्मीदवार के एक्शन ने पार्टी को चौंकाया 20 घंटे तक घर से गायब रहने के बाद जैसे ही महेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ उपमंडल कार्यालय पहुंचे तो पार्टी के नेता हैरान हो गए। हालांकि ज्यादा हैरानी उन्हें तब हुई जब महेंद्र सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया। मौके पर मौजूद पार्टी के पदाधिकारी ने उनसे बातचीत करने का भी प्रयास किया लेकिन महेंद्र किसी से भी बात करने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने अपना नामांकन वापस लिया और तुरंत कार्यालय से निकल अपने घर की ओर चले गए। एसडीएम को भी नहीं दी कोई जानकारी दरअसल, महेंद्र सिंह के गायब होने के बाद BSP जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश व अन्य पदाधिकारियों ने एसडीएम को दिए अपने पत्र में कहा था की महेंद्र सिंह जब तक फिजिकली रूप से सामने न आ जाए, तब तक उनका पर्चा रद्द न किया जाए। मामला संज्ञान में लेते हुए एसडीएम ने पूरे मामले की जांच करने की बात कही थी, हालांकि आज जब महेंद्र सिंह ने एसडीएम के सामने ही अपना नामांकन वापस लिया तो, उन्होंने एसडीएम को भी नहीं बताया कि आखिर वो गायब कहां थे। कई सालों से पार्टी से जुड़े हुए थे महेंद्र सिंह बता दें की पेल्पा निवासी महेंद्र

Dainik Bhaskar RSS प्रमुख बोले- देश में अच्छे-बुरे के जिम्मेदार हिन्दू:क्योंकि वही राष्ट्र के कर्ताधर्ता; नई पीढ़ी संस्कार भूल रही, यह चिंता का विषय

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा- देश में कुछ अच्छा होता है तो हिंदू समाज की कीर्ति बढ़ती है। कुछ गड़बड़ होता है तो हिंदू समाज पर आता है, क्योंकि वही इस देश के कर्ताधर्ता हैं। उन्होंने हिन्दू धर्म की परिभाषा बताते हुए कहा- जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं, यह वास्तव में मानव धर्म है। विश्व धर्म है और सबके कल्याण की कामना लेकर चलता है। उन्होंने पारिवारिक संस्कारों को लेकर भी चिंता जताई। कहा- देश में परिवार के संस्कारों को खतरा है। मीडिया के दुरुपयोग से नई पीढ़ी बहुत तेजी से अपने संस्कार भूल रही है। यह चिंता का विषय है। संघ कार्य के 100 साल पूरे हो रहे संघ प्रमुख भागवत 5 दिन के अलवर प्रवास पर हैं। नगर एकत्रीकरण कार्यक्रम के पहले दिन रविवार (15 सितंबर 2024) को इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा- अगले साल संघ कार्य को 100 साल पूरे हो रहे हैं। संघ की कार्य पद्धति लंबे समय से चली आ रही है। हम कार्य करते हैं तो उसके पीछे विचार क्या है? यह हमें ठीक से समझ लेना चाहिए। अपनी कृति के पीछे यह सोच हमेशा जागृत रहनी चाहिए। हमें देश को समर्थ करना है। हमने प्रार्थना में ही कहा है कि यह हिंदू राष्ट्र है। हिंदू समाज इसका उत्तरदायी है। बोले- छुआछूत को लेकर मन बदलना होगा नगर एकत्रीकरण कार्यक्रम में डॉ. भागवत ने कहा- हम अपने धर्म को भूलकर स्वार्थ के अधीन हो गए हैं। इसलिए छुआछूत चला। ऊंच-नीच का भाव बढ़ा। हमें इस भाव को पूरी तरह मिटा देना है, जहां संघ का काम प्रभावी है। संघ की शक्ति है, वहां कम से कम मंदिर, पानी, श्मशान सब हिंदुओं के लिए खुले होंगे। यह काम समाज का मन बदलते हुए करना है। सामाजिक समरसता के माध्यम से परिवर्तन लाना है। स्वयंसेवकों से सामाजिक समरसता, नागरिक अनुशासन सहित पांच विषयों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब इन बातों को स्वयंसेवक अपने जीवन में उतारेंगे, तब ही समाज भी इसका अनुसरण करेगा। हिंदू का मतलब विश्व का सबसे उदार मानव डॉ. भागवत ने कहा- राष्ट्र को परम वैभव संपन्न और सामर्थ्यवान बनाने का काम पुरुषार्थ के साथ करने की आवश्यकता है। हमें समर्थ बनना है। इसके लिए पूरे समाज को योग्य बनाना पड़ेगा। जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं, यह वास्तव में मानव धर्म है। विश्व धर्म है और सबके कल्याण की कामना लेकर चल

Dainik Bhaskar पंजाब में बिट्‌टू के आतंकवादी वाले बयान पर बवाल:राजा वड़िंग ने कहा- एहसान फरामोश है रवनीत; बाजवा बोले- मेंटल बैलेंस खोया

केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा राहुल गांधी पर दिए गए बयान को लेकर पंजाब की राजनीति गरमा गई है। इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पलटवार किया है। उन्होंने बिट्टू को एहसान फरामोश बताया है। साथ ही केंद्र सरकार को उनके दिमाग का इलाज करवाने की सलाह दी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर राहुल गांधी को आतंकवादी कहने से बिट्टू का कद बढ़ता है तो उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। वहीं, बिट्टू का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम हैं। वह संसद के अंदर भी उनके सामने यह बात कह सकते हैं। राहुल गांधी विदेश में बैठे आतंकवादियों की भाषा बोल रहे हैं। राहुल ने 3 बार बनाया मेंबर ऑफ पार्लियामेंट कांग्रेस प्रधान व लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि बिट्‌टू ने राहुल गांधी को आतंकवादी कहा है, उसे शर्म आनी चाहिए। उसे राहुल गांधी ने ही तीन बार मेंबर पॉर्लियामेंट बनाया है। बिट्‌टू बच्चा था, इसे कुछ नहीं आता था। गुरकीरत काबिल था। बिट्टू के कहने से राहुल गांधी आतंकी नहीं बनेगा। बिट्टू के बयान से उनकी मानसिकता, बुद्धि का ज्ञान लोगों को हो गया है। यह कितना एहसान फरामोश आदमी है। अपने आकाओं को खुश करने के लिए बयान दिया है। राहुल गांधी के पिता ने देश के लिए शहादत दी है। और एक यह व्यक्ति है, जिसने अपने पिता के कातिलों को माफ कर दिया। राहुल गांधी को आतंकी बोलकर आपका बीजेपी में कद बढ़ रहा तो आप बोलिए। हमें इससे एतराज नहीं है। इसे बेवकूफी कहते हैं। वहीं, उन्होंने बीजेपी को कहा कि आपने हारे लड़के को मंत्री बनाया है। इस मदुबुद्वि को अक्ल दीजिए। बिट्टू ने मेंटल बैलेंस खोया कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि रवनीत बिट्‌टू के बयान से लगता है कि उन्होंने अपना मेंटल बैलेंस खो दिया है। मुझे बहुत अफसोस है। जिस आदमी का अस्तित्व जिस लीडर, परिवार व पार्टी के कारण हुआ है। उन्हें इसने आतंकवादी बताया है। जिस आदमी को लोगों ने रिजेक्ट कर दिया है। उसे केंद्र सरकार ने मंत्री बना दिया है। उसे अपने संवैधानिक पद का पता नहीं है। मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि इस कठिन समय में अपने मंत्री की सहायता करें, क्योंकि ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने भाषण और तर्क के बीच आवश्यक संबंध खो दिया है। ऐसे शुरू हुआ था विवाद दरअसल राहुल गांधी कुछ दिन पहले विदेश दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने

Dainik Bhaskar केजरीवाल कल दिल्ली CM पद से इस्तीफा देंगे:सिसोदिया-केजरीवाल की मुलाकात आज; नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हो सकती है

आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलेंगे। संभावना है कि दोनों दिल्ली के अगले CM के नाम पर चर्चा कर सकते हैं। बैठक सिविल लाइंस में मुख्यमंत्री आवास पर होगी। सोमवार को आप नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि अभी CM के नाम पर चर्चा नहीं हुई है। इस पर फैसला केजरीवाल के इस्तीफे के बाद विधायक दल लेगा। केजरीवाल ने 15 सितंबर को घोषणा की है कि वे पद से इस्तीफा देंगे और तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक जनता उन्हें ईमानदारी का सर्टिफिकेट नहीं दे देती। केजरीवाल दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े केस में 13 सितंबर को ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। पार्टी ऑफिस में मीटिंग के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि उनकी पार्टी का कोई सहयोगी ही मुख्यमंत्री बनेगा। हालांकि केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा के बाद उनकी पत्नी सुनीता, दिल्ली सरकार में मौजूदा शिक्षा मंत्री आतिशी और गोपाल राय के नामों पर चर्चा तेज हो गई है। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आगे क्या... 177 दिन बाद रिहाई, केजरीवाल ने जेल में 156 दिन बिताए शराब नीति केस में मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर केजरीवाल को 21 मार्च को ED ने गिरफ्तार किया था। 10 दिन की पूछताछ के बाद उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। ये रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था। शराब नीति मामले में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में CBI ने उन्हें 26 जून को गिरफ्तार किया। 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी। इस तरह से वे 156 दिन तिहाड़ जेल में बिता चुके हैं, लेकिन उन्हें रिहाई 177 दिन बाद मिली है। केजरीवाल के इस्तीफे के मायने, 3 बातें... दिल्ली में 2013 से केजरीवाल की सरकार, लगातार 3 बार CM बने