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Dainik Bhaskar मोदी 3.0 में लागू होगा वन नेशन-वन इलेक्शन:2029 तक देश में एक साथ चुनाव हो सकते हैं; कोविंद कमेटी 6 महीने पहले रिपोर्ट सौंप चुकी

भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल में वन नेशन-वन इलेक्शन लागू करेगी। दरअसल मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा के घोषणा पत्र में भी इसका वादा किया गया था। ऐसे में वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर क्या तैयारी चल रही है। इस पर एक सूत्र ने कहा- इसे इसी कार्यकाल में लागू किया जाएगा। पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस की अपनी स्पीच में प्रधानमंत्री ने वन नेशन-वन इलेक्शन की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। वन नेशन वन इलेक्शन पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। यह 18,626 पन्नों की है। पैनल का गठन 2 सितंबर 2023 को किया गया था। यह रिपोर्ट स्टेकहोल्डर्स-एक्सपर्ट्स से चर्चा के बाद 191 दिन की रिसर्च का नतीजा है। पैनल के सुझाव... कोविंद कमेटी ने 7 देशों की चुनावी प्रक्रिया पर रिसर्च करके रिपोर्ट तैयार की कमेटी में 8 सदस्य, सितंबर 2023 में बनी थी पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अगुआई में 8 मेंबर की कमेटी पिछले साल 2 सितंबर को बनी थी। 23 सितंबर 2023 को दिल्ली के जोधपुर ऑफिसर्स हॉस्टल में वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी की पहली बैठक हुई थी। इसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद समेत 8 मेंबर हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कमेटी के स्पेशल मेंबर बनाए गए हैं। अभी ऐसी है वन नेशन-वन इलेक्शन की संभावना एक देश-एक चुनाव लागू करने के लिए कई राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल घटेगा। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव 2023 के आखिर में हुए हैं, उनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विधि आयोग के प्रस्ताव पर सभी दल सहमत हुए तो यह 2029 से ही लागू होगा। साथ ही इसके लिए दिसंबर 2026 तक 25 राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने होंगे। पहला चरणः 6 राज्य, वोटिंगः नवंबर 2025 में दूसरा चरणः 11 राज्य, वोटिंगः दिसंबर 2026 में इन दो चरणों के बाद देश की सभी विधानसभाओं का कार्यकाल जून 2029 में समाप्त होगा। सूत्रों के अनुसार, कोविंद कमेटी विधि आयोग से एक और प्रस्ताव मांगेगी, जिसमें स्थानीय निकायों के चुनावों को भी शामिल करने की बात कही

Dainik Bhaskar केंद्रीय मंत्री रवनीत बोले-राहुल गांधी देश के नंबर एक आतंकी:धनखड़ ने कहा- नेता विपक्ष की मानसिकता संविधान विरोधी; राहुल की अमेरिका यात्रा पर विवाद

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को आतंकी कहा है। उनका ये बयान राहुल की अमेरिका यात्रा के दौरान सिखों पर की गई टिप्पणी पर आया। रविवार (15 सितंबर) को बिट्टू ने दिल्ली में कहा- राहुल गांधी देश के नंबर एक आतंकी हैं। वे भारतीय नहीं हैं। राहुल को पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वहीं, मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी राहुल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की आरक्षण खत्म करने वाली टिप्पणी संविधान विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि अभी आरक्षण खत्म करने का सही समय नहीं है। भारत में जातिगत जनगणना होना जरूरी है। भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं। रवनीत सिंह बिट्टू का बयान धनखड़ ने कहा- राहुल की मानसिकता संविधान विरोधी राहुल के अमेरिका में भारत में आरक्षण को लेकर दिए बयान पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राहुल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के बारे में जागरूकता की बहुत आवश्यकता है, क्योंकि कुछ लोग इसकी आत्मा को भूल गए हैं। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ऐसी टिप्पणी संविधान विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। आरक्षण योग्यता के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह देश और संविधान की आत्मा है। यह सकारात्मक कार्रवाई है, नकारात्मक नहीं। यह किसी को अवसर से वंचित नहीं कर रहा है, बल्कि समाज की ताकत के पिलर को सहारा दे रहा है। उन्होंने कहा कि ये विदेश यात्रा संविधान के सार्वजनिक रूप से अनादर व्यक्त करने के लिए गई थी। इसलिए नहीं कि भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा हो सके। संविधान को किताब की तरह नहीं दिखाया जाना चाहिए। इसका सम्मान किया जाना चाहिए, इसे पढ़ा जाना चाहिए और समझा जाना चाहिए। धनखड़ ने कहा कि कोई भी सज्जन, बुद्धिमान व्यक्ति या संविधान का सम्मान करने वाला व्यक्ति कभी भी इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं करेगा। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान गांधी अक्सर संविधान की कॉपी दिखाते थे, ताकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के इस आरोप को बल मिल सके कि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है और आरक्षण को समाप्त करना चाहती है। संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति विदेशी धरती पर

Dainik Bhaskar कर्नाटक में भाजपा विधायक अरेस्ट:दलित ठेकेदार को गाली दी, मारपीट की; 30 लाख रुपए भी मांगे; पार्टी ने नोटिस भेजा

कर्नाटक के राजाराजेश्वरी नगर से भाजपा विधायक मुनिरत्न को शनिवार (14 सितंबर) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर एक दलित कांट्रैक्टर को जान से मारने की धमकी देने, जातिसूचक अपशब्द कहने और रिश्वत मांगने का आरोप है। विधायक के खिलाफ व्यालिकावल पुलिस स्टेशन में 13 सितंबर को 2 केस दर्ज हुए थे। उन्हें कोलार जिले के मुलबागल कस्बे के पास नांगली गांव से गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। कर्नाटक भाजपा ने विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे पांच दिन के अंदर जवाब देने को कहा। ठेकेदार बोला- कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की धमकी दी थी विधायक पर चेल्वाराजू नाम के ठेकेदार से 30 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है। ठेकेदार का आरोप है कि विधायक ने पैसे न देने पर उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की धमकी दी थी। पैसे न देने पर मारपीट की। साथ ही गाली-गलौज भी की। मामला 2021 का है। विधायक ने सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल कॉन्ट्रैक्ट के लिए ठेकेदार से पहले 20 लाख रुपए की मांग की थी। ठेकेदार चेल्वाराजू ने इसका ऑडियो क्लिप भी जारी किया है। पुलिस ने बताया कि विधायक के खिलाफ दो FIR दर्ज हुई हैं। इनमें एक ठेकेदार और दूसरी नगर निगम के पार्षद ने दर्ज कराई है। विधायक बोले- पिछले 15 सालों में आज तक किसी ने आरोप नहीं लगाया विधायक मुनिरत्न ने वीडियो जारी करके कहा- पिछले 15 सालों से किसी ठेकेदार या जनता की ओर से ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया गया है कि मैंने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। लोकसभा चुनाव और नतीजों के बाद मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। विधायक मुनिरत्न के वकील सदानंद ने कहा- आरोप सच्चाई से कोसों दूर हैं। कोई सबूत नहीं है। हम हाईकोर्ट जाएंगे और सच्चाई सामने लाएंगे। CM सिद्धारमैया बोले- अपना दामन साफ करें भाजपा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने X पर लिखा- कर्नाटक के भाजपा नेता जो रीति-रिवाजों और संस्कृति की बात करते हैं, पहले अपने विधायक मुनिरत्न के चेहरे पर लगा दाग साफ करें और शहर को बताएं। भाजपा का नारा है कि हम सभी हिंदू हैं, यह केवल चुनावी मौसम तक ही सीमित है। यह खबर भी पढ़े। कर्नाटक की पूर्व BJP सरकार पर कोविड-फंड घोटाले का आरोप:कांग्रेस का दावा- एक हजार करोड़ रुपए की हेराफेरी हुई, कई फाइलें भी गायब कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पू

Dainik Bhaskar वकीलों के गलत बयान देने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज:कहा- हमारा भरोसा हिल रहा, रोज 80 केस लिस्ट होते हैं, हर पेज से गुजरना संभव

सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई है। 10 सितंबर के अपने आदेश में कोर्ट ने कहा कि दोषियों को रिहाई में छूट दिलाने के लिए वकील झूठ बोलते हैं। इससे हमारी आस्था डगमगा जाती है। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने कहा कि वकील बार-बार अदालत के सामने और दोषियों की समयपूर्व रिहाई के लिए दायर याचिकाओं में झूठे बयान पेश करते हैं। पिछले तीन सप्ताह में हमें ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं, जिनमें याचिका में झूठे बयान दिए गए हैं। बेंच ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हर रोज हर बेंच के सामने 60 से 80 मामले लिस्ट होते हैं। जज के लिए अदालत में लिस्ट हर एक मामले के हर एक पेज पढ़ना संभव नहीं होता है। हालांकि, सभी मामले को बहुत ही सावधानीपूर्वक देखने का प्रयास किया जाता है। हमारी प्रणाली विश्वास पर काम करती है हमारी प्रणाली विश्वास पर काम करती है। जब हम मामलों की सुनवाई करते हैं तो हम बार के सदस्यों पर भरोसा करते हैं। लेकिन जब हम इस तरह के मामलों का सामना करते हैं, तो हमारा विश्वास डगमगा जाता है। इस अदालत में बड़ी संख्या में याचिकाएं दायर की जा रही हैं, जिनमें स्थायी छूट न दिए जाने की शिकायत की गई हैं। पिछले तीन सप्ताह में यह छठा या सातवां मामला है, जिनमें याचिकाओं में साफ तौर पर झूठे बयान दिए गए हैं। बेंच ने कहा- याचिका में झूठ बोल गया, अदालत में झूठे बयान दिए गए ​​​​​​​पीठ ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वो चार याचिकाकर्ताओं में से एक के मामले पर विचार करे, जिसने लागू पॉलिसी के मुताबिक जेल में 14 साल की सजा काट ली है। इसके अलावा दो अन्य याचिकायों को राहत देने से इनकार कर दिया, क्योंकि उन्होंने जेल में जरूरी 14 साल की सजा पूरी नहीं की है। पीठ ने कहा कि चौथे दोषी को हाईकोर्ट में दिल्ली सरकार के फैसले को चुनौती देनी होगी। क्योंकि सरकार ने उसे छूट देने से इनकार किया है। पीठ ने इन निर्देशों के साथ चारों दोषियों की छूट के लिए दायर याचिका खारिज कर दी। इसी तरह रिहाई में छूट से संबंधित एक और मामले में बेंच ने पाया कि जिन अपराधों में पांचों आरोपियों को दोषी ठहराया गया है, उनके संबंध में गलत बयान दिए गए। उनकी याचिका में कहा गया कि पांचों को हत्या के आरोप में दोषी पाया गया है। सुनवाई में अदालत को पता चला कि दो आरोपियों पर और भी केस हैं। एक को आर्म्ड लाइ

Dainik Bhaskar हर डॉक्टर की होगी यूनिक आईडी:NMC पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जरूरी, पता चलेगा देश में कुल कितने डॉक्टर और उनके पास कौन सी डिग्री

देश में अब हर डॉक्टर की एक अलग पहचान होगी। उन्हें एक यूनिक आईडी नंबर दिया जाएगा। सरकार ने सभी डॉक्टरों के लिए नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। डॉक्टरों को MBBS सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड सबमिट करना होगा। इस पोर्टल को नेशनल मेडिकल कमीशन ने तैयार किया है। नेशनल मेडिकल कमीशन ने हाल ही में एक नोटिस जारी किया था। इसमें लिखा था, इंडियन मेडिकल रजिस्टर (IMR) में रजिस्टर्ड सभी MBBS डॉक्टरों को अब नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) में भी रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस पोर्टल से देश के सभी मेडिकल कॉलेज/इंस्टीट्यूट, स्टेट मेडिकल काउंसिल भी जुड़े होंगे। NMR पर रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस क्या है पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्टरों को अपनी आधार आईडी, MBBS डिग्री सर्टिफिकेट की एक डिजिटल कॉपी और स्टेट मेडिकल काउंसिल/मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मिले सर्टिफिकेट की कॉपी सबमिट करनी होगी। बाकी जानकारी खुद से दर्ज करनी होगी। एक बार फॉर्म भरने के बाद यह वैरिफिकेशन के लिए संबंधित स्टेट मेडिकल काउंसिल को भेजा जाएगा। स्टेट काउंसिल फिर इस आवेदन को आगे रिव्यू के लिए संबंधित कॉलेज या संस्थान को भेज देगा। वैरिफिकेशन के बाद एप्लीकेशन नेशनल मेडिकल कमीशन को भेज दी जाएगी। NMC इसे वैरिफाई करके पोर्टल पर लाइव कर देगा। नेशनल मेडिकल रजिस्टर की जरूरत क्यों नेशनल मेडिकल कमीशन के एक अधिकारी के मुताबिक, आज तक हमारे पास ऐसा कोई डेटा नहीं था, जो यह बता सके कि देश में कुल कितने डॉक्टर हैं। हालांकि, एक अनुमानित संख्या है, लेकिन सही आंकड़े अब पता चलेंगे। इसके अलावा कितने डॉक्टरों ने देश छोड़ दिया। कितने डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द हुआ। कितने डॉक्टरों की जान गई। ये सारी जानकारी अब एक पोर्टल पर दिखेगी। अधिकारी के मुताबिक, करीब 13 लाख से ज्यादा डॉक्टर इससे जुड़ सकते हैं। NMR पर रजिस्ट्रेशन शुरू, आम लोग भी देख सकेंगे डेटा नेशनल मेडिकल कमीशन के सचिव डॉ. बी श्रीनिवास ने कहा, पोर्टल पर तत्काल प्रभाव से डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन शुरु हो गया है। इसमें कुछ डेटा आम लोगों को दिखाई देंगा। बाकी जानकारी नेशनल मेडिकल कमीशन, स्टेट मेडिकल काउंसिल, नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जॉमिनेशन, एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड और मेडिकल इंस्टीट्यूट को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार दिखाई देंगे। ये खबर भी पढ़ें... कोलकाता रेप-मर्डर के

Dainik Bhaskar अमृतसर में निहंगों ने छीने युवाओं के कैमरे:गोल्डन टेंपल के नजदीक फोटोग्राफरों को लगाई फटकार, बोले- धार्मिक भावना होती है आहत

अमृतसर में निहंग सिंह दल की ओर की से देर रात गोल्डन टेंपल के नजदीक फोटो खींच रहे युवाओं के कैमरे छीन लिए गए। उसके बाद उन्हें जमकर फटकार लगाई गई और उन्हें दूर जाकर काम करने की हिदायत दी। हेरिटेज स्ट्रीट में मौजूद रहते हैं कैमरामैन जानकारी के मुताबिक, गोल्डन टेंपल को जाने वाले रास्ते हेरिटेज स्ट्रीट की खूबसूरती को कैद करने के लिए बहुत से लोग वहां फोटो खिंचवातें हैं। श्रद्धालु भी वहां की फोटो यादगार के रूप में ले जाते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से जब से पार्टिशन म्यूजिम के साथ फूड स्ट्रीट व अन्य चीजें खुली हैं, तब से ही वहां पर फोटो शूट होने लगा है। कुछ युवक वहां कैमरा लेकर घूमते रहते हैं और लड़का-लड़की उनके आगे पोज देकर फोटो खिंचवाते हैं। इस मामले में निहंग सिंह बुड्डा दल की ओर से पहले भी एतराज जताया गया था और युवाओं को समझाया गया था। लेकिन जब यह कार्रवाई नहीं रूकी तो उन्होंने कल देर रात यहां घूम रहे युवाओं के कैमरे छीन लिए। उसके बाद उन्हें लाइन में लगवाया और फिर जमकर फटकार लगाई। हेरिटेज स्ट्रीट पवित्र रास्ता निहंग सतिंदर सिंह ने कहा कि यह एक धार्मिक स्थान है यहां पर लोग मन के सुकून और परमात्मा का आशीर्वाद लेने आते हैं, लेकिन फोटो खिंचवाने के चक्कर में लोग अलग-अलग और कई बार अश्लील पोज भी देते हैं जिसके कारण श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। इसीलिए आज यह कार्रवाई की गई। जिसमें युवाओं से कहा गया कि वह दूरी पर जाकर यह काम करें और हेरिटेज स्ट्रीट को पवित्र रास्ता ही माने। इससे पहले हेरिटेट स्ट्रीट पर प्री वेड शूट की भी फोटोज वायरल हुई थी और फिर उसे भी एसजीपीसी और पुलिस ने वहां पर शूटिंग बैन की थी।

Dainik Bhaskar देश की सबसे अमीर महिला की कांग्रेस जाॅइनिंग कैसे अटकी:दिल्ली रवाना हो चुकी थीं सावित्री जिंदल, टिकट पक्की थी; BJP को भनक लग गई

देश की सबसे अमीर महिला और कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं हैं। वह भाजपा से टिकट मांग रहीं थीं, लेकिन भाजपा ने डॉ. कमल गुप्ता को दोबारा उम्मीदवार बनाया। इसके बाद सावित्री जिंदल के कांग्रेस में जाने की चर्चाएं शुरू हुईं। हालांकि उन्होंने कांग्रेस जॉइन नहीं की और कांग्रेस ने रामनिवास राड़ा काे उम्मीदवार बना दिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 11 सितंबर की रात दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में टिकटों को लेकर मंथन चल रहा था। उसी दौरान नवीन जिंदल ने वहां मौजूद एक सीनियर लीडर को कॉल की और मां सावित्री के हिसार से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाने की बात कही। वहां से नवीन को कांग्रेस जॉइनिंग के बाद ही टिकट मिलने की बात कही गई। इस पर नवीन ने कहा कि मां कांग्रेस में है, उन्होंने भाजपा की सदस्यता नहीं ले रखी। इसके बाद अचानक कांग्रेस की लिस्ट रोक दी गई। इसके बाद सीनियर लीडर ने हिसार से सावित्री जिंदल के नाम का प्रस्ताव रखा। यह सुनकर बैठक में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा और सांसद कुमारी सैलजा चौंक गईं। सावित्री का नाम हाईकमान की तरफ से आया, इसलिए किसी ने विरोध नहीं किया। दिल्ली के लिए निकलीं सावित्री कांग्रेस हाईकमान से बात होने के बाद 11 सितंबर की रात 8 बजे नवीन जिंदल को फोन आया और कहा कि आप दिल्ली चले जाओ, कांग्रेस की टिकट मिल जाएगी। सावित्री जिंदल हिसार से दिल्ली के लिए निकल पड़ीं। जिंदल हाउस में सबको कहा गया कि यह खबर बाहर नहीं जानी चाहिए कि माता जी दिल्ली जा रही हैं। जब तक सब ठीक न हो जाए, तब तक किसी को भनक नहीं लगनी चाहिए। कमल गुप्ता को सावित्री के प्लान की भनक लगी पार्टी सूत्रों के मुताबिक 11 सितंबर को हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ में मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई हुई थी। हिसार से पूर्व विधायक डॉ. कमल गुप्ता इसी बैठक में मौजूद थे। गुप्ता को पहले ही पता चल गया था कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में जा सकती हैं। कमल गुप्ता को लगा कि अगर सावित्री कांग्रेस जॉइन करके चुनाव लड़ेंगी तो उनका मामला फंस सकता है। गुप्ता ने भाजपा के बड़े नेता को जानकारी दी गुप्ता ने वहां बैठक में मौजूद एक बड़े नेता को इसकी जानकारी दी। बड़े नेता ने तभी हाईकमान को इसकी सूचना दी। इसके बाद हाईकमान की तरफ से नवीन जिंदल को फोन आया कि आपकी माता निर्दलीय चुनाव लड़

Dainik Bhaskar गोपाल कांडा बोले- जीतने के बाद BJP से समझौता करेंगे:खुद इनेलो-BSP-हलोपा गठबंधन के उम्मीदवार; दुष्यंत चौटाला बोले- आका का हुक्म है

हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच नेताओं के बोल ने उनके ही दलों और गठबंधन दलों मुश्किल में डाल दिया है। सिरसा में हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) के उम्मीदवार और हाल ही में इनेलो और बसपा के साथ गठबंधन में शामिल हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा ने बयान दिया है कि वह जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। गोपाल कांडा ने कहा कि हलोपा आज भी NDA का हिस्सा है और इनेलो-बसपा और हलोपा सब मिलकर सरकार बनाएंगे। गोपाल कांडा के इस बयान पर हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने उन पर निशाना साधा है। दुष्यंत ने सोशल मीडिया पर लिखा- ऊपर से समझौते, ऊपर से ही पैसे, सब कर दिये इकट्ठे ये एक जैसे, इनको दे रखा है आका ने एक हुक्म, सरकार बनवाओ बीजेपी की जैसे-तैसे। गोपाल कांडा ने पार्टी के समझौता न करने पर कहा कि भाजपा ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और कुछ ऐसे चेहरे भी उतारे हैं जो उनकी भी पसंद है। भाजपा के साथ किसी भी तरह के मतभेद से उन्होंने इनकार किया है। गोपाल कांडा ने कहा कि भाजपा के साथ उनके परिवार के रिश्ते पुराने हैं। पिता मुरलीधर कांडा आरएसएस में थे और 1952 में दीपक के निशान पर जनसंघ के टिकट पर लड़े थे उस समय सिरसा डबवाली में होता था। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गोपाल कांडा का कहना है कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलानाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उप चुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं हलोपा ऐलानाबाद और रानिया में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। क्योंकि हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ है। गोपाल कांडा ने कहा कि मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। गोपाल कांडा ने कहा कि इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। गोपाल कांडा ने कहा मेरी मां भाजपा को वोट देती है गोपाल कांडा ने कहा कि जब मैं 2009 में निर्दलीय चुनाव मैदान में था तो मैंने मां को कहा कि इंजन के चुनाव चिह्न वाला बटन दबाना है। तब मेरी मां ने कहा कि मैं कमल के फूल के अलावा कहीं वोट नहीं डालूंगी। कांडा ने कहा कि मेरा परिवार आरएसएस का परिवार है। अगर भाजपा सिरसा सीट छोड़ने के लिए भी कहती तो मैं उस भी विचार

Dainik Bhaskar मूसेवाला के नन्हे भाई का वीडियो:छोटे बेटे से लाड लडाते दिखे मूसेवाला में माता-पिता; फैंस ने लिखा- किसी की नजर ना लगे

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के नन्हे भाई का नया वीडियो सामने आया है। इसमें मूसेवाला के नन्हे भाई के साथ उनके माता-पिता भी हैं। मूसेवाला का नन्हा भाई तकरीबन 6 महीने का हो चुका है। वीडियो में मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर अपने छोटे बेटे के लाड लडाते दिख रहे हैं। वीडियो में मूसेवाला के छोटे भाई ने निक्कर और टीशर्ट पहन रखी है। उसके सिर पर कपड़ा बंधा है। ब्लैक एंड वाइट शेड वाले इस वीडियो में छोटा मूसेवाला खुशी में चहकता नजर आ रहा है। पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर उसे हंसा रहे हैं। ये वीडियो सामने आने के बाद मूसेवाला के फैंस भावुक हो गए हैं। इस वीडियो को लेकर मूसेवाला के फैंस के बीच अलग ही उत्साह नजर आता है। कई फैंस जहां वीडियो को ज्यादा से ज्यादा सर्कुलेट कर रहे हैं वहीं कुछ इसके बहाने मूसेवाला को मिस कर रहे हैं। परिवार के लिए दुआएं भी मांगी जा रही है। मार्च में हुआ जन्म सिद्धू मूसेवाला का 29 मई 2022 को लॉरेंस गैंग के गुर्गों ने ताबड़तोड़ फायरिंग का कत्ल कर दिया था। मूसेवाला अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। जवान बेटे की मौत से पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर बुरी तरह टूट गए। इसके बाद चरण कौर ने इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक से गर्भधारण किया। आम भाषा में इसे टेस्ट ट्यूब बेबी भी कहते हैं। चरण कौर ने 23 मार्च 2024 को अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया। लगभग दो साल के लंबे अरसे के बाद परिवार के चेहरे पर मुस्कराहट देखने को मिली। मूसेवाला के छोटे भाई के जन्म पर माता-पिता ही नहीं, सिद्धू के लाखों फैंस ने भी खुशियां जताईं। IVF तकनीक को लेकर हो चुका कानूनी विवाद सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर ने इंग्लैंड जाकर इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक से गर्भधारण किया था। उस समय चरण कौर की उम्र 58 साल थी। भारतीय कानून के मुताबिक इतनी उम्र से गर्भधारण के लिए IVF तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार ने बाकायदा पंजाब सरकार को लैटर लिखकर जवाब तलबी भी की थी। हालांकि जब मूसेवाला के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने IVF ट्रीटमेंट विदेश जाकर करवाया है और भारतीय धरती पर सिर्फ बच्चे ने जन्म लिया है। इसके बाद पूरा विवाद थम गया। लॉरेंस के 6 शूटरों ने मारी थी मूसेवाला को गोलियां सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 की शाम को मानसा जिले के जवाहरके गांव में 6 शूटरों ने ताबड़त

Dainik Bhaskar दिल्ली में युवती का रेप:नौकरी के चलते सोशल मीडिया पर दोस्ती; फर्जी इंटरव्यू के बहाने आरोपी ने फ्लैट में बुलाया

दिल्ली में एक 22 साल की युवती के साथ रेप हुआ। आरोपी ने पीड़ित को नौकरी देने के बहाने बुलाया। फ्लैट ले गया, जहां रेप किया। फिलहाल पीड़ित की शिकायत पर आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया। मामला 9 सितंबर का है। इस मामले में आरोपी की एक महिला पार्टनर भी थी। उसे भी अरेस्ट कर लिया गया है। महिला और युवती की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई, नौकरी का लालच दिया पीड़ित के मुताबिक, उसे नौकरी की सख्त जरूरत थी। 5 सितंबर को वह सोशल मीडिया पर एक महिला के संपर्क में आई। उसने पूछा कि, क्या वह नौकरी करना चाहती है। महिला ने खुद को एयरलाइंस का कर्मचारी बताया था। उसने पीड़ित से कहा कि, वह एक ऐसे शख्स को जानती है जो जॉब दिलवा सकता है। इस बहाने महिला ने पीड़ित का फोन नंबर लिया और उसे आरोपी को दे दिया। आरोपी ने व्हाट्सएप पर एड्रेस भेजकर इंटरव्यू के लिए बुलाया आरोपी ने पीड़ित को फोन किया और उससे पूछा कि, वह किस टाइप की नौकरी करना चाहती है। पीड़ित ने कहा कि वह कुछ भी कर सकती है। जिसके बाद आरोपी ने उसे 9 सितंबर को इंटरव्यू देने बुलाया। पीड़ित अपने सभी डॉक्यूमेंट्स के साथ आरोपी से मिलने के लिए तैयार हो गई। आरोपी ने उसे व्हाट्सएप पर एड्रेस भेजा और दिल्ली एरोसिटी मेट्रो स्टेशन से उसे पिकअप करके वसंत कुंज ले गया। रेप के बाद युवती को मेट्रो स्टेशन छोड़कर फरार आरोपी ने कहा कि कुछ डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन का काम है। इसलिए दो मंजिला इमारत में बने फ्लैट में चलना होगा। युवती तैयार हो गई। जैसे ही वह कमरे के अंदर गई। आरोपी ने उसके सारे डॉक्यूमेंट छीन लिए। फिर रेप किया। रेप के बाद आरोपी ने युवती को पास के मेट्रो स्टेशन में छोड़ दिया। साथ ही उसे किसी को न बताने की धमकी दी। हालांकि घर लौटने के बाद युवती ने परिवार को सारी घटना बताई। डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) रोहित मीना ने कहा, पीड़ित की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ये खबर भी पढ़ें... पति के दोस्तों ने महिला से किया रेप: बस्ती में नौकरी का झांसा दिलाकर ले गए साथ यूपी में बस्ती जिले के पैकोलिया थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की महिला को उसके पति के दो दोस्त नौकरी दिलाने की बात कर कहीं ले गए, जहां उन्होंने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया। इसके बाद दोनों ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया। पीड़िता ने कोर्ट में अर्जी देकर न्याय की गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर

Dainik Bhaskar अनिल विज ने हरियाणा CM की कुर्सी पर दावा ठोका:बोले- मेरी सीनियोरिटी बनती है, BJP ने नायब सैनी को चेहरा बनाया, राव इंद्रजीत भी दावेदार

हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट से भाजपा उम्मीदवार अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका है। अंबाला में पत्रकारों से बातचीत में अनिल विज ने कहा, 'सारे हरियाणा से लोग आ रहे हैं। मैं जहां-जहां गया हूं, लोग कह रहे हैं कि आप सीनियर पोस्ट पर हो, सीएम क्यों नहीं बने? मैं उन लोगों की मांग पर अपनी सीनियोरिटी के दम पर मुख्यमंत्री बनने का दावा पेश करूंगा। पार्टी बनाती है या नहीं उनका फैसला है। अगर पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बना दिया तो मैं हरियाणा की तकदीर बदल दूंगा, हरियाणा की तस्वीर बदल दूंगा।' पंचकूला में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पदाधिकारियों की मीटिंग ली थी। तब उन्होंने नायब सैनी के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी। इसके अलावा, गुरुग्राम से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा ठोक चुके हैं। 2014 में CM कुर्सी के दावेदार थे विज अनिल विज अंबाला कैंट से BJP उम्मीदवार हैं। 2014 में जब भाजपा को 90 में से 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत मिला तो अनिल विज, रामबिलास शर्मा और ओमप्रकाश धनखड़ सीएम कुर्सी की दौड़ में थे। जब ये चर्चा सामने आई कि भाजपा किसी जाट को सीएम के बजाय पंजाबी चेहरे को कुर्सी देगी तो विज प्रबल दावेदार बन गए। हालांकि, अचानक भाजपा ने मनोहर लाल खट्‌टर का नाम आगे कर दिया। जिसके बाद खट्‌टर मुख्यमंत्री बन गए। वह साढ़े 9 साल सीएम रहे। खट्‌टर हटे तो विज की जगह सैनी आ गए लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ समय पहले भाजपा ने सबको चौंका दिया। भाजपा ने हरियाणा में साढ़े 9 साल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर से इस्तीफा दिलवा दिया। उनकी जगह पर अचानक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी को सीएम बनाया। तब चर्चा थी कि विज को कुर्सी मिल सकती है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए विज अनिल विज मनोहर लाल खट्‌टर की दूसरे टर्म की सरकार में गृह और स्वास्थ्य मंत्री थे। जब खट्‌टर ने इस्तीफा दिया तो विज भी उनके साथ थे। इसके बाद नए सीएम को चुनने के लिए मीटिंग हुई तो विज अचानक बीच में से बाहर आ गए। तब ये चर्चा रही कि नायब सैनी का नाम सुनने के बाद विज ने मीटिंग बीच में छोड़ दी। इसके बाद विज का नाम सीएम सैनी के मंत्रिमंडल में भी था। मगर, विज ने मंत्री पद लेने से इनकार कर दिया। वे शपथग्रहण समारोह में भी न

Dainik Bhaskar अरविंद केजरीवाल का दिल्ली CM पद से इस्तीफे का ऐलान:कहा- 2 दिन बाद पद छोड़ दूंगा, सिसोदिया भी पद छोड़ेंगे; चुनाव तक मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CM पद छोड़ने की घोषणा कर दी है। तिहाड़ से 13 सितंबर को रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचकर कार्यकर्ता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ AAP नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद हैं। केजरीवाल ने कहा- आज मैं जनता की अदालत में हूं। आपसे पूछता हूं कि मुझे ईमानदार मानते हो या गुनहगार मानते हो। दोस्तों, 2 दिन के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं। तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।

Dainik Bhaskar RSS प्रमुख बोले- हम कहां पिछड़ रहे हैं,इसकी चर्चा जरूरी:समाज में समरसता होनी चाहिए, हर वर्ग को साथ लेकर चलना चाहिए

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयं सेवकों को परिवार और समाज से जुड़े 5 सूत्र बताए। उन्होंने कहा- हम कहां पिछड़ रहे हैं, इसके बारे में चर्चा करने की जरूरत है। गरीब के साथ जुड़ाव रखें, उनको घर पर लेकर आएं और उनके घर पर भी जाएं। RSS प्रमुख मोहन भागवत पांच दिन से अलवर प्रवास पर हैं। रविवार को वे सुबह 6:30 बजे इंदिरा गांधी स्टेडियम पहुंचे, यहां स्वयं सेवकों को संबोधित किया। स्वयं सेवक डॉ. राजकुमार गुर्जर ने भास्कर से कार्यक्रम में हुए भागवत के संबोधन को साझा किया। भागवत बोले- परिवार के सदस्यों के साथ बैठे, बातचीत करते रहना चाहिए भागवत ने कहा- हम सभी को परिवार के सदस्यों के बीच बैठकर बातचीत करते रहना चाहिए। शाम को खाना खाते समय एक साथ बैठे, ताकि सभी के मन की बात पता रहे। अपने गांव-ढाणी के गरीब परिवारों को आगे बढ़ाने की सोच रखनी चाहिए। गरीब के घर भी जाना चाहिए। गरीब को भी अपने घर बुलाना चाहिए। समाज में समरसता का माहौल रहना चाहिए। हर तबके को साथ लेकर चलना चाहिए। उन्होंने कहा- घर में क्या हो रहा है और क्या होना चाहिए, इस पर परिवार में एक-दूसरे के विचार जरूरी हैं। दूसरा हम समाज के लिए क्या कर रहे हैं, इस पर विचार करने की जरूरत है। जिस राज्य में आप रहते हैं, उसकी वेशभूषा और खान-पान का पता रहना चाहिए। एक जगह शाखा लगाए, जिसमें हमें एक-दूसरे का पता रहना चाहिए। हम कहां पिछड़ रहे हैं, इसके बारे में चर्चा करने की जरूरत है। भागवत ने कहा कि पिछड़ेपन को दूर करने के लिए हम सबको काम करने की जरूरत है। रण में जाए बिना भी देश सेवा की जा सकती है। अपनी कॉलोनी में सफाई करके भी देश सेवा कर सकते हैं। समाज को उन्नतिशील बनाए, चरित्र और शिक्षा को बेहतर बनाकर देश सेवा हो सकती है। उन्होंने कहा- देश में समरसता होनी चाहिए, हर व्यक्ति अपने आप को भारत का नागरिक समझे। पौधे वृक्ष बने, इसकी सबको चिंता करने की जरूरत भागवत ने पौधारोपण करने के बाद कहा कि ये लगाए गए पौधे वृक्ष बने, इसकी सबको चिंता करने की जरूरत है। आने वाली पीढ़ी को यह एक विशेष सौगात होगी। हमने प्रकृति से खूब लिया है, अब प्रकृति को भी संवारने की जरूरत है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और प्रदेश सरकार में वन मंत्री संजय शर्मा भी मौजूद थे। RSS प्रमुख ने यहां 11 पौधे लगाए गए हैं। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा- भू

Dainik Bhaskar हरियाणा में BJP-JJP उम्मीदवारों का विरोध:दुष्यंत चौटाला की गाड़ी घेरी, बेदी से बहस, धानक को कहा-हमसे बदबू आती थी, भयाना बोले- वोट मत देना

हरियाणा में चुनाव प्रचार के बीच लोगों ने नेताओं से हिसाब मांगना शुरू कर दिया है। प्रचार के दौरान हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला, भाजपा के पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, विधायक विनोद भयाना और बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला को विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीण इन्हें घेरकर उनकी समस्याएं हल न करने पर जवाब मांग रहे हैं। वहीं सरकार रहने के दौरान किसान-मजदूरों को दिल्ली जाने से रोकने पर भाजपा और जजपा के उम्मीदवार घिर रहे हैं। नेताओं के विरोध से जुड़े मामले सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें.. दुष्यंत चौटाला को काले झंडे दिखाए हरियाणा के उचाना में शनिवार शाम पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी (JJP) के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला का छातर गांव में विरोध हुआ। दुष्यंत का काफिला जैसे ही गांव में पहुंचा तो वहां युवाओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। युवकों ने आरोप लगाया कि दुष्यंत चौटाला को पिछले विधानसभा चुनाव में यहां के लोगों ने बड़ी जीत दिलाई थी। लोगों ने भाजपा के खिलाफ होकर दुष्यंत के लिए वोटिंग की। दुष्यंत चुनाव जीत गए तो वह खुद भाजपा के साथ चले गए। इसे लेकर लोगों में बहुत नाराजगी है। युवकों का कहना है कि पिछले चुनाव के बाद छातर गांव ने दुष्यंत चौटाला का सामाजिक बहिष्कार किया था। जिस कारण लोग सामाजिक बहिष्कार किए हुए लोगों को गिरफ्तार करने की बात कर रहे हैं। जींद में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण बेदी से तीखी बहस.. जींद जिले के नरवाना विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP के प्रत्याशी पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और ग्रामीणों में तीखी बहस हो गई। वे भिखेवाला गांव में चुनाव प्रचार व वोट मांगने गए थे। इस दौरान उनको ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। किसान आंदोलन के दौरान भाजपा के व्यवहार से लोगों में रोष था। वे चुनाव प्रचार के लिए गांव भिखेवाला की चौपाल में पहुंचे थे। वहां एकत्रित लोगों ने कृष्ण बेदी को कहा कि उन्होंने मंत्री रहते हुए कभी उनके गांव की समस्याओं को निपटाने में दिलचस्पी नहीं ली। इसलिए अब विधानसभा चुनाव में गांव के लोग भी कृष्ण बेदी की कोई बात नहीं सुनेंगे। इस दौरान ग्रामीणों व कृष्ण बेदी के बीच खूब सवाल जवाब हुए। ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया कि जिस प्रकार का अपमान भारतीय जनता पार्टी व उसके मंत्रियों ने किसानों- मजदूरों का किया, ठीक उसी प्रकार अब वे विधानसभा चुनाव में भ

Dainik Bhaskar इंडिगो की मुंबई-दोहा फ्लाइट 5 घंटे से ज्यादा लेट:एयरक्राफ्ट में 200-300 यात्री टेक ऑफ का इंतजार करते रहे; पैसेंजर का दावा- पानी तक नहीं मिला

मुंबई से कतर के दोहा जाने वाली इंडिगो की एक फ्लाइट रविवार (15 सितंबर) को 5 घंटे से ज्यादा लेट हो गई। फ्लाइट को सुबह 3:55 बजे टेक ऑफ करना था। पैसेंजर्स विमान में बैठ गए। हालांकि, घंटों तक विमान मुंबई एयरपोर्ट पर ही खड़ा रहा। NDTV के मुताबिक, फ्लाइट में 200 से 300 लोग थे। पैसेंजर्स को एयरलाइन की तरफ से टेक्निकल कारणों का हवाला दिया गया। फ्लाइट में बैठे यात्रियों ने करीब 5 घंटे टेक ऑफ का इंतजार किया। इमिग्रेशन खत्म होने के कारण उन्हें उतरने भी नहीं दिया गया। हालांकि, लोगों के आक्रोश के बाद क्रू मेंबर्स ने सभी को फ्लाइट से उतारा और इमिग्रेशन वेटिंग एरिया में ले गए। एक यात्री ने दावा किया कि उन्हें पानी और खाना तक नहीं दिया गया। कई लोग अपने बच्चों के साथ इंतजार कर रहे हैं। घंटों देर होने से उनकी नौकरियां खतरे में हैं। एयरलाइन ने X पर यूजर से माफी मांगी सुबह 10 बजे तक फ्लाइट के टेक ऑफ को लेकर कोई अपडेट नहीं था। इंडिगो की तरफ से भी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, एयरलाइन ने X पर एक यूजर के पोस्ट पर जवाब दिया और दिक्कत के लिए माफी मांगी।