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Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव, कांग्रेस ने पूर्व MLA को निकाला:टिकट कटने पर हुए बागी, निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा-जून के बाद तीसरे नेता पर कार्रवाई
हरियाणा में फरीदाबाद की तिगांव विधानसभा से विधायक रहे ललित नागर को कांग्रेस ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। ललित नागर तिंगाव से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने यशपाल नागर के बेटे रोहित नागर को टिकट दिया। जिसके बाद ललित नगर बागी हो गए। वह तिगांव से ही निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनसे पहले पार्टी चित्रा सरवारा और राजेश जून को 6 साल के लिए निष्कासित कर चुकी है। ललित नागर को निष्कासित करने का जारी लेटर... 2019 में मिली थी हार ललित नागर 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से तिगांव से विधायक रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें 2019 में भी टिकट दिया, लेकिन भाजपा के प्रत्याशी राजेश नागर ने उन्हें हार दिया था। टिकट कटने पर फूट-फूट कर रोए थे ललित टिकट कटने पर पूर्व विधायक ललित नागर सभा में फूट-फूट कर रोए थे। इस दौरान ललित ने कहा था कि उनके साथ धोखा हुआ। उन्होंने विधायक रहते इलाके के विकास में कोई कमी रहने नहीं दी। कभी भी किसी के मान-सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाई। उन्हें पूरा भरोसा था कि इस बार टिकट जरूर मिलेगी, लेकिन कांग्रेस ने उनके साथ छल किया और अंतिम लिस्ट में उनका नाम काट दिया। उन्होंने कहा था कि यदि उनके इलाके की 36 बिरादरी चाहती है कि वह चुनाव लड़े तो वह चुनाव लड़ेंगे। जनता अगर मना करेगी तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके बाद ललित ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा था। 4 दिन पहले चित्रा सरवारा को निकाला था 4 दिन पहले कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेता चित्रा सरवारा को निकाल दिया था। उन्होंने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। अंबाला कैंट से पार्टी ने परविंदर परी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा से पूर्व गृह मंत्री अनिल विज यहां से उम्मीदवार हैं। बता दें कि चित्रा सरवारा अंबाला सिटी से कांग्रेस कैंडिडेट निर्मल सिंह की बेटी हैं।
Dainik Bhaskar DU छात्र संघ चुनाव के लिए वोटिंग जारी:4 पदों के लिए 21 कैंडिडेट मैदान में, हाईकोर्ट ने होर्डिंग-पोस्टर हटाए जाने तक रिजल्ट पर रोक लगाई
दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) के चुनाव के लिए वोटिंग शुक्रवार सुबह से शुरू हो गई है। इसमें 52 कॉलेजों के 1 लाख 40 हजार छात्र स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी को चुनने के लिए वोट डाल सकेंगे। यह चुनाव 2 फेज में हो रहे हैं। मॉर्निंग कॉलेज के छात्र 1 बजे तक वोटिंग करेंगे। वहीं, शाम के कॉलेजों के छात्रों के लिए 3 बजे से शाम 7.30 बजे तक मतदान करेंगे। चार पदों के लिए ABVP, NSUI और लेफ्ट दलों के 21 कैंडिडेंट मैदान में हैं। इनमें प्रेसिडेंट के लिए 8 कैंडिडेट, वाइस प्रेसिडेंट के लिए 5 कैंडिडेट और जॉइंट सेक्रेटरी और सेक्रेटरी के लिए 4-4 कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावों के नतीजों की घोषणा पर दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को रोक लगा दी है। दरअसल, DU के कॉलेज में हाल ही में हुई चुनावी हिंसा को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी। इसमें कहा गया था कि चुनाव के दौरान पब्लिक प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाया जाता है। चुनाव पर रोक लगानी चाहिए। इस पर सुनवाई करते हुए जस्टिस मनमोहन ने कहा- वोटिंग कराई जा सकती है, लेकिन इसके रिजल्ट तब तक घोषित न किए जाए जब तक यूनिवर्सिटी कोर्ट को संतुष्ट नहीं कर देती कि कॉलेजों से सभी पोस्टर, होर्डिंग्स और कैंपेन के प्ले कार्ड को हटा दिया गया है और पब्लिक प्रोपर्टी को ठीक कर दिया गया है। पिछली बार 3 पर ABVP, 1 पर NSUI जीती दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पिछले चुनाव में प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीत हुई थी। 4 सेंट्रल पोस्ट के लिए 24 उम्मीदवार थे। वाइस प्रेसिडेंट पोस्ट NSUI जीती थी। ABVP से प्रेसिडेंट बने तुषार डेढ़ा को 23 हजार 460 वोट मिले थे, जबकि हितेश गुलिया (NSUI) को 20 हजार 345 वोट मिले थे। वहीं, वाइस प्रेसिडेंट पद पर अभि दहिया (NSUI) जीते थे। इस पोस्ट के लिए सुशांत धनखड़ (ABVP), अनुष्का चौधरी (AISA) और अंकित (SFI) भी मैदान में थे। सेक्रेटरी पद पर अपराजिता (ABVP) विजयी रही हैं। यक्षना शर्मा (NSUI), आदित्य प्रताप सिंह (AISA) और अदिति त्यागी (SFI) भी चुनाव मैदान में उतरे थे। 2019 में चार में से 3 पद ABVP जीती थी दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के 2019 चुनाव में ABVP ने चार में से तीन सीटों पर कब्जा जमाया था। कोरोना के कारण 2020 और 2021 में चु
Dainik Bhaskar शिमला की बेटी का 'लापता लेडीज' में मुख्य किरदार:ऑस्कर अवार्ड के लिए चुनी गई फिल्म, CM सुक्खू ने दी प्रतिभा रांटा को बधाई
बॉलीवुड फिल्म निर्देशक किरण राव के निर्देशन में निर्देशित फ़िल्म " लापता लेडीज " ऑस्कर 2025 के लिए चुनी गई है। इसमें खास बात यह है कि इस फिल्म में हिमाचल प्रदेश के शिमला के रोहड़ू बेटी प्रतिभा रांटा ने लीड भूमिका में शानदार अभिनय का प्रदर्शन किया है। शिमला जिले की रोहड़ू की निवासी अभिनेत्री प्रतिभा को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी बधाई दी है। मुख्य किरदार के रूप में नजर आई थी प्रतिभा अभिनेत्री बॉलीवुड फिल्म 'लापता लेडीज' में मुख्य किरदार के रूप में जया की भूमिका अदा की थी। फिल्म में उनके रोल को काफी सराहा गया था। फिल्म में उनका लुक काफी सिंपल दिखाया गया मगर अब उनकी फिल्म ऑस्कर के लिए चुनी गई है। फ़िल्म का ऑस्कर के लिए चुना जाना बेहद सुखद पल प्रतिभा का कहना है कि मैं बहुत खुश हूं। मुझे ऑस्कर में एंट्री की उम्मीद नहीं थी, क्योंकि इस साल कई अच्छी फिल्में बनी हैं। उन्होंने कहा कि अब हमें इस फिल्म को बड़ी संख्या में दर्शकों को दिखाने का मौका मिलेगा। मैं दर्शकों को इतना कुछ देने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं, मुझे इस फिल्म से प्यार है। मुझे लगता है कि इस फिल्म में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। कौन है प्रतिभा रांटा? प्रतिभा रांटा का जन्म 17 दिसंबर 2000 को हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के टिक्कर से ताल्लुक रखने वाले एक पहाड़ी राजपूत परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा शिमला के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, चेल्सी शिमला से की और उसके बाद मुंबई में उषा प्रवीण गांधी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट से फिल्म निर्माण में स्नातक की उपाधि प्राप्त की । बॉलीवुड में कहां से हुई कैरियर की शुरुआत..? बता दें कि अभिनेत्री प्रतिभा रांटा ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत साल 2020 में वेब सीरीज 'कुर्बान' में करण जोतवानी के साथ चाहत बेग भट्ट ध्यानी की भूमिका के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने 'आधा इश्क' और हीरामड़ी में भी अपने शानदार अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। 2024 में लापता लेडीज से की अपने फिल्मी करियर की शुरुआत अभिनेत्री प्रतिभा रांटा ने साल 2024 में किरण राव द्वारा निर्देशित फ़िल्म 'लापता लेडीज' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। जहां उन्होंने जया/ पुष्पा नामक एक बदली हुई दुल्हन का किरदार निभाया है। बॉलीवुड की लापता लेडीज फ़िल्म ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नामित हुई है। लापता लेडीज उन महिलाओं की कल्
Dainik Bhaskar तिरुपति लड्डू विवाद- जगन को नोटिस दे सकती है पुलिस:पूर्व CM 28 सितंबर को विशेष अनुष्ठान करेंगे; 9 सदस्यों वाली SIT ने जांच शुरू की
जगन मोहन रेड्डी 28 सितंबर को भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में विशेष अनुष्ठान करने वाले हैं। उससे पुलिस ने शुक्रवार को YSR कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस अधिनियम की धारा 30 का उल्लंघन न करने का नोटिस जारी किया गया है। एक अधिकारी के मुताबिक, पुलिस पूर्व मुख्यमंत्री को तिरुमाला जाने से पहले रेनिगुंटा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद नोटिस भी जारी कर सकती है। इसमें यह मांग की जाएगी कि वे भीड़ न जुटाएं। इधर, आंध्र प्रदेश सरकार की बनाई हुई 9 सदस्यों वाली SIT ने तिरुपति के प्रसादम में एनिमल फैट पाए जाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। SIT के लीडर गुंटूर रेंज के IG सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी कर रहे हैं। लड्डू विवाद तब शुरू हुआ, जब CM चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि YSR कांग्रेस सरकार में तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी वाला वनस्पति तेल और फिश ऑयल मिलाया गया था। ऐसा है जगन का तिरुपति मंदिर विजिट का शेड्यूल पूर्व सीएम रेड्डी गन्नवरम एयरपोर्ट से शुक्रवार शाम 4 बजे रेनिगुंटा जाएंगे और वहां से वे तिरुमाला जाएंगे, जहां वे शाम 7 बजे पहुंच सकते हैं। जगन यहां रात में रुक सकते हैं। शनिवार 28 सितंबर सुबह 10.20 बजे वे तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा करने के लिए गेस्ट हाउस से निकलेंगे। पुलिस के मुताबिक जिले में पुलिस अधिनियम की धारा 30 लागू है। जो सार्वजनिक सभाओं और जुलूसों पर पाबंदी लगाती है। पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों से तिरुपति में कुछ जगहों पर इकट्ठा होने के लिए कहने वाली कई पोस्ट देखी हैं। इसलिए जगन को भी धारा 30 के तहत नोटिस दिया जा सकता है YSR के कई नेताओं को पुलिस ने भेजा नोटिस तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष करुणाकर रेड्डी ने कहा कि उन्हें और पार्टी के कई नेताओं को आधी रात पुलिस ने नोटिस जारी किया है कि वे बाहर न आएं। हालांकि, उन्होंने कहा कि टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष के रूप में वे 7 सदस्यों के साथ दर्शन के हकदार हैं। दरअसल, जगन के 28 सितंबर को पूजा के ऐलान के बाद TDP ने कहा है कि उन्हें एंट्री तभी मिलेगी, जब वे मंदिर के उस घोषणापत्र पर साइन करेंगे, जिसमें लिखा हो कि उन्हें भगवान बालाजी पर विश्वास है। पार्टी का आरोप है कि इतने साल से वे साइन किए बिना ही मंदिर में गए हैं। 2012 से तिरुपति मंदिर जा रहे हैं जगन मोहन र
Dainik Bhaskar कांग्रेसियों की बयानबाजी पर राहुल गांधी को देनी पड़ी सफाई:कहा- हरियाणा में 2 लाख सरकारी नौकरी देंगे, हर जाति को बराबर मिलेगी
हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी को पहले दौरे पर ही कांग्रेस नेताओं की बड़बोली बयानबाजी पर सफाई देनी पड़ गई। यह बयान सरकारी नौकरियों को लेकर थे। जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार ही वोट पाने के लिए कहीं हिस्से बांट रहे थे तो कहीं कोटा फिक्स कर रहे थे। वहीं विपक्ष भी आरोप लगा रहा था कि कांग्रेस की सरकार बनी सिर्फ जाट कम्युनिटी को ही नौकरियां मिलेंगी। इस पर कल हिसार रैली में राहुल गांधी ने कहा- ''सबसे जरूरी बात सुनिए, जो 2 लाख नौकरियां दी जाएंगी। हरियाणा के युवाओं को दी जाएंगी। ये हर एक जाति को, सबको फेयरनेस के साथ इक्वली (बराबर) दी जाएंगी। हरियाणा की हर एक जाति को ये नौकरी मिलेंगी।'' कांग्रेसियों के वह बयान, जिन पर राहुल गांधी को सफाई देनी पड़ी... नीरज शर्मा ने कहा- 50 वोट पर एक नौकरी देंगे फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व विधायक नीरज शर्मा ने एक जनसभा में कहा- ' भैया सबकी आज्ञा ले ली, भाई ने खुला चैलेंज कर दिया है। हुड्डा साहब को 2 लाख नौकरी देनी है, मुझे जिता कर भेज दो 2 हजार का कोटा मिलेगा और 50 वोट पर एक नौकरी मिलेगी'। इसके अलावा उन्होंने एक और बयान देकर कहा- 'जिस गांव में ज्यादा डब्बा भरेगा, उस गांव में ज्यादा नौकरी मिलेगी। यह मेरा फैसला नहीं है, यह सबका फैसला है। कल को मेरे ऊपर मत थोपना'। सिंगला ने कहा- किसी के 50 हुए तो मेरे 100 होंगे फरीदाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार लखन सिंगला ने कहा- ''कितने नौजवानों को नौकरी दूंगा विधानसभा से, ये आप सोच नहीं सकते. हरियाणा की नौकरी की जो लिस्ट जाएगी, किसी के 50 लोग जाएंगे तो लखन सिंगला के 100 जाएंगे.'' गन्नौर उम्मीदवार ने कहा- 25% हिस्सा ज्यादा, बेटा बोला- सिर्फ रोल नंबर लाना गन्नौर विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप शर्मा ने एक सभा में कहा- 'इस बार हुड्डा 2 लाख सरकारी नौकरी लेकर आ रहे हैं, इसमें जो भी तुम्हारा हिस्सा होगा, उससे 20-25% ज्यादा दे देंगे'। वहीं उनके बेटे चाणक्य ने एक जनसभा में कहा- ''मैं आपको अपना नंबर देकर जाउंगा और आप अपना सिर्फ रोल नंबर लेकर मेरे पास आना, चौधरी भूपेंद्र हुड्डा के पास आपका आवेदन लेकर मैं जाउंगा।'' कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी पीछे नहीं रहे होडल से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा- ''सरकार हमारी आएगी और उदयभान सरकार के केंद्र में होगा। कम से कम 5000 बंदों को सरकारी नौक
Dainik Bhaskar दीपेंद्र हुड्डा के करीबी ने कांग्रेस छोड़ी:बोले- पार्टी के लिए जमीन तक बेची, धोखा मिला; ऑफिस से पूर्व CM की तस्वीरें हटाई
हरियाणा के सोनीपत में दीपेंद्र हुड्डा के खास जसपाल आंतिल ने कांग्रेस छोड़ दी। वे कांग्रेस में कई पदों पर रहे हैं। वर्तमान में कांग्रेस डेलीगेट थे। राई से टिकट न मिलने से तो वे नाराज थे ही साथ में अब चुनाव में भी पार्टी नेताओं द्वारा अलग-थलग छोड़ दिए गए। आंतिल ने भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए अपनी जमीन तक बेच दी, लेकिन अब धोखा मिला है। जसपाल आंतिल खेवड़ा गांव के रहने वाले हैं और 2009 में कांग्रेस के साथ जुड़े थे। युवा कांग्रेस में सदस्यता अभियान की शुरुआत की और 2010 में उनको युवा कांग्रेस का राई का प्रधान बनाया गया। 2012 में युवा कांग्रेस के चुनाव में 40 हजार युवाओं को अपने साथ जोड़ा। इसके बाद उनको युवा कांग्रेस का सोनीपत लोकसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया। 2022 में राई विधानसभा क्षेत्र से 20 हजार 37 सदस्य जोड़कर कांग्रेस को मजबूती दी। उनको इसके बाद पीसीसी डेलीगेट बनाया गया। जसपाल ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस में 16 सालों से जी जान से सेवा कर रहे थे। लेकिन अब उनको पार्टी ने धोखा दिया ओर जिन नेताओं के लिए काम कर रहे थे, उन्होंने भी अकेला छोड़ दिया। उन्होंने कांग्रेस काे आगे बढ़ाने के लिए अपनी जमीन तक बेची दी। लेकिन टिकट उन लोगों को दी गई, जा कि तीन महीने पहले सक्रिय हुए और उनकी वर्षों की मेहनत पर पानी फेर गए। उनको सबक मिला है कि वर्षों तक मेहनत करने वालों की कहीं पर पूछ नहीं। दीपेंद्र के व्यवहार से गुस्साए जसपाल जसपाल आंतिल ने आरोप लगाया कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हर चीज का इस्तेमाल किया है। चाहे आप सोनीपत की या रोहतक की राजनीति का इतिहास उठा लो, कितने लोगों को इन्होंने अपने लड़के की राजनीति के लिए रास्ते से हटा दिया है। उन्होंने कहा कि पूरा राई क्षेत्र, पूरा सोनीपत जानता है कि दीपेंद्र हुड्डा सोनीपत के लिए निकलते थे तो जसपाल (उनको) को मैसेज आता था। उन्होंने कहा कि आज उसके बावजूद 16 साल की मेहनत के बाद उनकी पीठ में छुरा घोंपा गया है। टिकट कटने के बाद वे शांत होकर घर पर बैठे थे। जब हमें कल यह पता लगा कि उनके खुद के गांव खेवड़ा में दीपेंद्र हुड्डा आ रहे हैं। उनसे यह भी नहीं पूछा गया कि आपके गांव मे आ रहे हैं। टिकट हाईकमान ने नहीं हुड्डा न
Dainik Bhaskar जम्मू-कश्मीर में 7 लोकेशन पर NIA की रेड:रियासी में बस पर हुए आतंकी हमले से जुड़ा मामला; 9 तीर्थयात्री की मौत हुई थी
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के 2 जिलों राजौरी और रियासी में सात जगह छापा मारा है। जिन लोकेशन पर तलाशी जारी है, वे हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (OGW) से जुड़े हैं। यह छापेमारी 9 जून को रियासी में एक बस पर हुए आतंकी हमले से जुडी है। इस हमले में नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। बस रियासी के पौनी इलाके में शिव खोरी से कटरा जा रही थी। आतंकवादियों की गोलीबारी से बस खाई में गिर गई थी। इस हमले में 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे, जबकि 9 लोगों की मौत हो गई थी, इनमें बच्चा भी शामिल था। 17 जून से जांच कर रही है NIA गृह मंत्रालय ने 17 जून को आतंकी हमले की जांच का जिम्मा NIA को दे दिया था। एजेंसी ने हाइब्रिड आतंकवादियों और OGW से जुड़े पांच ठिकानों की तलाशी ली थी। इसी दौरान गिरफ्तार आरोपी हाकम खान उर्फ हकीन दीन से मिले इनपुट के बाद शुक्रवार 27 सितंबर को इन नए ठिकानों पर छापा मारा गया है। NIA की जांच में यह सामने आया था कि हाकम ने आतंकियों को पनाह, गोला-बारूद और खाना दिया था। इसके बाद हुई तलाशी में आतंकवादियों और OGW के बीच कई कनेक्शन जोड़ने वाली कई चीजें जब्त की गई थी।
Dainik Bhaskar बेंगलुरु मर्डर केस, आरोपी ने डायरी में लिखा:महालक्ष्मी शादी से इनकार करने पर मारपीट करती थी, उसके टॉर्चर से तंग आ चुका था
बेंगलुरु में 29 साल की महालक्ष्मी के 59 टुकड़े करने वाले आरोपी मुक्ति रंजन राय का सुसाइड नोट सामने आया है। उसके शव के पास से डायरी मिली थी। उसमें उसने लिखा, 'उसने शादी के लिए राजी नहीं होने पर मेरे साथ कई बार मारपीट की थी। मैं उसके टॉर्चर से तंग आ चुका था। इसलिए उसे मार डाला।' आरोपी के परिवार ने आरोप लगाया कि महालक्ष्मी मारपीट के अलावा मुक्ति रंजन से पैसे और कीमती सामान भी वसूलती थी। महिला ने उसे एक सोने की अंगूठी, एक महंगा मोबाइल फोन और एक नेकलेस देने के लिए मजबूर किया था। महालक्ष्मी ने एक बार मुक्ति रंजन को पुलिस से गिरफ्तार भी करवाया था। बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास तीन मंजिला मकान के वन बेडरूम अपार्टमेंट में 20 सितंबर को महालक्ष्मी की लाश मिली थी। उसके शव के 59 टुकड़े फ्रिज में रखे थे। महालक्ष्मी वहां अकेले रहती थी। उसकी हत्या के आरोपी मुक्ति रंजन ने 25 सितंबर को ओडिशा के भद्रक जिले में अपने गांव के पास सुसाइड कर लिया था। उसका शव एक पेड़ पर लटकता मिला। पास से उसकी बाइक और एक डायरी मिली थी। आरोपी का भाई बोला- 3 सिंतबर को हत्या की थी, घर आकर मुझे बताया आरोपी के छोटे भाई सत्या ने पुलिस को बताया कि मुक्ति रंजन ने 3 सितंबर को ही महालक्ष्मी की हत्या की थी। दोनों रिलेशनशिप में थे। महालक्ष्मी शादी की जिद करती थी, जिससे दोनों के बीच मनमुटाव पैदा हो गया। सत्या के मुताबिक, 3 सितंबर को इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद मुक्ति रंजन ने महालक्ष्मी की गला घोंटकर हत्या कर दी। रात में उसने कुल्हाड़ी से उसके शरीर के टुकड़े किए और रेफ्रिजरेटर में छिपा दिया। इसके बाद वह बेंगलुरु से घर आ गया। सत्या के मुताबिक, 'मेरा भाई पिछले नौ-दस दिनों से मेरे साथ था। मेरे साथ तीन दिन रहने के बाद उसने महालक्ष्मी की हत्या करने की बात कबूल कर ली। वह दो-तीन महीने के बाद महालक्ष्मी के शव के टुकड़े फेंकने की प्लानिंग में था। महालक्ष्मी 4 साल से पति से अकेले रहती थी महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया था कि उनका परिवार नेपाल के कठंद राज्य के टीकापुर गांव का रहने वाला है। 30 साल पहले मम्मी-पापा काम के लिए बेंगलुरु आए और यहीं बस गए। महालक्ष्मी की शादी नेलमंगला में रहने वाले हेमंत दास से हुई थी। हेमंत मोबाइल एसेसरीज की शॉप में काम करता है। महालक्ष्मी ए
Dainik Bhaskar शिमला में मस्जिद विवाद के बीच सद्भावना मार्च शुरू:रिटायर IAS, यूनिवर्सिटी व कॉलेज के प्रोफेसर भी पहुंचे; राष्ट्रपिता की प्रतिमा के सामने होगा संपन्न
हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच वामपंथी और कई अन्य संगठन शिमला में सद्भावना मार्च निकाल रहे हैं। इसमें कुछ रिटायर IAS, रिटायर जज, कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जैसी बड़ी हस्तियां शामिल हुई है। वामपंथी नेताओं के अलावा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के भी कुछ नेता और कार्यकर्ता शामिल है। यह सद्भावना मार्च शिमला के DC ऑफिस से लोअर बाजार, माल रोड स्कैंडल पॉइंट होते हुए निकाला जाएगा। आखिर में रिज पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने खत्म होगा। इस दौरान लोग शिमला शहर में शांति की अपील बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, क्योंकि बीते दिनों मस्जिद विवाद के कारण शिमला में माहौल बिगड़ा हुआ है। पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं रिटायर IAS दीपक सानन ने कहा कि कुछ लोग शहर का माहौल खराब करने की कोशिश रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सद्भावना मार्च किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं है। यह शहर के आपसी भाईचारे और सौहार्द को बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। इसका असर पर्यटन कारोबार पर भी देखने को मिला। देशभर से पर्यटक शिमला आने से घबरा रहे हैं। हालांकि मुस्लिम समुदाय द्वारा खुद मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की पेशकश के बाद शिमला का माहौल अब शांत हो गया है, लेकिन देवभूमि संघर्ष समिति ने अगले कल भी इस मामले में प्रदर्शन की चेतावनी दे रखी है। इस माहौल को शांत करने के मकसद से सद्भावना मार्च निकाला जा रहा है। शांति प्रिय प्रदेश में माहौल खराब कर रहे भाजपा आरएसएस: चौहान शिमला के पूर्व महापौर संजय चौहान ने कहा कि हिमाचल में चल रहे कथित अवैध मस्जिद निर्माण के आंदोलन को भाजपा आरएसएस ने हाईजेक कर लिया है। प्रदेश का माहौल खराब किया जा रहा हैं। भाजपा व आरएसएस प्रदेश में सांप्रदायिकता का जहर घोल रही है, जिसका सीधा असर हिमाचल प्रदेश की टूरिज्म इंडस्ट्री व सेब सीजन पर पढ़ रहा है। उन्होंने कहा, हिमाचल शांति के लिए दुनियाभर में मशहूर है। किसी को भी यहां शांति को भंग करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। देश का कोई भी नागरिक देश के किसी भी कोने में जाकर रोजी रोटी कमा सकता है। सभी लोगो को एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए। अवैध को लेकर कानून अपना काम करेगा। कानून सबसे ऊपर है। कानून के अनुसार ही देश चलेगा। इसलिए प्रदेश में चल रहे तनावपूर्ण माहौल को दूर करने के लिए राजधानी शिमला में आज सद्
Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव के बीच पंजाब में BJP को झटका:पंचायत चुनाव से पहले प्रदेश प्रधान जाखड़ का इस्तीफा; बिट्टू को मंत्री बनाने से नाखुश
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा का झटका लगा है। पंजाब में होने वाले पंचायत चुनाव से ठीक पहले भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें एक साल पहले ही इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पार्टी सूत्रों से पता चला है कि अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने जुलाई महीने से ही पार्टी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हालांकि भाजपा की मेंबरशिप मुहिम के शुभारंभ के समय वह मौजूद रहे थे। पार्टी कार्यालय में रखी मीटिंग में नहीं पहुंचे पंचायत चुनाव पर चर्चा और तैयारियों को लेकर गुरुवार को पार्टी कार्यालय में मीटिंग रखी गई थी। इसके लिए भी वह नहीं आए थे। जब बीजेपी के किसी सीनियर मेंबर ने उन्हें इस बारे में फोन किया तो उनका जवाब था कि वह बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं और आगे भी किसी भी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। इससे पहले जालंधर विधानसभा के उपचुनाव के बाद उनकी तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बताया गया था कि वह प्रधान पद पर नहीं रहना चाहते हैं। पंजाब में लोकसभा सीट एक भी नहीं जीत पाए, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा भले ही करीब 4 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में पंजाब में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई है, लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में भाजपा का ग्राफ बढ़ा है। भाजपा आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस पार्टी के बाद तीसरे नंबर पर रही थी। भाजपा को करीब साढ़े 18 फीसदी वोट मिले थे। हम खबर को अपडेट कर रहे हैं...
Dainik Bhaskar यूट्यूबर एल्विश सिंगर फाजिलपुरिया पर ED की कार्रवाई:यूपी-हरियाणा में संपत्ति जब्त; सांप के जहर के अवैध व्यापार से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग केस
बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उत्तर प्रदेश और हरियाणा में उनकी संपत्ति को जब्त किया हैं। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की गई है। ईडी ने सांप के जहर के अवैध व्यापार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कदम उठाया है। केंद्रीय एजेंसी ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) जिला पुलिस द्वारा एल्विश और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ दर्ज FIR और चार्जशीट का संज्ञान लेने के बाद मई में मामला दर्ज किया था और PMLA के तहत आरोप लगाए थे। हरियाणा के सिंगर राहुल यादव उर्फ राहुल फाजिलपुरिया के एल्विश यादव से संबंध हैं, उनसे भी ईडी ने इस मामले में पूछताछ की थी। ईडी कर चुकी है एल्विश से 8 घंटे पूछताछ पिछले काफी समय से एल्विश यादव रेव पार्टियों में सांपों के जहर की सप्लाई के गंभीर आरोपों से घिरे हैं। इस मामले में पुलिस से लेकर ईडी तक ने उनसे पूछताछ की है। हाल ही में ईडी ने यू-ट्यूबर एल्विश यादव से 5 सितम्बर को भी लंबी पूछताछ की थी। बताया गया था ये पूछताछ करीब 8 घंटे तक चली थी। पहले से ही चल रही थी संपत्तियां जब्त किए जाने की तैयारी ईडी ने इससे पहले अगस्त में भी 2 बार एल्विश से लंबी पूछताछ की थी। तभी बताया गया था कि एल्विश के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किए जाने की तैयारी है। सितंबर में हुई पूछताछ के दौरान ये खबर आ रही थी कि एल्विश व गायक फाजिलपुरिया की संपत्तियां जब्त किए जाने की तैयारी है। दरअसल ईडी में एल्विश और सिंगर की कमाई को लेकर जानकारियां जुटाई। बताया गया था कि फाजिलपुरिया के जिस गाने में सांप दिखाए गए थे, उस गाने से लगभग 50 लाख रुपए की कमाई हुई थी। ईडी ने इससे पहले 8 जुलाई को फाजिलपुरिया से भी लंबी पूछताछ की थी।
Dainik Bhaskar अमित शाह की हरियाणा में 3 रैलियां:सबसे पहले रेवाड़ी पहुंचेंगे, चेकिंग के बाद लोगों की रैली में एंट्री
केंद्रीय मंत्री अमित शाह आज हरियाणा के दौरे पर रहेंगे। वह 3 जगह रेवाड़ी, अंबाला के बराड़ा और कुरुक्षेत्र के लाडवा में रैलियां करेंगे। सबसे पहले रेवाड़ी में पहुंचेंगे। रैली में रेवाड़ी जिले की तीनों सीटों के प्रत्याशी मौजूद रहेंगे। रेवाड़ी से लक्ष्मण यादव, कोसली से अनिल डहिना और बावल से डॉ कृष्ण कुमार प्रत्याशी हैं। अमित शाह की रैली को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चेकिंग के बाद लोगों को एंट्री दी जा रही है। 4 दिन पहले भी अमित शाह हरियाणा में प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने फतेहाबाद के टोहाना और यमुनानगर के जगाधरी में रैली की थी। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर लड़ाई चल रही है। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं। हमारे यहां तो मनोहर लाल खट्टर ने कह दिया कि मेरा टाइम पूरा हो गया है। हमने बदलाव कर दिया।
Dainik Bhaskar भारत में औसत उम्र 24 से 29 पर पहुंची:साल 2024 में ग्रोथ रेट 1% के रहने का अनुमान, ये बीते 73 साल में सबसे कम
भारत दुनिया का चौथा सबसे युवा देश है। इस लिस्ट में नाइजीरिया पहले, फिलीपींस दूसरे और बांग्लादेश तीसरे पर है। लेकिन चिंता की बात ये है कि देश तेजी से बूढ़ा भी हो रहा है। देश की औसत उम्र 2024 में बढ़कर 28-29 वर्ष हो गई है, जो 2021 में 24 वर्ष ही थी। इसका मतलब ये है कि आबादी में बुजुर्गाें की संख्या तेजी से बढ़ रही है और युवाओं की घट रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि 2024 में देश की आबादी की ग्रोथ रेट 1% पर पहुंच गई, जो 1951 के बाद सबसे धीमी है। तब यह 1.25% थी। 1972 में यह 2.2% के साथ उच्चतम स्तर पर थी। 2021 में यह ग्रोथ रेट 1.63% थी। 2011 में देश की जनसंख्या 121.1 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 142 करोड़ के करीब है। SBI की जनसंख्या पर आई ताजा रिसर्च रिपोर्ट में ये अनुमान जताए गए हैं। देश की आबादी में किस आयु वर्ग की कितनी हिस्सेदारी सभी आंकड़े % में, 2024 के आंकड़े अनुमानित... देश की कुल आबादी में 15-59 उम्र वाले कामकाजी लोगों की हिस्सेदारी 2024 में 65% हो गई। 1991 में 55.4%, 2001 में 56.9% और 2011 में 60.7% थी। संख्या के हिसाब से देखें तो 2024 में 0-14 वाले 34 करोड़, 15-59 वाले 91 करोड़ और 60 साल से ऊपर वाले 15 करोड़ लोग हैं। देश की आबादी में बुजुर्गों की हिस्सेदारी करीब 2% बढ़ी साल 2011 से 2024 के बीच देश की आबादी में बुजुर्गों की हिस्सेदारी करीब 2% बढ़ी है, जो सबसे तेज बढ़ोतरी है। 2024 में आबादी में 10.6% यानी 15 करोड़ बुजुर्ग हो गए, जो 2011 में 8.6% यानी 10.4 करोड़ थे। वहीं, 0-14 साल वालों की आबादी में हिस्सेदारी 2024 में 24.3% पर सिमट गई, जो 2011 में 30.9% थी। वहीं, शहर भी तेजी से बढ़े हैं। 10 लाख से ज्यादा की जनसंख्या वाले शहर 80 हो गए हैं, जो 2011 में सिर्फ 52 थे। केरल में सर्वाधिक (16.5%) बुजुर्ग आबादी है। तमिलनाडु (13.6%) दूसरे, हिमाचल (13.1%) तीसरे, पंजाब (12.6%) चौथे और आंध्र प्रदेश (12.4%) 5वें स्थान पर है। राजस्थान में देश के 8.6%, मप्र में 8.5%, छग में 8.8% गुजरात में 10.2%, महाराष्ट्र में 11.7% बुजुर्ग हैं। चंडीगढ़ में 100% शहरी आबादी, मप्र में 29% देश की शहरी आबादी 2011 में 31.1% थी, जो अब बढ़कर 37% के आसपास पहुंच गई है। संख्या के आधार पर देखें तो 16.6% आबादी शहरी है, जो 2021 में 16% थी। दक्षिण भारत में सबसे कम, उत्तर में सबसे ज्यादा आबादी बढ़ी दक्षिणी राज्यों में जनसंख्या की
Dainik Bhaskar कंगना-विक्रमादित्य के विवादित बयान से पार्टी परेशान:दोनों दलों ने किया किनारा; हरियाणा व जम्मू-कश्मीर चुनाव में नुकसान का डर, मंत्री को CPS की नसीहत
हिमाचल के 2 युवा नेता, PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह और सांसद कंगना रनोट दोनों अपनी-अपनी पार्टी के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। इन दोनों नेताओं के हालिया विवादित बयान से कांग्रेस-भाजपा बेक-फुट पर आई हैं। हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में नुकसान की आशंका देखते हुए दोनों पार्टियों को इनके बयान से किनारा करना पड़ा। कांग्रेस को मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान से जम्मू कश्मीर और हरियाणा, दोनों राज्यों में नुकसान का डर है। विक्रमादित्य ने 4 दिन पहले पार्टी लाइन से हटकर वक्फ बोर्ड में सुधार की बात कही। 3 दिन पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर भोजनालय में आई-कार्ड अनिवार्य करने की बात कही। इसके बाद देशभर में हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर यूपी की योगी सरकार के मॉडल को अपनाने के आरोप लगने शुरू हुए। इससे कांग्रेस बैकफुट में आ गई, क्योंकि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों में आई-कार्ड लगाना अनिवार्य किया था, तब कांग्रेस ने योगी सरकार के इस निर्णय का विरोध किया था। अब हिमाचल में कांग्रेस सरकार के मंत्री आई-कार्ड को लेकर यूपी मॉडल को अपनाने की बात कह रहे हैं। हालांकि कांग्रेस सरकार ने मंत्री के इस बयान का खंडन कर दिया और कहा, कि अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ। वक्फ बोर्ड पर भी पार्टी लाइन से हटकर बयान भोजनालय में आई-कार्ड से पहले विक्रमादित्य सिंह ने वक्फ बोर्ड में बदलाव की जरूरत बताई थी। देश में कांग्रेस इसका विरोध कर रही है और हिमाचल में कांग्रेस के मंत्री इसकी पैरवी कर रहे हैं। दरअसल, मोदी सरकार वक्फ बोर्ड में बदलाव के लिए लोकसभा में विधेयक लाने की तैयारी में है। कांग्रेस इस विधेयक के खिलाफ बोल रही है। हिमाचल के मंत्री वक्फ बोर्ड में बदलाव के पक्षधर है। राजीव शुक्ला ने दी सफाई विक्रमादित्य के बयान पर हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला को भी सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। हिमाचल सरकार का ऐसा कोई आदेश नहीं है। इसलिए यूपी से तुलना करना गलत है। वहीं हिमाचल सरकार में CPS संजय अवस्थी ने विक्रमादित्य का नाम लिए बगैर कहा, जब जिम्मेदारी बड़ी हो तो सोच भी बड़ी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री का बयान उनका निजी है। सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है। कंगना के बयान ने BJP को चिंता में डाला उधर, कंगना ने भी 4 दिन
Dainik Bhaskar भास्कर अपडेट्स:त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी नल्लू ने मिजोरम का अतिरिक्त प्रभार संभाला
त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी नल्लू ने मिजोरम के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वे मिजोरम के मौजूदा राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति की अनुपस्थिति में उनकी जिम्मेदारियां संभालेंगे। आज की अन्य बड़ी खबरें... केंद्र सरकार ने असंगठित सेक्टर के वर्कर्स के लिए मिनिमम मजदूरी दर बढ़ाई, 1 अक्टूबर से लागू होंगी नई दरें केंद्र सरकार ने असंगठित सेक्टर में काम करने वाले वर्कर्स के लिए न्यूनतम मजदूरी दर बढ़ाने का एलान किया है। 1 अक्टूबर 2024 से ये बढ़ोतरी लागू होगी। मिनिमम वेज रेट को स्किल्ड, अनस्किल्ड, सेमी-स्किल्ड और उच्च स्किल्ड के और ए, बी और सी जियोग्राफिकल एरिया में बांटा गया है। मिनिमम वेज रेट में बढ़ोतरी के बाद एरिया ए में कंस्ट्रक्शन, स्विपिंग, क्लीनिंग, लोडिंग और अनलोडिंग में काम करने वाले अनस्किल्ड वर्कर्स की मजदूरी 783 रुपए प्रति दिन होगी। सेमी स्किल्ड वर्कर्स के लिए 868 रुपए प्रति दिन और स्किल्ड, क्लरीकल और बगैर हथियार के वॉच एंड वार्ड के लिए मजदूरी 954 रुपए प्रति दिन होगी। जो वर्कर्स बहुत ज्यादा स्किल्ड हैं उनके और हथियार से लैस वॉच एंड वार्ड के लिए मजदूरी बढ़ाकर 1035 रुपए प्रति दिन कर दी गई है।