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Dainik Bhaskar देश का मानसून ट्रैकर:मध्य प्रदेश के 28 और उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; मुंबई में बारिश से 4 की मौत
मौसम विभाग ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश- उत्तर प्रदेश सहित 8 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को मध्य प्रदेश के 19 जिलों में बारिश हुई। आज भी एमपी के 28 जिलों में बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के मुताबिक, सितंबर महीने में चौथा स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनने के कारण बारिश का दौर जारी है। अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई हो सकती है। आज उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। प्रदेश में अगले 3 दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इधर, मुंबई और गुजरात में पिछले 24 घंटे में तूफान और बारिश के चलते 8 लोगों की जान चली गई। मुंबई में चार लोगों की मौत हुई। इसमें 45 साल की महिला विमल की मैनहोल में गिरने से मौत हुई। महिला करीब 100 मीटर तक नाले में बह गई थी। मौसम विभाग ने आज ठाणे में ऑरेंज अलर्ट, ठाणे में येलो अलर्ट, रायगढ़ जिले में येलो अलर्ट जारी किया है। मुंबई में बारिश हो सकती है। रायगढ़ में भी 22 साल की महिला की झरने में डूबने से मौत हुई। इस मानसून सीजन में मुंबई में करीब 2900 mm बारिश हुई है, जो सामान्य औसत से 600 mm अधिक है। शभर से मौसम की तस्वीरें... 28 सितंबर को 12 राज्यों में भारी बारिश राज्यों में मौसम का हाल...
Dainik Bhaskar तीनों सीटों पर भाजपा में बगावत, शाह डैमेज कंट्रोल करेंगे:रेवाड़ी में यादव की राह में कापड़ीवास ने कांटे बोए, बाकी 2 सीटें भी फंसी
हरियाणा की अहीरवाल बेल्ट में पड़ने वाले रेवाड़ी जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। यहां रेवाड़ी विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव की सफलता की राह में बागी रणधीर सिंह कापड़ीवास ने कांटे बो रखे हैं। वहीं, बाकी सीटों पर भी बागियों ने पार्टी की टेंशन बढ़ाई हुई है। अब इन सीटों पर आज डैमेज कंट्रोल करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह पहुंच रहे हैं। शाह वैसे तो कुरूक्षेत्र के लाडवा और अंबाला में भी जनसभा को संबोधित करेंगे, लेकिन उनका पहला फोकस रेवाड़ी की तीनों सीटों को साधने पर होगा। उनकी यहां सुबह 11 बजे रैली प्रस्तावित है। रेवाड़ी में गुटबाजी के कारण भाजपा 2019 में भी रेवाड़ी सीट हार गई थी। कुछ इसी तरह के हालात इस बार भी बने हुए हैं। उस वक्त बागी खुलकर निर्दलीय मैदान में आ गए थे, लेकिन इस बार पार्टी में रहकर ही साइलेंट हैं, जिसकी वजह से इस बार खतरा पिछली बार के मुकाबले ज्यादा है। रेवाड़ी की तीनों सीटों पर पार्टी हाईकमान ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को ज्यादा तवज्जो दी है। इसकी वजह से पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रूठे हुए हैं। ये है तीनों सीटों का समीकरण... 1. रेवाड़ी में कापड़ीवास की नाराजगी भारी टिकट कटने से नेता रूठे : रेवाड़ी सीट पर BJP ने इस बार कोसली से विधायक रहे लक्ष्मण सिंह यादव को शिफ्ट किया है। लक्ष्मण पार्टी के पुराने कार्यकर्ता होने के साथ-साथ राव इंद्रजीत सिंह की भी पसंद हैं। लक्ष्मण को टिकट मिलने के बाद पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता रूठ गए। टिकट की आस में पार्टी जॉइन करने वाले पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव बागी होकर आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे है, जबकि प्रशांत उर्फ सन्नी यादव निर्दलीय मैदान में हैं। हालांकि, सबसे बड़ा खतरा भाजपा को पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास और पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव से है। प्रचार से दूरी बनाई : टिकट कटने के बाद इन दोनों ही नेताओं ने प्रचार से पूरी तरह दूरी बनाई हुई है। रणधीर सिंह कापड़ीवास 2014 में BJP की टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने। 2019 में जब राव इंद्रजीत के इशारों पर उनकी टिकट कटी तो वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े और 35 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए। हालांकि, रणधीर सिंह कापड़ीवास खुद चुनाव जरूर हार गए, लेकिन BJP उम्मीदवार सुनील मुसे
Dainik Bhaskar कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर:पंवार को जेल से बाहर आने से मिली मजबूती; कविता की नाराजगी से भाजपा को नुकसान
हरियाणा की सोनीपत विधानसभा सीट सुर्खियों में है। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र पंवार चुनाव मैदान में हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो महीने जेल में रहने के बाद बुधवार को वे बाहर आए हैं। उनके जेल में रहने के दौरान सुरेंद्र पंवार की पुत्रवधू समीक्षा पंवार चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। इधर, भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए मेयर निखिल मदान को टिकट दिया है। निखिल के पिता और चाचा के खिलाफ भी ईडी ने केस दर्ज किया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) ने देवेंद्र गौतम, इनेलो-बसपा ने धर्म सिंह बिल्लू मास्टर और जेजेपी-एएसपी ने एडवोकेट राजेश को मैदान में उतारा है। इस सीट पर करीब 2.51 लाख वोटर हैं। यहां सबसे ज्यादा पंजाबी समाज के वोट हैं। इसलिए भाजपा ने पंजाबी समाज से आने वाले निखिल मदान पर दांव लगाया है। कांग्रेस के सुरेंद्र पंवार की पुत्रवधू की पारिवारिक पृष्ठभूमि भी पंजाबी समाज से है, इसलिए वे भी चुनाव में सुरेंद्र पंवार की मदद कर रही हैं। दोनों ही पार्टियों का फोकस पंजाबी समाज पर है, क्योंकि यहां ज्यादातर पंजाबी समाज के ही विधायक चुने जाते रहे हैं। लोगों का मानना है कि इस बार भाजपा पूरी ताकत लगा रही है, लेकिन सुरेंद्र पंवार के जेल से बाहर आने के बाद समीकरण बदल गए हैं, जिसके चलते कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर होगी। भाजपा ने यहां कभी कोई विकास नहीं किया, इसका असर निखिल के चुनाव पर पड़ेगा। लोगों के मुताबिक, फिलहाल जिस तरह से चुनाव प्रचार चल रहा है। उससे तो यही लगता है कि सुरेंद्र पंवार और निखिल मदान के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है। लेकिन सुरेंद्र पंवार अब जेल से बाहर आ चुके हैं ऐसे में वह चुनाव प्रचार में काफी असर डालेंगे। पहले उनके बहू-बेटे इलेक्शन कैंपेन कर रहे थे लेकिन अब वह खुद इसमें लगेंगे तो फर्क पड़ेगा। 4 पॉइंट में समझें सोनीपत विधानसभा के समीकरण पहले चुनाव में बने 2 रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटे सोनीपत के विधानसभा चुनाव का इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। हरियाणा के गठन के बाद साल 1967 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में 2 ऐसे रिकॉर्ड बने, जो 57 साल बाद भी बरकरार है। पहला रिकॉर्ड सर्वाधिक मतदान प्रतिशत का बना। इस चुनाव में 75.96 प्रतिशत मतदान हुआ। यह रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट पाया है। दूसरा रिकार्ड सबसे कम वोटों से जीत का रहा, जिसमें कांग्रेस के मोहन लाल ठक्कर ने जन
Dainik Bhaskar मानहानि केस में केजरीवाल-आतिशी की याचिका पर SC में सुनवाई:हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी; भाजपा नेता ने दर्ज कराया था मामला
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नई मुख्यमंत्री आतिशी की तरफ से दाखिल की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। दोनों ने एक मानहानि मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। दरअसल, मामला केजरीवाल की उस टिप्पणी से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने भाजपा पर मतदाता सूची से अग्रवाल समुदाय के लोगों का नाम हटाने का आरोप लगाया था। इस बयान को लेकर भाजपा नेता राजीब बब्बर ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ मानहानि केस दर्ज कराया था। हाईकोर्ट ने कहा- केजरीवाल ने भाजपा की छवि खराब करने की कोशिश की इस मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल और अन्य AAP नेताओं के बयान मान हानिकारक हैं और इनका मकसद राजनीतिक फायदे के लिए भाजपा की छवि खराब करना है। इस टिप्पणी के साथ हाईकोर्ट ने मानहानि केस को रद्द करने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने केजरीवाल, आतिशी और अन्य पार्टी सदस्यों को ट्रायल कोर्ट में पेश होने को कहा। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ आप नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (27 सितंबर) की तारीख दी। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनीं आतिशी, एक कुर्सी केजरीवाल के लिए खाली छोड़ी आतिशी ने 23 सितंबर को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पदभार संभाला। वह सुबह 12 बजे CM ऑफिस पहुंचीं और औपचारिकताएं पूरी कीं। इस दौरान आतिशी ने CM ऑफिस में एक खाली कुर्सी छोड़ दी और खुद दूसरी कुर्सी पर बैठीं। आतिशी ने कहा- 'जैसे राम के वनवास जाने के बाद भरत ने खड़ाऊं रखकर अयोध्या का सिंहासन संभाला, मैं उसी तरह दिल्ली CM की कुर्सी संभालूंगी। 4 महीने बाद दिल्ली के लोग केजरीवाल को फिर से इसी कुर्सी पर बैठाएंगे। तब तक ये कुर्सी इसी कमरे में रहेगी और केजरीवाल जी का इंतजार करेगी।' आतिशी के बयान पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा- 'इस हरकत से आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की गरिमा के साथ ही दिल्ली की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। यह कोई आदर्श नहीं हैं। सीधी भाषा में चापलूसी है। केजरीवाल बताएं, क्या सरकार रिमोट कंट्रोल से चलाएंगे।' दिल्ली शराब नीति केस में 13 सितंबर को जमानत पर बाहर आने के बाद केजरीवाल ने 17 सितंबर को CM पद से इस्तीफा
Dainik Bhaskar मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:शाह बोले- नेहरू-अब्दुल्ला 40 हजार हत्याओं के जिम्मेदार; राहुल ने कहा- मोदी ने अग्निवीरों की पेंशन छीनी; सोना ₹75,750 पहुंचा
नमस्कार, कल की बड़ी खबर हरियाणा में अमित शाह और राहुल गांधी की चुनावी रैलियों से जुड़ी रही। शाह ने नेहरू और अब्दुल्ला को 40 हजार हत्याओं का जिम्मेदार बताया। वहीं, राहुल ने कहा कि PM मोदी ने अग्निवीरों की पेंशन छीनकर अंबानी-अडाणी को दे दी है। दूसरी बड़ी खबर सोने की कीमत को लेकर रही, जो 75,750 रुपए के साथ ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. शाह बोले- जब कश्मीर में आतंकवाद हावी था, फारूक लंदन में महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के चेनानी और उधमपुर में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह अब्दुल्ला और नेहरू ही हैं, जो जम्मू और कश्मीर में 40,000 लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। उस समय फारूक अब्दुल्ला कहां थे? वह गर्मियों में लंदन में छुट्टियां मना रहे थे और महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे। शाह ने यह भी दावा किया कि जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद सिर्फ भाजपा ने खत्म किया है। शाह की दो बड़ी बातें... पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. हाईकोर्ट बोला- इमरजेंसी फिल्म में पहले कट लगाएं, तभी रिलीज करें कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सेंसर बोर्ड ने कोर्ट को बताया कि मेकर्स ने अब तक कट्स नहीं लगाए हैं। कोर्ट ने कहा कि रिलीज की मंजूरी तभी मिलेगी, जब मेकर्स सेंसर बोर्ड की ओर से बताए गए कट लगाएंगे। वहीं, मेकर्स ने कहा कि उन्हें कट्स लगाने के लिए समय चाहिए। कोर्ट ने मामला 30 सितंबर तक के लिए टाल दिया है। कंगना ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है: फिल्म पहले 6 सितंबर को रिलीज होनी थी, लेकिन सेंसर बोर्ड ने 4 दिन पहले ही इस पर रोक लगा दी। इसके बाद कंगना और जी स्टूडियो ने याचिका दायर की। याचिका में कहा गया कि सेंसर बोर्ड ने मनमाने ढंग से फिल्म का सर्टिफिकेट रोक रखा है। सिख समुदाय फिल्म का विरोध कर रहा: शिरोमणि अकाल दल और सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट से फिल्म को बैन करने की मांग की थी। उनका कहना था कि 'इमरजेंसी' में सिख समुदाय को हत्यारा दिखाया गया है। इससे उनके समुदाय की छवि खराब हुई। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को फिल्म को मंजूरी देने से पहले इसकी आपत्तियों पर विचार करने के आदेश दिए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. राहुल बोले-
Dainik Bhaskar केंद्र सरकार ने स्टैंडिंग कमेटियों का गठन किया:कांग्रेस को चार समितियों की अध्यक्षता; राहुल गांधी रक्षा मामलों की समिति के मेंबर
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में साल 2024-25 के लिए 24 डिपार्टमेंटल पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी का गुरुवार देर रात गठन किया गया। प्रत्येक समिति में राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सदस्य शामिल हैं। कांग्रेस को चार प्रमुख पैनलों की अध्यक्षता दी गई है। TMC और DMK के खाते में 2 -2 समितियों की अध्यक्षता आई है। JDU और SP को एक-एक समिति की अध्यक्षता दी गई है। इसमें विदेश, शिक्षा, कृषि मामलों की समिति शामिल हैं। राहुल गांधी को रक्षा मामलों की समिति का सदस्य बनाया गया है। इसकी अध्यक्षता बीजेपी के राधा मोहन सिंह करेंगे। हालांकि सोनिया गांधी का नाम किसी भी समिति में नहीं है। पार्टी ने केंद्र सरकार से 6 स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता की मांगी थी। सरकार की पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी से जुड़े सवाल-जवाब... सवाल:सरकार की कुल कितनी डिपार्टमेंटल पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी हैं? जवाब: भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों से जुड़ी कुल 24 डिपार्टमेंटल पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी हैं। ये कमेटी दो प्रकार की होती हैं - पहली- स्टैंडिंग कमेटी, दूसरी- एड हॉक कमेटी। एड हॉक कमेटी को कुछ विशेष कामकाज के लिए बनाया जाता है। एक बार जब वो काम पूरा हो जाता है तो कमेटी खत्म कर दी जाती है। सवाल: क्या लोकसभा-राज्यसभा में अलग-अलग कमेटी होती है? जवाब: कुल 24 पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी को दो हिस्सों में बांटा गया है। 16 कमेटी लोकसभा में आती हैं, वहीं 8 कमेटी राज्यसभा के अंतर्गत संचालित होती हैं। सवाल: इन कमेटी में कितने मेंबर होते हैं? जवाब: इनमें से हर कमेटी में 31 मेंबर्स होते हैं, जिसमें से 21 लोकसभा से और 10 राज्यसभा से चुने जाते हैं। इन सभी कमेटी का कार्यकाल एक साल से अधिक नहीं होता है। सवाल: कमेटी में सदस्यों का चयन कौन करता है? जवाब: स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों को, जिन्हें सांसदों के पैनल के रूप में भी जाना जाता है। इन्हें सदन के अध्यक्ष की तरफ से नॉमिनेट किया जाता है। ये अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार काम करते हैं। सवाल: कमेटी का कार्यकाल कितना होता है? जवाब: संसद में कुल 50 संसदीय कमेटी होती हैं। इनमें 3 फाइनेंशियल कमेटीज, 24 डिपार्टमेंटल कमेटीज, 10 स्टैडिंग कमेटीज और 3 एडहॉक कमेटीज का कार्यकाल 1 साल का होता है। 4 एडहॉक कमेटीज और 1 स्टैडिंग कमेटी का कार्यकाल 5 साल का होता है। वहीं, 5 अ
Dainik Bhaskar दिल्ली MCD की स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव आज:एलजी सक्सेना ने मेयर शैली ओबेरॉय का फैसला पलटा; 5 अक्टूबर तक सदन स्थगित किया था
दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्टैंडिंग कमेटी की अंतिम खाली सीट के लिए शुक्रवार 1 बजे चुनाव होगा। वैसे ये चुनाव गुरुवार को ही होना था, लेकिन देर रात तक चले सियासी ड्रामे के बाद एलजी वीके सक्सेना ने निगम कमिश्नर अश्विनी कुमार को रात 10 बजे तक रिपोर्ट देने को कहा था। कमिश्नर ने रात को ही चुनाव करान के नए निर्देश जारी किए। पार्षदों की चैकिंग करने से शुरू हुए हंगाने के बाद दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने 5 अक्टूबर तक सदन स्थगित कर दिया था। लेकिन एलजी ने उनका फैसला पलट दिया। ये चुनाव एमसीडी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था 18 सदस्य वाली स्टैंडिंग कमेटी की एकमात्र खाली सीट को भरने के लिए होना है। ये सीट भाजपा नेता कमलजीत सहरावत के पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। एलजी के इस निर्देश पर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और AAP नेता मनीष सिसोदिया ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली नगर निगम में लोकतंत्र की हत्या कर रही है। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। एलजी का निर्देश था कि अगर मेयर चुनाव कराने से इनकार करती हैं तो डिप्टी मेयर को चुनाव का पीठासीन अधिकारी बनाया जाए। अगर डिप्टी मेयर भी इनकार करते हैं तो सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य चुनाव की अध्यक्षता करेंगे। पार्षदों की तलाशी के बाद हुआ था हंगामा दरअसल, गुरुवार को स्टैंडिंग कमेटी के छठवीं सीट के लिए चुनाव होना था। जब पार्षद एमसीडी पहुंचे तो उनकी तलाशी ली गई। इसके बाद हंगामा हो गया। पार्षदों की चैकिंग इसलिए की गई थी कि कोई मोबाइल फोन तो नहीं ले जा रहा है। एमसीडी मेयर शेली ओबेरॉय जब सदन में दाखिल हुईं तो उन्होंने पार्षदों की सुरक्षा जांच पर चिंता जताई थी। उन्होंने दावा किया था कि ऐसा एमसीडी के इतिहास में पहली बार हो रहा है। जिस तरह से सार्वजनिक तलाशी हो रही है, वह अलोकतांत्रिक है और पार्षदों के लिए अपमानजनक है। मैं सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर रही हूं और एमसीडी आयुक्त को आदेश देती हूं कि वे पार्षदों को बिना किसी जांच के प्रवेश करने दें। मेयर ने 5 अक्टूबर के लिए सदन स्थगित किया था मेयर ने कहा था कि वह चाहती थीं कि चुनाव हों, लेकिन तलाशी के कारण माहौल खराब हो गया। ये इतिहास में याद रखा जाएगा, जिस तरह से अधिकारियों पर दबाव डाला गया और उन्होंने मेरे आदेशों का पालन नहीं किया, मैं सदन
Dainik Bhaskar हरियाणा चुनाव में कांग्रेस नेता को झटका:ED ने 44 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त की; ये राव दान और उनके बेटे से जुड़ी हुई
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के एक बड़े नेता के खिलाफ ED ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने महेंद्रगढ़ इलाके से विधायक राव दान सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी करीब 44 करोड़ की प्रॉपर्टी को अचैट कर दिया है। यह कार्रवाई मेसर्स सन सिटी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और ILD ग्रुप के खिलाफ की गई है, जो राव दान सिंह से जुड़ी हुई कंपनी बताई जा रही है। ED के मुताबिक, कुर्क की गई प्रॉपर्टी राजस्थान के जयपुर, रेवाड़ी और दिल्ली में है। इनमें कई फ्लैट और जमीन शामिल हैं। इससे पहले जुलाई में भी ED ने कार्रवाई की थी। राव दान सिंह, उनके बेटे अक्षत राव और सहयोगी कंपनियों के दिल्ली, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़ और जमशेदपुर में 16 जगहों पर छापे मारे थे। ED ने दावा किया है कि इन कंपनियों और लोगों ने अपने खातों और बुक में हेराफेरी की है। छापे में 1.42 करोड़ रुपए कैश, कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, अघोषित 32 फ्लैट और जमीनें जांच एजेंसी को मिली थीं। जांच एजेंसी ने तब छानबीन के बाद कहा था कि बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां पाई गई हैं। हरियाणा में 25 के खिलाफ चार्जशीट दायर प्रवर्तन निदेशालय ने हरियाणा में मेसर्स सन स्टार ओवरसीज कंपनी के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की है। कंपनी 25 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। यह मामला करीब 950 करोड़ से ज्यादा बैंक लोन फर्जीवाड़े का बताया जा रहा है। इन लोगों ने 9 बैंकों को कई कंपनियां बनाकर चूना लगाया। इनमें सन स्टार ओवरसीज, उसके एक्स डायरेक्टर रोहित अग्रवाल, मानिक अग्रवाल और सुमित अग्रवाल के नाम शामिल हैं। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं...
Dainik Bhaskar सरकार ने न्यूनतम मजदूरी बढ़ने का ऐलान किया:अब कंस्ट्रक्शन में काम करने वाले लेबर को रोजाना ₹783 मिलेगा, हाई-स्किल्ड वर्कर को डेली ₹1035
केंद्र सरकार ने इनफॉर्मल सेक्टर में काम करने वाले वर्कर्स के मिनिमम वेज (मजदूरी) में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। बढ़ी हुई मजदूरी 1 अक्टूबर से लागू होगी। इस बढ़ोतरी के बाद कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करने वाले लेबर्स की मिनिमम मजदूरी 783 रुपए प्रतिदिन यानी एवरेज 23,430 रुपए महीना हो जाएगी। सरकार ने गुरुवार (26 सितंबर) को बताया कि कॉस्ट ऑफ लिविंग बढ़ने के चलते कंस्ट्रक्शन, माइनिंग और एग्रीकल्चर सेक्टर में काम करने वाले मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी में मामूली बढ़ोतरी की जा रही है। सरकार साल में दो बार रिवाइज करती है मजदूरी मजदूरी पर फैसला लेने के लिए सरकार महंगाई को सोर्स बनाती है, ऐसे में यह देखना जरूरी है कि देश रिटेल महंगाई, होलसेल महंगाई और एक थाली शाकाहारी भोजन की औसत कीमत क्या है... महंगाई कैसे प्रभावित करती है? महंगाई का सीधा संबंध पर्चेजिंग पावर से है। उदाहरण के लिए यदि महंगाई दर 6% है, तो अर्जित किए गए 100 रुपए का मूल्य सिर्फ 94 रुपए होगा। इसलिए महंगाई को देखते हुए ही निवेश करना चाहिए। नहीं तो आपके पैसे की वैल्यू कम हो जाएगी। महंगाई कैसे बढ़ती-घटती है? महंगाई का बढ़ना और घटना प्रोडक्ट की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है। अगर लोगों के पास पैसे ज्यादा होंगे तो वे ज्यादा चीजें खरीदेंगे। ज्यादा चीजें खरीदने से चीजों की डिमांड बढ़ेगी और डिमांड के मुताबिक सप्लाई नहीं होने पर इन चीजों की कीमत बढ़ेगी। इस तरह बाजार महंगाई की चपेट में आ जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो बाजार में पैसों का अत्यधिक बहाव या चीजों की शॉर्टेज महंगाई का कारण बनता है। वहीं अगर डिमांड कम होगी और सप्लाई ज्यादा तो महंगाई कम होगी। CPI से तय होती है महंगाई एक ग्राहक के तौर पर आप और हम रिटेल मार्केट से सामान खरीदते हैं। इससे जुड़ी कीमतों में हुए बदलाव को दिखाने का काम कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI करता है। हम सामान और सर्विसेज के लिए जो औसत मूल्य चुकाते हैं, CPI उसी को मापता है। कच्चे तेल, कमोडिटी की कीमतों, मेन्युफैक्चर्ड कॉस्ट के अलावा कई अन्य चीजें भी होती हैं, जिनकी रिटेल महंगाई दर तय करने में अहम भूमिका होती है। करीब 300 सामान ऐसे हैं, जिनकी कीमतों के आधार पर रिटेल महंगाई का रेट तय होता है। यह खबर भी पढ़ें... अगस्त में वेज थाली की कीमत 8% घटी: LPG सिलेंडर और टमाटर के भाव ने दाम घटाए, नॉन-
Dainik Bhaskar राहुल के दौरे के दिन भी कांग्रेस में कलह:सैलजा समर्थक उम्मीदवार की रैली में हुड्डा आए; सांसद का पूर्व CM सपोर्टर की रैली से किनारा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की हरियाणा में रैली के बाद भी पार्टी में कलह बनी हुई है। आज राहुल गांधी हरियाणा में पार्टी के 2 वरिष्ठ नेताओं कुमारी सैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक साथ मंच पर तो ले आए, लेकिन इनका आपसी मनमुटाव खत्म नहीं हुआ। इसका पता इस बात से चलता है कि करनाल के असंध में राहुल की रैली में तो सैलजा पहुंच गईं, क्योंकि यहां उनके समर्थक शमशेर सिंह गोगी के लिए रैली थी। लेकिन, सैलजा हिसार के बरवाला में राहुल की रैली में नहीं पहुंचीं, क्योंकि वहां पूर्व CM हुड्डा के समर्थक रामनिवास घोड़ेला के लिए रैली थी। हालांकि, करनाल की रैली खत्म होने के बाद राहुल के साथ सैलजा भी हिसार पहुंची थीं, लेकिन वह बरवाला की रैली में न जाकर टोहाना में कांग्रेस नेता परमवीर सिंह के प्रचार के लिए चली गई थीं। वहीं, जब भूपेंद्र हुड्डा से असंध में सैलजा मिली थीं, तो वह उनसे बात करने के मूड में नहीं दिखीं। सैलजा ने कहा, हुड्डा समर्थकों को उनकी जरूरत नहीं वहीं, एक चैनल को दिए इंटरव्यू में हाल ही में कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा से जब पूछा गया कि क्या वह हुड्डा समर्थकों के लिए प्रचार करेंगी? इस पर सैलजा ने हंसते हुए जवाब दिया कि हुड्डा समर्थकों को उनकी कोई जरूरत नहीं है। हुड्डा के 72 समर्थकों को इस बार टिकट मिले हैं। सैलजा ने कहा-CM पद का फैसला हाईकमान करेगी कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस में CM चुनने की एक प्रक्रिया होती है। अंतिम फैसला हाईकमान को करना होता है, क्योंकि यह राजनीतिक फैसला है। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी राज्य में चुनाव हों, CM का चेहरा बाद में ही डिसाइड होता है। बता दें कि हरियाणा में कुमारी सैलजा और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा में CM पद को लेकर खींचतान चल रही है। हालांकि, हरियाणा में टिकट बंटवारे में हाईकमान ने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा को तवज्जो दी, मगर सैलजा को नजरअंदाज कर दिया गया। हुड्डा गुट को 90 में से 72 सीटें दी गईं, वहीं सैलजा व अन्य समर्थकों के हिस्से बाकी सीटें आईं। इसके बाद से ही सैलजा और हुड्डा में तनातनी और बढ़ गई। सैलजा ने हरियाणा में प्रचार से दूरी बना ली। सैलजा करीब 10 दिन प्रचार से दूर रहीं और हाईकमान के मनाने पर प्रचार में उतरीं, मगर वह अब भी अपने ही समर्थकों के लिए प्रचार कर रही हैं। साइलेंट सैलजा ने मचा दी थी हुड्
Dainik Bhaskar बिलकिस बानो केस, सुप्रीम कोर्ट का टिप्पणियां हटाने से इनकार:कहा- फिर से विचार करने की जरूरत नहीं, गुजरात सरकार की अर्जी खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (26 सितंबर) को बिलकिस बानो केस में गुजरात सरकार की अर्जी खारिज कर दी। अर्जी में गुजरात सरकार ने मांग की थी कि इस केस में दोषियों की रिहाई से जुड़े आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने जो टिप्पणियां की थीं उन्हें हटा दिया जाए। 8 जनवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो के साथ बलात्कार और उसके परिवार की हत्या के दोषी 11 लोगों की समयपूर्व रिहाई को रद्द कर दिया था। फैसला सुनाते वक्त जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने कहा- सजा अपराध रोकने के लिए दी जाती है। पीड़ित की तकलीफ की भी चिंता करनी होगी। गुजरात सरकार को रिहाई का फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है। उसने अपनी सत्ता और ताकत का दुरुपयोग किया है। बेंच ने सभी 11 दोषियों को 2 सप्ताह में सरेंडर करने को कहा था। बिलकिस बानो केस में गुजरात सरकार ने 11 दोषियों को 15 अगस्त 2022 को रिहा कर दिया था। बिलकिस के दोषियों के खिलाफ 30 नवंबर को दाखिल की गई थी याचिका बिलकिस के 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ 30 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की गई थीं। पहली याचिका में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत वापस जेल भेजने की मांग की गई थी। दूसरी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के मई में दिए आदेश पर विचार करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने कहा था कि दोषियों की रिहाई पर फैसला गुजरात सरकार करेगी। बिलकिस ने कहा कि जब केस का ट्रायल महाराष्ट्र में चला था, फिर गुजरात सरकार फैसला कैसे ले सकती है? बिलकिस बानो से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... बिलकिस से गैंगरेप के दोषी रिहा: पति बोले- उनकी वजह से हम खौफ में जीते रहे, 15 घर बदले; अब कहां जाएं ‘हमें यकीन ही नहीं हो रहा कि बिलकिस से गैंगरेप करने वाले, मेरी 3 साल की बेटी को पटक-पटककर मार देने वाले, मेरे परिवार के सात लोगों की हत्या करने वालों को सरकार ने कैसे छोड़ दिया। ये सोचकर ही हमें डर लग रहा है। इस फैसले ने बिलकिस को तोड़ दिया है।’ ये बातें बिलकिस बानो के पति याकूब रसूल ने दैनिक भास्कर से कही हैं। पूरा इंटरव्यू पढ़ें...
Dainik Bhaskar PM मोदी ने 3 परम रुद्र सुपरकंप्यूटर लॉन्च किए:इनकी लागत 130 करोड़ रुपए; दिल्ली, पुणे और कोलकाता में लगाए जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वर्चुअली तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटर और मौसम व जलवायु रिसर्च के लिए एक हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम लॉन्च किया। ये सुपरकंप्यूटर भारत के नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत तैयार किए गए हैं। इनकी लागत 130 करोड़ रुपए है। यह स्वदेशी सुपरकंप्यूटर अत्याधुनिक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तकनीकों से लैस है। इसके ज्यादातर पार्ट्स भारत में बनाए और असेंबल किए गए हैं। परम रुद्र सुपरकंप्यूटर से जुड़ी खास बातें… यह परियोजना नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) का हिस्सा है, जिसका मकसद शिक्षा, शोध, MSMEs और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में भारत के सुपरकंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है। इस मिशन के तहत, पहला स्वदेशी रूप से असेंबल किया गया सुपरकंप्यूटर PARAM शिवाय 2019 में IIT (BHU) में स्थापित किया गया था। परम रुद्र सुपरकंप्यूटर की लॉन्चिंग के साथ पीएम मोदी आज वर्चुअली विभिन्न क्षेत्रों के लिए 22,600 करोड़ रुपए की कई अन्य परियोजनाओं को लॉन्च करने वाले थे। हालांकि, मुंबई और पुणे में भारी बारिश के कारण यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
Dainik Bhaskar बिहार में जिउतिया पर्व के दौरान डूबने से 43 मौतें:इनमें 37 बच्चे; 16 जिलों में हादसे, औरंगाबाद में सबसे ज्यादा 10 की जान गई
बिहार में जिउतिया पर्व के दौरान नदी और तालाबों में नहाने के दौरान हादसों में अब तक 43 की मौत हो गई। इनमें 37 बच्चे और 6 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। ये हादसे 24 और 25 सितंबर को हुए। सबसे ज्यादा 10 मौतें औरंगाबाद जिले में हुई हैं। यहां दो अलग-अलग घटनाओं में 8 बच्चे डूब गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। अभी कई लोग लापता हैं। इन्हें खोजने का काम जारी है। ये हादसे राज्य के 16 जिलों में हुए हैं। CM नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। पहले जानिए .... जिउतिया पर्व के बारे में जिउतिया या जीवित्पुत्रिका व्रत मुख्य तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी यूपी के कुछ हिस्से में होता है। महिलाएं इस दिन अपनी संतान की लंबी उम्र और बेहतर स्वास्थ्य के लिए 24 घंटे तक बिना कुछ खाए-पीए व्रत रखती हैं। इसमें भगवान जीमूतवाहन की विधिपूर्वक पूजा होती है। व्रत के दिन सुबह उठकर नहाने के बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है। घर के मंदिर में एक थाली में सूर्य नारायण की मूर्ति को स्थापित किया जाता है। उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है। भगवान को दीपक और धूप अर्पित करके उनको भोग लगाकर आरती करते हैं। औरंगाबाद जिले में 8 मौतें, 2 बच्चियां लापता
Dainik Bhaskar 2 मिनट में जानिए राहुल गांधी की सभा का सार:किसानों-खिलाड़ियों की परेशानी उठाई, अग्निवीर के नुकसान गिनाए; कांग्रेस सरकार बनने के फायदे बताए
हरियाणा चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार को 2 रैलियां की। असंध रैली में वे 29 मिनट और बरवाला में 27 मिनट बोले। दोनों रैलियों में 56 मिनट के भाषण में राहुल गांधी के फोकस पर रहे- किसान, जवान, खिलाड़ी और बेरोजगार। राहुल ने बेरोजगारी से भाषण की शुरुआत की। अमेरिका यात्रा का जिक्र कर बोले- हरियाणा के युवा रोजगार की तलाश में 50 लाख रुपए कर्ज लेकर जमीन बेचकर अवैध रूप से विदेश जा रहे हैं। परिवार से दूर हो रहे हैं जवानों से जुड़ा अग्निवीर मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा- अग्निवीर क्या है?, पहले इन्होंने वन रैंक-वन पेंशन दी, जिसका पैसा अफसरों की जेब में गया। इसके बाद इन्हें चिंता हुई कि जवानों को पेंशन देनी है, तो ये अग्निवीर लेकर आ गए। अग्निवीर को न पेंशन मिलेगी, न शहीद का दर्जा मिलेगा। किसानों पर राहुल ने कहा- हरियाणा में किसानों से उनका हक छीना जाता है। फसलों का सही दाम नहीं मिलता। ये पैसा अडानी-अंबानी की जेबों में जा रहा है। मैं ऐसा हरियाणा नहीं चाहता हूं, मैं ऐसा नहीं चलने दूंगा। कांग्रेस की सरकार आते ही MSP की कानूनी गारंटी देंगे। खिलाड़ियों पर कहा- ये जिम में चौबीस घंटा लगाते हैं। इन्हें गोल्ड मेडल चाहिए। ये हरियाणा का नाम रोशन करना चाहते हैं। ये खिलाड़ी गोल्ड मेडल अपने लिए नहीं लेते, हिंदुस्तान के लिए लाते हैं। इनका क्या किया, सारे के सारे एथलीट्स को ही खत्म कर दिया। पहलवान बहनों का सेक्शुअल हैरेसमेंट चल रहा है, जिसने किया, उसको बचाया जा रहा है। राहुल गांधी ने भाषण में भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट किया। कांग्रेस सरकार बनने पर उसके फायदे गिनाए। 4 ग्राफिक्स से जानिए सभा का सार… राहुल गांधी की रैली की खबर पढ़ें... राहुल गांधी बोले- अग्निवीर बना पेंशन-शहीद का दर्जा छीना:सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वालों को बचाया; हरियाणा की जनता की जेब में डायरेक्ट पैसे डालेंगे हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार को असंध और बरवाला में रैली की। असंध में राहुल गांधी ने कहा भाजपा ने एथलीट्स खत्म कर दिए। महिला पहलवानों से सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वालों को बचाया। पूरी खबर पढ़ें...
Dainik Bhaskar निर्माणाधीन मस्जिद को लेकर हंगामा:जबलपुर में वीएचपी-बजरंग दल का प्रदर्शन; गायत्री मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण का आरोप
जबलपुर में विवादित स्थल पर बनी मस्जिद को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ता बड़ी संख्या में व्हीकल फैक्ट्री के पास स्थित मड़ई क्षेत्र पहुंचे। यहां जबरन मस्जिद के पास जाने की कोशिश की। मौके पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें समझाने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मस्जिद गायत्री मंदिर की जमीन पर बनाई जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन को 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर विवादित स्थल पर बनी मस्जिद को नहीं हटाया गया तो 3 हजार वर्ग फीट जमीन पर बनी मस्जिद को तोड़ दिया जाएगा। प्रदर्शन की 5 तस्वीरें... वीएचपी नेता बोले- जबलपुर में काशी, अयोध्या, मथुरा की पुनरावृत्ति इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक सुमित सिंह ठाकुर ने कहा- काशी विश्वनाथ,अयोध्या और मथुरा में अवैध कब्जे जैसी पुनरावृत्ति जबलपुर के मड़ई में भी की गई। अपनी जमीन को छोड़कर गायत्री मंदिर के नाम पर रजिस्टर्ड जमीन पर अवैध कब्जा किया गया। इनका आरोप है कि इलाके में रोहिंग्या मुसलमानों की गतिविधियां भी बढ़ी हैं। इनका आधार कार्ड लोकल का नहीं निकलता। इसकी वजह से अपराध भी बढ़ रहे हैं। व्हीकल फैक्ट्री के बिजली-पानी का इस्तेमाल बगैर परमिशन किया जा रहा है। हम अवैध कब्जा तोड़ने आए थे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कुछ रोज पहले रोहिंग्या देखे, पुलिस को बताया, एक्शन नहीं हुआ सुमित सिंह ठाकुर का कहना है कि पहली बार 12 जून 2021 को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया गया था। दस्तावेज और खसरा सौंपे गए थे। बताया गया था कि मस्जिद अवैध रूप से बन रही है। प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो 27 जुलाई 2021 को प्रदर्शन हुआ। इसके कुछ दिन बाद तत्कालीन एसडीएम ऋषभ जैन ने मस्जिद निर्माण पर स्टे लगा दिया। तब से काम बंद है। वीएचपी ने मस्जिद गिराने के लिए तीसरी बार 21 मार्च 2023 को रांझी एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। संगठन का आरोप है कि भले ही मस्जिद के निर्माण पर रोक लगा दी गई है, लेकिन लोग छिपकर बाहर से यहां आते हैं और ठहरकर चले जाते हैं। कुछ दिन पहले यहां पर रोहिंग्या की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई थी। कार्रवाई नहीं हुई। एएसपी ने कहा- जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी एएसपी प्रदीप शेनडे ने बताया कि रांझी के मड़ई गांव म