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Dainik Bhaskar फेक न्यूज एक्सपोज:ट्रेन जिहाद के नाम से VIDEO वायरल; जानिए क्या है दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन की पटरी पर फिश प्लेट और कीज के पार्ट रखे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो सूरत का है। जहां रेल जिहाद करने की कोशिश की गई। इस वीडियो को X पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स ने शेयर किया। जितेंद्र प्रताप सिंह नाम के वेरिफाइड यूजर ने लिखा- ब्रेकिंग : सूरत में बहुत बड़े रेल जिहाद की कोशिश नाकाम हुई। किम रेलवे स्टेशन से कुछ दूर आगे रेलवे के कई फिश प्लेट और तमाम चाबियां खुली हुई मिली। ट्रेन की आवाजाही रोक दी गई है। रेलवे के लोग ट्रैक को दुरुस्त करने में लगे हैं। गौरतलब है कि इस जगह पर दोनों तरफ बड़ी संख्या में विशेष समुदाय की आबादी है। (अर्काइव) इसी कैप्शन और दावे के साथ मनीष कश्यप नाम के एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने भी ये वीडियो शेयर किया। (अर्काइव) पीएन रॉय नाम के यूजर ने लिखा- ट्रेन जिहाद होते-होते बचा। सूरत में किसी आतंकी ने फिश प्लेट निकाल कर पटरी पर रख दिया था। (अर्काइव) सनातनी योद्धा नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा- मित्रों एक बार फिर से रेल जिहाद की घटना सामने आ रही है। इस बार निशाना सूरत के हिंदू थे, लेकिन भला हो लाइनमैन का जिसने खुली फिश प्लेट देखकर समय रहते ट्रेनों की आवाजाही रोक दी वरना हजारों हिंदू काल के गाल में समा जाते। (अर्काइव) वायरल वीडियो का सच... 20 सितंबर की यह घटना गुजरात के सूरत की है। सूरत से 50 किमी दूर कीम रेलवे स्टेशन मास्टर को ट्रैक मैन ने बताया था कि रेलवे ट्रैक से फिश प्लेट और 71 कीज गायब हैं। इसका पता रेलवे ट्रैक का निरीक्षण के दौरान चला। किसी ने ट्रैक से फिश प्लेट और कीज के पार्ट निकालकर उन्हें ट्रैक पर रख दिया था। इस मामले में चौका देने वाला खुलासा पुलिस कार्रवाई के बाद हुआ। जांच में पता चला कि इस घटना की सूचना देने वाला रेलवे कर्मचारी (की-मैन) ही आरोपी है। दरअसल, की-मैन सुभाष कुमार पोद्दार ने कबूला कि उसने इनाम और प्रमोशन पाने के लिए दो अन्य कर्मचारियों की मदद से यह साजिश रची थी। इस साजिश में शामिल अन्य दो ट्रैकमेन के नाम मनीष कुमार मिस्त्री और शुभम जायसवाल हैं। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत और भ्रामक है। वायरल वीडियो में दिख रही घटना के आरोपी रेलवे कर्मचारी (की-मैन) ही थे। फेक न्यूज के खिलाफ
Dainik Bhaskar रॉबर्ट वाड्रा का मोदी को चैलेंज:हरियाणा में मेरी जमीन, साबित करके दिखाएं; PM ने कहा था- कांग्रेस ने प्रदेश दामादों के हवाले किया
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने पलटवार किया है। वाड्रा ने पीएम को चुनौती देते हुए कहा-''साबित कीजिए कि मेरी कोई जमीन हरियाणा में है या मैने कोई गलत काम किया है। वे साबित नहीं कर सकते क्योंकि मैंने कोई गलत काम नहीं किए हैं।'' दरअसल, बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा के गोहाना में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए कहा था कि कांग्रेस ने हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया था। आज जो नए वोटर हैं उन्हें नहीं पता होगा कि 10 साल पहले हरियाणा को कैसे लूटा गया था। PM मोदी पर पलटवार में वाड्रा की 4 अहम बातें 1. पीएम मेरे नाम का गलत इस्तेमाल करते है रॉबर्ट वाड्रा ने कहा- "पीएम मोदी ने एक बार फिर मेरा नाम लिया है। उन्होंने मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए आरटीआई समेत कई तरीके अपनाए हैं, लेकिन मेरे काम में कोई ऐसी बात सामने नहीं आई जो गलत हो। न ही मैंने कोई ऐसा जमीन का सौदा किया है जो कानूनी तौर पर न हुआ हो। 2. PM पद देश के विकास के लिए होता है मैं हैरान हूं कि पीएम जिस भी रैली में जाते हैं, मेरा नाम गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। पीएम का पद देश के विकास के लिए होता है। कानूनी तरीके से आरोप लगाना सही होगा। 3. RTI लगाई लेकिन इन्हें 10 साल में कुछ नहीं मिला "पीएम ने आरटीआई समेत सभी तरीके अपनाए हैं, लेकिन उन्हें 10 साल में कुछ नहीं मिला। पीएम ने अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए एक बार फिर मेरा नाम लिया है। 4. मेरी हरियाणा में कोई जमीन नहीं मेरी किसी भी कंपनी के पास हरियाणा में कोई जमीन नहीं है। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि वे साबित करें कि मेरी जमीन हरियाणा में है और किसी भी तरह का कोई भी सौदा हो।" वाड्रा को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा था... पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस ने हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया था। दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा। किस-किस कांग्रेस नेता पर आरोप लगे हैं, ये आप अच्छे से जानते हैं। हरियाणा में एक भी नौकरी ऐसी नहीं थी, जो बिना पर्ची-खर्ची के मिली हो। सरकारी ठेकों में जमकर भ्रष्टाचार होता था। हरियाणा के लूट को खाने वाली ऐसी करप्ट कांग्रेस को
Dainik Bhaskar परीक्षा देने बंगाल गए बिहार के कैंडिडेट्स से मारपीट:सिलीगुड़ी से हिरासत में एक आरोपी, गिरिराज ने पूछा- बंगाल राष्ट्र है, या भारत का अंग
बंगाल में बिहार के कुछ युवकों के साथ मारपीट का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स का माने तो वीडियो सिलीगुड़ी का है। इस मामले में पुलिस ने रजत भट्टाचार्य नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया है। वीडियो में यलो रंग के कपड़े में रजत भट्टाचार्य कैंडिडेट्स से मारपीट करते दिख रहा है। रिपोर्ट्स की माने तो रजत भट्टाचार्य बांग्ला पाखो नाम के संगठन से जुड़ा है। रजत भट्टाचार्य ने कहा है कि 'बिहार और यूपी से नकली प्रमाणपत्र लेकर बिहार के युवक एसएससी परीक्षा के लिए आ रहे हैं और हमारे युवकों की नौकरियां छीन रहे हैं। हम बांग्ला पाखो संगठन से हैं और हमें बताया गया था कि उनके पास नकली प्रमाणपत्र हैं। इसलिए हम उन्हें पकड़ने के लिए वहां गए थे, लेकिन कुछ अन्य व्यक्ति एसएसबी से जुड़े हुए थे, जिन्होंने उन्हें बचा लिया और वे भाग गए। जानिए वायरल वीडियो में क्या है वायरल वीडियो में अंकित यादव सहित 2 छात्र सिलीगुड़ी में एक कमरे में सोए हुए थे। तभी बंगाल के कुछ लोग आए और उनको जबरदस्ती उठाने लगे। इसके बाद उनसे कई सवाल-जवाब किए। बांग्ला भाषा में कुछ लोग स्टूडेंट्स से सवाल पूछते हैं और कहते हैं कि बिहार से हो तो बंगाल में परीक्षा देने क्यों आए हो। इस दौरान ये लोग बिहार के छात्रों से उनके डॉक्यूमेंट्स मांगते हैं। छात्र ने जब डॉक्यूमेंट्स दिखाने से मना किया तो एक छात्र के साथ एक व्यक्ति मारपीट करता है। उसे गाली देते हैं। इस दौरान वे लोग बिहार के छात्रों को जेल भेजने की भी धमकी भी देते नजर आ रहे हैं। स्टूडेंट्स डॉक्यूमेंट दिखाने की जगह वापस बिहार लौट आने की बात कहता है। वे इसके लिए उठक-बैठक भी करते हैं और उन लोगों से माफी मांगते हैं। ये लोग छात्रों से उठक-बैठक करवाकर उन्हें जल्द से जल्द बिहार लौटने की धमकी देते हैं। बंगाल नहीं है डोमिसाइल, फिर क्यों आए पीला शर्ट वाला कहता है, 'जब तुम लोग बांग्ला जानते नहीं हो तो क्यों दूसरे जगह आ गए हो। छात्र कहते रहे कि हम SSC GD का फिजिकल देने आए हैं। सिलीगुड़ी मेरा सेंटर पड़ गया है। इसमें हमारी क्या गलती है। इस पर वह लोग काफी गुस्से में कहते हैं कि तुम लोग बांग्ला के नहीं हो तो फिर यहां क्यों आए हो।' तुम बंगाल के डोमिसाइल नहीं हो तो क्यों तुमने अप्लाई किया। इसके बाद यह लोग अपने आप को IB और पुलिस के आदमी बताते हैं। वहीं, छात्र जब मां और भाई की कसम खाक
Dainik Bhaskar शाह बोले- अब्दुल्ला और नेहरू 40 हजार हत्याओं के जिम्मेदार:जब कश्मीर में आतंकवाद हावी था, फारूक लंदन में महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे
गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर में चुनावी रैली कर रहे हैं। उन्होंने चेनानी और उधमपुर में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह अब्दुल्ला और नेहरू ही हैं जो जम्मू और कश्मीर में 40,000 लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। उस समय फारूक अब्दुल्ला कहां थे? वह गर्मियों में लंदन में छुट्टियां मना रहे थे और महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे। कोई पार्टी नहीं, केवल बीजेपी ने जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद को खत्म किया है। शाह ने कहा कि हमारी देश की संसद पर जिस अफजल गुरु ने हमला करवाया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए। उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए, लेकिन जो आतंक फैलाएंगा, उसका जवाब फांसी के तख्ते पर ही दिया जाएगा। नौशेरा में शाह बोले थे- अब 370 कोई वापस नहीं ला सकता चार दिन पहले शाह ने नौशेरा में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा- फारूक अब्दुल्ला चाहते हैं कि हम आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान से बातचीत करें। आतंकवाद खत्म होने तक हम पाकिस्तान से बातचीत के पक्ष में नहीं है। फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि वे धारा 370 को वापस लाएंगे। फारूक साहब, अब धारा 370 कोई वापस नहीं ला सकते। अब बंकरों की जरूरत नहीं है, क्योंकि गोली चलाने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता। अगर वहां गोली आई तो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। शाह के हमले पर फारूक अब्दुल्ला ने पलटवार किया। उन्होंने कहा- केंद्र सरकार चीन से बात कर सकती है, जिन्होंने हमारी 2 हजार किलोमीटर की जमीन पर कब्जा किया। पाकिस्तान से क्यों नहीं बात कर सकती। आतंकवाद का हल निकालना होगा। कब तक हमारे लोग मरते रहेंगे। शाह की स्पीच की 5 बड़ी बातें... जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2019 में आर्टिकल-370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 7 अनुसूचित जातियों के लिए और 9 अनुसूचित जनजातियों के लिए रिजर्व हैं। 18 सितंबर को पहले फेज की वोटिंग हो चुकी है। 25 सितंबर को दूसरे फेज और 1 अक्टूबर को तीसरे फेज की वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 88.06 लाख वोटर हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज
Dainik Bhaskar वडोदरा में 110 किमी की स्पीड से चली हवा:अलग-अलग हुए हादसों में 4 की मौत, 57 बिजले के खंभे और 300 से ज्यादा पेड़ उखड़े
बुधवार शाम 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने वडोदरा शहर में जमकर तबाही मचाई। अचानक आई इस आंधी से हुए अलग-अलग हादसों में 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 300 से ज्यादा पेड़, 57 बिजली के खंभे और सैकड़ों होर्डिंग्स धराशायी हो गए। पेड़ों और होर्डिंग्स की चपेट में आकर 30 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। अपर एयर सर्क्युलेशन से बने ये हालात मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, वातावरण के निचले हिस्से में हवाओं से बने नए बादलों और अपर एयर सर्क्युलेशन के चलते वडोदरा में ये आंधी आई। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 110 किमी प्रतिघंटा थी। आंधी के बाद शाम 6 बजे गरज के साथ जोरदार बारिश भी हुई। ग्रामीण इलाकों में कई जगह बिजली भी गिरी। शाम 6 बजे से 8 बजे तक हुई 3 इंच बारिश से 20 से ज्यादा इलाकों में पानी भर गया था। पेड़ों-होर्डिंग्स के नीचे 29 गाड़ियां दब गईं फायर ब्रिगेड ने बताया कि आज सुबह 8 बजे तक 150 पेड़ों को सड़कों से हटाने का काम पूरा हो गया था। पेड़ों के गिरने से अब तक 14 कारें, 14 दोपहिया वाहन, 1 रिक्शा के क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, बिजली पोल गिरने से बिजली के तार भी टूट गए हैं, जिससे अब भी कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है। पेड़ गिरने से एक युवक की मौत आंधी में पेड़ गिरने से एक 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान छत्रसिंह राठौड़ (24) साल के रूप में हुई है। कल शाम वे अपनी बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान अंबाशकारी के पास सड़क पर एक विशाल नीलगिरि का पेड़ उन पर आ गिरा, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। दूसरी ओर, शहर के कपूराई के पास सूरत के मूल निवासी 45 वर्षीय जगदीश हीरपारा हाईवे से गुजर रहे थे, तभी एक बड़ा साइन बोर्ड उनके ऊपर गिर गया और उनकी मौत हो गई। दाहोद के 29 वर्षीय जनक निनामा बारिश के मौसम में हालोल से वडोदरा आ रहे थे। इस बीच, टोल टैक्स के पास उनकी बाइक स्लिप हो गई। हादसे में उनके सिर में गंभीर चोटें आई थीं। इलाज के दौरान देर रात सयाजी अस्पताल के डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दक्षिण गुजरात में भारी बारिश का अनुमान मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी दिनों में दक्षिण गुजरात में भारी बारिश हो सकती है। अगले 72 घंटों तक पूरे दक्षिण गुजरात में बारिश का मौसम बने रहेगा। मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने गरबा आयोजकों की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि, ज्यादातर इल
Dainik Bhaskar अभय चौटाला बोले- विनेश को गोत्र लिखने का पता नहीं:बोले-नाम के पीछे फोगाट लिखती है, राठी क्यों नहीं; हुड्डा ने कुश्ती-नौकरी छुड़वा दी
इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला ने कांग्रेस कैंडिडेट विनेश फोगाट के गौत्र को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक चुनावी कार्यक्रम में विनेश के बारे में बोलते हुए कहा, 'इसका बाप काफी समय पहले चला गया था, खरखौंदा रहने लग गया था। वह तो अपने नाम के पीछे राठी भी नहीं लिखती, फोगाट लिखती है। इसे इतनी समझ नहीं है कि परिवार में गौत्र का नाम किसके पीछे लिखा जाता है और कुछ नहीं ये समझने की जरूरत है। बता दें कि विनेश के पिता फोगाट लिखते थे लेकिन उनकी शादी जुलाना के रहने वाले सोमवीर राठी से हुई है। शादी के बाद भी नाम के पीछे गोत्र न बदलने पर अभय चौटाला ने यह बयान दिया है। दरअसल, बुधवार (25 सितंबर) को अभय चौटाला जुलाना से इनेलो-बसपा उम्मीदवार डॉक्टर सुरेंद्र लाठर के पक्ष में वोट मांगने गए हुए थे। इस सीट से कांग्रेस ने विनेश फोगाट को उम्मीदवार बनाया है। विनेश समर्थकों ने जारी किया पोस्टर... चौटाला बोले- हुड्डा ने कुश्ती के साथ नौकरी भी छुड़वा दी जुलाना में ही एक दूसरे चुनावी कार्यक्रम में बोलते हुए चौटाला ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है। उसके पास चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं हैं। जुलाना हलके से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रही अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पूरे देश की शान थी। उसे सभी पार्टी के लोग बहन-बेटी मानकर सम्मान देते थे, लेकिन भूपेंद्र हुड्डा ने उसे एक पार्टी का सदस्य बनाकर रख दिया'। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विनेश की कुश्ती के साथ नौकरी भी छुड़वा दी। राजनीति में आने वाला खिलाड़ी नहीं रहता, नेता बन जाता है विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर अजय चौटाला ने कहा कि सबकी अपनी-अपनी सोच होती है, हमने खिलाड़ियों को काफी बराबरी का दर्जा दिया है, जब कोई खिलाड़ी राजनीति में आता है तो वह खिलाड़ी नहीं रहता, वह किसी पार्टी का कार्यकर्ता या नेता बन जाता है। इससे खिलाड़ी को सम्मान नहीं मिलता, तो ऐसा लगता है कि वह खेल की आड़ में राजनीति में आना चाहता था। अगर कोई खिलाड़ी राजनीति में आता है तो वह अपने खेल के साथ खिलवाड़ कर रहा है। अब यहां पढ़िए विनेश की कैसे हुई कांग्रेस में एंट्री... यहां से शुरू हुई चर्चा पेरिस ओलिंपिक 2024 में गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हुई हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को आखिर कांग्रेस की टिकट कैसे मिली इसके पीछे की कह
Dainik Bhaskar HPU ने 50 हजार आवेदकों से 4 करोड़ कमाए:3 साल पहले भर्ती निकाली, परीक्षा नहीं ली; छात्र बोले- पैसे ऐंठने के लिए विज्ञापन निकाला था
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) की कार्यप्रणाली नॉन टीचिंग स्टाफ की भर्ती में देरी के कारण सवालों के घेरे में आ गई है। HPU ने इन भर्तियों के लिए 2020-21 में विज्ञापन जारी किया था, लेकिन अब तक इन भर्तियों के लिए परीक्षा आयोजित नहीं की गई। इससे विभिन्न पदों पर आवेदन करने वाले 52 हजार से ज्यादा बेरोजगार युवा दुखी हैं। अब ये युवा HPU पर आरोप लगा रहे हैं कि भर्ती के नाम पर उनसे आवेदन शुल्क के तौर पर रुपए लिए गए। ये रुपए जमा करने के लिए ही HPU ने भर्ती का विज्ञापन जारी किया था। उसे युवाओं को कोई नौकरी देनी ही नहीं थी। अब यूनिवर्सिटी फिर से विज्ञापन निकालने की तैयारी कर रही है। रूपांश राणा नाम के एक व्यक्ति की ओर से दायर RTI (सूचना का अधिकार) में भी यह खुलासा हुआ है कि भर्ती के नाम पर HPU ने 4,09,92,600 (4.09 करोड़) रुपए जमा किए हैं। HPU ने 29 पोस्ट कोड में करीब 300 पदों को भरने के लिए भर्ती निकाली थी। यह जानकारी RTI में खुद HPU प्रशासन ने दी। 52915 युवाओं ने किया था आवेदन HPU प्रशासन ने पूर्व जयराम सरकार के कार्यकाल में 2020-21 में नॉन टीचिंग स्टाफ के करीब 300 पदों को भरने के लिए 2 बार विज्ञापन जारी किए थे। इन पदों के लिए प्रदेश के 52915 युवाओं ने आवेदन किया था। इनके फॉर्म और फीस से प्रशासन को 4 करोड़ से ज्यादा की कमाई हुई। HPU ने 29 प्रकार के विभिन्न पदों के लिए मांगे थे आवेदन HPU ने 2020-21 में नॉन टीचिंग स्टाफ कैटेगिरी में विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगे थे, जिसमें B, C और D ग्रेड के लाइब्रेरियन, असिस्टेंट लाइब्रेरियन, मेडिकल ऑफिसर, क्लर्क, JOA-IT, माली, बेलदार इत्यादि के पद शामिल हैं। किस पद के लिए कितनी फीस ली गई विज्ञापन में B-ग्रेड पदों को भरने के लिए मांगे गए आवेदन के साथ आवेदक से 2 हजार रुपए (अनारक्षित श्रेणी), 1 हजार रुपए (आरक्षित), C व D ग्रेड के लिए आवेदकों से 1200 रुपए (अनारक्षित) और 600 रुपए (आरक्षित) श्रेणी के लिए फीस ली गई। HPU बताए कहां खर्च कर रही फीस का पैसा अभ्यर्थी रूपांश राणा ने बताया है कि पदों के लिए आवेदन किए 3 साल हो गए, लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हुई। HPU को बताना चाहिए कि बेरोजगार युवाओं से इकट्ठा किया पैसा HPU ने कहां खर्च किया है या इससे ब्याज इकट्ठा किया रहा है। HPU में पढ़ाई कर रहे रूपांश ने दावा किया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन अब इन पदों पर भर्त
Dainik Bhaskar सिद्धारमैया इस्तीफे के सवाल पर भड़के:बोले- जब जरूरत होगी तब बताऊंगा; MUDA घोटाले पर कर्नाटक सीएम के खिलाफ BJP-JDS का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन
कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया गुरुवार को इस्तीफे के सवाल पर भड़क गए। उन्होंने MUDA (मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण) स्कैम को लेकर विपक्ष के इस्तीफे की मांग पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने रिपोर्टर का माइक झटकते हुए कहा कि जब जरूरत होगी, तब मैं आपको कॉल करके बताऊंगा। दरअसल, भाजपा और जनता दल सेक्युलर ने गुरुवार सुबह सीएम सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। विपक्ष के नेताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर सिद्धारमैया के खिलाफ नारेबाजी की। न्यूज एजेंसी ANI के रिपोर्टर ने इसी पर सीएम से सवाल किया था। कर्नाटक की एक विशेष अदालत ने बुधवार, 25 सितंबर को MUDA स्कैम में सिद्धारमैया के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस जांच का आदेश दिया था। इसके बाद अब सिद्धारमैया के खिलाफ FIR दर्ज हो सकती है। MUDA स्कैम में सीएम सिद्धारमैया, उनकी पत्नी, साले और कुछ अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की गई है। एक्टिविस्ट टी. जे. अब्राहम, प्रदीप और स्नेहमयी कृष्णा का आरोप है कि CM ने MUDA अधिकारियों के साथ मिलकर 14 महंगी साइट्स को धोखाधड़ी से हासिल किया। जांच के खिलाफ सिद्धारमैया की याचिका हाईकोर्ट में खारिज एक दिन पहले 24 सितंबर को हाईकोर्ट ने MUDA स्कैम में सिद्धारमैया के खिलाफ जांच करने के लिए राज्यपाल थावरचंद गहलोत के आदेश को बरकरार रखा था। जस्टिस एम. नागप्रसन्ना ने राज्यपाल के आदेश के खिलाफ सिद्धारमैया की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि- 'याचिका में जिन बातों का जिक्र है, उसकी जांच जरूरी है। केस में मुख्यमंत्री का परिवार शामिल है, इसलिए याचिका खारिज की जाती है।' राज्यपाल ने 16 अगस्त को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 17ए और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 की धारा 218 के तहत सिद्धारमैया के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दी थी। CM ने 19 अगस्त को इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। सिद्धारमैया बोले- सत्य की जीत होगी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वे जांच का सामना करने से नहीं डरते, लेकिन कानूनी सलाह लेंगे कि क्या इस मामले में इन्वेस्टिगेशन हो सकती है या नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं कानून और संविधान में विश्वास करता हूं। अंत में सच की जीत होगी। MUDA केस क्या है साल 1992 में अर्बन डेवलपमेंट संस्थान मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) ने रिहायशी इलाके विकसित कर
Dainik Bhaskar विक्रमादित्य के बयान से सरकार ने किया किनारा:अवस्थी बोले-I-CARD अनिवार्य नहीं किया, स्ट्रीट वेंडर कमेटी लेगी फैसला, निजी बयान होगा
हिमाचल प्रदेश के रेस्टोरेंट, फास्ट-फूड सेंटर और रेहड़ी-फड़ी संचालकों के पहचान पत्र (I-CARD) अनिवार्य करने के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य के बयान से प्रदेश सरकार ने किनारा कर लिया है। पहले सरकारी प्रवक्ता के माध्यम से नेम प्लेट लगाने के बयान को विक्रमादित्य का निजी बयान बताया गया। शाम के वक्त मुख्य संसदीय सचिव एवं कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट संजय अवस्थी ने कहा, रेहड़ी-पटरी वालों के लिए नेम-प्लेट समेत आई-कार्ड अभी अनिवार्य नहीं किया गया। इसका फैसला स्पीकर द्वारा गठित स्ट्रीट वेंडर कमेटी करेगी। इस पॉलिसी को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों से सुझाव मिले हैं। इन पर विचार किया जाएगा। सरकार का यह बयान विक्रमादित्य के लिए झटका माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे आने वाले दिनों में सरकार में तकरार बढ़ेगी। संजय ने भी कहा कि नेम-प्लेट वाला बयान मंत्री निजी हैं। इससे सरकार का कुछ लेना देना नहीं है। विक्रमादित्य और मंत्री अनिरुद्ध सिंह की बयानबाजी से जुड़े सवाल पर अवस्थी ने कहा, जब जिम्मेदारी बड़ी हो तो सोच भी बड़ी रखनी चाहिए। मंत्री के बयान के बाद बेक-फुट पर आई कांग्रेस दरअसल, विक्रमादित्य के बयान के बाद देशभर में कांग्रेस बेकफुट पर आ गई थी, क्योंकि ने कावड़ यात्रा के दौरान यूपी की योगी सरकार का विरोध किया था, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी ने कावड़ यात्रा के दौरान पहचान पत्र अनिवार्य किए थे। तब कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। अब विक्रमादित्य ने खुद कहा था कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हिमाचल में भी रेस्टोरेंट, फास्ट-फूड सेंटर और रेहड़ी-फड़ी संचालकों के लिए पहचान पत्र (I-CARD) अनिवार्य करने के आदेश दे दिए गए है। विक्रमादित्य के बयान की 3 अहम बातें I-CARD से यूपी का कोई लेना-देना नहीं आज सुबह दिल्ली में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, इसका उत्तर प्रदेश या योगी आदित्यनाथ से कोई लेना-देना नहीं है। हिमाचल प्रदेश एक अलग प्रांत है। राज्य के अपने अलग मुद्दे है। उन्होंने कहा, हाल के दिनों में हुई घटनाओं को देखते हुए आपसी सौहार्द और शांति बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने कुछ कदम उठाए है। सांप्रदायिकता का रंग देने की कोशिश की विक्रमादित्य सिंह ने कहा, हाईकोर्ट की डायरेक्शन पर अलग-अलग नगर निकाय में पहले ही स्ट्रीट वेडिंग कमेटी बनी हुई है। इनके लिए अलग अलग जोन चिह्न
Dainik Bhaskar कोलकाता रेप-मर्डर केस, CBI बोली- पुलिस ने गलत डॉक्यूमेंट्स बनाए:कुछ रिकॉर्ड्स भी बदले; घटना के दो दिन बाद संजय रॉय के कपड़े जब्त किए
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले की जांच कर रही CBI ने नए खुलासे किए हैं। एजेंसी ने बुधवार को सियालदह कोर्ट में दावा किया कि ताला पुलिस स्टेशन में रेप-मर्डर मामले से जुड़े कुछ डॉक्यूमेंट्स गलत तरीके से बनाए और बदले गए थे। CBI ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के कपड़े और सामान जब्त करने में दो दिनों की देरी की। समय पर उनकी जांच होती तो आरोपी के खिलाफ मजबूत सबूत मिल सकते थे। एजेंसी ने पुलिस स्टेशन का सीसीटीवी फुटेज सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (CFSL) में जांच के लिए भेजा है। CBI अब संजय रॉय, मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल के बीच किसी आपराधिक साजिश की जांच कर रही है। कोर्ट ने संदीप घोष और निलंबित पुलिस अधिकारी अभिजीत मंडल की CBI हिरासत 30 सितंबर तक बढ़ा दी है। 30 सितंबर को घोष-मंडल से नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट की सहमति मांगी जाएगी 30 सितंबर को अगली सुनवाई में घोष के नार्को-टेस्ट और अभिजीत मंडल के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए उनकी सहमति मांगी जाएगी। CBI ने अभिजीत मंडल को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था। संदीप घोष मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता मामले मे 16 अगस्त से न्यायिक हिरासत में था। 2 सितंबर को CBI ने उसे भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया। उसे रेप-मर्डर मामले में 15 सितंबर को हिरासत में लिया गया था। अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। वह 8 अगस्त की रात नाइट शिफ्ट के दौरान वहां आराम करने गई थी। पुलिस ने 10 अगस्त को सिविक वालंटियर संजय रॉय को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। वह 9 अगस्त की सुबह 4.03 बजे सेमिनार हॉल में घुसते हुए देखा गया था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को मामले की जांच कोलकाता पुलिस से CBI को ट्रांसफर कर दिया। CBI ने 14 अगस्त को अपने हाथों में इन्वेस्टिगेशन लिया था। CBI जांच में खुलासा- घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया 5 सितंबर को CBI की जांच में सामने आया कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। 13 अग
Dainik Bhaskar तिरुपति लड्डू विवाद- 28 सितंबर को मंदिर जाएंगे जगन रेड्डी:TDP बोली- पहले बालाजी में आस्था घोषित करें; CM रहते उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया
YSR कांग्रेस पार्टी चीफ और आंध्रप्रदेश के पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी 28 सितंबर को तिरुमला पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर जाएंगे। यह तिरुपति प्रसादम में एनिमल फैट मिलाए जाने के आरोपों के बीच पार्टी के राज्य में होने वाले मंदिर अनुष्ठान का हिस्सा है। जगन मोहन के इस ऐलान पर TDP ने कहा कि उन्हें मंदिर में एंट्री तभी मिलेगी, जब वे मंदिर के उस घोषणापत्र पर साइन करेंगे, जिसमें लिखा होता है कि उन्हें भगवान बालाजी पर विश्वास है। इतने साल से वे साइन किए बिना ही मंदिर में गए हैं। दरअसल, तिरुपति मंदिर में घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करना अन्य धर्मों के उन लोगों के लिए एक प्रथा है जो भगवान बालाजी के दर्शन करना चाहते हैं। इधर, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने मिलावटी घी देने वाली तमिलनाडु की एआर डेयरी के खिलाफ तिरुपति ईस्ट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा दी है। TTD की FIR, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को सौंपी जाएगी टीटीडी के खरीद महाप्रबंधक मुरली कृष्ण की शिकायत पर दर्ज केस को आज SIT को सौंपा जा सकता है। तिरुपति SP एल सुब्बारायडू ने कहा कि मामला कई धाराओं में दर्ज किया गया है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में लड्डू में मिलावट के मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई है। लड्डू में तंबाकू मिलने का दावा भी गलत तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने 24 सितंबर को यह भी साफ कर दिया कि लड्डू प्रसादम में तंबाकू की थैली होने की बात झूठ है। TTD के CPRO के मुताबिक तिरुमाला में लड्डू श्री वैष्णव ब्राह्मण बनाते हैं। जिसके लिए नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। हर दिन लाखों लड्डू तैयार होते हैं। इस सिस्टम के बारे में गलत खबर फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
Dainik Bhaskar भारत का शुक्रयान 2028 में लॉन्च होगा:4 साल का मिशन होगा; यह पृथ्वी का जुड़वां ग्रह, एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर
भारत का पहला शुक्र मिशन मार्च 2028 में लॉन्च किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 19 सितंबर को इस मिशन की मंजूरी दी। यह मिशन चार साल का होगा। वीनस यानी शुक्र ग्रह धरती से करीब 4 करोड़ किमी दूर है। वीनस को पृथ्वी का जुड़वां ग्रह भी कहा जाता है। हालांकि यहां का दिन-रात पृथ्वी की तुलन में काफी लंबा होता है। दरअसल वीनस अपनी धुरी पर बहुत धीमे घूमता है। इसकी वजह से वीनस का एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर होता है। अब जानिए भारत के शुक्रयान मिशन के बारे में... मिशन वीनस क्या है भारत का ये मिशन वीनस ग्रह के ऑर्बिट की स्टडी करने के लिए भेजा जाएगा। मिशन के तहत भारत वीनस ग्रह की सरफेस, उसके एटमॉस्फियर (ग्रह का वायुमंडल), ऑयनोस्फियर (वायुमंडल का बाहरी हिस्सा, जहां से कम्यूनिकेशन और नेविगेशन वेव्स रिफ्लेक्ट होती हैं) की जानकारी जुटाएगा। वीनस ग्रह सूर्य के काफ नजदीक है। ऐसे में सूर्य का ग्रह पर कितना और क्या प्रभाव पड़ता है। इस मिशन के तहत इसका भी पता लगाया जाएगा। वीनस की स्टडी करना क्यों जरूरी है, इसके 3 कारण वीनस ग्रह को अक्सर पृथ्वी का जुड़वां कहा जाता है क्योंकि यह आकार और डेंसिटी के मामले में पृथ्वी के समान है। इसलिए, वीनस की स्टडी करने से वैज्ञानिकों को पृथ्वी के विकास के बारे में सुराग मिल सकते हैं। माना जाता है कि वीनस में भी किसी समय पानी था, लेकिन अब यह एक सूखा और धूल भरा ग्रह बन गया है। 1. सरफेस टेंपरेचर 462 डिग्री सेल्सियस वीनस का सरफेस टेंपरेचर लगभग 462 डिग्री सेल्सियस है, जो बुध से भी ज्यादा गर्म है। जबकि बुध सूर्य के सबसे नजदीकी ग्रह है। वीनस के ज्यादा गर्म होने की वजह ग्रीनहाउस इफेक्ट है। ग्रीन हाउस इफेक्ट असल में किसी भी ग्रह के वायुमंडल में सूरज से आने वाली गर्मी के कैद हो जाने की वजह से पैदा होता है। ये गर्मी वायुमंडल में कैद तो हो जाती है, लेकिन वापस आसमान में नहीं जा पाती। इससे ग्रह की सरफेस ज्यादा गर्म हो जाती है। 2. लैंडर 2 घंटे से ज्यादा काम नहीं कर पाया वीनस ग्रह पर टेंपरेंचर ज्यादा होने के चलते कोई भी लैंडर दो घंटे से ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाया। वीनस पर पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना में बहुत ज्यादा है। इसको आसान भाषा में समझें तो, यहां इतना प्रेशर है, जितना पृथ्वी में समंदर के नीचे महसूस होता है। 3. वीनस का एक चक्कर पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर शुक्र
Dainik Bhaskar पथरी का इलाज कराने गईं, डॉक्टर ने दोनों किडनियां निकाली:खुलासा हुआ तो डॉक्टर बोला- गलती हो गई, महिला के बयान पर सोनीपत में FIR
हरियाणा में सोनीपत के निजी अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा पर FIR दर्ज हुई है। डॉक्टर पर महिला मरीज की दोनों किडनियां निकालने का आरोप है। महिला के परिजनों के हंगामे के बाद मेडिकल बोर्ड से इसकी जांच करवाई गई। जांच में डॉक्टर की लापरवाही सामने आई है। डॉक्टर ने किडनियां निकालने के बाद माफी भी मांगी थी। डॉक्टर ने महिला के पति से कहा था कि गलती हो गई। महिला के पति का कहना है कि डॉक्टर ने छल कपट से उसकी किडनी चुराई और पत्नी को जान से मारने की कोशिश की। इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है। यह मामला 5 महीने पहले का है। अब पढ़िए पूरा मामला... महिला को लेफ्ट साइड थी पथरी सोनीपत डाकघर के पास राजेंद्र नगर में रहने वाले आनंद ने बताया कि उसकी पत्नी वीना रानी लेफ्ट साइड की किडनी में पथरी होने की वजह से परेशान रहती थी। पत्नी का इलाज सोनीपत के ट्यूलिप अस्पताल के डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास चल रहा था। इसी साल 27 अप्रैल को डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें बताया कि वीना रानी की लेफ्ट साइड की किडनी पथरी के कारण पूरी तरह से खराब हो चुकी है। किडनी को तुरंत ऑपरेशन करके बाहर निकलना पड़ेगा। डॉक्टर बोले- महिला का ऑपरेशन सफल डॉक्टर ने बताया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पत्नी की जान भी जा सकती है। उसने डॉक्टर रंधावा पर विश्वास करके वीना रानी को 29 अप्रैल को अस्पताल में दाखिल करवा दिया। इसके बाद 1 मई को सुबह वीना को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। लगभग 2 बजे पत्नी को ऑपरेशन थिएटर से बाहर लाया गया। डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा ने उन्हें ऑपरेशन सफल होने की सूचना दी। डॉक्टर हाथ जोड़ कर बोला- गलती हो गई इसके बाद में वह पत्नी से मिलने ICU में गया तो देखा कि वीना की कोई भी मूवमेंट नहीं हो रही थी। वह शिकायत लेकर तुरंत डॉक्टर गौरव सिंह रंधावा के पास गया। इस पर डॉक्टर ने उसके सामने पत्नी की सारी रिपोर्ट दोबारा से देखी। रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है। गलती से वीना की दोनों किडनी निकाल दी हैं। अस्पताल में परिजनों का हंगामा आनंद ने बताया कि यह बात सुनकर उसके होश उड़ गए। उसने तुरंत घरवालों और दोस्तों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद परिवार वाले व उसके दोस्त तुरंत अस्पताल पहुंचे। उसकी बहन मंजू ने डायल 112 पर कॉल करके इस घटना की पूरी ज
Dainik Bhaskar बृजभूषण पर नाबालिग पहलवान शोषण केस:दिल्ली हाईकोर्ट में नोट दाखिल की तारीख आज; पॉक्सो केस को रद्द करने की चल रही कार्रवाई
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर नाबालिग पहलवान से कथित यौन शोषण करने के दर्ज मुकदमे पर आज 26 सितंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई पर दिल्ली हाईकोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह को उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में दर्ज एफआईआर और आरोप रद्द करने का अनुरोध वाली दलीलों पर 'नोट' दाखिल का समय दिया था। जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने बृजभूषण सिंह को दो हफ्ते का समय दिया और मामले की अगली सुनवाई के लिए 26 सितंबर की तारीख तय की थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि, याचिकाकर्ता ने आरोप पत्र और उससे जुड़ी सभी अन्य कार्रवाई को रद्द करने के लिए सभी दलीलों को पेश करने के लिए एक संक्षिप्त नोट तैयार करने का समय मांगा है। ऐसा करने के लिए दो हफ्ते का समय दिया जाता है। वकील कह चुके- बहुत विचार कर शिकायत दी गई सरकार और पीड़िताओं के वकीलों ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि यह सुनवाई के योग्य नहीं है। वकीलों ने कहा था कि ये शिकायतें छह महिला पहलवानों द्वारा की गई थीं और निचली अदालत ने पाया कि उनमें से एक की शिकायत की समय सीमा पूरी हो चुकी थी। इसलिए उसने पांच पीड़ितों की शिकायतों के आधार पर आरोप तय किए। उन्होंने कहा कि, इससे पता चलता है कि इसमें बहुत सोच-विचार किया गया था। सुनवाई के दौरान अदालत ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने के आदेश को चुनौती देने और एफआईआर, आरोप पत्र और अन्य सभी कार्रवाई को रद्द करने का अनुरोध करने के लिए एक ही याचिका दायर करने पर उनसे सवाल किया। आरोप खास मकसद से प्रेरित दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि हर चीज पर कोई एक आदेश लागू नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि वह मुकदमा शुरू होने के बाद हर बात को चुनौती दे रहे हैं। इसमें कहा गया कि यह कुछ और नहीं बल्कि एक टेढ़ा रास्ता है। सिंह की ओर से पेश अधिवक्ता राजीव मोहन ने कहा कि कथित पीड़ितों द्वारा बताए गए उदाहरणों में कोई निरंतरता और कारणों में कोई समानता नहीं है। उन्होंने तर्क दिया कि सिंह के खिलाफ लगाए गए आरोप किसी अन्य मकसद से प्रेरित हैं। चूंकि वह उस समय डब्ल्यूएफआई के प्रमुख थे, इसलिए सभी शिकायतों का साझा मकसद उन्हें डब्ल्यूएफआई प्रमुख के पद से हटाना था। नाबालिग पहलवान ने बयान बदला, इसलिए पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट दी नाबालिग पहलवान के केस में दिल्ली पुलिस ने 550 पन्नों की क
Dainik Bhaskar PM मोदी ने हरियाणा के चायवाले से बात की:बोले- कांग्रेस के लाउडस्पीकर का करंट कमजोर हुआ, इनका समय आपसी कलह में बीतता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार आज दूसरे दिन भी जारी रहा। इस बार PM ने नमो ऐप के जरिए हरियाणा के भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया। PM मोदी ने हरियाणा BJP कार्यकर्ताओं से कहा, 'इन दिनों कांग्रेस के लाउडस्पीकर, जो पहले बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, कमजोर हो गए हैं।' मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के दौरान वर्चुअली उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले 10 वर्षों में विपक्ष के रूप में विफल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सबसे ज्यादा समय आपसी कलह में ही बीतता है। हरियाणा का बच्चा-बच्चा इनकी अंदरुनी कलह से वाकिफ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से ऑडियो ब्रिज तकनीक के माध्यम से सीधा संवाद कर उन्हें अपने बूथ पर कमल खिलाने का मंत्र दिया। इस दौरान मोदी ने जुलाना के एक चाय वाले मुकेश सैनी से भी बात की। उन्होंने मुकेश से प्रदेश में भाजपा का माहौल पूछा तो मुकेश ने बताया कि जनता बिना खर्ची-पर्ची के नौकरी मिलने से खुश है और भाजपा के साथ है। मैं भी आपका भाई हूं जुलाना के रामराय गांव के रहने वाले मुकेश सैनी हलके के अध्यक्ष हैं। मुकेश की दुकान पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली भी चाय बना चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े-बड़े लोग आपके पास चाय बनाते हैं तो मुकेश ने कहा कि CM सैनी ने भी दुकान पर चाय बनाई है। वह हमारे बड़े भाई हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं भी चाय बनाता था तो मैं भी आपका भाई हूं।' दूसरे कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा की नई और पुरानी पीढ़ी के कार्यकर्ताओं की कर्मठता हमेशा उन्हें प्रेरणा देती रही है। हरियाणा के लोगों का खुशमिजाज स्वभाव और गंभीर से गंभीर बात को तार्किक ढंग से मजाकिया लहजे में हल्का-फुल्का बना देना हरियाणा से ही सीखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को दिए जीत के 3 मंत्र... 1. बूथ जीतना ही चुनाव जीतना प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव जीतने की उनकी एक ही रणनीति है। चुनाव जीतने का अर्थ है पोलिंग बूथ जीतना। जो बूथ जीतता है, वही चुनाव जीतता है। हरियाणा का प्रत्येक पोलिंग बूथ भाजपा की मजबूत चौकी है और BJP का हर कार्यकर्ता किसी भी बूथ में अपना झंडा झुकने नहीं देता है। इसलिए, हर पोलिंग बूथ के कार्यकर्ता को गर्व होना चाहिए। प्रत्येक कार्यकर्ता BJP के पक्ष में मतदान कराने